Monday, April 27, 2020

9 साल बाद भी इससे उबर नहीं पाए हैं सईद अजमल April 27, 2020 at 08:00PM

कराची पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सईद अजमल () विश्व कप 2011 (World Cup 2011) में भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में सचिन तेंडुलकर का विकेट नहीं मिल पाने की निराशा से अब तक नहीं उबर पाए हैं क्योंकि उन्हें आज भी लगता है कि उन्होंने भारतीय स्टार को आउट कर दिया था। इंग्लैंड के अंपायर इयान गाउल्ड ने भी हाल में कहा था कि तेंडुलकर तब आउट थे लेकिन तीसरे अंपायर ने उनका फैसला पलट दिया था। तेंडुलकर ने मोहाली में खेले गए सेमीफाइनल में 85 रन बनाए थे जिससे भारत यह मैच जीतने में सफल रहा था। तेंडुलकर जब 23 रन पर खेल रहे थे तब गाउल्ड ने अजमल की गेंद पर उन्हें पगबाधा आउट दे दिया था लेकिन तीसरे अंपायर बिली बोडेन ने ‘रिव्यू’ के बाद इसे पलट दिया था। आईसीसी एलीट पैनल के सदस्य रहे गाउल्ड ने हाल में कहा था कि वह तेंडुलकर को आउट देने के अपने फैसले पर कायम हैं। अजमल ने उस घटना को याद करते हुए कहा, ‘यह सीधी गेंद थी और विकेटों के आगे उनके पैड से टकराई थी। मुझे पूरा विश्वास था कि वह आउट हैं। शाहिद अफरीदी, कामरान अकमल, वहाब रियाज और अन्य खिलाड़ियों ने मुझसे पूछा था कि क्या वह (तेंडुलकर) आउट हैं और मैंने कहा कि हां उसकी पारी समाप्त हो गई है।’ उन्होंने कहा कि जब तीसरे अंपायर ने फैसला बदला तो उनका दिल टूट गया था। अजमल ने कहा, ‘मुझे टेस्ट मैचों में कभी उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला इसलिए मुझे जब भी सीमित ओवरों की क्रिकेट में उनके खिलाफ खेलने का मौका मिलता था तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था।’ उन्होंने एक टेलीविजन चैनल से कहा, ‘सबसे अधिक निराशा यह रही कि हम सेमीफाइनल में हार गये और निश्चित तौर पर तेंडुलकर के 85 रन ने अंतर पैदा किया था।’ अजमल ने कहा, ‘यहां तक कि आज भी तीसरे अंपायर का फैसला मुझे हैरान कर देता है। लेकिन उस दिन भाग्य उनके साथ था और उन्होंने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली।’ पाकिस्तान की तरफ से 35 टेस्ट, 113 वनडे और 64 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले अजमल ने कहा कि तीसरे अंपायर के फैसला पलटने से गाउल्ड भी निराश थे। इस ऑफ स्पिनर का करियर हालांकि बांग्लादेश दौरे के बाद बीच में ही समाप्त हो गया। उनके गेंदबाजी ऐक्शन की 2014 में रिपोर्ट की गई थी। वह इसमें सुधार नहीं कर पाए और 2017 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

अगले साल भी काबू नहीं आया कोरोना वायरस तो रद्द होंगे तोक्यो ओलिंपिक खेल: आयोजन समिति अध्यक्ष April 27, 2020 at 07:59PM

तोक्यो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते को अगले साल के लिए टाल दिया गया है। पर अब भी खेलों के इस महाकुंभ पर छाया संकट समाप्त नहीं हुआ है। आयोजन समिति के अध्यक्ष ने कहा है कि अगर अगले साल तक भी कोरोना वायरस पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका तो इन खेलों को रद्द कर दिया जाएगा। जापान के अखबार निकन स्पोर्ट्स डेली के साथ इंटरव्यू में तोक्यो 2020 के अध्यक्ष योशिरो मोरी ने कहा कि अगर दुनिया कोरोना वायरस महामारी की चपेट में घिरी रहती है तो खेलों को 2021 से आगे नहीं टाला जा सकता है। इन परिस्थिति में उसे कैंसल ही करना होगा।

एशेज से बड़ी है भारत-पाक सीरीज, ICC दे ध्यान: सकलैन April 27, 2020 at 07:18PM

नई दिल्ली भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज कब होगी इसका भले अभी तक किसी को कुछ पता नहीं है लेकिन पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों ने इसके लिए माहौल बनाना तैयार कर दिया है। अब पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज स्पिनर () भी चाहते हैं कि दोनों देशों (India vs Pakistan) को अपनी क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता जारी रखनी चाहिए। मुश्ताक के मुताबिक, दोनों देशों के बीच में खेली जाने वाली सीरीज एशेज से भी बहुत बड़ी सीरीज है। सकलेन मुश्ताक ने कहा कि दोनों देश अगर यह सीरीज खेलते हैं तो यह दोनों के लिए विन-विन वाली स्थिति है। इसमें खेल और वित्तीय लिहाज से भी दोनों बोर्ड को लाभ होगा और इसके दोनों देशों के आपसी संबंध (Indo-Pak Relation) भी सुधारने में मदद मिल सकती है। इन दिनों सबसे पहले पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज () ने यह प्रस्ताव रखा था कि भारत-पाकिस्तान को कोविड- 19 के खिलाफ फंड इकट्ठा करने के मकसद से एक वनडे सीरीज खेलनी चाहिए। भारत में इसे कहीं से भी कोई समर्थन नहीं मिला था और पूर्व कप्तान कपिल देव, सुनील गावसकर और मदद लाल ने इसे बकवास करार दिया। लेकिन पाकिस्तान ने अख्तर की इस मांग को लगातार समर्थन मिला है। सबसे पहले शाहिद अफरीदी ने इस मांग को सही करार दिया था और अब इस पूर्व स्पिनर ने भी इसका समर्थन किया है। इस 43 वर्षीय पूर्व ऑफ स्पिनर ने पीटीआई से कहा, 'आप खिलाड़ियों को क्या कहते हैं? आप उन्हें हीरो कहते हैं और उनका काम क्या है? उनका काम अच्छा खेल दिखाना है। हारना या जीतना खेल का हिस्सा है। क्रिकेट कोई युद्ध नहीं है। इसलिए मैं चाहता हूं कि दोनों देशों के बीच क्रिकेट खेला जाना चाहिए।' अपने करियर में 44 टेस्ट और 169 वनडे मैच खेलने वाले इस दिग्गज गेंदबाज ने कहा, 'इसे इस नजरिए से नहीं देखना चाहिए कि पाकिस्तान भारत से नहीं खेल रहा है तो उसे नुकसान हो रहा है। इसकी बड़ी तस्वीर देखी जानी चाहिए। दोनों देशों को खेल को प्रमोट करना चाहिए। और अगर हम दोनों खेलते हैं तो यह विन-विन (जीत और जीत) की स्थिति होगी। संभवत: दोनों के संबंधों में भी सुधार आए।' 496 इंटरनैशनल विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा, 'यह दोनों देशों को करीब ला सकता है। मैं आईसीसी से प्रार्थना करता हूं कि वह इस मामले में दखल दे। वित्तीय रूप से यह बीसीसीआई और पीसीबी के लिए विन-विन स्थिति है। यह सीरीज एशेज से भी बहुत बड़ी सीरीज है।'

हैपी बर्थडे एंडी- मैदान पर दिखाया था 'जिगरा' April 27, 2020 at 07:39PM

नई दिल्ली अगर आपने 1990 के दशक के अंतिम वर्षों और अगली शताब्दी के शुरुआती वर्षों का क्रिकेट देखा है तो एक नाम आपके जेहन में जरूर होगा। एंडी फ्लावर। जी, वही (Andy Flower) जिनकी गिनती कभी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में होती थी। कमाल का बल्लेबाज, शानदार विकेटकीपर और ऊपर से कप्तान। इस खिलाड़ी ने कई रोल निभाए। वह जिम्बाब्वे (Zimbabwe Cricket Team) की उस टीम का हिस्सा थे जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने कदम मजबूत करने में जुटी थी। आज उन्हीं ऐंडी फ्लावर का जन्मदिन () है। आज ही के दिन 1968 में उनका जन्म हुआ। 63 टेस्ट मैचों में 51.54 के औसत से 4794 रन बनाने वाले एंडी को रिवर्स स्वीप (Reverse Sweep) का बादशाह माना जाता था। भारत दौरे पर भी उन्होंने लगातार यह शॉट खेलकर काफी परेशान किया। वह अपनी टीम के सबसे मजबूत बल्लेबाज थे और दुनियाभर के गेंदबाजों के लिए सिरदर्द। नवंबर 2000 से लेकर नवंबर 2001 तक फ्लावर के करियर का सबसे सुनहरा दौर रहा। उन्होंने 133.27 के औसत से 1466 रन बनाए। इसमें मजबूत साउथ अफ्रीका के खिलाफ हरारे टेस्ट मैच में 142 और 199 नॉट आउट की पारियां काफी अहम रहीं। ये पारियां इसलिए भी और महत्वपूर्ण हो जाती हैं क्योंकि जिम्बाब्वे के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही 20 तक ही पहुंच पाए थे। यह साल 2003 का वर्ल्ड कप था। साउथ अफ्रीका, केन्या और जिम्बाब्वे में खेला जा रहा था। जिम्बाब्वे में लोकतंत्र को दबाए जाने की चर्चाएं आम थीं। फ्लावर ने हाथ पर काली पट्टी बांध अपने देश में 'लोकतंत्र की मृत्यु' के खिलाफ विरोध जताया। इसके बाद उन्हें क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा। फ्लावर इसके बाद भी क्रिकेट से जुड़े रहे। इस बार कोचिंग के जरिए। वह पांच साल तक इंग्लैंड के कोच रहे। साल 2009 से उनकी कोचिंग में इंग्लैंड ने अपनी धरती और ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीती। साल 2010 में अपनी पहली आईसीसी ट्रोफी (वर्ल्ड टी20) जीती, नंबर वन टेस्ट टीम बने और साथ ही भारत में दो दशक में पहली बार टेस्ट सीरीज भी जीती।

