Tuesday, June 9, 2020

टी20 इंटरनैशनल में इन टीमों ने बनाया रनों का पहाड़ June 09, 2020 at 07:33PM

छोटे मैदान, बड़े और बढ़िया बल्ले, ऐसे में रेकॉर्ड टूटने लाजमी है। कई दर्शकों को यह प्रारूप पसंद आता है। इसमें खूब चौके-छक्के लगते हैं और रन बनते हैं। देखते हैं टी20 इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली टीमों के बारे में...

तीन मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में अफगानिस्तान ने आयरलैंड के खिलाफ 23 फरवरी 2019 को धमाकेदार खेल दिखाया। टीम ने तीन विकेट पर 278 रन बनाए। देहरादून में हुए मुकाबले में हजरतुल्लाह जजई ने 162 रन बनाए और आयरलैंड के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। जजई ने अपनी पारी में 16 छक्के लगाए जो टी20 इंटरनैशनल का रेकॉर्ड है। इसके अलावा उन्होंने उस्मान गनी के साथ 236 रन जोड़े जो टी20 इंटरनैशनल में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप है। आयरलैंड की टीम छह विकेट पर 194 रन ही जोड़ पाई।

आईसीसी ने साल 2019 में टी20 में नई टीमों को शामिल किया। इसके बाद साल 2019 में करीब 80 देश टी20 इंटरनैशनल खेल रहे हैं। इस लिस्ट में ऐसी दो टीमें शामिल हैं जिन्हें क्रिकेट के लिए ज्यादा नहीं जाना जाता। 30 अगस्त 2019 को चेक रिपब्लिक ने तुर्की के खिलाफ धमाकेदार खेल दिखाया। सुदेश विक्रमसेकरा ने 36 गेंद पर 104 रन बनाए। इसके अलावा सुमित पोखरियाल ने 52 गेंद पर 79 रनों की पारी खेली। इस स्कोर के सामने तुर्की ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और सिर्फ 21 रन पर आउट गई। चेक ने 257 रन से मैच जीता जो इस प्रारूप में सबसे बड़ जीत है। चेक के बल्लेबाजों ने अपनी पारी में 29 चौके और 14 छक्के लगाए। इस स्कोर में 39 एकस्ट्रा भी थे। तुर्की की टीम सिर्फ 8.3 ओवर ही खेल पाई।

ग्लेन मैक्सवेल अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने हैं और 6 सितंबर 2016 को वह अपने रंग में थे। उन्होंने उस मैच में 65 गेंद पर 145 रन की पारी के लिए 65 गेंदों का सामना किया। ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 263 का स्कोर बनाया। श्रीलंका की टीम सिर्फ 189/9 पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया ने 85 रन से मैच जीता।

साल 2007 में टी20 फॉर्मेट अभी नया-नया था। लेकिन श्रीलंका ने दिखा दिया था कि इस प्रारूप में क्या हो सकता है। यह 27वां टी20इंटरनैशनल मुकाबला था। श्रीलंका की ओर से सनथ जयसूर्या ने 44 गेंदों पर 88 और महेला जयवर्धन ने 27 गेंद पर 65 रन बनाए। पारी के अंत में जहां मुबारक ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और सिर्फ 13 गेंद पर 46 रन बना दिए। कीनिया की टीम सिर्फ 88 रन पर सिमट गई और श्रीलंका को 172 रन से जीत मिली। यह आईसीसी के किसी पूर्णकालिक सदस्य की सबसे बड़ी जीत थी।

22 दिसंबर 2017 को इंदौर के होलकर स्टेडियम में रोहित शर्मा और केएल राहुल ने श्रीलंका के खिलाफ जबर्दस्त आक्रामक खेल दिखाया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 165 रन जोड़े। राहुल ने 49 गेंद पर 89 रन बनाए। वहीं रोहित ने 43 गेंद पर 118 रन बना दिए। भारत ने 5 विकेट पर 260 रन बनाए। श्रीलंका ने 172 रन बनाए। भारतीय टीम को 88 रन से जीत मिली।

सैमी के समर्थन में उतरे क्रिस गेल, कहा- हक की लड़ाई कभी भी शुरू की जा सकती है June 09, 2020 at 06:50PM

अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद दुनियाभर में रंगभेद के खिलाफ अभियान छिड़ गया है। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी, क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो ने कहा है कि खेल जगत भी रंगभेद से अछूता नहीं रहा है।

सैमी ने आरोप लगाया था कि आईपीएल में उन्हें कालू कहकर पुकारा जाता था। इस पर गेल ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि हक की लड़ाई कभी भी शुरू की जा सकती है।

खेल में पहले भी ऐसा होता रहा
गेल ने ट्वीट किया, ‘‘हक के लिए लड़ाई कभी भी शुरू की जा सकती है। इसमें देरी जैसी कोई बात नहीं है। सैमी, आपने बीते कुछ साल में काफी अनुभव हासिल किया होगा। जैसा मैंने पहले भी कहा है कि यह खेल में पहले भी होता रहा है।’’

मैं नामों का खुलासा करूंगा: सैमी
सैमी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करने का कहा, जिसने उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी। सैमी ने कहा था, ‘‘मैं अपने साथी खिलाड़ियों तक यह बात पहुंचाना चाहता हूं कि क्या उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल गलत मतलब से किया था। अगर ऐसा था तो मैं बहुत निराश हूं। आप लोगों को मुझसे माफी मांगनी चाहिए।’’

आईपीएल में रंगभेद का आरोप
सैमी ने बीते शनिवार को आरोप लगाया था कि आईपीएल में हैदराबाद फ्रेंचाइजी की तरफ से खेलते वक्त उन्होंने और श्रीलंकाई खिलाड़ी थिसारा परेरा ने नस्लीय टिप्पणी का सामना किया था। सैमी ने कहा था कि उन्हें और परेरा को ‘कालू’ कहकर पुकारा जाता था, जिसका मतलब उन्हें अब समझ आया है।

सैमी के खिलाफ ईशांत ने नस्लीय टिप्पणी की थी
आईपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद में सैमी के साथी खिलाड़ी ईशांत शर्मा की 6 साल पुरानी एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वे सैमी को 'कालू' बुला रहे हैं। तब इंस्टाग्राम पर इशांत ने लिखा था, ‘‘मैं, भुवी, कालू और गन सनराइजर्स।’’ तस्वीर में इशांत के साथ भुवनेश्वर कुमार, डैरेन सैमी और डेल स्टेन नजर आ रहे हैं। यह तस्वीर 2014 की बताई जा रही है। यह सभी साल 2013 में सनराइजर्स की तरफ से खेलते थे। तब इस टीम का नाम डेक्कन चार्जर्स था।

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बगैर भिन्नता के क्रिकेट कुछ भी नहीं: आईसीसी
सैमी अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इस मामले में क्रिकेट जगत को भी साथ आना चाहिए। इसके बाद आईसीसी ने एक ट्विट कर कहा था, ‘‘बगैर भिन्नता के क्रिकेट कुछ भी नहीं है। बगैर विविधताओं के आप एक पूरी तस्वीर नहीं बना सकते।’’

अश्वेत लोगों का जीवन मायने रखता है: गेल
इससे पहले भी गेल ने रंगभेद का विरोध किया था। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था, ‘‘अश्वेत लोगों की जिंदगी भी दूसरों के जीवन की तरह कीमती है। अश्वेत लोग मायने रखते हैं। नस्लभेदी भाड़ में जाएं। मैंने पूरी दुनिया घूमी है। इस दौरान कई नस्लभेदी बातें सुनी हैं, क्योंकि मैं अश्वेत हूं। विश्वास मानिए, यह लिस्ट बढ़ती चली जाएगी।’’

यह समाज पहले से ज्यादा बंटा हुआ है
उन्होंने कहा था, ‘‘नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में ही नहीं है, बल्कि क्रिकेट में भी है। यहां तक कि कई क्रिकेट टीमों के अंदर भी मुझे यह अहसास कराया गया कि मैं एक अश्वेत हूं।’’ वहीं, इंग्लैंड के फुटबॉलर मार्क्‍स रशफोर्ड और वहीं के क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड ने भी फ्लॉयड की मौत के बाद कहा था कि यह समाज पहले से ज्यादा बंटा हुआ लगता है।

26 मई को फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था
अमेरिका के मिनेपोलिस में 26 मई को धोखाधड़ी के एक मामले में फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर ही गिरा दिया था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा। इस कारण उसकी मौत हो गई थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।



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वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी (बाएं), क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो (बीच में) ने कहा कि खेल जगत भी रंगभेद होता है। सैमी ने आरोप लगाया था कि आईपीएल में उन्हें कालू कहकर पुकारा जाता था। -फाइल फोटो

