Monday, July 6, 2020

11 साल से मैच देख रहे रामबाबू को धोनी ने 2014 में दूसरी जिंदगी दी, बांग्लादेश में डेंगू होने के बाद फ्लाइट से वापस भेजकर इलाज कराया July 06, 2020 at 08:24PM

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज 39 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड (तब बिहार) के रांची में हुआ था। धोनी के खेल और लुक के कायल दुनियाभर में मौजूद हैं। ऐसे ही एक फैन पंजाब में मोहाली के रहने वाले रामबाबू भी हैं। वे 11 साल में धोनी के 200 से ज्यादा मैच स्टेडियम में जाकर देख चुके हैं। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में 2014 टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान उन्हें डेंगू हो गया था।

तब धोनी ने उन्हें फ्लाइट से वापस भेजा और इलाज करवाया। तब डॉक्टर ने कहा था कि यदि 4-5 दिन की देरी होती, तो शायद मामला बिगड़ सकता था। रामबाबू ने शरीर पर धोनी के टैटू बनाए हैं। धोनी के जन्मदिन पर भास्कर ने रामबाबू से बात की...

धोनी ने दूसरा जीवन दिया, उन्हीं के कारण जिंदा हूं
रामबाबू ने कहा- बांग्लादेश में 2014 टी-20 वर्ल्ड कप देखने के लिए पहुंचा था। यात्रा के बारे में कुछ पता नहीं था, इसलिए कोलकाता से बस में गया था। समुद्र का रास्ता शिप से पार किया। मैच के सभी पास माही सर ही देते थे। भारत-पाकिस्तान मैच से पहले रात को मेरी तबीयत खराब हुई। टीम इंडिया के डॉक्टर नितिन पटेल से दवाई ली, लेकिन कुछ असर नहीं हुआ। मैच के दौरान भी मैं खड़ा नहीं रह पा रहा था। जब तबीयत के बारे में धोनी को पता चला, तो उन्होंने मुझे मेरे दोस्त संदीप के साथ टेस्ट कराने के लिए भेजा।

इलाज का पूरा खर्च माही सर ने दिया

तब डॉक्टर ने कहा था कि इलाज की जरूरत है। मुझे डेंगू हो गया था। तब धोनी ने मुझे फ्लाइट से वापस भेजा और इलाज करवाया। मैंने उनसे वापस आने से मना किया था, लेकिन उन्होंने मुझे डांटकर वापस भेजा। यहां डॉक्टर ने कहा था कि यदि 4-5 दिन की देरी होती, तो शायद मामला बिगड़ सकता था। इलाज का पूरा खर्च माही सर ने ही दिया। दूसरा जीवन देने के लिए मैं माही सर को थैंक्यू कहना चाहता हूं।

सचिन और सौरव को देखकर क्रिकेट से लगाव हुआ
बचपन से मुझे क्रिकेट खेलने का शौक था। मैं पढ़ाई में कमजोर था। सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली को टीवी पर देखता था और फिर घर के पास के मैदान में खेलता था। क्रिकेट मैं करियर बनाने के लिए काफी कोशिश की। मोहाली में क्रिकेट एकेडमी भी ज्वॉइन की थी, पर मैं नेक्स्ट लेवल तक नहीं पहुंच सका। तब तय किया था कि खिलाड़ी बनकर नहीं तो फैन बनकर ही टीम इंडिया को सभी मैच में सपोर्ट करुंगा।

जेब खाली और कोई जॉब नहीं थी, तब मैंने टीम इंडिया को फॉलो करना शुरू किया
धोनी ने 2004 में डेब्यू किया, तब उनकी हेयर स्टाइल काफी चर्चा में रही थी। मैं स्टेडियम नहीं जाता था, लेकिन क्रिकेटिंग स्किल्स के साथ-साथ माही सर की हेयर स्टाइल का भी फैन हो गया था। मैं उनसे मिलना चाहता था। तब मैंने टीम इंडिया के सभी मैच स्टेडियम में जाकर देखने का फैसला किया। जेब खाली और जॉब भी नहीं थी, लेकिन मैंने तय किया था कि टीम इंडिया का सुपर फैन बनना है। मुझे धोनी सर से मिलना था। शुरू में पार्ट टाइम जॉब करके रुपए जुटाए और बस, ट्रेन या फिर लिफ्ट लेकर मैच देखने पहुंचता था।

जब मैं पहली बार धोनी सर से मिला
भारत-इंग्लैंड के बीच 2013 में धर्मशाला में वन-डे मैच था। तब मैं धोनी सर को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिला था। पैर छूने गया तो उन्होंने ने कहा- पैर मत छुओ, गले लगो। वह मेरा लाइफ का सबसे बड़ा मोमेंट था। धर्मशाला में ठंड ज्यादा होती है और तब बारिश भी हुई थी। उन्होंने कहा- ठंड लग जाएगी, टी-शर्ट पहन लो। मैंने कहा- आपसे मिल लिया सर, अब ठंडी क्या करेगी। मैंने 2006-07 में टीम इण्डिया को फॉलो करने की शुरुआत की। तब में बॉडी पैंट नहीं करता था। मेरे बाल भी धोनी सर की तरह लंबे थे। मैं 2011 वनडे वर्ल्ड कप से अपर बॉडी पैंट करते हुए मैच देखने लगा था।

धोनी सर से मेरा नाम जुड़ गया, इससे बड़ा कुछ नहीं
मुझे धोनी सर से क्या मिला है? फैन के तौर पर मेरा नाम उनसे जोड़ा गया है, इससे बड़ा और कुछ भी नहीं हो सकता है। यह मेरी सबसे बड़ी अचीवमेंट है। लोग मुझे उनके नाम से ही पहचानते हैं। धोनी भी मुझसे प्यार से ही मिलते हैं। मैं उनके घर जाता हूं तो भी मुझसे मिलते हैं। भाई जैसा व्यवहार करते हैं। भारत में अपने पैसे से ट्रैवल करता हूं। कभी दोस्तों से भी मदद लेता हूं। जब विदेश दौरा करना हो, तो धोनी ही स्पॉन्सर करते हैं।

शादी के बारे में कुछ नहीं सोच रहा
फैमिली बैकग्राउंड में रामबाबु के बड़े भाई ट्रैवल एजेंट के तौर पर काम करते हैं, जब की 2 छोटी बहन और एक भाई अभी पढ़ाई कर रहे हैं। अपनी शादी के सवाल पर रामबाबू ने कहा- मैं शादी के सवाल से दूर भागता हूं , मैं अभी इस बारे में विचार नहीं कर रहा हूं।

आखिरी सांस तक धोनी सर का नाम सीने पर लिए चीयर करता रहूंगा
सीजन के समय रामबाबू भारतीय टीम के साथ ही होते हैं। ऑफ सीजन में वे ड्राइविंग और दूकान में काम करने जैसी पार्ट टाइम जॉब करते हैं। हर बार ऑफ सीजन में नौकरी तलाशने को लेकर रामबाबू ने कहा- इन मुश्किलों से मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता। मैं बस यही जानता हूं कि आखिरी सांस तक धोनी सर का नाम सीने पर लिखते हुए टीम इंडिया को चीयर करता रहूंगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
धोनी के सुपरफैन रामबाबू ने कहा- मुश्किलों से फर्क नहीं पड़ता। मैं बस यही जानता हूं कि आखिरी सांस तक धोनी सर का नाम सीने पर लिए टीम इंडिया को चीयर करता रहूंगा। -फाइल फोटो

प्रवीण तांबे- 48 की उम्र में कैरेबियाई लीग में खेलते हुए आएंगे नजर July 06, 2020 at 06:57PM

लेग स्पिनर प्रवीण तांबे की उम्र 48 साल है। लेकिन मैदान पर उतरने का उनका जोश बरकरार है। इस साल उम्र में वह कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेलते हुए नजर आ सकते हैं। सोमवार को तांबे को त्रिनबागो नाइट राइडर्स ने अपनी टीम के साथ जोड़ा है। और वह सीपीएल में खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बनेंगे।

शाहिद ने कहा- भारतीय खिलाड़ी हार के बाद माफी मांगते थे; आकाश चौपड़ा बोले- सांप के काटे का इलाज है, लेकिन गलतफहमी का नहीं July 06, 2020 at 06:18PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चौपड़ा ने पाकिस्तानी पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को टीम इंडिया पर कमेंट करने लिए जवाब दिया। हाल ही में अफरीदी ने कहा था कि भारतीय टीम हारने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से माफी मांगती थी। इस पर आकाश ने कहा कि इस दुनिया में सांप के काटने की दवा है, लेकिन गलतफहमी की नहीं।

आकाश ने डेटा के साथ यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘पाकिस्तान टीम एक समय अच्छी हुआ करती थी। वह आज भी ठीक-ठाक है। लेकिन वह एक समय था, जब भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ शारजाह और अन्य सीरीज में खेलती थी। तब पाकिस्तान का पलड़ा थोड़ा भारी रहता था, लेकिन उस समय टीम में शाहिद अफरीदी नहीं थे। फिर वे कैसे इस बारे में बात कर सकते हैं।’’

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ 2 वनडे कम जीते
उन्होंने कहा, ‘‘इमरान खान, वसीम अकरम और वकार यूनिस के समय पाकिस्तान मजबूत हुआ करती थी। तब भारत को करीबी मुकाबलों में हार मिलती थी। लेकिन अफरीदी के डेब्यू करने से संन्यास तक का समय पूरा अलग था। यदि आंकड़े देखें तो भारत ने पाकिस्तान 15 टेस्ट खेल और 5-5 जीते हैं। वहीं, 82 वनडे में भी पाकिस्तान ने 41 और भारत ने सिर्फ 2 कम 39 जीते हैं। सिर्फ दो हार के लिए भी भला कोई माफी मांगता है क्या।’’