उमर प्रतिबंध को जरूर चुनौती देगा : कामरान अकमल April 27, 2020 at 06:30PM

कराची पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर (Kamran Akmal) ने (Umar Akmal) पर लगाए गए तीन साल के प्रतिबंध को ‘बेहद कड़ी’ सजा करार देते हुए कहा कि उनका छोटा भाई इसे निश्चित तौर पर चुनौती देगा। उमर पर सटोरियों द्वारा संपर्क किए (Umar Akmal Fixing Scandal) जाने की सूचना नहीं देने के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया था। टीम से बाहर चल रहे पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान ने इस फैसले पर हैरानी जताई। कामरान ने सोमवार की रात यहां पत्रकारों से कहा, ‘मैं उमर को दी गई कड़ी सजा से हैरान हूं। तीन साल का प्रतिबंध बेहद कड़ी सजा है। वह निश्चित तौर पर इसके खिलाफ अपील करेगा।’ पाकिस्तान की तरफ से 57 टेस्ट, 153 वनडे और 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले कामरान ने कहा कि अन्य खिलाड़ियों को पूर्व में इसी तरह के आरोपों के लिए काफी कम सजा दी गई। उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह समझना मुश्किल है क्योंकि पूर्व में अन्य खिलाड़ियों पर इसी तरह के अपराध के लिए कम अवधि का प्रतिबंध लगाया गया था जबकि उमर को इतनी कड़ी सजा दी गई।’ वह मोहम्मद इरफान और मोहम्मद नवाज के संदर्भ में बात कर रहे थे जिन्हें सटोरियों की पेशकश की जानकारी नहीं देने के कारण कम अवधि के लिए प्रतिबंधित किया गया था।

हरभजन सिंह पर बोले सकलैन मुश्ताक, वह आसानी से 700 टेस्ट विकेट लेते April 27, 2020 at 06:30PM

नई दिल्ली (Harbhajan Singh) भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब गेंदबाजों में शामिल हैं। इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट लिए हैं। हालांकि 2012 से वह भारतीय टीम का नियमित हिस्सा नहीं हैं। हाल ही में पाकिस्तान के दिग्गज ऑफ स्पिनर ने कहा कि उन्हें यकीन है कि अगर हरभजन नियमित रूप से खेलते रहते तो वह 700 टेस्ट विकेट ले चुके होते। सकलैन मुश्ताक () ने कहा कि वह हैरान थे जब हरभजन सिंह को भारतीय टीम से ड्रॉप किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि रविचंद्रन अश्विन और हरभजन सिंह की गेंदबाजी का स्टाइल काफी अलग है वे दोनों साथ खेल सकते हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब दो दाएं हाथ के तेज गेंदबाज एक साथ खेल सकते हैं तो दो दाएं हाथ के स्पिनर साथ क्यों नहीं खेल सकते। मुश्ताक ने आगे कहा कि हरभजन के पास क्लास थी वह कम से कम 700 टेस्ट विकेट लेते। 2011 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम में स्पिन गेंदबाजी को लेकर सोच में बदलाव देखा गया। रविचंद्रन अश्विन शानदार गेंदबाजी कर रहे थे और ऐसे में हरभजन की जगह टीम में स्थायी नहीं रही। साल 2012 के बाद से पंजाब के इस ऑफ स्पिनर ने सिर्फ पांच टेस्ट मैच खेले हैं। सकलैन ने भारतीय टीम के मौजूदा स्पिनर्स रविचंद्रन अश्विन (), रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के बारे में भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि जडेजा और अश्विन दोनों 100 टेस्ट मैच खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, 'भारत में बहुत अच्छी क्वॉलिटी के स्पिनर्स हैं। कुलदीप (Kuldeep Yadav) ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। अश्विन और जडेजा नियमित तौर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वे विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं। मुझे यकीन है कि अश्विन और जडेजा 100 टेस्ट मैच खेलेंगे।' अश्विन ने अभी तक 71 टेस्ट मैचों में 365 विकेट लिए हैं वहीं जडेजा ने 49 टेस्ट में 213 विकेट अपने नाम किए हैं।

लॉकडाउन: मेंटल फिटनेस पर है मयंक अग्रवाल का फोकस April 27, 2020 at 06:09PM

मनुजा वीरप्पा, बेंगलुरु कोविड- 19 (Covid- 19) के चलते शुरू हुए लॉकडाउन (Lock Down) ने ऐसे लोगों के लिए खास चुनौतियां खड़ी कर दी हैं, जो अपने रोजाना के रूटीन के पक्के हैं। लगातार घर में रहने की इस स्थिति से बोरियत और चिड़चिड़ा होना भी लाजमी है। हालांकि भारतीय टेस्ट टीम के युवा ओपनर (Mayank Agarwal) ने इस निराशाभरे समय से पार पाने का तरीका निकाल लिया है। मयंक ने बीते 5 सप्ताह से एक भी नेट अभ्यास नहीं किया है लेकिन वह मानते हैं ऐसे इस समय में खीझने से अच्छा है कि समय की मांग को समझकर उससे तालमेल बैठाया जाए। हमारे सहयोगी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में मयंक अग्रवाल का इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है। इस इंटरव्यू में अग्रवाल ने लॉकडाउन में अपनी दिनचर्या के बारे में विस्तार से बात की है। इस युवा ओपनिंग बल्लेबाज ने बताया, 'जब लॉकडाउन की शुरुआत हुई तो ऐसा लगा कि यह कुछ ऐसा काम है, जिसमें बिना कुछ किए योगदान देना है। फिर मुझे खेल के अलावा कुछ और करने की जरूरत महसूस हुई, जिससे घर पर मेरी कुछ अहमियत और बढ़ सके और साथ ही मैं खुद को और अपग्रेड कर सकूं।' अग्रवाल ने बताया कि यह पहली बार है, जब मैं क्रिकेट से इतने लंबे समय से दूर हूं। मैंने कई हफ्तों से नेट में अभ्यास नहीं किया है। हम में से ज्यादातर लोगों का शेड्यूल बिजी रहता है ऐसे में अचानक जब करने के लिए कुछ नहीं है तो थोड़ी मुश्किल होना लाजमी है। यह ब्रेक अच्छा है, लेकिन जब यह नहीं पता कि यह स्थिति कब बदलेगी कब हम वापस अपने रूटीन पर लौटेंगे, तो यह थोड़ा अजीब लगता है। उन्होंने कहा, 'हम परिस्थितियों को समझ रहे हैं और उनके अनरूप ही काम कर रहे हैं। इस समय हम सभी को सरकार के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है।' इस बातचीत में मयंक अग्रवाल से जब उनकी फिटनेस पर बात की गई तो उन्होंने बताया, 'मेरे लिए फिटनेस का अर्थ सिर्फ फिजिकल एक्सरसाइज तक ही सीमित नहीं है। इसके लिए मानसिक अनुशासन की भी जरूरत होती है। क्योंकि जब भी आप वर्कआउट या ट्रेनिंग कर रहे होते हो तो बार-बार मन करता है कि अब रुक जाओ। आप कभी भी ऐसा महसूस नहीं करते कि अपनी लिमिट को और बढ़ाया जाए। बतौर खिलाड़ी हम यह जानते हैं कि शरीर से पहले दिमाग हार मानता है। तो अपने माइंडसेट को फिट बनाकर इस दिमागी कसरत पर काम कर रहा हूं।' मयंक ने बताया कि वह इस सबके अलावा घर के कामकाज में हाथ बंटा रहे हैं। किताबे पढ़ रहे हैं। हाल ही उन्होंने डॉ. नोरमैन विंसेंट पियले की पुस्तक 'द पावर ऑफ पोजिटिव थिंकिंग पढ़ी है।' इसके अलावा मयंक विपश्यना (ध्यान की तकनीक) का भी नियमित अभ्यास करते हैं।