आज का दिन: क्रिकेट के मक्का पर भारत की पहली जीत June 09, 2020 at 05:30PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 10 जून का दिन बहुत खास है। इसी दिन साल 1986 में भारतीय टीम ने पहली बार क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर पहली जीत हासिल की थी। भारत ने इससे पहले इस मैदान पर 10 टेस्ट मैच खेले थे लेकिन वह जीत से महरूम रहा था। सीरीज का पहला मैचयह टेस्ट सीरीज का पहला मैच था। इससे पहले दो मैचों की वनडे सीरीज बराबरी पर छूटी थी। भारत ने तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा किया था। कपिल ने जीता टॉसकपिल देव ने टॉस जीता और इंग्लैंड को बल्लेबाजी का न्योता दिया। ग्राहम गूच की सेंचुरी की मदद से इंग्लैंड ने पहली पारी में 294 रन बनाए। गूच ने 114 और डैरेक प्रिंगल ने 63 रन बनाए। भारत की ओर से चेतन शर्मा ने पांच और रोजर बिनी ने तीन विकेट लिए। वेंगसरकर की सेंचुरी महेंद्र अमरनाथ के 69 और दिलीप वेंगसरकर की 126 रनों की पारी की मदद से भारत ने 341 रन बनाकर 47 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। वह लॉर्ड्स पर लगातार तीन टेस्ट मैचों में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज भी बने। उन्होंने 1979 में 103, 1982 में 157 और 1986 में 126* रनों की पारी खेले थी इंग्लैंड की दूसरी पारी 189 पर आउट हो गई। कपिल ने इस पारी में चार विकेट लिए। कपिल ने सिक्स मारकर दिलाई जीत भारत के सामने जीत के लिए 134 रनों का लक्ष्य था। टीम का स्कोर 78 रन पर चार विकेट और फिर 110 रन पर 5 विकेट था। कपिल देव क्रीज पर आए और उन्होंने कप्तानी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए सिर्फ 10 गेंद पर 23 रन ठोंक दिए। उन्होंने फिल एडमंड्स की गेंद पर सिक्स लगाते हुए भारत को जीत दिलाई। भारत ने 136 रन बनाकर पांच विकेट से मैच जीता। कपिल मैन ऑफ द मैच रहे लेकिन असल में वेंगसरकर की सेंचुरी ही थी जिसने भारत को पहली पारी में बढ़त दिलाई। इसी मैदान पर खेला था पहला टेस्ट भारत ने अपना टेस्ट मैच लॉर्ड्स पर ही खेला था। 1932 में खेले गए इस मैच में उसे 158 रनों से हार मिली थी। भारत टीम 1967 तक यहां लगातार 6 टेस्ट मैच हारी। 1971 की सीरीज में पहली बार मैच ड्रॉ रहा। लेकिन 1974 के अगले दौरे पर टीम को फिर हार का सामना करना पड़ा। 1979 में एक बार फिर मैच ड्रॉ रहा, लेकिन 1982 में एक और हार मिली। आखिरकार 1986 में भारत ने लॉर्ड्स पर पहली जीत दर्ज की।

सचिन ने लार के प्रतिबंध का समर्थन किया, बोले- टेस्ट में 50 ओवर के बाद नई गेंद लानी चाहिए, यह गेंदबाजों के लिए जरूरी June 09, 2020 at 05:46PM

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी। पूर्व भारतीय लेजेंड सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने इसका समर्थन किया है। सचिन ने कहा कि टेस्ट में हर 50 या 55 ओवर के बाद नई गेंद लानी चाहिए। यह गेंदबाजों के लिए जरूरी है।

सचिन ने ब्रेट ली के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म 100 एमबी पर चैटिंग की। उन्होंने कहा, ‘‘यदि अचानक से टेस्ट क्रिकेट में इतना कुछ बदलाव आ जाएगा, तो मेरा मानना है कि खेल का स्टैंडर्ड गिर जाएगा। खेल काफी धीमा हो जाएगा, क्योंकि बल्लेबाज यह समझ जाएगा कि यदि वह गलत शॉट नहीं खेलता तो उसे कोई भी आउट नहीं कर पाएगा। जबकि गेंदबाज को पता होगा कि उसके पास इंतजार करने के अलावा कुछ नहीं है।’’

आर्टिफिशियल पदार्थ का इस्तेमाल होना चाहिए
सचिन ने कहा, ‘‘टेस्ट में हर 50 या 55 ओवर के बाद नई गेंद को लाया जाना चाहिए। इससे खेल में काफी कुछ बदलाव आ सकते हैं। वनडे में हमें 50 ओवर का मैच खेलना होता है। यहां हमारे पास 25-25 ओवर में 2 नई गेंद होती हैं, इसलिए टेस्ट में भी ऐसा किया जा सकता है।’’ सचिन ने कहा, ‘‘शायद किसी नए पदार्थ का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जिस पर सभी की सहमति बन सके। इससे बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही खुश हो सकते हैं।’’

कई देशों में ठंड के कारण पसीना नहीं आता
सचिन ने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड का उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में आप लार का इस्तेमाल नहीं कर सकते और कई देशों में आपको पसीना भी नहीं आएगा। ऐसे में आपको काफी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि पसीना आना जलवायु पर निर्भर करता है। डे-नाइट मैच में तो यह सबसे ज्यादा होगा।’ तेज गेंदबाज गेंद को स्विंग कराने के लिए लार और पसीने का इस्तेमाल करते हैं। आईसीसी के मुताबिक, पसीने का अब भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन तेज गेंदबाजों का मानना है कि यह उतना प्रभावी नहीं है जितनी लार होती है।

अंपायर गेंदबाजों के साथ नरम रुख अपनाएं
लार के प्रतिबंध पर ली ने कहा, ‘‘कई और भी तरीके हैं, जो गेंदबाजों की मदद कर सकते हैं। आईसीसी को इन पर गौर करना चाहिए। अंपायरों को गेंदबाजों के साथ नरम रुख अपनाना चाहिए और कोई कार्रवाई करने से पहले गेंद पर लार लगाने की स्थिति में गेंदबाज को 2 या 3 बार चेतावनी देनी चाहिए। मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि यदि खिलाड़ियों से कहा जाएगा कि ऐसा नहीं करना है तो वे जानबूझकर ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि आदत के कारण ऐसा हो सकता है।’’



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पूर्व भारतीय लेजेंड सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध का समर्थन किया है। - फाइल फोटो

एशिया कप: पाक को बड़ा झटका, फिसली मेजबानी! June 09, 2020 at 05:16PM

नई दिल्लीएशिया कप-2020 () की मेजबानी पाकिस्तान के हाथ से फिसलती नजर आ रही है। श्रीलंका (Sri Lanka) ने दावा किया है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड () इस बात से सहमत है कि टूर्नमेंट की मेजबानी हम करें। दरअसल, किलर महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पाकिस्तान ने मेजबानी में असमर्थता जताई थी। बता दें कि एशिया क्रिकेट परिसंघ (एसीसी) के कार्यकारी बोर्ड ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की। मुद्दा रहा जिसकी मेजबानी पाकिस्तान को करनी है। बैठक में बीसीसीआई ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान में खेलना संभव नहीं है और श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के प्रमुख शम्मी सिल्वा ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बात पर सहमत है कि श्रीलंका इस साल होने वाले इस टूर्नमेंट की मेजबानी करे। सिल्वा ने कहा, ‘हमने पीसीबी से इस मामले पर बातचीत की और वो इस बात से सहमत हो गए कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए हम इसकी मेजबानी करें। एसीसी की ऑन लाइन मीटिंग हुई और उन्होंने हमें टूर्नमेंट की मेजबानी के लिए हरी झंडी दे दी।’ निर्णायक फैसला अभी नहीं इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली और सचिव जय शाह ने किया। बैठक में इस साल पाकिस्तान में प्रस्तावित एशिया कप के भविष्य पर चर्चा की गई, हालांकि अंतिम फैसला नहीं लिया गया। एसीसी ने अपने बयान में कहा, ‘इस बैठक में अहम मुद्दे एसीसी के इवेंट्स थे। बोर्ड ने खासकर एशिया कप-2020 को लेकर चर्चा की। कोविड-19 के प्रभाव और स्थिति को देखते हुए संभावित जगहों पर चर्चा की गई और यह तय किया गया कि अंतिम फैसला आने वाले समय में लिया जाएगा।’ बयान के मुताबिक, ‘बोर्ड ने साथ ही चीन के हांगझोऊ में होने वाले एशियाई खेलों में एसीसी की हिस्सेदारी को लेकर भी चर्चा की। बोर्ड ने एसीसी द्वारा की गई पहल को लेकर संतुष्टि जताई। इस बैठक की अध्यक्षता नजमुल हसन ने की और पहली बार इसमें सौरभ गांगुली और जय शाह ने हिस्सा लिया।’ इससे पहले, बीसीसीआई ने कहा था कि कोरोना वायरस को देखते हुए एशिया कप का सितंबर में होना मुश्किल लग रहा है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप को लेकर भी काले बादल मंडरा रहे हैं।

