Sunday, April 19, 2020

वीरू का प्लान, जो लॉकडाउन में बाहर दिखे उसे... April 19, 2020 at 08:20PM

नई दिल्लीदेशव्यापी लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने के कारण खेल से जुड़ी तमाम गतिविधियां ठप पड़ी हैं। ऐसे में खेल जगत की दिग्गज हस्तियां अपने-अपने घर पर समय बिता रही हैं और सोशल मीडिया पर अपने फैंस से जुड़ी हैं। इसी बीच पूर्व धुरंधर ने उन लोगों पर गुस्सा जाहिर किया जो लॉकडाउन के दौरान भी घरों से बाहर घूम रहे हैं। सहवाग ने एक फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर किया जिसमें बॉलिवुड ऐक्टर सौरभ शुक्ला एक बोर्ड के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। हालांकि यह तस्वीर शुक्ला की ओर से पोस्ट नहीं की गई है लेकिन सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही थी। पढ़ें, इसमें शुक्ला जिस बोर्ड के साथ खड़े हैं, उस पर लिखा है, 'डियर पुलिस, लॉकडाउन में सड़कों पर घूमते लोगों को सजा देने के बजाय उन्हें कोरोना से पीड़ित मरीजों की सेवा में लगाया जाए क्योंकि इन लोगों को विश्वास है कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।' सहवाग ने इसी के साथ लिखा, 'बात तो सटीक है।' यह तस्वीर हालांकि शुक्ला की तरफ से पोस्ट नहीं की गई है और उन्होंने ट्विटर पर इसकी जानकारी भी दी है लेकिन लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं। चीन से फैले खतरनाक कोरोना वायरस से दुनियाभर में लाखों लोग प्रभावित हैं और भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन घोषित है। वायरस का असर तमाम ओलिंपिक, आईपीएल के अलावा फुटबॉल, टेनिस से जुड़ी तमाम खेल प्रतियोगिताओं पर पड़ा है और उन्हें या तो स्थगित या रद्द करने का फैसला किया गया है।

कैसे चमकेगी गेंद, कोविड का बाद आईसीसी के सामने बड़ा सवाल April 19, 2020 at 08:17PM

नई दिल्ली फैलने का एक कारण खांसी और छींक के ड्रॉपलेट भी हैं और शायद यही कारण हैं कि जब कभी भी इस वैश्विक महामारी के बाद क्रिकेट शुरू होगा आईसीसी के सामने बड़ी चुनौती गेंद को चमकाने के लिए इस्तेमाल होने वाला पसीना और स्लाइवा होगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद कोरोना वायरस के बाद खिलाड़ियों को स्लाइवा और पसीने का इस्तेमाल कर गेंद चमकाने से रोक सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है, 'कोविड-19 मुख्य रूप से छींकते या खांसते समय नाक से निकले स्लाइवा से फैलता है।' इस वजह से खेल शुरू होने के बाद क्रिकेट खिलाड़ियों को इससे प्रभावित होने का खतरा होगा। क्रिकेटर आमतौर पर गेंद को चमकाने के लिए थूक या पसीना का इस्तेमाल करते हैं। यह गेंद को चमकाने के आम और वैध तरीके माने जाते हैं लेकिन निकट भविष्य में संभव है कि इसकी इजाजत न दी जाए। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा था कि इस बारे में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान भी इस पर चर्चा हुई थी, यह सीरीज बाद में स्थगित कर दी गई थी। कमिंस ने कहा था, 'यह एक मुश्किल वक्त है। अगर हमें बीमारी के फैलने का खतरा नहीं होता तो मैं पूरे यकीन के साथ कह सकता हूं कि इस समय हम मैदान पर निकलकर खेल रहे होते।' वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने भी इस बहस में अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि संभव है कि अब खिलाड़ी सिर्फ अंपायर के सामने ही गेंद को चमका सकें। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह एक अजीब सवाल है। यह एक वास्तविक परिस्थिति है जिस पर चर्चा की जानी चाहिए। मैं किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहा। संभव है कि हर ओवर के बाद ही अंपायर खिलाड़ियों को गेंद चमकाने की इजाजत दे और वह भी अपने सामने।' उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता, क्या खिलाड़ी पसीना इस्तेमाल कर सकते हैं? सिर्फ पसीना इस्तेमाल किया जा सकेगा? मेरे पास इस सवाल का जवाब नहीं है लेकिन मैं पक्के तौर पर इन सवालों पर चर्चा होगी। अगर आप इस बारे में सोचें तो ये वाजिब सवाल लगते हैं।'

कोविड से जंग- बैट नीलाम करेंगे रहीम April 19, 2020 at 07:34PM

ढाका बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर ने देश में से जंग में मदद के लिए अपना बैट नीलाम करने का फैसला किया है। यह वही बैट है जिससे रहीम ने 2013 में श्रीलंका के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। रहीम ने एक बांग्लादेशी अखबार को बताया, 'मैं अपने उस बैट की नीलामी करूंगा जिससे मैंने दोहरा शतक लगाया था।' उन्होंने कहा, 'मैं इसे ऑनलाइन नीलामी के लिए रखूंगा, और देखते हैं कि बात कैसे आगे बढ़ती है। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि इस बैट के लिए ज्यादा से ज्यादा बोली लगाएं क्योंकि इससे होने वाली कमाई गरीब लोगों की मदद में खर्च होगी।' बांग्लादेश में कोरोना वायरस से पीड़ि लोगं की संख्या 2000 से आगे निकल गई है। पिछले सप्ताह स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने भी साथी खिलाड़ियों से गरीबों की मदद के लिए अपने उपकरण और जर्सी की नीलामी करने का अनुरोध किया था। इससे पहले इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने अपनी वर्ल्ड कप फाइनल की टीशर्ट को 65 हजार ब्रिटिश पाउंड में नीलाम किया था।

क्या होगा टी20 वर्ल्ड कप का, ICC अगस्त में लेगी फैसला April 19, 2020 at 07:00PM

गौरव गुप्ता, मुंबई कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते दुनियाभर में सभी खेल गतिविधियां या तो स्थगित हो गई हैं या रद्द। आईपीएल टल चुका है और टी20 वर्ल्ड कप भी सवाल खड़े हैं। और जब कोरोना वायरस से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 30 सितंबर तक, छह महीने के लिए अपने बॉर्डर सील कर लिए हैं, ऐसे में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को लेकर भी संशय के बादल छा रहे हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि इस टूर्नमेंट को अगले साल तक के लिए टाला जा सकता है। हालांकि मामले से जुड़े एक विश्वस्त सूत्र ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'आईसीसी अगस्त से पहले ऐसा कोई फैसला नहीं करेगी।' सूत्र ने कहा, 'फिलहाल हालात अच्छे नहीं हैं और लोगों का स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता है। हालांकि क्या होगा अगर अगले दो महीने में हालात बेहतर हो जाते हैं? अगर आईसीसी मई में ही वर्ल्ड कप को स्थगित करने का फैसला करे और उसके बाद अगले कुछ महीनों में हालात बेहतर हो जाएं और इसके बाद क्रिकेट की इस गर्वनिंग बॉडी को अहसास हो कि उसने जल्दबाजी में कोई फैसला कर लिया। आईसीसी इस इवेंट के भविष्य के बारे में फैसला बहुत सोच विचारकर लेगी, वह अगस्त से पहले इस पर कोई निर्णय नहीं लेगी। और इससे पहले किसी फैसले के बारे में न उम्मीद करें।' सूत्र ने कहा, 'फिलहाल की बात करें तो सभी कुछ तय योजनाओं के तहत चल रहा है। और यही उम्मीद की जा रही है कि टूर्नमेंट तयशुदा तारीख पर ही होगा।' आईसीसी के एक प्रवक्ता ने आगे कहा, 'अनिश्चितता के इस दौर में हमारी पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों, कोचों, फैंस और पूरी क्रिकेटर बिरादरी की सुरक्षा है। हम आने वाले महीनों में भी सुरक्षा को पहले रखकर काम करेंगे।' ऐसी भी खबरें चल रही हैं कि इस टूर्नमेंट को खाली स्टेडियम में करवाया जा सकता है। इस बीच गुरुवार को आईसीसी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने सभी चीफ ऐग्जिक्यूटिव कमिटी सदस्यों की बैठक बुलाई है। बीसीसीआई की ओर से जय शाह मीटिंग में हिस्सा लेंगे। सूत्र ने कहा, 'अब चूंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिताएं टल गई हैं, ऐसे में उम्मीद है कि सभी सदस्य फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम यानी एफटीपी में बदलाव की उम्मीद करेंगे। ये फैसले भी अभी शुरुआती चरण में हैं। अंतिम फैसला लेने के लिए अभी कई बैठकें करनी होंगी।'