आज का दिन- श्रीलंका को हराकर ऑस्ट्रेलिया ने लगाई थी वर्ल्ड कप में हैटट्रिक April 27, 2020 at 05:49PM

नई दिल्ली अप्रैल की 28 तारीख, साल 2007। ऑस्ट्रेलिया ने आज ही के दिन वर्ल्ड कप की हैटट्रिक पूरी की। वेस्टइंडीज में खेले गए इस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार तीसरी बार विश्व कप की ट्रोफी पर कब्जा किया। फाइनल मुकाबला बारबेडोस में था और सामने थी श्रीलंका की टीम। भारत और पाकिस्तान की टीमें पहले ही राउंड में बाहर हो गई थीं और ऐसे में दुनिया की एक बड़ी आबादी की सीधी दिलचस्पी इस टूर्नमेंट के शुरुआती दौर में ही खत्म हो चुकी थी। एडम गिलक्रिस्ट ने उस मैच में 104 गेंद पर 149 रन की पारी खेली। उन्होंने दस्तानों में स्क्वैश की गेंद रखी हुई थी जिसका खुलासा उन्होंने बाद में किया। फाइनल मुकाबले में बारिश आई लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 38 ओवर में ही चार विकेट पर 281 रन का स्कोर खड़ा किया। श्रीलंका ने भी शुरुआत अच्छी की लेकिन लक्ष्य इतना बड़ा था कि लंकाई टीम हमेशा पिछड़ती हुई नजर आई। नियमों को लेकर दुविधा के चलते आखिरी कुछ ओवर बिलकुल अंधेरे में खेले गए। अंत में श्रीलंका की टीम 36 ओवर में 8 विकेट पर 215 रन ही बना पाई और ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला डकवर्थ नियम के अनुसार 53 रन से जीता। श्रीलंका की ओर से सनथ जयसूर्या ने 63 और कुमार संगाकारा ने 54 रन की पारी खेली लेकिन इनके अलावा और कोई बल्लेबाज टिककर नहीं खेल पाया।

देखें- शिखर की पत्नी-बेटे संग बॉक्सिंग, घरेलू हिंसा पर भी बोले April 27, 2020 at 05:07PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के खिलाड़ी लॉकडाउन के दौरान भी अपनी फिटनेस से कोई समझौता नहीं कर रहे। खिलाड़ी इन दिनों अब खुद को फिट रखने के लिए इंडोर एक्सरसाइज का सहारा ले रहे हैं। बीसीसीआई के फिजियो और ट्रेनर भी एक खास मोबाइल ऐप के जरिए प्लेयर्स की फिटनेस और डाइट पर बारीकी से नजर जमाए हुए हैं। इस बीच टीम इंडिया के गब्बर () ने अपनी पत्नी के साथ एक्सरसाइज (Workout in Lock down) का एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो के कैप्शन में गब्बर ने घरेलू हिंसा पर नाराजगी भी जताई है। शिखर धवन ने करीब एक मिनट का यह वीडियो ट्वीट करते हुए इसके कैप्शन में लिखा, 'जब मैं अपने प्यारे परिवार के साथ अपना समय एंजॉय कर रहा हूं, उस समय घरेलू हिंसा के बारे में सुनकर मैं बहुत दुखी हूं आज के समय में भी यह होती है और हमें इसे खत्म करने की जरूरत है। एक दयालु और प्यार करने वाला साथी चुनिए और घरेलू हिंसा को न कहिए।' इस वीडियो में शिखर धवन अपनी पत्नी के साथ पंचिंग प्रैक्टिस करते दिखाई दे रहे हैं। धवन के बाद उनकी पत्नी और उना बेटा भी इसका अभ्यास करते दिखाई दे रहे हैं। पंचिंग सेशन के बाद शिखर अपने कोर एरिया के लिए वर्कआउट करते हुए नजर आ रहे हैं।

भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा- ओलिंपिक टलने से मानसिक तौर पर संघर्ष कर रहे April 27, 2020 at 04:45PM

गौरव मारवाह. एफआईएच प्लेयर ऑफ द ईयर और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह बेंगलुरू साई सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे हैं। लॉकडाउन को वे चैलेंजिंग मानते हैं और वे घर को मिस कर रहे हैं। मनप्रीत ने कहा कि यह स्थिति अलग है और सभी को मानसिक रूप से प्रभावित कर रही है। टीम को टोक्यो ओलिंपिकटलने के बाद मानसिक तौर पर संघर्ष करना पड़ रहा है। इससे पहले किसी ने ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं किया था।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को हम लंबे ब्रेक की तरह ले रहे हैं। हम वीडियो फुटेज को देखकर तैयारी बेहतर कर रहे हैं। इसके अलावा फिजिकल और मानसिक फिटनेस पर भी पूरा फोकस है। इस मुश्किल समय में परिवार के साथ होता तो अच्छा होता। मेरी मां और भाई जालंधर में हैं। फैमिली कई परिवारों की मदद कर रही है। यह जरूरी है।

सभी खिलाड़ी पॉजिटिव रहें यही कोशिश: मनप्रीत

मनप्रीत ने कहा कि हॉकी हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। खिलाड़ी के लिए फेवरेट गेम न खेल पाना मुश्किल होता है, लेकिन हमें पता है कि पूरी दुनिया परेशानी से जूझ रही है। बतौर कप्तान मैं इस बात का ध्यान रखता हूं कि सभी खिलाड़ी पॉजिटिव रहें और फिटनेस पर फोकस रखें। सभी को एकजुट रखना भी मेरा अहम काम है।



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भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जो वक्त मिला है, उसमें हम खेल के मानसिक पहलू पर काम कर रहे हैं। (फाइल)

टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर ने कहा- खेलने का मौका न मिले तो फिटनेस पर काम करना समय की बर्बादी है April 27, 2020 at 04:33PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन का मानना है कि अगर खिलाड़ी नहीं खेलते हैं तो उनकी फिटनेस का मतलब नहीं रह जाता है। बिना खेल के फिटनेस पर काम करना समय की बर्बादी है। 2011 वर्ल्ड कप के दौरान वे टीम इंडिया के स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग कोच थे।
रामजी ने कहा- फिटनेस के बाद अगर आप मैदान पर इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो यह बेकार है। एक का दूसरे में सकारात्मक ट्रांसफर ही फिटनेस का आधार है। क्या गेंदबाजों के लिए लॉन्ग ब्रेक मुश्किल हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा- गेंदबाजी लय और कौशल आधारित फिटनेस से जुड़ी है। दोनों एक-दूसरे से जुड़े हैं। ऐसे में कौशल आधारित फिटनेस निश्चित तौर पर प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए कठिन समय है, क्योंकि उन्हें टूर्नामेंट शुरू होने से पहले मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर काम करना है।
बतौर विकेटकीपर धोनी की जगह लेने का दबाव रहता है
इधर, लोकेश राहुल ने कहा कि विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने का बहुत दबाव रहता है। पिछले कुछ समय से राहुल बतौर विकेटकीपर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा- जब मैं विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था, क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप धोनी की जगह नहीं ले सकते। विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है।



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टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन के मुताबिक, लंबे ब्रेक की वजह से गेंदबाजों को परेशानी हो सकती है। क्योंकि गेंदबाजी लय और कौशल आधारित फिटनेस से जुड़ी है। (फाइल)

गेंद पर आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल के विरोध में होल्डिंग, वकार ने कहा- बॉल को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल जरूरी April 27, 2020 at 03:58PM

कोरोनावायरस की वजह से भविष्य में गेंद को चमकाने के लिए लार की जगह आर्टिफिशियलपदार्थ के इस्तेमाल को मंजूरी देने पर विचार हो रहा है। हालांकि, इसे लेकर पूर्व क्रिकेटरों की राय बंटी हुई है। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का मानना है कि कोविड-19के कारण गेंद से छेड़छाड़ के लिए आर्टिफिशियल पदार्थ का इस्तेमाल को वैध बनाना ‘विरोधाभासी' है। क्योंकिआईसीसी के मौजूदा नियमों के मुताबिक, ऐसा करना बॉल टेम्परिंग माना जाता है। यानी आप इसे ही वैध करने जा रहे हैं। वहीं,पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिएलार और पसीने का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता।

