Thursday, June 18, 2020

वर्ल्ड नंबर-1 जोकोविच ने कहा- यूएस और फ्रेंच ओपन का होना खुशी की खबर, इसके लिए पूरी तरह पॉजिटिव हूं June 18, 2020 at 07:53PM

दुनिया के नंबर-1 सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने यूएस और फ्रेंच ओपन होने की खबर पर खुशी जताई है। यूएस ओपन को न्यूयॉर्क गवर्नर की मंजूरी मिल गई है। यह ग्रैंड स्लैम बगैर दर्शकों के 24 अगस्त से 13 सितंबर के बीच खेला जाएगा। इस खबर पर जोकोविच ने गुरुवार को कहा कि वे टूर्नामेंट को लेकर पूरी तरह पॉजिटिव हैं।

इससे पहले जोकोविच ने कहा था कि वे कोरोनावायरस के कारण यूएस ओपन में नहीं खेलने पर विचार कर रहे हैं। वे सिर्फ फ्रेंच ओपन खेलना चाह रहे थे। जोकोविच ने इसी साल के शुरुआत में रिकॉर्ड 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता था।

यूएस ओपन को लेकर लोगों में सस्पेंस था
जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं कि सभी टेनिस टूर्नामेंट खासकर ग्रैंड स्लैम फिर से शुरू होने जा रहे हैं। मेरा मानना है कि लोगों में खासकर यूएस ओपन को लेकर सस्पेंस था कि यह ग्रैंड स्लैम होगा या नहीं। अब यह खबर सुनकर बहुत खुश हैं कि टूर्नामेंट तय समय पर शुरू होगा। इसमें जरूरी यह है कि इसने हमें एक और मौका दिया है। लोगों को रोजगार दिया है। एक प्रोफेशनल प्लेयर होने के नाते मैं टूर्नामेंट्स को लेकर पूरी तरह पॉजिटिव हूं।’’

ज्यादातर खिलाड़ी यूएस ओपन नहीं खेलना चाहते
हाल ही में जोकोविच ने सर्बियाई टीवी चैनल आरटीएस से कहा था, ‘‘मैंने जितने खिलाड़ियों से बात की है, वे सभी वहां (न्यूयॉर्क) जाने को लेकर पूरी तरह तैयार नहीं थे। अभी की परिस्थितियों को देखते हुए मैं सितंबर में क्ले कोर्ट पर टेनिस सेशन जारी रख सकता हूं।’’

फेडरर ने सबसे ज्यादा 20 ग्रैंड स्लैम जीते
सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम के मामले में रोजर फेडरर 20 टाइटल के साथ टॉप पर हैं। उन्होंने 8 विंबलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन जीता। वहीं, जोकोविच के नाम 17 ग्रैंड स्लैम हैं। उन्होंने 8 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 विंबलडन, 1 फ्रेंच ओपन और 3 यूएस ओपन जीता है।

2021 की शुरुआत में वापसी करेंगे फेडरर
स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर (39) के दाहिने घुटने की चोट उभर आई है। इस कारण वे इस साल यूएस और फ्रेंच ओपन समेत किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकेंगे। फेडरर ने बुधवार को ट्वीट किया कि वे 2021 की शुरुआत तक टेनिस से दूर रहेंगे। उन्होंने 100% तैयार होने के लिए समय मांगा है।

नडाल, एश्ले बार्टी और सिमोना हालेप का खेलना मुश्किल
डिफेंडिंग चैम्पियन स्पेन के राफेल नडाल, ऑस्ट्रेलिया की महिला खिलाड़ी एश्ले बार्टी और रोमानिया की सिमोना हालेप का यूएस ओपन में खेलना मुश्किल है। 19 ग्रैंड स्लैम जीत चुके नडाल ने कहा था कि यदि अमेरिका में आज जैसे ही हालात बने रहे, तो वे टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे। वहीं, हालेप के कोच डेरेन काहिल ने कहा कि सिमोना यूएस ओपन में नहीं खेलने पर विचार कर रही हैं। वहीं, प्रवक्ता ने बताया- जुलाई में ज्यादातर खिलाड़ी क्लियर कर देंगे कि वे टूर्नामेंट में खेलेंगे या नहीं।

दूसरी बार टला फ्रेंच ओपन
कोरोना के कारण एक बार टल चुके फ्रेंच ओपन की तारीख को दोबारा आगे बढ़ाया गया है। अब यह टेनिस ग्रैंड स्लैम 27 सितंबर से 11 अक्टूबर तक होगा। सबसे पहले टूर्नामेंट को 24 मई को होना था। इसके बाद इसे 20 सितंबर तक टाला गया था। रोलां गैरो (फ्रेंच ओपन) के चीफ ने कहा कि इस ग्रैंड स्लैम में फैंस की मौजूदगी रहेगी। वहीं, डब्ल्यूटीए टूर 3 अगस्त से इटली से जबकि एटीपी टूर 14 अगस्त से वॉशिंगटन से शुरू होगा। वहीं, वायरस के कारण विंबलडन पहले ही रद्द कर दिया गया है।

जोकोविच ने 17 ग्रैंड स्लैम जीते
सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम के मामले में रोजर फेडरर 20 टाइटल के साथ टॉप पर हैं। उन्होंने 8 विंबलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन जीता। वहीं, जोकोविच के नाम 17 ग्रैंड स्लैम हैं। उन्होंने 8 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 विंबलडन, 1 फ्रेंच ओपन और 3 यूएस ओपन जीता है।



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एक कार्यक्रम में सर्बिया के नोवाक जोकोविच (बाएं), स्पेन के राफेल नडाल और स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर (दाएं) एक साथ पहुंचे थे। -फाइल फोटो

साउथ अफ्रीका में अनूठा क्रिकेट, एक मैच में खेलेंगी 3 टीमें June 18, 2020 at 07:32PM

