Thursday, January 13, 2022

फंस गया है मैच... टीम इंडिया को चाहिए 8 विकेट और द. अफ्रीका को 111 रन, कौन मारेगा बाजी? January 13, 2022 at 06:19AM

केपटाउन ऋषभ पंत की मुश्किल हालात में खेली गई नाबाद शतकीय पारी के बावजूद साउथ अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखने वाले भारत ने गुरुवार को यहां तीसरे दिन आखिरी क्षणों में डीन एल्गर का कीमती विकेट निकालकर तीसरे और निर्णायक टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी उम्मीदें जीवंत रखी। साउथ अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 101 रन बनाए और वह अब लक्ष्य से 111 रन पीछे है। अपनी पहली पारी में 223 रन बनाने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में 198 रन ही बना पाई। साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 210 रन बनाए थे। तीन मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है। भारत अब चौथे दिन सुबह के सत्र में तेजी से विकेट निकालकर हावी होने की कोशिश करेगा लेकिन उसके सामने कीगन पीटरसन के रूप में सबसे बड़ी बाधा होगी जिन्होंने क्रीज पर पांव जमाने के बाद प्रवाहमय बल्लेबाजी की। वह अभी 48 रन पर खेल रहे हैं। उन्होंने एल्गर (30) के साथ दूसरे विकेट के लिये 78 रन की साझेदारी की। पंत ने 139 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाए जिसमें छह चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने विराट कोहली (143 गेंदों पर 29 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिये 94 रन जोड़े जिसमें भारतीय कप्तान का योगदान 15 रन था। भारत का यह टेस्ट मैचों में ऐसा सबसे कम स्कोर है जिसमें शतक भी शामिल है। साउथ अफ्रीका की तरफ से मार्को जेनसन (36 रन देकर चार) कागिसो रबाडा (53 रन देकर तीन) और लुंगी एंगिडी (21 रन देकर तीन) सफल गेंदबाज रहे। पंत ने उस समय क्री पर कदम रखा जब भारत चार विकेट पर 58 रन के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद रन बनाने का पूरा जिम्मा पंत ने उठाया। दूसरे टेस्ट में खराब शॉट खेलने के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे पंत ने अच्छी गेंदों को सम्मान दिया लेकिन खराब गेंदों को नहीं बख्शा। पंत ने इस पारी में लापरवाह नहीं बल्कि बेपरवाह बल्लेबाजी की है। बायें हाथ के स्पिनर केशव महाराज पर तीन छक्के और डुआने ओलिवियर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौके से पंत के सकारात्मक खेल का पता चलता है। दक्षिण अफ्रीका के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन एडेन मार्कराम (16) किसी भी समय सहज नहीं दिखे। उन्होंने शमी की लगातार दूसरी गेंद पर ढीला शॉट खेलकर तीसरी स्लिप में केएल राहुल को कैच दिया। इससे पहली वाली गेंद ‘स्लिप कॉर्डन’ से ही चार रन के लिए गई थी। शमी ने श्रृंखला में चौथी बार मार्कराम को आउट किया। भारतीयों ने बल्लेबाजों पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की लेकिन एल्गर और पीटरसन ने सहजता से बल्लेबाजी की। रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एल्गर साफ पगबाधा लग रहे थे लेकिन रीप्ले से पता चला कि गेंद स्टंप के ऊपर से निकल रही थी। जसप्रीत बुमराह ने दिन के अंतिम ओवर में एल्गर को पंत के हाथों कैच कराया जिसके लिए भारत को डीआरएस का सहारा लेना पड़ा। इससे पहले भारत ने सुबह दो विकेट पर 57 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने 10 मिनट के अंदर चेतेश्वर पुजारा (नौ) और अजिंक्य रहाणे (एक) के विकेट गंवा दिये थे। इसके बाद कोहली ने संयम और दृढ़ता की प्रतिमूर्ति बनाकर पंत के साथ पहले सत्र में भारत को आगे कोई झटका नहीं लगने दिया। कोहली हालांकि दूसरे सत्र में अपनी एकाग्रता बरकरार नहीं रख पाये और आखिर में ढीला शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। एंगिडी की गेंद ऑफ स्टंप से काफी बाहर जा रही थी लेकिन कोहली ने उसे ड्राइव करने का प्रयास किया और दूसरी स्लिप में मार्कराम ने बहुत अच्छी तरह से उसे कैच में बदला। कोहली ने अपने कल के स्कोर में आज 15 रन जोड़े। पंत को इसके बाद दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। कोहली के पवेलियन लौटने के बाद अश्विन (सात) को जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और एंगिडी के अगले शिकार बने। शार्दुल ठाकुर (पांच) ने भी निराश किया और एंगिडी की बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया। उमेश यादव (शून्य) ने यही काम रबाडा की गेंद पर किया। पंत ने ऐसे में अपने पास अधिक स्ट्राइक रखी और इस बीच उन्हें दो जीवनदान भी मिले। जब शमी (शून्य) भी आउट हो गये तब पंत ने जेनसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया। वह दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। उनका सैकड़ा पूरा होने के बाद बुमराह (दो) आखिरी विकेट के रूप में पवेलियन लौटे। पंत ने जहां आलोचकों का मुंह बंद किया वहीं रहाणे और पुजारा फिर से असफल रहे। पुजारा ने जेनसन की उठती गेंद लेग साइड में खेलनी चाही लेकिन कीगन पीटरसन ने लेग स्लिप में बड़ी खूबसूरती से उसे कैच कर दिया। इसके बाद रबाडा की उठती गेंद रहाणे के दस्तानों को चूमकर विकेटकीपर काइल वेरेन के दस्ताने से लगकर हवा में उछली और डीन एल्गर ने बाकी काम पूरा किया।

