Monday, January 11, 2021

पंत ने चार महीने में घटाया 10 किलो वजन, ऑफ साइड के खेल में किया सुधार January 11, 2021 at 08:02PM

अरानी बसु, नई दिल्ली ने जिस तरह नाथन लायन के खिलाफ आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की उसने उनके फर्स्ट-क्लास डेब्यू की याद ताजा कर दी। 2015 में पंत ने बंगाल के खिलाफ फिरोजशाह कोटला में इसी अंदाज में बल्लेबाजी की थी। चौथे दिन की पिच पर इस 18 साल के लड़के ने बेफिक्र होकर बल्लेबाजी की। अनुभवी स्पिनर प्रज्ञान ओझा भी पंत पर लगाम नहीं लगा पाए। हालांकि इसके लिए उन्होंने लॉन्ग-ऑफ, लॉन्ग-ऑन, थोड़ा सा सीधा डीप-मिडविकेट और डीप स्क्वेअर लेग रखा हुआ था। इस फील्ड के बावजूद पंत लगातार आगे बढ़कर खेल रहे थे और ओझा की गेंदबाजी पर सीधे शॉट लगा रहे थे। उन्होंने बाद में कहा था, 'अगर मुझे लगता है कि मैं किसी गेंद पर सिक्स मार सकता हूं तो मैं ऐसा करने की पूरी कोशिश करूंगा, फिर चाहे फील्ड कोई भी हो।' सोमवार को पंत ने जिस अंदाज मं बल्लेबाजी की, वहां तक का सफर बहुत आसान नहीं रहा है। उनके सिर पर हमेशा तलवार लटकी रहती है। उनके हर शॉट पर सबकी गहरी नजर होती है। सितंबर में टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने तो यहां तक कहा था कि पंत को बेफिक्र और लापरवाह में अंतर समझने की जरूरत है। 97 रनों की धमाकेदार पारी के बाद ऐसा लगता है कि शायद टीम प्रबंधन अब उनके खेल की तारीफ जरूर करेगा। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इसकी पुष्टि की और कहा: बेशक, उनमें एक्स-फैक्टर है। उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजना हमारी रणनीति का हिस्सा था ताकि स्कोरकार्ड चलता रहे। हमें पता है कि वह किसी भी परिस्थिति से मैच जितवा सकते हैं और वह बल्ले और दस्तानों, दोनों से लगातार बेहतर हो रहे हैं। टीम प्रबंधन का भरोसा हासिल करना इतना आसान भी नहीं था। 2020 में पंत तीनों प्रारूपों से बाहर हो चुके थे। और जब लॉकडाउन के बाद आईपीएल के साथ खेल दोबारा शुरू हुआ तो पंत के सामने फिटनेस का बड़ा सवाल था। इसका संबंध मोटे तौर पर उनके वजन के साथ था। इस बीच वह बल्ले से भी अपना फॉर्म हासिल करने में जुटे थे। उनके बचपन कोच तारक सिन्हा ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'लॉकडाउन के दौरान वह रुड़की में अपने घर में फंस गए थे। उनके पास ट्रेनिंग की वैसी सुविधाएं नहीं थीं जैसी भारतीय टीम के एक खिलाड़ी के पास होनी चाहिए। लेकिन आईपीएल के लिए दुबई पहुंचने के बाद उन्होंने कड़ी मेहनत की।' आईपीएल के दौरान वह सख्त डायट पर रहे। पंत ने अपने क्रिकेटिंग हुनर को मांजने के लिए जितनी मेहनत की, वजन कम करने के लिए भी उन्होंने काफी पसीना बहाया। उन्होंने पिछले चार महीनों में कम से कम 10 किलो वजन किया है। उनका लक्ष्य अभी और वजन घटाने का है। कई बार ऐसा भी हुआ कि वह अपने शॉट्स में जरूरी ताकत नहीं डाल पाए क्योंकि वह डायट पर थे और वजन कम करने की राह पर चल रहे थे। ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उन्होंने क्रिकेट ट्रेनिंग को पीछे रखा और सख्ती से फिटनेस हासिल करने में जुट गए। फिटनेस से ज्यादा तारक सिन्हा को उनके बैट फ्लो की चिंता थी। उन्होंने बताया, 'मुझे पता है कि वह दोबारा फिटनेस हासिल कर लेंगे लेकिन जरूरी है कि उनका बैट फ्लो ठीक हो जाए। वह इतना कन्फ्यूज हो गए थे कि वह जरूरत से ज्यादा संभलकर खेल रहे थे और इसी वजह से आईपीएल में वह डिफेंसिव माइंडसेट में चले गए थे। फिटनेस और आत्मविश्वास आने के बाद उनकी विकेटकीपिंग में भी सुधार होगा।' आईपीएल के दौरान उन्होंने फैसला किया कि उन्हें अपने ऑफ-साइड के खेल में सुधार करना होगा। वह अपना समय ले सकते थे क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स उस समय काफी अच्छा कर रही थी। उन्होंने पॉश्चर और ग्रिप में सुधार किया। इसके बाद कुछ ही समय में वह अच्छी तरह ड्राइव लगाने लगे। आईपीएल के बीच में ही पंत ने खुद को दुनिया से अलग कर लिया। 'खुश रहो' यही उनकी जिंदगी का मकसद बन गया था। वह बहुत कम लोगों से मिल रहे थे ताकि जरूरत से ज्यादा सलाह उन्हें न मिलें। सिन्हा ने दावा किया, 'हमने उन्हें सलाह दी कि वह खुश रहें और उसी तरह खेलें जैसा कि बचपन से खेलते आए हैं।' पंत आखिर बल्ले से रंग दिखाने लगे। अब, अगर वह इसी सुधार को विकेटकीपिंग में भी ले जाएं, तो भारतीय टीम प्रबंधन कुछ समय के लिए सुकून से रह सकता है।

Australia vs India: डेविड वॉर्नर ने विराट कोहली को कहा, 'कुछ टिप्स चाहिए तो मुझे मेसेज करना' January 11, 2021 at 06:37PM

नई दिल्ली विराट कोहली ने अपनी पहली संतान के जन्म की खबर सोमवार को सोशल मीडिया पर साझा की। इसके बाद उन्हें चारों ओर से बधाइयां मिलने लगीं। एक ओर जहां ज्यादातर क्रिकेटरों ने औपचारिक तरीके से बधाई दी वहीं ने अलग ही अंदाज में टीम इंडिया के कप्तान को इस खुशखबरी पर शुभकामनाएं दीं। वॉर्नर ने कोहली को कुछ टिप्स ऑफर कीं। वॉर्नर के तीन बच्चे हैं। वॉर्नर ने कहा, 'मुबारक हो दोस्त। अगर कुछ टिप्स चाहिए हों तो मुझे डीएम (डायरेक्ट मेसेज) करना।' वॉर्नर और कोहली सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहते हैं। कोहली ने भी कई बार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के टिक-टॉक वीडियो पर कॉमेंट किए हैं। विराट ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से भारत लौटने से पहले वहां सात मुकाबले खेले थे। उन्होंने तीन टी20 इंटरनैशनल और तीन वनडे इंटरनैशनल के अलावा ऐडिलेड में टेस्ट मैच खेला था। वॉर्नर को भारत के खिलाफ वनडे इंटरनैशनल सीरीज के दौरान चोट लग गई थी। वॉर्नर टी20 सीरीज और पहला टेस्ट मैच नहीं खेले थे। इसके बाद सिडनी टेस्ट में उन्होंने वापसी की।

Australia vs India: जसप्रीत बुमराह चोटिल, चौथे टेस्ट से हुए बाहर: रिपोर्ट्स January 11, 2021 at 05:56PM

सिडनी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम को काफी चोटिल खिलाड़ियों की लिस्ट में एक नाम और जुड़ गया है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबन टेस्ट से बाहर हो गए हैं। बुमराह भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के अहम हिस्सा हैं। बुमराह को सिडनी में तीसरे टेस्ट के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। खबर है कि बुमराह की स्कैन रिपोर्ट में स्ट्रेन नजर आ रहा है और भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें खिलाकर कोई खतरा नहीं मोल लेना चाहता।

सिडनी टेस्ट ड्रॉ होने पर कैसा था ड्रेसिंग रूम का माहौल, दिल खुश कर देगा ये वीडियो January 11, 2021 at 05:35PM

नई दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम () सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को पांचवें और अंतिम दिन ड्रॉ कराने में सफल रही। इसका ज्यादा श्रेय चेतश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) , रिषभ पंत (), () और रविचंद्रन अश्विन () को जाता है जिन्होंने सिडनी टेस्ट को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। ड्रेसिंग रूम में दिखा जीत जैसा माहौल भारतीय क्रिकेट टीम () के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से सोमवार को ड्रेसिंग रूम का एक वीडियो शेयर किया गया जब रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी मेजबान टीम के खिलाफ टेस्ट को ड्रॉ कराकर नाबाद ड्रेसिंग रूम में लौट रहे हैं। इस वीडियो का कैप्शन था, ' हमने आपको ड्रेसिंग रूम से एससीजी (SCG) में ऐतिहासिक ड्रॉ के बाद की तस्वीरें दिखाई है। लंबे समय तक इसका स्वाद ले सकते हैं।' रहाणे ने अश्विन को गले लगाया सबसे पहले वीडियो में कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को अश्विन और विहारी को मुबारकबाद देते हुए देखा जा सकता है। अश्विन और रहाणे ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। इसके बाद टीम के सभी सदस्य एक दूसरे को बधाई देते हुए दिखाई दे रहे हैं। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने टेस्ट मैच खत्म होने के बाद टीम इंडिया का एक वीडियो शेयर किया जिसमें टीम के हेड कोच रवि शास्त्री () को खिलाड़ियों को गले लगाते हुए देखा जा सकता है। चार मैचों की सीरीज इस समय 1-1 की बराबरी पर है। चौथा और अंतिम टेस्ट मैच 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जाएगा।

पेन के पास कप्तान के तौर पर गिनती के दिन बचे, बर्खास्त हुए तो हैरानी नहीं होगी: गावसकर January 11, 2021 at 04:35AM