नई दिल्ली 27 जून को साउथ अफ्रीका में एक अनोखा क्रिकेट मैच () खेला जाएगा। यह मैच 'सोलिडेरिटी कप' के नाम से खेला जाएगा। इस मैच के जरिए कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के खिलाफ जंग के लिए फंड इकट्ठा किया जाएगा। सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट्स पार्क में यह मैच होगा। इस मैच को एक ही प्रारूप में खेला जाएगा। इससे पहले यह प्रारूप कभी नहीं देखा गया। इस प्रारूप के बारे में जानिए सब कुछ... क्या है 3टीसी प्रारूप 3टीसी का अर्थ है थ्री टीम क्रिकेट। यानी यहां एक ही मैच में दो नहीं बल्कि तीन टीमें भिड़ेंगी। कुल मिलाकर यह 36 ओवर का मुकाबला होगा। एक ही मैच मे तीन टीमें आपस में भिड़ेंगी और इसी में विजेता घोषित होगा। फॉर्मेट और नियमहर टीम में 8 खिलाड़ी होंगे। 36 ओवर का मैच, 6-6 ओवर की दो पारियां इस मैच में कुल 36 ओवर होंगे और हर पारी में 18 ओवर। 18 ओवर के बाद एक ब्रेक होगा। हर टीम को 12 ओवर बल्लेबाजी करने का मौका मिलेगा। इसमें वह 6 ओवर के प्रारूप में दो बार बल्लेबाजी करेगी और हर बार नई टीम के दो गेंदबाजों का सामना करेगी। खेल का पहला हाफ तय करेगा दूसरे हाफ में बैटिंग-बोलिंग का क्रम खेल के पहले हाफ में यह तय होगा कि कौन सी टीम बल्लेबाजी से गेंदबाजी में जाएगी। वहीं पहली पारी के स्कोर यह तय करेंगे कि कौन सी टीम दूसरी पारी में पहले या बाद में बल्लेबाजी करेगी। अगर स्कोर टाई रहता है तो पहले हाफ का बैटिंग ऑर्डर ही दोहराया जाएगा। एक छोर पर बचा इकलौता बल्लेबाज भी कर सकता है बैटिंगअगर सात विकेट गिर जाते हैं तो आखिरी बल्लेबाज अकेला बल्लेबाजी कर सकता है लेकिन वह सिर्फ सम संख्या वाले रन ही बना सकता है। कुछ-कुछ वैसा ही जैसा हम और आप गली क्रिकेट में खेलते रहे हैं। अगर सातों विकेट पहले हाफ में गिर जाते हैं तो दूसरे हाफ में नॉट आउट रहा बल्लेबाज अकेले बैटिंग करने उतरेगा। और अपनी पारी को आगे बढ़ाएगा। बोलर का बोलिंग कोटा: 3 ओवर एक गेंदबाज अधिकतम तीन ओवर फेंक सकता है। बाहर से भी ले सकते हैं फील्डर्स हर टीम को अपने 12 ओवर की गेंदबाजी में नई गेंद का इस्तेमाल करना होगा जो दोनों विपक्षी टीमों के खिलाफ इस्तेमाल होगी। 3 अतिरिक्त फील्डर्स का इस्तेमाल किया जा सके। इन्हें या दोनों टीमों से चुना जा सकता है या फिर डगआउट की टीम से लिया जा सकता है। अगर कोई टीम ऐसा करती है तो फील्डिंग रिस्ट्रिक्शन के नियम लागू होंगे। फ्री हिट भी मिलेगी क्रिकेट के नियम जैसे वाइड, बाउंसर और नो-बॉल के बाद एक फ्री हिट आदि लागू होंगे।

फेडरर के घुटने की चोट उभरी, यूएस और फ्रेंच ओपन नहीं खेलेंगे; जोकोविच कोरोना के कारण यूएस ओपन से नाम वापस ले सकते हैं June 18, 2020 at 06:53PM

स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर(39) के दाहिने घुटने की चोट उभर आई है। इस कारण वे इस साल यूएस और फ्रेंच ओपन समेत किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकेंगे। हालांकि, कोरोनावायरस के चलतेदोनों ग्रैंड स्लैम को छोड़कर लगभग सभी टेनिस टूर्नामेंट टाल दिए गए हैं।

वहीं, कोरोना महामारी के कारण सर्बिया के नोवाक जोकोविचयूएस ओपन से नाम वापस लेने पर विचार कर रहेहैं। वर्ल्ड नंबर-1 जोकोविच ने इसी साल के शुरुआत में रिकॉर्ड 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता था।

कोरोना के कारण विंबलडन रद्द
इस साल न्यूयॉर्क में यूएस ओपन 24 अगस्त से 13 सितंबर तक खेला जाएगा। यहां कोरोना की स्थिति बेहद खराब है। इसके एक हफ्ते बाद 13 सितंबर से 4 अक्टूबर तक फ्रेंच ओपन होगा। पहले यह टूर्नामेंट 24 मई से होना था। कोरोना के कारण विंबलडन पहले हीरद्द कर दिया गया है।

2021 कीशुरुआत में वापसी करेंगे फेडरर
फेडरर ने इसी साल फरवरी में दाहिने घुटनेसर्जरी करवाई थी। तब उन्होंने टेनिस से करीब 4 महीने दूर रहने का प्लान बनाया था। फेडरर ने बुधवार को ट्वीट किया कि वे 2021 कीशुरुआत तक टेनिस से दूर रहेंगे। उन्होंने 100%तैयार होने के लिए समय मांगा है।

ज्यादातर खिलाड़ी यूएस ओपन नहीं खेलना चाहते
वहीं, जोकोविच ने मंगलवार को सर्बियाई टीवीचैनल आरटीएस से कहा कि कोरोना के कारण न्यूयॉर्क में होने वाले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के दौरान परिस्थितियां चुनौती पूर्ण होंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जितने खिलाड़ियों से बात की है, वे सभी वहां (न्यूयॉर्क) जाने को लेकर पूरी तरह तैयार नहीं थे। अभी की परिस्थितियों को देखते हुए मैं सितंबर में क्ले कोर्ट पर टेनिस सेशन जारी रख सकता हूं।’’ दरअसल,अमेरिका में बुधवार तक 20.45 लाख से ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 1 लाख 14 हजार 151 लोगों की मौत हो चुकी।

फेडरर ने सबसे ज्यादा 20 ग्रैंड स्लैम जीते
सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम के मामले में रोजर फेडरर 20 टाइटल के साथ टॉप पर हैं। उन्होंने 8 विंबलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन जीता। वहीं, जोकोविच के नाम 17 ग्रैंड स्लैम हैं। उन्होंने 8 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 विंबलडन, 1 फ्रेंच ओपन और 3 यूएस ओपन जीता है।



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स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने सबसे ज्यादा 20 और सर्बिया के वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच ने 17 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। -फाइल फोटो

विराट vs रोहित, क्या बोले सरफराज अहमद June 18, 2020 at 06:24PM

नई दिल्ली विराट कोहली और ने सीमित ओवरों के खेल को डॉमिनेट करते हैं। इन दोनों बल्लेबाजों ने दुनियाभर के मैदानों और गेंदबाजों के खिलाफ जमकर रन बनाए हैं। भारत को कई मैचों में इन दोनों ने जीत दिलाई है। वाइट बॉल क्रिकेट में कप्तान और उपकप्तान के बीच कई बार तुलना होती रहती है। कोई रोहित की टाइमिंग का दीवाना है तो किसी के लिए विराट कोहली एक कम्प्लीट पैकेज है। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने भी इस तुलना पर अपनी राय रखी है। सरफराज ने इन दोनों में विराट कोहली को चुना। हालांकि सरफराज ने कोहली की टेस्ट क्रिकेट में कामयाबी को देखते हुए उन्हें तरजीह दी। उन्होंने कहा, 'आज के दौर में अगर कहा जाए तो इस बात पर कोई शक नहीं कि विराट कोहली दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं. लेकिन मैं आपको पहले भी बता चुका हूं जब मैं विकेट के पीछे से देखता हूं तो लगता है कि हालांकि रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में इतने ज्यादा रन नहीं बनाए हैं, टाइमिंग के मामले में वह महान हैं। लेकिन दुनिया का नंबर एक बल्लेबाज बेशक विराट कोहली है। उसका कोई मुकाबला नहीं।' अहमद उस पाकिस्तानी टीम के कप्तान थे जिसने 2017 में भारत को हराकर चैंपियंस ट्रोफी जीती थी। 2019 वर्ल्ड कप तक वह पाकिस्तानी टीम के कप्तान रहे। लेकिन विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद पहले उन्हें कप्तानी से हटाया गया और उसके बाद टीम में उनकी जगह भी चली गई। उनके स्थान पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को टीम में शामिल किया गया वहीं बाबर आजम और अजहर अली को सीमित ओवर और टेस्ट की कप्तानी सौंपी गई।

