Sunday, April 12, 2020

'ऊपरवाले का साथ था जो सचिन को किया आउट' April 12, 2020 at 08:24PM

नई दिल्ली भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में चेन्नै में यादगार टेस्ट खेला गया था। क्रिकेट के चाहने वाले आज भी उस मैच के रोमांच को याद करते हैं। भारत को जीत के लिए 271 रन चाहिए थे और 81 रनों पर उसके पांच विकेट गिर चुके थे। यहां से सचिन ने मोर्चा संभाला और कमर में भयानक दर्द के बावजूद क्रीज पर टिके रहे और 136 रन बनाए। सचिन टीम को जीत के करीब लेकर आए। भारत को जब जीत के लिए 17 रन चाहिए थे तब सचिन ऑफ स्पिनर की गेंद पर आउट हो गए। वसीम अकरम ने ही उनका कैच पकड़ा। अंत मे पाकिस्तान ने 12 रन से जीत हासिल की। सकलैन ने मैच में 10 विकेट लिए। उस मैच को याद करते हुए इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने कहा कि इस बात को 21 साल हो गए हैं लेकिन उन्हें आज भी वह बात याद है। स्पोर्ट्स स्टार से बात करते हुए सकलैन ने कहा, 'ऊपर वाला उस दिन मेरी तरफ था। मैंने नहीं सोचा था कि मैं मास्टर ब्लास्टर को आउट करूंगा। लेकिन जब ईश्वर प्लान बनाए तो उसे बदल नहीं सकते।' उन्होंने कहा, 'आखिरी सांस तक मैं इस बात पर फर्क महसूस करूंगा कि मैंने उसे उस दिन आउट किया था मेरा नाम उसके नाम के साथ जुड़ा रहेगा।' भारतीय टीम पांच विकेट खो चुकी थी लेकिन सचिन तेंडुलकर अच्छी फॉर्म मे थे। सकलैन ने याद करते हुए कहा, 'एक वक्त ऐसा था कि सचिन किसी को नहीं बख्श रहा था। वह बहुत शानदार खेल रहा था। तो मैं कप्तान वसीम अकसम के पास गया और कहा कि अब गेंदबाजों के लिए सचिन को रोक पाना मुश्किल होता जा रहा है। मनोवैज्ञानिक रूप से मैं थोड़ा डाउन महसूस कर रहा था।' अकरम के साथ बातचीत ने सकलैन की काफी मदद की। उन्होंने कहा, 'वसीम भाई ने कहा कि उन्हें मुझ पर पूरा यकीन है और मैं कुछ जादू कर सकता हूं। इस शब्दों ने मुझे मदद की और मैं थोड़ा मजबूत करने लग गया मैंने कुछ बाउंड्री खाईं पर आखिर में उन्हें आउट कर दिया।' सकलैन ने माना कि सचिन को आउट करना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, 'सचिन की नजरें बहुत तेज थीं और वह कुछ भी पढ़ सकते थे। आपको यकीन नहीं होगा कि मैं उन्हें दूसरा फेंकने से डर रहा था कि कई वह चौके न लगा दें। यह उनकी ताकत थी। विकेट धीमा था तो मुश्किल और ज्यादा थी। लेकिन तब भी ऊपर वाले की मेहरबानी से मैं उन्हें आउट कर सका। '

PCB सपॉर्ट करता तो कई बड़े रेकॉर्ड तोड़ देता: कनेरिया April 12, 2020 at 08:16PM

नई दिल्लीपूर्व पाकिस्तानी स्पिनर ने अपने देश के क्रिकेट बोर्ड पीसीबी पर फिर आरोप लगाए कि उनका सपॉर्ट नहीं किया गया। कनेरिया ने ट्विटर पर पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक के कॉमेंट पर प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि वेस्ट इंडीज के दिग्गज ब्रायन लारा के सामने यह लेग स्पिनर पस्त हो गया था। पूर्व लेग स्पिनर कनेरिया ने कहा कि अगर उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड सपॉर्ट करता तो वह कई और रेकॉर्ड तोड़ सकते थे। इंजमाम ने यूट्यूब पर एक इंटरव्यू में कहा था कि साल 2006 में मुल्तान में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में ब्रायन लारा ने कनेरिया की गेंदों को आसानी से हर दिशा में खेला और खूब शॉट लगाए। पढ़ें, दानिश कनेरिया ने एक वेबसाइट के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, 'मैंने लारा को अपने करियर में 5 बार आउट किया। वह बहुत अच्छे क्रिकेटर हैं। अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मुझे सपॉर्ट किया होता तो मैं और कई बड़े रेकॉर्ड तोड़ सकता था।' उन्होंने ब्रायन लारा और इंजमाम को भी टैग किया। इससे पहले इंजमाम ने कहा था, 'दानिश ने गुगली फेंकी, लारा ने इसे उन्हीं की तरफ खेला। उस पर दानिश ने कहा, बहुत अच्छा खेले लारा। लारा ने जवाब दिया, ओके सर, लेकिन अगली तीनों गेंदों को लारा ने सीमा पार पहुंचा दिया।' पढ़ें, इंजमाम ने बताया कि तब वह टीम के कप्तान था और कनेरिया के पास गए। उनसे कहा कि लारा को थोड़ा और छेड़ो ताकि वह उत्तेजित होकर गलत शॉट खेलें। इंजमाम ने कहा, 'मुझे लग रहा था लारा गुस्से में हैं और वह विकेट गंवा सकते हैं। मैंने सीमा पर फील्डर खड़े किए, ताकि वह बड़े शॉट खेलें और आउट हो जाए, लेकिन उन्होंने दानिश की गेंदों को हर दिशा में खेला।' पाकिस्तान ने इस टेस्ट मैच में 357 रन बनाए थे। इसके जवाब में लारा के 216 रन की मदद से वेस्टइंडीज की टीम ने 591 रन बनाए। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा था। कनेरिया ने 61 टेस्ट मैचों में कुल 261 और 18 वनडे इंटरनैशनल में 15 विकेट झटके।

अमेरिका के पूर्व गोल्फर डग सैंडर्स का निधन April 12, 2020 at 08:25PM

लॉस एंजिलिसअमेरिका के पूर्व दिग्गज पेशेवर गोल्फर का रविवार को 86 साल की उम्र में निधन हो गया। पीजीए टूर पर सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक रहे सैंडर्स ने 1956 में कनाडा ओपन सहित अपने पेशेवर गोल्फ करियर में 20 खिताब जीते। सैंडर्स गोल्फ जगत में ‘पीकॉक ऑफ द फेयरवेज’ के नाम से मशहूर थे। सैंडर्स मेजर चैंपियनशिप में चार बार उप विजेता रहे जिसमें 1970 की ब्रिटिश ओपन चैंपियनशिप भी शामिल है जहां वह काफी करीब से खिताब से चूक गए थे। उन्होंने इसके अलावा सीनियर चैंपियंस टूर पर भी 218 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और अपने खुद के टूर्नमेंट ‘डग सेंडर्स सेलिब्रिटी क्लासिक’ की भी मेजबानी की।

