Saturday, May 2, 2020

'कोरोना के कारण पाक में धीमी मौत मर सकती है हॉकी' May 02, 2020 at 08:03PM

कराचीपाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) के महासचिव आसिफ बाजवा ने कहा कि पहले ही वित्तीय समस्याओं से जूझ रही पाकिस्तानी हॉकी के लिए कोरोना वायरस महामारी ने स्थिति और नाजुक बना दी है और इससे देश का यह राष्ट्रीय खेल धीमी मौत मर सकता है। पाकिस्तान ने ओलिंपिक में तीन गोल्ड और चार बार वर्ल्ड कप जीता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में टीम का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा जिसके कारण उसे प्रायोजक नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तानी हॉकी को अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसी परिस्थितियों में कोविड-19 महामारी ने उसकी स्थिति और बदतर कर दी है। बाजवा ने शनिवार को कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी का हॉकी पर बेहद नकारात्मक असर पड़ रहा है। पहले ही पीएचएफ और यह खेल देश में वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे और अब स्थिति बदतर हो गई है।’ पढ़ें, उन्होंने कहा कि महामारी के कारण कई खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं और उनके पास अब आय का कोई साधन नहीं है। पूर्व ओलिंपियन बाजवा ने कहा, ‘महासंघ भी दुर्भाग्य से ऐसी वित्तीय स्थिति में नहीं है कि वह खिलाड़ियों की मदद कर सके।’ बाजवा ने कहा कि जब खेलों की वापसी होगी तब भी पाकिस्तान हॉकी की मुश्किलें कम नहीं होंगी। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में हॉकी सहित खेलों की स्थिति काफी खराब है। जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा तब भी पीएचएफ को सीनियर और जूनियर टीमों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बाहर भेजने को काफी धनराशि की जरूरत पड़ेगी।’

वनडे में 3 दोहरे शतक लगा चुके रोहित ने कहा- मेरे पास टी-20 में 200 रन बनाने का अच्छा मौका था May 02, 2020 at 07:47PM

भारतीय ओपनर रोहित शर्मा लॉकडाउन के दौरान घर की बालकनी में ही फिटनेस प्रैक्टिस कर रहे हैं। खाली समय में उन्होंने अपनी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के फैन्स से लाइव चैटिंग भी की। इस दौरान एक सवाल के जवाब में रोहित ने कहा कि उनके पास इंदौर टी-20 में 200 रन बनाने का शानदार मौका था। यह मैच श्रीलंका के खिलाफ 2017 में खेला गया था। इससे पहले रोहित वनडे में तीन बार दोहरा शतक लगा चुके हैं। ऐसा करने वाले वे दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।

रोहित से चैटिंग का वीडियो फ्रेंचाइजी ने खुद शेयर किया है। इसमें एक फैन ने रोहित से इंदौर टी-20 का जिक्र किया था। इसके जवाब में रोहित ने कहा, ‘‘उस मैच में मेरे पास 200 रन बनाने का शानदार मौका था। जिस वक्त में आउट हुआ, तब 9 ओवर और बचे हुए थे। कोई बात नहीं, मैच मैंने 35 गेंद पर 100 रन बनाए थे, यह मैं हमेशा याद रखूंगा।’’ इस मैच में रोहित ने लोकेश राहुल के साथ 165 रन की साझेदारी भी की थी।

रोहित ने वनडे में तीन दोहरे शतक लगाए
कोरोनावायरस (कोविड-19) और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। रोहित मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं। उन्होंने टीम को तीन बार खिताब जिताया है। रोहित ने वनडे में 2014 में श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता में 264 रन की पारी खेली थी। 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 और 2017 में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में नाबाद 208 रन बनाए थे। उन्होंने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। आईपीएल के 188 मैच में रोहित के नाम 4898 रन हैं।

‘बल्लेबाजी को मिस कर रहा हूं’
वहीं, रोहित ने स्टार स्पोटर्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली से फिटनेश को लेकर बात की। उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि जिम जल्द ही खुल जाएं, जिससे मैं फिटनेस प्रैक्टिस कर सकूं। मैं बल्लेबाजी को बहुत मिस कर रहा हूं। काश मेरे पास भी क्रिकेट खेलने के लिए इंडोर जगह होती, लेकिन मुंबई में ऐसा होना मुश्किल है। हम आपकी तरह खुशनसीब नहीं हैं, जिनके पास खेलने के लिए खुद का बैकयार्ड होता है।’’



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रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। आईपीएल के 188 मैच में रोहित के नाम 4898 रन हैं। -फाइल फोटो

जब दर्शकों का उत्पात देख अंपायर ही नहीं उतरे May 02, 2020 at 06:59PM

नई दिल्लीक्रिकेट इतिहास में आज यानी 3 मई का दिन एक टेस्ट मैच के लिए याद किया जाता है, जो ऑस्ट्रेलिया और वेस्ट इंडीज के बीच किंग्स्टन में खेला गया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत के बेहद करीब थी लेकिन वेस्ट इंडीज की हार बारिश नहीं बल्कि वहां मौजूद दर्शकों की वजह से बच गई। 28 अप्रैल 1978 से शुरू हुए सीरीज के इस पांचवें टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी 343 रन पर समाप्त हुई। यह बॉब सिम्पसन का आखिरी टेस्ट मैच था, तब वह ही ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी संभाल रहे थे। मेहमान टीम के लिए पहली पारी में पीटर टूहे ने 122 रन बनाए। फिर विंडीज टीम ने लैरी गोम्स (115) के शतक की बदौलत पहली पारी में 280 रन बनाए। पढ़ें, तब एक दिन का रेस्ट डे भी होता था, जो 1 मई रहा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरी पारी में 3 विकेट पर 305 रन बनाए और पारी घोषित कर वेस्ट इंडीज को 369 रन का टारगेट दिया। वेस्ट इंडीज की दूसरी पारी 2 मई को शुरू हुई और पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया जीत के करीब पहुंच गया। विंडीज टीम के कप्तान कालीचरण ने दूसरी पारी में 126 रन बनाए लेकिन अन्य कोई खिलाड़ी उनका साथ नहीं दे सका। ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत के लिए केवल 1 विकेट की दरकार थी, जब विंडीज टीम का स्कोर 9 विकेट पर 258 रन था। इसी बीच वैनबर्न होल्डर को जिम हिग्स की गेंद पर विकेट के पीछे रिक्सन ने लपका, बस दर्शकों को अंपायर का यह फैसला गलत लगा और उन्होंने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। मैदान पर बोतल, कुर्सियां और यहां तक कि पत्थर तक फेंके गए। मैच अगले दिन समाप्त हो जाता लेकिन एक अंपायर राफ गोसेन ने खड़ा होने से ही मना कर दिया। फिर मैच ड्रॉ समाप्त हुआ।