बनूं विराट जैसा... पाक वनडे कप्तान का यह लक्ष्य! June 09, 2020 at 05:46PM

लाहौरपाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर () ने कहा है कि उनकी देश की वनडे टीम के नए कप्तान () का लक्ष्य () और (Kane Williamson) द्वारा तय किए गए पैमाने तक पहुंचना है। भारतीय टीम के कप्तान कोहली, न्यूजीलैंड के कप्तान विलियम्सन, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ को मौजूदा समय के महान बल्लेबाजों में गिना जाता है। अख्तर ने कहा है कि आजम ने अपनी नजरें इन महान खिलाड़ियों के साथ खड़े होने पर टिका ली हैं। शोएब ने एक इंटरव्यू में कहा- बाबर आजम काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। उन्होंने कोहली, रूट, विलियम्सन के साथ खड़े होने का लक्ष्य बना लिया है। अख्तर ने हालांकि कहा है कि कोहली और बाबर की तुलना नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘कोहली और आजम दोनों शानदार खिलाड़ी हैं, लेकिन दोनों की तुलना करना सही नहीं है क्योंकि पाकिस्तान भारत की अपेक्षा कम टेस्ट और वनडे खेलती है।’ पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘उन दोनों के समर्पण से मुझे विश्वास है कि ये दोनों भविष्य में कई रेकॉर्ड तोड़ेंगे, लेकिन इन दोनों की तुलना करना सही नहीं है।'

T20 वर्ल्ड कप और आईपीएल पर फैसला आज June 09, 2020 at 04:27PM

नई दिल्लीआईसीसी की आज होने वाली बोर्ड सदस्यों की बैठक में ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के भविष्य को लेकर गतिरोध दूर होने की उम्मीद है। इस बैठक में अगले चेयरमैन के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा भी की जा सकती है। क्या बीसीसीआई क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के आग्रह पर भारत में 2021 होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को 2022 में कराने पर सहमत हो जाएगा। इस सवाल के जवाब में बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा, ‘पहले आईसीसी को घोषणा करने दीजिए कि उनका इस साल के वर्ल्ड टी20 को लेकर क्या इरादा है। इस साल के टूर्नमेंट को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।’ एक अन्य पहलू प्रसारक स्टार इंडिया है जिसने आईपीएल और आईसीसी प्रतियोगिताओं में भी निवेश किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘स्टार भी हितधारक है। उनकी राय भी मायने रखेगी।’ फिलहाल हैं तीन विकल्प 1- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस वर्ल्ड कप को फरवरी-मार्च में करवाने में कोई परेशानी नहीं, लेकिन इसके साथ एक समस्या है। और वह टी20 का ओवरडोज। अप्रैल में अगले साल का आईपीएल होना है। इसके साथ ही इंग्लैंड का भारत दौरा भी संकट में पड़ सकता है। इसके साथ ही प्रसारणकर्ता का भी अपना पक्ष है। 2- बीसीसीआई क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 2021 के टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन करवाने देने के लिए राजी हो जाए। और 2022 में अपने यहां टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन करवा ले। इस आइडिया में मुश्किल यह है कि बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल के आखिर में टेस्ट सीरीज का आयोजन करवाना चाहता है। एक करीबी सूत्र ने बताया, 'कोई वजह नहीं कि बीसीसीआई टी20 वर्ल्ड कप स्विच करने के लिए राजी हो जाए।' 3- ऑस्ट्रेलिया 2020 की बजाए 2022 में वर्ल्ड कप का आयोजन करवा ले। अगर ऐसा होता है तो यह ज्यादातर खिलाड़ियों को, आईसीसी और सभी को सूट करता है।

एशिया कप और आईपीएल के लिए टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसले का इंतजार; आईसीसी अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीखें घोषित हो सकती हैं June 09, 2020 at 04:18PM

एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) ने इस साल होने वाले एशिया कप टी-20 पर फैसला टाल दिया है। एसीसी को अभी टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसले का इंतजार है। वहीं, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की आज होने वाली मीटिंग में टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसला आने की पूरी उम्मीद है।

आईसीसी की इस वर्चुअल मीटिंग में अगले चेयरमैन के लिए नॉमिनेशन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा भी की जा सकती है। यदि आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप को टालता है तो बीसीसीआई उस समय आईपीएल का आयोजन कर सकता है।

बीसीसीआई को भी वर्ल्ड कप पर फैसले का इंतजार
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा, ‘‘पहले आईसीसी को टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसला लेने दीजिए कि उनका टूर्नामेंट को लेकर क्या इरादा है। टूर्नामेंट को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।’’ इस साल टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। वहीं, कोरोना के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।

पाकिस्तान की मेजबानी में होगा एशिया कप
कोरोना के कारण सितंबर में होने वाला एशिया कप टाला जा सकता है। यह टूर्नामेंट पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की मेजबानी में दुबई में होना है। एसीसी की सोमवार को हुई बोर्ड मीटिंग में बांग्लादेश बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने हिस्सा लिया।

मीटिंग के बाद एसीसी ने कहा, ‘बोर्ड ने एशिया कप के आयोजन पर जोर दिया है। महामारी के प्रभाव और परिणाम को देखते हुए संभावित वैन्यू पर चर्चा की गई। उपयुक्त समय आने पर अंतिम फैसला किया जाएगा।’ मीटिंग में चीन में 2022 में होने वाले एशियन गेम्स में एसीसी के शामिल होने पर भी चर्चा हुई।



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एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) की सोमवार को हुई बोर्ड मीटिंग में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने हिस्सा लिया। -फाइल फोटो

आईपीएल नहीं हुआ तो अंपायर को 15 लाख और अनकैप्ड खिलाड़ियों को 20 लाख रुपए का नुकसान; मोची से लेकर चीयरलीडर्स तक सब परेशान June 09, 2020 at 03:30PM

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मौजूदा सीजन कोरोनावायरस के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। टी-20 वर्ल्ड कप के नहीं होने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अक्टूबर-नवंबर की खाली विंडो में आईपीएल करा सकता है।

इस साल आईपीएल नहीं होने से मोची से लेकर चीयरलीडर्स और अनकैप्ड खिलाड़ी से लेकर अंपायर तक सब प्रभावित होंगे। बोर्ड को भी 4 हजार करोड़ का नुकसान होगा। लीग में शामिल होने वाले लोग भी प्रभावित होंगे।

भास्करन सीएसके के ऑफिशियल मोची, उनके पास कोई काम नहीं
भास्करन चेन्नई सुपर किंग्स के ऑफिशियल मोची हैं। वे 2008 से फ्रेंचाइजी से जुड़े हुए हैं। चिदंबरम स्टेडियम के बाहर उनकी दुकान है। वे रोजाना 500 रुपए कमाते हैं। मैच के दौरान वे खिलाड़ियों के ग्लव्स, पैड और जूते की रिपेयरिंग करते हैं। उन्होंने बताया कि फ्रेंजाइजी की ओर से हर दिन के हजार रुपए मिलते हैं जबकि खिलाड़ी अलग से पैसे देते हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी आमदनी बंद हो गई है।

200 से ज्यादा लोग जर्सी बनाते हैं, 2 करोड़ का माल गोदाम में पड़ा हुआ है
लीग के दौरान टीमों की जर्सी बिकती हैं। लीग से जुड़े रोशन ने बताया कि आमतौर पर हम 40 लोगों के साथ काम करते हैं। लेकिन आईपीएल के कारण संख्या बढ़ाकर 200 करनी पड़ती है। हमारे पास पांच टीमों की जर्सी के ऑर्डर पिछले सीजन में थे। लेकिन अब सभी टीमाें ने ऑर्डर रोक दिया है। इसके बाद हमने प्रोडक्शन रोक दिया है। दो करोड़ का माल गोदाम में पड़ा है।

15 से ज्यादा अनकैप्ड खिलाड़ियों को पैसे नहीं मिलेंगे
बंगाल की ओर से खेलने वाले बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज अहमद को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 20 लाख रुपए में खरीदा। इस बार नीलामी में 15 से अधिक अनकैप्ड खिलाड़ियों को 8 टीमों में जगह मिली। ऐसे में यदि लीग नहीं होती है तो इन सभी खिलाड़ियों को पैसे नहीं मिलेंगे।

