Thursday, May 7, 2020

मिसबाह-उल-हक चाहते हैं जल्द क्रिकेट की शुरुआत May 07, 2020 at 07:15PM

कराची पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह-उल-हक ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के कारण घर तक सीमित रहना निराशाजनक हो सकता है और वह उचित सुरक्षा उपायों के साथ खाली स्टेडियमों में क्रिकेट गतिविधियां शुरू करने के पक्षधर हैं। ऐसी रिपोर्ट हैं कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) पाकिस्तान के खिलाफ अगस्त में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड और साउथम्पटन में खाली स्टेडियमों में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज आयोजित करने पर विचार कर रहा है। मिसबाह ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ क्रिकेट गतिविधियां शुरू होना पसंद करेंगे और उन्हें खाली स्टेडियमों में खेलने से कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘इस कोरोना वायरस महामारी में यह किसी के लिए भी आदर्श स्थिति नहीं है तथा स्वास्थ्य और सभी का स्वस्थ रहना निश्चित तौर पर हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए लेकिन अगर उचित सुरक्षा उपायों के साथ खाली स्टेडियमों में मैचों का आयोजन होता है तो मुझे कोई परेशानी नहीं होगी।’ इस पूर्व कप्तान ने कहा कि मार्च में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) बीच में ही रद्द किए जाने के बाद पिछले दो महीने से खिलाड़ियों के पास घर में रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। मिसबाह ने कहा, ‘हर कोई घर तक सीमित है लेकिन मुझे लगता है कि घर में रह रहे लोगों को अगर क्रिकेट देखने को मिलता है तो यह काफी अच्छा होगा। जब आपके पास करने के लिये कुछ नहीं हो और आपको ज्यादा समय कोविड-19 की खबरें सुननी पड़ रही हों तो यह निराशाजनक होता है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसी स्थिति में खेल शुरू किए जा सकते हैं और अगर क्रिकेट शुरू होता है तो लोगों को कम से कम घर में बैठकर क्रिकेट देखने को तो मिलेगा।’ पिछले साल सितंबर में पद संभालने वाले मिसबाह ने कहा कि अगर खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों और अन्य हितधारकों के लिये उचित सुरक्षा उपाय अपनाए जाते हैं तो क्रिकेट बोर्ड खेल शुरू कर सकते हैं लेकिन उन्हें कोरोना वायरस पर अपनी सरकारों के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। जर्मन फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा 16 मई को शुरू हो रही है और मिसबाह ने कहा कि यह सकारात्मक समाचार है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन उन्हें भी पहले अपनी सरकार से मंजूरी लेनी पड़ी। सभी क्रिकेट बोर्ड को भी ऐसा करना होगा।’

जर्मनी में फंसा दिग्गज, पत्नी और बेटा कर रहे इंतजार May 07, 2020 at 07:59PM

चेन्नैभारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी () कोरोना वायरस () के चलते जर्मनी में फंसे हुए हैं। यहां भारत में पत्नी अरुणा और बेटा अखिल उनके जर्मनी से लौटने का बेताबी से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि वे समझते हैं कि सरकार उन लोगों को पहले ला सकती है, जिन्हें अधिक जरूरत है। आनंद बुंदेसलीगा शतरंज खेलने जर्मनी गए थे, लेकिन उनकी वापसी से पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन लागू हो गया। आनंद की पत्नी ने बताया कि भारतीय दूतावास लगातार उनके संपर्क में है और वह ठीक हैं। वह फिलहाल फ्रेंकफर्ट के पास हैं और कैंडिडेट्स टूर्नमेंट के लिए ऑनलाइन कॉमेंट्री कर रहे थे जो बीच में ही रद्द हो गया। अरुणा ने कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि वह जल्दी वापिस आएंगे। वह ठीक हैं। भारतीय दूतावास उनसे संपर्क में है। पहले उड़ानें तो शुरू हों और ऐसे भी लोग हैं जिन्हें पहले स्वदेश लौटने की अधिक जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘बेटे अखिल को उनकी कमी महसूस हो रही है । वह काफी कुछ कर रहे हैं लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि बच्चा भी बहुत कुछ झेल रहा है।’

57 की उम्र में कमबैक, महान बॉक्सर को आप भी करेंगे सलाम May 07, 2020 at 06:43PM

न्यू यॉर्कचार बार के हैवीवेट मुक्केबाजी चैंपियन () ने कहा कि वह 57 वर्ष की उम्र में कोरोना वायरस से प्रभावित बच्चों की मदद के लिए चैरिटी मुकाबले में रिंग में वापसी कर रहे हैं। होलीफील्ड का मुकाबला तीसरी बार () से हो सकता है। उन्होंने 20 साल पहले टायसन के खिलाफ असली मुकाबला लड़ा था। होलीफील्ड ने कहा कि वह यूनाइट 4 अवरफाइट संस्था के सहयोग के लिए प्रदर्शनी मुकाबले में उतरेंगे। यह संस्था उन बच्चों की मदद करती है जिनकी वायरस प्रकोप के कारण शिक्षा में व्यवधान पड़ा है। होलीफील्ड ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, ‘क्या आप तैयार हैं। आप जिस क्षण का इंतजार कर रहे थे। चैंपियन वापस लौट आया है। मैं यह घोषणा करता हूं कि मैं रिंग पर वापसी करने जा रहा हूं। मैं एक बहुत अच्छे काम के लिए प्रदर्शनी मैच में भाग लूंगा।’ इससे पहले 53 वर्षीय टायसन को अभ्यास करते हुए देखा गया। उन्होंने भी कहा था कि वह चैरिटी के लिए प्रदर्शनी मुकाबले में वापसी करेंगे।

सोहेल के बयान पर अकरम का जवाब, कहा- संन्यास के 17 साल बाद भी लोग मेरे नाम का इस्तेमाल खुद को आगे बढ़ाने में कर रहे May 07, 2020 at 06:15PM

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने पूर्व बल्लेबाज आमिर सोहेल के एक बयान के जवाब में कहा कि आज भी कुछ लोग खुद को आगे बढ़ाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। अकरम ने एक वेब शो पर यह बात कही।

सोहेल ने अकरम पर आरोप लगाया था कि 1992 के बाद से उनकी वजह से ही पाकिस्तान आज तक कोई वर्ल्ड कप नहीं जीत पाया है।