ICC टि्वटर क्विज- टैटू दिखा पूछा- पहचान कौन? May 02, 2020 at 06:39PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते सभी खेल गतिविधियां भले थम चुकी हों। लेकिन क्रिकेट की शीर्ष संस्था इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) सोशल मीडिया के माध्यम से क्रिकेट फैन्स का रोमांच लगातार बनाए रखने की कोशिश कर रही है। जब लगभग पूरी दुनिया लॉकडाउन (Lockdown) के चलते अपने-अपने घरों में कैद है, तब आईसीसी टि्वटर पर अपने फैन्स से कुछ बिंदास पहेलियां पूछ कर उनका उत्साह और रोमांच बना रही है। अपने टि्वटर अकाउंट पर आईसीसी ने आज सफेद जर्सी पहने एक खिलाड़ी की बैक पोज वाली तस्वीर पोस्ट कर पूछा कि बताओ कौन? इस खिलाड़ी को सिर्फ उसकी बाजू पर बने टैटू के जरिए ही पहचाना जा सकता है। लेकिन फैन्स भी कुछ कम नहीं वह अपने स्टार्स की हर छोटी से छोटी चीज को जेहन में रखते हैं और आईसीसी के इस ट्वीट पर उन्होंने पूरे सुबूत के साथ अपने जवाब दे दिए। कुछ ने आईसीसी के इस सवाल के जवाब के साथ-साथ इस खिलाड़ी के पूरे करियर पर रोशनी डाल दी। फैन्स के मुताबिक यह तस्वीर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेफ्टआर्म पेसर मिशेल जॉनसन () की है। हालांकि कुछ फैन्स को यह संदेह भी था कि इस खिलाड़ी की सफेद जर्सी पर तो नंबर है, जबकि जॉनसन ने जब क्रिकेट से संन्यास लिया तब खिलाड़ियों की टेस्ट जर्सी पर नंबर नहीं होते थे। क्योंकि खिलाड़ियों की टेस्ट जर्सी पर नंबर का यह सिलसिला टेस्ट चैंपियन की शुरुआत (2019 एशेज सीरीज) से शुरू हुआ है।

लॉकडाउन में टेनिस, ना कोई बॉल गर्ल और ना लाइन जज May 02, 2020 at 05:58PM

चीन से फैले घातक कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर भारत समेत कई देशों में घोषित है और इसका असर खेल जगत पर भी पड़ा है। खिलाड़ी मैदान पर तो नहीं जा पा रहे लेकिन सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस से जुड़ रहे हैं और अलग-अलग तरीकों से अपनी कलाकारी दिखा रहे हैं। इसी बीच टेनिस में भी बिना किसी बॉल गर्ल, लाइन जज और अंपायर के बिना मैच खेला गया। विंबलडन 2015 में स्पेन के दिग्गज राफेल नडाल को हराकर उलटफेर करने वाले डस्टिन ब्राउन मास्क पहनकर टेनिस कोर्ट पर इस प्रदर्शनी टूर्नमेंट में भाग लेने उतरे, जिसमें स्वास्थ्य सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन किया गया। पढ़ें, कोबलेंज के समीप होहरग्रेनजायूसेन में छोटे से शहर में बेस टेनिस अकैडमी में आठ खिलाड़ियों का एक प्रदर्शनी मैच आयोजित किया गया। इस मैच में कोई दर्शक मौजूद नहीं था, कोई ‘बॉल बॉय या गर्ल’ नहीं थे, कोई लाइन जज नहीं था। महज एक चेयर अंपायर था। मैच के दौरान हाथ मिलाने पर पांबदी थी। (एजेंसी से इनपुट)

लक्ष्मण की तकनीक उम्दा, टफ रहा उनका विकेट: ब्रेट ली May 02, 2020 at 05:46PM

नई दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज () ने पूर्व भारतीय टेस्ट बल्लेबाज () के खेल की जमकर तारीफ की है। ब्रेट ली ने कहा कि वीवीएस लक्ष्मण के पास बैटिंग की जो तकनीक () थी वह बेहद उम्दा थी और वह गलती करने की गुंजाइश भी बहुत कम करते थे इसी कारण उन्हें आउट करना सबसे मुश्किल था। स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टिड' में बात करते हुए इस दाएं हाथ के फास्ट बोलर ने कहा, 'उनकी तकनीक को छकाते हुए उन्हें आउट करना मुश्किल था, बहुत खूबसूरत तकनी, वह गेंदों से डरते भी नहीं थी, उनके पास गेंद को खेलने का समय भी बहुत होता था और उनका फुटवर्क भी शानदार था।' ली ने कहा, 'उनमें गुस्ताखी करने वाली बात भी थी जो हर बल्लेबाज में होती है लेकिन जब बल्लेबाज एक खास लय में होता है तो फिर वह अपनी गलतियों की भी परवाह नहीं करता और यह भी नहीं सोचता कि उसके सामने कौन सा बोलर है। वह सभी चुनौतियों को पार करते हैं और आप पर खूब रन बटोरते हैं और दुख भी देते हैं।' अपने इंटरनैशनल करियर में 76 टेस्ट खेलकर 310 विकेट और 22- वनडे खेलकर 380 विकेट लेने वाले ब्रेट ली ने कहा, 'वीवीएस जैसे बल्लेबाज यह बखूभी जानते थे कि हावी हो रहे किसी गेंदबाज के स्पेल का सामना कैसे करना है। वह आपको मुश्किल समय से बाहर लेकर आएंगे और जब जरूरत होगी तब रन बरसाएंगे। उन्हें बोलिंग कर सचमुच मजा आता था।'

शमी ने बुरे दौर को याद किया, बोले- तीन बार खुदकुशी करने का सोचा, लगता था 24वें माले से कूद जाऊं May 02, 2020 at 05:28PM

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने बुरे दौर को याद करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शमी ने शनिवार को रोहित शर्मा से इंस्टाग्राम पर लाइव चैटिंग के दौरान कहा कि 2015 वर्ल्ड कप के बाद उनके जीवन में काफी बुरा समय आया था। उन्होंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था। शमी का फ्लेट 24वीं माले पर है। उन्हें लगता था कि वे कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाएं। दरअसल, शमी इस दौरान चोट के कारण करीब 18 महीने टीम से बाहर रहे। 2018 में पत्नी हसीन जहां ने उन पर घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराया था।तेज गेंदबाज ने 49 टेस्ट में 180, 77 वनडे में 144 और 11 टी-20 में 12 विकेट लिए हैं।

शमी ने कहा, ‘‘इस दौरान मैं निजी जीवन में भी काफी परेशानियों से गुजर रहा था। आप विश्वास नहीं करेंगे, लेकिन मैंने इस संकट के समय में तीन बार खुदकुशी के बारे में सोचा था। मेरे परिवार वाले मुझे लेकर काफी चिंतित रहते थे। उन्हें भी डर था कि कहीं मैं कुछ गलत कदम न उठा लूं। तब मैं क्रिकेट के बारे में नहीं सोचता था। ऐसा लगता था कि मैं क्रिकेट छोड़ दूंगा।’’

परिवार के सपोर्ट से वापसी कर पाया: शमी
तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘परिवार ने मेरा काफी सपोर्ट किया। उन्होंने मुझे समझाया कि समस्या चाहे छोटी हो या बड़ी, सबका समाधान होता है। मेरे भाई ने बहुत साथ दिया। मेरे साथ 24 घंटे 2-3 दोस्त साथ रहा करते थे। माता-पिता ने समझाया कि परेशानियों से उबरने के लिए मुझे सिर्फ क्रिकेट पर ही ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा किसी के भी बारे में सोचने से मना करते थे। मैंने फिर ट्रेनिंग शुरू की और देहरादून की एक एकेडमी में खूब मेहनत कर वापसी की।’’



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भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 49 टेस्ट में 180, 77 वनडे में 144 और 11 टी-20 में 12 विकेट लिए हैं। -फाइल फोटो

