Monday, June 15, 2020

इस साल टी-20 वर्ल्ड कप होना बेहद मुश्किल, वायरस के कारण 16 टीमों को एक जगह लाना कठिन चुनौती: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया June 15, 2020 at 08:20PM

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा कि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप होना बेहद मुश्किल है। एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में एडिंग्स ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। ऐसे में 16 देशों की टीमों को वर्ल्ड कप के लिए एक जगह लाना कठिन चुनौती होगी।

ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में इस साल टी-20 वर्ल्ड कप 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। टूर्नामेंट को लेकर अगले महीने होने वाली इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की बैठक में फैसला लिया जाएगा।

16 टीमों को ऑस्ट्रेलिया लाने की कोशिश हो रही
एडिंग्स ने कहा, ‘‘मेरा कहना है कि यह (वर्ल्ड कप) होना मुश्किल लग रहा है। हालांकि, अभी टूर्नामेंट के टलने या रद्द होने की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हम 16 देशों की टीमों को ऑस्ट्रेलिया लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब भी कई देश ऐसे हैं, जहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में सच्चाई यह है कि ये बहुत ज्यादा मुश्किल होने वाला है।’’

वर्ल्ड कप की जगह आईपीएल होना संभव
यदि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप टला, तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) करा सकता है। फिलहाल, कोरोना के कारण आईपीएल पहले ही अनिश्चितकाल के लिए टाला जा चुका है।

स्टेडियम में 25% दर्शकों को आने की मंजूरी
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने देश में खेलों की वापसी को लेकर 12 जून को अहम घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि अगले महीने से 25% दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत होगी। इस फैसले के बाद टी-20 वर्ल्ड कप होने की उम्मीदें बढ़ गई थीं, लेकिन एडिंग्स के बयान ने फिर सस्पेंस बढ़ा दिया है।

खिलाड़ियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सबसे जरूरी: आईसीसी
आईसीसी के सीईओ मनु साहनी ने 10 जून को हुई बैठक के बाद कहा था- हमें इस पर फैसला करने के लिये केवल एक मौका मिलेगा और यह सही होना चाहिए। हम अपने सदस्यों, ब्रॉडकास्टर्स, सरकारों और खिलाड़ियों से सलाह लेना जारी रखेंगे ताकि उचित फैसला करें।

आईसीसी के मुताबिक, कोरोना की वजह से पैदा हुए हालात में खिलाड़ियों समेत सभी लोगों का स्वास्थ्य अहम है। इसलिए बोर्ड तेजी से बदल रहे हालात की लगातार समीक्षा कर रहा है। ताकि स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्रिकेट टूर्नामेंट कराने का रास्ता निकाला जा सके।



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पिछला टी-20 वर्ल्ड कप 2016 वेस्टइंडीज ने जीता था। तब फाइनल में इंग्लैंड को शिकस्त दी थी। यह टूर्नामेंट भारत की मेजबानी में हुआ था।

80% कर्मचारियों को काम से निकालने वाले सीईओ केविन रॉबर्ट्स ने इस्तीफा दिया, आर्थिक तंगी से जूझ रहा है बोर्ड June 15, 2020 at 07:03PM

कोरोनावायरस के बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इसी बीच सीए के चीफ एग्जीक्यूटिव (सीईओ) केविन रॉबर्ट्स ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आर्थिक तंगी के कारण 80% कर्मचारियों को काम से निकाल दिया था। इसके बाद उनकी काफी आलोचना हो रही थी।

रॉबर्ट्स की जगह निक हॉकले को सीए का अंतरिम चीफ एग्जीक्यूटिव बनाया गया है। इससे पहले रॉबर्ट्स 2018 में जेम्स सदरलैंड की जगह चीफ एग्जीक्यूटिव बने थे। उनका कॉन्ट्रैक्ट अगले साल खत्म होना था।

इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप और भारत के साथ सीरीज होगी
ऑस्ट्रेलिया को इसी साल अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करना है। इसके बाद भारत के साथ 4 टेस्ट और 3 वनडे की घरेलू सीरीज भी खेलना है। यदि भारतीय टीम दौरे पर नहीं जाती है तो सीए को 2400 करोड़ का नुकसान हो सकता है।

मुझे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का सीईओ पद पसंद है: रॉबर्ट्स
इस्तीफा देने के बाद रॉबर्ट्स ने कहा, ‘‘मुझे इस खेल और बोर्ड का इतना बड़ा पद मिला, इसके लिए मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। मैं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ पद को काफी पसंद करता हूं। हमारे खिलाड़ी और कर्मचारी सभी शानदार हैं। उन्होंने खेल के लिए बहुत कुछ किया है। हम सभी ने साथ मिलकर जो कुछ भी हासिल किया, उस पर मुझे गर्व होता है। इस खेल को अपना खून-पसीना देने वालों को मैं धन्यवाद देता हूं।’’

रॉबर्ट्स के फैसलों से नाराज थे स्टेट्स एसोसिएशन
सीए के अधिकारियों को ऑस्ट्रेलिया के सभी स्टेट्स के क्रिकेट एसोसिएशन मिलकर चुनते हैं। रॉबर्ट्स ने सभी एसोसिएशन के फंड में कटौती करने के साथ कई कर्मचारियों को निकाल दिया था। साथ ही भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज का एक टेस्ट पर्थ में भी होना था, जिसकी मेजबानी छीन ली गई थी। इन फैसलों से सभी एसोसिएशन नाराज चल रहे थे।

रग्बी के अधिकारियों को भी हटाया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अलावा रग्बी की हालत भी खराब चल रही है। इससे पहले रग्बी ऑस्ट्रेलिया के सीईओ रैलेने कास्टल और नेशनल रग्बी लीग (एनआरएल) के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग जैसे खेल के बड़े अधिकारियों को भी उनके पद से हटाया जा चुका है।



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चीफ एग्जीक्यूटिव (सीईओ) केविन रॉबर्ट्स ने आलोचना के बाद मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। -फाइल फोटो

मौका मिला तो बनूंगा टीम इंडिया का कोच: अजहरूद्दीन June 15, 2020 at 06:07PM

नई दिल्ली मोहम्मद अजहरुद्दीन अकेले भारतीय कप्तान हैं, जिन्होंने तीन विश्व कप में कप्तानी की। राजनीति के अलावा अजहर क्रिकेट विशेषज्ञ के तौर पर भी अपनी राय रखते रहते हैं। इसके साथ ही फिलहाल वह हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष भी हैं। अजहर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में इच्छा जाहिर की है कि अगर उन्हें मौका मिलेगा तो वह टीम इंडिया के कोच () का पद संभालना चाहेंगे। गल्फ न्यूज को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'हां, मैं इसके लिए तैयार हूं। अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं भारतीय टीम के साथ काम करना चाहूंगा। मैं पलक झपकते ही इस फैसले को स्वीकार कर लूंगा।' अजहर ने 174 वनडे इंटरनैशनल में भारतीय टीम की कप्तानी की। वह इस सूची में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने कहा कि वह यह देखकर हैरान हैं कि इन दिनों सपॉर्ट स्टाफ में कितने लोग हैं। उन्होंने कहा, 'मैं यह देखकर हैरान हूं कि इन दिनों टीम के साथ कितने लोग होते हैं। उदाहरण के लिए, मेरी विशेषज्ञता बल्लेबाजी और फील्डिंग है, और इसलिए अगर मैं किसी टीम का कोच बनता हूं तो मुझे सही मायनों में बल्लेबाजी कोच नहीं चाहिए। सही है ना?' उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन होगा चूंकि इससे खिलाड़ियों और क्रिकेट को काफी कुछ मिलता है। उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि आखिरकार यह लीग खेली जाएगी। हमें ऐसी विंडो मिल जाएगी जहां हम कम से कम सात मैचों का आयोजन करवा सकेंगे। आप माने या न माने इस लीग ने पिछले 10-12 साल में खेल को काफी कुछ दिया है।'