सिडनी भारत के पूर्व कप्तान ने तीसरे टेस्ट मैच के दौरान सोमवार को रविचंद्रन अश्विन पर छींटाकशी करने पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान की आलोचना कहा कि कप्तान के तौर पर उनका आचरण ‘अनुचित’ था और इससे उन्हें कप्तानी से हाथ धोना पड़ सकता है। ऑस्ट्रेलिया का शानदार गेंदबाजी आक्रमण पूरी कोशिश करने के बाद भी पांचवें दिन भारतीय बल्लेबाजी को ज्यादा परेशान नहीं कर सका। भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य से खेलते हुए तीसरा टेस्ट ड्रॉ कराया। गावसकर ने इंडिया टुडे से कहा, ‘मुझे नहीं पता , मैं ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता नहीं हूं, लेकिन कप्तान के रूप में उनके पास गिनती के दिन बचे है। आप भारतीय टीम को बिना (ज्यादा) विकेट हासिल किए 130 ओवरों तक बल्लेबाजी करने देते है। यह बहुत अच्छा ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण है। आप गेंदबाजी में बदलाव, क्षेत्ररक्षकों को सही जगह खड़ा कर परिणाम को बदल सकते थे।’ पेन ने खुद भी हनुमा विहारी (161 गेंद में 23 रन नाबाद) का कैच टपकाया जिन्होंने रविचंद्रन अश्विन (128 गेंद में 39 रन नाबाद) के साथ 42 ओवर से अधिक बल्लेबाजी कर 62 रन की अटूट साझेदारी की, जिससे मैच ड्रॉ रहा। पेन ने आखिरी सत्र में हताशा में अश्विन पर छींटाकशी की लेकिन इससे वह अपना ही ध्यान भटका बैठे और विहारी का कैच टपका दिया। गावसकर ने कहा, ‘टिम पेन अपने क्षेत्ररक्षकों और गेंदबाजी में बदलाव करने के बजाय बल्लेबाज से बात करने में अधिक दिलचस्पी ले रहे थे। श्रृंखला के खत्म होने के बाद अगर ऑस्ट्रेलियाई कप्तानी में कोई बदलाव होता है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।’ पेन ने इस मैच में तीन कैच टपकाए। विहारी से पहले उन्होंने ऋषभ पंत को दो बार जीवन दान दिया। गावसकर ने कहा, ‘आप आसान कैच छोड़ रहे है। दो बार गेंद ने ऋषभ पंत के बल्ले का बाहरी किनारा लिया, वह मुश्किल कैच नहीं था। विहारी के कैच को वह स्लिप के क्षेत्ररक्षक के पास जाने दे सकते थे।’

सैंडपेपर गेट से मिली थी कड़ी सजा, पर नहीं सुधरे स्टीव स्मिथ, अब क्रिकेट फैंस ने जमकर लगाई लताड़ January 11, 2021 at 03:57PM

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ को भारत के बल्लेबाज ऋषभ पंत का गार्ड मिटाते हुए देखा गया। इस पर स्मिथ की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। आखिरी दिन के पहले सत्र में स्टम्प के कैमरा ने स्मिथ को पंत का गार्ड मिटाते हुए देखा। पंत ने इसके बाद दोबारा गार्ड लिया और 118 गेंदों पर 97 रनों की पारी खेली।

Steve Smith Trolls By Cricket Fans: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ उस वक्त क्रिकेट फैंस के निशाने पर आ गए, जब वह ऋषभ पंत का गार्ड मिटाते पकड़े गए। उनकी यह हरकत कैमरे में कैद हो गई है।


सैंडपेपर गेट से मिली थी कड़ी सजा, पर नहीं सुधरे स्टीव स्मिथ, अब क्रिकेट फैंस ने जमकर लगाई लताड़

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन सोमवार को ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ को भारत के बल्लेबाज ऋषभ पंत का गार्ड मिटाते हुए देखा गया। इस पर स्मिथ की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। आखिरी दिन के पहले सत्र में स्टम्प के कैमरा ने स्मिथ को पंत का गार्ड मिटाते हुए देखा। पंत ने इसके बाद दोबारा गार्ड लिया और 118 गेंदों पर 97 रनों की पारी खेली।



भारत की फिटनेस समस्याओं का चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को फायदा होगा : पॉन्टिंग January 11, 2021 at 03:20AM

सिडनीऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का मानना है कि भारतीय टीम की फिटनेस समस्याओं और गाबा पर अपने अच्छे रेकॉर्ड का मेजबान टीम को ब्रिसबेन में होने वाले निर्णायक चौथे टेस्ट में फायदा मिलेगा। भारतीय बल्लेबाजों ने अपार धैर्य का परिचय देते हुए तीसरा टेस्ट ड्रॉ कराया। चौथा और आखिरी टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबन में खेला जाएगा। मैच में स्टार हरफनमौला रविंद्र जडेजा और हनुमा विहारी चोटिल हो गए जो आखिरी टेस्ट नहीं खेल सकेंगे। पॉन्टिंग ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा,‘ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा ब्रिसबेन में भारी होगा ।’ उन्होंने कहा,‘ऑस्ट्रेलिया का गाबा पर बेहतरीन रेकॉर्ड है और अगर विल पुकोवस्की फिट होता है तो टीम में कोई बदलाव नहीं होगा। विल के नहीं खेल पाने पर भी एक ही बदलाव होगा और सिडनी में ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन अच्छा था।’ पोंटिंग ने कहा,‘भारत के कई खिलाड़ी चोटिल है और उन्हें टीम में कुछ बदलाव करने होंगे।’ ऑस्ट्रेलिया ने गाबा पर 33 मैच जीते, 13 ड्रॉ खेले और आठ हारे हैं। पॉन्टिंग ने पुकोवस्की के बारे में कहा ,‘यह उसका पहला टेस्ट था और आखिरी दिन वह मैदान पर वापिस नहीं आ सका। यह चिंता का विषय है। वह युवा है और अगर खेलने की स्थिति में होता तो जरूर आता है। मुझे लगता है कि ब्रिसबेन में उसका खेल पाना संदिग्ध है ।’हालांकि बाद में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पुकोवस्की के न खेलने की पुष्टि कर दी थी।

स्कोरकार्ड पर भले ही यह ड्रॉ हो पर यह किसी जीत से कम भी नहीं January 11, 2021 at 03:52AM

