Monday, June 8, 2020

कोरोना से मरने वालों को हर मैच में श्रद्धांजलि, एक मिनट का मौन रखा जाएगा; 11 जून से शुरू हो रही ला लिगा June 08, 2020 at 07:29PM

कोरोनावायरस के कारण रुकी हुई स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा ढाई महीने बाद 11 जून को दोबारा शुरू होने जा रही है। लीग के हर मैच से पहले एक मिनट का मौन रखकर कोरोना के कारण जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। यह बात रॉयल स्पेनिश फुटबॉल महासंघ और ला लिगा ने सोमवार को कही।

स्पेन में सोमवार तक 2,88,797 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें से 27,136 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना से 4 लाख 8 हजार 614 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों का आंकड़ा 71 लाख 93 हजार 476 हो गया है।

बगैर दर्शकों के होगी ला लिगा
महामारी के कारण ला लिगा के सभी मुकाबले खाली स्टेडियम में खेले जाएंगे, लेकिन दर्शकों को इसकी कमी नहीं खलेगी। क्योंकि आयोजकों ने मैच को लाइव दिखाने की खास तैयारी की है। दर्शकों को घर बैठे-बैठे वर्चुअल स्टेडियम दिखाया जाएगा और फैन्स का शोर भी सुनाई देगा। इसके लिए फैन्स की पहले से रिकॉर्ड की गई ओरिजिनल आवाज का इस्तेमाल होगा।

ला लिगा की अंक तालिका में बार्सिलोना टॉप पर

नंबर टीम मैच जीते हारे ड्रॉ पॉइंट
1 बार्सिलोना 27 18 5 4 58
2 रियाल मैड्रिड 27 16 3 8 56
3 सेविला 27 13 6 8 47
4 रियाय सोसिडाड 27 14 9 4 46
5 गेटाफे 27 13 7 7 46

फैन्स खिलाड़ियों को मुश्किल समय में हौसला देते हैं
लीग के शुरू होने पर पहला मैच सेविला और रियाल बेटिस के बीच खेला जाएगा। बेटिस के कोच जोआन फेरार रुबी का मानना है कि खाली स्टेडियम में खेलने से टीम पर अच्छा असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘फैन्स ही खिलाड़ियों को मुश्किल समय में हौसला देते हैं, इसलिए कई बार कोच कहते हैं कि हमें स्टेडियम में प्रशसंकों की जरूरत है।’’

वर्चुअल फैन्स होम टीम का कलर पहने नजर आएंगे
ला लिगा ने कहा, ‘‘मैच के ब्रॉडकास्ट में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके खाली स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी दिखाई जाएगी। वर्चुअल फैन्स होम टीम का कलर पहने नजर आएंगे। जब मैच रोका जाएगा, तब वर्चुअल दर्शकों की जगह पूरा स्टेडियम होम टीम के कलर में रंगा नजर आएगा। इस दौरान अलग-अलग संदेश भी दिखाए जाएंगे।’’



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बार्सिलोना ला लिगा की पॉइंट्स टेबल में 58 अंक के साथ पहले स्थान पर है। दूसरे पर काबिज रियाल मैड्रिड सिर्फ 2 पॉइंट पीछे है। -फाइल फोटो

तायबू ने कहा- धोनी के हाथ और आंखों के बीच गजब का तालमेल, मानसिक रूप से मजबूती ही उनकी सबसे बड़ी ताकत June 08, 2020 at 06:46PM

जिम्बाब्वे के पूर्व विकेटकीपर ततेंदा तायबू ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं। यही धोनी की सबसे बड़ी ताकत भी है। तायबू ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान धोनी के हाथ और आंखों के बीच गजब का तालमेल है।

धोनी एक साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था। धोनी इस बार आईपीएल से वापसी करने वाले थे, लेकिन टूर्नामेंट कोरोना के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

धोनी से ज्यादा नेचुरल लगे थे कार्तिक
तायबू ने कहा, ‘‘मैंने जब धोनी को पहली बार देखा था, तब वे इंडिया-ए टीम की ओर से खेल रहे थे। यदि मैं ईमानदारी से कहूं तो, तब मुझे लगा था कि दिनेश कार्तिक धोनी से ज्यादा नेचुरल लगे थे। कीपिंग और बल्लेबाजी दोनों में वे धोनी से ज्यादा नेचुरल थे।’’

कीपिंग में भी धोनी की तकनीक एकदम अलग
जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान तायबू ने कहा, ‘‘कीपिंग में धोनी जिस तरह से अपने हाथ रखते हैं, वह एकदम अलग है। वे अपने हाथ एक साथ नहीं रखते, जिस तरीके से रखे जाते हैं, दोनों हाथों की अंगुलियों को मिलाकर। वे जब गेंद को पकड़ते हैं, तब भी उनके हाथ हमेशा एक जैसे नहीं होते। वे गेंद को पकड़ने में हाथों को तेजी से पास लाते हैं और सफल भी होते हैं। यह एकदम अलग तकनीक है।’’

धोनी की काबिलियत आंकड़ों से नहीं माप सकते
तायबू ने कहा, ‘‘यही अलग तकनीक वाली बात उनकी बल्लेबाजी में भी लागू होती है। उनके हाथ और आंखों के बीच गजब का तालमेल है। लेकिन मेरा मानना है कि सिर्फ हाथ और आंख का तालमेल ही नहीं, बल्कि उनकी मानसिक ताकत भी खास है। आमतौर पर खिलाड़ियों की काबिलियत को आंकड़ों से मापा जाता है। ज्यादातर कोच भी ऐसा ही करते हैं, लेकिन धोनी इन सभी आंकड़ों से अलग हैं।’’

सचिन-द्रविड़ से ट्रेनिंग करना सीखा
पूर्व विकेटकीपर तायबू ने कहा, ‘‘ट्रेनिंग किस तरह से की जाती है, यह बात भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ से सीखी है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सचिन और राहुल से काफी कुछ सीखने को मिला है।’’



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जिम्बाब्वे के पूर्व विकेटकीपर ततेंदा तायबू ने कहा- अलग तकनीक वाली बात महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी में भी लागू होती है। उनके हाथ और आंखों के बीच गजब का तालमेल है। -फाइल फोटो

सचिन से ओपनिंग कराकर अजहर ने खाई थी डांट June 08, 2020 at 06:39PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन () ने सोमवार को उनकी कप्तानी में हुए कुछ ऐसे फैसलों की बात की जिसने भारतीय क्रिकेट और एक महान खिलाड़ी के करियर को हमेशा के लिए बदल दिया। सोमवार को एक स्पोर्ट्स वेबसाइट के लिए फेसबुक लाइव पर अजहर ने बताया कि उनके करियर का सबसे बोल्ड फैसला () को पारी की शुरुआत करने भेजना था। अजहर से जब इसके पीछे की कहानी पूछी गई तो उन्होंने कहा, 'दरअसल, सचिन बहुत अच्छा खेल रहा है। वह शुरुआत में मेरे पास ओपनिंग करने की बात करने नहीं आया लेकिन तब मुझे अहसास हुआ चूंकि वह आक्रामक बल्लेबाज है इसलिए नंबर चार या पांच पर बल्लेबाजी करना और 30-40 रन बनाना, यह पोजीशन उसके लिए ठीक नहीं है। तब नवजोत सिंह सिद्धू एक मैच में चोटिल हो गए और मैंने टीम मैनेजर अजीत वाडेकर से बात की और आखिर में वह इस बात के लिए राजी हो गए कि सचिन को पारी की शुरुआत करनी चाहिए।' स्पोर्ट्सकीड़ा के फेसबुक पेज पर बात करते हुए अजहर ने कहा, 'हमें लगा कि खिलाड़ी को मौका जरूर दिया जाना चाहिए और इसका हमें फायदा भी हुआ।' धमाकेदार करियर 21 वर्षीय सचिन ने पहली बार वनडे इंटरनैशनल में ओपनिंग की और धमाकेदार पारी के साथ शुरुआत की। इसके बाद सचिन दुनिया के बेस्ट ओपनिंग बल्लेबाजों में शामिल हो गए। वनडे इंटरनैशनल में पारी की शुरुआत ने सचिन के करियर को हमेशा के लिए बदल दिया। अपने 463 वनडे इंटरनैशनल मैचों लंबे करियर में सचिन ने 49 शतक लगाए। इनमें से 45 शतक पारी की शुरुआत करते हुए लगाए। अजहर से जब पूछा गया कि पारी की शुरुआत करने के फैसले पर सचिन ने कैसी प्रतिक्रिया दी तो अजहर ने कहा वह (सचिन) बहुत खुश हुए और कहा कि वह हमेशा से पारी की शुरुआत करना चाहते थे। अजहर ने कहा, 'आप प्रतिभा को दबा नहीं सकते। सचिन के पास प्रतिभा थी, मैंने सिर्फ उन्हें सपॉर्ट देना और उन्हें ओपनर बनाए रखना सुनिश्चित किया।' बीसीसीआई से पड़ी डांटअजहर ने बताया कि 1998 में सिलेक्टर्स ने बांग्लादेश के खिलाफ सचिन को नंबर चार पर बल्लेबाजी करवाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, 'मैंने सचिन को चौथे नंबर पर बैटिंग करने भेजा और वहां भी उसने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 80 के करीब रन बनाए। लेकिन मुझे अहसास हुआ कि यह पोजीशन उसके लिए नहीं है और मैंने दोबारा उन्हें ओपनिंग पर भेजा। भारत आने के बाद बीसीसीआई से मुझे डांट भी पड़ी।'