अंपायर्स को एक सीजन में 15 लाख रुपए मिलते हैं
आईपीएल में हर सीजन में 15 से 20 घरेलू अंपायर्स को मौका मिलता है। मैच रेफरी भी होते हैं। अंपायर्स को 30 से 40 हजार रुपए हर मैच के मिलते हैं। उन्हें औसतन 15 लाख रुपए मिलते हैं। वहीं लोकल स्कोरर को हर मैच के 10 हजार मिलते हैं। यानी 7 घरेलू मैच के 70 हजार।

चीयरलीडर सोफिया सुपर मार्केट में काम कर रही हैं
मुंबई इंडियंस में बतौर चीयरलीडर काम करने वाली ब्रिटेन की सोफिया का कहना है कि लीग के नहीं होने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। वे ऑनलाइन डांसिंग क्लास के साथ सुपर मार्केट में भी नाइट शिफ्ट में काम कर रही हैं। एक चीयरलीडर को औसतन 11 लाख रुपए मिलते हैं।



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आईपीएल नहीं होने से चीयरलीडर्स को काफी परेशानी हो रही है। वे अब सुपर मार्केट जैसी जगहों पर काम कर रही हैं। एक चीयरलीडर को औसतन 11 लाख रुपए मिलते हैं। -फाइल फोटो

नवजात को अस्पताल में भर्ती कराने में परेशान हुए फुटबॉलर क्रोमाह June 09, 2020 at 01:48AM

कोलकाताशहर के अधिकतर अस्पताल से पीड़ित लोगों का इलाज करने में व्यस्त हैं। ऐसे में कोलकाता में रह रहे लाइबेरिया के फुटबॉलर अंसुमाना और उनकी पत्नी को अपनी नवजात बीमार बच्ची को यहां अस्पताल में भर्ती कराने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस फुटबॉलर की एक हफ्ते की बेटी बिंदू की हालत अब बेहतर है और उनकी पत्नी पूजा ने बताया कि बच्ची को पार्क स्ट्रीट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पिछले साल कलकत्ता फुटबॉल लीग में ऐतिहासिक खिताब के दौरान पीयरलेस एससी की अगुआई करने वाले क्रोमाह बुधवार सुबह पिता बने थे लेकिन शनिवार को उनकी नवजात बेटी में पीलिया के लक्षण दिखाई देने लगे। क्रोमाह और पूजा बिंदू को शामबाजार नर्सिंग होम ले गए जहां उसका जन्म हुआ था लेकिन उन्होंने बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। पढ़ें, बच्ची को इसके बाद दो निजी अस्पतालों में लेकर गए लेकिन दोनों ने ही उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप पर रविवार रात एक अन्य अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया गया। क्रोमाह ने कहा, ‘मैं पूरी तरह टूट चुका था। यह हमारी पहली बच्ची है और आधी रात को हम जिस अनुभव से गुजरे वह बुरे सपने की तरह था। आधी रात को हम बीमार बच्ची को हाथ में उठाकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में दौड़ रहे थे लेकिन किसी ने हमारी मदद नहीं की।’ एक अस्पताल ने कहा कि वहां सिर्फ कोविड-19 मरीजों का उपचार किया जा रहा है जबकि दूसरे ने कहा कि उनके पास बेड नहीं है। उन्होंने बताया, ‘कोरोना वायरस के कारण काफी परेशानी हो रही है। मैं अपनी बेटी के साथ तीन अलग अस्पतालों में गया और एक ने तीन घंटे बैठाने के बाद भर्ती करने से इनकार कर दिया।’ क्रोमाह ने कहा कि सरकार को इस पर गौर करना चाहिए, नहीं तो अन्य बीमारी के मरीजों का क्या होगा।

इस साल टी-20 वर्ल्ड कप टलने की संभावना, लार से बॉल चमकाने पर बैन तय; अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीखें भी घोषित हो सकती हैं June 09, 2020 at 12:32AM

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की बुधवार को होने वाली ऑनलाइन बैठक में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर फैसला लिया जाएगा। यह टूर्नामेंट इसी साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। साथ ही क्रिकेट में लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध भी लग सकता है।

इससे पहले अनिल कुंबले के नेतृत्व वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने कोरोना के कारण बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी। इसी प्रस्ताव पर चर्चा कर फैसला लेना है।

आईसीसी अध्यक्ष पद के लिए गांगुली मजबूद दावेदार
साथ ही बैठक में आईसीसी के अध्यक्ष पद पर होने वाले चुनाव की तारीखों पर भी फैसला आ सकता है। मौजूदा अध्यक्ष शशांक मनोहर का कार्यकाल मई में खत्म हो चुका है। वे पहले ही अपने कार्यकाल को बढ़ाने से मना कर चुके हैं। नए अध्यक्ष के तौर पर इंग्लैंड बोर्ड के चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम सबसे आगे है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के एहसान मनी के नाम पर भी चर्चा हो सकती है।

पिछली बैठक में नहीं हो सका था कोई फैसला
इससे पहले 27 मई को भी आईसीसी ने बैठक की थी। तब टी-20 वर्ल्ड कप के टलने से जुड़ी खबरें सामने आने के बाद बैठक को 10 जून तक टाल दिया गया था। तब बोर्ड ने गोपनीय जानकारी लीक होने के मामले में भी जांच शुरू कर दी थी। इसके लिए एथिक्स ऑफिसर की नियुक्ति किया गया।

वर्ल्ड कप के लिए 3 विकल्पों पर चर्चा हो सकती है
आईसीसी की बैठक में वर्ल्ड कप को कराने के लिए इन3 बड़े विकल्पों पर दोबारा चर्चा हो सकती है। पिछली बैठक में इस बात पर कोई एकमत नहीं था कि टूर्नामेंट को तय कार्यक्रम के मुताबिक आगे बढ़ाया जाए या फिर 2021 तक के लिए टाल दिया जाए।

  • पहला विकल्प यह कि वर्ल्ड कप को 2021 में जनवरी से मार्च के बीच कराया जाए, लेकिन तब मार्च-अप्रैल में आईपीएल भी होगा। साथ ही जनवरी-मार्च में इंग्लैंड को भारत दौरे पर आना है। जहां 5 टेस्ट की सीरीज खेली जाएगी। ऐसे में वर्ल्ड कप होना बेहद मुश्किल है।
  • अगले साल अक्टूबर में भारत में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। ऐसे में दूसरा विकल्प जिस पर चर्चा हुई, वो यह था कि 2021 टूर्नामेंट की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया को दे दी जाए। जबकि भारत 2022 में भी वर्ल्ड कप करा सकता है।
  • तीसरा विकल्प यह कि ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप को 2022 में करा सकता है। इसके लिए कई खिलाड़ी और क्रिकेट बोर्ड भी तैयार हो जाएंगे। बशर्ते उस दौरान कोई आईसीसी इवेंट न हो।

आईपीएल के लिए अक्टूबर-नवंबर सही विंडो
भारत का व्यस्त शेड्यूल भी आईपीएल के लिए बड़ी बाधा रहा है। इस साल सिर्फ अक्टूबर-नवंबर की विंडो ही शेड्यूल के हिसाब से आईपीएल के लिए सबसे बेहतर है। क्योंकि इस दौरान टी-20 वर्ल्ड कप के अलावा कोई सीरीज नहीं है।



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आईसीसी के नए अध्यक्ष के तौर पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और इंग्लैंड बोर्ड के चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स का नाम सबसे आगे है। -फाइल फोटो

'नस्लवाद' पर सैमी के आरोप: ईशांत का पोस्ट वायरल June 09, 2020 at 12:16AM

सैमी ने आरोप लगाया था कि जब उन्हें इस नाम से बुलाया जाता था तो टीम के बाकी सदस्य हंसते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता था कि यह कोई मजाक की बात है लेकिन हाल ही में जब उन्हें इस शब्द का अर्थ पता चला है तो वह काफी दुखी हैं। उन्होंने कहा है कि वह उन लोगों को मेसेज करेंगे जो उन्हें इस नाम से बुलाते थे।

इसके बाद सवाल उठने लगा कि आखिर वे कौन शख्स हैं जिन्होंने सैमी को ऐसा कहा। ऐसे में नेट पर कुछ पोस्ट वायरल होने लगे। इसमें ईशांत शर्मा का 2014 का इंस्टाग्राम पोस्ट है।

इसके अलावा 2014 का ही सैमी का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें वह खुद वीवीएस लक्ष्मण को बर्थडे विश करते हुए डार्क कालू शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। लक्ष्मण वाले ट्वीट की बात करें तो यह 1 नवंबर 2014 का है।

