Sunday, June 28, 2020

वेस्टइंडीज टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ब्लैक लाइव्स मैटर लोगो वाली टी-शर्ट पहनकर खेलेगी, आईसीसी ने मंजूरी दी June 28, 2020 at 08:01PM

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ 3 टेस्ट की सीरीज में ब्लैक लाइव्स मैटर लोगो वाली टी-शर्ट पहनकर खेलेगी। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने भी इसकी मंजूरी दे दी है। कोरोनावायरस के बीच करीब 3 महीने बाद इस सीरीज के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है। पहला टेस्ट 8 जुलाई को इंग्लैंड के साउथम्पटन में खेला जाएगा।

हाल ही में अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद रंगभेद का मामला सामने आया था। इसके बाद फुटबॉल और क्रिकेट के अलावा खेल जगत के सभी खिलाड़ियों ने ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट को सपोर्ट किया। क्रिकेट में वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर, क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो ने इसके खिलाफ आवाज उठाई।

क्रिकेट इतिहास में यह बड़ा बदलाव
जेसन होल्डर ने इसे बड़ा बदलाव बताया है। उन्होंने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो से कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इसके खिलाफ मजबूत से आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है। सभी को जागरुकता के लिए मदद करना चाहिए। यह खेल, क्रिकेट और वेस्टइंडीज टीम के इतिहास में बड़ा बदलाव है। हम यहां इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलने आए हैं, लेकिन इसके साथ दुनिया में चल रहे बराबरी और न्याय की लड़ाई में भी साथ दे रहे हैं।’’

अलीशा ने डिजाइन किया लोगो
ब्लैक लाइव्स मैटर लोगो को डिजाइनर अलीशा होसना ने डिजाइन किया है। ठीक इसी तरह का लोगो फुटबॉल टूर्नामेंट इंग्लिश प्रीमियर लीग में भी इस्तेमाल किया गया था। लीग की सभी 20 टीमों के खिलाड़ी लोगो लगी टी-शर्ट पहनकर ही मैच खेले थे।

हर सीरीज से पहले एंटी-रेसिज्म को लेकर जागरुकता अभियान चले
होल्डर ने कहा कि नस्लवाद को भी क्रिकेट में डोपिंग और मैच फिक्सिंग की तरह गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि टीमों को किसी भी सीरीज से पहले एंटी-डोपिंग और एंटी-करप्शन के साथ एंटी-रेसिज्म को लेकर जागरुक करने के लिए सेमीनार की शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने किसी नस्लीय भेदभाव का अनुभव नहीं किया है, लेकिन मैंने अपने आसपास ऐसा सुना या देखा है। मुझे नहीं लगता कि नस्लवाद किसी भी तरह डोपिंग या भ्रष्टाचार से अलग है। इसके लिए अलग से जुर्माना लगाया जाना चाहिए।’’

खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की गवर्निंग बॉडी के एंटी-रेसिज्म कोड के तहत कोई खिलाड़ी तीसरी बार दोषी पाया जाता है, तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है। वहीं पहली बार गलती के लिए 4 टेस्ट या 8 मैचों में खेलने पर प्रतिबंध लगता है।

सरफराज पर लगा था 4 मैच का प्रतिबंध
पिछले साल पाकिस्तान टीम के कप्तान रहे सरफराज अहमद ने दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एंडिले फेहुलक्वायो पर नस्लवादी टिप्पणी की थी। इसके बाद सरफराज को 4 मैचों का प्रतिबंध झेलना पड़ा था।



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वेस्टइंडीज टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा- किसी भी सीरीज से पहले एंटी-डोपिंग और एंटी-करप्शन के साथ एंटी-रेसिज्म को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जाए।

टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने वाले टॉप 5 बल्लेबाज June 28, 2020 at 07:03PM

टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज के धैर्य और संयम की परीक्षा होती है। यहां क्रीज पर अधिक से अधिक समय बिताना और गेंदबाज को थकाकर रन बनाने के अवसर जुटाने की परंपरा रही है। टेस्ट क्रिकेट को किसी बल्लेबाज की तकनीक की असली कसौटी माना जाता है। तो एक नजर डालते हैं टेस्ट क्रिकेट में सबसे गेंदों का सामना करने वाले क्रिकेटरों पर...

‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ लोगो पहनेंगे कैरेबियाई क्रिकेटर June 28, 2020 at 06:50PM

मैनचेस्टर इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में के क्रिकेटर खेलों में नस्लवाद के विरोधस्वरूप ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ का लोगो अपनी शर्टके कॉलर पर पहनेंगे। अमेरिकी अश्वेत की मौत के बाद इस मसले पर खुलकर बोलने वाले कप्तान जैसन होल्डर ने एक बार फिर एक बयान में कहा, ‘हमारा मानना है कि एकजुटतजा दिखाना और जागरूकता पैदा करने में मदद करना हमारा फर्ज है।’ आईसीसी से स्वीकृत लोगो को एलिशा होसाना ने डिजाइन किया है। इस महीने की शुरूआत में प्रीमियर लीग में सभी 20 क्लबों के खिलाड़ियों ने अपनी शर्ट पर यह लोगो पहना था। होल्डर के हवाले से ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने कहा, ‘यह खेलों के इतिहास में और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के लिए अहम क्षण है।’ उन्होंने कहा, ‘हम यहां विजडन ट्रोफी जीतने आए हैं लेकिन दुनिया में जो रहा है, उससे भी वाकिफ हैं और इंसाफ तथा समानता के लिए लड़ेंगे।’ होल्डर ने कहा, ‘युवा खिलाड़ियों के एक समूह के रूप में हमें वेस्टइंडीज क्रिकेट के समृद्ध इतिहास की जानकारी है और हमें पता है कि आने वाली नस्ल के लिए हम उस विरासत के वाहक हैं।’ उनका मानना है कि नस्लवाद के मामले में भी डोपिंग और भ्रष्टाचार की तरह कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमने यह लोगो पहनने का फैसला हलके में नहीं लिया। हमें पता है कि चमड़ी के रंग पर टिप्पणी करने पर कैसा लगता है । समानता और एकता जरूरी है । जब तक वह नहीं होगी, हम चुप नहीं बैठ सकते।’

शोएब ने कहा- 4 साल पहले सुशांत में कॉन्फिडेंट की कमी दिखी, बगैर सबूत के सलमान जैसे किसी भी सेलिब्रिटी पर आरोप लगाना गलत June 28, 2020 at 07:14PM

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि 4 साल पहले सुशांत सिंह राजपूत में कॉन्फिडेंट की बहुत कमी दिखी थी। 2016 में अख्तर मुंबई में सुशांत से मिले थे। तब दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई थी। अख्‍तर ने कहा कि सलमान खान जैसे किसी भी बॉलीवुड सेलिब्रिटीज पर बगैर सबूत के आरोप लगाना सही नहीं है। 34 साल के बॉलीवुड एक्टर ने 14 जून को फ्लैट पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘मैं 2016 में उससे (सुशांत) से मुंबई में मिला था। ईमानदारी से कहूं तो, तब मुझे उसमें कॉन्फिडेंट की काफी कमी दिखी। वह सिर झुकाकर मेरे पास से निकल गया था। तब मेरे दोस्त ने मुझे बताया था कि वह एमएस धोनी फिल्म में लीड रोल निभा रहा है।’’

‘सुशांत से बात नहीं कर सका, इसका अफसोस’
अख्तर ने कहा, ‘‘मुझे लगा कि अब उसकी एक्टिंग देखना चाहिए। वह बहुत ही शर्मीला था। फिल्म हिट साबित हुई और उसमें सुशांत ने भी अच्छा काम किया। लेकिन मुझे अभी भी इस बात का अफसोस है कि मैं उन्हें वहां रोककर जीवन के बारे में बात नहीं कर सका। मैं उसके साथ अपने जीवन के एक्सपीरियंस शेयर कर सकता था।’’ फिल्म ‘एमएस धोनी: अनटोल्ड स्टोरी’ 30 अक्टूबर 2016 को रिलीज हुई थी।

सुशांत को मदद की जरूरत थी
उन्होंने कहा, ‘‘अपने जीवन को खत्म करना कोई ऑप्शन नहीं होना चाहिए। आपको जब भी लगे कि आप परेशानी में हैं, तो आपको बात करना चाहिए। दीपिका पादुकोण भी ब्रेकअप के बाद टेंशन में आ गई थीं और उन्हें मदद की जरूरत थी। मेरा मानना है कि सुशांत को भी मदद की जरूरत थी।’’अख्‍तर ने कहा कि जब मैंने अपना क्रिकेट करियर शुरू किया था, तब वसीम अकरम और वकार युनिस सलमान खान और शाहरुख खान की तरह थे। मुझे भी अपना करियर बनाने में कड़ी मेहनत करना पड़ी। इसलिए बगैर सबूत के किसी भी सेलिब्रिटीज पर आरोप लगाना सही नहीं होगा।



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शोएब अख्तर ने कहा- इस बात का अफसोस है कि मैं सुशांत सिंह राजपूत से जीवन के बारे में बात नहीं कर सका। -फाइल फोटो

'द्रविड़ ने सचिन और सौरभ को 2007 टी20 वर्ल्ड कप खेलने से रोका' June 28, 2020 at 06:17PM

