Saturday, May 9, 2020

सचिन-सहवाग समेत खेल के दिग्गजों ने मां को याद किया, लक्ष्मण ने लिखा- मां के शुद्ध प्यार को आप कभी नहीं जान पाएंगे May 09, 2020 at 07:26PM

इस साल 10 मई को मदर्स डे मनाया जा रहा है। दुनियाभर में यह अलग-अलग दिन मनाया जाता है, जबकि भारत में मई के दूसरे रविवार को सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण समेत खेल के कई भारतीय दिग्गजों ने मां को याद किया।

लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘‘आप जब भी मां की तरफ देखते हैं, तो आप एकदम शुद्ध प्रेम की तरफ देखते हैं। इसे आप कभी समझ नहीं पाएंगे। मेरी जिंदगी का सबसे मजबूत सहारा बनने के लिए धन्यवाद अम्मा।’’

सचिन ने मां को धन्यवाद कहा
सचिन ने मां के साथ वाली बचपन की एक तस्वीर शेयर की। साथ ही लिखा, ‘‘आप मेरे लिए आई हैं, क्योंकि आप सबकुछ के अलावा हमेशा अद्भुत और अपूर्णीय हो। मेरे लिए आपने जो कुछ भी किया, उसके लिए धन्यवाद।’’

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सहवाग ने कहा- मां जैसा कोई नहीं
पूर्व भारतीय ओपनर सहवाग ने मां के नाम एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने कहा कि बच्चा चाहे लायक हो या नालायक, वह चाहे या न चाहे, हर स्थिति में उसे मां का प्यार मिलता है। मां ने मुझे घर वालों से लड़कर क्रिकेट फीस के लिए 100 रुपए दिए थे। सहवाग ने पोस्ट में लिखा, मां का प्यार वह प्यार होता है, जिसे आप तब भी पाते हैं, जब आप उसके हकदार हों या चाहे न हों। मां के जैसा कोई नहीं है।’’

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सचिन तेंदुलकर ने मां के साथ वाली बचपन की एक तस्वीर ट्वीटर पर शेयर की। उन्होंने लिखा- मेरे लिए आपने जो कुछ भी किया, उसके लिए धन्यवाद।

प्यार में बदहजमी.. कोरोना ने किया शिखर का ये हाल May 09, 2020 at 06:35PM

नई दिल्लीभारतीय टीम के दिग्गज ओपनर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) सोशल मीडिया पर खूब ऐक्टिव हैं। कोरोना वायरस () की वजह से जारी लॉकडाउन का इस्तेमाल वह फैमिली के साथ क्वॉलिटी टाइम बिताने में कर रहे हैं। इस दौरान वह 'टिक टॉक' वीडियोज भी खूब बना रहे हैं। उनका कभी बेटे जोरावर के साथ कुश्ती तो बेटी के साथ डांस का वीडियो वायरल हो रहा है। इस क्रम में नया एक नया वीडियो आया है, जिसमें वह वाइफ आएशा (Ayesha Mukherjee) के साथ प्यार जतलाते दिख रहे हैं। हांलाकि, यह पागल प्यार कुछ ही सप्ताह में बदहजमी ले आता है। वीडियो में शिखर और उनकी वाइफ आयशा ने क्वॉरंटीन के पहले सप्ताह से छठे सप्ताह तक के प्यार को दिखाने की कोशिश की है। पहले वीक में तो दोनों रोमांटिक लग रहे हैं, लेकिन छठे वीक में पहुंचने पर शिखर को बदहजमी हो जाती है। यह वीडियो सुपरहिट सॉन्ग 'तेरी मोहब्बत में पागल हो जाऊंगा...' पर बनाया गया है। शिखर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- कुछ क्वॉरंटीन फन और एंटरटेनमेंट सिर्फ आप लोगों के लिए। मेरा दिन खुशनुमा बनाने के लिए आयशा धवन आपका धन्यवाद। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से तमाम खेल टूर्नमेंट या तो स्थगित हो गए हैं या फिर रद्द। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) भी अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया जा चुका है।

कोहली ने कहा- मैं मानसिक तौर पर पूरी तरह तरोताजा, जहां से क्रिकेट छोड़ा था, वहीं से फिर शुरू कर सकता हूं May 09, 2020 at 05:55PM

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वे मानसिक तौर पर पूरी तरह तरोताजा हैं। कोरोनावायरस के कारण जहां से उन्होंने क्रिकेट को छोड़ा था, वहीं से फिर शुरू कर सकते हैं। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण खेल के लगभग सभी टूर्नामेंट दो महीने से बंद हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

लॉकडाउन में फिट रहने के लिए कोहली घर पर ही जिम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए अच्छी बात है कि मेरे घर पर ही जिम और उसका सारा सामान है, इसलिए मैं ट्रेनिंग करने में सक्षम हूं और यह मेरे लिए कोई बड़ी समस्या भी नहीं है।’’

क्रिकेट के शुरुआती दिनों में दिक्कत आएगी
भारतीय कप्तान ने स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में कहा, ‘‘मैं उन लोगों में से हूं, जिनका ज्यादा ध्यान मानसिक पहलू पर होता है। मैं कई घंटों तक नेट पर प्रैक्टिस करते हुए समय नहीं बिताता हूं। इसलिए, जानता हूं कि यदि मैं मानसिक तौर पर मजबूत रहा तो खुद को सकारात्मक और खुश रख सकूंगा। साथ ही इसी मानसिकता के साथ वहीं से क्रिकेट को शुरू कर सकूंगा, जहां से मैंने छोड़ा था।’’ हालांकि, कोहली ने यह भी माना है कि शुरुआती दिनों में थोड़ी समस्या जरूर आएगी।

‘हर चीज को सकारात्मक तौर पर देखें’
लॉकडाउन को लेकर कोहली ने कहा, ‘‘शुरुआती दिनों में यह थोड़ा मुश्किल था, लेकिन आप इसे अलग नजरिए से देखते हैं, तो समय बहुत जल्दी निकल जाता है। क्योंकि आपको यह पता चल जाता है कि आपके नियंत्रण में कुछ भी नहीं है। आप सिर्फ अपनी मानसिक स्थिति पर ही काबू रख सकते हैं। यदि आप सभी चीजों को सकारात्मक तौर पर देखेंगे तो पाएंगे कि यह इतना मुश्किल नहीं है। मैं लगातार प्रैक्टिस कर रहा हूं। यह मेरे लिए पहले भी समस्या नहीं थी, क्योंकि मैं खुद को फिट रखता हूं और लगातार प्रैक्टिस करता रहा हूं।’’

