Sunday, July 11, 2021

EURO 2020: बाईं तरफ एक छलांग और 22 साल के इस खिलाड़ी ने तोड़ा इंग्लैंड का 55 साल का ख्वाब July 11, 2021 at 01:05PM

लंदन इटली की टीम ने इंग्लैंड को हराकर (Italy Won Euro 2020) यूरो कप 2020 में कब्जा कर लिया। इटली ने 53 साल बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नमेंट पर कब्जा किया है। पिछली बार उसने 1968 में यह ट्रोफी जीती थी। रविवार (भारत में सोमवार) को खेले गए फाइनल में एक्स्ट्रा टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबर थीं। इसके बाद विजेता का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए हुआ। इटली की जीत के हीरो रहे उसके युवा गोलकीपर Gianluigi Donnarumma। उन्होंने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन किया। पेनल्टी शूटआउट में तो उनका खेल कमाल का रहा और अपनी टीम को यहां 3-2 से जीत दिलाई। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट भी चुना गया। वह इटली के राष्ट्रीय हीरो बन गए हैं। 22 वर्षीय इस खिलाड़ी ने शुरुआत इटली के क्लब एसी मिलान के साथ की। हाल ही में उन्होंने फ्रेंच क्लब Paris Saint-Germain के साथ डील साइन की है। उन्होंने उन्होंने 16 साल 242 दिन की उम्र में 2015 में एसी मिलान के साथ अपने सफर की शुरुआत की थी। ने जैसे ही अपनी बाईं ओर छलांग लगाकर बुकायो साका की पेनल्टी किक को रोका, इंग्लैंड का 55 साल से चला आ रहा वैश्विक खिताब जीतने का सपना टूट गया। इंग्लैंड की टीम का प्रदर्शन पेनल्टी शूटआउट में बेहद खराब रहा। उसने एक दो नहीं बल्कि लगातार तीन मौके मिस किए। अपने घरेलू मैदान बेम्बले में इंग्लैंड को इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद कतई नहीं रही होगी। इंग्लैंड के हारते ही स्टेडियम में मौजूद इंग्लिश फैंस के चेहरे पर मायूसी छा गई। चार साल का वक्त भी नहीं बीता जब इटली की टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर पाई थी। यह उसके फुटबॉल इतिहास का सबसे दुखभरा लम्हा था। छह दशकों में पहली बार ऐसा हुआ था कि वर्ल्ड कप में इटली नहीं खेल रहा था। अब वह यूरोप की सर्वश्रेष्ठ टीम कही जा रही है। बीते 34 मुकाबलों से वह अजेय है। टीम के कोच रोबार्टो मैनचीनी को इसका श्रेय दिया जा रहा है। इंग्लैंड 55 साल बाद अपना पहला बड़ा फाइनल खेल रही थी। बड़े टूर्नमेंट के शूटआउट में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन का सिलसिला यहां भी नहीं टूटा उसे 1990, 1996, 1998, 2004, 2006 और 2012 में भी हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड के लिए ल्यूक शॉ ने दूसरे मिनट में गोल कर दिया था वहीं इटली के लियानार्डो बनूची ने 67वें मिनट में गोल कर मुकाबला बराबरी पर ला दिया था। इंजरी टाइम तक मुकाबला बराबरी पर रहने के बाद पेनल्टी शूट आउट का पहला शॉट इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने लिया और गेंद जाल में पहुंचा दी। इसके बाद इटली के डॉमेनिको बेरार्डी ने भी गोल दागने में कामयाबी हासिल की। इंग्लैंड के हैरी मैग्यूरे ने भी गोल दागा, जबकि इटली के आंद्रे बेलोटी चूक गए। इंग्लैंड के पास 2-1 की बढ़त थी, लेकिन इसके बाद इटली के लिए बुनाची और फेडेरिको ने दनादन गोल दागते हुए 3-2 का अंतर कर दिया। दूसरी ओर, इंग्लैंड के मार्कस रशफोर्ड, जादोन सांचो और बुकायो साका ऐसा करने में असफल रहे।

इटली ने तोड़ा इंग्लैंड का ख्वाब, पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हराकर जीता खिताब July 11, 2021 at 12:09PM