सहवाग ने अगंद की फोटो शेयर की; लिखा- यहीं से ली है प्रेरणा, पैर हिलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है April 12, 2020 at 07:00PM

पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने रामायण के अंगद की एक फोटो शेयर कर अपने आलोचकों को जवाब दिया है। अगंद तस्वीर में रावण को पैर हटाने की चुनौती देते दिख रहे हैं। इस फोटो के साथ वीरू ने लिखा, ‘‘मैंने अपनी बल्लेबाजी की प्रेरणा यहीं से ली है। पैर को हिलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।’’ दरअसल, आलोचक हमेशा से ही वीरू के फुटवर्क की आलोचना करते रहे हैं। वीरू ने इसी का जवाब दिया है।

भारत में कोरोनावायरस के कारण 15 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है। इसी दौरान दूरदर्शन पर रामायण के पुराने एपिसोड प्रसारित किए जा रहे हैं। हाल ही में अंगद का यह रावण को चुनौती देने वाली एपिसोड दिखाया गया था। जिसमें युद्ध से पहले अंगद रावण के दरबार में शांति का संदेश देते हैं। रावण के नहीं मानने पर अंगद जमीन पर रखा अपना पैरा हटाने की चुनौती देते हैं। वीरू के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर कमेंट किए।



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पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने रामायण के अंगद की एक फोटो शेयर कर अपने आलोचकों को जवाब दिया है। अगंद तस्वीर में रावण को पैर हटाने की चुनौती देते दिख रहे हैं।

सानिया का शोएब के साथ 'उम्मीद vs हकीकत' फोटो April 12, 2020 at 07:31PM

नई दिल्लीभारत की स्टार टेनिस प्लेयर ने रविवार को अपने पति और पाकिस्तानी क्रिकेटर को शादी की 10वीं सालगिरह पर बधाई दी। उन्होंने दो तस्वीरें इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए शादी के बाद का अंतर बताने की कोशिश की। उन्होंने इन दो तस्वीरों के बीच के अंतर को उम्मीद बनाम हकीकत (Expectations vs reality) लिखकर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, 'पहली तस्वीर पर लिखा- शादी के एक दशक बाद तस्वीर ऐसी दिखती है, उम्मीद बनाम हकीकत। हकीकत के लिए दूसरी तस्वीर देखिए।' देखें, दूसरी तस्वीर में वह शोएब मलिक का कान पकड़े हुई हैं और पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने अपनी जीभ निकाल रखी है। सानिया और शोएब ने हैदराबाद में साल 2010 में शादी की थी और उनका एक साल का लड़का है जिसका नाम उन्हें इजहान रखा है।

'टीम इंडिया में धोनी की वापसी मुश्किल, बशर्ते...' April 12, 2020 at 07:03PM

नई दिल्ली पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने रविवार को कहा कि उन्हें लगता है कि खामोशी से भारतीय क्रिकेट से दूर हो गए हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा के साथ यू-ट्यूब चर्चा के दौरान चोपड़ा ने कहा कि धोनी ने शायद भारत के लिए अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेल लिया है। गौरतलब है कि धोनी ने पिछले साल जुलाई में 50 ओवर विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल के बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मुकाबला नहीं खेला है। चोपड़ा ने कहा कि लगभग हर कोई यह सोचता है कि धोनी अगर आईपीएल में अच्छा करते हैं तो भारतीय टीम मे वापसी कर सकते हैं लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से ऐसा लगता है कि मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड खिलाफ मैच भारत के लिए उनका आखिरी मुकाबला था। उन्होंने कहा, 'तब से लेकर अभी तक उन्होंने खुद को टीम के लिए उपलब्ध नहीं कराया है। उन्हें ड्रॉप नहीं किया गया है। मुझे लगता है कि उन्होंने अपना मन बना लिया है कि वह अब भारत के लिए नहीं खेलेंगे।' चोपड़ा ने आगे कहा कि धोनी अब भी भारत के लिए खेल सकते हैं अगर उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली, कोच रवि शास्त्री या कप्तान विराट कोहली की ओर से टी20 वर्ल्ड कप में टीम की मदद के लिए बुलावा जाए। उन्होंने कहा, 'अगर, बेशक सौरभ गांगुली, विराट कोहली या रवि शास्त्री फो उठाकर धोनी से टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम की मदद करने को कहें। अगर वे कहें कि वे चाहते हैं कि धोनी वर्ल्ड कप खेले तो शायद वह वापस आ जाएं।' उन्होंने कहा, 'अगर ऐसा नहीं होता है तो मेरी राय में धोनी ने अपना मन पक्का कर लिया है कि वह नहीं खेलेंगे। मुझे फेयरवेल मैच नहीं चाहिए। मैं खामोशी से आया और मैं खामोशी से चला जाऊंगा। उन्हें बड़ी विदाई नहीं चाहिए। वह इस तरह के प्लेयर नहीं हैं।' चोपड़ा ने कहा, 'उन्हें ज्यादा शोर-शराबा पसंद नहीं है। अगर टी20 वर्ल्ड कप खिसकाया जाता है तो मैं नहीं समझता कि धोनी भारतीय जस्सी में नजर आएंगे।'

वह बोलर, जिसे खेलने में विराट भी हुए थे परेशान April 12, 2020 at 06:35PM

नई दिल्लीपाकिस्तान क्रिकेट टीम के पेसर आज यानी 13 अप्रैल को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। आमिर ने 27 साल की उम्र में ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया था। करियर में 36 टेस्ट में 119 विकेट झटकने वाले आमिर ने अपनी गेंदबाजी से टीम इंडिया के कैप्टन को भी परेशान कर दिया था। एशिया कप में किया था कमालसाल 1992 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुज्जरखान में जन्में आमिर ने एशिया कप-2016 के मैच में भारत के खिलाफ शानदार गेंदबाजी से प्रभावित किया था। उन्होंने तब उस टी20 इंटरनैशनल मैच में 3 विकेट भी झटके थे। ढाका में एशिया कप के मुकाबले में जीत तो भारत को 5 विकेट से मिली लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पाक पेसर मोहम्मद आमिर की तारीफ की थी। पढ़ें, आमिर ने किया था प्रभावितउस मैच में भारत को जीतने के लिए महज 84 रन चाहिए थे लेकिन टीम की शुरुआत काफी खराब रही। पहली ही ओवर में आमिर ने रोहित शर्मा और अंजिक्य रहाणे को आउट कर मैच को रोमांचक बना दिया लेकिन अंत में मैन ऑफ द मैच रहे विराट कोहली ने शानदार 49 रनों की पारी खेलते हुए भारत को जीत दिला दी। मैच के बाद कोहली ने पाकिस्तानी गेंदबाज मोहम्मद आमिर की काफी तारीफ की। 5 साल का लगा बैन18 साल की उम्र में 2009 टी-20 वर्ल्ड कप में डेब्यू करने वाले मोहम्मद आमिर को क्रिकेट विश्लेषक लंबी रेस का घोड़ा मान रहे थे। 2010 के पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर स्पॉट फिक्सिंग की खबरें आईं और इसमें मोहम्मद आमिर का भी नाम आया। उन पर 5 साल का प्रतिबंध लगा गया। उनके अलावा दो अन्य खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ और सलमान बट पर भी 5-5 साल का प्रतिबंध लगा। 2016 में की वापसी आमिर ने 2016 में पाकिस्तान टीम में वापसी की। कड़ी मेहनत से उन्होंने पुरानी फॉर्म को पा लिया और विश्व के प्रमुख गेंदबाजों में अपनी जगह बना ली। 2017 चैंपियंस ट्रोफी के फाइनल में आमिर ने भारत के खिलाफ अद्भुत गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को ट्रोफी उठाने में मदद की।