लोग चर्चा में बने रहने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल करते: अकरम
अकरम ने वेब शो में इसी आरोप पर जवाब देते हुए कहा- जब भी मैं अपने बारे में इस तरह की नकारात्मक बातें सुनता हूं तो बहुत दुखी हो जाता हूं। मुझे क्रिकेट छोड़े हुए 17 साल हो गए हैं। लेकिन फिर भी कुछ लोग चर्चा में बने रहने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं भी ऐसी बातें कर सकता हूं। लेकिन फिर सोचता हूं कि इसका क्या फायदा। इसलिए चुप्पी साध लेता हूं।

'अकरम ने पाकिस्तान को वर्ल्ड कप जीतने नहीं दिया'

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सोहेल ने अकरम पर निशाना साधते हुए कहा था कि 1996 और 1999 के वर्ल्ड कप में कप्तान और 2003 के टूर्नामेंट में बतौर सीनियर खिलाड़ी उनकी भूमिका यही थी कि पाकिस्तान कभी 1992 की तरह दोबारा विश्व कप नहीं जीत पाए।

'सलीम मलिक सरल कप्तान थे'
सोहेल ने कहा था कि यह बहुत आसान है, 1992 वर्ल्ड कप को एक तरफ रखकर अगर 1996 वर्ल्ड कप की बात करें तो इस टूर्नामेंट से एक साल पहले यानी 1995 में रमीज राजा कप्तान थे, उससे पहले सलीम मलिक के पास यह जिम्मेदारी थी, वो काफी सफल कप्तान थे। वो अगर एक साल और कप्तानी कर लेते तो वसीम अकरम को शायद कप्तानी करने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

अकरम जिम्मेदारी अच्छे से निभाते तो पाकिस्तान 1996 में विश्व चैम्पियन होता: सोहेल

उन्होंने आगे कहा कि अगर आप देखें तो 2003 तक हर वर्ल्ड से पहले यही होता रहा कि मौजूदा कप्तान को हटाकर वसीम अकरम को टीम की कमान सौंप दी जाए।

अगर वह अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाते तो पाकिस्तान 1996 और 1999 में वर्ल्ड कप जरूर जीतता। इन दोनों विश्व कप में पाकिस्तान के कप्तान अकरम ही थे। 1996 में पाकिस्तान क्वार्टरफाइनल से ही बाहर हो गया था। तब भारत ने उसे हराया था। वहीं 3 साल बाद इंग्लैंड में हुए विश्व कप में टीम फाइनल तक पहुंचीं थी। लेकिन खिताब नहीं जीत सकी। तब ऑस्ट्रेलिया ने उसे शिकस्त दी थी।



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वसीम अकरम ने वेब शो में आमिर सोहेल के आरोप पर जवाब देते हुए कहा- जब भी मैं अपने बारे में इस तरह की नकारात्मक बातें सुनता हूं तो बहुत दुखी हो जाता हूं। (फाइल)

फॉर्मूला-1 का रेवेन्यू जनवरी-मार्च में 84% घटकर 292 करोड़ रु. रह गया, पिछले साल की इसी तिमाही में 1845 करोड़ था May 07, 2020 at 04:48PM

कोरोनावायरस की वजह से फॉर्मूला-1 का रेवेन्यू इस साल की पहली तिमाही यानी जनवरी-मार्च के बीच में 84 फीसदी घटकर 39 मिलियन डॉलर (292 करोड़ रुपए) रह गया। पिछले साल की इसी तिमाही में रेवेन्यू 246 मिलियन डॉलर यानी करीब 1845 करोड़ रुपए था। फार्मूला वन की पैरेंट कंपनी लिबर्टी मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

इस दौरान लिबर्टी मीडिया का रेवेन्यू भी 200 मिलियन डॉलर (करीब 1511 करोड़ रु.) घट गया। वहीं, लीग के संचालन का घाटा भी पिछले साल के 47 मिलियन डॉलर (352 करोड़ रुपए) से बढ़कर 137 मिलियन डॉलर (1027 करोड़ रुपए) हो गया।

5 जुलाई को ऑस्ट्रिया से फॉर्मूला-1 सीजन शुरू होगा
कोविड-19 महामारी की वजह से इस साल सीजन शुरू नहीं हो पाया है। 10 रेस या तो रद्द या स्थगित कर दी गई हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी 5 जुलाई को ऑस्ट्रिया से सीजन शुरू होगा।

दिसंबर तक 15 से 18 रेस कराने का लक्ष्य

कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा- हमें जुलाई से रेस शुरू होने की उम्मीद है। इसे हम दिसंबर तक जारी रहेंगे। इस दौरान हमारा लक्ष्य 15 से 18 रेस कराना है। हालांकि, इस दौरान दर्शक मौजूद रहेंगे या नहीं, फिलहाल ये तय नहीं हो पाया है।

अमेरिकी कंपनी के पास 3 साल से फॉर्मूला-1 का स्वामित्व

अमेरिकी अरबपति जॉन मालोन के स्वामित्व वाले लिबर्टी मीडिया के पास 2017 से फॉर्मूला वन का मालिकाना हक है। कंपनी की कमाई का बड़ा हिस्सा ग्रां प्री रेस के आयोजकों द्वारा चुकाई गई फीस, ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सरशिप से आता है। लेकिन कोरोना की वजह से एफ-वन रेस पूरी तरह बंद है। लेकिन कॉन्ट्रैक्ट से बंधे होने की वजह से इस अमेरिकन ग्रुप को अलग-अलग टीमों को 1.5 बिलियन डॉलर की राशि देनी पड़ी।

लिबर्टी मीडियाके स्टॉक की वैल्यू 33 फीसदी कम हुई

इस बीच, गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार नैस्डैक में लिबर्टी मीडियाके शेयर में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस साल की शुरुआत से कंपनी के स्टॉक की कीमत 33 फीसदी कम हो गई है।



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फॉर्मूला-1 की पेरेंट कंपनी लिबर्टी मीडिया ने बयान जारी कर कहा- हमें जुलाई से रेस शुरू होने की उम्मीद। दिसंबर तक 15 से 18 रेस कराने का लक्ष्य। (फाइल)

इंग्लिश क्रिकेटरों को 9 हफ्ते तक परिवार से दूर रहना होगा, तब टीम में जगह मिलेगी May 07, 2020 at 03:13PM