कोबे ब्रायंट हादसा: पायलट के भ्रम के चलते हुआ, रिपोर्ट June 18, 2020 at 06:53PM

नई दिल्ली एनबीए के मशहूर पूर्व बास्केटबॉल खिलाड़ी कोबे ब्रायंट (Kobe Bryant) की इस साल 26 जनवरी को एक दुखद हेलिकॉप्टर क्रैश ( in Helicopter Crash) हादसे में मौत हो गई थी। लॉस एंजिल्स में हुए इस हादसे में कोबे के अलावा 8 अन्य लोगों की भी इस हादसे में मौत हुई थी, जिसमें उनकी 13 साल की बेटी गियेना भी शामिल थीं। इस दुर्घटना की जांच कर रही फेडरल इंवेस्टिगेशन एजेंसी की अब तक की छानबीन के मुताबिक लॉस एंजिल्स में उस दिन घना कोहरा था और इसके चलते पायलट को भ्रम हो गया। हेलिकॉप्टर क्रैश से पहले पायलट को यही लग रहा था कि उनका हेलिकॉप्टर ऊपर की ओर जा रहा है, जबकि असलियत में वह नीचे गिर रहा था। नैशनल ट्रांस्पोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के मुताबिक हेलिकॉप्टर के पायलट ऐरा जोबायान ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को यह संदेश भेजा था कि वह 4000 फीट की ऊंचाई पर चढ़ रहे हैं, जिससे वह बादलों के ऊपर आ जाएं लेकिन सचाई यह थी कि वह चॉपर पहाड़ी की ओर नीचे आ रहा था। इस रिपोर्ट के मुताबिक जोबायान को 'भ्रम' को गया था, जिसमें उसे नीचे की ओर आते हुए भी ऐसा महसूस हुआ कि वह ऊपर की ओर जा रहे हैं। एविएशन सुरक्षा से जुड़े सलाहकार जॉन कॉक्स कहते हैं, 'ऐसी कम दृश्यता वाली स्थिति में जब कोई पायलट गुमराह हो जाता है तो यह किसी के भी साथ यह हो सकता है।' जॉन कॉक्स ने कहा, 'ऐसी स्थिति में पायलट के लिए यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल हो जाता है कि वह आसमान और जमीन के इलाके में फर्क कर पाए। ऐसे अनुभव करने वाला वह कोई पहला व्यक्ति नहीं था।' उन्होंने कहा कि हालांकि यह रिपोर्ट निर्णायक नहीं है अभी इसकी फाइनल रिपोर्ट आना बाकी है। इससे पहले एक जांच रिपोर्ट में यह भी साफ हो गया था कि पायलट के शरीर में कोई अल्कोहल या दवा के सेवन के सबूत नहीं मिले थे।

हमारा मौजूदा गेंदबाजी ग्रुप भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे बेहतर, रिजर्व में भी 145 की रफ्तार से बॉलिंग करने वाली खिलाड़ी: शमी June 18, 2020 at 06:10PM

भारत के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा कि टीम इंडिया का मौजूदा फॉस्ट बॉलिंग अटैक अब तक का सबसे बेहतरीन है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा गेंदबाजी ग्रुप कभी नहीं रहा है। शमी ने यह बात क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दासगुप्ता से चैटिंग के दौरान कही।

भारत के पास शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाज हैं। इस फॉस्ट बॉलिंग अटैक ने पिछले 2-3 साल में शानदार प्रदर्शन किया है।

भारतीय क्रिकेट इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ
शमी ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया भी यह मानती है कि भारत में कभी भी एक समय में 5 स्पेशलिस्ट फॉस्ट बॉलर नहीं हुए हैं। न ही भारत के क्रिकेट इतिहास में कभी ऐसा हुआ है। आज हमारे ऐसे तेज गेंदबाज रिजर्व में रहते हैं, जो लगातार 145 की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं।’’

खिलाड़ियों को एकदूसरे से जलन नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘यह वह फास्ट बॉलिंग अटैक है, जिसमें किसी को भी एकदूसरे से जलन नहीं है। सभी एकदूसरे की सफलता को एंजॉय करते हैं। यह एक फैमिली की तरह है।’’

ईशांत 100 टेस्ट खेलने से 3 मैच दूर
शमी ने टेस्ट के सीनियर खिलाड़ी ईशांत का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आप ईशांत शर्मा को देखिए। वे अब 100 टेस्ट (97) खेलने के करीब हैं। यह कोई ज्यादा बड़ी उपलब्धि नहीं है, लेकिन यदि आप जब भी उनसे बात करेंगे, तो आपको पता चलेगा कि वे कितने डाउन टू अर्थ हैं।’’



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टीम इंडिया में आज शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और उमेश यादव जैसे तेज गेंदबाज हैं। जिन्होंने पिछले 2-3 साल में शानदार प्रदर्शन किया है।

हम लार बैन का कोई तोड़ ढूंढ लेंगे: उमेश यादव June 18, 2020 at 05:04PM

नई दिल्ली इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने कोरोनावायरस (Covid- 19) खतरे के कारण गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध (Ban on Saliva) लगा दिया है। अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज () का मानना है कि क्रिकेट शुरू होने के बाद इसका हल निकाल लिया जाएगा। उमेश मैदान पर ट्रेनिंग शुरू होने के बाद इसका समाधान निकालने को लेकर आश्वस्त हैं। विदर्भ के इस तेज गेंदबाज ने एक इंटरव्यू में कहा, 'हां, लार के बिना अचानक फिर से खेल शुरू करना मुश्किल होगा। हमने अब तक अभ्यास शुरू नहीं किया है। एक बार जब मैं मैदान पर उतर जाऊं और लार के इस्तेमाल के बिना खेलने का अभ्यास शुरू कर दूं तो फिर मुझे पता चलेगा कि इसका क्या असर है। पुरानी गेंद के साथ यह अब भी ठीक है, लेकिन नई गेंद के साथ...मुझे नहीं पता कि लार को हटाने के बाद यह कितना चमकेगी।' 259 इंटरनैशनल विकेट लेने वाले इस तेज गेंदबाज ने कहा, 'चूंकि सफेद गेंद कम स्विंग होती है, इसलिए T20 प्रारूप के लिए यह ठीक है। लेकिन मुख्य समस्या उस समय होगी जब हम टेस्ट मैच खेलेंगे। अगर हम लार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो फिर गेंद को स्विंग कराने के लिए हमें नई तकनीकों के बारे में सोचना होगा। एक बार अभ्यास शुरू हो जाए तो हमें पता चल जाएगा कि इससे कैसे निपटना है।' यह पूछे जाने पर कि लॉकडाउन (Lockdown in India) के कारण काफी लंबे समय बाद मैदान पर लौटना और अपने पुराने फॉर्म को वापस पाना कितना मुश्किल होगा? 32 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने कहा कि गेंदबाज के रूप में कड़ी मेहनत और मांसपेशियों पर ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा, 'एक पेशेवर के रूप में जब भी आप मैदान पर जाते हैं तो आप अपना 100 फीसदी देना चाहते हैं। लेकिन साथ ही आपको इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है कि लॉकडाउन के बाद से आप उस तरह से अभ्यास नहीं कर रहे हैं, जैसे कि पहले करते थे। इसलिए शारीरिक रूप में गेंदबाजी करना और फील्डिंग करना थोड़ा मुश्किल होगा। लॉकडाउन के बाद जब हम मैदान पर लौटेंगे तो हम इस पर काम करना शुरू कर देंगे।' उमेश ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि IPL लीग होगी क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने से पहले खिलाड़ियों को एक आदर्श प्रशिक्षण का मौका मिलेगा। 2011 में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में करियर की शुरुआत करने वाले इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए अब तक 46 टेस्ट, 75 वनडे और सात T20I मैच खेले हैं। उमेश को महेंद्र सिंह धोनी के अलावा विराट कोहली की कप्तानी में भी खेलने का मौका मिल रहा है और दोनों में फर्क पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'मैंने माही भाई के मार्गदर्शन में अपने करियर की शुरुआत की थी। लोग उन्हें कैप्टन कूल कहते हैं। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है, जिसे मैं कोहली के मार्गर्शन में अमल में ला रहा हूं। विराट भी शानदार कप्तान हैं। वह काफी आक्रामक हैं। हमारी शारीरिक भाषा, हमारी सोच, सभी मैच। उनके मार्गदर्शन में खेलना अच्छा है।' उमेश ने भारत की गेंदबाजी इकाई को लेकर कहा कि इसका हिस्सा बनने पर उन्हें गर्व है और वह टीम में जगह बनाने के लिए स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, 'अब हमारा गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है और सभी गेंदबाज शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए मेरा मानना है कि तेज गेंदबाजों के बीच टीम में स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा है। जब मैं अभ्यास करता हूं तो प्रतिस्पर्धा के हिसाब से प्रत्येक दिन इसमें सुधार करता हूं।'