कोहली में जीत की ललक बहुत ज्यादा, वे फुटबॉल भी ऐसे खेलते हैं जैसे फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल: नासिर April 12, 2020 at 05:52PM

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने फुटबॉल का उदाहरण देकर भारतीय कप्तान विराट कोहली की जीत की ललक और रनों की भूख को बताया। उन्होंने कहा कि कोहली मैच से पहले फुटबॉल खेलकर प्रैक्टिस करते हैं, तो उन्हें देखकर लगता है जैसे वे क्रिकेट मैच की नहीं बल्कि फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल की तैयारी कर रहे हैं। इन दिनों कोरोनावायरस के कारण विश्व के सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। सभी खिलाड़ी घर में बैठकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लाइव चैटिंग कर रहे हैं।विराट कोहली ने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं।

नासिर ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्ट' में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि उनके (कोहली) सफल होने में उनकी रन बनाने की भूख और जीतने की ललक काफी महत्वपूर्ण है। मैंने उन्हें फुटबॉल खेलते देखा है। टीम इंडिया जब प्रैक्टिस के दौरान फुटबॉल खेलती है, तब कोहली का खेल देखने लायक होता है। वे ऐसी फुटबॉल खेलते हैं, जैसे फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल, एफए कप का फाइनल या फिर प्रीमियर लीग का आखिरी मुकाबला खेल रहे हों।’’

‘कोहली की नजर सिर्फ जीत पर होती है’
नासिर ने कहा, ‘‘कोहली इसी ऊर्जा को क्रिकेट में भी लेकर जाते हैं, इसलिए वे रन चेज करने के मामले में शानदार हैं। उनका पूरा ध्यान मैच निकालने पर होता है, और आप भी उन्हें ऐसी स्थिति दे देते हैं, जहां से वे मैच आसानी से निकाल देते हैं। मैच जीतने की ललक उनसे ज्यादा किसी में नहीं है। सच कहूं तो मेरा मानना है कि कोहली निजी रिकॉर्ड्स पर ध्यान नहीं देते हैं। वे सिर्फ जीत और हार के आंकड़े पर ही ध्यान देते हैं।’’ नासिर ने 1999 से 2004 तक इंग्लैंड का नेतृत्व भी किया है।



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विराट कोहली ने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो

'10 साल में धोनी को ऐसी ट्रेनिंग करते नहीं देखा' April 12, 2020 at 05:55PM

चेन्नैपिछले कई महीनों से क्रिकेट से दूर रहने के कारण भले ही महेंद्र सिंह धोनी के इंटरनैशनल क्रिकेट में भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) के उनके साथियों के अनुसार, पिछले महीने टीम के शिविर के दौरान यह विकेटकीपर बल्लेबाज शानदार लय में दिख रहा था। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में तीन बार के विजेता चेन्नै सुपरकिंग्स ने दो मार्च को अभ्यास शुरू किया और धोनी पहले दिन से ही इससे जुड़ गए। कोरोना वायरस के कारण यह शिविर हालांकि 14 मार्च को बीच में ही रोक दिया गया था। अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने कहा है कि सीएसके के कैप्टन धोनी अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में बहुत अच्छी लय में दिखे। कोरोना वायरस के कारण आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित किया गया है। धोनी ने आईपीएल टीम के साथ पहले ही अभ्यास किया था और इस दौरान चावला भी उस अभ्यास का हिस्सा थे। पढ़ें, नेट्स पर बिताई घंटेपिछले साल के आखिर में आईपीएल नीलामी में टीम से जुड़ने वाले लेग स्पिनर पीयूष चावला ने कहा कि धोनी अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में बहुत अच्छी लय में दिखे। सीएसके की वेबसाइट के अनुसार चावला ने कहा, ‘माही भाई एकाग्रचित होकर अभ्यास कर रहे थे। उन्होंने उसी गंभीरता से बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग की जैसे वह मैचों में करते हैं।’ 'कोई नहीं कह सकता था कि क्रिकेट से काफी समय से दूर'टीम के एक अन्य लेग स्पिनर कर्ण शर्मा ने कहा कि सीएसके कप्तान के उत्साह ने टीम के अन्य सदस्यों के लिए प्रेरणा का काम किया। उन्होंने कहा, ‘माही भाई हर दिन नेट्स पर दो या तीन घंटे बल्लेबाजी करते थे। वह जिस तरह से गेंद को हिट कर रहे थे उसे देखते हुए कोई नहीं कह सकता था कि वह लंबे विश्राम के बाद वापसी कर रहे हैं। वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे वह हम सभी के लिए बड़ी प्रेरणा थी।’ फिटनेस भी थी अच्छीटीम के गेंदबाजी कोच और पूर्व भारतीय क्रिकेटर लक्ष्मीपति बालाजी ने धोनी को नैसर्गिक खिलाड़ी बताया और कहा कि वह सत्र के लिए तैयार दिख रहे थे। बालाजी ने कहा, ‘धोनी नैसर्गिक खिलाड़ी और बेहद फिट हैं। ऐसा नहीं लग रहा था कि वह खेल से बाहर रहे थे। वह जिस तरह से अभ्यास कर रहे थे, बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कर रहे थे और टीम को समय दे रहे थे, उससे साफ था कि उनकी निगाहें नए सत्र पर टिकी हैं।’

मैक्सवेल ने कहा- बगैर दर्शकों के आईपीएल हो सकता है, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप नहीं April 12, 2020 at 04:57PM