जब इरफान के पिता को पाक में देख घबराए मियांदाद! April 19, 2020 at 06:37PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने जावेद मियांदाद से जुड़ा एक किस्सा शेयर करते हुए बताया कि पाकिस्तान के इस पूर्व क्रिकेटर के एक बयान ने उनके पिता को निराश किया था। इरफान ने एक टीवी चैनल से चैट के दौरान बताया कि मियांदाद के एक बयान से उनके पिता को काफी ठेस पहुंची थी। मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारत ने साल 2004 में पाकिस्तान का दौरा किया, तब इरफान भी टीम का हिस्सा थे। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच जावेद मियांदाद ने तब कहा था कि इरफान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में मिल जाते हैं। पढ़ें, बाएं हाथ के बल्लेबाज और लेफ्ट आर्म मीडियम पेसर इरफान के पिता महमूद पठान को मियांदाद के इस बयान से काफी निराशा हुई और उन्होंने पाकिस्तानी कोच से मिलने की इच्छा जताई। वह टेस्ट मैच खत्म होने के बाद मियांदाद से ड्रेसिंग रूम में जाकर मिलना चाहते थे। 35 वर्षीय इरफान ने बताया, 'मुझे याद है जावेद मियांदाद ने कुछ ऐसा कह दिया था कि मेरे जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की हर गली में मिल जाते हैं। मेरे पिता और मैंने भी इस खबर के बारे में पढ़ा था, हमें यह अच्छा नहीं लगा।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'मुझे अच्छे से याद है कि सीरीज के आखिरी मैच में मेरे पिता मैच देखने पाकिस्तान गए। वह मेरे पास आए और कहा कि मैं पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में मियांदाद से मिलना चाहता हूं। जैसे ही मेरे पिता को मियांदाद ने देखा, वह खड़े हो गए और उन्होंने कहा- मैंने आपके बेटे के बारे में ऐसा कुछ भी नहीं कहा।' करियर में 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले इरफान ने कहा, 'मेरे पिता के चेहरे पर उनकी बात सुनने के बाद एक अजीब सी हंसी थी और उन्होंने कहा, मैं यहां आपको कुछ कहने नहीं आया था। मैं तो आपसे मिलना चाहता था, आप बेहतरीन खिलाड़ी थे।' इरफान ने पाकिस्तान के मुल्तान में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में कमाल का प्रदर्शन करते हुए कुल 6 विकेट झटके थे जो मुकाबला भारत ने पारी और 52 रन से जीता। फिर लाहौर और रावलपिंडी में भी उन्होंने 3-3 विकेट लिए।

अगले महीने शुरू हो जाएगा बॉक्सिंग कैंप! April 19, 2020 at 06:22PM

नई दिल्ली के हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर सैंटियागो निएवा को उम्मीद है कि अगले महीने नैशनल कैंप कम से कम आंशिक रूप से शुरू किया जा सकता है। उन्हें दर्शकों के स्टेडियम में लौटने में भी कोई अड़चन नजर नहीं आती। 2017 में भारतीय टीम से जुड़े अनुभवी कोच निएवा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगले महीने कैंप दोबारा शुरू होगा। अगर सभी मुक्केबाज नहीं भी लौटेंगे तो कम से कम कोर ग्रुप के बॉक्सर शामिल होंगे।’ कोर ग्रुप में वे बॉक्सर्स शामिल हैं जो ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई कर चुके हैं और जिन्हें क्वॉलिफाई करने का दावेदार माना जा रहा है। 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने पर कैंप दोबारा शुरू होने की संभावना पर नीवा ने कहा, ‘मैं गलत हो सकता हूं लेकिन मुझे लगता है कि हम अगले महीने की शुरुआत में कैंप दोबारा शुरू कर पाएंगे।’

टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर आईसीसी अगस्त तक फैसला करेगा, स्थिति नहीं सुधरी तो एक साल टलने की भी आशंका April 19, 2020 at 06:09PM

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुकी कोरोनावायरस जैसी महामारी के कारण जून तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होना है, लेकिन महामारी की स्थिति में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) इस पर जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहता। आईसीसी अगस्त तक किसी नतीजे पर पहुंच सकता है। सूत्रों की मानें तो स्थिति नहीं सुधरने की स्थिति में वर्ल्ड कप को एक साल के लिए टाला भी जा सकता है। मौजूदा समय को देखते हुए इसकी आशंका ज्यादा नजर आ रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना संकट के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड की अहम सीरीज होनी है। जबकि टूर्नामेंट से ठीक पहले भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3 टी-20 की सीरीज खेलनी है। वर्ल्ड कप के बाद भारत मेजबान टीम से 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज भी खेलेगा।

‘आईसीसी के फैसले से पहले कोई अनुमान न लगाएं’
एक अंग्रेजी अखबार ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से लिखा, ‘‘आईसीसी अगस्त के आखिर में ही वर्ल्ड कप को लेकर कोई फैसला करेगा। मौजूदा समय में कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा है। आईसीसी के लिए लोगों का स्वास्थ्य सबसे ज्यादा जरूरी है। हालांकि, कुछ समय में हालात बेहतर होते हैं, तो क्या कुछ होगा? क्या हो सकता है यदि आईसीसी खुद से फैसला लेकर टी-20 वर्ल्ड कप को मई तक टाल दे। इन पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। कुछ ही समय में स्थितियां काफी खराब हुई हैं और आईसीसी के लिए वर्ल्ड कप को लेकर कोई फैसला करना काफी कठिन साबित हो रहा है। फिलहाल, हमें आईसीसी के फैसले से पहले कोई अनुमान नहीं लगाना चाहिए।’’

खाली स्टेडियम में भी हो सकता है वर्ल्ड कप
सूत्र के मुताबिक, ‘‘सबकुछ एक प्लानिंग के तहत ही किया जाएगा। सभी की कोशिश रहेगी कि वर्ल्ड कप अपने तय समय पर ही सफलतापूर्वक हो जाए। इसलिए आईसीसी की स्थानीय संगठन समिति (एलओसी) ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी सभी तैयारियां कर ली हैं। परिस्थिति ठीक रही तो सबकुछ अच्छा होगा।’’ आईसीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस अनिश्चितता के समय में हमारी पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों, सभी कोच, अधिकारियों, फैन्स और पूरे क्रिकेट समुदाय की सुरक्षा करना है। वर्ल्ड कप को लेकर जो भी हमारी तैयारियां की जा रही हैं, उनमें सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखा गया है।’’ यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वर्ल्ड कप बगैर दर्शकों के हो सकता है।



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पिछली बार वेस्टइंडीज ने दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप खिताब जीता था। विंडीज ने फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया था।

