Tuesday, April 28, 2020

फीफा के मेडिकल चीफ ने कहा- सितंबर तक फुटबॉल नहीं खेला जाए, मैदान पर थूकने वाले खिलाड़ियों को येलो कार्ड दिया जाए April 28, 2020 at 05:42PM

अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ(फीफा) की मेडिकल कमेटी के चीफ मिकेल डी हूग ने कहा है कि मौजदा हालात में कोरोनावायरस को और फैलने से रोकने के लिए कम से कम सितंबर तक फुटबॉल न शुरू किया जाए। इसके अलावा, जब फुटबॉल लौटे तो मैदान पर थूकने वाले खिलाड़ियों को येलो कार्ड दिया जाए। उन्होंने स्काय स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में यह बात कही।

मिकेल के कहा कि अगर कोई ऐसा पल है, जहां स्वास्थ्य से जुड़े मामलों को पूर्ण प्राथमिकता देनी चाहिए तो यही है। यह पैसों की नहीं, बल्कि जिंदगी और मौत का सवाल है। उन्होंने कहा कि सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद से ही यह सबसे नाटकीय हालात हैं, जिसमें हम सब जी रहे हैं। हमें कोरोना के खतरे को कम करके नहीं आकना चाहिए और हकीकत में जीना चाहिए। बेल्जियम के इस फुटबॉल प्रशासक का बयान तब आया है, जब जर्मनी में बुंदेसलीगा को अगले महीने शुरू करने की तैयारी चल रही है। वहीं, प्रीमियर लीग(ईपीएल) जून में खाली स्टेडियम में होने की संभावनाएं टटोली जा रही हैं।

अभी खिलाड़ियों का एकदूसरे के सम्पर्क में आना जल्दबाजी होगी

फीफा की मेडिकल कमेटी के चीफ ने आगे कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए बहुत जल्दी होगा कि वे एकदूसरे के सम्पर्क में आएं। कम से कम तब जबकि सोशल डिस्टेसिंग के नियम लागू हैं। फिलहाल दुनिया कॉम्पिटिटिव फुटबॉल के लिए तैयार नहीं है। मुझे लगता है कि यह जल्दी बदलेगा। लेकिन अभी संयम बरतना होगा। उन्होंने कहा कि फुटबॉल तभी संभव है जब एकदूसरे से सम्पर्क दोबारा संभव होगा। फुटबॉल कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स है और मौजूदा हालात में सब इससे दूर करने के लिए ही कह रहे हैं जबकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है।

फुटबॉल शुरू होने से पहले वैक्सीन का इंतजाम होना चाहिए

फुटबॉल शुरू होने से पहले खिलाड़ियों की टेस्टिंग से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि आपको लगातार यह करना होगा। अगर एक खिलाड़ी पॉजिटिव पाया गया तो आपको सभी को क्वारैंटाइन करना होगा। क्या आपको लगता है कि यह सामान्य टूर्नामेंट जैसे हालात हैं। हमें नहीं पता है कि अलग-अलग देशों में कोरोना कब चरम पर होगा। इसका एक ही हल है कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए।

'फुटबॉल के नियमों में बदलाव की जरूरत होगी'

डी हूग ने कि जब भी फुटबॉल की शुरुआत होगी तब कुछ नियमों में बदलाव की जरूरत होगी। खासतौर पर खिलाड़ियों के मैदान पर थूकने पर रैफरी को नजर रखनी होगी। क्योंकि यह फुटबॉल में बहुत आम होता है। लेकिन इससे संक्रमण का खतरा बना रहेगा।

ईपीएल को 8 जून से शुरू करने पर विचार
इधर, मार्च से स्थगित इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) को जून में शुरू करने की चर्चा चल रही है। वायरस की वजह से मुकाबले दोबारा शुरू किए जाएं या सीजन रद्द हो, इसे लेकर सभी पक्षों की 1 मई को अहम बैठक है। इसमें 8 जून से लीग को दोबारा शुरू करने पर विचार किया जाएगा। यूएफा भी कह चुकी है कि फिर से शुरुआत करने के पहले हमें कोई रास्ता निकालना होगा। अभी कुल 92 मैच होने हैं। लिवरपूल टॉप पर है।