कोरोनावायरस के कारण विश्व के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या फिर टाल दिए गए हैं। कुछ मैचों को बगैर दर्शकों के भी कराया गया। ऐसे में अब कोरोना का खतरा क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और टी-20 वर्ल्ड कप पर भी मंडराने लगा है। कई लोगों ने सलाह दी है कि दोनों टूर्नामेंट्स बगैर दर्शकों के कराए जा सकते हैं। इस पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लैन मैक्सवेल ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि बगैर दर्शकों के आईपीएल हो सकता है, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप नहीं।

कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाला था, लेकिन इस पर अब भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जबकि वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाना है। आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलने वाले मैक्सवेल ने कहा है कि खिलाड़ी इस साल आईपीएल के होने को लेकर असमंजस में हैं।

‘सभी के स्वास्थ्य का ध्यान भी रखना होगा’
मैक्सवेल ने एबीसी ग्रैंडस्टैंड से कहा, ‘‘हमारे लिए दर्शकों का जुटाना मुश्किल होगा। मेरा मानना है कि यदि आईपीएल बगैर दर्शकों के होता है, तो इसके सफल होने की उम्मीद है, मैं बिना दर्शकों के टी-20 वर्ल्ड कप को सफल होते नहीं देख रहा। हमारे लिए स्टेडियम में दर्शकों के बिना वर्ल्ड कप को सही ठहराना मुश्किल होगा, इसलिए मुझे टूर्नामेंट के जल्दी होने की संभावना भी नहीं दिखती। हमें सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।’’

कमिंस खाली स्टेडियम में भी खेलने के लिए तैयार
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस तो खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हो गए हैं। हाल ही में उन्होंने बीबीसी से कहा था, ‘‘बिल्कुल मैं इसके लिए तैयार हूं। हर वह फैसला या चीज जो इस तरह के बड़े टूर्नामेंट्स को सफलतापूर्वक कराए, मैं उसका समर्थन करूंगा। यदि बगैर दर्शकों के भी यह टूर्नामेंट कराया जाता है, तो मुझे कोई शक नहीं है कि यह बहुत शानदार होगा। हां, भारत में खेलने पर हर गेंद पर चौका और छक्का लगने पर काफी शोर उठता है, जो मुझे पसंद है। मैं इस चीज को जरूर मिस करूंगा।’’ हालांकि, उन्होंने लोगों की जान बचाने को प्राथमिकता दी है। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने इस बार आईपीएल की सबसे महंगी बोली 15.50 करोड़ रुपए लगाकर कमिंस को खरीदा है।



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आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलने वाले ग्लैन मैक्सवेल ने कहा है कि खिलाड़ी इस साल आईपीएल के होने को लेकर असमंजस में हैं। -फाइल फोटो

कोविड-19 के कारण मोहन बागान ने ‘बार पूजा’ रद्द की April 12, 2020 at 05:08PM

कोलकाताआई लीग चैंपियन फुटबॉल क्लब ने कोविड-19 महामारी के कारण इस साल अपनी परंपरागत ‘बार पूजा’ रविवार को रद्द करने का फैसला किया।मैदान के अंत में दोनों गोलपोस्ट पर यह वार्षिक अनुष्ठान किया जाता है और इस ‘बार पूजा’ को बंगाल के नववर्ष के दिन ‘पोइला बोइसाख’ (पहला वैशाख) पर किया जाता है जिससे अधिकारिक रूप से नए फुटबॉल सत्र की शुरुआत होती है। यह सोमवार को पड़ रहा है। मोहन बागान के महासचिव श्रींजॉय बास ने बयान में कहा, ‘यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें इस पारंपरिक अनुष्ठान को रद्द करना पड़ रहा है।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'इसे हम हर साल बंगाली नव वर्ष के दिन करते हैं लेकिन घातक के कारण मौजूदा परिस्थितियों को देखकर हमें यह कठिन फैसला करना पड़ा।’

हैरी केन कर सकते हैं 1900 करोड़ रुपए की सबसे बड़ी डील, टॉटेनहम से यूनाइटेड जा सकते हैं April 12, 2020 at 04:12PM

हैरी केन मौजूदा सीजन में टॉटेनहम छोड़कर मैनचेस्टर यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। टॉटेनहम के चेयरमैन डेनियल लेवी ने इसकी मंजूरी दे दी है। हैरी केन लगभग 1900 करोड़ रुपए में यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह रिकॉर्ड डील होगी। इसके पहले 2017 में पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने बार्सिलोना से नेमार को 1880 करोड़ रुपए में खरीदा था। कोरोनावायरस के कारण इंग्लिश प्रीमियर लीग के मुकाबले अभी स्थगित हैं।

लॉकडाउन के कारण टॉटेनहम आर्थिक रूप से परेशानी में हैं। नए स्टेडियम के लिए टॉटेनहम ने लगभग 6 हजार करोड़ रुपए का लोन भी लिया है। लेवी हैरी केन के उस बयान से भी नाराज हैं, जिसमें उन्होंने जून तक लीग के पूरा नहीं होने पर इसे खत्म करने की बात कही थी। केन ने कुछ दिन पहले कहा था कि यदि वे क्लब की ओर से ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं तो उसे छोड़ देंगे।



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टॉटेनहम के हैरी केन ने कुछ दिन पहले कहा था कि यदि वे क्लब की ओर से ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं तो उसे छोड़ देंगे। -फाइल फोटो

चार बार की ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हेले और पूर्व फुटबॉलर रोले डॉक्टर हैं, अब 24 घंटे लोगों की सेवा कर रहे April 12, 2020 at 03:50PM

33 साल के मायरोन रोले अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) में टेनेसी टाइटंस की ओर से खेलते थे। 2013 में उन्होंने खेलना छोड़ दिया और फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन में दाखिला लिया। 2017 में वे ग्रेजुएट हुए। अब मेसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से न्यूरोसर्जरी की पढ़ाई कर रहे। यहां वे कोविड-19 के मरीजों को भी ट्रीटमेंट दे रहे हैं। वे इमरजेंसी रूम के डॉक्टरों वाली टीम में हैं। वे और उनके साथी 24-24 घंटे सेवा दे रहे हैं।

रोले कहते हैं, ‘हमें सुबह 4-5 बजे से काम शुरू करना पड़ता है। सभी मरीजों को देखने के बाद उनकी पूरी डिटेल लेकर उसे हमारी जगह आने वाले डॉक्टर को बताने का काम भी जुड़ गया है। ऐसे में 24 घंटे काम करना पड़ रहा है। बीच में एक-दो घंटे की नींद ले पाएं तो खुद को खुशकिस्मत समझते हैं। रोले कहते हैं, ‘यहां मुझे परेशानी नहीं आती क्योंकि फुटबॉल ने मुझे अनुशासन, फोकस, कड़ी मेहनत, निष्ठा, टीमवर्क और प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरना सिखाया है।’