इसमें सैमी लक्ष्मण को जन्मदिन की बधाई देते हुए कह रहे हैं, 'हैपी बर्थडे @VVSLaxman281, ईश्वर का आशीर्वाद आप पर बना रहे। #bestdresser, ओह याद है डार्क कालू।' इस ट्वीट के आखिर में हंसने वाली इमोजी बनी हुई है।

वेस्टइंडीज की टीम इंग्लैंड पहुंची, 8 जुलाई को पहला टेस्ट; इंग्लिश कप्तान जो रूट ने कहा- विंडीज ने हिम्मतवाला काम किया June 08, 2020 at 11:19PM

कोरोनावायरस के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट पटरी पर लौट रहा है। वेस्टइंडीज की टीम इंग्लैंड दौरे पर पहुंच चुकी है। इसको लेकर इंग्लिश कप्तान जो रूट ने कहा कि विंडीज टीम का यहां
आना बेहद हिम्मतवाला काम है। मुझे लगता है कि पूरी दुनिया फिर से क्रिकेट देखने के लिए उनकी आभारी होगी।

दोनों देशों के बीच तीन टेस्ट की सीरीज जून में खेली जानी थी, लेकिन कोरोना के कारण अब यह 8 जुलाई से शुरू होगी। सभी मैच बगैर दर्शकों के होंगे। सीरीज से पहले विंडीज टीम को 14
दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा।

13 मार्च को हुआ था पिछला इंटरनेशनल मैच
पिछला इंटरनेशनल मैच 13 मार्च को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। इसके बाद वायरस के कारण दुनियाभर में क्रिकेट पर रोक लगा दी गई। 29 मार्च से होने वाले
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।

मुश्किल में एक-दूसरे की मदद करना चाहिए: गॉवर
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान डेविड गॉवर ने कहा, ‘‘कोरोना के बीच वेस्टइंडीज हमारे यहां टेस्ट सीरीज खेलकर अहसान कर रहा है। मौजूदा हालात में हर देश को ऐसे ही एक-दूसरे की मदद
करनी चाहिए। वायरस की वजह से पहले ही स्थिति खराब है। ऐसे में अगर क्रिकेट दोबारा शुरू होता है तो इससे राहत मिलेगी। अगर इस साल क्रिकेट नहीं होता तो बड़ा नुकसान होता।
कमाई में कमी का असर पूरे खेल पर पड़ता है। फिर टेस्ट खेलने वाले देशों की बात हो या फिर काउंटी या क्लब क्रिकेट।’’

3600 करोड़ रु. के नुकसान की आशंका
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के प्रमुख टॉम हैरिसन पहले ही कह चुके हैं कि इस सीजन में क्रिकेट मैच होना बेहद जरूरी है। यदि ऐसा नहीं होता है, तो ईसीबी को करीब 380 मिलियन पाउंड (करीब 3600 करोड़ रु.) का नुकसान हो सकता है।

विंडीज टीम में 11 रिजर्व खिलाड़ी
वेस्टइंडीज टीम 25 खिलाड़ियों के साथ इंग्लैंड पहुंची हैं। इनमें से 14 खिलाड़ी ही टीम में शामिल रहेंगे। दूसरे 11 खिलाड़ी रिजर्व में रहेंगे। वेस्टइंडीज की टीम में डैरेन ब्रावो, शिमरोन हैटमायर और कीमो पॉल शामिल नहीं है। इन खिलाड़ियों ने दौरे से इंकार कर दिया था। वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर पर तेज गेंदबाजी का दारोमदार रहेगा।

14 दिन क्वारैंटाइन में रहेगी टीम
विंडीज टीम मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में क्वारैंटाइन में रहेगी। सभी खिलाड़ी इसी दौरान ट्रेनिंग भी करेंगे। यहां से सभी को एजेस बाउल ले जाया जाएगा। एजेस बाउल को बायो सिक्योर होने की वजह से चुना गया है।

पहला टेस्ट नहीं खेलेंगे इंग्लैंड के कप्तान जो रूट
पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट नहीं खेलेंगे। उनकी पत्नी दूसरे बच्चे की मां बनने वाली है। ऐसे में रूट की गैर मौजूदगी में उप-कप्तान बेन स्टोक्स टीम की कमान संभालेंगे। हालांकि, पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन का मानना है कि ऑलराउंडर स्टोक्स पर यह एक्स्ट्रा बोझ रहेगा, ऐसे में कप्तानी की जिम्मेदारी जोस बटलर को देनी चाहिए।



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इंग्लैंड पहुंचने के साथ ही सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट किया गया। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। अब खिलाड़ियों को 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना होगा।

वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंची June 08, 2020 at 11:00PM

एंटीगा/लंदन वेस्टइंडीज () की क्रिकेट टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए आज इंग्लैंड पहुंच गई। इससे पहले इंग्लैंड के लिए रवाना होने से पहले पूरी टीम का कोविड-19 (Covid- 19 Test) परीक्षण करवाया गया था, जिसमें सभी की रिपोर्ट 'निगेटिव' आई थी। सोमवार को के विभिन्न द्वीपों से खिलाड़ियों को दो विमानों से लाया गया और फिर वे विशेष विमान से इंग्लैंड के मैनचेस्टर के लिए रवाना हुए। इंग्लैंड लैंड करने के बाद टीम के खिलाड़ियों को यहां एक बार फिर कोविड- 19 टेस्ट किया गया। ओल्ड ट्रैफर्ड पहुंचने के बाद पूरी टीम क्वॉरंटीन पर चली जाएगी। इसके साथ ही टीम का सात सप्ताह का दौरा भी शुरू हो जाएगा, जहां उन्हें जैव सुरक्षित वातावरण (Bio Secure Environment) में रहना होगा। इस दौरान खिलाड़ियों को सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। तीनों टेस्ट मैच 21 दिन के अंदर खाली स्टेडियमों में खेले जाएंगे। पहला टेस्ट 8 जुलाई से साउथैम्पटन में खेला जाएगा। दूसरा (16 से 20 जुलाई) और तीसरा (24 से 28 जुलाई) टेस्ट मैच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाएंगे। इन स्थलों का चयन इसलिए किया गया है कि क्योंकि इनमें स्टेडियम के अंदर या उसके पास में होटल हैं और इनमें जैव सुरक्षित वातावरण तैयार किया जा सकता है। वेस्टइंडीज को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मई और जून में इंग्लैंड का दौरा करना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। कप्तान जेसन होल्डर ने कहा, 'हम सीरीज के लिए इंग्लैंड जा रहे हैं और यह खेलों विशेषकर क्रिकेट के लिए यह बहुत बड़ा कदम है।'

इंग्लैंड दौरे के लिए यूनिस बने पाकिस्तान के बैटिंग कोच June 08, 2020 at 11:29PM

कराची पाकिस्तान ने मंगलवार को पूर्व कप्तान यूनिस खान को इंग्लैंड दौरे के लिये राष्ट्रीय टीम का बल्लेबाजी कोच और मुश्ताक अहमद को स्पिन गेंदबाजी कोच नियुक्त किया। पाकिस्तान की तरफ से 118 टेस्ट मैचों में 10,099 रन बनाने वाले यूनिस बेहद सफल बल्लेबाज रहे हैं। उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर 313 रन है। वह आईसीसी रैंकिंग में विश्व के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज भी बने थे। पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। यह दौरा 30 जुलाई से शुरू होगा। दोनों टीमें 29 अगस्त से तीन टी20 मैचों की सीरीज भी खेलेंगी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के मुख्य कार्यकारी वसीम खान ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि यूनिस खान जैसा शानदार बल्लेबाजी रेकॉर्ड रखने वाला बल्लेबाज राष्ट्रीय टीम के बल्लेबाजी कोच के रूप में पाकिस्तान क्रिकेट ढांचे से जुड़ने के लिए तैयार हो गया है।’ पूर्व लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद ने पाकिस्तान के लिए 52 टेस्ट मैचों में 185 विकेट लिए। वह इससे पहले इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के भी स्पिन गेंदबाजी कोच रह चुके हैं। वसीम ने कहा, ‘मुश्ताक इंग्लैंड की परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझते हैं। उन्होंने काउंटी क्रिकेट खेलकर और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ काम करते हुए काफी समय वहां बिताया है। स्पिनरों की मदद करने और मेंटर की भूमिका निभाने के साथ मुश्ताक मैच के लिए रणनीति बनाने में (मुख्य कोच) मिसबाह-उल-हक की मदद भी कर सकते हैं।’ यूनिस ने कहा कि वह फिर से पाकिस्तान क्रिकेट की सेवा करने का मौका मिलने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी टीम में कुछ बेहद प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। मिसबाह-उल-हक, मुश्ताक अहमद और वकार यूनिस के साथ मिलकर हम उन्हें बेहतर बनाने और अपनी तरफ से अच्छी तरह से तैयार करने की कोशिश करेंगे।’ मिसबाह ने भी यूनिस और मुश्ताक को कोचिंग पैनल में शामिल करने का स्वागत किया।