इंग्लैंड की क्रिकेट टीम को जुलाई से मैदान पर उतरना है। टीम को वेस्टइंडीज और पाकिस्तान से छह टेस्ट मैच खेलने हैं। खिलाड़ियों को बोर्ड की ओर से सुरक्षा के उपाय बताए गए हैं। टीम में चुने जाने वाले संभावित खिलाड़ियों को 9 हफ्ते परिवार से दूर रहना होगा। रोज उन्हें शरीर का तापमान और स्वाब चेक कराना होगा।
कप्तान जो रूट और टीम के खिलाड़ियों को इस बारे में जानकारी दी गई। 8 जुलाई से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले 30 खिलाड़ियों को चुना जा सकता है।
बिना फैंस के मैच कराए जा सकते हैं
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को सरकार की ओर से दिए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में इंतजार करना होगा। बोर्ड दो मैदान एजिअस बाउल और ओल्ड ट्रैफर्ड का उपयोग करेगा। इसके एक ओर होटल है। रिस्क को कम करने के लिए बिना फैंस के मैच कराए जा सकते हैं। सभी खिलाड़ियों को 23 जून को इकट्ठा होना है। उन्हें अगस्त तक साथ में रहना होगा।
टेस्ट के बाद छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग करेंगे खिलाड़ी
टेस्ट के बाद खिलाड़ी छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग करेंगे। टीमों को अलग-अलग मैदान पर प्रैक्टिस की सुविधा दी जाएगी। इंग्लैंड को खिलाड़ियों को रोटेट करना होगा क्योंकि उन्हें 7 हफ्ते में 6 टेस्ट खेलने हैं। संक्रमण का स्तर कम होने पर पाक सीरीज के पहले घर जाने की अनुमति मिल सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मई के अंत से ट्रेनिंग कर सकते हैं
इधऱ, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) महीने के अंत से ट्रेनिंग की तैयारी कर रहा है। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. जान आर्चर्ड और स्पोर्ट साइंस व स्पोर्ट्स मेडिसिन के हेड एलेक्स कोंटूरिस रणनीति बना रहे हैं।

कोंटूरिस ने कहा- वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति का क्रिकेट जैसे खेल की ट्रेनिंग पर अधिक असर नहीं पड़ेगा। नेट्स पर खिलाड़ियों के बीच दूरी होती है। प्रत्येक नेट पर 2-3 गेंदबाज होते हैं। एक बार में एक गेंदबाज गेंद फेंकता है, बल्लेबाज 22 गज की दूरी पर होता है इसलिए यह बड़ी समस्या नहीं है।



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इंग्लैंड को खिलाड़ियों को रोटेट करना होगा क्योंकि उन्हें 7 हफ्ते में 6 टेस्ट खेलने हैं। संक्रमण का स्तर कम होने पर पाक सीरीज के पहले घर जाने की अनुमति मिल सकती है। (फाइल)

देश में खेल से जुड़े सामान के बाजार को 4700 करोड़ के घाटे की आशंका, अगले साल मार्च में ही हालात सुधरने की उम्मीद May 07, 2020 at 03:01PM

कोरोनावायरस से देश का स्पोर्ट्स मार्केट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गर्मी में समर कैंप और अन्य खेलकूद की गतिविधियां होती थीं। वे भी लॉकडाउन के कारण शुरू नहीं हुईं। खेल के व्यापार और बाजार से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो देश में खेल से जुड़े सामान की इंडस्ट्री को 4700 करोड़ रु. का नुकसान होने की आशंका है। इसमें देश में बिकने वाले सामान के अलावा निर्यात होने वाले सामान की भी हिस्सेदारी है।

लॉकडाउन से संकट खड़ा हुआ

जालंधर मेंपूरे देश का 70% स्पोर्ट्स गुड्स बनता है। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि इंडस्ट्री की हालत अब मार्च में ही सुधरेगी। मेरठ के हिंद स्पोर्ट्स के मालिक कुलदीप सिंंह कहते हैं, ‘इस साल ओलिंपिक सहित कई बड़े स्पोर्ट्स इवेंट होने वाले थे। मांग ज्यादा रहती इसलिए मार्केट भी पूरी तरह से तैयार था। लेकिन लॉकडाउन से संकट खड़ा हो गया। इससे उबरने में पूरा एक साल लगने वाला है।’

देश के खेल सामान का 60% निर्यात होता है

भारतीय स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चररर्स के अनुसार, देश में बनने वाले खेल सामान का 60% निर्यात होता है। मेरठ से निर्यात होने वाले सामान का हिस्सा 45% है। अप्रैल में मेरठ की कंपनियों को 200 करोड़ का नुकसान हुआ है।

अकेले मेरठ-जालंधर में 50 लाख मजदूर
जालंधर और मेरठ में कुल 4 हजार से ज्यादा कंपनियां है। ये इंडस्ट्री कुल 319 खेल सामग्री का निर्माण करती हैं। यहां करीब 50 लाख मजदूर-कारीगर काम करते हैं। इन्हें एक दिन की मजदूरी 300-400 रुपए मिलती है।

नुकसान की राज्यवार स्थिति

राज्य कितना नुकसान (रुपए में)
महाराष्ट्र 200 करोड़
राजस्थान 150 करोड़
मध्यप्रदेश 150 करोड़
पंजाब 100 करोड़
गुजरात 100 करोड़
उत्तरप्रदेश 60 करोड़
प.बंगाल 50 करोड़
छत्तीसगढ़ 40 करोड़

2 हजार करोड़ के क्रिकेट मार्केट का विकेट गिरा
इस साल क्रिकेट के सामान की बहुत ज्यादा खपत होने वाली थी क्योंकि आईपीएल के अलावा टी20 वर्ल्ड कप भी होना था। लेकिन इनके आयोजन पर संकट है। ऐसे में क्रिकेट के बाजार को दो हजार करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। इसमें भी क्रिकेट गुड्स की कंपनियों का 1300 करोड़ का स्पोर्ट्स इक्विपमेंट निर्यात होने वाला था।

ये सामान बनकर गोदामों में पड़ा

सामान संख्या
बल्ले 3.5 लाख
गेंद 2.7 लाख
विकेट 80 हजार
पैड्स 90 हजार
ग्लव्स 1 लाख
हेलमेट 1.25 लाख
किट 2 लाख

अन्य खेलों के मार्केट को 1500 करोड़ रु. का घाटा

फुटबॉल, बैडमिंटन, शतरंज, हॉकी, टेनिस, एथलेटिक्स, टेटे, वॉलीबॉल, फेंसिंग आदि खेलों का सामान बनाने वाले कारोबारियों के 1500 करोड़ डूबने की आशंका है। निर्यात न होने से इन खेलों का सामान भी गोदामों में भरा है। स्पोर्ट्सवियर बनाने वाली कंपनियों को भी 500 करोड़ का नुकसान हुआ है।

इन खेलों के बाजार को बड़ा नुकसान

खेल नुकसान (करोड़ रु. में)
क्रिकेट 2000
फुटबॉल 1200
टेनिस 500
बास्केटबॉल 300
बॉक्सिंग औरफेंसिंग 200
स्पोर्ट्स वियर 500