गलतफहमी का कोई इलाज नहीं: आकाश
आकाश ने कहा, ‘‘यदि आप टी-20 की बात करें, जिसमें पाकिस्तान मजबूत है, तो इसमें भारत का पलड़ा पूरी तरीके से भारी रहा है। टीम इंडिया ने 7 मैच जीते और सिर्फ एक हारा है। मुझे लगता है अफरीदी कहना कुछ और चाहते थे, लेकिन बोल कुछ और गए। महान लोगों ने कहा है कि सांप के काटने की दवा है, लेकिन गलतफहमी का कोई इलाज नहीं है।’’

क्रिकेट जगत में अफरीदी का कोई सम्मान नहीं
आकाश ने कहा, ‘‘बगैर सोचे-समझे अफरीदी पहले भी भारत के खिलाफ विवादास्पद बयान देते आए हैं। हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी गलत बयान दिया था। असभ्य भाषा के कारण क्रिकेट जगत में उनका कोई सम्मान नहीं है।’’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
आकाश चौपड़ा ने कहा- जब भारत के खिलाफ पाकिस्तान का पलड़ा भारी था, तब शाहिद अफरीदी टीम में नहीं खेलते थे। -फाइल फोटो

वकार ने कहा, धोनी ने जो हासिल किया वह काबिले तारीफ July 06, 2020 at 05:04PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) मंगलवार को अपना 39वां जन्मदिन (MS ) मना रहे हैं। उनके प्रशंसकों की कोई कमी नहीं। धोनी के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि न सिर्फ उनकी टीम बल्कि विपक्षी भी उनके कायल हैं। वे भी उनका और उनकी उपलब्धियों का सम्मान करते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच वकार यूनिस () भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं। दुनिया के सबसे शानदार तेज गेंदबाजों में शुमार रहे वकार ने एक चैट शो के दौरान अपने फैंस से बातचीत में इतने वर्षों में धोनी की उपलब्धियों की खुलकर तारीफ की। वकार ने कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी लाजवाब क्रिकेटर हैं। जिस तरह से उन्होंने टीम की कप्तानी की है उसे लफ्जों में बयां नहीं किया जा सकता। वह बहुत बड़े और अच्छे कप्तान हैं जो चीजों को अच्छी तरह समझते हैं।' वकार ने आगे कहा, 'वह बहुत अच्छे इनसान हैं और एक छोटे से गांव से आकर जो ऊंचाइयां उन्होंने हासिल की हैं और ऊपर से इतने बड़े देश की टीम की कप्तानी उन्होंने की है इसकी तारीफ तो बनती है।' धोनी इकलौते अंतरराष्ट्रीय कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रोफी जीती हैं। उन्होंने भारत को 2007 में पहले वर्ल्ड टी20 का खिताब दिलावाया। इसके बाद साल 2011 में उनकी कप्तानी में भारत ने आईसीसी वर्ल्ड कप जीता और फिर 2013 में भारत ने इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी जीती। वकार ने कहा कि धोनी ने सौरभ गांगुली द्वारा कप्तान के रूप में शुरू किया गए अच्छे काम को आगे बढ़ाया और टीम के लिए बहुत अच्छे नतीजे हासिल किए। वकार ने कहा, 'सौरभ गांगुली वह इनसान थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में सुधार की शुरुआत की और महेंद्र सिंह धोनी ने उस सफर को आगे बढ़ाया। वह वर्ल्ड कप चैंपियन हैं और उन्होंने एक नहीं दो वर्ल्ड कप जीते हैं। मुझे लगता है कि उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है, अपने लिए, अपने देश के लिए और अपने परिवार के लिए। '

आरोपी रविंद्र डंडीवाल एक टीम को ऑस्ट्रेलिया लेकर गया था, कई प्लेयर्स तो वहां से लौटे ही नहीं July 06, 2020 at 04:42PM

पंजाब पुलिस ने सोमवार को मैच फिक्सिंग में आरोपी रविंद्र डंडीवाल को मोहाली से गिरफ्तार कर लिया। बीसीसीआई की राडार पर चल रहे डंडीवाल ने हाल ही में 29 जून को युवा टी-20 लीग का मैच आयोजित किया था। बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) टीम मोहाली पहुंच रही है और पुलिस से जानकारी साझा करेगी। बोर्ड के एंटी करप्शन यूनिट के हेड अजीत सिंह ने कहा- हम भी अपनी टीम वहां पर भेज रहे हैं। हम जो भी जानकारी एकत्रित करेंगे, उसे पुलिस के साथ साझा करेंगे। मोहाली में खेले गए मैच में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के प्लेयर्स मास्क लगाकर खेल रहे थे।

उन्होंने कहा कि डंडीवाल कई सालों से ऐसी लीग से संबंध रखता आया है। 3-4 साल पहले वो एक टीम को ऑस्ट्रेलिया लेकर गया था और उस टीम के कई सदस्य वहां से लौटे ही नहीं। यह एक इमिग्रेशन स्कैंडल था और जिसने टूर्नामेंट कराया था, उसने अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के साथ बोर्ड को इस बारे में पत्र लिखा। हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते थे, इसलिए पंजाब पुलिस को जानकारी देते हुए केस दर्ज करा दिया था। इसके बाद लगातार हमारी उस पर नजर थी।

नेपाल, अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया से जुड़े तार
डंडीवाल आम तौर पर भारत से बाहर होने वाली लीग से जुड़ता था। करीब दो साल पहले वो अफगानिस्तान प्रीमियर लीग से जुड़ा था। इसके अलावा वो नेपाल में एक लीग में भी शामिल था। इसके अलावा बैंकॉक में भी एक लीग कराना चाहता था। कई और देशों में भी वो काम कर चुका है। भारत में भी वो लीग आयोजित करना चाहता था, लेकिन इसमें वह कामयाब नहीं हो सका।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) टीम ने कहा कि मोहाली पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं। -फाइल फोटो

बार्सिलोना क्लब के 9000 गोल पूरे, इसमें से 7% लियोनेल मेसी के; टीम ने सबसे ज्यादा 6165 गोल ला लिगा में किए July 06, 2020 at 04:26PM

स्पेनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के सभी ऑफिशियल टूर्नामेंट में 9 हजार गोल पूरे हो गए हैं। स्पेनिश लीग ला लिगा में विलारियल के खिलाफ अंसु फातीके 87वें मिनट में किए गोल के साथ ही बार्सिलोना ने यह उपलब्धि अपने नाम कर ली। इन 9 हजार गोल में से टीम के कप्तान और 6 बार के बेलेन डि ओर विनर लियोनेल मेसी ने 630 गोल किए हैं यानी 7%।

बार्सिलोना की ओर से पहला ऑफिशियल गोल अप्रैल 1909 में हुआ था। रविवार रात विलारियल के घरेलू मैदान पर हुए मुकाबले में बार्सिलोना को 4-1 से जीत मिली। पाओ टोरेस ने तीसरे मिनट में ओन गोल कर बार्सिलोना को आगे कर दिया। सुआरेज ने 20वें, ग्रीजमैन ने 45वें और अंसु फाती ने गोल किए।

बार्सिलोना के 6 हजार से ज्यादा गोल ला लिगा में

लीग गोल
ला लिगा 6165
कोपा डेल रे 1474
चैम्पियंस लीग 543
विनर्स कप 178
यूईएफए कप 149
फेयर्स कप 141
अन्य 350

रियाल के हारने से बार्सिलोना की खिताब पर दावेदारी मजबूत होगी
स्पेनिश क्लब बार्सिलोना 34 मैच के बाद 73 पॉइंट लेकर लीग टेबल में दूसरे और रियाल मैड्रिड (77) टॉप पर है। दोनों टीमों के 4-4 मैच बाकी हैं। यदि रियाल अपने दो मैच हार जाता है तो बार्सिलोना के चैम्पियन बनने की उम्मीदें बढ़ जाएंगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बार्सिलोना के 9 हजार गोल में से टीम के कप्तान और 6 बार के बेलेन डि ओर विनर लियोनेल मेसी ने 630 गोल किए हैं। -फाइल फोटो

धोनी के बर्थडे पर सचिन बोले, तुम देश के हीरो हो July 06, 2020 at 04:30PM

महेंद्र सिंह धोनी का आज 39वां जन्मदिन है। इस मौके पर कई दिग्गज उन्हें बधाई दे रहे हैं। धोनी के इस जन्मदिन के मौके पर उन्हें ढेरों बधाई संदेश मिल रहे हैं।

महेंद्र सिंह धोनी को दें जन्मदिन पर बधाई July 06, 2020 at 04:16PM

महेंद्र सिंह धोनी को दें जन्मदिन पर बधाई

टी-20 वर्ल्ड कप पर 10 जुलाई को फैसला संभव, कोरोना के कारण 2 साल के लिए टाला जा सकता है July 06, 2020 at 04:14PM

इस साल होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप 10 जुलाई को होने वाली आईसीसी की बैठक में आधिकारिक रूप से स्थगित हो सकता है। वर्ल्ड कप अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होना है। ऑस्ट्रेलिया के अखबार डेलीटेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी बैठक में स्थगित होने की खबर जारी कर सकता है। हालांकि, शुक्रवार को होने वाली बैठक में इस पर फैसला नहीं होगा कि वर्ल्ड कप कब होगा।

ऑस्ट्रेलिया अक्टूबर 2021 में इसका आयोजन चाह रहा है। लेकिन भारत को अगले साल टूर्नामेंट की मेजबानी करनी है। इसका मतलब है कि ऑस्ट्रेलिया को 2 साल इंतजार करना पड़ सकता है।

इंग्लैंड दौरा कर सकती है ऑस्ट्रेलिया

रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया की टीम सितंबर के मध्य में इंग्लैंड का दौरा कर सकती है। तब दोनों टीमों के बीच सीमित ओवरों की सीरीज खेली जा सकती है। अगर वर्ल्ड कप स्थगित होता है, इसका मतलब है कि बीसीसीआई के लिए आईपीएल के आयोजन का रास्ता खुल जाएगा। भारत में कोविड-19 के बढ़ते केस को देखते हुए गांगुली ने कहा कि लीग के देश के बाहर होने की संभावना ज्यादा है।

