Tuesday, August 31, 2021

अश्विन के समर्थन में उतरे नासिर हुसैन:पूर्व कप्तान ने कहा- लीड्स में हुई थी चूक, लेकिन ओवल में जरूर मिलना चाहिए आर अश्विन को मौका August 31, 2021 at 07:42PM

हैरान हूं लोग पूछ रहे हैं कि क्या ईशांत ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल लिया: आशीष नेहरा August 31, 2021 at 07:14PM

नई दिल्ली का लीड्स टेस्ट में प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा था। इसके लिए उनकी काफी आलोचनाएं हुईं। हालांकि टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा इस बात से हैरान हैं। उन्होंने कहा वह सिर्फ एक मैच में खराब प्रदर्शन के बाद शर्मा की आलोचना से काफी हैरान हैं। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में ईशांत कोई विकेट हासिल नहीं कर पाए थे। इंग्लैंड ने लीड्स में भारत को पारी और 76 रन से हराकर सीरीज में बराबरी कर ली है। ईशांत शर्मा ने 22 ओवर गेंदबाजी की और 4.18 के औसत से 92 रन दिए। हेडिंग्ले में भारत के पांच तेज गेंदबाजों में ईशांत का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। हालांकि कप्तान विराट कोहली और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का कहना है कि ईशांत की फिटनेस के साथ कोई समस्या नहीं है। हालांकि ईशांत ने कई नो-बॉल फेंकी जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। नेहरा हालांकि इस बात को लेकर काफी हैरान थे कि आखिर लोग ईशांत की आलोचना क्यों कर रहे हैं। उन्होंने भारत में आधिकारिक प्रसारणकर्ता सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के एक कार्यक्रम में कहा, 'यह ईशांत शर्मा के साथ अन्याय होगा अगर हम सिर्फ एक टेस्ट मैच के आधार पर उनका आकलन करें या टीम में उनकी जगह को लेकर चर्चा करना शुरू कर दें। किसी ने कल मुझसे पूछा, क्या हेडिंग्ले ईशांत का आखिरी टेस्ट मैच होगा? मैं इस बात से काफी हैरान था कि किसी ने मुझसे यह सवाल पूछा।' भारत के लिए 17 टेस्ट, 120 वनडे इंटरनैशनल और 27 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले नेहरा ने आगे कहा कि सिर्फ एक मैच के आधार पर टीम में ईशांत की जगह पर सवाल नहीं उठना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आप ईशांत शर्मा जैसे गेंदबाज को सिर्फ एक मैच के प्रदर्शन के आधार पर नहीं परख सकते। हां, हमारे पास चार-पांच गेंदबाज हैं और उनके बीच कड़ा मुकाबला है। लेकिन आप हर टेस्ट मैच में अलग गेंदबाज के साथ नहीं उतर सकते।' उन्होंने आगे कहा कि भारत हेडिंग्ले टेस्ट में ईशांत शर्मा की वजह से नहीं हारा। नेहरा ने माना कि हेडिंग्ले टेस्ट में ईशांत का प्रदर्शन अच्छा नहीं था लेकिन यह भी कहा कि ईशांत के अनुभव वाला खिलाड़ी किसी भी समय मैच का रुख बदल सकता है। नेहरा ने कहा, 'ईशांत ने यहां नो-बॉल फेंकी और जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ने भी ऐसा किया। हां, मेरे हिसाब से ईशांत शर्मा अच्छी लय में नहीं थे। हम मैच हार गए इस वजह से इस पर ज्यादा चर्चा हो रही है। ईशांत हमारी हार का कारण नहीं थे। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह पहला मैच चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। लेकिन वह 100 से अधिक टेस्ट मैच खेल चुके हैं और इस वजह से उन्होंने दूसरे टेस्ट में जल्दी ही टेस्ट में जल्दी ही वापसी कर ली।' जब नेहरा से पूछा गया कि क्या ईशांत को चौथे टेस्ट में आराम दिया जाएगा। नेहरा ने कहा कि चौथे टेस्ट में ऑफ स्पिनर अश्विन को जगह मिल सकती है ऐसे में मोहम्मद सिराज या ईशांत को बाहर किया जा सकता है।

जीतनी है सीरीज तो कोहली को रखना होगा शांत:जो रूट ने कहा- अभी तक हमारे गेंदबाजों ने विराट कोहली के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की, हमने उन्हें आउट करने के कई तरीके खोजे August 31, 2021 at 06:09PM

देखें वीडियो- अंपायर ने नहीं दी वाइड, दूर जाकर खड़े हो गए नाराज कायरन पोलार्ड August 31, 2021 at 06:04PM

सेंट कीट्स ऐंड नीव्स त्रिनबागो नाइट राइडर्स के कप्तान कायरन पोलार्ड सिर्फ अपने खेल से ही नहीं बल्कि अपने व्यवहार से भी सुर्खियां बटोरते रहते हैं। उन्होंने ऐसा ही कुछ कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में सेंट लूसिया के खिलाफ मुकाबले के दौरान किया यह उस पारी का 19वां ओवर था। वहाब रियाज गेंदबाजी कर रहे थे। वहाब का यह ओवर 10 गेंद तक चला। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टिम सीफर्ट ने एक ऐसी गेंद खेली जो ऑफ स्टंप की वाइड लाइन से बाहर थी। कीवी विकेटकीपर बल्लेबाज ने इसे खेलने की पूरी कोशिश की लेकिन गेंद वाकई बहुत दूर थी। बल्लेबाज और पोलार्ड उस समय हैरान रह गए जब मैदानी अंपायर ने इस गेंद को सही माना और वाइड नहीं दिया। हालांकि सीफर्ट ने गेंद फेंके जाने से पहले ऑफ स्टंप के बाहर मूव भी नहीं किया था। वहाब रियाज इससे पिछले ओवर में चार वाइड फेंक चुके थे। अंपायर से इस फैसले पर बहस करने के बजाय, पोलार्ड ने थोड़ी सी बात की और चुपचाप रहकर अपना विरोध जताने का फैसला किया। वह शॉर्ट मिडविकेट की ओर 20 गज जाकर खड़े हो गए। पोलार्ड 30 गज के घेरे के काफी करीब पहुंच गए। वह आखिरी गेंद के लिए क्रीज के समांनतर खड़े रहे। पोलार्ड ने टीम को दिलाई जीत त्रिनबागो नाइट राइडर्स चार मैच खेलने वाली पहली टीम बन गई है। पिछले सीजन में त्रिनबागो की टीम ने पिछले सीजन में कोई मैच नहीं हारा था। हालांकि इस सीजन में चार में से दो मुकाबलों में इस टीम को हार का सामना करना पड़ा है। मैच की बात करें तो सेंट लूसिया की टीम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। कायरन पोलार्ड और टिम सीफर्ट की जोड़ी ने पांचवें विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को 7 विकेट पर 158 रन तक पहुंचाया। 159 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सेंट लूसिया की टीम बीच के ओवरों में पटरी से उतर गई। आंद्रे फ्लेचर अकेले लड़ते नजर आए। उन्होंने नाबाद 81 रन बनाए। आखिर त्रिनबागो की टीम ने 27 रन से मैच जीता।

ओवल टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली के सामने हैं चार अहम सवाल August 31, 2021 at 05:00PM

लीड्स में टीम इंडिया की हार के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या विराट कोहली ऐंड कंपनी इंग्लैंड में सही टीम कॉम्बिनेशन के साथ खेल रही है। चोट और हार के बाद मेहमान टीम को अपने प्लेइंग इलेवन में मजबूरी में ही सही बदलाव करने पड़ सकते हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कप्तान कोहली मिडल-ऑर्डर में भी बदलाव करेंगे? या एक बार फिर चार-पेसर की थिअरी पर जाएंगे और बल्लेबाजी को नहीं छेड़ा जाएगा? एक नजर डालते हैं

भारतीय टीम का लीड्स में प्रदर्शन देखने के बाद कई सवाल सामने आए। टीम के खिलाड़ियों के प्रदर्शन से लेकर खिलाड़ियों की टीम में जगह को लेकर। भारतीय कप्तान को गुरुवार को मैदान पर उतरने से पहले कई सवालों के जवाब तलाशने होंगे।


ओवल टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली के सामने हैं चार अहम सवाल

लीड्स में टीम इंडिया की हार के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या विराट कोहली ऐंड कंपनी इंग्लैंड में सही टीम कॉम्बिनेशन के साथ खेल रही है। चोट और हार के बाद मेहमान टीम को अपने प्लेइंग इलेवन में मजबूरी में ही सही बदलाव करने पड़ सकते हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या कप्तान कोहली मिडल-ऑर्डर में भी बदलाव करेंगे? या एक बार फिर चार-पेसर की थिअरी पर जाएंगे और बल्लेबाजी को नहीं छेड़ा जाएगा? एक नजर डालते हैं



रहाणे पर नजर
रहाणे पर नजर

अजिंक्य रहाणे का हालिया फॉर्म बहुत अच्छा नहीं है। वह टीम के उपकप्तान हैं। और इस लॉजिक के हिसाब से टीम में उनका स्थान सुनिश्चित होना चाहिए। और खास तौर पर लॉर्ड्स टेस्ट, जिसमें भारत ने जीत हासिल की, में लगाई गई हाफ सेंचुरी के बाद यह माना जा रहा था कि रहाणे अब रंग में लौट आए हैं। लेकिन रहाणे पर कई सवाल हैं। खास तौर पर तब जब सूर्यकुमार यादव और हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ी अभी बैंच पर बैठे हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि रहाणे को अपने प्रदर्शन में और निरंतरता लानी होगी। उन्होंने इस सीरीज में 5, 1, 61, 18 और 10 रन की पारियां खेली हैं।



ईशांत का क्या होगा, एक तेज गेंदबाज को मिलेगा आराम?
ईशांत का क्या होगा, एक तेज गेंदबाज को मिलेगा आराम?

ईशांत शर्मा लीड्स में बिलकुल भी रंग में नजर नहीं आए। कप्तान विराट कोहली ने हालांकि ईशांत की चोट को लेकर की बात से इनकार किया लेकिन फिर भी इस तेज गेंदबाज को लेकर टीम में सवाल हैं। अगर ईशांत को टीम में शामिल नहीं किया जाता है तो शार्दुल ठाकुर, जो चोट से पहले नॉटिंगम टेस्ट में खेले थे, को मौका मिल सकता है। उनकी बल्लेबाजी भी इसमें मदद करती है। अगर शार्दुल पूरी तरह फिट नहीं हैं तो भारत के पास उमेश यादव के अलावा और कोई विकल्प नहीं होगा। हालांकि यादव को हालिया वक्त में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। भारत ने इस दौरे पर एक अच्छे स्विंग गेंदबाज को मिस किया है। कोहली ने तेज गेंदबाजों को आराम देते हुए मौके देने की बात कही है। हालांकि उन्हें इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि सिराज, शमी और बुमराह की तिकड़ी को तोड़ना न पड़े।



क्या होगा अग्रवाल और साव का
क्या होगा अग्रवाल और साव का

इन दोनों को मौका मिलने की संभावना कम है। चेतेश्वर पुजारा ने लीड्स में 91 रन बनाकर अपनी जगह बचा ली है। और अग्रवाल और साव को मौका देना चाहते हैं कि इसका अर्थ है कि केएल राहुल की जगह को फिर बदलना होगा। यह उनके साथ ठीक नहीं होगा क्योंकि उन्होंने रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम को ज्यादातर मौकों पर अच्छी शुरुआत दी है। हालांकि एक संभावना बन सकती है। अगर पंत की बल्ले से खराब फॉर्म को देखा जाए तो कप्तान एक गेंदबाज को कम करके अतिरिक्त बल्लेबाज को मौका दे सकता है। हालांकि कोहली के लिए टेस्ट मैच में 20 विकेट लेने काफी अहम हैं। ऐसे में यह होना जरा मुश्किल है।



अश्विन को मौका, जडेजा बाहर?
अश्विन को मौका, जडेजा बाहर?

यह इतना सीधा सवाल नहीं है। रविंद्र जडेजा के घुटने में चोट है और इस वजह से अश्विन को टीम में मौका मिल सकता है। हालांकि, अगर वह मैदान जो परंपरागत रूप से स्पिनर्स के लिए फायदेमंद है, वहां भारतीय टीम एक हैरान करने वाला फैसला कर सकती है। अश्विन और जडेजा, दोनों के साथ मैदान पर उतरा जा सकता है। इसके साथ तीन गेंदबाजों को मौका मिल सकता है। इससे ऋषभ पंत को बल्लेबाजी में भी सहयोग मिलेगा। लेकिन कहीं न कहीं इससे विराट कोहली की चार तेज गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरने की थिअरी को नुकसान पहुंचता है। मौसम और परिस्थितियां भी इसमें भूमिका निभा सकती हैं।



पैरा-एथलीट पलक कोहली की कहानी:तीन कैटेगरी में क्वालीफाई करने वाली एकमात्र भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी, खेलों के लिए छोड़ दी थी बोर्ड की परीक्षाएं August 31, 2021 at 04:53PM

मेडल लाने से चुकी भारतीय टीम:10 मीटर एयर राइफल मिक्स इवेंट में बाहर हुआ भारत, अवनी-सिद्धार्थ और दीपक नहीं कर पाये क्वालीफाई August 31, 2021 at 04:53PM

घुटना डिसलोकेट होने के बावजूद जीता मेडल:टोक्यो पैरालिंपिक में अपने इवेंट से एक रात पहले दर्द से चीख रहे थे भारतीय एथलीट शरद कुमार, भगवत गीता पढ़कर मिला हौसला August 31, 2021 at 03:51PM

पैरा शूटर सिंहराज अधाना को ढाई करोड़ रुपये और सरकारी नौकरी देगी हरियाणा सरकार August 31, 2021 at 07:03AM