मां के निधन पर भावुक हुए राशिद खान June 18, 2020 at 05:47PM

नई दिल्ली अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान (Rashid Khan) की मां का गुरुवार को निधन () हो गया। इस स्टार लेग स्पिनर की मां लंबे समय से बीमार थीं। राशिद ने ट्वीट कर यह अपनी मां के निधन की जानकारी साझा की। इससे पहले जब उनकी बीमार मां का इलाज चल रहा था, तब राशिद ने टि्वटर पर फैन्स से उनके लिए दुआ करने को कहा था। मां के निधन की जानकारी साझा करते हुए इस 21 वर्षीय क्रिकेटर ने लिखा, 'तुम मेरा घर थीं मां, मेरे पास घर नहीं था लेकिन तुम थीं। मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि तुम मेरे साथ नहीं हो, मैं आपको हमेशा याद करूंगा। रेस्ट इन पीस' बता दें राशिद खान बीते कई सालों से अपना घर छोड़कर अपने परिवार के साथ रिफ्यूजी कैंप में रह रहे थे। इसीलिए उन्होंने अपने इस भावुक संदेश में लिखा कि मेरे पास घर नहीं था लेकिन तुम ही मेरा घर थीं। इस जानकारी के बाद क्रिकेट फैन्स भी मायूस हैं और वह टि्वटर पर राशिद को अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। साल 2018 में राशिद खान के पिता की भी मृत्यु हो गई थी, तब राशिद ऑस्ट्रेलिया में बिग बैश लीग में एडिलेड स्ट्राइकर की ओर से खेल रहे थे। 2019 वर्ल्ड कप के बाद राशिद खान को तीनों फॉर्मेट में अफगानिस्तान टीम की कप्तानी सौंपी गई। राशिद ने अब तक 4 टेस्ट, 71 वनडे और 48 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। उन्होंने क्रमश: 23, 133 और 89 विकेट अपने नाम किए हैं।

पुजारा ने कहा- पिंक बॉल से खेलना एक अलग चुनौती, कम रोशनी में तेज गेंदबाजों को खेलना मुश्किल होता है June 18, 2020 at 05:08PM

भारत के टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने गुरुवार को यह माना कि बल्लेबाजों के लिए डे-नाइट टेस्ट एक अलग चुनौती होती है। उन्होंने कहा कि कम रोशनी में रेड के मुकाबले पिंक बॉल से तेज गेंदबाज को खेलना मुश्किल होता है। पुजारा ने यह बात सोनी टेन पिट स्टॉप शो में कही।

भारत को दिसंबर-जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे जाना है, जहां टीम को 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम यहां विदेश में अपना पहला डे-नाइट टेस्ट भी खेलेगी। यह मैच 11 दिसंबर को एडिलेड में होगा।

कम रोशनी में पिंक बॉल से खेलने की आदत डालनी होगी
पुजारा ने कहा, ‘‘डे-नाइट टेस्ट या पिंक बॉल के साथ खेलने की बात है, तो मेरा मानना है कि यह एक अलग चुनौती है। जिस तरह हम रेड बॉल से खेलते है, यह वैसा नहीं है। फॉर्मेट भले ही एक हो, लेकिन पिंक बॉल की रफ्तार और विजिब्लिटी बिल्कुल अलग है। एक बल्लेबाज के तौर पर आपको इसकी आदत डालनी होगी।’’

युवा खिलाड़ियों के लिए डे-नाइट टेस्ट आसान नहीं होगा

उन्होंने कहा, ‘‘यह आसान नहीं होने वाला, क्योंकि इसके लिए आपको नेट पर बहुत मेहनत करनी होगी। घरेलू क्रिकेट में भी यह आसान नहीं होता है। रणजी मैच में एसजी रेड बॉल से खेला जाता है। वहां खेला हुआ खिलाड़ी भारतीय टीम में आता है, तो वह यह फॉर्मेट (टेस्ट) खेलने के लिए तैयार रहता है। लेकिन जब वह पिंक बॉल से खेलता है, तो उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि उसके पास इसका अनुभव नहीं होता है। इसलिए मेरा मानना है कि युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक चुनौती होगी।’’

रांची टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थका लिया था पुजारा ने
पुजारा ने 2017 के रांची टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 525 बॉल पर 202 रन की पारी खेली थी। इसी के साथ पुजारा एक टेस्ट में सबसे ज्यादा बॉल खेलने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इस मैच में पुजारा ने विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के साथ मिलकर 199 रन की साझेदारी खेली थी। साहा ने भी शतक लगाया था। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में 451 रन के मुकाबले भारतीय टीम ने 603 रन का स्कोर बनाया था।

इस पारी पर पुजारा ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के स्टीव ओ कैफे ने 77, नाथन लियोन ने 46, तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने 39 और जोश हेजलवुड ने 44 ओवर गेंदबाजी की थी। वे पूरे समय दौड़ते ही रहे और हमें आउट करने के लिए हर कोशिश कर रहे थे। उस समय पिच पर गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था। बल्लेबाज को छकाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को एक्स्ट्रा गति की जरूरत थी, इसलिए यह उनके लिए बहुत मुश्किल था। एक बल्लेबाज के तौर पर मुझे इस तरह की चुनौती पसंद है। आखिर में जब हमने 500 से ज्यादा रन बना दिए तो उनकी आखों में थकान देखी जा सकती थी।’’

टीम इंडिया अपना दूसरा डे-नाइट टेस्ट खेलेगी
भारतीय टीम एडिलेड में अपना दूसरा और विदेश में पहला डे-नाइट टेस्ट खेलेगी। टीम इंडिया ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट बांग्लादेश के खिलाफ 22 नवंबर 2019 को कोलकाता में खेला था। इस मैच में भारत ने पारी और 46 रन से जीता था।

वहीं, पुजारा ने 77 टेस्ट में 48.67 की औसत से 5840 रन बनाए हैं। उनके नाम 5 वनडे में 51 और आईपीएल के 30 मैच में 390 रन हैं।



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पुजारा ने 77 टेस्ट में 48.67 की औसत से 5840 रन बनाए हैं। उनके नाम 5 वनडे में 51 और आईपीएल के 30 मैच में 390 रन हैं। -फाइल फोटो

फ्रेंच ओपन फिर टला, अब एक हफ्ते बाद 27 सितंबर को फैंस की मौजूदगी में होगा; यूएस ओपन बगैर दर्शकों के खेला जाएगा June 18, 2020 at 04:00PM