लंदन बुकायो साका के पेनल्टी शूटआउट चूकते ही वेंबली स्टेडियम में इंग्लिश फैंस के बीच सन्नाटा पसर गया। पहला यूरो कप खिताब जीतने का ख्वाब अधूरा रह गया और ट्रोफी इटली () के साथ रोम चली गई। इंजरी टाइम तक स्कोर 1-1 से बराबर था और फैसला पेनल्टी शूटआउट में हुआ, जहां इटली ने 3-2 से इंग्लैंड (Italy Beat England) को हराकर ट्रोफी पर कब्जा जमा लिया। हजारों की संख्या में इंग्लैंड को चीयर करने पहुंचे फैंस की आंखों में आंसू थे, खिलाड़ी मायूस थे। दूसरी ओर, इटली का जश्न देखते बन रहा था। इंग्लैंड के स्टार कप्तान हैरी केन और स्टार्लिंग का जादू नहीं चला और आक्रामक तेवर के साथ खेल रही इटली ने अपना दूसरा यूरो कप खिताब जीत लिया। उसने इससे पहले 1968 में ट्रोफी जीती थी। यही नहीं, इटली का यह 34वां अजेय मैच भी रहा। 22 वर्षीय गियान्लुगी डॉन्नारुम्मा रहे जीत के हीरो 22 वर्षीय गोलकीपर गियान्लुगी डॉन्नारुम्मा (Gianluigi Donnarumma) ने जिस अंदाज में गोल पोस्ट के सामने मुस्तैदी दिखाई वह काबिलेतारीफ है। उन्होंने कई अहम मौके पर तो टीम को गोल खाने से बचाया ही साथ ही शूटआउट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए इटली को दूसरी बार यूरो कप का चैंपियन बना दिया। या यूं कह लें कि इंग्लैंड का ख्वाब चकनाचूर कर दिया। पेनल्टी शूटआउट का रोमांचइंजरी टाइम तक मुकाबला बराबरी पर रहने के बाद पेनल्टी शूट आउट का पहला शॉट इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने लिया और गेंद जाल में उलझा दी। इसके बाद इटली के डॉमेनिको बेरार्डी ने भी गोल दागने में कामयाबी हासिल की। इंग्लैंड के हैरी मैग्यूरे ने भी गोल दागा, जबकि इटली के आंद्रे बेलोटी चूक गए। इंग्लेंड के पास 2-1 की बढ़त थी, लेकिन इसके बाद इटली के लिए बुनाची और फेडेरिको ने दनादन गोल दागते हुए 3-2 का अंतर कर दिया। दूसरी ओर, इंग्लैंड के मार्कस रशफोर्ड, जादोन सांचो और बुकायो साका ऐसा करने में असफल रहे। ल्यूक शॉ ने दिलाई बढ़त मैच शुरू हुए दो मिनट ही हुआ था कि के. ट्रिप्पर के जबरदस्त पास पर जर्सी नंबर 3 ल्यूक शॉट ने एक झन्नाटेदार किक जड़ते हुए गेंद जाल में उलझा दिया। शॉट इतना करारा था कि इटली के गोलकीपर डोन्नारुमा को सोचने-समझने का टाइम ही नहीं मिला। यह ल्यूक का पहला इंटरनैशनल गोल भी रहा। इसके साथ इंग्लैंड ने 1-0 की बढ़त बना ली। पहला हाफ का यह इकलौता गोल रहा। बानुची ने दागा बराबरी का गोलदूसरे हाफ की शुरुआत इटली ने आक्रामक की। इसका फायदा भी उसे मिला। 1-4-3-3 फॉर्मेशन के साथ खेल रही इतावली टीम के लिए बराबरी का गोल अनुभवी डिफेंडर बानुची ने 67वें मिनट में दागा। यह गोल पोस्ट के काफी करीब से लगाया गया था। इस गोल के बाद इटली के खिलाड़ियों और चाहने वालों का जश्न देखते बन रहा था। गोल के साथ इटली के खिलाड़ियों में जान आ गई। उनका खेल और भी आक्रामक हो गया। बता दें कि बानुची यूरो कप इतिहास में गोल दागने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बने सेमीफाइनल का रोमांच इंग्लैंड का अभियान: इंग्लैंड ने डेनमार्क को सेमीफाइनल में 2-1 से हराने के साथ ही सेमीफाइनल में अपने हार के तिलस्म को तोड़ा। इंग्लैंड को 1990 और 2018 विश्व कप और 1996 के यूरोपियन चैंपिशनशिप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने अंतिम-16 में जर्मनी को 2-0 से और क्वॉर्टर फाइनल में यूक्रेन को 4-0 से पराजित किया। डेनमार्क की टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के लिए कड़ी प्रतिद्वंद्वी थी। हालांकि, उस पेनल्टी पर अभी भी विवाद चल रहा है जिसमें केन ने विजयी गोल दागा था। इटली का सफर: इटली 33 जीत के बाद यहां तक पहुंचा था। उसने सेमीफाइनल में चिरप्रतिद्वंद्वी स्पेन को हराया था। पेनल्टी शूटआउट में इटली ने स्पेन को 4-2 से हराकर यूरो कप के फाइनल में प्रवेश किया।

बनूची ने दिखाया कमाल, यूरो फाइनल में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने July 11, 2021 at 11:37AM

लंदन इटली के लियोनार्डो बनूची ने यूरो कप के फाइनल में इतिहास रच दिया। रविवार (स्थानीय समयानुसार) को उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ गोल किया। वह यूरो कप के फाइनल में गोल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए। उन्होंने लंदन के वेम्बले स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मैच के 67वें मिनट में गोल किया। इटली ने इस गोल के साथ मैच में बराबरी की। बलूनी (34 साल और 71 दिन) सबसे उम्रदराज गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए। बनूची इसके साथ ही इटली के लिए यूरो फाइनल्स में सबसे ज्यादा मैच (18) मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ी भी बन गए। इंग्लैंड ने मैच की अच्छी शुरुआत की। ल्यूक शॉ ने 1 मिनट 57 सेकंड पर गोल किया। इसके बाद पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। दूसरे हाफ में लियोनार्डो बनूची ने 67वें मिनट में बराबरी का गोल किया। उन्होंने स्कोर को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। इंग्लैंड ने आखिरी बार 1966 में 55 साल पहले कोई बड़ा मुकाबला जीता था। तब उन्होंने फुटबॉल वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था।

वीडियो: गेंद छोड़ रहा था बल्लेबाज, अश्विन की फिरकी ने उड़ाईं गिल्लियां July 11, 2021 at 11:00AM

लंदन भारतीय टीम के चोटी के स्पिनर ने रविवार (11 जुलाई) को इंग्लिश काउंटी सरे के लिए अपना पहला विकेट लिया। उन्होंने समरसेट के खिलाफ यह विकेट हासिल किया। पारी के 40वें ओवर में उन्होंने यह विकेट लिया। अश्विन की फिरकी को समरसेट के बल्लेबाज टॉम लैमॉनबी समझ नही पाए। बल्लेबाज ने गेंद को छोड़ने का फैसला किया। उन्हें लगा कि परंपरागत ऑफ स्पिनर की तरह गेंद उन्हें छोड़कर बाहर जाएगी लेकिन गेंद ने अपनी लाइन पकड़े रखी और बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को 42 के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। इससे पहले, समरसेट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान की पिच बल्लेबाजी के लिए मुफीद थी। यह सरे का होम ग्राउंड भी है। समरसेट के दोनों सलामी बल्लेबाज बाएं हाथ के थे इसे देखते हुए टीम के कप्तान रोरी बर्न्स ने अश्विन को नई गेंद थमाई। बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अश्विन का रेकॉर्ड शानदार है। सलामी जोड़ी डेवॉन कॉन्वे (21) और स्टीवन डेविस (42) ने अश्विन का सावधानीपू्र्वक सामना किया। दोनों ने अपनी टीम को कोई खतरा नहीं होने दिया। शुरुआती ओवरों में विकेट नहीं मिलने के बावजूद अश्विन ने बल्लेबाजों को खुलकर रन नहीं बनाने दिए। अश्विन ने कसी हुई गेंदबाजी की और दूसरे छोर से अपने साथियों को विकेट हासिल करने में मदद की। जब टॉम लैमॉनबी और समरसेट के कप्तान जेम्स हिलड्रथ की पार्टनरशिप जम रही थी अश्विन ने एक खूबसूरत गेंद पर विकेट ले लिया।

EURO Final Live: दूसरे ही मिनट में ल्यूक शॉ का गोल, इंग्लैंड ने इटली पर ली 1-0 की बढ़त July 11, 2021 at 08:43AM