होल्डिंग ने कहा- मैंने पढ़ा है कि आईसीसी कोविड-19 की वजह से गेंद पर लार के इस्तेमाल को रोकने पर विचार कर रही है और खिलाड़ियों से गेंद पर चमक बनाए रखने के लिए अंपायर के सामने कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति देने के बारे में सोच रही है। मैं इसके पीछे के तर्क को नहीं समझ पा रहा हूं। वेस्टइंडीज के इस पूर्व दिग्गज ने कहा-आईसीसी को ऐसी स्थिति का सामना करने की जगह क्रिकेट को तभी शुरू करना चाहिए, जब माहौल पूरी तरह से सही हो।

खिलाड़ी का लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते'
वेस्टइंडीज के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा कि आईसीसी के मुताबिक क्रिकेट शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को 14 दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा। उन्होंने सवाल उठाया जब खिलाड़ी इस अवधि को पूरा करने के बाद मैदान में उतरेंगे तो फिर लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा-अगर दो हफ्ते अलग रहने के बाद भी किसी के स्वास्थ्य पर सवाल उठता है तो आप ऐसी स्थिति में क्रिकेट कैसे खेलेंगे इसका यह मतलब होगा कि आप सबको खतरे में डाल रहे हैं।

गेंद पर आर्टिफिशियलपदार्थ का इस्तेमाल खेल शुरू करने की छटपटाहट: वकार
उधर, वकार भी गेंद पर आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल के हक में नहीं हैं। उन्होंने क्रिकइन्फो से कहा- एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं इसे मंजूर नहीं करूंगा, क्योंकि लार और पसीने का इस्तेमाल करना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते। आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है। लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकना किसी भी सूरत में संभव नहीं होगा। मुझे लगता है कि इस तरह के आइडिया खेल को जल्दी शुरू करनी छटपटाहट भर हैं।

हाल ही में इस संबंध में आईसीसी की बैठक हुई थी। इसमें आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने कहा था किहमारा अगला कदम इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने के लिए एक रोडमैप तैयार करना है। इसमें उन सभी बदलावों को शामिल किया जाएगा, जो क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए जरूरी हैं।



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आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने कुछ दिन पहले कहा था कि कोरोनावायरस के चलते क्रिकेट में गेंद को लार से चमकाना खतरनाक हो सकता है। (फाइल)

पाक विकेटकीपर उमर अकमल पर 3 साल का बैन April 27, 2020 at 01:49AM

नई दिल्लीपाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को क्रिकेटर को ऐंटी-करप्शन कोड के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद उन पर तीन साल का प्रतिबंध लगा दिया। अकमल के खिलाफ पीसीबी की अनुशासनात्मक समिति मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच कर रही थी। पीसीबी ने ट्वीट किया, 'उमर अकमल पर अनुशासनात्मक पैनल के अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) फजल-ए-मीरन चौहान की ओर से क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया है।' पढ़ें, इससे पहले, 29 वर्षीय अकमल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उन्हें एक मैच में दो गेंद छोड़ने के लिए फिक्सर की ओर से 2 लाख अमेरिकी डॉलर की पेशकश की गई थी। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें भारत के खिलाफ मैच छोड़ने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी। पाकिस्तान के इस बल्लेबाज ने यह भी बताया था उनसे फिक्सरों ने 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में खेले गए आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान संपर्क किया गया था। अकमल ने पाकिस्तान के लिए अब तक 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उनके नाम टेस्ट में 1003, वनडे में 3194 और टी20 इंटरनैशनल में कुल 1690 रन हैं। उन्होंने 2009 में पाकिस्तान के लिए इंटरनैशनल डेब्यू किया था।

फ्रेंच फॉर्मूला वन ग्रां प्री भी रद्द, साल की 10वीं रेस जिसे कैंसिल या टाला गया; 5 जुलाई से सीजन शुरू हो सकता है April 27, 2020 at 01:34AM

कोरोनावायरस की वजह से इस साल जून में होने वाली फ्रेंच फॉर्मूला वन रेस को सोमवार को रद्द कर दिया गया। रेस के प्रबंध निदेशक एरिक बोलियर ने कहा कि फ्रांस सरकार ने 11 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है। इसके अलावा देश में मध्य जुलाई तक लोगों के इकठ्ठा होने पर भी पाबंदी लगाई गई है। इसी वजह से यह फैसला लिया गया है। फॉर्मूला वन की यह इस साल की दसवीं रेस है, जिसे कोविड-19 के कारण रद्द या टालना पड़ा है।

जिन रेस को रद्द करने का फैसला लिया गया है उनमें फ्रांस के अलावा ऑस्ट्रेलिया और मोनाको ग्रां प्री शामिल हैं जबकि बहरीन, चीन, वियतनाम, नीदरलैंड, स्पेन, अजरबेजान और कनाडा में होने वाली रेस को टाला गया है।

यूरोप में 5 जुलाई से फॉर्मूला वन की शुरुआत होगी
इस बीच, फॉर्मूला वन के बॉस चेस कैरी ने कहा कि कोरोना से प्रभावित सीजन की शुरुआत 5 जुलाई से ऑस्ट्रिया में हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमने यूरोप में जुलाई में रेस की शुरुआत करने का लक्ष्य़ रखा है। पहली ग्रां प्री 3 से 5 जुलाई के बीच ऑस्ट्रिय़ा में होगी। सितंबर में यूरेशिया, अक्टूबर में एशिया और नवंबर में अमेरिका में फॉर्मूला वन सीजन की शुरुआत होगी। दिसंबर में बहरीन ग्रां प्री होगी और सीजन का फाइनल अबू धाबी में होगा। इस दौरान हम 15 से 18 रेस करा चुके होंगे।

'दर्शकों की गैरमौजूदगी से हम निराश'

इसके अलावा ब्रिटिश ग्रां प्री भी बिना दर्शकों के होगी। सोमवार को सिल्वरस्टोन सर्किट के मैनेजिंग डायरेक्टर स्टूअर्ट प्रिंगल ने कहा कि मैं यह बताते हुए काफी निराश हूं कि इस साल ब्रिटिश ग्रां प्री बिना दर्शकों के होगी। हम काफी समय से इस मुश्किल फैसले को टाल रहे थे। लेकिन मौजूदा हालात में यह बिल्कुल साफ हो गया था कि सामान्य हालात में रेस कराना आसान नहीं है।



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फ्रेंच फॉर्मूला वन ग्रां प्री की आयोजन समिति ने कहा कि देश में 11 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया है। ऐसे में रेस कराना मुश्किल होगा, इसलिए इसे रद्द कर दिया गया।

राहुल ने बताया, क्यों धोनी की जगह लेना मुश्किल April 27, 2020 at 01:08AM

मुंबईपिछले कुछ समय से भारत के लिए सीमित ओवरों की क्रिकेट में विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे लोकेश राहुल ने कहा कि विकेटों के पीछे दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी की जगह लेने का बहुत अधिक दबाव रहता है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे कारण यही है कि फैंस आपसे काफी उम्मीदें लगाए रहते हैं। धोनी पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद से ब्लू जर्सी में नजर नहीं आए हैं। उन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। राहुल ने इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में विकेटकीपर की भूमिका निभाई और न्यूजीलैंड दौरे के दौरान भी उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली। राहुल ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ में कहा, ‘जब मैं भारत की तरफ से विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभा रहा था तो नर्वस था क्योंकि दर्शकों के कारण आप पर दबाव रहता है। अगर आप चूक जाते हैं तो लोग सोचते हैं कि आप महेंद्र सिंह धोनी की जगह नहीं ले सकते।’ पढ़ें, 28 वर्षीय भारतीय बल्लेबाज ने कहा, ‘धोनी जैसे दिग्गज विकेटकीपर की जगह लेने का दबाव बहुत अधिक था, क्योंकि विकेटकीपर के रूप में किसी को स्वीकार करने पर लोगों के दिमाग में यह बात जरूर आती है।’ अब तक 36 टेस्ट, 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनैशन मैच खेल चुके राहुल ने कहा कि विकेटकीपिंग उनके लिए नया काम नहीं है क्योंकि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान और अपनी रणजी टीम कर्नाटक की तरफ से पहले भी यह भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘जो लोग क्रिकेट पर नजर रखते हैं वे जानते हैं कि मैं लंबे समय तक विकेटकीपिंग से दूर नहीं रहा क्योंकि मैंने आईपीएल और जब भी कर्नाटक की तरफ से खेला तब विकेट के पीछे भी जिम्मेदारी संभाली।’ राहुल ने कहा, ‘मैं हमेशा विकेटकीपिंग के संपर्क में रहता हूं लेकिन मैं ऐसा इंसान भी हूं जो टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी तरह की भूमिका निभाने के लिए तैयार रहता हूं।’

