Thursday, June 25, 2020

अध्यक्ष पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया अगले हफ्ते से शुरू हो सकती है, इंग्लैंड के कोलिन ग्रेव्स और बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली दावेदार June 25, 2020 at 07:39PM

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बोर्ड मीटिंग हुई। इसमें अध्यक्ष पद के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया को लेकर चर्चा की गई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी। आईसीसी ने उम्मीद जताई है कि अगले हफ्ते होने वाली बैठक के बाद नामांकन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।

आईसीसी के मौजूदा अध्यक्ष शशांक मनोहर का कार्यकाल मई में ही खत्म हो चुका है। वे अपना कार्यकाल नहीं बढ़ाना चाहते हैं। आईसीसी बोर्ड ने इस बात पर चर्चा की कि नए अध्यक्ष के लिए चुनाव कराया जाए या फिर चयन किया जाए।

चुनाव प्रक्रिया पर सभी सदस्यों की सहमति जरूरी
आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने कहा, ‘‘मीटिंग में चुनाव को लेकर बातचीत हुई। मुझे विश्वास है कि अगले हफ्ते तक नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अभी कई मामलों पर सभी की सहमति बाकी है और उम्मीद है कि वह अगले सप्ताह बन जाएगी।’’

नए अध्यक्ष पद के लिए कोलिन ग्रेव्स का नाम सबसे आगे
आईसीसी के नए अध्यक्ष पद के लिए इंग्लैंड बोर्ड के मौजूदा चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स का नाम सबसे आगे है। साथ ही बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की भी मजबूत दावेदारी मानी जा रही है। हालांकि, बीसीसीआई पहले ही साफ कर चुका है कि गांगुली आईसीसी अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने के मूड में हैं। वहीं, खबर है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी भी दावेदारी पेश कर सकते हैं, लेकिन बीसीसीआई सपोर्ट नहीं करेगी। बीसीसीआई का मानना है कि यदि मामला पेचिदा होता है, तो गांगुली भी अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।

आईसीसी चेयरमैन के लिए गांगुली भी उम्मीदवारी पेश कर सकते हैं
पिछले हफ्ते ही एक सीनियर बीसीसीआई अधिकारी ने कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि मनोहर चेयरमैन का पद छोड़ने वाले नहीं हैं। वे कार्यकाल बढ़ाने की कोशिश करेंगे। इंग्लैंड बोर्ड के अध्यक्ष कोलिन ग्रेव्स अब भी पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। यदि सौरभ गांगुली उम्मीदवार नहीं होते हैं, तो बीसीसीआई भी ग्रेव्स को सपोर्ट करेगी। यदि सर्वसम्मति से फैसला नहीं होता है, तो फिर गांगुली भी नामांकन करेंगे और लड़ाई रोमांचक होगी।’’

टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसले का बीसीसीआई को इंतजार
इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप कोरोना के कारण टलेगा या नहीं, इसको लेकर भी आईसीसी को फैसला करना है। टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। बीसीसीआई भी इस फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। यदि वर्ल्ड कप टलता है, तो बीसीसीआई उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) कराने पर विचार कर रहा है। फिलहाल, 29 मार्च से होने वाला आईपीएल वायरस के कारण अनिश्चितकाल के लिए पहले ही टाला जा चुका है।

2016 में पहली बार चुने गए थे
आईसीसी के पहले स्वतंत्र अध्यक्ष के रूप में मनोहर का चयन मई 2016 में हुआ था। इसके बाद मार्च 2017 में उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि 2018 में उन्हें 2 साल के कार्यकाल के लिए अध्यक्ष पद पर फिर से चुना गया था।

मनोहर बीसीसीआई को कई बार नाराज कर चुके
आईसीसी में मनोहर के कार्यकाल के दौरान कुछ ऐसे फैसले भी लिए गए, जिनकी वजह से बीसीसीआई नाराज हुआ है। हाल ही में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अर्ल एडिंग्स के नेतृत्व में एक कार्यसमिति का गठन किया गया, जिसमें भारत का कोई प्रतिनिधि नहीं था। इस बात ने बीसीसीआई अधिकारियों को हैरान कर दिया था।

नागपुर के रहने वाले वकील मनोहर और बीसीसीआई कई मामलों को लेकर आमने-सामने आ चुके हैं। मनोहर के पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन से रिश्ते ठीक नहीं थे। इसी कारण यह विवाद अब तक चला आ रहा है।



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यदि सौरभ गांगुली आईसीसी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार नहीं होते हैं, तो बीसीसीआई इंग्लैंड बोर्ड के चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स (दाएं) को सपोर्ट करेगी। -फाइल फोटो

वर्ल्ड कप मैच से पहले पाकिस्तानी फैन ने दीं गालियां: विजय शंकर June 25, 2020 at 07:33PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर ने हाल ही में खुलासा किया कि मैनचेस्टर में भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप 2019 मुकाबले से पहले पाक फैंस ने भारतीय खिलाड़ियों को गालियां दी थीं। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के मैदान पर कई कड़े मुकाबले देखे गए हैं। दोनों टीमों के बीच किसी भी मुकाबले में रोमांच चरम पर होता है। भारत और पाकिस्तान के बीच मैदान पर हो रहे मुकाबले के साथ-साथ फैंस में भी काफी प्रतिस्पर्धा होती है। दोनों देशों के फैंस एक-दूसरे की टीम का हौसला बढ़ाने का काम करते हैं। विजय, जो बीते साल अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रहे थे, ने बताया कि कैसे जब भारतीय टीम कॉफी पी रही थी तो पाकिस्तानी फैन ने उन्हें गालियां दीं। टीम इंडिया के प्रशंसकों के समूह, भारत आर्मी के साथ पॉडकास्ट में बात करते हुए शंकर ने उस घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तानी फैन उस पूरी घटना की रिकॉर्डिंग भी कर रहा था। हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देने का फैसला किया। इसे भी पढ़ें- उन्होंने कहा, 'हम कुछ खिलाड़ी मैच से एक दिन पहले कॉफी पीने गए थे, तब एक पाकिस्तानी फैन हमारे पास आया वह हमें गालियां देने लगा। तो भारत-पाकिस्तान मैच का यह मेरा पहला अनुभव था।' उन्होंने कहा, 'हम बस सुनते रहे। वह गालियां दे रहा था और सब कुछ रिकॉर्ड कर रहा था, तो हम रिऐक्ट भी नहीं कर सकते थे। हम सब बैठकर देखते रहे कि वह क्या कर रहा है।' शंकर ने वर्ल्ड कप में अपना पहला मैच ही पाकिस्तान के खिलाफ खेला। उन्होंने टूर्नमेंट की अपनी पहली ही गेंद पर विकेट लिया। शंकर ने इमाम-उल-हक को आउट कर भारत को पहली कामयाबी दिलाई थी। भारत की पाकिस्तान पर जीत में रोहित शर्मा स्टार रहे। उन्होंने 113 गेंद पर 140 रन की धमाकेदार पारी खेली थी। भारत ने उनकी पारी के दम पर 5 विकेट पर 336 रन का स्कोर खड़ा किया था। ओल्ड ट्रैफर्ड मैनचेस्टर में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए यह विशाल स्कोर खड़ा किया। पाकिस्तान की टीम अपने कोटे के 40 ओवर में 212 रन ही बना पाई। भारत ने DLS से यह मैच 89 रन से जीता। इस जीत के साथ भारत ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जीत का सिलसिला कायम रखा। भारत ने पाकिस्तान को वर्ल्ड कप के सात मैचों में हराया है।

वनडे इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप 5 गेंदबाज June 25, 2020 at 06:57PM

प्रारूप कोई भी हो गेंदबाजों की भूमिका काफी अहम होती है। वनडे क्रिकेट भले ही बल्लेबाजों के लिए मुफीद माना जाता हो लेकिन गेंदबाज अपनी सटीकता से मैच का रुख पलट सकते हैं। सही समय पर लिया गया विकेट हार-जीत का अंतर पैदा करता है। विकेट हर प्रारूप में महत्वपूर्ण होते हैं। इससे रनों की रफ्तार पर ब्रेक लगता है साथ ही सामने वाली टीम पर दबाव आता है। तो एक नजर डालते हैं वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों पर।

रैना को पसंद आया शार्दुल का 'फीमेल वर्जन', बोले- जल्द कॉफी डेट June 25, 2020 at 06:45PM