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फीफा की मेडिकल कमेटी के चीफ मिकेल डी हूग ने कहा कि अगर खिलाड़ी मैदान पर थूकते हैं तो इससे संक्रमण का खतरा हो सकता है। ऐसे में खेल के नियमों में बदलाव की जरूरत होगी। (फाइल)

WC के लिए भारत से बंटे पॉइंट्स, पाक नाराज April 28, 2020 at 05:51PM

नई दिल्लीपाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने भारत और पाक महिला टीमों के बीच बराबर वनडे चैंपियनशिप अंक बांटने के आईसीसी के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। हमारी सहयोगी वेबसाइट क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, मारूफ ने कहा कि की लीगल टीम इस फैसले को समझ रही है और अगर जरूरी हुआ तो चुनौती देगी। भारत और पाकिस्तान की महिला टीमों को आईसीसी महिला वनडे चैंपियनशिप 2017-20 के तहत सात राउंड में छठे राउंड के मुकाबले खेलने थे। इसके पॉइंट्स से उन्हें 2021 वर्ल्ड कप के लिए सीधे जगह बनाने का मौका मिलता लेकिन फिलहाल दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्ते ठीक नहीं हैं। पढ़ें, मारूफ ने मंगलवार को पीसीबी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा, 'यह फैसला निराशाजनक है, क्योंकि हम लंबे समय से भारत के खिलाफ खेलने का इंतजार कर रहे थे। भरोसा है कि पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड भी इसके लिए तैयारी कर रहा था। मुझे याद है कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इससे काफी दुख हुआ।' दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध ठीक नहीं होने के कारण द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज को टाला हुआ है। इससे भारत-पात मुकाबले नहीं होने के कारण आईसीसी ने छह अंकों को भारत तथा पाकिस्तान के बीच बराबर बांटने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही भारत ने आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वॉलिफाइ कर लिया था। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और मेजबान न्यूजीलैंड की महिला टीमें भी वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाइ कर चुकी हैं। पाकिस्तान का वर्ल्ड कप क्वॉलिफायर में मुकाबला श्रीलंका के साथ जुलाई में होना है। हालांकि घातक कोरोना वायरस के कारण श्रीलंका ने इस बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं किया है। पढ़ें, 28 साल की पाक कैप्टन ने कहा, 'भारत-पाकिस्तान के मैच हमेशा से बहुत ही शानदार रहे हैं और दर्शकों ने भी अच्छा सपॉर्ट किया है। हमने हमेशा भारत के खिलाफ खेलने की इच्छा दिखाई और पाकिस्तान ने हमेशा राजनीति को खेल से दूर रखा है। यह निराशाजनक था कि हमें वे मैच नहीं मिले। हम पॉइंट्स टेबल में नंबर-5 पर थे। अगर हम खेलते और जगह नहीं बना पाते तो शायद क्रिकेटर के तौर पर और एक टीम के रूप में भी इसे स्वीकार करना आसान होता।'

बतौर खिलाड़ी और कोच रणजी ट्रॉफी जीतने वाले अरूण कुमार अमेरिकी क्रिकेट टीम के हेड कोच बने, दो साल का होगा करार April 28, 2020 at 05:42PM