टेस्ट क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा अजब संयोग, एक टीम के सभी 20 बल्लेबाज हुए कैच आउट January 13, 2022 at 04:33AM

केपटाउन साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट मैच में भारतीय टीम के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो गया। दोनों पारियों में भारतीय टीम के सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार ऐसा हुआ है कि जब दोनों पारियों में एक टीम सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए हों। क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में पहली बार यह रिकॉर्ड बना है। टेस्ट क्रिकेट में इससे पहले पांच बार ऐसा हुआ है जब 19 विकेट कैच आउट हुए हों। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1982/83 में ब्रिसबेन में, 2009/10 में पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2010/11 में साउथ अफ्रीका बनाम भारत, इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया ब्रिसबेन में 2013/14 और साउथ अफ्रीका बनाम इंग्लैंड केपटाउन में 2019/20 में टीमों के 19 विकेट कैच आउट हुए थे। भारतीय टीम ने पहली पारी में 223 रन बनाए थे। भारत की उस पारी में कागिसो रबाडा ने चार विकेट लिए थे। इसके जवाब में साउथ अफ्रीका की पहली पारी 210 रन पर सिमट गई थी। भारत को पहली पारी के आधार पर 13 रन की बढ़त मिली थी। भारत ने दूसरी पारी में ऋषभ पंत की सेंचुरी की मदद से 198 रन बनाए। साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 212 रन का लक्ष्य मिला है। भारत की ओर से सेंचुरी के बावजूद टेस्ट क्रिकेट में यह पारी में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन के नाबाद 103 रन की पारी के बावजूद भारत ने 1998/99 में 203 रन बनाए थे। केपटाउन की विकेट पर रन बनाना आसान नहीं लग रहा है। भारत की ओर से भी ऋषभ पंत के अलावा कोई दूसरा बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाए। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 29 रन बनाए लेकिन इसके लिए उन्होंने 143 गेंदों का सामना किया।

SA vs IND: ऋषभ पंत ने की बेमिसाल सेंचुरी, सचिन, सहवाग ने कहा- शाबाश January 13, 2022 at 05:01AM

ऋषभ पंत की सेंचुरी (Rishabh Pant) बहुत खास है। वह साउथ अफ्रीका में शतक लगाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बन गए। पंत ने भारतीय पारी को संभाले रखा। दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे लेकिन बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने अपना सकारात्मक और आक्रामक खेल जारी रखा। पंत की इस पारी की तारीफ कई बड़े खिलाड़ियों ने की है।