सिडनी कौन कहता है ड्रॉ नीरस होता है? कौन कहता है कि टेस्ट मैच में रोमांच नहीं होता? सिडनी में जो हुआ उसे टेस्ट क्रिकेट का रोमांच कहते हैं। इसमें इंद्रधनुष के सभी रंग नजर आए। अगर आप असली क्रिकेट फैन हैं तो रविवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ने आपका दिन बना दिया। बेशक अगर आप ऑस्ट्रेलिया के फैन हैं जो जाहिर तौर पर आप निराश होंगे। आपकी टीम जीत जो नहीं सकी। पर, यहां एक कई बार दोहराई गई बात कही जा सकती है- 'असल जीत क्रिकेट की हुई।' भारत को जीत के लिए 407 रन बनाने थे, टीम ने बनाए पांच विकेट पर 334। मुकाबला बराबरी पर छूटा लेकिन ओवर-दर-ओवर और फिर गेंद-दर-गेंद रोमांच बढ़ता गया। बढ़ता गया नशा टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा नशा जो सेशन-दर-सेशन चढ़ता है। सुरूर की तरह। यहां नजर आती है खेल की असली खूबसूरती। गेंद और बल्ले के बीच असली जंग। कई बार हार-जीत से परे। बॉर्डर-गावसकर सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में यही देखने को मिला। मैच भारत के हाथ से जा रहा था। फिर ऋषभ पंत का बल्ला चला और चेतेश्वर पुजारा का साथ मिला। पलड़ा भारत की ओर झुका। पंत ने 118 गेंद पर ताबड़तोड़ 93 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेला। दूसरे छोर पर पुजारा किसी संत की तरह खेलते रहे। पंत के प्रभाव से लगभग अछूते। वह जानते हैं अपनी ताकत और उसके इस्तेमाल की कला। रक्षात्मक खेल उनकी हथियार है। और इसी हथियार से वह कंगारू टीम को पस्त कर रहे थे। पहली पारी में पुजारा के जिस रवैये की आलोचना हो रही थी दूसरी पारी में टीम की जरूरत बन गया। बस टिके रहो। गेंद को विकेट से महरूम रखो। पुजारा ऐसा करते रहे। लगातार। बार-बार। इसके बाद कंगारू गेंदबाजों ने दम दिखाया। नाथन लायन ने पंत और जोश हेजलवुड ने टिककर खेल रहे पुजारा को आउट किया। पंत बड़ा शॉट खेलना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले से लगकर फील्डर के हाथ में गई। दूसरी ओर, पुजारा 205 गेंद पर 77 रन बनाकर आउट हुए। हेजलवुड की गेंद बल्ले को छकाती हुई विकेटों से जा लगी। लगा पुजारा के साथ भारतीय फैंस की उम्मीदें भी लौट रही थीं। ऑस्ट्रेलिया को दरवाजा मिल गया। लेकिन वह रास्ता नहीं बना सका। यहां से हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने मोर्चा संभाला। और तब तक डटे रहे जब तक एक ओवर पहले कंगारू टीम ने हाथ मिलाकर यह मान लिया कि अब जीत मुमकिन नहीं। वक्त ही पूंजी है क्रिकेट में एक विकेट गिरने के बाद कई बार झड़ी लग जाती है। यहां ऐसा नहीं हुआ। हनुमा विहारी चोट के बावजूद लगे रहे। रन नहीं ले रहे थे। बस खेल रहे थे। हर बार गेंद जब उनके बल्ले के बीच से लगती तो कंगारू टीम की कसक बढ़ती जाती। और अश्विन, जो रात तक झुककर जूते के फीते नहीं बांध पा रहे थे, यहां गजब का फुटवर्क दिखा रहे थे। पूरी गेंद पर पूरा पैर निकालकर झुककर गेंद को बल्ले के बीच से आंखों के नीचे खेलते हुए। गेंद छोटी होती तो पीछे जाकर उसे खेलने की कोशिश। कई बार गेंद उन्हें मारी जा रही थी। छोटी, तेज और शरीर को निशाना बनाती हुई। गेंद उन्हें लगती। वह कराहते। लेकिन हार नहीं मानते। अश्विन ने नाम टेस्ट में चार सेंचुरी हैं। लेकिन यहां रन नहीं उतने मायने नहीं रखते थे। रखता था तो वक्त। वक्त जिसे पूंजी कहा जाता है। यहां जो ज्यादा वक्त बचाता, वह मैच को अपनी ओर ले जाता। डटे रहो, वक्त तुम्हारा होगा टेस्ट क्रिकेट के परिणाम के तराजू में हार-जीत के इतर एक और हिस्सा होता है। वह है ड्रॉ का। न तुम हारे, न हम जीते। यानी पलड़ा बराबर। और टीम इंडिया ने जिस तरह इस तराजू को बैलंस किया वह बाकमाल रहा। हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने कदम यूं जमाए कि जोश हेजलवुड, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और नाथन लायन से सजा गेंदबाजी आक्रमण विकेटों के तरसता नजर आया। दोनों ने 62 रन जोड़े लेकिन इससे भी अधिक अहम था 259 गेदों तक ऑस्ट्रेलिया को विकेट से महरूम रखना। इस बीच किस्मत का साथ मिला। लेकिन कहते हैं- हिम्मत-ए-मर्दा-मदद-ए-खुदा। टेस्ट क्रिकेट को चार दिन का करने की वकालत करने वालों के लिए यह एक और उदाहरण है। यह प्रशासकों को भी संकेत है कि टेस्ट क्रिकेट कहीं जाने वाला। 2019 की एशेज में स्टीव स्मिथ का बल्ला हो या फिर लंबे समय तक याद रखा जाने वाली बेन स्टोक्स की पारी। और कुसल परेरा की 153 रन की वह पारी जिसने श्रीलंका को साउथ अफ्रीका पर जीत दिलाई थी। टेस्ट क्रिकेट में परिणाम के लिए आखिरी दिन तक जाना पड़ा। आखिरी ओवर तक। 19 साल में पहली बार भारतीय टीम ने मैच की चौथी पारी में 131 ओवर बल्लेबाजी की। 19 साल में पहली बार चौथी पारी में भारत ने 100 से ज्यादा ओवर खेले। साल 2002 के बाद पहली बार टीम ने ऐसा काम किया। इसी से अंदाजा लगाइए कि चौथी पारी में बल्लेबाजी कितनी मुश्किल होती है। पिच गेंदबाजों के अनुरूप होती है। किस वक्त कौन सी गेंद कहां टप्पा लगकर कहां जाएगी कुछ तय नहीं। न उछाल का पता या टर्न का। कोई छाती तक उठ जाएगी तो कोई घुटने से भी नीचे। बल्लेबाज किस धातु का बना है इसकी परख हो जाती है। तकनीक का असली टेस्ट। और सिर्फ तकनीक ही नहीं, मानसिक क्षमता, दक्षता और जुझारूपन की असली परख। और इस टीम ने वह दिखाया। यह टीम इंडिया है यह नए इंडिया की टीम है। नई टीम। व्यक्तिगत खिलाड़ी नहीं टीम के तौर पर खेलती है। विराट कोहली के घर लौटने के बाद कोई टीम इंडिया को चांस नहीं दे रहा था। लेकिन ऐडिलेड में 36 रन पर सिमटने वाली टीम ने मेलबर्न में दमदार वापसी की। लोगों की राय बदलने लगी। टीम की वापसी को सराहा गया। लेकिन सिडनी की जीत उन्हें और करारा जवाब देगी। मुकाबला हारकर अगले मुकाबले में वापसी करना बड़ी बात है लेकिन उससे भी बड़ी बात है हारे हुए मुकाबले को बचाना। इससे पहता चलता है कि मनोवैज्ञानिक रूप से टीम कितनी मजबूत है। ऑस्ट्रेलिया के पास थी बढ़त सिडनी में पहली पारी में 94 रन की बढ़त थी ऑस्ट्रेलिया के पास। ऐसा लगा कि ऑस्ट्रेलिया चार सेशन में भारत को आसानी से निपटा देगा। 407 रन का लक्ष्य। रिकी पॉन्टिंग कह रहे थे कि चौथी पारी में 200 भी नहीं बनेंगे। आधे मुख्य खिलाड़ी साथ नहीं। जो खेल रहे थे उनमें भी चोटिल। और बाकियों को निशाना बनाते कंगारू गेंदबाज। पर टीम डटी रही। कभी-कभी हार को टालना भी जीत से कम नहीं होता। और सिडनी के आसमान पर जब सूरज अस्ताचल में था टीम इंडिया और उसके चाहने वालों का जज्बा और जोश बुलंदियों पर था... अब ब्रिसबन में होगी भिड़ंत अब आखिरी मुकाबला ब्रिसबन का मैदान होगा। भारत ने पिछली बार जब ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती तब स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर नहीं थे। इस बार हैं। उल्टा इस बार हमारे अहम खिलाड़ी नहीं हैं। लेकिन सभी खिलाड़ी 120 प्रतिशत देकर बाकियों की कमी को पूरा कर रहे हैं। तीन टेस्ट के बाद सीरीज 1-1 से बराबर है। ऑस्ट्रेलिया फुल स्ट्रेंथ है और भारत 'जख्मी शेर'। 15 जनवरी से जब एक बार फिर दोनों टीमें आमने-सामने होंगी तो टीम इंडिया के पास मोमेंटम होगा और ऑस्ट्रेलिया के पास खुद को साबित करने का दबाव। और वहां जो बाजी जीतेगा उसे ही मिलेगी बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी।

पेन ने नस्ली टिप्पणी पर कहा, भारतीयों को महसूस कराना चाहता था कि हम इसके खिलाफ है January 11, 2021 at 12:50AM

सिडनी भारतीय क्रिकेटरों के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दर्शकों की नस्ली टिप्पणियों के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान भारतीय टीम के पास गए थे और उन्होंने सोमवार को कहा कि वह चाहते थे कि मेहमान टीम यह समझे कि वह और उनकी टीम इस तरह के अपशब्दों के खिलाफ है। मैच के चौथे दिन रविवार को दर्शकों के एक समूह ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के लिए नस्ली टिप्पणी की जिसके कारण कुछ मिनट तक खेल रुका रहा। इसके बाद कुछ दर्शकों को बाहर कर दिया गया और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को माफी मांगनी पड़ी। जब यह घटना घटी तब पेन बल्लेबाजी कर रहे थे और मैच के बाद जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह बहुत निराशाजनक है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के तौर पर हम विशेष रूप से नस्लीय दुर्व्यवहार के किसी भी प्रकार का समर्थन नहीं करते है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ भारतीय टीम को बताना चाहता हूं कि हम उस मुद्दे पर पर उनके साथ थे। जैसा मैंने कहा, यह हम में से किसी ने भी नहीं किया था और ऑस्ट्रेलिया आने वाली टीमों के साथ ऐसा होना वास्तव में निराशाजनक है। हम इसे रोकना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं बस यह सुनिश्चित करना चाहता था कि भारतीय खिलाड़ी यह समझे की हम भी इसके खिलाफ हैं और हम उनका समर्थन करते हैं।’ इससे पहले शनिवार को तीसरे दिन के खेल के दौरान नशे में धुत एक व्यक्ति ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और सिराज के लिये अपशब्दों का उपयोग किया था।

11 जनवरी 2021 और 14 मार्च 2001....तब द्रविड़-लक्ष्मण अब हनुमा विहारी और अश्विन की ऐतिहासिक पारी January 11, 2021 at 01:35AM