ऑस्ट्रेलिया में भारत को 4 टेस्ट 3 वनडे खेलना है
भारतीय टीम को साल के आखिरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलनी है। इससे पहले 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया में ही टी-20 वर्ल्ड कप भी होना है, जिसकी संभावना बहुत कम है। क्रिकेट जानकारों की मानें तो इस साल कोरोना के कारण कोई भी टूर्नामेंट या सीरीज होना मुश्किल है। सिर्फ साल के आखिर में भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज ही संभव लग रही है।



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भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा- यह मेरे लिए अच्छी बात है कि मेरे घर पर ही जिम और उसका सारा सामान है, इसलिए मैं ट्रेनिंग करने और फिट रहने में सक्षम हूं। -फाइल फोटो

कोरोना से निपट लेंगे... महान खिलाड़ी ने लिखा मेसेज May 09, 2020 at 05:30PM

ब्यूनस आयर्सअर्जेंटीना को विश्व कप दिलाने वाले महान फुटबॉलर (Diego Maradon) ने महामारी () के खिलाफ लड़ाई के लिए अपने गृहनगर में मदद के लिए हस्ताक्षर वाली जर्सी दान में दी। उन्होंने अपने हस्ताक्षर वाली अर्जेंटीना राष्ट्रीय टीम की जर्सी की प्रतिकृति दान दी जिससे ब्यूनस आयर्स के बाहरी इलाकों में रहने वाले गरीब लोगों की मदद की जाएगी। माराडोना ने 1986 विश्व कप में खिताब जीतने वाली टीम जर्सी की इस प्रतिकृति जर्सी पर लिखा, ‘हम इससे निपट लेंगे।’ जर्सी को पहले नीलामी के लिए रखा गया था, लेकिन बाद में इसे उस व्यक्ति को दिया गया जिसने एक अभियान में चैरिटी के लिए स्वच्छता संबंधित उत्पाद, मास्क और करीब 100 किलो का खाना जुटाया था। स्थानीय निवासी मार्टा गुटिरेज ने कहा, ‘डिएगो सोच भी नहीं सकते कि उन्होंने हमारे लिए क्या किया है। यह बेशकीमती है। मैं पूरी जिंदगी उनका आभारी रहूंगा।’

पहलवान साक्षी ने कहा- पहली बार 15 दिन तक एक जगह रही, अब नकारात्मक विचार आने लगे May 09, 2020 at 05:00PM

रेसलर साक्षी मलिक पहली बार लगातार 15 दिन तक घर पर हैं। लॉकडाउन के कारण वे अभी रोहतक स्थित घर पर ट्रेनिंग कर रही हैं। इस दौरान उन्हें नकारात्मक विचार आते हैं। 2016 रियो ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साक्षी का टोक्यो ओलिंपिक में उतरना मुश्किल है। एशियन ओलिंपिक क्वालिफायर के मुकाबले में वे सोनम मलिक से हार गईं।

एशियन क्वालिफायर के मुकाबले मार्च 2021 में होने हैं। यदि सोनम को यहां से ओलिंपिक को टिकट नहीं मिलता है तो अप्रैल 2021 में वर्ल्ड क्वालिफायर से पहले एक बार फिर साक्षी और सोनम के बीच मुकाबला हो सकता है।

क्वारेंटाइन में जीवन पूरी तरह अलग है
साक्षी ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि लॉकडाउन 15 दिन तक चलेगा। लेकिन यह बढ़ता रहा।’ 27 साल की साक्षी 15 साल से रेसलिंग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार है कि मैं इस तरह की चीजों का अनुभव ले रही हूं। घर में क्वारेंटाइन हूं। जीवन पूरी तरह से अलग है। मैं एक जगह पर 15 दिन से ज्यादा कम ही रही हूं। पहले प्रशिक्षण या टूर्नामेंट के लिए मुझे जाना ही पड़ता था।



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भारतीय रेसलर साक्षी मलिक ने कहा, ‘मैंने सोचा था कि लॉकडाउन 15 दिन तक चलेगा। लेकिन यह बढ़ता रहा।’ 27 साल की साक्षी 15 साल से रेसलिंग कर रही हैं। -फाइल फोटो

पहले ऐप से करें टेस्ट फिर आएं ऑफिस: हॉकी इंडिया May 09, 2020 at 04:59PM

नई दिल्ली कोविड-19 (Covid-19) महामारी के मद्देनजर () ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वे कार्यालय आने से पहले 'आरोग्यसेतु' ऐप () पर अपने स्वास्थ्य की स्थिति की समीक्षा करें और तभी यात्रा करें जब उनकी स्थिति 'सुरक्षित' या 'कम जोखिम' में हो। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के प्रसार को रोकने के लिए हॉकी इंडिया के इस परामर्श को कार्यालय आने वाले सभी कर्मचारियों को मानना होगा। भारत में इस बीमारी की चपेटे में 59,000 से ज्यादा लोग आए हैं, जिसमें से 2000 से अधिक की मौत हो गई है। इस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए 17 मई तब देशव्यापी लॉकडाउन लागू है। परामर्श में कहा गया, 'भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से जारी निर्देश के मुताबिक, सभी कर्मचारियों को अपने मोबाइल फोन पर 'आरोग्यसेतु' ऐप तुरंत डाउनलोड करना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'कार्यालय के लिए यात्रा शुरू करने से पहले उन्हें इस ऐप पर अपनी स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए। यात्रा तभी शुरू करनी चाहिए जब ऐप में उनकी स्थिति 'सुरक्षित' या 'कम जोखिम' में हो।' परामर्श में कहा गया, 'अगर ऐप में कर्मचारी की स्थिति 'मध्यम' या 'अधिक जोखिम' की है तो उसे या तो 14 दिनों तक या ऐप पर सुरक्षित या कम जोखिम दिखने तक अकेले रहना चाहिए।'

बीसीसीआई नुकसान की भरपाई के लिए दो टीम बनाने की तैयारी में; एक टीम टेस्ट, दूसरी टी-20 खेलेगी May 09, 2020 at 04:22PM

कोरोनावायरस के कारण क्रिकेट अभी पूरी तरह से ठप है। टी-20 लीग आईपीएल को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में बोर्ड कम समय में ज्यादा मैच खेलकर नुकसान की भरपाई का प्लान बना रहा है। इसके मुताबिक टेस्ट और टी-20 सीरीज के लिए दो अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। दोनों एक साथ सीरीज खेलेंगी। ऐसे में कम समय में अधिक से अधिक मैच खेले जा सकेंगे।

बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘कोई नहीं जानता है कि खेल कब शुरू होगा। स्पॉन्सर्स से लेकर फैंस की बात करें तो हमें सभी को ध्यान में रखना है। ऐसे में एक विकल्प यह है कि हम दो टीमें बनाएं। जो साथ-साथ टेस्ट सीरीज और टी-20 सीरीज खेल सकें।’