कर्नाटक के पूर्व कोच जे. अरूण कुमार अमेरिकी क्रिकेट टीम के हेड कोच नियुक्त किए गए हैं। उनका करार दो साल का होगा। वे बतौर खिलाड़ी और कोच कर्नाटक के लिए रणजी ट्रॉफी जीतने का कारनामा कर चुके हैं। इसके अलावा वे हैदराबाद और पुडुचेरी क्रिकेट टीम के भी कोच रह चुके हैं।
यूएसए क्रिकेट के सीईओ इयान हिगिंग्स ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अरूण कुमार हमारे साथ जुड़ गए हैं। वे स्थायी तौर पर अमेरिका में ही रहेंगे। जैसे ही उनका वर्किंग वीजा मंजूर हो जाएगा, वे टीम के साथ जुड़ जाएंगे। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अरूण पिछले महीने ही अमेरिका गए थे। यहां उन्होंने ह्यूस्टन में टीम के खिलाड़ियों, सिलेक्टर्स और सपोर्ट स्टाफ से मुलाकात भी की थी।

यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट
अरूण भी यह जिम्मेदारी संभालने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय असाइनमेंट है। मैं हमेशा से ही चुनौतियां पसंद करता हूं और इस बार मुझे बड़ी और बेहतर टीमों के खिलाफ अपनी काबिलियत जांचने का मौका मिलेगा। मैं अमेरिकी खिलाड़ियों के साथ काम करने को तैयार हूं। मेरी कोशिश होगी कि इन दो सालों में देश के क्रिकेट को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाऊं। मेरा एक ही मिशन होगा कि अलग-अलग संस्कृति से आए खिलाड़ियों को एकजुट करूं और यह सुनिश्चित करूं कि यह सभी बड़ी टीमों के खिलाफ अच्छी क्रिकेट खेलें।

'अमेरिकी टीम के साथ वर्चुअल ट्रेनिंग शुरू की'

लॉकडाउन की वजह से अरूण को अब तक वीजा नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने वर्चुअल ट्रेनिंग अभी से शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में हम मैदान पर कुछ नहीं कर सकते। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम शुरुआत नहीं कर सकते। मैं वीडियो कॉल के जरिए खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सम्पर्क में हूं। हम बल्लेबाजों और गेंदबाजों के खेल के बारे में ऑनलाइन समीक्षा कर रहे हैं।

आईपीएल का अनुभव मेरा काम आएगा: अरूण कुमार

अरूण कुमार आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ भी काम कर चुके हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि उनका यह अनुभव अमेरिकी टीम के साथ काम करने में मदद करेगा। क्योंकि इस टीम में भी ज्यादातर खिलाड़ी भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के हैं। ऐसे में आईपीएल का अनुभव इनसे तालमेल बैठाने में मदद करेगा।



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लॉकडाउन के कारण जे. अरूण कुमार अमेरिका नहीं गए हैं। ऐसे में उन्होंने अमेरिकी क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को वर्चुअल ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। (फाइल)

अचानक क्यों बेपरवाह हो गए इरफान पठान! April 28, 2020 at 04:46PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर भले ही क्रिकेट के मैदान से दूर हों लेकिन सोशल मीडिया पर वह काफी ऐक्टिव हैं। आए दिन वह सोशल मीडिया पर वीडियो और मेसेज पोस्ट करते रहते हैं। उनके मेसेज को बहुत पसंद किया जाता है। बुधवार सुबह भी उन्होंने एक शे'र पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, 'थक गया हूं परवाह करते करते, जब से बे-परवाह हुए सुकूं में हैं।' इरफान ने बुधवार सुबह-सुबह यह ट्वीट किया। अब इरफान किससे बेपरवाह हुए यह तो पता नहीं लेकिन उनके इस ट्वीट को पसंद काफी किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण सारी दुनिया में खेल गतिविधियां बंद हैं। बाकी क्रिकेटरों की तरह इरफान भी घर पर ही हैं। उन्होंने इससे पहले भी सोशल मीडिया पर काफी सक्रियता दिखाई है। रमजान के पहले दिन उन्होंने वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने लोगों से घरों पर रहकर ही इबादत करने की सलाह दी थी। इरफान ने कहा था, 'कुछ लोग कह रहे हैं कि यह रमजान रब की ओर से इम्तिहान है, यह बहुत मुश्किल है लेकिन मेरी नजर में यह एक मौका है। काम के चलते हम अच्छी तरह इबादत नहीं कर पाते थे। अब हम घर पर ही रहेंगे और अच्छी तरह इबादत कर पाएंगे।' उन्होंने इससे पहले भी कोरोना काल में लोगों से घर पर ही रहने की गुजारिश की थी। उन्होंने कहा था कि यह मत सोचो कि मस्जिद जाने से रोका जा रहा है, यह सोचो कि हर घर को मस्जिद बना दिया गया है।