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मेरठ और जालंधर की कुछ कंपनियों ने लॉकडाउन के बाद प्रोडक्शन शुरू करने की तैयारी कर ली है।

पार्थिव का खुलासा- मैथ्यू हेडन ने धमकी दी थी अगर दोबारा छेड़ा तो मुंह पर मुक्का मार दूंगा May 07, 2020 at 01:51AM

भारतीय विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडल की दोस्ती और हल्की-फुल्की लड़ाई को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि एक समय 2004 की वनडे सीरीज के एक मैच में मेरे जश्न मनाने के तरीके से हेडन चिढ़ गए थे और उन्होंने मुझे मुंह पर मुक्का मारने की धमकी दी थी। मेरे जश्न मनाने के तरीके से वे चिढ़ गए थे, लेकिन आज सबकुछ ठीक है। पार्थिव ने कहा कि वे और हेडन अब बहुत अच्छे दोस्त बन चुके हैं। दरअसल, दोनों ही खिलाड़ी आईपीएल की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए साथ खेल चुके हैं।

पार्थिव ने रेडियो प्रोग्राम में 2004 की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आईपीएल में एक साथ खेलने के बाद हेडन मेरे बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं। साथ ही आईपीएल के बाद हेडन ने पार्थिव को डिनर के लिए ऑस्ट्रेलिया में अपने घर पर बुलाया भी था।

पार्थिव ने हेडन को आउट होने के बाद चिड़ाया था
उन्होंने 2004 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिसबेन में मैच खेला जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया की हालत खराब थी। हेडन शतक बना चुके थे। तभी इरफान पठान ने उन्हें आउट कर दिया। मैं ग्राउंड में ड्रिंक्स लेकर जा रहा था। हेडन मेरे बगल से गुजरे तभी मैं जश्न मनाते हुए ‘हू-हू’ करने लगा। वे गुस्सा हो गए।’’

हेडन की धमकी के बाद पार्थिव ने सॉरी कहा था
भारतीय विकेटकीपर ने कहा, ‘‘जब वे (हेडन) आउट होकर ब्रिसबेन के ड्रेसिंग रूम पहुंचे, तो उन्होंने मुझे काफी कुछ कहा। उन्होंने कहा कि अगर फिर से मैंने उन्हें छेड़ा तो वे मुझे मुंह पर मुक्का मार देंगे। मैने उनकी बातों का जवाब नहीं दिया और उन्हें सॉरी बोलकर चला गया।’’ पटेल ने कहा कि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलने के दौरान दोनों अच्छे दोस्त बन गए। दोनों एक साथ चेन्नई सुपर किंग्स के लिए पारी की शुरूआत करते थे।



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विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने कहा- दोस्ती के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने मुझे उनके घर पर डिनर के लिए बुलाया था। -फाइल फोटो

एआईबीए की बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को चेतावनी, कहा- जुर्माने की राशि न जमा करने पर मान्यता रद्द होगी May 06, 2020 at 11:57PM

एम्योचोर इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) के अंतरिम अध्यक्ष मोहम्मद मुस्ताहसाने ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया(बीएफआई) को चेतावनी दी अगर उसने जल्द ही जुर्माने की राशि नहीं जमा की तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी।

पिछले महीने ही एआईबीए ने भारत से 2021 में होने वाली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप की मेजबानी छीन ली थी। साथ ही5 लाख डॉलर (3 करोड़ 70 लाख रुपए) जुर्माना भी लगाया था।एआईबीए का कहना था कि बीएफआई ने मेजबानी की फीस निर्धारित तारीख तक नहीं भरी।

यह था विवाद
इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन ने 2021 में होने वाली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए पहली परबीड 2017 में निकाली थी। उस समय मेजबानी की फीस 41 लाख डॉलर निर्धारित की गई थी। तब भारत के अलावा किसी अन्य देश ने मेजबानी में रूचि नहीं दिखाई। इसलिए भारत को इसके आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

बीएफआई का आरोप-बिना जानकारी मेजबानी की फीस बदली

बीएफआई का आरोप है कि इसके बाद एआईबीए ने बिना जानकारी दिए 2018 में दूसरी बीड निकाली। इसमें मेजबानी फीस को घटाकर 20 लाख डॉलर कर दिया। बीएफआई और एआईबीए के बीच इस मसले पर विवाद चलता रहा। इस बीच, बीएफआई ने नई बीडिंग के तहत मेजबानी के लिए तय की गई 20 लाख डॉलर की फीस चुकाने पर हामी भर दी। लेकिन इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन पुरानी मेजबानी फीस की मांग करता रहा।

बीएफआई इसके खिलाफ कोर्ट जाएगी

पिछले साल 31 दिसंबर तक दोनों पक्षों में मेजबानी की फीस को लेकर सहमति नहीं बन पाई।बीएफआई जुर्माना के विरोध में लुसाने स्थित कोर्ट ऑफ अब्रिटेशन फोर स्पोर्ट्समें जाने की तैयारी में है।



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बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को 2017 में ही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप की मेजबानी मिली थी। यह टूर्नामेंट 2021 में दिल्ली में होना था। लेकिन मेजबानी फीस को लेकर इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन से विवाद चल रहा है। (फाइल)