हेले मेडिकल उपकरण जुटा रहीं
कनाडा की हेले विकेनहेसर चार बार की ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हैं। पूर्व आइस हॉकी खिलाड़ी हेले अब यूनिवर्सिटी ऑफ केलगेरी से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। वे बताती हैं, ‘जब वे 10 साल की थीं, तब उन्होंने दो सपने देखे थे। एक तो प्रोफेशनल हॉकी खेलना और दूसरा डॉक्टर बनना। मेरा एक सपना तो पूरा हो गया है। अब दूसरा सपना पूरा कर रही हूं।’ 41 साल की हेले ने 2017 में आइस हॉकी से संन्यास ले लिया था। दो हफ्ते पहले तक वे टोरंटो में इमरजेंसी रूम में रोटेशन पर थीं। लेकिन जब देश में कोरोनावायरस से स्थिति खराब होने लगी, तब सभी मेडिकल स्टूडेंट और ट्रेनी को उससे निपटने के काम में लगा दिया गया।

हेले ने कहा, ‘मेडिकल स्टूडेंट को कोविड-19 के मरीज के इलाज की अनुमति नहीं है। इसलिए हमें पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) जुटाने के काम में लगा दिया गया। इसके अलावा हम उन मरीजों को भी ट्रेस कर रहे हैं, जो संक्रमित हैं।’ हेले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के ऑफिस से लगातार संपर्क में हैं आैर कनाडा में सोशल डिस्टेंसिंग एडवाइजरी को प्रमोट करने में भी मदद कर रही हैं।

फुटबॉलर विनीतजरूरत की चीजें पहुंचा रहे हैं
आईएसएल टीम जमशेदपुर एफसी के फुटबॉलर सीके विनीत केरल के कन्नूर जिले में 11 दिनों से एक कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम कर रहे हैं। वह ​मंगटीडम पंचायत में लगे कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं, जिसे ​कन्नूर प्रशासन और केरल स्पोर्ट्स काउंसिल ने शुरू किया है। विनीत स्थानीय लोगों द्वारा किए गए कॉल उठाते हैं जिसमें लोग उनसे जरूरत की चीजें मांगते हैं और उनतक वे चीजें पहुंचाई जाती हैं। विनीत ने कहा, ‘इस सेंटर पर 28 मार्च से काम चल रहा है।

जब कोई कठिनाई आती है तब या तो हम चुपचाप बैठ सकते हैं या आगे आकर अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं। मेरा राज्य और जिला कन्नूर पीड़ित है और मैं पीछे रहकर यह सब नहीं देख सकता था।’ जिस कॉल सेंटर में विनीत काम कर रहे हैं वहां कुल 15 लोग हैं और हर दिन करीब 200 कॉल आते हैं।



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जब कनाडा में कोरोनावायरस से स्थिति खराब होने लगी, तब पूर्व आइस हॉकी खिलाड़ी हेले विकेनहेसर (दाएं) समेत सभी मेडिकल स्टूडेंट और ट्रेनी को काम पर लगा दिया गया।

IPL सबके लिए जरूरी, फिर से बने FTP: अजहर April 11, 2020 at 08:50PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान और अब प्रशासक का मानना है कि सभी बोर्ड को बैठक करके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर को फिर से तैयार करना चाहिए। क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण वर्तमान कार्यक्रम के अनुसार खेल संभव नहीं हैं। हैदराबाद क्रिकेट संघ (HCA) के अध्यक्ष अजहरूद्दीन का इसके साथ ही मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है और इसलिए भविष्य के दौरा कार्यक्रम () में बदलाव भी जरूरी है। इस 57 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने पीटीआई से कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि वे दो साल के लिए एफटीपी को फिर से तैयार करेंगे क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में बहुत अनिश्चितता बनी हुई है। मेरे कहने का मतलब है कि आप अच्छे दौर के लिए हमेशा तैयार रहते हैं लेकिन बुरे समय के लिए तैयार नहीं रह सकते।' उन्होंने कहा, 'एक बार चीजें संभलने के बाद हमें अन्य सदस्य देशों के साथ बातचीत करनी चाहिए।' भारत में इस महीने के आखिर तक लॉकडाउन बढ़ने की संभावना है और ऐसे में आईपीएल का अनिश्चितकाल तक स्थगित होना निश्चित है। पहले यह टूर्नमेंट 29 मार्च से 24 मई के बीच खेला जाना था। अजहर ने कहा, 'अगर उन्हें आईपीएल के लिए जगह बनानी है तो पूरे कार्यक्रम को बदलने की जरूरत पड़ेगी। यह एक विकल्प है। या तो फिर वर्तमान कार्यक्रम पर ही बने रहो और जिस टूर्नमेंट का समय बीत गया उसे भूल जाओ।' उन्होंने कहा, 'लेकिन इसका मतलब सभी हितधारकों को बड़ा नुकसान होगा जो कि व्यावहारिक नहीं है।' हैदराबाद क्रिकेट संघ को सनराइजर्स हैदराबाद के सात मैचों की मेजबानी करनी है। अजहर ने कहा, 'इसलिए मैं एफटीपी में पूर्ण परिवर्तन की उम्मीद कर रहा हूं ताकि हम उसमें आईपीएल को भी फिट कर सकें। मुझे लगता है कि सभी बोर्ड इस पर सहमत होंगे क्योंकि हर कोई प्रभावित हो रहा है। निश्चिततौर पर बीसीसीआई सबसे अधिक प्रभावित होगा।' आईपीएल इतना अधिक महत्वपूर्ण है कि जोस बटलर और पैट कमिन्स जैसे विदेशी खिलाड़ियों ने भी साल के किसी भी समय में इस टूर्नमेंट में खेलने की इच्छा जताई है। अजहर ने कहा, 'कोई भी आईपीएल को न नहीं कहेगा। विदेशी खिलाड़ी भी नहीं। आईपीएल पर इतने अधिक लोगों की आजीविका निर्भर है।' तीन वर्ल्ड कप में भारत की अगुवाई करने वाले अजहर को नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर नवंबर में होने वाले T20 वर्ल्ड कप पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि टी20 वर्ल्ड कप पर असर पड़ेगा। यह अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होगा और अगर तब तक चीजों में सुधार हो जाता है तो फिर टी20 वर्ल्ड कप होगा।' अजहर ने कहा, 'यह पूरी तरह से मेरी निजी राय है क्योंकि आप वर्ल्ड कप से छेड़छाड़ नहीं कर सकते। आईपीएल को आपको किसी अन्य समय में आयोजित करना होगा।'

सचिन ने 12 हजार डॉक्टरों से ऑनलाइन बात की, खेल से जुड़ी सभी चोट और समस्याओं के अनुभव शेयर किए April 12, 2020 at 12:21AM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लॉकडाउन के दौरान देश के 12 हजार डॉक्टरों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव चैटिंग की। इस दौरान सचिन ने खेल से जुड़ी चोटों और अन्य समस्याओं पर अपने अनुभव शेयर किए। दरअसल, पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या टाल दिए गए हैं। ऐसे समय में सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव चैटिंग कर समय बिता रहे हैं।

