Tuesday, May 12, 2020

विराट कोहली का कोई जवाब नहीं: पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद यूसुफ May 12, 2020 at 08:21PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान (Virat Kohli) को मौजूदा दौर का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जाता है। दुनियाभर के क्रिकेट जानकार विराट की प्रतिभा और क्षमता का लोहा मानते हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तानी क्रिकेटर भी शामिल हैं। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद यूसुफ (Mohammad yousuf) को लगता है कि सभी प्रारूपों में कोहली सर्वश्रेष्ठ () हैं। स्पोर्ट्सस्टार को दिए एक इंटरव्यू में यूसुफ ने कहा, 'आज के दौर मं कई अच्छे खिलाड़ी जैसे- रोहित शर्मा, जो रूट, स्टीव स्मिथ, केन विलियमसन- मौजूद हैं। लेकिन कोहली सभी प्रारूपों में बेस्ट हैं।' यूसुफ ने कहा, 'जिस तरह कोहली बल्लेबाजी करते हैं। जिस तरह वह हर पारी में प्रेशर का सामना करते हुए शतक लगाते हैं और जिस तरह वह खेलते हैं, वह अविश्वनीय है।' कोहली और आजम की तुलना सही नहीं कोहली और बाबर आजम (Babar Azam) की तुलना करने को यूसुफ सही नहीं मानते। उन्होंने कहा, 'बाबर अभी युवा हैं। कई लोग उसकी तुलना विराट कोहली () के साथ करते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि यह सही नहीं है क्योंकि कोहली ने ज्यादा मैच खेले हैं और उनके पास अधिक अनुभव है। वह 2008-09 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'इस बात में कोई संदेह नहीं कि बाबर एक मजबूत बल्लेबाज है लेकिन इन दो जबरदस्त खिलाड़ियों की तुलना करना सही नहीं है। कोहली फिलहाल दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं।' कोहली का प्रदर्शन है जबर्दस्त कोहली का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (Virat Kohli International Record) में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 27 और वनडे इंटरनैशनल में 43 शतक हैं। वनडे में वह 11 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं। टी20 इंटरनैशनल में भी वह दुनिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।

देखें: जब एमएस धोनी और जॉन अब्राहम बने नाई May 12, 2020 at 08:21PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान () और बॉलिवुड स्टार () की दो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीरों में वे एक-दूसरे का हेयरकट करते दिखाई दे रहे हैं। वर्षों पुरानी इस तस्वीर को कैमरे में कैद करने के लिए कुछ कैमरामैन भी दिख रहे हैं। यह तस्वीर किसी प्रमोशन की है, लेकिन वे दोनों निजी जिंदगी में काफी करीबी दोस्त माने जाते हैं। उल्लेखनीय है कि जब एमएस धोनी टीम इंडिया में आए थे तो उनके बाल लंबे थे, जिसकी तारीफ पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ तक ने की थी। उसी तरह से जॉन अब्राहम भी लंबे बाल रखते थे। धोनी ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद बालों को छोटा करा दिया था। इसी तरह जॉन ने भी बॉलिवुड में जमने के बाद लंबे बालों को अलविदा कह दिया। बता दें कि इन दोनों में एक और समानता है। दरअसल, धोनी की तरह जॉन भी फुटबॉल के बड़े फैन हैं। भारतीय लीग 'इंडियन सुपर लीग' में धोनी के पास चेन्नैयन एफसी का मालिकाना हक है तो जॉन के पास नॉर्थ ईस्ट यूनाइटेड एफसी टीम है।

रोहित ने सुरेश रैना से कहा- मैं आपको टीम में खेलते देखना चाहता हूं, धोनी में भी काफी क्रिकेट बाकी May 12, 2020 at 07:42PM

भारतीय ओपनर रोहित शर्मा ने सुरेश रैना से कहा की आपको भारतीय टीम में होना चाहिए। रोहित ने इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान कहा कि वे रैना को फिर से टीम में खेलते हुए देखना चाहते हैं। रोहित ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी फिर से वापसी करेंगे। उनमें अभी काफी क्रिकेट बाकी है।

भारत के लिए 226 वनडे और 78 टी-20 के अलावा 18 टेस्ट खेल चुके रैना ने पिछला मैच जुलाई 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वहीं, धोनी ने पिछला मैच वनडे वर्ल्ड कप 2019 का सेमीफाइल खेला था। माही ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं।

‘रैना टीम के लिए अहम खिलाड़ी’
रोहित ने कहा, ‘‘मैं हमेशा यही कहता हूं कि आप (रैना) टीम के लिए उपयोगी है। आपको टीम में होना चाहिए। आप अनुभवी और तकनीकी रूप से काफी मजबूत हैं। हालांकि इतने लंबे समय से टीम से दूर रहने के बाद वापसी करना आसान नहीं है, लेकिन मुझे विश्वास है कि आप टीम में वापसी करेंगे। आपके अंदर फिल्डिंग और बॉलिंग करने की भी क्षमता है। मुझे उम्मीद है कि आपको लंबे समय बाद फिर से खेलते हुए देख पाउंगा।’’

रैना ने जवाब में कहा, ‘‘मैं वापसी की कोशिश करुंगा। मैं इंजरी और सर्जरी के कारण इंडिया टीम में अपनी जगह नहीं बना पाया। मेरे अंदर अभी भी काफी क्रिकेट बाकी है। हालांकि टीम में चयन होना या नहीं होना, यह सब अपने हाथ में नहीं होता है। लेकिन आप अपना बेस्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। मैंने हमेशा अपने क्रिकेट को एंजॉय किया है।’’

धोनी पूरी तरह फिट हैं: रैना
रोहित-रैना ने कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप में धोनी की वापसी के चांस बने हुए हैं। रैना ने कहा कि चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से प्रैक्टिस करते हुए मैंने धोनी को देखा, वे बल्लेबाजी में और विकेट के पीछे अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। वे पूरी तरह से फिट हैं। हालांकि सिर्फ वही जानते हैं कि उनकी क्या योजना है। उनके अंदर काफी क्रिकेट बची हुई है। वहीं, रोहित ने कहा कि यदि धोनी खेलते हैं, तो वे दोबारा प्लेइंग में आ सकते हैं।



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सुरेश रैना आईपीएल में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हैं। वहीं, रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं। -फाइल फोटो

रोहित से बोले रैना, अभी मुझमें क्रिकेट बाकी है May 12, 2020 at 07:34PM

नई दिल्ली सुरेश रैना बीते करीब दो साल से भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उनकी इच्छा एक बार फिर भारतीय जर्सी पहनकर मैदान पर उतरने की है। रैना का मानना है कि उनमें अब भी क्रिकेट बाकी है। टीम इंडिया के ओपनर के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान रैना ने कहा, 'मैं खुद में सुधार कर रहा था। घुटने में चोट के बाद मैं फिटनेस हासिल करने में जुटा था और इस प्रक्रिया में मैंने 'यो-यो' टेस्ट भी पास किया। टीम इंडिया में वापसी के लिए मैं काफी मेहनत कर रहा हूं। मुश्किल वक्त मे बड़े खिलाड़ियों ने हमेशा मेरा सपॉर्ट किया। मुझे लगता है कि अभी मुझमें क्रिकेट बाकी है।' रोहित ने भी कहा कि रैना को भारतीय टीम में होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हम हमेशा इस बारे मे बात करते हैं कि रैना को टीम में वापस लाना चाहिए लेकिन सिलेक्शन हमारे हाथ में नहीं है। और हम सिर्फ लगातार कड़ी मेहनत कर सकते हैं।' रैना और रोहित ने अपनी आईपीएल फ्रैंचाइजी और उसके साथ काम करने के अनुभव के बारे में भी बात की। रैना चेन्नै सुपर किंग्स और रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं। रैना ने बताया कि इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नै सुपर किंग्स की कामयाबी के पीछे बड़ी वजह खिलाड़ियों पर भरोसा है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोचिंग स्टाफ काफी समय से एक ही है। वे अपने कोर खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा करते हैं। रोहित ने भी चेन्नै की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसी टीम के खिलाफ खेलते हुए आपको काफी प्रतिस्पर्धी होना पड़ता है।