मैं भी दबाव महसूस करता हूं, डरता हूं: MS धोनी May 07, 2020 at 01:12AM

चेन्नै विपरीत हालात में भी धैर्य बरकरार रखकर अपनी टीम को जीत दिलाना महेंद्र सिंह धोनी () की सबसे बड़ी खासियत है। धोनी ने (Team India) के लिए कई बार ऐसे कारनामे किए हैं, जिनमें उन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया है। धोनी विकेट परिस्थितियों में भी कूल रहकर अपने लक्ष्य को हासिल करना जानते हैं। उनकी यही खूबी उन्हें महान खिलाड़ियों में जगह दिलाती है। लेकिन इस पूर्व भारतीय कप्तान को यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं है कि उन पर भी दबाव और डर का असर होता है। मेंटल फिटनेस की जरूरत पर धोनी ने रखा अपना नजरिया खेलों में शीर्ष प्रदर्शन हासिल करने के लिए की पहल 'मानसिक अनुकूलन कार्यक्रम' का समर्थन करते हुए धोनी ने मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) के मुद्दे पर अपना नजरिया रखा। एमफोर () की ओर से जारी विज्ञप्ति में धोनी के हवाले से कहा गया, 'मुझे लगता है कि भारत में अब भी यह स्वीकार करना बड़ा मुद्दा है कि मानसिक पहलू को लेकर कोई कमजोरी है लेकिन आम तौर पर हम इसे मानसिक बीमारी कहते हैं।' अलग-अलग खेलों से जुड़े कोचों के साथ मेंटल हेल्थ पर जारी चर्चा कर रहे थे धोनी एमफोर ने कहा कि धोनी ने विभिन्न खेलों के कोचों से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन लागू किए जाने से पहले यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। पिछले साल जुलाई में वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर धोनी ने कहा, 'कोई भी असल में यह नहीं कहता कि जब मैं बल्लेबाजी के लिए जाता हूं तो पहली 5 से 10 गेंद तक मेरे दिल की धड़कन बढ़ी होती है। मैं दबाव महसूस करता हूं। मैं थोड़ा डरा हुआ भी होता हूं क्योंकि सभी इसी तरह महसूस करते हैं।' धोनी बोले- कोच और खिलाड़ी का रिश्ता बेहद महत्वपूर्ण उन्होंने कहा, 'यह छोटी सी समस्या है लेकिन काफी बार हम कोच को यह कहने में हिचकते हैं और यही कारण है कि किसी भी खेल में कोच और खिलाड़ी का रिश्ता काफी महत्वपूर्ण होता है।' भारतीय कप्तान के हवाले से कहा गया कि जीवन में मानसिक स्पष्टता महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक स्पष्टता सिर्फ खेल ही नहीं बल्कि जीवन में भी सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।' पूर्व क्रिकेटर एस. बद्रीनाथ और श्रणव कुमार ने शुरू किया है एमफोर एमफोर के संस्थापक पूर्व भारतीय बल्लेबाज एस. बद्रीनाथ और श्रवण कुमार हैं। स्पोर स्पोर्ट्स 1 तमिल ने 10 मई को 'माइंड मास्टर्स बाय एमफोर' शो को शुरू करने की तैयारी की जिसमें धोनी, कोहली और रविचंद्रन अश्विन के अलावा अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ी मानसिक अनुकूलन और मानसिक कौशल पर अपने विचार रखेंगे।

लॉकडाउन खत्म होने तक किचन का मास्टर बन जाऊंगा: रोहित May 07, 2020 at 12:43AM

नई दिल्ली कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते देश में तीसरी बार () की मियाद बढ़ा दी गई है। इस घातक महामारी को हराने के लिए सभी लोग अपने घरों में बंद रहकर खुद को सुरक्षित रख रहे हैं। ऐसे में ज्यादातर सिलेब्रिटीज घर के कामकाज में हाथ बंटा रहे हैं और जो काम पहले उन्होंने कभी नहीं किए हैं, उनमें भी महारत हासिल कर रहे हैं। सीमित ओवरों में टीम इंडिया के उपकप्तान () भी उनमें से ही एक हैं, रोहित ने हाल ही में एक शो में यह कहा कि लॉकडाउन खत्म होने तक वह किचन के मास्टर बन जाएंगे। रोहित हाल ही में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज के साथ टेलिविजन शो क्रिकेट कनेक्टेड शो में दिखाई दिए। इस शो में पठान और ब्रेट ली ने रोहित से कई मुद्दों पर चर्चा की। एक सवाल में इरफान पठान ने पूछा कि वह कौन सी चीज है जो रोहित ने कभी नहीं सोचा था कि वह इसे करेंगे लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें करनी पड़ी? इसके जवाब में रोहित ने कहा, 'वह किचन (रसोई) का काम है। अब मुझे हर तीन से चार दिन बाद रसोई में जाकर चेक करना पड़ता है कि कितना जरूरी सामान उपलब्ध है और बाजार से क्या-क्या सामान मंगवाना है। इतने सालों में मैंने कभी भी किचन में पैर नहीं रखा था लेकिन अब हर तीसरे चौथे दिन ऐसा करना पड़ता है। अब लगता है लॉकडाउन खत्म होने तक कि मैं इसमें मास्टरी कर लूंगा।' इसके बाद ब्रेट ली उनसे उनकी बेटी की केयर से जुड़ा सवाल करते हैं कि उन्हें बेटा से जुड़ा कौन सा काम पसंद है और कौन सा नहीं? रोहित बताते हैं कि उन्हें अपनी बेटी को खाना खिलाना बहुत पसंद है, लेकिन जहां तक पसंद न आने वाले काम की बात है तो यह उसे सुलाना है। यह बहुत मुश्किल काम है। इस दौरान रोहित ने अपने तीन वनडे दोहरे शतकों पर भी चर्चा की और आईपीएल खिताब पर भी चर्चा की। रोहित आईपीएल में सबसे ज्यादा खिताब जीत का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 5 बार (एक बार डेक्कन चार्जर्स (2009) और चार बार मुंबई इंडियंस के साथ) इस खिताबी जीत में भूमिका निभाई है।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मई के अंत में प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं, मेडिकल चीफ आर्चर्ड सुरक्षा के लिए गाइडलाइन तैयार करेंगे May 06, 2020 at 11:56PM

कोरोनावायरस के बीच ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट मई के अंत में प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। यह सब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मेडिकल चीफ ऑफिसर डॉ जॉन आर्चर्ड की निगरानी में होगा, जो प्रैक्टिस के लिए गाइडलाइन तैयार करवा रहा है। इसी साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप होना है, जिसके लिए अभी से तैयारी की जा रही है। आर्चर्ड के साथ स्पोर्ट्स एंड साइंस और स्पोर्ट्स मेडिसन के हेड काउंटोरिस भी शामिल हैं।

डॉ जॉन आर्चर्ड आईसीसी के समितियों के भी सदस्य हैं। जो खेलों को फिर से शुरू करने और जो गेंद को चमकाने के लिए लार या पसीने के इस्तेमाल को रोकने के लिए उपाय खोज रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई अखबार के एक रिपोर्ट के मुताबिक सीए की पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों के ट्रेनिंग के लिए प्रोटोकॉल तैयार करना है।

प्रैक्टिस में बहुत कम खिलाड़ी होने से ज्यादा समस्या नहीं
क्रिकेट ऑफ ऑस्ट्रेलिया के स्पोर्ट्स एंड साइंस और स्पोर्ट्स मेडिसन के हेड काउंटोरिस का कहना है कि कोरोना ने ट्रैनिंग के तरीकों में बदलाव के लिए मजबूर कर दिया है। अब क्रिकेट के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि नेट्स पर 2 या 3 बॉलर ही गेंदबाजी करते हैं। बल्लेबाज 22 गज की दूरी पर होता है, इसलिए इसको लेकर कोई समस्या नहीं है। वहीं, दूरी बनाए रखना और गेंद को कैसे संभालना है यह भी आसान है।

