Thursday, June 4, 2020

टेस्ट मैच में कन्कशन की तरह कोरोना सब्स्टीट्यूट नियम लागू होगा, जुलाई में इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज से शुरुआत हो सकती है June 04, 2020 at 08:03PM

टेस्ट क्रिकेट में जल्द कन्कशन की तरह कोरोना सब्स्टीट्यूट का नियम लागू हो सकता है। इस संबंध में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के प्रस्ताव को जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को मंजूरी मिल सकती है।प्रस्ताव के मुताबिक, अगर टेस्ट मैच के दौरान खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसकी जगह सब्स्टीट्यूट को मैदान पर उतारा जा सकेगा।

ईसीबी के डायरेक्टर ऑफ स्पेशल प्रोजेक्ट्स स्टीव एलवर्थी के स्काईस्पोर्ट्स को बताया कि कोविड-19 सब्स्टीट्यूट को लेकर आईसीसी को हमने प्रस्ताव भेजा था, जिस पर चर्चा हो रही है। मुझे उम्मीद है कि इसे जल्द ही आईसीसी की मंजूरी मिल जाएगी। हालांकि, यह सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में भी अमल में लाया जाएगा। फिलहाल, वनडे और टी-20 में इसे नहीं लागू किया जाएगा।

खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट का आधार एक ही होगा। अगर कोई बल्लेबाज कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो उसकी जगह बल्लेबाज ही टीम में आएगा। गेंदबाज के मामले में भी ऐसा ही होगा।

कोरोना संक्रमित होने पर खिलाड़ी आइसोलेट होगा

उन्होंने आगे बताया कि खिलाड़ी के कोरोना संक्रमित होने की सूरत में सबसे पहले स्टेडियम में मौजूद कोविड डॉक्टर और इंग्लैंड के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट को इसकी जानकारी दी जाएगी और फिर संबंधित खिलाड़ी को आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा।

जुलाई में इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज

कोरोना सब्स्टीट्यूट का नियम इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में लागू हो सकता है। दोनों देशों के बीच में तीन टेस्ट खेले जाने हैं। सभी मुकाबले बायो सिक्योर (संक्रमण रहित) स्टेडियम में होंगे। इसके लिए विंडीज टीम अगले हफ्ते मंगलवार को चार्टर्ड फ्लाइट से इंग्लैंड पहुंचेगी। 14 सदस्यीय टीम के अलावा 11 रिजर्व खिलाड़ी भी रहेंगे। इन्हें तीन हफ्ते के लिए ओल्ड ट्रैफर्ड में रखा जाएगा। यहां ट्रेनिंग के साथ ही खिलाड़ियों को सेल्फ क्वारैंटाइन में रहना होगा।

कब लागू हुआ था कन्कशन सब्स्टीट्यूट?
कन्कशन सब्स्टीट्यूट का नियम पिछले साल अगस्त में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीचएशेज सीरीज से लागू हुआ था। इसके मुताबिक, मैच के दौरान अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी ले सकेगा। बल्लेबाज के चोटिल होने पर बल्लेबाज और गेंदबाज के साथ ऐसा होने की सूरत मेंगेंदबाज को ही प्लेइंग-11 में शामिल किया जा सकता है। कन्कशन सब्स्टीट्यूट को मैदान पर उतारने का फैसला मैच रेफरी करेंगे। इससे पहले सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी को सिर्फ फील्डिंग की छूट दी जाती थी।

फिलिप ह्यूज की मौत के बाद इस पर पहली बार चर्चा हुई
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर फिलिप ह्यूज के निधन के बाद इस नियम को लेकर चर्चाएं शुरू हुईं थीं। ह्यूज को 2014 में शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट के एक मैच में सिर पर बाउंसर लगी थी। इसके बाद ह्यूज को अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका था। अभी इस नियम को 2 साल के लिए ही लागू किया गया है। समीक्षा के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा

ऑस्ट्रेलिया के घरेलू क्रिकेट में सबसे पहले इस्तेमाल हुआ
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले 2016-17 सीजन में कन्कशन सब्स्टीट्यूट के नियम का इस्तेमाल घरेलू वनडे (पुरुष-महिला दोनों), बिग बैश और महिला बिग बैश सीरीज में किया था। आईसीसी से इस नियम को मंजूरी नहीं मिलने के कारण वह शेफील्ड शील्ड और अन्य प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में इसका इस्तेमाल नहीं कर सका था। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने 2018 में काउंटी में इसे लागू किया था।



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ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लबुशाने पहले कन्कशन सब्स्टीट्यूट थे। पिछले साल एशेज के दूसरे टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान स्टीव स्मिथ के सिर पर गेंद लगने के बाद लबुशाने मैदान पर उतरे थे। - फाइल फोटो

'टीम से ड्रॉप हुआ तो 1 महीने घर से नहीं निकला' June 04, 2020 at 07:38PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने हाल में कहा कि एक समय वह डिप्रेशन में आ गए थे और रोज उनके मन में खुदकुशी के ख्याल आते थे। अब उनके बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने भी अपने पुराने अनुभव साझा किए। गणेश ने बताया कि जब उन्हें नैशनल टीम से ड्रॉप किया गया था, तो वह करीब एक महीने तक अपने घर से नहीं निकले थे। करियर में 4 टेस्ट और 1 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले गणेश ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट शेयर किए। उन्होंने कहा कि साल 1997 उनके लिए काफी मुश्किल भरा रहा जब टीम से उन्हें ड्रॉप किया गया। पढ़ें, 46 वर्षीय गणेश ने कहा कि साल 1997 में उन्हें टीम से ड्रॉप किया गया था लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत की और घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया। इसी के बूते उन्हें उम्मीद थी कि फिर से टीम इंडिया की जर्सी पहनने का मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने लिखा, '1997, 1998 और 1999 में मैंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया। साल 1999 में कर्नाटक रणजी चैंपियन बना और तब मैंने कुल 63 विकेट लिए। मुझे उम्मीद थी कि 1999 वर्ल्ड कप टीम में मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।' उन्होंने यहां तक लिखा कि जिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनसे अच्छा नहीं था, उन्हें भी टीम में मौका मिला। उनसे पहले भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने कहा था कि 2009 से 2011 का वक्त उनके लिए बेहद मुश्किल रहा। इस दौरान वह डिप्रेशन में आ गए थे और रोज उनके मन में खुदकुशी के ख्याल आते थे।

युवी के बयान से कहीं ज्यादा घिनौनी हैं ये घटनाएं June 04, 2020 at 05:34PM

भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) विवादों में हैं। विवाद की वजह है टीम इंडिया के युवा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के टिकटॉक वीडियो पर किया गया एक कॉमेंट। युवराज ने चहल के वीडियो पर कॉमेंट करते हुए एक जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद हरियाणा के हिसार जिले के एक दलित अधिकार कार्यकर्ता और वकील रजत कल्सन (Rajat Kalsan) ने पुलिस में शिकायत (FIR against Yuvraj Singh) दर्ज कराई है। आइए जानें, मैदान पर हुई उन घटनाओं के बारे में, जो इससे कहीं अधिक विवादित और घिनौनी हैं...