ऋषभ पंत ने केप टाउन में कमाल की पारी खेली। भारत ने दूसरी पारी में 198 रन बनाए इसमें से 100 ्अकेले पंत के बल्ले से निकले। पंत के बाद टीम के लिए दूसरा सबसे बड़ा स्कोर विराट कोहली का रहा जिन्होंने 29 रन बनाए। भारतीय विकेट कीपर बल्लेबाज की इस पारी की तारीफ सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और अन्य दिग्गजों ने की।


ऋषभ पंत की बेहद खास पारी के मुरीद हुए सचिन, सहवाग, लक्ष्मण, रोहित और कई बड़े खिलाड़ी

ऋषभ पंत की सेंचुरी (Rishabh Pant) बहुत खास है। वह साउथ अफ्रीका में शतक लगाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बन गए। पंत ने भारतीय पारी को संभाले रखा। दूसरे छोर पर विकेट गिरते रहे लेकिन बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने अपना सकारात्मक और आक्रामक खेल जारी रखा। पंत की इस पारी की तारीफ कई बड़े खिलाड़ियों ने की है।



Exclusive: कौन हैं मालविका, जिन्होंने साइना नेहवाल को हराकर मचाई सनसनी January 13, 2022 at 04:50AM

नई दिल्ली 'खुश हूं कि तुम अपने खेल में अच्छा सुधार कर रही हो। लॉन्ग रैली को भी तुमने अच्छा फिनिश किया...।' ये शब्द (Saina Nehwal) के हैं। उन्होंने ये बातें उभरती बैडमिंटन खिलाड़ी नागपुर की (Malvika Bansod) से इंडिया ओपन-2022 में अपनी हार के बाद कही। देश के तमाम युवाओं की रोल मॉडल साइना और उन्हें हराने वाली युवा सनसनी बेटी मालविका (Malvika Bansod Beat Saina Nehwal) के बीच इस बातचीत के बारे में बताते हुए पिता डॉ. प्रबोध बंसोड़ के शब्दों में गर्व झलक रहा था। 34 मिनट में साइना को हराया, खुश हैं पिता डॉ. प्रबोध बेटी की सफलता से खुश हैं। हों भी क्यों नहीं? महज 20 वर्ष की मालविका ने अपनी आदर्श साइना नेहवाल को हराया है। यह वही साइना नेहवाल हैं, जिनसे दुनिया की दिग्गज शटलर खौफ खाती हैं। मालविका ने पूर्व चैंपियन और 2012 ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता साइना को 21-17, 21-9 से हराते हुए टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स के क्वॉर्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। विश्व रैंकिंग में 111वें स्थान पर काबिज बंसोड़ को दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को हराने में 34 मिनट लगे। साइना से मिली तारीफ गर्व की बातनवभारत टाइम्स ऑनलाइन से बातचीत में प्रबोध ने कहा, 'बहुत खुश हूं। खिलाड़ी जब हार्ड वर्क करती है और उसका फल मिलता है तो सफलता का स्वाद ही कुछ और होता है। हाल ही में उसने ऑल इंडिया रैंकिंग टूर्नामेंट भी जीती है, लेकिन यह जीत खास है। मैच के बाद मालविका से मेरी बात हुई है। साइना को हराना बड़ी सफलता है। यह अलग बात है कि साइना पहले वाली साइना नहीं हैं। उन्हें वह अपनी हीरो मानती है। उसने बताया कि मैच के बाद साइना ने उससे कहा कि तुम्हारे खेल में