ब्रॉडकास्टर के हितों को ध्यान में रखना होगा
बीसीसीआई को ब्रॉडकास्टर के हितों को ध्यान में रखना है तो उसे दो टीमें बनानी होंगी। दिन में टेस्ट मैच होंगे और फ्लड लाइट में टी-20 मैच का आयोजन किया जाएगा। लेकिन दो टीम बनाने से पहले कोचिंग स्टाफ को भी लेकर काम करना होगा। क्योंकि एक कोचिंग स्टाफ दो जगह काम नहीं कर सकेगा। इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम ऐसा कर चुकी है। 2017 में 22 फरवरी को एडिलेड में श्रीलंका से टी-20 मैच खेलने के बाद टीम ने 23 फरवरी को पुणे में टेस्ट मैच की शुरुआत की थी। इसके लिए दो अलग-अलग टीम बनाई गईं थीं। कुछ ऐसा ही उपाय टीम इंडिया भी कर सकती है।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्वारेंटाइन रहेंगे भारतीय खिलाड़ी
टीम इंडिया को नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है। जहां टीम को चार टेस्ट खेलने हैं। सीरीज में एक टेस्ट को और जोड़ने को लेकर बातचीत जारी है। बीसीसीआई ने इसके लिए खिलाड़ियों को दो हफ्ते तक क्वारेंटाइन रखने पर सहमति दे दी है। ऐसे में सभी बोर्ड घाटे को कम करने के लिए कम दिनों में अधिक से अधिक मैच खेलने की तैयारी कर रहे हैं। यदि आईपीएल नहीं होता है तो बोर्ड को 4 हजार करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।

चीफ सिलेक्टर बोले- टी-20 से सीजन की शुरुआत हो
टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर सुनील जोशी ने बीसीसीआई को नए सीजन की शुरुआत टी-20 से करने का सुझाव दिया है। पिछले दिनों नेशनल सिलेक्शन कमेटी की वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई बैठक में ऐसा प्रस्ताव दिया गया। अगर बोर्ड इस पर सहमत होता है तो अगस्त में शुरू होने वाले सीजन का आगाज सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट से हो सकता है। सिलेक्शन कमेटी के मुताबिक, इससे खिलाड़ी टी-20 वर्ल्ड कप के लिए तैयार हो सकेंगे। वर्ल्ड कप के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने हैं। अधिकतर इंटरनेशनल खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं देते हैं। लेकिन मौजूदा हालात में उन्हें टूर्नामेंट से प्रैक्टिस करने का मौका मिलेगा।



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भारतीय टीम ने इसी साल की शुरुआत में घरेलू वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था। इसी सीरीज के एक मैच के दौरान टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच।

1985 की जीत ने भारतीय क्रिकेट का भविष्य तय किया, टीम इंडिया ने खुद को साबित किया था May 09, 2020 at 03:35PM

टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने पिछले दिनों कहा कि 1985 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ क्रिकेट जीतने वाली टीम विराट कोहली की वर्तमान वनडे टीम को हरा सकती है। यह बयान कुछ लोगों को विवादास्पद लग सकता है। 1980 के लोगों के लिए यह जीत विशेष थी। शास्त्री ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया। श्रीकांत और जावेद मियांदाद को पीछे छोड़ते हुए शास्त्री प्लेयर ऑफ द सीरीज भी बने थे। शास्त्री को ऑडी कार मिली जो उस समय काफी चर्चित रही।

1983 वर्ल्ड से पहले टीम इंडिया का वनडे में प्रदर्शन अच्छा नहीं था। 1983 वर्ल्ड कप के फाइनल में विंडीज पर अप्रत्याशित जीत ने दुनिया काे अचंभित कर दिया। इसने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा दी। 1984 में टीम ने शारजाह में एशिया कप जीता। इसी जगह एक साल बाद रोथमैंस कप जीता। इन दोनों के बीच 1985 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप की जीत शानदार थी।

भारतीय टीम कागजों पर मजबूत नहीं थी
इसने भारतीय क्रिकेट के भविष्य को तय किया। रंगीन कपड़ों में खेल रहे खिलाड़ी और टीवी पर कवरेज ने इसे और शानदार बनाया। टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को हराया। टीम टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला हारी ही नहीं। इसने साबित किया कि 1983 वर्ल्ड कप में मिली जीत अप्रत्याशित नहीं थी। शास्त्री की बात आंकड़ों से बेमेल खाती है। लेकिन 1983-1985 की टीम कागजों पर मजबूत नहीं थी लेकिन खिताब जीतने के मामले में आगे थी। जब तक विराट कोहली और उनकी टीम ऐसा नहीं कर सकती और भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी छाप छोड़ सकती है। तब तक 1985 और 2020 की टीमों के बीच बात चलती रहेगी।



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भारतीय टीम ने 1985 वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में पाकिस्तान को हराया था। टीम टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला हारी ही नहीं।

सुपर हैवीवेट में ओलिंपिक क्वालिफाई करने वाले देश के पहले बॉक्सर सतीश बोले- स्ट्रेंथ के लिए पेड़ पर रस्सी के सहारे चढ़ता और मेंढक जंप करता हूं May 09, 2020 at 02:31PM

सतीश कुमार देश के पहले बॉक्सर हैं, जिसने सुपर हैवीवेट में ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया है। 2016 के रियो गेम्स में तो वे ऐसा करने से चूक गए थे। लेकिन, इस साल मार्च में उन्होंने91 किलोग्राम से ज्यादा भारवर्ग में टोक्यो का टिकट कटा लिया।

ये अलग बात है कि कोरोना की वजह से टोक्यो ओलिंपिक एक साल के लिए टल गए। हालांकि, सतीश मायूस होने की बजाए इसे भी एक मौके की तरह ले रहे हैं। उनका कहना है कि ओलिंपिक टलने की वजह से उन्हें अपनी स्ट्रेंथ पर काम करने का और मौका मिल गया।

वह इस एक साल में अपनी कमियों को दूर करेंगे। पूरे देश में लॉकडाउन के कारण कैंप स्थगित हैं और वह उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर स्थित अपने घर पर ही फिटनेस पर काम कर रहे हैं। करियर और ओलिंपिक तैयारियों को लेकर सतीश ने भास्कर से खास बात की....

  • टोक्यो ओलिंपिक एक साल टलने से आपको फायदा हुआ या नुकसान?