नई दिल्ली भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया ( 3rd Test Match) तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया लेकिन ये किसी ऐतिहासिक जीत से कम नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को जीतने के लिए हर तरीका अपना लिया। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने जख्मी हालत में भी मैदान पर उतरे और कंगारुओं को दिखा दिया कि आखिरकार क्यों वो बेस्ट कहलाए जाते हैं। इसी के साथ ट्विटर पर वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की तस्वीर भी काफी वायरल हो रही है। कई गेंद अश्विन के शरीर पर लगीभारत के पांच विकेट गिर चुके थे। मैच के आखिरी दिन यानी पांचवे दिन का खेल शुरू हुआ तो क्रीज पर आर अश्विन और हनुमा विहारी मौजूद थे। सभी को ये लगा कि ये मैच भारत गंवा देगा क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज लगातार घातक गेंदबाजी कर रहे थे। आर अश्विन ने कई गेंद अपने शरीर पर खाईं लेकिन विकेट पर डटे रहे। इसी तरह हनुमा विहारी भी लगातार क्रीज पर डटे रहे। 256 गेंदों पर 62 रन की पार्टनरशिपहनुमा विहारी और अश्विन ने 256 गेंदों में नाबाद 62 रनों की पार्टनरशिप की थी। हनुमा विहारी ने चोटिल होने के बावजूद 161 गेंदों में 23 रन बनाए। इस पारी को देखकर लोगों को 14 मार्च 2001 का दिन याद आ जाता है। साल 2001 में लगातार 16 टेस्ट मैच जीत चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम जब कोलकाता के ईडन गार्डेंस में भारत से खेलने आई, तो आधे मैच के सफर तक वह भारत पर पूरी तरह से हावी थी। लेकिन इसके बाद भारत ने जिस तरह से मैच में वापसी की और इस मैच को अपने नाम किया वह क्षण आज भी क्रिकेट फैन्स की यादों में ताजा है। लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की साझेदारीइस टेस्ट में 281 रन की यादगार पारी खेलने वाले वीवीएस लक्ष्मण भी इस पल को नहीं भूले हैं। उन्होंने 'द वॉल' राहुल द्रविड़ (180) के साथ मिलकर 376 रन की साझेदारी की और ऑस्ट्रेलिया के विजय अभियान को तोड़ दिया। इस मैच में इन दोनों दिग्गजों के अलावा ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और सचिन तेंडुलकर का भी योगदान खास था। लक्ष्मण ने इस ऐतिहासिक पल की सालगिरह पर एक बार फिर वह लम्हा याद किया है। यह है 2001 कोलकाता टेस्ट की पूरी कहानी...जो क्रिकेट फैन्स इस सदी की शुरुआत से क्रिकेट फॉलो कर रहे हैं उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला ईडन गार्डन्स टेस्ट तो जरूर याद होगा। साल 2001 में दुनिया भर में अपनी विजय पताका लहराती आ रही कंगारू टीम भारत दौरे पर आई थी। कंगारू टीम जब भारत दौरे पर आई, तो वह लगातार 15 टेस्ट जीत चुकी थी। इस दौरे पर ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ तीन टेस्ट खेलने थे और उसके कप्तान स्टीव वॉ भारत को भारत में हराने का सपना लेकर यहां दाखिल हुए थे। भारत सिर्फ 171 रन ही बना सकासीरीज के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को आसानी से धूल चटा दी। ऑस्ट्रेलिया की अजेय टीम भारत पर खेल के हर लिहाज से भारी पड़ रही थी। दूसरे टेस्ट में दोनों टीमें कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेलने पहुंची। ऑस्ट्रलिया ने टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत के सामने 445 रन का पहाड़ सा स्कोर खड़ा कर दिया। इसके जवाब में भारत सिर्फ 171 रन ही बना सका और पहला टेस्ट हारने के बाद उस पर दूसरे टेस्ट की हार और सीरीज गंवाने का भी खतरा आ गया। पहली पारी के आधार पर भारत 274 रन से पिछड़ रहा था। भारत ने खेला था फॉलोआनस्टीव ने भारत को पारी की हार से हराने के इरादे से फॉलोऑन खेलने को दिया। दूसरी पारी में एक बार फिर भारत ने 115 रन जोड़ते-जोड़ते अपने 3 विकेट गंवा दिए। चौथे विकेट के लिए कप्तान सौरभ गांगुली (48) ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर 117 रन की साझेदारी जरूर की। लेकिन जब 232 के कुल स्कोर पर गांगुली मैकग्रा की बॉल पर आउट होकर पविलियन लौटे तब भी भारत ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के स्कोर से 42 रन पीछे था और उसे ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए कोई चुनौतीपूर्ण लक्ष्य भी रखना था। 5वें विकेट के लिए 376 रनों की साझेदारीयहां से राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने जो खेल दिखाया, वह क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार लम्हों में एक है। इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों ने जो खेल दिखाया वह आज इतिहास के सुनहरे पलों में शामिल है। लक्ष्मण और द्रविड़ ने 5वें विकेट के लिए 376 रनों की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को बुरी तरह बैकफुट पर ला दिया। इस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने अपने करियर की बेस्ट पारी खेलकर 281 रन बनाए। उस समय लक्ष्मण का यह स्कोर टीम इंडिया के किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वश्रेष्ठ स्कोर था। वहीं राहुल द्रविड़ ने भी 180 रन की लाजवाब पारी खेली। हार गई कंगारु टीमदूसरी पारी में 657 के स्कोर पर जब राहुल द्रविड़ 7वें विकेट के रूप में आउट हुए तब भारत ने अपनी पारी घोषित कर दी। यहां से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने चौथी पारी में जीत के लिए 383 रन का लक्ष्य रखकर उसे बुरी तरह झकझोर दिया। इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम जो एक समय भारत पर हावी थी। टेस्ट की अंतिम पारी में उसने भारत के सामने 212 रन पर घुटने टेक दिए। इस तरह कंगारू टीम 171 रन से यह टेस्ट मैच हार गई। भारत ने तोड़ दिया सफरभारत ने बेहतरीन अंदाज में इस टेस्ट को बचाने के साथ-साथ सीरीज को भी बचा लिया। इस टेस्ट की हार के साथ ऑस्ट्रेलिया लगातार 16 टेस्ट जीतने का सफर भारत ने यहां खत्म किया और इसके बाद चेन्नै टेस्ट जीतकर भारत ने यह सीरीज भी अपने नाम कर ली। ऑस्ट्रेलिया को इस ऐतिहासिक टेस्ट में भारत की चमत्कारिक जीत और अपनी हार का आज भी मलाल है।

भारत ने दिखाया जज्बा- तेंडुलकर, गांगुली, पॉन्टिंग समेत सभी हुए मुरीद January 11, 2021 at 01:27AM

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट क्रिकेट मैच सोमवार को यहां ड्रॉ समाप्त हुआ। भारत के सामने 407 रन का लक्ष्य था। उसने पांचवें और अंतिम दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 334 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 रन बनाए और दूसरी पारी छह विकेट पर 312 रन बनाकर समाप्त घोषित की। भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाये थे।

आप नतीजा देखेंगे तो आपको ड्रॉ नजर आएगा लेकिन उसके पीछे की मेहनत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कई बार ड्रॉ किसी जीत से कम नहीं होती। जब सामने वाली टीम, क्रिकेट के जानकार, दर्शक और यहां तक कि आपके प्रशंसक भी यह मान रहे हों कि अब हार निश्चित है तो वहां से मैच को पहले जीत की ओर ले जाना और फिर वहां से ड्रॉ करवा लेना कोई छोटी बात नहीं भारत ने सिडनी में वही किया। लग रहा था कि 407 रनों का लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता। ऋषभ पंत के धमाके ने उम्मीद जताई। उनके आउट होने के बाद भारत ने रणनीति बदली और यह सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया को कोई बढ़त न मिले।


India vs Australia: भारत ने दिखाया जज्बा- तेंडुलकर, गांगुली, पॉन्टिंग समेत सभी हुए मुरीद

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट क्रिकेट मैच सोमवार को यहां ड्रॉ समाप्त हुआ। भारत के सामने 407 रन का लक्ष्य था। उसने पांचवें और अंतिम दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 334 रन बनाकर मैच ड्रॉ कराया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 338 रन बनाए और दूसरी पारी छह विकेट पर 312 रन बनाकर समाप्त घोषित की। भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाये थे।



पंत को पांच नंबर पर भेजना मास्टर स्ट्रोक; कितनी स्लो थी विहारी की पारी? भारत को इस मैच से क्या मिला? January 11, 2021 at 12:36AM

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया। जीत के लिए 407 रन का पीछा कर रहे भारत ने पांचवें दिन दो विकेट के नुकसान पर 96 रन से आगे पारी शुरू की। रहाणे जल्दी आउट हो गए। लेकिन, उसके बाद पुजारा और पंत ने 148 रन की साझेदारी करके स्कोर 250 पहुंचाया। इसी स्कोर पर पंत 97 रन बनाकर आउट हो गए। 272 के स्कोर पर पुजारा के आउट होते ही लगा भारत के लिए अब मैच बचाना मुश्किल होगा। लेकिन, इसके बाद हनुमा विहारी और आर अश्विन ने 256 गेंद पर 62 रन की साझेदारी करके मैच बचा लिया।

अपनी पारी के दौरान विहारी हैम-स्ट्रिंग की चोट से जूझ रहे थे। वहीं, अश्विन ने भी ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों की कई गेंदें शरीर पर झेलीं। पहली पारी में बैटिंग के दौरान चोटिल हुए ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में विकेट कीपिंग नहीं कर सके। लेकिन चोट के बावजूद आज उन्होंने अपनी बैटिंग से एक समय ऑस्ट्रेलिया को हार की ओर धकेल दिया था।

रहाणे की कप्तानी कितनी कारगर?

कप्तान के तौर पर ये रहाणे का चौथा मैच था। इससे पहले के तीनों मैच वो जीते थे। पहली बार उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने मैच ड्रॉ कराया। टीम में उन्होंने लड़ने का जज्बा पैदा किया है। मैच के बाद रहाणे ने कहा कि दिन शुरू होने से पहले ही हमने अंत तक लड़ने का फैसला किया था, नतीजा भले ही कुछ भी हो। हमारे खिलाड़ियों ने ये जज्बा दिखाया भी।

पंत को पांच नंबर पर भेजकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को चौंका दिया। वहीं, पंत की पारी से टीम को जीत की उम्मीद तक दिखाई देने लगी। एक दिन पहले तक जो एक्सपर्ट कह रहे थे कि ये मैच या तो भारत हारेगा या ड्रॉ होगा। उन्हें भी कुछ अलग होता दिखा।

रहाणे ने इससे पहले दूसरे टेस्ट में भी शानदार कप्तानी की थी। उस टेस्ट के बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान इयान चैपल ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि जिस भी व्यक्ति ने उन्हें 2017 के धर्मशाला टेस्ट में कप्तानी करते देखा होगा, वह यह समझ गया होगा कि रहाणे का जन्म ही क्रिकेट टीम की कप्तानी के लिए हुआ है।

सिराज और बुमराह के साथ की गई नस्लवादी टिप्पणी ने भी टीम में लड़ने का जज्बा डाला। चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद अश्विन ने कहा भी था कि सिडनी में दर्शकों का इस तरह का व्यवहार नया नहीं है। हमें सिडनी में पहले भी इस तरह की टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है। मैदान के अंदर पहले ही खिलाड़ियों की चोट से जूझ रही टीम को मैदान के बाहर हुई इस घटना ने अपना जज्बा दिखाने के लिए एकजुट किया।

क्या अब पंत की कीपिंग पर सवाल नहीं उठेंगे?

आज जिस तरह से पंत ने बल्लेबाजी की है, उसी वजह से टीम मैनेजमेंट विदेश दौरों में उन्हें ऋद्धिमान साहा पर वरीयता देता है। पंत अपनी बल्लेबाजी से मैच का रुख पलट सकते हैं। आज उन्होंने ये दिखाया भी। लेकिन, उनकी कीपिंग पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। इसमें सुधार नहीं हुआ तो आगे भी उठेंगे।

पंत को पांच नंबर पर उतारे जाने के फैसले को सुनील गावस्कर ने मास्टर स्ट्रोक बताया। उन्होंने कहा कि आगे चलकर ऐसा हो सकता है कि टीम इंडिया उन्हें सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर पांच नंबर पर उतारे।

विहारी की पारी कितनी स्लो थी?

विहारी ने 161 गेंद पर 23 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 14.28 का रहा। पारी में सौ या उससे ज्यादा गेंद खेलने के बाद स्ट्राइक रेट के लिहाज से ये किसी भारतीय की पांचवीं सबसे धीमी पारी थी। इस लिस्ट में यशपाल शर्मा टॉप पर हैं। शर्मा ने 1981 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ एडिलेड में 157 गेंद खेलकर 13 रन बनाए थे।

इंटरनेशनल क्रिकेट की बात करें तो ये रिकॉर्ड इंग्लैंड के जॉन मरे के नाम है। उन्होंने 1963 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 100 गेंद खेलने के बाद महज 3 रन बनाए थे। वहीं, न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेफ एलट 2011 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 101 गेंद खेलने के बाद खाता भी नहीं खोल सके थे।

भारतीय बल्लेबाजों की सबसे धीमी पारियां

गेंद

रन

स्ट्राइक रेट

यशपाल शर्मा

157

13

8.28

एमएल जयसिम्हा

102

13

12.74

राहुल द्रविड़

109

14

12.84

राहुल द्रविड़

114

16

14.03

हनुमा विहारी

161

23*

14.28

पुजारा की पारी के क्या मायने?