कोरोनावायरस के कारण एक बार टल चुके फ्रेंच ओपन की तारीख को दोबारा आगे बढ़ाया गया है। अब यह टेनिस ग्रैंड स्लैम 27 सितंबर से 11 अक्टूबर तक होगा। सबसे पहले टूर्नामेंट को 24 मई को होना था। इसके बाद इसे 20 सितंबर तक टाला गया था।

रोलां गैरो (फ्रेंच ओपन) के चीफ ने कहा कि इस ग्रैंड स्लैम में फैंस की मौजूदगी रहेगी। वहीं, डब्ल्यूटीए टूर 3 अगस्त से इटली से जबकि एटीपी टूर 14 अगस्त से वॉशिंगटन से शुरू होगा।

फ्रेंच ओपन में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी आएंगे
सात हफ्ते में 3 मास्टर्स और 2 ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट्स होने के कारण खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल होने वाली है। फ्रेंच ओपन डॉयरेक्टर गाय फार्गेट को भरोसा है कि टूर्नामेंट में ज्यादा खिलाड़ी आएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘टॉप-100 में से 75 खिलाड़ी फिलहाल यूरोप में ही हैं। मुझे भरोसा है कि वे खुद को पेरिस में टॉप फॉर्म में रखने के लिए प्रैक्टिस कर रहे होंगे।’’

बगैर दर्शकों के होगा यूएस ओपन
फ्रेंच ओपन से ठीक पहले 24 अगस्त से 13 सितंबर तक न्यूयॉर्क में यूएस ओपन खेला जाएगा। यह बगैर दर्शकों के ही होगा। न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्र्यू क्यूमो ने कोरोनावायरस के बीच यूएस ओपन को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन (यूएसटीए) टूर्नामेंट में एक्स्ट्रा सुरक्षा अपनाएगी।

पिछला खिताब नडाल और बार्टी ने जीता था
पिछला फ्रेंच ओपन स्पेन के राफेल नडाल ने जीता था। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को 6-3, 7-5, 6-1, 6-1 से हराया था। वहीं, वुमन्स सिंगल्स में ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने खिताब जीता था। उन्होंने फाइनल में चेक गणराज्य की मार्केटा वोंडरूसोवा को 6–1, 6–3 से हराया था। बार्टी का यह पहला ग्रैंड स्लैम था।



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पिछला फ्रेंच ओपन स्पेन के राफेल नडाल ने जीता था। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को 6-3, 7-5, 6-1, 6-1 से हराया था।

अश्विन ने कहा- धोनी का मेरे करियर पर गहरा असर, आईपीएल के शुरुआती सालों में हमेशा उनका ध्यान खींचने की कोशिश की June 17, 2020 at 11:49PM

भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का उनके करियर पर गहरा प्रभाव रहा। वे इंडियन प्रीमियर लीग में अपने शुरुआती सालों मेंधोनी का ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहते थे। अश्विन ने ‘क्रिकबज इन कनवर्सेशन’ पर हर्षा भोगले से यह बात कही।

उन्होंने आगे कहा,‘‘आईपीएल और सीएसके ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का बड़ा जरिया था। धोनी को नहीं पता था कि अश्विन कौन है, मैथ्यू हेडन और मुथैया मुरलीधरन को भी नहीं पता था कि मैं कौन हूं। तब मेरे दिमाग में यही बात आई थी कि मैं इन लोगों को अपनी मौजूदगी का अहसास कराऊंगा।’’

मैं चाहता था कि मुझे मुरलीधरन की जगह मौका मिले: अश्विन

इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरा ऐसा सोचना मूर्खतापूर्ण था या घमंड लेकिन मैं ऐसा ही था। मुझे कोई मौका नहीं दे रहा था कि मैं मुरलीधरन के साथ खेलूं या उनपर मुझे तरजीह मिले।

'धोनी को प्रभावित करने का तरीका उन्हें नेट्स पर परेशान करना था'

अश्विन ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्सके कप्तानधोनी को प्रभावित करने का इकलौता तरीका उनको नेट पर परेशान करना था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मैथ्यू हेडन, जेकब ओरम और स्टीफन फ्लेमिंग का ध्यान नेट पर उन्हें गेंदबाजी करते हुए खींचा। इन सभी कोआईपीएल के पहले साल (2008 में) मेरा सामना करने में परेशानी हो रही थी। लेकिन मैं धोनी का ध्यान अपनी तरफ नहीं खींच पाया।’’

चैलेंजर ट्रॉफी में धोनी को आउट करने पर काफी खुश हुआ था

अश्विन ने कहा, ‘‘मेरी उनसे (धोनी) से कभी लंबी बात नहीं हुई। मुझे नेट्स पर धोनी को आउट करना था। वह मुरलीधरन की गेंदों पर छक्के मार रहे थे। मैंने सोचा कि अगर मैं मुरलीधरन से बेहतर गेंदबाजी करूंगा तो मुझे उन पर तरजीह मिल सकती है।’’ लेकिन आईपीएल के पहले साल में मुझे मौका नहीं मिला।

जब मुझे चैलेंजर ट्रॉफी के दौरान मौका मिला तो मैंने धोनी को आउट किया। तब मैं इतना खुश हुआ था कि उनका विकेट हासिल करने के बाद बच्चे की तरह मैदान पर कूद रहा था।

टेस्ट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ ज्यादा सफल

अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छी सफलता हासिल की है। उन्होंने इस फॉर्मेट में 365 विकेट हासिल किए हैं और इसमें से 189 विकेट बाएं हाथ के बल्लेबाजों के हैं। अश्विन ने इस कामयाबी का श्रेय अपने इंजीनियरिंग बैकग्राउंड और पूर्व कोच डंकन फ्लेचर को दिया।



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रविचंद्रन अश्विन ने कहा- आईपीएल और सीएसके ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का बड़ा जरिया था। -फाइल

श्रीसंत रणजी क्रिकेट में करेंगे वापसी, केरल तैयार June 17, 2020 at 11:00PM

नई दिल्ली भारतीय तेज गेंदबाज शांताकुमार श्रीसंत (S. Sreesanth) अपना प्रतिबंध समाप्त होने के बाद केरल की रणजी टीम में खेल सकते हैं। केरल क्रिकेट संघ (KCA) ने सितंबर में उनका प्रतिबंध समाप्त होने के बाद रणजी टीम में चयन के लिए उनके नाम पर विचार करने का फैसला किया है। हालांकि श्रीसंत (7years ) को उससे पहले अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। केरल रणजी टीम के नवनियुक्त कोच टीनू योहानन (Tinu Yohannan) ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, 'केसीए ने फैसला किया है कि एक बार जब सितबंर में उन पर लगा प्रतिबंध समाप्त हो जाएगा तो फिर टीम में चयन के लिए उनके नाम पर विचार किया जाएगा।' उन्होंने कहा, 'हालांकि टीम में उनका चयन उनकी फिटनेस स्तर पर निर्भर करेगा। उन्हें अपनी फिटनेस साबित करनी होगी। इस समय क्रिकेट को लेकर बाहर कुछ भी नहीं हो रहा है, नहीं तो उन्हें मैदान पर इस समय खेलते हुए देखते और उन्हें फिटनेस टेस्ट देते देखते। इस समय कुछ भी कहना मुश्किल है।' भारत के लिए 3 टेस्ट और 3 वनडे मैच खेल चुके योहानन ने आगे कहा कि क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने के लिए श्रीसंत को हर संभव मदद और समर्थन दिया जाएगा। उन्होंने कहा, 'हम सब उन्हें फिर से खेलते हुए देखना चाहते हैं और हम टीम में उनका स्वागत करेंगे। उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह पहले ही बहुत कुछ साबित कर चुके हैं। हम उन्हें फिर से समर्थन देंगे ताकि वह फिर से खेल सकें और इसका आनंद ले सकें।' 41 वर्षीय योहानन ने कहा, 'वह सात साल बाद दोबारा से खेलेंगे। इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि क्या होता है।' इस बारे में आईएएनएस ने जब श्रीसंत से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि वह अभ्यास कर रहे हैं। बीसीसीआई ने 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। 2015 में हालांकि दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया था। साल 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को खत्म कर दिया था और उनके खिलाफ सभी कार्यवाही को भी रद्द कर दिया था। हालांकि, उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने प्रतिबंध की सजा को बरकरार रखा था। श्रीसंत ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च में उनके अपराध को बरकरार रखा था, लेकिन बीसीसीआई को उनकी सजा कम करने को कहा था और भारतीय बोर्ड ने उनकी आजीवन प्रतिबंध की सजा को घटाकर 7 साल कर दिया था, जोकि इस साल अगस्त में समाप्त हो जाएगा। 37 वर्षीय श्रीसंत ने भारत के लिए अब तक 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 T20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 87, 75 और 7 विकेट झटके हैं।