ऐथलीट के पास खेल रत्न, अब अर्जुन की आस क्यों? June 08, 2020 at 06:03PM

हिंडोल बसु, नई दिल्ली '' () देश में खेलों का सबसे पुरस्कार है। अभी तक 38 खिलाड़ियों को खेलों का यह सर्वोच्च सम्मान हासिल हो चुका है, जिनमें () और () भी शामिल हैं। रेसलर साक्षी को यह पुरस्कार 2016 में रियो ओलिंपिक की कामयाबी के बाद मिला था। इसी तरह वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने अमेरिका में हुई 2017 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था, जिसके बाद उन्हें साल 2018 में खेल रत्न से नवाजा गया। लेकिन अब हैरानी की बात यह है कि इन दोनों ही खिलाड़ियों ने इस बार के लिए अपने आवेदन भेजे हैं। इनके इन आवेदनों से संबंधित खेल फेडरेशन और खेल बिरादरी भी हैरान है कि जब इन दोनों को खेलों का सर्वोच्च सम्मान हासिल हो चुका है तो फिर उन्हें कैसे अर्जुन अवॉर्ड दिया जा सकता है? भारतीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWLF) के महासचिव सहदेव यादव ने हमारे सहयोगी 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया, 'साक्षी मलिक ने इस पुरस्कार के लिए आवेदन दिया तो हमने इसे आगे बढ़ा दिया। हम ऐसा करने से उन्हें रोक नहीं सकते हैं। उन्होंने हमें बताया कि यह उनका सपना है कि उनके नाम के आगे अर्जुन पुरस्कार विजेता लगे। ऐसे में उन्हें रोकने वाले हम कौन होते हैं?' मीराबाई ने कहा, 'मैं जानती हूं कि खेल रत्न सर्वोच्च पुरस्कार है लेकिन मैं पहले अर्जुन अवॉर्ड से चूक गई थी और मुझे यह भी चाहिए। कभी-कभी आपको सभी चाहिए होते हैं। खिलाड़ी अर्जुन अवॉर्ड हासिल करना चाहते हैं। मैंने 2018 में भी अर्जुन अवॉर्ड के लिए आवेदन दिया था। तब हमने अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न दोनों के लिए अप्लाई किया था।' यादव ने बताया, 'मीराबाई ने 2018 में खेल रत्न के लिए आवेदन नहीं किया था। तब मंत्रालय ने उन्हें यह पुरस्कार दिया।' अर्जुन अवॉर्ड के लिए साक्षी मलिक के आवेदन ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) को भी हैरान कर दिया है। WFI के एक अधिकारी ने कहा, 'यह बिल्कुल ऐसा है कि आपने एक विषय में पीएचडी कर ली है और अब उसी विषय में ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई कर रहे हो। ओलिंपिक से पहले उनके नाम कोई खास अचीवमेंट नहीं थी तो इससे पहले उनके नाम को कभी अर्जुन अवॉर्ड के लिए नहीं भेजा गया। जब रियो में उन्हें ब्रॉन्ज मिल गया तो उनके नाम की सिफारिश सीधे खेल रत्न के लिए की गई। अब उन्हें अर्जुन अवॉर्ड भी चाहिए।' WFI के महासचिव वीएन प्रसूद ने बताया, 'कोई ऐथलीट जब अवॉर्ड के लिए अप्लाई करता है तो हमारी ड्यूटी होती है कि हम उसके आवेदन को खेल मंत्रालय तक भेजें। हम कैसे किसी आवेदन को निरस्त कर सकते हैं? अब वहां एक कमिटी होगी, जिसका गठन मंत्रालय करेगा और वे ही आगे निर्णय लेंगे।' माना जा रहा है कि अर्जुन पुरस्कार के साथ खिलाड़ियों को कुछ सहूलियतें भी मिलती हैं- जैसे मुफ्त रेल यात्राएं और कुछ मुफ्त हवाई यात्राएं, तो संभव है कि ऐथलीट्स ने इन सहूलियतों का लाभ लेने के लिए भी आवेदन किया हो।

रूट की अनुपस्थिति में स्टोक्स की जगह बटलर को कप्तान देखना चाहते हैं पीटरसन June 08, 2020 at 04:52PM

लंदन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने कहा है कि हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स पर कप्तानी का दबाव डालने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके मुताबिक स्टोक्स के जैसे मनोरंजक खिलाड़ी हमेशा अच्छे कप्तान नहीं बनते हैं। इंग्लैंड को अगले महीने वेस्टइंडीज के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है और इस सीरीज के पहले मैच में टेस्ट टीम के कप्तान जोए रूट का खेलना संदिग्ध है क्योंकि टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी मैच के दौरान उनकी पत्नी बच्चे को जन्म दे सकती हैं। पहला मैच आठ जुलाई से शुरू होना है। टीम के साथ दोबारा जुड़ने से पहले उन्हें सात दिन तक अलग रहना होगा। पीटरसन ने रूट की गैरमौजूदगी में स्टोक्स की जगह विकेटकीपर जोस बटलर को कप्तानी के लिए चुनने को कहा है और वह चाहते हैं कि स्टोक्स अपना मैच विजेता खिलाड़ी का रोल बखूबी निभाएं। स्टोक्स ने मैच विजेता पारियां खेल अपनी अलग छवि बनाई है। आईसीसी विश्व कप के फाइनल के अलावा स्टोक्स ने एशेज सीरीज के दौरान हेडिंग्ले में मैच विजेता पारी खेली थी। पीटरसन ने टॉकस्पोर्ट से कहा, 'क्या मैं स्टोक्स को जो वो हैं और जिस तरह के वे खिलाड़ी हैं उससे बदलते हुए देखना चाहता हूं? शायद नहीं। मैं जोस बटलर को कप्तानी के लिए चुनूंगा। एक खिलाड़ी के तौर पर आप तब तक काफी अलग होते हो जब तक आपके पास फोन आता है और आपसे कहा जाता है कि आप टेस्ट टीम के कप्तान हो।' पीटरसन ने अपना समय याद किया जब 2008 में उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने कहा कि यह अतिरिक्त जिम्मेदारी होती जिसमें उन्होंने संघर्ष किया था। पीटरसन ने कहा, 'जिम्मेदारी बदलती है, बात करने के तरीके बदलते हैं, आप जिस तरह से ड्रेसिंग रूम में अपने आप को पेश करते हो वो बदलता है। मैंने इसमें संघर्ष किया है। मैं इसे पसंद नहीं करता और मैं इसमें बेहद खराब था। आपको बदलना होता है। यह अलग कहानी होती है।'