सतीश: टोक्यो ओलिंपिक के एक साल टलने से मुझे प्रैक्टिस के लिए काफी समय मिल गया है। मैं इस एक साल में अपनी कमियों को दूर करूंगा। स्ट्रेंथ में मैं कमजोर हूं, इसलिए इस पर काम कर रहा हूं। ताकि 2021 में होने वाले गेम्स में बेहतर चुनौती पेश कर सकूं।

  • आप ने कहा कि स्ट्रेंथ में कमजोर हैं, ऐसे में इसको बढ़ाने के लिए क्या कर रहे हैं?

सतीश:स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए वेट ट्रेनिंग कर रहा हूं। इसके लिए घर पर हीइंतजाम किया है। इसमें डंबल, प्लेट्स और रॉड शामिल है। मैं हाथों में मजबूती लाने के लिए ट्रक के टायर पर हथौड़ेमारता हूं, ताकि हाथों में मजबूती आए।

'इसके साथ ही वेट भी उठाता हूं। बुलंदशहर में अपने घर के पास ही पेड़ पर रस्सी बांधकर उस पर चढ़ता हूं। वहीं मेंढकजंप का भी अभ्यास करता हूं। स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए कई और एक्सरसाइज भी करता हूं। जोकोच ने बताई है।'

  • आपको किस देश के मुक्केबाज से चुनौती मिलेगी? उनकी तुलना में आप किस क्षेत्र में कमजोर और मजबूत हैं?

सतीश: ओलिंपिक में मेरा मुख्य मुकाबला तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के बॉक्सरों से हैं। इन दोनों देशों के मुक्केबाज मुझसे स्ट्रेंथ और तकनीक में ज्यादा मजबूत हैं। उनकी तुलना में मेरी स्पीड ज्यादा है। इसलिए मैं स्ट्रेंथ पर काम कर रहा हूं।

  • ओलिंपिक टलने से उम्रदराज मुक्केबाजों पर क्या असर पड़ेगा?

सतीश: किसी भी खिलाड़ी का लक्ष्य ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना होता है। इसे सोचकर ही खिलाड़ी अभ्यास करता है। हां, जिनकी उम्र ज्यादा हो गई है, उन मुक्केबाजों पर थोड़ा फर्क पड़ेगा। उन्हें फिटनेस पर ज्यादा काम करना होगा।

  • अगले साल भी ओलिंपिक का होना मुश्किल दिख रहा? अगर गेम्स रद्द होते हैं तो तैयारियों पर क्या फर्क पड़ेगा?

सतीश: अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ (आईओए), जापान सरकार और अलग-अलग देशों के संघ खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को जोखिम में नहीं डाल सकते। इसलिए जापान सरकार और आईओए सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लेंगे। 2021 में भी अगर गेम्स नहीं होते हैं तो 2024 ओलिंपिक की तैयारी के लिए जुटना होगा। तब तक कई युवा खिलाड़ी सामने आ जाएंगे। तब ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।

  • लॉकडाउन के कारण आप घर पर ही हैं, इस समय का कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं?

सतीश: लॉकडाउन के कारण मैं बुलंदशहर में ही हूं। बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से कोच ऑनलाइन प्लान भेजते हैं। उसी पर काम करता हूं। अभी केवल फिटनेस को लेकर प्लान आ रहा है। मैं उसी पर वर्क कर रहा हूं। इन दिनों जिम भी बंद है, ऐसे में कुछ इक्विपेंट का इंतजाम कर घर पर ही फिटनेस ट्रेनिंग कर रहा हूं।

तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के बॉक्सरों के मैच के वीडियो देख रहा हूं। अपने पुराने मैच के भी वीडियो देखकर खेल का एनालिसिस कर रहा हूं।

  • आप किसान परिवार से संबंध रखते हैं, क्या परिवार वालों को कृषि के काम में भी मदद कर रहे हैं?

सतीश: जी, इन दिनों गेहूं की कटाई का समय है। मैं कटाई करने तो नहीं गया। लेकिन, कटाई के बाद जब गेहूं और भूसे को अलग किया जाता है, तो उसमें जरूर परिवार की मदद की।

  • आप बॉक्सिंग में कैसे आए?

सतीश: हम चार भाई हैं। मैं दूसरे नंबर का हूं। बड़े भाई सेना में हैं। उनकी वजह से ही सेना में आया।आर्मी में आने से पहले तक बॉक्सिंग के बारे में कुछ भी नहीं जानता था। जब मैं आर्मी में भर्ती हुआ तो, मुझे इसके बारे में पता चला। मैं रानीखेत में ट्रेनिंग कर रहा था। बैरक के पास ही बॉक्सिंग सेंटर था।

'आर्मी के बॉक्सिंग कोच ने मेरी हाईट (1.88 मीटर) और फिटनेस देखकर मुझे बॉक्सिंग खेलने का सुझाव दिया। इसके बाद मैं खेल से जुड़ गया। धीरे-धीरे सेना के अंदर होने वाले टूर्नामेंट जीते और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर भारतीय टीम में पहुंचा। इसकी मेहनत का नतीजा है किमैं 2014 एशियन गेम्स में 91 किलो से ऊपर की वेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता।'



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Satish, the first boxer in the country to qualify for Olympic in Super Heavyweight, said - climbed the tree with a rope and jumped the frog for strength

तेंदुलकर ने स्कूली बच्चों समेत 4 हजार गरीबों को आर्थिक मदद पहुंचाई, पीएम केयर फंड में भी 25 लाख दान कर चुके May 09, 2020 at 12:36AM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कोरोनावायरस की वजह से परेशानी झेल रहे4 हजार गरीबों की आर्थिक मदद की है। इसमें बीएमसी के स्कूलों में पढ़ने वालेबच्चे भी शामिल हैं। सचिन ने मदद के तौर पर कितनी राशि दी है, इसका पता नहीं चला है। उन्होंने हाई-5 यूथ फाउंडेशननाम के एक एनजीओ के जरिए सहायतामदद पहुंचाई।

हाई-फाइव यूथ फाउंडेशन नेगरीबों की मदद करने के लिए सचिन की तारीफ की। फाउंडेशन ने ट्वीटर पर लिखा- धन्यवाद सचिन, एक बार फिर साबित हो रहा है कि खेल करूणा को प्रोत्साहित करता है। हमारे कोविड-19 फंड में आपने जो दान दिया है, उससे 4000 कमजोर लोगों को आर्थिक सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी।

सचिन ने भी एनजीओ की कोशिश की तारीफ की
सचिन ने भी फाउंडेशन को नेक काम कीबधाई देते हुए कहा- रोज कमाने वालों के परिवारों के लिए आप जो कोशिश कर रहे हैं, उसके लिए शुभकामनाएं।ऐसा पहली बार नहीं है, जब सचिन तेंदुलकर मदद को आगे आए हैं। इससे पहले उन्होंने प्रधामंत्री केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में 25-25 लाख रूपए दान दिया था। वे मुंबई के 5 हजार परिवारों को एक महीने का राशन मुहैया करा चुके हैं।