नई दिल्ली सोशल मीडिया पर आजकल क्रिकेटरों का 'फीमेल वर्जन' लुक काफी वायरल हो रहा है। कई क्रिकेटरों ने इसे अपने ट्विटर या इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर भी किया है जिस पर काफी मजाकिया रिप्लाई भी आते हैं। अब चेन्नै सुपरकिंग्स ने भी ऐसा ही एक पोस्ट शेयर किया जिस पर भारतीय क्रिकेटर ने के लुक को पसंद किया। कोरोना वायरस महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है। इस घातक वायरस के कारण भारतीय क्रिकेट और इससे जुड़ी गतिविधियों पर भी विराम लगा हुआ है। कई क्रिकेटर घर पर फैमिली के साथ वक्त बिता रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी काफी ऐक्टिव हैं। पढ़ें, आईपीएल टीम चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, शेन वॉटसन और अंबाती रायुडू के अलावा अन्य कई क्रिकेटर नजर आ रहे हैं। हालांकि सभी का लुक 'फीमेल वर्जन' वाला है। इस पर सीएसके के स्टार बल्लेबाज सुरेश रैना ने कॉफी डेट के लिए शार्दुल ठाकुर को चुना। वहीं, दीपक चाहर की बहन मालती ने अपने क्रिकेटर भाई के लुक की तारीफ की। रैना ने कॉमेंट में लिखा, 'हाहाहा, मैं और शार्दुल जल्द ही कॉफी पर जाएंगे।' वहीं, मालती ने लिखा, 'केवल दीपक चाहर के मासूम से चेहरे लाल लिप्स्टिक नजर आ रही है।' देखें, इससे पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी ऐसा ही पोस्ट शेयर किया था।

इंग्लैंड के क्लब लीड्स यूनाइटेड ने स्टैंड्स में लगाया लादेन का कटआउट, फैन के सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद हटाया गया June 25, 2020 at 05:28PM

यूरोपियन फुटबॉल तो शुरू हो चुकी है, लेकिन फैंस की एंट्री पर बैन है। मैच के दौरान स्टैंड्स में फैंस के कटआउट लग रहे हैं, ताकि खिलाड़ी चीयरअप हो सकें। इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब लीड्स यूनाइटेड ने फैंस को ऑफर दिया है कि वे 25 पाउंड (करीब 2350 रुपए) में अपना कटआउट लगवा सकते हैं।

इस मैच में शनिवार को लीड्स ने कार्डिफ सिटी को 2-0 से हराया था। मैच में जूनियर होइलेट ने 35वें और रॉबर्ट ग्लातजेल ने 71वें मिनट में गोल दागा। मैच में कई फैंस के कार्डबोर्ड के कटआउट लगाए।

फैन ने लादेन की फोटो लगाने पर आपत्ति जताई
इसमें गलती से ओसामा बिन लादेन का कटआउट भी लगा हुआ था। जिस फैन के कटआउट के बाजू में लादेन का कटआउट लगा था, उसी फैन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आपत्ति जताई। इसके बाद इसे हटाया गया।



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इंग्लैंड के फुटबॉल क्लब लीड्स यूनाइटेड ने फैंस को ऑफर दिया है कि वे 25 पाउंड (करीब 2350 रुपए) में अपना कटआउट लगवा सकते हैं।

सेंट लूसिया टी10: मेलिअस ने 34 गेंद पर ठोंका शतक June 25, 2020 at 05:48PM

नई दिल्ली वेस्टइंडीज के अंडर-19 कप्तान किमानी मेलिस ने सेंट लूसिराय ने टी10 ब्लास्ट में शानदार शतक लगाया है। पारी के आखिरी ओवर में लगभग छह छक्के लगा ही दिया थे। मेलिनस ने इस साल हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज की कप्तानी करने 34 गेंद पर 103 रनों की धमाकेदार पारी खेली। उन्होंने ग्रोस आइसलेट केनन ब्लास्टर्स के लिए खेलते हुए वीउस फोर्ट नॉर्थ राइडर्स के खिलाफ यह पारी खेली। इस बल्लेबाज ने पारी के आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाए। शेम पॉल के ओवर में उन्होंने लगातार पांच छक्के लगाए। आखिरी गेंद पर उन्होंने चौका लगाया। उनकी पारी के दम पर ग्रोस आइसलेट की टीम ने 10 ओवर में बिना किसी के नुकसान के 166-0 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए वीइक्स फोर्ट की टीम 63 रन से हार गई। वह टीम पांच विकेट पर 103 रन ही बना सकी। ब्लास्ट 2020 का यह चौथा मैच था। कोरोनावायरस के बाद यह टूर्नमेंट काफी अहम माना जा रहा है।

श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री ने फाइनल में हार के 24 कारणों की लिस्ट सौंपी, कहा- जिम्मेदारी के साथ यह सब कह रहा हूं June 25, 2020 at 05:15PM

श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंद अल्थगामागे ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल को फिक्स बताया था। अब उन्होंने अथॉरिटी को इसके कारणों की लिस्ट सौंपी है। उन्होंने कहा, ‘9 पन्नों में मैंने 24 संदिग्ध कारण दिए हैं, जिसकी वजह से हमें फाइनल में हार मिली।’ 2011 में अल्थगामागे ही श्रीलंका के खेल मंत्री थे।

श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी आरोपों को खारिज कर चुके हैं। अल्थगामागे द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद श्रीलंका की सरकार ने जांच बैठाई है।

‘बहस के लिए तैयार हूं’
खेल मंत्री ने कहा, ‘मैं जिम्मेदारी के साथ बोल रहा हूं और बहस के लिए आगे आ सकता हूं। लोग इसके बारे में चिंतित हैं। मैं इसमें क्रिकेटरों को शामिल नहीं करूंगा, लेकिन कुछ लोग जरूर मैच को फिक्स करने में शामिल थे।’

भारत 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था
2011 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। इस मैच में श्रीलका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। महेला जयवर्धने ने 103, कुमार संगकारा ने 30 और कुलशेखरा ने 40 रन बनाए थे।

लक्ष्य का पीछा करते हुए मलिंगा ने सचिन और सहवाग को जल्दी आउट कर दिया था, लेकिन गौतम गंभीर (97) और फिर महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी के दम पर भारत ने दूसरी बार खिताब जीता।

आईसीसी भी श्रीलंका क्रिकेट में करप्शन की जांच कर रहा
क्रिकेट में भ्रष्टाचार से जुड़े विवादों में अक्सर श्रीलंका क्रिकेट का नाम आता है। इस महीने की शुरुआत में, श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल कथित भ्रष्टाचार को लेकर तीन पूर्व खिलाड़ियों की जांच कर रही है। हालांकि, आईसीसी ने नामों का खुलासा नहीं किया था।



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भारतीय टीम ने 2011 में दूसरी बार आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। मुंबई में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था।

लिवरपूल ने जीता प्रीमियर लीग, खत्म किया 30 साल का सूखा June 25, 2020 at 04:56PM

नई दिल्ली ने गुरुवार को के चैंपियन बनने का रुतबा हासिल किया। जैसे ही चेल्सी ने मैनचेस्टर सिटी को हराया लिवरपूल का 30 साल से चला आ रहा इंग्लिश टाइटल का सूखा समाप्त हो गया। इस जीत के बाद फैंस इतने खुश हो गए कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को भुलाकर खुशी से झूमने लगे। टीम ने आखिरी बार 1989-90 में प्रीमियर लीग का खिताब जीता था। इस जीत का श्रेय कोच टीम के कोच जुर्गेन कलोप को दिया जा रहा है। उनकी अगुवाई में टीम पिछले साल फाइनल में पहुंची थी। लिवरपूल का अगले गुरुवार को दूसरे स्थान की टीम सिटी से मुकाबला होगा। लिवरपूल की टीम ने इस सीजन शानदार फुटबॉल खेला। टीम ने इस सीजन में अभी तक 31 मैच खेले हैं। इसमें से टीम ने 28 में जीत दर्ज की है और दो मैच ड्रॉ रहे हैं। और टीम को सिर्फ एक ही मुकाबले में हार मिली है। लिवरपूल के अभी तक 86 अंक हो चुके हैं। टीम कितना मजबूती से खेली यह आप इस बात से समझ सकते हैं कि एक वक्त ऐसा भी था कि दूसरे पायदान पर चल रही टीम पर 25 अंक आगे थी।

खेल मंत्रालय ने 54 एनएसएफ की मान्यता वापस ली June 25, 2020 at 04:16PM

नई दिल्लीखेल मंत्रालय ने गुरुवार दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर 54 राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को दी अस्थाई वार्षिक मान्यता वापस ले ली। कोर्ट ने मंत्रालय को अगले आदेश तक यथास्थिति बनाए रखने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि मंत्रालय ने 7 फरवरी के उसके आदेश का पालन नहीं किया और अदालत को पूर्व में सूचित किए बगैर फैसला लिया। कोर्ट ने एक वकील की रिट याचिका पर 7 फरवरी को आदेश दिया था। खेल मंत्रालय के उप सचिव एसपीएस तोमर ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक संदीप प्रधान को लिखे पत्र में कहा कि पिछले 2 जून का 54 राष्ट्रीय महासंघों को अस्थाई वार्षिक मान्यता देने वाला पत्र वापस लिया जाता है। पढ़ें, मंत्रालय ने यह कदम तब उठाया है जब कोर्ट ने बुधवार को अपने आदेश में कहा था कि मंत्रालय दो दिन के भीतर नोटिस जारी करके संबंधित सभी 54 राष्ट्रीय खेल महासंघों को सूचित करे कि 30 सितंबर,2020 तक अस्थाई मान्यता बढ़ाने का आदेश वापस लिया जाता है। मंत्रालय ने इसी महीने 54 एनएसएफ की मान्यता पूरे साल के लिए बढ़ाने की जगह 30 सितंबर तक बढ़ाई थी।

