Sunday, February 13, 2022

IPL: इस साल नहीं खेलेगा यह खिलाड़ी, फिर भी मुंबई इंडियंस ने क्यों लुटाए 8 करोड़ February 13, 2022 at 01:07AM

बेंगलरु: दुनिया के सबसे घातक गेंदबाजों में से एक के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की मेगा नीलामी (IPL 2022 Mega Auction) में होड़ मच गई। मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने आर्चर (Jofra Archer) को यह जानते हुए 8 करोड़ रुपये में खरीदा कि वह 2022 सीजन में नहीं खेल पाएंगे। यही नहीं, मुंबई ने जिस तरह से उनके बोली लगाई, इससे साफ था कि किसी भी कीमत पर वह इंग्लिश खिलाड़ी को नहीं छोड़ना चाहते हैं। दो करोड़ रुपये बेस प्राइस वाले आर्चर पर पहली बोली उनकी पुरानी टीम राजस्थान रॉयल्स ने लगाई, जबकि मुंबई इंडियंस उसे फॉलो किया। देखते ही देखते बोली एक करोड़, दो करोड़, तीन करोड़... और फिर साढ़े 6 करोड़ पहुंच गई। यहां राजस्थान ने हटने का फैसला किया, क्योंकि उसके पर्स में अधिक पैसे नहीं थे। यहां सनराइजर्स हैदराबाद नीलामी में कूदा और बोली पहुंच गई 8 करोड़। यह मुंबई की फाइनल बोली रही। उल्लेखनीय है कि जोफ्रा फिलहाल चोट से जूझ रहे हैं। उनके दाहिने हाथ की कोहनी में चोट है और पिछले वर्ष 11 दिसंबर को दूसरा ऑपरेशन कराया था। इसकी वजह से वह टी-20 वर्ल्ड कप-2021 और ऑस्ट्रेलिया में खेले गए एशेज सीरीज का भी हिस्सा नहीं थे। माना जा रहा है कि अभी भी वह लंबे समय तक क्रिकेट से बाहर रहेंगे। यह तय है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन में भी हिस्सा नहीं ले पाएंगे, लेकिन जब वह टीम में लौटेंगे तो एक तरफ जोफ्रा आर्चर और दूसरे छोर पर जसप्रीत बुमराह को बॉलिंग करते देखना वाकई करिश्माई पल होगा। दोनों ही अपनी खतरनाक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों को इन्हें खेलना आसान नहीं होता।

IPL 2022 मेगा ऑक्शन:शाहरुख खान का ब्लैक ब्लेजर पहन ऑक्शन में पहुंचे आर्यन, फैंस बोले-बेटे ने SRK का वॉर्डरोब हथिया लिया February 13, 2022 at 01:04AM

U19 वर्ल्ड कप के हीरो राज बावा पर छप्पर फाड़ पैसा, मिली कप्तान से चार गुनी अधिक कीमत February 13, 2022 at 12:29AM

बेंगलुरु: अंडर-19 वर्ल्ड कप (IND vs ENG U19 World Cup final) के खिताबी मुकाबले में 5 विकेट झटकते हुए इंग्लैंड को हार के लिए मजबूर करने वाले स्टार ऑलराउंडर राज बावा () पर इंडियन प्रीमियर लीग के मेगा ऑक्शन (IPL 2022 Mega Auction) में खूब पैसे बरसे। उन्हें प्रीति जिंटा (Preity Zinta) की सहमालिकाना हक वाली फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स (PBKS) ने दो करोड़ रुपये की भारी भरकम राशिद में खरीदा। राज की बेस प्राइस 20 लाख थी और सनराइजर्स हैदराबाद ने पहली बोली लगाई। इसके बाद पंजाब किंग्स और मुंबई इंडियंस भी होड़ में कूद गए। देखते ही देखते बोली 50 लाख, एक करोड़, ड़ेढ करोड़ पार करते हुए दो करोड़ रुपये पहुंच गई। आखिरी में पंजाब किंग्स उन्हें खरीदने में कामयब रही। रोचक बात यह है कि राज को अंडर-19 वर्ल्ड कप चैंपियन भारतीय टीम के कप्तान यश ढुल से 4 गुना अधिक कीमत मिली। दिल्ली के यश को उनकी होम फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स ने 50 लाख रुपये की बोल लगाकर टीम में शामिल किया। फाइनल में हीरो राज ने यूंगाडा के खिलाफ ठोके थे 162 रन राज के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप जबर्दस्त गया था। उन्होंने फाइनल में 35 रन बनाने के अलावा 31 रन देकर 5 विकेट झटके थे। इससे पहले उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण 42 रन बनाए थे, जबकि यूंगाडा के खिलाफ 108 गेंदों में 14 चौके और 8 छक्के उड़ाते हुए नाबाद 162 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद से ही माना जा रहा था कि आईपीएल में उनपर बड़ी बोल लगेगी।

IPL ने अभिषेक शर्मा को बनाया करोड़पति:4 साल की उम्र में पकड़ा था बल्ला, युवराज सिंह को आइडल बनाया, अब टारगेट- इंडियन किक्रेट टीम February 12, 2022 at 11:33PM

Yash Dhull: अंडर-19 वर्ल्ड कप के विजेता कप्तान यश ढुल बने इस टीम का हिस्सा February 13, 2022 at 12:01AM

बेंगलुरु: अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान () को आईपीएल की महा-नीलामी (IPL Mega Auction) में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) ने खरीदा। ढुल का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था। दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 50 लाख रुपये देकर अपनी टीम में शामिल किया। ढुल दिल्ली के ही रहने वाले हैं। दूसरे दिन लंच के बाद दिल्ली की टीम ने लगातार बोलियां लगाईं। पंजाब और दिल्ली दोनों टीमें इस खिलाड़ी को अपनी टीम के साथ जोड़ने के लिए उत्सुक नजर आईं। आखिर में दिल्ली कैपिटल्स ने दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अपनी टीम में शामिल किया। ढुल की कप्तानी में भारत ने हाल ही में वेस्टइंडीज में हुए वर्ल्ड कप में खिताब जीता था। यह भारत का पांचवां वर्ल्ड कप खिताब था। ढुल ने वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेंचुरी बनाई थी। यश के पिता विजय सिंह ढुल (Yash Dhull Father Vijay Singh Dhull) ने नवभारत टाइम्स को बताया था कि यश महज 6 साल की उम्र में क्रिकेट अकैडमी जाने लगा था। क्रिकेट को लेकर उसकी गंभीरता 3 से 4 सालों में नजर आने लगी। जब वह 5वीं क्लास में था, तो उसका एडमिशन बाल भवन में इसी वजह से करवाया, क्योंकि वहां क्रिकेट अकेडमी थी। पिता विजय ने बताया कि वह खुद भी डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते थे, हालांकि चीजें आगे नहीं बढ़ पाईं। लेकिन एक सपना था कि अपने बेटे को क्रिकेट में दिशा देंगे। यह संयोग रहा कि यश की दिलचस्पी भी बचपन से ही क्रिकेट में दिखने लगी। पूरे परिवार ने यश को क्रिकेट के लिए प्रेरित किया और यश का सपना परिवार का सपना रहा। यश के दादाजी पहले उसे अकेडमी लेकर जाते थे और लाते थे। उनके व्यस्त होने पर यह काम उनकी मां करने लगी। 2017 में दादाजी के निधन के बाद यह जिम्मेदारी नीलम पर आई। घर के काम के साथ उन्होंने कोचिंग को इस तरह मैनेज किया कि कभी यश की कोचिंग मिस नहीं हो पाई।