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विराट, रोहित भी मदद कर चुके
कोविड-19 से निपटने के लिए सचिन के अलावाकई खिलाड़ी आगे आए हैं। पहलवान बजरंग पूनिया ने अपनी एक महीने की सैलरी पीएम केयर फंड में दान की है। इसके अलावा विराट कोहली, रोहित शर्मा, बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने भी प्रधानमंत्री केयर फंड मेंडोनेट किया है।



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सचिन तेंदुलकर मुख्यमंत्री राहत कोष में भी 25 लाख रुपए दान कर चुके हैं। इसके अलावा मुंबई के 5 हजार परिवारों के लिए एक महीने के राशन का भी इंतजाम किया था। (फाइल)

लौटेगी खेल की रौनक, थोड़ा सब्र रखिए: रिजिजू May 09, 2020 at 01:11AM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस के कारण देशभर में जनजीवन अस्त व्यस्त है और खेल प्रतियोगिताएं भी ठप हैं लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही मैदान पर खिलाड़ियों को उतारा जाएगा। उन्होंने साथ ही बताया कि भले ही मैदान पर सब रुका हुआ है लेकिन आंतरिक तौर पर काम चल रहा है। रिजिजू ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा, 'कोरोना के कारण खिलाड़ियों की ट्रेनिंग छूट रही है। फिटनेस काफी जरूरी है, इस महामारी के कारण किसी भी खेल की तैयारी को नहीं हो पा रही है लेकिन मंत्रालय ने प्लानिंग शुरू कर दी है। हम एनआईएस, साई के सेंटर, टॉप ऐथटेलिक्स केंद्र को खोलने के लिए रोडमैप बना रहे हैं।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'घर में बैठे खिलाड़ियों को संदेश है कि सब्र रखिए, हम सभी आपके साथ खड़े हैं। बहुत जल्द ग्राउंड पर उतारेंगे, लॉकडाउन के बाद जैसे ही सब ठीक होगा। आपके माध्यम से देश का नाम रोशन होगा, फिर से खेलों की रौनक लौटाएंगे।' अरुणाचल प्रदेश से लोकसभा सांसद ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होते ही इन सभी ट्रेनिंग सेंटर को खोलने पर काफी काम किया जा रहा है और रोडमैप भी तैयार किया जा रहा है। खेल मंत्री ने कहा, 'हमारे लिए सुरक्षा संबंधी योजना भी जरूरी हैं। किसी भी खिलाड़ी या टॉप ऐथलीट को कुछ हो गया, जिन्हें हाल में किसी बड़े टूर्नमेंट में खेलना है, तो यह बड़ी परेशानी हो जाएगी। यह खुशी की बात है कि कोई भी खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव नहीं पाया गया है और इसका कारण यही है कि हमने काफी पहले ही इससे बचाव की तैयारी शुरू कर दी थी।' पढ़ें, रिजिजू ने कहा, 'ट्रेनिंग सेशन शुरू करने के लिए प्लानिंग की हुई है। जो ग्रुप में खेल होते हैं जैसे हॉकी तो उसके लिए मेडिकल एक्सपर्ट्स भी मौजूद रहेंगे। हां यह सच है कि सभी खेल और खिलाड़ियों को एक साथ इजाजत देना संभव नहीं है।' उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन खुलने के बाद केवल टॉप ऐथलीट को मौका देंगे, जो ओलिंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे बड़े टूर्नमेंट में खेलने की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें चिन्हिंत करेंगे और फिर चरणों में शुरू किया जाएगा। इसके लिए थोड़ा सब्र करना होगा।' खिलाड़ियों और कोच की नौकरी के बारे में उन्होंने कहा, 'नौकरी, सामान और दूसरे तरीकों से भी खेलों से करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं, सभी कुछ रुकने से नुकसान हो रहा है। इसलिए हमें सोच समझकर फैसला लेना है। सभी खेल महासंघों के साथ संपर्क में हैं। लॉकडाउन में किसी की रोजी-रोटी ना छिन जाए। हमारी इस पर नजर है। जिन खिलाड़ियों और कोच के पास नौकरी नहीं है, हम उन्हें कुछ समय देकर बुलाएंगे और उन्हें फिर से जोड़ेंगे।'

कोविड से लड़ाई टेस्ट मैच की दूसरी पारी जैसी: कुंबले May 09, 2020 at 12:40AM

बेंगलुरु पूर्व भारतीय कप्तान और कोच () ने खतरनाक कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के खिलाफ लड़ाई की तुलना दिलचस्प टेस्ट मैच की 'दूसरी पारी' से की है, जिसमें लोग थोड़ी भी ढिलाई नहीं बरत सकते। से अभी तक दुनिया भर में 2,76,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 40 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। इस महामारी के चलते पूरी दुनिया में खेल प्रतियोगिताएं रद्द या स्थगित हो चुकी हैं, जिसमें तोक्यो ओलिंपिक, यूरोपीय फुटबॉल चैम्पियनशिप और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शामिल है। कुंबले ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, 'अगर हमें इस कोरोना वायरस महामारी से लड़ना है तो हमें एकजुट होना होगा। यह एक टेस्ट मैच की तरह है। क्रिकेट टेस्ट मैच पांच दिनी होते हैं लेकिन यह लंबे समय तक चल रहा है।' उन्होंने कहा, 'क्रिकेट टेस्ट मैच प्रत्येक टीम के लिए दो-दो पारियों के होते हैं लेकिन यह इससे भी ज्यादा का हो सकता है। इसलिए आत्ममुग्ध मत बनिए कि हमने पहली पारी में थोड़ी बढ़त ले ली क्योंकि दूसरी पारी और भी मुश्किल हो सकती है।' कुंबले ने साथ ही कहा, 'हमें इस लड़ाई को जीतना होगा, यह पहली पारी की बढ़त के आधार पर नहीं जीती जा सकती, हमें इसे पटखनी देकर जीतना होगा।' इस पूर्व लेग स्पिनर ने साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य का धन्यवाद किया जो काम पर जा रहे हैं, जिससे लोग घर पर रहकर सुरक्षित रह सकें।