पुजारा के खेलने का तरीका यही है। आज की उनकी पारी की तारीफ हो रही है। वहीं, पहली इनिंग में इसी तरह की बल्लेबाजी पर उनकी आलोचना हो रही थी। सुनील गावस्कर ने सोनी टेन से कहा कि भारत में टोपी घुमाने का चलन है। ये चलता रहेगा, लेकिन पुजारा का जो खेल है, वो ऐसा ही है। यही उनकी खासियत है। टेस्ट में इस तरह के बल्लेबाज अब कम हैं, लेकिन मुश्किल हालात में ऐसा खेलने वालों की बहुत जरूरत होती है।

जडेजा के इंजर्ड होने के बाद क्या अश्विन उनका रोल निभा सकते हैं?

जडेजा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के साथ ही भारत में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैच से भी बाहर हो सकते हैं। ऐसे में अश्विन का बल्ले से बेहतर परफॉर्मेंस भारत के लिए बोनस हो सकता है। अश्विन ऐसा कर भी चुके हैं। 2016 के दौर में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से भारत को कई मैच में जीत दिलाने में अहम रोल प्ले किया था।

इस मैच से भारत को क्या मिला?

  • इस ड्रॉ के साथ भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में 10 प्वाइंट मिले। 12 मैच के बाद भारत के 400 प्वाइंट हो गए हैं। वो रैंकिंग में अभी भी दूसरे नंबर पर बना हुआ।
  • इस मैच के बाद भारतीय टीम में ये भरोसा आया है कि वो चौथा टेस्ट जीत सकते हैं। विराट कोहली के बिना भी टीम इंडिया ने लड़ने का जज्बा दिखाया है।

  • पंत एक बल्लेबाज के रूप में मैच का रुख किसी भी समय पलट सकते हैं। इस मैच में उन्होंने एक बार फिर ये साबित किया है। पुजारा इस दौर में टीम इंडिया के सबसे बड़े फाइटर बनकर उभरे हैं।

  • अश्विन एक बार फिर से अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को सपोर्ट कर सकते हैं। शुभमन गिल के रूप में एक बेहतर टेक्नीक वाला ओपनर भी इस मैच में मिला है। रोहित शर्मा को टीम इंडिया आगे भी ओपनर के रूप में इस्तेमाल करेगी।

  • 41 साल साल बाद भारत ने चौथी इनिंग में इतने ज्यादा ओवर खेलकर मैच ड्रॉ कराया। इस मैच में टीम इंडिया ने 131 ओवर बैटिंग की और पांच विकेट पर 334 रन बनाए। 1979 में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में 438 रन के टारगेट का पीछा करते हुए चौथी इनिंग में आठ विकेट पर 429 रन बनाए और मैच ड्रा करा लिया। इस मैच में टीम ने 150.5 ओवर बैटिंग की। पुजारा, पंत, विहारी और अश्विन ने 100 से ज्यादा गेंदें खेली।

40 साल बाद टीम इंडिया ने चौथी पारी में सबसे ज्यादा ओवर खेले

ओवर

खिलाफ

ग्राउंड

साल

150.5

इंग्लैंड

ओवल

1979

136.0

वेस्ट इंडीज

कोलकाता

1948-49

132.0

वेस्ट इंडीज

मुंबई

1958-59

131.0

पाकिस्तान

दिल्ली

1979-80

131.0

ऑस्ट्रेलिया

सिडनी

2020-21



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Hanuma Vihari: India Vs Australia 3rd Test Draw | Indian Player Slowing Test Runs Record List Update; Rahul Dravid Hanuma Vihari

IND vs AUS Sydney Test: ये हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया सिडनी टेस्ट मैच के 5 टर्निंग प्वाइंट्स January 11, 2021 at 12:12AM

नई दिल्ली Five Turning Points From India's vs Australia Sydney Test Match Draw: अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने गजब का जज्बा दिखाते हुए सिडनी टेस्ट को ड्रॉ ( Sydney Test) करा लिया है। 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का आखिरी टेस्ट 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जाएगा। आइए जानते हैं उन 5 टर्निंग प्वाइंट के बारे में जिसकी बदौलत टीम इंडिया तीसरे टेस्ट को ड्रॉ कराने में सफल रही:- रिषभ पंत की धमाकेदार पारी युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत () ने दूसरी पारी में कंगारू गेंदबाजों की जमकर खबर ली। पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 97 रन बनाए। पंत जिस अंदाज में बैटिंग कर रहे थे उससे तो एक समय ऐसा लगा कि भारतीय टीम 407 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य को हासिल कर लेगी। लेकिन ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन (Nathan Lyon) की गेंद पर पंत गच्चा खा गए और अपना विकेट गंवा बैठे। पंत ने (Cheteshwara Pujara) के साथ मिलकर 148 रन जोड़े। तारीफ करनी होगी पंत का जिसने कोहनी चोटिल होने के बावजूद बल्लेबाजी का जज्बा दिखाया और टीम इंडिया को अच्छी स्थिति में पहुंचाया। पुजारा की लगातार दूसरी फिफ्टी पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 77 रन का योगदान दिया। पुजारा ने 205 गेंदों पर 12 चौके लगाए। टीम इंडिया की नई दीवार कहे जाने वाले पुजारा का बल्ला सिडनी टेस्ट से पहले कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया था। दूसरी पारी में उन्होंने पंत के साथ जो शतकीय साझेदारी की उससे टीम इंडिया को काफी फायदा हुआ। एक छोर पर जहां पंत वनडे स्टाइल में खेल रहे थे वहीं दूसरी ओर पुजारा उनका बेहतरीन तरीके से साथ दे रहे थे। ने निभाई 'संकटमोचक' की भूमिका मिडिल ऑर्डर बैट्समैन हनुमा विहारी () ने जिस तरह एक छोर संभाले रखा उससे उनके धैर्य का पता चला। हनुमा ने सिडनी टेस्ट को बचाने के लिए 'संकटमोचक' की भूमिका निभाई। उन्होंने आर अश्विन () के साथ छठे विकेट के लिए नाबाद 62 रन जोड़े। इनमें हनुमा का योगदान नाबाद 23 रन रहा। हनुमा ने इस दौरान 161 गेंदों का सामना किया। उन्होंन एक छोर संभाले रखा जिससे दूसरे छोर पर अश्विन को काफी मदद मिली। जब अश्विन ने गाड़ा खूंटा आमतौर पर आर अश्विन को ऑफ स्पिन गेंदबाजी में कमाल करते हुए देखा गया है। हालांकि इससे पहले उन्होंने बैटिंग में भी हाथ दिखााए थे लेकिन सिडनी टेस्ट में जब टीम को उनकी जरूरत थी तो इस स्पिनर ने कमाल की बल्लेबाजी की। दूसरी पारी में जब क्रीज पर समय बिताने की बारी आई तो अश्विन ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। उन्होंने नाबाद 39 रन बनाने के लिए 128 गेंदों का सामना किया। रोहित-शुभमन की अर्धशतकीय साझेदारी सिडनी टेस्ट की पहली पारी में युवा ओपनर शुभमन गिल (Shubman Gill) ने अर्धशतकीय पारी खेली वहीं दूसरी पारी में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भी फिफ्टी जड़ा। जब टीम इंडिया लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो इन दोनों ओपनर्स ने 71 रन की साझेदारी कर ठोस शुरुआत दी। रोहित ने 98 गेंदों पर 52 रन बनाए वहीं शुभमन 64 गेंदों पर 31 रन बनाकर आउट हुए। रोहित शुरुआती दो टेस्ट मैच नहीं खेल पाए थे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के 4 चोटिल प्लेयर्स ने तीसरा टेस्ट बचाया, हैमस्ट्रिंग के बावजूद विहारी ने 161 गेंदें खेलीं January 11, 2021 at 12:05AM

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुआ। ऑस्ट्रेलिया ने 407 रन का टारगेट दिया था। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 5 विकेट खोकर 334 रन बनाए। यह मैच भले ही ड्रॉ पर समाप्त हुआ हो, लेकिन चोट से जूझ रही टीम इंडिया के लिए यह कोई जीत से कम नहीं है।

इस टेस्ट में भारत के 4 खिलाड़ी चोटिल थे- ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन। इसके बावजूद टीम ने लड़कर मैच ड्रॉ कराया। साथ ही यही चोटिल खिलाड़ी मैच के हीरो भी बने। जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 4 विकेट चटकाए थे। साथ ही पहली पारी में बल्लेबाजी के दौरान 37 बॉल पर 28 रन बनाकर नाबाद रहे थे।

अंगूठे में प्लास्टर के साथ जडेजा।

जडेजा का अंगूठा टूटा फिर भी बल्लेबाजी करने को तैयार थे
पहली पारी में ही बैटिंग के दौरान उनके बाएं अंगूठे पर मिचेल स्टार्क की बॉल आकर लगी। इसके बाद स्कैन कराया गया, जिसमें अंगूठे में फ्रैक्चर पाया गया। उन्हें फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले 2 टेस्ट से बाहर कर दिया गया, लेकिन तीसरे टेस्ट से बाहर नहीं किए गए। उन्होंने भारत की दूसरी पारी के दौरान टूटे अंगूठे के साथ पैड और ग्लव्स भी पहन लिए थे। हालांकि, उनकी बैटिंग नहीं आई।

पहली पारी में टीम इंडिया की बैटिंग के दौरान पंत के कोहनी में लगी थी चोट।

कमिंस का बाउंसर पंत की कोहनी पर लगा
भारत की पहली पारी में ऋषभ पंत को बैटिंग के दौरान पैट कमिंस का बाउंसर कोहनी पर लगा। वे दर्द से कराह रहे थे। इसके बावजूद वे बैटिंग करते रहे। इस दौरान उन्हें पेन किलिंग स्प्रे दिया गया था। एल्बो बैंडेज भी लगाया गया। वे पहली पारी में 36 रन बनाकर आउट हुए।