नई दिल्ली साल 2007 के पहले वर्ल्ड टी20 में कई बड़े भारतीय खिलाड़ियों ने हिस्सा नहीं लिया था। टीम इंडिया के पूर्व कोच लालचंद राजपूत (Lalchand Rajput) ने खुलासा किया है कि तब के भारतीय कप्तान () ने सचिन तेंडुलकर () और सौरभ गांगुली () जैसे सीनियर खिलाड़ियों को साउथ अफ्रीका में हुए इस टूर्नमेंट में भाग लेने से रोका था। पहले टी20 वर्ल्ड कप () में टीम के मैनेजर रहे राजपूत ने खुलासा किया कि कैसे सीनियर खिलाड़ियों की यह सोच थी कि इस नए प्रारूप में युवा खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए ताकि वह नए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में निडर होकर खेल सकें। भारत ने सभी आशंकाओं को झुठलाते हुए वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब पर कब्जा किया था। स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ फेसबुक लाइव पर उन्होंने कहा, 'जी, यह बात सच है कि राहुल द्रविड़ ने ही सचिन और सौरभ को 2007 का टी20 वर्ल्ड कप खेलने से रोका था। राहुल इंग्लैंड में कप्तान थे और कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड से टी20 वर्ल्ड कप के लिए सीधा जोहानिसबर्ग आए थे। तब सीनियर खिलाड़ियों ने कहा था कि इस टूर्नमेंट के लिए युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि वर्ल्ड कप जीतने के बाद शायद उन्हें इस बात का पछतावा जरूर हुआ होगा। चूंकि सचिन मुझे हमेशा यह कहते थे कि मैं इतने साल से खेल रहा हूं और मैंने अभी तक वर्ल्ड कप नहीं जीता है' महेंद्र सिंह धोनी सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़ का मेल थे वर्ल्ड कप में पहली बार दुनिया ने महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की कप्तानी देखी। दुनिया ने देखा कि वह कैसे अहम मौकों पर शांत रहते थे और मुश्किल मौकों पर सही फैसले लेते थे। राजपूत ने भी एक कप्तान के रूप में धोनी को बढ़ते हुए देखा। राजपूत ने कहा कि उन्हें शुरू से ही इस बात पर यकीन था कि धोनी भारत के सबसे कामयाब कप्तानों में शुमार होंगे। राजपूत ने कहा कि सच कहूं तो धोनी बहुत बहुत शांत रहते थे। वह विपक्षी टीम से दो कदम आगे की सोचते थे। वह सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़ का मेल थे। गांगुली खिलाड़ियों को भरोसा देते थे। वह ऐसे कप्तान थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेट की मानसिकता को बदला। मुझे लगता है कि यह परंपरा को धोनी ने आगे बढ़ाया। उन्होंने भी कई खिलाड़ियों को मौके दिए। धोनी ने मैदान पर कभी कोई गुस्सा नहीं दिखाया और खिलाड़ियों को उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका दिया।

'गेंदा फूल' पर वॉर्नर की प्रैक्टिस, खूब हंसी बेटियां June 28, 2020 at 06:14PM

घातक कोरोना वायरस (Coronavirus) ने दुनिया की रफ्तार थामी तो क्रिकेट फैन्स को डेविड वॉर्नर (David Warner) का एक नया ही अंदाज देखने को मिला। दुनिया भर में लॉकडाउन शुरू होने के बाद वॉर्नर ने शॉर्ट वीडियो के लिए फेमस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिकटॉक जॉइन कर लिया। बीते 3 महीने से वॉर्नर इस प्लेटफॉर्म के जरिए अपने फैन्स को खूब गुदगुदा रहे हैं।

यहां वॉर्नर लगातार अपनी फन ऐक्टिविटीज से फैन्स का मनोरंजन कर रहे हैं। फैन्स को हंसाने के लिए कभी उन्होंने बाहुबली का रूप अपनाया, तो कभी भारतीय सिनेमा के फेमस गानों पर अपने डांस स्टैप्स भी किए। अगर दुनिया में लॉकडॉउन के चलते क्रिकेट को इतना लंबा ब्रेक नहीं लगता तो फैन्स शायद कभी जान ही नहीं पाते कि वॉर्नर इतने फनी भी हैं।

अपने एक नए वीडियो में वॉर्नर इस बार गाने की प्रैक्टिस कर रहे थे। वॉर्नर इयरफोन लगाकर अपने मोबाइल में बादशाह का लेटेस्ट सॉन्ग 'गेंदा फूल' का अभ्यास कर रहे थे। इस दौरान उनकी दोनों बेटियां भी उन्हें हैरानी से देख रही थीं कि आखिर पापा कर क्या रहे हैं?

इस वीडियो के कैप्शन में इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने लिखा, 'इस गाने पर रिहर्सल करने की कोशिश कर रहा था... फिर क्या हुआ?' इसके साथ वॉर्नर ने दो लाफ्टर भी बनाए हैं और बादशाह को भी टैग किया है।

फिर एक बेटी ने डैडी वॉर्नर के फोन से ईयरफोन को अनप्लग कर दिया और मोबाइल पर बज रहा सॉन्ग अब सबको सुनाई देने लगा। वॉर्नर के फोन पर भारतीय रैपर बादशाह के इस सॉन्ग का कोई बेसुरे वर्जन का डबिंग चल रहा था, जिसे गुनगुनाने की प्रैक्टिस वॉर्नर भी कर रहे थे। यह सुनकर उनकी बेटियां जोर-जोर से हंसने लगीं।

बुमराह के बाद भुवनेश्वर ने कहा- बॉल चमकाने के लिए आईसीसी को दूसरा विकल्प लाए, नहीं तो गेंदबाजों को दिक्कत होगी June 28, 2020 at 06:03PM

भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार गेंद को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध से खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को इसका विकल्प जल्द लाना चाहिए। गेंद को स्विंग कराने के लिए गेंदबाज को बॉल चमकाने की जरूरत होती है। इससे पहले जसप्रीत बुमराह भी यही बात कह चुके हैं।

हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कोरोनावायरस के कारण मैच के दौरान बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। हर टीम को एक पारी में दो बार चेतावनी दी जाएगी। तीसरी बार में पेनाल्टी के तौर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के खाते में 5 रन जोड़ दिए जाएंगे।

स्पिनर्स को भी जरूरत होगी: भुवनेश्वर
भुवनेश्वर ने एक वेबिनार में कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि बॉल को चमकाने के लिए आईसीसी कोई आर्टिफिशियल चीज लेकर आएगी। आपको इसकी सबसे ज्यादा जरूरत तब होगी, जब इंग्लैंड जैसी स्विंग कंडिशन में बॉलिंग करेंगे। स्पिनर्स को भी इसकी बहुत जरूरत होगी।’’

बल्लेबाजों को पूरा फायदा मिलेगा: बुमराह
बुमराह ने कहा था, ‘‘थूक का इस्तेमाल गेंद पर नहीं होने से खेल पूरी तरह बदल जाएगा। इसका पूरा फायदा बल्लेबाजों को ही मिलेगा। पहले ही मैदान छोटे और विकेट सपाट होते जा रहे हैं। ऐसे में गेंदबाजों को थूक की जगह बॉल को चमकाने के लिए कोई और विकल्प मिलना चाहिए ताकि स्विंग या रिवर्स स्विंग मिल सके। ’’

भुवनेश्वर ने कहा- आईसीएल जरूर होना चाहिए
तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘इस साल आईपीएल को जरूर होना चाहिए। क्रिकेट और आर्थिक तौर पर दोनों के लिए यह लीग बहुत ज्यादा जरूरी है।’’ इस साल कोरोना के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। यह टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था। बीसीसीआई टी-20 वर्ल्ड कप टलेगा या नहीं, इस पर आईसीसी के फैसला का इंतजार कर रहा है। यदि वर्ल्ड कप नहीं होता है, तो उसकी जगह अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराया जा सकता है।

मुकाबला बराबर का होना चाहिए: ईशांत
भारत के सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा और स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी बॉल को चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध को गलत बताया था। ईशांत ने कहा था- ‘‘यदि हम रेड बॉल (टेस्ट मैच में) को चमकाएंगे नहीं, तो वह स्विंग नहीं होगी। यदि स्विंग नहीं मिलेगी, तो बल्लेबाजों के लिए बॉल खेलना काफी आसान हो जाएगा। मेरा मानना है कि मुकाबला बराबर का होना चाहिए, न कि पूरा मैच बल्लेबाजों के पक्ष में करना चाहिए।’’

बॉल ड्रिफ्ट नहीं होने से बल्लेबाजी करना आसान होगा: चहल
वहीं, स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा था, ‘‘जब आप बॉल को चमकाने लिए थूक जैसी नेचुलर चीज का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे तेज गेंदबाज को स्विंग और स्पिनर्स को ड्रिफ्ट कराने में मदद मिलती है। यदि एक स्पिनर के तौर पर मैं मैच के दौरान बॉल को ड्रिफ्ट नहीं कराउंगा, तो प्लेयर्स के लिए बल्लेबाजी करना काफी आसान हो जाएगा।’’



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भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह (दाएं) ने कहा- स्विंग या रिवर्स स्विंग मिल सके, इसलिए बॉल को चमकाना जरूरी है। स्पिनर्स को भी इसकी जरूरत होती है। -फाइल फोटो

देखें, युवराज ने हरभजन सिंह को कर दिया ट्रोल June 28, 2020 at 05:19PM

नई दिल्ली के सीनियर ऑफ स्पिनर () और पूर्व ऑलराउंडर () एक-दूसरे से मजे लेना का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इस बार युवी ने उनकी तस्वीरों पर मजे लिए हैं, जो उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की थीं। दरअसल हरभजन सिंह ने स्केटबोर्ड के साथ कुछ स्टायलिश तस्वीरें शेयर की थीं। भज्जी ने इन तस्वीरों के साथ अपनी एक शायरी भी लिखी थी। उन्होंने लिखा, 'एक अजीब सी दौड़' है ये जिन्दगी, जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं!' इस पर युवी ने मजे लेते हुए लिखा, 'पाजी थोडी स्केटिंग कर के दिखाओ।' युवी ने इसके साथ एक मजे लेना वाला इमोजी भी शेयर किया। हालांकि हरभजन ने भी युवराज को नाराज नहीं किया और लिखा, 'आओ दोनों साथ ही करते हैं युवराज सिंह' टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने भज्जी की इस शायरी की तारीफ की है। पठान ने इस पोस्ट कॉमेंट करते हुए लिखा, 'वाह शायर साहब।'