वॉर्नर ने पहली पत्नी की पुरानी ड्रेस, फोटो वायरल April 27, 2020 at 12:45AM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया के पूर्व उप-कप्तान सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहते हैं और लॉकडाउन के दौरान तो फैंस के लिए वीडियो-फोटो लगातार शेयर कर रहे हैं। वॉर्नर ने सोमवार को एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह अपनी बीवी की पुरानी ड्रेस पहने नजर आए जबकि उनकी पत्नी ने उनकी ऑस्ट्रेलियाई टीम की जर्सी पहनी। वॉर्नर ने यह वीडियो टिकटॉर पर बनाया जिसे बाद में इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया। इस वीडियो में वह पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम की जर्सी पहने हाथ में मोबाइल लिए खड़े थे और उनकी पत्नी आइरनविमन रेसिंग कॉस्ट्यूम पहने हुए थीं। अगले ही पल में दोनों की ड्रेस बदल गई और ऑस्ट्रेलियाई टीम की जर्सी कैंडिस ने पहन ली। पढ़ें, इस वीडियो के कैप्शन में वॉर्नर ने लिखा, 'फ्लिक द स्विच।' उन्होंने अपनी पत्नी कैंडिस वॉर्नर को भी टैग किया। कैंडिस ने भी इंस्टाग्राम पर अपनी और वॉर्नर की तस्वीर शेयर की। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'सोमवार को स्विच अप, डेविड वॉर्नर मेरे पुराने कॉस्ट्यूम में अच्छे लग रहे हैं।' कैंडिस भी पहले सर्फ लाइफ सेवर रह चुकी हैं। कोरोना से बचाव के तौर पर भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन घोषित है और क्रिकेट जगत की दिग्गज हस्तियां अपने अपने घर पर समय बिता रही हैं।

आईपीएल से घरेलू सीजन के टकराने की आशंका, बोर्ड ने कहा- फिलहाल कोई वैकल्पिक प्लान नहीं, हर तरह के बदलाव के लिए तैयार April 27, 2020 at 12:35AM

दुनियाभर में क्रिकेट टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस का असर पड़ा है। भारतीय क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं है। कोविड-19 की वजह से पहले आईपीएल को अनिश्तिकाल के लिए टाल दिया गया। अब घरेलू क्रिकेट पर भी इसका असर पड़ता दिख रहा है। इस सालघरेलू सीजन की शुरुआत अगस्त में होगी। इसके एक महीने बाद सितंबर में आईपीएलहोने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में आईपीएल से इसके टकराने की आशंका है। बीसीसीआई के पास भी फिलहाल कोई वैकल्पिक प्लान तैयार नहीं है।
बोर्ड के क्रिकेट ऑपरेशन के जनरल मैनेजर सबा करीम ने कहा कि फिलहाल हमारे पास 2020-21 सीजन के लिए कोई ठोस बैकअप प्लान नहीं है। घरेलू सीजन अगस्त में शुरू होना है। इसमें अभी काफी वक्त बचा है। हम महीने दर महीने समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आईपीएल और घरेलू सीजन के टकराने को लेकर कहा कि इस समय इस विषय पर बात करना मुश्किल है।इस समय क्रिकेट से ज्यादा स्वस्थ और सुरक्षित रहना जरूरी है। मुझे लगता है कि धीरे-धीरे लॉकडाउन के हालात सुधरेंगे। हम इसे लेकर सकारात्मक हैं। हमारी कोशिश होगी कि मौजूदा हालात का बेहतर इस्तेमाल कर पाएं। घरेलू क्रिकेट के लिए जो भी विंडो उपलब्ध होगीउसमें हम ज्यादा से ज्यादा मैच कराने की कोशिश करेंगे।

कोरोना की वजह से ईरानी ट्रॉफी को टालना पड़ा था

2019-20 में घरेलू क्रिकेट सीजन अगस्त में दिलीप ट्रॉफी से शुरू होकर पिछले महीने रणजी ट्रॉफी के फाइनल के साथ ही खत्म हो गया था। हालांकि, सीजन का आखिरी टूर्नामेंट ईरानी कप था। जो रणजी ट्रॉफी के फाइनल के 4 दिन बाद शुरू होना था। लेकिन कोरोना की वजह से बोर्ड ने इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया।

बोर्ड ने पिछले सीजन में2035 घेरलूमैच कराए

करीम ने कहा कि पिछले घरेलू सीजन में बोर्ड ने महिला और पुरुष दोनों वर्ग में 2035 मैच आयोजित किए थे। इसमें से 470 मुकाबले सीनियर पुरुष वर्ग में हुए थे। वहीं, 2018 में घरेलू सर्किट में 8 नई टीमों को भी जोड़ा गया था। हालांकि, इस बार घरेलू सीजन कराना चुनौती होगा। क्योंकि जिस वक्त घरेलू सीजन चल रहा है, उस समय देश में मॉनसून सक्रिय रहता है। इसी दौरान आईपीएल के होने की भी संभावना है। इसलिएहमें जरूरत के हिसाब से लचीला रुख अपनाना होगा। हम सीजन में जो भी बदलाव करेंगे, वह खिलाड़ियों और राज्य क्रिकेट संघों के हित में ही होगा।



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इस साल सौराष्ट्र रणजी ट्रॉफी का चैम्पियन बना था। पिछले महीने हुए फाइनल में उसका सामना बंगाल से हुआ था। मैच तो ड्रॉ रहा था। लेकिन पहली पारी में बढ़त के आधार पर सौराष्ट्र को विजेता घोषित किया गया।

आज: शोएब अख्तर ने फेंकी थी सबसे फास्ट बॉल April 26, 2020 at 11:51PM

नई दिल्ली अपनी रफ्तार से बड़े-बड़े दिग्गज बल्लेबाजों के होश उड़ाने वाले ने आज (27 अप्रैल) ही क्रिकेट इतिहास की फेंकने का रेकॉर्ड अपने नाम किया था। 18 साल पहले साल 2002 में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमें वनडे मैच खेल रही थीं, इस दौरान एक मौके पर रावलपिंडी एक्सप्रेस ने अपनी सर्वाधिक गति हासिल की और 100 मील से ज्यादा की रफ्तार से वह गेंद कीवी बल्लेबाज क्रेग मैकमिलन को कराई। क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका था, जब किसी गेंदबाज ने 100 मील से अधिक रफ्तार से कोई गेंद फेंकी हो। इस मैच में अख्तर की इस गेंद पर जो गति दर्ज की गई वह 100.04 मील प्रति घंटा यानी 161 किलोमीटर प्रति घंटा थी। आज भी शोएब अख्तर की यह गेंद विश्व क्रिकेट सबसे तेज गति की गेंद मानी जाती है। हालांकि आईसीसी ने अख्तर के इस रेकॉर्ड को मान्यता नहीं दी क्योंकि लाहौर के मैदान पर उस वक्त गेंद की गति दर्ज करने वाले जो उपकरण वहां थे वे आईसीसी के मानकों पर खरे नहीं उतरते। अख्तर से पहले सबसे तेज बॉल फेंकने का यह रेकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के जेफ थॉमसन के नाम था, जिन्होंने 1975 में 99.8 mph की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। लेकिन यह गेंद किसी मैच के दौरान नहीं फेंकी गई थी। शोएब अख्तर के इस कारनामे के बाद तीन मौकों पर 100 मील के करीब गेंद रेकॉर्ड की गई हैं लेकिन कोई भी बोलर अभी शोएब का 161.3 km/h का रेकॉर्ड नहीं छू पाया है। अख्तर के अलावा साल 2005 में ब्रेट ली और 2010 ने शॉन टेट ने 161.1km/h की रफ्तार से बोलिंग की। इसके अलावा साल 2015 में मिशेल स्टार्क ने 160.4 km/h की रफ्तार से बॉल फेंकी है। अपनी इस गेंद को आईसीसी ने मान्यता न मिलने पर अख्तर ने कहा था, 'मुझे इसका मलाल नहीं है कि आईसीसी इस रेकॉर्ड को दर्ज करेगी या नहीं बल्कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैंने दुनिया की सबसे तेज गेंद फेंकी है।'

कोरोना वायरस का कहर, फ्रेंच फॉर्म्युला-1 ग्रां प्री भी रद्द April 26, 2020 at 11:53PM

पैरिसघातक कोरोना वायरस महामारी के कारण 28 जून को होने वाली फ्रेंच ग्रां प्री फॉर्म्युला वन रेस को सोमवार को रद्द कर दिया गया। आयोजकों ने यह घोषणा की। रेस के प्रबंध निदेशक एरिक बोलियर ने कहा कि कोविड-19 के कारण मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 वायरस के प्रसार से जुड़ी स्थिति को देखते हुए फ्रेंच ग्रां प्री ने फ्रांसीसी सरकार के फैसलों पर गौर किया। हमने निर्णय किया कि वर्तमान स्थिति में इस प्रतियोगिता का आयोजन करना संभव नहीं है।’ फॉर्म्युला वन की यह इस साल की दसवीं रेस है जिसे कोविड-19 के कारण रद्द या स्थगित करना पड़ा है। जिन रेस को रद्द करने का फैसला किया गया है उनमें फ्रांस के अलावा ऑस्ट्रेलिया और मोनाको की रेस शामिल हैं जबकि बहरीन, चीन, वियतनाम, नीदरलैंड, स्पेन, अजरबेजान और कनाडा में होने वाली रेस को स्थगित कर दिया गया है।