न्यूजीलैंड ने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव दिया: बीसीसीआई
यूएई और श्रीलंका के बाद अब न्यूजीलैंड ने आईपीएल की मेजबानी का प्रस्ताव दिया है। बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक, टी-20 वर्ल्ड कप स्थगित होने के बाद आईपीएल के आयोजन के लिए विंडो मिल जाएगी। बोर्ड की प्राथमिकता देश में आईपीएल कराने की है। बीसीसीआई सभी स्टेकहोल्डर्स (ब्रॉडकास्टर्स, टीम आदि) के साथ बैठकर इस पर फैसला लेगी। बीसीसीआई सितंबर के अंत से आईपीएल शुरू करा सकता है और नवंबर के शुरुआती हफ्ते तक खत्म कर सकता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ऑस्ट्रेलिया 2021 में टी-20 वर्ल्ड कप कराना चाह रहा है, लेकिन भारत को अगले साल टूर्नामेंट की मेजबानी करनी है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को 2 साल इंतजार करना पड़ सकता है। -फाइल फोटो

क्लब में धोनी के कोच रहे चंचल भट्टाचार्य ने कहा- वे गुस्सा जताते नहीं, सिर्फ नाक टेढ़ी कर लेते हैं; किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी कर लेते थे July 06, 2020 at 04:09PM

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज 39 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड (तब बिहार) के रांची में हुआ था। धोनी ने अपनी कप्तानी में देश को 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के अलावा 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जिताई है। धोनी मैदान के अंदर और बाहर हमेशा शांत नजर आते हैं। बहुत ही कम मौके होंगे, जब फैंस ने उनको गुस्से में देखा होगा। इस पर क्लब कोच चंचल भट्टाचार्य ने खुलासा किया कि धोनी के पास गुस्से को कंट्रोल करने की एक अलग कलाहै।

1996 से 2004 तक कमांडो क्रिकेट क्लब में धोनी के कोच रहे चंचल ने कहा कि गुस्सा आने पर धोनी अपनी नाक को टेढ़ी कर लेते हैं। वे लोगों के सामने गुस्से को जाहिर नहीं होने देते। क्लब में भी खेलते समय उनका रवैया ठीक ऐसा ही था। भास्कर ने चंचल के अलावा स्कूल टाइम के कोच केआर बनर्जी और भारतीय टीम में धोनी के साथ खेले तेज गेंदबाज मोहित शर्मा से बात की...

  • धोनी क्या शुरू से अनुशासन में रहे?

चंचल: एक बार किसी गलती पर मैंने पूरी टीम को सजा दी थी। सभी खिलाड़ियों को बस की बजाय बैग लेकर दौड़ते हुए स्कूल जाने के लिए कहा था। स्कूल करीब 1 किमी दूर था। दूसरे खिलाड़ियों ने मुझसे सजा को लेकर सवाल किए थे, लेकिन धोनी बिना कुछ कहे, बैग लेकर चल दिए। हालांकि, धोनी ने गलती नहीं की थी। उससे कुछ भी कहो, वह बिना कारण पूछे करता था। शायद यही खासियत उसे सफलता की ओर लेकर गई।

  • क्या धोनी शुरू से शांत रहते थे। उन्हें कभी गुस्सा नहीं आता था?

चंचल: दूसरे बच्चों की तरह धोनी को भी गुस्सा आता था, लेकिन उसे गुस्सा काबू करने की कला आती है। वह बिना लोगों को पता चले और बगैर किसी को नुकसान पहुंचाए अपना गुस्सा अलग तरीके से जाहिर करता था। गुस्सा आने पर धोनी अपनी नाक को टेढ़ा कर लेता था और थोड़ी देर में ही नॉर्मल हो जाता था। इसी आदत से वह कैप्टन कूल बन पाया है।

  • भारतीय टीम में आने के बाद धोनी के व्यवहार में बदलाव आया?

चंचल: धोनी के अंदर एक खूबी है कि वह किसी का भी हौसला कम नहीं करता, बल्कि बढ़ाता है। कोई व्यक्ति यह पूछता है कि क्या आप मुझे जानते हैं, तो धोनी यह कभी नहीं कहता कि नहीं पहचानता। भले धोनी उस व्यक्ति को नहीं जानता हो। माही उस व्यक्ति को अनजान जैसा महसूस नहीं होने देता और बात भी करता है। मैदान पर भी जूनियर्स का हौसला बढ़ाते हैं।

  • बतौर कप्तान धोनी की सफलता के क्या कारण रहे?

चंचल: धोनी के अंदर एक खासियत यह भी है कि वह जिस पर भरोसा करता है, तो हमेशा उसके साथ खड़ा भी रहता है। उसे पता होता है कि कैसे किसी से उसका 100% लेना है। यही कारण है कि अपनी कप्तानी में न केवल नए खिलाड़ियों को मौका दिया, बल्कि उन पर भरोसा भी किया और उनसे 100% निकलवाने में भी सफल रहा। धोनी को हमेशा से ही खुद पर भरोसा रहा है। उन्हें किस नंबर पर बल्लेबाजी करना है, यह उन्होंने क्लब क्रिकेट में भी कभी नहीं कहा। उसे बल्लेबाजी के लिए जिस भी नंबर पर भेजो, वह बगैर सवाल के चला जाता था। यही कारण है कि उसकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई इतिहास रचे।

  • धोनी को स्कूल में क्रिकेट और फुटबॉल के अलावा भी कोई दूसरा खेल पसंद था?

चंचल: धोनी के बारे में सभी को यही पता है कि वे क्रिकेट और फुटबॉल ही खेलते थे, लेकिन उन्हें बैडमिंटन खेलना भी बहुत पसंद था। वे बैडमिंटन में अंडर-19 स्टेट चैम्पियनशिप भी खेल चुके हैं।

  • धोनी गुस्सा कंट्रोल करने की कैपेसिटी रखते हैं: मोहित

तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने भास्कर से कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि माही को गुस्सा नहीं आता है। दूसरे लोगों की तरह उन्हें भी गुस्सा आता है, लेकिन वे गुस्सा कंट्रोल करने की कैपेसिटी रखते हैं। वे गुस्सा होने पर किसी से कुछ नहीं कहते हैं।’’

  • ‘माही वापसी करेंगे, उनमें क्रिकेट बाकी है’

मोहित ने कहा, ‘‘धोनी में अभी क्रिकेट बाकी है। वे वापसी करेंगे और उनके फैंस एक बार फिर उन्हें टीम इंडिया से खेलते देखेंगे। माही ने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया है। वे नए खिलाड़ियों को सपोर्ट करते हैं और उन पर भरोसा भी जताते हैं।’’ मोहित शर्मा आईपीएल में धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुकेहैं। भारतीय टीम में भी धोनी के साथ खेल चुके हैं।

  • धोनी पूरी तरह फिट हैं: केआरबनर्जी

स्कूल टाइम के कोच केआर बनर्जी ने भास्कर से कहा, ‘‘धोनी के संन्यास को लेकर चर्चा करना ठीक नहीं है। यह उनका निजी मामला है। अभी वे पूरी तरह फिट हैं। लॉकडाउन से पहले धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के खिलाड़ियों के साथ प्रैक्टिस की थी। इससे उनकी फिटनेस साबित होती है। स्कूल समय की बात करें तो धोनी क्लास में हमेशा शांत ही रहते थे। ज्यादा किसी से बात नहीं करते थे। जितना पूछा जाता था, उतना ही बोलते थे। यदि वे एक बार किसी से घुल-मिल जाते थे, तो उससे बहुत मजाक भी करते थे।’’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
MS Dhoni 39th Birthday Special Story | Mahendra Singh Dhoni Childhood Coach Chanchal Bhattacharya, Mohit Sharma, RK Banerjee Speaks to Dainik Bhaskar

कोरोना के कारण जश्न से लेकर खेल तक का तरीका बदलेगा, किसी खिलाड़ी के पॉजिटिव मिलने पर भी मैच नहीं रुकेगा July 06, 2020 at 02:55PM

कोरोनावायरस के कारण बंद पड़े इंटरनेशनल क्रिकेट की 118 दिन बाद इंग्लैंड के साउथम्पटन में नए नियमों के साथ वापसी होने जा रही है। 8 जुलाई यानी बुधवार को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें पहले टेस्ट मैच में आमने-सामने होंगी। तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मैच दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में हाेगा।मैच के दौरान अगर कोई खिलाड़ी पॉजिटिव पाया जाता है तो भी मैच नहीं रुकेगा। उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी जुड़ जाएगा।

इवेंट डायरेक्टर स्टीव एलवर्दी के अनुसार अब चौके-छक्के पड़ने पर बाउंड्री लाइन के बाहर गई गेंद रिजर्व खिलाड़ी ग्लव्स पहनकर खुद लाएंगे। गेंदबाज लार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे और कोरोना सब्सटीट्यूट के रूप में अतिरिक्त खिलाड़ी भी मिलेगा।आइए जानें अन्य बदलाव...

खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ मिलकर जश्न नहीं मना सकेंगे
मैच के दौरान विकेट गिरने पर या जीत के बाद सभी खिलाड़ी मिलकर जश्न मनाते हैं। लेकिन अब यह देखने नहीं मिलेगा। खिलाड़ियों के गले मिलने या हाथ मिलाने पर रोक है। ऐसे में वे कोहनी मिलाकर या अन्य तरीके से जश्न मनाते दिखेंगे।

ग्राउंड में सेंसरयुक्त सैनिटाइजर मशीनें
ग्राउंड में 50 से 70 स्थानों पर ऑटोमेटिक सेंसरयुक्त हेंड सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं। इसे दबाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी जिससे संक्रमण का खतरा नहीं होगा। पेवेलियन के सभी दरवाजे खुले रखे गए हैं। कमरे में एसी का तापमान भी मानकों के मुताबिक सेट कर दिया गया है।

फैंस नहीं तो ऑटोग्राफ और सेल्फी भी नहीं
मैच में फैंस नहीं आ सकेंगे। फैंस खिलाड़ी के साथ फोटाे खिंचाते और ऑटोग्राफ लेते थे। लेकिन मैदान पर हमें ऐसा लंबे समय तक देखने को नहीं मिलेगा। खिलाड़ियों को होटल में ऐसा ऐप दिया जाएगा, जिससे दरवाजे अपने आप खुल जाएंगे। दरवाजे हाथ से खोलने की जरूरत नहीं होगी।

गेंदबाज स्वेटर, कैप अंपायर को नहीं दे सकेंगे, खुद मैदान के बाहर रखना होगा
खिलाड़ी स्वेटर, कैप और चश्मे अंपायर को देते हैं। लेकिन अब मनाही है। उन्हें इसे मैदान के बाहर रखना होगा। एक खिलाड़ी का सामान दूसरा खिलाड़ी उपयोग नहीं कर सकेगा।गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक। दो चेतावनी के बाद बल्लेबाजी कर रही टीम को 5 एक्स्ट्रा रन मिलेंगे। अगली गेंद डालने से पहले गेंद को संक्रमण मुक्त करने की जिम्मेदारी अंपायर की होगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से 3 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने जा रही है।

माही सबसे ज्यादा 9 बार आईपीएल फाइनल खेलने वाले पहले खिलाड़ी, कैप्टन कूल के इन 7 रिकॉर्ड्स तक पहुंचना बेहद मुश्किल July 06, 2020 at 02:35PM

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज 39 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखंड (तब बिहार) के रांची में हुआ था। कैप्टन कूल धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट के अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी ऐसे कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिन्हें तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद मुश्किल होगा। धोनी आईपीएल में सबसे ज्यादा 9 बार फाइनल खेलने वाले अकेले खिलाड़ी हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को तीन बार विजेता भी बनाया।

धोनी ने भारत के लिए अब तक सबसे ज्यादा 200 वनडे में कप्तानी की। इसमें भारत को 110 में जीत मिली। वह दुनिया के तीसरे ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा वनडे मैचों में कप्तानी की है। माही ने 90 टेस्ट, 349 वनडे और 98 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले। 2015 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। धोनी ने अपनी कप्तानी में देश को 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के अलावा 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जिताई है।

  • 1. बतौर कप्तान सबसे ज्यादा मैच जीते

धोनी ने बतौर कप्तान आईपीएल में सबसे ज्यादा 104 मैच जीते हैं। इसमें सबसे ज्यादा 99 मैच चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए जीते, जबकि 5 मैच राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स को जिताए हैं। दूसरे नंबर पर मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा हैं, जिन्होंने अपनी टीम को 104 में से 60 मैचों में जीत दिलाई है।

  • 2. 20वें ओवर में सबसे ज्यादा रन

क्रिकेट जगत में धोनी को ऐसे ही बेस्ट फिनिशर नहीं कहा जाता है। उनके रिकॉर्ड्स भी इस बात की गवाही देते हैं। धोनी ने अब तक आईपीएल में खेले 190 मैचों के आखिरी (20वें) ओवर में सबसे ज्यादा कुल 564 रन बनाए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के केरॉन पोलॉर्ड हैं, जिन्होंने अब तक 281 रन बनाए हैं।

  • 3. धोनी ने 5 अलग-अलग नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक लगाए

धोनी ने आईपीएल में 5 अलग-अलग नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक लगाए हैं। ऐसा करने वाले वे अकेले खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2009 में दिल्ली के खिलाफ 2009 में तीन नंबर बल्लेबाजी करते हुए 37 बॉल पर 58 रन की पारी खेली थी। 2013 में चौथे नंबर पर फिर दिल्ली के खिलाफ ही अर्धशतक लगाया था। सबसे ज्यादा हॉफ सेंचुरी माही ने 5 और 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए लगा हैं। इनमें 2010 में पंजाब और 2018 में बेंगलुरु के खिलाफ अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, 2013 फाइनल में मुंबई के खिलाफ धोनी ने 7वें नंबर पर 45 बॉल पर 63 रन की पारी खेली थी।

  • 4. सबसे ज्यादा आउट किए

विकेटकीपर धोनी ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 132 खिलाड़ियों को आउट किया। इस दौरान उन्होंने विकेट के पीछ 94 कैच लिए और 38 स्टंपिंग की। धोनी यह विकेट आईपीएल के 190 में से 183 मैचों में लिए हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर 131 विकेट के साथ दिनेश कार्तिक हैं।

  • 5. सबसे ज्यादा स्टंप आउट

विकेटकीपर धोनी के नाम आईपीएल में सबसे ज्यादा स्टंप आउट करने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने अब तक 38 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। इस मामले में भी उनके बाद दिनेश कार्तिक ही हैं। इस विकेटकीपर ने 30 खिलाड़ियों को स्टंप आउट किया है। धोनी भारतीय टीम की ओर से खेलते हुए एक बार बल्लेबाज को 0.09 सेकंड में स्टंप आउट किया था। तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के जॉर्ज बेली को शिकार बनाया था।

  • 6. माही के नाम सबसे ज्यादा आईपीएल फाइनल खेलने का रिकॉर्ड

धोनी के नाम आईपीएल में सबसे ज्यादा 9 बार फाइनल खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। इसमें उन्होंने चेन्नई की ओर से 8 बार फाइनल खेलते हुए टीम को 3 बार खिताब भी जिताया है। एक बार उन्होंने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए फाइनल खेला था। उनके बाद दूसरे नंबर पर चेन्नई के ही सुरेश रैना है, जिन्होंने 8 बार फाइनल खेला है।

  • 7. बतौर कप्तान सबसे ज्यादा आईपीएल मैच खेले

माही के नाम आईपीएल में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 174 मैच खेलने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। इनमें चेन्नई के लिए 160 और पुणे के लिए 14 मैच (2016 सीजन) शामिल हैं। उनके बाद दूसरे नंबर पर गौतम गंभीर हैं, जिन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स और कोलकता नाइट राइडर्स के लिए 129 मैच में कप्तानी की है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
धोनी के नाम आईपीएल में बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 174 मैच खेलने का रिकॉर्ड है। इनमें चेन्नई के लिए 160 और पुणे के लिए 14 मैच (2016 सीजन) शामिल हैं। -फाइल फोटो

फिक्सिंग मास्टरमाइंड गिरफ्तार, BCCI करेगी पूछताछ July 06, 2020 at 02:04AM

चंडीगढ़/नई दिल्लीपंजाब पुलिस ने सोमवार को कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग में आरोपी रविंद्र डांडीवाल को मोहाली से गिरफ्तार कर लिया है। डांडीवाल ने हाल ही में चंडीगढ़ में फर्जी श्रीलंका टी-20 लीग का मैच आयोजित कराया था। उन्हें अदालत में पेश किया गया और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। बीसीसीआई की रडार पर चल रहे डांडीवल ने हाल ही में 29 जून को युवा टी-20 लीग का मैच आयोजित किया था जो यूट्यूब पर दिखाया गया था। बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) टीम मोहाली पहुंच रही है और पुलिस से जानकारी साझा करेगी। बीसीसीआई एसीयू के अध्यक्ष अजीत सिंह ने इस बात की पुष्टि की। अजीत ने कहा, ‘हां, उनको गिरफ्तार किया गया है और हम वहां अपनी टीम भेज रहे हैं। हमसे जितनी हो सकेगी उतनी जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगे, हमारे पास जो जानकारी है हम वो भी पुलिस से शेयर करेंगे।’ पढ़ें- पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ खिलाड़ी राज्य की राजधानी से 15 किलोमीटर दूर सवारा गांव में क्रिकेट अकादमी में मैच खेल रहे थे। इस मैच को श्रीलंका की युवा टी-20 लीग का मैच बता कर प्रसारित किया जा रहा था। मोहाली के पुलिस अधिक्षक कुलदीप सिंह चहल ने मीडिया को बताया, ‘डांडीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है और हम इस रैकेट में उनके रोल की जांच कर रहे हैं।’ पढ़ें- इससे पहले पुलिस ने राजू और पंकज को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने इस मैदान को स्ट्रोकर्स क्रिकेट संघ से 33,000 रुपये देकर बुक किया था। फर्जी क्रिकेट मैच की खबर परमिंदर सिंह की शिकायत पर आई। एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘जो भी खिलाड़ी इसमें खेल रहे थे वो छोटे स्तर के खिलाड़ी थे जिन्हें 5,000 से 10,000 रुपये देकर खेलने के लिए बुलाया गया था। इसमें कुछ रणजी खिलाड़ियों का रोल भी जांच का विषय है।’ उन्होंने बताया कि उन खिलाड़ियों को चुना गया जिनकी त्वचा का रंग काला था ताकि ऐसा लगे कि श्रीलंका के खिलाड़ी खेल रहे हैं। दो कैमरे ऐसे लगाए गए थे कि वो खिलाड़ियों की पीठ को कवर कर सकें और उनका चेहरा दिखाई न दे। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में अपनी संलिप्ता से पहले ही इनकार कर दिया है।