एम्बाप्पे यूरोप के सबसे महंगे खिलाड़ी, वैल्यू 2490 करोड़ रुपए; मेसी 22 और रोनाल्डो 70वें नंबर पर June 08, 2020 at 05:04PM

फ्रांस के फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) के कीलियन एम्बाप्पे यूरोप के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। उनकी वैल्यू 259.2 मिलियन पाउंड (2490 करोड़ रुपए) आंकी गई है। फुटबॉल ऑब्जर्वेटरी की इस रिपोर्ट में बार्सिलोना के लियोनल मेसी 22 और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो 70वें नंबर पर काबिज हैं।

फुटबॉल ऑब्जर्वेटरी की रिपोर्ट में यूरोप की टॉप-5 लीग बुंदेसलिगा, इंग्लिश प्रीमियर लीग, ला लिगा, सीरी-ए और लीग-1 के सबसे महंगे 20-20 खिलाड़ियों को शामिल किया गया। कोरोना के कारण खिलाड़ियों की वैल्यू पर पड़े असर को भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है।

नेमार 37वें नंबर पर काबिज
इस रिपोर्ट में मेसी की वैल्यू 100.1 मिलियन पाउंड (961 करोड़ रुपए) और रोनाल्डो की 60.8 मिलियन पाउंड (करीब 603 करोड़ रुपए) आंकी गई है। दोनों के बीच ब्राजील के नेमार जूनियर 82.7 मिलियन पाउंड (करीब 794 करोड़ रुपए) वैल्यू के साथ 37वें नंबर पर काबिज हैं।

रहीम दूसरे और जेडॉन तीसरे स्थान पर
टॉप-3 सबसे महंगे खिलाड़ियों में मैनचेस्टर सिटी के रहीम स्टर्लिंग दूसरे नंबर पर काबिज हैं। उनकी वैल्यू 194.7 मिलियन पाउंड (करीब 1869 करोड़ रुपए) आंकी गई। वहीं, बोरुसिया डोर्टमंड के जेडॉन सांचो 179.1 मिलियन पाउंड (करीब 1720 करोड़ रुपए) वैल्यू के साथ तीसरे नंबर पर हैं।

सांचो ने सीजन में 17 गोल दागे, 16 असिस्ट किए
इंग्लैंड के सांचो ने बुंदेसलिगा के लिए इस सीजन में 17 गोल दागे और 16 असिस्ट किए हैं। उन्होंने 2 साल पहले ही इंटरनेशनल फुटबॉल में डेब्यू किया और इंग्लैंड के रेगुलर खिलाड़ी बन गए हैं। वहीं, इस लिस्ट में बार्सिलोना के एंटोइने ग्रिजमन ने कप्तान मेसी को काफी पीछे छोड़ दिया है। वे 136.4 मिलियन पाउंड (करीब 1310 करोड़ रुपए) वैल्यू के साथ 8वें नंबर पर काबिज हैं।



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फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी) की ओर से खेलते हैं। एम्बाप्पे और दूसरे नंबर पर काबिज मैनचेस्टर सिटी के रहीम स्टर्लिंग के बीच 621 करोड़ रुपए का अंतर है। -फाइल फोटो

क्या टिकटॉक पर आ गए हैं विराट कोहली? June 08, 2020 at 04:43PM

नई दिल्ली हाल ही में टीम इंडिया के कप्तान (Virat Kohli) ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया ( Instagram Video) पर क्या अपलोड किया। उनके साथी क्रिकेटरों में हलचल मच गई कि कहीं विराट भी तो टिकटॉक पर नहीं आ गए। विराट का यह वीडियो देखकर ऑस्ट्रेलिया के ओपनिंग बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने तो साफ-साफ लिख दिया 'टिककॉक'। विराट की पोस्ट पर इन दिग्गजों के इस कॉमेंट से फैन्स में जिज्ञासा बढ़ गई कि विराट कोहली टिकटॉक पर आ गए हैं। कई फैन्स ने उन्हें इस वीडियो मेकिंग ऐप पर तलाशने की कोशिश की। लेकिन बाद में उन्हें निराशा ही मिली। लेकिन विराट टिकटॉक पर आ गए हैं, ऐसे कयास लगाने वाले वॉर्नर और पीटरसन की भी कोई गलती नहीं है। दरअसल विराट ने जो वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था उसकी एडिटिंग देखकर कोई भी यही कहेगा कि यह टिकटॉक का कमाल है। इसीलिए इन दोनों दिग्गजों ने विराट की इस पोस्ट पर यही कॉमेंट किया। वैसे कोरोनावायरस (latest update of coronavirus in india) के चलते लॉकडाउन के इन दिनों में विराट कोहली अपने घर पर ही हैं और यहीं से वह अपने फैन्स को घर में रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कई मौकों पर विराट ने फैन्स के साथ अपने वर्कआउट के वीडियो शेयर किए हैं, ताकि फैन्स भी विराट वाली फिटनेस अपने घर पर पाने सकें।

चेक रिपब्लिक में दीवार पर चढ़कर फुटबॉल मैच देख रहे फैंस, स्पार्टा प्राहा को मिली जीत June 08, 2020 at 03:44PM

चेक रिपब्लिक में प्रतिबंधों में ढील दी जा चुकी है। वहां फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू हो चुके हैं। हालांकि फैंस की स्टेडियम में एंट्री बैन है। इसलिए फैंस स्टेडियम की दीवार पर चढ़कर मैच देखने को मजबूर हैं। चेक रिपब्लिक की फर्स्ट लीग में बोहेमियंस 1905 और स्पार्टा प्राहा के मुकाबले के दौरान भी ऐसा ही नजारा दिखा। स्पार्टा प्राहा ने बोहेमियंस को 1-0 से हराया।

ला लिगा में दिखेंगे वर्चुअल फैंस
ढाई महीने बाद स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा 11 जून को दोबारा शुरू होने जा रही है। एहतियातन सभी मुकाबले खाली स्टेडियम में खेले जाएंगे। लेकिन दर्शकों को इसकी कमी नहीं खलेगी। क्योंकि आयोजकों ने मैच को लाइव दिखाने की खास तैयारी की है।

दर्शकों को घर बैठे-बैठे वर्चुअल स्टेडियम दिखाया जाएगा और फैन्स का शोर भी सुनाई देगा। इसके लिए फैन्स की पहले से रिकॉर्ड की गई ओरिजिनल आवाज का इस्तेमाल होगा।

हैरी विल्सन ने बाउर्नमाउथ के साथ लोन करार बढ़ाया
वेल्स और लिवरपूल के फारवर्ड हैरी विल्सन ने बाउर्नमाउथ के साथ लोन करार बढ़ाया है। क्लब ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में लिखा, विल्सन ने क्लब के साथ अपने लोन आधारित करार को बढ़ा दिया है और वे क्लब के साथ 2019-20 सीजन के अंत तक रहेंगे। कोरोना ब्रेक के बाद लीग दोबारा शुरू हो रही है और बाउर्नमाउथ 20 जून को क्रिस्टल पैलेस के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी।



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चेक रिपब्लिक में प्रतिबंधों में ढील दी जा चुकी है। वहां फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू हो चुके हैं। हालांकि फैंस की स्टेडियम में एंट्री बैन है। इसलिए फैंस स्टेडियम की दीवार पर चढ़कर मैच देखने को मजबूर हैं।

धोनी पर सवाल उठाने वाले स्टोक्स से श्रीसंत ने कहा- माही भाई करियर खत्म कर देंगे, वे सब याद रखते हैं June 08, 2020 at 05:31AM