दर्द के बावजूद बैटिंग करते रहे थे ऋषभ पंत।

विकेटकीपिंग नहीं की, बल्लेबाजी में बिखेरा जलवा
इसके बाद उनके कोहनी का स्कैन कराया गया, लेकिन सबकुछ ठीक-ठाक था। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान वे विकेटकीपिंग करने नहीं उतरे। दूसरी पारी में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी ऋद्धिमान साहा ने संभाली। ऐसा लग रहा था कि वे भारत की दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने नहीं आ पाएंगे, लेकिन चोटिल होने के बावजूद उन्होंने नेट्स में प्रैक्टिस की।

पंत ने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन की बॉल पर 3 छक्के लगाए।

पंत ने मैच की सूरत बदली
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर अभी तक किसी टीम ने 288 से ज्यादा रन चेज नहीं किए थे। 407 रन का पीछा कर रही टीम इंडिया ने चौथे दिन 2 विकेट गंवा दिए थे। ऐसा लग रहा था कि टीम पांचवें दिन मैच बचा पाएगी या नहीं। भारत की दूसरी पारी में पांचवें दिन कप्तान रहाणे के जल्दी आउट होने के बाद ऋषभ पंत चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए और मैच की सूरत ही बदल दी।

पंत और चेतेश्वर पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 148 रन की पार्टनरशिप की।

नर्वस-90 में आउट हुए पंत, 82 का रहा स्ट्राइक रेट
उनके बल्लेबाजी के वक्त ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया यह मैच जीत जाएगी। वे 118 बॉल पर 97 रन बनाकर आउट हुए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 82.20 का रहा। उन्होंने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर टारगेट चेज करते हुए चौथे विकेट के लिए सबसे भारत की सबसे बड़ी साझेदारी कर डाली। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 148 रन की पार्टनरशिप की।

नर्वस-90 में आउट होने के बाद पवेलियन लौटते पंत।

पंत का ऑस्ट्रेलिया में बैटिंग एवरेज 56.88 का
पंत का ऑस्ट्रेलिया में बैटिंग एवरेज 56.88 का है। ऑस्ट्रेलिया में 200 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में पिछले 60 साल में पंत का बैटिंग एवरेज सबसे ज्यादा है। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर उनकी बल्लेबाजी औसत 146 की है। 2018 में इसी ग्राउंड पर उन्होंने 159 रन की पारी खेली थी।

अश्विन 128 बॉल पर 39 रन और विहारी 161 बॉल पर 23 रन बनाकर नाबाद रहे।

संकटमोचक बनकर आए विहारी और अश्विन
उनके आउट होते ही पुजारा भी आउट हो गए। 5 विकेट गंवा टीम इंडिया मुश्किल में दिख रही थी। ऐसे में पूरी जिम्मेदारी हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन पर आ गई। टूटे अंगूठे के साथ जडेजा इसके बाद बल्लेबाजी करने आते। हालांकि, विहारी और अश्विन ने यह नौबत नहीं आने दी।

साढ़े 3 घंटे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया
दोनों ने लगभग साढ़े 3 घंटे मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और टेस्ट में वर्ल्ड नंबर-1 बॉलर पैट कमिंस जैसे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सामना किया। यह वही बॉलिंग लाइन अप है, जिसने पहले टेस्ट में टीम इंडिया को 36 रन पर ऑल आउट कर दिया था।

हैमस्ट्रिंग से जूझते हनुमा विहारी। फीजियो ने उनसे एक्सरसाइज भी करवाया।

हैमस्ट्रिंग से जूझ रहे थे विहारी
बैटिंग के विहारी के हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आ गया। फीजियो भी बुलाए गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दर्द के साथ बल्लेबाजी करते रहे। उन्होंने दौड़ने में भी परेशानी हो रही थी। सोमवार को खेले गए 97 में से 27 ओवर वे मैदान पर गेंदबाजों का सामना करते रहे।

कमर में चोट लगने के बाद फीजियो अश्विन का चेकअप करते हुए।

पांचवीं सबसे धीमी पारी
विहारी ने 161 गेंद पर 23 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 14.28 का रहा। पारी में सौ या उससे ज्यादा गेंद खेलने के बाद स्ट्राइक रेट के लिहाज से ये किसी भारतीय की पांचवीं सबसे धीमी पारी थी। इस लिस्ट में यशपाल शर्मा टॉप पर हैं। शर्मा ने 1981 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ एडिलेड में 157 गेंद खेलकर 13 रन बनाए थे।

अश्विन के कमर में चोट लगी, फिर भी खेलते रहे
​​​​​​​स्टार्क, कमिंस और हेजलवुड की बॉल अश्विन के कमर में लगी। इसके बाद वे भी दर्द से कराहते दिखे। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज उन्हें शॉर्ट बॉल फेंकते रहे और वे उसका सामना करते गए। दर्द में रहने के बावजूद उन्होंने अकेले 21 ओवर (128 गेंद) ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डट कर सामना किया।

मैच के बाद भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अश्विन को गले लगा लिया।

अश्विन-विहारी ने 90 में से 43 ओवर बल्लेबाजी की
अश्विन और विहारी ने 259 गेंदों में 62 रन की नाबाद पार्टनरशिप की। यह छठवें विकेट के लिए गेंद के हिसाब से भारत की तीसरी सबसे बड़ी पार्टनरशिप रही। इस जोड़ी ने न केवल मैच बचाया, बल्कि भारतीय दर्शकों को विश्वास दिलाया कि विराट कोहली जैसे बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में भी टीम अच्छा कर सकती है।

ऑस्ट्रेलिया के काम नहीं आया मैदान के बाहर डर्टी गेम
सिडनी टेस्ट में लगातार दो दिन मंकीगेट विवाद हुआ। टेस्ट के चौथे दिन भी भारतीय बॉलर मो. सिराज पर दर्शकों ने नस्लभेदी टिप्पणी की। बाउंड्री के करीब बैठे दर्शकों की एक टोली लगातार सिराज को ब्राउन मंकी और बिग डॉग बोल रही थी। ऑस्ट्रेलिया की यह स्ट्रैटजी भी काम नहीं आई। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस घटना पर टीम इंडिया से माफी मांगनी पड़ी।



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मैच ड्रॉ होने के बाद अश्विन (दाएं) और विहारी खुश नजर आए।

पेन की स्‍लेजिंग का अश्विन ने दिया ऐसा जवाब, दोबारा मुंह नहीं खोलेंगे ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान January 10, 2021 at 09:50PM

सिडनी भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्‍ट ड्रॉ हो गया है। पांच-पांच घायल क्रिकेटर्स वाली टीम इंडिया ने ऑस्‍ट्रेलिया को उसके घर में ऐसा मजा चखाया कि फैंस बेहद भावुक हो गए। कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ऑन-एयर ही रो पड़े। वो लम्‍हा ही ऐसा था। जब हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्‍ट्रेलियाई गेंदबाजों का हर हमला नाकाम कर दिया तो उनके पास हाथ मिलाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। मैच भले ही ड्रॉ रहा मगर यह जीत थी भारतीय क्रिकेट टीम की जीवटता की। यह जीत साबित हुई उस जज्‍बे की जो विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में लड़ाई से से हार नहीं मानता। वो जज्‍बा जो भारत के इन क्रिकेटर्स में कूट-कूटकर भरा है और जिसे कोई स्‍लेजिंग डिगा नहीं सकती। टिम पेन को अश्विन का वो जवाब देना...भारत का स्‍कोर 5 विकेट के नुकसान पर 319 रन था। नाथन लायन समेत ऑस्‍ट्रेलिया के सारे गेंदबाज इस कोशिश में थे कि रवि अश्विन और हनुमा विहारी में से किसी एक को पवेलियन भेजा जाए। मगर दोनों ने क्रीज पर ऐसा खूंटा गाड़ रखा था कि ऑस्‍ट्रेलियाई परेशान हो गए। फिर कंगारुओं ने माइंड गेम खेलना शुरू कर दिया। विकेटों के पीछे से ऑस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान टिम पेन ने अश्विन का ध्‍यान भंग करने की कोशिश की मगर जवाब ऐसा मिला कि बेचारे कुछ ठीक से कह न सके। दरअसल पेन ने अश्विन से कहा कि 'अब गाबा टेस्‍ट के लिए और इंतजार नहीं होता।' अगला टेस्‍ट ब्रिस्‍बन के गाबा में ही होना है। इसपर अश्विन ने कहा कि 'तुम्‍हें भारत में देखने का इंतजार रहेगा। वह तुम्‍हारी आखिरी सीरीज होगी।' इसके बाद पेन कुछ पल के लिए सकपका गए। इसके बाद उन्‍होंने अश्विन के लिए अपशब्‍दों का प्रयोग किया। मैथ्‍यू वेड की वो शर्मनाक हरकत...पेन ही नहीं, ऑस्‍ट्रेलिया के लगभग हर खिलाड़ी ने अश्विन और विहारी को परेशान करने की कोशिश की। शॉर्ट-लेग पर खड़े मैथ्‍यू वेड की तरफ जब अश्विन ने एक गेंद खेली तो वह कुछ इस तरह से स्पिनर की तरफ दौड़े जैसे उन्‍हें डराना चाहते हों। इसपर ऑस्‍ट्रेलियाई प्‍लेयर्स ने शर्मनाक तरीके से वेड का उत्‍साह बढ़ाया। फिर वेड ने इस तरह ऐक्टिंग की कि उन्‍हें चोट लग गई है। असल में वह अश्विन का मजाक उड़ा रहे थे जिन्‍हें पैट कमिंस की गेंद पर पसलियों में चोट लग गई थी। नहीं काम आई कंगारुओं की एक भी चालअश्विन और विहारी के आगे कंगारुओं की एक न चली। दोनों ने मिलकर मैच ड्रॉ करा लिया। आखिरी दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पांच विकेट खोकर 334 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने में एक ओवर का खेल बचा था। दोनों टीमों ने आपसी सहमति से इसे न खेलने का फैसला किया।

गावसकर बोले, सिडनी टेस्ट से वर्ल्ड क्रिकेट को मेसेज- हम कभी नहीं झुकेंगे January 10, 2021 at 10:44PM

