Friday, December 17, 2021

सचिन तेंदुलकर ने अपनी दोस्त को बचाने वाले पुलिसकर्मी का कहा शुक्रिया, बोले 'दुनिया एक खूबसूरत जगह है' December 17, 2021 at 05:23AM

मुंबई महान बल्लेबाज ने ट्रैफिक पुलिस का शुक्रिया अदा किया है। इसके साथ ही पब्लिक की सेवा में जुटे सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने एक घटना के बारे में बताया है जब ट्रैफिक पुलिस ने उनके एक दोस्त की सही समय पर मदद की थी। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक पुलिस वाले ने उनकी दोस्त को सही समय पर अस्पताल पहुंचाया और साथ ही रास्ते में उसकी जरूरी देखभाल भी की। कई बार अपने बिजी शेड्यूल में हम उन लोगों के प्रयासों की सराहना करना भूल जाते हैं जो निस्वार्थ होकर लोगों की मदद करते हैं। तेंदुलकर ने आगे कहा कि कई लोग ऐसे हैं जो ड्यूटी से आगे बढ़कर लोगों की मदद करते हैं और हमें थोड़ा वक्त निकालकर उनके इस नेक काम की तारीफ करनी चाहिए। सचिन ने लिखा, 'कुछ दिन पहले मेरी एक करीबी मित्र का एक्सीडेंट हो गया। ईश्वर की कृपा से वह अब ठीक है। हालांकि, एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी से सही समय पर मिली मदद ने अंतर पैदा किया। उसने फौरन मेरे दोस्त को ऑटो में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया और सही समय पर सही फैसला लिया। पुलिसकर्मी से यह आश्वस्त किया कि सफर के दौरान मेरी दोस्त की रीढ़ की हड्डी, जिसमें चोट लगी हुई थी, को कम से कम नुकसान हो। ' सचिन ने ट्वीट में लिखा, 'मैं उस पुलिसकर्मी से मिला और मदद के लिए उनका शुक्रिया अद किया।' उन्होंने आगे लिखा कि उस पुलिसकर्मी जैसे कई लोग हैं जो आगे बढ़कर लोगों की मदद करते हैं। ऐसे ही लोगों की वजह से यह दुनिया बहुत खूबसूरत जगह है। जब आप ऐसे लोगों को देखते हैं खास तौर पर वे जो लोगों की मदद करते है, एक लम्हा निकालकर उनका शुक्रिया अदा कीजिए। आपको शायद न पता हो लेकिन अपनी ओर से वे चुपचाप लोगों की जिंदगी में बदलाव लाने का काम कर रहे हैं। सचिन ने आगे लोगों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने को भी कहा। सचिन ने कहा कि लोगों को शॉर्ट कट नहीं लेने चाहिए क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने लोगों का जीवन सुरक्षित बनाने के लिए देशभर के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की सराहना की। हालांकि, यहां यह बात भी ध्यान देने वाली है कि सचिन कई बार लोगों को यातायात नियमों का पालन करने का संदेश देते रहते हैं। सचिन ने कहा, 'भारत भर के ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का उनके प्रयासों के लिए मैं शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। आप आम लोगों का जीवन सुरक्षित बनाने का काम करते हैं। और हम सबको चाहिए कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें और शॉर्ट कट न लें। किसी के जीवन को खतरे में डालकर कुछ वक्त बचा लेना कोई समझदारी का काम नहीं है।'

वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का दबदबा, श्रीकांत और लक्ष्य के मेडल पक्के, रचा इतिहास December 17, 2021 at 03:04AM