अश्विन ने कहा, धोनी का मेरे करियर पर गहरा प्रभाव June 17, 2020 at 11:19PM

नई दिल्ली भारत के शीर्ष ऑफ स्पिनर ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का उनके करियर पर ‘गहरा प्रभाव’ रहा है और इंडियन प्रीमियर लीग में अपने शुरुआती वर्षों में वह इस पूर्व कप्तान का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे। आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नै सुपरकिंग्स (सीएसके) के साथ अश्विन को 2008 में अनुबंध मिला था और अश्विन ने कहा कि सीएसके के साथ बिताए समय ने उनके करियर को दिशा दी। अश्विन ने ‘क्रिकबज इन कनवर्सेशन’ पर हर्षा भोगले से कहा, ‘आईपीएल और सीएसके ऐसा मंच है जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का जरिया था। धोनी को नहीं पता था कि अश्विन कौन है, (मैथ्यू) हेडन और (मुथैया) मुरलीधरन को नहीं पता था कि अश्विन कौन है। पहली चीज जो मेरे दिमाग में आई वह यह थी कि मैं इन लोगों को दिखाऊंगा कि अश्विन यहां है।’ अश्विन ने कहा कि सीएसके की अगुआई करने वाले धोनी का उनके ऊपर ‘गहरा प्रभाव’ रहा और उन्हें प्रभावित करने का एकमात्र तरीका उनको नेट पर परेशान करना था। उन्होंने कहा, ‘मैंने हेडन, जेकब ओरम और स्टीफन फ्लेमिंग का ध्यान नेट पर उन्हें गेंदबाजी करते हुए खींचा। पहले साल (2008 में) उन्हें मेरा सामना करने में परेशानी हो रही थी लेकिन मैं धोनी का ध्यान नहीं खींच पाया।’ अश्विन ने कहा, ‘मेरी उनसे कभी लंबी बात नहीं हुई। इसके लिए मुझे नेट पर धोनी को आउट करना था। वह मुरलीधरन पर छक्के मार रहे थे और मैंने सोचा कि अगर मैं उनसे बेहतर गेंदबाजी करूंगा तो मुझे मुरली पर तरजीह मिल सकती है।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने चैलेंजर ट्रोफी के दौरान उन्हें आउट करके और फिर छोटे बच्चे की तरह जश्न मनाकर उनका ध्यान खींचा।’ अश्विन ने कहा कि इसके बाद अब भंग हो चुकी चैंपियन्स लीग में विक्टोरिया बुशरेंजर्स के खिलाफ सीएसके के मैच में उन्होंने सुपर ओवर फेंकने की पेशकश की और धोनी ने बिना हिचकिचाहट के गेंद उन्हें थमा दी। अश्विन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और सुपर ओवर में 23 रन लुटा बैठे। इस ऑफ स्पिनर ने कहा कि धोनी मैच के बाद जब उनके पास से गुजरे तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा, ‘तुम्हें कैरम गेंद फेंकनी चाहिए थी।’ अश्विन ने बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छी सफलता हासिल की और उनके 365 विकेटों में से 189 विकेट बाएं हाथ के बल्लेबाजों के हैं। अश्विन ने सफलता का श्रेय अपनी इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि और डंकन फ्लेचर की सलाह को दिया।

कपिल ने कहा, 175 रन की पारी ने टीम में जगाया था आत्मविश्वास June 17, 2020 at 10:30PM

नई दिल्ली वह 18 जून 1983 का दिन था जब ने टनब्रिज वेल्स पर के खिलाफ खेले गए विश्व कप मैच में नाबाद 175 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी जिससे टीम के खिलाड़ियों में यह विश्वास जगाया था कि वह किसी भी परिस्थिति में जीत दर्ज कर सकते हैं। कपिल ने यह पारी तब खेली जबकि भारत का स्कोर चार विकेट पर नौ रन था जो जल्द ही पांच विकेट पर 17 रन हो गया था। उन्होंने अपनी 138 गेंदों की पारी में 16 चौके और छह छक्के लगाए। उनके बाद दूसरा सर्वोच्च स्कोर सैयद किरमानी (नाबाद 24) का था। भारत ने आठ विकेट पर 266 रन बनाए और फिर विरोधी टीम को 235 रन पर आउट करके 31 रन से जीत दर्ज थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस संबंध में गुरुवार को ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जिसमें कपिल ने उस मैच की यादों को ताजा किया। इस दिग्गज ऑलराउंडर ने कहा, ‘जिम्बाब्वे वाला मैच एक ऐसा मैच था जिससे पूरी टीम को यह लगने लगा था कि हम चोटी की चार टीमों को हरा सकते हैं और जब हमारा दिन हो तो हम किसी भी टीम को पराजित कर सकते हैं।’ कपिल देव की अगुआई में भारत ने इसके बाद अपने अंतिम ग्रुप मैच में ऑस्ट्रेलिया को 118 रन के बड़े अंतर से हराया और सेमीफाइनल में मेजबान इंग्लैंड को छह विकेट से शिकस्त दी। फाइनल में उसका सामना दो बार के चैंपियन वेस्टइंडीज से था। भारतीय टीम 183 रन पर आउट हो गई लेकिन उसने कैरेबियाई टीम को 140 रन पर समेटकर 43 रन से जीत दर्ज करके विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। कपिल ने कहा, ‘इस पारी ने टीम को भरोसा दिलाया कि हमारे अंदर किसी भी परिस्थिति में जीत दर्ज करने की क्षमता है और हम किसी भी स्थिति में वापसी कर सकते हैं।’ भारत के लिए जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत दर्ज करना बेहद जरूरी थी क्योंकि तभी वह सेमीफाइनल में जगह बना सकता था। कपिल ने मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन तेज गेंदबाज पीटर रॉसन और केविन कुर्रेन ने भारतीय शीर्ष क्रम को चरमरा दिया। कपिल देव ने यह ऐतिहासिक पारी तब खेली जब सुनील गावसकर, कृष्णमाचारी श्रीकांत, , संदीप पाटिल और यशपाल शर्मा सस्ते में पवेलियन लौट गए थे। कपिल की पारी तब वनडे क्रिकेट की सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी थी। यह किसी भी भारतीय का वनडे में पहला शतक था और यह अब भी चौथे नंबर से निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए वनडे में सर्वोच्च स्कोर है।