बांग्लादेश बोर्ड ने कहा- टेस्ट चैम्पियनशिप की तारीख में बदलाव हो, ताकि कोरोना के कारण रद्द मैच खेले जा सकें June 28, 2020 at 04:40PM

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि आईसीसी को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की तारीख को बढ़ाना चाहिए। अगर इसमें बदलाव नहीं होता है तो कोरोना के कारण कैंसिल हुए मैच खेलना मुश्किल होगा। पिछले साल 1 अगस्त से चैम्पियनशिप शुरू हुई और फाइनल जून 2021 में खेला जाना है। 9 टीमें इसमें उतरी हैं।

कोरोनावायरस के कारण बांग्लादेश के 8 टेस्ट कैंसिल हो चुके हैं। इसमें पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज शामिल है।

शेड्यूल के मुताबिक रद्द हुए मैच खेलना मुश्किल
क्रिकेट ऑपरेशन्स के चेयरमैन अकरम खान ने कहा कि अगर फाइनल अगले साल खेला जाता है तो बचे आठ टेस्ट का होना नामुमकिन है, क्योंकि अगले साल जून तक हमारे पास मैच खेलने का कोई स्लॉट उपलब्ध नहीं है। अगर तारीख बढ़ाई जाती है तो भी सभी मैच खेलना मुश्किल होगा। चैम्पियनशिप के टेबल में टीम इंडिया 360 पॉइंट के साथ टॉप पर है।



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कोरोनावायरस के कारण बांग्लादेश के 8 टेस्ट कैंसिल हो चुके हैं। इसमें पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज शामिल है। -फाइल फोटो

गांगुली ने बताया- मैदान पर कब लौटेगी टीम इंडिया June 28, 2020 at 04:28PM

नई दिल्ली अगले महीने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है। जुलाई की 8 तारीख से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ( Test Series) के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज होना है। हालांकि भारत में क्रिकेट कब शुरू होगा यह अभी बड़ा सवाल है। भारतीय टीम ने मार्च से क्रिकेट नहीं खेला है। फैंस को इंतजार है कि आखिर कब दोबारा क्रिकेट शुरू होगा। हालांकि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के चलते अभी क्रिकेट गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और खिलाड़ी भी अभी मैदान पर लौटने की जल्दी में नजर नहीं आ रहे। बीसीसीआई के अध्यक्ष () ने साफ किया है कि आखिर कब तक भारत में क्रिकेट गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। सौरभ ने एक समाचार चैनल से बातचीत में साफ किया कि खिलाड़ियों के लिए कैंप की शुरुआत अगस्त से पहले होने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने एबीपी न्यूज से कहा कि अगस्त के बाद ही ऐसा किया जा सकता है। रविवार को चैनल से बात करते हुए गांगुली ने कहा अगस्त से पहले का कैम्प शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं है। हालांकि टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ी सरकार द्वारा स्टेडियम खोले जाने की अनुमति मिलने के बाद निजी प्रैक्टिस करते दिख चुके हैं। कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और चेतेश्वर पुजारा मैदान पर प्रैक्टिस करते दिखाई दिए थे। भारतीय क्रिकेट टीम के कार्यक्रम पर कोरोना वायरस महामारी का गहरा असर पड़ा है। बोर्ड ने इस वैश्विक महामारी के चलते कई सीरीज स्थगित कर दी हैं। सबसे पहले मार्च में साउथ अफ्रीका की टीम सीरीज खेले बिना लौट गई थी। इसके बाद इस साल के आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया। जून में भारतीय टीम ने श्रीलंका का दौरा करना था और अगस्त में जिम्बाब्वे के साथ सीरीज खेलनी थी। लेकिन इन सबको फिलहाल टाल दिया गया है। आईपीएल को लेकर हालांकि बोर्ड द्वारा साफ कर दिया गया है कि वह इसे करवाना चाहता है। बोर्ड की नजर सितंबर-नवंबर की विंडो पर है। इस साल सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर-नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप का शेड्यूल है। हालांकि वर्ल्ड कप को लेकर मेजबान ऑस्ट्रेलिया पहले ही साफ कर चुका है कि वह इसे इस साल नहीं करवा सकता। अगर वर्ल्ड कप इस साल के लिए स्थगित हो जाता है तो बोर्ड आईपीएल के लिए विंडो तलाश सकता है।

मैनचेस्टर यूनाइटेड 30वीं बार एफए कप के सेमीफाइनल में, नया रिकॉर्ड; मैनचेस्टर सिटी लिवरपूल को गार्ड ऑफ ऑनर देगी June 28, 2020 at 04:18PM

12 बार का पूर्व चैम्पियन मैनचेस्टर यूनाइटेड दुनिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट एफए कप के सेमीफाइनल में पहुंच गया है। यूनाइटेड ने नॉरविच सिटी को 2-1 से हराकर 30वीं बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। यूनाइटेड किसी भी अन्य टीम से ज्यादा बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाला क्लब बन गया है। आर्सनल 29 बार सेमीफाइनल में पहुंचा।

यूनाइटेड के हैरी मैक्ग्वायर ने नॉरविच सिटी के घरेलू मैदान पर एक्स्ट्रा टाइम (118वें मिनट) में गोल कर टीम को जीत दिलाई। इससे पहले, यूनाइटेड के ओडियन इगहालो ने 51वें और नॉरविच सिटी के टॉड केंटवेल ने 75वें मिनट में गोल किए। नॉरविच के टिम क्लोस को 88वें मिनट में रेड कार्ड दिखाया गया। यह यूनाइटेड की नॉरविच के घरेलू मैदान पर पिछले 13 मैच में 11वीं जीत है। यूनाइटेड ने नॉरविच को उसके मैदान पर लगातार चौथे मैच में हराया।

लिवरपूल ने 19वीं बार इंग्लिश फुटबॉल लीग खिताब जीता
मैनचेस्टर सिटी इंग्लिश प्रीमियर लीग के नए चैंपियन लिवरपूल को घरेलू मैदान पर गार्ड ऑफ ऑनर देगी। सिटी और लिवरपूल का मैच गुरुवार को एतिहाद स्टेडियम में होगा। शुक्रवार को मैनचेस्टर सिटी के चेल्सी के खिलाफ हारते ही लिवरपूल चैम्पियन बन गया था।



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मैनचेस्टर यूनाइटेड ने नॉरविच को घरेलू मैदान पर 13 मैच में 11वीं हराया है। यूनाइटेड ने नॉरविच को उसके मैदान पर लगातार चौथे मैच में शिकस्त दी।

पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 स्टार एंडी मरे ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट के समर्थन में, चैरिटी के लिए टूर्नामेंट करा रहे June 28, 2020 at 04:11PM

ब्रिटेन के टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे भी ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट के समर्थन में आ गए हैं। पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 मरे ब्रिट्स टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सेमीफाइनल मैच के पहले मूवमेंट के सपोर्ट में घुटने के बल बैठे। एंडी मरे और उनके भाई जैमी ब्रिटेन के हेल्थ वर्कर्स की मदद के लिए यह चैरिटी टूर्नामेंट आयोजित कर रहे हैं।

कोरोनावायरस के बीच चैरिटी टूर्नामेंट से दोनों भाईयों को एक करोड़ रुपए से ज्यादा राशि जुटाने की उम्मीद है। हालांकि एंडी मरे सेमीफाइनल में डैन इवांस से हार गए। वहीं, डबल्स टाइटल जैमी मरे और नील स्कप्स्की ने जीता।

जोकोविच के चैरिटी टूर्नामेंट में 4 खिलाड़ी संक्रमित हो चुके
इससे पहले सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने चैरिटी टूर्नामेंट एड्रिया टूर कराया था। यह टूर्नामेंट 4 लेग में होना था, लेकिन पहले लेग के बाद ही इसे रद्द कर दिया गया। टूर्नामेंट में शामिल जोकोविच समेत 4 खिलाड़ी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। जोकोविच की पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।



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एंडी मरे ब्रिट्स टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सेमीफाइनल मैच के पहले मूवमेंट के सपोर्ट में घुटने के बल बैठे।

गुमनाम कोच टोप्पो ने सब दांव पर लगाकर 139 शागिर्दों को हॉकी चैम्पियन बनाया, 14 एकड़ जमीन भी गिरवी रखी June 28, 2020 at 03:53PM

25-30 साल के युवाओं जैसी कद-काठी वाला यह शख्स डॉमिनिक टोप्पो है। असल में इनकी उम्र 67 साल है। रोजाना सुबह-शाम 4 घंटे बच्चों को मुफ्त हॉकी की कोचिंग देना इनका जुनून है और इसे पूरा करने के लिए ये 40 किमी दूर गांव से राउरकेला साइकिल से आते-जाते हैं। बच्चों के खेल का सामान जुटाने के लिए इन्होंने अपनी 14 एकड़ जमीन सिर्फ 70 हजार रुपए में गिरवी रख दी है। अब पास सिर्फ 1 एकड़ जमीन बची है।

उन्होंने कहा, ‘‘सपना था कि बड़ा खिलाड़ी बनूं, लेकिन किसी ने रास्ता नहीं बताया। क्लास-11 ड्रॉपआउट हूं। उन दिनों राउरकेला के पानपोश में साई का हॉस्टल खुला था, उसे देखकर तय किया कि ऐसे खिलाड़ी तैयार करना है, जो देश के लिए खेलें।’’