महान ओलिंपियन बलबीर सिंह की हालत नाजुक May 12, 2020 at 07:41PM

चंडीगढ़महान हॉकी खिलाड़ी और तीन बार के ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता सीनियर (Balbir Singh Sr) के चाहने वालों के लिए बुरी खबरी है। चैंपियन पूर्व हॉकी खिलाड़ी को मंगलवार सुबह दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। बलबीर सीनियर अभी मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के मेडिकल आईसीयू में भर्ती हैं। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। इस 96 वर्षीय दिग्गज के नाती कबीर सिंह भोमिया ने उनकी हालत पर अपडेट देते हुए बताया, ‘नाना जी को आज सुबह नौ बजे दिल का दौरा पड़ा। उन्हें अभी मेडिकल आईसीयू में रखा गया है। कई अंगों के प्रभावित होने के कारण शुक्रवार आठ मई को उन्हें काफी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ था लेकिन अब उनकी हालत नाजुक है।’ उन्होंने बताया, ‘डॉक्टर अगले 24 से 48 घंटों तक लगातार उनकी हालत पर नजर रखेंगे और इसके बाद ही उनकी हालत को लेकर आगे कोई बयान जारी किया जाएगा। उन्हें अब भी वेंटिलेटर पर रखा गया है।’ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री ने उन्हें टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘यह जानकर दुख हुआ कि बलबीर जी को आज दिल का दौरा पड़ा और वह वह गंभीर अवस्था में आईसीयू में हैं। आपके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’ बलबीर सीनियर को शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने पर सेक्टर-36 स्थित उनके आवास से निजी अस्पताल ले जाया गया था। वह अपनी बेटी सुशबीर और कबीर के साथ रहते हैं। बलबीर सीनियर को गुरुवार की रात को तेज बुखार था। पहले उनके परिवार ने उन्हें घर में ही ‘स्पंज बाथ’ दिया लेकिन जब उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। बलबीर सीनियर को अस्पताल में 108 दिन बिताने के बाद पिछले साल जनवरी में पीजीआईएमईआर से छुट्टी मिली थी। इस अस्तपाल में उनका निमोनिया के लिए उपचार चल रहा था। उन्होंने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलिंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। हेलसिंकी ओलिंपिक में नीदरलैंड के खिलाफ 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किए थे और यह रेकॉर्ड अभी भी बरकरार है। वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रहे।

पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान खिला रहे हैं प्रवासी मजदूरों को खाना May 12, 2020 at 06:05PM

सौम्यजीत बसु, नई दिल्ली फिल्मों में काम करने से लेकर प्रवासियों के लिए खाना बनाने तक, आईएम विजयन हर काम आसानी से करते हैं। आप उनसे इस बारे में पूछें तो वह अपने चिर-परिचित अंदाज में उसे हंसकर टाल देते हैं। 90 के दशक के फुटबॉल प्रशंसक इस बात से बखूबी वाकिफ होंगे। बंदिशें कभी विजयन को ज्यादा बांध नहीं पाईं। पूर्व भारतीय कप्तान फिलहाल त्रिचूर में हैं। वह यहीं पैदा हुए और फुटबॉल का ककहरा भी इन्होंने यहीं सीखा। केरल पुलिस के जवान के रूप में अब वह अपना फर्ज भी यहीं अदा कर रहे हैं। जब उन्हें पता चला कि उनके आसपास में करीब 50 प्रवासी मजदूर, जिनमें से अधिकतर बंगाल के हैं, फंस गए हैं, विजयन ने उन्हें डिनर पहुंचाने की सोची। विजयन ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'हालांकि राज्य सरकार ने उनके लिए भोजन का प्रबंध किया है, लेकिन मैंने और मेरे कुछ दोस्तों ने उन्हें रात का खाना पहुंचाने का फैसला किया। ' विजयन आटा गूंथने और रोटी बनाने का हुनर भी जानते हैं। अपने चार दोस्तों की मदद से विजयन हर रात 50 से अधिक लोगों के लिए खाना तैयार कर रहे हैं और उसे भेज रहे हैं। विजयन ने हंसते हुए कहा, 'मेरे एक दोस्त ने अपनी रसोई दे दी है। हम वहीं बना रहे हैं। हम मैन्यू में बदलाव की कोशिश करते हैं। लेकिन आपको तो पता है कि इस मामले में हमारे हुनर जरा कम है।' उन्होंने कहा, 'हमने सोचा कि इतने लोग यहां फंसे हुए हैं, अपने घरों से दूर। हालांकि सरकार उन्हें सब कुछ पहुंचा रही है लेकिन हमने भी मदद करने की सोची।'

टायसन में अब भी है दम, देखें खतरनाक वीडियो May 12, 2020 at 06:47PM

लंदनपूर्व हेवीवेट चैंपियन () ने सोशल मीडिया पर एक संदेश के जरिए वापसी के संकेत दिए हैं। पूर्व मुक्केबाज टायसन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह पंच मारते हुए नजर आ रहे है। उन्होंने इस वीडियो के कैप्शान में लिखा, ‘ जब आप स्मार्ट होते हैं तो कुछ भी संभव हो सकता है। प्रशिक्षण स्मार्ट, वापसी स्मार्ट।’ वीडियो के अंत में टायसन ने कहा, ‘मैं वापस आ गया हूं।’ 53 वर्षीय टायसन ने पिछले सप्ताह भी एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने वापसी के संकेत दिए थे। वीडियो में वह वर्कआउट करते हुए नजर आ रहे थे। टायसन अगर रिंग में वापसी करते हैं तो न्यूजीलैंड के रग्बी खिलाड़ी सोनी बिल और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व एनआरएल खिलाड़ी पॉल गैलेन या एवेंडर होलीफील्ड उनके प्रतिद्वंद्वी हो सकते हैं। टायसन ने 1986 में 20 साल की उम्र में ट्रेवर बेबरिक को हराक दुनिया का सबसे युवा हैवीवेट चैंपियन होने का रेकॉर्ड दर्ज कराया था। टायसन ने अपना आखिरी मुकाबला 2005 में केविन मैकब्राइड के खिलाफ खेला था। उन्होंने अपने करियर में 58 में से 50 मुकाबले जीते थे।

कोषाध्यक्ष धूमल ने कहा- आईपीएल रद्द होने से 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा, टूर्नामेंट के लिए नई विंडो तलाश रहे May 12, 2020 at 06:44PM

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) रद्द होने से करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। मंगलवार को धूमल ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज से कहा कि नुकसान से बचने और आईपीएल कराने के लिए विंडो तलाश की जा रही है।

कोरोनावायरस के कारण बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। यह टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई आईपीएल के लिए अगस्त-सितंबर और अक्टूबर-नवंबर की दो विंडो पर विचार कर रही है।

क्रिकेट शुरू होने के बाद सही नुकसान पता चलेगा
धूमल ने कहा, ‘‘नुकसान का आकलन सही मायने में तभी होगा, जब क्रिकेट पटरी पर लौटेगा। फिलहाल, हमें हर एक द्विपक्षीय सीरीज के नहीं होने से हमें बड़ा नुकसान हो रहा है। यदि हम आईपीएल कराने में भी सक्षम नहीं हुए, तो करीब 4 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा।’’

सभी क्रिकेट बोर्ड को मिलकर बात करने की जरूरत
धूमल ने कहा, ‘‘अभी हमारे पास काफी सारे आइडिया हैं। इन सभी पर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और अन्य सभी क्रिकेट बोर्ड को साथ मिलकर बात करने की जरूरत है। बीसीसीआई के लिए खिलाड़ियों और अन्य लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज हर क्रिकेट बोर्ड कोरोना के कारण संघर्ष कर रहा है। हर किसी को इस बारे में सोचना होगा कि क्रिकेट को किस तरह वापस लाया जा सकता है और कैसे अपने नुकसान की भरपाई की जा सकती है, क्योंकि हर बोर्ड को नुकसान होगा।’’

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम क्वारैंटाइन के लिए तैयार
हाल ही में धूमल ने कहा था कि इस साल के आखिर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया 2 हफ्ते के लिए क्वारैंटाइन होने को तैयार है। उन्होंने सीरीज में 1 टेस्ट बढ़ाने के ऑस्ट्रेलियाई प्रस्ताव पर कहा था- वे (ऑस्ट्रेलिया) रेवन्यू चाहते हैं और यह टेस्ट के मुकाबले वनडे और टी-20 से ज्यादा आता है।

‘आईपीएल को लेकर कोई प्लान नहीं बनाया’
बोर्ड कोषाध्यक्ष ने आईपीएल को लेकर कहा था कि अब तक इसके लिए कोई फॉर्मेट या प्लान नहीं बनाया गया है। टूर्नामेंट के लिए विदेशी खिलाड़ियों को भी आना है। क्या वे इसके लिए तैयार होंगे और 2 हफ्ते अलग (क्वारैंटाइन) रह सकेंगे? इसके बाद भी वे आईपीएल में खेल पाएंगे या नहीं, यह कह पाना मुश्किल है।



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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच 29 मार्च को होना था। कोरोना के कारण टूर्नामेंट अनिश्चितकाल के लिए टला। -फाइल फोटो