चंडीगढ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने तोक्यो पैरालिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले निशानेबाज सिंहराज अधाना को ढाई करोड़ रुपये नकद पुरस्कार और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधाना ने हरियाणा और पूरे देश के लोगों के दिल जीते हैं। उन्होंने एक बयान में अधाना को बधाई दी और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामना भी दी। पोलियो के शिकार अधाना ने पहली बार पैरालिंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच वन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। पहली बार पैरालिंपिक में भाग ले रहे 39 वर्षीय सिंहराज ने कुल 216.8 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने छठे स्थान पर रहकर आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाई थी। भारत का यह तोक्यो पैरालिंपिक में निशानेबाजी में दूसरा पदक है। सोमवार को अवनि लेखरा ने आर-2 महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। भारत की तोक्यो पैरालिंपिक में पदकों की संख्या 10 पहुंच गई है। सिंहराज शीर्ष तीन में जगह बनाने के लिए शुरू से ही संघर्षरत थे। उनका 19वां शॉट सही नहीं लगा जिससे वह पिछड़ गए थे लेकिन उनका 20वां प्रयास अच्छा रहा जबकि इसमें चीन के झियालोंग लोउ 8.6 अंक ही बना पाए। हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले सिंहराज केवल चार साल पहले इस खेल से जुड़े। वह फरीदाबाद के सैनिक स्कूल के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उनके दादाजी देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे तथा दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारतीय सेना में कार्यरत थे। सिंहराज ने यूएई के अल अईन में 2021 पैरा खेल विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर पैरालिंपिक में जगह बनाई थी।

देश के अलग अलग हिस्सों से निकल रहे चैंपियन खिलाड़ियों से खुश हैं PM, बताया शुभ संकेत August 31, 2021 at 06:33AM

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर खुशी जताई है कि ओलिंपिक और पैरालिंपिक में भारत के पदक विजेता देश के अलग अलग हिस्सों से हैं। पीएम ने इसे शुभ संकेत बताया। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने तोक्यो पैरालिंपिक में रजत और कांस्य पदक जीतने वाले मरियप्पन थंगावेलु और शरद कुमार को बधाई देने के लिए फोन पर उनसे बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। तोक्यो पैरालिंपिक में भारत ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए अब तक 10 पदक जीत लिए हैं। दी ने दोनों खिलाड़ियों से कहा कि ये पदक उनकी लगातार कड़ी मेहनत का नतीजा है। कुमार ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह उनसे प्रेरणा लेते हैं और पैरा एथलीटों की जिस तरह से वह विशेष तौर पर हौसलाअफजाई कर रहे हैं, वह बहुत अच्छा संकेत है। उन्होंने बताया कि जब वह उक्रेन में अभ्यास कर रहे थे तो प्रधानमंत्री अक्सर उनकी कुशलक्षेम पूछते थे। शरद के पदक जीतने के बाद मोदी ने ट्वीट किया था , 'आसानी से हार नहीं मानने वाले शरद कुमार ने कांस्य पदक जीतकर हर भारतीय के चेहरे पर मुस्कान लाई है। उनकी जीवनयात्रा से कइयों को प्रेरणा मिलेगी। उन्हें बधाई ।' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा , 'नई ऊंचाइयों को छूते जा रहे मरियप्पन थंगावेलु निरंतरता और उत्कृष्टता के परिचायक हैं। उन्हें रजत पदक जीतने पर बधाई। भारत को उनकी उपलब्धि पर गर्व है।' मोदी ने इससे पहले दिन में सिंहराज अधाना से बात करके पैरालिंपिक में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी थी।

फाइनल से पहले रात भर रोते रहे शरद कुमार, पिता के कहने पर भगवद् गीता पढ़ी और.... August 31, 2021 at 05:22AM

तोक्यो भारतीय कुमार तोक्यो पैरालिंपिक टी42 ऊंची कूद फाइनल से अपना नाम वापस लेने की सोच रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि वह अभ्यास के दौरान चोटिल हो गए थे। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भगवद् गीता ने उनका साथ दिया और वह ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहे। फाइनल से एक रात पहले शरद ने अपनी चोट को लेकर भारत में परिवार से बात की। पटना में जन्में 29 वर्ष के शरद को सोमवार को घुटने में चोट लगी थी। शरद ने कहा कि उनके लिए यह मेडल सोने पर सुहागा की तरह है। शरद ने कहा, 'कांस्य पदक जीतकर अच्छा लग रहा है क्योंकि मुझे सोमवार को अभ्यास के दौरान चोट लगी थी। मैं पूरी रात रोता रहा और नाम वापस लेने की सोच रहा था। मैंने कल रात अपने परिवार से बात की। मेरे पिता ने मुझे भगवद गीता पढ़ने को कहा और यह भी कहा कि जो मैं कर सकता हूं , उस पर ध्यान केंद्रित करूं न कि उस पर जो मेरे वश में नहीं है।' दो वर्ष की उम्र में पोलियो की नकली खुराक दिए जाने से शरद के बायें पैर में लकवा मार गया था। उन्होंने कहा , 'मैंने चोट को भुलाकर हर कूद को जंग की तरह लिया। पदक सोने पे सुहागा रहा।' दिल्ली के मॉडर्न स्कूल और किरोड़ीमल कॉलेज से से तालीम लेने वाले शरद ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मास्टर्स डिग्री ली है । दो बार एशियाई पैरा खेलों में चैंपियन और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता शरद ने कहा , 'बारिश में कूद लगाना काफी मुश्किल था। हम एक ही पैर पर संतुलन बना सकते हैं और दूसरे में स्पाइक्स पहनते हैं। मैं अधिकारियों से बात करने की कोशिश की कि स्पर्धा स्थगित की जानी चाहिए लेकिन अमेरिकी ने दोनों पैरों में स्पाइक्स पहने थे। इसलिए स्पर्धा पूरी कराई गई।'

तालिबानियों के सपॉर्ट में उतरे अफरीदी, पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा- इन्हें तो तालिबान का PM होना चाहिए August 31, 2021 at 05:03AM

नई दिल्ली पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) का विवादों से पुराना नाता रहा है। या यूं कहें कि अफरीदी खबरों में बने रहने के लिए आए दिन विवादित बयान देते रहते हैं। इस समय अफरीदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल यह वीडियो पाकिस्तानी (Naila Inayat) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया है। नाइला ने वीडियो के साथ लिखा, ' शाहिद अफरीदी ने कहा है कि तालिबान बहुत सकारात्म्क सोच के साथ आया है। वे महिलाओं को काम दे रहे हैं। उन्हें लगता है कि तालिबान क्रिकेट को पसंद करते हैं। ऐसे में तो उन्हें (अफरीदी) तालिबान का अगला पीएम होना चाहिए।' अफगानिस्तान में लगभग 20 साल बाद फिर से तालिबान शासन आ चुका है। अफरीदी से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी तालिबानियों के प्रति अपनी प्रेम जाहिर कर चुके हैं। अफरीदी () वीडियो में कहते हैं, 'तालिबान इस बार बड़े पॉजिटिव फ्रेम ऑफ माइंड के साथ आया है। उसने वहां की महिलाओं को काम करने और राजनीति में उतरेन की इजाजत दी है। ये चीजें पहले देखने को नहीं मिली है।' अफगानिस्‍तान में तालिबान के साथ करीब 20 साल तक चली जंग में शर्मनाक 'हार' के बाद अमेरिकी सैनिक अब अपने आखिरी गढ़ काबुल एयरपोर्ट को भी अलविदा कह चुके हैं। काबुल एयरपोर्ट से सोमवार की देर रात आखिरी अमेर‍िकी सैनिक की वापसी के बाद तालिबान आतंकियों ने जमकर जश्‍न मनाया। अफरीदी ने कहा, ' तालिबान क्रिकेट को सपॉर्ट कर रहा है। श्रीलंका के मौजूदा हालात के कारण इस बार सीरीज नहीं हुई। लेकिन तालिबान क्रिकेट को पूरा सपॉर्ट कर रहा है।' अफगानिस्तान को हाल में पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंका में लिमिटेड ओवर्स की सीरीज खेलनी थी लेकिन कोविड के कारण श्रीलंका में लगे लॉकडाउन की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया।

IPL में नई टीम के लिए टेंडर जारी:2022 सीजन से लीग में टीमों की संख्या 8 से बढ़कर 10 हो जाएगी, फिलहाल 1 टीम के लिए निकला टेंडर August 31, 2021 at 04:47AM

इंग्लैंड में क्यों है विराट कोहली का बल्ला खामोश, कप्तान जो रूट ने बताई ये वजह August 31, 2021 at 03:32AM

लंदन भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को जीत दिलाने वाले ने कहा है कि उनकी टीम ओवल पर भारत के पलटवार का सामना करने के लिए तैयार है। रूट ने कोहली के बल्ले को खामोश रखने का श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया। चौथे टेस्ट के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन में विश्व स्तरीय गेंदबाज आर अश्विन को शामिल किया जा सकता है। भारत ने लॉडर्स टेस्ट जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली थी लेकिन इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट में एक पारी और 76 रन से जीत दर्ज करके वापसी की। रूट ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा , 'विराट कोहली की कप्तानी में भारत जैसी विश्व स्तरीय टीम दमदार वापसी की कोशिश करेगी। ऐसे में हमें आत्ममुग्धता से बचना है। हमने अभी कुछ भी हासिल नहीं किया है। श्रृंखला में बराबरी ही की है।' कोहली ने पहले तीन टेस्ट में अश्विन की बजाय रविंद्र जडेजा को उतारा लेकिन अब ओवल टेस्ट में इस अनुभवी ऑफ स्पिनर को उतारने की मांग तेज हो रही है। रूट ने कहा , 'उनका (अश्विन) रेकॉर्ड खुद बोलता है। वह विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं। हमने उन्हें हमारे खिलाफ रन बनाते और विकेट लेते देखा है। हमें पता है कि टेस्ट क्रिकेट में वह क्या कर सकते हैं।' अनिल कुंबले के बाद हरभजन सिंह के साथ भारत के दूसरे सबसे कामयाब टेस्ट स्पिनर बनने से चार विकेट पीछे अश्विन ने पिछले महीने काउंटी चैम्पियनशिप में सरे के लिए खेलते हुए एक मैच में छह विकेट लिए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ जून में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में भी वह भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे। रूट ने कहा , 'हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयारी करेंगे। भारत जो भी संयोजन लेकर उतरेगा, हम उसके लिए तैयार होंगे।' कोहली के बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं और रूट ने इसका श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया। उन्होंने कहा , 'इसका श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है कि उनके बल्ले को खामोश रखा है। श्रृंखला जीतने के लिए आगे भी ऐसा करना होगा। हमने उन्हें आउट करने का तरीका फिलहाल खोज लिया है जिससे हम भारत पर दबाव बनाने में कामयाब रहे हैं।'

विनेश ने मुकाबला बीच में ही छोड़ा, बजरंग ने पत्नी संगीता का कुछ यूं बढ़ाया हौसला August 31, 2021 at 02:17AM

नई दिल्ली फोगाट की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही है। विनेश ने कुश्ती विश्व चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल बीच में ही छोड़ दिया जबकि उनकी चचेरी बहन संगीता (62 किलो) ने तीन साल बाद मैट पर शानदार वापसी करते हुए भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहीं। तोक्यो ओलिंपिक से लौटने के बाद अनुशासनात्मक कारणों से भारतीय कुश्ती महासंघ का निलंबन झेलने वाली विनेश को बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। ट्रायल में सभी की नजरें उन पर थी लेकिन वह शुरू ही से कमजोर नजर आई। भारत की सबसे कामयाब महिला पहलवान विनेश ने 55 किलोवर्ग के पहले मुकाबले में अंजू को 10-5 से हराया लेकिन वह फॉर्म में नहीं दिखीं। इसके बाद पिंकी के खिलाफ वह मैट पर उतरी ही नहीं जिससे दो से 10 अक्टूबर तक होने वाली चैम्पियनशिप में पिंकी को टीम में जगह मिली। 'मुझे चक्कर आ रहे थे' विनेश ने कहा , 'मुझे नहीं पता कि मुझे क्या हो गया है। चोट नहीं है लेकिन मुझे चक्कर आ रहे थे। मेरा शरीर पहले जैसा नहीं है। मैं डॉक्टर को दिखा रही हूं। शायद कोरोना संक्रमण का शरीर पर असर हुआ है।' विनेश ने पहले भी कहा था कि तोक्यो ओलिंपिक क्वार्टर फाइनल में उन्हें कुछ सूझ नहीं पड़ रहा था। वह मुस्कुरा रही थीं लेकिन अपनी निराशा छिपा नहीं सकीं। ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की पत्नी संगीता घुटने के दो ऑपरेशन के बाद मैट पर उतरी और शानदार जीत दर्ज क। उन्होंने जूनियर विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता संजू देवी को तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया और फिर मनीषा को 9-5 से मात दी। मुकाबले के दौरान बजरंग कोच कॉर्नर पर खड़े थे। साक्षी को मनीषा ने दी मात 62 किलो वर्ग में रियो ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को मनीषा ने हरा दिया। जूनियर पहलवानों का प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा। शुभम कौशिक ने सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियन पंकज को 8-3 से हराने के बाद रेलवे के अरुण को 57 किलो ट्रायल में 8-4 से मात दी। यश तुषिर ने अमित धनकड़ को 74 किलो फाइनल में हराया। वहीं गौरव बालियान ने नरसिंह यादव को मात दी। पृथ्वीराज पाटिल ने 92 किलो और अनिरुद्ध गुलिया ने 125 किलो में क्वालीफाई किया। रविंदर दहिया (61 किलो), रोहित (65 किलो), सुशील (70 किलो), संदीप मान (86 किलो) और सत्यव्रत कादियान (97 किलो) भी जीत गए। महिला वर्ग में अंशु मलिक ने 57 किलोवर्ग में मानसी और ललिता को हराकर टीम में जगह बनाई। सरिता मोर (59 किलो) , दिव्या ककरान (72 किलो), हैनी (50 किलो), पूजा जाट (53 किलो), भटेरी (65 किलो) , रितु मलिक (68 किलो) और किरण (76 किलो) ने भी क्वालीफाई कर लिया।

राजस्थान की पहचान बनी अवनि:प्रदेश सरकार ने बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ अभियान का बनाया ब्रांड एंबेसडर, मंत्री ममता बोली-अवनी ने सिखाया सपने देखने से पूरे होते हैं August 31, 2021 at 03:15AM

मरियप्पन थंगावेलु ने पैरालिंपिक में लगातार दूसरा पदक जीता, शरद कुमार को ब्रॉन्ज August 31, 2021 at 02:12AM