करप्ट लोग मौके का फायदा उठाकर जोड़ना चाह रहे नाता April 19, 2020 at 04:53PM

लंदन/नई दिल्ली की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के चीफ एलेक्स मार्शल ने खुलासा किया है कि महामारी से खेल ठप पड़ने के कारण सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर क्रिकेटरों के ज्यादा समय बिताने का इस्तेमाल ‘ज्ञात भ्रष्टाचारी’ उनसे रिश्ते बनाने की कोशिश करने के लिए कर रहे हैं। दुनिया भर में लागू लॉकडाउन के बीच पिछला कॉम्पिटिटिव मैच 15 मार्च को पाकिस्तान सुपर लीग में खेला गया था। मौके का उठा रहे फायदा: ब्रिटिश अखबार ‘द गार्डियन’ने मार्शल के हवाले से कहा है, ‘हम देख रहे हैं कि जब खिलाड़ी सोशल मीडिया पर हमेशा से ज्यादा समय बिता रहे हैं तब ज्ञात भ्रष्टाचारी इस समय का इस्तेमाल उनके साथ जुड़ने और रिश्ता बनाने के प्रयास के लिए कर रहे हैं जिससे कि बाद में फायदा उठाया जा सके।’ मार्शल ने कहा कि क्रिकेट गतिविधियां बंद होने का मतलब यह नहीं है कि फिक्सिंग के लिए संपर्क करने की घटनाओं में भी कमी आएगी। कोरोना के कारण मैदानी क्रिकेट गतिविधियां पूरी तरह से रुक गई हैं। प्लेयर्स को कर रहे आगाह: मार्शल ने कहा, ‘इस समस्या से अवगत कराने के लिए हमने अपने सदस्यों, खिलाड़ियों से संपर्क किया है जिससे कि सुनिश्चित हो सके कि सभी को करप्ट लोगों द्वारा संपर्क किए जाने के खतरों की जानकारी रहे।’ भारतीय बोर्ड पहले से सतर्क बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट के चीफ अजीत सिंह को ऑनलाइन तरीके से भ्रष्ट ऑफर किए जाने के खतरे से ज्यादा चिंता नहीं है, क्योंकि उनका कहना है कि भारतीय खिलाड़ी फिक्सिंग करने वालों के काम करने के तरीके से अच्छी तरह वाकिफ हैं और कुछ भी संदिग्ध होने पर वे तुंरत इसकी रिपोर्ट करेंगे। सिंह ने कहा कि बीसीसीआई एसीयू पूरी तरह कंट्रोल में है। उन्होंने कहा, ‘हमने अपने खिलाड़ियों को अच्छी तरह समझाया है कि लोग आपसे किस तरह की पेशकश कर सकते हैं और सोशल मीडिया के जरिये उनका काम करने का तरीका क्या है। हमने उन्हें कहा है, देखिए इस तरह से संभावित फिक्सर आपसे पेशकश करेंगे। वे आपसे ऐसे व्यवहार करेंगे जैसे कि वे आपके फैन हों और वे किसी के जरिए आपसे मिलने की कोशिश करेंगे जो शायद आपका जानने वाला हो।’

मोबाइल में बिजी थे धोनी, साक्षी ने काटा अंगूठा! April 19, 2020 at 05:26PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर घोषित लॉकडाउन के कारण खेल जगत की दिग्गज हस्तियां अपने-अपने घर पर समय बिता रही हैं। इसी वजह से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान परिवार के साथ रांची में हैं। धोनी की पत्नी साक्षी सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहती हैं और लगातार फोटो-वीडियो शेयर करती हैं। उन्होंने अब धोनी के साथ एक तस्वीर शेयर की। साक्षी ने इंस्टाग्राम अपनी और धोनी की एक तस्वीर शेयर की जिसमें पूर्व भारतीय कप्तान बिस्तर पर आराम करते दिख रहे हैं। तस्वीर में उनकी पत्नी साक्षी उन्हें परेशान करने के लिए उनके पैर का अंगूठा मुंह से काटने की कोशिश करती दिख रही हैं। पढ़ें, धोनी के एक हाथ में मोबाइल टैब है, जिसमें वह कुछ देख रहे हैं और उनके पैर साक्षी की गोद में हैं। इस फोटो को शेयर करते हुए साक्षी ने कैप्शन दिया, 'ऐसा समय जब आप 'मिस्टर स्वीटी' का ध्यान पाना चाहते हो।' इसमें धोनी को उन्होंने प्यार से मिस्टर स्वीटी लिखा है। साक्षी ने इससे पहले रांची फार्म हाउस की तस्वीरें भी शेयर की थीं जिसमें एक वीडियो में उनकी बेटी जीवा खेलती नजर आ रही थीं। देशव्यापी लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने के कारण फिलहाल खेल से जुड़ी तमाम गतिविधियां ठप पड़ी हैं। आईपीएल-2020 को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है। उम्मीद की जा रही थी कि धोनी आईपीएल से क्रिकेट मैदान पर वापसी करेंगे लेकिन इस प्रतिष्ठित लीग के स्थगित होने के कारण क्रिकेट फैंस को थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।

कोविड-19: वैक्सीन नहीं तो ओलिंपिक का आयोजन मुश्किल April 19, 2020 at 05:00PM

लंदनग्लोबल हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि जब तक कोविड-19 की वैक्सीन तैयार नहीं हो जाती है तब तक तोक्यो में होने वाले ओलिंपिक गेम्स का आयोजन होना ‘बहुत अवास्तविक’ है। प्रोफेसर देवी श्रीधर ने कहा कि ओलिंपिक खेलों के समय पर होने के लिए वैक्सीन का होना जरूरी है। श्रीधर ने साथ ही कहा कि ऐसी उम्मीद की जा रही है कि वैक्सीन की खोज जल्द ही कर ली जाएगी। उन्होंने कहा, ‘वैज्ञानिकों से हम सुन रहे हैं कि यह संभव हो सकता है। मैंने सोचा था कि यह एक साल या डेढ़ साल दूर होगा, लेकिन सुन रहे हैं कि यह जल्द ही आ सकता है।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'अगर अगले साल तक टीका हासिल कर लेते हैं तो मुझे लगता है कि ओलिंपिक संभव है। यह वैक्सीन गेम चेंजर, प्रभावी, सस्ते दर पर उपलब्ध होगी। अगर हमें वैज्ञानिक सफलता नहीं मिलती है तो मुझे लगता है कि यह ओलिंपिक का आयोजन होना बहुत मुश्किल है।’ घातक कोरोना वायरस के कारण तमाम खेल प्रतियोगिताओं का स्थगित या रद्द किया जा चुका है। इसका असर ऐथलेटिक्स, फुटबॉल, क्रिकेट से जुड़े तमाम खेल इवेंट पर पड़ा है। इस वायरस से दुनियाभर में लाखों लोग प्रभावित हैं और भारत समेत कई देशों में तो लॉकडाउन घोषित है।

युवराज ने गांगुली को फिर सबसे अच्छा कप्तान बताया, कहा- रैना को धोनी की कप्तानी में ज्यादा मौके मिले, अभी 2 साल से बाहर April 19, 2020 at 04:47PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को लगता है कि सुरेश रैना को कप्तान धोनी का सपोर्ट था। युवराज ने कहा, ‘रैना को धोनी का समर्थन प्राप्त था। हर कप्तान का पसंदीदा खिलाड़ी होता है। 2011 वर्ल्ड कप में युसूफ को शुरुआती मैचों में युवराज के साथ खेलने का मौका मिला था। कुछ मैचों बाद यूसुफ को बाहर कर रैना को शामिल किया गया।’ साथ ही युवी ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की फिर से तारीफ की और उन्हें अपना पसंदीदा कैप्टन बताया। युवी 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।उन्होंने 9 मैच में 362 रन बनाए थे। साथ ही 15 विकेट भी हासिल किए थे।

युवराज ने स्पोर्ट्स तक से कहा, ‘‘2011 में युसूफ पठान बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे और विकेट भी ले रहे थे, जबकि रैना कुछ खास फॉर्म में नहीं थे। उनके (धोनी) पास उस समय बाएं हाथ का स्पिनर नहीं था और मैं विकेट ले रहा था, इसलिए उनके पास कोई विकल्प नहीं था।’’