बच्चों को सफल देखकर संकल्प और मजबूत होता है
आज डॉमिनिक के तैयार किए हुए 139 बच्चे राज्य स्तर, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट खेल चुके हैं। डॉमिनिक कहते हैं, ‘जो बच्चे आगे बढ़ गए उनसे मैं मिलने जाता हूं। उन्हें सफल देखकर संकल्प और मजबूत होता है। इनमें लिलिमा मिंज, पूनम टोप्पो, सुदीप चरमाको जैसे नामी खिलाड़ी हैं। डॉमिनिक अभी 60 लड़के-लड़कियों को हॉकी सिखा रहे हैं।

जब तक सांस है, तब तक हॉकी खेलता रहूंगा
डॉमिनिक बताते हैं कि हॉकी के चलते ही पत्नी इसाबेला से प्यार हुआ था। शादी के पहले वह खेल के सामान के लिए अपनी बुआ से पैसे लाकर देती थी। शादी के बाद बीमारी से वह गुजर गई। मेरा खेलना उसे पसंद था, सो जब तक सांस है, खेलता रहूंगा।



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डॉमिनिक टोप्पो ने कहा- जो बच्चे आगे बढ़ गए उनसे मैं मिलने जाता हूं। उन्हें सफल देखकर संकल्प और मजबूत होता है।

इंग्लैंड में अश्वेत क्रिकेटरों की संख्या 75% कम हुई, बोर्ड कमी पूरी करने अभियान शुरू करेगा June 28, 2020 at 02:23PM

वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि जिस तरह से डोपिंग और फिक्सिंग में शामिल खिलाड़ियों को सजा मिलती है, वैसी ही सजा नस्लीय टिप्पणी करने वाले खिलाड़ियों को मिलनी चाहिए। आईसीसी के एंटी रेसिज्म कोड में मैदान पर तीन बार नस्लीय टिप्पणी करने वाले खिलाड़ी पर आजीवन बैन का प्रावधान है।

इस बीच इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अश्वेत क्रिकेटरों की कमी को दूर करने के लिए जल्द अभियान शुरू करने जा रहा है। देश में 25 साल में अश्वेत क्रिकेटरों की संख्या में 75% की कमी आई है। ईसीबी के साथ काम करने वाले अफ्रीकन कैरेबियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीसीए) ने मामले में अश्वेत की अध्यक्षता में स्वतंत्र जांच कराने की बात कही है।

1990 से अश्वेत खिलाड़ियों को जानबूझकर बाहर किया जा रहाः पूर्व खिलाड़ी

एसीसीए के चेयरमैन और सरे के पूर्व खिलाड़ी लोंसडेले स्किनर ने कहा कि 1990 से अश्वेत खिलाड़ियों को जानबूझकर बाहर किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्यों ईसीबी में कोई अश्वेत एडमिनिस्ट्रेटर नहीं है। हम यहां की संस्कृति से जुड़े हैं और खेल से प्यार भी करते हैं।इस पर ईसीबी के प्रवक्ता ने कहा कि अश्वेत खिलाड़ियों को लेकर कुछ दिक्कतें अभी भी हैं। इस कारण कुछ ही अश्वेत खेल पा रहे हैं। हम इनकी कम्युनिटी से बात करके इसमें बदलाव लाने की कोशिश करेंगे।

लीड्स बेकेट यूनिवर्सिटी की पिछले साल की रिपोर्ट के अनुसार 25 साल में इंग्लिश काउंटी में अश्वेत खिलाड़ियों की संख्या में 75% की कमी आई है। 1995 में जहां 33 अश्वेत थे, अब सिर्फ 9 रह गए हैं। इतना ही नहीं 18 काउंटी टीमों में 118 सपोर्ट स्टाफ में सिर्फ दो ही अश्वेत हैं।

तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर बारबाडोस में खेलने के बाद इंग्लैंड टीम में आए
इंग्लैंड टेस्ट टीम में शामिल तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ईसीबी के सिस्टम से टीम में नहीं आए। मूलत: वे बारबाडोस के हैं। उनके पिता इंग्लिश थे। आर्चर 2015 में इंग्लैंड आ गए। लेकिन, नियम के अनुसार वे 2022 तक इंग्लैंड की ओर से नहीं खेल सकते थे। नवंबर 2018 में ईसीबी के नियम में बदलाव हुआ और आर्चर को इंग्लैंड टीम से खेलने के लिए पात्रता मिली। 3 मई 2019 को उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू किया। वे 8 जुलाई से विंडीज के खिलाफ शुरू हो रही सीरीज के कैंप में भी हैं।

रग्बी में 5-6 इंटरनेशनल हो सकते हैं तो क्रिकेट में क्यों नहीं: स्किनर
स्किनर ने कहा कि इस मामले की जांच जरूरी है। मेरे हिसाब से अश्वेतों को जानबूझकर बाहर किया गया और ईसीबी अब तक कुछ नहीं कर सका है। यदि रग्बी में 5-6 इंटरनेशनल खिलाड़ी हो सकते हैं तो क्रिकेट में क्यों नहीं। यानी कुछ गड़बड़ है।

ईसीबी ने कहा कि हम मानते हैं कि क्रिकेट में अश्वेत खिलाड़ियों की कम संख्या के पीछे कोई समस्या है। इस बारे में जल्द से जल्द जानकारी जरूरी है। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। पिछले साल काउंटी क्रिकेटर्स एकेडमी (जहां अंडर-15 और अंडर-18 के अच्छे खिलाड़ियों को जगह दी जाती है) से 23% खिलाड़ी अश्वेत, एशिया और अल्पसंख्यक कम्यूनिटी के थे। एडवांस लेवल-3 कोचिंग में भी इनकी हिस्सेदारी 15% तक की है।



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इंग्लैंड टेस्ट टीम में शामिल तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ईसीबी के सिस्टम से टीम में नहीं आए। मूलत: वे बारबाडोस के हैं। उनके पिता इंग्लिश थे। आर्चर 2015 में इंग्लैंड आ गए।

75 साल में पहली बार नहीं होगा टूर्नामेंट, इंश्योरेंस के बावजूद ऑर्गनाइजर्स को 1500 करोड़ रुपए का नुकसान June 28, 2020 at 02:05PM

कोरोनावायरस का कहर नहीं होता तो आज हम टेनिस के सबसे बड़े टूर्नामेंट विंबलडन के 134वें सीजन को शुरू होता देखते। लेकिन, खेल प्रेमियों के लिए 1 अप्रैल को यह बुरी खबर आई थी कि इस साल विंबलडन नहीं होगा। दूसरे विश्व युद्ध के 75 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि टूर्नामेंट को रद्द करना पड़ा। अब ग्रास कोर्ट का यह टूर्नामेंट अगले साल 28 जून से 11 जुलाई तक होगा।

टूर्नामेंट के रद्द होने से ऑर्गनाइजर्स को लगभग 2400 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का नुकसान होने का अनुमान है। लेकिन, समझदारी यह रही कि ऑल इंग्लैंड क्लब ने 2003 में सार्स महामारी के बाद अपनी बीमा पॉलिसी को अपडेट कर लिया था।

बीमा कंपनी को हर साल 15 करोड़ रु. देते हैं ऑर्गनाइजर्स

इस लिहाज से ऑर्गनाइजर्स को बीमा के तौर पर करीब 950 करोड़ रुपए मिले हैं। ऐसे में अब यह नुकसान करीब 1500 करोड़ रुपए का ही रहेगा। ऑर्गनाइजर्स बतौर बीमा हर साल इंश्योरेंस कंपनी को करीब 15 करोड़ रुपए देते आए हैं।

विंबलडन के चीफ एक्जीक्यूटिव रिचर्ड लेविस ने कहा था, ‘‘हम भाग्यशाली हैं कि टूर्नामेंट का बीमा है। इससे काफी मदद मिलेगी। आयोजन में शामिल सभी लोग अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन, अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।’’

सिंगल्स में फेडरर ने सबसे ज्यादा 8 बार विंबलडन खिताब जीता

खिलाड़ी देश कितनी बार विंबलडन जीता
रोजर फेडरर स्विट्जरलैंड 8
विलियम सी क्रेनशॉ अमेरिका 7
पीट सम्प्रास अमेरिका 7
ह्यूज डोहेर्टी इंग्लैंड 5

144 साल के इतिहास में तीसरी बार नहीं हो सका विंबलडन
पहला विंबलडन 1877 में खेला गया था। इसे रॉयल टेनिस चैम्पियनशिप के नाम से भी जाना जाता था। पहली बार टूर्नामेंट को पहले विश्व युद्ध के कारण 1915 से 1918 तक रद्द करना पड़ा था। इसके बाद दूसरी बार चैम्पियनशिप 1940 से 1945 तक नहीं हो सकी थी। तब दूसरा विश्व युद्ध कारण बना था। इसके बाद अब 2020 में तीसरी बार कोरोनावायरस के कारण विंबलडन को रद्द करना पड़ा है।

सेरेना विलियम्स 7 बार विंबलडन चैम्पियन बनीं

खिलाड़ी देश कितनी बार विंबलडन जीता
मार्टिना नवरतिलोवा अमेरिका 9
एचएन विल्स-मूडी अमेरिका 8
डीके डॉग्लास-कैम्बर्स ब्राजील 7
एसएम ग्राफ जर्मनी 7
सेरेना विलियम्स अमेरिका 7