शमी बोले- तब 3 बार सोचा था आत्महत्या कर लूं May 02, 2020 at 04:39PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के पेस बोलिंग अटैक के प्रमुख गेंदबाज () दुख भरे दिनों को याद करते हुए बताया कि उन्होंने कम से कम तीन बार आत्महत्या करने के बारे में सोच लिया था। इस तेज गेंदबाज ने अपनी टीम के साथी खिलाड़ी () के साथ (Instagram Live Chat) के दौरान यह बाते शेयर कीं। घरेलू क्रिकेट में पश्चिम बंगाल के लिए खेलने वाले इस तेज गेंदबाज ने बताया ICC वर्ल्ड कप (Cricket World Cup) 2015 में जब उनका घुटना चोटिल हुआ था, तब उन्हें इस चोट से पूरी तरह उबरने में 18 महीने का समय लगा। ये 18 महीने बहुत तनावभरे थे। शमी ने इन दिनों को अपने जीवन का सबसे दर्द भरे दिन करार दिया। शमी ने आगे कहा, 'इसके बाद जब मैंने फिर से अपनी क्रिकेट शुरू कर दी तब मेरे निजी जीवन में उतार-चढ़ाव आने लगे।' साल 2018 में मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने उन पर घरेलू हिंसा के आरोप में पुलिस से शिकायत भी की थी। शमी ने कहा कि अगर वह इन चुनौतियों से लड़ पाए हैं तो इसके पीछे उनका परिवार है। इस तेज गेंदबाज ने बताया, 'जब 2015 वर्ल्ड कप में मैं चोटिल हुआ, इसे पूरी तरह से सही होने 18 महीने का समय लगा। यह मेरी जिंदगी के सबसे दर्दनाक क्षण थे। इसके बाद मुझे कुछ निजी समस्याओं से भी जूझना पड़ा। मुझे लगता है कि अगर मुझे मेरा परिवार सपॉर्ट नहीं करता तो मैं इससे पार नहीं पा सकता था। मैंने तीन बार आत्महत्या की भी सोची थी।' उन्होंने कहा, 'तब मेरे साथ परिवार का कोई एक व्यक्ति 24x7 रहने लगा। मैं दिमागी रूप से स्वस्थ नहीं था। मेरे परिवार में तब मुझे संभाला, जब आपके साथ आपका परिवार हो तो आप किसी भी स्थिति से पार पा सकते हो। अगर मेरा परिवार मेरे साथ नहीं होता तो मैं कोई बुरा कदम उठा चुका होता। लेकिन मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं कि वे मेरे साथ थे।'

10 हजार की आबादी वाले जर्मनी के गांव में टेनिस टूर्नामेंट शुरू, 8 खिलाड़ी उतरे May 02, 2020 at 04:22PM

कोई दर्शक नहीं, कोई लाइन जज नहीं, कोई बॉल किड्स नहीं। यह नजारा दिखा जर्मनी में शुरू हुए टेनिस पॉइंट एग्जिबीशन इवेंट में। 10 हजार की आबादी वाले गांव होर-ग्रेनजॉसेन में हो रहे टूर्नामेंट में 8 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। 12 दिन का इवेंट 3 सेशन में होगा। पहला सेशन 1 मई से शुरू हुआ, यह 4 को खत्म होगा। दूसरा 7-10 और तीसरा 14-17। यह पहली बार है, जब मार्च में टेनिस बंद होने के बाद प्रोफेशनल खिलाड़ी कोर्ट पर उतरे।

इस टूर्नामेंट में डस्टिन ब्राउन, हाफमैन, हाएरटेस, चोइन्स्की, बेंजामिन हसन, कोन्स्टाटिन शमिट्ज, जीन-मार्क वर्नर, फ्लोरियन ब्रोस्का जैसे दिग्गज खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर सिर्फ 3 लोग, दो खिलाड़ी और अंपायर ही होंगे।

सुरक्षा के उपाय

  • खिलाड़ी अलग-अलग दरवाजे से आते-जाते हैं, एक दूसरे से दूर बैठते हैं, नेट क्रॉस नहीं करते
  • खाने-पीने का सामान पहले से पैक कर दे दिया जाता है, खिलाड़ी अकेले बैठकर खाते हैं
  • खिलाड़ियों को सामान रखने के लिए दोxदो की जगह दी गई है


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इस टूर्नामेंट में डस्टिन ब्राउन, हाफमैन, हाएरटेस, चोइन्स्की, बेंजामिन हसन, कोन्स्टाटिन शमिट्ज, जीन-मार्क वर्नर, फ्लोरियन ब्रोस्का जैसे दिग्गज खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए अभी से प्लान करना होगा, भारत के पास बेस्ट टीम साबित करने का अच्छा मौका May 02, 2020 at 04:02PM

टेस्ट रैंकिंग में टीम इंडिया के नीचे आने से कई फैंस अचंभित हैं। रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाद टीम इंडिया तीसरे नंबर पर है। भारतीय टीम अभी भी टेस्ट चैंपियनशिप में टॉप पर है, जबकि ऑस्ट्रेलिया दूसरे पर है। भारत और न्यूजीलैंड की सीरीज के बाद क्रिकेट रुका हुआ है। इसके बाद आईसीसी ने रैंकिंग को अपडेट करना शुरू किया। मई 2016 से अप्रैल 2017 के बीच भारत ने 12 टेस्ट जीते, 1 हारा। मौजूदा रैंकिंग में इसे नहीं गिना जाएगा। इस कारण रैंकिंग बदली।

मई 2017 से अप्रैल 2019 के बीच हमने 11 टेस्ट जीते जबकि 7 हारे। वहीं ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड 9-7 था। लेकिन वर्ल्ड कप के बाद रिकॉर्ड को देखें तो दोनों टीमों ने 9-9 टेस्ट खेले। दोनों ने 7 जीते। लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अधिक पॉइंट मिले। क्योंकि उसने कोई सीरीज नहीं गंवाई। वहीं टीम इंडिया को न्यूजीलैंड में हार मिली। अगर यह सीरीज ड्रॉ रहती तो कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया रैंकिंग में टॉप पर रहती। पिछली सीरीज के रिजल्ट को बदला तो नहीं जा सकता लेकिन अच्छे भविष्य के लिए प्रयास किया जा सकता है।

इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरा आसान नहीं होगा
लॉकडाउन जारी रहता है और सितंबर-अक्टूबर से पहले कोई क्रिकेट नहीं होता है तो भारत को अगली सीरीज ऑस्ट्रेलिया में नवंबर-दिसंबर में खेलनी है। 2018 में भारत ने सीरीज 2-1 से जीती थी। इस बार यह आसान नहीं होगा। स्मिथ और वॉर्नर की टीम में वापसी हो चुकी है जबकि मार्नस लबुशेन जैसा बड़ा बल्लेबाज भी टीम के पास है। लेकिन कोहली और टीम को खुद को दुनिया की बेस्ट टीम साबित करने का इससे अच्छा मौका नहीं होगा। कोहली और कोच को अभी से गेम प्लान तैयार करना होगा।



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मई 2016 से अप्रैल 2017 के बीच भारत ने 12 टेस्ट जीते, 1 हारा। मौजूदा आईसीसी रैंकिंग में इसे नहीं गिना जाएगा। इस कारण रैंकिंग बदली। -फाइल फोटो