बाबर की यह खूबी कोहली पर पड़ती है भारी: सकलैन मुश्ताक June 15, 2020 at 06:35PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर और पीसीबी के नवनियुक्त हेड ऑफ इंटरनैशनल प्लेयर डेवलमेंट () ने () और () की तुलना पर अपनी राय रखी है। एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में सकलैन ने कहा कि बाबर आजम और विराट कोहली की तुलना करना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चूंकि कोहली को अधिक अनुभव है इसलिए इन दोनों खिलाड़ियों में तुलना करना सही नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बाबर आजम की 'शांति' उन्हें 'आक्रामक' कोहली से आगे करती है। आजम ने कहा, 'कोहली अधिक आक्रामक हैं वहीं बाबर शांत हैं। बाबर का शांत रवैया उन्हें कोहली से बढ़त देता है। स्पोर्ट्स साइंस हमें बताता है कि या तो आक्रामक लोग कामयाब होते हैं या फिर वे जो शांत रहते हैं। इन दोनों के बीच रहने वाले लोग कामयाब नहीं हो पाते। और अगर अधिक उत्तेजित और शांत रहने वाले व्यक्ति में मुकाबला हो तो शांतचित के जीतने की उम्मीद अधिक होती है।' मुश्ताक ने कहा, 'लेकिन बाबर और कोहली की तुलना करना सही नहीं है चूंकि भारतीय कप्ता काफी लंबे समय से सारी दुनिया में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इन दोनों के पास अच्छी तकनीक है, दोनों रन बना रहे हैं, दोनों की रणनीति बहुत मजबूत है। मैं फिजिकल फिटनेस को लेकर पूरी तरह नहीं जानता लेकिन कोहली अधिक मजबूत नजर आते हैं। बाबर भी पतले और फिट नजर आते हैं लेकिन ऐसा कब तक होगा यह आप नहीं जानते।' हाल ही में एक इंटरव्यू में सकलैन ने कोहली के विकेट को 11 विकेटों के बराबर बताया था। उन्होंने कहा था, 'यह एक नहीं है, यह 11 है। मैं मोईन अली और आदिल रशीद को यही कहा करता था कि कोहली का विकेट पूरी भारतीय टीम का विकेट है। वह अकेला 11 के बराबर है, तुम्हें उसे इसी हिसाब से देखना होगा।'

यूएस ओपन पर वायरस का खतरा, बगैर दर्शकों के भी सकता है ग्रैंड स्लैम; न्यूयॉर्क प्रशासन की मंजूरी का इंतजार June 15, 2020 at 06:18PM

इस साल यूएस ओपन पर कोरोनावायरस का खतरा मंडरा रहा है। डिफेंडिंग चैम्पियन स्पेन के राफेल नडाल और सर्बिया के नोवाक जोकोविच समेत कई बड़े खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम में नहीं खेलने पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में यह टूर्नामेंट अब बगैर दर्शकों के ही कराया जा सकता है।

न्यूयॉर्क में इस साल यूएस ओपन 24 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है। फोर्ब्स की रिपोर्ट्स की मानें तो यूनाइटेड स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन (यूएसटीए) ग्रैंड स्लैम को खाली स्टेडियम में कराने पर विचार कर रहे हैं। पिछले साल यूएस ओपन देखने के लिए करीब 7.40 लाख फैन्स पहुंचे थे।

एटीपी और डब्ल्यूटीए की बैठक में होगा फैसला
फोर्ब्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि पुरुषों का एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेशनल्स (एटीपी) और वुमन्स टेनिस एसोसिएशन (डब्ल्यूटीए) के बीच जल्द ही एक बैठक होगी। इसमें यूएस ओपन को लेकर फैसला किया जाएगा। फिलहाल, यूएसटीए को लोकल और स्टेट्स एडमिनिस्ट्रेशन के आदेश का इंतजार है।

वहीं, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने भी यूएसटीए से ई-मेल के जरिए टूर्नामेंट को लेकर जानकारी मांगी थी। इस पर एसोसिएशन ने कोई जवाब नहीं दिया। कोरोना के कारण मार्च से ही कोई टेनिस टूर्नामेंट नहीं हुआ है।

विंबलडन रद्द, फ्रेंच ओपन भी टला
साल का पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलिया ओपन सफलता के साथ पूरा हो चुका है। 24 मई से होने वाले फ्रेंच ओपन को 13 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया है। वहीं, 28 जून से होने वाला विंबलडन टल चुका है। दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद पहली बार विंबलडन रद्द किया गया है।

आज जैसे हालात में नडाल नहीं खेलेंगे
पिछली बार के यूएस चैम्पियन नडाल और ऑस्ट्रेलिया की महिला खिलाड़ी एश्ले बार्टी टूर्नामेंट को लेकर चिंता जाहिर कर चुकी हैं। नडाल ने कहा कि यदि अमेरिका में आज जैसे ही हालात बने रहे, तो वे टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे। स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने तो चोट के कारण इस साल टेनिस खेलने से ही इनकार कर दिया है।पिछली बार नडाल ने यूएस ओपन के फाइनल में रूस के दानिल मेदवेदेव को हराकर चौथी बार खिताब जीता था।

जोकोविच भी यूएस ओपन नहीं खेलने की बात कह चुके
वहीं, जोकोविच ने कहा, ‘‘मैंने जितने खिलाड़ियों से बात की है, वे सभी वहां (न्यूयॉर्क) जाने को लेकर पूरी तरह तैयार नहीं थे। अभी की परिस्थितियों को देखते हुए मैं सितंबर में क्ले कोर्ट पर टेनिस सेशन जारी रख सकता हूं।’’ दरअसल, यूएस ओपन के तुरंत बाद यानी 20 सितंबर से फ्रेंच ओपन भी शुरू हो रहा है। जोकोविच ने इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता है।



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पिछली बार के यूएस ओपन चैम्पियन स्पेन के राफेल नडाल (बाएं) और सर्बिया को नोवाक जोकोविच टूर्नामेंट को लेकर चिंता जता चुके हैं। -फाइल फोटो

धोनी ने सिखाया लेकिन सिर्फ उन पर निर्भर नहीं: कुलदीप यादव June 15, 2020 at 05:29PM