वेतन कटौती के सवाल पर नहीं दिखाएंगे लालच: टिम पेन April 27, 2020 at 12:02AM

मेलबर्न टेस्ट कप्तान (Tim Paine) ने कहा है कि कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण वित्तीय संकट को देखते हुए देश में क्रिकेट () की बेहतरी के लिए अगर उनसे वेतन कटौती के बारे में पूछा जाता है तो वह और उनके खिलाड़ी लालच नहीं दिखाएंगे। कोरोना वायरस () के बढ़ते प्रकोप के कारण भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे और टी20 विश्व कप पर सवालिया निशान लग गया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पहले ही अपने 80 प्रतिशत स्टाफ की छुट्टी कर चुका है और अब खिलाड़ियों के वेतन में संभावित कटौती को लेकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स संघ (एसीए) से बातचीत कर रहा है। पेन ने एबीसी रेडियो से कहा, ‘यह जरूरी है कि खिलाड़ियों को खेल की वास्तविक वित्तीय स्थिति का पता चले और खिलाड़ी लालच नहीं दिखाने वाले।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी आजीविका, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और खिलाड़ी संघ से जुड़े सभी लोगों की आजीविका इस पर निर्भर करती है कि क्रिकेट का खेल फलता-फूलता रहे।’ पेन ने कहा, ‘इसलिए अगर अभी वेतन में कटौती संभावित है और इससे भविष्य में हमारे खेल को फायदा होता है तो निश्चित तौर पर हम इस पर विचार करेंगे।’ पेन ने कहा कि वह बोर्ड की खराब वित्तीय हालत को लेकर हैरान नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि व्यावसायिक रूप से भी प्रायोजकों को झटका लगा है और भविष्य में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।’ वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर नहीं जाती है तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 30 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डालर का नुकसान हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया की सीमाओं को 30 सितंबर तक सील किया गया है लेकिन भारतीय टीम के दौरे को बचाने की कवायद में सरकार अंतरराष्ट्रीय छूट देने पर विचार कर रही है जिससे कि टीम ऑस्ट्रेलिया आ सके। पेन ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि भारत के दौरा नहीं करने की स्थिति में कोई वैकल्पिक योजना बनाई गई है या नहीं। उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई कि विराट कोहली और उनकी टीम पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ऑस्ट्रेलिया आ पाएगी। उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद कर रहा हूं कि वे यहां आएंगे, इससे काफी समस्याओं का हल हो जाएगा।’ पेन कहा, ‘मुझे पता है कि संभावित कदमों को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और सरकार के बीच शुरुआती बातचीत हुई है जिसमें चार्टर्ड विमान की सेवा लेना और यहां पहुंचने पर उन्हें पृथक रखना शामिल है जिससे कि सुनिश्चित हो सके कि हम भारत को यहां ला पाएं।’ उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा मैंने कुछ अटकलें सुनी हैं कि शायद न्यूजीलैंड यहां आ सकता है या हम वहां जा सकते हैं।’ आईपीएल के लुभावने करार के लिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के भारतीय कप्तान विराट कोहली की ‘चापलूसी’ करने के माइकल क्लार्क के दावे के बारे में पूछने पर पेन ने कहा कि इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को व्यक्तिगत खिलाड़ियों के नाम लेने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर आपको बड़ा बयान देना है और लोगों को किसी तरह की परेशानी में डालने का प्रयास करना है तो मुझे लगता है कि आपको व्यक्तिगत नाम लेने होंगे और निश्चित तौर पर उसने ऐसा नहीं किया।’ पेन ने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह बेकार की बातें हैं क्योंकि मैं मैदान पर था और किसी ने नरम रवैया नहीं अपनाया (कोहली के खिलाफ)।’

अधिक मैच करवाना प्राथमिकता : सबा करीम April 26, 2020 at 11:42PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने अगस्त से शुरू होने वाले 2020-21 के घरेलू सत्र के लिए कोई ठोस वैकल्पिक योजना तैयार नहीं की है लेकिन बोर्ड के क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक ने कहा कि कोविड-19 महामारी से पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद अधिक से अधिक मैचों का आयोजन करना उनकी प्राथमिकता होगी। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने अपनी सभी खेल गतिविधियों को जुलाई तक निलंबित रखने की घोषणा कर दी है। इसमें घरेलू सत्र भी शामिल है। कोविड-19 महामारी के कारण दुनियाभर में खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हैं। करीम ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘इस तरह की कोई वैकल्पिक योजना नहीं है। अगस्त आने में अभी समय है। हम महीने दर महीने आकलन कर रहे हैं।’ पिछला सत्र (2019-20) दलीप ट्रोफी के साथ अगस्त में शुरू हुआ और पिछले महीने रणजी ट्रोफी के साथ उसका समापन हुआ था। सत्र का आखिरी टूर्नमेंट हालांकि ईरानी कप था जो रणजी फाइनल के चार दिन बाद शुरू होना था लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है और इसका आयोजन सितंबर में होने की संभावना है। तब घरेलू सत्र भी चल रहा होता है। अभी तक आईपीएल के दौरान भारत में किसी तरह की अन्य क्रिकेट गतिविधियां नहीं चलती हैं। आईपीएल और घरेलू सत्र की तिथियों में संभावित टकराव के बारे में पूछे जाने पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘अभी इस पर बात करना मुश्किल है। यह इस पर निर्भर करता है कि हम इस स्थिति से कितनी जल्दी पार पाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अभी सुरक्षित रहना अधिक महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है कि धीरे धीरे स्थिति सामान्य होती जाएगी। इसलिए हम सकारात्मक हैं।’ करीम ने कहा, ‘हम परिस्थितियों के हिसाब से अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। जहां भी मौका मिलेगा हम अधिक से अधिक मैचों के आयोजन की कोशिश करेंगे।’ पिछले साल बीसीसीआई ने पुरुष और महिला वर्ग में आयु वर्ग से सीनियर स्तर तक के कुल 2035 मैचों का आयोजन किया। इनमें से 470 मैच पुरुष सीनियर वर्ग के थे। में 2018 में नई टीमें जोड़ी गई थी और इसलिए मैचों की संख्या भी बढ़ गई।

विराट ने कहा, 'मैंने ऐसा शॉट मैदान पर नहीं देखा' April 26, 2020 at 11:10PM

नई दिल्ली विराट कोहली (Virat Kohli) और एबी डि विलियर्स (AB de Villiers) दोनों ही आक्रामक बल्लेबाज हैं। आईपीएल (IPL) में जब दोनों साथ होते हैं तो गेंदबाजों के लिए बहुत मुश्किल वक्त होता है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के लिए दोनों ने बहुत अच्छी पारियां साथ खेली हैं। लेकिन इनमें साल 2016 में बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में गुजरात लायंस (Gujarat Lions) के खिलाफ दोनों की साझेदारी को आज भी याद किया जाता है। इस मैच में कोहली और डि विलियर्स दोनों ने सेंचुरी लगाई थी। यह विकेट बल्लेबाजी के लिए मुफीद नहीं था। गेंद बल्ले पर आ नहीं रही थी। यह धीमा विकेट था और स्पिनर्स को मदद मिल रही थी लेकिन एबीडी और कोहली ने मास्टर क्लास बल्लेबाजी की। गुजरात लायंस के पास इस आक्रामक जोड़ी को रोकने का कोई रास्ता नहीं था। कोहली और डि विलियर्स ने कई आकर्षक शॉट (Virat Kohli Ab De Villiers Shots) खेले। पर विराट को एबी डि विलियर्स का एक शॉट काफी पसंद आया और कोहली उसे सबसे ऊपर रखते हैं। कोहली ने एबी डिविलियर्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान कहा, 'मैंने क्रिकेट मैदान पर ऐसा कभी नहीं देखा। मैंने कभी नहीं देखा कि एक फुलटॉस गेंद को 45 डिग्री के ऊपर मैदान के बाहर मारे। यह एग्जेक्टली फाइन लेग के ऊपर से नहीं था लेकिन ऐसा ऐंगल था जहां गेंद मारना लगभग असंभव है। मैं नहीं जानता कि आपने वह शॉट कैसे मारा। मैं हैरान था, क्रिकेट के मैदान पर मैंने ऐसा शॉट नहीं खेला।' यह 16वें ओवर की पहली गेंद थी। डि विलियर्स थोड़ा सा ऑफ स्टंप की ओर गए और प्रवीण कुमार की फुलटॉस को स्टेडियम के बाहर छह रन के लिए भेजा। डि विलियर्स और कोहली के बीच 229 रन की साझेदारी हुई थी। डि विलियर्स ने सिर्फ 52 गेंद पर 129 रन बनाए थे। अपनी पारी में उन्होंने 10 चौके और 12 छक्के लगाए थे। वहीं कोहली आखिरी ओवर में 55 गेंद पर 109 रन बनाकर आउट हुए थे। आरसीबी ने 3 विकेट पर 248 रन बनाए थे। जवाब में गुजरात लायंस की टीम 104 रन पर ऑल आउट हो गई। बैंगलोर ने 144 रन से मैच जीता। बैंगलोर की टीम सीजन के फाइनल में पहुंची थी जहां उसे सनराइजर्स हैदराबाद से हार का सामना करना पड़ा था।