‘गांगुली ने ही मेरे टेलेंट को पहचाना’
युवी ने कहा कि गांगुली ही थे, जिन्होंने उनके टेलेंट को पहचाना था। उन्होंने कहा, ‘‘दादा मेरे पसंदीदा कप्तान हैं। मैं जितने भी कप्तान के साथ खेला उनमें से दादा ने ही मेरा सबसे ज्यादा समर्थन किया। दादा युवा प्रतिभा को पहचानते थे। उन्होंने उस वक्त कहा था कि उन्हें लगता है कि चार-पांच खिलाड़ी टीम को मजबूत बना सकते हैं और वह इन खिलाड़ियों का समर्थन करते थे।’’ युवराज ने कहा, ‘‘लोगों की आपत्ति के बाद मैच रेफरी ने मेरे 6 छक्के लगाने वाले बल्ले की जांच की थी। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो वह बल्ला मेरे लिए काफी स्पेशल है। मैंने पहले कभी ऐसे बल्ले से नहीं खेला। ना सिर्फ वो बल्ला बल्कि 2011 विश्वकप में इस्तेमाल किया गया बल्ला भी मेरे लिए बहुत मायने रखता है।’’



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ऑलराउंडर युवराज सिंह 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज चुने गए थे। उन्होंने 9 मैच में 362 रन बनाए थे। साथ ही 15 विकेट भी हासिल किए थे।

... तो शायद क्रिकेटर बन जाते पुलेला गोपीचंद April 19, 2020 at 04:33PM

नई दिल्ली आज हर कोई जानता है। एक बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में उनके नाम तमाम उपलब्धियां दर्ज हुईं। और इसके बाद कोच के रूप में उन्होंने साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, किदांबी श्रीकांत, एचएस प्रणॉय जैसी कई प्रतिभाओं को निखारा और संवारा। राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच को उनकी मानसिक दृढ़ता और शांत स्वभाव के लिए भी जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्टार शटलर एक समय पर क्रिकेटर बनना चाहते थे। हमारे सहयोगी मुंबई मिरर के साथ बातचीत मे गोपीचंद से यह पूछा गया कि क्या शुरुआत में वह बैडमिंटन कोर्ट से ज्यादा क्रिकेट के मैदान में दिलचस्पी रखते थे? इस पर उन्होंने कहा, 'दरअसल, मेरे पिता बैंक में काम करते थे, तो बचपन में मुझे सफर करना पड़ा। ओडिशा, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश। और इसके बाद हम हैदराबाद आ गए। यह स्टेडियम के नजदीक था। साल 1985 की बात होगी। वर्ल्ड कप जीत के बाद देश में हर कोई क्रिकेट खेलना चाहता था और मैं भी ऐसा ही था। तो, मैंने भी कुछ खिड़कियां तोड़ीं और आखिर में मेरी मां ने कहा कि यह पूरा दिन खेलता रहता है, तो इसे स्टेडियम ले जाओ।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं क्रिकेट जॉइन करने गया लेकिन बल्लेबाजी कोच ने इनकार कर दिया। इसके बाद हम बोलिंग कोच के पास गए लेकिन उन्होंने भी न ही कहा। तो मैंने तय किया मैं सिर्फ फील्डर बनूंगा। वही जिसका काम सिर्फ गेंद उठाकर गेंदबाज को देनी होती है, लेकिन एक बार फिर मुझे एडमिशन नहीं मिला।' गोपीचंद ने कहा, 'इसके बाद स्वाभाविक रूप से टेनिस का नंबर आया। साल 1984 की बात थी। हमने टेलीविजन लिया और विम्बलडन टीवी पर दिखाया जा रहा था। हम टेनिस कोर्ट गए और बाहर आ गए। बाद में मुझे अहसास हुआ कि मेरे माता-पिता ने सोचा कि वहां बाहर बहुत सारी कार पार्क थीं। तो यह एक तरह से अमीर लोगों का खेल था तो उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया। अगले दरवाजे पर बैडमिंटन कोर्ट था जो खाली था, तो इस तरह मैंने बैडमिंटन जॉइन किया।' गुरु गोपी के नाम से मशहूर इस स्टार कोच ने कहा, 'मुझे खेल पसंद है। यह मेरे काम आया। मैं पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था। खास तौर पर अपने भाई के मुकाबले तो बिलकुल नहीं। वह आईआईटी गया और बैडमिंटन में भी वह बहुत अच्छा था। उसने खेलना इसलिए छोड़ दिया क्योंकि पहले ही प्रयास में उसका दाखिला आईआईटी में हो गया था। सिर्फ चार-पांच महीना पढ़ाई करने के बाद उसका 101 रैंक आया था। दूसरी ओर मेरा पैमाना क्लास में 20वें नंबर पर आना था- तो मैं खुशकिस्मत था चूंकि अगर मैं भी पढ़ाई में इतना ही अच्छा होता तो खेल मेरे लिए कभी करियर ऑप्शन नहीं बन पाता, खास तौर पर उस दौर में। हम यह नहीं सोचते थे कि हम वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे और इसे करियर बनाएंगे। असल में 18 साल की उम्र में मेरा बैडमिंटन करियर उस समय शुरू हुआ जब मुझे टाटा स्टील में नौकरी मिल गई। तब मैंने गंभीरता से इसमें करियर बनाने के बारे में सोचा।' आखिर में उन्होंने मजाक में कहा, 'वरना आप तेलुगू परिवारों के बारे में जानते हैं आप या तो इंजीनियर बनते हैं या डॉक्टर।'

पालघर घटना को इरफान पठान ने बताया- शर्मनाक April 19, 2020 at 04:29PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय क्रिकेटर ने महाराष्ट्र के जिले में जूना अखाड़े के दो साधुओं की निर्मम हत्या को शर्मनाक बताया। इरफान ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर दुख जताया। पुलिस ने साधुओं की हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिला। बीजेपी नेताओं समेत तमाम साधु-संतों ने महाराष्ट्र सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। इरफान ने ट्वीट किया, 'पालघर मोब लिंचिंग की तस्वीरें देखकर बेहद दुख हुआ। काफी भयानक और बर्बर। शर्मनाक' महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं की पीट-पीटकर निर्मम हत्‍या कर दी गई। यह पूरी घटना वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई। आरोपियों ने साधुओं के साथ एक ड्राइवर और पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया। हमले के बाद साधुओं को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक टला, अब खिलाड़ियों का बैन भी बढ़ सकता है: एआईयू April 19, 2020 at 04:06PM

कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक गेम्स को एक साल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में डोपिंग के कारण बैन हुए कई खिलाड़ियों को गेम्स को उतरने का मौका मिल सकता है। क्योंकि 2020 में उनका बैन खत्म हो रहा है। ऐसे में उनका बैन ओलिंपिक तक के लिए बढ़ाया जा सकता है। एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने कहा कि ओलिंपिक के स्थगित होने के कारण इन एथलीटों का बैन बढ़ाया जा सकता है। क्योंकि डोपिंग बैन टाइम के आधार पर होता है, इवेंट के आधार पर नहीं।

यूनिट के चीफ ब्रेट क्लॉथियर ने कहा कि निश्चित रूप से इसमें परेशानी है। ओलिंपिक टलने से कुछ एथलीटों को लाभ मिल सकता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। कानून में बहुत स्पष्ट है। यह समय पर आधारित है। किसी विशेष इवेंट्स पर नहीं। हालांकि क्लॉथियर ने कहा कि इस साल अगस्त के बाद डोपिंग के कारण बैन एथलीट को दो ओलिंपिक के लिए बैन किया जाएगा। क्योंकि वे चार साल की बैन सीमा के अंदर आते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के कारण डोपिंग एजेंसियों पर भी प्रभाव पड़ा है। वे लगातार खिलाड़ियों का टेस्ट नहीं कर पा रहे हैं। अलग-अलग देशों में बैन भी अलग-अलग तरह के हैं।