अरानी बसु, नई दिल्ली टीम इंडिया के युवा चाइनामैन स्पिनर () दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए आज भी एक अबूझ पहली हैं। कलाई की मदद से गेंद को स्पिन कराने वाला यह बोलर गेंद को कब कहां से नया घुमाव दे दे बल्लेबाज इसी सोच में परेशान रहते हैं। तीन साल पहले अपने इंटरनैशनल करियर की शुरुआत करने वाले कुलदीप सफेद बॉल फॉर्मेट में पिछले साल हुए वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए हैं। हालांकि उसके बाद प्लेइंग XI में उनकी जगह पक्की नहीं रही। वह दूसरे स्पिनर्स के लिए टीम से अंदर-बाहर होते रहे। कुलदीप ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने अपने करियर में धोनी () की भूमिका, गेंद पर स्लाइवा बैन और लॉकडाउन जैसे मुद्दों पर बात की। पेश हैं इस चर्चा के अंश... बीते तीन महीने कैसे बिताए आपने? मैंने खूब सारा समय परिवार के साथ बिताया, जो हमेशा ही एक बेहतर चीज होती है। इसके अलावा मैंने पेंटिंग्स और पतंगबाजी भी खूब की। अब आप काफी समय से घर पर ही हैं, अब आप खेल को और इसके लिए लगातार होने वालीं यात्राओं को कितना मिस करते हैं?यह ठीक है कि हमें ब्रेक चाहिए होता है, लेकिन यह तो कुछ ज्यादा ही लंबा हो गया। सुरक्षा सबसे पहले आती है। आप जब अपने काम में सक्रिय नहीं रहते, तो जाहिरतौर पर आप इसे मिस तो करते ही हैं। इस दौरान मैंने अपने बोलिंग के खूब सारे वीडियो भी देखे। इन वीडियो में मैंने कुछ अच्छी चीजों की पहचान की है, और मुझे जहां-जहां छोटे-छोटे सुधार की जरूरत महसूस हो रही है मैं उन चीजों पर काम करूंगा। आप हमेशा की बात करते हैं कि विकेट के पीछे से वह आपको गाइड करते हैं। अब वह वर्ल्ड कप के बाद से नहीं खेल रहे हैं, क्या कुछ बदलाव लगता है? बिलकुल। माही भाई ने मुझे हमेशा गाइड किया है, क्योंकि विकेटकीपर बोलर के लिए हमेशा सबसे बेहतर जज होता है। और जब कोई माही भाई जैसा अनुभवी यहां हो, जिसे इसका अंदाजा अच्छे से है कि कोई बल्लेबाज कैसा खेलता है तो बात ही अलग है। यह सब एक टीमवर्क है। सिर्फ इसलिए कि माही भाई वर्ल्ड कप के बाद से नहीं खेल रहे हैं तो मुझे किसी को कुछ और साबित करने की जरूरत नहीं है। यह कहने की जरूरत नहीं कि मैं उन पर निर्भर था। मैं बस अपनी कला में और बेहतरी के लिए काम कर सकता हूं और जैसा मैंने कहा कि यह बस एक टीमवर्क है। दो साल पहले आप और चहल कलाइ की स्पिन के लिए फेमस जोड़ी बन गए थे। वर्ल्ड कप के बाद आप दोनों की ही प्लेइंग XI में जगह पक्की नहीं रहती क्योंकि अब दोनों एकसाथ खेलते नहीं दिखते... कलाई की स्पिन इतनी भी आसान नहीं है। चहल और मुझमें सालों से जुड़ाव है। वर्ल्ड कप के बाद से हम दोनों प्लेइंग XI में इसलिए एकसाथ नहीं खेले क्योंकि यह सब कुछ टीम कॉम्बिनेशन और सिलेक्शन पर निर्भर करता है। आपको टीम की जरूरत के हिसाब से लचीला होना पड़ता है। जब ट्रेनिंग फिर से शुरू होगी तो आप सबसे पहले किस बॉल से प्रैक्टिस शुरू करना चाहेंगे, लाल या सफेद? मैं तो लाल गेंद से ही शुरू करना चाहूंगा। जब आप किसी भी मैदान पर प्रैक्टिस के लिए जाते हैं, लाल गेंद ही हमेशा ज्यादा इस्तेमाल में दिखती है। लेकिन मैं क्रीज में प्रैक्टिस सेशन के दौरान सफेद बॉल का भी इस्तेमाल करना चाहूंगा। अपने पिछले टेस्ट आपको पांच विकेट मिले थे लेकिन इसके बाद से आपको मौका नहीं मिला... आप हमेशा बाहर निकलकर खेलना चाहते हैं। लेकिन आपको अपनी जगह की चिंता किए बिना ही अपनी कारीगरी में निखार लाना होता है। मैं हमेशा यही प्रयास करता हूं कि मुझे जब भी मौका मिले तो मैं उम्मीदों पर खरा उतरूं और बेहतर से बेहतर कर सकूं। मेरे लिए हमेशा ही मुझसे पहले टीम पहले है।

एमएस धोनी फिल्म के डायरेक्टर नीरज पांडे ने कहा- सुशांत की खबर सुनकर माही भाई पूरी तरह टूट गए June 15, 2020 at 04:43PM

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी की खबर सुनकर महेंद्र सिंह धोनी को सदमा लगा है। वे इतने दुखी हुए हैं कि पूरी तरह टूट गए हैं। यह बात एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी फिल्म के डायरेक्टर नीरज पांडे बताई है। हालांकि, धोनी ने अब तक कोई बयान नहीं दिया है। सुशांत ने इस फिल्म में धोनी का किरदार निभाया था। 30 सितंबर 2016 को रिलीज हुईयह फिल्म सुपरहिट रही थी।

34 साल के सुशांत ने रविवार सुबह बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। सोमवार को मुंबई के विले पार्ले श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

‘खबर सुनकर माही भाई को सदमा लगा’
नीरज पांडे ने कहा, ‘‘मैं कुछ भी बोलने की हालत में नहीं हूं। मैं यही कह सकता हूं कि मैंने एक करीबी दोस्त खो दिया है। खबर सुनने के बाद मैंने माही भाई और दो दोस्त मिहिर दिवाकर और अरुण पांडे को फोन किया था। सभी बहुत दुखी हैं। खबर सुनकर माही भाई को सदमा लगा है। वे टूट गए हैं।’’

मांसपेशियों में खिंचाव के बाद भी प्रैक्टिस करता रहा सुशांत: अरुण
अरुण पांडे एमएस धोनी फिल्म के को-प्रोड्यूसर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वह (सुशांत) धोनी के जीवन को स्क्रीन पर सही से उतार पाएगा या नहीं, इसको लेकर वह हमेशा चिंतित रहता था। उसने हेलिकॉप्टर शॉट की काफी प्रैक्टिस की थी। एक दिन उसकी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। हमें लगा आराम करेगा, लेकिन वह जुटा रहा। वह नहीं चाहता था कि उसके कारण फिल्म में देरी हो।’’

धोनी की तरह जमीन पर लेट जाता था सुशांत
पांडे ने कहा, ‘‘छोटी-छोटी चीजों में अंतर न आए, इसलिए वह माही से काफी सवाल पूछता था। दोनों बिहार से ही थे, इसलिए तालमेल भी शानदार था। मैं, माही और सुशांत दिल्ली में धोनी के एयर इंडिया वाले मकान में गए थे। माही घर में जहां बैठते थे और खाना खाते थे, किरदार में ढलने के लिए सुशांत भी उनकी तरह वैसा ही करते थे। घर में एक जगह ऐसी थी, जहां धोनी जमीन पर लेट जाते थे। सुशांत ने भी वैसा ही किया। धोनी के किरदार को निभाने के लिए वे खुद को खुशनसीब मानते थे। मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह ऐसा कुछ करेगा, वह इतना जिंदादिल था।’’



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नीरज पांडे (दाएं) ने कहा- मैं कुछ भी बोलने की हालत में नहीं हूं। मैं यही कह सकता हूं कि मैंने एक करीबी दोस्त खो दिया है। खबर सुनकर महेंद्र सिंह धोनी भी दुखी हैं। -फाइल फोटो

अगरकर ने कहा- कोरोना टेस्ट निगेटिव आता है, तो खिलाड़ी को सीरीज में लार का इस्तेमाल करने देना चाहिए June 15, 2020 at 03:53PM

पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत आगरकर ने कहा कि लार पर बैन अच्छा फैसला है। लेकिन यदि खिलाड़ी किसी सीरीज के पहले कोरोना टेस्ट में निगेटिव पाया जाता है तो उसे लार के इस्तेमाल की अनुमति मिलनी चाहिए। पिछले दिनों इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने लार के उपयोग पर अंतरिम तौर पर बैन लगाया है।

मेडिकल अधिकारी भी यही कहेंगे: आगरकर
आगरकर ने कहा कि मेडिकल फील्ड के अधिकारी से बात की जाए तो वे यही बात कहेंगे। मौजूदा स्थिति के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। हमें इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली सीरीज का इंतजार करना होगा। उन्होंने कहा कि खेल पहले से ही बल्लेबाजों के पक्ष में है। लार के बैन से गेंदबाज बिल्कुल ही बेअसर हो जाएंगे।

राहुल युवा खिलाड़ियों में सबसे टैलेंटेड: स्मिथ
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने कहा कि मौजूदा समय में रवींद्र जडेजा दुनिया के सबसे अच्छे फील्डर हैं। वहीं लोकेश राहुल को स्मिथ ने युवा खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा टैलेंटेड माना। स्मिथ ने इंस्टाग्राम पर कहा, ‘‘आईपीएल को हराना आसान नहीं। टूर्नामेंट में पूरी दुनिया के बेस्ट खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ खेलने का मौका मिलता है।’’



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अजीत आगरकर ने कहा- मेडिकल फील्ड के अधिकारी से बात की जाए तो वे भी लार के इस्तेमाल करने देने की बात ही कहेंगे। -फाइल फोटो

सिर्फ एक्सपर्ट की सलाह मानता हूं, सोशल मीडिया और वॉट्सएप ज्ञान लेकर सेहत से खिलवाड़ नहीं करता: रेसलर बजरंग पूनिया June 15, 2020 at 02:18PM

कोरोनावायरस के कारण ओलिंपिक सहित दुनियाभर के कई मेगा इवेंट स्थगित या कैंसिल हो चुके हैं। भारत में भी अनलॉक-1 शुरू हो चुका है। खेल मंत्रालय ने स्टेडियम खोलने की अनुमति दे दी है। कुछ खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू कर चुके हैं। ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ियों ने अगले साल के टोक्यो गेम्स के लिए नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है।

इसमें पहलवान बजरंग पूनिया भी शामिल हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन मेडल जीत चुके बजरंग घर पर ही ट्रेनिंग कर रहे हैं। वे कहते हैं, 'मैं सोशल मीडिया की दी जानकारी को फॉलो नहीं करता। मैं सिर्फ सरकार और एक्सपर्ट के आदेश ही मानता हूं।' बजरंग से इंटरव्यू के अंश...

सवालः लॉकडाउन में कैसे तैयारी की? रूटीन कैसा रहा? फिटनेस और गेम पर क्या असर पड़ा?
जवाबः मुझे ज्यादा परेशानी नहीं हुई। मैंने घर पर ही एक मैट और कुछ जिम इक्विपमेंट्स का इंतजाम कर लिया था। उससे मुझे ट्रेनिंग करने में काफी मदद मिली। मेरा ट्रेनिंग पार्टनर और फिजियो मेरे साथ थे, इसलिए मेरी ट्रेनिंग लगातार जारी रही।

सवालःखेल मंत्री ने कहा कि 6 से 10 मेडल आ सकते हैं। आप कितने मेडल की उम्मीद कर रहे हैं?
जवाबःउम्मीद तो सभी को है कि इस मेडल टैली में अधिक से अधिक मेडल होंगे। मुझे भी ऐसी ही उम्मीद है क्योंकि सरकार ने खिलाड़ियों को काफी सपोर्ट किया है।

सवालःहमारी तैयारी पूरी होती है, लेकिन मेडल नहीं आ पाते। ऐसा क्यों? विदेश जाने पर बैन है, क्या इससे तैयारी पर असर पड़ेगा?
जवाबःअब खेल को लेकर देशवासियों की भी सोच बदल रही है। क्रिकेट के साथ बाकी गेम्स की तरफ भी अब देशवासी रुचि लेने लगे हैं। उम्मीद है बदलाव आएगा। विदेशी कोच और विदेश में ट्रेनिंग से कुछ फर्क तो पड़ेगा, पर ये मुश्किल किसी एक के लिए नहीं पूरी दुनिया के लिए है। सभी इस परेशानी से जूझ रहे हैं।

सवालःरेसलिंग कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स है। कोविड-19 के बाद गेम और रेसलर की ट्रेनिंग को लेकर अप्रोच में किस तरह का बदलाव आएगा?
जवाबःअभी सभी को सावधानी बरतनी पड़ेगी। जब तक वैक्सीन तैयार नहीं हाे जाती, तब तक सरकार के दिए दिशा-निर्देशों का पालन करना ही होगा। सावधानी हटी, दुर्घटना घटी ये कहावत आज की स्थिति पर पूरी तरह से सही बैठती है। मैं भी मेडिकल फील्ड के एक्सपर्ट और डॉक्टर्स के दिए गए दिशा-निर्देशाें का पालन करूंगा। मैं सोशल मीडिया और वॉट्सएप के ज्ञान के हिसाब से चलकर खुद की और औरों की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं करूंगा।

सवालःओलिंपिक पोस्टपोन होने से क्या असर पड़ेगा? क्या नए सिरे से प्लानिंग करनी पड़ेगी?
जवाबःइससे बहुत फर्क पड़ेगा क्योंकि हम खास टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए ही प्लानिंग करते हैं। अब जब ओलिंपिक गेम्स एक साल के लिए पोस्टपोन हो गए हैं तो ट्रेनिंग के साथ-साथ पूरी प्लानिंग भी बदलनी होगी।



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रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा- जब तक कोरोना की वैक्सीन तैयार नहीं हाे जाती, तब तक सरकार के दिए दिशा-निर्देशों का पालन करना ही होगा।

फुटबॉलर की अपील, बच्चों को फ्री मिलता रहे खाना June 15, 2020 at 12:24AM

मैनचेस्टरइंग्लैंड के फुटबॉलर ने इंग्लैंड की सरकार से छुट्टियों में भी गरीब तबके के बच्चों को मुफ्त में खाना देने की योजना को जारी रखने की गुजारिश की है। कोरोना वायरस के कारण जब मार्च में स्कूल बंद हुए थे, तब बच्चों को खाने के भत्ते के रूप में 15 पाउंड (1400 रुपये से ज्यादा) दिए जाते थे ताकि वे खाना खरीद कर खा सकें। मैनचेस्टर यूनाइटेड के इस स्ट्राइकर ने संसद सदस्यों को पत्र लिख कर इस योजना के अगले महीने खत्म होने पर चिंता जताई। रशफोर्ड ने कहा, ‘सरकार ने अर्थव्यवस्था के लिए ‘जो कुछ भी’ का तरीका अपनाया है - मैं आप से अनुरोध करता हूं कि बच्चों के लिए उसी संवेदनशील तरीके को जारी रखें।’ पढ़ें, 22 साल के फुटबॉलर ने अपने इस लेटर को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया है। उन्होंने कहा, ‘खाने के वाउचर को खत्म करने की अपनी योजना पर फिर से विचार करने की गुजारिश करूंगा और गर्मी की छुट्टियों में इसे जारी रखने की अपील करता हूं। यह 2020 का इंग्लैंड है और इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है।’