तोक्यो रियो ओलिंपिक के चैंपियन मरियप्पन थंगावेलु और शरद कुमार ने मंगलवार को पुरुष ऊंची कूद टी42 स्पर्धा में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते। इसके साथ ही तोक्यो पैरालिंपिक में भारत के कुल पदकों की संख्या 10 तक पहुंच गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने थंगावेलु और शरद कुमार को बधाई दी है। पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि आप दोनों की इस उपलब्धि से युवाओं को प्ररेणा मिलेगी। मरियप्पन ने 1.86 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक अपने नाम किया जबकि अमेरिका के सैम ग्रेव ने अपने तीसरे प्रयास में 1.88 मीटर की कूद के साथ सोने का तमगा जीता। शरद ने 1.83 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। 9 प्रतियोगियों में 7वें स्थान पर रहे वरुण भाटी स्पर्धा में हिस्सा ले रहे तीसरे भारत और रियो 2016 पैरालिंपिक के कांस्य पदक विजेता वरुण सिंह भाटी नौ प्रतिभागियों में सातवें स्थान पर रहे। वह 1.77 मीटर की कूद लगाने में नाकाम रहे। इन खिलाड़ियों को रखा जाता है टी42 वर्ग में टी42 वर्ग में उन खिलाड़ियों को रखा जाता है जिनके पैर में समस्या है, पैर की लंबाई में अंतर है, मांसपेशियों की ताकत और पैर की मूवमेंट में समस्या है। इस वर्ग में खिलाड़ी खड़े होकर प्रतिस्पर्धा पेश करते हैं। इससे पहले मंगलवार को निशानेबाज सिंहराज अधाना ने पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएफ1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। तोक्यो पैरालिंपिक में भारत के पदकों की संख्या हुई 10 भारत ने अब तक दो स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। मरियप्पन ने रियो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। पैरालिंपिक में मरियप्पन का यह लगातार दूसरा पदक है। इससे पहले मंगलवार को निशानेबाज सिंहराज अडाना ने पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएफ1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। भारत ने अब तक दो स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। रियो में पांच साल पहले स्वर्ण पदक जीतने वाले मरियप्पन तोक्यो पैरालिंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे। थंगावेलु का5 साल की उम्र में दाहिना पैर खराब हो गया था पांच वर्ष की उम्र में बस के नीचे कुचले जाने के बाद थंगावेलु का दाहिना पैर खराब हो गया था। उनके पिता ने परिवार को छोड़ दिया जिसके बाद मां ने उन्हें अकेले पाला। उनकी मां मजदूरी करती थी और बाद में सब्जी बेचने लगीं। मरियप्पन का बचपन गरीबी और अभावों में बीता। वहीं पटना के रहने वाले कुमार को दो बरस की उम्र में पोलियो की नकली खुराक लेने के बाद बायें पैर में लकवा मार गया था। वह दो बार एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

टोक्यो में फरीदाबाद के सिंहराज का डंका:10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में जीता ब्रॉन्ज, सरकार से मिली प्रोत्साहन राशि से खुद तैयार करवाई 10 और 50 मीटर शूटिंग रेंज August 31, 2021 at 01:27AM

पेसर डेल स्टेन ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास August 31, 2021 at 12:54AM

नई दिल्ली दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन (Dale Steyn retires) ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषण की है। साल 2019 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले स्टेन ने अपना अंतिम इंटरनैशनल मैच फरवरी 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 के रूप में खेला था। पिछले कुछ वर्षों से स्टेन चोट की वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहे। स्टेन ने रिटायरमेंट की घोषणा सोशल मीडिया के जरिए की। स्टेन का इंटरनैशनल करियर 17 साल का रहा। उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, ' आज, मैं आधिकारिक रूप से उस खेल से रिटायर हो रहा हूं जिसे मैं बहुत प्यार करता हूं। सभी को धन्यवाद, परिवार से लेकर टीम के साथियों, पत्रकारों से लेकर प्रशंसकों तक, यह एक साथ शानदार सफर रहा।' स्टेन ने संन्यास लेने की घोषणा करने वाले अपने पत्र में अमेरिका के रॉक बैंड 'काउंटिंग क्रो' के गाने का जिक्र करते हुए अपनी भावनाओं को उजागर किया। इस तेज गेंदबाज ने लिखा, 'यह ट्रेनिंग, मैच, यात्रा, जीत, हार, उपलब्धियों, थकान, खुशी और भाईचारे के 20 साल रहे। बताने के लिए काफी यादगार पल हैं। कई लोगों को धन्यवाद देना है। इसलिए इसे मैं विशेषज्ञों पर छोड़ देता हूं, मेरा पसंदीदा बैंड, काउंटिंग क्रोज।' स्टेन ने टेस्ट में 439 विकेट चटकाए 38 वर्षीय स्टेन ने दक्षिण अफ्रीका की ओर से 93 टेस्ट, 125 वनडे और 47 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। स्टेन के नाम 439 टेस्ट विकेट हैं वहीं वनडे में उन्होंने 196 शिकार किए। टी 20 में स्टेन ने 64 विकेट चटकाए। अपने फैंस के बीच 'स्टेन गन' के नाम से फेमस डेल स्टेन ने कई मैचों में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से टीम को जीत दिलाई।

KBC के सेट पर पहुंची गांगुली-सहवाग की जोड़ी:अमिताभ बच्चन ने पूछा- पाकिस्तान के खिलाफ जीतने के बाद कैसा होगा रिएक्शन; वीरू ने कहा- हम तो बाप हैं उनके August 31, 2021 at 12:16AM

डेल स्टेन ने किया संन्यास का ऐलान:फिटनेस को लेकर काफी समय से थे परेशान, दक्षिण अफ्रीका के लिए झटके सर्वाधिक 439 टेस्ट विकेट August 31, 2021 at 12:48AM

IPL के 15वें एडिशन में खेलेंगी 10 टीमें, BCCI को हो सकता है 5000 करोड़ का फायदा August 30, 2021 at 07:27PM

नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2022 के सत्र में दो नई फ्रेंचाइजी टीमों को जोड़ने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के खाते में जल्द ही कम से कम 5000 करोड़ रुपये जमा हो सकते हैं। आईपीएल अभी आठ टीमों के बीच खेला जाता है लेकिन अगले वर्ष से इसमें 10 टीमें खेलेंगी। आईपीएल संचालन परिषद की हाल की बैठक के दौरान इसकी बोली प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'कोई भी कंपनी 75 करोड़ रुपये देकर बोली दस्तावेज खरीद सकती है। पहले दो नई टीमों का आधार मूल्य 1700 करोड़ रुपये रखने पर विचार किया जा रहा था लेकिन अब आधार मूल्य 2000 करोड़ रुपये करने का फैसला किया गया है।' आईपीएल के वित्तीय पक्ष को देखने वाले सूत्र ने बताया कि यदि बोली प्रक्रिया योजना के अनुसार आगे बढ़ी तो बीसीसीआई को कम से कम 5000 करोड़ रुपये का लाभ होगा क्योंकि कई कंपनियां बोली प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखा रही हैं। उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई कम से कम 5000 करोड़ रुपये की उम्मीद कर रहा है। अगले सत्र में आईपीएल में 74 मैच होंगे और यह सभी के लिए फायदे वाली स्थिति होगी।' पता चला है कि सालाना 3000 करोड़ रुपये या इससे अधिक का टर्न ओवर रखने वाली कंपनियों को ही बोली प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। यही नहीं बीसीसीआई कंपनियों के समूह को भी टीम खरीदने के लिए अनुमति देने की योजना बना रहा है। इससे बोली प्रक्रिया अधिक रोचक बन जाएगी। सूत्र ने कहा, 'मुझे लगता है कि तीन से अधिक कंपनियों को समूह बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन यदि तीन कंपनियां साथ में आकर एक टीम के लिए बोली लगाना चाहती हैं तो ऐसा करने के लिए उनका स्वागत है।' नई टीमों जो आधार स्थल होंगे उनमें अहमदाबाद, लखनऊ और पुणे भी शामिल हैं। अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम और लखनऊ का इकाना स्टेडियम फ्रेंचाइजी की पसंद हो सकते हैं क्योंकि इन स्टेडियमों की क्षमता अधिक है।

सिंहराज को कांस्य, भारत को पैरालिंपिक निशानेबाजी में मिला दूसरा पदक August 31, 2021 at 12:00AM

तोक्योभारतीय निशानेबाज सिंहराज अडाना ने पैरालिंपिक खेलों में मंगलवार को यहां पी1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जो इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में देश का दूसरा पदक है। पोलियों से ग्रस्त होने वाले और पहली बार पैरालंपिक में भाग ले रहे 39 वर्षीय सिंहराज ने कुल 216.8 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने छठे स्थान पर रहकर आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाई थी। क्वॉलिफिकेशन में 575 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाले मनीष नरवाल हालांकि फाइनल में सातवां स्थान ही हासिल कर पाए। भारत का यह वर्तमान खेलों में निशानेबाजी में दूसरा पदक है। सोमवार को अवनि लेखरा ने आर-2 महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। अडाना के इस पदक से भारत की तोक्यो पैरालिंपिक में पदकों की संख्या आठ पहुंच गई है। सिंहराज शीर्ष तीन में जगह बनाने के लिए शुरू से ही संघर्षरत थे। उनका 19वां शॉट सही नहीं लगा जिससे वह पिछड़ गए थे लेकिन उनका 20वां प्रयास अच्छा रहा जबकि इसमें चीन के झियालोंग लोउ 8.6 अंक ही बना पाए। चीन ने हालांकि फाइनल में दबदबा बनाए रखा। मौजूदा चैंपियन चाओ यांग (237.9 पैरालंपिक रिकार्ड) ने स्वर्ण और हुआंग झिंग (237.5) ने रजत पदक जीता। सिंहराज 9.1 के स्कोर से चौथे स्थान पर खिसक गये थे लेकिन चीनी निशानेाबाज के खराब प्रदर्शन से वह फिर से तीसरे स्थान पर आ गए। हरियाणा के बहादुरगढ़ के रहने वाले सिंहराज केवल चार साल पहले इस खेल से जुड़े। वह फरीदाबाद के सैनिक स्कूल के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उनके दादाजी देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे तथा दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारतीय सेना में कार्यरत थे। सिंहराज ने यूएई के अल अईन में 2021 पैरा खेल विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर पैरालिंपिक में जगह बनाई थी। इस स्पर्धा में भाग लेने वाले एक अन्य भारतीय निशानेबाज दीपेंदर सिंह फाइनल्स में जगह नहीं बना पाए और कुल 10वें स्थान पर रहे। इससे पहले रूबिना फ्रांसिस महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 के फाइनल में सातवें स्थान पर रही। रूबिना ने असाका शूटिंग रेंज में फाइनल में 128.1 अंक बनाये। ईरान की सारेह जवानमार्दी ने 239.2 के विश्व रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। पिछला रिकार्ड (238.1) रूबिना के नाम पर था। रूबिना ने फाइनल्स में पहली सीरीज में 6.6 का निराशाजनक प्रदर्शन किया जिसके बाद उनके लिए वापसी करना मुश्किल हो गया था। वह पहले चरण के बाद हालांकि 93.1 अंक के साथ चौथे स्थान पर थी। भारतीय निशानेबाज ने वापसी की कोशिश की लेकिन शुरुआती गलती की भरपाई नहीं कर पाई और आठ महिलाओं के फाइनल से बाहर होने वाली दूसरी निशानेबाज बनी। इससे पहले रूबिना ने क्वॉलिफिकेशन में 560 अंक बनाकर सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में जगह बनाई थी। मध्यप्रदेश के जबलपुर की रहने वाली 22 वर्षीय रूबिना ने जून में पेरू के लीमा में विश्व कप में फाइनल्स में विश्व रिकार्ड बनाया था। रूबिना के पांव में जन्म से ही विकार है। मई में वह राष्ट्रीय शिविर में कोविड-19 से संक्रमित हो गयी थी और लीमा विश्व कप से पहले उन्हें लगभग एक महीने तक अभ्यास का मौका नहीं मिला था। विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर ही उन्होंने तोक्यो पैरालंपिक के लिये कोटा हासिल किया था। एसएच1 वर्ग में निशानेबाज एक हाथ से ही पिस्टल थामते हैं। उनके एक हाथ या पांव में विकार होता है। इसमें निशानेबाज नियमों के अनुसार बैठकर या खड़े होकर निशाना लगाते हैं।

Monday, August 30, 2021

टोक्यो पैरालिंपिक LIVE:10 मीटर महिला एयर पिस्टल फाइनल में सातवें स्थान पर रही रुबीना फ्रांसीसी, तीरंदाजी में राकेश कुमार को भी क्वार्टर फाइनल में मिली हार August 30, 2021 at 05:32PM

योगेश कथूरिया ने पैरालिंपिक में जीती चांदी, मां ने कहा- डॉक्टरों ने कहा था वह कभी चल नहीं पाएगा, मुझे मेरे बेटे पर गर्व है August 30, 2021 at 04:53PM

नई दिल्ली योगेश कथूरिया ने जब में सिल्वर मेडल जीता तो, उनसे पूछा गया कि क्या आप गोल्ड मेडल से चूकने पर निराश हैं, तो उनका जवाब था 'नहीं, मै यहां मेडल जीतने आया था और मेडल के साथ वापस जा रहा हूं।' इस 24 वर्षीय इस खिलाड़ी के लिए मेडल का रंग बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है। न ही उनके परिवार के लिए। परिवार जो उनकी पीड़ा और संघर्ष के समय में उनका साथी रहा है। उनके लिए कोई भी मेडल सोने से कम नहीं है। जब योगेश 8 साल के थे तो उन्हें लकवे का अटैक आया। उनकी टांगे इससे खराब हो गईं। उनके परिवार ने उन्हें ठीक करवाने की हरसंभव कोशिश की। जिन डॉक्टरों से संपर्क किया था उनमें से कुछ का कहना था कि यह लड़का जिंदगी भर चल नहीं पाएगा। इसकी पूरी जिंदगी व्हीलचेयर पर ही गुजरेगी। किसी ने नहीं सोचा था हरियाणा के बहादुरगढ़ का यह लड़का एक मशहूर पैराएथलीट बनेगा और एक दिन पैरालिंपिक के पोडियम तक पहुंचेगा। उन्होंने सोमवार को साबित किया कि अगर आपके पास लड़ने की इच्छाशक्ति है तो असंभव को हासिल किया जा सकता है। अपने इवेंट में चांदी का तमगा हासिल करने के बाद जब वह तिरंगे के साथ थे तो बहुत भावुक थे। उनकी मां नीना देवी ने कहा, 'साल 2006 में जब मुझे पैरालाइज हुआ, तो हम इलाज के लिए दुनिया के हर कोने में गए। वह तीन साल तक व्हीलचेयर पर रहे। डॉक्टरों ने कहा कि मैं कभी चल नहीं सकता।'