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वॉर्नर के ये डांस स्टेप्स देख, आप भी कहेंगे 'वाह' June 04, 2020 at 06:08PM

आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद टीम से खेलने के चलते डेविड वॉर्नर की हैदराबाद में काफी फैन फॉलोइंग है। इसी के कारण उन्होंने कई स्टेप्स तो तेलुगू फिल्मों के गाने से कॉपी किए तो वहीं कुछ बॉलिवुड के रहे।

आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के स्टार और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उपकप्तान डेविड वॉर्नर सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। उन्होंने लॉकडाउन में तो डांस करते कई शानदार वीडियो शेयर किए। उनकी फैमिली भी साथ रही।

हंगेरियन कप में सोशल डिस्टेंसिंग भूले, खिलाड़ियों ने फैंस के साथ जश्न मनाया June 04, 2020 at 05:42PM

हंगेरियन फुटबॉल कप में फैंस को स्टेडियम में आने की अनुमति थी। फाइनल में बुडापेस्ट होन्व्ड ने मेजोकोवेस्डी एसई को 2-1 के हराया। मैच के दौरान स्टेडियम में फैंस ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई। टूर्नामेंट को जीतने के बाद होन्व्ड के खिलाड़ियों ने भी फैंस के साथ सेलिब्रेट किया।

हंगरी में पिछले महीने ही फुटबॉल की वापसी हुई है। कोरोना के खतरे को देखते हुए आयोजकों ने फैन्स के लिए कड़े नियम बनाए थे।स्टेडियम में हर एक सीट के बाद तीन सीटें खाली छोड़ने का नियम बनाया गया था। इतना ही नहीं कोई भी दर्शक सीधा न तो किसी की सीट के आगे न पीछे बैठ सकता था।

हंगरी में कोरोना से 500 की मौत

कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों को मैदान पर आने की इजाजत थी। इसके बाद भी दर्शकों ने नियमों को नहीं माना।देश में अभी तक कोरोना के 4000 केस आए हैं, 500 की मौत हुई है।

जर्मनी में बिना फैंस के बुंदेसलीगा शुरू हुई है। वहीं, इंग्लैंड, स्पेन और इटली में भी इसी महीने से फुटबॉल शुरू होगा। यहां भी दर्शकों के बिना मैच होंगे।



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कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों को मैदान पर आने की इजाजत थी।

लॉकडाउन: विराट ने सिर्फ 3 पोस्ट से कमाए करोड़ों June 04, 2020 at 04:44PM

किलर महामारी कोरोना वायरस की वजह से जानें जा ही रही हैं तो लॉकडाउन की वजह से लोग अपनी जॉब को लेकर भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में जहां लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं तो भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने करीब 3.6 करोड़ रुपये की कमाई की। रोचक बात यह है कि उनकी यह कमाई घर बैठे हुई और महज 3 इंस्टाग्राम स्पॉन्सर्ड पोस्ट से।

लॉकडाउन के दौरान इंस्टाग्राम पोस्ट से कमाई करने वाले स्पोर्ट्स स्टार्स में हालांकि विराट का नंबर छठा है, जबकि टॉप-10 में वह इकलौते इंडियन और क्रिकेटर हैं। विराट ने लॉकडाउन के दौरान कुल 3 प्रायोजित पोस्ट किए। उन्हें हर पोस्ट से औसतन 126431 पौंड (करीब 1.2 करोड़ रुपए) की कमाई हुई। बता दें कि कोहली के इंस्टाग्राम पर 6.2 करोड़ फॉलोवर्स हैं।

इस लिस्ट में पुर्तगाली फुटबॉलर और युवेंट्स स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो टॉपर हैं। उन्होंने 12 मार्च से 14 मई के दौरान 1,882,336 पौंड (करीब 17.9 करोड़ रुपए) की कमाई की। रोनाल्डो के 22.2 करोड़ फॉलोवर हैं। वह इंस्टाग्राम पर फॉलो किए जाने के मामले में दुनिया में पहले नंबर पर हैं। उल्लेखनीय है कि भारत में लॉकडाउन 25 मार्च से लगाया गया था।

उम्मीद के अनुसार, रोनाल्डो के बाद बार्सिलाना क्लब के लिए खेलने वाले अर्जेंटीनी फुटबॉलर लियोनल मेसी का नंबर आता है। 15.1 करोड़ फॉलोवर वाले मेसी ने 4 पोस्टों से 1299373 पौंड (करीब 12.3 करोड़ रुपए) की कमाई की। ब्राजीली स्टार जूनियर नेमार तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 4 पोस्ट करने के लिए 1,192,211 (लगभग 11.4 करोड़ रुपये) पौंड मिले।

एनबीए स्टार शकील ओ’नील के इंस्टाग्राम पर 1.7 करोड़ फॉलोवर हैं। शकील ने 16 पोस्टों से 583,628 पौंड (करीब 5.5 करोड़ रुपए) कमाए। वह लॉकडाउन के दौरान इंस्टाग्राम से कमाई करने वाले टॉप-5 खिलाड़ियों में इकलौते नॉन फुटबॉलर हैं।

दूसरी ओर, पूर्व इंग्लिश फुटबॉलर डेविड बेकहम का जलवा अब भी कायम है। बेकहम ने इस दौरान सिर्फ 3 पोस्ट कीं। उन्हें इसके लिए 405,359 पौंड (करीब 3.8 करोड़ रुपए) मिले। बेकहम के इंस्टाग्राम पर 6.3 करोड़ फॉलोवर्स हैं। वह 5वें नंबर पर हैं।