अनूठा चैंलैंज, अपने-अपने घर से पोल वॉल्ट में हिस्सा May 02, 2020 at 04:21PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन घोषित है और इसका असर खेल प्रतियोगिताओं पर भी पड़ा है। ऐसे में तकनीक की सहायता लेते हुए पोल वॉल्ट में दुनिया के तीन बड़े नाम वर्ल्ड रेकॉर्ड होल्डर स्वीडन के अर्मांड मोंडो डुप्लांटिस, दो बार के वर्ल्ड चैंपियन अमेरिका के सैम केंड्रिक्स और 2012 के ओलिंपिक्स चैंपियन फ्रांस के रेनॉ लावेलिनी रविवार को यानी आज पोल वॉल्ट की एक अनूठी प्रतियोगिता में एक-दूसरे को चुनौती पेश करेंगे। ये तीनों ऐथलीट अपने-अपने देश में होंगे और अपने घर के पीछे बनाए गए टेंपररी जंपिंग पिट पर वॉल्ट करेंगे। लाइव वीडियो के जरिए यह प्रतियोगिता होगी जिसे नाम दिया गया है। पढ़ें, होगी लाइव स्ट्रीमिंगलावेलिनी फ्रांस के क्लेरमोंट में घर पर होंगे, केंड्रिक्स ऑक्सफोर्ड स्थित अपने घर के गार्डन में होंगे जबकि डुप्लांटिस लुईजियाना में होंगे। भारतीय समयानुसार आज रात 8.30 बजे के बाद इस की लाइव स्ट्रीमिंग वर्ल्ड ऐथलेटिक्स के यूट्यूब, ट्विटर और फेसबुक पर होने लगेगी। बदले गए हैं नियमवैसे तो पोल वॉल्ट में हर सफल प्रयास के बाद बार की ऊंचाई बढ़ा दी जाती है, लेकिन यहां मैच अधिकारी नहीं होने की वजह से यह आसान नहीं होगा। ऐसे में इवेंट के फॉर्मेट में थोड़ा बदलाव किया गया है। बार को 5 मीटर की ऊंचाई पर फिक्स कर दिया जाएगा और प्रतिभागियों के पास 30 मिनट का समय होगा। इन 30 मिनट में जो भी सबसे ज्यादा बार इस ऊंचाई को सफलतापूर्वक पार करने में सफल रहेगा वह विजेता घोषित होगा। भविष्य की तैयारीवर्ल्ड ऐथलेटिक्स भी आने वाले हफ्तों में ऐसे ही अल्टीमेट गार्डन क्लैश के आयोजन पर विचार कर रहा है। डुप्लांटिस ने कहा, ‘जैसे एक सामान्य पोल वॉल्ट प्रतियोगिता में तकनीक, स्टेमिना, कंसनट्रेशन की आवश्यकता होती है, उसी तरह इस प्रतियोगिता में भी उन सभी खूबियों की जरूरत होगी।’ वहीं लावेलिनी ने कहा कि यह चैलेंज भविष्य में नए तरह की प्रतियोगाता का आधार भी बन सकता है।

आईओए अध्यक्ष बोले- भारत 2032 ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी हासिल करने की कोशिश करेगा, क्वींसलैंड और शंघाई से चुनौती मिल सकती है May 02, 2020 at 01:49AM

भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि कोरोनावायरस की वजह से पैदा हुए हालात ठीक होने के बाद भारत 2032 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने की कोशिशें तेज कर देगा। आईओए अध्यक्ष ने कहा कि 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से देश ने काफी सीखा है।

बत्रा ने कहा कि हम हम 2026 के यूथ ओलिंपिक गेम्स और 2032 के ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए गंभीर हैं। इस संबंध में भारत ने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ को चिठ्ठी लिखकर मेजबानी को लेकर अपनी रूचि दिखाई है। हालांकि, भारत के लिए राह आसान नहीं होगी। क्योंकि 2026 के यूथ गेम्स को लेकर उसे थाईलैंड, रूस और कोलंबिया जैसे देशों से कड़ी चुनौती मिलेगी। यह देश भी मेजबानी हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं, 2032 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया), शंघाई और सियोलके बीच भी प्रतिस्पर्धा हो
सकती है।

'2032 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए भारत की तैयारी जारी'

आईओए अध्यक्ष ने आगे कहा कि 2032 के खेलों के लिए डॉक्युमेंटशन शुरू हो गया था। लेकिन कोविड-19 की वजह से फिलहाल सारा काम बंद है। उन्होंने कहा कि मेजबानी से जुड़ी प्रक्रिया लंबी होती है। इससे जुड़ीटीम अलग-अलग वेन्यू पर जाती है और इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैवल और सुरक्षाके अलावा गेम्स के सफल आयोजन से जुड़ी दूसरीजानकारी हासिल करती है।इसके बाद वे रिपोर्ट पेश करते हैं। हालांकि, मौजूदा हालात में मुझे दिसंबर तक इससे जुड़ा कोई काम होने की उम्मीद है। वैसे भी यह ऐसा वक्त नहीं है कि सरकार और कॉरपोरेट हाउसेस से ओलिंपिक की दावेदारी को लेकर कुछ बात की जाए। हमारे सामने पहली प्राथमिकता कोरोना से निपटना है।

कॉमनवेल्थ गेम्स की कामयाबी से भारत का दावा मजबूत: बत्रा

दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के दौरान भ्रष्टाचार और हाल में ही 2021 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी छिनने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे बॉक्सिंग विवाद के बारे में तो नहीं पता। हां, लेकिन 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स का सफल आयोजन करके भारत ने यह दिखाया था कि वे ओलिंपिक जैसे बड़े खेलों की मेजबानी करने में भी सक्षम है।



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आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा- हमने 2032 ओलिंपिक की मेजबानी की तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन कोरोनावायरस की वजह से काम रोकना पड़ा। दिसंबर तक का इंतजार करना पड़ेगा। (फाइल)

कोरोना खत्म होने के बाद आर. अश्विन की ये है चाहत May 02, 2020 at 12:18AM

नई दिल्लीभारत के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन () नहीं चाहते है () महामारी के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कीमत पर टी20 लीग का अधिक आयोजन हो। इस महामारी के कारण कई देशों में यात्रा प्रतिबंध है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल नहीं होंगी। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 350 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने अश्विन ने कहा कि अगर उनके शरीर ने साथ दिया तो वह खेल के पारंपरिक प्रारुप में शानदार प्रदर्शन जारी रख सकते हैं। उन्होंने इसके साथ ही चार दिवसीय टेस्ट के प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया। अश्विन ने संजय मांजरेकर के साथ ‘वीडियोकास्ट’ में कहा, ‘ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय सीमाएं बंद है और मैं वास्तव में यह उम्मीद करता हूं कि इस (महामारी) से कोई ऐसा बदलाव ना हो जहां आपके पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ज्यादा लीग मुकाबले हो।’ अश्विन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इस महामारी के कारण क्रिकेट जल्दी शुरू होगा। उन्होंने कहा, ‘इसकी पूरी संभावना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि निकट भविष्य में क्या होगा।’ उन्होंने कहा कि वह खुद को टी20 क्रिकेट का ‘पेशेवर’ खिलाड़ी मानते हैं लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा सफलता टेस्ट मैचों में मिली है। उन्होंने कहा, ‘अगर मेरे शरीर ने साथ दिया तो टेस्ट क्रिकेट में मैं एक और अच्छे सत्र का इंतजार कर रहा हूं। मुझे लगता है कि टी20 क्रिकेट में मैं काफी पेशेवर खिलाड़ी हूं। मैं जहां भी खेलूंगा, अपने अनुभव और जज्बे से अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।’ उन्होंने कहा कि वह टेस्ट क्रिकेट को चार दिन की करने की आईसीसी की योजना का समर्थन नहीं करते। उन्होंने कहा, ‘चार दिवसीय क्रिकेट के बारे में सोचना मुझे उत्साहित नहीं करता है। मैं एक स्पिनर हूं और अगर आप एक दिन के खेल को निकाल लेते है तो मुझे पता है कि इसका अच्छा असर नहीं पड़ेगा। आप खेल के एक बहुत ही आकर्षक पहलू को निकाल रहे हैं।’