पहली बार अवनि के संघर्ष की कहानी, इन PHOTO में:11 साल की उम्र में एक्सीडेंट, उधार राइफल से पहला मेडल जीत बनाया रिकॉर्ड; कमजोरी को ताकत बना बढ़ाया देश का गौरव August 30, 2021 at 04:25PM

ओलिंपिक के ट्रिपल मेडलिस्ट देवेंद्र झाझरिया का इंटरव्यू:जेवलिन ने बहुत कुछ दिया है, अब लौटाने का समय; देश में स्पोर्ट्स कल्चर बन चुका है, तैयार होगी युवा थ्रोअर्स की फौज August 30, 2021 at 03:46PM

सामने आया रणजी ट्रॉफी का शेड्यूल, एक ही ग्रुप में मजबूत मुंबई-कर्नाटक और दिल्ली August 30, 2021 at 08:07AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली रणजी ट्रॉफी के नए सीजन का ऐलान हो चुका है। 5 जनवरी 2022 से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन छह शहरों में किया जाएगा। पहले के शेड्यूल के मुताबिक, यह टूर्नामेंट 16 नवंबर 2021 से 19 फरवरी 2022 तक खेला जाने वाला था। हर टीम को अपने हर मैच से पहले जरूरी पांच दिन के क्वारंटीन में रहना ही होगा। ग्रुप ऑफ डेथ में सितारों से सजी मुंबई, कर्नाटक और दिल्ली है, कई बार की चैंपियन हैदराबाद, महाराष्ट्र और उत्तराखंड भी ग्रुप सी में है। पिछले साल की उपविजेता बंगाल को आसान पूल मिला है। ग्रुप बी में बंगाल के साथ विदर्भ, हरियाणा, केरल, त्रिपुरा और राजस्थान है। गतविजेता सौराष्ट्र, तमिलनाडु, रेलवे, जम्मू-कश्मीर और गोवा ग्रुप डी में है। ग्रुप ए भी उतना ही मजेदार है, जहां गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, सर्विसेज और असम जैसी टीम हैं। ग्रुप ई में आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बड़ौदा, ओड़िशा, छत्तीसगढ़ और पुद्दुचेरी है। प्लेट ग्रुप की शोभा चंडीगढ़, मेघालय, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसी टीम बढ़ाएंगी। ग्रुप ए के मैच मुंबई, बी और सी के बेंगलुरु, डी के अहमदाबाद, ई के त्रिवेंद्रम और प्लेट ग्रुप के चेन्नई में होंगे।

Vasu Paranjape Passes Away: नहीं रहे मुंबई क्रिकेट के द्रोणाचार्य वासु परांजपे, सचिन-गावसकर को तोप बल्लेबाज बनने में की थी मदद August 30, 2021 at 07:28AM

मुंबईमुंबई क्रिकेट के द्रोणाचार्य माने जाने वाले अनुभवी कोच वासु परांजपे का 82 वर्ष की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी ललिता , दो बेटियां और बेटा जतिन है जो भारत का पूर्व क्रिकेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता रह चुके हैं। वासू को लिटिल मास्टर सुनील गावसकर और मास्टर ब्लास्टर तेंडुलकर के खेल को निखारने का श्रेय भी दिया जाता है। मुंबई क्रिकेट संघ के सचिव संजय नाईक और संयुक्त सचिव शाहआलम शेख ने एक बयान में कहा, ‘मुंबई क्रिकेट संघ श्री वासु परांजपे के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करता है जिन्होंने 30 अगस्त 2021 को आखिरी सांस ली। एमसीए की शीर्ष परिषद के सदस्यों, सदस्य क्लबों और क्रिकेट जगत की ओर से हम उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हैं।’ भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने भी परांजपे के निधन पर शोक जताया। भारतीय क्रिकेट खासकर मुंबई क्रिकेट के साथ छह दशक तक परांजपे विभिन्न भूमिकाओं में जुड़े रहे। वह कोच, चयनकर्ता, मेंटर और सलाहकार रहे। मुंबई क्रिकेट की नब्ज को उनके जैसा कोई नहीं पढ़ पाता था। सुनील गावसकर को ‘सनी’ उपनाम उन्होंने ही दिया था। उन्होंने 29 प्रथम श्रेणी मैचों में 785 रन बनाए लेकिन इन आंकड़ों से उनकी महानता बयां नहीं होती। खेल का उनका ज्ञान और खिलाड़ियों की मानसिकता पर काम करने की खूबी उन्हें खास बनाती थी। वह हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी और गुजराती धाराप्रवाह बोलते थे। वह दादर यूनियन टीम के कप्तान रहे जहां से सुनील गावसकर और दिलीप वेंगसरकर जैसे धुरंधर निकले। 1987 विश्व कप से पहले मुंबई में भारतीय टीम की तैयारी के लिए लगाए गए शिविर की देखरेख की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी। उनके बेटे जतिन ने हाल ही में पत्रकार आनंद वासु के साथ किताब ‘क्रिकेट द्रोण’ लिखी जिसमें भारत के कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों ने अपने कैरियर में वासु सर की भूमिका का जिक्र किया। (भाषा के इनपुट के साथ)

सीरीज के बाद संन्यास ले सकते हैं जेम्स एंडरसन, पूर्व साथी खिलाड़ी का दावा August 30, 2021 at 06:55AM

नई दिल्ली इंग्लैंड के महान पेसर जेम्स एंडरसन भारत के खिलाफ जारी सीरीज के बाद संन्यास ले सकते हैं। अरे चौंकिए मत! ऐसा हम नहीं बल्कि उन्हीं के एक पूर्व साथी गेंदबाज कह रहे हैं। साल 2009 में आखिरी मैच खेलने वाले स्टीव हार्मिसन का मानना है ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने वाला पांचवां टेस्ट एंडरसन का आखिरी मैच हो सकता है। हार्मिसन ने ऐसा क्यो कहा? 226 टेस्ट विकेट लेने वाले स्टीव हार्मिसन के दिमाग में आया यह ख्याल भले ही किसी मजाक से प्रेरित हो, लेकिन इसके पीछे वह सटीक तर्क भी देते हैं। ऐसे कारण जिन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल है। 6 फीट चार इंच लंबे इस 43 वर्षीय पेसर ने कहा कि एशेज पूरी तरह से स्थगित या रद्द ही किया जाएगा। क्योंकि इंग्लैंड के कुछ सीनियर प्लेयर्स ने धमकी दी है कि अगर ऑस्ट्रेलियाई सरकार उनके परिवार को साथ में यात्रा करने की अनुमति नहीं देगी तो वह दौरे के बारे में शायद ही सोचे। एंडरसन ने क्या कहा? ऐसे में खतरनाक गेंदबाजी कर रहे 39 वर्षीय जेम्स एंडरसन इस शानदार करियर को अपने घर पर खत्म करने का विचार कर सकते हैं। तीन टेस्ट के बाद फिलहाल पांच मैच की सीरीज 1-1 की बराबरी पर खड़ी है। अगले दो टेस्ट ओवल और ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने हैं। चौथा टेस्ट 2 सितंबर से होना है। हालांकि जेम्स एंडरसन ने पूरी बातों को सिरे से नकार भी दिया। चौथे टेस्ट से हो सकते हैं बाहर दूसरी ओर भारतीय कप्तान विराट कोहली और एंडरसन के बीच चौथे टेस्ट में भिड़ंत देखने को मिलेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि मेजबान टीम एंडरसन को अगले मैच के लिए आराम दे सकती है। तीन सप्ताह के दौरान तीन टेस्ट मैच होने से दोनों टीमों को गेंदबाजों को रोटेट करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। भारत ने इस बारे में स्पष्ट रूख अपनाया है जबकि इंग्लैंड भी उसी रास्ते चल सकती है। एंडरसन ने हालांकि स्पष्ट किया था कि वह टेस्ट सीरीज के हर मैच खेलना चाहते हैं। लेकिन वर्कलोड मैनजमेंट को देखते हुए इंग्लैंड एंडरसन को आराम दे सकता है।

सुमित अंतिल और कथूनिया पर पैसों की बारिश, इतने करोड़ देगी हरियाणा सरकार August 30, 2021 at 06:07AM

चंडीगढ़हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को तोक्यो पैरालिंपिकमें विश्व रेकॉर्ड के साथ भालाफेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले सुमित अंतिल को छह करोड़ रुपये और रजत पदक जीतने वाले चक्काफेंक खिलाड़ी योगेश कथूनिया को चार करोड़ रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की। जारी बयान के अनुसार हरियाणा सरकार दोनों को सरकारी नौकरी भी देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतिल ने स्वर्ण पदक जीतकर हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश का दिल जीता है। उन्होंने कहा कि कथूनिया ने भी प्रदेश के साथ देश का नाम रोशन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्ण जीतने के बाद अंतिल से फोन पर बात करके कहा था कि उनके प्रदर्शन से युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।

एशियाई युवा मुक्केबाजी में भारत का शानदार प्रदर्शन, खिलाड़ियों ने जीते तीन गोल्ड, छह रजत August 30, 2021 at 05:52AM

नई दिल्लीविश्व युवा कांस्य पदक विजेता विश्वमित्र चोंगथाम (51 किलो), विशाल (80 किलो) और नेहा (54 किलो) ने दुबई में में सोमवार को स्वर्ण पदक जीतकर भारत का दबदबा कायम रखा जबकि छह अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने रजत पदक जीते। चोंगथाम ने उजबेकिस्तान के कुजिबोएव अहमदजोन को 4-1 से हराया। दूसरी ओर विशाल ने किर्गीस्तान के अकमातोव संजार को 5-0 से मात दी। महिलाओं में नेहा ने कजाखस्तान की ऐशागुल येलेयुबायेवा को 3-2 से हराया। वहीं विश्वनाथ सुरेश (48 किलो) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा जो मौजूदा युवा विश्व चैंपियन कजाखस्तान के संजार ताशकेनबे से 0-5 से हार गए। वंशज (63.5 किलो) को कजाखस्तान के येरनुर सुयुनबे ने 5-0 से हराया। जयदीप रावत (71 किलो) उजबेकिस्तान के अब्दुल्लाएव अलोखोन के खिलाफ अपना मुकाबला पूरा नहीं कर पाए। महिला वर्ग में निवेदिता (48 किलो) फाइनल में उजबेकिस्तान की फरजोना फाजिलोवा से हार गई। वहीं तमन्ना (50 किलो) को उजबेकिस्तान की सबीना बोबोकुलावा ने 4-1 से हराया। सिमरन को उजबेक मुक्केबाज काजाकोवा फेरूजा ने ही 5-0 से शिकस्त दी। एक महिला समेत पांच मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक जीता था। इससे पहले एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत ने आठ स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान का अंत किया। इनमें से छह स्वर्ण पदक लड़कियों ने जीते। इसके अलावा भारत ने पांच रजत और छह कांस्य पदक भी हासिल किये। भारत की छह लड़कियां फाइनल में पहुंची थी जिनमें से छह ने स्वर्ण पदक जीते जबकि चार अन्य को रजत पदक मिला। लड़कों के वर्ग में तीन भारतीय फाइनल में पहुंचे थे जिनमें से दो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। भारत ने कजाखस्तान के बराबर स्वर्ण पदक जीते। उज्बेकिस्तान नौ स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा। राष्ट्रीय चैम्पियन रोहित चमोली (48 किग्रा) और भरत जून (81 किग्रा से अधिक) ने लड़कों के वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर शुरुआत की। इसके बाद लड़कियों के वर्ग में वीशू राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा) और कीर्ति (81 किग्रा से अधिक) ने सोने के तमगे हासिल किये। कीर्ति ने कजाखस्तान की शुगल्या रीसबेक को 4-1 से जबकि माही राघव ने कजाखस्तान की अलगेरिम काबदोल्दा को 3-2 से हराया। निकिता ने कजाखस्तान की असेम तनातर को जबकि प्रांजल ने कजाखस्तान की अखजान को 4-1 से हराया। रूद्रिका (70 किग्रा) उज्बेकिस्तान की ओइशा तेरोवा से 1-4 से और संजना (81 किग्रा) कजाखस्तान की उमित अहिलकाइर से 0-5 से हार गयी। आंचल सैनी (57 किग्रा) को भी कजाखस्तान की उलझान सारसेनबे से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारत की तरफ से देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) ने लड़कियों के वर्ग में जबकि आशीष (54 किग्रा), अंशुल (57 किग्रा) और अंकुश (66 किग्रा)) ने लड़कों के वर्ग में कांस्य पदक जीते। पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2019 में भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था। जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4,000 डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 2,000 डॉलर और 1,000 डॉलर दिए जाएंगे। युवा प्रतियोगिता के फाइनल में अब प्रीति (57 किग्रा), प्रीति दहिया (60 किग्रा), खुशी (63 किग्रा), स्नेहा (66 किग्रा), खुशी (75 किग्रा), तनिशबीर (81 किग्रा) महिला वर्ग में फाइनल खेलेंगी।

कोहली को बड़ी राहत? चौथे टेस्ट से बाहर हो सकता है यह खतरनाक गेंदबाज August 30, 2021 at 06:21AM