सुधार है। तुम लॉन्ग रैली भी अच्छा खेली।' इसलिए साइना ने की तारीफसाइना ने ऐसा क्यों कहा? इसके जवाब में प्रबोध बताते हैं, 'फरवरी 2019 में मालविका नेशनल्स खेलने के लिए गुवाहाटी में थी। वहां उसका मुकाबला पीवी सिंधु के साथ था। उस समय साइना ने उसे बहुत करीब से देखा था और मैच के बाद खेल पर बात भी की थी।' मालविका के बैडमिंटन सनसनी बनने की शुरुआत के बारे में उन्होंने बताया,' इसकी शुरुआत तब हुई जब वह लगभग 9 वर्ष की थी।' बता दें कि मालविका की सफलता का श्रेय उनके माता-पिता को जाता है। दोनों ही डॉक्टर हैं और बेटी के खेल के लिए हमेशा आगे रहे। इन गुरुओं से सीख बनीं स्टारपेशे से डेंटिस्ट प्रबोध आगे बताते हैं- उन्होंने नागुपर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन असोसिएशन जॉइन किया था। उनकी पहली कोच प्रिया देशपांडे थीं। उन्होंने मालविका को अच्छा ग्रूम किया। ढाई वर्ष उनके साथ रहने के बाद कुछ वर्ष किरण माकोडे (इंटरनेशनल बैडमिंटन खिलाड़ी) के साथ बिताया। जयेंद्र ढोले के साथ उन्होंने कुछ समय बिताया। 2018-19 से वह नेशनल कोच संजय मिश्रा (जूनियर टीम के कोच) के साथ हैं। 2013 रहा टर्निंग पॉइंटवह बताते हैं, 'उसके लिए 2013 टर्निंग पॉइंट रहा। वह महाराष्ट्र स्टेट चैंपियन बनी थी। उसके बाद से तो यह सफर जारी है। वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है।' उन्होंने 2019 में मालदीव्स इंटरनेशनल टूर्नामेंट अपने नाम करते हुए सीनियर कैटेगरी में धमाकेदार डेब्यू किया। उसके बाद से वह नेपाल इंटरनेशनल (2019), युगांडा इंटरनेशनल (2021) और लिथुआनिया इंटरनेशनल (2021) का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। उन्हें साइना नेहवाल और पीवी सिंधु की तरह ही भविष्य का बड़ा सितारा माना जा रहा है। बचपन से ही जबर्दस्त स्किल और फुटवर्क है: मंगेश काशीकरनागपुर डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन असोसिएशन के सेक्रेटरी मंगेश काशीकर ने मालविका को बचपन से ही देखा है। जब उन्होंने हमें जॉइन किया था तब भी वह हम उम्र के बच्चों में सबसे आगे थीं। उनकी स्किल और फुटवर्क दमदार था। यह शुरुआत है। वह आगे चलकर और भी बड़ी स्टार बनेंगी। नागपुर के लिए यह गौरव की बात है कि हमारे जिले की खिलाड़ी की नेशनल-इंटरनेशनल लेवल पर चर्चा हो रही है। जीत के बाद मालविका ने क्या-क्या कहा बंसोड़ ने अपने करियर की सबसे खास जीत दर्ज करने के बाद कहा, ‘यह साइना दीदी से मेरा पहला मुकाबला था। मैंने जब से बैडमिंटन खेलना शुरू किया, वह मेरी आदर्श रही हैं। उनके खिलाफ इंडिया ओपन जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलना सपना सच होने जैसा था। यह मेरे करियर की सबसे बड़ी जीत में से है।’

ऐतिहासिक शतक के बाद ऋषभ पंत का इस अंदाज में हुआ स्वागत, द्रविड़ तक ताली बजाते दिखे January 13, 2022 at 03:46AM