अहंकारी पर लगाम कैसे? कोच का धांसू जवाब May 02, 2020 at 01:04AM

नई दिल्लीश्रीलंका के महान बल्लेबाज ने कहा कि टीम में अंहकार रखने वाले खिलाड़ियों का होना तब तक नुकसानदायक नहीं है, जब तक आप एक अच्छे माहौल में उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवा लेते हैं। हाल के दिनों में जयवर्धने () ने पहले कप्तान और फिर कोच के रूप में काफी सफलता प्राप्त की हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने खिलाड़ियों का समर्थन किया है। जयवर्धने से जब पूछा गया कि वह इन ‘अहंकार रखने वाले खिलाड़ियों’ को कैसे संभालते थे तो उन्होंने कहा, ‘यह (अहंकार) होना अच्छा है। इसमें कुछ भी नुकसानदायक नहीं है। यह सिर्फ पहचानने और सुनिश्चित करने की बात है कि वे इसे कैसे आगे बढ़ाएं। हर किसी को इस स्तर का होना चाहिए क्योंकि वे अच्छे खिलाड़ी हैं। इसलिए आप कोशिश करते हो कि वे खुद को साबित करें। आपको सिर्फ ऐसा करने की जरूरत होती है।’ श्रीलंका के सबसे सफल कप्तानों में से एक जयवर्धने ने कहा, ‘यह सभी खिलाड़ियों से पेशेवर तरीके से और सम्मानजनक तरीके से बात करना होता है। यही टीम संस्कृति होती है जो आप बनाते हो।’ उन्होंने कहा, ‘एक बार आप यह संस्कृति बनाते हो तो किसी एक के लिए इससे आगे जाना मुश्किल हो जाता है।’ जयवर्धने ने कहा, ‘बाकी के खिलाड़ी उस व्यक्ति को ग्रुप स्तर से नीचे ले आएंगे। अगर आपने ऐसा अच्छा माहौल नहीं बनाया है तो आपको समस्या हो सकती है क्योंकि इसमें कोई सीमाएं नहीं होती।’ उनके मार्गदर्शन में ने इंडियन प्रीमियर लीग () के पिछले तीन चरण में से दो में खिताब अपने नाम किया।

इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन 30 पूर्व खिलाड़ियों की सहायता करेगी, कपिल और गावस्कर मुहिम से जुड़े; अब तक 39 लाख रु. जमा हुए May 02, 2020 at 12:19AM

देशव्यापी लॉकडाउन के बीच इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिशन (आईसीए)30 जरूरतमंद क्रिकेटरों को आर्थिक मदद देगी। आईसीए की इस मुहिम से पूर्व कप्तान कपिल देव और सुनील गावस्कर भी जुड़े हैं। आईसीए अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने बताया कि अब तक संगठन ने जरूरतमंद खिलाड़ियों के लिए 39 लाख रुपए जुटा लिए हैं। आईसीए ने खुद अपने फंड से इसमें 10 लाख रुपए दान दिए हैं।

मल्होत्रा ने कहा- सुनील गावस्कर, कपिल देव, गौतम गंभीर और गुंडप्पा विश्वनाथ जैसे बड़े खिलाड़ी भी हमसे जुड़ गए हैं और हमारी पहल का सपोर्ट कर रहे हैं। इन सभी खिलाड़ियों ने हमारी मदद की है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी इस हफ्ते के शुरू में वित्तीय सहयोग का वादा किया है। गुजरात केएक कॉर्पोरेट ग्रुप ने भी मदद की पेशकश की है।
आईसीए 15 मई तक स्वीकार करेगा दान
आईसीए 15 मई तक दान स्वीकार करेगा। इसके बाद हर जोन (उत्तर, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और मध्य) से 5-6 जरूरतमंद क्रिकेटरों को चुना जाएगा और इन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी।
आईसीए अध्यक्ष ने बताया कि ऐसे क्रिकेटरों की सहायता की जाएगी, जिनके पास कोई नौकरी नहीं है और न ही कमाई का कोई जरिया। इसके अलावा उन पूर्व क्रिकेटरोंकी भी मदद की जाएगी,जिन्हें बोर्ड या स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन से पेंशन नहीं मिलती।
कई खिलाड़ी पीएम केयर्स फंड में दे चुके हैं दान
कई पूर्व और वर्तमान क्रिकेटर भी कोरोना के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड और राज्य सरकार के रिलीफ फंड में दान कर चुके हैं। इसमें सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा के अलावा कई और क्रिकेटर शामिल हैं। तेंदुलकर ने 50 लाख रुपए, रोहित ने 80 लाख रुपए दान किया है। इसके अलावा, बीसीसीआई ने भी 50 करोड़ रुपए दिए हैं। वहीं, अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ी भी मदद के लिए आगे आए हैं। बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 10 लाख रुपए, पहलवान बजरंग पूनिया ने एक महीने की सैलरी पीएम केयर्स फंड में दान की है।



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आईसीए 15 मई तक दान लेगा। इसके बाद अलग-अलग पांच जोन से जरूरतमंद खिलाड़ी चुने जाएंगे, जिन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी। (फाइल)

बुंडेसलीगा के कोलोन क्लब में 3 को कोरोना May 01, 2020 at 11:27PM

बर्लिनजर्मन फुटबॉल लीग बुंडेसलीगा के इस महीने सीजन फिर से शुरू करने की उम्मीद को करारा झटका लगा है क्योंकि एफसी कोलोन क्लब के स्टाफ में से तीन लोग कोरोना वायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। क्लब ने अपनी वेबसाइट पर बयान में इसकी जानकारी दी और कहा कि कोलोन में पॉजिटिव पाए गए इन तीन लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है। बयान के अनुसार, ‘पूरी टीम और कोचिंग स्टाफ और बैकरूम स्टाफ का जब गुरुवार को कोविड-19 का टेस्ट कराया गया तो तीन लोग पॉजिटिव पाए गए। हालांकि इनमें कोई लक्षण नहीं थे। इन्हें 14 दिन के क्वॉरंटीन सेंटर भेज दिया गया है।’ पढ़ें, घातक कोरोना वायरस के कारण दुनिया में ज्यादातर खेल गतिविधियां ठप हैं और इस वायरस से बचाव के तौर पर कई देशों में लॉकडाउन घोषित है। इसी के कारण लोगों का घर से बाहर निकलने और खिलाड़ियों को मैदान पर जाकर खेलते देखने का इंतजार भी बढ़ गया है।

पंत ने धोनी को बताया मेंटर, कहा- उन्होंने हमेशा मदद की, लेकिन इस बात का ध्यान रखा कि मैं पूरी तरह उन पर निर्भर न रहूं May 01, 2020 at 11:14PM

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी उनके मेंटर हैं। धोनी मैदान के भीतर और बाहर दोनों जगह उनका मार्गदर्शन करते हैं। पंत के मुताबिक, मैं किसी भी परेशानी से निपटने के लिए उनकी मदद मांग सकता हूं। लेकिन वे सिर्फ रास्ता बताते हैं, ताकि मैं खुद अपनी समस्या से बाहर निकलूं और पूरी तरह उन पर निर्भर न रहूं।

पंत का कहना है कि धोनी के ऐसा करने से मेरा आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है।इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने आईपीएल की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान यह बात कही।

इस लाइव चैट के दौरान पंत ने कहा किधोनी उनके चेहते बैटिंग पार्टनर में से एक हैं। बल्लेबाजी के दौरान जब वे दूसरे छोर पर मौजूद रहते हैं तो मुझे अलगसी ताकत महसूस होती है। उनके दिमाग में हमेशा सामने वाले के लिए योजना रहती है। पंत ने कहा कि धोनी और एडम गिलक्रिस्ट उनके आदर्श खिलाड़ी हैं। हालांकि, उनका मानना है कि अपने आदर्श खिलाड़ी से सीखना
चाहिए, लेकिन उसकी कॉपी करने से बचना चाहिए।