IPL: अब इस देश ने दिया मेजबानी का ऑफर July 06, 2020 at 01:30AM

नई दिल्लीकोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से अगर इंडियन प्रीमियर लीग () को भारत में आयोजित नहीं कराया जा सकता है तो संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और श्रीलंका के बाद न्यूजीलैंड ने मेजबानी की पेशकश की है। अक्टूबर नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी20 विश्व कप स्थगित होना तय माना जा रहा है जिससे आईपीएल के लिए वह विंडो बनती है। बीसीसीआई पहले ही सितंबर के आखिर से नवंबर के बीच आईपीएल कराने की संभावना पर विचार कर रहा है। बोर्ड का पहला विकल्प भारत में ही इसे कराना होगा लेकिन यहां कोरोना वायरस के बढते मामलों को देखकर यह संभव नहीं लगता। अमेरिका और ब्राजील के बाद सबसे ज्यादा मामले भारत में ही हैं। बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘भारत में आईपीएल कराना प्राथमिकता होगी लेकिन अगर यहां नहीं हो सका तो दूसरे विकल्प देखने होंगे। संयुक्त अरब अमीरात , श्रीलंका और न्यूजीलैंड मेजबानी की पेशकश कर चुके हैं।’ साउथ अफ्रीका और यूएई में हो चुका है आयोजित उन्होंने कहा, ‘हम सभी संबंधित पक्षों के साथ मिलकर फैसला लेंगे। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। उस पर कोई समझौता नहीं होगा।’ आईपीएल का 2009 सत्र भारत में आम चुनावों के कारण दक्षिण अफ्रीका में हुआ था। इसके बाद 2014 में इसी कारण से कुछ मैच यूएई में खेले गए थे। लेकिन 2019 में चुनाव के बावजूद आईपीएल भारत में ही हुआ। अगर आईपीएल विदेश में होता है तो अमीरात मेजबानी की दौड़ में सबसे आगे है। पढ़ें- भारत के लोगों के साथ होगी यह समस्यान्यूजीलैंड भले ही कोरोनामुक्त हो गया है लेकिन भारत और वहां के समय में साढ़े सात घंटे का फर्क है। अगर मैच दोपहर 12.30 पर शुरू होते हैं तो आफिस जाने वाले या घर से ही काम करने वाले भी इसे नहीं देख पाएंगे। हैमिल्टन से आकलैंड के अलावा वेलिंगटन, क्राइस्टचर्च, नेपियर या डुनेडिन हवाई जहाज से ही जाया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि आईपीएल संचालन परिषद की बैठक की तारीख जल्दी ही बताई जाएगी जिसमें इन सब बातों और चीनी प्रायोजन करार पर चर्चा होगी। पढ़ें- बोर्ड का चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो से पांच साल का आईपीएल टाइटल प्रायोजन करार है जिससे 2022 तक सालाना 440 करोड़ रुपये मिलने हैं। चीनी निवेश वाली भारतीय कंपनी पेटीएम भी आईपीएल से जुड़ी है।

गांगुली ने बताया भारत तेज गेंदबाजी में कैसे बना 'तोप' July 06, 2020 at 01:25AM

कोलकातापूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के वर्तमान अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा कि वर्तमान में भारत के तेज गेंदबाजी विभाग के मजबूत बनने के मुख्य कारण सांस्कृतिक बदलाव और फिटनेस के बढ़ते मानक हैं। युवा जसप्रीत बुमराह और अनुभवी इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार की उपस्थिति में भारतीय तेज गेंदबाजी विश्व में सबसे मजबूत आक्रमण के रूप में उभरा है। गांगुली से भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ बीसीसीआई ट्विटर हैंडल पर चैट शो में पूछा गया कि बदलाव लाने में अहम भूमिका किसने निभायी, उन्होंने कहा, ‘मैं इसमें इन सभी का योगदान मानता हूं, कोच, फिटनेस ट्रेनर और मुझे लगता है कि सांस्कृतिक बदलाव भी।’ उन्होंने कहा, ‘भारत में अब यह धारणा बन गयी है कि हम अच्छे तेज गेंदबाज तैयार कर सकते हैं। केवल तेज गेंदबाज ही नहीं बल्कि बल्लेबाज भी फिटनेस के प्रति जागरूक हुए हैं। उनके फिटनेस मानदंड बदले हैं। मुझे लगता कि इसमें काफी बदलाव आया है।’ इस तरह से आया आत्मविश्वास जवागल श्रीनाथ, जहीर खान और आशीष नेहरा जैसे अच्छे तेज गेंदबाजों की अगुवाई करने वाले गांगुली ने कहा कि वर्तमान गेंदबाजों में यह विश्वास आ गया है कि वे रफ्तार के सौदागर बन सकते हैं। उन्होंने बीसीसीआई की सीरीज ‘दादा ओपन्स विद मयंक’ में कहा, ‘और इससे सभी की समझ में यह बात आ गयी कि अगर वे फिट हैं, अगर वे दमदार हैं तो फिर हम भी दूसरों की तरह तेज गेंदबाजी कर सकते हैं।’ हाल में वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाजी इयान बिशप ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की प्रशंसा की और कहा था कि जिस तरह से 1970 और 1980 के दशक में उनकी टीम ने तेज गेंदबाजी को आगे बढ़ाया वही काम अब भारत कर रहा है। गांगुली ने कहा, ‘मेरी पीढ़ी के या उससे पहले के वेस्टइंडीज के खिलाड़ी नैसर्गिक तौर पर मजबूत और दमदार थे। हम भारतीय कभी नैसर्गिक रूप से इतने मजबूत और दमदार नहीं रहे, इसलिए हमने मजबूत बनने के लिए कड़ी मेहनत की। इसलिए मुझे लगता है कि यह संस्कृति में बदलाव है जो कि बेहद महत्वपूर्ण है।’ सचिन के स्ट्राइक नहीं लेने पर भी की बातइस कार्यक्रम के दौरान गांगुली ने याद किया कि किस तरह से दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर उन्हें हमेशा पहली गेंद का सामना करने के लिए मजबूर करते थे क्योंकि उन्हें नान स्ट्राइकर बनना पसंद था। गांगुली से पूछा गया कि जब उनकी और तेंडुलकर की जोड़ी एकदिवसीय क्रिकेट की मशहूर सलामी जोड़ी हुआ करती थी तो क्या तब सचिन उन्हें पहली गेंद खेलने के लिए स्ट्राइक लेने के लिए मजबूर करते थे, उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा ऐसा करते थे और इसके लिए उनके पास जवाब भी होता था।’ तेंडुलकर देते थे दो जवाबगांगुली और तेंडुलकर ने वनडे में 136 पारियों में पारी का आगाज किया जिसमें 6609 रन बनाए जिसमें 21 शतकीय और 23 अर्धशतकीय साझेदारियां शामिल हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि पहली गेंद से बचने के लिए तेंडुलकर के पास हमेशा दो जवाब होते थे। गांगुली ने कहा, ‘मैं उनसे कहता था, कभी आपको भी पहली गेंद खेलनी चाहिए। मैं ही हमेशा पहली गेंद खेलता हूं। उनके पास इसके दो जवाब होते थे। पहला उनका मानना था कि अगर उनकी फॉर्म अच्छी है तो वह जारी रहनी चाहिए और उन्हें नान स्ट्राइकर छोर पर ही खेलना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘और अगर उनकी फॉर्म अच्छी नहीं है तो वह कहते, ‘मुझे नान स्ट्राइकर छोर पर ही खेलना चाहिए’ क्योंकि इससे उन पर से दबाव कम हो जाएगा।’ इस तरह से लेनी पड़ी थी सचिन को स्ट्राइक गांगुली ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि टीवी स्क्रीन पर पकड़ लिए जाने के कारण तेंडुलकर को एक दो अवसरों पर पहली गेंद का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, ‘उनके पास अच्छी फॉर्म और बुरी फॉर्म के जवाब होते थे जब तक कि किसी दिन आप उनसे आगे निकलकर नानस्ट्राइकर छोर पर खड़े न हो जाओ। टीवी पर सब कुछ आ रहा होता है और ऐसे में उन्हें पहली गेंद का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता था। गांगुली ने कहा, ‘और ऐसा एक या दो बार हुआ। मैं उनसे आगे निकलकर नान स्ट्राइकर छोर पर खड़ा हो गया था।’

विनोद राय ने बताया आखिर द्रविड़ क्यों नहीं बने टीम इंडिया के कोच July 06, 2020 at 12:17AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () की प्रशासकों की समिति (CoA) के पूर्व अध्यक्ष, ने हाल ही में इस राज का खुलासा किया कि आखिर पूर्व कप्तान ने का कार्यकाल समाप्त होने के बाद का कोच बनने से क्यों इनकार कर दिया था। साल 2017 में अनिल कुंबले ने विराट कोहली के साथ संबंध 'अस्थिर' होने के बाद इस पद से इस्तीफा दे दिया था। द्रविड़ को इसके बाद सीओए द्वारा कोच बनने का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए इससे इनकार कर दिया था। राय ने स्पोर्टसकीड़ा के साथ खास फेसबुक लाइव में कहा, 'द्रविड़ ने खुलकर हमसे बात की।' राय ने बताया, 'द्रविड़ ने हमसे कहा 'देखिए मेरे घर पर दो बड़े होते लड़के हैं और मैं भारतीय टीम के साथ सारी दुनिया घूमता रहा हूं। मैं उन्हें वक्त और ध्यान नहीं दे पाया हूं। मुझे लगता है कि मुझे घर पर भी रहना चाहिए और अपने परिवार को समय देना चाहिए।' पढ़ें- राय ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह सही अनुरोध था।' राय ने यह भी कहा कि द्रविड़ अंडर-19 टीम के कोच बने रहना चाहते थे क्योंकि वह युवा खिलाड़ियों के साथ शुरू किया गया काम खत्म करना चाहते थे। सीनियर टीम की कमान इसके बाद को सौंपी गई। राय ने कहा, 'देखिए, कोचिंग की क्षमता की बात करें तो द्रविड़, शास्त्री और कुंबले इस मामले में सर्वश्रेष्ठ हैं।' उन्होंने कहा, 'हमने बेशक राहुल द्रविड़ से बात की। वह अंडर-19 टीम के साथ जुड़े थे और अच्छा काम कर रहे थे। उन्होंने एक टीम तैयार करने का रोडमैप विकसित किया था।' पढ़ें- राय ने कहा, 'वह शानदार नतीजे दे रहे थे। वह अंडर-19 टीम के साथ ही काम करना चाहते थे क्योंकि उन्हें लगता था कि कुछ काम बाकी है जिसे खत्म किया जाना जरूरी है।' द्रविड़ को बाद में नैशनल क्रिकेट अकादमी का हेड ऑफ क्रिकेट बनाया गया। साल 2019 में उन्हें पद दिया गया। राय ने कहा, 'उन्होंने एनसीए से खुद को जोड़ने के लिए काफी बड़ा दिल दिखाया।'