भारत के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने महेंद्र सिंह धोनी पर विवादास्पद बयान देने पर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को जवाब दिया है। श्रीसंत ने कहा कि स्टोक्स यह दुआ करें कि उनका धोनी भाई से दोबारा पाला न पड़े, वरना वे करियर ही खत्म कर देंगे। धोनी भाई सब याद रखते हैं।

हाल ही में स्टोक्स ने अपनी किताब ‘ऑन फायर’ में लिखा था कि वनडे वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में धोनी ने जीतने की कोशिश नहीं की थी। भारत के जीतने की उम्मीद थी, इसके बावजूद धोनी बड़े शॉट नहीं लगा रहे थे। आखिरी 10 ओवर में धोनी की एप्रोच को देखकर स्टोक्स काफी हैरान थे।

‘धोनी भाई की मेमोरी से कुछ नहीं जाता’
इंस्टाग्राम चैट के दौरानश्रीसंत ने कहा, ‘‘मैं बेन स्टोक्स को यही बोलूंगा कि दुआ करो कि धोनी भाई आपके खिलाफ दोबारा न खेलें। धोनी भाई की मेमोरी से कुछ भी नहीं जाता है। उसे ऑल द बेस्ट करता हूं कि अगर आईपीएल या इंग्लैंड-भारत मैच कहीं भी मिला न, अभी तक तो 2 या 1 मिलियन मिल रहा है न, धोनी भाई करियर ही खत्म कर देंगे।’’

धोनी को आउट नहीं कर सकता स्टोक्स
श्रीसंत ने कहा, ‘‘बेन स्टोक्स को मैं ओपन चैलेंज देता हूं कि धोनी भाई को आउट नहीं कर सकता, वह चाहे कितना भी वर्ल्ड का बेस्ट ऑलराउंडर हो। मैं बेन स्टोक्स को कहना चाहूंगा कि तुम 4-5 साल से ही क्रिकेट खेल रहे हो, तभी से मैं नहीं खेल रहा हूं। मैं तुम्हारे खिलाफ बॉलिंग करना चाहूंगा और तुमने जो धोनी भाई को कहा है उसका जवाब भी दूंगा।’’

दो बार वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रहे श्रीसंत
श्रीसंत टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वनडे वर्ल्ड कप 2011 की विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं। दोनों बार महेंद्र सिंह धोनी टीम के कप्तान थे। श्रीसंतने अब तक 27 टेस्ट में 87, 53 वनडे में 75 और 10 टी-20 में 7 विकेट लिए हैं। आईपीएल के 44 मैच में श्रीसंत के नाम 40 विकेट हैं।

वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ धोनी 42 और केदार जाधव 12 रन बनाकर नाबाद रहे थे

श्रीसंत पर लगा प्रतिबंध अगस्त में खत्म होगा
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के चलते 13 सितंबर 2013 को बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। पिछले साल ही बीसीसीआई के लोकपाल रिटायर्ड जस्टिस डीके जैन ने प्रतिबंध को घटाकर 7 साल कर दिया था, जो इसी साल अगस्त में खत्म होगा।

स्टोक्स के बयान को पाकिस्तानियों ने गलत तरीके से फैलाया
दरअसल, वर्ल्ड कप के मैच में भारत यदि इंग्लैंड को हरा देता तो पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंच सकता था। ऐसे में पाकिस्तानी यूजर्स और पूर्व खिलाड़ियों ने स्टोक्स के बयान का सहारा लेकर यह दावा किया था कि भारत यह मैच जानबूझकर हारा है। पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज सिकंदर बख्त भी इसमें शामिल थे। हालांकि, स्टोक्स ने सफाई देते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया जा रहा है। उन्होंने जानबूझकर हारने वाली बात नहीं कही है।

मैच में धोनी ने 42 और स्टोक्स ने 79 की पारी खेली थी
2019 का वर्ल्ड कप राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया था। टूर्नामेंट के 38वें मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रन का लक्ष्य दिया था। इसके जवाब में भारतीय टीम 50 ओवर में 5 विकेट पर 306 रन बना सकी थी। टीम इंडिया यह मैच 31 रन से हार गई थी। मुकाबले में रोहित शर्मा ने 102 और धोनी ने 42 रन की पारी खेली थी। वहीं, स्टोक्स ने 79 रन बनाए थे। भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारी थी।



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भारत के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वनडे वर्ल्ड कप 2011 की विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं। दोनों बार महेंद्र सिंह धोनी टीम के कप्तान थे। -फाइल फोटो

विराट कैसे बने रेकॉर्ड तोड़ बल्लेबाज, विलियमसन ने बताया June 08, 2020 at 05:08AM

नई दिल्लीभारतीय कप्तान की रेकॉर्ड तोड़ बल्लेबाजी का आकलन करते हुए न्यूजीलैंड के कैप्टन केन विलियमसन ने कहा है कि यह लगातार सुधार करने की उनकी भूख के कारण है। विलियमसन ने 2008 में पदार्पण करने वाले कोहली और मौजूदा टीम इंडिया के कैप्टन की तुलना करते हुए यह अंतर बताया। विलियमसन ने स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘आप तब कह सकते थे कि वह (कोहली) जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर अपनी छाप छोड़ेंगे। इस समय वह क्रिकेट में सबसे आगे हैं और एक बल्लेबाज के रूप में मानक स्थापित कर रहे हैं और सभी रेकॉर्ड तोड़ रहे हैं। इसके पीछे संभवत: काफी हद तक उनकी परिवक्ता, काफी अच्छे फैसले करने की उसकी क्षमता भी है।’ पढ़ें, 29 वर्षीय विलियमसन ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें कोहली के साथ खेलने का मौका मिला। उन्होंने कहा, ‘विराट के पास नैसर्गिक क्षमता होने के अलावा लगातार सुधार करने और रोज पिछले दिन से बेहतर होने की भूख भी है।’ उन्होंने कहा, ‘काफी कम उम्र में उनसे मिलना और उनकी तरक्की और सफर को देखना शानदार रहा।’ विराट ने अब तक इंटरनैशनल क्रिकेट में 20 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं और वह सीमित ओवरों में तो 43 शतक लगा चुके हैं जो दिग्गज सचिन तेंडुलकर के बाद सर्वाधिक हैं।

...जब अख्तर पर लगे रेप के आरोप, खुद बताई कहानी June 08, 2020 at 04:31AM

नई दिल्लीदुनिया के दिग्गज तेज गेंदबाजों में शुमार पाकिस्तान के पूर्व पेसर को 2005 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस भेज दिया गया था। अब 15 साल बाद उन्होंने इसके पीछे की पूरी कहानी बताई। अख्तर ने हेलो ऐप पर लाइव सेशन में हिस्सा लिया और कई बातें शेयर कीं। अख्तर ने कहा, 'साल 2005 में मुझे ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस भेज दिया गया। मुझ पर तब एक महिला से रेप के भी आरोप लगे। पाकिस्तानी टीम का एक और साथी मेरे साथ था और उसकी महिला के साथ कुछ गलतफहमी हो गई। पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट ने उस लड़के का नाम छिपाया।' पढ़ें, उन्होंने आगे कहा, 'मैंने तब बोर्ड से पूछा था लेकिन पीसीबी ने नाम नहीं जाहिर किया और कह दिया कि शोएब तब वहां नहीं थे। जब यह मामला हुआ, तब सभी ने मुझे शक की नजर से देखा।' अख्तर के बारे में तब यह भी कहा गया था कि उन्हें हैमस्ट्रिंग चोट थी। इतना ही नहीं, उन पर तब पीसीबी ने नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर जुर्माना भी लगाया था। हूटिंग के एक वाकये को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'साल 2004 में कोलकाता वनडे में रन आउट हुए, लोगों को लगा कि यह मेरी गलती थी। तब मेरे खिलाफ काफी हूटिंग हुई और मुझे सब झेलना पड़ा। हालांकि मुझे नस्लवाद जैसा कभी कुछ देखने को नहीं मिला, ना भारत में , ना पाकिस्तान में और ना ही ऑस्ट्रेलिया में।' पढ़ें, उन्होंने आगे बताया कि एक बार साल 2000 में उन्हें कुछ सीनियर खिलाड़ी पीटने तक आ गए थे। उन्होंने कहा, 'बात 1999-2000 के आसपास की है। छह सीनियर खिलाड़ी, जिसमें एक ओपनर भी शामिल था, मुझे पीटने को आ गए थे। उन्होंने कहा कि तुम खुद को क्या समझते हो।' अख्तर ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका मेरे लिए सबसे मुश्किल टीम थी, मुझे भी उनके खिलाफ खेलने में मजा आता था। मुझे लगता है कि गेंदबाजी इन देशों में आसान नहीं थी। गाबा, दिल्ली, केपटाउन मेरे पसंदीदा मैदान थे। मुझे कोलकाता में खेलने में सबसे ज्यादा मजा आया।' उन्होंने साथ ही कहा कि टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन सौरभ गांगुली सबसे बहादुर क्रिकेटर थे, जिन्होंने उनकी तेज गेंदो का सामना किया। अख्तर ने कहा, 'लोग कहते थे कि सौरभ (गांगुली) गेंदें ज्यादा लेते हैं, बुजदिल हैं लेकिन यह सब फिजूल बात है। मेरी नजर में वह सबसे बहादुर क्रिकेटर थे, जिन्होंने मेरी गेंदों का सामना किया।'