गैरी कर्स्टन ने कहा- सिर्फ 7 मिनट में भारतीय टीम का मुख्य कोच बना, अनुभव नहीं था और आवेदन भी नहीं किया June 14, 2020 at 11:58PM

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज गैरी कर्स्टन ने कहा कि भारतीय टीम के मुख्य कोच के लिए उनका सेलेक्शन सिर्फ 7 मिनट में हो गया था। जबकि उन्हें कोई अनुभव भी नहीं था और उन्होंने आवेदन भी नहीं किया था। कर्स्टन को पूर्व भारतीय कप्तान और सेलेक्शन कमेटी के सदस्य सुनील गावस्कर ने ईमेल करके इंटरव्यू के लिए बुलाया था।

कर्स्टन की कोचिंग में ही भारत ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। महेंद्र सिंह धोनी तब टीम के कप्तान थे। साथ ही 2009 में टीम इंडिया टेस्ट में नंबर-1 बनी थी। कर्स्टन को भारत के सबसे सफल कोचों में गिना जाता है। वे 2008 में दो साल के लिए कोच बने थे। बाद में कार्यकाल एक साल बढ़ गया था।

गावस्कर ने ई-मेल करके बुलाया था
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सुनील गावस्कर का एक ई-मेल मिला था। उन्होंने पूछा कि क्या मैं भारतीय टीम का कोच बनना चाहता हूं। मैंने उसे फर्जी समझा। उन्होंने दूसरा मेल भेजकर इंटरव्यू के लिए बुलाया। मैंने वह मेल पत्नी को दिखाया। उन्होंने भी कहा कि यह गलती से आया होगा। हमने इसे मजाक समझा, क्योंकि मेरे पास कोई कोचिंग का अनुभव नहीं था।’’

इंटरव्यू के लिए कर्स्टन ने कोई तैयारी नहीं की थी
कर्स्टन ने कहा, ‘‘मैं इंटरव्यू के लिए आया तो सबसे पहले अनिल कुंबले से मिला। तब वे भारतीय टीम के कप्तान थे। उन्होंने मुझे आने का कारण पूछा। मैंने कहा कि आपका कोच बनने के लिए इंटरव्यू देने आया हूं। इतना कहकर हम दोनों ही हंसने लगे। 10 मिनट बाद मैं इंटरव्यू के लिए अंदर गया। गंभीर माहौल में मुझसे पूछा गया कि भारतीय टीम के भविष्य के लिए मेरा प्लान क्या है? मैंने कहा कि अभी कुछ भी प्लान नहीं है, क्योंकि मैं जल्दी में आया हूं और कुछ भी तैयारी नहीं की।’’

‘चैपल का नाम काटकर कॉन्ट्रेक्ट पेपर पर मेरा नाम लिखा’
पूर्व कोच ने कहा, ‘‘सेलेक्शन कमेटी के सदस्य रवि शास्त्री ने मुझसे पूछा कि भारतीय टीम के हराने के लिए तुम्हारी दक्षिण अफ्रीका टीम में क्या रणनीति बनाई जाती थी। तब मैंने उनकी बात का जवाब दो-तीन मिनट में दे दिया, लेकिन तब मैंने रणनीति नहीं बताई थी। सेलेक्शन कमेटी मुझसे इम्प्रेस थी। इंटरव्यू को 7 मिनट ही हुए थे और अधिकारियों ने कॉन्ट्रेक्ट पेपर मुझे दे दिए थे। मैंने पहला पेज देखा, लेकिन मुझे उसमें मेरा नाम नहीं मिला। उस पर पूर्व कोच ग्रेग चैपल का नाम था। मैंने कॉन्ट्रेक्ट पेपर वापस कर दिया। तब उन्होंने जेब से पेन निकाला और चैपल का नाम काटकर मेरा नाम लिख दिया।’’



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गैरी कर्स्टन की कोचिंग में ही भारत ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। महेंद्र सिंह धोनी तब टीम के कप्तान थे। साथ ही 2009 में टीम इंडिया टेस्ट में नंबर-1 बनी थी। -फाइल फोटो

स्टीव स्मिथ ने एक शब्द में बताया, कौन हैं कोहली June 14, 2020 at 11:34PM

नई दिल्ली और मौजूदा क्रिकेट के दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माने जाते हैं। दोनों के बीच मैदान पर कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जाती है। मीडिया और प्रशंसकों के तमाम बयानों के बावजूद मैदान के बाहर दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। दोनों के बयानों में एक-दूसरे के लिए का काफी सम्मान करते हैं। बीते साल वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के दौरान उन्होंने फैंस को स्मिथ का हौसला बढ़ाने के लिए प्रेरित किया था। स्मिथ भी कई बार खुलकर विराट कोहली की तारीफ कर चुके हैं। रविवार को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान से एक फैन ने विराट कोहली को एक शब्द में परिभाषित करने को कहा तो स्मिथ ने शब्द चुना- FREAK. यानी अनूठा। स्टीव स्मिथ ने इंस्टाग्राम पर फैंस के साथ सवाल जवाब का सेशन किया और कई मुद्दों पर जुड़े सवालों के जवाब दिया। इसमें कोई हैरानी की बात नहीं थी कि कई फैंस ने स्मिथ से भारतीय कप्तान के बारे में सवाल किए। स्मिथ ने इस दौरान कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में भी सवाल का जवाब दिया। एक फैन के सवाल स्मिथ ने कहा, 'लीजेंड! मिस्टर कूल।' ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज ने यह भी बताया कि वह भारतीय खिलाड़ी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। उन्होंने केएल राहुल का नाम लिया। उन्होंने कहा, बहुत अच्छा खिलाड़ी! इस बीच ऑस्ट्रेलिया में उनकी टीम के साथी मार्नस लाबुशाने के भी स्मिथ से सवाल किया। इस पर स्मिथ ने मजाकिया जवाब दिया। लाबुशाने ने सवाल किया, 'आपको किस खिलाड़ी के साथ बल्लेबाजी करना पसंद है?' स्मिथ ने जवाब दिया, 'तुम नहीं। तुम बहुत बात करते हो।

ऑस्ट्रेलिया की ए-लीग फुटबॉल की वापसी जल्द June 14, 2020 at 11:57PM

सिडनीकोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च से ही ठप्प पड़ी ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल की ए-लीग की वापसी का रास्ता साफ हो गया है क्योंकि आयोजक और खिलाड़ी भुगतान करार और लीग को 31 अगस्त तब बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। इस संबंध में सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल महासंघ (एफएफए), ए-लीग क्लबों और खिलाड़ियों की यूनियन ऑस्ट्रेलियाई पेशेवर फुटबॉलर्स के बीच करार हुआ। इस समझौते के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है लेकिन एफएफए के मुख्य कार्यकारी जेम्स जॉनसन ने पुष्टि की कि खिलाड़ी प्रतियोगिता के अंतिम तीन महीनों के लिए भुगतान में कटौती पर सहमत हो गए हैं। लीग की शुरुआत के लिए नई तिथि निर्धारित नहीं की गई है लेकिन क्लबों ने खिलाड़ियों और स्टाफ की चिकित्सकीय जांच शुरू कर दी है ताकि वे इस सप्ताह के आखिर तक अभ्यास शुरू कर सकें। लीग की शुरुआत के लिए अभी 16 जुलाई की तिथि सुझाई गई है लेकिन इस पर अभी प्रसारकों के साथ करार होना बाकी है।