हार्दिक, ऋषभ, पृथ्वी को मेंटॉर की जरूरत: युवराज May 12, 2020 at 06:20PM

मुंबईभारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी () ने मंगलवार को कहा है कि भारतीय टीम को एक मनोवैज्ञानिक की जरूरत है, जो युवा खिलाड़ियों का ध्यान रख सके, खासकर युवा () और () जैसे खिलाड़ियों का। युवराज ने कहा कि टीम में उस इंसान की कमी है, जो जरूरत पड़ने पर खिलाड़ियों को मानसिक तौर पर मदद कर सके। उन्होंन यह बात एक लाइव चैट के दौरान कही। युवराज ने कहा, ‘इस टीम में कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है, जो टीम के साथियों से मानसिकता को लेकर बात कर सके। पृथ्वी शॉ और पंत काफी प्रतिभशाली हैं, लेकिन काफी चौकसी और मीडिया होने के कारण आपको कोई चाहिए होता है जिससे आप बात कर सको।’ पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, ‘टीम को एक अच्छे मनोवैज्ञानिक की जरूरत है, लेकिन उनका सम्मान किया जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘पंड्या में काफी प्रतिभा है। किसी को उनकी मानसिकता के साथ काम करने की जरूरत है, ताकि वह मुश्किल स्थिति में अच्छा कर सकें। अगर कोई उनकी मानसिकता के साथ काम कर सकता है तो वह अगले विश्व कप में काफी बड़े खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।’ कोच शास्त्री के बारे में ये बोले युवराज ने टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री के बारे में कहा, ‘शास्त्री के मार्गदर्शन में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। टीम ऑस्ट्रेलिया में जीती। एक कोच के तौर पर वह कैसे मैं नहीं जानता। मैं उनके मार्गदर्शन में कम ही खेला हूं। मैं जानता हूं कि आप हर खिलाड़ी के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं कर सकते। हर खिलाड़ी के साथ तरीके अलग होते हैं और मैं इस कोचिंग स्टाफ में वह नहीं देखता।’ सिलेक्टरों को लिया आड़े हाथों युवराज ने सुनील जोशी की अध्यक्षता वाली सीनियर चयन समिति को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि चूंकि उन्होंने भारत के लिए ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली है तो उनकी मानसिकता फैसलों को चुनौती देने वाली नहीं होगी। युवराज ने कहा, ‘मैं हमेशा कहता हूं कि चयनकर्ताओं को फैसलों को चुनौती देने वाला होना चाहिए, लेकिन आपके चयनकर्ताओं ने सिर्फ चार-पांच मैच वनडे मैच खेले हों, तो उनकी मानसिकता उसी तरह की होगी। यह चीजें तब नहीं होती थी जब सौरभ गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे। 2011 विश्व कप में हमारे पास अच्छी खासी अनुभवी टीम थी।’

मिसबाह ने तैयार की नई कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट, मंजूरी की देरी; चैम्पियंस ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान सरफराज बाहर May 12, 2020 at 05:28PM

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक ने नई सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट तैयार कर ली है। मंजूरी के लिए यह लिस्ट पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन एहसान मनी के पास भेजी गई। सूत्रों की मानें तो इस लिस्ट से पाकिस्तान को चैम्पियंस ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान सरफराज अहमद को बाहर कर दिया गया है।

मिसबाह के साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने भी लिस्ट तैयार करने में अहम भूमिका निभाई है। इस बार लिस्ट से सरफराज के अलावा सीनियर खिलाड़ी वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर को भी बाहर कर दिया गया है।

कोरोना के कारण 2 महीने पहले लिस्ट जारी होगी
आमतौर पर पीसीबी इस कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट को जुलाई में जारी करता है। वसीम ने कहा कि इस साल कोरोनावायरस के कारण ज्यादातर खिलाड़ियों में असुरक्षा को लेकर डर बना हुआ है। इसे दूर करने के लिए केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा जल्दी की जा रही है। उनके मुताबिक, पीसीबी चाहता था कि खिलाड़ी सहज महसूस करें और जानें कि वैश्विक आर्थिक संकट से उनपर कोई असर नहीं पड़ेगा।

सीनियर खिलाड़ी टेस्ट नहीं खेलना चाहते
सूत्र के मुताबिक, नई लिस्ट से वहाब, आमिर, फखर जमान, उस्मान शिनवारी और हसन अली जैसे कुछ सीनियर खिलाड़ियों को बाहर कर दिया है। इनकी जगह नसीम शाह, आबिद अली और मोहम्मद हसनैन जैसे खिलाड़ियों को जगह दी गई है। पीसीबी ने कहा, नए खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इसके कारण उन्हें पुरस्कार मिल रहा है। वहीं, कुछ सीनियर खिलाड़ी टेस्ट खेलने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए उन्हें बाहर कर दिया।’’



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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान के साथ मिलकर नई सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट तैयार की। इसे अभी मंजूरी मिलना बाकी है। -फाइल फोटो

कैप्टन विराट कोहली ने चहल को फिर किया ट्रोल May 12, 2020 at 05:19PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट टूर्नमेंट्स स्थगित हो चुके हैं। टीम इंडिया के खिलाड़ी पर घर पर हैं और स्थिति सुधरने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे वक्त में उनकी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रैंचाइजियां सोशल मीडिया पर अपने-अपने खिलाड़ियों से संबंधित रेकॉर्ड और आंकड़े शेयर कर रही हैं। इस क्रम में आरसीबी ने चजल को लेकर एक आंकड़ा जारी किया। लेग स्पिनर () की इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने चहल की कूच बेहार ट्रोफी-2008-09 में बेंगलुरु में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेली उनकी एक पारी के आंकड़ों के बारे में जानकारी दी है। टीम के कप्तान () ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। फ्रैंचाइजी ने बताया है कि चहल ने अंडर-19 टीम के उस मैच में 135 और 46 रन बनाए थे और टूर्नमेंट में 281 रन। फ्रैंचाइजी ने पोस्ट के साथ लिखा, ‘ऊपरी क्रम में खेल अच्छा रहेगा, युजी।’ कोहली ने इस पर जवाब दिया, ‘निश्चित तौर पर प्रदर्शनी मैच में।’ चहल ने हाल ही में कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा के एक पोस्ट पर मजाकिय लहजे में अनुष्का से कहा था कि वह कोहली से चहल को ओपनिंग कराने को कहें। उल्लेखनीय है कि चहल भारत की सीमित ओवरों की टीम का अहम हिस्सा हैं, हालांकि उनकी टीम के साथी अक्सर बल्ले से उनकी काबिलियत पर चहल की टांग खिंचाई करते रहते हैं।

टेस्ट क्रिकेट का भविष्य भारत पर टिका: चैपल May 12, 2020 at 04:42PM

प्रत्यूष राज, चंडीगढ़ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज और भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल () टेस्ट क्रिकेट को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि कोविड -19 () महामारी के कारण टेस्ट क्रिकेट का बड़े पैमाने पर नुकसान होगा और अगर भारत मदद नहीं करेगा तो वह खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने साथ ही विश्वास जताया कि महामारी के बाद टेस्ट क्रिकेट पुनरोत्थान के लिए आर्थिक रूप से भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक फेसबुक चैट में उन्होंने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट उसी दिन मर जाएगा, जिस दिन भारत इसे छोड़ देगा। मैं भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के अलावा अन्य देशों को टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए युवा क्रिकेटरों में निवेश करते हुए नहीं देख पा रहा हूं। ऐसा नहीं है कि मैं टी-20 के खिलाफ हूं। उसे जनता को बेचना आसान है। टेस्ट के लिए आर्थिक मुद्दा बड़े पैमाने पर होने जा रहा है। भारतीय कप्तान विराट कोहली टेस्ट को 'अल्टीमेट क्रिकेट' कहते हैं, इसलिए उम्मीद है कि यह जीवित रहेगा। चैपल का दो साल का कार्यकाल भारत के मुख्य कोच के रूप में था। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर () ने अपनी बुक 'प्लेइंग इट माई वे’ में चैपल को एक रिंगमास्टर भी कहा था, जिन्होंने खिलाड़ियों के बारे में चिंतित हुए बिना उनके विचारों को थोपा। हालांकि, चैपल से पहले लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत के मामले में भारत का रेकॉर्ड खराब था। उनके आने के एक साल बाद टीम ने 17 मैच जीते। यह उनके कार्यकाल के दौरान था कि भारत ने 2006 में 35 साल बाद कैरिबियन में एक टेस्ट सीरीज जीती। भारत ने उसी वर्ष दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली टेस्ट जीत भी दर्ज की थी। भारतीय क्रिकेट को सबसे बड़ा तोहफा चैपल ने महेंद्र सिंह धोनी () को दिया। धोनी की क्षमता के बारे में कभी संदेह नहीं था, लेकिन चैपल ने किसी ऐसे क्रिकेटर के विकास में हाथ बंटाया, जो हर गेंद को पार्क के बाहर मारना चाहता था, जो अपनी टीम के लिए खेलने और खेल खत्म करने के लिए तैयार रहता था। उन्होंने कहा, 'मुझे यह याद है कि जब मैं उन्हें पहली बार बल्लेबाजी करते हुए देख रहा था, तो मुझे अजीब लगा। वह निश्चित रूप से उस समय भारत के सबसे रोमांचक क्रिकेटर थे। वह सबसे असामान्य स्थिति से गेंद को हिट करते थे। वह सबसे शक्तिशाली बल्लेबाज हैं जिसे मैंने कभी देखा है।'