केपटाउन मार्को यानसन की यह गेंद थोड़ी सी छोटी थी। पंत ने उसे ऑन साइड की ओर खेलकर एक रन पूरा किया। यह रन पूरा करते ही उन्होंने हेलमेट उतारा और दोनों हाथ आसमान में उठाए। वह ड्रेसिंग रूम की ओर जोश में इशारा कर रहे थे। कप्तान विराट कोहली समेत पूरी टीम ने खड़े होकर तालियां बजाईं। वे जानते थे कि इस पारी की अहमियत। ऋषभ पंत के बल्ले से निकला यह शतक, कमाल का है। मैच के नतीजे पर असर डालने वाला। पिच जिस पर बाकी सभी बल्लेबाज संघर्ष करते रहते नजर आए, पंत खड़े रहे। शॉट खेलते रहे। गेंदबाजों को छकाते रहे। पंत के बल्ले से निकली यह सबसे शानदार सेंचुरी कही जा सकती है। भारत की दूसरी पारी 198 पर सिमटी। इसमें से ऋषभ पंत ने नाबाद 100 रन बनाए। भारत के आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज जसप्रीत बुमराह रहे। पंत जब आउट होकर पविलियन लौट रहे थे तो कोच राहुल द्रविड़ भी बालकनी के करीब उनके लिए खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। टीवी पर कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर ने भी पंत की इस पारी की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा, 'मैं भी खड़े होकर सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक के लिए तालियां बजा रहा हूं।' भारत की ओर से पंत के बाद दूसरा हाईऐस्ट स्कोर 29 रहा जो कप्तान विराट ने बनाया। हालांकि कोहली ने अपनी उस पारी के लिए 143 गेंदों का सामना करना पड़ा। जब पंत ने 133 गेंदों पर अपनी सेंचुरी पूरी की। पारी के बाद गौतम गंभीर ने भी पंत की सेंचुरी की तारीफ करते हुए कहा कि पंत की यह पारी सिर्फ मैच ही नहीं बल्कि सीरीज विनिंग पारी होगी। भारत ने पहली पारी में 223 रन बनाए थे। इसके जवाब में जसप्रीत बुमराह के पांच विकेट की मदद से भारत ने साउथ अफ्रीका को 210 रन पर रोक दिया था। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 198 रन बनाए और साउथ अफ्रीका को 212 रन का लक्ष्य दिया है। ऋषभ पंत साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सेंचुरी बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। भारत के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा साउथ अफ्रीका में बनाया गया सर्वाधिक स्कोर 90 रन था जो महेंद्र सिंह धोनी ने 2010 में सेंचुरियन में बनाया था।

Video: ऋषभ पंत का ऐसा शॉट, गेंद तो गेंद बल्ला भी हवा उड़ चला, बाल-बाल बचा फील्डर January 13, 2022 at 03:24AM

केपटाउनटेस्ट में भी टी-20 और वनडे जैसी आक्रामक बैटिंग में विश्वास रखने वाले ऋषभ पंत मैदान पर हों तो गेंद ही नहीं, बल्कि फील्डरों की भी खैर नहीं होती। अब आप सोच रहे हैं कि गेंद तो ठीक, फील्डरों की खैर वाली बात क्यों कही। दरअसल, उनके अधिकतर सिक्स में एक बात कॉमन होती है। वह यह कि लगभग सभी एक हाथ से लगाए होते हैं। ऐसा नहीं है कि वह एक हाथ से बैटिंग करते हैं, बल्कि शॉट लगाते वक्त उनका हाथ बल्ले से छूट जाता है। हालांकि, यहां इससे भी आगे कुछ हुआ। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ न्यूलैंड्स में जारी तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन 60वें ओवर की पहली गेंद पर ओलिवर पर बड़ी हिट लगाना चाहते थे। पंत ने कदमों का इस्तेमाल करते हुए कोशिश भी की, लेकिन शॉट सही तरीके से बल्ले पर नहीं आया। यही नहीं, यहां जो हुआ वह हैरान करने वाला था। पंत के दोनों हाथों से बल्ला छूट गया। वह डीप पाइंट की ओर खेलना चाहते थे, लेकिन बल्ला इसके सीधा उल्टी दिशा स्क्वेयर लेग की ओर गिरा। वह तो अच्छा था कि फील्डर थोड़ा दूर था तो किसी को चोट नहीं लगी। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब उनके हाथ से बैट छूटा है। खतरा नहीं होने पर सभी हंसते दिखाई दिए। इस मोमेंट का वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मैच की बात करें तो भारत की पहली पारी 229 रनों पर सिमटी थी, जबकि साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 210 रन बनाए। टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 198 रन बनाए। इसके साथ ही साउथ अफ्रीका को 212 रनों का लक्ष्य मिला है। ऋषभ पंत ने 139 गेंदों में 6 चौके और 4 छक्के के दम से नाबाद 100 रनों की पारी खेली।