ब्रेक के बाद कुछ टॉप शटलरों की ट्रेनिंग फिर शुरू June 04, 2020 at 05:03PM

नई दिल्लीशीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों अश्विनी पोनप्पा और लक्ष्य सेन उन लगभग 20 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने बेंगलुरू की प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकैडमी (पीपीबीए) में दोबारा ट्रेनिंग शुरू कर दी है। इससे खेल ने कोविड-19 महामारी के कारण ब्रेक के बाद दोबारा बहाली की ओर पहला कदम बढ़ाया। कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण दो महीने से अधिक समय तक बैडमिंटन खिलाड़ियों को अपने-अपने घरों में ही रुकना पड़ा। अब इनमें से कई खिलाड़ियों ने पीपीबीए में ट्रेनिंग शुरू कर दी है। देखें, इससे पहले भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने पिछले महीने के अंत में ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने को लेकर नियम तय किए थे। पीपीबीए के मुख्य कोच और निदेशक विमल कुमार ने कहा, ‘कुछ शीर्ष राष्ट्रीय खिलाड़ी पिछले दो हफ्तों से यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं। हमारे पास 16 कोर्ट हैं और लगभग 20 भारतीय खिलाड़ी फिलहाल यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं। हमने उनके लिए अलग-अलग समय और सत्र तैयार किए हैं।’ विमल ने कहा, ‘हमारे कुल 65 में से अधिकांश ट्रेनी फिलहाल शहर में नहीं हैं लेकिन वह यहां आकर ट्रेनिंग करने के लिए उत्सुक हैं।’ विमल ने हालांकि कहा कि इस समय ट्रेनिंग वैकल्पिक है। अकादमी में फिलहाल जो खिलाड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं उनमें तीन बार की राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता युगल विशेषज्ञ अश्विनी, दुनिया के 13वें नंबर के पूर्व खिलाड़ी अजय जयराम और पिछले साल शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच खिताब जीतने वाले लक्ष्य शामिल हैं। इनके अलावा भारत की ओर से नियमित रूप से खेलने वाले मिथुन मंजूनाथ, बीएम राहुल भारद्वाज और मेसनाम मेइराबा भी यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं। भारत के पूर्व कोच विमल ने कहा कि खेल से इतने लंबे समय तक दूर रहने के कारण शीर्ष खिलाड़ियों का पैनापन प्रभावित होने की संभावना है और उन्हें लय में आने के लिए लगभग छह हफ्ते का समय लगेगा। उन्होंने कहा, ‘एलीट खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल होगी क्योंकि इन दो-तीन महीनों में उन्होंने कम से कम अपना 30 से 40 प्रतिशत पैनापन खो दिया होगा। कुल स्तर में भी गिरावट आई होगी। उन्हें अच्छी लय में आने के लिए डेढ़ महीने का समय लगेगा।'

चेस बोर्ड की तुलना पिच से करते हुए चहल बोले- मेरे लिए लेग स्पिन, गुगली, फ्लिपर, डाउन स्पिन हैं राजा, मंत्री, घोड़ा, हाथी; वापसी करने के लिए बेताब हूं June 04, 2020 at 05:24PM

अब जब धीरे-धीरे चीजें अनलॉक होने लगी हैं तो टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल मैदान पर वापसी के लिए बेताब हैं। वे कहते हैं कि अब तो बस क्रिकेट शुरू हो जाए। फिर चाहे वह वर्ल्ड कप हो या आईपीएल।

चहल गुरुग्राम में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उनका कहना है कि स्थिति नियंत्रण में आने के बाद ही टीम को प्रैक्टिस शुरू करनी चाहिए। उन्होंने चेस बोर्ड की तुलना क्रिकेट पिच से करते हुए कहा, ‘चेस बोर्ड की तरह पिच पर लेग स्पिन, गुगली, फ्लिपर और डाउन स्पिन मेरे हथियार यानी राजा, मंत्री, हाथी, घोड़ा हैं।’

चहल ने भास्कर से चर्चा की। उनसे बातचीत के कुछ अंश...

एक्सपर्ट का कहना है कि हमें कोरोना के साथ जीना सीखना होगा। कोरोना के साथ क्रिकेट में क्या-क्या बदलाव देखते हैं?
चहल: इस पर आईसीसी की गाइडलाइन आई है। हमें उसे फॉलो करना ही होगा। बदलावों पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जब तक मैदान में नहीं उतरेंगे, तब तक पता नहीं चलेगा। पहले कभी ऐसी परिस्थितियों में खेला नहीं है।
भविष्य में वैक्सीन आने तक बिना दर्शकों के मैच कराने की योजना है, आपके लिए कैसा अनुभव होगा?

चहल:थोड़ा अलग होगा। हम हमेशा दर्शकों के बीच खेलते हैं। इंटरनेशनल मैचों में फर्स्ट क्लास जैसी फीलिंग आएगी। उन मैचों में न के बराबर दर्शक होते हैं। हालांकि, इसका कोई विकल्प फिलहाल नहीं है। जिंदगी सबसे ज्यादा जरूरी है।
गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की चर्चा हो रही है। क्या आपको लगता है कि स्पिनर्स को कोई परेशानी या फायदा होगा?

चहल:ऐसी बॉल से कभी खेला नहीं है। पता नहीं गेंद कैसे रिएक्ट करेगी। वह ड्रिफ्ट होती है या फिर स्विंग। प्रैक्टिस के बाद ही इन बातों का पता चलेगा।
श्रीलंका, इंग्लैंड आदि कई देशों ने अभ्यास शुरू कर दिया है। मैदान पर भारतीय सितारे कब वापसी करेंगे?

चहल:श्रीलंका की परिस्थितियां अलग हैं। उनकी तुलना में हमारी जनसंख्या ज्यादा है और कोरोना के मामले भी। जब स्थिति नियंत्रित हो जाए, उसके बाद ही प्रैक्टिस शुरू करनी चाहिए। आपको अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। आज किसी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। हम किसी की जिंदगी के साथ खतरा मोल नहीं ले सकते।

अब तक टेस्ट में डेब्यू का मौका नहीं मिला है। क्या आगामी सीरीज में उम्मीद करते हैं?
चहल: अभी इस बारे में नहीं सोच रहा हूं। मेरा पूरा ध्यान वापसी पर है। चाहता हूं कि जब मैदान में जाऊं तो जल्दी से रिदम आ जाए।
जब बल्लेबाज आपकी गेंद पर बड़े हिट लगाता है, तो मानसिक रूप से कैसे नियंत्रण रखते हैं और उनसे कैसे उबरते हैं?

चहल:आपको समझना होता है कि यह गेम का हिस्सा है। हो सकता है कि आपके एक ओवर में छह छक्के भी पड़ जाएं या उससे कम। आपको मानसिक रूप से मजबूत होना होगा। यह जरूरी नहीं कि एक स्पेल खराब गया है तो दूसरा भी जाएगा, हो सकता है कि विकेट मिल जाए। मैं मौजूदा समय में ही रहने की कोशिश करता हूं।
लॉकडाउन पीरियड में क्या-क्या किया?

चहल:घर में ही रहता हूं और परिवार के साथ समय बिता रहा हूं, चीजें एंजॉय कर रहा हूं। जहां तक फिजिकल और मेंटल ट्रेनिंग की बात है तो रोजाना सुबह-सुबह उठकर वर्कआउट करता हूं। रविवार को आराम करता हूं।

पसंदीदा मैदान कौन-सा है? कहां गेंदबाजी करना सबसे ज्यादा पसंद है?