हुएलवा (स्पेन)किदाम्बी श्रीकांत और युवा लक्ष्य सेन ने शुक्रवार को बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के पुरुष एकल के सेमीफाइनल में पहुंचकर नया इतिहास रचते हुए भारत के किए कम से कम दो पदक पक्के किए। लेकिन महिला एकल में भारत को निराशा हाथ लगी और मौजूदा चैंपियन पी वी सिंधु को क्वरॅर्टर फाइनल में ताइ जु यिंग से हार का सामना करना पड़ा। भारत का एक रजत पदक भी पक्का हो गया है क्योंकि शनिवार को पहले सेमीफाइनल में श्रीकांत और लक्ष्य आमने सामने होंगे। भारत के किए यह टूर्नामेंट में ऐतिहासिक दिन साबित हुआ है। पहले विश्व के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और यहां 12वें वरीय श्रीकांत ने नीदरलैंड के मार्क कालजोऊ पर क्वॉर्टर फाइनल में महज 26 मिनट में 21-8, 21-7 से जीत हासिल की। इसके बाद गैरवरीयता प्राप्त सेन ने अपने जुझारूपन का शानदार नमूना पेश किया तथा क्वरॅर्टर फाइनल में चीन के जुन पेंग झाओ को तीन गेम तक चले रोमांचक मुकाबले में 21-15, 15-21, 22-20 से हराया। यह मैच एक घंटे और सात मिनट तक चला। सेन ने कहा, 'मैं रैली में आत्मविश्वास से भरा हुआ था। लेकिन हम दोनों ने कुछ गलतियां की। 20-20 पर मैं चूक गया लेकिन मैं फिर भी विनर लगाने में सफल रहा, थोड़ा भाग्यशाली रहा।’ उन्होंने कहा, 'मैं तीन वर्षों में श्रीकांत से नहीं खेला हूं, इसकिए यह अच्छा मैच होगा। वह भी बहुत अच्छा खेल रहे हैं और उन्होंने इस हफ्ते में अपने प्रतिद्वंद्वियों को दोहरे अंक तक पहुंचने से पहले ही हरा दिया है।’ सेन ने साथ ही कहा, 'मैं भी अच्छा खेल रहा हूं और हम दोनों ही आक्रामक शैली का खेल खेलते हैं। देखते हैं कौन फाइनल में पहुंचता है। भारत ने एक फाइनलिस्ट तो पक्का कर लिया है जो अच्छी चीज है। मैं मुकाबले के किए तैयार हूं।’ इन दोनों से पहले महान खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण (1983 में कांस्य पदक) और बी साई प्रणीत (2019 में कांस्य पदक) ने पदक जीते थे। श्रीकांत ने कहा, 'मैंने खुद से कहा कि मुझे मैच में बने रहना होगा। मैं बड़ी बढ़त नहीं गंवाना चाहता था या आसान गलतियां नहीं करना चाहता था, मुझे ध्यान लगाए रखना था।’ उन्होंने कहा, 'इस चरण तक पहुंचकर खुश हूं। इस टूर्नामेंट में आने से पहले मैं सिर्फ शुरूआती मुकाबले के बारे में सोच रहा था। इसके बाद ही अगले अगले मुकाबले के बारे में सोचा।’ सिंधु ने विश्व चैम्पियनशिप में पांच पदक जीते हैं जबकि साइना नेहवाल के नाम दो पदक हैं। ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने भी 2011 में कांस्य पदक जीता था। दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 11-5 से बढ़त बनाए थे और ब्रेक के बाद उन्होंने 14-8 की बढ़त बनाकर लगातार सात अंक हासिल कर गेम जीत लिया। दूसरा गेम भी कुछ अलग नहीं था जिसमें श्रीकांत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से पस्त कर दिया। उन्होंने 4-3 के स्कोर के बाद लगातार सात अंक हासिल किए। फिर 17-7 के बाद उन्होंने लगातार चार अंक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। महिलाओं के एकल में शीर्ष वरीय ताइ जू ने क्वरॅर्टर फाइनल 42 मिनट में 21-17, 21-13 से जीतकर सिंधु का खिताब बरकरार रखने का सपना तोड़ा। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी और दो ओलंपिक पदक विजेता सिंधु ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था । सिंधु ने 2019 में ताइ जू को इस टूर्नामेंट में हराया था लेकिन तोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में उससे हार गई थी । इस मैच से पहले ताइ जू के खिलाफ उसका जीत हार का रिकॉर्ड 14 . 5 का था । भारतीय खिलाड़ी को ताइ जू की फुर्ती, कोर्ट कवरेज और ड्राप शॉट की बराबरी करने में मुश्किल हो रही थी जो पहले भी कई बार रहा है, हालांकि सिंधु ने कुछ बेहतरीन क्रास-कोर्ट स्मैश लगाए। सिंधु ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं। वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थी लेकिन बाद में हार गयीं। ताइ जू ने इस तरह 2019 विश्व चैम्पियनशिप में इसी चरण में सिंधु से मिली हार का बदला भी चुकता किया। पहले गेम में दोनों शुरू में 2-2 की बराबरी पर थी लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली। सिंधु ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया। लेकिन यह भारतीय लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शॉट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं। दूसरा गेम करीबी रहा लेकिन फिर ताइ जु ने सिंधु की एक गलती से ब्रेक तक 11-8 की बढ़त हासिल कर ली थी। लेकिन सिंधु के दो बेहतरीन स्मैश का ताइ जु के पास कोई जवाब नहीं था। इससे सिंधु ने इस अंतर को महज एक अंक का कर दिया जो 10-11 हो गया। ताइ जु ने अगला अंक अपने नाम किया। फिर सिंधु ने एक क्रास कोर्ट स्मैश लगाकर स्कोर 11-12 करदिया। चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने वाइड शॉट फेंका जिससे स्कोर 12-12 हो गया। ताइ जु ने अगले तीन अंक अपने खाते में डाले लेकिन फिर नेट पर हिट कर बैठीं। एक असफल लाइन कॉल चुनौती के बाद सिंधु 13-16 से पिछड़ रही थीं। भारतीय खिलाड़ी ने अगले दो शॉट नेट में हिट किए और अपनी प्रतिद्वंद्वी के ड्राप शॉट तक नहीं पहुंच सकी जिससे वह 13-18 से पांच अंक से पिछड़ गयीं। सिंधु ने असहज गलती करना जारी रखा, उन्होंने पहले शॉट वाइड फेंका और ताइ जु के स्मैश को चूककर मैच गंवा बैठीं। पुरुष एकल में भारत के तीसरे खिलाड़ी एच एस प्रणय के पास भी सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका है। वह क्वरॅर्टर फाइनल में सिंगापुर के कीन येव लोह से भिड़ेंगे।