सिडनी भारतीय क्रिकेट टीम ने (), चेतेश्वर पुजारा (), हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) और आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) के दम पर सिडनी टेस्ट मैच को ड्रॉ करा लिया। ऑस्ट्रेलिया ने इस टेस्ट को जीतने के लिए कई हथकंडे अपनाए लेकिन टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने मेजबान टीम को अपने प्रदर्शन से करारा जवाब दिया। '5वें नंबर पर पंत ने तो कमाल ही कर दिया' टीम इंडिया के पूर्व कप्तान () ने भारतीय टीम की तारीफ करते हुए कहा, 'हमने वर्ल्ड क्रिकेट को यह मेसेज दे दिया है कि हम किसी भी परिस्थिति में नहीं झुकेंगे।' पढ़ें, बकौल गावसकर, 'टीम इंडिया ने जिस तरह से सिडनी टेस्ट को ड्रॉ कराया उससे ये साफ पता चलता है कि वह किसी भी परिस्थिति से उबर सकती है। पांचवें नंबर पर ऋषभ पंत ने तो कमाल ही कर दिया। पंत ने शुरू में 34 गेंद पर 5 रन बनाए और उसके बाद जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, वह काबिलेतारीफ है। उन्होंने मैच का पूरा पासा ही पलट दिया। पंत ने कदमों का इस्तेमाल कर जिस तरह से आगे बढ़कर छक्के लगाए, इससे साफ है कि उन्होंने क्रिकेटिंग सोच का इस्तेमाल किया।' गावसकर ने कहा कि हर क्रिकेटर को ये बात अच्छी तरह से पता है कि अगर इतिहास में जगह बनानी है तो उन्हें टेस्ट क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। पंत ने सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में 118 गेंदों पर 97 रन की पारी खेली जिसमें 12 चौके और 3 छक्के शामिल थे। 'पुजारा ने दिया आलोचकों को जवाब' पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 77 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 205 गेंदों पर 12 चौकें लगाए। पुजारा के बारे में गावसकर ने कहा कि इस बल्लेबाज ने अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब दिया है। गावसकर ने कहा, ' चेतेश्वर पुजारा जैसा कमिटमेंट कम ही दिखता है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देने की कोशिश की है। ऋषभ पंत ने जिस तरह से बैटिंग की इसका श्रेय पुजारा को जाता है। आज उनसे ऊपर बैटिंग कराना एक मास्टरस्ट्रोक था। लेफ्ट - राइट कॉम्बिनेशन ने कमाल का प्रदर्शन दिखाया। आगे चलकर नंबर पांच या छह पर पंत सिर्फ बैट्समैन के रूप में खेल सकते हैं। पिच पांचवें दिन खराब नहीं हुआ। जिस तरह पहली पारी में पुजारा आउट हुए, वैसी गेंद आज नहीं दिखी।' 4 मैचों की सीरीज अभी 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का चौथा और अंतिम टेस्ट मैच 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जाएगा।

बीवी के मेसेज पर अश्विन इमोशनल, निकले 'आंसू', बोले- आपके साथ के लिए शुक्रिया January 10, 2021 at 11:38PM

सिडनी सिडनी टेस्ट टीम इंडिया ने बचा लिया। जब हार करीब लग रही थी, तब भारतीय खिलाड़ियों ने अपने गजब के जज्बे से मैच ड्रॉ करा दिया। चोट के बावजूद की पारी को सभी सलाम कर रहे हैं। मैदान पर अश्विन किस दर्द से गुजर रहे थे, जब उनकी पत्नी ने इसका खुलासा किया तो हर कोई उन्हें सलाम करने लगा। उनकी मैच बचाऊ पारी की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 338 रन बनाए जिसके बाद भारत को 244 रन पर रोक दिया। इसके बाद मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी 6 विकेट पर 312 रन बनाकर घोषित की और भारत को जीत के लिए 407 रन का मुश्किल टारगेट मिला। भारतीय खिलाड़ियों ने हालांकि हार नहीं मानी और मैच को बचा लिया। पढ़ें, खासतौर से अश्विन और हनुमा विहारी क्रीज पर जमे रहे और मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। अश्विन ने 128 गेंदों पर 39 और विहारी ने 161 गेंदों का सामना करते हुए 23 रन बनाए और दोनों नाबाद लौटे। अश्विन और विहारी ने छठे विकेट के लिए नाबाद 62 रन जोड़े। मैदान पर इस दर्द से गुजर रहे थे अश्विनमैच के बाद अश्विन की पत्नी प्रीति ने बताया कि कैसे वह झुक भी नहीं पा रहे थे और अपने जूतों के फीते भी नहीं बांध पा रहे थे। प्रीति ने लिखा, 'वह शख्स, जो रात में कमर दर्द से कराह रहा था और काफी दर्द में था। वह सीधा भी नहीं खड़ा हो पा रहा था, अपने जूतों के फीते तक नहीं बांध पा रहा था। मैं हैरान हूं कि रविचंद्रन अश्विन ने किस तरह का शानदार खेल दिखाया।' अश्विन ने इसके जवाब में लिखा, 'आंसू आ रहे हैं। आपका शुक्रिया कि इस पूरे वक्त में आपने मेरा साथ दिया।' सोशल मीडिया पर हो रही अश्विन की जमकर तारीफ दूसरी पारी में भारत के लिए पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से सर्वाधिक 97 रन बनाए। उनके अलावा पुजारा ने 205 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 77 रन बनाए। पंत और पुजारा ने इस पारी में चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा मैच 15 जनवरी से ब्रिसबेन में खेला जाएगा।

हाथ, पैर, पसलियां तक चोटिल, टीम इंडिया के जख्‍मी शेरों ने उड़ाए कंगारुओं के होश January 10, 2021 at 08:10PM

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 2020-21 सीरीज का तीसरा टेस्‍ट इतिहास के पन्‍नों में दर्ज हो गया है। टीम इंडिया के जख्‍मी शेरों ने कंगारुओं की आक्रामकता को अपने जज्‍बे से कुंद कर दिया। पांच घायल क्रिकेटर्स के साथ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर भारतीय क्रिकेट टीम का ड्रेसिंग रूम किसी अस्‍पताल के वार्ड जैसा लग रहा है। इसके बावजूद, चेतेश्‍वर पुजारा, ऋषभ पंत, हनुमा विहारी, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन... इन्‍होंने जिस तरह बल्‍लेबाजी की, उसने सबको अपना मुरीद बना दिया। टेस्‍ट मैच के पांचवें दिन मौका आया तो एक ने भी अपने कदम पीछे नहीं खींचे। दर्द कम करने को एक-चौथाई भारतीय टीम ने दवाएं खाईं। कुछ को इंजेक्‍शन लगवाना पड़ा मगर ऑस्‍ट्रेलियाई पेसर्स का सामना करने में कोई जरा भी नहीं हिचका। विहारी और अश्विन ने मैच ड्रॉ कराके ही दम लिया।

Ind vs Aus, 3rd test 2021: सिडनी टेस्‍ट 2021 का आखिरी दिन भारतीय क्रिकेटर्स के जज्‍बे के लिए हमेशा याद किया जाएगा। चोटिल होने के बावजूद, चेतेश्‍वर पुजारा, ऋषभ पंत, रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने जिस तरह मैच बचाने के लिए बल्‍लेबाजी की, उसकी हर तरफ तारीफ हो रही है।


IND vs AUS: हाथ, पैर, पसलियां तक चोटिल, लेकिन टीम इंडिया के जख्‍मी शेरों ने सिडनी में उड़ाए कंगारुओं के होश

भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच 2020-21 सीरीज का तीसरा टेस्‍ट इतिहास के पन्‍नों में दर्ज हो गया है। टीम इंडिया के जख्‍मी शेरों ने कंगारुओं की आक्रामकता को अपने जज्‍बे से कुंद कर दिया। पांच घायल क्रिकेटर्स के साथ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर भारतीय क्रिकेट टीम का ड्रेसिंग रूम किसी अस्‍पताल के वार्ड जैसा लग रहा है। इसके बावजूद, चेतेश्‍वर पुजारा, ऋषभ पंत, हनुमा विहारी, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन... इन्‍होंने जिस तरह बल्‍लेबाजी की, उसने सबको अपना मुरीद बना दिया। टेस्‍ट मैच के पांचवें दिन मौका आया तो एक ने भी अपने कदम पीछे नहीं खींचे। दर्द कम करने को एक-चौथाई भारतीय टीम ने दवाएं खाईं। कुछ को इंजेक्‍शन लगवाना पड़ा मगर ऑस्‍ट्रेलियाई पेसर्स का सामना करने में कोई जरा भी नहीं हिचका। विहारी और अश्विन ने मैच ड्रॉ कराके ही दम लिया।



क्रिटिक्‍स को चेतेश्‍वर पुजारा का जवाब
क्रिटिक्‍स को चेतेश्‍वर पुजारा का जवाब

पहली पारी में 150 से ज्‍यादा गेंदें खेलकर 35 से भी कम रन बनाने वाले चेतेश्‍वर पुजारा फैंस के निशाने पर थे। ऑस्‍ट्रेलियाई कमेंटेटर्स ने तो ऑन-एयर पुजारा की 'स्‍लो बैटिंग' की आलोचना की थी। पुजारा की खासियत ये है कि वे हर जवाब अपने बल्‍ले से देते हैं। सिडनी टेस्‍ट के आखिरी दिन जब भारत को मैच बचाने के लिए पूरे दिन बैटिंग करनी थी तो वही फैंस जो कल तक पुजारा को खरी-खोटी सुना रहे थे, उम्‍मीद लगाए बैठे थे कि पुजारा अपने अंदाज में बल्‍लेबाजी करेंगे। पुजारा ने वही किया। 205 गेंदें खेलीं और 77 रन बनाए। सबसे अहम बात, ऋषभ पंत के साथ मिलकर उन्‍होंने वो साझेदारी की जिसने ऑस्‍ट्रेलिया के जीतने की संभावनाओं को और कम कर दिया। इस दौरान पुजारा ने टेस्‍ट करियर में 6,000 रन भी पूरे किए।



खुद पानी भी नहीं पी रहे थे पंत
खुद पानी भी नहीं पी रहे थे पंत

ऋषभ पंत की हालत का अंदाजा इस बात से लगाइए कि जब ड्रिंक्‍स ब्रेक हुआ तो वह खुद पानी भी नहीं पी रहे थे। सब्‍स्‍टीट्यूट ने उनके मुंह में बोतल लगाई ताकि उन्‍हें अपनी बांह पर जोर न देना पड़े। जब लंच हुआ तो पंत अपना हेलमेट और ग्‍लव्‍स पिच पर ही छोड़ गए थे। पंत के जज्‍बे को भारतीय ड्रेसिंग रूम से भी शाबासी मिली। पंत ने तेज रफ्तार में बैटिंग की और 97 रन बनाकर नाथन लायन का शिकार हुए।