चहल:बेंगलुरू का चिन्नास्वामी स्टेडियम। वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू का घरेलू मैदान भी है। टी20 में पहली बार 5 विकेट भी वहीं मिले थे। इसलिए सबसे ज्यादा मजा आता है।
टीवी कैसी चल रही है? काफी दिनों से कोई इंटरव्यू देखने को नहीं मिला?
चहल: टीवी मैचों के दौरान ही चलती है। जब मैच नहीं होते या खाली दिनों में बहुत कम या रेयर केस में ही इंटरव्यू करता हूं।

चेस बोर्ड में आपके पास कई सारे हथियार होते हैं, जिनसे आप चाल चलते हैं। क्रिकेट पिच पर आपके क्या-क्या वेपंस हैं?
चहल: क्रिकेट पिच पर चार तरह के वेपंस हैं- लेग स्पिन, गुगली, फ्लिपर और डाउन स्पिन। इनका इस्तेमाल परिस्थितियों के अनुसार करता हूं। निर्भर करता है कि कब कौन से बल्लेबाज के लिए क्या डालना है।



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टीम इंडिया के स्पिनर युजवेंद्र चहल लॉकडाउन के कारण इन दिनों घर पर हैं। खाली वक्त में वे अपने पिता के साथ चेस खेल रहे हैं।

पापा करा रहे ऋद्धिमान साहा को 'प्रैक्टिस ऐट होम' June 04, 2020 at 04:34PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस महामारी से बचाव के तौर पर देश में लॉकडाउन लगाया गया जिसके बाद अब धीरे-धीरे क्रिकेट गतिविधियां शुरू होने को हैं। कोविड-19 के कारण जब कई क्रिकेट आउटडोर अभ्यास से वंचित हैं, तब तकनीकी रूप से भारत के सबसे दक्ष विकेटकीपर के पिता प्रशांत अभ्यास में अपने बेटे की मदद कर रहे हैं। प्रशांत साउथ सिटी के अपने अपार्टमेंट में ऋद्धिमान की विकेटकीपिंग ड्रिल में मदद कर रहे हैं जिससे कि उनका हाथ और आंखों का सामंजस्य बना रहे। साहा ने पीटीआई से कहा, ‘मेरे अपार्टमेंट के अंदर को भी ड्रिल संभव है, मैं वही कर रहा हूं। इसलिए मैं आखों और हाथों के सामंजस्य वाली कई ड्रिल करता हूं जो विकेटकीपरों के लिए बेहद जरूरी हैं। कभी कभी मैं दीवार पर सॉफ्टबॉल मारता हूं और फिर गेंद को कैच करता हूं जिससे कि क्रिकेट खेलने का अहसास बना रहे।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘कभी-कभी मेरे पिता (प्रशांत साहा) भी फ्लैट के अंदर मेरी मदद करते हैं।’ क्या फ्लैट के अंदर कूदने और कैच का अभ्यास करने के लिए पर्याप्त जगह है? साहा भाग्यशाली हैं कि उनके घर में ऐसा है। 35 वर्षीय साहा ने कहा, ‘हां, मैं दोनों तरफ मूव कर सकता हूं और कैच पकड़ सकता हूं।’ यह पूछने पर कि क्या यह ब्रेक कंधे की सर्जरी के कारण 2018-2019 के ब्रेक की तरह है, साहा ने कहा कि यह उस समय से बेहतर है। साहा अपनी फैमिली के साथ भी समय बिता रहे हैं। वह सोशल मीडिया पर भी तस्वीरें शेयर करते हैं। भारतीय राष्ट्रीय टीम के स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच निक वेब ने सभी के लिए व्यक्तिगत ट्रेनिंग कार्यक्रम तैयार किया है। साहा ने कहा कि उनके पास कुछ उपकरण हैं लेकिन अपार्टमेंट के अंदर परिवार की मौजूदगी में नियमित एक्सरसाइज कर पाना संभव नहीं है। भारत को अगली टेस्ट सीरीज दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलनी है और साहा की नजरें इससे पहले घरेलू क्रिकेट या इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने पर टिकी हैं। टीम इंडिया के लिए 37 टेस्ट और 9 वनडे इंटरनैशनल खेल चुके साहा ने कहा, ‘अगर मुझे मैच खेलने को मिलते हैं तो यह अच्छा रहेगा लेकिन यह सब कुछ उस समय की स्थिति पर निर्भर करेगा। आपको अब भी नहीं पता कि यात्रा करना सुरक्षित है या नहीं। उम्मीद करता हूं कि कैंप शुरू करने से पहले सभी चीजों का ध्यान में रखा जाएगा।’

गोल्फ: अर्जुन अवॉर्ड के लिए राशिद, अदिति और दीक्षा नॉमिनेट June 04, 2020 at 04:41PM

नई दिल्लीगोल्फर , और दीक्षा डागर के नाम की सिफारिश राष्ट्रीय महासंघ ने इस साल अर्जुन अवॉर्ड के लिए की है। राशिद विश्व रैंकिंग में सर्वश्रेष्ठ स्थान पर काबिज भारतीय गोल्फर हैं जबकि 2016 रियो ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकीं अदिति देश की एकमात्र गोल्फर हैं जो इस समय अमेरिका में लेडीज पीजीए टूर में खेल रही हैं। उन्होंने लेडीज यूरोपीय टूर में तीन जीत हासिल की हैं। दीक्षा ने महिलाओं का साउथ अफ्रीकन ओपन खिताब जीता था और 2017 डेफलिम्पिक्स में रजत पदक जीतने वाली इस गोल्फर का तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना सुनिश्चित था लेकिन ये स्थगित हो गए। भारतीय गोल्फ संघ (आईजीयू) ने उनके नाम की सिफारिश की। पढ़ें, पेशेवर संस्थायें - भारतीय पेशेवर गोल्फ टूर (पीजीटीआई) और भारतीय महिला गोल्फ संघ (डब्ल्यूजीएआई) अकसर अपनी ओर से सिफारिश किए गए नाम आईजीयू को भेजते हैं। अगर कोविड-19 महामारी नहीं होती तो इन सभी के तोक्यो ओलिंपिक टीम में जगह बनाने की उम्मीद थी। राशिद 2010 में ग्वांग्झू एशियाई खेलों में एक शॉट से व्यक्तिगत ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए थे लेकिन उन्होंने भारतीय टीम को रजत पदक दिलाने में मदद की। वह एशिया में 10वें स्थान से सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले भारतीय गोल्फर हैं और वह विश्व रैंकिंग में भी 185वें स्थान से शीर्ष भारतीय हैं।

इंग्लिश प्रीमियर लीग के बाकी बचे सीजन में टीमें तीन की जगह 5 खिलाड़ी बदल सकेंगी, 17 जून से सीजन शुरू होगा June 04, 2020 at 03:23PM

इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के बाकी बचे सीजन में टीमें अब हर मैच में तीन की बजाए 5 खिलाड़ियों को बदल (सब्सिट्यूट) सकेंगी। गुरुवार को सभी पक्षों की मौजूदगी में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
ईपीएल ने एक बयान जारी कर कहा- 2019-2020 के बाकी बचे सीजन में अब टीमें हर मैच में पांच खिलाड़ियों को सब्सिट्यूट कर सकेंगी। पहले तीन खिलाड़ियों को बदलने की छूट थी।

पिछले महीने ही फुटबॉल के नियम बनाने वाली इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन बोर्ड (आईएएफबी) ने इससे जुड़े फीफा के अस्थायी संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। ईपीएल में किया गया मौजूदा बदलाव उसी के मुताबिक है।

ईपीएल में अब तक 5 हजार से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए

इसके अलावा ईपीएल के 20 क्लबों ने बाकी बचे सीजन के लिए बेंच पर अधिकतम सब्सिट्यूट खिलाड़ियों की संख्या को सात से बढ़ाकर 9 कर दिया। लीग पर कोरोना संक्रमण का खतरा न हो, इसलिए अब तक पांच चरणों में खिलाड़ियों और क्लब के कर्मचारियों की टेस्टिंग की गई है।