सैमसन बोले- दोस्त हैं पंत, कोई कॉम्पिटिशन नहीं June 08, 2020 at 03:32AM

नई दिल्लीभारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज और युवा को लेकर अकसर तुलना की जाती है, लेकिन केरल के इस बल्लेबाज का मानना है कि टीम में जगह बनाने के लिए पंत से उनकी किसी तरह की प्रतिस्पर्धा नहीं है। साल 2015 में इंटरनैशनल डेब्यू करने वाले सैमसन ने कहा कि यह सब टीम संयोजन पर निर्भर करता है। 25 वर्षीय सैमसन ने टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम से खास बातचीत में कहा, 'टीम में जगह के लिए कभी ऋषभ पंत को प्रतिस्पर्धा में नहीं माना। मुझे लगता है कि यह सब टीम संयोजन पर निर्भर करता है। मैंने कभी इसके बारे में नहीं सोचा।' पढ़ें, उन्होंने आगे कहा, 'जब एक क्रिकेटर के रूप में आप प्रतिस्पर्धा कर रहे हों या जब आप खेल में उतरने की कोशिश कर रहे हों, तो इन सब चीजों पर ध्यान देना सही नहीं है। मुझे नहीं लगता कि यह क्रिकेट खेलने का तरीका है।' सैमसन ने 2015 में इंटरनैशनल डेब्यू किया और जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 इंटरनैशनल मैच खेला। इस मैच में उन्होंने 19 रन बनाए लेकिन फिर ब्लू जर्सी के लिए उन्हें 5 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने इसी साल यानी 2020 में श्रीलंका के खिलाफ पुणे में और न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन और माउंट माउंगानुई में टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। हालांकि इन तीनों ही मैचों में वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। उन्होंने कहा, 'ऋषभ और मैंने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलना शुरू किया और हमने एक साथ बहुत समय बिताया। हम वास्तव में अच्छे दोस्त हैं। वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। हमें एक साथ खेलने में काफी अच्छा लगा। मैंने उनके साथ बहुत सारी पारियां खेली हैं।' केरल के इस बल्लेबाज ने कहा, 'मुझे याद है कि हमने गुजरात लॉयंस के खिलाफ दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए एक मैच खेला था। हमने पूरे मैदान में छक्के लगाए और 200 से अधिक रन का पीछा किया। मैं अब भी पंत के साथ उस साझेदारी को याद करता हूं।' पढ़ें, सैमसन ने कहा, 'जब भी लोग मुझसे पंत के साथ मेरी प्रतिस्पर्धा के बारे में बात करते हैं, तो मैं उनके साथ खेलने के बारे में सोचता हूं, जो मुझे काफी पसंद है। सिर्फ खेलने के लिए ही नहीं, हम साथ में बहुत मस्ती भी करते हैं।' उन्होंने कहा, 'हम गेंदबाजों पर हावी हैं और हमने अतीत में भी ऐसा किया है। इसलिए मैं हमेशा पंत के साथ खेलने का इंतजार करता हूं।'

नीशम बोले- योजना, संकल्प और टीम वर्क से न्यूजीलैंड कोरोना फ्री हुआ; भारतीय यूजर ने कहा- मुंबई से भी कम आबादी है आपके देश की June 08, 2020 at 03:02AM

न्यूजीलैंड ने कोरोनावायरस को पूरी तरह हरा दिया है। 22 मई के बाद यहां कोई मामला सामने नहीं आया। 13 जून से यहां दर्शकों के साथ नेशनल रग्बी लीग भी शुरू होने जा रही है। इस उपलब्धि पर क्रिकेटर जिमी नीशन ने ट्वीट कर देशवासियों को बधाई दी।

नीशम ने कहा, ‘‘एक बार फिर महान कीवी (न्यूजीलैंड) ने अपनी काबिलियत दिखाई है। योजना, संकल्प और टीम वर्क के साथ बेहतरीन काम किया।’’

भारतीय यूजर की नीशम ने तारीफ की
नीशम के ट्वीट पर एक भारतीय यूजर ने कहा, ‘‘आपकी जनसंख्या 40 लाख है। न्यूजीलैंड से ज्यादा आबादी तो मुंबई की है।’’ इस पर नीशम ने एक जिफ शेयर कर यूजर की तारीफ की।

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प्रधानमंत्री जेसिंडा ने कहा- देश कोरोना मुक्त हुआ
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने सोमवार को कहा कि देश कोरोना मुक्त हो गया है। उन्होंने कहा- मुझे अपने देश और यहां के लोगों पर गर्व है। हमने एक बेहद मुश्किल जंग को मिलकर जीता। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आखिरी मरीज 50 साल की महिला थी। उसका इलाज ऑकलैंड के एक नर्सिंग होम में हुआ।

न्यूजीलैंड ने इस तरह कोरोना को हराया
फरवरी के आखिर में यहां कोरोना की आहट सुनाई दी। सरकार ने मेडिकल एक्सपर्ट्स के साथ 4 सू्त्रीय कार्यक्रम बनाया। इसमें 43 प्वॉइंट थे। इन पर सख्ती से अमल करने का फैसला किया गया। 7 हफ्ते का सख्त लॉकडाउन रहा। हर हफ्ते समीक्षा की गई। देश में कुल 1154 मामले सामने आए। 22 लोगों की मौत हुई। करीब 3 लाख लोगों का टेस्ट हुआ।



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न्यूजीलैंड के क्रिकेटर जिमी नीशम ने कहा- एक बार फिर महान कीवी (न्यूजीलैंड) ने अपनी काबिलियत दिखाई है। इस उपलब्धि पर देशवासियों को बधाई। -फाइल फोटो