टेस्ट क्रिकेट सबसे ज्यादा पसंद: पंत
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलना पसंद है। क्योंकि इस फॉर्मेट में आपको पांच दिनों तक असल चुनौती मिलती है।टेस्ट क्रिकेट में आप खुद को परखते हैं। इसफॉर्मेट में सफल होने के लिए आपको ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।

दिल्ली के मोतीबाग गुरुद्वारा में बिताई कई रातें
पंत ने लाइव चैट के दौरान अपने शुरूआती दिनों के संघर्ष को याद करते हुए बताया कि मैं उत्तराखंड में रहता था। तब राज्य की अपनी कोई क्रिकेट टीम नहीं थी। ऐसे में प्रैक्टिस के लिए मुझे उत्तराखंड से दिल्ली आना पड़ता था। इसके लिए रात 2 बजे ही बस पकड़नी पड़ती थी। उस समय सड़क के रास्ते दिल्ली पहुंचने में 6 घंटे लगते थे।

पंत ने बताया कि कई बार तो मां के साथ रात में दिल्ली के मोतीबाग गुरूद्वारे में ही रूकता था। मां गुरूद्वारे के रोजमर्रा के काम में मदद करती थी। उसे यकीन था कि गुरुघर में की गई सेवा आशीर्वाद के रूप में मेरे काम आएगी।

पंत ने आईपीएल मेें 1700 से ज्यादा रन बनाए

पंत ने आईपीएल के 54 मैच में 1736 रन बनाए हैं। अभी फिलहाल इंडिया टीम से बाहर चल रहे हैं। उनकी जगह के एल. राहुल को ही बल्लेबाजी के साथ ही विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।



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ऋषभ पंत ने कहा- टेस्ट क्रिकेट ही असली चुनौती। इसमें आपको खुद को परखने का मौका मिलता है। (फाइल)

धोनी मदद देते हैं लेकिन पूर्ण समाधान नहीं: ऋषभ पंत May 01, 2020 at 11:18PM

नई दिल्ली महेन्द्र सिंह धोनी () को अपना मार्गदर्शक बताते हुए विकेटकीपर बल्लेबाज () ने कहा कि वर्ल्ड कप विजेता कप्तान अपने तरीके से युवा खिलाड़ियों की मदद करते हैं लेकिन किसी समस्या का पूर्ण समाधान देने की जगह खुद हल ढूढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। पंत को धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा था लेकिन सीमित ओवरों के प्रारूप में लोकेश राहुल ने उनकी जगह ले ली जिससे इस युवा खिलाड़ी को अंतिम एकदश में जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। पंत ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स (DC) के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत में कहा, 'वह (धोनी) मैदान के अंदर और बाहर मेरे मार्गदर्शक की तरह हैं। मैं किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनसे संपर्क कर सकता हूं लेकिन वह मुझे कभी भी पूर्ण समाधान नहीं देते हैं।' उन्होंने कहा, 'ऐसा इसलिए भी है कि मैं पूरी तरह उन पर निर्भर न रहूं। वह केवल संकेत देते हैं, जिससे मुझे हल निकालने में मदद मिलती है। वह बल्लेबाजी में मेरे पसंदीदा जोड़ीदारों में से एक हैं। उनके साथ हालांकि बल्लेबाजी का मौका कम ही मिलता है।' कोविड-19 महामारी के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

T20 में शतक, आज पहले भारतीय बने थे रैना May 01, 2020 at 10:42PM

नई दिल्लीक्रिकेट इतिहास में आज की तारीख दिग्गज और भारतीय फैंस के लिए काफी मायने रखती है क्योंकि 10 साल पहले रैना ने खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में सेंचुरी जड़ी थी। तब रैना टी20 इंटरनैशनल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय बने। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने आईसीसी वर्ल्ड टी20 के दौरान सेंट लूसिया के ग्रोस आइलेट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की। इस मैच में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। रैना पारी के पहले ही ओवर में क्रीज पर आए क्योंकि भारत ने सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को जल्दी खो दिया। रैना ने 60 गेंदों पर 101 रनों की शानदारी पारी खेली। पढ़ें, रैना की पारी में 9 चौके और 5 छक्के शामिल रहे। पूर्व धुरंधर युवराज सिंह (30 रन पर 37) ने रैना के साथ तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी की और भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया। भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट पर 186 रन बनाए और फिर दक्षिण अफ्रीकी टीम को 172/5 रन पर रोककर 14 रनों से मैच जीत लिया। भारत के लिए यूसुफ पठान ने दो विकेट लिए, जबकि आशीष नेहरा और पीयूष चावला को एक-एक विकेट मिला। हालांकि, भारत टूर्नमेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहा। अब तक टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा ने चार टी20 शतक जमाए हैं, जबकि केएल राहुल ने खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में दो शतक जड़े हैं। रैना प्रतिष्ठित टी20 लीग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली आईपीएल टीम चेन्नै सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले रैना ने इस लीग में अब तक 193 मैच खेले हैं और 5,368 रन बनाए।

दिग्गजों संग पुराने दिनों को यूं याद कर रहे रवि शास्त्री May 01, 2020 at 09:59PM

नई दिल्ली भारतीय टीम के मुख्य कोच और पूर्व क्रिकेटर (Ravi Shastri) ने टि्वटर पर अपनी कुछ पुरानी यादें ताजा की हैं। अपने टि्वटर अकाउंट पर शास्त्री ने वेस्ट इंडीज के दो दिग्गज खिलाड़ी सर (Sir Vival Richards) और मेल्कम मार्शल (Melcolm Marshall) के साथ अपनी दो तस्वीरें साझा की हैं। अपने इस ट्वीट में भारत के इस कोच ने वेस्ट इंडीज के इन दो दिग्गज खिलाड़ियों का पूरा नाम लिखा और इनके साथ बिताए अपने समय को सौभाग्य और सम्मान करार दिया है। रवि शास्त्री ने इन दो तस्वीरों को कैप्शन दिया है, 'भाइयों के साथ। वे दिग्गज जिनके खिलाफ मैं खेला।' शास्त्री ने इसके आगे लिखा, 'मेल्कम डेंजिल मार्शल और सर इसाक विवियन ऐलेकजेंडर रिचर्ड के साथ- सौभाग्य और सम्मान है।' सर विवियन रिचर्ड्स को क्रिकेट की महान विभूतियों में गिना जाता है। इस महान बल्लेबाज ने वेस्ट इंडीज के लिए 121 टेस्ट और 187 वनडे मैच खेले। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 50.23 की औसत से कुल 8540 रन दर्ज हैं। रिचर्ड पुराने दौर में बेखौफ और विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर थे। उनके नाम 24 टेस्ट शतक और 45 फिफ्टीज हैं। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में भी उन्होंने 11 बार शतक जमाने का कारनामा किया। सर विवियन रिचर्ड्स के अलावा शास्त्री के साथ अगली तस्वीर में मेल्कम मार्शल हैं। मेल्कम मार्शल को अपने दौर का घातक गेंदबाज माना जाता था। वह किसी भी विकेट पर विकेट चटकाने में माहिर खिलाड़ी माने जाते थे। उनके नाम 81 टेस्ट में 376 विकेट हैं, जबकि 136 वनडे खेलने वाले इस पूर्व दिग्गज ने इस फॉर्मेट में भी 157 शिकार अपने नाम किए। मार्शल ने अपनी घातक बोलिंग पर रवि शास्त्री को चार बार टेस्ट में और तीन बार वनडे फॉर्मेट में पविलियन का रास्ता दिखाया। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने 80 टेस्ट और 150 वनडे मैच खेले। शास्त्री के नाम टेस्ट में 3830 रन और 151 विकेट हैं, जबकि वनडे में उन्होंने 3108 रन 129 विकेट अपने नाम किए।