ऑर्गनाइजर्स ने टूर्नामेंट को टालना बेहतर नहीं समझा
उम्मीद की जा रही थी कि कोरोना के कारण विंबवलडन को खाली स्टेडियम में कराया जा सकता है, लेकिन ऑर्गनाइजर्स ने पहले ही इनकार कर दिया था। वहीं, 3 बार के चैम्पियन बोरिस बेकर ने ऑर्गनाइजर्स से इंतजार करने की अपील भी की थी। लेकिन ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने टूर्नामेंट को टालना बेहतर नहीं समझा। उसने बोर्ड मीटिंग के बाद टूर्नामेंट को रद्द करने का फैसला किया।



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Wimbledon Records History World War Effect on Tennis Wimbledon Revenue News Updates

जब सचिन के विकेट पर इंडियन बोलर को मिला गिफ्ट June 28, 2020 at 03:03AM

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) के न केवल साथ, बल्कि खिलाफ खेलना भी किसी खिलाड़ी के लिए सपना पूरा होने जैसा रहा है। तमाम खिलाड़ियों ने इस बात को स्वीकार भी किया। यही नहीं, किसी खिलाड़ी के लिए वह करिश्माई पल होगा, जब उसने सचिन को आउट किया होगा। कुछ ऐसा ही प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) के साथ हुआ। उन्हें सचिन का विकेट लेने पर स्पेशल गिफ्ट मिली थी।

दरअसल, प्रज्ञान ओझा 2009 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की टीम डेक्‍कन चार्जर्स का हिस्सा थे। टीम के एक सहमालिक ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच से पहले उनसे सचिन को आउट करने पर गिफ्ट देने की बात कही। प्रज्ञान ने इस बारे में एक इंटरव्यू में बताया, 'यह साउथ अफ्रीका में खेले गए आईपीएल के दौरान की है। डरबन में हमारा मैच मुंबई इंडियंस से था।'

उन्होंने बताया- मैच से पहले टीम के एक को-ओनर मेरे पास आए। वह भी हैदराबाद से थे। टीम मालिकों में से एक सदस्‍य हमारी स्‍थानीय लीग में हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन सिस्‍टम का हिस्‍सा थे। वह मुझे बचपन से जानते हैं। साउथ अफ्रीका में मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था तो उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं सचिन पाजी का विकेट लेता हूं तो वह मुझे एक स्पेशल गिफ्ट देंगे।'

ओझा ने बताया, 'इस मैंने उनसे कहा कि सर अगर मैंने पाजी का विकेट लिया तो मुझे एक घड़ी चाहिए। वह जानते थे कि मैं घड़ी का शौकीन हूं। अगले दिन ऐसा हो भी गया। मुझे सचिन पाजी का विकेट मिला। टीम मालिक ने अपना वादा निभाया और मुझे घड़ी गिफ्ट में दी।' उस मैच में प्रज्ञान ने न केवल सचिन का यादगार विकेट लिया, बल्कि डेक्‍कन चार्जर्स को 12 रन की जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई। उन्हें प्‍लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।

प्रज्ञान ओझा इंटरनैशनल लेवल पर टीम इंडिया के लिए बहुत अधिक नहीं खेले, लेकिन उनका और सचिन का साथ काफी लंबा रहा है। वे दोनों मुंबई इंडियंस टीम में लंबे समय तक ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हैं। रोचक बात यह भी है कि सचिन के संन्‍यास वाली टेस्‍ट सीरीज प्रज्ञान ओझा के लिए भी आखिरी साबित हुई थी। वानखेड़े टेस्‍ट में 10 विकेट लेने के बावजूद उन्‍हें दूसरा मौका नहीं मिला।

'नस्लवाद भी अपराध, मिले फिक्सिंग जैसी सजा' June 28, 2020 at 02:36AM

लंदनवेस्टइंडीज टेस्ट टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा है कि नस्लवाद के अपराध की भी उसी तरह सजा मिलनी चाहिए जिस तरह डोपिंग और मैच फिक्सिंग की मिलती है। होल्डर ने कहा है कि खेल में नस्लवाद का मुद्दा उभर रहा है और इसे खेल में बाकी अपराधों की तरह ही लेना चाहिए। होल्डर एक इंटरव्यू में कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि डोपिंग और भ्रष्टाचार पर जो पेनाल्टी है नस्लवाद को लेकर उससे अलग होना चाहिए। अगर हमारे खेल में मुद्दे हैं तो हमें सभी को समान तरीके लेना चाहिए।’ होल्डर ने कहा कि सीरीज से पहले डोपिंग और भ्रष्टाचार के साथ ही नस्लवाद को लेकर खिलाड़ियों को जानकारी देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘सीरीज से पहले डोपिंग रोधी और भ्रष्टाचार रोधी बैठक के साथ ही शायद हमें नस्लवाद रोधी बैठक भी करना चाहिए।' उन्होंने कहा- मेरा संदेश साफ है कि इसे लेकर लोगों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित किया जाना चाहिए। मैंने खुद कोई नस्लीय टिप्पणी नहीं सुनी लेकिन दूसरों को लेकर सुनी और देखी हैं। यह ऐसी चीज है जिसके साथ आप खड़े नहीं हो सकते। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में श्वेत पुलिसकर्मी की बेरहमी से अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से दुनिया भर में नस्लवाद का मुद्दा उठ रहा है। कई क्रिकेटरों ने भी नस्लीय भेदभाव की शिकायत की है। (आईएएनएस के इनपुट के साथ)

पूर्व ऑस्ट्रेलियन कप्तान मार्क टेलर ने कहा- भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच यह आइकॉनिक मैच बगैर दर्शकों के अच्छा नहीं लगेगा June 28, 2020 at 01:21AM

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाला बॉक्सिंग-डे टेस्ट एक आइकॉनिक मैच होगा। यह बगैर दर्शकों के अच्छा नहीं लगेगा। हालांकि, इससे पहले प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सभी खेलों के लिए स्टेडियम में 25% दर्शकों को आने की मंजूरी दे चुके हैं।

भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अक्टूबर में तीन टी-20 खेलना है। इसके बाद 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक टी-20 वर्ल्ड कप होगा। फिर भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में ही 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज भी खेलना है। इसकी शुरुआत 3 दिसंबर को ब्रिस्बेन टेस्ट से होगी। 26 दिसंबर को मेलबर्न में बॉक्सिंग डे और फिर 3 जनवरी को सिडनी में न्यू ईयर टेस्ट खेला जाएगा।

पर्थ या एडिलेड में कराया जाना चाहिए टेस्ट
टेलर ने एक न्यूज चैनल से कहा, ‘‘क्रिसमस के दौरान ऑस्ट्रेलिया में क्या हालात होंगे, यह आप समझ सकते हैं। ऐसे में मेलबर्न का एमसीजी स्टेडियम सिर्फ 10 या 20 हजार दर्शकों की मेजबानी ही कर सकता है। यह भारत-ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के बीच होने वाले बड़े मैच के लिए बहुत कम है। आप इसे पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम या फिर एडिलेड के ओवल में भी फुल फैंस के साथ करा सकते हैं। एडिलेड में तो लोग भारतीयों को खेलते देखना पसंद भी करते हैं।’’

टिम पेन भी चाहते हैं पूरे दर्शकों के साथ हो बॉक्सिंग-डे टेस्ट
हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने भी कह चुके हैं कि बॉक्सिंग डे टेस्ट दर्शकों से भरे स्टेडियम में होना चाहिए। टीम भी यही चाहती है। टिम पेन को लगता है कि विक्टोरिया राज्य में कोरोना के मामले ज्यादा बढ़ रहे हैं। ऐसे में मेलबर्न में 26 दिसंबर को होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट को पर्थ में शिफ्ट किया जा सकता है।

शिफ्ट होने पर ऑप्टस स्टेडियम में हो सकता है बॉक्सिंग डे टेस्ट
प्रधानमंत्री की मंजूरी के बावजूद यह सरकार पर डिपेंड होगा कि वे बॉक्सिंग डे टेस्ट को खाली स्टेडियम में कराते हैं, या फिर कुछ दर्शकों को मंजूरी देते हैं। यदि यह बॉक्सिंग-डे टेस्ट पर्थ में शिफ्ट किया जाता है, तो ऑस्ट्रेलिया बोर्ड इसे ऑप्टस स्टेडियम में पूरे दर्शकों के साथ करा सकता है। इस स्टेडियम की कैपेसिटी 60 हजार दर्शकों की है। रिपोर्ट्स की मानें तो यह मैच मेलबर्न में ही बगैर दर्शकों के कराया जाना तय हुआ है।



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2018 में 4 टेस्ट की सीरीज में विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने टिम पेन की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2-1 से हराया था।

भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट: इस बात से नाराज दिग्गज June 28, 2020 at 12:40AM