टेस्ट को भारत ने होल्ड किया है, अगर भारत खेलना छोड़ दे तो यह खत्म हो जाएगा: चैपल May 12, 2020 at 04:36PM

पूर्व भारतीय कोच और ऑस्ट्रेलियन दिग्गज क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने टेस्ट क्रिकेट पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट को भारत ने ही होल्ड किया है, जिस दिन भारत खेलना छोड़ देगा उस दिन टेस्ट क्रिकेट भी मर जाएगा।’ उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भी जमकर तारीफ की और उन्हें बेस्ट फिनिशर बताया।चैपल ने कहा, ‘मैंने भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड के अलावा किसी अन्य देश को नहीं देखा, जो अपने युवा खिलाड़ियों को टेस्ट खेलने के लिए प्रेरित करता हो। मैं टी20 के खिलाफ नहीं हूं, ये आसानी से बेचा जा सकता है। कोहली टेस्ट क्रिकेट को एक बेहतरीन फॉर्मेट बता चुके हैं, इसलिए उम्मीद है कि ये जीवित रहेगा। टेस्ट शानदार क्रिकेट है क्योंकि इसमें आप गेंदबाज और बल्लेबाज को जज कर सकते हैं।’

धोनी किसी भी गेंद पर तेज हिट लगा सकते हैं: ग्रेग
चैपल ने प्लेराइट फाउंडेशन के लाइव सेशन में धोनी की जमकर तारीफ की। चैपल की कोचिंग में ही धोनी ने करिअर की सबसे बड़ी 183 रन की पारी खेली थी। चैपल ने कहा, ‘धोनी किसी भी बॉल पर तेज हिट लगा सकते हैं। वे सबसे पावरफुल बल्लेबाज हैं। निश्चित रूप से वे दुनिया के बेस्ट फिनिशर हैं।’



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पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल ने कहा- महेंद्र सिंह धोनी किसी भी बॉल पर तेज हिट लगा सकते हैं। वे सबसे पावरफुल बल्लेबाज हैं। -फाइल फोटो

समर कैंप नहीं होने से राज्यों को 230 करोड़ रु. का घाटा; टैलेंट सोर्स भी खत्म, 10 लाख नए खिलाड़ियों को नुकसान May 12, 2020 at 04:07PM

पिछले साल तक अप्रैल, मई, जून इन तीन महीनों में पूरे देश के खेल मैदान पर छोटे-छोटे बच्चों की भीड़ दिखती थी। सभी उभरते हुए खिलाड़ी अपने टैलेंट को तलाशने और तराशने के लिए जुट जाते थे। समर कैंप एक तरह से टैलेंट का सोर्स था, क्योंकि कुछ राज्य यहां से प्रतिभा चुनकर फिर उनकी ट्रेनिंग कराते थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण इस साल उभरती हुई प्रतिभाओं का गढ़ यानी समर कैंप शुरू नहीं हो सका है।

इस बार कैंप होने की उम्मीद भी नहीं दिख रही है। इससे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, चंडीगढ़ आदि राज्यों के 10 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों को नुकसान हुआ है। इन राज्यों में हर साल करीब इतने खिलाड़ी एक से तीन महीने तक चलने वाले कैंप में हिस्सा लेते थे। कैंप न होने से इन राज्यों को करीब 220 से 230 करोड़ रुपए का घाटा भी उठाना पड़ रहा है।

  • छत्तीसगढ़: आर्थिक नुकसान हो रहा, नई प्रतिभाएं भी नहीं मिलेंगी

यहां कैंप एक महीने से तीन महीने तक चलते हैं। इसमें 17 हजार से अधिक बच्चे शामिल होते हैं। खेल मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि कोरोना के खत्म होने की स्थिति स्पष्ट होने के बाद अधिकारियों से चर्चा कर कैंप की तारीख की घोषणा कर दी जाएगी। नुकसान की बात करें तो प्रतिभाशाली खिलाड़ी नहीं मिलेंगे। खिलाड़ियों को खेल की बारीकियों को समझने, सुधारने का मौका नहीं मिलेगा।राज्य के स्पोर्ट्स मार्केट को 15-20 करोड़ रु. का घाटा हुआ।

  • चंडीगढ़: हाई-एल्टीट्यूड ट्रेनिंग नहीं ले पाएंगे खिलाड़ी

हाई-एल्टीट्यूड कैंप होता है जिसमें एथलीट्स को शिलारू (हिमाचल) भेजा जाता है। इसके अलावा दूसरा कैंप अन्य एकेडमी के लिए होता है। एक महीने के इस कैंप में 30 कोर खिलाड़ी होते हैं। प्राइवेट और क्लबों के अन्य छोटे-बड़े कैंप भी आयोजित होते हैं। नुकसान यह है कि खिलाड़ियों को हाई-एल्टीट्यूड ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही। खिलाड़ियों को घर पर प्रैक्टिस करनी पड़ रही है।एकेडमी का कैंप न होने से नए खिलाड़ी अपनी गलतियां नहीं समझ सकेंगे।

  • गुजरात: रैकेट स्पोर्ट्स में 15 हजार खिलाड़ियों को नुकसान

रैकेट स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अनुसार, कैंप न होने से करीब 15 हजार खिलाड़ियों पर असर पड़ा है। टेबल टेनिस के 50 से ज्यादा कैंप होते थे। गुजरात राज्य टेबल टेनिस एसोसिएशन के अनुसार, अगस्त तक खेल शुरू होने की संभावना नहीं है। नुकसान होगा कि प्रदेश में रैकेट स्पोर्ट्स का कैंप न होने से करीब 1400 कोच के रोजगार पर असर पड़ा है।रैकेट स्पोर्ट्स के कैंप न होने से आयोजकों को करीब पौने 3 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

  • झारखंड: ग्रामीण खिलाड़ी स्तरीय ट्रेनिंग नहीं ले सकेंगे

झारखंड में मई-जून में हाेने वाले कैंप लॉकडाउन से प्रभावित हो चुके हैं। इस साल किसी खेल का समर कैंप आयोजित नहीं होगा। सरकार कैंप के आयोजन पर हर साल करीब 60 लाख रुपए खर्च करती है। कई प्राइवेट कैंप भी आयोजित होते हैं। नुकसान यह होगा कि खेल समन्वयक उमा जायसवाल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण नहीं मिल पाएगा।सरकार के अलावा प्राइवेट कैंप के आयोजकों को आर्थिक नुकसान होगा।

  • महाराष्ट्र: 2 हजार एकेडमी लॉक, 30 हजार कोच को घाटा

महाराष्ट्र के 5 बड़े शहर मुंबई, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद और अमरावती में तीन महीने समर कैंप लगता था। इनमें ढाई लाख से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेते थे। कुछ कोच ऑनलाइन वर्कआउट सेशन दे रहे हैं। सरकार कैंप के लिए करीब 70 लाख का बजट रखती है। नुकसान की बात करें तो कैंप से 50 हजार लोगों को रोजगार मिलता था। 2 हजार एकेडमी लॉक हैं। 30 हजार कोच को नुकसान हुआ है।करीब साढ़े 4 करोड़ का मार्केट प्रभावित हुआ है। आयोजकों को 4 करोड़ का नुकसान हुआ।

  • राजस्थान: 60 साल से चल रहा आबू कैंप नहीं होगा

राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल एक करोड़ के बजट वाला माउंट आबू कैंप कराती है। 60 साल से चल रहा यह कैंप पहली बार नहीं होगा। काउंसिल के पीअारओ तेजराज सिंह ने कहा- इसमें 6 हजार खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। अन्य कैंप में ढाई लाख खिलाड़ी शामिल होते हैं। नुकसान यह होगा कि कैंप में खिलाड़ियों के स्किल और ओवरऑल डेवलपमेंट पर भी ध्यान दिया जाता था, जो इस बार संभव नहीं दिख रहा।करीब 200 करोड़ रुपए का स्पोर्ट्स बिजनेस प्रभावित हुआ है।

  • मप्र: प्रतिभाशाली खिलाड़ी फ्री सदस्यता से वंचित होगा

दो महीने के कैंप में करीब डेढ़ लाख खिलाड़ी हिस्सा लेते थे। सरकार कैंप के लिए 5 करोड़ का बजट रखती है। खेल विभाग के संयुक्त संचालक डॉ विनोद प्रधान कहते हैं- हमारी प्राथमिकता खिलाड़ी, कोच, कर्मचारियों को कोरोना से बचाना है। ऐसे में कैंप संभव नहीं है। नुकसान की बात करें तो कैंप न होने से प्रतिभाशाली खिलाड़ी एक साल की फ्री सदस्यता से वंचित होंगे। एकेडमी में ट्रेनिंग नहीं ले पाएंगे।स्पोर्ट्स इक्विपमेंट, स्पोर्ट्सवियर न बिकने से बाजार को करीब 10 करोड़ का नुकसान हुआ।



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इस बार समर कैंप नहीं होने से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, चंडीगढ़ आदि राज्यों के 10 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों को नुकसान हुआ है। -फाइल फोटो