जनवरी में श्रीलंका दौरे पर आएगी इंग्लैंड: श्रीलंका क्रिकेट May 01, 2020 at 10:16PM

कोलंबो श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एशले डि सिल्वा ने दावा किया कि इंग्लैंड टीम का श्रीलंकाई दौरा अब अगले साल जनवरी में कराया जाएगा। इससे पहले इंग्लैंड की टीम को मार्च में श्रीलंका आई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण यह दौरा पूरा नहीं हो सका। इंग्लैंड ने करीब 10 दिन श्रीलंका में बिताए थे, जिसमें उसने एक अभ्यास मैच खेला था, लेकिन इसके बाद दौरे को कोरोना वायरस महामारी के चलते स्थगित कर दिया गया। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंतर्गत यह दो टेस्ट मैचों की सीरीज थी। डि सिल्वा ने 'डेली न्यूज' से कहा, 'हम उस दौरे के कार्यक्रम को फिर से बनाने की प्रक्रिया में हैं, जो स्थगित हो गया था। इंग्लैंड ने अगले साल जनवरी में इसे कराने का फैसला किया है लेकिन अभी तारीख तय नहीं हो पाई है।'

अमेरिका की पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी की टीम से खेलेंगे भारत के जगशानबीर, 2020-21 सीजन के लिए हुआ करार May 01, 2020 at 09:31PM

अमेरिका के पीटसबर्ग शहर मेंस्थित पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी ने भारतीय बॉस्केटबॉल खिलाड़ी जगशानबीर सिंह के साथ 2020-21 सीजन के लिए करार किया है। पंजाब के रहने वाले जगशानबीर भारत के लिए भी खेल चुके हैं। उन्होंने 2018 में थाईलैंड में खेली गई फीबा अंडर-18 एशियाई चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था।

पॉइंट पार्क यूनिवर्सिटी के मुख्य कोच जोए लेवानदोवस्की ने कहा कि जगशानबीरके यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ने से वह खुश हैं। जगशान की लंबाई का उन्हें फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी में खेल की बेहतर समझ है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बास्केटबॉल खेल चुके हैं। ऐसे में टीम के बाकी खिलाड़ियों को भी उनके अनुभव का फायदा मिलेगा।
एनबीए एकेडमी इंडिया के हिस्सा रह चुके हैं जगशानबीर

जगशानबीर सिंह देश में 2017 में शुरू की गई एनबीए एकेडमी में शामिल शुरुआती खिलाड़ियों में से एक हैं। देश में चलाए गए टैलेंट हंट प्रोग्राम के तहतउन्हें एकेडमी में चुना गया था। एनबीए एकेडमी में ट्रेनिंग के बाद उन्होंने कैलिफोर्निया में गोल्डन स्टेट प्रेप में हिस्सा लिया था। वे 2017 में हुए एनबीए एकेडमी गेम्स में भी हिस्सा ले चुके हैं।



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सात फीट लंबे जगशानबीर सिंह 2017 में भारत में शुरू की गई एनबीए एकेडमी के शुरुआती खिलाड़ियों में से एक हैं।

2032 ओलिंपिक मेजबानी की कोशिश में भारत! May 01, 2020 at 09:46PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस महामारी के कारण खराब हालात ठीक होने के बाद भारत 2032 में होने वाले ओलिंपिक खेलों समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी हासिल करने की कोशिश करेगा। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष ने कहा कि ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी की प्रक्रिया में भारत भी शामिल होगा। राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के 10 साल बाद आईओए अध्यक्ष ने कहा कि उनके देश ने काफी कुछ सीखा है। उन्होंने शुक्रवार को एएफपी को बताया, 'हम 2026 के यूथ ओलिंपिक गेम्स और 2032 के ओलिंपिक खेलों की मेजबानी के लिए गंभीर हैं।' जानें, भारत ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के लिए रुचि की अभिव्यक्ति के बारे में लिखा है, लेकिन 2026 के आयोजन के लिए थाइलैंड, रूस और कोलंबिया से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। 2032 ओलिंपिक की मेजबानी के लिए क्वींसलैंड (ऑस्ट्रेलिया), शंघाई और सियोल तथा प्योंगयांग के बीच भी प्रतिस्पर्धा हो सकती है। हालांकि महामारी ने सभी गतिविधियों को रोक दिया है। इंटरनैशनल हॉकी फेडरेशन के प्रमुख बत्रा ने कहा कि 2032 ओलिंपिक के लिए डॉक्यूमेंटेशन शुरू किया गया था लेकिन काम अभी रुक गया है। अंतिम निर्णय 2025 तक हो सकता है। उन्होंने कहा, 'एक टीम है जो विभिन्न स्थानों पर जाती है और आप उनसे बात करते रहते हैं और फिर वे एक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं। यह एक सतत प्रक्रिया है, मुझे लगता है कि दिसंबर तक कोई गतिविधि नहीं होगी।' दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के दौरान निर्माण कार्यों में देरी, बुनियादी ढांचे की विफलता और वित्तीय कुप्रबंधन के आरोप लगे थे। हाल ही में दिल्ली को 2021 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप से हटा दिया गया। पढ़ें, बत्रा ने कहा कि उन्हें मुक्केबाजी विवाद के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन 2010 CWG आयोजन ने भारत को बड़ा सोचने के लिए रास्ता दिखाया और इसके बढ़ते आर्थिक दबदबे का मतलब है कि इसके पास संसाधन हैं। बत्रा ने कहा, 'मैं कह सकता हूं कि सबसे बड़ी बात यह थी कि भारत सभी बड़े टिकटों की मेजबानी करने में सक्षम है चाहे वह ओलिंपिक हो या कोई अन्य खेल।' बत्रा ने साथ ही उम्मीद जताई कि आगामी ओलिंपिक गेम्स में भारतीय पुरुष हॉकी टीम मेडल जीत सकती है। उन्होंने कहा कि वह पुरुषों की हॉकी टीम से उन्हें भी उम्मीद है, जिसने आठ ओलिंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं, लेकिन 1980 के बाद से अधिक सफल नहीं रही।

स्पोर्ट्स सेक्टर को 90 हजार करोड़ रु. के नुकसान का अनुमान; बिना दर्शकों के बेसबॉल लीग होने पर भी रोज 15 हजार करोड़ रु. की कमाई कम होगी May 01, 2020 at 09:29PM

कोरोनावायरस की वजह से अमेरिका के स्पोर्ट्स सेक्टर को बड़ा नुकसान होने की आशंका है। ईएसपीएन की रिपोर्ट के मुताबिक, शटडाउन के कारण देश के 100 बिलियन डॉलर( 7 लाख 54 हजार करोड़) वाले स्पोर्ट्स सेक्टर को करीब 12 बिलियन डॉलर ( 90 हजार 491 करोड़) का नुकसान होगा।

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स बिजनेस प्रोग्राम डायरेक्टर पैट्रिक रिशे ने यह रिपोर्ट बनाई है।इसमें उन्होंने शटडाउन की वजह से देश के मेजर स्पोर्ट्स और कॉलेज लीग को होने वाले नुकसान का अध्ययन किया है। स्टडी के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से यूएस प्रो स्पोर्ट्स को करीब 5.5 बिलियन डॉलर( 41 हजार 250 करोड़) जबकि कॉलेज से जुड़ी स्पोर्ट्स लीगको 3.9 बिलियन डॉलर (29 हजार 250 करोड़) केराजस्व का नुकसान होगा।