मेलबर्नपूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट जैसा कोई भी ‘बड़ा’ मैच दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में खेला जाना चाहिए। विक्टोरिया में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अधिकारियों को मैच को मेलबर्न क्रिकेट क्लब (एमसीजी) से हटाने में हिचकना नहीं चाहिए। टेलर ने कहा कि पर्थ का ऑप्टस स्टेडियम और एडीलेड ओवल, जहां स्थिति नियंत्रण में है, इस प्रतिष्ठत टेस्ट मैच की मेजबानी का अधिकारी हासिल करने की दौड़ में शामिल हैं। पिछले कुछ दिनों में विक्टोरिया में कोविड-19 के मामलों में इजाफा हुआ है जिससे मेलबर्न के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लागू किया जा सकता है। टेलर ने ‘चैनल 9’ से कहा, ‘क्या इसे दूसरी जगह आयोजित नहीं किया जा सकता? बेशक, ऑस्ट्रेलिया में जो हो रहा है उसे देखते हुए क्रिसमस तक शायद एमसीजी में 10 या 20 हजार लोगों की ही मेजबानी हो पाए जो ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसे बड़े टेस्ट के लिए काफी अच्छा नहीं लगेगा।’ उन्होंने कहा, ‘आप पर्थ में ऑप्टस स्टेडियम में मैच करा सकते हैं या पूरे दर्शकों के लिए एडीलेड ओवल जा सकते हैं। एडीलेड के लोगों को भारतीयों को खेलते हुए देखना पसंद है। भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए विश्व कप के मैच के टिकट 52 मिनट के आसपास में ही बिक गए थे।’ पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट संघ (वाका) की प्रमुख क्रिस्टीना मैथ्यूज ने इस हाई प्रफाइल टेस्ट सीरीज के आयोजन स्थल के रूप में पर्थ पर ब्रिसबेन को तरजीह देने के लिए पिछले महीने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर निशाना साधा था। टेलर का मानना है कि वाका विराट कोहली और उनकी टीम की मेजबानी का मौका हासिल करने का पूरा प्रयास करेगा। उन्होंने कहा, ‘यह स्थल, विशेष रूप से पर्थ इस मौके का फायदा उठाने का पूरा प्रयास करेगा क्योंकि खचाखच भरा स्टेडियम बेहतर लगेगा।’ ऑप्टस स्टेडियम में 60 हजार दर्शकों को बैठाने की क्षमता है और एमसीजी के बाद इसे ऑस्ट्रेलिया में सर्वश्रेष्ठ स्थल माना जाता है।

कोरोना ड्रामा: PCB-हफीज पर भड़के शोएब अख्तर June 28, 2020 at 01:26AM

लाहौरपाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज () ने पाकिस्तान क्रिकेट में जारी कोरोना वायरस ड्रामा पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और ( Covid-19 Test) दोनों को लताड़ लगाई। उन्होंने कहा है कि हरफनमौला खिलाड़ी मोहम्मद हफीज को अपने निजी स्तर पर कराए गए कोरोना वायरस टेस्ट के बारे में ट्विटर पर लिखने के बजाए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को अलग से बता देना चाहिए था। पीसीबी द्वारा कराए गए पहले टेस्ट में हफीज पॉजिटिव आए थे लेकिन उन्होंने निजी तौर पर अपने स्तर पर अपना अलग से टेस्ट कराया था जिसमें वह नेगेटिव आए थे। इसकी जानकारी हफीज ने ट्विटर पर दी थी। पीसीबी ने शनिवार को बताया कि हफीज उन छह खिलाड़ियों में से हैं जिनका दूसरा टेस्ट नेगेटिव आया है। अख्तर ने अपने यूटयूब चैनल पर कहा, ‘पीसीबी ने थोड़ा मिसमैनेजमेंट किया, हमने अचानक से खिलाड़ियों की टेस्टिंग करना शुरू कर दी, अब खिलाड़ी पॉजिटिव आ रहे हैं। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका शायद लाहौर है इसके बाद काराची। मैं कह सकता हूं कि अगर आप लगातार टेस्ट करते रहेंगे तो आपको ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव मामले मिलेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘अब जबकि टेस्ट हो चुके हैं, मेरी हफीज को सलाह यह है कि वह दोबारा टेस्ट कराएं, लेकिन उन्हें टेस्ट का परिणाम ट्विटर पर नहीं पोस्ट करना चाहिए था। उन्हें सीधे पीसीबी को यह बात बतानी चाहिए थी। आप बोर्ड से संबंध खराब नहीं कर सकते। इंग्लैंड का दौरा पाकिस्तान के लिए काफी बड़ा है। अगर हमें वहां टेस्ट सीरीज जीतनी है तो हमें वहां अपनी मजबूत टीम भेजनी चाहिए।’ पढ़ें- शनिवार को पीसीबी ने बताया था कि फखर जमां, मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद रिजवान, शादाब खान और वहाब रियाज के दूसरे टेस्ट नेगेटिव आए हैं। बता दें कि इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान टीम रवाना हो चुकी है।

किसी भी सीरीज से पहले एंटी-डोपिंग और एंटी-करप्शन के साथ एंटी-रेसिज्म के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाया जाए: जेसन होल्डर June 28, 2020 at 12:27AM

वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि नस्लवाद को भी क्रिकेट में डोपिंग और मैच फिक्सिंग की तरह गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि टीमों को किसी भी सीरीज से पहले एंटी-डोपिंग और एंटी-करप्शन के साथ एंटी-रेसिज्म के खिलाफ जागरुक करने के लिए सेमीनार की शुरूआत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने किसी नस्लीय भेदभाव का अनुभव नहीं किया है, लेकिन मैंने अपने आसपास ऐसा सुना या देखा है।’’

होल्डर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि नस्लवाद किसी भी तरह डोपिंग या भ्रष्टाचार से अलग है। इसके लिए अलग से जुर्माना लगाया जाना चाहिए। अगर हमने खेल के अंदर भी इन मामलों को देखा है, तो हमें उनके साथ समान रूप से निपटना चाहिए।’’

खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की गवर्निंग बॉडी के एंटी-रेसिज्म कोड के तहत कोई खिलाड़ी तीसरी बार दोषी पाया जाता है, तो उस पर आजीवन प्रतिबंध लग सकता है। वहीं पहली बार गलती के लिए 4 टेस्ट या 8 मैचों में खेलने पर प्रतिबंध लगता है।

सरफराज पर लगा था 4 मैच का प्रतिबंध
पिछले साल पाकिस्तान टीम के कप्तान रहे सरफराज अहमद ने दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर एंडिले फेहुलक्वायो पर नस्लवादी टिप्पणी की थी। इसके बाद सरफराज को 4 मैचों का प्रतिबंध झेलना पड़ा था।

आईसीसी ने गेल और सैमी का साथ दिया
इसी महीने वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी और क्रिस गेल ने भी कहा था कि उन्हें कई बार नस्लवाद का सामना करना पड़ा। उन्होंने ब्लैक लाइव्स मैटर्स कैम्पेन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। आईसीसी ने भी ट्वीट कर इनका साथ दिया था। ब्लैक लाइव्स मैटर्स कैम्पेन अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद सामने आया था।

इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज में हो सकता है नस्लवाद का विरोध
इंग्लैंड अगले महीने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज के सांथ मिलकर नस्लवाद के विरोध करने पर विचार करेगा। वेस्टइंडीज को इंग्लैंड में तीन टेस्ट की सीरीज खेलना है। पहला मैच 8 जुलाई से होगा। कोरोना के बीच करीब 3 महीने बाद इस सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट की भी वापसी होगी।



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जेसन होल्डर ने कहा- मुझे नहीं लगता कि नस्लवाद किसी भी तरह डोपिंग या भ्रष्टाचार से अलग है। इसके लिए अलग से जुर्माना लगाया जाना चाहिए। -फाइल फोटो

'धोनी में अब भी दम, उन्हें रिप्लेस करना मुश्किल' June 28, 2020 at 12:39AM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी () 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के बाद से क्रिकेट से बाहर हैं। उनके बारे में समय-समय पर तमाम बातें होती रहती हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यही समय है जब धोनी को अपने खेलने या नहीं खेलने पर विचार करना चाहिए और फैसला करना चाहिए। हालांकि, नहीं खेलने वाली बात से टीम इंडिया के (Vikram Rathore) असहमत हैं। उनका मानना है कि धोनी में अब भी दम है। उन्होंने एक लाइव फेसबुक चैट पर कहा- महेंद्र सिंह धोनी अब भी हैं और उन्हें आज भी रिप्लेस नहीं किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि पंत काफी टैलेंटेड हैं। अगर टीम मैनेजमेंट सपॉर्ट नहीं करता तो उनका टीम में बने रहना मुश्किल था। हमें पता है कि वह खास खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें रन बनाना होगा। धोनी की अचीवमेंट्स पर बात करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा- महेंद्र सिंह धोनी ने अपने इंटरनैशनल करियर में जो किया उसे कर पाना आसान नहीं होता। उन्हें रिप्लेस करना मुश्किल है। हालांकि, पंत आगे चलकर विनर बन सकते हैं। उनमें प्रतिभा है। उनका पिछला साल बहुत अच्छा नहीं रहा हे, लेकिन टीम उन्हें सपॉर्ट कर रही है। उल्लेखनीय है कि पंत को धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन कई अहम मौके पर पंत ने खराब प्रदर्शन किया और मौके गंवा दिए। उसके बाद विकेटकीपर के तौर पर टेस्ट में ऋद्धिमान साहा की वापसी हुई, जबकि लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट में केएल राहुल ने दस्ताने की जिम्मेदारी संभाली। इस तरह से पंत सीन से बाहर होते दिखाई दे रहे हैं।

विंडीज के मुख्य कोच एक अंतिम संस्कार के बाद इंग्लैंड पहुंचे, सेल्फ आइसोलेशन में रह रहे; 8 जुलाई से होगा पहला टेस्ट June 27, 2020 at 11:42PM

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के मुख्य कोच फिल सिमंस एक अंतिम संस्कार में शामिल होकर इंग्लैंड पहुंचे हैं। वे खुद होटल के कमरे में सेल्फ आइसोलेशन में रह रहे हैं। उनकी गैर मौजूदगी में टीम के सहायक कोच रोडी एस्टविक और रेयान ग्रिफिथ पर टीम की जिम्मेदारी आ गई है। सिमन कोरोना टेस्ट होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वे टीम के साथ जुड़ सकेंगे।

वेस्टइंडीज को इंग्लैंड में 3 टेस्ट की सीरीज खेलना है। इसका पहला मैच 8 जुलाई से खेला जाएगा। सीरीज बगैर दर्शकों के होगी। इसके साथ ही कोरोना के बीच करीब 3 महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो रही है।