पूर्व नैशनल टेटे चैंपियन मनमीत वालिया का निधन May 12, 2020 at 12:34AM

नई दिल्लीपूर्व राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैंपियन का कनाडा के मॉन्ट्रियल में सोमवार को निधन हो गया। वह पिछले लगभग दो साल से एएलएस (एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस) से पीड़ित थे। इस बीमारी में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और शरीर की मूवमेंट पर असर पड़ता है। मनमीत 58 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां हैं। वह अपने उपचार के लिए कोयंबटूर भी आए थे। मनमीत 1980 के दशक के सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक थे और 1989 में हैदराबाद में पुरुष एकल फाइनल में एस श्रीराम को हराकर राष्ट्रीय चैंपियन बने थे। वह 1981 से लगातार चार साल राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे लेकिन खिताब नहीं जीत पाए। पढ़ें, एशियाई चैंपियनशिप 1980 में आठ बार के राष्ट्रीय चैंपियन कमलेश मेहता के साथ भारत के लिए पदार्पण करने के बाद वह कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेले। उस समय भारतीय टीम में मनमीत और कमलेश के अलावा मनजीत सिंह दुआ, बी अरुण कुमार और वी चंद्रशेखर शामिल थे। भारतीय टीम को उत्तर कोरिया के खिलाफ 4-2 की बढ़त बनाने के बावजूद 4-5 से हार का सामना करना पड़ा था। मनमीत के साथ बिताए दिनों का याद करते हुए कमलेश ने कहा कि उन दिनों वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे। कमलेश ने कहा, ‘मैंने और मनमीत ने कोलकाता में एशियाई चैंपियनशिप में दौरान एक साथ पदार्पण किया था। उत्तर कोरिया के खिलाफ मनमीत, चंद्रा और अरुण को खेलने का मौका मिला था। मनमीत ने अपने दोनों मुकाबले जीतकर भारत को बढ़त दिलाई थी। भारत चैंपियनशिप में पांचवें स्थान पर रहा था।’ भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के महासचिव एमपी सिंह ने मनमीत के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि यह पूरे टेबल टेनिस जगत के लिए दुखद लम्हा है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं खेलता था तो एक खिलाड़ी के रूप में मैंने उससे बात की थी और कुछ साल पहले जब वह दिल्ली आए, तब उनसे मिला था। मैंने अच्छा दोस्त खो दिया।’

ऑस्ट्रेलिया के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट की भी आर्थिक स्थिति खराब, कोचिंग स्टाफ के वेतन में 25% कटौती करेगा May 11, 2020 at 11:56PM

कोरोनावायरस के कारण ऑस्ट्रेलिया के बाद अब अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भी आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। बोर्ड ने अपने कोचिंग स्टाफ के वेतन में 25 प्रतिशत कटौती करने का फैसा किया है। बोर्ड के मुताबिक, जून में जिम्बाब्वे का अफगानिस्तान दौरा नहीं होगा तो बोर्ड को वेतन में 50 प्रतिशत कटौती करनी पड़ सकती है। फिलहाल, कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को3 महीने का वेतन दिया गया है।

कोराना के कारण पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां 2 महीने से बंद हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी 80 प्रतिशत कर्मचारियों को 30 जून तक 20 प्रतिशत वेतन ही देगा। यह स्थिति अगस्त में भी तक रह सकती है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने कर्मचारियों के लिए बड़े सुपरमार्केट और अपने प्रायोजक वूलवर्थ जैसे बड़े संगठनों में जून तक के लिए अस्थायी तौर पर नौकरी तलाशना शुरू कर दी है।

जिम्बाब्वे टी-20 सीरीज पर भी कोरोना संकट
अफगानिस्तान के हेड कोच दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर, बैटिंग कोच द.अफ्रीका के ही एचडी एकरमैन हैं। इनके अलावा सहायक कोच अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान नवाज मंगल प्रभावित हैं। बोर्ड के फैसले से इन तीनों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। टीम को जून में जिम्बाब्वे से 5 टी-20 की घरेलू सीरीज भी खेलना है। वर्तमान में एसीबी ने 32 सीनियर खिलाड़ियों और 55 घरेलू खिलाड़ियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया हुआ है। जिम्बाब्वे सीरीज रद्द होने पर इनका वेतन भी काटा जाएगा।

नहीं हैं प्रायोजक
एसीबी के मुख्य कार्यकारी लुत्फुल्लाह स्टेनिकजाई ने कहा कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पास कोई लंबे समय तक का प्रायोजक नहीं है। मैच द मैच के लिए प्रायोजक ढूंढने पड़ते हैं। हमें सरकार से बोर्ड के राजस्व का 15 प्रतिशत ग्रांट मिलता है। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए ऐसा नहीं लग रहा है कि ग्रांट मिलेगा। वहीं कपड़े की कंपनी टायका ने भी करार खत्म कर लिया है। एशिया कप होने की भी संभावना कम है। टी-20 वर्ल्ड कप भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में हम अगले साल का इंतजार कर रहे हैं। ताकि क्रिकेट शुरू हो पाए और बोर्ड अपने घाटे को कम कर सके।

आईसीसी के स्थायी सदस्य बनने के बाद भी नहीं मिलता ज्यादा ग्रांट
स्टेनिकजाई ने कहा कि 2017 से अफगानिस्तान आईसीसी का परमानेंट सदस्य है। हमें लगा था कि हमें ज्यादा ग्रांट मिलेगा। स्थायी सदस्य बनने के बाद लोगों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। लेकिन उसके बावजूद उन्हें एसोसिएट सदस्य के दौरान मिलने वाली ग्रांट ही मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमने आईसीसी को भी ग्रांट देने के लिए लिखा है, लेकिन उनकी ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है।



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32 सीनियर और 55 घरेलू कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों को 3 महीने का वेतन दिया गया है। जिम्बाब्वे सीरीज रद्द होने पर इनका वेतन भी काटा जाएगा। -फाइल फोटो

हैपी बर्थडे कायरन पोलार्ड: इस बल्लेबाज से डरते हैं दुनियाभर के गेंदबाज May 11, 2020 at 11:54PM

नई दिल्ली अपने डेब्यू फर्स्ट क्लास मैच में उन्होंने शतक लगाया। टी20 क्रिकेट में उनकी धमाकेदार बल्लेबाजी विपक्षी खेमे में हलचल पैदा करती है। उनकी फील्डिंग लाजवाब है। अपने पहले ही शतक में उन्होंने 11 चौके और सात छक्के लगाए थे। जी बात हो रही है कायरन पोलार्ड की। आज इस कैरेबियाई ऑलराउंडर का जन्मदिन है। पोलार्ड ने साल 2007 वर्ल्ड कप में अपना वनडे इंटरनैशनल डेब्यू किया। इसके बाद आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने इन्हें 7 लाख 50 हजार यूएस डॉलर में खरीदा। चैंपियंस लीग में उन्होंने त्रिनिदाद ऐंड टोबैगो की ओर से 18 गेंद पर हाफ सेंचुरी लगाई जिसके बाद मुंबई ने इस बल्लेबाज को अपने साथ जोड़ा। पोलार्ड ने दुनियाभर में टी20 लीग खेलने के मकसद से वेस्टइंडीज का केंद्रीय अनुबंध ठुकरा दिया था। वह पूरी दुनिया में टी20 लीग खेलते हैं। हाल ही में उन्हें एक बार फिर कैरेबियाई टीम में शामिल किया गया और उन्हें वेस्टइंडीज की टी20 टीम की कमान सौंपी गई। पोलार्ड 2012 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा थे लेकिन 2016 की टीम का नहीं। पिछले साल आज ही के दिन उनके जन्मदिन के मौके पर मुंबई इंडियंस ने आईपीएल की ट्रोफी जीती थी। पोलार्ड सिर्फ आईपीएल नहीं हीं, सीपीएल, बिश बैश लीग, इंग्लैंड टी20 कप, बांग्लादेश प्रीमियर लीग और पाकिस्तान सुपर लीग भी खेलते हैं।