सौरभ ने कहा- तेंदुलकर हमेशा मुझे स्ट्राइक लेने को कहते थे, इसके लिए उनके पास दो जवाब तैयार होते थे July 06, 2020 at 12:09AM

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा हैकि सचिन तेंदुलकरहमेशा मुझेही पहली गेंद पर स्ट्राइक लेने के लिए कहते थे। उन्होंने यह खुलासा क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से ऑनलाइन चैटिंग के दौरान किया। गांगुली ने कहा कि पहले स्ट्राइक न लेने के पीछे हमेशा सचिन के पास दो वजहें होतीं थी।उनके पास अच्छे फॉर्म और खराब फॉर्म दोनों का जवाब था। फॉर्म में होने पर वेकहते कि उन्हें नॉन-स्ट्राइकर एंड पर बने रहना चाहिए। वहीं, फॉर्म खराबहोने पर कहते थे कि मुझे नॉन-स्ट्राइकर के अंत में रहना चाहिए, क्योंकि यह मुझ पर दबाव डालता है।

गांगुली और मयंक के इस बातचीत का वीडियो बीसीसीआई ने ट्विटर पर शेयर किया है। गांगुली ने कहा कि एक-दो बार सचिन ने पहलीगेंद पर स्ट्राइक भी ली है,लेकिन ऐसा तब होताजब मैं पहले ही नॉन स्ट्राइक पर जाकर खड़ा हो जाता था।

तेंदुलकर- गांगुलीसबसे सफल ओपनिंग साझेदार

तेंदुलकर और भारत के पूर्व कप्तान गांगुली ने वनडे के 176 पारियां खेली हैं। इनमें दोनोंने मिलकर 47.55की एवरेज से 8227 रन बनाए हैं। वनडे में एक साथ 6,000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी इसी जोड़ी के पास है।वहीं, सचिन और गांगुली ने भारत के लिए 136 पारियों में ओपनिंग की है। इस दौरानदोनों ने 49.32 की एवरेज से6,609 रन बनाए हैं। रनों के लिहाज से सचिन-गांगुली की दुनिया में अब तक की सबसे सफल ओपनिंग साझेदारी मानी जाती है।

रोहित और शिखर धवन की जोड़ी भी काफी सफल

भारत के लिएवीरेंद्र सहवाग-सचिनऔर सहवाग-गांगुली ने भी कई सफल पारियां खेली हैं।मौजूदा समय में रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी भी सफल रही है। हालांकि,अब तक गांगुली और तेंदुलकर जैसी साझेदारी देखने को नहीं मिली है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने भारत के लिए वनडे मैचों में कई सफल पारियां खेली हैं। दोनों के पास वनडे मैचों में साथ मिलकर 6000 रन बनाने का रिकार्ड भी है।

हुसैन ने उठाए भारत की सिलेक्शन पॉलिसी पर सवाल July 05, 2020 at 09:20PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के पूर्व कप्तान () का मानना है कि भारतीय टीम के पास बमुश्किल असफल होने वाले शीर्ष क्रम के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नमेंटों के लिए वैकल्पिक योजना की कमी है। चाहे वह 2014 में आईसीसी विश्व टी20 हो या 2017 की आईसीसी चैंपियन्स ट्रोफी या इंग्लैंड में 2019 का विश्व कप, प्रत्येक टूर्नामेंट में एक खराब मैच का टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा। हुसैन ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘मैं कहूंगा कि आईसीसी टूर्नामेंटों में परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना नहीं बल्कि भारत का चयन गलत रहा। यह केवल एक मैच की योजना से जुड़ा हुआ नहीं है।’ इंग्लैंड के पूर्व कप्तान को लगता है कि सीमित ओवरों की क्रिकेट में कप्तान (Virat Kohli) और उनके साथ उपकप्तान रोहित शर्मा () के शानदार प्रदर्शन से मध्यक्रम हमेशा मुश्किल परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिए तैयार नहीं रहता। उन्होंने कहा, ‘अगर कोहली और शर्मा आउट हो जाते हैं और स्कोर दो विकेट पर 20 रन हो जाता है तो क्या आपका मध्यक्रम इस परिस्थिति के लिए तैयार है। भारतीय क्रिकेट के लिए यह गलत हो सकता है कि उसका टॉप ऑर्डर बहुत अच्छा है। जब कोहली, शर्मा शतक जड़ते हैं और मध्यक्रम के बल्लेबाजों को मौका नहीं मिलता है तो ठीक रहता है।’ हुसैन का मानना है कि जब भारत शुरू में तीन विकेट गंवा देता है तो उसके पास इसका कोई जवाब नहीं होता है। उन्होंने कहा, ‘और अचानक आप का स्कोर तीन विकेट पर 20 रन हो जाता है और आपको (मध्यक्रम) मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड का सामना करना होता है और फिर आप संभल नहीं पाते हो। इसलिए इसके लिये ‘प्लान बी’ जरूरी होता है। केवल ‘प्लान ए’ से ही काम नहीं चलता है।’ हुसैन को कोहली का कप्तान के रूप में नजरिया पसंद है जो कि महेंद्र सिंह धोनी से भिन्न है हालांकि कुछ विभाग हैं जिनमें वह भारत के वर्तमान कप्तान से सुधार चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘अब भी कुछ विभाग हैं जिनमें उन्हें सुधार करने की जरूरत है। मैं उसे बदलाव करने वाला व्यक्ति मानता हूं।’

जब भारत-पाक के खिलाड़ियों ने साथ खेली होली: मोरे July 05, 2020 at 11:28PM

नई दिल्ली मैदान पर भारत और पाकिस्तान के क्रिकेटरों के बीच काफी कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है लेकिन पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने याद किया है कि जब मैदान के बाहर दोनों टीमों ने काफी दोस्ताना व्यवहार किया था। चयनसमिति के पूर्व अध्यक्ष मोरे ने 1986-87 की सीरीज को याद किया जब दोनों टीमों ने दौरे के दौरान खूब मस्ती के साथ होली खेली थी। मोरे ने कहा, 'यह एक चुनौतीपूर्ण सीरीज थी। लेकिन उस टेस्ट मैच को मैं कभी नहीं भूल सकता कि रेस्ट डे को भारतीय टीम और पाकिस्तानी टीम ने होली खेली थी।' 'द ग्रेटेस्ट राइवलरी पॉडकास्ट' से बातचीत में मोरी ने ये बातें कहीं। पाकिस्तानी टीम ने 1986-87 में भारत का दौरा किया था। इस दौरे पर पांच टेस्ट और छह वनडे इंटरनैशनल मैच खेले गए थे। सीरीज के पहले चार टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे। मोरे ने बताया कि सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच के लिए दोनों टीमें बेंगलुरु (तब बैंगलोर) पहुंची थीं। और होटल को लाल रंग में रंग दिया था। हालांकि पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान बच गए थे। मोरे ने कहा, 'मुझे अच्छी तरह याद है कि यह बैंगलोर का वेस्टिन होटल था। पूरा होटल लाल रंग में रंगा था। स्विमिंग पूल, सभी कमरे, होटल का हर कोना लाल था।' इमरान को थी कमरे से निकालने की कोशिश मोरे ने कहा, 'हमने खूब मस्ती की। भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेटर दोनों, इमरान खान को उनके कमरे से बाहर लाने की कोशिश कर रहे थे। वह कप्तान थे और बहुत शर्मीले इनसान थे। दोनों टीमें उन्हें बाहर लाने की कोशिश कर रहे थे ताकि उन्हें रंग लगाया जा सके।' होली पांचवें टेस्ट से पहले खेली गई थी। यह सुनील गावसकर का आखिरी टेस्ट मैच भी था। पाकिस्तान ने यह मैच 16 रनों के अंतर से जीता था। 221 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए गावसकर ने 96 रन बनाए लेकिन इकबाल कासिम (4/73) और तौसीफ अहमद (4/85) की गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 204 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। मियांदाद ने जारी रखी थी पार्टी मोरे ने बताया कि होली खत्म होने के बाद भी जावेद मियांदाद ने पार्टी जारी रखी थी। मोरे ने कहा, 'इमरान खान बाहर नहीं आए। जावेद होली में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे थे। हमने होली साथ मनाई और साथ में लंच किया। भांगड़ा म्यूजिक पर जश्न मनाया। हमारे कुछ दोस्त भी पार्टी का हिस्सा बने। हमने खूब मस्ती की। अगले दिन हम फिर टेस्ट मैच खेल रहे थे।' मैदान पर दोनों टीमें जीतना चाहती थीं और स्लेजिंग खूब होती थी। और मैदान के बाहर खूब मस्ती होती थी।

इंजमाम ने कहा- भारत का वर्ल्ड क्रिकेट में दबदबा, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप की जगह आईपीएल हुआ तो इससे आईसीसी सवालों के घेरे में होगी July 05, 2020 at 10:40PM

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम-उल-हक ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) पर कंट्रोल रहा है। ऐसे में यदि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप की जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) होता है, तो इससे आईसीसी पर सवाल खड़े होंगे। इंजमाम का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब टी-20 वर्ल्ड कप पर कोरोना संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

इस साल टी-20 वर्ल्ड कप18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया में होना है। जबकि29 मार्च से होने वाले आईपीएल को कोरोना के कारण पहले हीअनिश्चितकाल के लिए टाला जा चुका है। हालांकि, बीसीसीआई वर्ल्ड कप टलने की स्थिति में उसकी जगहआईपीएल कराने पर विचार कर रहा है। वर्ल्ड कप पर आखिरी फैसला आईसीसी को लेना है।

आईसीसी में बीसीसीआई का दबदबा
इंजमाम ने कहा, ‘‘बीसीसीआई बहुत ही मजबूत बोर्ड है। आईसीसी में उसका नियंत्रण बहुत ज्यादा है। यदि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ये कहता है कि वहकोरोना की वजह से टी-20 वर्ल्ड कप नहीं करा सकता, तो हालातको देखते हुए इसे सही माना जा सकता है। लेकिन इस दौरान आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट को कराने की मंजूरी देने से आईसीसी पर सवाल खड़े होंगे।’’