लंदनइटली और इंग्लैंड के बीच यूरो कप का फाइनल लंदन के वेंबली स्टेडियम में खेला जा रहा है। इटली की टीम पिछले 33 मैचों से अजेय है, जबकि इंग्लैंड की कोशिश 55 वर्षों का खिताबी सूखा खत्म करने के लिए उतरी है। इंग्लैंड ने आखिरी बार 1966 में इसी स्टेडियम में जर्मनी को 4-2 से हराकर विश्व कप जीता था। 02 मिनट: ल्यूक शॉ का गोल मैच शुरू होने के महज दूसरे मिनट में ही ल्यूक शॉ ने गोल करते हुए इंग्लैंड को 1-0 की बढ़त दिला दी है। उन्होंने यह गोल के. ट्रिप्पर के पास पर किया। नंबर 3 जर्सी वाले ल्यूक का यह पहला इंटरनैशनल गोल है। सेमीफाइनल का रोमांच इंग्लैंड का अभियान: इंग्लैंड ने डेनमार्क को सेमीफाइनल में 2-1 से हराने के साथ ही सेमीफाइनल में अपने हार के तिलस्म को तोड़ा। इंग्लैंड को 1990 और 2018 विश्व कप और 1996 के यूरोपियन चैंपिशनशिप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने अंतिम-16 में जर्मनी को 2-0 से और क्वॉर्टर फाइनल में यूक्रेन को 4-0 से पराजित किया। डेनमार्क की टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के लिए कड़ी प्रतिद्वंद्वी थी। हालांकि, उस पेनल्टी पर अभी भी विवाद चल रहा है जिसमें केन ने विजयी गोल दागा था। इटली का सफर: इटली 33 जीत के बाद यहां तक पहुंचा है। उसने सेमीफाइनल में चिरप्रतिद्वंद्वी स्पेन को हराया था। पेनल्टी शूटआउट में इटली ने स्पेन को 4-2 से हराकर यूरो कप के फाइनल में प्रवेश किया। इंग्लैंड को होम एडवांटेजसाल 1966 में इंग्लैंड ने विश्व कप खिताब अपने नाम किया था। उसके बाद से इंग्लिश टीम पहली बार किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। 2018 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड का सफर सेमीफाइनल में थम गया था। इंग्लैंड के पास इस मुकाबले में होम एडवांटेज रहेगा। इटली को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, लेकिन इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से अब तक सबका दिल जीता है।

जोकोविच का 20वां ग्रैंडस्लैम: सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीता, पिछले महीने मारा था फ्रेंच ओपन का मैदान July 11, 2021 at 07:57AM

लंदन विंबलडन में रविवार रात वही हुआ जिसकी सभी को उम्मीद थी। दुनिया के नंबर एक सर्बियाई खिलाड़ी जोकोविच का जादू चला। इटली के माटेओ बेरेटिनी को उन्होंने 6-7 (4), 6-4, 6-4, 6-3 से हराया। 34 वर्षीय प्लेयर का यह लगातार तीसरा और कुल छठा विंबलडन खिताब है। इसी के साथ नोवाक जोकोविच ने 20 ग्रैंडस्लैम खिताब के रेकार्ड की भी बराबरी कर ली। जोकोविच ने बता दिया कि वह क्यों दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी हैं। मुकाबला तीन घंटे 23 मिनट तक चला। बेरेटिनी ने शुरू में कुछ ऐसी गलतियां की, जो विंबलडन जैसी प्रतियोगिता में नहीं होनी चाहिए। अपना 30वां ग्रैंडस्लैम फाइनल खेल रहे जोकोविच ने बराबरी की, लेकिन बेरेटिनी ने जल्द ही दो सेट प्वाइंट हासिल कर दिए, उन्होंने ऐस जमाकर पहले सेट प्वाइंट पर यह सेट अपने नाम किया जो एक घंटा 10 मिनट तक चला। नडाल, फेडरर की बराबरीजोकोविच ने अपने 20 ग्रैंडस्लैम में सर्वाधिक 9 ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीते। फिर छह विंबलडन खिताब हैं। नोवाक के कैबिनेट में तीन यूएस ओपन टाइटल भी हैं। इस खिलाड़ी ने सबसे कम दो फ्रेंच ओपन टाइटल जीते हैं। ऑल इंग्लैंड क्लब में सातवें फाइनल में पहुंचने वाले जोकोविच, रोजर फेडरर के बाद 30 ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे पुरुष खिलाड़ी हैं। फेडरर 31 मौकों पर ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंच चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि सर्बियाई खिलाड़ी सिर्फ एक सेट हारकर फाइनल में पहुंचे थे। इससे पहले, वह 2013, 2015 और 2019 में तीन मौकों पर विंबलडन फाइनल में दो सेट हार चुके हैं। ब्योर्न बोर्ग को पीछे छोड़ाजोकोविच ओपन ऐरा में रेकॉर्ड छठी बार विंबलडन जीतने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। स्वीडन के महान प्लेयर ब्योर्न बोर्ग अब उनके पीछे हो गए। इस लिस्ट में आज भी रोजर फेडरर सबसे आगे हैं, जिनके नाम आठ खिताह हैं। अमेरिका के पीट सैम्प्रास ने सात बार विंबलडन जीता है।

जोकोविच ने जीता विंबलडन का खिताब, फेडरर और राफेल नडाल का ग्रैंड स्लैम रेकॉर्ड बराबर July 11, 2021 at 06:45AM