अब तक 5079 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से 13 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इधर, कोरोना के बीच प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों के छोटे ग्रुप्स ने 27 मई से ही ट्रेनिंग शुरू कर चुके हैं।

31 दिसंबर तक होने वाले टूर्नामेंट पर लागू होंगे बदलाव

फीफा ने पिछले महीने ही कोरोनावायरस की वजह से फुटबॉल के नियमों में अस्थायी संशोधन से जुड़ा प्रस्ताव आईएएफबी को भेजा था। इसमें खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मैच में तीन की जगह पांच सब्सिट्यूट की छूट देने की बात कही थी। आईएएफबी ने फीफा के इस अस्थायी प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। यह बदलाव इस साल 31 दिसंबर तक होने वाले टूर्नामेंट पर लागू होगा।

फीफा के प्रस्ताव के मंजूर होने के बाद यह बदलाव होंगे

  • टीमें एक मैच में अधिकतम पांच खिलाड़ियों को बदल सकेंगी
  • समय बर्बाद न हो, इसलिए सब्सिट्यूशन हाफ टाइम में होंगे
  • मैच के दौरान हर टीम के पास सब्सिट्यूशन लेने के 3 मौके होंगे
  • अगर किसी टीम ने हाफ टाइम में इसका इस्तेमाल नहीं किया तो एक्स्ट्रा टाइम में इसका फायदा लिया जा सकेगा

लिवरपूल पहले स्थान पर

कोरोना की वजह से ईपीएल को 13 मार्च को रोका गया था। तब पॉइंट्स टेबल में लिवरपूल 82 अंकों के साथ टॉप पर थी। दूसरे स्थान पर 57 अंकों के साथ मैनचेस्टर सिटी और लीस्टर सिटी तीसरे पायदान पर है। उसके 53 अंक हैं।



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फीफा के नियमों में अस्थायी संशोधन इस साल 31 दिसंबर तक होने वाले टूर्नामेंट पर लागू होगा। -फाइल

इस बार विदेश में IPL कराने पर विचार कर रहा BCCI June 04, 2020 at 12:40AM

नई दिल्ली कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हुए आईपीएल () का अर्थ यह नहीं है कि इस साल यह टी20 लीग रद्द हो जाएगी। दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड () हर हाल में इसके आयोजन की सभी संभावनाओं पर विचार कर रहा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि अंतिम विकल्प के रूप में इसे विदेश में आयोजित करने का रास्ता भी संभव दिखा तो वह पीछे नहीं हटेगा। समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बोर्ड से जुड़े एक सूत्र ने उसे बताया, 'इस साल अगर आईपीएल को देश से बाहर आयोजित करने का विकल्प भी संभव दिखा तो बोर्ड पीछे नहीं हटेगा। हमने अतीत में भी ऐसा किया है और भविष्य में यह कर सकते हैं। लेकिन पहली प्राथमिकता अपने भारत में ही इसे आयोजित करने की है।' इस बार आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी लेकिन वैश्विक महामारी कोविड- 19 (Covid- 19) के चलते इसे स्थगित करना पड़ा। इससे पहले यह लीग दो बार विदेश में आयोजित हो चुकी है। तब लोकसभा चुनाव 2009 में इसे साउथ अफ्रीका में आोयोजित किया गया था और इसके बाद 2014 चुनावों में इसका कुछ हिस्सा यूएई में खेला गया था। सूत्र ने बताया कि अभी आईसीसी को 10 जून को होने वाली अपनी बैठक में पर निर्णय लेना है। इसके बाद ही आईपीएल की संभावनाओं को दिशा मिल पाएगी। टी20 वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर और नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होना है। अगर इसे स्थगित किया जाता है, तो इस खाली हुई विंडो में आईपीएल लीग कराने की योजना बना रहा है।

विदेश में भी आईपीएल कराने पर विचार कर रहा बीसीसीआई, यह आखिरी विकल्प होगा; टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसले का इंतजार June 03, 2020 at 11:43PM

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को कराने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कई तरह के विकल्पों पर चर्चा कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार यदि आईपीएल की सभी संभावनाएं खत्म होती हैं, तो बीसीसीआई इस टूर्नामेंट को विदेश में भी करा सकता है। हालांकि, यह सिर्फ आखिरी फैसला होगा।

इस साल आईपीएल 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोरोनोवायरस और लॉकडाउन के कारण टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। हाल ही में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था कि यदि आईपीएल रद्द होता है, तो करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।

विदेश में आईपीएल कराने पर कोई दिक्कत नहीं
बीसीसीआई के एक सूत्र ने एजेंसी को बताया, ‘‘बोर्ड सभी विकल्पों को देख रहा है। यदि आईपीएल को बाहर करवाने की बात आती है तो ऐसा किया जा सकता है। पहले भी आईपीएल के मैच बाहर करवाए गए हैं। ऐसे में कोई दिक्कत नहीं आएगी।’’ फिलहाल, बीसीसीआई इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर आईसीसी के फैसले का इंतजार कर रहा है, जो 10 जून को आना है।

दो बार आईपील इंडिया के बाहर
आईपीएल को अब तक दो बार लोकसभा चुनाव के कारण भारत से बाहर कराया जा चुका है। 2009 में आईपीएल की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका ने की थी। तब टूर्नामेंट 5 हफ्ते और 2 दिन तक चला था। इसके बाद 2014 में टूर्नामेंट के मैच भारत के अलावा युएई में खेले गए थे।

अब 37 दिन का हो सकता है आईपीएल शेड्यूल
इस बार आईपीएल 50 दिन की बजाए 44 दिन का होना था। सभी 8 टीमों को 9 शहरों में 14-14 मैच खेलने हैं। इनके अलावा 2 सेमीफाइनल, 1 नॉकआउट और 24 मई को वानखेड़े में फाइनल होना था, लेकिन बीसीसीआई अब इसका फॉर्मेट और छोटा करके 2009 की तरह 37 दिन का कर सकती है।



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आईपीएल का पहला मैच 29 मार्च को मुंबई इंडियन्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होना था। कोरोना के कारण टूर्नामेंट अनिश्चितकाल के लिए टला। -फाइल फोटो

हार्दिक-नताशा की सगाई के बारे में मम्मी-पापा को भी नहीं पता था June 03, 2020 at 11:10PM

सर्बिया की मॉडल-ऐक्ट्रेस नताशा स्टैनकोविच से हार्दिक ने 1 जनवरी 2020 को सगाई की। अब दोनों शादी के बंधन में बंध चुके हैं और जल्दी ही उनके घर नन्हा मेहमान आने वाला है।

क्रिकबज के एक शो में हार्दिक पंड्या ने बताया कि उनकी और नताशा की सगाई के बारे में माता-पिता को भी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, 'दुबई में मेरी और नताशा की सगाई के बारे में मम्मी-पापा भी नहीं जानते थे। सगाई से दो दिन पहले मैंने केवल अपने भाई क्रुणाल को इस बारे में बताया था।'