कर्नाटक के अरुण कुमार US क्रिकेट टीम के नए कोच April 28, 2020 at 04:41PM

चेन्नैकर्नाटक के पूर्व बल्लेबाज जे. अरुण कुमार मंगलवार को अमेरिकी क्रिकेट टीम के कोच नियुक्त किए गए। कोच के तौर पर वह इससे पहले कर्नाटक की टीम के साथ कई वर्षों तक जुड़े रहे हैं। वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाजी कोच भी रह चुके हैं। अमेरिकी क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इयान हिगिंस ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘रणजी ट्रोफी और आईपीएल के पूर्व कोच, पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर जे अरुण कुमार को पुरुष टीम का मुख्य कोच बनाया गया था।’ देखें, अरुण कुमार ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 7,200 से अधिक जबकि लिस्ट ए मैचों में 3,000 से अधिक रन बनाए। उन्होंने 2013-14 और 2014-15 के सत्र में रणजी ट्रोफी, विजय हजारे ट्रोफी और ईरानी कप में कर्नाटक का शानदार नेतृत्व किया था। 45 साल के अरुण ने कोच बनने के बाद खुशी जहिर करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य अमेरिका को टेस्ट खेलने वाला देश बनाना है। उन्होंने कहा, ‘मैंने लंबे, मध्य और अल्पकालिक लक्ष्य बनाए हैं। मेरी हालांकि असली लक्ष्य यह होगा कि अमेरिका आने वाले दिनों में टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले देशों में शामिल हो। यह एक दूर का लक्ष्य है, फिलहाल मेरा ध्यान वर्ल्ड कप लीग पर होगा।’

कोई खिलाड़ी पॉजिटिव मिला तो अतिरिक्त को मौका दिया जाएगा, जुलाई में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड सीरीज में लागू हो सकता है April 28, 2020 at 04:37PM

कोरोनावायरस के कारण पहले खेल बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। गेंद पर लार या पसीना लगाने की जगह आईसीसी आर्टिफिशियल पदार्थलगाने की अनुमति दे सकता है। इस पर बहस जारी है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी मैच के दौरान किसी खिलाड़ी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद अतिरिक्त खिलाड़ी को खेलने का मौका दे सकती है।

आईसीसी ने पिछले साल कन्कशन नियम लागू किया है। इसके अनुसार सिर पर गेंद लगने के कारण यदि कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह रेफरी की अनुमति से दूसरे को उतारा जा सकता है। आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा कि क्रिकेट के फिर से शुरू होने से पहले मेडिकल कमेटी से इस तरह की चर्चा हाे सकती है।

इंग्लैंड देश के बाहर घरेलू मैच कराने की तैयारी कर रहा

इंग्लिश एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ऑस्ट्रेलिया सीरीज के पहले इस तरह के नियम की तैयारी कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया को जुलाई में इंग्लैंड का दौरा करना है। इसमें तीन वनडे और तीन टी20 मुकाबले हाेने हैं। इंग्लैंड में 1 जुलाई तक सभी तरह के क्रिकेट पर पाबंदी है। सितंबर से बिना दर्शकों के मैच की शुरुआत की जा सकती है। इंग्लैंड देश के बाहर घरेलू मैच कराने की तैयारी में है।



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ऑस्ट्रेलिया को जुलाई में इंग्लैंड का दौरा करना है। इसमें तीन वनडे और तीन टी-20 मुकाबले हाेने हैं। हालांकि, यहां 1 जुलाई तक सभी तरह के क्रिकेट पर पाबंदी है। (फाइल)