ऑस्ट्रेलिया में अच्छे स्पिनरों की कमी पर चिंता में ख्वाजा May 09, 2020 at 12:30AM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा है कि उनके देश में अच्छे स्पिनरों की कमी होने से यह बात सभी के सामने आ सकती है। बाएं हाथ के बल्लेबाज ख्वाजा को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर किया गया है। ख्वाजा ने फॉक्स स्पोर्ट्स न्यूज से कहा, 'क्वॉलिटी स्पिनरों के नहीं होने से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की कमी उजागर हो सकती है, जैसे कि दिग्गज के संन्यास के बाद हुई थी। ऑस्ट्रेलिया में स्पिनरों की स्थिति पर चिंता होती है। हमें सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि हमारे पास नाथन लॉयन के रूप में एक बड़ा गेंदबाज है लेकिन उनके बाद कौन?' पढ़ें, दिग्गज शेन वॉर्न के संन्यास लेने के बाद से ऑस्ट्रेलिया अब तक 14 से ज्यादा स्पिनरों को आजमा चुका है, लेकिन लॉयन ही उनमें लगातार टीम के लिए उपलब्ध होते रहे हैं। उन्होंने अब तक करियर में 96 टेस्ट, 29 वनडे और 2 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। पाकिस्तान मूल के 33 वर्षीय ख्वाजा का मानना है कि क्वींसलैंड के उनके टीम साथी मिशेल स्वेप्सन, ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन के अलावा दूसरे स्पिनर काफी बेहतर हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे लिए भी एक कप्तान के रूप में, उन्हें (स्वेप्सन) टीम में खिलाना आसान नहीं है। खासकर तब, जब गेंद चारों ओर लहरा रही हो और हम घसियाली पिच पर खेल रहे होते हैं।' स्वेप्सन ने करियर में अब तक केवल एक ही टी20 इंटरनैशनल मैच खेला है।

धोनी की काले छोटे बाल और सफेद दाढ़ी वाली फोटो वायरल, बेटी जीवा के साथ मस्ती करते नजर आए May 08, 2020 at 11:59PM

कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच महेंद्र सिंह धोनी का सोशल मीडिया पर नया लुक नजर आया है। उनकी बेटी जीवा धोनी सिंह नाम के इंस्टाग्राम से एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें धोनी काले छोटे बाल और सफेद बियर्ड दाढ़ी में नजर आ रहे हैं। वीडियो में वे अपने फार्म हाउस पर बेटी और डॉग के साथ खेल रहे हैं।

पूर्व भारतीय कप्तान धोनी वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने आईपीएल से वापसी का प्लान बनाया था, लेकिन यह अभी संभव होता नहीं दिख रहा है। कोरोना और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

धोनी ने रैना से कहा- तेरी दाढ़ी सफेद हो गई
धोनी आईपीएल में फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) टीम के कप्तान हैं। इसी बीच सीएसके ने भी धोनी और सुरेश रैना का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें धोनी क्लीन सेव नजर आ रहे हैं, लेकिन रैना बियर्ड में दिखते हैं। रैना गले मिलते हैं, तो धोनी कहते हैं कि तेरी दाढ़ी के बाल सफेद हो गई।

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धोनी ने 90 टेस्ट 4876, 350 वनडे में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए हैं। आईपीएल के 190 मैच में उनके नाम 4432 रन हैं।

कोरोना: 56 दिनों मैदान पर लौटे मेसी, शुरू की ट्रेनिंग May 08, 2020 at 11:44PM

मैड्रिड के स्टार लियोनल मेसी सहित अन्य खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी। ला लीगा से स्पेन में फुटबॉल शुरू करने करने की तैयारी चल रही है। हालांकि इन खिलाड़ियों ने जोन गैम्पर ट्रेनिंग सेंटर में व्यक्तिगत सत्र में ही हिस्सा लिया। वे अकेले अपनी किट के साथ आए और ‘चेंजिंग रूम’ में गए बिना ट्रेनिंग करने लगे। बार्सिलोना ने ट्वीट किया 56 दिन बाद पहला ट्रेनिंग सेशन। आर्टुरो विडाल ने दैनिक खेल समाचार पत्र ‘मार्का’ से कहा, ‘आखिर में हम सामान्य हालात की ओर वापसी कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यह ऐसे ही रहे और जल्द ही हम फिर उसी के लिए वापसी कर सकें जिसका हम सबसे ज्यादा लुत्फ उठाते थे।’ सेविला, विलारियाल, ओसासुना और लेगानेस ने भी ट्रेनिंग शुरू कर दी है जबकि रियल मैड्रिड के सोमवार को ट्रेनिंग शुरू करने की उम्मीद है लेकिन इसके लिए उसके खिलाड़ियों को वायरस परीक्षण में नेगेटिव होना चाहिए।

कोहली के लिए यादगार लम्हा धोनी की कप्तानी में 2011 का विश्व कप जीतना; टीम इंडिया ने 28 साल बाद जीती थी ट्रॉफी May 08, 2020 at 10:41PM

भारतीय कप्तान विराट कोहली 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मिली जीत को आज तक नहीं भूले हैं। उनके पसंदीदा मुकाबलों की लिस्ट में यह सबसे ऊपर है।विराट ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड शो में यह बात कही।

वहीं, 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली जीत भी उनके दिल के करीब है। तब मोहाली में विराट ने 82 रन की नाबाद पारी खेलकर
टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था।

2016 टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल भारत हार गयाथा

कोहली ने कहा कि 2011 विश्व कप फाइनल के अलावा मेरा दूसरा फेवरेट मैच मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप का क्वार्टरफाइनल है। हालांकि, हम सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों सात विकेट से हारकर बाहर हो गए थे।

बिना फैन्स के रोमांच नहीं होगा: विराट
भविष्य में खाली स्टेडियम में मैच होने की संभावना है। इसको लेकर कोहली ने कहा था कि ऐसा हो सकता है, मुझे वाकई नहीं पता कि लोग इसे किस तरह लेने वाले हैं। क्योंकि ज्यादातर क्रिकेटर्स फैन्स के बीच खेलने के आदी हैं। ऐसे में अगर वे नहीं रहेंगे तो उनकी मौजूदगी से बनने वाले जादुई माहौल की खमी खलेगी।



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यह तस्वीर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल जीतने के बाद की है। इसमें विराट कोहली ने अपने कंधों पर सचिन तेंदुलकर को उठा रखा है। (फाइल)