हार्दिक ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट कर एक और खुशखबरी दी। अब वह नताशा स्टैनकोविच के साथ शादी के बंधन में बंध चुके हैं और जल्दी ही उनके घर नन्हा मेहमान आने वाला है।

लॉकडाउन के दौरान हार्दिक ने नताशा के साथ कुछ तस्वीरें शेयर की। उन्होंने साथ ही प्रेग्नेंट नताशा के साथ फोटो भी पोस्ट की और जल्दी पिता बनने की खुशखबरी भी फैन्स को बताई।

26 साल के हार्दिक ने बताया कि जब वह नताशा से पहली बार मिले थे, तब इस ऐक्ट्रेस को उनके बारे में कुछ नहीं पता था। उन्होंने कहा, 'मैं उनसे (नताशा) बात कर रहा था और वह नहीं जानती थीं कि मैं कौन हूं।'

मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद कोर्ट पर लौटे खिलाड़ी; अक्षय सेन का शेड्यूल तैयार, तकनीक को बेहतर बनाने पर फोकस करेंगे June 03, 2020 at 10:16PM

स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) की गाइडलाइंस के बाद बेंगलुरु में पादुकोण-द्रविड़ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस अकादमी में बैडमिंटन खिलाड़ियों ने प्रैक्टिस शुरू कर दी है। पिछले साल यूथ ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले लक्ष्य सेन भी कोर्ट पर उतरे।

लक्ष्य ने खुद के लिए शेड्यूल तैयार किया है। इसके तहत वे अपनी तकनीक को बेहतर बनाने का पर फोकस कर रहे हैं। उनकी प्रैक्टिस में नेट टंबल्स, हाफ स्मैश, क्लीयर और साइड टू साइड मूवमेंट्स शामिल हैं।

लॉकडाउन में पिता ने घर पर ही प्रैक्टिस का इंतजाम किया
लक्ष्य के पिता डीके सेन अकादमी में कोच भी हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने लक्ष्य के लिए घर में ही प्रैक्टिस के लिए इतंजाम किया था। उन्होंने घर में ही सोफा-कुर्सी और कॉफी टेबल के बीच नेट लगाया था। कई बार सोसायटी की पार्किंग में दो खंभों के बीच नेट बांधकर अभ्यास किया।

पूरी तरह से प्रैक्टिस अगस्त से ही शुरू हो पाएगी
कोरोना के कारण करीब 3 महीने बाद एक बार फिर से अकादमी में गाइडलाइंस के तहत प्रैक्टिस शुरू हुई। अकादमी के 65 में से 14 खिलाड़ी ही शहर में हैं, जिन्होंने प्रैक्टिस शुरू कर दी है। मुख्य कोच विमल कुमार का मानना है कि पूरी तरह से प्रैक्टिस अगस्त से ही शुरू हो पाएगी। प्रैक्टिस से पहले सभी खिलाड़ियों के तापमान की जांच की गई। वहीं पूरे हॉल और कोर्ट को सेनेटाइज किया गया।

स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान
प्रैक्टिस से पहले खिलाड़ियों को स्वास्थ्य प्रोटोकॉल की जानकारी दी गई। उन्हें निर्देश दिए गए कि स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हर 30 मिनट में हाथों को साफ करें। फर्श पर स्ट्रेचिंग न करें। जिम में न जाएं। अपने मैट का ही इस्तेमाल करें। खिलाड़ी एक-दूसरे से 3 मीटर की दूरी पर रहें।



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पिछले साल यूथ ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले लक्ष्य सेन भी बैडमिंटन कोर्ट पर उतरे। लॉकडाउन में भी लक्ष्य ने पिता की मदद से घर में ही प्रैक्टिस की थी। -फाइल फोटो

‘लिमिटेड ओवर’ क्रिकेट तक ही सीमित नहीं रहना चाहते बिलिंग्स June 03, 2020 at 10:35PM

लंदनइंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि वह महज सफेद गेंद का क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी नहीं बनना चाहते। उन्होंने साथ ही टेस्ट फॉर्मेट में खेलने की इच्छा जताई है। बिलिंग्स ने अपने करियर के शुरुआत में जब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने का फैसला किया था, तब वह टेस्ट मैचों में खेलने के इच्छुक नहीं थे। इंग्लैंड के इस 28 साल के क्रिकेटर ने कभी भी टेस्ट मैच नहीं खेला, वह 15 वनडे और 26 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच अभी तक खेल चुके हैं। कंधे की चोट के कारण वह पिछले साल टीम की वर्ल्ड कप खिताबी जीत का हिस्सा नहीं बन सके थे। पढ़ें, बिलिंग्स ने ‘क्रिकइन्फो’ से कहा, ‘इसके लिए (वाइट बॉल क्रिकेट तक सीमित रहने को) मैं खुद के अलावा किसी और को दोषी नहीं मानता। मुझे लगता है कि टेस्ट टीम में भी काफी मौके हैं, विशेषकर एक बल्लेबाज के रूप में और साथ ही विकेटकीपिंग स्थान के लिए भी। मैं सिर्फ सफेद गेंद के खिलाड़ी के रूप में सीमित नहीं होना चाहता, मैं इससे भी बेहतर हूं।’ 28 वर्षीय बिलिंग्स ने आईपीएल में हिस्सा लेने के बाद बदलाव पर कहा, ‘मैंने आईपीएल के चार सीजन खेले, आप इस तरह के मौके को ठुकराना नहीं चाहोगे और युवा खिलाड़ी के तौर पर आपके पास खुद में विकास करने का मौका होता है। हालांकि पहले दो वर्षों में कोई वित्तीय लाभ नहीं हुआ। मैंने इसे सिर्फ एक मौके के रूप में देखा। मुझे दिल्ली फ्रैंचाइजी ने 2016 में 30 लाख के बेस प्राइस में ही टीम में शामिल किया था।’

उथप्पा ने कहा- हर रोज मन में खुदकुशी के ख्याल आते थे, ऐसा लगता था जैसे बालकनी से कूद जाऊं June 03, 2020 at 09:31PM

भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने कहा कि 2009 से 2011 का समय उनके लिए सबसे कठिन रहा है। इस दौरान वे डिप्रेशन में आ गए थे। 2006 में क्रिकेट करियर शुरू करने वाले उथप्पा ने कहा कि हर रोज उनके मन में खुदकुशी के ख्याल आते थे। ऐसा लगता था जैसे बालकनी से कूद जाऊं।

उथप्पा ने रॉयल राजस्थान फाउंडेशन के लाइव सेशन ‘माइंड , बॉडी एंड सोल’ में कहा, ‘‘जब मैंने 2006 में डेब्यू किया, तब मैं खुद के लिए ज्यादा जागरूक नहीं था। इसके बाद काफी कुछ सीखा। अब मैं अपने आप को लेकर काफी चिंतित रहता हूं और बहुत कुछ सोचता भी हूं। अब मैं कहीं भी फिसलता हूं तो खुद को संभाल सकता हूं।’’