ला लीगा में खेलने वाले सबसे युवा फुटबॉलर बने रोमेरो June 25, 2020 at 04:53PM

मैड्रिडस्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा क्लब रियल मालोर्का को रियल मैड्रिड के हाथों 0-2 से हार का सामना करना पड़ा लेकिन इस हार के बावजूद टीम के युवा खिलाड़ी ने इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कर लिया। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मेक्सिको मूल के रोमेरो ने 83वें मिनट में सब्स्टीट्यूट के रूप में मैदान पर कदम रखते ही इतिहास रच दिया। रोमेरो ने इसके साथ ही प्रतिष्ठित ला लीगा में 80 साल पुराना रेकॉर्ड तोड़ दिया। 15 साल और 229 दिन की उम्र के साथ रोमेरो इस स्पेनिश लीग में खेलने वाले सबसे युवा फुटबॉलर बन गए। पढ़ें, रोमेरो ने मैच के बाद सोशल मीडिया पर कहा, ‘यह कभी ना भूलने वाला पल था। सभी तकनीकी स्टाफ और मालोर्का का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे ये मौका दिया। मैं आज के दिन को कभी नहीं भूल सकूंगा।' इससे पहले ला लीगा में सबसे युवा खिलाड़ी के रूप में खेलने का रेकॉर्ड सेल्टा विगो के फ्रांसिस्को बाओ रोडिग्वेज के नाम था, जिन्होंने 1939-40 में 15 साल और 255 दिन में पदार्पण किया था।

विदेशी कोच कुक को हटाने को तैयार रेसलिंग फेडरेशन June 25, 2020 at 04:38PM

नई दिल्लीभारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) महिला पहलवानों के कोच एंड्रयू कुक की सेवाएं खत्म करने को तैयार है। उन्होंने वेतन का भुगतान नहीं होने पर भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के ऑनलाइन सेशन में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि अमेरिकी कोच ने कहा कि ऐसा नहीं हुआ था। कोरोना वायरस महामारी के कारण जब मार्च में लखनऊ में महिला पहलवानों का नैशनल कैंप निलंबित हो गया था तो कुक सिएटल के लिए रवाना हो गए। फेडरेशन के अनुसार, कुक से हाल में साई अधिकारियों ने ई-पाठशाला जैसे सत्र में हिस्सा लेने के लिए संपर्क किया लेकिन उन्होंने कथित रूप से कहा कि जब तक उन्हें अपना लंबित वेतन नहीं मिल जाता, वह इसमें भाग नहीं लेंगे। पढ़ें, जब वह 17 मार्च को अमेरिका के लिए रवाना हुए थे तो उन्होंने कहा था कि साई ने उनका आधा वेतन रोक रखा है। डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘यह व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। यह दिखाता है कि कुक केवल वेतन के लिए काम करते हैं और वह भारतीय कुश्ती के लिए जुनूनी नहीं हैं। साई अधिकारियों ने हमें उनके इनकार करने के संदेशों के स्क्रीनशॉट दिखाए।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद हमने कुक को सत्र में हिस्सा लेने को कहा और साथ ही उन्हें आश्वासन दिया कि उनका वेतन उन्हें मिल जाएगा। उन्होंने कुछ सत्रों में हिस्सा लिया लेकिन हमें उनका बर्ताव अच्छा नहीं लगा।’ तोमर ने साथ ही कहा, ‘हमने आपस में इसकी चर्चा की और अपने पहलवानों से भी पूछा कि क्या उन्हें उनकी सचमुच जरूरत है। पहलवानों ने हमें कहा कि उनकी इतनी जरूरत नहीं है, इसलिए हमने उनकी सेवाएं तुरंत प्रभाव से खत्म करने का फैसला किया। हम उन्हें पत्र भेजेंगे।’ कुक को सितंबर 2018 में डब्ल्यूएफआई की सिफारिश के बाद साई ने नियुक्त किया था और वह 2019 के शुरू में शिविर से जुड़े थे। अमेरिकी कोच ने पुष्टि की कि साई ने उनका बाकी वेतन दे दिया है। उन्हें मार्च, अप्रैल और मई का वेतन दो दिन पहले ही मिला है। हालांकि उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से पहलवानों और साई कोचों के संपर्क में थे।

1975 से 1990 के बीच 10 टाइटल, यह वो वक्त था जब रेड्स को रोकना नामूमकिन सा था; लीग के 132 साल के इतिहास में 8 अलग-अलग दशकों में जीतने वाला यह पहला क्लब है June 25, 2020 at 03:59PM

28 अप्रैल 1990... इंग्लिश फुटबॉल लीग की फर्स्ट डिविजन के दो मैचों पर सबकी निगाहें। पहला एस्टॉन विला vs नॉरविच सिटी और दूसरा लिवरपुल vs क्विवन्स पार्क रेंजर्स। दोनों मैचों के नतीजों से इंग्लिश फुटबॉल की इस टॉप लीग का नया चैम्पियन तय होना था। मैच से पहले तक लिवरपूल टॉप पर था और एस्टॉन विला दूसरे नंबर पर। दोनों के बीच महज 2 अंकों का फासला था। एस्टॉन ने नॉरविच के साथ ड्रॉखेला और लिवरपुल ने क्विवन्स पार्क रेंजर्स को 2-1 से हरा दिया। लिवरपुल के पास चार अंकों की लीड हुई और 2 मैच बाकी रहते ही टाइटल उसके नाम हो गया।

100 साल पुरानी इंग्लिश फुटबॉल लीग के लिए लिवरपूल का यह 18वां टाइटल था। इस वक्त तक टाइटल जीतने के मामले में दूसरे नंबर पर आर्सेनल और एवरटन क्लब थे। दोनों के पास तब 9-9 टाइटल थे। लीग की बाकी टीमें लिवरपूल के आगे दूर-दूर तक कहीं नहीं थी। आलम यह था कि 1975 से 1990 के बीच हर दूसरे साल लिवरपूल ही चैम्पियन बनता रहा। इस दौरान क्लब ने बैक टू बैक ट्रॉफी भी जीतीं, जिसमें 1982 से 84 की हैट्रिक भी शामिल है। यह वह दौर था जब लिवरपूल ने 15 सालों में 10 लीग टाइटल जीते थे। उस वक्त टीम में केनी डॉल्गिश और इयॉन रश जैसे फॉरवर्ड, फिल नील जैसे डिफेंडर और बॉब पैसली जैसे मैनजर हुआ करते थे।

1990 के बाद से खिताब नहीं जीत सका था लिवरपूल

केनी डॉल्गिश 1977-90 के बीच टीम के फॉरवर्ड रहे। उन्होंने 515 मैचों में 172 गोल किए। इस दौरान क्लब 6 बार लीग चैम्पियन रहा। वहीं, इयान रश (1980-96) ने 660 मैचों में 346 गोल किए और लिवरपूल को 5 बार लीग चैम्पियन बनाने में मदद की। डिफेंडर फिल नील (1974-85) ने अपनी दमदार डिफेंस तकनीक की बदौलत क्लब को 8 लीग टाइटल दिलाए। लिवरपूल के लिए इतने टाइटल और किसी के हिस्से में नहीं है। इस दौरान क्लब के मैनेजर रहे बॉब प्रिस्ले (1974-83) के हिस्से भी 6 लीग टाइटल आए। ये सभी नाम लिवरपूल की ऑल टाइम ग्रेट लिस्ट में शामिल हैं। 1990 से ठीक पहले या बाद में ये खिलाड़ी रूखसत होते गए और लिवरपूल का विनिंग ट्रैक भी थम गया। स्टीवन जेरार्ड (1998-2015) जैसे महान खिलाड़ी जरूर आए लेकिन ये क्लब को लीग चैम्पियन न बना सके।

लिवरपूल फॉरवर्ड केनी डॉल्गिश, मैनेजर बॉब पैसली और फॉरवर्ड प्लेयरइयॉन रश।

बहरहाल, कल रात (25 जून 2020) जब चेल्सिया ने मैनचेस्टर सिटी को हराया तो 30 साल बाद लिवरपूल के लिए लीग टाइटल जीतने काइंतजार खत्म हो गया। इस जीत के साथ ही क्लब के नाम लीग के 132 साल के इतिहास में 8 अलग-अलग दशकों में चैम्पियन बनने का रिकॉर्ड भी हो गया है। ताजा सीजन में क्लब ने ढेरों रिकॉर्ड तोड़े भी हैं और कुछटूटने की कगार पर हैं ।

2019-20 सीजन में लिवरपूल के रिकॉर्ड:

  • लिवरपूल ने 21 मैचों में 61 पॉइंट्स हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया, जो यूरोप की टॉप-5 लीग में और किसी टीम के पास नहीं है। अगले 6 मैच जीतकर इस क्लब ने 27 मैचों में 79 पॉइंट्स हासिल कर इस रिकॉर्ड को और ज्यादा मजबूत किया। क्लब को 28वें मैच में पहली हार मिली थी।
  • 30 मैचों में लिवरपूल ने दूसरे नंबर की टीम से 25 अंकों की बढ़त ले ली थी, जो इंग्लिश फुटबॉल लीग के 132 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा है।
  • लिवरपूल ने इस साल 24 फरवरी को अपने होम ग्राउंड पर वेस्ट हेम यूनाइटेड को 3-2 से हराया था। इस जीत के साथ ही उसने मैनचेस्टर सिटी का होम ग्राउंड पर लगातार 20 जीत का रिकॉर्ड तोड़ा था। बोर्नमॉथ और क्रिस्टल पैलेस को हराने का बाद लिवरपूल का यह रिकॉर्ड (23) अभी भी जारी है।
  • मैनचेस्टर यूनाइटेड ने 2000-01 में और मैनचेस्टर सिटी ने 2017-18 में 5-5 मैच बाकी रहते ही टाइटल अपने नाम कर लिया था। लिवरपूल ने इस बार 7 मैच बाकी रहते ही टाइटल जीत लिया।
लिवरपूल ने अपने पिछले मैच में क्रिस्टल पैलेस को 4-0 से हराया था। इस सीजन में 31 मुकाबलों में क्लब ने 28 जीते हैं, 2 ड्रॉ खेले हैं और एक में उसे हार मिली है।

कुछ रिकॉर्ड्स जिन्हें लिवरपूल तोड़ने की कगार पर है...

  • चेल्सी, मैनचेस्टर यूनाइटेड और मैनचेस्टर सिटी के नाम एक सीजन में होम ग्राउंड पर 18-18 जीत का रिकॉर्ड है। लिवरपूल इस सीजन में होम ग्राउंड पर हुए सभी 16 मैच जीत चुका है, अगले 3 मैच जीतकर यह इन तीनों टीमों के रिकॉर्ड को तोड़ सकता है।
  • एक सीजन में सबसे ज्यादा जीत का रिकॉर्ड मैनचेस्टर सिटी (32) के नाम है। लिवरपूल अब तक 28 मैच जीत चुका है, 7 मैच खेले जाने बाकी हैं। ऐसे में सिटी का यह रिकॉर्ड भी टूटना लगभग तय माना जा रहा है।
  • एक सीजन में सबसे ज्यादा पॉइंट्स हासिल करने का रिकॉर्ड भी मैनचेस्टर सिटी (100) के नाम है। लिवरपूल को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 15 पॉइंट्स की दरकार है, जबकि उसके 7 मैच बाकी है, यानी उसे 21 पॉइंट्स मिल सकते हैं।
  • मैनचेस्टर सिटी के नाम ही बड़े अंतर के साथ टाइटल हासिल करने का रिकॉर्ड है। 2017-18 में सिटी ने रनरअप टीम से 19 पॉइंट्स डिफरेंस के साथ टाइटल जीता था, जबकि इस बार लिवरपूल की रनरअप से 23 पॉइंट्स की लीड है, ऐसे में सिटी का यह रिकॉर्ड भी टूटना तय लग रहा है।

28 सालों में 4 बार बेहद करीब से टाइटल चूका है लिवरपूल
लिवरपूल इस बार शुरू से आखिरी तक दमदार खेल दिखाते हुए चैम्पियन बना है। हालांकि 1992 से लेकर 2019 तक प्रीमियर लीग में कई बार वह चैम्पियन की तरह खेलता तो रहा लेकिन टाइटल हाथ से फिसलता रहा। पिछले 28 साल में 4 मौके ऐसे आए जब लिवरपूल ट्रॉफी उठाते-उठाते चूक गया। सीजन 2001-02 में वह आर्सेनल से 7 पॉइंट्स पीछे रहा। वहीं 2008-09 में मैनचेस्टर यूनाइटेड से 4 पॉइंट्स कम होने के चलते वह टाइटल चूका। पिछले 6 सीजन में दो मौके ऐसे भी आए जब वह महज 1 और 2 पॉइंट्स से टाइटल चूका। सीजन 2018-19 में मैनचेस्टर सिटी ने महज 1 पॉइंट्स की लीड के साथ लीवरपूल से ट्रॉफी छीन ली थी, 2013-14 में भी सिटी ने ही 2 पॉइंट्स की लीड के साथ लिवरपूल का सपना पूरा नहीं होने दिया था।

सीजन 2013-14 के 37वें मुकाबले में क्रिस्टल पैलेस से 3-3 से ड्रॉ खेलने के बाद लिवरपूल का टाइटल जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया था।

सबसे ज्यादाचैम्पियंस लीग ट्रॉफी जीतने वाला इंग्लिश क्लब

इंग्लिश फुटबॉल की टॉप लीग की दूसरे सबसे सफल क्लब रहने वाला लिवरपूल यूरोपियन ट्रॉफी में बाकी इंग्लिश क्लबों से कहीं आगे है। लिवरपूल के नाम 6 चैम्पियंस लीग ट्रॉफी है। रियाल मैड्रिड (13) और एसी मिलान (7) के बाद वह तीसरे नंबर पर है। पिछले सीजन में ही लिवरपूल ने टॉटनहम हॉटस्पर को हराकर छठा टाइटल जीता है।



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फिल नील 1974 से 1985 तक लिवरपूल के लिए खेले। अपनी दमदार डिफेंस तकनीक की बदौलत वे क्लब को 8 लीग टाइटल दिलाने के हिस्सेदार रहे।

बैडमिंटन एसोसिएशन 1 जुलाई से हैदराबाद में ट्रेनिंग शुरू करेगा, सबसे पहले बड़े खिलाड़ियों को मौका June 25, 2020 at 03:00PM

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी 1 जुलाई से हैदराबाद में ट्रेनिंग शुरू करने जा रहे हैं। कोरोना के कारण तीन महीने से खिलाड़ी कोर्ट से दूर हैं। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले खिलाड़ियों को सबसे पहले ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है।

बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) के महासचिव अजय सिंघानिया ने कहा कि टोक्यो गेम्स-2021 के लिए पीवी सिंधु, साई प्रणीत ने सिंगल्स में, जबकि चिराग शेट्टी और सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी की जोड़ी ने मेंस डबल्स में क्वालिफाई कर लिया है। ये खिलाड़ी सबसे पहले ट्रेनिंग के लिए आएंगे, ताकि वे फिर से फॉर्म हासिल कर सकें।

तीन से चार खिलाड़ी टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर सकते हैंः बीएआई

अब तक ये खिलाड़ी घर पर रहकर तैयारी कर रहे थे। हमें उम्मीद है कि और तीन से चार खिलाड़ी टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर सकते हैं। कोरोनावायरस के कारण खेल बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। सभी टूर्नामेंट को सितंबर तक स्थगित कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि बेंगलुरुमें राज्य सरकार की अनुमति के बाद कई खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस शुरू कर दी है। सितंबर में हम कोरोना की स्थिति का रिव्यू करेंगे। इसके बाद टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा।

प्रीमियर लीग पर फैसला स्पॉन्सर से बातचीत के बाद लिया जाएगा
बीएआई 2013 से प्रीमियर लीग का आयोजन कर रहा है। इसमें दुनियाभर के खिलाड़ी शामिल होते हैं। पिछले साल जनवरी-फरवरी में इसका आयोजन किया गया था। लेकिन, इस बार कोविड-19 के कारण आयोजन पर संशय बना हुआ है। लेकिन, अभी उसको लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

अजय सिंघानिया ने कहा कि लीग के स्पॉन्सर्स से अब तक आयोजन को लेकर बातचीत नहीं हुई है। सितंबर में उनसे बातचीत के बाद कोई फैसला लिया जाएगा। हमारी प्राथमिकता इंटरनेशनल टूर्नामेंट का आयोजन है। इसमें ओलिंपिक क्वालिफायर टूर्नामेंट भी शामिल हैं। वर्ल्ड फेडरेशन मार्च में होने वाला इंडिया ओपन अब दिसंबर में कराएगा।



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पीवी सिंधु ने टोक्यो गेम्स-2021 के लिए क्वालिफाई कर लिया है, वे इन दिनों घर पर ट्रेनिंग कर रही हैं।

लिवरपूल ने इंग्लिश प्रीमियर लीग का पहला खिताब जीता, 30 साल का इंतजार खत्म हुआ June 25, 2020 at 02:53PM

इंग्लिश प्रीमियर लीग में लिवरपूल ने गुरुवार को पहला खिताब जीत लिया। इस फुटबॉल लीग में 30 साल बाद लिवरपूल का चैम्पियन बनने का सपना पूरा हुआ है। कोरोनावायरस के कारण मार्च में प्रीमियर लीग रोक दी गई थी। 3 महीने के इंतजार के बाद यह फिर शुरू हुई। लिवरपूल के चैम्पियन बनने का रास्ता चेल्सी और मैनचेस्टर सिटी के मैच से हुआ।

इसमें चेल्सी ने दूसरे स्थान पर काबिज मैनचेस्टर सिटी को 2-1 से हरा दिया। सिटी अब लिवरपूल की बराबरी नहीं कर सकती है, क्योंकि उसके 7 मैच बाकी हैं। मार्च में लीग रोकी गई तो लिवरपूल के 25 प्वाइंट थे। इसके बाद जब टीम रविवार को दोबारा मैदान पर लौटी तो उसने यह मैच ड्रा करा लिया था।