इंग्लैंड हमें कमजोर समझ रहा, यह हमारे लिए ही फायदेमंद: जोसेफ

वहीं, वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ ने कहा कि इंग्लैंड हमारे पेस अटैक को कमजोर समझ रहा है। यह हमारे लिए फायदेमंद है। वेस्टइंडीज टीम में जोसेफ के अलावा कप्तान जेसन होल्डर, शैनन गेब्रियल और केमार रोच शामिल हैं। इनमें सबसे कम अनुभवी जोसेफ हैं। उन्होंने अब तक 9 टेस्ट खेले हैं।

मुझे अपनी कैपेसिटी पता है: जोसेफ

जोसेफ ने कहा, ‘‘यह सभी को पता है कि मेरे अलावा टीम में शामिल तीनों पेसर मेरे से ज्यादा अनुभवी हैं। मैं टीम में नहीं रहूंगा, तब भी टीम कमजोर नहीं होगी। ऐसे में मेरा काम अपने साथी गेंदबाजों की मदद करना और बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखना है। कम उम्र के कारण मुझे कमजोर कड़ी नहीं माना जाएगा, बल्कि मेरे पास अनुभव कम है। विपक्षी टीम की यह सोच मेरे लिए फायदेमंद होगी, क्योंकि मुझे अपनी कैपेसिटी पता है।’’

जोसेफ का दूसरी बार इंग्लैंड दौरा
जोसेफ का यहा दूसरा इंग्लैंड दौरा है। इससे पहले 2017 में एक सीरीज खेल चुके हैं। तब सीरीज में वेस्टइंडीज को 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। जोसेफ ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि जब मैं पहली बार इंग्लैंड आया था, तब मेरे पास ज्यादा अनुभव नहीं था। मुझे अपने पिछले इंग्लैंड टूर से काफी कुछ सीखने को मिला था। अब पिछली बार की तुलना में मेरी बॉलिंग में काफी सुधार है।’’

मां की मौत के कुछ ही घंटों के बाद लौट आए थे जोसेफ
जोसेफ अपनी मां की मौत के कुछ ही घंटों बाद टीम में लौट आए थे। जोसेफ ने कहा, ‘‘सच कहूं तो वह मेरे लिए मुश्किल समय था, लेकिन वही मेरी प्रेरणा थी। वे आज मेरी यादों में जिंदा हैं। उन्हें मेरे फैसले पर गर्व होगा। मैनें वह सब कुछ किया, जो वे कहा करती थीं।’’



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वेस्टइंडीज को इंग्लैंड में 3 टेस्ट की सीरीज खेलना है। इसका पहला मैच 8 जुलाई से खेला जाएगा। सीरीज बगैर दर्शकों के होगी। -फाइल फोटो

2007 से 2013 में कितने बदले धोनी, पठान ने बताया June 27, 2020 at 10:56PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि ने 2007 में जब कप्तानी शुरू की, तब वह अपने गेंदबाजों पर नियंत्रण करना पसंद करते थे। पठान ने आगे कहा कि 2013 तक इस वर्ल्ड कप विजेता पूर्व कप्तान ने उन पर भरोसा करना शुरू कर दिया था। इरफान पठान 2007 टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम और 2013 चैंपियंस ट्रोफी जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। पठान ने कहा कि इन 6 साल में धोनी काफी शांत नेतृत्वकर्ता भी बन गए थे। पढ़ें, 35 वर्षीय पठान से ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ शो में धोनी के कप्तान के रूप में 2007 और 2013 के बीच बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘2007 में यह पहली बार था और जब आपको टीम की अगुआई की बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है तो आप थोड़े उत्साहित हो जाते हो। हालांकि टीम बैठक हमेशा कम समय की होती थी, 2007 में भी और 2013 में चैंपियंस ट्रोफी के दौरान भी। सिर्फ पांच मिनट की मीटिंग।’ इस साल के शुरू में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करने वाले इस तेज गेंदबाज ने धोनी में एक बदलाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘2007 में वह उत्साहित होकर विकेटकीपिंग से गेंदबाजी छोर तक भागा करते थे और साथ ही गेंदबाजों पर भी नियंत्रण करने की कोशिश करते थे लेकिन 2013 में वह गेंदबाजों को खुद पर नियंत्रण करने देते थे। वह बहुत शांत हो गए थे।’ पढ़ें, पिछले साल वनडे विश्व कप में भारतीय टीम के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद से धोनी ने किसी भी तरह का प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है। उन्होंने 2007 से लेकर 2016 तक देश की सीमित ओवर टीम की अगुआई की और टेस्ट क्रिकेट में 2008 से 2014 तक कप्तानी संभाली। 38 साल का यह खिलाड़ी एकमात्र कप्तान है जिसने सभी आईसीसी ट्रोफियां जीती हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 वर्ल्ड टी20, 2010 और 2016 एशिया कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रोफी अपने नाम की। पठान ने कहा कि 2013 तक धोनी ने मैच जीतने के लिए मुश्किल परिस्थितियों में स्पिनरों को लगाना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, ‘2007 और 2013 के बीच उन्होंने अपने धीमे गेंदबाजों और स्पिनरों पर भरोसा करने का अनुभव हासिल किया और जब तक चैंपियंस ट्रोफी आई, वह बहुत स्पष्ट होते थे कि अहम मौके पर मैच जीतने के लिए उन्हें अपने स्पिनरों को लगाना होगा।’

इंग्लैंड के लिए पाक टीम रवाना, आजम ने लिखा-दुआओं की जरूरत June 27, 2020 at 11:47PM

नई दिल्लीपाकिस्तान क्रिकेट टीम रविवार को इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना हो गई। टीम के साथ 20 खिलाड़ी और 11 सपॉर्ट स्टाफ सदस्य हैं। इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 'जैव-सुरक्षित' माहौल में तीन टेस्ट और तीन टी-20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज खेली जानी है। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच 30 जुलाई से टेस्ट सीरीज शुरू होगी जिसके बाद तीन टी20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज खेली जाएगी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जिसमें खिलाड़ी एयरपोर्ट पर नजर आ रहे हैं। पढ़ें, इसके अलावा तस्वीरों में खिलाड़ी प्लेन में बैठे नजर आ रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान की टी20 और वनडे टीम के कैप्टन ने सोशल मीडिया पर लिखा कि फैंस, आपकी दुआओं की जरूरत रहेगी। पीसीबी ने शुरुआत में 29 खिलाड़ियों के एक दल को भेजने की योजना बनाई थी, लेकिन 10 खिलाड़ी इस सप्ताह के शुरू में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इसके बाद खिलाड़ियों की संख्या भी कम हो गई। पाकिस्तान की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान बाबर आजम ने भी एक तस्वीर रविवार को सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने लिखा, 'इंग्लैंड के एक और ऐतिहासिक दौरे पर रवाना होते हुए। इंग्लैंड में खेलना हमेशा से काफी अच्छा रहा है। मैं प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के ग्रुप के साथ इस दौरे पर जाने के लिए उत्सुक हूं। फैंस हमेशा की तरह हमें आपकी दुआओं की जरूरत होगी।' एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी टीम मैनचेस्टर पहुंचेगी जहां से खिलाड़ियों और सपॉर्ट स्टाफ को वॉरसेस्टरशायर भेजा जाएगा। इसके बाद उनका कोविड-19 टेस्ट होगा। मेहमान टीम को फिर 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रहना होगा। हालांकि इस दौरान ट्रेनिंग की अनुमति रहेगी। (इनपुट एजेंसी से)

विराट जब चाहें, किसी मैच का रुख बदल सकते हैं: कोच June 27, 2020 at 10:16PM

नई दिल्लीभारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच ने कहा है कि कप्तान की ताकत है कि वह हर फॉर्मेट में उसकी जरूरत के मुताबिक खेल सकते हैं। राठौड़ ने आगे कहा कि विराट की सबसे अच्छी बात यह है कि वह खेल को लेकर काफी समर्पित हैं। 51 वर्षीय राठौड़ ने 'स्पोर्ट्सकीड़ा' से कहा, ‘मेरे हिसाब से विराट में सबसे अच्छी बात खेल को लेकर उनका समर्पण है। वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनना चाहते हैं और इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं। वह काफी प्रयास करते हैं और मैंने जितने क्रिकेटर देखे हैं, उनमें से वह सबसे ज्यादा मेहनती हैं। इसके अलावा मुझे लगता है कि उनकी स्थिति के साथ तालमेल बिठाने की क्षमता काफी अच्छी है।’ पढ़ें, राठौड़ ने कहा, ‘‘वह एक तरह के खिलाड़ी नहीं हैं। वह जब चाहें मैच का रूख बदल सकते हैं। वह हर फॉर्मेट को अलग तरह से खेलते हैं और यह उनके सबसे मजबूत पहलूओं में से एक है।’ करियर में 6 टेस्ट और 7 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले राठौड़ ने आईपीएल-2016 का उदाहरण दिया जब कोहली ने लीग में 973 रन बनाए थे और अकेले दम पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को फाइनल में ले गए थे। उन्होंने कहा, ‘सबसे बेहतरीन उदाहरण जो मैंने देखा है, वो आईपीएल-2016 में जहां उन्होंने चार शतक और 40 तकरीबन छक्के मारे थे। वह शानदार फॉर्म में चल रहे थे और इसके बाद हमें वेस्टइंडीज का दौरा करना था। दो महीने आईपीएल में खेलने के बाद वह वेस्टइंडीज गए और पहले ही मैच में दोहरा शतक जमाया वो भी बिना किसी सिक्स लगाए।’