ओलिंपिक को सफल बनाने की पूरी कोशिश करेंगे
हाल ही में टोक्यो गेम्स एसोसिएशन ने इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) के साथ टेलीकांफ्रेंस के जरिए बैठक की। चर्चा के बाद बताया कि 2021 में होने वाले गेम्स को लेकर तैयारी इस महीने जांची जाएगी और मई तक इसका नया रोडमैप तैयार किया जाएगा। आईओसी की समन्वय समिति के अध्यक्ष जॉन कोट्स ने कहा कि ऐसी कठिन परिस्थिति में ओलिंपिक लोगों के लिए एक आशा की किरण बनकर उभरा है। वहीं, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने कहा, ‘‘हमने पिछले 5-6 सालों में जो कुछ तैयार किया है, उसे आज के फैसलों से आगे बढ़ाने का काम किया है। हम सभी साथियों के साथ मिलकर ओलिंपिक को सफल बनाने की पूरी कोशिश करेंगे।’’



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एक साल टलने के कारण टोक्यो ओलिंपिक अब जुलाई-अगस्त 2021 में होंगे। जो खिलाड़ी कोटा हासिल कर चुके हैं, उनकी जगह पक्की रहेगी। -प्रतीकात्मक फोटो

जोकोविच, नडाल, फेडरर निचले रैंक के खिलाड़ियों की मदद के लिए आगे आए, 35 करोड़ रु. राहत कोष में जमा April 19, 2020 at 03:44PM

टेनिस के नंबर-1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का कहना है कि रोजर फेडरर और राफेल नडाल के साथ मिलकर वे निचले रैंकिंग के खिलाड़ियों की मदद करने का प्लान बना रहे हैं। कोरोनावायरस की वजह से सभी इवेंट रद्द हैं। जोकोविच ने कहा कि उन्होंने इस बारे में फेडरर और नडाल से बात की है। जोकोविच ने कहा, ‘हमने टेनिस के भविष्य के बारे में काफी बात की। क्या होने वाला है। हम कैसे निचले रैंक के खिलाड़ियों की मदद कर सकते हैं।’

जोकोविच ने कहा, ‘जिन खिलाड़ियों की रैंकिंग 200, 250, 700 या 1000 के आसपास है और फेडरेशन का सपोर्ट नहीं है। वे खेल छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।’ जोकोविच ने कहा कि खिलाड़ी, एटीपी टूर और चारों ग्रैंडस्लैम मिलकर खिलाड़ी राहत कोष में योगदान देंगे, इसे एटीपी बांटेगा। 23 से 35 करोड़ रुपए तक की राशि के आने की संभावना है।

ऑस्ट्रेलियन ओपन सफलतापूर्वक हुआ
हर साल चार ग्रैंड स्लैम होते हैं। पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन, दूसरा विंबलडन, तीसरा फ्रेंच ओपन और आखिर में यूएस ओपन होता है। इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन बगैर किसी बाधा के हो चुका है। टूर्नामेंट के फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर 8वीं बार खिताब जीता था। जबकि महिला सिंगल्स के फाइनल में अमेरिका की सोफिया केनिन स्पेन की गारबिन मुगुरुजा को हराया था। सोफिया का यह पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है।

वहीं, विंबलडन इस साल रद्द हो गया है। अब यह अगले साल 28 जून से 11 जुलाई के बीच होगा। जबकि पेरिस में होने वाले फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक टाल दिया है। आखिरी यूएस ओपन अपने समय पर ही 31 अगस्त से 13 सितंबर के बीच होगा।



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इस साल सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता था। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को शिकस्त दी थी।

कोरोना भी नहीं रोक पाया ओलिंपिक की तैयारी से, कोई घरेलू चीजों से तो कोई लकड़ी-पत्थर उठाकर ट्रेनिंग कर रहा April 19, 2020 at 02:50PM

कोरोनावायरस ने भले ही खेल गतिविधियां रोक दी हों। लेकिन खिलाड़ियों का हौसला कम नहीं कर पाया है। इस महामारी के कारण टोक्यो ओलिंपिक को आगे बढ़ा दिया है, पर खिलाड़ियों ने तैयारियां नहीं छोड़ी हैं। दुनियाभर के खिलाड़ियों का फोकस ओलिंपिक पर ही है। वे घर पर उपलब्ध संसाधनों से ट्रेनिंग कर रहे हैं और खुद को फिट रख रहे हैं। आउटडोर और इंडोर दोनों तरह के खिलाड़ी फिटनेस के लिए क्रिएटिव तरीके अपना रहे हैं। कोई घरेलू उपकरण से तो कोई बड़े-बड़े पत्थर और लकड़ी के गट्‌ठे उठाकर ट्रेनिंग कर रहे हैं। किसी ने गैराज को ही जिम बना लिया है। ऐसे ही कुछ खेलों के खिलाड़ियों के ट्रेनिंग के तरीके-

जर्मनी की तलवारबाज एलेक्जेंड्रा एनडोलो ने प्रैक्टिस के लिए घर पर खुद ही डमी फाइटर बनाया है। एपी फेंसर एलेक्जेंड्रा ओलिंपिक की तैयारी कर रही हैं।

न्यूजीलैंड की 28 साल की मिडफील्डर एनेली लोंगो ने क्राइस्टचर्च में घर के बेकयार्ड में ट्रेंपोलिन लगाया है। ऑस्ट्रेलियन फुटबॉल क्लब मेलबर्न विक्ट्री से खेलने वाली एनेली इसी पर ट्रेनिंग करती हैं।

फिलिस्तीन के 26 साल के बॉडी बिल्डर अहमद लातिनी गाजा सिटी में अपने घर पर ब्रीज ब्लॉक (सीमेंट की वजनी ईंट) की मदद से ट्रेनिंग करते हैं।

जॉर्डन की जूडोका हदील अलामी सोफे की मदद से पैरों को मजबूूती देने वाली वेट ट्रेनिंग करती हैं। वे डंबल्स के लिए पानी की बोतलों का इस्तेमाल करती हैं। वे अपनी बहन को पीठ पर बिठाकर पुश-अप्स करती हैं।



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जर्मनी की जेना मेसेरशेमिट अंडर-55 किग्रा वेट कैटेगरी में दुनिया की नंबर-5 कराते खिलाड़ी हैं। वे कोलोन स्थित घर के बैकयार्ड में पेड़ का तना उठाकर वेट ट्रेनिंग करती हैं।

मेरी चाहत की T20 वर्ल्ड कप में खेलें धोनी: श्रीकांत April 19, 2020 at 02:38AM

नई दिल्ली भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर कृष्णमचारी श्रीकांत एमएस धोनी के बहुत बड़े मुरीद हैं और वह चाहते हैं कि उनका यह हीरो इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में जरूर खेले। टी20 वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर-नवबंर में ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है। इससे पहले एमएस धोनी को 29 मार्च से शुरू रही टी20 लीग आईपीएल में हिस्सा लेना था। यहां धोनी के फैन्स को उम्मीद थी कि माही खुद को साबित कर टीम इंडिया में अपनी वापसी सुनिश्चित कर लेंगे लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यह लीग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। अब अगर वर्ल्ड कप से पहले अगर आईपीएल का आयोजन नहीं होता है तो फिर टी20 वर्ल्ड कप के लिए धोनी का टीम इंडिया में चयन मुश्किल हो जाएगा। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए टीम इंडिया के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज के. श्रीकांत ने कहा, 'धोनी ने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है। लेकिल कल खेली हुई आखिरी गेंद अब इतिहास है, आपको अगले दिन नई शुरुआत करनी होती है, अगर उन्हें टी20 वर्ल्ड कप टीम में लाया जाएगा तो उन पर माइक्रोस्कोप भी लगा होगा। हमारे पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, तो कोई भी कुछ भी कह सकता है। मैं सुनील जोशी (नैशनल सिलेक्टर) नहीं हूं तो मुझे तो यह तय नहीं करना है।' श्रीकांत ने कहा, 'मैं धोनी का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं तो मैं तो उन्हें इस वर्ल्ड कप टीम में जरूर देखना चाहूंगा। लेकिन मुझे यह निर्णय नहीं लेना है।' इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'अगर इस बार आईपीएल नहीं होता है, तो धोनी के लिए टीम वापस आना बहुत मुश्किल होगा क्योंकि करीब एक साल से उन्होंने तो किसी भी प्रकार की कोई क्रिकेट खेली ही नहीं है।' इसके साथ ही श्रीकांत ने यह भी याद दिलाया, 'धोनी की गैर-मौजूदगी में केएल राहुल और ऋषभ पंत भी सफेद बॉल क्रिकेट में महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहे हैं और ये दोनों धोनी पर भारी पड़ने के लिए काफी हैं।' श्रीकांत ने कहा, 'मैं बस यही कहूंगा कि मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मैं सिलेक्टर नहीं हूं। अगर इस बार आईपीएल नहीं होता है और भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप में सीधे जाए तो फिर धोनी को आखिर किस आधार पर टीम में जगह मिलेगी? तब तो सिर्फ एक ही बात उनके हित में आ सकती है कि उन्होंने देश के लिए काफी क्रिकेट खेला है लेकिन ऐसा होना असंभव है।'