लंदनभारतीय कप्तान विराट कोहली और इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के बीच चौथे टेस्ट में भिड़ंत देखने को मिलेगी इसकी कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि मेजबान टीम एंडरसन को अगले मैच के लिए आराम दे सकती है। तीन सप्ताह के दौरान तीन टेस्ट मैच होने से दोनों टीमों को गेंदबाजों को रोटेट करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। भारत ने इस बारे में स्पष्ट रूख अपनाया है जबकि इंग्लैंड भी उसी रास्ते चल सकती है। इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने एंडरसन और ओली रॉबिंसन के वर्कलोड पर कहा, ‘मैं इन्हें ब्रेक नहीं देना चाहता। हमारे सामने काफी क्रिकेट पड़ा है। टेस्ट अब तेज हो रहे हैं और लगातार होने से मुश्किल हो रही है।’ उन्होंने कहा, ‘ये खिलाड़ी अपना सबकुछ दे रहे हैं। हर दिन जब हम मैदान से बाहर आते हैं तो हम सोचते हैं कि इनके लिए कुछ करें। लेकिन मैं फिलहाल कोई फैसला नहीं ले पा रहा हूं।’ एंडरसन ने हालांकि स्पष्ट किया था कि वह टेस्ट सीरीज के हर मैच खेलना चाहते हैं। लेकिन वर्कलोड मैनजमेंट को देखते हुए इंग्लैंड एंडरसन को आराम दे सकता है। सिल्वरवुड ने इस बात को स्वीकार किया कि एंडरसन को चौथे टेस्ट से बाहर रखने के लिए मनाना कठिन होगा। इंग्लैंड के लिए दिक्कत की बात यह भी है कि उसका एक अन्य गेंदबाज सैम करन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।

गोल्ड जीतने वाले सुमित ने एक ही दिन में 5 बार तोड़ा वर्ल्ड रेकॉर्ड, जानें फिर भी संतुष्ट क्यों नहीं August 30, 2021 at 03:12AM

तोक्योपांच बार विश्व रेकॉर्ड तोड़कर तोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बावजूद भारतीय पैरा भालाफेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने कहा कि यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था और वह इससे बेहतर करके दिखाएंगे। कुश्ती से भालाफेंक में आए सुमित ने पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर भारत की झोली में दूसरा पीला तमगा डाला। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा पहला पैरालिंपिक था और प्रतिस्पर्धा कड़ी होने के कारण मैं थोड़ा नर्वस था।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि 70 मीटर से अधिक का थ्रो जाएगा। शाायद मैं 75 मीटर भी कर सकता था। यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था लेकिन विश्व रेकॉर्ड तोड़कर मैं खुश हूं।’ मोटरसाइकिल दुर्घटना में बायां पैर गंवाने से पहले सुमित एक पहलवान थे। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत अच्छा पहलवान नहीं था। मेरे इलाके में परिवार आपको पहलवानी में उतरने के लिए मजबूर करता है। मैंने सात आठ साल की उम्र में ही कुश्ती खेलना शुरू का दिया था और चार पांच साल तक खेलता रहा। मैं इतना अच्छा पहलवान नहीं था।’ उन्होंने कहा, ‘हादसे के बाद मेरी जिंदगी बदल गई। मैं 2015 में लोगों से मिलने स्टेडियम गया तो मैंने पैरा ऐथलीटों को देखा। उन्होंने कहा कि तुम्हारी कद काठी अच्छी है तो अगला पैरालिंपिक खेल सकते हो। कौन जानता है कि चैम्पियन बन जाओ।’ और ऐसा ही हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह सपना सच होने जैसा है। मैं अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पा रहा हूं।’

पहलवान बनना चाहते थे सुमित अंतिल, सड़क हादसे में काटना पड़ा पैर और पलट गई जिंदगी August 30, 2021 at 05:19AM

तोक्यो हरियाणा की मिट्टी ऐसे लाल बड़ा करती है जो खेलों में देश का नाम रोशन करते हैं। सुमित अंतिल भी उन्हीं मे से एक हैं। किसी वक्त कुश्ती में देश को मेडल दिलाने का सपना देखने वाले सोनीपत के इस लाल ने पैरालिंपिक में गोल्डन भाला फेंका है। भारत का यह दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले महिला निशानेबाज अवनि लेखरा ने आज सुबह 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 में स्वर्ण जीता था। एक हादसे ने बदली जिंदगी7 जून 1998 को पैदा होने वाले सुमित का यह सफर कठिनाइयों भरा रहा। छह साल पहले हुए सड़क हादसे में एक पैर गंवा दिया। बावजूद इसके उन्होंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। हर परिस्थिति का डटकर सामना किया। सुमित जब सात साल के थे, तब एयरफोर्स में तैनात पिता की मौत हो गई। तीन बेटियों और इकलौते बेटे को पालना मां के लिए आसान नहीं था। 2015 की एक शाम 17 साल के सुमित की बाइक को किसी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने टक्कर मार दी। दुर्घटना हमेशा-हमेशा के लिए एक पैर गंवाना पड़ा। नकली पैर से नापा आसमांकई महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद साल 2016 में सुमित को नकली पैर लगाया गया। खेलों के प्रति तो शुरू से ही रुझान था। साई कोच वीरेंद्र धनखड़ ने उनका मार्गदर्शन किया। दिल्ली में कोच नवल सिंह ने उन्हें जैवलिन थ्रो के गुर सिखाए। साल 2018 में एशियन चैंपियनशिप में 5वीं रैंक मिली। अगले साल 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता फिर इसी साल हुए नेशनल गेम्स में गोल्ड जीतकर अपनी परेशानियों को उपबल्धियों के आगे बौना साबित कर दिया। चंद मिनटों के भीतर बनाए तीन वर्ल्ड रेकॉर्ड68.55 मीटर दूर भाला फेंकते हुए सुमित ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह नया विश्व रेकॉर्ड है। सुमित ने पहले प्रयास में 66.95 मीटर के साथ फाइनल की शुरूआत की और वर्ल्ड रेकॉर्ड तोड़ दिया। दूसरे प्रयास में चंद मिनट पहले बनाया अपना ही वर्ल्ड रेकॉर्ड फिर ध्वस्त कर दिया। इस बात उनका स्कोर 68.08 मीटर था। पांचवें में फिर नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया और पहले स्थान पर रहे। इस तरह फाइनल में तीन वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया। उनका छठा और अंतिम थ्रो फाउल रहा। यह भारत का बेस्ट पैरालिंपिक सुमित के गोल्ड जीतते ही भारत के पदकों की कुल संख्या सात पहुंच गई। सोमवार को यह पांचवां पदक भी था। सुमित अंतिल से पहले अवनि, देवेंद्र झाझरिया, सुंदर सिंह गुर्जर और योगेश काथुनिया ने भी आज देश के लिए पदक जीते थे। देवेंद्र और सुंदर ने भाला फेंक एफ46 में पदक जीते जबकि योगेश ने डिस्कस थ्रो टी56 में पदक अपने नाम किया। इस बीच, भारत के संदीप चौधरी एफ44 वर्ग में 62.20 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे और पदक लाने से चूक गए। संदीप का बेस्ट थ्रो 66.18 मीटर का है और अगर वह यह प्रदर्शन दोहराने में सफल होते तो पदक ला सकते थे। भारत अबतक इस पैरालंपिक में दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक अपने नाम कर चुका है। पिछला बेस्ट चार पदकों के साथ रियो 2016 में आया था।

सुमित, आपने देश का नाम रोशन किया....गोल्ड मेडल जीतने पर पीएम मोदी ने किया फोन August 30, 2021 at 04:30AM

नई दिल्लीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्वर्ण पदक विजेता सुमित अंतिल को फोन किया और उनके पैरालिंपिक में उनके लचीलेपन की भावना के लिए बधाई दी। भारत के सुमित अंतिल ने तोक्यो के नैशनल स्टेडियम में पुरुषों की भाला फेंक (स्पोर्ट क्लास F64) में स्वर्ण पदक जीता। सुमित ने फाइनल में तीन बार विश्व रेकॉर्ड में सुधार किया। उन्होंने पोडियम के शीर्ष पर चढ़ने के अपने पांचवें प्रयास में 68.55 मीटर का एक ऐतिहासिक थ्रो फेंका। प्रधानमंत्री ने सुमित से यह भी कहा कि उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है और युवा उनके प्रदर्शन को देखकर प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा पहला पैरालम्पिक था और प्रतिस्पर्धा कड़ी होने के कारण मैं थोड़ा नर्वस था।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि 70 मीटर से अधिक का थ्रो जाएगा। शाायद मैं 75 मीटर भी कर सकता था। यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था लेकिन विश्व रिकॉर्ड तोड़कर मैं खुश हूं।’ मोटरसाइकिल दुर्घटना में बायां पैर गंवाने से पहले सुमित एक पहलवान थे। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत अच्छा पहलवान नहीं था। मेरे इलाके में परिवार आपको पहलवानी में उतरने के लिए मजबूर करता है। मैने सात आठ साल की उम्र में ही कुश्ती खेलना शुरू का दिया था और चार पांच साल तक खेलता रहा। मैं इतना अच्छा पहलवान नहीं था।’ उन्होंने कहा, ‘हादसे के बाद मेरी जिंदगी बदल गई। मैं 2015 में लोगों से मिलने स्टेडियम गया तो मैंने पैरा ऐथलीटों को देखा। उन्होंने कहा कि तुम्हारी कद काठी अच्छी है तो अगला पैरालम्पिक खेल सकते हो। कौन जानता है कि चैम्पियन बन जाओ।’ और ऐसा ही हुआ। उन्होंने कहा, ‘यह सपना सच होने जैसा है। मैं अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर पा रहा हूं।'

विराट कोहली ने दिए थे बदलाव के संकेत:आखिरी दो मैचों से इशांत शर्मा का बाहर होना लगभग तय, आर अश्विन कर सकते हैं चौथे टेस्ट से प्लेइंग इलेवन में वापसी August 30, 2021 at 04:53AM

नाराज लड़की का दिल बहलाने के लिए जाते थे रेंज और अब गोल्ड जीत रचा इतिहास August 30, 2021 at 01:10AM

जयपुरअवनि लेखरा के पिता प्रवीण जब 2015 में पहली बार उन्हें निशानेबाजी रेंज ले गए तो उनका मकसद कार दुर्घटना के अपाहिज हुई उनकी बेटी की जिंदगी से नाराजगी कम करके उसका दिल बहलाना था। उन्हें क्या पता था कि उनका यह प्रयास उनकी बेटी की जिंदगी हमेशा के लिए बदल देगा। नाराजगी कम करने के लिए की गई पहल की परिणित आज तोक्यो पैरालिंपिक में अवनि के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक के रूप में हुई। प्रवीण लेखरा कहा, ‘उस दुर्घटना के पहले वह काफी सक्रिय थी और हर गतिविधि में भाग लेती थी लेकिन उस हादसे ने उसकी जिंदगी बदल दी।’ उन्होंने कहा, ‘वह हालात से काफी खफा थी और किसी से बात नहीं करना चाहती थी। माहौल बदलने के लिए मैं उसे जगतपुरा में जेडीए निशानेबाजी रेंज ले जाता था जहां से उसे निशानेबाजी का शौक पैदा हुआ।’ उन्होंने इसके बाद अपनी बेटी को ओलिंपिक चैम्पियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की आत्मकथा ‘ अ शॉट एट हिस्ट्री : माय आब्सेसिव जर्नी टू ओलिंपिक गोल्ड’ खरीदकर दी। अवनि ने किताब पढ़ना शुरू किया और ओलिंपिक में भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा से प्रेरित होने लगी। शुरुआत में उसे दिक्कतें आई लेकिन उनके पिता ने कहा, ‘उसके कोच ने उसका पूरा साथ दिया और वह अच्छा प्रदर्शन करने लगी। उसने राज्य स्तर पर स्वर्ण और 2015 में राष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक जीता। आज उसने पैरालिंपिक में स्वर्ण जीता है जिसकी उससे अपेक्षा की जा रही थी।’ अवनि के पदक जीतने के बाद से उनके पिता का फोन लगातार बज रहा है। दूसरी ओर करौली जिले के छोटे से गांव देवलेन में भी जश्न का माहौल है जहां के रहने वाले सुंदर सिंह गुर्जर ने भालाफेंक में कांस्य पदक जीता। उनके भाई हरिओम गुर्जर ने कहा, ‘पूरा गांव खुश है। उसे स्वर्ण की उम्मीद थी हालांकि वह चूक गया।’ उन्होंने बताया कि गांव भर के लोग या तो उनके घर पर टीवी देखने जमा थे या मंदिर में विशेष पूजा करके उसकी सफलता की कामना कर रहे थे। कांस्य जीतने के बाद मिठाइयां बांटी गई। हरिओम ने कहा, ‘सुंदर के दो बच्चे हैं और एक का जन्म पिछले साल जन्माष्टमी पर हुआ। वहीं इस जन्माष्टमी पर सुंदर ने देश के लिए पदक जीता।’ सुंदर की मां ग्राम पंचायत में सरपंच हैं। भालाफेंक में रजत जीतने वाले देंवद्र झाझरिया भी राजस्थान से हैं। मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए स्वर्ण पदक पर तीन करोड़, रजत जीतने वाले को दो करोड़ और कांस्य जीतने वाले को एक करोड़ रुपये नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया।

पैरालिंपिक में गोल्ड जीतने वाले सुमित की कहानी:6 साल पहले सड़क हादसे में गंवाना पड़ा था एक पैर, सात साल की उम्र में सिर से उठा था पिता का साया, अब जैवलिन थ्रो में जीता गोल्ड August 30, 2021 at 03:21AM

तू भी है राणा का वंशज.. सुमित के गोल्ड जीतने पर ट्विटर पर बल्ले-बल्ले, पीएम मोदी समेत दिग्गजों ने दी बधाई August 30, 2021 at 01:37AM

भारत के स्टार ऐथलीट सुमित अंतिल ने तोक्यो पैरालिंपिक 2020 में भारत के लिये पुरुषों की भालाफेंक एफ64 स्पर्धा में विश्व रेकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 68.55 मीटर का थ्रो करते हुए इतिहास रचा। भारत का यह दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले महिला निशानेबाज अवनि लेखरा ने आज सुबह स्वर्ण जीता था। भारत का इस पैरालंपिक में यह दूसरा स्वर्ण पदक है जबकि उसने कुल सात पदक अपने नाम किए हैं। उनके गोल्ड जीतते ही सोशल मीडिया बधाइयों का ताता लग गया। पीएम मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने उन्हें बधाइयां दी हैं।