जाफर ने की 3 टूर्नमेंटों को रद्द करने की सिफारिश June 14, 2020 at 10:25PM

मुंबईभारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और घरेलू दिग्गज का मानना कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विजय हजारे, दलीप और देवधर ट्रोफी को इस सत्र में रद्द कर दिया जाना चाहिए और इसके बजाय उस समय का उपयोग रणजी ट्रोफी और टी 20 के आयोजन के लिए किया जाना चाहिए। जाफर चाहते हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि खिलाड़ियों को आराम के लिए पर्याप्त समय मिले और वे विभिन्न टूर्नमेंटों के लिए जल्दबाजी में ना रहे। घरेलू सत्र की शुरुआत अगस्त में होने की उम्मीद है, लेकिन देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे है। ऐसे में बीसीसीआई ने गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए प्रतीक्षा करने की नीति अपनायी है। जाफर ने कहा, ‘जब भी सत्र शुरू होगा तो पहली प्राथमिकता आईपीएल आयोजित करने की होगी। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) पहले टूर्नमेंट के रूप में आईपीएल के साथ शुरुआत कर सकता है।’ बीसीसीआई सितंबर-अक्टूबर में आईपीएल के आयोजन की योजना पर विचार कर रहा है लेकिन यह एशिया कप और टी20 विश्व कप के भविष्य पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, ‘आईपीएल के खत्म होने के बाद बीसीसीआई इरानी ट्राफी (कप) का आयोजन कर सकता है क्योंकि सौराष्ट्र पहली बार चैम्पियन बना है और वह इसे खेलने का हकदार है।’ जाफर ने कहा, ‘इसके बाद हम रणजी ट्राफी को शुरू कर सकते हैं। अगले साल आईपीएल की नीलामी से पहले बीसीसीआई को सैयद मुश्ताक अली टूर्नमेंट का आयोजन करा लेना चाहिए। बीसीसीआई को विजय हजारे, दलीप ट्रोफी और देवधर ट्रोफी को इस सत्र में रद्द कर देना चाहिए और इस दोनों प्रमुख टूर्नमेंटों (रणजी और आईपीएल) पर ध्यान देना चाहिए ताकी खिलाड़ियों को आराम करने का पर्याप्त मौका मिल सके।’ उन्होंने टूर्नमेंटों को लेकर यह तर्क दिया ताकि खिलाड़ियों के पास तैयारी और आराम का पूरा मौका हो। जाफर ने कहा, ‘सभी टूर्नमेंट को जल्दबाजी में करने की जगह खिलाड़ियों को आराम करने का पूरा मौका मिलना चाहिए। मुझे यही लगता है कि विजय हजारे और दलीप ट्रोफी के उन दो महीनों का उपयोग पर्याप्त आराम के लिए करे।’ रणजी ट्राफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘जूनियर स्तर पर भी ऐसा ही करना चाहिए। मौजूदा सत्र में अंडर-23 और अंडर-19 में एकदिवसीय टूर्नमेंट को रद्द कर देना चाहिए। जाफर ने इसके साथ रणजी ट्राफी के क्वार्टर फाइनल के लिए राह मुश्किल करने की मांग की।

वनडे में 300 या T20 में 200, रोहित क्या बोले? June 14, 2020 at 10:20PM

कोरोना वायरस के खौफ काल में हिटमैन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। उन्होंने इस क्रम में अपने चाहने वालों के सवालों के जवाब इंस्टाग्राम स्टेटस के माध्ययम से दिए हैं। इस दौरान उनसे फैन्स ने सचिन तेंडुलकर और वीरेंदर सहवाग में बेहतर कौन? वनडे में 300 या टी-20 में 200 रन जैसे सवाल पूछे हैं।

उन्होंने इस सवाल का जवाब देते हुए लिखा- किना अच्छा होगा अगर दोनों हो तो? बता दें कि वनडे में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर 264 रनों का वर्ल्ड रेकॉर्ड रोहित के नाम ही है। वह वनडे में वर्ल्ड रेकॉर्ड 3 बार दोहरा शतक लगा चुके हैं।

हिटमैन ने जवाब देने से बचते हुए लिखा- मरवाओगे क्या?

यूजर ने विराट कोहली की स्पेलिंग गलत लिखी थी, जिसकी ओर रोहित ने इशारा करते हुए लिखा- स्पेलिंग चेक कर लें।

इसके जवाब में रोहित शर्मा ने उनका मशहूर नाम गब्बर लिखा।

रोहित शर्मा ने इस सवाल का जवाब लिखा- बहुत ही प्रतिभावान क्रिकेटर।

टीम इंडिया के लिए खेलना, रितिका से शादी और बेटी समायरा का जन्म।

रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के मार्टिन गप्टिल को बेस्ट फील्डर बताया है।

रोहित ने धोनी की कप्तानी वाली 3 बार की आईपीएल चैंपियन टीम को बेहतर टीम बताया है।

भज्जी बोले, बेहतर फेयरवेल के हकदार थे ये खिलाड़ी June 14, 2020 at 10:01PM

नई दिल्ली खिलाड़ियों की विदाई का मुद्दा भारतीय क्रिकेट में हमेशा से अहम रहा है। हर खिलाड़ी चाहता है कि वह मैदान से खेल को अलविदा कहे लेकिन हर किसी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। दिग्गज ऑफ स्पिनर ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। हरभजन ने कुछ ऐसे खिलाड़ियों का जिक्र किया है जिन्हें वह बेहतर विदाई का हकदार मानते हैं। हरभजन सिंह ने कहा है वीरेंदर सहवाग, गौतम गंभीर और जैसे खिलाड़ियों को बेहतर फेयरवेल मिलना चाहिए था। आकाश चोपड़ा के साथ यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए हरभजन ने कहा कि अगर हम अपने खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करेंगे तो बाहर भी कोई ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने निराशा जताते हुए कहा कि वह नहीं चाहते कि जैसा उनके साथ हुआ है वैसा किसी दूसरे के साथ हो। भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे इंटरनैशनल और 28 टी20 इंटरनैशनल मैच खेलने वाले इस 39 वर्षीय स्पिनर ने सीमित ओवरों के प्रारूप में 294 विकेट लिए हैं। उन्होंने आखइरी बार टेस्ट मैच 2015 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था वहीं उसी साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ वह अना आखिरी टी20 इंटरनैशनल खेले थे। उन्होंने कहा, 'मुझे हमेशा इस बात का दुख रहता है कि चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। 100 टेस्ट मैच खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी बात होती है। मैं खुशकिस्मत हूं कि मैं उनमें शामिल हूं। मैं मानता हूं कि मेरे प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट आई होगी या मैं उम्मीद के मुताबिक अच्छा खेल नहीं दिखा रहा होऊंगा लेकिन चीजों को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। कोई मुझसे बात करने नहीं आया। मैं वेस्ट इंडीज से 400 विकेट पूरे करके लौटा और उसके बाद मुझे टेस्ट टीम से ड्रॉप कर दिया और दोबारा फिर कभी नहीं चुना गया।' हरभजन ने भारत के लिए 417 टेस्ट विकेट लिए। वह अनिल कुंबले और कपिल देव के बाद भारत के तीसरे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं।

दोनों क्रिकेटर बनना चाहते थे, दोनों ने परिवार का दबाव झेला; धोनी जिद करके कामयाब हुए, सुशांत रास्ता बदलकर एक्टर बने June 14, 2020 at 10:00PM

महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक के लिए बॉलीवुड में एक्टर की तलाश सुशांत सिंह राजपूत पर आकर रुक गई थी। इस एक्टर ने पहली ही फिल्म काई पो चे में क्रिकेटर का रोल अदा किया था। वे असल जिंदगी में भी क्रिकेटर बनना चाहते थे। लोगों की उम्मीदों के मुताबिक सुशांत ने धोनी के किरदार में जान डाल दी थी।

धोनी और सुशांत की कहानी एक जैसी है। धोनी रांची में जन्मे, जो पहले बिहार का हिस्सा था। सुशांत बिहार के पूर्णिया में जन्मे। दोनों बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे। धोनी और सुशांत का कोई भाई नहीं है। इस कारण दोनों पर परिवार का दबाव था कि वे क्रिकेट छोड़कर पढ़ाई-लिखाई करें और सरकारी नौकरी करें।

धोनी ने रेलवे की नौकरी और सुशांत ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ी
इसके कारण धोनी ने कुछ दिन रेलवे में टीटी की नौकरी की और क्रिकेट खेलना जारी रखा। वहीं, जेईईई में सुशांत ने पूरे देश में 7वां स्थान हासिल किया और पढ़ाई के लिए दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया। दोनों का मन नहीं लगा।

धोनी ने परिवार को मनाया और नौकरी छोड़कर पूरी तरह क्रिकेट में जुट गए। जबकि सुशांत ने पढ़ाई के साथ कई एक्टिंग वर्कशॉप और डांस क्लास जॉइन कर ली। इंजीनियरिंग के तीसरे साल में उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और एक्टिंग करियर बनाने के लिए मुंबई आ पहुंचे।

पहले ही मैच में शून्य पर आउट हुए थे धोनी
धोनी को दिसंबर 2004 में बांग्लादेश दौरे से मौका मिला। 23 दिसंबर को पहला मैच खेला और एक गेंद पर बगैर कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। हालांकि, भारत ने यह मैच 11 रन से जीत लिया था।

सुशांत की बॉलीवुड में पहली कमाई सिर्फ 250 रुपए थी
सुशांत क्रिकेटर बनने के लिए अपने परिवार को नहीं मना पाए, लेकिन उन्होंने मुंबई पहुंचकर श्यामक डावर का डांस ग्रुप जॉइन कर लिया। उन्होंने कई सितारों के पीछे खड़े होकर डांस परफोर्मेंस भी दी। उनकी पहली कमाई सिर्फ 250 रुपए थी। कई सारे थिएटर करने के बाद उन्हें ‘किस देश में है मेरा दिल’ शो मिला। सुशांत की स्माइल देखकर एकता कपूर ने उन्हें ‘पवित्र रिश्ता’ में लीड किरदार दिया जिससे उन्हें घर-घर पहचान मिली।



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महेंद्र सिंह धोनी और सुशांत सिंह राजपूत की कहानी एक जैसी है। धोनी रांची में जन्मे, जो पहले बिहार का हिस्सा था। सुशांत बिहार के पूर्णिया में जन्मे। दोनों बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे। -फाइल फोटो

रीयाल मैड्रिड ने जीत से मनाया वापसी का जश्न June 14, 2020 at 06:35PM

मैड्रिड ने स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा की वापसी पर रविवार को यहां इबार को 3-1 से हराकर शीर्ष पर चल रहे बार्सिलोना के साथ खिताब की अपनी दावेदारी बनाए रखी। इस मैच के दौरान मार्सेलो ने गोल करने के बाद घुटना टेककर ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान का समर्थन भी किया। ब्राजीली डिफेंडर ने रीयाल की तरफ से 37वें मिनट में तीसरा गोल करने के बाद अपना बायां घुटना नीचे टेका और अपनी दायें हाथ की मुट्ठी बंद करके उसे हवा में लहराया। अमेरिका में अफ्रीकी मूल के जार्ज फ्लॉयड की एक श्वेत पुलिसकर्मी के हाथों मौत के बाद यह अभियान विश्व भर में जोर पकड़ रहा है। स्पैनिश लीग में कुछ खिलाड़ियों ने खुलकर इस अभियान का समर्थन किया है। वेलेंसिया के खिलाड़ियों ने भी पिछले सप्ताह अभ्यास सत्र से पहले एक घुटना टेककर अभियान का समर्थन किया था। रीयाल मैड्रिड की जीत में (चौथे) और सर्जिया रामोस (30वें मिनट) ने भी गोल किए। इबार की तरफ से एकमात्र गोल 60वें मिनट में पेड्रो बिगास ने किया। यह मैच क्लब के ट्रेनिंग सेंटर में खेला गया क्योंकि 80 हजार दर्शकों की क्षमता वाले सेंटियागो बर्नाबेउ स्टेडियम में नवीनीकरण का काम चल रहा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण इस छह हजार क्षमता वाले स्टेडियम में भी कोई दर्शक नहीं था। इस स्टेडियम का उपयोग मुख्य रूप से मैड्रिड की ‘बी’ टीम करती है। रीयाल के कोच जिनेदिन जिदान का यह टीम के साथ यह 200वां मैच भी था। उन्होंने बाद में कहा, ‘यह पूरी तरह से अलग तरह का अनुभव था। आपको इसे अपनाना होगा।’ जिदान के कोच रहते हुए रीयाल की यह 90वीं जीत है और वह मिगुएल मुनोज (257 जीत) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। इस जीत से रीयाल मैड्रिड अब बार्सिलोना से दो अंक पीछे रह गया है। बार्सिलोना ने शनिवार को मालोर्का पर 4-0 की शानदार जीत से वापसी की थी। इबार और मालोर्का दोनों पर दूसरी डिवीजन में खिसकने का खतरा मंडरा रहा है। लीग के एक अन्य मैच में एटलेटिको मैड्रिड का संघर्ष जारी रहा। एथलेटिक बिलबाओ ने उसे 1-1 से बराबरी पर रोका। एटेलेटिको का यह लगातार तीसरा ड्रॉ है। इससे उसकी टीम छठे स्थान पर पहुंच गई और इस तरह से वह अभी चैंपियन्स लीग में जगह बनाने की दौड़ से बाहर है। एथलेटिक की टीम दसवें स्थान पर है।

कोरोना: एश्ले बार्टी भी यूएस ओपन के खिलाफ June 14, 2020 at 09:47PM

ब्रिस्बेनविश्व की नंबर एक महिला खिलाड़ी एश्ले बार्टी भी उन खिलाड़ियों में शामिल हो गई हैं, जिन्होंने कोरोना वायरस को लेकर अनिश्चितता के बावजूद यूएस ओपन टेनिस टूर्नमेंट के आयोजन पर चिंता जताई है। बार्टी को अभी फ्रेंच ओपन के खिताब का बचाव करने का मौका नहीं मिला क्योंकि सभी टेनिस प्रतियोगिताएं ठप्प पड़ी हैं। वह जानती हैं कि 2020 में विंबलडन नहीं होगा लेकिन वह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 31 अगस्त से शुरू होने वाले यूएस ओपन को लेकर स्पष्ट फैसले का इंतजार कर रही हैं। नोवाक जोकोविच और राफेल नडाल भी यूएस ओपन के लिये खिलाड़ियों पर संभावित प्रतिबंधों और अन्य बदलावों को लेकर आशंकाएं जता चुके हैं। रिपोर्टों के अनुसार विश्व की नंबर दो महिला खिलाड़ी सिमोना हालेप का खेलना भी संदिग्ध है। बार्टी ने कहा, ‘मैं भी चिंतित हूं। मैं जानती हूं कि आयोजक टूर्नमेंट के आयोजन के इच्छुक हैं लेकिन हर किसी को सुरक्षित रखना प्राथमिकता होनी चाहिए।’ न्यूयॉर्क में अगस्त में इस ग्रैंड स्लैम टूर्नमेंट के आयोजन पर अमेरिकी टेनिस संघ इस सप्ताह फैसला कर सकता है।