विंबलडनमौजूदा चैंपियन वर्ल्ड नंबर वन सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन (Wimbledon) का खिताब जीत लिया है। उन्होंने खिताबी मुकाबले में रविवार को इटली के मैटियो बेरेटिनी को तीन घंटे 23 मिनट तक चले फाइनल में 6-7, 6-4, 6-4, 6-3 से हराया। यह उनका छठा विंबलडन खिताब है, जबकि कुल 20वां ग्रैंड स्लैम। इसके साथ ही उन्होंने रोजर फेडरर और राफेल नडाल के रेकॉर्ड की बराबरी कर ली है। पहला सेट गंवाने के बाद दमदारी वापसी बेरेटिनी ने शुरू में काफी सहज गलतियां की जिसका फायदा उठाकर जोकोविच ने शुरू में ही उनकी सर्विस तोड़ दी। इसके बाद जब जोकोविच 5-2 से आगे थे तब बेरेटिनी ने सेट पॉइंट बचाया। इटली के इस खिलाड़ी ने दर्शकों के समर्थन के बीच अगले गेम में अपनी सर्विस बचायी और फिर ब्रेक पॉइंट लेकर मैच को टाईब्रेकर की तरफ बढ़ा दिया। बेरेटिनी ने टाईब्रेकर में शुरू में ही 3-0 की बढ़त बनायी। अपना 30वां ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रहे जोकोविच ने बराबरी की लेकिन बेरेटिनी ने जल्द ही दो सेट पॉइंट हासिल कर दिए। उन्होंने ऐस जमाकर पहले सेट पॉइंट पर यह सेट अपने नाम किया जो एक घंटा 10 मिनट तक चला। जोकोविच ने दूसरे सेट में भी बेरेटिनी को वापसी का मौका दिया। सर्बियाई खिलाड़ी ने एक समय 4-0 से बढ़त बना रखी थी लेकिन 5-2 पर अपनी सर्विस पर सेट जीतने में नाकाम रहे। जोकोविच ने 5-3 के स्कोर पर तीन सेट पॉइंट गंवाए लेकिन अगले गेम में आसानी से अपनी सर्विस पर अंक बनाकर मैच का स्कोर 1-1 से बराबर किया। तीसरे सेट के तीसरे गेम में जोकोविच ने बेरेटिनी की सविस तोड़कर 2-1 से बढ़त बनायी और इसके बाद अपनी सर्विस बचाए रखी। उन्होंने छठे गेम में दो ब्रेक पॉइंट बचाए। उनके पास 5-4 के स्कोर पर दो सेट पॉइंट पर थे। बेरेटिनी का फोरहैंड बाहर जाने से उन्होंने दूसरे सेट पॉइंट पर मैच में बढ़त हासिल की। शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी ने चौथे सेट में बेरेटिनी के डबल फॉल्ट का फायदा उठाकर 4-3 की बढ़त बनायी और फिर अंतिम गेम में ब्रेक पॉइंट हासिल किया। ऐसा था सेमीफाइनल का रोमांच इससे पहले जोकोविच ने पुरुष सिंगल्स के दूसरे सेमीफाइनल में कनाडा के खिलाड़ी डेनिस शापावालोव को सीधे सेटों में 7-6(3) 7-5 7-5 से पराजित कर 7वीं बार इस प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम के फाइनल का टिकट कटाया था। दूसरी ओर, मैटियो बेरेटिनी ने अपनी दमदार सर्विस और ताकतवर फोरहैंड का शानदार नमूना पेश कर हूबर्ट हरकाज को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। 45 वर्ष में पहली बार हुआ था ऐसा पिछले 45 वर्षों में पहला अवसर है जबकि इटली का कोई खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था। बेरेटिनी से पहले एड्रियानो पेनेटा ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने वाले आखिरी इतालवी खिलाड़ी थे। वह 1976 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। पच्चीस वर्षीय बेरेटिनी इससे पहले 2019 में यूएस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे लेकिन उससे आगे बढ़ने में नाकाम रहे थे।

INDW vs ENGW: भारत की इंग्लैंड पर रोमांचक जीत, शेफाली और दीप्ति की धूम July 11, 2021 at 07:11AM

होवओपनर शेफाली वर्मा की तूफानी पारी और स्पिनरों की कसी हुई गेंदबाजी से भारत ने रविवार को दूसरे महिला टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को आठ रन से हरा दिया। इस तरह महिला टीम ने 3 मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर किया। शेफाली वर्मा (38 गेंदों पर 48 रन) और स्मृति मंधाना (16 गेंदों पर 20 रन) ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े लेकिन इन दोनों के बीच में धीमे पड़ने और फिर दो रन के अंदर पवेलियन लौटने से भारत दबाव में आ गया। इंग्लैंड को टैमी ब्यूमोंट (50 गेंदों पर 59 रन) और कप्तान हीथर नाइट (28 गेंदों पर 30 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 75 रन जोड़कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारा। इन दोनों के लगातार गेंदों पर आउट होने के बाद भारत को वापसी का मौका मिल गया। इंग्लैंड का स्कोर 14वें ओवर तक दो विकेट पर 106 रन था लेकिन आखिर में वह आठ विकेट पर 140 रन ही बना पाया। भारत की तरफ से लेग स्पिनर पूनम यादव ने चार ओवर में 17 रन देकर दो और ऑफ स्पिनर दीप्ति शर्मा ने 18 रन देकर एक विकेट लिया जबकि स्नेह राणा ने चार ओवर में केवल 21 रन दिए। इस तरह से इन तीन स्पिनरों ने 12 ओवरों में केवल 56 रन दिए और तीन विकेट लिए। अरुंधति रेड्डी ने अपने पहले ओवर में ही डैनी वाइट (तीन) को आउट करके भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी। ऋचा घोष ने अच्छी फॉर्म में चल रही नताली साइवर (एक) को सीधे थ्रो पर रन आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलायी। इंग्लैंड हालांकि ब्यूमोंट के प्रयासों से पावरप्ले में 52 रन बनाने में सफल रहा। ब्यूमोंट ने 39 गेंदों पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना नौवां अर्धशतक पूरा किया। दीप्ति शर्मा ने उन्हें पगबाधा आउट करके नाइट के साथ उनकी साझेदारी तोड़ी। अगली गेंद पर नाइट रन आउट हो गयी जबकि सोफिया डंकले (चार) भी नहीं टिक पायी जिससे भारत को वापसी का मौका मिल गया। ब्यूमोंट ने अपनी पारी में सात और नाइट ने चार चौके लगाए। भारतीय स्पिनरों ने इसके बाद शिकंजा कस दिया और श्रृंखला को जीवंत बनाए रखा। तीसरा टी20 14 जुलाई को चेम्सफोर्ड में खेला जाएगा। शेफाली ने सोफी एक्सलेस्टोन पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़ा और फिर कैथरीन ब्रंट के अगले ओवर में लगातार पांच चौके लगाए। भारत का स्कोर चार ओवर के बाद बिना किसी नुकसान के 47 रन था लेकिन शेफाली अगली 11 गेंदों पर केवल एक रन बना पायी जिससे पावरप्ले में टीम 49 रन तक ही पहुंच पायी। मंधाना आठवें ओवर में सराह ग्लेन (32 रन देकर एक) पर मिडऑफ के ऊपर से छक्का जड़कर चुप्पी तोड़ी लेकिन फ्रेया डेविस (31 रन देकर एक) के अगले ओवर में उन्होंने धीमी गेंद पर कवर पर आसान कैच थमा दिया। हीथर नाइट ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किए और शेफाली अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पायी। उन्होंने ऑफ स्पिनर मैडी विलियर्स (नौ रन देकर एक) के पहले ओवर में ही ‘एक्रास द लाइन’ आकर बड़ा शॉट खेलना चाहा लेकिन नैट साइवर ने बेहतरीन कैच लपककर उनकी पारी का अंत कर दिया। अब हरमनप्रीत पर दारोमदार था। उन्होंने विलियर्स पर छक्का जड़कर अपने इरादे जतलाए लेकिन ग्लेन ने डेथ ओवरों से पहले ही हरमनप्रीत के तूफान को थाम दिया। पहली गेंद पर छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर भी उन्होंने लंबा शॉट खेला लेकिन ब्रंट ने लॉन्ग ऑफ पर डाइव लगाकर उसे कैच में बदल दिया। भारत आखिरी चार ओवरों में अपेक्षित तेजी से रन नहीं बना पाया। उसने इस बीच दो चौके और एक छक्का लगाया तथा ऋचा घोष (आठ) का विकेट गंवाया। स्नेह राणा आठ रन बनाकर नाबाद रही। साइवर ने चार ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया।