SENA देशों में नहीं बढ़ पाया स्पिनरों का दबदबा June 08, 2020 at 01:11AM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाए रखने के लिए स्पिनरों को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं। वहीं, अगर आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले दशक में ‘’ (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) देशों में स्पिनरों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। ऐसे में किसी भी कप्तान के लिए ऐसी परिस्थितियों में धीमी गति के दो गेंदबाजों को रखना परेशानी का सबब बन सकता है। पूर्व कोच कुंबले ने हाल में कहा था कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी टेस्ट मैचों में दो स्पिनरों के साथ खेलने का चलन शुरू करना होगा लेकिन पिछले एक दशक (एक जनवरी 2010 से लेकर 31 दिसंबर 2019 तक) के आंकड़े बताते हैं कि इन देशों में तेज गेंदबाजों की ही तूती बोली है। पिछले एक दशक में स्पिनरों ने क्रिकेट खेलने वाली सभी देशों में कुल मिलाकर प्रति टेस्ट 12.03 विकेट लिए लेकिन जहां तक ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की बात है तो इन देशों में यह आंकड़ा प्रति टेस्ट 6.4 रह जाता है। पढ़ें, दूसरी तरफ तेज गेंदबाजों ने ओवरऑल जहां प्रति टेस्ट 19.20 विकेट लिए, वहीं ‘SENA’ देशों में उन्हें प्रत्येक टेस्ट में औसतन 24.87 विकेट मिले। गौर करने की बात यह है कि 2000 के दशक में स्पिनरों ने कुल मिलाकर प्रति टेस्ट 9.79 विकेट हासिल किए थे और ‘SENA’ देशों में उनका आंकड़ा 6.8 था। स्वाभाविक है इन चार देशों में स्पिनरों के प्रदर्शन में गिरावट आई है। यही नहीं, 2010 के दशक में स्पिनरों ने ‘SENA’ देशों में केवल 40 बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट और पांच बार मैच में दस या इससे अधिक विकेट लिए जबकि इस बीच इस मामले में ओवरऑल आंकड़ा 250 और 47 रहा। इससे पहले के दशक में हालांकि स्पिनरों ने ‘SENA’ देशों में 69 बार पांच या अधिक विकेट तथा 13 बार दस या अधिक विकेट हासिल किए थे जिसकी ओवरऑल आंकड़े (228 और 51) में कुछ जीवंत उपस्थिति नजर आती है। SENA देशों में स्पिनरों का सबसे अच्छा प्रदर्शन 1970 के दशक में रहा था जब उन्होंने प्रति टेस्ट 8.23 विकेट लिए थे लेकिन अस्सी के दशक में यह आंकड़ा 6.02 और नब्बे के दशक में 6.5 रह गया था। सत्तर के दशक में स्पिनरों का क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों में आंकड़ा 10.44 विकेट प्रति टेस्ट था। उसके बाद 2010 के दशक में ही यह आंकड़ा दोहरे अंक में पहुंच पाया। पढ़ें, अगर SENA देशों में स्पिनरों के प्रदर्शन पर गौर करें तो उपमहाद्वीप के केवल दो स्पिनर इन देशों में विकेटों का शतक लगा पाए हैं। इनमें से कुंबले ने 35 टेस्ट मैचों में 141 विकेट और दिग्गज मुथैया मुरलीधरन ने 23 मैचों में 125 विकेट लिए। इनके बाद बिशन सिंह बेदी (90 विकेट), मुश्ताक अहमद (84), ईरापल्ली प्रसन्ना (78), दानिश कानेरिया (75) और भगवत चंद्रशेखर (71) का नंबर आता है। ‘SENA’ देशों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले स्पिनरों में दिग्गज ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न शामिल हैं जिन्होंने अपने 708 टेस्ट विकेट में से 558 विकेट इन चार देशों में लिए हैं। उनके बाद (274 विकेट), डेनियल विटोरी (229), डेरेक अंडरवुड (219) और क्लेरी ग्रिमेट (216) का नंबर आता है।

'दांतों में तार के साथ ऑस्ट्रेलिया नहीं जा सकता था' June 08, 2020 at 02:25AM

ऑकलैंडन्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ने बताया है कि जब उन्हें 2011 में पहली बार टीम में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया था, तब उनके दांतों में तार बंधे हुए थे। बोल्ट ने होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इस मैच को न्यूजीलैंड ने सात रनों से जीत लिया था। बोल्ट ने अपनी टीम के साथी काइल जैमिसन के साथ टीम के यूट्यूब चैनल पर पोडकास्ट में कहा, ‘मैं जब चुना गया था उससे एक सप्ताह पहले मेरे दांतों में तार बंधे हुए थे। मुझे याद है कि मैं डेंटिस्ट के पास गया था और उनसे कहा था कि मैं दांतों में तार के साथ ऑस्ट्रेलिया नही जा सकता।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘मुझे खास तौर पर यह याद है। मैं वहां बल्लेबाजी करने गया, मैंने अपने आप को पूरी तरह से पैक कर लिया था। मुझे देखर ब्रैड हेडिन ने कहा था कि भाई क्या तुम्हारी मां जानती है कि तुम कौन हो।’ बोल्ट ने जब पदार्पण किया तब वह 22 साल के थे। बोल्ट को चोटिल डेनियल विटोरी के स्थान पर टीम में जगह मिली थी। इस समय बोल्ट अपनी टीम के मुख्य तेज गेंदबाज हैं और मौजूदा समय के बेहतरीन गेंदबाजों में गिने जाते हैं।

2021 में नहीं हुए ओलिंपिक तो रद्द होंगे: IOC अधिकारी June 08, 2020 at 12:43AM

ब्रसेल्सअंतरराष्ट्रीय समिति (आईओसी) से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि तोक्यो ओलिंपिक यदि 2021 में तय की गई तारीखों पर नहीं हुए तो इन्हें रद्द किया जाएगा। आईओसी की कॉ-ऑर्डिनेशन कमिटी के चेयरमैन पिएरे ओलिवर बेकर्स-वियुजांट ओलिवर ने कहा कि वह इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि खेल अगले साल 23 जुलाई को शुरू हो जाएंगे। ओलिवर ने साथ ही कहा कि इस स्तर के टूर्नमेंट को एक बार से ज्यादा स्थगित करना असंभव है। उन्होंने बेल्जियम के अखबार एल-एवेनीर से कहा, ‘आज हर कोई इस बात को लेकर आश्वस्त है कि टूर्नमेंट 23 जुलाई 2021 को शुरू हो जाएगा। हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि खेल 2021 में हो सकेंगे अन्यथा नहीं हो पाएंगे।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘इस तरह के प्रोजेक्ट को बार-बार स्थगित करना मुश्किल है क्योंकि इसमें काफी सारा पैसा खर्च होता है और कई हजार लोग इसमें जुड़े होते हैं।’ इस बात को आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक भी पहले दोहरा चुके हैं कि अगर ओलिंपिक 2021 में 23 जुलाई से आठ अगस्त के बीच में नहीं होते हैं तो फिर इनके आयोजन के लिए दूसरा कोई प्लान नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर लैंगेरक कोरोना पॉजिटिव June 08, 2020 at 12:25AM

तोक्योजापान की फुटबॉल जे-लीग की फर्स्ट डिवीजन टीम नगोया ग्रैम्पस के ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। लैंगेरक कोरोना से संक्रमित होने वाले क्लब के दूसरे खिलाड़ी हैं। जापान की समाचार एजेंसी क्योडो की रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया के लिए आठ अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले लैंगेरक में हालांकि किसी तरह के लक्षण नजर नहीं आए थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले नगोया के स्ट्राइकर मू कानाजाकी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 31 साल के कानाजाकी ने टीम के ट्रेनिंग सेशन के बाद सिरदर्द और बुखार की शिकायत की थी। इसके बाद उनकी कोरोना जांच कराई गई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पढ़ें, इसके बाद उनके सम्पर्क में आए 26 खिलाड़ियों ने अपना टेस्ट कराया। लैंगेरक जनवरी 2018 में नगोया से जुड़े थे। इससे पहले वह बुंडेसलीगा के डॉर्टमंड और स्टटगार्ड जैसे क्लबों की तरफ से खेल चुके हैं। माना जा रहा है कि इससे जे-लीग के दोबारा सीजन शुरू करने की तैयारियों को झटका लग सकता है। पिछले हफ्ते ही फर्स्ट डिवीजन लीग को खाली स्टेडियम में चार जुलाई से शुरू करने का फैसला लिया गया था।

2028 गेम्स को लेकर खेल मंत्री रिजिजू बोले- भारत टॉप-10 में आएगा, यह बात ऐसे ही नहीं बोल रहा, हमारी तैयारी शुरू June 08, 2020 at 01:34AM

केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू का कहना है कि भारत 2028 के ओलिंपिक में टॉप-10 देशों में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि वे यह बात सिर्फ ऐसे ही नहीं बोल रहे हैं, बल्कि इस दिशा में तैयारियां शुरू भी कर दी गई हैं। उन्होंने टेबल-टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान यह कहा।

खेल मंत्री के मुताबिक, ‘‘जूनियर एथलीट्स भविष्य के चैम्पियंस हैं। उन्हें ध्यान में रखकर ही हमने प्लानिंग की है। हम जूनियर खिलाड़ियों को प्रोफेशनल कोचिंग के साथ तकनीकी सहयोग दे रहे हैं। वर्ल्ड चैम्पियन तैयार करने के लिए 4 से 8 साल का वक्त लगता है और इसकी शुरुआत हो चुकी है।’’

2024 में पहले से ज्यादा मेडल जीतेंगे
रिजिजू ने कहा, ‘‘2024 गेम्स हमारे मिड टर्म गोल का हिस्सा है। हमारा मुख्य लक्ष्य 2028 ओलिंपिक है। मैं जब खेल मंत्री बना तो हमारे पास सीमित टैलेंट और मेडल जीतने वाले संभावितों की संख्या कम थी। 2024 में हमारे पास ऐसी टीम होगी, जो पहले से ज्यादा मेडल जीतेगी। लेकिन 2028 को लेकर मैं पूरे विश्वास से कह सकता हूं कि हम टॉप-10 में आएंगे और इसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान भी सरकार ने एथलीट्स को बकाया राशि का भुगतान किया है। हमने स्टायपंड नहीं रोके हैं। खासतौर पर जूनियर एथलीट्स का खास ध्यान रखा है। उनका एक भी रुपया बकाया नहीं रखा है।’’

वन स्टेट, वन गेम्स योजना से खिलाड़ी तैयार होंगे
मिशन 2028 के लिए खेल मंत्रालय ने वन स्टेट, वन गेम्स योजना भी तैयार की है। इसके लिए 14 खेल चुने गए हैं। राज्यों को ये खेल गोद दिए गए हैं। राज्यों पर ही इनके खिलाड़ियों को तैयार करने की जिम्मेदारी होगी।

वन स्टेट, वन गेम्स के तहत हरियाणा समेत 5 राज्य ओलिंपिक के लिए बॉक्सर तैयार करेंगे। दिल्ली समेत 3 राज्यों ने पहलवानों को तैयार करने की जिमेदारी ली है। मध्य प्रदेश अकेला राज्य होगा, जो निशानेबाज तैयार करेगा। 4 खेलों में आर्चरी, बॉक्सिंग, शूटिंग, बैडमिंटन, रेसलिंग, हॉकी, साइक्लिंग, एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, टेबल टेनिस, स्विमिंग, जूडो, फेंसिंग और रोइंग शामिल है।

इन खेलों के एक्सीलेंस सेंटर भी शुरू होंगे
जूडो, हॉकी, फेंसिंग और साइक्लिंग के सेंटर शुरू भी हो चुके हैं। इन सेंटरों पर जूनियर खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के साथ पढ़ाई का भी इंतजाम किया गया है। इसके लिए कई स्कूलों से करार किया गया है।

ओलिंपिक में इन 14 खेलों में भारत का प्रदर्शन
खेल मंत्रालय ने जिन 14 खेलों को वन स्टेट और वन गेम्स के तहत शामिल किया है, उसमें भारत ने अब तक कुल 24 मेडल जीते हैं। हॉकी में भारत ने अब तक 8 गोल्ड, 1 सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं जबकि कुश्ती में कुल 4 पदक जीते हैं। इसमें एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज शामिल हैं।



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खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा- जूनियर एथलीट्स भविष्य के चैम्पियंस हैं। उन्हें ध्यान में रखकर ही हमने प्लानिंग की है। -फाइल फोटो

भारतीय खिलाड़ी ने डेविड बेकहम की तरह 10 मीटर की दूरी से बनाना किक लगाई, दोस्त के सिर पर रखी बोतल गिरी June 08, 2020 at 12:39AM

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें खिलाड़ी इंग्लैंड के पूर्व कप्तान डेविड बेकहम की तरह बनाना किक (हवा में घूमती हुई) लगाते हुए नजर आ रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि करीब 10 मीटर की दूरी से लगाई गई इस किक से खिलाड़ी ने अपने दोस्त के सिर पर रखी बोतल गिरा दी।

इस वीडियो को एशियन फुटबॉल कॉन्फेडरेशन (एएफसी) ने ट्विटर पर शेयर किया है। हालांकि, यह खिलाड़ी किस राज्य का है, यह पता नहीं चल सका है। एक यूजर ने लिखा कि मेरा देश महान है।कई यूजर्स पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी से तुलना कर रहे हैं। यह दोनों भी शानदार बनाना किक लगाते हैं।

भारतीय गोलकीपर का शानदार प्रदर्शन
वहीं, नॉर्वे के राजदूत एरिक सोल्हैम ने भी एक भारतीय गोलकीपर का वीडियो शेयर किया। इसमें विपक्षी खिलाड़ी गोल के लिए लगातार हमले करते दिख रहे हैं, लेकिन गोलकीपर शानदार खेल दिखाते हुए उन्हें कामयाब नहीं होने देता है।

राजदूत ने लिखा, बहुत शानदार, यह वीडियो देखिए! क्यों भारतीय टीम फुटबॉल में वर्ल्ड कप नहीं जीत रहा है?

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बड़ी फुटबॉल लीग फिर शुरू हो रहीं
कोरोनावायरस के कारण इन दिनों ज्यादातर खेल रुके हुए हैं। फुटबॉल में यूरोप की टॉप लीग में शामिल जर्मनी की बुंदेसलिगा शुरू हो चुकी है, जो बगैर दर्शकों के खेली जा रही है। इंग्लैंड की प्रीमियर लीग भी 17 से शुरू होने वाली है। स्पेनिश लीग ला लिगा और इटली की सीरी-ए भी जून में शुरू होने जा रही हैं। इससे इतर वियतनाम में दर्शकों के साथ प्रोफेशनल फुटबॉल लीग शुरू हो गई है। शुक्रवार को एक मैच में करीब 30 हजार फैन्स मैच देखने पहुंचे थे।



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कई यूजर्स भारतीय फुटबॉलर की तुलना पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी से रहे हैं। मौजूदा समय में यह दोनों भी शानदार बनाना किक लगाते हैं।

माइकल क्लार्क ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ से सम्मानित, कहा- ऐसा लगा किसी ने जून में अप्रैल फूल जैसा मजाक किया June 07, 2020 at 11:06PM

पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क को सोमवार को ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ के सामान्य डिवीजन में अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह एक तरह का राष्ट्रीय सम्मान है, जो कि किसी उपलब्धि या सेवा के लिए दिया जाता है। क्लार्क ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 2015 वनडे वर्ल्ड कप जिताया था।

क्लार्क ने चैनल 9 से कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो, मुझे लगा कि जून में किसी ने मेरे साथ अप्रैल फूल जैसा मजाक किया है। बहुत हैरान हूं, लेकिन सच कहूं तो बहुत ज्यादा सम्मानित महसूस
कर रहा हूं।’’

पोटिंग और बॉर्डर को भी सम्मान मिल चुका
इससे पहले यह सम्मान एलेन बॉर्डर, स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग, मार्क टेलर और बॉब सिंपसन को मिल चुका है। क्लार्क को यह सम्मान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक खिलाड़ी के तौर पर असाधारण सेवा देने के लिए मिला है।

क्लार्क ने टेस्ट में 28 और वनडे में 8 शतक लगाए
क्लार्क ने 2015 वर्ल्ड कप खिताब जीतने के बाद संन्यास ले लिया था। उन्होंने 115 टेस्ट में 8643, 245 वनडे में 7981 और 34 टी-20 में 488 रन बनाए हैं। क्लार्क ने टेस्ट में 28 और वनडे में 8 शतक लगाए हैं। आईपीएल के 6 मैच में क्लार्क के नाम 98 रन हैं।