'बेबी का फोटो मत लेना प्लीज', साउथ अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले विराट कोहली से फोटोग्राफर्स से अपील December 17, 2021 at 04:41AM

नई दिल्ली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने फोटोग्राफर्स से अनुरोध किया कि वे उनकी बेटी वामिका की तस्वीरें न लें। भारतीय टीम जब मुंबई से साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रवाना हो रही थी तब कोहली ने वहां मौजूद फोटोग्राफर्स से ऐसा अनुरोध किया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है कि जिसमें कोहली अपनी अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा और बेटी के साथ टीम बस से बाहर आते हैं। कोहली बाहर आकर कहते हैं, 'बेबी का फोटो मत लेना।' इसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। विराट और अनुष्का के घर इस साल जनवरी में बेटी का जन्म हुआ था। भारत को साउथ अफ्रीका में तीन टेस्ट और तीन वनडे इंटरनैशनल मैचों की सीरीज खेलनी है। दौरे का पहला मैच 26 दिसंबर से जोहान्सबर्ग में खेला जाएगा। भारत ने साउथ अफ्रीका में अभी तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। विराट कोहली अपनी कप्तानी में इस इतिहास को बदलना चाहेंगे। इसके साथ ही कोहली की कोशिश बल्ले से भी रंग में लौटने की होगी। उन्होंने बीते दो साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं लगाया है। बीते 24 महीने में कोहली का बल्लेबाजी औसत 26.04 का है। जो उनके करियर औसत से काफी कम है।