जोकोविच का इस साल तीसरा ग्रैंड स्लैम:नोवाक जोकोविच ने छठी बार विम्बलडन और 20वां ग्रैंड स्लैम जीता, फेडरर और नडाल की बराबरी की July 11, 2021 at 06:34AM

पिछले मैच में किया था शून्य पर आउट, शेफाली ने लगातार 5 चौके जड़ लिया बदला July 11, 2021 at 06:21AM

होवभारतीय महिला टीम की ओपनर शेफाली वर्मा (Shafali Verma) ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 मुकाबले में एक और धमाकेदार पारी खेली। उन्होंने 38 गेंदों में 8 चोके और 1 छक्का की मदद से 48 रन ठोके। वह अर्धशतक तो चूक गईं, लेकिन इस दौरान कैथरीन ब्रंट () के एक ओवर में लगातार 5 चौके जड़ डाले। यह वही कैथरीन हैं, जिन्होंने पिछले मैच में शेफली को शून्य पर आउट किया था। युवा ओपनर शेफाली को अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी करने में ज्यादा समय नहीं लगा। उन्होंने पहले सोफी एक्सलेस्टोन पर डीप मिडविकेट पर छक्का जड़ा और फिर कैथरीन ब्रंट के अगले ओवर में लगातार पांच चौके लगाए। शेफाली ने मैच के चौथे ही ओवर में ब्रंट को जमकर निशाना बनाया और मैदान के चारों ओर चौके ठोके। ओवर की पहली गेंद पर स्मृति मंधाना ने एक रन लिया था, जबकि शेफाली ने दूसरी गेंद को मिड विकेट, तीसरी को गेंदबाज के सिर के ऊपर से, चौथी गेंद को झन्नाटेदार शॉट लगाते हुए पॉइंट पर 4 रनों के लिए सीमारेखा के बाहर भेजा। गहरी मंत्रणा के बाद फेकी गई अगली दोनों गेंदों को भारतीय ओपनर ने मिड विकेट और मिड ऑन पर चौका जड़ दिया। मैच की बात करें तो आक्रामक सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा से मिली अच्छी शुरुआत के दम पर भारत 4 विकेट पर 148 रन बनाए। शेफाली (38 गेंदों पर 48 रन) और स्मृति मंधाना (16 गेंदों पर 20 रन) ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े लेकिन इन दोनों के बीच में धीमे पड़ने और फिर दो रन के अंदर पवेलियन लौटने से भारत दबाव में आ गया। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 31 रन बनाए। दीप्ति शर्मा 27 गेंदों पर 24 रन बनाकर नाबाद रहीं। हीथर नाइट ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किये और शेफाली अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पायी। उन्होंने ऑफ स्पिनर मैडी विलियर्स (नौ रन देकर एक) के पहले ओवर में ही ‘एक्रास द लाइन’ आकर बड़ा शॉट खेलना चाहा लेकिन नैट साइवर ने बेहतरीन कैच लपककर उनकी पारी का अंत कर दिया।

VIDEO: अर्जेंटीना की जीत का जश्न मना रहा था बेटा, ब्राजील सपोर्टर पिता ने मारने के लिए उठाई कुर्सी July 11, 2021 at 06:07AM

नई दिल्ली फुटबॉल नि:संदेह दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। विश्व के हर देश में इसे खेला जाता है। हर कोने में इसके प्रशंसक मिल जाएंगे। फैंस में फुटबॉल को लेकर इस कदर दीवानगी होती है स्टेडियम या उसके बाहर मारपीट की नौबत तक आ जाती है। अब कोरोनाकाल में जहां सीमित मात्रा में ही दर्शकों को स्टेडियम जाने की अनुमति है इसलिए कोपा अमेरिका फाइनल के बाद एक अलग नजारा देखने को मिला। अर्जेंटीना ने बड़े टूर्नामेंटों में खिताबी जीत के 28 साल के सूखे को भी खत्म किया। भारत में भी इस फाइनल पर सभी की निगाहें थीं, क्योंकि यह लड़ाई अर्जेंटीना और ब्राजील की न होकर मेसी बनाम नेमार हो चुकी थी। इसी दौरान एक परिवार का ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर किसी की भी हंसी छूट जाएगी। दरअसल, वायरल वीडियो में पिता-पुत्र की जोड़ी के बीच मजेदार नोकझोक देखने को मिली। मेसी फैन पुत्र जहां अर्जेंटीना की जीत पर अपनी टी-शर्ट उतारकर जश्न मना रहा था तो निराशा में डूबे ब्राजील सपोर्टर पिता किसी तरह खुद पर काबू किए हुए थे, लेकिन एक समय के बाद वह अपना आपा खो बैठे और कुर्सी लेकर अपने बेटे को मारने के लिए दौड़ाया। बेटे के डांस और डैडी के गुस्से ने हर किसी का दिल जीत लिया। दूसरी ओर कोलकाता में भी अर्जेंटीना की जीत को किसी उत्सव की तरह मनाया गया। लियोनल मेसी ने 15000 किलोमीटर दूर कोपा अमेरिका की ट्रॉफी अपने हाथ में ली तो ‘सिटी ऑफ जॉय’ खुशी से उछल पड़ा। भारतीय समयानुसार रविवार तड़के साढ़े पांच बजे शुरू हुए खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना ने चिर प्रतिद्वंद्वी ब्राजील को 1-0 से हराया।

विंबलडन में भारतीय मूल के समीर बनर्जी का कमाल, जीता लड़कों का एकल खिताब July 11, 2021 at 04:23AM