वेटलिफ्टर मीराबाई ने की विदेशी कोच की मांग May 12, 2020 at 12:01AM

नई दिल्लीपूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से आग्रह किया है कि उन्हें विदेशी स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच मुहैया कराया जाए जो चोटों के प्रबंधन में मदद करे। पच्चीस साल की इस भारोत्तोलक (वेटलिफ्टर) ने टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के तहत यह आग्रह किया है जिसे भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) ने कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत सरकार द्वारा राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाने से पहले मार्च में साइ के पास भेज दिया था। कमर के चोट के बाद पिछले साल सफल वापसी करने वाली मीराबाई ने कहा, ‘भारोत्तोलन में चोट की काफी आशंका रहती है इसलिए मैंने लॉकडाउन से पहले टॉप्स समिति से स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच का आग्रह किया था।’ गोल्ड कोस्ट में 2018 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के बाद मीराबाई को कमर में चोट लगी थी। देश भर के चिकित्सक इस चोट का कारण ढूंढने में नाकाम रहे थे जिसके कारण मणिपुर की यह खिलाड़ी नौ महीने तक खेल से दूर रही थी और एशियाई खेल 2018 और विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाई थी।’ स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच शारीरिक प्रदर्शन पेशेवर होता है जो खिलाड़ियों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज बताता है और रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाता है। राष्ट्रीय कोच विजय शर्मा ने कहा, ‘अगर आप भारोत्तोलकों से इतने शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन की उम्मीद करते हो और चाहते हो कि वे विश्व स्तरीय प्रदर्शन करे तो स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच अनिवार्य है।’ उन्होंने कहा, ‘वे रिहैबिलिटेशन में ही मदद नहीं करेगा बल्कि शरीर की छोटी मांसपेशियों को भी मजबूत बनाएगा।’ दुनिया भर के शीर्ष भारोत्तोलकों के पास स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच होता है लेकिन भारतीय भारोत्तोलकों को पहली बार ऐसी सेवाएं मिलेंगी। विजय शर्मा ने कहा, ‘चीन के पास ऐसे दो कोच हैं, एक अमेरिका और एक इंग्लैंड से। हमने भी विदेशी स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच के लिए आग्रह किया है।’ आईडब्ल्यूएलएफ के महासचिव सहदेव यादव ने कहा कि कोच को नियुक्त करने की प्रक्रिया में लॉकडाउन के कारण विलंब हुआ है। मीराबाई 49 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करती हैं और उनका तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना लगभग तय है। वह पदक की प्रबल दावेदारों में शामिल हैं।

'कूल धोनी भी इंसान हैं, उन्होंने भी खोया है आपा' May 11, 2020 at 11:03PM

मुंबईदुनिया उन्हें ‘कैप्टन कूल’ के नाम से जानती है, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी () के साथ खेलने वाले पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि यह पूर्व भारतीय कप्तान भी इंसान है और उन्होंने भी कुछ अवसरों पर मैदान पर अपना आपा खोया है। धोनी का 2017 में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मैच के दौरान चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) पर चिल्लाना काफी चर्चित रहा था, जबकि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी प्रशंसकों ने कुछ अवसरों पर उन्हें अपना आपा खोते हुए देखा। इस मामले में पूर्व क्रिकेटर () और () ने कहा कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज पूर्व में कुछ अवसरों पर अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान आपा खो बैठा था। गंभीर ने कहा, ‘लोग कहते हैं कि उन्होंने कभी उन्हें (धोनी) अपना आपा खोते हुए नहीं देखा लेकिन मैंने दो बार ऐसा देखा है। यह विश्व कप 2007 और एक अन्य विश्व कप की बात है जब हम अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।’ धोनी के साथ सभी प्रारूपों में खेलने वाले इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘वह भी इंसान है और उसका प्रतिक्रिया देना स्वाभाविक है। यहां तक कि चेन्नै सुपर किंग्स (CSK) की तरफ से किसी के खराब क्षेत्ररक्षण करने या कैच छोड़ने पर उनकी प्रतिक्रिया उचित है। हां वह शांतचित है। वह अन्य कप्तानों की तुलना में बेहद शांतचित है। निश्चित तौर पर मेरी तुलना में बेहद शांतचित है।’ धोनी ने कभी सीमाएं नहीं लांघी ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने धोनी को अपने खेल से ‘दर्शकों का मनोरंजन करने वाला खिलाड़ी’ करार दिया और कहा कि ऐसे बहुत कम अवसर आए होंगे जबकि उन्होंने अपना आपा खोया होगा। ली ने कहा, ‘हम अपने खेल से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले खिलाड़ी चाहते हैं और धोनी ऐसा करते हैं। उन्होंने कभी सीमाएं नहीं लांघी। अगर ऐसा हुआ होगा तो ऐसा बहुत कम हुआ होगा। लेकिन हम भी इंसान हैं जैसे गौतम गंभीर ने कहा।’ कब-कब खोया आपा धोनी ने आईपीएल के दौरान कुछ अवसरों पर मैदान पर खुलकर अपना गुस्सा दिखाया। आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के खिलाफ 19वें ओवर में दीपक चाहर के लगातार दो नोबॉल करने पर धोनी गुस्से में थे। इसके बाद जयपुर में तो जब स्क्वेयर लेग अंपायर ने नोबॉल का फैसला पलट दिया तो वह डग आउट से मैदान पर अंपायर से बहस करने पहुंच गए थे। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने 2006-07 की घटना को याद किया जब अभ्यास के दौरान धोनी आउट दिए जाने पर नाराज हो गए थे। इरफान पठान ने ये कहा पठान ने कहा, ‘हमने वॉर्म अप के दौरान एक मैच खेला था जिसमें दाएं हाथ के बल्लेबाजों को बाएं हाथ से और बाएं हाथ के बल्लेबाजों को दाएं हाथ से बल्लेबाजी करनी थी। इसके बाद हमें नेट अभ्यास करना था। वॉर्म अप के दौरान हमने दो टीमें बनाई। धोनी को आउट दिया गया जबकि उन्हें लगा कि वह आउट नहीं हैं। उन्होंने अपना बल्ला फेंक दिया और ड्रेसिंग रूम में चले गए और अभ्यास के लिए भी देर से आए। इसलिए गुस्सा उन्हें भी आता है।’

ICC ने पोस्ट की तस्वीर, फैंस बोले माही बेस्ट May 11, 2020 at 10:56PM

नई दिल्ली मंगलवार सुबह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ऑस्ट्रेलिया के चार विश्व कप विजेता कप्तानों की फोटो साझा की। इसमें ये सभी कप्तान जीती हुईं वर्ल्ड कप ट्रोफियों के साथ तस्वीर खिंचवा रहे थे। आईसीसी ने इस तस्वीर के साथ कैप्शन दिया 'आइकॉनिक' यानी मिसाल। बेशक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के रेकॉर्ड की मिसाल मिलना मुश्किल है। ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा पांच बार विश्व कप जीता है। 1987 से लेकर 2015 के बीच हुए हुए 8 विश्व कप में से 5 बार कंगारू टीम चैंपियन बनी है जबकि 1996 में उसे फाइनल में श्रीलंका के हाथों हार मिली थी। खैर, कप्तानों की इस तस्वीर के नीचे धोनी के फैंस ने अपनी राय दी है। उनका मानना है कि चूंकि धोनी के पास सभी आईसीसी ट्रोफी हैं इसलिए वह इस लिहाज से बेहतर हैं। कुछ फैंस ने इस पर महेंद्र सिह धोनी की तस्वीर के साथ जवाब दिया। एक फैन ने कहा कि वह तुलना नहीं कर रहे हैं लेकिन उनकी नजर में यह ज्यादा आइकॉनिक है। इसमें धोनी की 2007 वर्ल्ड टी20 और 2011 वर्ल्ड कप ट्रोफी के साथ तस्वीर है। इसके अलावा धोनी ने 2013 में चैंपियंस ट्रोफी भी जीती है। धोनी इकलौते कप्तान हैं जिन्होंने सभी आईसीसी ट्रोफी जीती हैं। एक अन्य फैन ने धोनी की सभी जीती हुई ट्रोफियों, जिसमें आईपीएल भी शामिल है, के साथ तस्वीर पोस्ट की। एक फैन ने लिखा, एक इनसान सभी ट्रोफियां।

F1: इस वर्ष छूट जाएगा फेरारी और चैंपियन का साथ May 11, 2020 at 11:33PM

पेरिसचार बार के फॉर्मूला वन विश्व चैंपियन () ने मंगलवार को कहा कि वह इस सत्र के बाद फेरारी छोड़े देंगे और यह दोनों पक्ष का संयुक्त फैसला है। वेटल के स्थान पर किसी अन्य ड्राइवर का चयन अभी तक नहीं किया गया है। वेटल ने इससे पहले रेडबुल की तरफ से एफवन में शानदार प्रदर्शन किया था और वह 2015 में फेरारी से जुड़े थे। इस 32 वर्षीय जर्मन ने फेरारी के बयान में कहा, ‘स्कूडेरिया फेरारी के साथ मेरा रिश्ता 2020 के अंत में समाप्त हो जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘इस खेल में सर्वश्रेष्ठ संभावित परिणाम हासिल करने के लिए सभी पक्षों के लिए बेहतर तालमेल बिठाना जरूरी है। टीम और मुझे लगा कि इस सत्र से आगे भी साथ में बने रहने की आम इच्छा अब नहीं रह गयी है।’ फेरारी की तरफ से वेटल ने 14 रेस में हिस्सा लिया।