‘काफी डिप्रेशन में रहा करता था’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मुकाम पर बहुत ही कठिन दौर का सामना करके पहुंचा हूं। एक समय था, जब मैं काफी डिप्रेशन में रहता था और हर दिन मेरे मन में खुदकुशी के विचार आते थे। यह 2009 से 2011 का दौर था, जो मुझे आज भी याद है। यह वह दौर था, जब मैं क्रिकेट के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचता था। मैं सिर्फ यही सोच रहा होता था कि इन दिनों को कैसे जी पाऊंगा। अगले दिन क्या होगा। मेरे जीवन में क्या होगा और मैं किस दिशा में जा रहा हूं।’’

बालकनी से कूदने के विचार आते थे
उथप्पा ने कहा, ‘‘क्रिकेट ने मुझे इस तरह के विचार से दूर रखने में काफी मदद की है। लेकिन, ऑफ सीजन में बगैर मैचों के दिन काटना बहुत मुश्किल होता है। मुश्किल दौर में मैं एक ही जगह बैठा रहा था। सोचता था कि तीन तक गिनती के बाद दौड़ लगाकर बालकनी से कूद जाऊं, लेकिन कुछ ऐसा मन में आता था कि जो मुझे रोक लिया करता था। इसके बाद मैंने एक डायरी लिखना शुरू किया और खुद को एक व्यक्ति के तौर पर समझने की कोशिश की। इसने मुझे उस बुरे दौर से बाहर लाने में और जो मैं चाहता हूं वह बनने में मदद की।’’

राजस्थान ने उथप्पा को खरीदा
विकेटकीपर बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को इस बार आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स (आरआर) ने 3 करोड़ रुपए में खरीदा है।पिछली बार वे कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते नजर आए थे। फिलहाल, कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

नकारात्मकता ने ही सकारात्मकता में खुश रहना सिखाया
ऑस्ट्रेलिया में भारत-ए की कप्तानी के बावजूद उथप्पा को भारतीय टीम में नहीं चुना गया था। उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं क्यों, मैं मेहनत तो बहुत करता था, लेकिन रन नहीं बन रहे थे। मैं यह मानने को तैयार नहीं था कि मेरे साथ कोई समस्या है। हम कई बार स्वीकार नहीं करना चाहते कि कोई मानसिक परेशानी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने नकारात्मक अनुभवों का कोई गम नहीं है, क्योंकि इससे मुझे सकारात्मकता महसूस करने में मदद मिली। नकारात्मक चीजों का सामना करके ही आप सकारात्मकता में खुश हो सकते हैं।’’



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विकेटकीपर बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा को इस बार आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स (आरआर) ने 3 करोड़ रुपए में खरीदा है। पिछली बार वे कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) की ओर से खेलते नजर आए थे। -फाइल फोटो

क्यों आत्महत्या करना चाहते थे रॉबिन उथप्पा? June 03, 2020 at 09:49PM

नई दिल्लीभारत की 2007 टी20 विश्व कप विजेता टीम के अहम सदस्य रहे ने बताया कि अपने करियर में वह दो साल तक अवसाद और आत्महत्या के ख्यालों से जूझते रहे जब क्रिकेट ही एकमात्र वजह थी जिसने उन्हें ‘बालकनी से कूदने’ से रोका। भारत के लिए 46 वनडे और 13 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके उथप्पा को इस साल आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स ने तीन करोड़ रुपये में खरीदा था। कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल स्थगित कर दिया गया है। उथप्पा ने रॉयल राजस्थान फाउंडेशन के लाइव सत्र ‘माइंड , बॉडी एंड सोल’ में कहा, ‘मुझे याद है 2009 से 2011 के बीच यह लगातार हो रहा था और मुझे रोज इसका सामना करना पड़ता था। मैं उस समय क्रिकेट के बारे में सोच भी नहीं रहा था।’ उन्होंने कहा, ‘मैं सोचता था कि इस दिन कैसे रहूंगा और अगला दिन कैसा होगा , मेरे जीवन में क्या हो रहा है और मैं किस दिशा में आगे जा रहा हूं। क्रिकेट ने इन बातों को मेरे जेहन से निकाला। मैच से इतर दिनों या आफ सीजन में बड़ी दिक्कत होती थी।’ उथप्पा ने कहा, ‘मैं उन दिनों में इधर-उधर बैठकर यही सोचता रहता था कि मैं दौड़कर जाऊं और बालकनी से कूद जाऊं। लेकिन किसी चीज ने मुझे रोके रखा।’ उथप्पा ने कहा कि इस समय उन्होंने डायरी लिखना शुरू किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने एक इंसान के तौर पर खुद को समझने की प्रक्रिया शुरू की। इसके बाद बाहरी मदद ली ताकि अपने जीवन में बदलाव ला सकूं।’ इसके बाद वह दौर था जब ऑस्ट्रेलिया में भारत-ए की कप्तानी के बावजूद वह भारतीय टीम में नहीं चुने गए। उन्होंने कहा, ‘पता नहीं क्यों, मैं कितनी भी मेहनत कर रहा था लेकिन रन नहीं बन रहे थे।मैं यह मानने को तैयार नहीं था कि मेरे साथ कोई समस्या है। हम कई बार स्वीकार नहीं करना चाहते कि कोई मानसिक परेशानी है।’ इसके बाद 2014-15 रणजी सत्र में उथप्पा ने सर्वाधिक रन बनाए। उन्होंने अभी क्रिकेट को अलविदा नहीं कहा है लेकिन उनका कहना है कि अपने जीवन के बुरे दौर का जिस तरह उन्होंने सामना किया, उन्हें कोई खेद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने नकारात्मक अनुभवों का कोई मलाल नहीं है क्योंकि इससे मुझे सकारात्मकता महसूस करने में मदद मिली। नकारात्मक चीजों का सामना करके ही आप सकारात्मकता में खुश हो सकते हैं।’

जानें, क्यों वॉर्न की यह गेंद 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' June 03, 2020 at 08:53PM

दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने 4 जून 1993 को ऐसी गेंद फेंकी थी, जिसने पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया। इतना ही नहीं, खुद अंपायर भी गेंद के बाद काफी देर तक हैरानी से वॉर्न को देखते रहे थे।

दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने 1993 को एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में अपनी इस गेंद से पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया। खुद अंपायर भी गेंद के बाद काफी देर तक हैरानी से वॉर्न को देखते रहे थे।

1993 में एशेज सीरीज के दौरान शेन वॉर्न ने ऐसी जादुई गेंद फेंकी, जिसे 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' कहा गया। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर वॉर्न ने अपनी इस गेंद से इंग्लैंड के बल्लेबाज माइक गेटिंग को बोल्ड किया। वह गेंद लगभग 90 डिग्री के कोण से घूमी और सीधे विकेट में जा लगी।

<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">We&#39;re never getting over this, Warney 🤩<a href="https://t.co/JXEAU9KGhR">pic.twitter.com/JXEAU9KGhR</a></p>&mdash; ICC (@ICC) <a href="https://twitter.com/ICC/status/1268377152279285761?ref_src=twsrc%5Etfw">June 4, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>