टीम इंडिया में मचा है 'संग्राम', दक्षिण अफ्रीका दौरा कैसे फतह करेंगे 'गुरु' राहुल द्रविड़? December 17, 2021 at 03:54AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट ने पिछले कुछ महीनों में अहंकार, महत्वाकांक्षाएं, सत्ता संघर्ष और चौंकाने वाले खुलासे, यह सब देखा है। इस संकट की स्थिति में भारत के नए कोच ‘क्राइसिस मैन’ के लिए दक्षिण अफ्रीका दौरा और ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले अपने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोहली ने बुधवार को कहा था कि जब उन्होंने बोर्ड को टी20 कप्तान के रूप में पद छोड़ने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया था, तब उन्हें पद पर बने रहने के लिए नहीं कहा गया था। उन्होंने गांगुली के उस बयान का भी खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि स्टार बल्लेबाज को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। गांगुली ने कहा था कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कोहली से बात की थी जब वह टी20 कप्तान के रूप में पद छोड़ने का फैसला कर रहे थे और उनसे काम जारी रखने का आग्रह किया, लेकिन स्टार बल्लेबाज ने पद छोड़ने का फैसला किया। टी20 कप्तानी पर भारत के टेस्ट कप्तान के चौंकाने वाले खुलासे के एक दिन बाद, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गुरुवार को कहा कि वह इस मामले में कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को बोर्ड द्वारा निपटा जाएगा। गांगुली ने कोलकाता में मीडियाकर्मियों से कहा था, ‘‘मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। हम इससे उचित तरीके से निपटेंगे, इसे बीसीसीआई पर छोड़ दें।’’ कप्तानी के मुद्दे ने बीसीसीआई अध्यक्ष और भारत के टेस्ट कप्तान के बीच विवाद उत्पन्न कर दिया और इसके शुरू होते ही सोशल मीडिया पर पिछले दो दिनों से हैशटैग विराट बनाम बीसीसीआई ट्रेंड कर रहा है। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले विराट और रोहित शर्मा के रिश्तों को लेकर विवाद होने की संभावना जताई जा रही थी और अब यह विवाद कोहली बनाम गांगुली हो गया है और इसके बीच भारतीय टीम भले ही सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच गई हो, लेकिन विवादों ने अभी पीछा नहीं छोड़ा है। पिछले एक हफ्ते में सामने आए सभी ड्रामे के बाद, भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने राहुल द्रविड़ के लिए खेद महसूस किया है। लेकिन, भारतीय क्रिकेट की राजनीति उनके लिए नई नहीं है। वास्तव में, गांगुली-ग्रेग चैपल के विवाद के दौरान द्रविड़ क्राइसिस मैन में से एक थे। और अब नए कोच के कंधों पर टीम इंडिया को सभी ऑफ-फील्ड विवादों से उबारने और खिलाड़िों को प्रोटियाज के खिलाफ मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने की बड़ी जिम्मेदारी है। विराट कोहली के नेतृत्व वाले भारत का 2021 टी20 विश्व कप के पहले दो मैचों में खराब प्रदर्शन रहा था और वे मेगा-इवेंट के अगले दौर से ही बाहर हो गए थे। कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि एक असुरक्षित ड्रेसिंग रूम का माहौल उस टूर्नामेंट में भारत की हार के प्रमुख कारकों में से एक था। उनके अनुसार, एक बार जब कोहली ने आयोजन शुरू होने से पहले अपनी टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया, तो खिलाड़ी किसी तरह अपने काम पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे थे। द्रविड़, जो हमेशा काम की नैतिकता में विश्वास करते हंै और अपने खेल के दिनों में एक टीम मैन थे। वह चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी अन्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय काम पर फोकस करें। हालांकि, चोटों, चयन मुद्दों और नाजुक बल्लेबाजी क्रम, कठिन खेल परिस्थितियों और दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के डर के कारण प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपलब्धता को देखते हुए ‘मिस्टर डिपेंडेबल’ के लिए यह एक आसान काम नहीं होगा। भारत के गौरवशाली क्रिकेट इतिहास में दक्षिण अफ्रीका एकमात्र देश बना हुआ है जहां 'मेन इन ब्लू' ने अभी तक एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। हां, मौजूदा प्रोटियाज क्रिकेट टीम कुछ अनुभवहीन है, लेकिन वे अपने घरेलू मैदान पर मजबूती से मुकाबला करेंगे। विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टेस्ट क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजी के स्तंभ हैं, लेकिन पिछले दो वर्षों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। वहीं, कागिसो रबाडा और एनरिक नॉर्टजे इन अनुभवी पेशेवरों खिलाड़ियों को चुनौती देते नजर आएंगे। यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या कोहली और द्रविड़ की जोड़ी में संघर्ष कर रहे रहाणे और पुजारा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करते हैं या नहीं, खासकर तब जब श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी ने मौका मिलने पर अच्छा प्रदर्शन किया हो। भारत को रोहित शर्मा, शुभमन गिल और रवींद्र जडेजा की भी कमी खलेगी, जो चोटों के कारण टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं और उनकी अनुपस्थिति में नए खिलाड़ियों को उनकी जगह भर पाना आसान नहीं होगा। लेकिन, 48 वर्षीय कोच की सबसे बड़ी चुनौती आंतरिक संघर्षों को सुलझाना होगा। उनके के लिए रेनबो नेशन में जीतने के लिए एक खुश कप्तान और टीम में सकारात्मक माहौल को बनाना जरूरी होगा। द्रविड़ ‘द वॉल ऑफ इंडियन टीम’ को सभी अनिश्चितताओं और विवादों के बीच दक्षिण अफ्रीका में अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