रनों का पीछा करने के मामले में सचिन से थोड़ा बेहतर हैं विराट: एबी डि विलियर्स May 11, 2020 at 10:14PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान का इसके साथ ही मानना है कि कोहली लक्ष्य का पीछा करने के मामले में से थोड़ा बेहतर हैं। उन्होंने कहा, ‘सचिन हम दोनों (डि विलियर्स और कोहली) के लिए आदर्श रहे हैं। अपने जमाने में उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल कीं, उन्होंने वह सब कुछ किया जो हर किसी के लिए के शानदार उदाहरण हैं।’ जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पोमी मबांग्वा के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत के दौरान डि विलियर्स ने कहा, ‘और मुझे लगता है कि विराट भी यह कहेंगे कि उन्होंने हमारे लिए मानदंड तय किए हैं।’ साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘लेकिन मेरी निजी राय है कि लक्ष्य का पीछा करते हुए मैंने जितने बल्लेबाजों को देखा उनमें विराट सर्वश्रेष्ठ हैं। सचिन सभी प्रारूपों और हर तरह की परिस्थितयों में लाजवाब थे लेकिन लक्ष्य का पीछा करने के मामले में विराट का जवाब नहीं है।’ डि विलियर्स ने ‘स्पोर्ट्स हरिकेन’ पर बातचीत के दौरान कोहली और स्मिथ की तुलना करते हुए कहा, ‘यह मुश्किल है लेकिन विराट निश्चित तौर पर अधिक नैसर्गिक खिलाड़ी हैं। इसमें कोई संदेह नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘टेनिस के संदर्भ में कहूं तो वह (रोजर) फेडरर की तरह है जबकि स्मिथ (राफेल) नडाल की तरह है। स्मिथ मानसिक तौर पर बेहद मजबूत हैं और वह रन बनाने के तरीके पता करते हैं। वह नैसर्गिक खिलाड़ी नहीं लगते लेकिन वह क्रीज पर नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं।’ डि विलियर्स ने कहा, ‘मैंने जितने भी खिलाड़ियों को देखा है उनमें से मेरा मानना है कि स्मिथ मानसिक रूप से सबसे मजबूत हैं। विराट ने भी दुनिया भर के मैदानों पर रन बनाए हैं और दबाव में मैच जीते हैं।’

ICC U19 विश्व कप क्वॉलिफायर स्थगित किए May 11, 2020 at 09:51PM

दुबईअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कोविड-19 महामारी के कारण 2021 महिला विश्व कप और 2022 पुरुष अंडर-19 विश्व कप के जुलाई में होने वाले क्वॉलिफाइंग टूर्नमेंटों को स्थगित कर दिया है। महिला क्वॉलिफाइंग प्रतियोगिता श्रीलंका में तीन से 19 जुलाई तक होनी थी जिसमें मेजबान श्रीलंका सहित 10 टीमों ने हिस्सा लेना था। अन्य टीमें बांग्लादेश, आयरलैंड, नीदरलैंड, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, थाइलैंड, अमेरिका, वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे थी। आईसीसी ने कहा, ‘सदस्यों और संबंधित सरकारों तथा जन स्वास्थ्य अधिकारियों से सलाह मशविरे के बाद आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2021 के क्वॉलिफायर और आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप 2022 की क्वॉलिफाइंग प्रक्रिया को स्थगित करने का फैसला किया गया है।’ आईसीसी अंडर-19 विश्व कप 2022 की क्वॉलिफाइंग प्रक्रिया की शुरुआत 24 से 30 जुलाई तक डेनमार्क में होने वाले यूरोपीय क्षेत्रीय क्वॉलिफायर के साथ होनी थी। इन टूर्नमेंटों का आयाजन कब किया जा सकता है इसके लिए आईसीसी प्रतिस्पर्धी देशों से सलाह मशविरा करेगा। आईसीसी के प्रतियोगिता प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा, ‘यात्रा लेकर जारी पाबंदियों, वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं और सरकार तथा जन स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह पर हमने कोविड-19 महामारी के कारण आगामी दो क्वॉलिफाइंग प्रतियोगिताओं को स्थगित करने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘महिला क्रिकेट विश्व कप क्वॉलिफायर और अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप 2022 के यूरोपीय क्वॉलिफायर दोनों प्रभावित हुए हैं।’ टेटली ने कहा, ‘खिलाड़ियों का स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है। इस मुश्किल के समय में हमारी प्राथमिकता है कि खिलाड़ियों, कोचों, अधिकारियों, प्रशंसकों और पूरा क्रिकेट समुदाय स्वस्थ रहे।’ आईसीसी अंडर-19 विश्व कप क्षेत्रीय क्वॉलिफायर डिविजन दो की प्रतियोगिताएं भी समीक्षा के दायरें में हैं। अफ्रीका क्वॉलिफायर सात से 14 अगस्त के बीच तंजानिया जबकि एशिया क्वॉलिफायर एक से नौ दिसंबर के बीच थाइलैंड में होने हैं। सभी पांचों क्षेत्रों में डिविजन एक की प्रतियोगिताएं 2021 में होंगी।

अखिल फिर से नाडा अनुशासन पैनल में शामिल May 11, 2020 at 10:08PM

नई दिल्लीराष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज को राष्ट्रीय डोपिंगरोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासन पैनल में फिर से शामिल किया गया है। अखिल हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं और अभी गुरुग्राम में एसीपी हैं। वह इससे पहले 2017 से 2019 तक इस पैनल के सदस्य थे। नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने कहा, ‘यह कार्यकाल बढ़ाने से नहीं जुड़ा है, उन्हें डोपिंग रोधी अनुशासन पैनल में फिर से शामिल किया गया है।’ अर्जुन पुरस्कार विजेता ओलिंपियन अखिल भारतीय खेलों में अपनी अलग पहचान रखते हैं। वह 2017 से 2019 तक मुक्केबाजी के सरकारी पर्यवेक्षक भी रहे थे। अखिल ने कहा, ‘मैं पहले भी इस पैनल का हिस्सा था और मैं फिर से सदस्य के तौर पर अपनी जिम्मेदारियां निभाने के लिये तैयार हूं। मुझे इस भूमिका में जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएंगी मैं उनको पूरी करने के लिये अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा।’ इससे पहले इस मुक्केबाज ने डोपिंग को अपराध घोषित करने की वकालत की थी। नाडा अनुशासन पैनल में ट्रैक एवं फील्ड की ऐथलीट और अर्जुन पुरस्कार विजेता अश्विनी नचप्पा भी शामिल हैं।

महिला वनडे और पुरुष अंडर-19 वर्ल्ड कप के क्वालिफायर मुकाबले टले, जुलाई में होने थे सभी मैच May 11, 2020 at 10:26PM

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कोरोनावायरस के कारण महिला वनडे वर्ल्ड कप 2021 और पुरुष अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 के क्वालिफाई मुकाबलों को टाल दिया है। आईसीसी ने इन अगली तारीख नहीं बताई है। महिला वर्ल्ड कप के लिए 10 टीमों के बीच सभी क्वालिफाई मुकाबले 3 से 19 जुलाई के बीच श्रीलंका में होने थे। जबकि अंडर-19 वर्ल्ड कप के मैच 24 और 30 जुलाई को डेनमार्क में निर्धारित थे।

महिला वर्ल्ड कप अगले साल न्यूजीलैंड में 6 फरवरी से 7 मार्च के बीच होना है। इसके लिए क्वालिफाई मुकाबले 10 टीमों श्रीलंका, बांग्लादेश, आयरलैंड, नीदरलैंड, पाकिस्तान, पपुआ न्यू गिनी, थाइलैंड, अमेरिका, वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे के बीच होना हैं।

गवर्निंग और हेल्थ अथॉरिटी से चर्चा के बाद फैसला लिया
आईसीसी के प्रमुख क्रिस टेटली ने कहा, ‘‘कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में यात्रा पर प्रतिबंध लगा है। स्वास्थ्य को लेकर भी गंभीर स्थितियां बनी हुई हैं। इन सभी पहलूओं पर गवर्निंग और पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी से चर्चा और उनकी सलाह के बाद यह फैसला लिया गया।’’ इन मुकाबलों की तारीख अगले आदेश पर बताई जाएगी।

भारतीय टीम को सीधे वर्ल्ड कप में एंट्री
भारतीय महिला टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर चुकी है। हाल ही में आईसीसी की टेक्नीकल कमेटी ने महिला क्वालिफायर्स चैम्पियनिशप की तीन सीरीज को कैंसिल कर दी थी। वहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले साल 3 मैच की सीरीज भी दोनों देशों के बीच तनाव के कारण नहीं हो सकी थी। चैम्पियनशिप रद्द करने के बाद ऑस्ट्रेलिया 37 पॉइंट के साथ टॉप पर रही। इंग्लैंड (29) दूसरे, दक्षिण अफ्रीका (25) तीसरे और भारत (23) चौथे पर रही। इस आधार पर टीम इंडिया को सीधे एंट्री मिली। इसके अलावा मेजबान न्यूजीलैंड को भी जगह मिली। अन्य तीन टीम का फैसला क्वालिफायर से होना है।



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भारतीय महिला टीम टी-20 वर्ल्ड कप 2020 में पहली बार फाइनल तक पहुंची थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने टीम को हराकर खिताब जीत लिया था।