लंदनभारतीय मूल के अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी समीर बनर्जी ने रविवार को यहां हमवतन विक्टर लिलोव को सीधे सेटों में हराकर विंबलडन में लड़कों का एकल खिताब अपने नाम किया। अपना दूसरा जूनियर ग्रैंड स्लैम खेल रहे 17 साल के इस खिलाड़ी ने एक घंटे 22 मिनट तक चले फाइनल में 7-5, 6-3 से जीत हासिल की। बनर्जी के माता-पिता 1980 के दशक में अमेरिका में बस गए थे। जूनियर फ्रेंच ओपन में बनर्जी पहले दौर में ही बाहर हो गए थे। युकी भांबरी जूनियर एकल खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे, उन्होंने 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में जीत हासिल की थी। सुमित नागल ने 2015 में वियतनाम के ली होआंग के साथ विम्बलडन लड़कों का युगल खिताब जीता था। रामनाथन कृष्णन 1954 जूनियर विंबलडन चैंपियनशिप जीत का जूनियर ग्रैंड स्लैम जीतने वाले पहले भारतीय थे। उनके बेटे रमेश कृष्णन ने 1970 जूनियर विंबलडन और जूनियर फ्रेंच ओपन खिताब जीता था। लिएंडर पेस ने 1990 जूनियर विंबलडन और जूनियर यूएस ओपन जीता था। पेस जूनियर ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भी उपविजेता रहे थे।

ZIM vs BAN: बांग्लादेश ने जिम्बाब्वे को 220 रन से हराया, महमुदुल्लाह छाए July 11, 2021 at 02:53AM

हरारेमेहदी हसन मिराज और तास्किन अहमद के चार–चार विकेट की मदद से बांग्लादेश ने रविवार को यहां जिम्बाब्वे को दूसरी पारी में 256 रन पर आउट करके एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच में 220 रन से बड़ी जीत दर्ज की। जिम्बाब्वे के सामने 477 रन का मुश्किल लक्ष्य था। कप्तान ब्रेंडन टेलर ने 92 रन बनाए जबकि डोनाल्ड टिरिपानो ने 52 रन का योगदान दिया। जिम्बाब्वे ने सुबह तीन विकेट पर 140 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसका मध्यक्रम लड़खड़ा गया। जिम्बाब्वे के पुछल्ले बल्लेबाजों ने कुछ संघर्ष किया, लेकिन वह बांग्लादेश के इंतजार बढ़ाने के अलावा हार का अंतर ही कम कर पाए। दसवें नंबर के बल्लेबाज ब्लेसिंग मुजारबानी 30 रन बनाकर नाबाद रहे। बांग्लादेश की तरफ से मेहदी हसन ने 66 रन देकर चार और तास्किन ने 82 रन देकर चार विकेट लिए। बांग्लादेश ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए शीर्ष क्रम लड़खडाने के बावजूद महमुदुल्लाह के नाबाद 150 और कप्तान मोमिनुल हक (70), लिट्टन दास (95) और तास्किन (75) के अर्धशतकों की मदद से अपनी पहली पारी में 468 रन बनाए थे। जिम्बाब्वे ने भी अच्छी शुरुआत की लेकिन आखिरी आठ विकेट 51 रन पर गंवाने से उसकी टीम पहली पारी में 276 रन ही बना पायी। बांग्लादेश ने अपनी दूसरी पारी एक विकेट पर 284 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। उसकी तरफ से शादमान इस्लाम ने नाबाद 115 और नजमुल हुसैन ने नाबाद 117 रन बनाए थे। अब इन दोनों टीमों के बीच 16 जुलाई से तीन वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेली जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के साथ मंगलवार को वार्ता करेंगे July 11, 2021 at 01:58AM

नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों की टुकड़ी के साथ 13 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वार्ता करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि खेलों में भाग लेने जाने वाले खिलाड़ियों से बातचीत कर नरेंद्र मोदी उनका उत्साहवर्धन करेंगे।

पीएमओं के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने हाल में तोक्यो-2020 में भारतीय खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए की जाने वाली तैयारियों का भी जायजा लिया था। उन्होंने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में भी कुछ एथलीट की प्रेरणात्मक यात्राओं का उल्लेख किया था। साथ ही देशवासियों से आगे आकर ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे खिलाड़ियों का तहेदिल से समर्थन करने का आह्वान किया था।

पीएमओ ने कहा कि 18 खेलों के 126 एथलीट भारत की तरफ से तोक्यो जाएंगे। यह भारत की तरफ से किसी भी ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है।

SLvIND: श्रीलंका टीम की कोविड रिपोर्ट निगेटिव, इस दिन से शुरू होगी प्रैक्टिस! July 11, 2021 at 12:58AM

कोलंबोसीनियर खिलाड़ियों कुसाल परेरा, दुष्मंत चमीरा और धनंजय डिसिल्वा सहित श्रीलंका की टीम में शामिल सभी खिलाड़ी भारत के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला से पहले नवीनतम आरटी-पीसीआर परीक्षण में कोविड-19 निगेटिव पाए गए हैं। ये परीक्षण श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कराए थे। अब उम्मीद है कि इन खिलाड़ियों को सोमवार को जैविक रूप से सुरक्षित माहौल (बायो बबल) में प्रवेश की स्वीकृति दी जाएगी क्योंकि इन्होंने ब्रिटेन से आने के बाद एक हफ्ते का कड़ा पृथकवास पूरा कर लिया है। बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर और डाटा विश्लेषक जीटी निरोशन के अलावा एक अन्य जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा रहे खिलाड़ी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद 13 जुलाई से शुरू हो रही श्रृंखला को अब पांच दिन बाद 18 जुलाई से खेला जाएगा। एसएलसी के एक सूत्र ने बताया, ‘सामान्यत: पॉजिटिव नतीजा आते ही हम इसकी घोषणा करते हैं। कल एक और दौर के आरटी-पीसीआर परीक्षण हुए थे और इनका नतीजा आज आना था। पॉजिटिव मामला होने पर ही हमें नतीजा भेजा जाता है।’ उन्होंने कहा,‘ हमें पॉजिटिव नतीजे की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है, जो सामान्य तौर पर दोपहर तक मिल जाती है, माना जा सकता है कि सभी खिलाड़ी नेगेटिव पाए गए हैं।’ जहां तक संशोधित ट्रेनिंग कार्यक्रम का सवाल है तो माना जा रहा है कि श्रीलंका की टीम यहां आर प्रेमदासा स्टेडियम में अभ्यास करेगी क्योंकि भारतीय टीम सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब (एसएससी) ग्राउंड पर ट्रेनिंग कर रही है। सूत्र ने बताया, ‘अगर सब कुछ सही रहा तो ब्रिटेन से लौटे खिलाड़ी कड़े पृथकवास (कमरे में अलग थलग) से निकल जाएंगे और जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में प्रवेश करेंगे। नियमों के अनुसार परीक्षण (प्रत्येक तीसरे या पांचवें दिन) जारी रहने की उम्मीद है।’ जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में प्रवेश के बाद खिलाड़ी कम से कम एक दूसरे के कमरों में जाकर एक दूसरे से मिल सकते हैं। साथ ही खिलाड़ी जिम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आउट ट्रेनिंग और नेट अभ्यास के भी अगले 48 घंटे में शुरू होने की उम्मीद है। ब्रिटेन से लौटने पर पॉजिटिव पाए गए फ्लावर और निरोशन के स्वास्थ्य के बारे में पूछने पर सूत्र ने कहा कि उनके स्वास्थ्य और चिकित्सा पैमानों में कोई गिरावट नहीं आई है। सूत्र ने कहा, ‘‘ग्रांट और निरोशन नियमों के अनुसार अलग थलग किए गए हैं। दोनों में लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और वे दोनों ठीक हैं। जहां तक हमारी जानकारी है उनके स्वास्थ्य में कोई गिरावट नहीं आई है।’