1990 के बाद पहली बार लिवरपूल को यह खिताब मिला। खास बात ये है कि यह उपलब्धि उसे तब मिली जब टीम खिताबी मुकाबले के लिए मैदान पर भी नहीं उतरी। कोरोना संकट के कारण लिवरपूल के फैंस खुलकर जीत का जश्न नहीं मना पाए।

प्रीमियर लीग में पहली बार जून में मिला चैम्पियन

इंग्लिश प्रीमियर लीग की 1888 में शुरुआत के बाद यह पहला मौका है, जब कोई टीम 7 मैच बाकी रहते हुए चैम्पियन बन गई। इसके अलावा पहली बार कोई भी टीम जून में चैम्पियन नहीं बनी थी।

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लिवरपूल को 1990 के बाद पहली बार यह खिताब मिला। कोरोना संकट के कारण लिवरपूल के फैंस खुलकर जीत का जश्न नहीं मना पाए।

रवि शास्त्री ने युवराज से यूं चुकाया पुराना हिसाब June 25, 2020 at 12:44AM

नई दिल्लीटीम इंडिया के मौजूदा कोच अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर हैं। 1983 वर्ल्ड कप की खिताबी जीत की 37वीं सालगिरह यानी आज 25 जून को मनाई जा रही है। इस खास मौके पर तमाम क्रिकेटर्स और फैन्स ने ट्वीट करके पुरानी याद को ताजा किया है। ऐसे में युवराज ने भी ट्वीट किया, जिसपर रवि शास्त्री ने जवाब देते हुए उस ट्वीट का हिसाब चुका दिया, जो युवी ने 2011 विश्व कप की सालगिरह पर रवि के लिए किया था। युवी ने 1983 की सालगिरह पर लिखा मेसेजयुवराज सिंह ने विश्व विजेता टीम के सदस्यों को बधाई देते हुए लिखा- राष्ट्रीय गौरव का एक क्षण। हमारे सीनियर्स ने इस दिन 1983 क्रिकेट विश्व कप जीता था। 1983 की टीम के प्रत्येक सदस्य को बधाई। आपने 2011 में इसे दोहराने के लिए बेंचमार्क सेट किया था। भारत को सभी खेलों में विश्व विजेता बनने की उम्मीद है। इसमें कोई शक नहीं कि यह शानदार मेसेज था, लेकिन इस मेसेज ने रवि शास्त्री को पुराना हिसाब चुकाने का मौका दे दिया। पढ़ें- शास्त्री ने यूं चुकाया हिसाबटीम इंडिया के कोच और 1983 वर्ल्ड कप विनिंग टीम के सदस्य रवि शास्त्री ने मौके पर चौका लगाते हुए लिखा- धन्यवाद जूनियर। आप मुझे और कपिल देव को टैग कर सकते थे। युवी ने दिया यह जवाब युवी ने लिखा- हाहाहाहा सीनियर, आप ऑन और ऑफ द फील्ड महान हो। कपिल पाजी पूरी तरह से एक अलग लीग थे। अगर आप सोच रहे हैं कि शास्त्री ने ऐसा क्यों लिखा तो आपको फ्लैश बैक में ले चलते हैं। दरअसल, इसका 2011 विश्व कप जीत की सालगिरह से खास संबंध है। क्यों हुआ था 2 अप्रैल का2 अप्रैल को 2011 विश्व कप की विजयी सालगिरह पर मौजूदा चीफ कोच रवि शास्त्री ने धोनी का सिक्स लगाते हुए वीडियो क्लिप शेयर किया। शास्त्री उस दिन कॉमेंट्री बॉक्स में मौजूद थे। उन्होंने साथ ही लिखा, 'बहुत बधाई, कुछ ऐसा है जिसे आप जिंदगी भर संजोएंगे। ऐसे ही जैसे हम 1983 के ग्रुप वाले करते हैं।' शास्त्री ने अपने पोस्ट में दिग्गज सचिन तेंडुलकर और मौजूदा कप्तान विराट कोहली को भी टैग किया। तब युवराज ने की थी यह शिकायतयुवराज सिंह फाइनल में इस जीत के दौरान नॉन-स्ट्राइकर एंड पर थे, जब 2011 में तत्कालीन कप्तान धोनी ने विजयी सिक्स लगाया। उन्होंने इस पर चुटकी लेते हुए रवि शास्त्री को जवाब देते हुए लिखा था, 'धन्यवाद सीनियर, आप मुझे और माही (महेंद्र सिंह धोनी) को भी टैग कर सकते हैं क्योंकि हम इसका हिस्सा थे।' उन्होंने हंसते हुए इमोजी भी लगाई। इस पर शास्त्री ने फिर युवराज को भी रिप्लाई दिया था। उन्होंने लिखा, 'जब वर्ल्ड कप की बात आती है तो आप जूनियर नहीं हो। तुस्सी लेजंड हो युवराज!' युवराज सिंह 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द टूर्नमेंट रहे थे। उन्होंने 362 रन बनाने के अलावा 15 विकेट भी झटके थे।

मैं एक गलती करती और बिखर जाते मेरे सपने : दुती चंद June 25, 2020 at 12:03AM

रुपेश सिंह, नई दिल्लीठीक चार साल पहले आज ही के दिन भारत की स्टार स्प्रिंटर ने एक दिन में दो बार अपने को तोड़ते हुए रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई करने का कारनामा किया था। कजाखस्तान में आयोजित कोसानोव मेमोरियल मीट को याद करते हुए दुती आज भी रोमांचित हो उठती हैं। वो खुशी से बताती हैं कि 36 सालों में किसी लड़की ने ऐसा पहली बार किया था। पीटी ऊषा के बाद मैं ओलिंपिक्स के 100 मीटर इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही थी।हालांकि यह सफर इतना आसान भी नहीं रहा था। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में फेडरेशन कप में मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी, 16 साल पुराना नैशनल रेकॉर्ड भी तोड़ डाला, लेकिन ओलिंपिक्स के क्वॉलिफाइंग मार्क 11.30 से मैं तीन सेकंड पीछे रह गई थी। तब निराशा ने मुझे घेर लिया था।’ टूट गई थी मेरी हिम्मत जकार्ता एशियन गेम्स में 100 मीटर और 200 मीटर दोनों इवेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाली दुती ने कहा कि उन्हें एक समय ऐसा भी लगा कि वह अब ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाएंगी। उन्होंने कहा, ‘मेरी हिम्मत टूटती जा रही थी। ओलिंपिक्स क्वॉलिफिकेशन के लिए अब केवल एक ही चैंपियनशिप बची थी। वो भी कजाखस्तान में। मुझे लगा जब मैं अपने देश में अनुकूल माहौल में ओलिंपिक्स मार्क को नहीं छू सकी तो फिर कजाखस्तान में कैसे होगा। लेकिन मेरे कोच ने मेरा मनोबल बढ़ाया।’ आखिरी रेस समझ कर उतरी दुती ने आगे कहा, ‘मैं भी जब ट्रैक पर उतरी तो यह समझ कर उतरी कि यह मेरे जीवन की आखिरी रेस है। मैं जानती थी मेरी एक गलती से मेरे सपने बिखर सकते थे। मैंने आंखें बंद की और खुद से बोला, दुती अभी नहीं तो कभी नहीं और जब रेस खत्म हुई तो पता चला कि मैंने ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई कर लिया। 11.30 सेकंड के साथ मैंने फाइनल में जगह बनाने के साथ नया नैशनल रेकॉर्ड भी बना दिया था। मैं बहुत खुश थी। उसी दिन शाम को फाइनल रेस भी थी, मुझे आराम करना चाहिए था, लेकिन नींद ही नहीं आई और शाम को जब मैं फाइनल में उतरी तो अपनी टाइमिंग और भी बेहतर कर दी। मैंने 11.24 सेकंड में रेस पूरी कर डाली।’ तैयारियों पर लग गया है ब्रेकरियो ओलिंपिक्स में दुती का प्रदर्शन खास नहीं रहा। वह वहां 11.69 सेकंड समय ही निकाल सकीं और हीट से आगे नहीं बढ़ सकीं। दुती अभी तक तोक्यो ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर सकी हैं, जिसका क्वॉलिफिकेशन मार्क 11.15 सेकंड रखा गया है। दुती ने बताया कि उनकी तैयारी अच्छी चल रही थी। वह 100 मीटर रेस में अपनी टाइमिंग को बेहतर करके 11.22 सेकेंड तक पहुंच चुकी थीं, लेकिन लॉकडाउन ने सारी तैयारी पर पानी फेर दिया। उन्होंने कहा, ‘कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ थम गया है। हमारी तैयारी भी। मेरी लय बेहतर होते जा रही थी। मुझे मार्च अप्रैल में ट्रेनिंग के लिए विदेश भी जाना था, लेकिन सारा प्लान चौपट हो गया। अब लॉकडाउन तो खत्म हो गया है, लेकिन इस साल किसी भी प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकते, जिस कारण थोड़ा उत्साह में कमी है। प्रैक्टिस तो चल रही है लेकिन फिलहाल वो जूनुन नहीं है जोकि होना चाहिए।’ पुरस्कार मिलने की उम्मीदपिछले कुछ सालों में कई मौकों पर भारत का मान बढ़ाने वाले दुती को उम्मीद है कि इस बार उन्हें अर्जुन पुरस्कार जरूर मिलेगा। पिछले साल दोहा एशियन चैंपियनशिप में 200 मीटर का ब्रॉन्ज जीतने वाली दुती ने कहा, ‘अगर सफलता ही इन पुरस्कारों का पैमाना है तो मुझे उम्मीद है कि इस बार मुझे अर्जुन पुरस्कार जरूर मिलेगा। यह पिछली बार ही शायद मिल जाता, लेकिन पिछली बार मेरा नाम भेजने में देरी हो गई थी। लेकिन इस बार सब कुछ समय पर हुआ है।’