क्यों रोहित शर्मा ने पार्टनर धवन को कहा 'बेवकूफ'? May 08, 2020 at 11:12PM

नई दिल्लीभारतीय लिमिटेड ओवरों की टीम के उपकप्तान और की जोड़ी को हर कोई पसंद करता है। ये दोनों जब तक मैदान पर बैटिंग करते हैं विपक्षी टीम के हौसले पस्त होते हैं। दोनों में दोस्ती भी खूब है और एक-दूसरे की तारीफ भी करते हैं, लेकिन इस बार रोहित ने कुछ ऐसा कहा है, जिसकी शिखर धवन को शायद ही उम्मीद रही होगी। दरअसल, उन्होंने अपने पार्टनर को इंडियट (बेवकूफ) कहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के विस्फोटक ओपनर से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान रोहित ने यह बात कही। उन्होंने चैट के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए कहा- वह एकदम बेवकूफ है। वह पहली गेंद का सामना करना पसंद नहीं करते हैं। वह स्पिनरों का सामना करना पसंद करते हैं, लेकिन तेज गेंदबाजों को नहीं खेलना चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने एक वाकए का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा- मुझे याद है जब 2013 में मैं पहली बार लिमिटेड ओवरों में ओपनिंग करने के लिए उतरा तो साथ में शिखर भी थे। मुझे याद है कि चैंपियंस ट्रोफी में बतौर ओपनर यह दूसरी पारी थी। साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच था। मोर्ने मोर्केल और डेल स्टेन जैसे तेज गेंदबाज मैदान पर थे। मैंने कभी उन्हें नहीं खेला था तो शिखर को बोला कि आप स्ट्राइक लो, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा, 'मुझे याद है मोर्ने मोर्कल की गेंद तो मुझे दिखी ही नहीं। वह मेरी सोच से कहीं अधिक बाउंस हुई थी। उस दिन काफी मुश्किल हुई थी, लेकिन हम घुल-मिल गए हैं अब। वह आपको कभी बोर नहीं होने देंगे।' साथ ही उन्होंने कहा- कई बार वह आपको मैदान पर बैटिंग के समय बोर कर सकते हैं। मैं प्लान बनाता हूं और वह मुझसे राजी भी होते हैं, लेकिन कुछ देर बाद कहेंगे कि आपने क्या कहा था? साथी से ऐसी प्रतिक्रिया कई बार खेल के दौरान आपको निराश कर देती है। एक और खास बात है शिखर में। वह पहली और आखिरी गेंद पर सिंगल जरूर भागते हैं।

कोरोना: तो जोकोविच को भी लेना होगा टीका May 08, 2020 at 10:33PM

मैड्रिडटेनिस के दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि अगर इस खेल को संचालित करने वाली संस्था ने कोरोना वायरस के टीके को खिलाड़ियों के लिए जरूरी किया तो को भी इसका पालन करना होगा। जोकोविच ने हाल ही में कहा कि यात्रा के लिए अनिवार्य होने की स्थिति में भी वह कोरोना वायरस का टीका नहीं लेंगे। उन्होंने हालांकि बाद में कहा कि वह अपनी बातों पर फिर से विचार करने के लिए तैयार हैं। नडाल ने स्पेनिश अखबार ‘ला वोज डी ग्लेसिया’ से कहा कि जोकोविच सहित सभी खिलाड़ी को नियमों का पालन करना होगा। नडाल ने कहा कि किसी के साथ जोर-जबरदस्ती नहीं करना चाहिए और हर किसी को अपने बारे में फैसला करने का अधिकार है। लेकिन हर खिलाड़ी को टेनिस अधिकारियों द्वारा तय नियमों का पालन करना होगा। यह हर किसी के बचाव के लिए होगा। उन्होंने कहा, ‘अगर जोकोविच शीर्ष स्तर पर खेलते रहना चाहते हैं तो उन्हें टीका लगाना होगा। मेरे लिए भी ऐसा ही होगा। हर किसी को नियमों का पालन करना होगा।’ कोरोना वायरस का टीका हालांकि अभी तक लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है। इस महामारी से दुनिया भर में 2,70,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।

83WC: आधे टूर्नमेंट से घर लौटना चाहते थे खिलाड़ी May 08, 2020 at 10:15PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व चैंपियन (World Cup 1983) का खिताब साल 1983 में अपने नाम किया था। () की कप्तानी में इंग्लैंड पहुंची को तब इसका भरोसा नहीं था। कपिल देव की इस टीम की कहानी सुनकर तो ऐसा ही लगता है। तब वर्ल्ड कप में भाग लेने पहुंची टीम इंडिया ने विश्व कप के क्वॉलिफायर राउंड के बाद ही अपनी वापसी के टिकट बुक करा लिए थे। भारत की इस वर्ल्ड कप जीत पर फिल्म '83' बन रही है। इस फिल्म में भारत की इस ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत के कई दिलचस्प किस्से बयां किए गए हैं। उस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया खिताब की दावेदार नहीं मानी जा रही थी। न तो क्रिकेट पंडितों को और न ही टीम इंडिया के खिलाड़ियों को यह भरोसा था कि वह इस बार यह खिताब जीतकर यहां से लौटेंगे। लेकिन अंत में भारतीय टीम ने इस नामुमकिन को मुमकिन कर पूरे क्रिकेट वर्ल्ड को हैरत में डाल दिया। फिल्म '83' कबीर खान द्वारा निर्देशित एक भारतीय खेल ड्रामा फिल्म है, जो 1983 में भारत की अविश्वसनीय क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत की सच्ची कहानी पर आधारित है। भारत के विश्व कप सफर से जुड़े कई दिलचस्प पहलू और तथ्य हैं। इन्हीं किस्सों में से एक यह है कि टीम इंडिया ने मध्य-टूर्नामेंट के दौरान ही अपनी वापसी की टिकट बुकिंग करा दी थी क्योंकि किसी ने भी नहीं सोचा था कि वे 20 जून 1983 को समाप्त होने वाले ग्रुप मैचों में सफल होंगे और सेमीफाइनल 22 जून को होने वाला था। इतना ही नहीं, टीम के क्रिकेटरों में से सात, जिनमें से कुछ ने तब वर्ल्ड कप से कुछ पहले ही शादी की थी, उन्होंने ग्रुप मैच खत्म होने के तुरंत बाद ही अपनी पत्नियों के साथ छुट्टियां मनाने की योजना बना रखी थी। उन्होंने 20 जून की रात को न्यूयॉर्क के लिए अपने टिकट भी बुक किए थे। इस किस्से पर अधिक रोशनी डालते हुए कबीर खान ने साझा किया, 'यह कहानी मुझे श्रीकांत ने बताई थी कि कैसे सभी को विश्वास था कि भारत वर्ल्ड कप नहीं जीत पाएगा। यहां तक कि खुद भारतीय खिलाड़ियों को भी यही लगता था कि वे वर्ल्ड कप नहीं जीत सकते। श्रीकांत ने हमें (कबीर खान को) बताया कि जब उनका सिलेक्शन हुआ तो वे सभी बेहद खुश थे और श्रीकांत की उस समय वर्ल्ड कप से कुछ वक्त पहले यानी मार्च में ही शादी हुई थी। जब उन्हें सिलेक्शन की खबर मिली तो उन्होंने निर्णय लिया कि वे लंदन जाकर कुछ मैच वहां खेलेंगे और फिर वहां से 10,000 रुपये ओर डालकर वहां से छुट्टियां मनाने के लिए न्यूयॉर्क रवाना हो जाएंगे। श्री कांत के साथ कुछ और भी क्रिकेटर थे, जिन्होंने अपनी पत्नियों से कह दिया था ग्रुप मैच के बाद वे सभी घूमने निकल जाएंगे। कुल 7 खिलाड़ियो ने अडवांस में ही लंदन से न्यूयॉर्क की टिकट बुक करवा रखी थी। और फिर श्रीकांत ने बताया कि कैसे एक के बाद एक मैच जीतने के बाद उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और एक-एक कर अपनी घूमने की टिकट कैंसल करवाते गए। कबीर खान द्वारा निर्देशित हिंदी, तमिल और तेलुगु में रीलीज होगी।