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर वारियर ने सचिन को बताया था कि कई युवा डॉक्टर खेलों से जुड़ी चोटों पर जानकारी चाह रहे हैं। उनकी रिक्वेस्ट पर सचिन ने सभी से डॉक्टर से लाइव वेबिनार के जरिए बात की। दो दशक से भी ज्यादा समय क्रिकेट को देने वाले सचिन कई चोटों से गुजरे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा टेनिस एल्बो की चोट ने उन्हें परेशान किया है। उन्होंने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं।2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं।

‘खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से अलग’
यह लाइव वेबिनार शनिवार डॉ. वारियर ने डॉ. नितिन पटेल के साथ मिलकर किया। नितिन भारतीय क्रिकेट टीम और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के फिजियो हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस चर्चा के दौरान सचिन ने सभी युवा डॉक्टरों को बताया कि किस तरह से खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से काफी अलग होती है। सचिन ने यह वेबिनार अपने अनुभव को युवाओं के साथ शेयर करने के लिए जॉइन किया था, ताकि डॉक्टरों के जीवन में यह काम आ सके।



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सचिन तेंदुुलकर ने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं। 2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं। -फाइल फोटो

गांगुली, धोनी कभी नहीं बन पाए विजडन के बेस्ट क्रिकेटर April 11, 2020 at 11:52PM

नई दिल्लीभारत ने 1932 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था लेकिन अभी तक उसके केवल 17 खिलाड़ी ही विजडन के वर्ष के पांच क्रिकेटरों की सूची में जगह बना पाए हैं।हैरानी वाली बात यह है इसमें सौरभ गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल नहीं हैं। विजडन इस सूची में जगह बनाने के लिए केवल इंग्लैंड में प्रदर्शन को महत्व देता रहा है और इसलिए एक जमाने में सुनील गावसकर ने इसकी आलोचना भी की थी। गावसकर को 1980 में विजडन के पांच क्रिकेटरों में जगह मिली थी जबकि उन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं पर 774 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। भारतीय क्रिकेटरों की एक लंबी फेहरिस्त है जिन्हें विजडन के पांच क्रिकेटरों में जगह नहीं मिली। इनमें गांगुली, धोनी और रोहित के अलावा गुंडप्पा विश्वनाथ, वीरेंदर सहवाग, स्पिन चौकड़ी में शामिल बिशन सिंह बेदी, ईरापल्ली प्रसन्ना और एस वेंकटराघवन, हरभजन सिंह, रविचंद्रन अश्विन, जवागल श्रीनाथ, रविंद्र जडेजा, इशांत शर्मा आदि प्रमुख हैं। पढ़ें, गांगुली ने तो अपने करियर की शुरुआत भी इंग्लैंड में की थी और पहले दो टेस्ट मैचों में भी शतक जड़े थे। उन्होंने इंग्लैंड में नौ टेस्ट मैचों में 65.35 की औसत से 915 रन बनाए हैं। वनडे में उनका सर्वोच्च स्कोर 183 रन (बनाम श्रीलंका विश्व कप 1999) भी इंग्लैंड की धरती पर बना है लेकिन विजडन ने कभी भारतीय कप्तान को वर्ष के पांच क्रिकेटरों में शामिल करने के उपयुक्त नहीं समझा। रोहित ने पिछले दो वर्षों में एकदिवसीय क्रिकेट में इंग्लैंड की धरतीं पर रनों का अंबार लगाया है। उन्होंने विश्व कप 2019 में पांच शतकों की मदद से 648 रन बनाये थे लेकिन विजडन ने उनके इस प्रदर्शन को वर्ष के अपने पांच क्रिकेटरों में शामिल करने के लायक भी नहीं समझा। मोहिंदर अमरनाथ को 1984 में विश्व कप 1983 के सेमीफाइनल और फाइनल के प्रदर्शन के आधार पर विजडन की इस सूची में जगह मिली थी। गांगुली की तरह अपने बल्ले और कप्तानी का डंका दुनिया भर में बजाने वाले धोनी कभी विजडन की सूची में जगह नहीं बना पाए जबकि उन्होंने इंग्लैंड की धरती पर कुछ बेहतरीन पारियां खेली हैं। विश्वनाथ ने अपना उच्चतम स्कोर 222 रन इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था लेकिन तब स्थान चेन्नै था लेकिन 1979 में लॉर्ड्स में खेली गई उनकी 113 रन की पारी को भला कौन भुला सकता है जिससे भारत ने मैच ड्रॉ करवाया था। पढ़ें, धुरंधर ओपनर रहे सहवाग कभी विजडन के पांच क्रिकेटरों में शामिल नहीं हो पाए लेकिन उन्हें 2003 से शुरू किए वर्ष के अग्रणी क्रिकेटर (विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड) में दो बार (2008 और 2009) जगह मिली है। यह सम्मान सचिन तेंडुलकर (2010) और विराट कोहली (2016 से 2019) को भी मिला है। भारत ही नहीं विश्व के कई चोटी के क्रिकेटरों को कभी विजडन के पांच क्रिकेटरों की सूची में जगह नहीं मिली। इनमें इंजमाम उल हक, एबी डि विलियर्स, डेविड वॉर्नर, रोस टेलर, क्रिस गेल, स्टीफन फ्लेमिंग, रंगना हेराथ, नाथन लियोन, डेनियल विटोरी, चमिंडा वास, मिशेल जॉनसन, मोर्ने मोर्कल आदि शामिल हैं। डि विलियर्स को हालांकि विजडन ने पिछले साल दशक के पांच क्रिकेटरों में शामिल किया था। सीके नायुडू (1933) विजडन में जगह बनाने वाले पहले विशुद्ध भारतीय क्रिकेटर थे। उनसे पहले रणजीतसिंह जी (1897), उनके भतीजे दलीपसिंह जी (1930) और नवाव पटौदी सीनियर (1932) को यह सम्मान मिला था लेकिन ये तीनों तब इंग्लैंड की तरफ से खेला करते थे। विजडन ने 2000 से 2003 तक इस पुरस्कार के लिए विश्व भर के प्रदर्शन को ध्यान में रखा। इस बीच वीवीएस लक्ष्मण को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में खेली गई 281 रन की ऐतिहासिक पारी के लिए विजडन के क्रिकेटरों में जगह मिली थी। विजडन ने हालांकि इसके बाद फिर से पुरानी परंपरा पर वापस लौटने का फैसला किया और विश्व भर के क्रिकेटरों के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड की शुरुआत की। विजडन के वर्ष के पांच क्रिकेटरों में शामिल भारतीय क्रिकेटर : सीके नायडू (1933), विजय मर्चेंट (1937), वीनू मांकड़ (1947), मंसूर अली खां पटौदी (1968), भगवत चंद्रशेखर (1972), सुनील गावसकर (1980), कपिल देव (1983), मोहिंदर अमरनाथ (1984), दिलीप वेंगसरकर (1987), मोहम्मद अजहरूद्दीन (1991), अनिल कुंबले (1996), सचिन तेंडुलकर (1997), राहुल द्रविड़ (2000), वीवीएस लक्ष्मण (2002), जहीर खान (2008), शिखर धवन (2014) और विराट कोहली (2019)।