भारत के सुमित अंतिल ने चल रहे तोक्यो पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए भाला फेंक क्लास एफ64 वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। सुमित ने फाइनल में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 68.55 मीटर का थ्रो किया और स्वर्ण पदक जीता।


Sumit Antil Won Gold medal: तू भी है राणा का वंशज.. सुमित ने जीता पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल, पीएम मोदी समेत इन दिग्गजों ने दी बधाई

भारत के स्टार ऐथलीट सुमित अंतिल ने तोक्यो पैरालिंपिक 2020 में भारत के लिये पुरुषों की भालाफेंक एफ64 स्पर्धा में विश्व रेकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 68.55 मीटर का थ्रो करते हुए इतिहास रचा। भारत का यह दूसरा स्वर्ण है। इससे पहले महिला निशानेबाज अवनि लेखरा ने आज सुबह स्वर्ण जीता था। भारत का इस पैरालंपिक में यह दूसरा स्वर्ण पदक है जबकि उसने कुल सात पदक अपने नाम किए हैं। उनके गोल्ड जीतते ही सोशल मीडिया बधाइयों का ताता लग गया। पीएम मोदी सहित तमाम दिग्गजों ने उन्हें बधाइयां दी हैं।



हरियाणा के लाल का कमाल... सुमित आंतिल ने फेंका गोल्डन भाला, पैरालिंपिक में भारत को दिलाया सातवां मेडल August 30, 2021 at 01:06AM

तोक्यो पैरालिंपिंक खेलों में भारत का स्वपनिल सफर जारी है। जैवलिन थ्रो में सुमित आंतिल ने सोमवार को गोल्डन भाला फेंका। एफ64 क्लास के इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर हरियाणा में सोनीपत के गांव खेवड़ा का नाम रोशन किया। सड़क हादसे में अपना एक पैर गंवाने वाले सुमित फाइनल में बेहतरीन फॉर्म में थे। एक के बाद एक उन्होंने दो वर्ल्ड रेकॉर्ड तोड़े। इस तरह भारतीय खेमे के पास मेडल्स की कुल संख्या सात हो गई है, जो इन खेलों के इतिहास में अबतक का बेस्ट प्रदर्शन भी है। इससे पहले सुबह स्टार खिलाड़ी और दो बार के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर जीता था। पुरुषों के इसी भाला फेंक के एफ46 स्पर्धा में सुंदर सिंह गुर्जर को कांस्य पदक मिला, वह झाझरिया के बाद तीसरे स्थान पर रहे। चक्का फेंक में योगेश कथूनिया ने दूसरा स्थान हासिल किया था। साल 2015 में सड़क दुर्घटना में अपना एक पैर गंवाने वाले सुमित ने कई माह अस्पताल में गुजारे। 2016 में पुणे में उन्हें नकली पैर लगाया गया। कोच वीरेंद्र धनखड़ ने किया मार्गदर्शन।

भारत को तोक्यो पैरालिंपिक में बड़ा झटका, विनोद कुमार को नहीं मिलेगा जीता हुआ ब्रॉन्ज August 30, 2021 at 12:10AM

तोक्योभारत के चक्का फेंक ऐथलीट ने सोमवार को टूर्नामेंट के पैनल द्वारा विकार के क्लासिफिकेशन निरीक्षण में ‘अयोग्य’ पाए जाने के बाद पैरालिंपिक की पुरुषों की एफ52 स्पर्धा का कांस्य पदक गंवा दिया। बीएसएफ के 41 साल के जवान विनोद कुमार ने रविवार को 19.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से एशियाई रेकॉर्ड बनाते हुए पोलैंड के पियोट्र कोसेविज (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडोर (19.98 मीटर) के पीछे तीसरा स्थान हासिल किया था। किसी प्रतिस्पर्धी ने हालांकि इस नतीजे को चुनौती दी। आयोजकों ने एक बयान में कहा, ‘पैनल ने पाया कि एनपीसी (राष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति) भारत के ऐथलीट विनोद कुमार को ‘स्पोर्ट क्लास’ आवंटित नहीं कर पाया और खिलाड़ी को ‘क्लासिफिकेशन पूरा नहीं किया’ (सीएनसी) चिन्हित किया गया।’ इसके अनुसार, ‘ऐथलीट इसलिए पुरुषों की एफ52 चक्का फेंक स्पर्धा के लिए अयोग्य है और स्पर्धा में उसका नतीजा अमान्य है।’ एफ52 स्पर्धा में वो ऐथलीट हिस्सा लेते हैं जिनकी मांसपेशियों की क्षमता कमजोर होती है और उनके मूवमेंट सीमित होते हैं, हाथों में विकार होता है या पैर की लंबाई में अंतर होता है जिससे खिलाड़ी बैठकर प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हैं। पैरा खिलाड़ियों को उनके विकार के आधार पर वर्गों में रखा जाता है। क्लासिफिकेशन प्रणाली में उन खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति मिलती है जिनका विकार एक सा होता है। आयोजकों ने 22 अगस्त को विनोद का क्लासिफिकेशन किया था। विनोद कुमार के पिता 1971 भारत-पाक युद्ध में लड़े थे। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में जुड़ने के बाद ट्रेनिंग करते हुए वह लेह में एक चोटी से गिर गए थे जिससे उनके पैर में चोट लगी थी। इसके कारण वह करीब एक दशक तक बिस्तर पर रहे थे और इसी दौरान उनके माता-पिता दोनों का देहांत हो गया था।

रोते हुए ड्रेसिंग रूम पहुंचे थे श्रेयस अय्यर:भारतीय बल्लेबाज ने कहा- कंधे की चोट के बाद थोड़ा मायूस हो गया था, लेकिन अब जोरदार वापसी के लिए तैयार हूं August 30, 2021 at 12:29AM

पहली गोल्ड मेडल विजेता महिला अवनि की कहानी:एक्सीडेंट में दोनों पैर गंवाए, डिप्रेशन में चली गईं, फिर शूटिंग रेंज गईं तो दिलचस्पी जागी, पर पहली बार गन उठा तक नहीं पाईं थीं August 29, 2021 at 06:22PM

विराट कोहली के लिए सीरीज में आसान नहीं होगी राह, नासिर हुसैन की भारतीय कप्तान को 'चेतावनी' August 29, 2021 at 11:58PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली के बारे में एक 'चेतावनी' जारी की है। हुसैन ने कहा है कि स्विंग और सीम होती गेंद के सामने विराट कोहली सहज नजर नहीं आ रहे हैं और ऐसे में जैसे-जैसे सीरीज आगे बढ़ेगी उनके लिए मुश्किलें बढ़ती जाएंगी। उन्होंने कहा कि विराट कोहली लगातार 'अनिश्चितता के कॉरिडोर' में गेंदें खेल रहे हैं और बॉल उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेट के पीछे जा रही है। विराट कोहली इस सीरीज की सभी पांच पारियों में विकेट के पीछे कैच आउट हुए हैं। इसमें जेम्स एंडरसन और ओली रॉबिनसन ने उन्हें दो-दो बार और सैम करन ने उन्हें एक बार आउट किया है। नासिर हुसैन ने विराट कोहली की बल्लेबाजी की तकनीकी समस्या की ओर ध्यान दिलाया। इस वजह से उन्हें गेंद की लाइन का सही अंदाजा लगाने में परेशानी हो रही है। डेली मेल के अपने कॉलम में नासिर हुसैन ने लिखा, 'कोहली ने ऐसी गेंदों को खेल रहे हैं जो उन्हें छोड़नी चाहिए। ऐसा लगता है कि उनके पास तकनीकी समस्या है। मैंने इसके बारे में पहले भी ध्यान दिलाया था। यह बैकफुट की उनकी पोजिशन को लेकर भी है। और साथ ही वह एंडरसन और रॉबिनसन की गेंदों की सही लाइन पिक नहीं कर पा रहे हैं। कोहली यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि उन्हें गेंद को छोड़ना चाहिए या खेलना चाहिए। या उन्हें खुद को इनस्विंगर के लिए तैयार करना चाहिए या नहीं। उन्हें नहीं पता कि उन्हें क्या करना है। यह हाई क्लास बोलिंग है और कोहली के आगे भी कोई आसानी नहीं आने वाली।' इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा कि विराट कोहली ने हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन अच्छी बल्लेबाजी की। और हाफ सेंचुरी भी बनाई। उन्होंने हालांकि कहा कि कोहली ऐसा इस वजह से कर पाए क्योंकि पुरानी गेंद ने उनकी बल्लेबाजी आसान बना दी थी। उन्होंने कहा, 'तीसरे दिन उन्होंने अच्छा खेल दिकाया। ज्यादातर पुरानी गेंद के खिलाफ। यहां वह गेंद को छोड़ रहे थे। लेकिन बाद में नई गेंद के सामने उनके लिए गेंद को छोड़ना आसान नहीं था। और शनिवार को वह फिर उसी तरीके से आउट हुए।' हुसैन ने इंग्लैंड को हालांकि चेतावनी दी कि वह हेडिंग्ले टेस्ट में ऐतिहासिक जीत के बाद भारत को फिलहाल चुका हुआ न माने। हुसैन ने हालिया वक्त में भारतीय टीम के प्रदर्शन की तारीफ की। उन्होंने इंग्लैंड को याद दिलाया कि भारत ने ऐडिलेड में करारी हार के बाद किस तरह शानदार वापसी की थी। हुसैन ने कहा, 'इंग्लैंड को यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्होंने सारी मेहनत कर ली और अब वह गुरुवार से शुरू हो रहे सीरीज के चौथे और ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले आखिरी टेस्ट मैच में भारतीय टीम को आसानी से हरा सकती है। याद रखिए, भारत पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐडिलेड में 36 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गया था। लेकिन इसके बाद उसने सीरीज में दमदार जीत हासिल की। और वह भी तब जब कोहली घर लौट गए थे। भारत के पास काफी मजबूती और लड़ने का जज्बा है। और इन सबके बीच में उनका कप्तान है।' भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 2 सितंबर गुरुवार से द ओवल में खेला जाएगा।

टोक्यो पैरालिंपिक मेडल विनर निषाद के लिए बड़ी घोषणा:हिमाचल सरकार देगी एक करोड़ रुपए; PM मोदी ने ट्वीट करके दी बधाई, चारा काटने वाली मशीन में खोया था हाथ August 29, 2021 at 07:09PM

Sunday, August 29, 2021

वोक्स की इंग्लैंड टीम में वापसी:12 महीने बाद टेस्ट खेल सकते हैं, चौथे मैच के लिए फिट हुए मार्क वुड; बटलर की जगह सैम बिलिंग्स को टीम में शामिल किया गया August 29, 2021 at 07:03AM

हार के बाद टीम इंडिया में बदलाव तय, इस पेसर की जगह अश्विन को मिल सकता है मौका August 29, 2021 at 05:35AM

नई दिल्लीभारत के सीनियर पेसर ईशांत शर्मा को तीसरे टेस्ट मैच में लचर प्रदर्शन के कारण इंग्लैंड के खिलाफ बाकी बचे दो टेस्ट मैचों के लिए अंतिम एकादश से बाहर होना पड़ सकता है। इंग्लैंड ने तीसरा मैच पारी और 76 रन से जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। ईशांत ने इस मैच में 22 ओवर में 92 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। ईशांत पूर्व में टखने की चोट और मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान रहे हैं और यह पता नहीं चला है कि वे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान पूरी तरह से फिट थे या नहीं। कप्तान विराट कोहली ने ईशांत के प्रदर्शन पर बात करने से इनकार कर दिया था. लेकिन संकेत दिए थे कि तेज गेंदबाजों के कार्यभार को देखते हुए बदलाव किए जाएंगे। ईशांत को बाहर करने की स्थिति में उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर में से किसी को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है। इस बीच ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के घुटने के स्कैन से पता चला है कि उन्हें गंभीर चोट नहीं है, लेकिन ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दो सितंबर से ओवल में होने वाले चौथे टेस्ट के लिए टीममें जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि भारत दो स्पिनरों के साथ उतरेगा या नहीं लेकिन अश्विन सर्रे की तरफ से काउंटी मैच में इस मैदान पर अच्छा प्रदर्शन किया था और इस मैच के लिए उन्हें बाहर नहीं रखा जा सकता है।

वीडियो: पत्रकार का ऐसा सवाल गुस्से में दिखे कोहली, जवाब में सिर्फ 'शुक्रिया' ही बोल पाए August 29, 2021 at 06:20AM

लीड्सइंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया को पार और 76 रनों से करारी हार मिली। टेस्ट के चौथे दिन हार के बाद बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ एक अजीब वाकया हुआ। यहां कोहली ने बड़ी मुश्किल से अपने गुस्से पर काबू किया होगा और लंबे-चौड़े सवाल के जवाब में सिर्फ वह इतना ही कह सके- जी, शुक्रिया...। दरअसल, ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे एक पत्रकार ने बैटिंग तकनीक को लेकर सवाल किया। जब कोहली जवाब देने लगे तो वह जवाब अनसुना करते हुए बीच में ही बोलने लगा। पत्रकार ने उनसे मैच में बैकफुट पर खेलने की प्लानिंग को लेकर सवाल किया था। इस पर कोहली बोले- ईमानदारी से कहूं तो मैं नहीं जानता कि इस सवाल का क्‍या जवाब दूं? आप बैकफुट पर हर गेंद को कैसे खेल सकते हैं? जब तक कि वह उसकी लेंथ के हिसाब से नहीं हो। कोहली अपनी बात पूरी करते इससे पहले ही पत्रकार ने कहना शुरू किया- बैकफुट पर कम खेलने की वजह से टीम इंडिया अधिक रन बनाने का मौका चूक गई। यहां कोहली के चेहरे पर थोड़ा गुस्से का भाव था, लेकिन उन्होंने खुद को संभालते हुए जवाब दिया- हां, शुक्रिया..। इस मोमेंट का वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है। बता दें कि हेडिंग्ले में खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट में भारत की पहली पारी 78 रन पर सिमटी थी जबकि इंग्लैंड ने पहली पारी में 432 रन बनाकर 354 रनों की बढ़त ली थी। लेकिन भारतीय टीम दूसरी पारी में 278 रन पर ऑलआउट हो गई और उसे पारी की हार की शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। इसके साथ ही सीरीज 1-1 से बराबर हो गई है।