एडिलेड टेस्ट में आसमानी खौफ! बिजली कड़कने से रुका मैच, सामने आई डरावनी तस्वीर December 17, 2021 at 03:15AM

एडिलेड ऑस्ट्रेलिया और एशेज सीरीज के बीच जारी दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल उस वक्त रोकना पड़ा पड़ा जब आकाशीय बिजली जोरदार कड़की। ऐसा लगा मानो स्टेडियम में ही गिर जाएगी।इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार को एडिलेड के ओवल में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 473/9 रनों पर पारी घोषित करने के बाद इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों को जल्द आउट कर दिया। स्टंप्स तक इंग्लिश टीम 8.4 ओवर में 17 रन जोड़े, जबकि 2 विकेट गंवाया। अब इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया से 456 रनों से पीछे है। ऑस्ट्रेलिया के 473 रनों के जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी में मिशेल स्टार्क और माइकल नेसर ने सलामी बल्लेबाज बर्न्स रोरी और हसीब हमीद को आउट करके मैच में टीम की स्थिति और मजबूत कर दी। अंतिम सत्र में डेब्यू कर रहे नेसर और स्टार्क ने इंग्लैंड को शुरुआती झटके दिए। इससे पहले, नेसर और स्टार्क ने 51 गेंदों में 58 रनों की शानदार साझेदारी की थी। गेंद के साथ स्टार्क ने अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर बर्न्स को स्मिथ के हाथों कैच करवाकर आउट कर दिया। इसके बाद नेसर ने अपना पहला टेस्ट विकेट सिर्फ दूसरी गेंद पर हासिल किया। नेसेर 9वां ओवर कर रहे थे। उन्होंने ओवर की चौथी गेंद की ही थी कि कड़ाके की बिजली चमकी। ऐसा लगा जैसे स्टेडियम में ही गिरी हो। इसके तुरंत बाद अंपयरों ने खिलाड़ियों को बाहर भेजा और फिर खेल नहीं शुरू हो सका। इसके थोड़ी देर बाद ही अंपायरों ने दूसरे दिन के खेल खत्म होने की घोषणा कर दी। इससे पहले, मार्नस लाबुशेन ने अपने करियर का छठा शतक जड़ा था। वहीं, कप्तान स्टीव स्मिथ और एलेक्स कैरी ने अर्धशतक लगाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में नौ विकेट गंवाकर 473 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में जोरदार जीत दर्ज की थी। अब दूसरे टेस्ट में भी उसने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