स्वदेश लौटेंगे बागान, ईस्ट बंगाल के 'फंसे' खिलाड़ी April 28, 2020 at 04:14PM

कोलकाताघातक कोरोना वायरस () महामारी से बचाव के तौर पर लागू लॉकडाउन के चलते यहां फंसे कोलकाता के फुटबॉल क्लबों और ईस्ट बंगाल के विदेशी खिलाड़ियों और कोचों का पहला जत्था पांच मई से स्वदेश लौटेगा। ईस्ट बंगाल के एक स्पेनिश फुटबॉलर ने कहा, ‘हम पहले यह बंदोबस्त करने में लगे हैं कि दिल्ली कैसे पहुंचे। पहला बैच पांच मई को जाएगा।’ विदेशी खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ के सदस्य अपने-अपने दूतावासों के संपर्क में हैं और उनके लिए विशेष विमान का इंतजाम किया जा रहा है। ईस्ट बंगाल टीम में स्पेन के पांच खिलाड़ी और कोच मारियो रिवेरा है जबकि कोस्टा रिका और सेनेगल के भी एक एक खिलाड़ी हैं। पढ़ें, मोहन बागान टीम में स्पेन के पांच, त्रिनिदाद , सेनेगल और ताजिकिस्तान के एक एक खिलाड़ी हैं। मोहन बागान के सहायक कोच पोलैंडसे और ट्रेनर लिथुआनिया से हैं।

UEFA राष्ट्रीय महासंघों को देगा 25 करोड़ डॉलर का एडवांस April 28, 2020 at 04:37PM

पैरिसयूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था यूएफा () महामारी के कारण आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे अपने राष्ट्रीय महासंघों को कुल 23 करोड़ 65 लाख यूरो (25 करोड़ 50 लाख डॉलर) की एडवांस धनराशि देगा। यूरोपीय फुटबॉल संघ (यूएफा) ने बयान में कहा कि वह अपने 55 सदस्यों में से प्रत्येक को 43 लाख यूरो (47 लाख डॉलर) दे रहा है। यूएफा के प्रेजिडेंट अलेक्सांद्र सेफरिन ने कहा कि इस राशि से उनके संघों को अपने फुटबॉल को ढर्रे पर लाने में मदद मिलेगी। कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर कई देशों में लॉकडाउन घोषित है जिसका असर हर खेल पर पड़ा है। फुटबॉल की कुछ लीग शुरुआत कराने को लेकर जद्दोजहद भी चल रही है तो वहीं कुछ आयोजक बिना दर्शकों के इसे स्टेडियम में कराने पर भी राजी हैं। पढ़ें, उम्मीदों को झटकाइटली सरकार ने 18 मई से पहले टीम प्रैक्टिस की अनुमति नहीं दी है और ऐसे में महामारी के कारण ठप पड़ी सेरी-ए फुटबॉल लीग के सीजन को पूरा करने की संभावनाएं भी कम हो गई हैं। प्रधानमंत्री गियुसेप कोंटे ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में फुटबॉल की वापसी के लिए समयसीमा बढ़ा दी है। सीजन खत्म करेंगेवहीं, अर्जेंटीना के फुटबॉल असोसिएशन के अध्यक्ष क्लाडियो टैपिया ने कहा कि वह 2019-20 सीजन को खत्म करने जा रहे हैं जो कि महामारी के कारण मार्च के मध्य से बाधित है।

फ्रेंच लीग कैंसिल, यूएफा ने 55 देशों को मदद के लिए 1950 करोड़ रुपए दिए April 28, 2020 at 04:05PM

दुनिया की टॉप-5 लीग में शामिल फ्रेंच लीग-1 का मौजूदा सीजन कैंसिल कर दिया गया है। कोरोनावायरस के कारण फ्रांस में सितंबर तक सभी खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। पीएम ने इसकी घोषणा की। इसके साथ लीग-1 और लीग-2 के मौजूदा सीजन के मुकाबले अब नहीं हो सकेंगे। नेमार फ्रेंच लीग-1 टीम पीएसजी से खेलते हैं।