सुनील गावस्कर ने बताया कैसे रवि शास्त्री के 'रॉकेट' ने 2018 साउथ अफ्रीका दौरे पर मोहम्मद शमी को चार्ज कर दिया था January 13, 2022 at 02:53AM

नई दिल्ली भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बताया कि साल 2018 के साउथ अफ्रीका दौरे पर रवि शास्त्री ने कैसे मोहम्मद शमी को हौसला दिया था। गावस्कर ने बताया कि इसके बाद शमी बिलकुल बदल गए थे। शमी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेले जा रहे सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में अच्छी गेंदबाजी की है। उन्होंने न्यूलैंड्स मैदान पर एक ही ओवर में दो विकेट लेकर साउथ अफ्रीका को बैकफुट पर धकेला। शमी ने तेंबा बावुमा को आउट किया। वह काफी अच्छा खेल रहे थे और इसके बाद उसी ओवर में काइल वेरेयने का विकेट उन्होंने झटका। उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह ने भी विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की पहली पारी 210 रन पर समेट दी थी। भारत ने पहली पारी में 13 रन की बढ़त हासिल की थी। तीसरे दिन लंच तक भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 130 रन बना लिए थे। शमी ने भारत की ओर से 16 ओवर में 39 रन देकर दो विकेट हासिल किए। गावस्कर ने याद किया शमी इसी तरह का स्पैल 2018 के साउथ अफ्रीका दौरे पर फेंका था। उन्होंने याद किया इस दौरे से शमी के करियर को नई जान दी थी। गावस्कर ने 2018 के ड्रेसिंग रूम में हुई एक घटना का जिक्र किया जिससे पता चलता है कि कैसे शास्त्री के शब्दों ने शमी को हौसला दिया था। उन्होंने कहा कि शास्त्री के समझदारी भरे शब्दों ने शमी में जोश भरा था। परिस्थितियां तेज गेंदबाजी के अनुकूल थी और शमी ने अपने प्रदर्शन से टीम को निराश नहीं किया। गावस्कर ने मैच के दूसरे दिन कहा, 'वॉन्डर्स पर पिछली बार 2018 में, जब टीम ने मोहम्मद शमी के साथ बने रहने का फैसला किया था, तब तक उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। तो उन्होंने शमी से कहा था कि अगर आप पिच पर विकेट नहीं ले पाए तो... तो बात यह है कि मुझे नहीं पता नहीं पता कि रवि शास्त्री ने उन्हें क्या 'रॉकेट' दिया था।' पूर्व कप्तान ने कहा, 'और उसके बाद वह गेंदबाजी करने उतरे और साउथ अफ्रीका की टीम को तहस-नहस कर दिया। कई बार आपको पता होता है कि आपको किसी खिलाड़ी के कंधे पर हाथ रखना होता है, कई बार आपको उसके साथ टिके रहना पड़ता है।'

इंडियन ओपन बैडमिंटन में बड़ा उलटफेर:20 साल की मालविका ने साइना नेहवाल को हराया, 34 मिनट में जीती नागपुर की खिलाड़ी January 13, 2022 at 12:41AM

पीवी सिंधु क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचीं, मालविका से हार साइना इंडिया ओपन से बाहर January 13, 2022 at 12:20AM