टीम से बाहर हुआ तो लगा तमाचा पड़ा है: अश्विन April 26, 2020 at 10:56PM

नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद भारत के शीर्ष ऑफ स्पिनर () को पता चल गया था कि T20 में गेंदबाजी करना आसान नहीं होता। इस वास्तविकता ने उन्हें एक दशक पहले कड़ा सबक सिखाया था। क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने () के साथ ईएसपीएनक्रिकइन्फो के लिए पोडकास्ट में अश्विन ने बताया कि चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) की तरफ से खेलते हुए आईपीएल 2010 ने उन्हें किस तरह से प्रभावित किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में खेलने पर बात की और बताया कि कि आखिर उनके स्पिन जोड़ीदार रविंद्र जडेजा 'क्यों नैसर्गिक खिलाड़ी' हैं। अश्विन ने आईपीएल 2010 को याद किया जब दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें सीएसके की टीम से बाहर कर दिया गया। यह उनके लिए कड़ा सबक था क्योंकि उन्हें लगता था कि स्टीफन फ्लेमिंग ने उनसे बात नहीं की और उन्हें टीम प्रबंधन का पर्याप्त समर्थन नहीं मिला था। अश्विन ने कहा, 'लोग सोचते थे कि मैं खुद को बहुत अच्छा गेंदबाज मानता हूं लेकिन जब आईपीएल में खेलता हूं तो इस तरह से बुरा प्रदर्शन करता हूं। यह एक तमाचे की तरह था जैसे कोई बोल रहा हो कि तुम यहां के लायक भी नहीं हो।' उन्होंने कहा, 'मैं सोचता था कि प्रथम श्रेणी मैचों की तुलना में टी20 मैच में गेंदबाजी करना आसान होता है।' यह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) के खिलाफ मैच था, जिसमें रॉबिन उथप्पा और मार्क बाउचर ने उनकी गेंदों की जमकर धुनाई की थी। अश्विन ने कहा, 'रॉबिन उथप्पा और मार्क बाउचर ने मुझे कड़ा सबक सिखाया। मैंने 14वां, 16वां, 18वां और 20वां ओवर किया था। मैं युवा था और नहीं जानता था कि यह एक चुनौती है। मुझे लगा कि यह विकेट हासिल करने का अच्छा मौका है।' इस दिग्गज ऑफ स्पिनर ने कहा, 'मुझे विकेट तो मिला नहीं लेकिन मैंने 40 या 45 रन लुटाकर अपनी टीम को परेशानी में डाल दिया था। अगला मैच सुपर ओवर तक खिंचा और हम हार गए। मुझे टीम से बाहर कर दिया गया। मुझे लगा जैसे किसी ने मुझ पर करारा तमाचा जड़ दिया है।' ये वे दिन थे जब आईपीएल फ्रैंचाइजी घरेलू मैचों के दौरान होटल की लागत बचाने के लिए केवल शीर्ष 18 खिलाड़ियों को ही टीम में रखते थे। अश्विन को भी घर में बैठकर सीएसके के मैच देखने पड़े थे। उन्होंने कहा, 'मुझे बाहर कर दिया गया। मुझे होटल छोड़ना पड़ा और मैं घर में बैठ गया। मुझे लगा कि मैं इससे बेहतर का हकदार था क्योंकि मैं वेस्ट इंडीज में होने वाले विश्व टी20 के 30 संभावित खिलाड़ियों (अश्विन तब भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए थे) में शामिल था। अश्विन ने स्वीकार किया कि फ्लेमिंग उनसे नाराज थे और इसलिए सीएसके के टीम प्रबंधन ने उनका पक्ष नहीं लिया। उन्होंने कहा, 'मैंने पहले तीन मैचों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। केवल दो मैचों में मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। असल में मेरे स्टीफन फ्लेमिंग से बहुत अच्छे संबंध नहीं थे और उन्होंने मुझसे बात तक नहीं की। इसलिए मैं घर में बैठकर सीएसके के मैच देख रहा था और वादा कर रहा था कि एक दिन मैं परिदृश्य बदल कर रहूंगा।' इसके बाद अश्विन ने लंबा सफर तय कर लिया है। इस 33 वर्षीय गेंदबाज ने अब 71 टेस्ट मैचों में 365 विकेट लिए हैं लेकिन साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में उनका रेकॉर्ड प्रभावशाली नहीं है। अश्विन ने कहा, 'मैंने इंग्लैंड में जितने मैच खेले उनसे मुझे यह अहसास हो गया कि एक स्पिनर के लिए विपरीत परिस्थितियों में गेंदबाजी करते हुए (घरेलू परिस्थितियों जैसा) रेकॉर्ड बरकरार रखने के लिए सही समय पर गेंदबाजी करने की जरूरत होती है। दूसरी बात आपको थोड़ा भाग्य की भी जरूरत पड़ती है।' अश्विन ने इसके साथ ही कहा कि उनके साथी स्पिनर जडेजा नैसर्गिक तौर पर फिट खिलाड़ी हैं, जिन्हें फिट रहने के लिए उनकी तरह अतिरिक्त प्रयास नहीं करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा, 'अगर मैं दिन में दो बार भी अभ्यास करता हूं और फिर अच्छी कैलोरी वाला भोजन करता हूं तो मेरी फिटनेस गड़बड़ा जाएगी। कुछ लोगों को ईश्वर का आशीर्वाद होता है। मुझे इस मामले में रविंद्र जडेजा से तुलना करना पसंद है। उन्हें ईश्वर का आशीर्वाद है, वह शारीरिक तौर पर बेहद फिट खिलाड़ी हैं। जडेजा नैसर्गिक क्रिकेटर, नैसर्गिक गेंदबाज, नैसर्गिक बल्लेबाज हैं।'

अगर खेलने का मौका नहीं तो फिटनेस प्रैक्टिस बेकार: पूर्व ट्रेनर April 26, 2020 at 11:11PM

चेन्नै भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ट्रेनर का मानना है कि शीर्ष ऐथलीट अगर कोविड-19 (Covid- 19) के कारण खेल नहीं खेल सकते हैं तो फिर उनकी फिटनेस का कोई मतलब नहीं रह जाता। रामजी ने कहा, 'खेलों में फिटनेस के बारे में कहा जाता है कि अगर शीर्ष स्तर के प्रदर्शन के लिए आप उसका इस्तेमाल मैदान पर नहीं करते तो वह समय की बर्बादी है। एक से दूसरे में सकारात्मक स्थानान्तरण फिटनेस की कुंजी है।' उन्होंने कहा, 'एक खिलाड़ी एक समय में ओलिंपिक में 100 किग्रा भार उठा सकता है लेकिन अगर वह अपनी फिटनेस को प्रदर्शन में स्थानान्तरित नहीं करता है तो उसके चोटमुक्त रहने या प्रदर्शन में सुधार की कोई गारंटी नहीं है।' रामजी से पूछा गया कि क्या गेंदबाजों के लिए लंबी अवधि का विश्राम मुश्किल हो सकता है? उन्होंने कहा, 'हां निश्चिततौर पर। गेंदबाजी लय और कौशल आधारित फिटनेस से जुड़ी है। कौशल आधारित फिटनेस निश्चित तौर पर प्रभावित होने वाली है'। उन्होंने कहा, 'यह उनके लिए परीक्षा की घड़ी है क्योंकि उन्हें टूर्नमेंट शुरू होने से पहले निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिए मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर काम करना है। खेल में निखार लाने के लिए अभ्यास जरूरी है लेकिन अभी उन्हें फिटनेस पर ध्यान देना होगा जो कि अच्छे प्रदर्शन के लिए बेहद जरूरी है।'

स्विमसूट पहनकर डांस करने पर ट्रोल हुए वॉर्नर, फैंस ने कहा- लॉकडाउन का असर दिख रहा है April 26, 2020 at 10:12PM