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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने 115 टेस्ट में 8643, 245 वनडे में 7981 और 34 टी-20 में 488 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में 28 और वनडे में 8 शतक लगाए हैं। -फाइल फोटो

न्यूजीलैंड में 13 जून से सुपर रग्बी लीग, दर्शकों की मौजूदगी में शुरू होने वाला पहला प्रोफेशनल स्पोर्ट्स इवेंट June 07, 2020 at 10:24PM

न्यूजीलैंड में कोरोनावायरस की वजह से लोगों के इकठ्ठा होने पर लगी रोक सोमवार को हटा ली गई। अब लोग स्टेडियम में मैच का मजा ले सकेंगे। इसकी शुरुआत सुपर रग्बी लीग से होगी। इसके मुकाबले 13 जून से होंगे। पहला मैच ड्यूनेडिन में हाइलैंडर्स और चीफ के बीच होगा। इस मुकाबले में 25 हजार दर्शकों के आने की उम्मीद है।

टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड की पांच रग्बी टीमें अगले 10 हफ्तों में एक-दूसरे के खिलाफ होम और अवे मैच खेलेंगी। यह दुनिया की पहली प्रोफेशनल लीग होगी, जिसमें दर्शकों को स्टेडियम में आने की मंजूरी मिली है।

फैन्स की मौजूदगी में खेलने को तैयार: न्यूजीलैंड रग्बी

न्य़ूजीलैंड रग्बी के चीफ एग्जीक्यूटिव मार्क रॉबिनसन ने कहा, ‘‘यह गर्व की बात है कि हम पहली पेशेवर स्पोर्ट्स लीग हैं, जिसमें शामिल टीमें फैन्स की मौजूदगी में खेलेंगी।’’

फैंस बिना सोशल डिस्टेंसिंग के मैच देख सकेंगे

न्यूजीलैंड ने कोरोना को काफी हद तक काबू में कर लिया है। देश में बीते 17 दिनों में कोरोना का कोई नया मामला नहीं सामने आया है। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में सोमवार आधी रात से अलर्ट लेवल-1 रहेगा। इसके तहत सार्वजनिक कार्यक्रमों की इजाजत होगी, इसमें खेल गतिविधियां भी शामिल हैं। फैन्स बिना सोशल डिस्टेंसिंग के स्टेडियम में मैच देखने आ सकेंगे। लेकिन फिर भी कई तरह की एहतियात बरतनी होगी।

सार्वजनिक कार्यक्रमों में आने वाले लोगों को डेटाबेस तैयार होगा

उन्होंने बताया कि हम कोविड-19 को लेकर टिकट बेचने वाली और बड़े इवेंट ऑर्गेनाइज करने वाली एजेंसियों के सम्पर्क में हैं। इनकी मदद से बड़े आयोजनों में इकठ्ठा होने वाले लोगों के फोन नंबर और एड्रेस का डेटाबेस रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में इसका इस्तेमाल किया जा सके।

फिलहाल हमें लग रहा है कि हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं, जहां कोरोना फिर से देश में नहीं फैलेगा। लेकिन खेल या बड़े सार्वजनिक आयोजनों में अगर एक केस भी सामने आता है तो फिर हमें बड़े पैमाने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करनी होगी। इसमें यह डेटाबेस मदद करेगा।

जून मेंतीन बड़ी फुटबॉल लीग बिना दर्शकों के शुरू होगी
न्यूजीलैंड के अलावा स्पेन में ला लिगा, इंग्लैंड में इग्लिश प्रीमियर लीग और इटली में सीरी-ए इसी महीने शुरू हो रही हैं। लेकिन तीनों लीग में मुकाबले खाली स्टेडियम में होंगे और दर्शकों की आने की मंजूरी नहीं है।



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न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डन ने बताया कि मैच देखने आने वाले दर्शकों के फोन नंबर और एड्रेस का डेटाबेस रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा सके। -फाइल

यदि टी-20 वर्ल्ड कप टलता है, तो उसकी जगह बीसीसीआई को आईपीएल कराने का पूरा अधिकार: माइकल होल्डिंग June 07, 2020 at 09:44PM

वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज और कमेंटेटर माइकल होल्डिंग ने कहा कि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप होना मुश्किल है। यदि टूर्नामेंट नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) कराने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई गलत नहीं है, क्योंकि टी-20 वर्ल्ड कप नहीं होने के बाद सभी क्रिकेट बोर्ड को अपना घरेलू टूर्नामेंट कराने का अधिकार है।

इस साल टी-20 वर्ल्ड कप 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच ऑस्ट्रेलिया में होना है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला 10 जून को होने वाली आईसीसी की बैठक में लिया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि टी-20 वर्ल्ड कप के टलने की पूरी संभावना है। क्योंकि कोरोना के कारण कई देशों के बीच अभी हवाई सेवा शुरू नहीं हो सकी है।

‘आईसीसी पर आरोप लगानागलत’
होल्डिंग ने इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में देरी कर आईपीएल के लिए जगह बना रहा है। आईसीसी पर इस तरह के आरोप लगाना गलत है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया सरकार ने अपने यहां विदेशियों के आने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। वहीं अभी कई देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू नहीं हो सकी है।’’

‘लार के प्रतिबंध से समस्या नहीं’
पूर्व गेंदबाज ने कहा, ‘‘गेंद को चमकाने के लिए लार के प्रतिबंध के प्रस्ताव से कोई व्यवहारिक समस्या नहीं होगी। मुझे नहीं लगता कि लार पर प्रतिबंध एक गंभीर समस्या है। समस्या सिर्फ यह रहेगी कि क्रिकेटरों को इसको अपनाने में कुछ समय लगेगा। जब आप मैदान पर होते हैं और आप गेंद को चमकाना चाहते हैं, तो आप लार का इस्तेमाल करते हैं, खिलाड़ियों के लिए यह एक स्वभाविक प्रक्रिया है।’’

‘गेंद को चमकाने के लिए पसीने का इस्तेमाल करें’
होल्डिंग ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह पसीना बेहतर हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘आपको केवल गेंद पर नमी लानी होती है, जो आप पसीने से भी कर सकते हैं। आपको लार का इस्तेमाल नहीं करना होगा। आपके हाथ या माथे का पसीना लार के जैसा ही काम करेगा। मैंने किसी को यह कहते नहीं सुना कि कोविड-19 पसीने से फैल सकता है।’’

पिच के छेड़छाड़ करना सही नहीं
हाल ही में कुंबले ने कहा था कि क्रिकेट में बल्ले और गेंद के बीच रोमांच बनाए रखने के लिए पिच का इस्तेमाल होना चाहिए। इस बात से होल्डिंग सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिच के
साथ छेड़छाड़ करने में विश्वास नहीं करता।’’ होल्डिंग ने मौजूदा पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज के रूप में ऑस्ट्रेलियाई पैट कमिंस को चुना। उन्होंने कहा कि इससे पहले वे डेन स्टेन के बड़े फैन थे।

टी-20 से वनडे को कोई खतरा नहीं
होल्डिंग ने इस बात से इंकार किया कि टी-20 के कारण वनडे पर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि आईसीसी को कभी भी 50 ओवरों के क्रिकेट से छुटकारा मिलेगा,
क्योंकि इस फॉर्मेट की टीवी राइट्स से मोटी कमाई होती है।’’ उन्होंने कहा कि वे टी-20 के प्रशंसक नहीं है, लेकिन अभी क्रिकेट को छोटे से छोटा बनाने का सही समय है।



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वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग (दाएं) ने कहा- मुझे नहीं लगता कि आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में देरी कर आईपीएल के लिए जगह बना रहा है। आईसीसी पर इस तरह के आरोप लगाना गलत है। -फाइल फोटो