घर में विराट-अनुष्का का लुडो मैच, कौन चैंपियन April 19, 2020 at 02:36AM

नई दिल्लीभारतीय टीम के कप्तान और से जुड़ी एक तस्वीर वायरल हो रही है। यह तस्वीर लूडो खेल की है, जिसमें विराट कोहली सबसे आगे दिख रहे हैं, जबकि उनकी बॉलीवुड ऐक्ट्रेस वाइफ अनुष्का शर्मा सबसे फिसड्डी दिख रही हैं। हालांकि, उन्होंने इसके पीछे एक अहम राज का खुलासा किया है। अनुष्का ने तस्वीर को इंस्टाग्राम स्टेटस बनाते हुए बनाते हुए लिखा- मैं हार नहीं रही हूं। मैं अपने घर के अंदर हूं और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रही हूं। हालांकि, खेल का हाल कुछ और ही बयां कर रहा था। इस खेल के अन्य खिलाड़ी अनुष्का के माता-पिता हैं। वे दोनों भी अनुष्का की ही तरह अपने दामाद से पीछे थे। बता दें कि किलर महामारी कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन जारी है, जो अगले महीने 3 मई तक चलेगा। उल्लेखनीय है इससे पहले विराट कोहली और अनुष्का शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें अनुष्का शर्मा एक फैन की तरह पति से चौका लगाने की अपील करती दिखी थीं।

देखें, पत्नी संग डांस, बेटी को बॉक्सिंग सिखा रहे वॉर्नर April 19, 2020 at 01:36AM

नई दिल्ली कोविड- 19 के चलते दुनिया भर में जारी लॉकडाउन ने भले ही आउटडोर ऐक्टिविटीज पर ब्रेक लगा दिया हो। लेकिन इसके बावजूद घर में ऐसी ढेरों ऐक्टिविटीज हैं, जिनसे आप खुद को फिट और बिजी दोनों रख सकते हैं। सोशल मीडिया पर तमाम ऐथलीट्स और सिलेब्रिटीज रोजाना अपनी इन ऐक्टिविटीज के फनभरे वीडियो पोस्ट करते हैं। भी उनमें से एक हैं। वॉर्नर ने आज इंस्टाग्राम पर अपने दो वीडियो पोस्ट किए, जिनमें से एक में वह अपनी पत्नी कैंडी वॉर्नर के साथ डांस एक्सरसाइज कर रहे हैं, तो दूसरे वीडियो में वह अपनी बेटी को बॉक्सिंग की क्लास दे रहे हैं। हाल ही में वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर एंट्री करने वाले वॉर्नर ने आज अपनी पत्नी कैंडी के साथ यहां एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में एक फास्ट म्यूजिक प्ले कर वॉर्नर तेज डांस मूव करते हैं। उनके पीछे उनकी पत्नी भी इन धुन पर वॉर्नर की तरह तेज डांस मूव कर रही हैं। वॉर्नर और कैंडी ने अपनी एक्सरसाइज का यह तरीका अपने फैन्स से शेयर किया है। वॉर्नर ने इस वीडियो को कैप्शन दिया, 'टिक टॉक के दो लड़ाकू प्रस्तुत करते हैं।' इस कैप्शन में उन्होंने अपनी पत्नी कैंडी को भी टैग किया है। एक अन्य वीडियो में कंगारू टीम के यह ओपनिंग बल्लेबाज अपनी बेटी इंडी को बॉक्सिंग की कोचिंग दे रहे हैं। वॉर्नर ने इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को पोस्ट किया है। इस वीडियो में वॉर्नर ने अपनी बेटी के साथ घर के जिम एरिया में हैं और उन्होंने बॉक्सिंग पैड पहने हुए हैं, जबकि बॉक्सिंग ग्लब्स पहने इंडी यहां अपने डैडी पैड पर पंच मारना सीखती दिख रही हैं। इस वीडियो को वॉर्नर ने कैप्शन दिया, 'वे (उनके बच्चे) बस वही करना पसंद करते हैं, जो कैंडी वॉर्नर और मैं अपनी ट्रेनिंग में करते हैं। आप क्या कह सकते हैं।' इसके बाद उन्होंने खिलखिला कर हंसने वाले दो इमोजी भी लगाए हैं।

नोवाक जोकोविच ने बताया क्यों फेडरर हैं बेस्ट April 19, 2020 at 01:08AM

लंदनदुनिया के नंबर-1 पुरुष टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के ने कहा है कि उनके प्रतिद्वंद्वी और स्विट्जरलैंड के की सर्व करने की योग्यता और वॉली (टेनिस के खेल में लगाई जाने वाली शॉट) कुछ हद तक कम है, जिसके बारे में ज्यादा बात नहीं की गई है। जोकोविच ने दुनिया के पूर्व नंबर-1 खिलाड़ी ब्रिटेन के एंडी मरे के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कहा कि दुनिया में अब तक जितने भी खिलाड़ियों ने खेले हैं, उनमें फेडरर सबसे पूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं। जोकोविच ने कहा, ‘रोजर। मेरा मतलब है कि वह इस खेल को खेलने वाले सबसे पूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं। हम सब जानते हैं कि वह कितने महान हैं। मुझे लगता है कि यह थोड़ा कम है। ’ उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि लोग वास्तव में उनकी सर्व करने की योग्यता और वॉली (टेनिस के खेल में लगाई जाने वाली शॉट) के बारे में बात करते हैं, जब वह मैच में हमारे खिलाफ सबसे चुनौतीपूर्ण समय पर सटीक खेल खेलते हैं।’ दोनों खिलाड़ी कई वर्षों से खिताबी मुकाबले में एक दूसरे के खिलाफ खेलते आए हैं। दोनों खिलाड़ी विंबलडन 2019 और ऑस्ट्रेलियन ओपन 2020 के फाइनल में एक दूसरे के खिलाफ कोर्ट पर थे, जहां दोनों बार जोकोविच ने फेडरर को हराया था।

रोहित vs धोनी: कौन बेहतर कप्तान, मिला ये जवाब April 19, 2020 at 12:44AM

नई दिल्लीन्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज और कॉमेंटेटर डैनी मौरिसन ने आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में महेंद्र सिंह धोनी को से ऊपर रखा है। मौरिसन ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों में से किसी एक को चुनना मुश्किल है, लेकिन धोनी के साथ जो ऑरा है वो उन्हें रोहित से आगे रखता है। मौरिसन ने कहा, ‘धोनी चेन्नै सुपर किंग्स (CSK) के लिए जो ऊर्जा और प्रेरणा लेकर आते हैं और उन्होंने जो भारत के लिए किया उसने काफी कुछ बदला है। हां, बेशक वह अब बूढ़े हो रहे हैं और अंत के करगार पर हैं, मगर रोहित के पास अभी समय है। मेरे लिए धोनी जिस तरह का दबाव ले सकते हैं तो वो कोई और नहीं।’ धोनी की कप्तानी में चेन्नै ने तीन बार आईपीएल खिताब जीता है, वहीं रोहित की कप्तानी में मुंबई ने चार बार आईपीएल ट्रोफी जीती है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में और रोहित शर्मा को बेस्ट कप्तान चुना गया है।