सात साल के बैन के बाद तेज गेंदबाज श्रीसंत की केरल टीम में वापसी हुई, कहा- मौका देने के लिए एसोसिएशन का कर्जदार रहूंगा June 17, 2020 at 10:18PM

तेज गेंदबाज एस.श्रीसंत अगले रणजी सीजन में केरल की तरफ से खेलते नजर आ सकते हैं। उन्हें केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए)ने टीम में चुनने का फैसला लिया है। एसोसिएशन का कहना है कि अगर श्रीसंत अपनी फिटनेस साबित करते हैं तो वे सितंबर में खेलते नजर आ सकते हैं।

श्रीसंत को 2013 में आईपीएल में हुई मैच फिक्सिंग के आरोपों के बाद बीसीसीआई ने 7 साल के लिए बैन कर दिया था। केरल रणजी टीम ने कोच टीनू योहनन से बात करके श्रीसंत को टीम में शामिल करने का फैसला किया है।

2015 में विशेष अदालत ने उन्हें बरी किया था

मई 2013 में दिल्ली पुलिस ने मैच फिक्सिंग के आरोप में श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के दो साथी खिलाड़ियों अजीत चंडिला और अंकित छवन को गिरफ्तार किया था।बीसीसीआई ने इसके बाद तीनों खिलाड़ियों को बैन कर दिया था। हालांकि, इन आरोपों के खिलाफ श्रीसंत ने लंबी लड़ाई और साल 2015 में विशेष अदालत ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था।

2018 में हाई कोर्ट ने उन पर लगे आजीवन बैन को खत्म किया था

इसके बाद साल 2018 में केरल हाई कोर्ट ने उन पर लगे अजीवन प्रतिबंध को खत्म किया। लेकिन 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके अपराध को बरकरार रखा लेकिन बीसीसीआई को उसकी सजा कम करने को कहा। बाद में बोर्ड ने उनपर लगे आजीवन प्रतिबंध को सात साल तक कम कर दिया था जो सितंबर 2020 में खत्म हो जाएगा।

मैं फिटनेस साबित करके मैदान पर वापसी करूंगा: श्रीसंत

श्रीसंत ने कोच्चि में कहा कि मैं केरल क्रिकेट एसोसिएशन का कर्जदार हूं कि उन्होंने मुझे एक मौका दिया। मैं अपनी फिटनेस साबित करूंगा ताकि मैदान पर उतर सकूं। हम सारे विवादों को भूलने का वक्त आ गया है। हाल ही में केसीए ने तेज गेंदबाज टीनू योहनन को टीम का हेड कोच नियुक्त किया है। केसीए के सचिव श्रीथ नायर ने कहा कि उनकी वापसी टीम के लिए अहम साबित होगी।

श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 87 विकेट लिए थे

श्रीसंत ने बैन से पहले 27 टेस्ट में 87 विकेट और वनडे में 75 विकेट लिए थे। वह साल 2007की टी-20 वर्ल्ड चैंपियन टीम और 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य भी थे। बैन के दौरान उन्होंने एक्टिंग और राजनीति दोनों में हाथ में आजमाया था। पिछले विधानसभा चुनाव में वह तिरुवनंतपुरम से भाजपा के उम्मीदवार थे और कांग्रेस उम्मीदवार वी. एस शिवकुमार ने उन्हें हरा दिया था।



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तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत ने बैन से पहले 27 टेस्ट में 87 विकेट और वनडे में 75 विकेट लिए थे।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की हालत सुधारेगा इंग्लैंड का पूर्व कप्तान! June 17, 2020 at 09:00PM

मेलबर्न इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस वित्तीय संकट से जूझ रहे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं। हाल में केविन रॉबर्ट्स के इस्तीफे के बाद यह पद खाली पड़ा हुआ है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है। इससे निबटने के लिए रॉबर्ट्स ने अप्रैल में 80 प्रतिशत स्टाफ कम कर दिया था। उन्होंने प्रांतों की अनुदान राशि में कमी कर दी थी और वह खिलाड़ियों के साथ नए भुगतान करार पर काम कर रहे थे। रॉबर्ट्स के कुछ फैसलों की कड़ी आलोचना भी हुई। ‘द ऑस्ट्रेलियन’ की रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के एक प्रभावशाली व्यक्ति ने स्ट्रॉस से इस पद के लिए आवेदन करने को कहा है। स्ट्रॉस इससे पहले 2015 से 2018 तक इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के निदेशक रह चुके हैं। रॉबर्ट्स के त्यागपत्र देने के बाद इंग्लैंड में जन्में निक हॉकले को अंतरिम सीईओ नियुक्त किया गया लेकिन संचालन संस्था पूर्णकालिक सीईओ की तलाश में है। स्ट्रॉस ने 100 टेस्ट में 7037 रन और 127 वनडे में 4205 रन बनाए। उन्हें इंग्लैंड क्रिकेट की सेवाओं के लिए नाइट की उपाधि से सम्मानित भी किया गया है। इंग्लैंड की तरफ से खेलने से पहले स्ट्रॉस 1998-99 में सिडनी यूनिवर्सिटी के लिए खेला करते थे। स्ट्रॉस की उम्मीदवारी पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया हो सकती है क्योंकि उन्होंने 2005, 2009 और 2010-11 के एशेज अभियान में इंग्लैंड की तरफ से अहम भूमिका निभाई थी। दक्षिण अफ्रीका में जन्में इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने ईसीबी निदेशक के रूप में इंग्लैंड क्रिकेट की संस्कृति को बदलने में भी अहम भूमिका निभायी। उन्होंने कैंसर से पीड़ित अपनी पत्नी रूथ मैकडोनाल्ड के साथ समय बिताने के लिए 2018 में अपना पद छोड़ दिया था। उसी साल उनकी पत्नी का निधन भी हो गया था।

ब्रेसनन ने 19 साल बाद यॉर्कशर क्रिकेट काउंटी छोड़ी June 17, 2020 at 09:25PM

लंदन इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर ने तुरंत प्रभाव से यॉर्कशर काउंटी क्रिकेट को छोड़ने का फैसला किया है जिससे उनका इस क्लब के साथ 19 साल से चला आ रहा रिश्ता भी समाप्त हो गया। इस 35 वर्षीय क्रिकेटर ने 2003 में यॉर्कशर की तरफ से नॉर्थम्पटनशर के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में प्रवेश किया था। उन्होंने खेल के अन्य अवसरों की तलाश में बुधवार को क्लब छोड़ दिया। इंग्लैंड की दो एशेज सीरीज में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ब्रेसनन ने कहा, ‘मैं यॉर्कशर का मुझे 19 शानदार वर्ष और जब मैं युवा था तब मुझे अपना करियर शुरू करने का मौका देने के लिये आभार व्यक्त करना चाहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि मेरे जाने के बाद युवा खिलाड़ियों को भी अपने करियर शुरू करने का मौका मिलेगा।’ ब्रेसनन के रहते हुए यॉर्कशर ने 2014 और 2015 में लगातार काउंटी चैंपियनिशप जीती थी। ब्रेसनन के लिए सबसे अच्छा वर्ष 2016 रहा जब उन्हें ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए क्लब का वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था। उन्होंने कहा, ‘मैंने इस फैसले को हल्के से नहीं लिया लेकिन अब आगे बढ़ने का सबसे अच्छा समय है। मेरे अंदर अब भी काफी क्रिकेट बची हुई है और मैं भविष्य को लेकर उत्साहित हूं।’ ब्रेसनन ने अभी तक 199 प्रथम श्रेणी मैचों में 557 विकेट लिए हैं और 6714 रन बनाए हैं। उन्होंने लिस्ट ए में 173 मैचों में 315 विकेट लेने के साथ 3221 रन भी बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 173 टी20 मैचों में 168 विकेट हासिल किये और 1533 रन बनाए।