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने हाल में ही टिकटॉक पर अपना अकाउंट बनाया है। इसके बाद से ही वे इस पर लगातार वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। सोमवार को भी उन्होंने इस प्लेटफॉर्म परमजेदार वीडियो पोस्ट किया। इसमें वे पत्नी केंडिस का स्विमसूट पहनकर डांस कर रहे हैं जबकि पत्नी ने उनकी क्रिकेट किट पहनी हुई है।उन्होंने यही वीडियो इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया, जिसे ढाई लाख से ज्यादा लोग अब तक देख चुके हैं।
वॉर्नर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-आइसोलेशन में पागलपन। कुछ यूजर्स उनके इस वीडियो को काफी पसंद कर रहे हैं तो कुछ ने इसे खराब बताया। एक यूजर ने लिखा- लॉकडाउन का असर दिख रहा है। एक अन्य यूजर ने इस बल्लेबाज से पूछा- क्या हो गया है आपको?। पिछले हफ्ते बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी बेटी के साथ एक वीडियो शेयर किया था। इसमें वे बॉलीवुड फिल्म तीस मार खां के गाने'शीला की जवानी' पर थिरकते नजर आए थे।

आईपीएल में हैदराबाद की उन्हें कमान संभालनी थी
ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज को आईपीएल के 13वें सीजन में हैदराबाद टीम की कमान संभालनी थी, लेकिन कोरोनावायरस के कारण लीग अनिश्चितकाल के लिए टाल दी गई है। वॉर्नर इससे पहले 2016 में भी इस टीम की कप्तानी कर चुके हैं। तब हैदराबाद पहली बार चैम्पियन बनी थी। इस टीम की तरफ से वे चार सीजन में खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। इस सीजन में भी हैदराबाद टीम ने उन्हें 12 करोड़ की मोटी रकम देकर रिटेन किया है।



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ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर वीडियो में पत्नी का स्विमसूट पहनकर डांस करते नजर आ रहे हैं।

छह साल की स्वरा की बल्लेबाजी देखकर फैन हुए दिग्गज April 26, 2020 at 10:05PM

नई दिल्ली छह साल की एक बच्ची है। स्वारा गुराव। पुणे में रहती है और क्रिकेट की दीवानी है। स्वरा के एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह घर के अंदर अपने भाइयों के साथ क्रिकेट खेल रही है। उसके खेलने का तरीका बड़े-बड़ों को हैरान कर रहा है। इस वीडियो को देखकर न्यूजीलैंड के पूर्व कोच और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के निदेशक बहुत प्रभावित हुए। हेसन इस युवा लड़की की मजबूत तकनीक के दीवाने हो गए और उन्होंने सोशल मीडिया साइट टि्वटर पर इसका वीडियो साझा कर दिया। इस वीडियो में स्वरा गेंद को आराम से हिट कर रही है। छह साल की बच्ची का फुटवर्क भी कमाल का है। वह गेंद के पीछे लाइन में आकर सीधे बल्ले से खेलती नजर आ रही है। हेसन ने ट्वीट किया, 'नाम याद रखना न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर ग्रांट एलियट ने वीडियो पर कॉमेंट किया, 'डिफेंस मजबूत होना चाहिए क्योंकि अगर इन्होंने गेंद मिस की तो बॉल उनके पीछे टीवी स्क्रीन को लग सकती है।' इस पर हेसन ने मजाक में कहा कि तुम बहुत जल्दी नतीजे पर पहुंच रहे हो। भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज भी स्वरा के खेल से प्रभावित हैं। मिताली ने लिखा है प्रतिभाशाली बच्ची। इस वीडियो को रिट्वीट किया है। स्वरा पिछले दो सालों से क्रिकेट खेल रही हैं। फिलहाल लॉकडाउन की वजह से वह घर में अपने भाइयों के साथ प्रैक्टिस कर रही हैं। उनकी पोजिशन और कंट्रोल गजब का है।

आईपीएल में अनदेखी से निराश नहीं हूं : विहारी April 26, 2020 at 08:00PM

नई दिल्ली भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) टेस्ट विशेषज्ञ बनकर खुश हैं और उन्होंने कहा कि इस सत्र में आईपीएल (IPL) में उनकी अनदेखी किए जाने से वह न तो निराश हैं और ना ही इससे उनकी यह धारणा बदली है कि वह छोटे प्रारूपों के लिए भी बहुत अच्छे बल्लेबाज हैं। विहारी को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) ने दो करोड़ रुपये में खरीदा (IPL Auction) था लेकिन इस सत्र में किसी फ्रेंचाइजी ने उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाई। आईपीएल को हालांकि कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण अभी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। विहारी ने इंस्टाग्राम में पर बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने महसूस किया कि जब चीजें आपके नियंत्रण में नहीं होती है तो आप कुछ नहीं कर सकते। मैं आईपीएल में अनदेखी से निराश नहीं हूं।’ उन्होंने कहा, ‘शुरू से ही मेरा लक्ष्य टेस्ट मैच था और मुझे खुशी है कि मैंने इसे हासिल किया।’ विहारी ने कहा कि वह कप्तान विराट कोहली के कार्य शैली से काफी प्रभावित है और मैच से पहले उनकी तैयारियों को देखकर उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने कहा, ‘कोहली (Virat Kohli) के खेल का सबसे महत्वपूर्ण पक्ष उनकी तैयारियां है। मैंने यह चीज उनसे सीखी है। उनकी कार्यशैली भी अद्भुत है।’ विदेशों में भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य विहारी ने कहा कि वह हमेशा अपना विकेट बचाए रखने को महत्व देते हैं ताकि उन्हें टीम से बाहर न होना पड़े। इस 26 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। मैं जब भी विदेशों में खेलता हूं तो हमेशा रन बनाने और लंबी पारियां खेलने की कोशिश करता हूं। मैं हमेशा टीम के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं, ताकि मुझे टीम से बाहर न किया जा सके।' टेस्ट क्रिकेट में सफल विहारी का मानना है कि वह अन्य प्रारूप में भी अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, मैं उसे नहीं बदल सकता। मुझे लगातार रन बनाते रहने होंगे और यही बातें मेरे दिमाग में आती है। मेरा मानना है कि मै प्रत्येक प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं। जब भी मुझे सही मौका मिलेगा, मैं ऐसा कर सकता हूं।’

बुमराह ने कहा- मेरे गेंदबाजी एक्शन की वजह से कई लोगों ने सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलने वाला आखिरी खिलाड़ी रहूंगा April 26, 2020 at 08:54PM

जसप्रीत बुमराह कुछ सालों के भीतर ही दुनिया के शीर्ष गेंदबाजों में से एक बन गए हैं। लेकिन उनका कहना है कि करियर कीशुरुआत में कई लोगों ने यह सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलना वाला आखिरी व्यक्ति रहूंगा। उन्होंने भारत के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान यह खुलासा किया।
बुमराह ने कहा कि तब लोगों ने मेरे हाई आर्म एक्शन की वजह से मुझे कहा था कि मैं शायद ही एक या दो से ज्यादा रणजी मैच खेल पाऊं। क्योंकि इस एक्शन की वजह से चोटिल होने की आशंका ज्यादा थी। लेकिन मैं सुधार करता गया और अपने एक्शन पर टिका रहा।

'टेनिस बॉल से खेलने वाले गेंदबाज के एक्शन को कॉपी करता था'

इस गेंदबाज ने किसी का नाम न लेते हुए अपने एक्शन के पीछे की प्रेरणा का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मैंने कोई स्पेशल कोचिंग नहीं ली है जो भी सीखा है वह टीवी पर गेंदबाजों को बॉलिंग करते हुए ही सीखा है। मैं शुरुआती दिनों में टेनिस बॉल से खेलने वाले एक गेंदबाज के एक्शन को कॉपी करता था। धीरे-धीरे यह आदत में शामिल हो गया और फिर किसी ने भी मुझे इसे बदलने के लिए नहीं कहा।

मैं टेस्ट क्रिकेट की वैल्यू करता हूं : बुमराह
बुमराह ने य़ुवराज से चैट के दौरान टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट की वैल्यू करता हूं क्योंकि यहां हर विकेट के लिए गेंदबाज को मेहनत करनी पड़ती है। मेरे लिए हर टेस्ट अहम है। यह अलग बात है कि अब तक मैं भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं खेला हूं और इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। इस दौरान युवराज ने इस गेंदबाज को याद दिलाया कि उन्होंने बहुत पहले ही कह दिया था कि एक दिन वो(बुमराह) दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज बनेंगे। 2017 में ऐसा हुआ भी। तब बुमराह टी-20 में दुनिया के शीर्ष गेंदबाज बने थे।

बुमराह ने 2018 में टेस्ट डेब्यू किया था
बुमराह ने अब तक 64 वनडे, 50 टी-20 और 14 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने 2018 में टेस्ट डेब्यू किया था। इसके बाद से ही वे भारतीय कप्तान विराट कोहली की टेस्ट फॉर्मेट में बतौर गेंदबाज पहली पसंद हैं।



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बुमराह ने युवराज से चैट के दौरान टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मैं टेस्ट क्रिकेट की वैल्यू करता हूं।