मेसी vs रोनाल्डो: बेकहम ने बताया कौन महान April 19, 2020 at 12:32AM

लंदनमैनचेस्टर यूनाइटेड और रियल मैड्रिड के पूर्व मिडफील्डर ने बार्सिलोना के स्टार फुटबालर को से ऊपर माना है। रोनाल्डो रियल मैड्रिड में पहुचने से पहले मैनचेस्टर यूनाइटेड में थे, जहां वह बैकहम के स्थान पर नंबर सात की जर्सी पहनते थे। इसके दो साल बाद ही इंग्लैंड के कप्तान बेकहम ने स्पेनिश क्लब छोड़ दिया था। बेकहम ने ‘तेलम’ से कहा, ‘वह (मेसी) एक खिलाड़ी के रूप में अपनी क्लास में अकेले हैं और यह असंभव है कि उनके जैसे कोई दूसरा हो। वह क्रिस्टियानो रोनाल्डो जैसे हैं, जोकि उनके (मेसी के) स्तर के नहीं हैं, ये दोनों बाकी अन्य से ऊपर हैं।’ बेकहम ने 2013 चैंपियंस लीग में बार्सिलोना के खिलाफ अपने अंतिम क्वॉर्टर फाइनल मैच को भी याद किया। पीएसजी की टीम कैम्प नाउ में खेले गए मुकाबले में एक समय आगे थी और फिर इसके बाद मेसी बतौर सब्सीट्यूट मैदान पर उतरे। इसके बाद बाद पेद्रो ने गोल कर दिया और बार्सिलोना अवे गोल के आधार पर जीत गया। बेकहम ने कहा, ‘मेसी के आने से पहले तक हम बढ़त बनाए हुए थे और एक जब वह (मेसी) मैदान पर आए तो बार्सिलोना ने गोल कर दिया।’ बेकहम उस समय 37 साल के थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने इसके बावजूद इसका आनंद लिया। हम इस तरह की हार पसंद नहीं करते। हमारी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। दोनों मैचों में हमने जिस तरह का खेल दिखाया उस पर हमें गर्व होना चाहिए।’

बेकहम ने कहा- मेसी जैसा दूसरा कोई नहीं, रोनाल्डो भी उनसे एक पायदान नीचे; यह दोनों बाकी सबसे ऊपर April 19, 2020 at 12:16AM

इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉलर डेविड बेकहम ने अर्जेंटीना के लियोनल मेसी की जमकर तारीफ की। उन्होंने मेसी को पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो से एक पायदान ऊपर बताया है। रोनाल्डो और बेकहम एक साथ स्पेनिश क्लब रियाल मैड्रिड से खेले हैं। इससे पहले रोनाल्डो इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड में बेकहम की 7 नंबर वाली जर्सी ही पहना करते थे। दोनों खिलाड़ी दो साल साथ खेले। इसके बाद बेकहम ने संन्यास ले लिया था।

बेकहम ने यह बात अर्जेंटीना की न्यूज एजेंसी तेलम से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा, ‘‘बतौर खिलाड़ी उनकी (मेसी) अपनी अलग क्लास है। वे इस क्लास में अकेले हैं। उनकी तरह कोई दूसरा हो, यह असंभव है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी उनसे (मेसी) एक पायदान नीचे हैं। हालांकि, यह दोनों अन्य सभी खिलाड़ियों से बहुत ऊपर हैं।’’

आखिरी बार बेकहम पीएसजी के लिए खेले थे
बेकहम ने आखिरी बार फ्रांस के क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) की ओर से 2013 चैम्पियंस लीग का क्वार्टर फाइनल खेला था। इस मैच में पीएसजी ने बार्सिलोना के खिलाफ बढ़त बना ली थी, लेकिन मेसी सब्सीट्यूट के तौर पर उतरे और गेम पलट गया। बार्सिलोना के लिए पेद्रो ने गोल कर मैच बराबर किया और विपक्षी टीम के मैदान पर ज्यादा गोल के आधार पर बार्सिलोना जीत गया।

बेकहम के आखिरी मैच में मेसी की टीम ने हराया था
इस आखिरी मैच को लेकर बेकहम ने कहा, ‘‘मैच में मेसी के उतरने से पहले तक हमारी टीम बढ़त में थी। सिर्फ मेसी के आने के बाद बार्सिलोना ने गोल कर दिया था। इसके बावजूद मैंने सिर्फ आनंद ही लिया। हम इस तरह की हार को पसंद नहीं करते। हमारी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। मुझे इस पर गर्व है।’’ इस मैच के समय बेकहम 37 साल के थे। मेसी आज भी बार्सिलोना की ओर से ही खेल रहे हैं।

हम भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे: काका
हाल ही में ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने कहा था कि रोनाल्डो शानदार है। उसमें जीत की भूख है, लेकिन मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड है। काका ने कहा था, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’



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बार्सिलोना के लियोनल मेसी (बीच में) 6 बार और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (बाएं) 5 बार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। -फाइल फोटो

'बिग थ्री' की कम रैंकिंग वाले खिलाड़ियों की मदद की योजना April 19, 2020 at 12:01AM

पैरिसदुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी ने कहा है कि वह, रोजर फेडरर और राफेल नडाल कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल के ठप्प होने से जूझ रहे खिलाड़ियों की मदद करेंगे। जोकोविच ने इंस्टाग्राम पर चैट के दौरान शनिवार को अपने मित्र और प्रतिद्वंद्वी स्टेन वावरिंका से कहा, ‘मैंने कुछ दिन पहले रोजर और राफा से बात की।’ उन्होंने कहा, ‘हमने टेनिस के निकट भविष्य पर लंबी चर्चा की, क्या होने वाला है, हम कैसे योगदान दे सकते हैं और हम कैसे मदद कर सकते हैं, विशेषकर कम रैंकिंग वाले खिलाड़ियों की जिन्हें सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।’ पढ़ें, सर्बियाई दिग्गज जोकोविच ने कहा, ‘दुनिया के अधिकतर खिलाड़ी जिनकी विश्व रैंकिंग 200, 250 और 700 या 1000 के आसपास है और महासंघ का समर्थन हासिल नहीं है, उनके पास प्रायोजक नहीं है। वे पूरी तरह से अलग थलग पड़ गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जिनकी रैंकिंग 200-250, 700 तक है वे अभी टेनिस को छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।’ जोकोविच ने कहा कि खिलाड़ी, एटीपी टूर और चार ग्रैंडस्लैम एक साथ मिलकर खिलाड़ी राहत कोष में योगदान देंगे जिसे एटीपी बांटेगा। देखें, नंबर-1 टेनिस प्लेयर ने कहा, ‘उम्मीद करते हैं कि 30 लाख डॉलर से लेकर 45 लाख डॉलर तक जुटाए जाएंगे जिसे खिलाड़ियों के बीच बांटा जाएगा।’ जोकोविच ने कहा कि इसके लिए धनराशि विश्व टूर फाइनल्स की इनामी राशि और शीर्ष खिलाड़ियों के लिए बोनस की राशि से ली जा सकती है।

मैराडोना-पेले समेत 50 फुटबॉलर ने ताली बजाकर डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों का सम्मान किया, फीफा ने वीडियो जारी किया April 18, 2020 at 11:25PM