नई दिल्लीदो बार की ओलिंपिक पदक विजेता पी वी सिंधु और एच एस प्रणय इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए जबकि हारकर बाहर हो गई। पूर्व चैम्पियन और 2012 ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता साइना को ने 21-17, 21-9 से हराया। विश्व रैंकिंग में 111वें स्थान पर काबिज बंसोड़ को दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी को हराने में 34 मिनट लगे। इससे पहले शीर्ष वरीयता प्राप्त सिंधु ने हमवतन ईरा शर्मा को 21-10, 21-10 से हराया। अब उनका सामना अष्मिता चालिहा से होगा जिसने याएले होयाउ को 21-17, 21-14 से मात दी। बंसोड़ का सामना भारत की आकर्षि कश्यप से होगा। आकर्षि ने हमवतन केयुरा मोपाटिन को 21-10, 21-10 से शिकस्त दी। प्रणय को वॉकओवर मिला क्योंकि मिथुन मंजूनाथ ने कोरोना पॉजिटिव होने के कारण टूर्नामेंट से नाम वापिस ले लिया। पुरूष वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त किदाम्बी श्रीकांत , युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा, रितिका राहुल ठकार, त्रिसा जॉली, सिमन अमन सिंह और खुशी गुप्ता ने कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद नाम वापिस ले लिया। प्रणय का सामना लक्ष्य सेन और स्वीडन के फेलिक्स बुस्टेट के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। समीर वर्मा के अभियान का भी दूसरे दौर में अंत हो गया जिन्होंने मांसपेशी में खिंचाव के कारण कनाडा के ब्रेन यांग के खिलाफ मुकाबला बीच में ही छोड़ दिया।

बॉल पर चीते जैसा लपका अफ्रीकी खिलाड़ी:पीटरसन ने लेग साइड पर पुजारा का शानदार कैच पकड़ा, सोशल मीडिया पर छाए January 13, 2022 at 12:10AM

कोहली की 'विराट' पारी देख गदगद डिविलियर्स, RCB के 'यार' की तारीफ में पढ़े कसीदे January 13, 2022 at 12:46AM

केपटाउनसाउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स और टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान की यारी किसी से छिपी नहीं है। वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एक टीम के लिए लंबे समय तक खेले। उनका दोस्ताना जग जाहिर है। वे अक्सर एक-दूसरे की तारीफ करते देखे जा सकते हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में हाफ सेंचुरी जड़ने के बाद जब विराट दूसरी पारी में भी मैदान पर डट गए तो एबी डिविलियर्स अपने यार की तारीफ करने से नहीं रोक सके। उन्होंने सीरीज का रोमांचक पल बताते हुए कहा कि विराट कोहली महत्वपूर्ण हैं। डिविलियर्स ने ट्वीट में लिखा- यहां एक शानदार सीरीज का शानदार चरमोत्कर्ष है। देखने में प्यारा...। कोहली महत्वपूर्ण हैं। बता दें कि विराट कोहली लंबे समय से फॉर्म से जूझ रहे हैं और लगभग एक ही अंदाज में हर मैच में आउट हो रहे थे। उन्होंने इस बीच केपटाउन टेस्ट की पहली पारी में 201 गेंदों 12 चौके और एक छक्का उड़ाते हुए 79 रन की जबरदस्त पारी खेली। न्यूलैंड्स में बुधवार को तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन तक साउथ अफ्रीका को 210 रनों पर समेटने के बाद भारत ने दूसरी पारी में 17 ओवरों में दो विकेट गंवाकर 57 रन बना लिए थे। दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज विराट कोहली ने तीसरे दिन भी मोर्चा संभाले रखा और लंच तक धैर्य पूर्वक बैटिंग करते हुए 127 गेंदों में नाबाद 28 रन बना लिए हैं, जबकि ऋषभ पंत (51*) उनका साथ दे रहे हैं। भारत की बढ़त अब 143 रनों की हो गई है।

फिर फेल अजिंक्य रहाणे, सोशल मीडिया पर तो लोगों ने संन्यास ही दिलवा दिया January 13, 2022 at 12:22AM

केपटाउनलगता है अजिंक्य रहाणे से किस्मत रूठी हुई है। साउथ अफ्रीकी दौरे के आखिरी मैच की आखिरी पारी में वह फिर फेल हुए। महज 1 रन पर पवेलियन चलते बने। रबाडा की बॉल बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर वेरेइने के पास गई। वह कैच तो नहीं कर पाए पर उन्होंने किसी तरह इस गेंद तक अपना हाथ पहुंचा दिया। स्लिप में खड़े कप्तान डीन एल्गर तो जैसे इसी मौके की तलाश में थे। उन्होंने रीबाउंड पर गेंद को आसानी से लपक लिया।