बुंदेसलिगा के इस सीजन में सबसे ज्यादा 34 गोल दागे; लीग के इतिहास में लगातार 11 मैच में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी June 27, 2020 at 10:20PM

जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंदेसलीगा के मौजूदा सीजन में बायर्न म्यूनिख पहले ही खिताब जीत चुका है। इसी टीम के स्ट्राइकर रॉबर्ट लेवनडॉस्की ने 31 मैच में सबसे ज्यादा 34 गोल दागे और 4 असिस्ट किए हैं। उन्हें 50% से ज्यादा वोट मिलने के बाद इस साल का बेस्ट प्लेयर चुना गया है। शनिवार को इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है।

पोलैंड के स्टार फुटबॉलर लेवनडॉस्की ने इस बार बुंदेसलिगा में अब तक किसी भी सीजन में सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस है। वे 5वीं बार लीग के टॉप स्कोरर बने हैं। लेवनडॉस्की ने इस बार लगातार 11 मैच में गोल किया है और ऐसा करने वाले वे इतिहास के पहले खिलाड़ी हैं।

टिमो वेर्नेर 28 गोल के साथ दूसरे नंबर पर
लेवनडॉस्की के बाद दूसरे नंबर पर जेडॉन सेंचो को सबसे ज्यादा वोट मिले। बुंदेसलिगा में सबसे ज्यादा गोल के मामले में सेंचो तीसरे नंबर पर रहे। उन्होंने 32 मैच में 17 गोल किए। इस सीजन में लेवनडॉस्की के बाद आरबी लिपजिग के टिमो वेर्नेर ने 34 मैच में 28 गोल किए।

खिलाड़ी टीम मैच गोल
रॉबर्ट लेवनडॉस्की बॉयर्न म्यूनिख 31 34
टिमो वेर्नेर आरबी जिपजिग 34 28
जेडॉन सेंचो बोरुसिया डॉर्टमंड 32 17
वाउट वेगहॉर्स्ट वीएफएल वोल्फ्सबर्ग 32 16
रूवेन हेनिंग्स फॉरच्यूना डसेलडॉर्फ 32 15

लगातार 5वें साल 40 से ज्यादा गोल करने वाले तीसरे खिलाड़ी
लेवनडॉस्की लगातार 5वें साल में 40 से ज्यादा गोल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले यह कारनामा पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी कर चुके हैं।

दो सीजन में लेवनडॉस्की ने रोनाल्डो को पीछे छोड़ा
लेवनडॉस्की ने हर साल शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन मेसी और रोनाल्डो के आगे वे हमेशा ही अनदेखे किए जाते रहे। पिछले 11 बैलन डी'ओर अवॉर्ड सिर्फ मेसी और रोनाल्डो ने ही जीते हैं। हालांकि, पिछले 5 में से 2 सीजन में लेवनडॉस्की ने रोनाल्डो को गोल के मामले में पीछे छोड़ा है।

लेवनडॉस्की ने गोल कर टीम को लगातार 8वां खिताब जिताया
17 जून को बॉयर्न म्यूनिख ने वेर्डर ब्रेमेन क्लब को 1-0 से हराकर खिताब जीता था। टीम के लिए विजयी गोल लेवनडॉस्की ने ही किया था। बॉयर्न ने लगातार 8वीं बार खिताब जीता है। 27 जून को सीजन का आखिरी मैच खेला गया। पॉइंट टेबल में बॉयर्न म्यूनिख 82 अंक के साथ टॉप पर रही। टेबल में शीर्ष पर रहने वाली टीम ही चैम्पियन होती है।



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पोलैंड के रॉबर्ट लेवनडॉस्की ने इस बार बुंदेसलिगा में अब तक किसी भी सीजन में सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस है। वे 5वीं बार लीग के टॉप स्कोरर बने हैं।

'TV स्क्रीन पर शाहरुख से भी बेहतर होते हैं धोनी' June 27, 2020 at 08:58PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कई टीवी विज्ञापनों में नजर आते हैं। उनके साथ कई ऐड को लेकर काम कर चुके पूर्व रणजी क्रिकेटर और एक बड़ी कंपनी में क्रिएटिव चीफ पीयूष पांडे ने कहा कि स्क्रीन पर धोनी बेस्ट क्रिकेटर हैं। गौरव कपूर के साथ एक पॉडकास्ट में पीयूष पांडे ने धोनी की ऐक्टिंग की काफी तारीफ की। गौरव ने जब पूछा कि स्क्रीन पर बेस्ट ऐक्टर कौन सा क्रिकेटर है, तो पीयूष ने बिना ज्यादा सोचे महेंद्र सिंह धोनी का नाम लिया। उन्होंने कहा, 'अगर आपको मेरी बात पर यकीन ना आए तो करीब 10 साल पुराना उनका एक वीडियो शूट देखिए। धोनी और बॉलिवुड ऐक्टर शाहरुख खान उस ऐड में साथ काम कर रहे थे।' देखें, पीयूष ने आगे कहा, 'जब आप उस ऐड को देखेंगे तो समझ जाएंगे कि मैं कितना सही हूं। भले ही शाहरुख साथ में थे, लेकिन धोनी ने सभी का ध्यान खींचा। वह कमाल की ऐक्टिंग करते हैं।' पीयूष ने धोनी के साथ कई ऐड को लेकर काम किया है जिसमें सीमेंट, मोबाइल कंपनी से जुड़े विज्ञापन भी शामिल हैं। राजस्थान के लिए रणजी क्रिकेट खेल चुके पीयूष पांडे फिलहाल एक बड़ी कंपनी में क्रिएटिव चीफ के तौर पर काम करते हैं। पीयूष ने कहा कि शायद सबसे पहले टीवी पर विज्ञापनों में दिग्गज सुनील गावसकर, रवि शास्त्री और संदीप पाटिल काउी समय पहले एक कोल्ड ड्रिंक में ऐड में दिखे थे। इतना ही नहीं, कपिल देव भी एक फ्लिकर बुक में नजर आए। साल 2016 में पद्मश्री से नवाजे गए पीयूष पांडे ने टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार टाइगर पटौदी के साथ भी काम किया। उन्होंने बताया कि वह टाइगर के साथ वर्ल्ड कप के लिए रोज एक ऐड लिखते थे। पीयूष ने साथ ही कहा कि टाइगर उनके काफी अच्छे दोस्त और मेंटॉर भी थे। वह टाइगर के भतीजे साद बिन के साथ कॉलेज क्रिकेट भी खेले।

विक्रम राठौड़ ने कहा- विराट परिस्थिति के हिसाब से अपना खेल बदल लेते हैं, यही उनकी सबसे बड़ी खासियत June 27, 2020 at 09:12PM

भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ (51) ने कप्तान विराट कोहली की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कोहली परिस्थिति के हिसाब से अपना खेल कभी भी बदल सकते हैं। यही उनकी सबसे बड़ी खासियत भी है। विक्रम ने कहा कि भारतीय कप्तान हर एक फॉर्मेट में जरूरत के हिसाब से खेलते हैं।

एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बात करते हुए विक्रम ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि कोहली का कमिटमेंट ही उनकी सबसे अच्छी बात यह है। वे दुनिया का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बनना चाहते हैं और उसके लिए वे कड़ी मेहनत भी करते हैं। मैंने उन्हें यह सब करते हुए देखा भी है। मुझे लगता है कि हर एक परिस्थिति में ढलने की क्षमता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।’’

फॉर्मेट के हिसाब से खेलते हैं कोहली
उन्होंने कहा, ‘‘वे सिर्फ एक ही तरह से खेलने वाले खिलाड़ी नहीं हैं। वे अपना खेल जरूरत के हिसाब से कभी भी बदल सकते हैं। उन्होंने सभी फॉर्मेट में अलग-अलग तरीके से क्रिकेट खेला है। यही उनकी एक सबसे बड़ी ताकत भी है।’’

कोहली ने आईपीएल 2016 में 973 रन बनाए थे
विक्रम ने कहा, ‘‘इसका एक सबसे बड़ा उदाहरण आप 2016 के आईपीएल सीजन से ले सकते हैं। तब मैंने उनका शानदार खेल देखा था। उस दौरान कोहली ने सीजन में 4 शतक और 40 अलग-अलग तरीके से सिक्स लगाए थे। दो महीने आईपीएल खेलने के बाद टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी। वहां भी कोहली ने पहले ही टेस्ट में दोहरा शतक लगाया था। इस पारी में उन्होंने हवा में भी कोई शॉट नहीं मारा था।’’ कोहली ने आईपीएल के 2016 सीजन में 973 रन बनाए थे।

बल्लेबाजी कोच ने कहा, ‘‘इसलिए, आपको अपनी बल्लेबाजी में बदलाव लाते रहना चाहिए, क्योंकि आप अलग-अलग फॉर्मेट में खेलते हैं। हालांकि, ज्यादातर क्रिकेटर ऐसा नहीं करते हैं। मुझे लगता है कि विराट कोहली अपने एक अलग ही तरीके से क्रिकेट खेलना चाहते हैं। वे अलग-अलग परिस्थितियों में खेल सकते हैं।’’

भारतीय कप्तान ने आईपीएल में सबसे ज्यादा 5412 रन बनाए
कोहली ने 86 टेस्ट में 53.62 की औसत से 7240 रन बनाए हैं। उन्होंने 27 शतक भी लगाए हैं। उनके नाम 248 वनडे में 11867 और 81 टी-20 में 2794 रन हैं। कोहली ने आईपीएल के 177 मैच में अब तक सबसे ज्यादा 5412 रन बनाए हैं।



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कोहली ने 86 टेस्ट में 7240 रन बनाए हैं। उनके नाम 248 वनडे में 11867 और 81 टी-20 में 2794 रन हैं। -फाइल फोटो