एशेज टेस्ट- बिजली गिरने से रुका मैच:खिलाड़ियों को अंपायर ने बाहर भेजा, पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने बनाए 473 रन; इंग्लैंड 456 रनों से पीछे December 17, 2021 at 03:52AM

भारत ने पाक को घुटने टेकने को किया मजबूर, 3-1 से हराया, हरमनप्रीत-आकाशदीप जीत के हीरो December 17, 2021 at 01:17AM

ढाकाभारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2021 के एक मुकाबले में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 3-1 से हरा दिया। ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विनर ने तीसरे क्वॉर्टर तक जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया। उसने दो गोल दागे, जबकि तीसरे क्वॉर्टर के आखिरी पलों में पाकिस्तान ने पहला गोल लगाने में कामयाबी हासिल की। मैच का चौथा क्वॉर्टर बेहद अहम था, जहां मनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम ने एक बार फिर वापसी करते हुए 3-1 स्कोर के साथ मैच का अंत किया। हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिए दो गोल दागे, जबकि आकाशदीप ने एक गोल लगाया। भारत ने अपना पहला मैच कोरिया के खिलाफ 2-2 से ड्रा खेलकर अंक बांटे थे। भारत अभी तीन मैचों में सात अंक लेकर अंकतालिका में शीर्ष पर है तथा वह पांच देशों के बीच राउंड रोबिन आधार पर खेले जा रहे टूर्नामेंट में रविवार को जापान से भिड़ेगा। पाकिस्तान का अभी दो मैचों में केवल एक अंक है। पिछली बार इन दोनों टीमों के बीच मुकाबला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के लीग चरण में हुआ था जहां भारत ने 3-1 से जीत हासिल की थी। जबकि 2018 में हुए पिछले एडिशन में संयुक्त विजेता घोषित किया गया था। मस्कट में मैच बारिश की वजह से धुल गया था। हरमनप्रीत ने लगाया पहला गोल बुधवार को बांग्लादेश को 9-0 से हराने के बाद भारत बढ़े हुए हौसले के साथ उतरा था। उसने पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त शुरुआत की। उसके लिए पहला गोल मनप्रीत सिंह ने दागा। उन्होंने यह गोल पेनल्टी कॉर्नर पर लगाया। भारत को इस बीच हालांकि कई मौके मिले लेकिन वह उन्हें गोल में नहीं बदल पाया। पहला क्वॉर्टर इसी स्कोर पर खत्म हुआ। पहले गोल के बाद टीम इंडिया का जश्न देखने लायक था। हाफ टाइम तक भारत 1-0 से आगे पाकिस्तान ने इस बीच गोल करने के कई प्रयास किए लेकिन भारत ने मैच पर अपनी पकड़ ढीली नहीं होने दी। भारत ने गेंद को अपने कब्जे में रखा और पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखा। पाकिस्तान की ओर से अफराज ने कोशिश की लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति की सतर्कता ने इस युवा खिलाड़ी को गोल नहीं करने दिया। हाफ टाइम तक स्कोर 1-0 ही रहा। तीसरे क्वॉर्टर में भारत तीसरे क्वॉर्टर में भारत के लिए दूसरा गोल आकाशदीप सिंह ने लगाया। उन्होंने 42वें मिनट में गेंद जाल में उलझाते हुए भारत की बढ़त दोगुनी कर दी। हालांकि, जूनैद मंजूर ने कुछ ही देर में जवाबी हमला करते हुए टीम के लिए पहला गोल दागा। इस तरह तीसरे क्वॉर्टर के खत्म होने तक स्कोर 2-1 हो गया। 53वें मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत सिंह ने इसका पूरा फायदा उठाया। उन्होंने जबरदस्त हिट लगाते हुए गेंद को पोस्ट में उलझा दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम की बढ़त 3-1 हो गई। इसके बाद पाकिस्तान ने पलटवार की पूरी कोशिश की, लेकिन मजबूत भारतीय डिफेंस को भेदने में नाकाम रही।