मेस्सी का स्वर्णमृग:अगर मेस्सी यह टूर्नामेंट नहीं जीतते तो फ़ुटबॉल की दुनिया हमेशा उनकी क़र्ज़दार रहती July 11, 2021 at 03:01AM

हार के बाद आंसू बहाते नेमार को सचिन ने संभाला, मेसी को दी जीत की बधाई July 11, 2021 at 03:39AM

मुंबई भले ही सचिन तेंदुलकर को 'क्रिकेट का भगवान' कहा जाता हो, लेकिन उन्हें टेनिस, फुटबॉल भी उतने ही प्रिय हैं। भारतीय समयानुसार रविवार तड़के जब कोपा अमेरिका फाइनल में अर्जेंटीना ने ब्राजील को हराया, तब सचिन भी खुद को रोक नहीं पाए। मास्टर-ब्लास्टर ने सोशल मीडिया पर दोनों ही टीमों की न सिर्फ तारीफ की बल्कि बता दिया कि क्यों उन्हें खेल जगत का इतना बड़ा एम्बेस्डर माना जाता है। अर्जेंटीना ने 28 वर्षों में अपना पहला कोपा अमेरिका खिताब जीता, जिससे मेसी को अर्जेंटीना के रंगों में अपनी पहली ट्रॉफी मिली। सचिन ने इसलिए मेसी को बधाई देते हुए लिखा, 'कोपा अमेरिका का फाइनल जीतने पर अर्जेंटीना को हार्दिक बधाई। यह अर्जेंटीना के लोगों के लिए ऐतिहासिक जीत है और मेसी के लिए खुशी की बात है, जिनका इतना शानदार करियर रहा है। आप लोगों को प्रेरणा देते रहें। सचिन ने बंधाया ढांढसफाइनल सीटी बजने के बाद अर्जेंटीना की 1-0 से जीत हुई। विजेता टीम जहां जश्न में डूब गई वहीं नेमर अपने आंसू नही रोक पा रहे थे। ब्राजीलियाई फारवर्ड को उनके साथियों, मैनेजर और सहयोगी स्टाफ ने सांत्वना दी। नेमार को सांत्वना देने वालों में सचिन भी हैं। नेमार की फोटो के लिए तेंदुलकर ने लिखा, 'फाइनल हारने का दर्द समझा जा सकता है, लेकिन यह सड़क पर सिर्फ एक मोड़ है नेमार अंत नहीं है। आप मजबूत वापसी करेंगे और खुद को गौरवान्वित करेंगे।' मेसी ने भी बढ़ाया नेमार का हौसला मैच के बाद मेसी नेमार के नजदीक आए और एक लंबा आलिंगन दिया ताकि वह अपनी भावनाओं को इकट्ठा कर सकें। नेमार के पेरिस सेंट-जर्मेन चले जाने से पहले दोनों चार साल तक बार्सिलोना में साथ रहे थे। रविवार से पहले, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेसी की जीत 2005 में अंडर-20 फीफा विश्व कप और 2008 में बीजिंग ओलिंपिक में स्वर्ण पदक थी। 22वें मिनट में एंजेल डि मारिया के गोल ने मेहमानों को ब्राजील पर 1-0 से जीत दिला दी।

श्रीलंका सीरीज से पहले पंड्या ब्रदर्स की मस्ती:हार्दिक और क्रुणाल के बीच जिम में मुकाबला हुआ, 3 चैलेंज की शर्त लगी और नतीजा बराबरी पर छूटा July 11, 2021 at 02:12AM

साइकेट्रिस्ट के पास गए थे एंजेल डि मारिया, फिर फाइनल में बने अर्जेंटीना की जीत के हीरो July 10, 2021 at 11:58PM

ब्यूनस आयर्सब्राजील के खिलाफ कोपा अमेरिका कप के फाइनल में मैच का इकलौता गोल करने वाले अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ी एंजेल डि मारिया ने कहा कि फाइनल मैच में अपने प्रदर्शन से उबरने के लिए उन्हें मनोचिकित्सक से मदद लेनी पड़ी थी। रियो दि जिनेरियो के मराकाना स्टेडियम में खेले गए फाइनल में उनके गोल से टीम का 28 साल का खिताबी सूखा खत्म हुआ। एंजेल डि मारिया के बाद कहा, ‘मैं भावुक नहीं हो सकता, मैं जमीन पर गिर कर जश्न नहीं मना सकता, हमने इसे हासिल करने के बहुत सपने देखे थे। कितने लोगों ने कहा कि मुझे टीम में वापस नहीं आना चाहिए, मैं हिम्मत नहीं हारा और आज यह (खिताबी जीत) हो गया।’ मैच के 22वें मिनट में रोड्रिगो डि पॉल ने डि मारिया की तरफ लंबा पास दिया। 33 साल के इस अनुभवी स्ट्राइकर ने लेफ्ट बैक रेना लोडी की खराब डिफेंडिंग का फायदा उठाते हुए गेंद को अपने कब्जे में लिया और गोलकीपर एंडरसन को छकाते हुए अर्जेंटीना को बढ़त दिला दी जो निर्णायक साबित हुई। अर्जेंटीना की इस टीम में सिर्फ डि मारिया, कप्तान लियोनेल मेसी और स्ट्राइकर सर्जियो अगुएरो ही उस टीम का हिस्सा थे, जिसे जर्मनी ने ब्राजील में 2014 विश्व कप फाइनल हराया था। डि मारिया हालांकि चोट के कारण विश्व कप फाइनल मैच में नहीं खेल पाए थे। वह चोट के कारण 2015 और 2016 में चिली के खिलाफ कोपा अमेरिका फाइनल में भी नहीं खेल सके थे। इसके बाद डि मारिया ने एक मनोचिकित्सक से मदद लेना शुरू किया। अर्जेंटीना के प्रशंसक उन्हें टीम से बाहर करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने शनिवार को सबको गलत साबित करते हुए टीम को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा, ‘यह यही नहीं रुकेगा है। विश्व कप जल्द ही आ रहा है और इस जीत से हमारा मनोबल काफी बढ़ेगा।’