मैच में जश्न मनाने के दूसरे विकल्प तलाशने होंगे
काउंटोरिस ने कहा कि फिल्ड पर सेलिब्रेशन एक बहुत बड़ी समस्या है। इसके लिए भी तरीके ढृंढने होंगे। उन्होंने कहा कि जब तक कोरोना के लिए वैक्सिन या दवा नहीं मिलती है तब तक विकेट लेने और जीतने के बाद खुशी जाहिर करने के लिए नए तरीके ढूंढने की जरूरत है।



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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा- कोरोना ने ट्रैनिंग के तरीकों में बदलाव के लिए मजबूर कर दिया है। नेट्स पर 2 या 3 बॉलर ही गेंदबाजी करते हैं। बल्लेबाज 22 गज की दूरी पर होता है, इसलिए इसको लेकर कोई समस्या नहीं है। -फाइल फोटो

ब्रावो की यह बात दूसरी टीमों के लिए है चैलेंज! May 06, 2020 at 09:05PM

नई दिल्ली ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो वेस्टइंडीज की मौजूदा टी20 टीम की बल्लेबाजी की गहराई से काफी प्रभावित हैं और उन्होंने कहा कि यह टीम 2016 में विश्व कप जीतने वाली टीम से बेहतर है और किसी भी विरोधी टीम को डरा सकती है। ब्रावो ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा, ‘श्रीलंका में पिछली सीरीज के दौरान हमारी टीम बैठक हुई और कोच फिल (सिमंस) ने खिलाड़ियों की सूची बल्लेबाजी क्रम में बनाई और उन्होंने मेरा नाम नौवें स्थान पर लिखा।’ उन्होंने कहा, ‘और मैंने साथी खिलाड़ियों से कहा, सुनिए, मुझे नहीं लगता कि मैं कभी ऐसी टी20 टीम का हिस्सा रहा जब मुझे नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी पड़ी हो।’ ब्रावो ने कहा, ‘मैं हमारे बल्लेबाजी क्रम से बेहद प्रभावित था और मैंने साथी खिलाड़ियों से कहा कि सुनो, मुझे लगता है कि यह टीम असल में हमारी विश्व कप विजेता टीम से बेहतर है और यह कोई मजाक नहीं है, क्योंकि हमारी बल्लेबाजी 10वें स्थान तक है।’ खिताब की रक्षा के वेस्टइंडीज के अभियान को मजबूत करने के लिए पिछले साल दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय टी20 संन्यास से वापसी करने वाले ब्रावो ने कहा कि इस टीम के बल्लेबाजों ने उनकी भूमिका को विशेषज्ञ गेंदबाज तक सीमित कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘यह विरोधी को डराने वाली टीम है और यह मुझे रोमांचित करता है। इसलिए मैं गेंदबाज के रूप में अपना काम करूंगा, पारी के बाद के ओवरों को नियंत्रित करने का प्रयास, विशेषकर पारी के अंत में डेथ गेंदबाजी के दौरान जो अतीत में हमारे लिए थोड़ी चिंता का सबब रहा है।’ जनवरी में आयरलैंड के खिलाफ वापसी करने वाले ब्रावो ने कहा, ‘आपने देखा कि ओशेन थामस ने अपनी गति के साथ श्रीलंका में क्या किया। आपके पास शेल्डन कोटरेल भी है जो आक्रमण का अगुआ है, केसरिक विलियम्स बेंच पर है इसलिए चीजें एक बार फिर अच्छी लग रही हैं।’’ब्रावो ने कप्तान कायरन पोलार्ड की भी तारीफ की जिन्होंने पिछले साल सीमित ओवरों की टीम की कमान संभाली थी। उन्होंने कहा, ‘उसे (पोलार्ड को) जीतना पसंद है। यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है और एक कप्तान के रूप में वह जीतने के लिए कुछ भी करता है, सही तरीके और सही भावना से और वह जीतने के लिए प्रतिबद्ध है, अंतर पैदा करने के लिए।’

Vizag Gas Leak: पंड्या और यादव ने ट्वीट कर जताया दुख May 06, 2020 at 11:43PM

नई दिल्लीगुरुवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में जहरीली गैस लीक (Vizag Gas Leak) होने के हादसे में अभी तक 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और सैकड़ों अन्य बीमार हैं। इस हादसे पर भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya on ) ने भी गहरा दुख जताया है। पंड्या ने ट्वीट कर इस दुर्घटना को दिल दुखाने वाला कहा है। उन्होंने ट्वीट किया #VizagGasLeak देखकर दिल टूट गया। इस हादसे का शिकार हुए लोगों के प्रियजनों के लिए मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और प्रभावितों के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। लोगों का बुरा हाल विशाखापत्तनम में गैस लीक होने के स्थान के 3 किलोमीटर के दायरे में दहशत का माहौल देखा गया। लोग सड़कों पर बेहोश पड़े थे। कई लोगों ने सांस लेने में परेशानी होने की बात कही। कई के शरीर पर एलर्जी से चकत्ते पड़ गए थे और कइयों को आंखों में जलन की परेशानी थी। कहां से लीक हुई गैस गैस साउथ कोरिया की कंपनी एलजी पॉलिमर्स के प्लांट से लीक हुई। कंपनी के इस प्लांट में पॉलिस्टीरीन बनाया जाता है। यह एक प्रकार का प्लास्टिक है जिसका इस्तेमाल कई तरह की चीजें बनाने में होता है। इनमें खिलौनों से लेकर पंखे के ब्लेड, कप, कॉस्मेटिक उत्पाद को रखने वाले कंटेनर जैसी चीजों के लिए इसका बहुत इस्तेमाल होता है। प्लांट में स्टीरीन गैस का इस्तेमाल इसी प्लास्टिक को बनाने के लिए हो रहा था। लॉकडाउन में कोई था नहीं समाचार एजेंसी एएफपी ने एक स्थानीय पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि प्लांट में बने 5-5 हजार टन के 2 टैंकों से गैस लीक हुई। मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही टैंकों की देखभाल के लिए वहां कोई तैनात नहीं था। कुलदीप ने भी किया ट्वीट भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने भी इस घटना पर दुख जताया है। यादव ने भी ट्विटर पर कहा कि इस घटना के बारे में जानकर उनका दिल टूट गया। उन्होंने सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना भी की।

धोनी ने कहा- भारतीय क्रिकेटर मानसिक परेशानी पर बात करने से कतराते हैं, इसलिए टीम के साथ हमेशा मेंटल कंडिशनिंग कोच रहना चाहिए  May 06, 2020 at 03:22PM