स्टेडियम खुले: इस मैच को देखने पहुंचेंगे 35000 दर्शक June 08, 2020 at 09:40PM

वेलिंगटनडुनेडिन स्थित हाईलैंडर्स को उम्मीद है कि शनिवर को चीफ्स के खिलाफ सुपर मैच के लिए 20 हजार दर्शक पहुंचेंगे। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बाद यह पहला बड़ा रग्बी मैच है जो दर्शकों की मौजूदगी में आयोजित होगा। सुपर रग्बी का पहला बड़ा टूर्नमेंट है जो कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद दोबारा शुरू हुआ है और यह दुनिया की शुरुआती बड़ी खेल प्रतियोगिता में से एक है जिसमें दर्शकों की संख्या पर कोई सीमा तय नहीं की गई है। दूसरी तरफ ऑकलैंड स्थिति ब्ल्यूज टीम को रविवार को हरिकेन्स के खिलाफ होने वाले मैच में 35 हजार लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है क्योंकि इस मुकाबले में राष्ट्रीय टीम के कई खिलाड़ी शामिल होंगे। ने सार्वजनिक रूप से लोगों के जुटने की संख्या को लेकर सोमवार को सभी तरह की रोक हटा दी जिसका मतलब है कि अब सामाजिक दूरी की जरूरत नहीं है और मैचों के दौरान स्टेडियम की क्षमता के जितने दर्शक आ सकते हैं। न्यूजीलैंड में अभी कोविड-19 का कोई सक्रिय मामला नहीं है और पिछले 18 दिन में कोई नया मामला भी सामने नहीं आया है।

'कम मेहनत, ज्यादा कमाई है T20 की सफलता का राज' June 08, 2020 at 10:27PM

किंगस्टन वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान का मानना है कि कम मेहनत में 10 गुना अधिक कमाई करने के मौके के कारण ही दुनिया भर के क्रिकेटर T20 विशेषज्ञ के रूप में अपना करियर बना रहे हैं। पिछले दशक में की लोकप्रियता के कारण युवा क्रिकेटर टी20 विशेषज्ञ के तौर पर अपना करियर संवार रहे हैं। गंगा ने कहा कि यह हैरान करने वाला नहीं है। इस पूर्व क्रिकेटर ने विजडन एवं क्रिकविज के सर्वश्रेष्ठ T20 पोडकॉस्ट के दौरान कहा, 'यह मानव प्रवृति है कि अगर आपको दस गुना कम मेहनत करने पर दस गुना अधिक कमाई होती है तो आप यह फैसला पलक झपकाए बिना कर देंगे।' उन्होंने कहा, 'वेस्टइंडीज ही नहीं दुनिया भर के अधिकतर क्रिकेटरों की स्थिति ऐसी है।' वेस्टइंडीज की तरफ से 48 टेस्ट, 35 वनडे और केवल 1 T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले गंगा ने कहा कि दुनिया भर में टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण क्रिकेटर अपने देश का प्रतिनिधित्व किये बिना भी विभिन्न टी20 लीग में खेलकर अच्छी जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने कहा, 'टी20 क्रिकेट में आपको पता होता है कि यह आपकी राष्ट्रीय टीम के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने तक ही सीमित नहीं है। खिलाड़ियों के पास कई तरह के अवसर हैं। ऐसे खिलाड़ी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाते वे दुनिया भर में टी20 फ्रैंचाइजी प्रतियोगिताओं में खेलकर आजीविका चला रहे हैं।'

छींटाकशी से प्रेरित होते हैं विराट, मैं न करूंगा: वेड June 08, 2020 at 10:14PM

मेलबर्नऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज () ने मंगलवार को कहा कि भारत के खिलाफ इस साल के आखिर में होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान वह छींटाकशी से दूर रह सकते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि (Virat Kohli) और टीम इसका उपयोग फायदे के तौर पर करती है। वेड इससे पहले अपने विरोधियों पर कड़ी टिप्पणियां करते रहे हैं। विशेषकर भारत के खिलाफ 2017 की वनडे श्रृंखला और पिछले साल की एशेज सीरीज के दौरान उन्होंने ऐसा किया था। लेकिन इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों के साथ शाब्दिक जंग में नहीं उलझना चाहते हैं क्योंकि इससे उनको बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। वेड ने वीडियो कॉन्फ्रेन्स के जरिए पत्रकारों से कहा, ‘वह बेहद कड़ी टीम है। वे इसका (छींटाकशी) उपयोग अपने फायदे के लिए करते हैं। विराट जिस तरह से अपने शब्दों का चयन करते हैं या हावभाव दिखाते उससे लग जाता है कि बहुत चालाक हैं। इसलिए वे इसे अब फायदे के लिए उपयोग करते हैं। ईमानदारी से कहूं तो मैं इसमें (छींटाकशी) ज्यादा शामिल नहीं होना चाहता।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि इससे उनका उत्साह बढ़ता है। वे अभी दुनिया में किसी भी अन्य टीम की तुलना में इसका बेहतरी के लिये इस्तेमाल करते हैं इसलिए मैं इस बार इससे दूर रह सकता हूं।’ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच तीन दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा में शुरू होगा। इसके बाद के मैच एडिलेड ओवल (11 से 15 दिसंबर) , मेलबर्न (26 से 30 दिसंबर) और सिडनी (तीन से सात जनवरी) में खेले जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 32 टेस्ट, 94 वनडे और 29 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले वेड ने कहा कि भारत कड़ा प्रतिद्वंद्वी है जिसके बाद अच्छे क्षेत्ररक्षक भी हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं भाग्यशाली रहा हूं कि मैं उनके खिलाफ भारत में खेला हूं लेकिन मुझे कभी उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका नहीं मिला। भारत में उनसे दो बार खेला हूं जो कि चुनौतीपूर्ण है। वह बेहद कड़ी टीम है।’ वेड ने कहा, ‘वे आपको कड़ी चुनौती देते हैं। उनके क्षेत्ररक्षक सतर्क रहते हैं जो पहले भारत का कमजोर पक्ष होता था। उनके पास अच्छे तेज गेंदबाज भी हैं जो पिछले चार पांच साल से टीम से जुड़े हैं। इसलिए भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना दिलचस्प होगा। तेजी गेंदबाजी उनका मुख्य अस्त्र होगा। यह शानदार चुनौती होगी।’

ICC की मीटिंग कल, T20 वर्ल्ड कप पर फैसला June 08, 2020 at 09:44PM

नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की बुधवार को होने वाली बोर्ड सदस्यों की बैठक में ऑस्ट्रेलिया में इस साल होने वाले T20 वर्ल्ड कप ( on ) के भविष्य को लेकर गतिरोध दूर होने की उम्मीद है। इस बैठक में अगले चेयरमैन के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा भी की जा सकती है। बोर्ड के सदस्य इस समय ऑस्ट्रेलिया में होने वाले को लेकर कोई ठोस फैसला कर सकते हैं, जिस पर कोविड-19 (Covid 19) महामारी के कारण अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में क्या भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के आग्रह पर 2021 के बजाए 2022 में मेजबानी करने पर सहमत हो जाएगा। इस सवाल के जवाब में बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने से कहा, 'पहले आईसीसी को घोषणा करने दो कि उनका इस साल के वर्ल्ड T20 (World T20) को लेकर क्या इरादा है। इस साल के टूर्नमेंट को लेकर अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।' आईसीसी बोर्ड की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, 'भारत या तो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 2021 के टूर्नमेंट की मेजबानी करेगा और ऑस्ट्रेलिया में 2022 में इसका आयोजन होगा या फिर इसके उलटा भी हो सकता है। किसी भी स्थिति में यह फैसला द्विपक्षीय सीरीज को ध्यान में रखकर करना होगा।' एक अन्य पहलू प्रसारक स्टार इंडिया है, जिसने आईपीएल और आईसीसी प्रतियोगिताओं में भी निवेश किया है। अधिकारी ने कहा, 'स्टार भी हितधारक है। उनकी राय भी मायने रखेगी।' ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर T20 वर्ल्ड कप स्थगित या रद्द कर दिया जाता है तो अक्टूबर-नवंबर में इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन किया जा सकता है। एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह होगा कि क्या आईसीसी के निवर्तमान चेयरमैन शशांक मनोहर और बोर्ड उनके उत्तराधिकारी के लिए नामांकन प्रक्रिया की औपचारिक घोषणा करेंगे। इस पद के लिए कई दावेदार हैं। एक महीने पहले तक इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के कोलिन ग्रेव्स सर्वसम्मत पसंद लग रहे थे और अब भी वह मुख्य दावेदार हैं लेकिन बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अहसान मनि के नाम भी इस पद के लिए उछाले जा रहे हैं, जिससे मामला दिलचस्प बन गया है। बीसीसीआई ने हालांकि अभी तक गांगुली को उम्मीदवार बनाने का औपचारिक फैसला नहीं किया है। धूमल ने कहा, 'जल्दबाजी क्या है। वे पहले चुनाव प्रक्रिया घोषित करें। इसके लिए समयसीमा होगी। हम सही समय पर फैसला करेंगे।' एक अन्य मसला भारत में 2021 में होने वाले टी20 विश्व कप के लिये करों में छूट से जुड़ा है। बीसीसीआई पहले ही भारत में 2016 में खेले गए टी20 विश्व कप से संबंधित करों को लेकर लड़ाई लड़ रहा है। इसके लिए देय दो करोड़ 37 लाख डॉलर का मसला अभी विवाद समाधान समिति के दायरे में है। जहां तक आईसीसी का मामला है तो उसका मानना है कि करों में छूट को लेकर बीसीसीआई ने कोई वचनबद्धता नहीं दिखाई है, जो कि केंद्र सरकार से हरी झंडी मिले बिना संभव नहीं है। बीसीसीआई ने कोविड-19 के चलते लॉकडाउन के कारण कुछ समय देने के लिए कहा है।