विराट की टीम को चाहिए मिडिल ऑर्डर में मैच विजेता: अख्तर April 11, 2020 at 10:50PM

नई दिल्लीपाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम को मिडिल ऑर्डर में मैच विजेताओं की जरूरत है। भारतीय टीम 2013 चैंपियंस ट्रोफी के बाद कोई बड़ा टूर्नमेंट नहीं जीत पाई है और इसी के कारण अख्तर का मानना है कि टीम का मिडिल ऑर्डर कमजोर है। शोएब अख्तर ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘टूर्नमेंट जीतना अलग बात है और शीर्ष पर बने रहना अलग। भारत अब भी टेस्ट क्रिकेट की नंबर एक टीम है और सीमित ओवरों में भी शीर्ष टीमों में शामिल है। इसलिए केवल आईसीसी टूर्नमेंटों में प्रदर्शन के आधार पर हमें आकलन नहीं करना चाहिए।’ पढ़ें, 44 वर्षीय अख्तर ने कहा, ‘निश्चित तौर पर उन्हें आईसीसी प्रतियोगिताएं जीतनी चाहिए। जब चोटी के चार बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वे अमूमन जीत हासिल करते हैं लेकिन ऐसा नहीं होने पर उनकी स्थिति बिगड़ जाती है। उन्हें मध्यक्रम में युवराज (सिंह) और धोनी जैसे मैच विजेता चाहिए।’ अख्तर ने साथ ही कहा कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान ने यह फैसला इतने लंबे समय तक क्यों लटकाए रखा, वह नहीं जानते।

'2019 WC के बाद संन्यास ले लेते धोनी, अब फंस गए' April 11, 2020 at 09:55PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व कप्तान के संन्यास को लेकर वर्ल्ड कप-2019 के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही हैं। अब पाकिस्तान के पूर्व पेसर ने कहा कि धोनी को पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। उन्होंने साथ ही कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान ने यह फैसला इतने लंबे समय तक क्यों लटकाए रखा है, वह इस बारे में नहीं जानते। अख्तर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 38 वर्षीय धोनी को शानदार विदाई दी जाएगी, भले ही अभी यह पता नहीं कि खेल कब शुरू हो पाएंगे। उन्होंने इस्लामाबाद से पीटीआई से कहा, ‘इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए। मैं नहीं जानता कि उन्होंने इसे इतना लंबा क्यों खींचा। उन्हें वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं संन्यास ले चुका होता। मैं छोटे फॉर्मेट में तीन-चार साल और खेल सकता था लेकिन मैंने (विश्व कप 2011 के बाद) संन्यास ले लिया क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था। इसलिए फैसले के लिए इंतजार क्यों करो।’ धोनी ने पिछले साल जुलाई में वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है। वह आईपीएल की तैयारियों में जुटे थे लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण अब इस टूर्नमेंट पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। अगर वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो उनकी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खेलने की संभावना बनी रहती। पढ़ें, अख्तर का मानना है कि धोनी अब अधर में लटके हैं लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं। उन्होंने कहा, ‘एक देश के तौर पर आपको उन्हें पूरे सम्मान और गरिमा के साथ विदाई देनी चाहिए। उन्होंने आपके लिए विश्व कप जीता और भारत की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है। वह बहुत अच्छे इंसान भी हैं लेकिन अभी लगता है कि वह अधर में लटके हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब वह (न्यूजीलैंड के खिलाफ) सेमीफाइनल में टीम को जीत नहीं दिला पाए, मुझे लगता है कि उन्हें तभी संन्यास ले लेना चाहिए था। उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकते हैं।’ अख्तर ने कहा, ‘उन्हें या तो विश्व कप के विदाई सीरीज में खेलना चाहिए था और शानदार अंदाज में क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए था।’

शोएब अख्तर ने कहा- धोनी अभी बीच में लटके हैं, उन्हें 2019 वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था April 11, 2020 at 09:45PM

पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत के पूर्वकप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बयान दिया। अख्तर ने कहा कि वे किसी के कद को नहीं माप रहे, लेकिन धोनी काफी लंबे समय से खिंचे चले आ रहे हैं। वे अभी बीच में ही लटके हुए हैं। उनके लिए 2019 वर्ल्ड कप आदरपूर्वक संन्यास लेने का सही समय था। अख्तर ने उम्मीद जताई है कि धोनी को उनकी चुप्पी के रूप में शानदार विदाई मिलेगी। दरअसल, धोनी वर्ल्ड कप के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था।

धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के कप्तान हैं। कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाल दिया था, लेकिन अब भी इस पर संकट छाया हुआ है। भारतीय चयनकर्ता और मुख्य कोच रवि शास्त्री कई बार कह चुके हैं, कि धोनी के पास टी-20 वर्ल्ड कप में वापसी के लिए आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन ही एकमात्र मौका है। यह वर्ल्ड कप अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा।

‘धोनी की जगह मैं होता तो संन्यास ले लेता’
अख्तर ने इस्लामाबाद से ही भारतीय न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया। उन्होंने कहा, ‘‘उस खिलाड़ी (धोनी) ने अपनी योग्यता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। मुझे समझ नहीं आता कि क्यों उसने अपने करियर को इतना लंबा खींचा है। उसे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। यदि मैं उसकी जगह होता तो अपने जूते उतारकर टांग (संन्यास ले लेता) देता। मैं तीन-चार साल छोटे फॉर्मेट में खेल सकता था, लेकिन मैंने (2011 वर्ल्ड कप के बाद) संन्यास ले लिया, क्योंकि मैं अपने खेल में 100 प्रतिशत नहीं था तो क्यों लंबा खींचता?’’