लिवरपूल 30 साल बाद खिताब जीतने से एक कदम दूर, चेल्सी के मैनचेस्टर सिटी को हराते ही चैम्पियन बन जाएगा June 24, 2020 at 11:26PM

लिवरपूल 30 साल बाद इंग्लिश प्रीमियर लीग के खिताब जीतने से सिर्फ एक कदम दूर है। अगर मैनचेस्टर सिटी अगले मैच में चेल्सी को हराने में नाकाम रहता है, तो लिवरपूल चैंपियन बन जाएगा। उसे अगले गुरुवार को दूसरे स्थान पर काबिज सिटी से भिड़ना है। लिवरपूल ने आखिरी बार 1990 में खिताब जीता था।

इससे पहले, बुधवार को लिवरपूल ने क्रिस्टल पैलेस को 4-0 से हराया। मैच में लिवरपूल के लिए ट्रेंट एलेक्जेंडर अर्नोल्ड ने 23वें मिनट में पहला गोल किया। मोहम्मद सालाह ने 44वें मिनट में दूसरा गोल दागते हुए टीम को हाफ टाइम तक 2-0 से आगे रखा। फैबिन्हो ने 55वें मिनट में तीसरा, जबकि सादियो माने ने 69वें मिनट में चौथा गोल दागा।

लिवरपूल 86 पॉइंट्स के साथ लीग में टॉप-पर

इस तरह लिवरपूल ने इस सीजन में अपने घरेलू मैदान पर जीत का सिलसिला जारी रखा, उसने अपने मैदान पर लीगसभी 16 मैच जीते हैं। इस जीत के साथ उसके 31 मैच से 86 पॉइंट्स हो गए हैं और उसे टाइटल जीतने के लिए सिर्फ दो अंकों की जरूरत है। लिवरपूल दूसरे स्थान पर मौजूद मैनचेस्टर सिटी से 23 अंक आगे हैं। सिटी के 30 मैच से 63 अंक हैं।

हम जश्न मनाने के बारे में नहीं सोच रहे: जर्गन क्लॉप

लिवरपूल के कोच जर्गन क्लॉप ने कहा, ‘‘मैं कल का मैच जश्न मनाने की तैयारियों के लिए नहीं,बल्कि इसलिए देखूंगा क्योंकि हमें एक हफ्तेबाद सिटी से भिड़ना है।’’

मैं प्रीमियर लीग का खिताब जीतना चाहता था: सालाह

जीत के बाद सालाह ने कहा, ‘‘चैम्पियन बनने से सिर्फ दो अंक दूर। मुझे काफी अच्छा लग रहा है। मैं जब से यहां आया था, तब से ही प्रीमियर लीग का खिताब जीतना चाहता था। पिछले साल हमारे पास भी मौका था, लेकिन मैनचेस्टर सिटी ने अच्छा खेला और वह जीतने की हकदार थी। इस बार हमारा वक्त है।’’



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लिवरपूल के कोच जर्गन क्लॉप ने कहा- मैं चेल्सी और मैनचेस्टर सिटी का मैच जश्न मनाने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए देखूंगा क्योंकि हमें एक हफ्ते बाद सिटी से भिड़ना है।

जब स्टेडियम में मैच देखने पहुंचा 'लादेन', हुआ विवाद June 24, 2020 at 11:06PM

नई दिल्ली इंग्लिश फुटबॉल में कार्डबोर्ड फैंस को लेकर बड़ा विवाद हो गया। इसमें लीड्स यूनाइटेड के एक मैच में के चेहरे वाला एक कार्डबोर्ड सामने आया है। पिछले महीने एनआरएल में एक विवाद हो गया था जब एक मैच के दौरान कार्डबोर्ड पर एक सीरियल किलर का चेहरा लगा हुआ था। अब लीड्स यूनाइटेज को इसी तरह की शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। कोरोना वायरस के चलते दर्शकों को मैदान में आने की इजाजत नहीं है। ऐसे में दुनियाभर की लीगस नकली फैंस रख रही हैं ताकि स्टेडियम पूरी तरह खाली नजर न आए। पढ़ें, इस पूरे विवाद के बाद लीड्स ने माफी मांगी है। आखिर दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की तस्वीर दर्शकों के बीच लगाना सही नहीं कहा जा सकता। टीवी पर मैच देख रहे दर्शकों ने अल-कायदा के पूर्व सरगना और साल 2011 में अमेरिका में 9/11 के हमले के लिए जिम्मेदार लादेन की तस्वीर को देखा। क्लब ने अब वादा किया है कि 15000 कार्डबोर्ड दर्शकों में कोई और आपत्तिजनक तस्वीर नहीं होगी। प्रशंसक और जानकार हालांकि सोशल मीडिया पर भड़क रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि आखिर बिन लादेन के चेहरे वाला कार्डबोर्ड अंदर आया कैसे। वह इसमें सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं। आतंकी संगठन अल-कायदा का ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में साल 2011 में मारा गया था।

IPL: दिल्ली के पास था मौका फिर भी क्यों विराट कोहली को नहीं खरीदा June 24, 2020 at 11:42PM

नई दिल्ली साल 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग का पहला सीजन खेला गया था। फरवरी 2008 में पहले सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई थी। हालांकि इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था लेकिन दर्शकों को यह तरीका काफी पसंद आया था। और इसमें एक बात यह भी थी कि खिलाड़ियों की कीमत भी पारदर्शी हो गई थी। नीलामी में खिलाड़ियों की एक कैटेगिरी में अनकैप्ड प्लेयर्स की एक कैटेगिरी भी थी। इसमें वे खिलाड़ी शामिल थे जिन्होंने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला था। इसी साल भारत ने जनवरी में मलेशिया में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। उस टीम के कप्तान थे। कोहली दिल्ली से थे लेकिन तब ने इस युवा खिलाड़ी पर दांव नहीं लगाया था। इसके पीछे की वजह का खुलासा एक चैट शो में हुआ है। गौरव कपूर के साथ बातचीत में आईपीएल के पूर्व सीओओ सुंदर रमन ने पहले साल के आईपीएल की नीलामी को लेकर बात की। उन्होंने बताया कि कोहली की काफी तारीफ हो रही थी। लेकिन कोहली इस नीलामी में बिकने वाले पहले अनकैप्ड प्लेयर नहीं थे। दिल्ली ने इस युवा खिलाड़ी को नहीं खरीदा। दिल्ली का कहना था कि उनकी टीम में वीरेंदर सहवाग और एबी डिविलियर्स जैसे बल्लेबाज हैं ऐसे में उन्हें एक बल्लेबाज नहीं बल्कि गेंदबाज की जरूरत है। इसलिए दिल्ली ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज प्रदीप सांगवान को अपनी टीम में शामिल किया था। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने इस युवा खिलाड़ी को अपने साथ शामिल किया और तब से कोहली इसी टीम का हिस्सा हैं। दिल्ली ने अपने साथ कई बड़े नाम शामिल किए लेकिन लगातार होते रहने वाले बदलावों के चलते वीरेंदर सहवाग और एबी डिविलियर्स भी टीम का हिस्सा नहीं रहे। यह संयोग ही है कि दिल्ली और बैंगलोर दोनों ही टीमें आईपीएल का खिताब नहीं जीत पाई हैं।

इन बल्लेबाजों ने बरसाए एक साल में सबसे ज्यादा रन June 24, 2020 at 09:42PM

टेस्ट क्रिकेट किसी भी बल्लेबाज की क्षमता का असली परिचय होता है। पांच दिन के इस खेल में उसे अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग गेंदबाजी प्रारूपों के सामने खेलना पड़ता है। यहां रन बनाने की जल्दी नहीं होती पर संयम और धैर्य की परीक्षा होती है। तो देखते हैं एक कैलेंडर इयर में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट...