राहुल द्रविड़ ने कहा- मौजूदा क्रिकेट में बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट बहुत ज्यादा, मैं शायद यहां टिक ही नहीं पाता June 08, 2020 at 09:24PM

पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि मौजूदा क्रिकेट में बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट बहुत ज्यादा है। द्रविड़ के मुताबिक,यदि वह आज के दौर में खेल रहे होते तो शायद टिक ही नहीं पाते। क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो के वीडियोकास्ट पर द्रविड़ ने पूर्व भारतीय क्रिकेटरसंजय मांजरेकर से बातचीत की।

द्रविड़ ने कहा, ‘‘मुश्किल वक्त में आसानी से बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर लंबे समय तक डटे रहना, गेंदबाजों को थका देना और बॉल को पुराना करना होता है। यह मैंने अच्छे से किया।’’

मेरा खेल अलग हो सकता था
राहुल ने कहा, ‘‘मैं जब अपना काम देखता हूं तो गर्व होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं वीरेंद्र सहवाग की तरह आक्रामक बल्लेबाजी नहीं करना चाहता था। मेरा खेल अलग हो सकता था। लेकिन मेरा टैलेंट भरोसे और पक्के इरादे के साथ ध्यान से बल्लेबाजी करना था। और मैंने यही किया।’’

सचिन-सहवाग से ज्यादा स्ट्राइक नहीं था
राहुल ने कहा, ‘‘मैं जिस तरह की बल्लेबाजी करता था, वही आज के दौर में करता तो टिक नहीं पाता। आज के खिलाड़ियों के स्ट्राइक रेट देखिए। वनडे में मेरा स्ट्राइक रेट सचिन तेंदुलकर या वीरू (सहवाग) से भी ज्यादा नहीं था। लेकिन यह वह स्ट्राइक रेट था, जो हमने उस दौर में खेला था।’’

विराट-रोहित से अपनी तुलना नहीं कर सकता
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विराट कोहली और रोहित शर्मा से अपनी तुलना कर ही नहीं सकता। उन्होंने वनडे में नए लेवल छूकर मिसाल कायम की है। ईमानदारी से कहूं तो मैं खुद को टेस्ट प्लेयरके तौर पर ही बेहतर बनाना चाहता था।’’

आज कोई टेस्ट क्रिकेटर नहीं बनना चाहता
द्रविड़ ने कहा, ‘‘आज कोई भी टेस्ट क्रिकेटर नहीं बनना चाहता है। युवा टी-20 और वनडे में करियर बनाना चाहते हैं। वे बगैर रक्षात्मक तकनीक के आसानी से क्रिकेट में डटे रहना चाहते हैं। एक पीढ़ी पहले आप क्रिकेट में बने रहने के लिए बेहतर टेस्ट प्लेयर बनना चाहते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है।’’

कई खिलाड़ियों के पास बेहतरीन रक्षात्मक तकनीक
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘आज भी कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनके पास बेहतरीन डिफेंसिव टेक्नीकहै। इनमें विराट कोहली, केन विलियम्सन और स्टीव स्मिथ शामिल हैं। डिफेंस टेक्नीकका मतलब होता है कि आप विकेट बचाकर मुश्किल वक्त में भी आसानी से विकेट पर टिक सकें। और जो टेस्ट का बेहतरीन खिलाड़ी होता है, वह यह काम बखूबी कर लेता है।’’

द्रविड़ ने 244 वनडे में 71.24 की स्ट्राइक रेट से 10889 रन बनाए
द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 42.51 की स्ट्राइक रेट से 13288 और 244 वनडे में 71.24 की स्ट्राइक रेट से 10889 रन बनाए हैं। उनके नाम एकमात्र इंटरनेशनल टी-20 में 147.62 की स्ट्राइक रेट से
31 रन हैं। आईपीएल के 89 मैच द्रविड़ ने 2174 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 115.52 का रहा था।



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पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 42.51 की स्ट्राइक रेट से 13288 और 244 वनडे में 71.24 की स्ट्राइक रेट से 10889 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो

द्रविड़ ने कहा, आज के क्रिकेट में फिट नहीं बैठ पाता June 08, 2020 at 08:34PM

नई दिल्ली () को यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं कि वह जिस तरह से धीमी बल्लेबाजी करते थे उसे देखते उनके लिए आज के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बने रहना मुश्किल होता लेकिन इसके साथ ही उनका मानना है कि रक्षात्मक तकनीकी (Defensive Technique) का अस्तित्व बना रहेगा भले ही इसका महत्व कम होता जा रहा है। द्रविड़ ने कहा कि और जैसे बल्लेबाजों ने एकदिवसीय क्रिकेट में नए प्रतिमान स्थापित कर दिए हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाज की हमेशा जरूरत रहेगी। जहां तक उनकी खुद की बात है तो उन्हें रक्षात्मक कहलाने में गुरेज नहीं क्योंकि वह शुरू से ही टेस्ट खिलाड़ी बनना चाहते थे। द्रविड़ ने पूर्व भारतीय खिलाड़ी संजय मांजरेकर के साथ ईएसपीएनक्रिकइन्फो वीडियोकास्ट में कहा, ‘अगर इसका मतलब लंबे समय तक क्रीज पर बने रहना या गेंदबाजों को थकाना या मुश्किल परिस्थितियों में नई गेंद की चमक खत्म करना है ताकि बाद में खेलना आसान हो सके तो मैं ऐसा करता था।’ उन्होंने कहा, ‘मैं इसे अपनी भूमिका के तौर पर देखता था और मुझे इस पर गर्व है। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं वीरेंदर सहवाग के जैसे बल्लेबाजी नहीं करना चाहता था या उस तरह से शॉट नहीं खेलना चाहता था लेकिन हो सकता है कि मेरा कौशल अलग तरह का हो। मेरा कौशल प्रतिबद्धता और एकाग्रता से जुड़ा था और मैंने इस पर काम किया।’ इस पूर्व कप्तान ने इसके साथ ही कहा कि वह 300 से अधिक वनडे में खेले जिसका मतलब है कि उनकी भूमिका केवल विकेट बचाये रखने तक ही सीमित नहीं थी। द्रविड़ ने कहा, ‘निश्चित तौर पर मैं जिस तरह से बल्लेबाजी करता था अगर आज के दिनों में वैसी बल्लेबाजी करता तो मैं (टीम में) टिक नहीं पाता। आज का स्ट्राइक रेट देखो। वनडे क्रिकेट में मेरा स्ट्राइक रेट सचिन (Sachin Tendulkar strike rate) या वीरू (Viernder Sehwag Batting) जैसा नहीं था लेकिन तब हम उसी तरह से क्रिकेट खेला करते थे।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी तुलना कोहली () या रोहित शर्मा () से नहीं कर सकता हूं क्योंकि उन्होंने वनडे के प्रतिमानों को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं एक टेस्ट खिलाड़ी बनने की सोच के साथ आगे बढ़ा था।’ क्रिकेट अब बड़े स्कोर वाला खेल बन गया है लेकिन द्रविड़ ने कहा कि रक्षात्मक बल्लेबाजी से किसी को खेल के सर्वश्रेष्ठ प्रारूप (टेस्ट) में कड़े स्पैल और मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकलने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भले ही इसका महत्व कम होता जा रहा है लेकिन आपको तब भी अपने विकेट का बचाव करना होता है। आज के दिन में क्रिकेट में बने रहने के लिये आपका टेस्ट क्रिकेटर होना जरूरी नहीं है। आप टी20 या वनडे में करियर बना सकते हैं और रक्षात्मक तकनीकी के बिना भी खेल में बने रह सकते हो।’ द्रविड़ ने कहा, ‘‘एक पीढ़ी पहले आपको खेल में बने रहने के लिये टेस्ट क्रिकेटर होना पड़ता था। कई खिलाड़ियों की आज भी अच्छी रक्षात्मक तकनीकी है फिर चाहे वह कोहली हो, (केन) विलियमसन या (स्टीव) स्मिथ।’ द्रविड़ ने पुजारा की भी जमकर तारीफ की जो भारत के टेस्ट विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा, ‘सौराष्ट्र जैसी जगह से आने के बाद उसे जल्द ही पता चल गया कि उसे अन्य खिलाड़ियों की तुलना में कुछ खास करने की जरूरत है। इसलिए उसने अपनी प्रत्येक पारी को विशेष बनाने की कोशिश की और इस तरह से अपनी बल्लेबाजी को आगे बढ़ाया।’ द्रविड़ ने कहा, ‘उसके पास कई तरह के शॉट हैं और वह इसे जानता है। स्पिनरों के सामने वह बेजोड़ है और वह स्ट्राइक रोटेट भी करता है। पुजारा ने अपने खेल पर बहुत अच्छी तरह से काम किया है। उसकी एकाग्रता लाजवाब है। पुजारा जैसे खिलाड़ी के लिये टीम में हमेशा जगह रहेगी क्योंकि उनकी तकनीकी मैच जिताने में हमेशा योगदान देगी।’