एनएफएल रद्द से नुकसान और बढ़ जाएगा

नेशनल फुटबॉल लीग यानी एनएफएल के रद्द होने पर यह नुकसान और बढ़ जाएगा। इसमें बड़े खिलाड़ियों को दी जाने वाली सैलरी के अलावा स्टेडियम में काम करने वाले कर्मचारियों की तनख्वाह भी शामिल है। हालांकि, रिपोर्ट में नुकसान का आकलन कम किया गया है। क्योंकि इसमेंगैम्बलिंग (जुआ), आउटडोर स्पोर्ट्स, गोल्फ, टेनिस और नैसकार जैसीऑटो रेसिंग इवेंट के रद्द या टलने से होनेवाले आर्थिक नुकसानको नहीं जोड़ा गया है।

प्रो स्पोर्ट्स लीग में दर्शकों से होने वाली 24 हजार करोड़ की कमाई नहीं होगी
लॉकडाउन की वजह से पूरे अमेरिका में खेल गतिविधियां ठप हैं। ऐसे में टिकटों से होने वाली कमाई पर भी असर पड़ा है। अकेलेप्रो स्पोर्ट्स लीग में दर्शकों द्वारा टिकटों और बाकी चीजों पर खर्च की जाने वाली करीब 3.25 बिलियन डॉलर( 24 हजार 375 करोड़) की राशि का नुकसान होगा। इसके अलावा, टेलीविजन राइट्स के जरिए होने वाली 2.2 बिलियन डॉलर(16 हजार 500 करोड़ रुपए) की कमाई भी नहीं होगी।

बिना दर्शकों के बेसबॉल लीग होने पर भी बड़ा नुकसान

नेशनल फुटबॉल लीग के रद्द होने से टीवी राइट से होने वाली 11.5 बिलियन डॉलर(86 हजार 250 करोड़ रुपए) की कमाई भी नहीं होगी।अगर मेजर लीग बेसबॉल का आधा सीजन बिना दर्शकों के भी खेला जाता है तो भी मैच के दौरान एक दिन में दर्शकों द्वारा खर्च की जाने वाली 2 बिलियन डॉलर (15 हजार करोड़ रुपए) की राशि का नुकसान होगा।

30 लाख नौकरियों पर भी संकट

अमेरिका में करीब 30 लाख नौकरियां स्पोर्ट्स सेक्टर से जुड़ी हैं। इसमें ट्रेनर, गार्ड, स्काउट शामिल हैं। शट़डाउन बढ़ने का इस पर भी असर पड़ेगा।रिशे ने कहा कि बतौर इकोनॉमिस्ट हम कुछ नहीं कर सकते। जिस तरह का नुकसान कोरोना की वजह से हुआ है, वो हैरान करने वाला है। क्योंकि आज से पहले हमने ऐसा कुछ नहीं देखा।

मेजर सॉकर लीग के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग बुधवार से शुरू होगी

इधर, मेजर लीग सॉकर को लेकर अच्छी खबर आई है। लीग में शामिल खिलाड़ी अगले हफ्ते बुधवार से प्रैक्टिस शुरू कर सकेंगे। हालांकि, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का नियमों का पालन करना होगा। मैदान को चार अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाएगा। हर खिलाड़ी अपने जोन में हीरहेगा। इससे पहले एनबीए ने भी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ट्रेनिंग की मंजूरी दी है।



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अमेरिका में धीरे-धीरे लॉकडाउन में रियायत दी जा रही है। अगले हफ्ते शुक्रवार से एनबीए के खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर सकेंगे। वहीं, मेजर सॉकर लीग में भी खिलाड़ी बुधवार से अभ्यास शुरू करेंगे। (फाइल)

लॉकडाउन: जरूरतमंद क्रिकेटरों को वित्तीय मदद देगा ICA May 01, 2020 at 09:28PM

नई दिल्लीसुनील गावस्कर और जैसे महान खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेटर संघ () के देशव्यापी लॉकडाउन के बीच करीब 30 जरूरतमंद क्रिकेटरों को वित्तीय रूप से मदद करने की पहल को अपना समर्थन दिया है। आईसीए (Indian Cricketer Association) के अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि संघ ने अभी तक इन जरूरतमंद पूर्व क्रिकेटरों की मदद के लिए 39 लाख रुपये जुटा लिए हैं। मल्होत्रा ने से कहा, 'सुनील गावस्कर, कपिल देव, गौतम गंभीर और गुंडप्पा विश्वनाथ जैसे बड़े खिलाड़ी भी हमसे जुड़ गए हैं और हमारी पहल के लिए यह काफी मनोबल बढ़ाने वाला है। गुजरात के एक कॉर्पोरेट ने भी सहयोग की पेशकश की है।' पता चला है कि गावस्कर, कपिल देव और गौतम गंभीर ने भी वित्तीय रूप से योगदान दिया है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी इस हफ्ते के शुरू में वित्तीय सहयोग का वादा किया था। आईसीए 15 मई तक दान स्वीकार करना जारी रखेगा, जिसके बाद वह प्रत्येक क्षेत्र (उत्तर, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और मध्य) से 5-6 क्रिकेटरों को चुन कर मदद करेगा।

वसीम अकरम बनना चाहते थे कुलदीप यादव, फिर May 01, 2020 at 08:43PM

नई दिल्ली भारतीय टीम के युवा चाइनामैन बोलर () कभी फास्ट बोलर () से बेहद प्रभावित थे। स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम की तरह कुलदीप भी लेफ्ट आर्म बोलिंग करते थे और उन्हें लगता था कि बस अब खुद को अकरम की तरह मांझना है और फिर वह भी क्रिकेट की दुनिया में अपनी स्विंग बोलिंग का परचम लहराएंगे। लेकिन उनका यह सपना बचपन के कोच कपिल पांडे ने शुरुआत में ही तोड़ दिया। कुलदीप कपिल पांडे की अकैडमी में एडमिशन के लिए आए थे और उन्होंने अपने कोच को अपने इस सपने के बारे में बताया कि मैं वसीम अकरम बनना चाहता हूं। लेकिन कपिल ने तुरंत ही कह दिया कि वह तो तुम कभी नहीं बन सकते। यह सुनकर कुलदीप निराश हुए और बोले मैं भी गेंद को स्विंग कराता हूं फिर क्यों नहीं। कुलदीप यादव की इन यादों से जुड़ यह इंटरव्यू हमारी क्रिकेट सहयोगी वेबसाइट 'क्रिक बज' पर 'स्पाइसी पिच' के तहत प्रसारित हुआ है। इसमें कुलदीप अपने बचपन के कोच कपिल पांडे के साथ अपना शुरुआती वक्त याद कर रहे हैं। कुलदीप के कोच ने कहा कि तुम्हारा शरीर वसीम अकरम या किसी फास्ट बोलर जितना ताकतवर नहीं है इसलिए यह तुम्हारे लिए मुमकिन नहीं है। इसके बाद कोच ने उन्हें स्पिन बोलिंग का टेस्ट देने को कहा तो कुलदीप चाइनामैन बॉल फेंक रहे थे। कपिल पांडे ने बताया, 'यह देखकर मुझे भरोसा हो गया कि यह खिलाड़ी एक दिन इंडिया जरूर खेलेगा। क्योंकि चाइनामैन बोलिंग तो दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों में भी नहीं दिखती। यूपी की तो बात ही छोड़ दीजिए। इसके बाद उनके कोच ने कुलदीप को फास्ट बोलिंग को हमेशा-हमेशा के लिए भूल जाने को कहा और पूरा ध्यान इसी चाइनामैन स्पिन बोलिंग पर देने को कहा, जिसके आज वह एक्सपर्ट हैं। देखें कुलदीप यादव का यह पूरा इंटरव्यू