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी मानसिक परेशानी के बारे में बात करने से कतराते हैं। ऐसे में टीम के साथ कुछ दिनों के लिए नहीं, बल्कि हर वक्त एक मेंटल कंडिशनिंग कोच रहना चाहिए।
उन्होंने पूर्व क्रिकेटर एस. बद्रीनाथ के एमफोर (मेंटल हेल्थ को लेकर काम करने की संस्था) के ऑनलाइन सेशन में क्रिकेट, वॉलीबॉल, टेनिस के शीर्ष कोचों के साथ चर्चा के दौरान यह बात कही।

टीम के लिए कंडिशनिंग कोच जरूरी

धोनी नेकहा कि मेंटल कंडिशनिंग कोच अगर कुछ दिनों के लिए टीम के साथ जुड़ता है तो उसका ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा। क्योंकि तब वह कुछ दिनों के लिए खिलाड़ियों से अपने अनुभव साझा कर पाएगा।अगर वह टीम के साथ लगातार रहताहै, तो समझ सकताहैकि ऐसे कौन से क्षेत्र हैं, जो किसी खिलाड़ी के खेल पर असर डाल रहे हैं।

'देश में मानसिक परेशानी को स्वीकार करना बड़ा मु्द्दा'

उन्होंने कहा किभारत में आज भी मानसिक परेशानी को स्वीकार करना बड़ा मुद्दा है। खासतौर पर खिलाड़ियों के साथ ऐसा है। कोई भी वास्तव में यह नहीं कहता है कि, जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं, तो पहली 5 से 10 गेंदे खेलते वक्त दिल की धड़कनें बहुत तेज हो जाती हैं। मुझे दबाव महसूस होता है, मुझे थोड़ा डर लगता है। हर कोई ऐसामहसूस करता है। लेकिन इसका सामना कैसे करना है, यह कोई नहीं बताता?

खिलाड़ी और कोच का रिश्ता अहम: धोनी

इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे कहा कि यह मामूली परेशानी है। लेकिन ज्यादातर मौकों पर कोई खिलाड़ी कोच से इस बारे में बात नहीं करता है। इसलिए मैं कहता हूं कि खेल में खिलाड़ी और कोच का रिश्ता बहुत अहम होता है। इस सेशन में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने मेंटल हेल्थ को लेकर कहा किसिर्फ खेल ही नहीं, बल्कि जिंदगी में भी यहजरूरी है।



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महेंद्र सिंह धोनी ने पिछला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला जुलाई 2019 में वर्ल्ड कप में खेला था। तब वे सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उतरे थे। (फाइल)

सभी फॉर्मेट खेलना चाहते हैं जेसन होल्डर May 06, 2020 at 09:45PM

किंग्स्टन वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर जेसन होल्डर () ने कहा कि वह भले ही टेस्ट टीम की कप्तानी संभाल रहे हों लेकिन एक प्रारूप में नहीं बंधना चाहते और खेल के सभी तीनों प्रारूपों में नाम कमाने के लिए प्रतिबद्ध (Holder Wants To Play In All Format) हैं । होल्डर ने ‘विंडीजक्रिकेट डाट काम’ से कहा, ‘मैं खुद को समेटना नहीं चाहता और एक प्रारूप में ही खुद को बांधना नहीं चाहता।’ वह पिछले पांच वर्षों से टेस्ट टीम के कप्तान हैं, इसके अलावा 86 वनडे में भी टीम की कप्तानी संभाल चुके हैं। होल्डर ने कहा, ‘हां, मैं टेस्ट टीम का कप्तान हूं लेकिन मेरा मुख्य केंद्र वेस्टइंडीज क्रिकेट रहा है और वो भी सभी तीनों प्रारूपों में, महज टेस्ट क्रिकेट में नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट कई अलग अलग तरीकों से काफी विविध है और बतौर खिलाड़ी हमें समझना होगा कि हममें से प्रत्येक को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी।’

ब्राजीलियन क्लब फ्लेमिंगो के 3 खिलाड़ी संक्रमित, अब तक कुल 38 पॉजिटिव मिले; टॉरिनो क्लब का एक खिलाड़ी भी संक्रमित May 06, 2020 at 09:21PM

कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी ने खेल जगत को भी अपनी चपेट में ले लिया है। ब्राजील के फुटबॉल क्लब फ्लेमिंगो के 3 खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। क्लब की ओर से बुधवार को कहा गया कि 30 अप्रैल से 3 मई तक 239 लोगों का टेस्ट किया गया, जिसमें से 38 पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, इटली के क्लब टॉरिनो का भी एक खिलाड़ी संक्रमित पाया गया है। दोनों क्लब ने पीड़ित खिलाड़ियों के नाम नहीं बताए हैं।

हाल ही में 2022 कतर फीफा वर्ल्ड कप के ब्रांड एंबेसडर आदिल खामिस (54) का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। इससे पहले भी वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटे 3 स्टेडियम के 8 कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए थे। इन सभी के बावजूद फीफा वर्ल्ड कप की सभी तैयारियां जारी हैं। यह टूर्नामेंट नवंबर-दिसंबर 2022 में होना है।

मैच में 5 सब्सटिट्यूशन के नियम की तैयारी
कोरोना महामारी के बाद फुटबॉल के लिए फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) नया नियम बनाने जा रहा है। फुटबॉल मैच में अब तीन की बजाय 5 सब्सटिट्यूशन उतारने की अनुमति मिल सकती है। यह नियम अस्थायी तौर पर ही रहेगा, जिसकी घोषणा इसी हफ्ते हो सकती है। यह छठी बार है, जब इस तरीके का अस्थायी नियम बनाया जा रहा है। इससे पहले 2018 में 4 सब्सटिट्यूशन की अनुमति दी गई थी।



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इटली के फुटबॉल क्लब युवेंटस के पहले संक्रमित खिलाड़ी पाओलो डिबाला थे, जो ठीक हो गए हैं। इनके अलावा घरेलू लीग सीरी-ए के 15 खिलाड़ी भी संक्रमित हुए थे। -फाइल फोटो