मैं आपसे मेसेज पर पूछूंगा, नस्लवाद पर बोले सैमी June 08, 2020 at 07:47PM

नई दिल्ली वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान () ने एक वीडियो जारी कर सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के टीम कैंप में नस्लवाद (Racial Discrimination in Team Camp) होने का आरोप लगाया है। पिछले सप्ताह, सैमी ने कहा था कि जब उन्हें 'कालू' शब्द का अर्थ पता चला तो वह आपा खो बैठे। उन्हें काफी गुस्सा आया। सैमी ने कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद के साथ खेलते हुए कई बार उनके खिलाफ यह शब्द इस्तेमाल किया गया था। इस टी20 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान ने कहा था कि उनके और श्रीलंका के थिसारा परेरा (Thisara Parera) जब सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते थे तो कई बार 'कालू' शब्द का इस्तेमाल होता था। हालांकि, उन्हें यह नहीं मालूम था कि किसने उनके लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया था लेकिन अब उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह उन सब लोगों को मेसेज करेंगे, जिन्होंने उन्हें यह शब्द कहा था। सैमी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो जारी कर कहा, 'मैं सारी दुनिया में खेला हूं। मुझे कई लोगों से प्यार मिला है। जिस भी टीम से मैं खेला हूं उसके ड्रेसिंग रूम से मुझे प्यार मिला है। तो मैं हसन मिन्हाज को सुन रहा था कि कैसे उनके कल्चर में अश्वेत लोगों को पुकारा जाता है।' उन्होंने कहा, 'यह सब लोगों पर लागू नहीं होता है। तो एक शब्द का अर्थ पता लगने के बाद मैं काफी गुस्से में था। तब मुझे याद आया कि सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए मुझे इसी शब्द से पुकारा जाता था जो अश्वेतों के लिए अपमानजनक शब्द है।' सैमी ने कहा कि उस समय उन्हें इस शब्द का अर्थ नहीं पता था और जब भी मुझे ऐसे पुकारा जाता मेरी टीम के साथी हंसने लगते। उन्होंने कहा, 'मैं उन लोगों को मेसेज करूंगा। आप लोग जानते हो कि आप कौन हो। मैं यह जरूर कहूंगा कि जब मुझे इस शब्द से पुकारा जाता था तो मुझे लगता था कि इसका अर्थ मजबूत इनसान या ऐसा ही कुछ होता है। मुझे उस समय इसका अर्थ नहीं पता था। जब भी मुझे ऐसे पुकारा जाता तो वहां काफी लोग हंसने लगते। मुझे लगता था कि टीम के साथी हंस रहे हैं तो यह जरूर कुछ मजेदार होगा।' उन्होंने कहा, 'अब मुझे पता है कि यह अपमानजक है। मैं आप सब लोगों, जिन्होंने मुझे ऐसे बुलाया, को मेसेज करूंगा और पूछूंगा कि क्या जब तुम मुझे ऐसे बुला रहे थे तो क्या तुम्हारा इरादा बुरा था? सभी ड्रेसिंग रूम से मुझे बहुत प्यार मिला है। सबसे मेरी बहुत अच्छी यादें जुड़ी हैं, तो जिन्होंने ने भी मुझे इस शब्द से बुलाया जरा विचार कीजिएगा, चलिए बात करते हैं, अगर यह वाकई बुरी नीयत से कहा गया था तो मैं काफी निराश होऊंगा।'

कैंसर से लड़ रही शूटर फिर से साधेंगी अपना निशाना June 08, 2020 at 08:14PM

नीलेश भट्टाचार्य, कोलकाताबीते दिसंबर में शूटर कुछ बीमार क्या हुईं उनकी मेडिकल रिपोर्ट ने जैसे सब कुछ बदलकर रख दिया। रितिका की मेडिकल और ब्लड रिपोर्ट की जांच के बाद टाटा मेडिकल सेंटर ने बताया कि रितिका को 'रेयर डिजीज' (दुर्लभ बीमारी) है। बेटी की बीमारी की बात सुनकर उनके मम्मी-पापा के होश उड़ गए लेकिन इस 16 वर्षीय युवा शूटर ने अपना धैर्य बनाए रखा और डॉक्टर से कहा कि घबराएं नहीं मेरे पास दुर्लभ क्वॉलिटी भी है। अब अगले कुछ महीने के लिए रितिका को अपनी सबसे प्यारी जगह शूटिंग रेंज में नहीं जाना था बल्कि उन्हें अब यह समय हॉस्पिटल के कमरे में बिताना था। हॉस्पिटल में दाखिल होने से करीब एक महीना पहले वह नैशनल शूटिंग चैंपियनशिप के लिए जॉयदीप कर्मकार शूटिंग अकैडमी (JKSA) में प्रैक्टिस कर रही थीं। फिर अचानक ही उनकी बीमारी से जुड़े कुछ लक्षण दिखाई देने लगे। प्रैक्टिस सेशन के बाद वह जल्दी ही बहुत ज्यादा थकने लगीं। रितिका की मां ने बताया, 'उनके शरीर का तापमान भी बढ़ने लगा। इन दिनों शहर में डेंगू के प्रकोप का शोर था। तो हम भी रितिका को इस डर से एक क्लिनिक में ब्लड टेस्ट के लिए ले गए। लेकिन यहां जो रिपोर्ट सामने आई उससे हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई।' रितिका को अक्यूट मायलॉयड ल्यूकायमिया (acure myeloid leukaemia) की पहचान हुई। इस बीमारी के चलते शरीर में वाइट ब्लड सेल्स कम पड़ने लगते हैं। रितिका को कीमोथैरेपी की तुरंत जरूरत थी। रितिका कहती हैं, 'भारत में इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के चलते 24 मार्च से लॉकडाउन लगा है। लेकिन मेरा लॉकडाउन तो दिसंबर से ही शुरू हो गया था। भले अब घर लौट आई हूं लेकिन अभी भी एक सख्त मेडिकल निगारानी जारी है।' लेकिन अब जॉयदीप और साथी खिलाड़ियों के एक ग्रुप ने रितिका को एक बार फिर खुश होने का मौका दिया। लंदन ओलिंपिक खेलों में चौथे स्थान पर अपनी शूटिंग खत्म करने वाले जॉयदीप ने रितिका को काफी सपॉर्ट किया। वह जब भी रितिका को कॉल करते थे तो रितिका अपनी ट्रेनिंग को फिर से शुरू करने के बारे में पूछती थी। जॉयदीप ने बताया, 'अप्रैल में जब लॉकडाउन के कारण हमने ऑनलाइन शूटिंग कॉम्पिटीशन शुरू किया तो मैंने रितिका को 'गेस्ट' पार्टिसिपेट कराया। इस दौरान कई शूटर्स ने उसे प्रोत्साहित किया।