वेटलिफ्टर संजीता को अब मिलेगा 2018 के लिए अर्जुन अवॉर्ड! June 24, 2020 at 10:20PM

नई दिल्लीडोप के दाग से मुक्त कॉमनवेल्थ गेम्ल की दो बार की गोल्ड मेडलिस्ट वेटलिफ्टर को अंतत: प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा जो 2018 से रुका हुआ है।खेल मंत्रालय के सूत्रों ने पुष्टि की है कि चानू को 2018 के दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार अर्जुन पुरस्कार मिलेगा। हाई कोर्ट ने चयन समिति को चानू के नाम पर विचार करने को कहा था और अपने फैसले को सीलबंद लिफाफे में रखने को कहा था जिसे चानू के डोपिंग के आरोपों से मुक्त होने की स्थिति में ही खोला जाना था। मंत्रालय के सूत्रों ने पीटीआई से कहा, ‘संजीता (चानू) को अंतरराष्ट्रीय महासंघ ने डोपिंग के सभी आरोपों से मुक्त कर दिया है। इसलिए हमें दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश का पालन करना होगा और अर्जुन अवॉर्ड के लिए उनके नाम पर विचार करना होगा।’ पढ़ें, अर्जुन अवॉर्ड के लिए 2017 में अनदेखी के बाद चानू ने दिल्ली हाई कोर्ट में रिट दायर करके इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की सूची से उनके नाम की अनदेखी के फैसले को चुनौती दी थी। मामला हाई कोर्ट में लंबित रहने के दौरान मई 2018 में वह प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पॉजिटिव पाई गई थीं लेकिन हाई कोर्ट ने उसी साल अगस्त में अपने आदेश में समिति को पुरस्कार के लिए उनके नाम पर विचार करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने अपने फैसले को सीलबंद लिफाफे में रखने को कहा था जब तक कि डोप आरोपों के खिलाफ उनकी अपील पर फैसला लंबित रहे।अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने पिछले महीने चानू के खिलाफ डोपिंग के आरोप हटा दिए थे। देखें, मणिपुर की यह वेटलिफ्टर इस दौरान मानसिक परेशानी का सामना करने के लिए आईडब्ल्यूएफ से मुआवजा मांगने की योजना बना रही हैं। आईडब्ल्यूएफ ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की सिफारिश के आधार पर चानू को आरोप मुक्त किया था जिसके बाद राष्ट्रीय महासंघ ने खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने को कहा। भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के महासचिव ने भी पीटीआई को पुष्टि की है कि चानू को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा। अधिक जानकारी दिए बिना उन्होंने कहा, ‘इसकी पुष्टि हो चुकी है, संजीता को 2018 का अर्जुन पुरस्कार मिलेगा।’ 26 साल की चानू ने 2014 और 2018 में लगातार दो राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमश: 48 और 53 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने 2016 और 2017 में अर्जुन अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था लेकिन दोनों मौकों पर उनकी अनदेखी की गई।

आईसीसी ने कहा- मैच फिक्सिंग रोकने के लिए भारत में इसे अपराध घोषित करना जरूरी, कड़ा कानून न होने से जांच एजेंसियों के हाथ भी बंधे June 24, 2020 at 10:16PM

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के एंटी करप्शन यूनिट(एसीयू) के कोऑर्डिनेटर स्टीव रिचर्डसन का मानना है कि भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने पर ही इस पर लगाम लगाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि देश में कड़ा कानून नहीं होने की वजह से क्रिकेट में करप्शन की जांच करते वक्त अधिकारियों के हाथ बंधे रहते हैं।

रिचर्डसन ने ईसपीएन क्रिकइंफो से कहा, ‘‘फिलहाल इसको लेकर कोई कानून नहीं है। इसके बावजूद हम भारतीय पुलिस के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग रोकने के लिए काम कर रहे हैं। आईसीसी के पास भी मैच फिक्सिंग रोकने के लिए सीमित संसाधन है, जिसका फायदा फिक्सिंग में शामिल लोग उठाते हैं।’’

इस एसीयू अधिकारीने कहा, ‘‘भारत में कानून बनने से हालात बदल जाएंगे। अभी हम फिक्सिंग से जुड़े 50 मामलों की जांच कर रहे हैं और इनमें से अधिकतर भारत से जुड़े हुए हैं।’’
श्रीलंका में10 साल की सजा हो सकती है
दक्षिण एशिया में केवल श्रीलंका ऐसा देश है, जिसने 2019 में मैच फिक्सिंग को कानून अपराध घोषित किया था। यहां दोषी पाए जाने पर 10 साल की सजा हो सकती है।उन्होंने कहा,‘‘भारत में 2021 से 2023 के बीच टी-20 और वनडे वर्ल्ड कप जैसे दो बड़े टूर्नामेंट होने हैं। इस पर सट्टेबाजों की नजर होगी। ऐसे में अगर भारत मैच फिक्सिंग को लेकर कानून बनाता है, तो खेल को सुरक्षित रखने केइरादे से यह असरदार साबित होगा।

अभी भी फिक्सर खिलाड़ियों से सम्पर्क साधने की कोशिश कर रहे

आईसीसीअधिकारी ने कहा कि भारत में इस तरह का कानून बनने से खिलाड़ियों के बजाए उन भ्रष्ट लोगों को रोका जा सकेगा, जो अभी खुले घूम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कम से कम आठ लोगों के नाम भारतीय पुलिस या भारत सरकार को सौंप सकता हूं, जो मैच फिक्स करने के लिए खिलाड़ियों से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते हैं।’’

सट्टेबाजी सेहर साल 40 हजार करोड़ तक की अवैध कमाई होती

हाल ही में बीसीसीआई की एसीयू यूनिट के प्रमुख अजीत सिंह ने कहा था कि जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में सट्टेबाज खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ, ऑफिशियल्स से संपर्क करते हैं। हर साल सट्टेबाजी के जरिए 30 से 40 हजार करोड़ रुपए की कमाई होती है। कई स्टेट क्रिकेट लीग की जांच के दौरान यह पता चला कि कुछ मैचों में यह रकम करीब 19 करोड़ तक थी।



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आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट के अधिकारी स्टीव रिचर्डसन ने कहा- मैं कम से कम आठ लोगों के नाम भारत सरकार को सौंप सकता हूं, जो मैच फिक्स करने के लिए खिलाड़ियों से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते हैं। -फाइल

क्रिकेट इतिहास में 1 नहीं 2 कारणों से खास है 25 जून June 24, 2020 at 09:29PM

नई दिल्लीदिन भी वही था और मैदान भी, बस अंतर था तो फॉर्मेट का और 51 साल का। भारत ने 25 जून 1932 को ऐतिहासिक लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और इसी दिन 1983 को वह वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वर्ल्ड चैंपियन बना। कर्नल सीके नायुडू की अगुआई में भारतीय टीम जब अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरी थी तो उसने तीन दिन में मैच गंवाने के बावजूद इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी थी। उस टेस्ट मैच में अगर अंतर पैदा किया था तो इंग्लैंड के कप्तान डगलस जार्डिन ने जो भारत में जन्मे थे जिस कारण एक बार उन्हें भारतीय टीम की कमान सौंपने की चर्चा भी चली। जार्डिन ने उस मैच में 79 और 85 रन की पारियां खेली थी और भारत 158 रन से हार गया था। पढ़ें, उम्मीद नहीं थी कि वर्ल्ड चैंपियन बनेगा भारत वहीं, दूसरी तरफ दिग्गज ऑलराउंडर की कप्तानी में भारतीय टीम पहली बार जब फाइनल खेलने के लिए उतरी तो किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि वह चैंपियन बन पाएगी। भारतीय टीम जब 183 रन पर आउट हो गई तो यह विश्वास और पक्का हो गया लेकिन भारत के मध्यम गति के गेंदबाजों के सामने वेस्टइंडीज की टीम 140 रन पर आउट हो गई। अगर अपने पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम 189 और 187 रन पर आउट हो गई थी तो अपने पहले वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में भी 183 रन से आगे नहीं बढ़ पाई थी। कपिल ने फाइनल से पहले क्या कहा था पूर्व कप्तान कपिल ने वेस्टइंडीज की पारी शुरू होने से पहले अपने साथियों से कहा था, ‘मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि अगले तीन घंटों का पूरा आनंद लो। अगर हमने अगले तीन घंटों में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया तो ये यादें ताउम्र हमसे जुड़ी रहेंगी।’ और फिर ऐसा ही हुआ। पढ़ें, टीम में यूं भरा था जोशजिस तरह से मोहम्मद निसार ने 51 साल पहले हरबर्ट सटक्लिफ को दो रन पर बोल्ड करके भारत को शानदार शुरुआत दिलाई, उसी तरह से बलविंदर सिंह संधू ने गोर्डन ग्रीनिज (एक) की गिल्लियां बिखेरकर भारतीयों में जोश भर दिया था। सीके नायुडू की टीम अनुभवहीन थी लेकिन कपिल की टीम में पूरा जोश भरा था। रिचर्ड्स ने भी की थी तारीफदिग्गज कपिल ने विवियन रिचर्ड्स का मुश्किल कैच लेकर इस जोश को दोगुना कर दिया था। रिचर्ड्स ने बाद में एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं पूरे यकीन के साथ यह कह सकता हूं कि कपिल को छोड़कर कोई भी अन्य उस कैच को नहीं लपक सकता था। वह बेहतरीन खिलाड़ी था जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को बदला।’ पढ़ें, कपिल ने लपका था विवियन का कैचरिचर्ड्स ने तब 28 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 33 रन बनाए थे और इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि वह जीत को कितना आसान बनाने वाले थे। तभी रिचर्ड्स ने मदनलाल की गेंद मिडविकेट के ऊपर हवा में खेली। कपिल ने मिडऑन से पीछे की तरफ भागकर उसे कैच में बदल दिया और यहीं से मैच का रुख भी बदल गया। वर्ल्ड क्रिकेट पर राज करने की नींवअगर सीके नायुडू की टीम ने 25 जून 1932 को इंग्लैंड के शीर्ष क्रम (एक समय तीन विकेट पर 19 रन) को लड़खड़ाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज कराई थी तो कपिल के जांबाजों ने 1983 में भारत के विश्व क्रिकेट पर राज करने की नींव रखी थी।