भारत को एशियाई जूनियर मुक्केबाजी में तीन स्वर्ण पदक, सोमवार को 15 गोल्ड और दांव पर August 29, 2021 at 06:00AM

नई दिल्लीरोहित चमोली (48 किग्रा), भरत जून (81 किग्रा से अधिक) और वीशू राठी (लड़कियों के 48 किग्रा) ने रविवार को फाइनल में विपरीत अंदाज में जीत दर्ज की जिससे भारत ने दुबई में खेली जा रही चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाले। रोहित ने कड़े फाइनल मुकाबले में मंगोलिया के ओटगोनबयार तुवशिंजया को 3-2 से हराया जबकि जून ने कजाखस्तान के यरदोस शारिपबेक को 5-0 से शिकस्त दी। लड़कियों की स्पर्धा में वीशू ने उज्बेकिस्तान की बाखतियोरोवा रोबियाखोन पर 5-0 की जीत से स्वर्ण पदक हासिल किया। चंडीगढ़ के रोहित ने इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखते हुए जूनियर लड़कों के 48 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में सतर्क शुरुआत करने के बाद सटीक आक्रमण से करीबी मुकाबले में अपने मंगोलियाई प्रतिद्वंद्वी पर बढ़त हासिल की जिससे उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया। जून को दूसरी तरफ अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में कोई दिक्कत नहीं हुई। एक अन्य फाइनल में गौरव सैनी (70 किग्रा) को उज्बेकिस्तान के बोलताइव शवाकातजोन से 0-5 से हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लड़कियों के वर्ग में मुस्कान (46 किग्रा) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, वह उज्बेकिस्तान की गानिएवा गुलसेवर से करीबी मुकाबले में हार गयी। अब तनु (52 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), निकिता (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (81 किग्रा) और कीर्ति (+81 किग्रा) रविवार को लड़कियों के वर्ग में फाइनल में चुनौती पेश करेंगी। भारत जूनियर स्पर्धा में पहले ही छह कांस्य पदक जीत चुका है, जिसमें देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) ने लड़कियों के वर्ग में जबकि आशीष (54 किग्रा), अंशुल (57 किग्रा) और अंकुश (66 किग्रा)) ने लड़कों के वर्ग में पदक जीते। पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप 2019 में भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था। जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4,000 डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 2,000 डॉलर और 1,000 डॉलर दिए जाएंगे। सोमवार को होने वाले युवा प्रतियोगिता के फाइनल में भारत के 15 मुक्केबाज स्वर्ण के लिए लड़ेंगे। निवेदिता (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), सिमरन (52 किग्रा), नेहा (54 किग्रा), प्रीति (57 किग्रा), प्रीति दहिया (60 किग्रा), खुशी (63 किग्रा), स्नेहा (66 किग्रा), खुशी (75 किग्रा), तनिशबीर (81 किग्रा) महिला वर्ग में जबकि पुरुषों में विश्वनाथ सुरेश (48 किग्रा), विश्वामित्र चोंगथम (51 किग्रा), जयदीप रावत (71 किग्रा), वंशज (64 किग्रा) और विशाल (80 किग्रा) फाइनल खेलेंगे।

क्यों रोका गया पैरालिंपियन विनोद कुमार का ब्रॉन्ज मेडल, कब तक आएगा फैसला, जानें सबकुछ August 29, 2021 at 05:44AM

तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में रविवार का दिन खत्म होते-होते भारत की झोली में तीन मेडल आ चुके थे। देशभर में खुशी का माहौल था। पीएम मोदी तक ने ट्वीट कर भारतवासियों को बधाई दे दी थी, लेकिन कुछ ही देर बाद पता चला कि चक्का फेंक एथलीट विनोद कुमार का ब्रॉन्ज मेडल रोक दिया गया है। बीएसएफ के 41 साल के जवान विनोद कुमार ने 19.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो से एशियाई रेकार्ड बनाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया। वह पोलैंड के पियोट्र कोसेविज (20.02 मीटर) और क्रोएशिया के वेलिमीर सैंडोर (19.98 मीटर) के पीछे रहे जिन्होंने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किए। क्या है पूरा मामला? डिस्कस थ्रो ऐथलीट विनोद कुमार ने पुरूषों की F52 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, लेकिन उनकी दिव्यांगता क्लासीफिकेशन पर विरोध के बाद पदक रोक दिया गया है। आयोजकों ने 22 अगस्त को विनोद का क्लासिफिकेशन किया था। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस आधार पर क्लासिफिकेशन को चुनौती दी गई है। खेलों के आयोजकों के एक बयान के अनुसार पदक समारोह भी 30 अगस्त के शाम के सत्र तक स्थगित कर दिया गया है। क्या होती है F52 स्पर्धाइस कैटेगरी में वो एथलीट हिस्सा लेते हैं, जिनकी मांसपेशियों की क्षमता कमजोर होती है और उनके मूवमेंट सीमित होते हैं, हाथों में विकार होता है या पैर की लंबाई में अंतर होता है, जिससे खिलाड़ी बैठकर प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेते हैं। भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने कहा कि विनोद कुमार का पदक अभी बना रहेगा। उन्होंने कहा, ‘विरोध एक देश या शायद एक से ज्यादा देश से हो सकता है, हम नहीं जानते क्योंकि इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। विनोद का पैरालिंपिक शुरू होने से पहले जो क्लासिफिकेशन किया गया था, उसमें कुछ मुद्दा हो सकता है।’ सोमवार को आएगा फैसला भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने बताया कि, ‘विनोद का नतीजा जो कांस्य पदक है, वो अब भी बरकरार है और इस संबंध में फैसला आज आने की उम्मीद नहीं है क्योंकि अब बहुत देर हो गई है। इस पर कल फैसले की उम्मीद है।' इन दोनों एथलीटों के पदकों से पहले भाविनाबेन पटेल ने सुबह महिलाओं की एकल टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा में रजत पदक जीता था। भारत के 24 सदस्यीय एथलेटिक्स दल से इस बार शानदार प्रदर्शन (कम से कम 10 पदक) की उम्मीद है और उसने इसी कड़ी में रविवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर अच्छी शुरूआत की। निषाद ने लॉन्ग जंप में जीता मेडल 21 वर्षीय निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रेकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे। अमेरिका के डलास वाइज को भी रजत पदक दिया गया क्योंकि उन्होंने और निषाद कुमार दोनों ने समान 2.06 मीटर की कूद लगाई। एक अन्य अमेरिकी रोडरिक टाउनसेंड ने 2.15 मीटर की कूद के विश्व रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में एक अन्य भारतीय राम पाल 1.94 मीटर की कूद से पांचवें स्थान पर रहे। किसान के बेटे हैं निषाद हिमाचल प्रदेश के अम्ब शहर के निषाद कुमार के पिता किसान हैं। उनका दायां हाथ खेत पर घास काटने वाली मशीन से कट गया था तब वह आठ वर्ष के थे। साल के शुरू में जब वह बेंगलुरू के भारतीय प्राधिकरण केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे थे तो कोविड-19 से भी संक्रमित हो गए थे। टी47 क्लास स्पर्धा में एथलीट के एक हाथ के ऊपरी हिस्से में विकार होता है जिससे उसके कंधे, कोहनी और कलाई से काम करने पर कुछ असर पड़ता है। निषाद कुमार ने साल के शुरू में दुबई में हुई फाज्जा विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में पुरूषों की ऊंची कूद टी46/47 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने 2009 में पैरा एथलेटिक्स में हिस्सा लेना शुरू किया था। भाविनाबेन ने दिलाया पहला मेडल तोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत का खाता भाविनाबेन ने खोला था। वह पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनी हैं। वह टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की झाउ यिंग से 0-3 से हार गई थी। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की मौजूदा अध्यक्ष दीपा मलिक पांच साल पहले रियो पैरालिंपिक में गोला फेंक में रजत पदक के साथ पैरालिंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं थी।

8 वर्ष की उम्र में गंवाया हाथ, अब रचा इतिहास... कौन हैं निषाद? जिनकी पीएम मोदी ने भी की तारीफ August 29, 2021 at 05:20AM

तोक्यो8 वर्ष की उम्र में एक हाथ गंवाया, तोक्यो पैरालिंपिक से ठीक पहले महामारी कोरोना वायरस का शिकार हुए, लेकिन निषाद कुमार हौसला नहीं हारे। उन्होंने रविवार को तोक्यो पैरालिंपिक की पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में एशियाई रेकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता। 21 वर्षीय कुमार ने 2.06 मीटर की कूद लगाकर एशियाई रेकॉर्ड बनाया और दूसरे स्थान पर रहे। अमेरिका के डलास वाइज को भी सिल्वर मेडल दिया गया क्योंकि उन्होंने और कुमार दोनों ने समान 2.06 मीटर की कूद लगायी। एक अन्य अमेरिकी रोडरिक टाउनसेंड ने 2.15 मीटर की कूद के विश्व रेकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में एक अन्य भारतीय राम पाल 1.94 मीटर की कूद से पांचवें स्थान पर रहे। हिमाचल प्रदेश के अम्ब शहर के निषाद कुमार के पिता किसान हैं। उनका दायां हाथ खेत पर घास काटने वाली मशीन से कट गया था तब वह आठ वर्ष के थे। साल के शुरू में जब वह बेंगलुरु के भारतीय प्राधिकरण केंद्र में ट्रेनिंग कर रहे थे तो कोविड-19 से भी संक्रमित हो गए थे। टी47 क्लास स्पर्धा में एथलीट के एक हाथ के ऊपरी हिस्से में विकार होता है जिससे उसके कंधे, कोहनी और कलाई से काम करने पर कुछ असर पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘तोक्यो से एक और खुशी की खबर आयी है। बहुत खुश हूं कि निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह उत्कृष्ट कौशल वाले शानदार ऐथलीट हैं। उन्हें बधाई।’ कुमार ने साल के शुरू में दुबई में हुई फाजा विश्व पैरा ऐथलेटिक्स ग्रां प्री में पुरुषों की ऊंची कूद टी46/47 स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने 2009 में पैरा ऐथलेटिक्स में हिस्सा लेना शुरू किया था। यह भारत का तोक्यो पैरालिंपिक में दूसरा मेडल है। उनसे पहले भाविनाबेन पटेल ने रविवार को महिलाओं की एकल टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता।

पैरालिंपिक गेम्स में बवाल:ब्रॉन्ज जीतने वाले भारत के विनोद का रिजल्ट होल्ड, कुछ देशों ने उनकी क्लासिफिकेशन कैटेगरी पर आपत्ति जताई August 29, 2021 at 05:12AM

पति टोक्यो में जीता, रोहतक में रो पड़ीं पत्नी:छोटू राम कॉलोनी के विनोद कुमार ने पैरालिंपिक में F-52 कैटेगरी में डिस्कस थ्रो में देश को दिलाया BRONZE, 19.98 मीटर थ्रो के साथ एशियन रिकॉर्ड भी बनाया August 29, 2021 at 05:38AM

26वां ऑल इंडिया जेपी अत्रे मेमोरियल कप:1 सितंबर से मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में होंगे मुकाबले, इस बार सफेद बॉल होगी इस्तेमाल; देशभर की 16 टीमें लेंगी भाग August 29, 2021 at 01:32AM

यहां तराशे जाते हैं 'अर्जुन', VIDEO:जबलपुर की तीरंदाजी अकादमी की मुस्कान गोल्ड पर लगा चुकी हैं निशाना, 9 साल में 11 खिलाड़ियों ने वर्ल्ड क्लास कॉम्पीटिशन में डंका बजाया August 29, 2021 at 04:22AM

तोक्यो में इतिहास रच छाए निषाद, पीएम मोदी और सहवाग सहित दिग्गजों ने यूं दी बधाई August 29, 2021 at 03:50AM

भारत के पैरा ऊंची कूद ऐथलीट निषाद कुमार ने तोक्यो पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी 47 इवेंट में रजत पदक हासिल किया। निषाद ने 2.06 मीटर जम्प के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। निषाद के रजत जीतने के साथ ही भारत ने तोक्यो पैरालम्पिक में अपना दूसरा पदक जीता। उनसे पहले आज ही पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने महिला एकल क्लास 4 वर्ग में रजत पदक अपने नाम किया था, जबकि विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किया। टि्वटर पर पीएम मोदी और वीरेंदर सहवाग सहित दिग्गजों ने बधाई दी है।

भारत के पैरा ऊंची कूद ऐथलीट निषाद कुमार ने तोक्यो पैरालिंपिक में सिल्वर मेडल हासिल किया। निषाद ने इससे पहले इस साल दुबई में हुए फाजा विश्व पैरा-ऐथलेटिक्स ग्रां प्री में ऊंची कूद टी 47 वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।


Nishad Kumar Silver Medal: निषाद कुमार की तोक्यो पैरालिंपिक में चांदी, पीएम मोदी और वीरेंदर सहवाग सहित इन दिग्गजों ने दी बधाई

भारत के पैरा ऊंची कूद ऐथलीट निषाद कुमार ने तोक्यो पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी 47 इवेंट में रजत पदक हासिल किया। निषाद ने 2.06 मीटर जम्प के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। निषाद के रजत जीतने के साथ ही भारत ने तोक्यो पैरालम्पिक में अपना दूसरा पदक जीता। उनसे पहले आज ही पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने महिला एकल क्लास 4 वर्ग में रजत पदक अपने नाम किया था, जबकि विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किया। टि्वटर पर पीएम मोदी और वीरेंदर सहवाग सहित दिग्गजों ने बधाई दी है।



आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे दूसरा टी-20, यहां देखें मैच का स्कोरकार्ड August 29, 2021 at 03:21AM

आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे दूसरा टी-20, यहां देखें मैच का लाइव स्कोरकार्ड

नंबर एक टीम का क्वारंटीन पूरा, दिल्ली कैपिटल्स ने कसी कमर, पिच पर आकर उड़ाया छक्का August 29, 2021 at 01:59AM