सिर्फ 7 मिनट में बना था भारत का कोच: कर्स्टन June 14, 2020 at 08:39PM

नई दिल्लीकोचिंग में उनकी दिलचस्पी नहीं थी और उन्होंने भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन भी नहीं किया था लेकिन को 2007 में केवल सात मिनट में यह महत्वपूर्ण पद मिल गया था जिसमें महान सुनील गावसकर की भूमिका भी अहम रही थी। कर्स्टन ने ‘क्रिकेट कलेक्टिव’ पॉडकास्ट में 2007 में घटी उन घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वह सुनील गावसकर के निमंत्रण पर साक्षात्कार के लिए गए थे जो कि तब कोच चयन पैनल का हिस्सा थे। कर्स्टन के सामने उनके पूर्ववर्ती का अनुबंध रखा गया था और आखिर में उन्हें यह पद मिल गया। कर्स्टन ने कहा, ‘मुझे सुनील गावसकर का ईमेल मिला था कि क्या मैं भारतीय टीम का कोच बनना चाहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि यह मजाक है। मैंने इसका जवाब भी नहीं दिया। उन्होंने मुझे एक और मेल भेजा जिसमें कहा था, ‘क्या आप साक्षात्कार के लिए आना चाहोगे। मैं उसे अपनी पत्नी को दिखाया और उसने कहा कि उनके पास कोई गलत व्यक्ति है।’ कर्स्टन ने कहा, ‘इस तरह से अजीबोगरीब ढंग से मेरा इस क्षेत्र में प्रवेश हुआ जो सही भी था। मेरे कहने का मतलब है कि मुझे कोचिंग का किसी तरह का अनुभव नहीं था।’ पढ़ें- कर्स्टन ने कहा कि जब वह साक्षात्कार के लिए भारत पहुंचे तो उन्हें तत्कालीन कप्तान अनिल कुंबले से मिलने का मौका मिला और दोनों मेरी दावेदारी की संभावना पर हंस पड़े थे। उन्होंने कहा, ‘मैं साक्षत्कार के लिए पहुंचा तो कई अजीबोगरीब अनुभव हुए। जब मैं साक्षात्कार के लिए आया तो मैंने अनिल कुंबले को देखा जो तब भारतीय कप्तान था और उन्होंने कहा, ‘तुम यहां क्या कर रहे हो।’ मैंने कहा कि मैं आपका कोच बनने के लिए साक्षात्कार देने आया हूं।’ कर्स्टन ने कहा, ‘हम इस पर हंस पड़े थे। यह हंसने वाली बात भी थी।’ कोचिंग का अनुभव नहीं थाउन्हें तब कोचिंग का कोई अनुभव भी नहीं था लेकिन कर्स्टन भारत के सबसे सफल कोचों में शामिल हो गए। उनके रहते हुए टीम ने 2009 में टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया और दो साल बाद विश्व कप जीता। साक्षात्कार के बारे में कर्स्टन ने कहा कि वह बिना तैयारी के साक्षात्कार के लिए गए थे और उस समय चयन पैनल में शामिल वर्तमान भारतीय कोच रवि शास्त्री ने माहौल हल्का किया था। दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें कोच पद हासिल करने में केवल सात मिनट का समय लगा था। पढ़ें- रवि शास्त्री ने किए थे ये सवालकर्स्टन ने कहा, ‘मैं बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अधिकारियों के सामने था और माहौल काफी गंभीर था। बोर्ड के सचिव ने कहा, ‘मिस्टर कर्स्टन क्या आप भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर अपना दृष्टिकोण पेश करोगे।’ मैंने कहा, ‘मेरे पास कुछ भी नहीं है। किसी ने भी मुझसे इस तरह की तैयारी करने के लिए नहीं कहा था। मैं अभी यहां पहुंचा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘समिति में शामिल रवि शास्त्री ने मुझसे कहा, ‘गैरी हमें यह बताओ कि दक्षिण अफ्रीकी टीम के रूप में भारतीयों को हराने के लिए आप क्या करते थे।’ 7 मिनट में बन गए थे टीम इंडिया के कोचउन्होंने कहा- मुझे लगा कि माहौल हल्का करने के लिए यह बहुत अच्छा था क्योंकि मैं इसका उत्तर दे सकता था और मैंने दो तीन मिनट में उसका जवाब दिया भी पर मैंने ऐसी किसी रणनीति का जिक्र नहीं किया जो हम उस दिन उपयोग कर सकते थे। कर्स्टन ने कहा, ‘वह और बोर्ड के अन्य सदस्य काफी प्रभावित थे क्योंकि इसके तीन मिनट बाद बोर्ड के सचिव ने मेरे पास अनुबंध पत्र खिसका दिया था। मेरा साक्षात्कार केवल सात मिनट तक चला था।’ उन्होंने कहा कि उन्हें जो अनुबंध दिया गया था उस पर निर्वतमान कोच ग्रेग चैपल का नाम लिखा था। चैपल का नाम काटकर मेरा नाम लिख दियाकर्स्टन ने कहा, ‘मैंने अनुबंध हाथ में लिया और पहला पेज देखा तो अपना नाम ढूंढने लगा। मैंने अपना नाम नहीं देखा लेकिन मुझे ग्रेग चैपल का नाम दिखा जो पूर्व कोच थे।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने उसे वापस खिसकाकर कर कहा, ‘सर, आपने मुझे अपने पिछले कोच का अनुबंध सौंपा है। उन्होंने अपनी जेब से पेन निकाला और उनका (चैपल) नाम काटकर उस पर मेरा नाम लिख दिया था।’

घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं कनेरिया, PCB से बैन हटाने को कहा June 14, 2020 at 07:15PM

कराचीपूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानेश कनेरिया ने अपने क्रिकेट बोर्ड से उन पर 2013 में स्पॉट फिक्सिंग के लिए लगाया गया आजीवन प्रतिबंध हटाने की अपील की है। पाकिस्तान की तरफ से 61 टेस्ट मैचों में 261 विकेट लेने वाले कनेरिया क्रिकेट में वापसी के लिए बेताब है और यहां तक कि वह घरेलू क्रिकेट में खेलने के लिए भी उत्सुक हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनि को भेजे गए पत्र में 39 वर्षीय कनेरिया के कानूनी फर्म ने बैन हटाने की गुजारिश की जिससे यह क्रिकेटर खेल के जरिए अपनी आजीविका चला सकें। कनेरिया पर इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था। जब इसके खिलाफ उनकी अपील खारिज हो गई तो पीसीबी ने भी उन पर प्रतिबंध लगा दिया था। कनेरिया पूर्व में भी कई बार कह चुके हैं कि अगर मोहम्मद आमिर और सलमान बट जैसे खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटाया जा सकता है तो फिर उन्हें अपनी आजीविका चलाने से वंचित करना अनुचित होगा। इस लेग स्पिनर को 2009 में इंग्लिश काउंटी एसेक्स की तरफ से डरहम के खिलाफ खेले गए मैच में मर्विन वेस्टफील्ड के साथ स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। वह लंबे समय से पीसीबी से मदद की गुहार लगा रहे हैं। कनेरिया पाकिस्तान की तरफ से खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं। उनसे पहले उनके मामा अनिल दलपत ने भी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था।