तो क्या यह मान लिया जाए कि रहाणे का करियर खत्म हो गया। क्या वह अपने करियर की आखिरी पारी खेल गए। अब भारत को आगामी टेस्ट सीरीज घर पर खेलनी है। जहां टीम इंडिया मध्यक्रम में जरूर नए युवाओं को मौका देना चाहेगी।


फिर फेल अजिंक्य रहाणे, सोशल मीडिया पर तो लोगों ने संन्यास ही दिलवा दिया

केपटाउन

लगता है अजिंक्य रहाणे से किस्मत रूठी हुई है। साउथ अफ्रीकी दौरे के आखिरी मैच की आखिरी पारी में वह फिर फेल हुए। महज 1 रन पर पवेलियन चलते बने। रबाडा की बॉल बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर वेरेइने के पास गई। वह कैच तो नहीं कर पाए पर उन्होंने किसी तरह इस गेंद तक अपना हाथ पहुंचा दिया। स्लिप में खड़े कप्तान डीन एल्गर तो जैसे इसी मौके की तलाश में थे। उन्होंने रीबाउंड पर गेंद को आसानी से लपक लिया।



शाहिद अफरीदी ने जीता दिल:हॉट पाकिस्तानी एक्ट्रेस उशना शाह ने ट्वीट किया- इनका दिल बहुत खूबसूरत है January 12, 2022 at 11:35PM

अजिंक्य रहाणे सिर्फ एक रन बनाकर आउट, क्या करियर पर लगेगा फुल स्टॉप! January 13, 2022 at 12:08AM

केप टाउन के चेहरे की निराशा साफ पढ़ी जा सकती थी। वह जानते थे कि शायद यह उनके करियर पर फुल स्टॉप लगा सकता है। ऐसी गेंदें बल्लेबाज को अकसर मिलती हैं लेकिन वक्त अगर साथ हो वह बल्ले के किनारे और दस्ताने से बचती हुई विकेटकीपर या स्लिप के पास जाती हैं। और वक्त अगर साथ न हो तो यही गेंद दस्तानों या बल्ले को बस छू भर जाती हैं। रहाणे के साथ यही हुआ। कागिसो रबाडा की इस गेंद पर रहाणे का विकेट लिखा था। और इस कमाल की गेंद पर ऐसा ही हुआ। रबाडा की यह इस गेंद को अनप्लेबल कहा जा सकता था। गेंद ने टप्पा खाया और ऑफ स्टंप के बाहर तेजी से उछली। रहाणे को कोई आइडिया नहीं था कि आखिर क्या हुआ। ज्यादातर बल्लेबाज ऐसी गेंदों पर परेशान होते हैं। पर समय रहाणे के साथ नहीं रहा है। वह सिर्फ परेशान नहीं हुए बल्कि चौथे स्टंप के बाहर पड़ी इस गेंद पर खेलने का प्रयास कर बैठे। गेंद विकेटकीपर वेरेइने के पास गई। वह कैच तो नहीं कर पाए पर उन्होंने किसी तरह इस गेंद तक अपना हाथ पहुंचा दिया। स्लिप में खड़े कप्तान डीन एल्गर तो जैसे इसी मौके की तलाश में थे। उन्होंने रीबाउंड पर गेंद को आसानी से लपक लिया। मैदानी अंपायर ने इसे नॉट आउट दिया था। रहाणे भीतर ही भीतर सोच रहे होंगे कि बस साउथ अफ्रीका रीव्यू न ले। लेकिन साउथ अफ्रीकी खेमे को पता था कि शिकार हो चुका है। कप्तान ने बिना देरी किए तीसरे अंपायर के पास जाने की अपील की। रीप्ले में आवाज साफ आई। और अल्ट्रा एज ने साफ कर दिया कि गेंद उनके ग्लव्स को छूकर गई है। भारत को दिन की शुरुआत में ही दूसरा झटका लगा। रहाणे सिर्फ 1 र बनाकर पविलियन लौट गए।