इंटरनेशनल टूर्नामेंट की जगह आईपीएल कराना गलत
पूर्व कोच ने कहा, ‘‘आईसीसी को इंटरनेशनल टूर्नामेंट की जगह प्राइवेट लीग को मंजूरी नहीं देनी चाहिए। इससे युवा खिलाड़ी इंटरनेशनल की जगह प्राइवेट टूर्नामेंट्स पर ज्यादा फोकस करेंगे।’’ हालांकि इंजमाम ने ये भी माना कि कोरोना के चलते 16 देशों को होस्ट करना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 120 टेस्ट में 8830 और 378 वन-डे में 11739 रन बनाएहैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इंजमाम-उल-हक ने कहा- आईसीसी को इंटरनेशनल टूर्नामेंट की जगह प्राइवेट लीग को मंजूरी नहीं देनी चाहिए। -फाइल फोटो

अगर ऐसे आईपीएल हुए तो सवाल उठेंगे: इंजमाम July 05, 2020 at 09:25PM

कराची पाकिस्तान के पूर्व कप्तान (Inzamam-ul-Haq) ने कहा है कि अगर कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के कारण ऑस्ट्रेलिया (Australia) में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप (ICC T20 World Cup) को रद्द किया जाता है और उसकी जगह (Indian Premier League) का आयोजन किया जाता है तो सवाल उठेंगे। पूरी संभावना है कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए टी20 विश्व कप को रद्द (T20 World Cup could be cancelled) कर दिया जाएगा। (आईसीसी) ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होने वाले टी20 विश्व कप के भविष्य को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं किया है। BCCI बहुत मजबूत है: इंजमाम इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर रविवार को कहा, ‘इस तरह की अटकलें है कि विश्व कप की तारीखें इंडियन प्रीमियर लीग () और भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज (India vs Australia Test Series) के साथ टकरा रही हैं इसलिए इसका (टी20 विश्व कप) आयोजन नहीं होगा।’ उन्होंने कहा, ‘भारतीय बोर्ड (BCCI powerful) मजबूत है और ICC में उसका कंट्रोल है। अगर ऑस्ट्रेलिया कहता है कि कोविड-19 महामारी के कारण हम विश्व कप का आयोजन नहीं कर सकते तो उनके रुख को आसानी से स्वीकार कर लिया जाएगा लेकिन अगर उसी समय इस तरह की कोई प्रतियोगिता होती है तो सवाल उठेंगे।’ 'जब हो सकता है तो वर्ल्ड कप क्यों नहीं'पाकिस्तान के लिए 120 टेस्ट में 8830 रन और 378 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 11739 रन बनाने वाले 50 साल के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘लोग सोचेंगे कि अगर देश 12 से 14 टीमों (16 टीमों) की मेजबानी कर सकता है तो फिर आईसीसी टीमों की देखभाल क्यों नहीं कर सकता, आखिर ऑस्ट्रेलिया इतना आधुनिक देश है।’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को मिले तवज्जो उन्होंने कहा, ‘एक अन्य चीज यह है कि आईसीसी को निजी लीग (आईपीएल) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (International Cricket) पर प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। इससे युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मैचों की जगह निजी लीग में खेलने को बाध्य होंगे।’ वर्ल्ड कप कराना हालांकि आसान नहीं पाकिस्तान के इस पूर्व कोच ने हालांकि स्वीकार किया कि टी20 विश्व कप के दौरान 16 टीमों की मेजबानी आसान नहीं होगी। इंजमाम ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया कह सकता है इस बड़ी प्रतियोगिता के लिए 18 टीमों (16 टीमों) की मेजबानी मुश्किल होगी क्योंकि यह आसान नहीं होगा। इसी तरह पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड में होटल में है और वहां सारी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, इसलिए 18 टीमों (16 टीमों) को रखना आसान नहीं होगा।’ एशिया कप क्या बोले इंजमाम एशिया कप (Asia Cup) का भविष्य भी एक मुद्दा है जिसका आयोजन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) सुरक्षा कारणों से तटस्थ देश में कर रहा है। इस टूर्नामेंट का आयोजन सितंबर में होना था लेकिन अभी इसके भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है। इंजमाम ने कहा, ‘मैंने सुना है कि एशिया कप की तारीखों को लेकर भी आपत्ति जताई जा रही है क्योंकि इसकी तारीखें किसी अन्य प्रतियोगिता से टकरा रही हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आईसीसी, एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) और सभी क्रिकेट बोर्ड को एक साथ बैठकर मजबूत संदेश देना चाहिए कि ऐसी कोई छवि (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर निजी लीग को प्राथमिकता देना) पेश नहीं की जाएगी।’

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से बाहर रखा जा सकता है ब्रॉड को July 05, 2020 at 07:10PM

साउथम्पटन इंग्लैंड के सीनियर तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच की अंतिम एकादश में जगह मिलने की संभावना नहीं है। इंग्लैंड का टीम प्रबंधन तेज गेंदबाजी के अगुआ जेम्स एंडरसन के साथ और को अंतिम एकादश में रखने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। ‘द गार्डियन’ की रिपोर्ट के अनुसार, ‘ब्रॉड को आठ साल में पहली बार घरेलू टेस्ट मैच से बाहर होना पड़ सकता है क्योंकि इंग्लैंड जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड की तेज गेंदबाजी की जोड़ी को जल्द से जल्द मौका देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है।’ वुड और आर्चर दोनों चोटों से परेशान थे लेकिन अब वे फिट हैं। इंग्लैंड के साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान चोटिल होने वाले वुड अब खेलने के लिए तैयार हैं। टीम में ऑफ स्पिनर डोमिनिक बेस के रूप में केवल एक स्पिनर है और ऐसे में ब्रॉड को अंतिम एकादश से बाहर रखा जा सकता है। टीम में सिर्फ एक स्पिनर रिपोर्ट में कहा गया है, ‘बुधवार से शुरू होने वाले मैच के लिए चुनी गई (तेरह सदस्यीय) टीम में कोई अतिरिक्त बल्लेबाज नहीं है और एक स्पिनर डॉम बेस है, ऐसे में मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान को केवल तेज गेंदबाजी आक्रमण के बारे में ही सोचना होगा।’ यहां तक कि इंग्लैंड की टीम के बीच आपस में खेले गए अभ्यास मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्रिस वोक्स को भी एजिस बॉउल में मौका मिलने की संभावना नहीं है। 8 साल पहले मिला था विश्राम ब्रॉड को आखिरी बार 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही घरेलू टेस्ट में विश्राम दिया गया था। उन्होंने अब तक 485 टेस्ट विकेट लिए हैं और इंग्लैंड की तरफ से एंडरसन के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं। इंग्लैंड के मुख्य कोच सिल्वरवुड और कार्यवाहक कप्तान स्टोक्स हालांकि वुड को प्राथमिकता दे सकते हैं जो 90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। इसके बाद पाकिस्तान से सीरीज इंग्लैंड को वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ लगातार छह टेस्ट मैच खेलने हैं और ऐसे में तेज गेंदबाजों को तरोताजा बनाये रखने के लिए वह रोटेशन की नीति अपना सकता है। इंग्लैंड की 13 सदस्यीय टीम : बेन स्टोक्स (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, डोमिनिक बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), जॉक क्रॉली, जो डेनली, ओली पोप, डोम सिबली, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।

गांगुली ने बताया, 'सचिन क्यों नहीं खेलते थे पहली गेंद' July 05, 2020 at 09:05PM

नई दिल्ली (Sachin Tendulkar) और (Sourav Ganguly) की सलामी जोड़ी ने भारत के लिए कई यादगार साझेदारियां की हैं। 1996-2007 के बीच इस जोड़ी ने 136 पारियों में 6609 रन जोड़े। रनों के मामले में यह दुनिया की नंबर वन ओपनिंग पार्टनरशिप है। गांगुली-वीरेंदर सहवाग (Sourav Ganguly, Virender Sehwag), सचिन-सहवाग () की जोड़ी ने भी धमाके दिखाए लेकिन सचिन-गांगुली आंकड़ों में नबर वन बनी रही। इस जोड़ी को लेकर एक बात लेकिन हमेशा कही जाती थी कि सचिन कभी भी पारी की पहली गेंद का सामना नहीं करते थे। वह हमेशा गांगुली को ही पहली गेंद खेलने को कहते थे। मयंक अग्रवाल के साथ बातचीत में पूर्व कप्तान गांगुली ने बताया है कि यह बात सच थी अथवा नहीं। गांगुली से 'ओपन नेट्स विद मयंक' में पूछा, 'जब आप वनडे में पारी की शुरुआत करते थे तो क्या सचिन पाजी आपको हमेशा पहली गेंद खेलने के लिए कहते थे?' इसके जवाब में गांगुली ने कहा, 'हमेशा। उन्होंने हमेशा ऐसा किया। उसके (सचिन) पास इसका जवाब भी होता था। मैं उन्हें कहता था कि कभी-कभार तुम भी पहली गेंद खेला करो। हमेशा मुझे ही पहली गेंद खेलने को कहते हो। उनके पास इसके दो जवाब होते थे।' गांगुली ने कहा, 'पहला जवाब होता था, 'मुझे लगता है कि मैं अच्छी फॉर्म में हूं और मुझे नॉन-स्ट्राइकर पर ही रहना चाहिए।' वहीं अगर फॉर्म अच्छा न हो तो उनका दूसरा जवाब होता था, 'मुझे नॉन-स्ट्राइकर पर ही रहना चाहिए, इससे मुझ पर प्रेशर कम होता है।' अच्छे या बुरे फॉर्म के लिए उनके पास एक ही जवाब होता था।' गांगुली ने आगे बताया कि एक बार उन्होंने सचिन को पहली गेंद खेलने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने कहा, 'जब तक तुम उनसे आगे निकलकर नॉन-स्ट्राइकर पर खड़े नहीं हो जाओ, अब सचिन टीवी पर हैं और अब उन्हें पहली गेंद खेलनी पड़ेगी। ऐसा एक या दो बार हुआ है, मैं उनसे आगे निकलकर नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़ा हो गया।'