अख्तर ने कहा, ‘‘जब वह (धोनी) वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में (न्यूजीलैंड के खिलाफ) मैच फिनिश कर टीम को नहीं जिता पाया था। मुझे महसूस हुआ कि वह संन्यास ले लेगा, लेकिन उसने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकता है। मुझे लगता है कि वह वर्ल्ड कप के बाद अपनी विदाई स्वरूप एक आखिरी सीरीज खेलना चाह रहा है।’’

‘मध्यक्रम में भारत को मैच विनर चाहिए’
भारतीय टीम ने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी से अब तक कोई आईसीसी खिताब नहीं जिता है। इसको लेकर अख्तर ने कहा कि भारतीय टीम को मध्यक्रम में एक मैच विनर खिलाड़ी की काफी जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट जीतना और टॉप पर बने रहना दोनों अलग-अलग बात है। भारतीय टीम टेस्ट वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर है। जबकि ओवरों के फॉर्मेट की टॉप टीमों में शामिल है। ऐसे में हमें टीम की काबिलियत को सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स के प्रदर्शन के आधार पर नहीं आकना चाहिए। बिल्कुल उन्हें आईसीसी इवेंट जीतने चाहिए और वह जीतेगी भी।’’

अख्तर ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में टॉप के चार बल्लेबाज जब बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो टीम को जीत मिलती है। हालांकि, जब यह टॉप ऑर्डर फ्लॉप होता है, तो फिर टीम बुरी तरह हारती है। मैंने यह नोटिस किया है कि मौजूदा टीम को मध्यक्रम में युवराज सिंह और धोनी की तरह मैच जिताने वाला खिलाड़ी चाहिए।’’



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शोएब अख्तर ने कहा- महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी योग्यता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। -फाइल फोटो

रोनाल्डो ने तोड़ा लॉकडाउन? अधिकारी बोले- गलत April 11, 2020 at 09:23PM

नई दिल्लीदुनिया के दिग्गज फुटबॉलरों में शुमार पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो को स्थानीय अधिकारियों ने सलाह दी है कि लॉकडाउन नियमों को लेकर उन्हें 'कोई विशेषाधिकार' नहीं है। युवेंट्स के इस स्ट्राइकर को मेडीरा के नैशनल स्टेडियम में ट्रेनिंग करते देखा गया था। कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर में फुटबॉल से जुड़े तमाम टूर्नमेंट को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस घातक वायरस के कारण भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन घोषित है। कुछ मैच तो स्टेडियम में बिना दर्शकों के खेले गए। पढ़ें, एक रिपोर्ट के मुताबिक, पांच बार के बैलन डी ओर विजेता रोनाल्डो स्टेडियम में अभ्यास करते दिखे थे। वह फिलहाल पुर्तगाल में अपने घर पर समय बिता रहें हैं। गोल डॉट कॉम ने मेडिरा के स्वास्थ्य सचिव पेड्रो रामोस के हवाले से कहा, 'रोनाल्डो को ट्रेनिंग की कोई विशेष अनुमति नहीं है। रोनाल्डो को सभी नागरिकों की तरह नियमों का सम्मान करना चाहिए।' रोनाल्डो को साथी खिलाड़ियों के साथ सीडी नैशनल घरेलू मैदान में प्रैक्टिस करते देखा गया था। रामोस ने कहा, 'सभी नागरिक घर से बाहर जा सकते हैं लेकिन किसी भी तरह की भीड़ नहीं लगा सकते और तो और सभा आयोजित नहीं कर सकते। अभ्यास के दौरान एक सुरक्षित दूरी बनाए रखना भी जरूरी है।' उन्होंने कहा, 'रोनाल्डो को कोई विशेष अधिकार नहीं था क्योंकि वह हम सभी के समान हैं। हम सभी एक ही महामारी का सामना कर रहे हैं।'

कोरोना वायरस के कारण मॉन्ट्रियल मास्टर्स स्थगित April 11, 2020 at 09:39PM

मॉन्ट्रियल यूएस ओपन की तैयारियों के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले मॉन्ट्रियल डब्ल्यूटीए टूर्नमेंट को 2021 तक स्थगित कर दिया गया है। यह प्रतियोगिता सात से 16 अगस्त के बीच खेली जानी थी लेकिन क्यूबेक प्रांत ने कोराना वायरस के प्रसार को कम करने के लिए 31 अगस्त तक सभी खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द करने का आग्रह किया था जिसके बाद इस टूर्नमेंट का आयोजन होना मुश्किल था। डब्ल्यूटीए ने बयान में कहा, ‘क्यूबेक सरकार ने 31 अगस्त तक कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं करने के लिए कहा है जिसके कारण मॉन्ट्रियल में होने वाले रोजर्स कप को 2021 तक टाल दिया गया है।’ इसमें कहा गया है, ‘डब्ल्यूटीए शुरू से कहता रहा है कि स्वास्थ्य और सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता रहेगी। हम समझते हैं कि यह मुश्किल निर्णय था। हम 2021 में मॉन्ट्रियल में वापसी के लिए इंतजार करेंगे।’

राशिद ने बताया, कौन है पसंदीदा बल्लेबाज और गेंदबाज April 11, 2020 at 08:49PM

नई दिल्लीचीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण खेल जगत की दिग्गज हस्तियां भी घर पर हैं और अपने-अपने परिवार संग समय बिता रही हैं। इस बीच कुछ क्रिकेटर ऐसे हैं जो सोशल मीडिया पर अपने फैंस के साथ जुड़ रहे हैं। इसी तरह अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर ने इंस्टाग्राम पर वीडियो चैट के दौरान कई बातें शेयर कीं। आईपीएल में राशिद खान सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व करने वाले राशिद ने इस वीडियो चैट में अपने पसंदीदा बॉलीवुड ऐक्टर, पसंदीदा हॉलिडे डेस्टिनेशन और स्टेडियम के नाम भी शेयर किए। राशिद ने साथ ही कहा कि दिग्गज सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली, उनके फेवरिट बल्लेबाज हैं। वहीं, पसंदीदा गेंदबाज के बारे में उन्होंने भारतीय पेसर जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का नाम लिया। पढ़ें, राशिद ने बताया कि वह हिंदी अच्छी तरह बोल और समझ लेते हैं। इसका कारण उनका भारत में काफी समय से रहना और प्रैक्टिस करने के अलावा आईपीएल में खेलना है। उन्होंने साथ ही बताया कि वह स्टार आमिर खान को पसंद करते हैं, लेकिन वह उनका कोई यादगार संवाद नहीं बता सके। उनसे जब पसंदीदा छुट्टियां बिताने की जगह पूछी तो उन्होंने मालदीव का नाम लिया। अपने पसंदीदा स्टेडियम के बार में राशिद ने एडिलेड ओवल और लॉर्ड्स ग्राउंड का नाम लिया। उन्होंने कहा, 'लॉर्ड्स पसंदीदा स्टेडियम है। दूसरा नंबर एडिलेड ओवल का है। वहां नए साल पर होने वाले मैच में 50-60 हजार दर्शक होते हैं। मैं एडिलेड में अपना समय बिताना पसंद करता हूं।' राशिद भी कोरोना वायरस के कारण लोगों से घर पर रहने की अपील कर रहे हैं।