ड्रेसिंग रूम में बैठ तक नहीं पा रहे थे अश्विन
ड्रेसिंग रूम में बैठ तक नहीं पा रहे थे अश्विन

भारतीय टीम का वो खिलाड़ी जिसका काम विकेट लेना है, बैटिंग करना नहीं। अश्विन की पसलियों में चोट है। उनके कंधे में भी दर्द था। ड्रेसिंग रूम में बैठा तक नहीं जा रहा था मगर जब पंत आउट हुए तो बैट उठाकर चल पड़े। बीच-बीच में फिजियो बुलाकर वह दर्द में थोड़ा आराम पाते रहे मगर क्रीज नहीं छोड़ी। पैट कमिंस, जॉश हेजलवुड और मिशेल स्‍टार्क की गेंदों को शरीर पर झेलते रहे मगर उफ नहीं की। हालात ऐसे भी आए जब वो और हनुमा विहारी आपस में थाई पैड्स एक्‍सचेंज कर रहे थे।



शायद अगले टेस्‍ट में न खेल पाएं विहारी
शायद अगले टेस्‍ट में न खेल पाएं विहारी

हनुमा विहारी की हैमस्ट्रिंग में खिंचाव है। वह दौड़ नहीं पा रहे मगर उन्‍हें रनर नहीं मिल सकता। अश्विन के साथ क्रीज पर डटे विहारी से जब फिजियो नितिन पटेल ने पूछा कि क्‍या वह इस हालत में खेल सकते हैं तो उन्‍होंने दर्द सहने का फैसला किया। विहारी की चोट ऐसी है कि वह अगले टेस्‍ट में नहीं खेल पाएंगे मगर उन्‍होंने मैच बचाने के लिए शायद अपना करियर तक दांव पर लगा दिया है।



बॉल पर बॉल, बस डिफेंड करते गए विहारी
बॉल पर बॉल, बस डिफेंड करते गए विहारी

हनुमा विहारी ने जैसी जीवटता सिडनी के मैदान पर दिखाई, वैसी विरले ही दिखा पाते हैं। खबर लिखे जाने तक उन्‍होंने 100 से ज्‍यादा गेंदें खेल ली थीं और सिर्फ 7 रन बनाए थे। कारण, दर्द की वजह से दौड़ नहीं सकते और शॉट खेलकर विकेट नहीं गंवाना चाहते हैं। विहारी ने इस पारी में टेस्‍ट क्रिकेट के भीतर 100 से ज्‍यादा गेंदें खेलकर दूसरा सबसे धीमा स्‍ट्राइक रेट का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है।



बार-बार मैदान पर आते रहे फिजियो
बार-बार मैदान पर आते रहे फिजियो

रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी ने करीब तीन घंटे क्रीज पर बिताए। एक-एक कर ऑस्‍ट्रेलियाई गेंदबाज आते गए और पस्‍त होकर जाते रहे। बीच-बीच में दोनों फिजियो को बुलाते रहे, पैड्स बदलते रहे, दवाएं लेते रहे मगर मैदान नहीं छोड़ा।



इंजेक्‍शन लगाकर बैटिंग को तैयार जडेजा
इंजेक्‍शन लगाकर बैटिंग को तैयार जडेजा

रवींद्र जडेजा का बायां अंगूठा अपनी जगह पर नहीं है। वह इंग्‍लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में पहले दो टेस्‍ट से बाहर हो चुके हैं। मगर जज्‍बा देखिए, अगर आज जरूरत पड़ी तो इंजेक्‍शन लेकर बैटिंग करने सिडनी के मैदान पर उतरेंगे। फैंस तो यही दुआ कर रहे हैं कि इसकी जरूरत न पड़े।



बहुत कुछ कहती है टिम पेन की यह तस्‍वीर
बहुत कुछ कहती है टिम पेन की यह तस्‍वीर

मिशेल स्‍टार्क की गेंद पर टिम पेन ने हनुमा विहारी का कैच छोड़ दिया। पेन ने इस पारी में तीन कैच छोड़े जिसका खामियाजा ऑस्‍ट्रेलिया को भुगतना पड़ा।



सिडनी टेस्ट: पुजारा बोले, ऐसा मैच ड्रॉ कराना भी अचीवमेंट January 10, 2021 at 10:51PM

सिडनीभारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सोमवार को सिडनी में ड्रॉ रहा लेकिन जश्न जीत से कहीं कम नहीं दिखा। मैच के बाद भारतीय क्रिकेटर ने भी कहा कि यह मैच ड्रॉ कराना बड़ी उपलब्धि है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 338 रन बनाए जिसके बाद भारत को 244 रन पर रोक दिया। इसके बाद मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी 6 विकेट पर 312 रन बनाकर घोषित की और भारत को जीत के लिए 407 रन का मुश्किल टारगेट मिला। भारतीय खिलाड़ियों ने हालांकि हार नहीं मानी और मैच को बचा लिया। पढ़ें, पुजारा ने कहा, 'यह मैच ड्रॉ करना बड़ी अचीवमेंट है, खास कर जिस हाल में हम चौथे दिन लग रहे थे। लग रहा था कि हम हारेंगे। आज ऐसा मौका आया कि जब लगने लगा कि हम यह मैच जीत सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'मेरी बल्लेबाजी पूरी सीरीज में ठीक नहीं थी। अच्छी शुरुआत मिलने के बाद भी बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहा था। आज मैं रिलैक्स महसूस कर रहा हूं।' ब्रिसबेन में होने वाले सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के बारे में उन्होंने कहा, 'हम पूरी तरह सीरीज के अंतिम टेस्ट मैच के लिए तैयार हैं।' जब संजय मांजरेकर ने पूछा कि पिछले सीरीज में उन्होंने दो सेंचुरी बनाई थीं, इस बार क्या आपके लिए खास तैयारी की गई, इस पर पुजारा ने कहा, 'हां उन्होंने कई वीडियो मेरे देखे, पर गाबा में मेरे लिए बड़ा मौका है। दरअसल इस दौरे से पहले मैं टच में नहीं था। बहुत अंतर हो गया था। तीन चार महीने से जो हार्ड वर्क कर रहा था, उसका रिजल्ट आज मुझे मिला है।' ऋषभ पंत के साथ साझीदारी पर पुजारा ने कहा कि उन्होंने लगातार बात की लेकिन उसके गेम को लेकर कोई सलाह नहीं दी। पुजारा ने कहा, 'जो शॉट वह खेल रहे थे, वे उस वक्त जरूरी थे। इससे मैच में ऑस्ट्रेलिया पर हम बढ़त बना रहे थे। दो तीन बार मैंने कहा कि थोड़ा रुक कर खेलो पर ज्यादा कुछ नहीं कहा।' उन्होंने कहा, 'दूसरी पारी में पंत अपने ही अंदाज में नजर आ रहे थे। ऑस्ट्रेलिया की कमर उन्होंने तोड़ दी और मैच का रुख भी मोड़ दिया।' पुजारा ने सिडनी टेस्ट के दौरान लंबे फॉर्मेट में अपने 6000 रन पूरे किए। इस पर पुजारा ने कहा कि यह बढ़िया है लेकिन वह मैच के दौरान इस पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा, 'मुझे पता भी नहीं था कि मेरे छह हजार रन पूरे हो गए हैं। मैं रिजल्ट पर फोकस कर रहा था। चौथा टेस्ट मैच बहुत अहम है। हम जीतने के लिए खेलेंगे।' भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का चौथा और अंतिम टेस्ट मैच 15 जनवरी से ब्रिसबेन के गाबा स्टेडियम में खेला जाना है। फिलहाल सीरीज 1-1 से बराबरी पर है।

AUS vs IND: भारत के 'जख्मी शेरों' ने नहीं मानी हार, आखिर बचा लिया सिडनी टेस्ट January 10, 2021 at 09:11PM

सिडनीकई चोटिल खिलाड़ी, जज्बा, ऊंचा मनोबल और मैच बचाने की उम्मीद.. यह सब दिखा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में। सिडनी में मैच के 5वें दिन किसी ने सोचा नहीं था कि 407 रन के टारगेट का पीछा करते हुए टीम इंडिया इस तरह का जज्बा दिखाएगी और जख्मी शेरों की तरह लड़ेगी। यह मैच तो ड्रॉ हो गया लेकिन सीरीज अब भी 1-1 से बराबरी पर है। सिडनी टेस्ट ड्रॉ होने के बाद अब सीरीज का फैसला ब्रिसबेन में होगा जहां दोनों टीमें चौथे और अंतिम टेस्ट में 15 जनवरी से आमने सामने होंगी। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 338 रन बनाए जिसके बाद उसने भारत को 244 रन पर रोक दिया। इसके बाद मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी 6 विकेट पर 312 रन बनाकर घोषित की और भारत को जीत के लिए 407 रन का मुश्किल टारगेट मिला। भारतीय खिलाड़ियों ने हालांकि हार नहीं मानी और मैच को बचा लिया। जब तक क्रीज पर () और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) मौजूद थे, तब तक तो भारतीय फैंस भी जीत की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन दोनों के विकेट गिरने के बाद यह धूमिल होती नजर आई। फिर (Ravichandran Ashwin) और () ने चोट के बावजूद खेलते हुए मैच ड्रॉ करा दिया। अश्विन ने 128 गेंदों पर 39 और विहारी ने 161 गेंदों का सामना करते हुए 23 रन बनाए और दोनों नाबाद लौटे। अश्विन और विहारी ने छठे विकेट के लिए नाबाद 62 रन जोड़े। दूसरी पारी में भारत के लिए पंत ने 118 गेंदों पर 12 चौकों और 3 छक्कों की मदद से सर्वाधिक 97 रन बनाए। उनके अलावा पुजारा ने 205 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 77 रन बनाए। पंत और पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने इस पारी में चौथे विकेट के लिए 148 रन जोड़े। यह भारत के लिए चौथे विकेट के लिए चौथी पारी में सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले रुसी मोदी और विजय हजारे ने 1948-49 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथी पारी में चौथे विकेट के लिए 139 रन जोड़े थे। वहीं, दिलीप वेंगसरकर और यशपाल शर्मा ने पाकिस्तान के खिलाफ 1979 में 122 रन की पार्टनरशिप की थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए जोश हेजलवुड और नाथन लियोन ने 2-2 विकेट लिए जबकि पैट कमिंस को एक विकेट मिला।