ऋषभ पंत पर सिलेक्टर्स बरतें संयम: आशीष नेहरा May 06, 2020 at 09:31PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज (Ashish Nehra) को लगता है कि चयनकर्ताओं को विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत () को लेकर थोड़ा और संयम रखने की जरूरत है। पंत पिछले समय से अच्छी फॉर्म में नहीं थे। न तो उनका बल्ला चल रहा था और न ही विकेट के पीछे ही उनका प्रदर्शन प्रभावित करने वाला था। ऐसे में भारत की दो पिछली सीमित ओवरों की सीरीज में उनके स्थान पर केएल राहुल को टीम में मौका दिया गया। पंत के खराब दौर पर नेहरा ने कहा, 'बहुत से प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें लंबे समय तक बैक किए जाने की जरूरत है।' नेहरा ने भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और अब क्रिकेट कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा (Akash Chopra) के साथ बातचीत में कहा, 'आज भी हम भारतीय टीम में नंबर पांच और छह को लेकर चर्चा कर रहे हैं, तो इसका अर्थ है कि इसे लेकर हम आश्वस्त नहीं हैं। केएल राहुल नंबर 5 पर खेल रहे हैं और पंत, जिन्हें आप महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में तैयार कर रहे थे, पानी पिला रहे हैं।' नेहरा ने आगे कहा, 'मैं जानता हूं कि उन्होंने कुछ मौके गंवाए और इसमें कोई शक नहीं है। मेरा बस इतना कहना है कि आपने उन्हें 22-23 साल की उम्र में टीम में इसलिए रखा क्योंकि आपको पंत में प्रतिभा नजर आई थी।'

क्रिकेट फैन्स के लिए खुश खबरी, यहां होगी ट्रेनिंग शुरू May 06, 2020 at 09:02PM

मेलबर्न (सीए) इस महीने के अंत में टीमों की सत्र पूर्व ट्रेनिंग शुरू करने की तैयारी कर रहा है और कोविड-19 () महामारी के बी खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए नए ट्रेनिंग नियम बना रहा है। ‘द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ की रिपोर्ट के अनुसार सीए अपने मुख्य मेडिकल अधिकारी डॉ. जान आर्चर्ड और खेल विज्ञान एवं खेल मेडिसिन प्रमुख एलेक्स कोंटूरिस की निगरानी में ट्रेनिंग शुरू करने की रणनीति बना रहा है। ये दोनों क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया सरकार और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की समितियों का भी हिस्सा हैं जो खेलों को दोबारा शुरू करने के तरीके ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार अभी सीए की प्राथमिकता खिलाड़ियों की सत्र पूर्व ट्रेनिंग के नियम तैयार करना है जिसमें ट्रेनिंग के दौरान गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करना भी शामिल है। कोंटूरिस ने हालांकि कहा कि कोरोना वायरस के कारण पैदा हु्ई स्थिति का क्रिकेट जैसे खेल की टीम ट्रेनिंग पर अधिक असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘नेट्स पर खिलाड़ियों के बीच दूरी होती है- प्रत्येक नेट पर दो या तीन गेंदबाज होते हैं। एक बार में एक गेंदबाज गेंद फेंकता है और बल्लेबाज 22 गज की दूरी पर होता है इसलिए यह बड़ी समस्या नहीं है।’ कोंटूरिस ने कहा, ‘हम इसे बड़ी समस्या के रूप में नहीं देखते जिससे निपटा नहीं जा सकता लेकिन हम इसका हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। आपको यह चीजें देखनी चाहिए: दूरी बनाकर रखें, गेंद को आपको कैसे रखना है, इन चीजों से आसानी से निपटा जा सकता है।’ कोंटूरिस ने कहा कि कोविड-19 के कारण सामाजिक दूरी अनिवार्य है और ऐसे में खिलाड़ी जश्न मनाने के नए तरीके ढूंढ लेंगे।

कोरोना: जंग जीता रोनाल्डो का साथी, पर एक बुरी खबर May 06, 2020 at 09:22PM

मिलानजुवेंटस के स्टार खिलाड़ी ने खुलासा किया है कि छह हफ्ते पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद वह इस बीमारी से उबर गए हैं, लेकिन सिरी ए की एक अन्य टीम टोरिनो ने पुष्टि की है कि उनका एक खिलाड़ी पॉजीटिव पाया गया है। अर्जेंटीना के 26 साल के फुटबॉलर डाइबाला ने ट्वीट किया, ‘कई लोगों ने पिछले कुछ हफ्तों में इस बारे में बात की लेकिन अंतत: मैं पुष्टि कर सकता हूं कि मैं उबर गया हूं।' उन्होंने लिखा- आपके समर्थन के लिए एक बार फिर धन्यवाद और मैं उन सभी लोगों के साथ हूं जो अब भी इससे पीड़ित हैं। बता दें कि पाउलो टीम में के साथी हैं। जुवेंटस के शहर के प्रतिद्वंद्वी टोरिनो ने खुलासा किया है कि खिलाड़ियों और कर्मचारियों के परीक्षण के दौरान उनका एक खिलाड़ी कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। सिरी ए टीमें इस हफ्ते व्यक्तिगत ट्रेनिंग शुरू करेंगी। टोरिनो ने बयान में कहा, ‘टोरिनो एफसी के खिलाड़ियों के पहले मेडिकल परीक्षण में कोविड-19 का एक पॉजीटिव मामला सामने आया है।’ क्लब ने कहा, ‘इस फुटबाल खिलाड़ी में अभी इसके लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और उसे तुरंत पृथक कर दिया गया है तथा उसे लगातार निगरानी में रखा जाएगा।’

ओलिंपिक: रद्द तोक्यो सत्र इस दिन होगा ऑनलाइन May 06, 2020 at 09:12PM

लुसानेअंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति () ने 2020 खेलों की शुरुआत से पहले तोक्यो में होने वाले अपने अगले सत्र को 17 जुलाई को ऑनलाइन कराने की योजना का खुलासा किया है। इस सत्र का वीडियो लिंक के जरिए सीधा प्रसारण होगा। आईओसी के लुसाने स्थित मुख्यालय ने कहा कि ओलिंपिक खेलों के एक साल के लिए स्थगित होने और कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्विट्जरलैंड और दुनिया भर में उठाए जा रहे कदमों के कारण ऑनलाइन सत्र की योजना बनाई गई। आईओसी के बयान के अनुसार, ‘आईओसी का कार्यकारी बोर्ड सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के जरिए शु्क्रवार 17 जुलाई 2020 को मध्य यूरोपीय ग्रीष्मकालीन मानक समय के अनुसार दोपहर 12 बजे से चार बजे तक सत्र को ऑनलाइन आयोजित करने पर चर्चा करेगा और योजना है कि इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा।’ आईओसी के सत्र के एजेंडे पर कार्यकारी बोर्ड फैसला करेगा जिसकी अगली ऑनलाइन बैठक 14 मई को होगी। तोक्यो खेलों का आयोजन इस साल 24 जुलाई से नौ अगस्त तक किया जाना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण 24 मार्च को इन्हें एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया। इस महामारी के कारण दुनिया भर में 250000 से अधिक लोगों की जान गई है।