दुबईआईपीएल 2020 की उपविजेता दिल्ली कैपिटल्स ने दुबई में छह दिनों का निर्धारित क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद ट्रेनिंग शुरू कर दी है। टीम के भारतीय खिलाड़ी, सहायक स्टाफ और मैनजमेंट 21 अगस्त को यहां पहुंचे थे। फ्रेंचाइजी ने सोशल मीडिया के जरिए खिलाड़ियों की दुबई में स्थित आईसीसी अकादमी में ट्रेनिंग करते हुए फोटो पोस्ट की, उन्होंने श्रेयस अय्यर के पिच पर आकर छक्का जड़ने का वीडियो पोस्ट किया। कंधा चोटिल कर बैठे थे अय्यर टीम के अन्य खिलाड़ी जैसे अमित मिश्रा, ललित यादव, लुकमान मेरिवाला, रिपल पटेल, विष्णु विनोद, प्रवीण दुबे और सिद्धार्थ मनिमारन भी अभ्यास करते नजर आए। अय्यर कंधे में चोट की वजह से आईपीएल 2021 के पहले चरण में नहीं खेले थे। वह टीम के आने से पहले दो सप्ताह तक सहायक कोच प्रवीण आमरे के साथ अभ्यास कर रहे हैं। नंबर एक पोजिशन पर है दिल्ली दिल्ली की टीम आठ मैचों में छह जीत और दो हार के साथ अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर मौजूद है। आईपीएल 2021 का दूसरा चरण 19 सितंबर से शुरू होगा और दिल्ली अपने अभियान की शुरुआत 22 सितंबर से सनराइजर्स हैदराबाद के साथ मुकाबले से करेगा।

पैरालिंपिंक में भारत का तीसरा मेडल: डिस्कस थ्रो में विनोद कुमार ने जीता ब्रॉन्ज, भाविना-निषाद की 'चांदी' August 29, 2021 at 02:57AM

तोक्योपैरालिंपिक खेलों में रविवार का दिन भारत के लिहाज से बेहद शानदार रहा। हमारे खिलाड़ियों ने कुल तीन मेडल जीते, जिसमें दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज शामिल है। दिन की शुरुआत भाविना पटेल ने टेबल टेनिस से की। शाम होते-होते पहले निषाद कुमार ने हाई जम्प और फिर विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक दिला दिया। ऐथलेटिक्स में निषाद कुमार ने जीता सिल्वर ऊंची कूद T47 event में भाग लेने वाले निषाद ने 2.06 मीटर के साथ रजत पदक अपने नाम किया। साल 2019 में खेलों में डेब्यू करने वाले निषाद की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। पैरालिपिंक सिल्वल मेडल जीतते हुए उन्होंने एशियन रेकॉर्ड की बराबरी भी कर दी। यह निषाद कुमार का व्यक्तितगत बेस्ट प्रदर्शन है। भारत के एक अन्य ऐथलीट राम पाल का खेल भी सराहनीय रहा। 1.94 मीटर की जंप के साथ वह पांचवें पोजिशन पर रहे, उनका भी यह करियर बेस्ट परफॉर्मेंस है। गोल्ड जीतकर कटाया था पैरालिंपिक का टिकटनिषाद कुमार ने 2019 में दुबई में वर्ल्ड पैरा ऐथलेटिक्स ग्रांड फ्री में 2.05 मीटर हाई जंप लगाकर गोल्ड मेडल जीता था। इसी के साथ उन्होंने तोक्यो पैरालिंपिक का टिकट भी हासिल किया था। फरवरी 2021 में वह साई बेंगलुरु कॉम्पलेक्स में कैंप के दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उन्होंने न केवल महामारी को मात दी, बल्कि तोक्यो की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। भाविनी पटेल ने दिलाया था पहला मेडलटूर्नामेंट में भारत को पहला मेडल टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने दिलाया। रविवार सुबह क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में चीन की झाउ यिंग के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा। गुजरात के एक छोटे से गांव से आने वाली भाविनी को यिंग ने सीधे मुकाबले में 7-11, 5-11, 6-11 से शिकस्त दी। हालांकि, इसके बावजूद वह तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भारत को पहला पदक दिलाने में सफल रहीं।

कोरोना को हराया, पैरालिपिंक में सिल्वर जीत रचा इतिहास, पीएम मोदी ने यूं की तारीफ August 29, 2021 at 02:11AM

तोक्योभारतीय हाई जंपर निषाद कुमार ने तोक्यो ओलिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 वर्ग में सिल्वर मेडल जीतते हुए इतिहास रचा। उन्होंने 2.06 मीटर की जंप लगाई। यह टूर्नामेंट में भारत का दूसरा मेडल है। इससे पहले टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने देश को सिल्वर मेडल दिलाया था। निषाद के मेडल जीतने के कुछ ही सेकंड में पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए बधाई दी। पीएम ने लिखा- तोक्यो से एक और खुशी की खबर आई है। निषाद कुमार के पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 में रजत पदक जीतने से बेहद खुश हूं। वह उत्कृष्ट कौशल और दृढ़ता के साथ एक उल्लेखनीय ऐथलीट हैं। उन्हें बधाइयां। उल्लेखनीय है कि निषाद ने 2019 में दुबई में वर्ल्ड पैरा ऐथलेटिक्स ग्रांड फ्री में 2.05 मीटर हाई जंप लगाकर गोल्ड मेडल जीता था। इसी के साथ उन्होंने तोक्यो पैरालिंपिक का टिकट भी हासिल किया था। इसके बाद फरवरी 2021 में वह साई बेंगलुरु कॉम्पलेक्स में कैंप के दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। उन्होंने न केवल महामारी को मात दी, बल्कि तोक्यो की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी।

टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को तीसरा मेडल:भाविनाबेन के बाद हाई जंपर निषाद कुमार ने 2.06 मीटर की जंप के साथ सिल्वर जीता, डिस्कस थ्रो में विनोद को ब्रॉन्ज August 29, 2021 at 02:00AM

पैरालिंपिक खेलों में भारत का कमाल: ऊंची कूद में निषाद कुमार की 'चांदी', देश का कुल दूसरा मेडल August 29, 2021 at 02:10AM

तोक्यो जापान की राजधानी में जारी पैरालिंपिक खेलों में आज भारत की 'चांदी' हो गई। टेबल टेनिस में भाविनाबेन के बाद ऐथलेटिक्स में निषाद कुमार ने भी सिल्वर मेडल जीत लिया। ऊंची कूद T47 event में भाग लेने वाले निषाद ने 2.06 मीटर के साथ रजत पदक अपने नाम किया। अपडेट जारी है...

4 मैच, 7 पारियां, कैसे ऑस्ट्रेलिया के 'नायक' पंत इंग्लैंड में बने 'खलनायक', आंकड़ों से समझें August 29, 2021 at 01:30AM

लीड्सऑस्ट्रेलिया में धमाल के बाद इंग्लैंड के खिलाफ होम सीरीज में ऋषभ पंत का बल्ला जमकर चला था। लोग तारीफ करते नहीं थक रहे थे, लेकिन इंग्लैंड में ऐसा फॉर्म गिरा कि उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर करने पर चर्चा होने लगी है। खासकर तीसरे मुकाबले में उनका बल्ला पूरी तरह खामोश रहा। दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा (दो और एक रन) पार नहीं कर सके। इसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। फैंस उन्हें बाहरकर चौथे टेस्ट में ऋद्धिमान साहा को शामिल करने की अपील की है। अहमदाबाद में खेली थी धांसू शतकीय पारीपंत ने देश में खेले गए आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 101 रनों की धांसू पारी खेली थी। पारी की जीत के वह हीरो थे और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। जब टीम इंडिया इंग्लैंड पहुंची तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले और मेजबान टीम के खिलाफ 5 मैचों की सीरीज के लिए वह भारत का सबसे बड़ा 'इक्का' माने जा रहे थे, लेकिन वह उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। पिछले 4 मैच में ऐसा रहा प्रदर्शनपंत ने पिछले 4 मैचों की 7 पारियों में 18.85 के बेहतद खराब औसत से कुल 132 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 41 रन रहा, जो उन्होंने साउथम्पटन में खेले गए न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC फाइनल की दूसरी पारी में बनाए थे। मौजूदा सीरीज की बात करें तो उन्होंने 3 मैचों की 5 पारियों में 87 रन बनाए हैं। वह नॉटिघंम में 25, लॉर्ड्स में 37 और 22 रन तथा लीड्स में दो और एक रन ही बना सके हैं। इस तरह ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत और इंग्लैंड को पस्त करने वाले इस खिलाड़ी के प्रदर्शन को लोगों ने भुल दिया और प्लेइंग इलेवन से बाहर करने की बात करने लगे हैं। शॉट को लेकर दिखे कन्फ्यूजइस दौरान वह टिककर खेलने की कोशिश में आउट हुए तो कई बार अपना आक्रामक खेल खेलने में आउट हुए। ऐसा लग रहा कि वह अपने शॉट सिलेक्टशन को लेकर कन्फ्यूज हैं। जिस तरह की विस्फोटक बैटिंग के लिए जाने जाते हैं वह वैसा शॉट भी नहीं लगाते दिखाई दिए। एंडरसन को उन्होंने जिस अंदाज में भारत में खेला था वह बेखौफ अंदाज गायब है। कोहली ने दिया साथ का वादापंत को हालांकि यहा कप्तान विराट कोहली का साथ मिला है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मैच के बाद विकेटकीपर ऋषभ पंत का समर्थन करते हुए कहा कि टीम प्रबंधन इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की बची हुई सीरीज में बल्लेबाजी के लिए उन्हें पूरा मौका देगा। कोहली ने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा कि एक हार से मैं इसका आकलन नहीं कर सकता या फिर बतौर कप्तान मैं इसका विश्लेषण करना शुरू नहीं कर सकता। निश्चित रूप से प्रबंधन भी इसका विश्लेषण शुरू नहीं करेगा क्योंकि हम टीम के तौर पर विफल नहीं हो रहे हैं।’

भारतीय महिला क्रिकेट टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरा:कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से शेड्यूल में बदलाव, 19 की जगह 21 सितंबर से खेला जाएगा पहला मैच August 29, 2021 at 01:30AM

वॉन ने टीम इंडिया को यूजलेस कहा:लीड्स में हार के बाद पूर्व इंग्लिश कैप्टन बोले- कोहली डीवीडी प्लेयर हुए, हर बार एक तरह से आउट हो रहे हैं August 29, 2021 at 01:18AM

फिट इंडिया मोबाइल एप लॉन्च: खेलमंत्री ठाकुर ने दिया फिटनेस का डोज, एक पैर से कूदी रस्सी August 29, 2021 at 01:01AM

नई दिल्ली आज से दो साल पहले यानी 29 अगस्त 2019 को फिट इंडिया प्रोग्राम लॉन्च किया गया था। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यायनचंद के जन्मदिवस को हर साल खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसी दिन पीएम मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था। अब उसी फिट इंडिया कार्यक्रम के दो साल पूरे हो चुके हैं। इस मौके पर 'फिट इंडिया मोबाइल एप' लॉन्च किया गया। इस दौरान केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणित भी मौजूद रहे। राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में यह प्रोग्राम हुआ। इस दौरान खेलमंत्री ठाकुर ने अपनी स्किल्स से हर किसी का मन मोह लिया। ठाकुर स्टेज पर ही रस्सी कूदते रहे। इस दौरान उन्होंने कलात्मक अंदाज भी दिखाया। किसी प्रोफेशन ऐथलीट की तरह कभी एक पैर पर रस्सी कूदते रहे तो कभी क्रॉस मूव्य भी दिखाए। जितने देर वह अपनी फिटनेस का परिचय देते रहे, लोग तालियों से उत्साह बढाते रहे।

इंग्लैंड में टीम इंडिया की मुश्किल का कारण:सीरीज में 3 टेस्ट के बाद भारत का हर पारी में औसत स्कोर 275 रन, इंग्लैंड से 11 रन कम August 29, 2021 at 12:29AM

खेल दिवस के मौके पर सचिन का खास मेसेज, बोले- खेलों को आदत में करें शामिल August 28, 2021 at 11:06PM

देश में प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर दिग्गज सचिन तेंडुलकर से लेकर लिएंडर पेस ने देशवासियों को बधाई दी है। सचिन और पेस ने अपने अपने सोशल मीडिया के ट्विटर हैंडल पर वीडियो पोस्ट कर सभी को शुभकामनाएं दी है।


राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर सचिन तेंडुलकर का खास मेसेज, बोले- खेलों को आदत में करें शामिल

देश में प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।



Saturday, August 28, 2021

भाविना ने तोक्यो पैरालिंपिक में जीता सिल्वर, पीएम मोदी ने फोन पर दी बधाई August 28, 2021 at 05:47PM

नई दिल्ली भारतीय महिला टेबल टेनिस पैरा एथलीट भाविनाबेन पटेल (Bhavinaben Patel) ने तोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में रविवार को भारत को पहला पदक दिलाया। मौजूदा पैरालिंपिक खेलों में भारत का यह पहला मेडल है। टेबल टेनिस क्लास 4 एकल मैच के फाइनल में भाविना को चीन की झाउ यिंग के खिलाफ 7-11, 5-11, 6-11 की शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व स्वर्ण पदक खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की। भाविना ने इसके साथ ही इतिहास भी रच दिया। वह पैरालिंपिक के इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय हैं। भाविना के इस शानदार प्रदर्शन पर उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से लेकर खेल जगत की दिग्गज हस्तियों ने भारतीय स्टार एथलीट के प्रदर्शन की जमकर सराहना कर रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ' असाधारण भाविना पटेल ने रचा इतिहास! वह ऐतिहासिक सिल्वर मेडल घर लाईं। इसके लिए उन्हें बधाई। उनकी जीवन यात्रा प्रेरित करने वाली है और अधिक युवाओं को खेलों के प्रति आकर्षित करेगी।' सिल्वर मेडल जीतने पर पीएम मोदी ने भाविना से फोन पर उन्हें बधाई दी। मोदी ने भाविना की जमकर सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इतिहास रच दिया। पीएम ने भारतीय एथलीट को भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। सेमीफाइनल में चीन की मियाओ झांग को हराया था भाविना ने शनिवार को सेमीफाइनल मुकाबले में चीन की मियाओ झांग को कड़े मुकाबले में 3-2 से हराया। पटेल ने दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी को 7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8 से हराकर भारतीय खेमे में भी सभी को चौंका दिया था। गुजरात के मैहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। पटेल 2011 में दुनिया की दूसरेनंबर की खिलाड़ी भी बनी थीं। क