शेन वॉर्न सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज हैं। उन्होंने 145 टेस्ट में कुल 708 विकेट झटके, 194 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 293 विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलिया ने तब एशेज सीरीज के इस पहले टेस्ट मैच को 179 रन से जीता था। वॉर्न मैन ऑफ द मैच रहे थे। उन्होंने मुकाबले में कुल 8 विकेट अपने नाम किए थे।

मुशफिकुर को मीरपुर स्टेडियम में प्रैक्टिस की इजाजत नहीं June 03, 2020 at 09:50PM

ढाकाबांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने पूर्व कप्तान और अन्य सीनियर खिलाड़ियों की मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू करने की इजाजत नहीं दी। घातक कोरोना वायरस महामारी के चलते सुरक्षा चिंताओं को लेकर ऐसा किया गया। बीसीबी ने कहा कि अभी मीरपुर स्टेडियम को पूरी तरह से संक्रमण मुक्त नहीं किया गया है। बीसीबी के मुख्य कार्यकारी निजामुद्दीन चौधरी ने ‘क्रिकबज’ से कहा, ‘मुशफिकुर ने हमसे संपर्क किया था। वह अभ्यास शुरू करना चाहते थे लेकिन हमने उनसे कहा कि अभी सुरक्षित समय नहीं है। वह घर पर ही अभ्यास करें। प्रैक्टिस जरूरी है लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे अहम है।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘कुछ और खिलाड़ी अभ्यास शुरू करना चाहते थे लेकिन हमारा संदेश सबके लिए समान है। हम अपने स्टेडियमों को संक्रमण मुक्त कर रहे हैं लेकिन अभी यह काम पूरा नहीं हुआ है।’ बांग्लादेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 55 हजार से ज्यादा मामले पाए गए हैं और 746 लोगों की मौत हो चुकी है। चौधरी ने कहा, ‘हम जल्दबाजी नहीं कर सकते। कई देशों में क्रिकेट बहाल हो रहा है। हम भी करेंगे लेकिन अभी तारीख नहीं बता सकते।’

गलबहियां, डांस... यूं सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां June 03, 2020 at 09:05PM

बुडापेस्ट होनवेड के खिलाड़ियों ने हंगरी कप फुटबॉल फाइनल जीतने के बाद भारी तादाद में जमा दर्शकों के सामने जश्न मनाया। इस दौरान उन्होंने सामाजिक दूरी के नियम की धज्जियां उड़ाते नजर आए। खिलाड़ी न केवल एक-दूसरे से कंधे से कंधा मिलाकर जश्न मनाया, बल्कि खूब नाचे भी। दूसरी ओर, मैच के दौरान दर्शकों ने बड़ी सहजता से दो दर्शकों के बीच तीन सीटों के खाली रखने के नियम का पालन किया था।

जश्न के दौरान जोर्जे काम्बेर सबसे आगे खड़े थे जो जीत के सूत्रधार भी थे। हंगरी में फुटबॉल पिछले महीने की फिर शुरू हो गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण सत्र बीच में रोक दिया गया था।

अधिकांश आयोजकों ने हर दर्शक के बीच में तीन सीटें खाली रखने के नियम का पालन किया, लेकिन फाइनल में बाद दर्शकों ने भी नियम तोड़ दिया। जर्मनी में बुंदेसलीगा मैच दर्शकों के बिना हो रहे हैं। इंग्लैंड, स्पेन और इटली में भी दर्शकों के बिना ही मैच होंगे।

उल्लेखनीय है कि बुडापेस्ट होनवेड हंगरी कप फुटबॉल फाइनल में मेजेकोवस्ड जोरी को 2-1 से हराया।

डिमांड पर 6, अब 'सेक्स फेवर' के आरोप में बर्खास्त June 03, 2020 at 07:36PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल बेदाड़े पर कुछ महिला खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्हें निलंबित किया गया। अब बड़ौदा क्रिकेट संघ ने उनका निलंबन तो हटा दिया लेकिन कोच पद से हटा दिया।

करियर में 13 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले पूर्व भारतीय अतुल बेदाड़े को इस साल मार्च में जांच पूरी होने तक निलंबित किया गया था। कई महिला खिलाड़ियों ने उन पर यौन उत्पीड़न और सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के आरोप लगाए थे। अब बीसीए ने उनका निलंबन तो वापस ले लिया लेकिन पद से बर्खास्त कर दिया गया।

बेदाड़े के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद इस मामले में सीईओ और सीनियर एचआर मैनेजर ने शुरुआती जांच की। दो जून 2020 को हुई शीर्ष परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। इसके बाद एपेक्स काउंसिल ने उन पर लगा निलंबन हटा दिया लेकिन पद से बर्खास्त कर दिया।

अतुल बेदाड़े के बारे में कहा जाता है कि वह दर्शकों की डिमांड पर सिक्स लगाते थे। उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 64 मैच खेले और कुल 3136 रन बनाए। वहीं इंटरनैशनल करियर में उन्होंने 13 मैचों में कुल 158 रन बनाए जिसमें एक अर्धशतक शामिल है।

अतुल बेदाड़े बीजेपी के टिकट पर वड़ोदरा म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन में चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें हार झेलनी पड़ी थी।

अतुल बेदाड़े आईपीएल में मुंबई इंडियंस टीम से भी जुड़े थे।

ऑस्ट्रेलिया में इस सप्ताह होगी क्रिकेट की वापसी June 03, 2020 at 07:55PM

मेलबर्नकोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण खेलों पर लगी रोक के दो महीने बाद ऑस्ट्रेलिया में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की वापसी इस सप्ताह के आखिर में डारविन में एक टी20 टूर्नमेंट के जरिए होगी। सीडीयू टॉप ऐंड टी20 रॉउंड राबिन टी20 टूर्नमेंट में 15 टीमें भाग लेंगी जो छह से आठ जून तक खेला जाएगा। इसमें मैदान पर 500 दर्शकों को प्रवेश की अनुमति रहेगी चूंकि डारविन में 21 मई के बाद से कोरोना संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। टूर्नमेंट में के सात क्लब और एक आमंत्रण एकादश होगी जिसमें नार्दर्न टेरिटरी की प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी होंगे। कोरोना महामारी से पहले 13 मार्च को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। इसके बाद से क्रिकेट दुनिया भर में बंद है। नॉर्दर्न टेरिटरी क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी ने कहा, ‘खेल में आए अभूतपूर्व व्यवधान के बाद अब क्रिकेट की वापसी का जश्न मनाने का यह सुनहरा मौका है।पिछले कुछ महीने दुनिया भर में काफी कठिन रहे। उम्मीद है कि इस टूर्नमेंट के जरिए क्रिकेटप्रेमियों को खुशी का मौका मिलेगा।’ टूर्नमेंट के चुनिंदा मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग मायक्रिकेट फेसबुक पेज पर भी की जाएगी। बता दें कि कोविड-19 का कहर दुनियाभर में जारी है। इस मुश्किल वक्त में खेलों की वापसी की कोशिश की जा रही है।