2 महीने के लॉकडाउन के बाद कोरोना के एपीसेंटर में इंटर और एसी मिलान के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू, यहीं 15 हजार जानें गईं हैं May 08, 2020 at 09:15PM

इटली में 2 महीने के लॉकडाउन के बाद कोरोना के एपीसेंटर में दोबारा फुटबॉल की ट्रेनिंग शुरू हुई। यह उत्तरी इटली का वही लॉम्बार्डी क्षेत्र है, देश में हुई कुल 30 हजार मौतों में से आधी यहीं हुईं हैं।

इसी इलाके में इटैलियन फुटबॉल लीग सीरी-ए की दो बड़ी टीमेंइंटर और एसी मिलान के खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। टीम के कप्तान समीर हंडानोविक के अगुआई में बेल्जियम के स्ट्राइकर रोमेलु लुकाकु और अन्य खिलाड़ी मिलान के उत्तर पश्चिम में स्थित टीम के ट्रेनिंग सेंटर में पहुंचे। यहां ट्रेनिंग से पहले खिलाड़ियों का तापमान चेक किया गया। सभी खिलाड़ियों ने मास्क और दस्ताने पहने हुए थे।

एसी मिलान के कुछ खिलाड़ियों अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुए
एसी मिलान के टेक्निकल डायरेक्टर पाउलो माल्दिनी ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि मैदान पर न लौटना बड़ी आपदा होगी। मिलान के युवा खिलाड़ी और टीम के पूर्व कप्तान माल्दिनी के बेटे 18 साल के डैनियल भी कोरोना को मात देकर एक फिर खेलने के लिए तैयार हैं।

माल्दिनी ने इंस्टाग्राम पर लाइव चैट में कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है और कोरोना के फैलाव से बचाव के सभी नियमों को ध्यान में रखा जाना जरूरी है।
मिलान को स्वीडिश स्टार ज्लाटन के लौटने का इंतजार
युवेंटस के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो इटली लौट चुके हैं। उनकी टीम मंगलवार से ही अभ्यास शुरू कर चुकी है। वहीं, मिलान को स्वीडिश स्टार ज्लाटन इब्रोहिमोविच के लौटने के इंतजार है। वे आने वाले हफ्ते में टीम के साथ जुड़ जाएंगे।
दो क्लबों के 10 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव
दो क्लबों फियोरेंटीना और सेम्पडोरिया की बैठक में यह खुलासा हुआ कि उनके खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों में से कुछ अभी भी कोरोना से संक्रमित हैं। उनकी हालिया रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें 7 खिलाड़ी शामिल हैं। बुधवार को भी टोरिनो क्लब के एक खिलाड़ी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन खबरों के बाद लीग के वक्त पर शुरू होने को लेकर संदेह हो रहा है।
18 मई से पहले टीम अभ्यास पर कोई फैसला नहीं
इटली के खेल मंत्री विन्सेन्जो स्पडाफोरा ने कहा कि टीम अभ्यास पर 18 मई के बाद ही कोई फैसला होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले वह टीम अभ्यास की इजाजत देकर कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहते।
लीग शुरू करने को लेकर मतभेद
इधऱ, इटली में फुटबॉल शुरू करने को लेकर सभी पक्षों में एक राय नहीं बन पा रही है। इटली में फुटबॉल से जुड़े शीर्ष लोग देश में जर्मनी की तरह खेल शुरू करने की वकालत कर रहे हैं। जर्मनी में 16 मई से बुंदेसलीगा शुरू हो रही है।लेकिन साइंटिफिक कमेटी ने सुझाव दिया है कि जो भी खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो
उसे तुरंत आइसोलेट करना चाहिए।

खिलाड़ी के संक्रमित पाए जाने पर टीम आइसोलेट होगी

इटली में 18 मई के बाद टीमें एकसाथ ट्रेनिंग शुरू करेंगी।अगर तब कोई खिलाड़ी संक्रमित पाया जाता है तो पूरी टीम को ही आइसोलेशन में जाना होगा। इसके अलावा, लगातार स्क्रीनिंग का भी सुझाव दिया गया है। ऐसे में क्लबों को पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट का इंतजाम करना होगा। लेकिन लॉम्बर्डी जैसे क्षेत्र में इसका प्रबंध करना आसान नहीं होगा।



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फुटबॉल क्लब एसी मिलान के खिलाड़ियों ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। प्रैक्टिस सेशन के दौरान भी खिलाड़ी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं।

4000 को मदद.. सचिन ने दिखाई दरियादिली May 08, 2020 at 09:30PM

नई दिल्लीदिग्गज भारतीय क्रिकेटर () ने किलर महामारी (Covid-19) से परेशानी का सामना कर रहे 4,000 गरीब लोगों की आर्थिक मदद की। मास्टर ब्लास्टर ने हालांकि मदद के तौर पर कितनी राशि दी है इसका पता नहीं चला। तेंडुलकर ने यह दान मुंबई की गैर सरकारी संगठन ‘हाई5’को दिया। तेंडुलकर ने ट्वीट किया, ‘दैनिक वेतन प्राप्त करने वाले परिवारों के समर्थन में ‘हाई5’के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’ इस संस्था ने भी ट्वीट कर जरूरमंदों की मदद के लिए तेंडुलकर का आभार जताया। उन्होंने तेंडुलकर को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘शुक्रिया तेंडुलकर, आपके इस दान से हम कोविड-19 के कारण परेशानी का सामना कर रहे 4,000 गरीब लोगों की मदद कर पाएंगे। इसमें बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के स्कूली छात्र भी शामिल है।’ तेंडुलकर इससे पहले प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में 25-25 लाख दान दे चुके है। उन्होंने मुंबई के 5,000 परिवारों को एक महीने तक भोजन मुहैया कराने का भी वादा किया था।