Thursday, January 28, 2021

अंडर-18 क्रिकेट में बाउंसर्स पर बैन के पक्ष में नहीं माइकल वॉन, कही ये बात January 27, 2021 at 09:00PM

लंदन क्रिकेट में हेल्मेट पहनने के बावजूद खिलाड़ियों को कन्कशन (सिर में चोट के बाद अचेत होने जैसी स्थिति) जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। एक कन्कशन एक्सपर्ट ने क्रिकेट अधिकारियों को सलाह दी है कि वे अंडर-18 क्रिकेट में बाउंसर्स पर बैन लगाएं। इस बीच क्रिकेट के नियमों के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब () ने भी गेंदबाजों के शॉर्ट पिच गेंद करने की अनुमति पर चर्चा और परामर्श प्रक्रिया शुरू की है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान () ने इस सुझाव को हास्यस्पद करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की है। वॉन का कहना है कि ये यदि युवाओं को पुरुष क्रिकेट में शॉर्ट पिच गेंद करने की अनुमति दी जाती है तो ये और भी खतरनाक साबित होगा। इंटरनेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट के मीडिया डायरेक्टर माइकल टर्नर (Michael Turner) ने अधिकारियों से आग्रह किया था कि वे कम से कम 18 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों के खिलाफ बाउंसर्स पर रोक लगाए। टर्नर ने सुझाव दिया था कि सीनियर क्रिकेटरों के साथ टूर्नामेंट में भाग लेने वाले 18 साल से कम के खिलाड़ियों के माता-पिता को इसके बारे में पता होना चाहिए और इसके लिए उनकी सहमति प्राप्त की जानी चाहिए। वॉन ने द टेलीग्राफ में लिखा, ' यह एक हास्यास्पद सुझाव है। ये किसी भी युवा के लिए पहली बार मेंस क्रिकेट में उच्च स्तर पर शॉर्ट बॉल के संपर्क में आना ज्यादा खतरनाक साबित होगा। वे इसका सामना नहीं कर पाएंगे।' वॉन ने समझाया कि जूनियर लेवल के बच्चों में शॉर्ट पिच बॉल गेंद डालने की ताकत नहीं होती। उन्होंने कहा कि यादि जूनियर स्तर पर आप बाउंसर्स को बैन कर देते हैं तो अधिकारियों को इलीट लेवल पर भी इससे छुटकारा पाना होगा। बकौल वॉन, ' मैंने जूनियर लेवल पर बच्चों की कोचिंग देखी है। मैंने अपने बेटे को खेलते हुए देखा है। वहां बहुत कम शॉर्ट पिच बॉलिंग होती है। गेंदबाजों के पास शॉर्ट पिच गेंदबाजी की ताकत नहीं होती है और पिच काफी स्लो होती है। यह केवल नेट्स पर ही युवाओं को सिखाया जा सकता है। उन्हें शॉर्ट बॉल के खिलाफ खेलना सीखाना होगा। यदि हम जूनियर लेवल पर इसे बैन कर देते हैं तो हमें इसे इलीट लेवर पर भी रोक लगानी होगी।'

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