मैंने कभी हार नहीं मानी, अपनी वापसी की कहानी पर बोले श्रीसंत June 24, 2020 at 08:42PM

प्रशांत मेनन, कोच्चि लगातार 12 दिन की पूछताछ। जेल में बिताए 27 दिन। स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में सात साल का प्रतिबंध। और इसके बाद से इस टैग के साथ जीना। लेकिन एस. श्रीसंत ने कभी हार नहीं मानी। इस दौरान उन्होंने राजनीति, फिल्म, रिएलटी शो, सब जगह हाथ आजमाया लेकिन कोच्चि के इस तेज गेंदबाज ने अपने पहले प्यार यानी क्रिकेट को कभी नहीं भुलाया। श्रीसंत पर पहले आजीवन प्रतिबंध लगा था जो बाद में सात साल का हो गया। उन पर लगा यह सात साल का बैन 13 सितंबर को समाप्त हो जाएगा। बीते दो महीने से उन्होंने अपने क्रिकेटिंग स्किल को निखारने के लिए इनडोर ही प्रैक्टिस शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, 'मैं सप्ताह में छह दिन 14 ओवर रोज गेंदबाजी करता हूं। मैं नई गेंद, थोड़ी पुरानी गेंद और लाल गेंद से प्रैक्टिस करता हूं। मं खुद को हर फॉर्मेट के लिए तैयार रखना चाहता हूं। जब भी क्रिकेट शुरू होगा तब पता नहीं कौन सा प्रारूप पहले खेला जाएगा इसलिए मैं हर फॉर्मेट के लिए तैयार रहना चाहता हूं।' 37 साल की उम्र में वापसी करना आसान नहीं है और श्रीसंत भी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं। वह कहते हैं, 'मैं अपना दिन योग और मेडिटेशन से शुरू करता हूं। मैंने टिम ग्रोवर (एनबीए के फिजिकल और मेंटल ट्रेनिंग कंडीशनिंग कोच) के सप्ताह में तीन बार ऑनलाइन सेशन भी अटेंड किए हैं। मैंने भारतीय टीम के पूर्व स्ट्रैंथ और कंडीशनिंग कोच रामजी श्रीनिवासन के मुझे दिए शेड्यूल को भी फॉलो कर रहा हूं। मैं प्रीहैब भी कर रहा हूं ताकि चोटों से बचा रहूं।' श्रीसंत ने माना कि इतना वक्त तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद वह खेल के नियमों में आए कई बदलावों से वाकिफ नहीं थे। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता था कि वनडे इंटरनैशनल में अब दोनों छोर से नई गेंद इस्तेमाल की जाती है। केरल के एक साथी खिलाड़ी ने मुझे नेट्स में यह जानकारी दी तब मुझे पता चला।' दो बार वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी का मानना है कि बीते रिकॉर्ड मायने नहीं रखते। और उन्हें शुरू से शुरुआत करनी होगी। उन्होंने कहा, 'मेरे पास पुराने खेल का सिर्फ अनुभव है। इसके साथ मुझे यही सोचना होगा कि मैं अपना डेब्यू कर रहा हूं।'

युवराज ने इशारों में इरफान की फील्डिंग पर लिए मजे June 24, 2020 at 08:06PM

नई दिल्लीकोरोना वायरस के कारण भारतीय क्रिकेट और इससे जुड़ी गतिविधियों पर पिछले काफी समय से ब्रेक लगा हुआ है। इस वजह से खेल जगत की दिग्गज हस्तियां सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व पेसर ने सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट कर अपने गेंदबाजी ऐक्शन को लेकर ही मजाक किया। 35 साल के पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान ने सिफाका (Sifaka) की एक तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, 'काफी करीब है?' इरफान ने जो तस्वीर पोस्ट की, उसमें सिफाका ने अपने हाथों को खोला हुआ है और वह इस अंदाज में खड़ा है जैसे बोलिंग का ऐक्शन होता है। पढ़ें, इरफान ने हंसते हुए इमोजी भी लगाई और हैशटैग इस्तेमाल किया 'बोलिंग ऐक्शन' (#Bowling, #Action) इस पर दिग्गज ऑलराउंडर ने मजाकिया अंदाज में कॉमेंट किया, 'बोलिंग का तो पता नहीं, लेकिन हां फील्डिंग पक्का ऐसी ही थी।' उन्होंने भी हंसने वाली इमोजी लगाई। फिर इरफान ने रिप्लाई किया, 'मुझे लगता है कि तुमने गलत इमोजी इस्तेमाल की है भाई, शायद तुम्हारा मतलब यह था?' उन्होंने पानी की सतह पर चलते हुए एक और जीव की वीडियो क्लिप शेयर की। भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले इरफान ने इंटरनैशनल क्रिकेट में कुल 301 विकेट झटके। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 1 शतक और 6 अर्धशतकों की मदद से कुल 1105 रन भी बनाए जबकि वनडे में उनके नाम 5 अर्धशतकों समेत कुल 1544 रन हैं।

'भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करे सरकार' June 24, 2020 at 08:21PM

नई दिल्लीइंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल () की ऐंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि ऐसा करना उस देश में ‘सबसे प्रभावी कदम’ होगा जहां कड़ा कानून नहीं होने से ‘पुलिस के हाथ भी बंधे हुए’ हैं। कानूनी विशेषज्ञ भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने के लिए वर्षों से वकालत कर रहे हैं क्योंकि क्रिकेट में भ्रष्ट गतिविधियों की जांच करते समय संबंधित अधिकारियों के हाथ कानून से बंधे होते हैं। आईसीसी एसीयू के जांच समन्वयक स्टीव रिचर्ड्सन ने ‘क्रिकइन्फो’ से कहा, ‘अभी कोई कानून नहीं है। हमारे भारतीय पुलिस के साथ अच्छे संबंध हैं लेकिन उनके भी हाथ बंधे हुए हैं। हम भ्रष्टाचारियों के प्रयासों को नाकाम करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और हम उन्हें स्वतंत्र रूप से संचालन नहीं करने देते हैं और जितना संभव हो सकता है, उनका जीना मुहाल करके रखते हैं।’ पढ़ें, रिचर्ड्सन ने कहा, ‘...लेकिन भारत में कानून बनने से पूरी परिस्थितियां बदल जाएंगी। अभी हम लगभग 50 मामलों की जांच कर रहे हैं और इनमें से अधिकतर भारत से जुड़े हैं। अगर भारत मैच फिक्सिंग को लेकर कानून बनाता है तो खेल को सुरक्षित करने की दृष्टि से यह सबसे प्रभावी कदम होगा।’ भारत को अगले तीन वर्षों में आईसीसी की दो प्रतियोगिताओं की मेजबानी करनी है और ऐसे में रिचर्ड्सन ने भारत सरकार से मैच फिक्सिंग पर कानून बनाने का आग्रह किया जैसा कि उसके पड़ोसी श्रीलंका ने किया है जो 2019 में भ्रष्ट गतिविधियों को अपराध घोषित करने वाला दक्षिण एशिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा, ‘भारत में आईसीसी दो प्रतियोगिताओं टी20 विश्व कप (2021) और वनडे विश्व कप (2023) का आयोजन होगा।’ रिचर्ड्सन और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) एसीयू के प्रमुख अजित सिंह एक पैनल चर्चा का हिस्सा थे जिसका विषय था ‘क्या भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने की जरूरत है।’ रिचर्ड्सन ने कहा कि इस तरह का कानून बनने से खिलाड़ियों के बजाय उन भ्रष्ट लोगों को रोका जा सकेगा जो अभी खुले घूम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं कम से कम आठ लोगों के नाम भारतीय पुलिस या भारत सरकार को सौंप सकता हूं जो कि लगातार अपराध करते रहते हैं और मैच फिक्स करने के लिए खिलाड़ियों से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते हैं।’ भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी अजित सिंह ने भी स्वीकार किया कि मैच फिक्सिंग के लिये कोई उचित कानून नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ये वे लोग हैं जिनको लेकर मैं चाहूंगा कि उनकी जांच मैच फिक्सिंग कानून के अंतर्गत हो।’