आईसीसी चेयरमैन पद के लिए CWI का समर्थन नहीं मिला: कैमरन July 05, 2020 at 08:20PM

किंगस्टनभारत के शशांक मनोहर की जगह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद () चेयरमैन पद की दौड़ में शामिल क्रिकेट वेस्टइंडीज के पूर्व अध्यक्ष ने खुलासा किया है कि उन्हें उनके घरेलू बोर्ड का ही समर्थन नहीं मिला है लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि इसमें उन्हें फायदा नजर आता है। कैमरन की दावेदारी का समर्थन का अमेरिका ने किया है जिससे वह मनोहर की जगह लेने के दावेदारों में शामिल हो गए। मनोहर ने पिछले महीने के आखिर में दो साल दो-दो कार्यकाल पूरा करने के बाद अपना पद छोड़ दिया था। कैमरन ने ‘क्रिकबज’ से कहा, ‘अभी मुझे घरेलू बोर्ड से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है लेकिन यह बुरी बात नहीं है क्योंकि सभी जान रहे हैं कि मैं स्वतंत्र उम्मीदवार हूं और मैं खुद के अजेंडा पर काम करने के बजाय विश्व क्रिकेट की भलाई के बारे में सोच रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘वह अमेरिकी क्रिकेट हॉफ आफ फेम था जिसने मुझसे कहा कि अमेरिका (क्रिकेट का) बहुत बड़ा बाजार है और उसे विकसित करने की जरूरत है। मैंने अमेरिकी क्रिकेट बोर्ड के साथ काफी काम किया है और वे अमेरिका में क्रिकेट को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।’ कैमरन ने कहा, ‘उन्हें (अमेरिकी क्रिकेट) लगता है कि यह सही समय है। इसके अलावा आईसीसी अधिकारों का अगला चक्र 2023 से 2031 तक होगा तो ऐसे में यह उस व्यक्ति का समर्थन करने का सबसे अच्छा समय है जिसकी योजना वास्तव में विश्व क्रिकेट को आगे बढ़ाने की है।’ इंग्लैंड के कोलिन ग्रेव्स इस पद के प्रबल दावेदार हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली का नाम भी पद के लिए चल रहा है लेकिन उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। किसी भी उम्मीद्वार को चुनाव लड़ने के लिए दो या इससे अधिक मतों की जरूरत होती है। कैमरन पिछले साल तक क्रिकेट वेस्टइंडीज के अध्यक्ष थे। उनकी जगह रिकी स्किरिट ने ली है।

पैट कमिंस ने कहा- आईपीएल में सबसे ज्यादा 15.5 करोड़ रुपए के कॉन्ट्रैक्ट से खुश हूं, लेकिन टेस्ट बेस्ट फॉर्मेट July 05, 2020 at 09:05PM

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की नीलामी में सबसे ज्यादा 15.5 करोड़ रुपए मिलने से खुश हैं। उन्होंने कहा है कि नीलामी के 6 महीने बाद भी उनका जीवन नहीं बदला है। उन्हें कोलकाता ने खरीदा है। कमिंस चाहते हैं कि जल्द क्रिकेट की वापसी हो।वे खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हैं।

कमिंस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरे जीवन में बदलाव नहीं आया। मैं हर मैच में सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करता हूं। नीलामी में अधिक राशि मिलने की खुशी अब भी है।’ टी-20 के बाद कई खिलाड़ियों ने प्राथमिकताएं बदल दी हैं लेकिन कमिंस टेस्ट को ही बेस्ट फॉर्मेट मानते हैं।

वार्नर का टीम में होना ऐसा, जैसे फ्लॉयड मेवेदर टीम में हों: लैंगर
ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने वॉर्नर की तुलना मुक्केबाज फ्लॉयड मेवेदर से की। लैंगर ने एक कार्यक्रम में अमेरिका के महान मुक्केबाज का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘टीम में वाॅर्नर का होना उसी तरह का है जैसे आपकी टीम में मेवेदर हों।’ मेवेदर प्रोफेशनल फाइट कभी नहीं हारे।

आईपीएल के लिए विंडो तलाश रहा बीसीसीआई
कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाला आईपीएल पहले ही अनिश्चितकाल के लिए टाला जा चुका है। बीसीसीआई इस साल सितंबर में एशिया कप या अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के टलने की स्थिति में उसकी जगह आईपीएल कराने पर विचार कर रहा है। इस साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। जबकि एशिया कप पाकिस्तान की मेजबानी में होगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस पहले ही कह चुके हैं कि वे खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हैं। -फाइल फोटो

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा- कोहली का टारगेट सिर्फ मैच जीतना होता है, उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं July 05, 2020 at 08:25PM

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर नासिर हुसैन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोहली जब लक्ष्य का पीछा करते हैं, तो वे मैच में जीतने को ही टारगेट रखते हैं। उसके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। टारगेट को पूरा करने के लिए वे अग्रेसिव रहते हैं। नासिर ने यह बात हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' में कही।

नासिर ने कहा कि यदि लक्ष्य का पीछा करने के लिए किसी बल्लेबाज को चुनना हो, तो वे हमेशा कोहली को ही सिलेक्ट करेंगे। हालांकि इंडिया में काफी अच्छे बल्लेबाज हैं। उनमें से किसी एक का चयन करना आसान नहीं है, लेकिन वे कोहली को ही चुनेंगे।

कोहली कभी भी धोनी की तरह कूल नहीं हो सकते
नासिर ने कहा कि ग्राउंड पर कोहली की सबसे बड़ी ताकत उनका जीत का जज्बा है। उसके लिए वे पूरी ताकत लगा देते हैं। उन्होंने भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ तुलना करते हुए कहा कि कोहली कभी भी उनकी तरह शांत और कूल फिनिशर नहीं हो सकते हैं। कोहली का अपना अलग तरीका है। उनका खून ज्यादा गर्म है। वे जीतने के लिए कुछ भी कर सकते है।

कोहली ने 248 वनडे में 43 शतक लगाए
कोहली ने 86 टेस्ट में 53.62 की औसत से 7240 रन बनाए हैं। उन्होंने 27 शतक भी लगाए हैं। उनके नाम 248 वनडे में 11867 और 81 टी-20 में 2794 रन हैं। कोहली ने आईपीएल के 177 मैच में अब तक सबसे ज्यादा 5412 रन बनाए हैं। कोहली ने 43 वनडे शतक बनाए हैं। उनमें से 22 लक्ष्य का पीछा करते समय लगाए हैं। वहीं, 89 मैचों में कप्तानी करते हुए कोहली ने 22 हाफ सेंचुरी की मदद से 96.21 की औसत से 5388 रन बनाए हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
नासिर हुसैन (दाएं) ने कहा- यदि लक्ष्य का पीछा करने के लिए किसी बल्लेबाज को चुनना हो, तो वे हमेशा विराट कोहली को ही सिलेक्ट करेंगे। -फाइल फोटो

नासिर हुसैन बोले, 'विराट कोहली शांत नहीं रह सकते' July 05, 2020 at 08:27PM

नई दिल्ली नासिर हुसैन ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान की तारीफ की है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने एक कप्तान के रूप में कोहली की प्रगति को लेकर अपनी राय रखी है। नासिर ने कहा, 'सबसे पहली बात मैं कहना चाहूंगा कि विराट कोहली एक अलग इनसान हैं। के बाद कप्तानी संभालने के बाद यह काफी आसान था कि वह यह सोचते कि मुझे धोनी जैसा बनना है। मुझे शांत रहता है, मुझे फिनिशर बनना है, मुझे बर्फ की तरह ठंडा रहना है। विराट कोहली कभी शांत नहीं रह सकते। वह अपनी भावनाओं का खुलकर इजहार करते हैं।' स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड के बातचीत में नासिर ने कहा, 'अगर आप विराट कोहली को सुबह फुटबॉल खेलते हुए देखें तो आपको अहसास होगा। मुझे खुद उनकी टीम के खिलाड़ियों के लिए चिंता होती है। वह जीतने को लेकर बहुत जुनूनी हैं। इसलिए अगर आप सीमित ओवरों के क्रिकेट में मुझसे रन-चेज में किसी एक खिलाड़ी के बारे में पूछें तो मैं कोहली का नाम लूंगा चूंकि वह लक्ष्य पर नजर रखते हैं और उनका पूरा ध्यान उस पर ही होता है।' क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने नासिर हुसैन ने कहा, 'कोहली अपनी तरह के ही इनसान हैं। वह कई क्षेत्रों में बेहतर हुए हैं और कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें मैं उन्हें बेहतर होते देखना चाहूंगा। वह काफी सोचते हैं। हर ओर में वह फील्डिंग में बदलाव करते हैं। वह चीजों को बदलने के लिए इधर-उधर दौड़ते हैं। मुझे लगता है कि वह कुछ ज्यादा ही सोचते हैं।' नासिर हुसैन ने कोहली के सिलेक्शन के तरीके से भी थोड़ा असहमत नजर आए। उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि लोग कहेंगे कि यह कोहली का फैसला है। लेकिन आपके पास एक सिलेक्शन प्लान होना चाहिए। मुझे लगता है कि भारत ने कई चीजें अच्छी की हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि सिलेक्शन उसमें से एक है। वर्ल्ड कप की ही बात करें आपको यही पता नहीं था कि नंबर चार पर कौन बल्लेबाजी करेगा। वह भी तब जब भारत में कई बड़े बल्लेबाज हैं। उन्हें सिलेक्शन की समस्या का हल तलाशन होगा लेकिन कप्तान का मूल काम मैच जीतना होता है और अगर आप कोहली के रेकॉर्ड को इस नजर से देखें तो वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में शामिल होते है।'