कोरोनावायरस ने आज पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। कई डॉक्टर समेत अन्य लोग जो फ्रंटलाइन में आकर इस महामारी से लड़ रहे हैं। इन सभी के सम्मान में फुटबॉल जगत के मैराडोना, पेले और रोनाल्डो समेत 50 दिग्गजों ने ताली बजाई और सभी को धन्यवाद भी दिया। फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) ने शनिवार को इसका एक वीडियो भी जारी किया है। इसी के साथ जान गंवाने वाले वॉरियर्स को श्रद्धांजलि भी दी।

फीफा ने लिखा, ‘‘दुनियाभर में चिकित्सा कर्मचारी और स्वयंसेवक हर दिन अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर मानव जाति की रक्षा कर रह हैं। ऐसे रियल लाइफ हीरोज के लिए अनंत तालियां।’’ 1 मिनट 25 सेंकड के वीडियो में पूर्व और मौजूदा खिलाड़ी नजर आए हैं। सबसे पहले इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉलर डेविड बेकहम और उसके बाद स्पेन के सर्जियो रामोस, स्पेन को रोनाल्डो, ब्राजील के काका, अमेरिका की मार्टा, ब्राजील के काफू ताली बजाते हुए नजर आए। वीडियो में भारत के बाइचुंग भूटिया ने भी कोरोना वॉरियर्स के लिए तालियां बजाई।

‘दुख की बात है कि कई वॉरियर्स जान गंवा चुके’
डॉक्टरों का सम्मान करते हुए खिलाड़ियों ने कहा कि कई वॉरियर्स ने सेवा करने के लिए अपना जिंदगी तक गंवा दी। यह बड़े दुख की बात है। इनके अलावा कानून के रक्षक, मेडिकल समेत अन्य दुकानदार, डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज के लोग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जुड़े कर्मचारी और सुरक्षा के लिए काम में लगे लोग भी असली हीरो हैं। इन सभी वीरों के लिए फुटबॉल से जुड़ी इस संस्था ने धन्यवाद करते हुए उनका सपोर्ट करने के लिए कहा।



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भारत के फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया (बाएं ऊपर) समेत विश्व के 50 दिग्गज खिलाड़ियों ने ताली बजाकर कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया।

युवी बोले, रैना ही थे धोनी के फेवरिट क्रिकेटर April 18, 2020 at 11:12PM

नई दिल्लीपूर्व दिग्गज ऑलराउंडर का मानना है कि किसी भी कप्तान का मनपसंद खिलाड़ी होना आम बात है और जब बात महेंद्र सिंह धोनी की आती है तो उनके लिए सुरेश रैना ही वह खिलाड़ी थे। युवराज ने कहा कि रैना को पूर्व भारतीय कप्तान धोनी का पूरा सपॉर्ट मिला था। भारत के सीमित ओवरों के महानतम क्रिकेटरों में से एक युवराज ने बताया कि किस तरह 2011 विश्व कप के दौरान धोनी को चयन को लेकर सिरदर्द का सामना करना पड़ा जब उन्हें अंतिम एकादश में उनके, यूसुफ पठान और सुरेश रैना में से किसी दो को चुनना था। पढ़ें, युवराज ने यूट्यूब चैनल ‘स्पोर्ट्स तक’ से कहा, ‘रैना को तब काफी सपॉर्ट था क्योंकि धोनी उनका समर्थन करते थे। सभी कप्तानों के पसंदीदा खिलाड़ी होते हैं और मुझे लगता है कि उस समय माही ने रैना का काफी सपॉर्ट किया।’ अंतत: तीनों खिलाड़ियों ने अंतिम एकादश (पठान को हालांकि टूर्नमेंट के बीच में अंतिम एकादश से हटा दिया गया) में जगह बनाई और युवराज की भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा, ‘उस समय यूसुफ पठान भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। मैं भी अच्छा खेल रहा था और विकेट भी हासिल कर रहा था। रैना उस समय अच्छी लय में नहीं थे।’ 38 वर्षीय युवराज ने कहा, ‘तब हमारे पास बायें हाथ का स्पिनर नहीं था और मैं विकेट हासिल कर रहा था इसलिए उनके पास कोई और विकल्प नहीं था।’ उन्होंने युवा प्रतिभा को निखारने के लिए सौरभ गांगुली की सराहना की और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष को अपना पसंदीदा कप्तान चुना। उन्होंने कहा, ‘दादा मेरे पसंदीदा कप्तान हैं। उन्होंने मेरा काफी समर्थन किया, सबसे अधिक। हम युवा थे इसलिए उन्होंने प्रतिभा को भी निखारा।'

युवी के 6 छक्के, तब मैच रेफरी ने किया था बैट चेक April 18, 2020 at 11:41PM

नई दिल्लीभारत के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार पूर्व ऑलराउंडर ने बताया कि जब 2007 टी20 वर्ल्ड कप के एक ओवर में छह छक्के जड़े, तो मैच रेफरी ने उनके बल्ले को चेक किया था। भारतीय टीम ने 2007 में महेंद्र सिंह धोनी कप्तानी में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीता था। युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में छह छक्के जड़े थे। इसके बाद उनके बल्ले पर सवाल उठाए गए थे, फिरमैच रेफरी ने उनके बल्ले की जांच की थी। पढ़ें, उन्होंने एक यूट्यूब चैनल से कहा, ‘उस समय ऑस्ट्रेलियाई कोच मेरे पास आए थे और मुझसे पूछा था कि क्या मेरे बल्ले के पीछे फाइबर लगा है और क्या यह वैध है।’ युवराज ने कहा, ‘यहां तक कि एडम गिलक्रिस्ट ने भी मेरे से पूछा कि हमारे बल्ले कौन बनाता है। इसलिए मैच रेफरी ने भी मेरे बल्ले की जांच की लेकिन ईमानदारी से कहूं तो वह बल्ला मेरे लिए विशेष था। मैं इससे पहले उस बल्ले के साथ ऐसे कभी नहीं खेला। वह बल्ला और 2011 विश्व कप का बैट मेरे लिए विशेष थे।’ (इनपुट - एजेंसी से)

कोरोना से डर नहीं, इस देश में फुटबॉल सीजन शुरू April 18, 2020 at 09:40PM

अश्काबाद (तुर्कमेनिस्तान)दुनिया भर में के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त है और खेल प्रतियोगिताओं को स्थगित या रद्द कर दिया गया है लेकिन तुर्कमेनिस्तान मे फुटबॉलर सीजन फिर शुरू होने जा रहा है। दर्शकों की मौजूदगी में तुर्कमेनिस्तान रविवार से एक बार फिर अपना फुटबॉल सीजन शुरू कर रहा है। तुर्कमेनिस्तान दुनिया के उन कुछ देशों में शामिल है जहां अब तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है। मध्य एशिया के इस देश ने दुनिया के अन्य देशों के नक्शेकदम पर चलते हुए मार्च में आठ टीमों की अपनी लीग निलंबित कर दी थी। उस समय सत्र में सिर्फ तीन मुकाबले हुए थे। राष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों का हवाला देकर लीग निलंबित की थी। पढ़ें, एक महीने बाद देश में फुटबॉल की वापसी हो रही है और दर्शक स्टेडियमों में पहुंचने को लेकर उत्साहित हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय हालांकि चिंतित है कि तुर्कमेनिस्तान इस महामारी के खतरे को गंभीरता से नहीं ले रहा है। 34 साल के एक व्यवसायी अशीर युसुपोव ने मजाकिया लहजे में कहा, ‘खुशी से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।’ उन्होंने कहा कि वह रविवार को गत चैंपियन एल्टिन एसिर और शीर्ष पर चल रहे कोपेटडेग के बीच यहां होने वाले मुकाबले को देखेंगे। युसुपोव ने कहा कि अन्य देशों में खेल प्रतियोगिताओं पर लगे प्रतिबंध के बावजूद उन्हें भीड़-भाड़ वाली जगहों का डर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां कोरोना वायरस नहीं है, तो फिर अपनी लीग को शुरू क्यों ना करें?’