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान अफरीदी ने कहा- मुझे पहले से पता था कि संक्रमित हो सकता हूं, शुरुआत के 2-3 दिन बहुत दर्द में बीते June 17, 2020 at 09:39PM

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी पिछले हफ्ते ही कोरोना से संक्रमित हुए हैं। उन्होंने बताया था कि वे क्वारैंटाइन में हैं। अब उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि उन्हें पहले से पता था कि वे संक्रमित हो सकते हैं। वे अब ठीक हो रहे हैं, लेकिन शुरुआत के 2-3 दिन काफी दर्द में बीते थे।

अफरीदी ने कहा, ‘‘मुझे पता था कि मैं कोरोना से संक्रमित हो सकता हूं, क्योंकि मैं चैरिटी के काम से बहुत ज्यादा यात्रा कर रहा था। हालांकि मैं संतुष्ट हूं कि मुझे कोरोना देर से हुआ और इस बीच मैं बहुत से लोगों की मदद कर सका। यदि कोरोना पहले हो जाता तो शायद मैं इतने लोगों की मदद नहीं कर सकता।’’

2-3 दिनबहुत दर्द में बीते
अफरीदी ने फेसबुक वीडियो में कहा है कि उनके तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। अब वे ठीक महसूस कर रहे हैं। अफरीदी ने कहा कि शुरूआत के 2-3 दिन काफी खराब रहे थे। उनके शरीद में काफी दर्द हो रहा था। वे दवा ले रहे हैं, अब उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

बच्चों को नहीं लगा पा रहा हूं गले
अफरीदी ने कहा, ‘‘मेरे लिए सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि मैं बच्चों को प्यार नहीं कर सकता और न ही उन्हें गले लगा सकता हूं। मुझे अपने बच्चों की याद आती है, लेकिन उनको सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतना और दूरी बनाए रखना जरूरी है। इस बीमारी को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। जब तक आप खुद किसी बीमारी से नहीं लड़ते, तब तक आप इसे हरा नहीं सकते।’’

अफरीदी ने 27 टेस्ट में 1716 और 398 वनडे में 8064 रन बनाए हैं। उनके नाम 99 टी-20 में 1416 रन हैं। आईपीएल में अफरीदी ने सिर्फ 10 ही मैच खेले हैं, जिसमें 81 रन बनाए थे।

ट्वीट कर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी
अफरीदी ने पिछले हफ्ते ट्वीट के जरिए कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी दी थी। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘मैं गुरुवार से बीमार महसूस कर रहा हूं। शरीर में काफी दर्द है। मैंने टेस्ट कराया और बदकिस्मती से मैं पॉजिटिव हूं। जल्द सेहतमंद होने के लिए दुआओं की जरूरत है।’’

गौतम गंभीर ने भी जल्द स्वस्थ होने की कामना
हाल ही में भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा था, ‘‘किसी को भी इस वायरस से संक्रमित नहीं होना चाहिए। शाहिद अफरीदी के साथ मेरे राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वे जल्द से जल्द ठीक हों। अफरीदी से ज्यादा मैं चाहता हूं कि मेरे देश में संक्रमित हर व्यक्ति जल्द से जल्द ठीक हो जाए।’’



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अफरीदी ने 27 टेस्ट में 1716 और 398 वनडे में 8064 रन बनाए हैं। उनके नाम 99 टी-20 में 1416 रन हैं। -फाइल फोटो

इन खिलाड़ियों ने की सबसे ज्यादा वनडे इंटरनैशनल मैचों में कप्तानी June 17, 2020 at 09:08PM

क्रिकेट में कप्तान की भूमिका किसी अन्य खेल के मुकाबले काफी ज्यादा होती है। यहां कप्तान पूरे खेल को नियंत्रित कर सकता है। वह टॉस के आधार पर बल्लेबाजी या गेंदबाजी चुन सकता है। वह बैटिंग ऑर्डर, गेंदबाजी, फील्डिंग का चयन करता है। टीम के अच्छे-बुरे प्रदर्शन के लिए नजर कप्तान पर रखी जाती है। लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने लंबे समय तक यह जिम्मेदारी संभाली। देखते हैं वनडे इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा कप्तानी करने वाले खिलाड़ी।

2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम मेरी विरासत: गांगुली June 17, 2020 at 08:00PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट का नया इतिहास लिखने का श्रेय पूर्व कप्तान () को ही जाता है। गांगुली ही वह शिल्पकार थे, जिसने वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली टीम इंडिया को तराशना शुरू किया था। 2011 में भारतीय टीम जब वर्ल्ड कप जीती थी उस टीम का हिस्सा भले सौरभ गांगुली न हों लेकिन इस जीत की बुनियाद उन्होंने ही रखी थी। 2011 वर्ल्ड कप जीत का हिस्सा ज्यादातर ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत गांगुली के ही नेतृत्व में की थी और यह गांगुली ही थे, जिन्होंने इन खिलाड़ियों को मैच विनर बनाने का हौसला दिया। मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ऑनलाइन लेक्चर अनअकैडमी में टीम इंडिया की वर्ल्ड कप जीत पर बात कर रहे थे। इस दौरान दादा ने कहा, 'मैंने हमेशा उन खिलाड़ियों को सपॉर्ट किया, जो मैच जिता सकते थे। कप्तान के रूप में यह मेरी विरासत है।' इस पूर्व लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, 'मुझे इस बात पर गर्व है कि मेरी बनाई हुई टीम में घरेलू और विदेशी पिचों पर मैच जीतने की क्षमता आई।' बता दें वीरेंदर सहवाग, युवराज सिंह, हरभजन सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और ने सौरभ गांगुली के नेतृत्व में ही अपने करियर की शुरुआत की थी। ये सभी खिलाड़ी वर्ल्ड कप 2011 की विनिंग टीम का हिस्सा थे। गांगुली को भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिना जाता है। 2011 वर्ल्ड कप जीत पर बात करते हुए गांगुली ने कहा, 'मुझे याद है मैं उस रात वानखेड़े मैदान में ही था। मैं धोनी को देखने के लिए कॉमेंट्री बॉक्स से बाहर आ गया था। मुझे तब 2003 वर्ल्ड कप याद आ गया था। मैच जिस टीम की कप्तानी कर रहा था वह टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी। मुझे बेहद खुशी हुई थई कि धोनी के पास ट्रोफी जीतने का मौका था और उन्होंने वह कर दिखाया।' बता दें धोनी की टीम में ज्यादातर खिलाड़ी वे थे, जो 2003 वर्ल्ड कप का भी हिस्सा थे। इनमें सचिन तेंडुलकर, वीरेंदर सहवाग, युवराज सिहं, जहीर खान, आशीष नेहरा और हरभजन सिंह शामिल हैं। इस रॉयल बंगाल टाइगर ने कहा, 'लेकिन मेरे लिए भी सबसे बड़ा दिन वही था, जब 2011 में भारत ने वर्ल्ड कप अपने नाम किया। धोनी ने अंतिम गेंद पर शानदार छक्का लगाया, जिसे भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।'