मेसी ने किया तेंदुलकर जैसा कारनामा:करियर के अंतिम पड़ाव में जीता इकलौता इंटरनेशनल खिताब; लियोनल ने लगातार 3 फाइनल हारने के बाद 2016 में लिया था संन्यास July 11, 2021 at 12:53AM

Copa America 2021: मेसी के साथ नेमार भी चुने गए टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी July 11, 2021 at 01:07AM

नई दिल्ली अर्जेंटीना ने शनिवार को मराकाना स्टेडियम में फाइनल में मेजबान ब्राजील को 1-0 से हराकर कोपा अमेरिकी फुटबॉल खिताब जीता। इसके साथ ही अर्जेंटीना ने बड़े टूर्नामेंटों में खिताबी जीत के 28 साल के सूखे को भी समाप्त किया। विजेता टीम के कप्तान मेसी और ब्राजील के अगुवा नेमार को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल की संचालन संस्था कोनमेबोल ने बयान में कहा, ‘सिर्फ एक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनना संभव नहीं था क्योंकि इस टूर्नामेंट में दो ऐसे खिलाड़ी हैं।’ मेसी ने छह मैचों में चार गोल दागने के अलावा पांच गोल करने में मदद की। नेमार ने पांच मैचों में दो गोल करने के अलावा तीन गोल करने में सहायता की। कोनमेबोल के तकनीकी अध्ययन समूह ने कहा कि खिलाड़ियों का अपनी टीमों पर सकारात्मक असर रहा और कोपा अमेरिका में ‘वे जितने भी मैच खेले उसमें दक्षिण अमेरिकी डीएनए का प्रतिबिंब’ थे। अध्ययन समूह में कोलंबिया के फ्रेंसिस्को मातुराना और कार्लोस रेसट्रेपो, उरूग्वे के डेनियल बनालेस और गेरार्डो पेलुसो, अर्जेन्टीना के सर्जियो बतिस्ता और नेरी पंपिडो और ब्राजील के ओस्वाल्डो डि ओलिविएरा शामिल थे। नेमार ने दी ब्राजील को मजबूती अर्जेंटीना की ओर से 2005 में पदार्पण के बाद से कप्तान मेसी का यह राष्ट्रीय टीम के साथ सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट है। साथ ही वह मैदान पर कप्तान के रूप में काफी सहज भी दिखे। दूसरी तरफ नेमार ने अपने ड्रिबल, पास और शॉट से ब्राजील की टीम में अहम भूमिका निभाई। मिडफील्डर लुकास पेक्वेटा के साथ उनकी शानदार पासिंग ने ब्राजील को मजबूती दी। अर्जेंटीना के लिए मेसी की पहली जीतफाइनल में चार बार शिकस्त, बड़े टूर्नामेंट में जल्दी बाहर होने की शर्मिंदगी और राष्ट्रीय टीम से संन्यास लेने तक का फैसला करने के बाद अंतत: सुपरस्टार लियोनल मेसी को अर्जेंटीना ने जश्न में आंसू बहाने का मौका दे ही दिया। अर्जेंटीना ने मराकाना स्टेडियम में फाइनल में मेजबान ब्राजील को 1-0 से हराकर कोपा अमेरिकी फुटबॉल खिताब जीता।

मेसी ने खिताबी जीत के बाद ग्राउंड से ही किया पत्नी को वीडियो कॉल, जीता दिल July 10, 2021 at 11:51PM

नई दिल्ली अर्जेंटीना ने ब्राजील को हराकर 28 साल बाद कोपा अमेरिका (Copa America final) फुटबॉल खिताब पर कब्जा जमाया। खिताबी जीत के बाद अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी (Lionel Messi) की खुशी देखते ही बन रही थी। मेसी ने जीत के बाद ग्राउंड से ही पत्नी एंटोनेला रक्कुजो (Antonela Roccuzzo) को वीडियो कॉल कर अपनी खुशी का इजहार किया। अर्जेंटीना ने फाइनल मुकाबले में ब्राजील को 1-0 से हराकर इस प्रतिष्ठित ट्रोफी पर कब्जा जमाया। खिताबी जीत के बाद अर्जेंटीना के खिलाड़ी जश्न में डूब गए वहीं मेसी ने तुरंत पत्नी को फोन लगाया और अपने तीन बच्चों से बातचीत की। मेसी मेडल को चूमते हुए नजर आए। उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए इस मेडल को अपनी फैमिली को दिखाया। मेसी का फैमिली से बात करने वाला वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को कोपा अमेरिका के ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किया गया है। बाद में एंटोनेला ने भी मेसी के साथ बातचीत का वीडियो स्क्रीनशॉट अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में शेयर की। अर्जेंटीना ने इससे पहले कोपा अमेरिका खिताब साल 1993 में जीता था। उस समय अर्जेंटीना ने फाइनल में मैक्सिको को हराकर इस ट्रोफी पर कब्जा किया था। मेसी ने कोपा अमेरिका के मौजूदा सीजन में कुल 4 गोल दागे। उन्होंने इस दौरान पांच असिस्ट भी किए। ब्राजील के माराकाना स्टेडियम (Argentina vs Brazil Final) में खेले गए इस मुकाबले में सबकी नजरें मेसी और नेमार पर थी। मेसी के करियर का यह पहला इंटरनैशनल मेजर खिताब है। इससे पहले उन्होंने अपने क्लब बार्सिलोना को कई बार चैंपियन बनाए थे।

वेस्टइंडीज दूसरा टी-20 जीता:8 साल से ऑस्ट्रलिया के खिलाफ कोई टी-20 नहीं हारी विंडीज टीम, 5 मैच की सीरीज में 2-0 से आगे July 10, 2021 at 10:49PM