डि विलियर्स को भी जूनियर कोहली का इंतजार May 11, 2020 at 09:18PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डि विलियर्स (AB De Villiers) और भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की दोस्ती काफी अच्छी है। यह पार्टनरशिप मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह सुपरहिट हैं। एबीडी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इसका जिक्र भी किया। उन्होंने जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पोमी मबांग्वा के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत के दौरान विराट और अपनी दोस्ती के बारे में कई बातें शेयर कीं। क्रिकेट के इतर भी है जिंदगी दुनिया जानती है कि कोहली बेहतरीन क्रिकेटर हैं (Virat Kohli brilliant Cricketer) लेकिन डि विलियर्स के लिए वह एक अच्छे दोस्त हैं (Virat and De Villiers friendship) जिनके क्रिकेट से इतर भी रूचियां हैं। डि विलियर्स ने कहा, ‘वह सिर्फ एक क्रिकेट खिलाड़ी तक ही सीमित नहीं हैं। मेरा मानना है कि अधिकतर खिलाड़ियों को कुछ समय बाद यह अहसास होता है कि क्रिकेट से इतर भी जिंदगी है।’ पढ़ें- काफी सोचते हैं विराट उन्होंने कहा, ‘विराट शुरू से ही सोचने वाले क्रिकेटर रहे हैं। वह कई चीजों से प्रयोग करते हैं। वह जिम में नई चीजों को आजमाना पसंद करते हैं। वह जिंदगी से लेकर विभिन्न धर्मों के बारे में सोचते हैं। हम हर विषय पर बात करते हैं।’ जूनियर कोहली का इंतजार डि विलियर्स ने कहा कि उनका भारतीय कप्तान की अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) से भी अच्छे रिश्ते हैं और वे पारिवारिक जीवन से लेकर कई मसलों पर बातचीत करते हैं। उन्होंने कहा, ‘अनुष्का से मेरी बहुत अच्छी बातचीत होती है। हम बच्चों और परिवार को लेकर बात करते हैं। हम सभी जूनियर कोहली (Junior Kohli) का इंतजार कर रहे हैं। डि विलियर्स ने कहा, ‘यह बहुत अच्छी दोस्ती है और हम क्रिकेट पर भी बात करने का तरीका ढूंढ लेते हैं लेकिन हमारी बातचीत 90 प्रतिशत अन्य चीजों पर आधारित होती है। इससे ताजगी मिलती है।’

हैवीवेट बॉक्सर माइक टायसन 15 साल बाद रिंग में लौटेंगे, पैसा जुटाकर गरीबों के लिए घर बनवाएंगे May 11, 2020 at 09:20PM

बॉक्सिंग की दुनिया में 80 के दशक में राज करने वाले हैवीवेट बॉक्सर माइक टायसन 15 साल बाद रिंग में वापसी करने वाले हैं। वे चैरिटी के लिए कुछ प्रदर्शनी मैचों में उतरेंगे। टायसन ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं वापसी कर रहा हूं।’

वीडियो मे टायसन पंच मारते हुए नजर आ रहे है। उनके पावर, स्टेमिना और स्पीड को देखकर ऐसा लग रहा है कि वे आज भी डब्ल्यूबीए, डब्ल्यूबीसी और आईबीएफ का खिताब जीतने के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं।

2005 में टायसन ने आखिरी मैच खेला था
उन्होंने एक लाइव चैट के दौरान भी वापसी की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि वे चैरिटी के लिए पैसा जमा करना चाहते हैं। टायसन इस पैसे से बेघर लोगों की घर बनाने में सहायता करना चाहते हैं। चैरिटी मैच के लिए टायसन लगातार प्रैक्टिस कर रहे हैं। टायसन ने अपना आखिरी मुकाबला 2005 में केविन मैकब्राइड के खिलाफ खेला था। उन्हें हार के साथ अपना 20 साल का करियर समाप्त करना पड़ा था।

टायसन के नाम सबसे युवा चैम्पियन का रिकॉर्ड
टायसन 50 में से 44 मैच जीत चुके हैं। उन्हें ऑल टाइम ग्रेट बॉक्सर के नाम से भी जाना जाता है। टायसन ने 1986 में 20 साल की उम्र में ट्रेवर बेबरिक का रिकॉर्ड तोड़ दुनिया का सबसे युवा हैवीवेट चैम्पियन होने का रिकॉर्ड दर्ज कराया था। जो आज भी कायम है।



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हैवीवेट बॉक्सर माइक टायसन ने 1986 में 20 साल की उम्र में ट्रेवर बेबरिक का रिकॉर्ड तोड़ दुनिया का सबसे युवा हैवीवेट चैम्पियन होने का रिकॉर्ड दर्ज कराया था। जो आज भी कायम है। -फाइल फोटो

इंटरनैशनल नर्स डे: सचिन ने बदली डीपी, यूं कहा सलाम May 11, 2020 at 09:14PM

नई दिल्लीमास्टर ब्लास्टर () किलर महामारी कोरोना वायरस के मुश्किल वक्त में न केवल खुलकर मदद के लिए आगे आए हैं, बल्कि इस जंग में शामिल लोगों का प्रोत्साहन भी खूब कर रहे हैं। उन्होंने एक दिन पहले ट्विटर पर पुलिसकर्मियों के लिए मेसेज लिखकर धन्यवाद कहा था। अब पर उन्होंने अपनी डीपी बदली है। उन्होंने नर्सों की तस्वीर को ट्विटर का डीपी बनाते हुए लिखा- यह दुनियाभर के सभी नर्सों को धन्यवाद करने का दिन है, जो अस्वस्थ और जरूरतमंद लोगों की देखभाल और मदद कर रहे हैं। वे साइलेंट गार्डियंस हैं, जो अपनी जान जोखिम में डालते हुए लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा में अमूल्य योगदान देते हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने कोरोना काल के शुरुआती दिनों में ही इन फाइटरों का सपॉर्ट और धन्यवाद करने का अभियान शुरू किया था। उल्लेखनीय है कि दिग्गज क्रिकेटर सचिन ने कोविड-19 (Covid-19) से परेशानी का सामना कर रहे 4,000 गरीब लोगों की आर्थिक मदद की थी। मास्टर ब्लास्टर ने हालांकि मदद के तौर पर कितनी राशि दी है इसका पता नहीं चला। तेंडुलकर ने यह दान मुंबई की गैर सरकारी संगठन ‘हाई5’को दिया। तेंडुलकर इससे पहले प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में 25-25 लाख दान दे चुके है। उन्होंने मुंबई के 5,000 परिवारों को एक महीने तक भोजन मुहैया कराने का भी वादा किया था।

फेडरर की तरह है कोहली जबकि स्मिथ की मानसिक मजबूती नडाल जैसी : डिविलियर्स May 11, 2020 at 07:35PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज (AB Devilliers) का मानना है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की नैसर्गिक प्रतिभा उन्हें क्रिकेट का रोजर फेडरर (Roger Federer) बनाती है जबकि स्टीव स्मिथ की मानसिक मजबूती राफेल नडाल (Rafael Nadal) से मेल खाती है। जिम्बाब्वे के पूर्व तेज गेंदबाज पोमी मबांग्वा के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत के दौरान डि विलियर्स ने इन दो बल्लेबाजों को लेकर बात की जो अभी क्रिकेट में सबसे अधिक दर्शकों को स्टेडियम तक खींचने की क्षमता रखते हैं। डि विलियर्स ने ‘स्पोर्ट्स हरिकेन’ पर बातचीत के दौरान कहा, ‘यह मुश्किल है लेकिन विराट निश्चित तौर पर अधिक नैसर्गिक खिलाड़ी हैं। इसमें कोई संदेह नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘टेनिस के संदर्भ में कहूं तो वह (रोजर) फेडरर की तरह है जबकि स्मिथ (राफेल) नडाल की तरह है। स्मिथ मानसिक तौर पर बेहद मजबूत हैं और वह रन बनाने के तरीके पता करते हैं। वह नैसर्गिक खिलाड़ी नहीं लगते लेकिन वह क्रीज पर नए कीर्तिमान गढ़ रहे हैं।’ डि विलियर्स ने कहा, ‘मैंने जितने भी खिलाड़ियों को देखा है उनमें से मेरा मानना है कि स्मिथ मानसिक रूप से सबसे मजबूत हैं। विराट ने भी दुनिया भर के मैदानों पर रन बनाए हैं और दबाव में मैच जीते हैं।’ डि विलियर्स का इसके साथ ही मानना है कि कोहली लक्ष्य का पीछा करने के मामले में सचिन तेंडुलकर से थोड़ा बेहतर है। उन्होंने कहा, ‘सचिन हम दोनों (डि विलियर्स और कोहली) के लिए आदर्श रहे हैं। अपने जमाने में उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल कीं, उन्होंने वह सब कुछ किया जो हर किसी के लिए के शानदार उदाहरण हैं।’