एशेज टेस्ट: एडिलेड में भी हारेगा इंग्लैंड? ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे ही दिन कर दी हालत खराब December 17, 2021 at 01:56AM

एडिलेड ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन टेस्ट को एकतरफा अंदाज में जीता था और अब एडिलेड टेस्ट के दूसर ही दिन इंग्लैंड पर मजबूत शिकंजा कस दिया है।उसने मार्नस लाबुशेन के शतक, जबकि स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और एलेक्स कैरी के अर्धशतकों के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने डे-नाइट टेस्ट की पहली पारी 9 विकेट पर 473 रनों पर घोषित की। इसके बाद स्टंप्स तक इंग्लैंड के महज 17 रन पर दो विकेट झटक लिए। डेविड मलान 1 और जो रूट 5 रन बनाकर नाबाद लौटे। ऑस्ट्रेलिया 456 रनों से आगे है। लाबुशेन ने 103 रन की पारी खेली जो डे-नाइट टेस्ट में उनका तीसरा शतक है। वह ऐसे करने वाले पहले बल्लेबाज हैं। आकाशीय बिजली कड़कने के कारण खेल को जल्दी रोकना पड़ा। इंग्लैंड ने 8.4 ओवर में दो विकेट पर 17 रन बनाए हैं। टीम अब भी ऑस्ट्रेलिया से पहली पारी के आधार पर 456 रन पीछे है। पदार्पण कर रहे माइकल नासेर ने अपनी दूसरी गेंद पर हसीब हमीद (छह) को मिशेल स्टार्क के हाथों कैच कराया। इससे पहले स्टार्क ने रोरी बर्न्स (चार) को स्लिप में कैच कराया था। चाय के विश्राम के समय ऑस्ट्रेलिया ने 390 रन पर अपना सातवां विकेट गवां दिया था लेकिन स्टार्क (नाबाद 39) और नासेर (35) ने आठवें विकेट के लिए तेजी से 58 रन की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को 450 रन के करीब पहुंचाया। क्रिस वोक्स (103 रन पर एक विकेट) की गेंद पर झाय रिचर्डसन (नौ) के आउट होते ही स्मिथ ने पारी घोषित कर दी। ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 221 रन से की उस समय लाबुशेन 95 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। दिन का शुरुआती 40 मिनट काफी नाटकीय रहा जहां गेंद और बल्ले के बीच करीबी मुकाबला देखने को मिला। लाबुशेन ने जिम्मी एंडरसन (58 रन पर दो विकेट) की गेंद को थर्ड मैन के पास बाउंड्री के पार भेज कर टेस्ट करियर का छठा और एशेज का पहला शतक पूरा किया। इसके कुछ देर बाद ही वह ओली रोबिनसन (45 रन पर एक विकेट) की गेंद पर कैच आउट हो गए लेकिन रीप्ले में नो बॉल की पुष्टि होने के बाद उन्हें जीवनदान मिल गया। वह हालांकि इसका फायदा उठाने में विफल रहे और अपनी पारी के 400वें मिनट में इसी गेंदबाज की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। लाबुशेन ने इस दौरान टेस्ट में 2000 रन पूरे किए। उन्होंने इस उपलब्धि को महज 34 पारी में पूरा किया। डॉन ब्रैडमैन (22), जॉर्ज हेडली (32), हर्बर्ट सटक्लिफ (33) और माइक हसी (33) ने ही इस से कम पारियों में इस कारनामे को किया है। लाबुशेन ने एडिलेड ओवल में लगातार तीन डे-नाइट टेस्ट में शतक बनाए हैं, जहां उनका औसत लगभग 100 है। स्मिथ और विकेटकीपर एलेक्स कैरी (51) ने छठे विकेट के लिए 91 रन की साझेदारी की लेकिन एंडरसन ने दोनों को चलता किया। ऑस्ट्रेलिया अपना नौवां दिन-रात्रि मैच खेल रहा है, और पिछले सभी आठ मैच अपने घर में ही जीते हैं। पहले टेस्ट शतक बनाने वाले ट्रेविस हेड इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (72 रन पर एक विकेट) की गेंद पर बोल्ड हो गए। उन्होंने 18 रन बनाए। कैमरून ग्रीन (दो) को बेन स्टोक्स (113 रन पर तीन विकेट) ने बोल्ड किया।

वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप: क्वॉर्टर फाइनल में ताइ जू यिंग से हारीं पीवी सिंधु December 17, 2021 at 01:02AM

हुएलवा (स्पेन) पिछली चैम्पियन पी वी सिंधू का खिताब बरकरार रखने का सपना ताइ जू यिंग ने तोड़ दिया। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपे की इस खिलाड़ी ने सिंधु को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वॉर्टर फाइनल में सीधे गेम में हरा दिया। ताइ जू ने यह मुकाबला 42 मिनट में 21-17, 21-13 से जीता। सिंधु ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट हुआ नहीं था। सिंधु ने 2019 में ताइ जू को इस टूर्नामेंट में हराया था लेकिन तोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में उससे हार गई थीं। इस मैच से पहले ताइ जू के खिलाफ उसका जीत-हार का रिकॉर्ड 14-5 का था। अब ताइ जू का सामना ही बिंगजाओ और हान यूए के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। भारत के लक्ष्य सेन पुरुष एकल क्वॉर्टर फाइनल में चीन के झाओ जुन पेंग से, किदाम्बी श्रीकांत का मार्क कालजो से और एच एस प्रणय का लो कीन यू से सामना होगा।

पीवी सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप से बाहर:क्वार्टर फाइनल में नंबर-1 सीड ताइ जू यिंग ने हराया, श्रीकांत सेमीफाइनल में पहुंचे December 17, 2021 at 12:27AM

SAvIND: विवादों को भूल जाओ विराट, साउथ अफ्रीका में रचना है इतिहास December 17, 2021 at 12:28AM

जोहानिसबर्ग कप्तान विराट कोहली की अगुआई में भारतीय क्रिकेट टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ 26 दिसंबर से शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए गुरुवार को पहुंच गई। कोहली की अगुआई वाली टीम इस दौरे के लिए मुंबई से रवाना हुई। इस दौरे के आखिर में जनवरी में तीन वनडे मैचों की सीरीज भी खेली जाएगी। कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए इस दौरे में होने वाले टी-20 मैचों को अभी स्थगित कर दिया गया था। दोनों टीम पूरी सीरीज के दौरान बायो बबल में रहेंगी। टीम इंडिया को यहां सिर्फ एक दिन के आइसोलेशन में रहना होगा। टीम इंडिया ने इससे पहले सात बार साउथ अफ्रीका का दौरा किया है, लेकिन एक बार भी उसे मेजबान के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाबी नहीं मिली है। भारतीय कप्तान विराट कोहली 29 साल के इस इंतजार को इस बार खत्म करके साउथ अफ्रीका के आठवें दौरे को यादगार बना चाहेंगे। पिछली सीरीज (2017-18) में दोनों टीमों के बीच बहुत नजदीकी मुकाबले हुए थे लेकिन मेजबान ने आखिर में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली थी। टेस्ट सीरीज का पहला मैच सेंचुरियन में खेला जाएगा जबकि अन्य दो टेस्ट जोहानिसबर्ग और केपटाउन में होंगे। रोहित के चोटिल होने के बाद टेस्ट टीम का उप कप्तान घोषित नहीं किया गया है। रोहित को खराब फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे की जगह उप कप्तान नियुक्त किया गया था। वनडे के नवनियुक्त कप्तान रोहित शर्मा मुंबई में अभ्यास सत्र के दौरान चोटिल हो गए थे जिसके कारण उन्हें दौरे से हटना पड़ा। उनकी जगह गुजरात के सलामी बल्लेबाज प्रियांक पांचाल को चुना गया।