अब फ्रांस में चैंपियंस लीग के आयोजन पर भी सवाल खड़ा हो गया है। लीग के मुकाबले अभी स्थगित हैं। इस बीच 55 सदस्य देशों की मदद के लिए यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) आगे आया है। उसने उन्हें 1950 करोड़ रुपए मदद के तौर पर दिए हैं। सभी सदस्य देशों को लगभग 35.50 करोड़ रुपए मिलेंगे। यूएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफरिन ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमारा खेल बेहद चैलेंजिंग दौर से गुजर रहा है। यूएफा ने सभी से 25 मई तक लीग को शुरू करने के संबंध में प्रपोजल मांगा है।

ईपीएल को 8 जून से शुरू करने पर विचार
इस बीच इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के मुकाबले मार्च से स्थगित हैं। कुल 92 मुकाबले होने हैं। अभी लिवरपूल टॉप पर है। वायरस के कारण लीग के मुकाबले फिर से शुरू हों या इसे रद्द कर दिया जाए इसे लेकर सभी पक्ष 1 मई को बैठक करने जा रहे हैं। 8 जून से लीग को शुरू करने की चर्चा है। यूएफा ने कहा था कि फिर से शुरुआत करने के पहले हमें कोई रास्ता निकालना होगा।



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यूएफा सभी 55 सदस्य देशों को अलग-अलग 35 करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद देगा। (फाइल)

क्रिस गेल बोले- सरवन सांप और कोरोना से ज्यादा खतरनाक, उसकी वजह से मुझे सीपीएल की जमैका टीम से बाहर होना पड़ा April 27, 2020 at 11:33PM

वेस्ट इंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल ने अपने पूर्व साथी रामनरेश सरवन पर गंभीर आरोप लगाए। गेल के मुताबिक, कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में जमैका तालवा टीम से उनके बाहर होने की वजह सरवन हैं। क्रिस ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक पोस्ट में रामनरेश को सांप, पीठ में छुरा भोंकने वाला और कोरोनावायरस से भी ज्यादा खतरनाक करार दिया।

गेल ने क्या कहा?
क्रिस खुद को जमैका टीम से निकाले जाने का जिम्मेदार रामनरेश को मानते हैं। इस वीडियो में उन्होंने कहा, “सरवन, वर्तमान में तुम कोरोनावायरस से भी घातक हो। तुमने मेरे बर्थडे पर लंबा भाषण दिया। मेरी तारीफ की और ये भी बताया कि हम कितने पुराने साथी हैं। तुम सांप हो। ये भी जानते हो कि कैरिबियाई द्वीप समूह में तुम्हें पसंद नहीं किया जाता। पीठ में छुरा भोंकने वाले हो और अब तक मैच्योर नहीं हुए।” जमैका के बाद गेल सेंट लूसिया के लिए खेले। यहां डेरेन सैमी कप्तान और एंडी फ्लॉवर कोच हैं।

संत होने का दिखावा करते हैं सरवन
गेल ने इसी वीडियो में आगे कहा, “हर आदमी के सामने तुम ऐसा दिखावा करते हो, जैसे कोई संत और अच्छे आदमी हो। लेकिन, तुम शैतान और जहर हो। मैंने सरवन से साफ कहा था कि तुम्हारे पास कोचिंग का अनुभव नहीं है। रात 8 बजे मैच शुरू होते हैं लेकिन तुमने टीम में कर्फ्यु जैसा माहौल बना दिया। तुम टीम में जमैका के ज्यादा खिलाड़ी होने पर सवाल उठाते हो।”

सियासी एंगल भी
गेल के मुताबिक, पिछले साल जमैका में चुनाव थे। वहां के एक मंत्री के आग्रह पर वो कुछ लोगों से मिलने गए थे। उनके जमैका टीम से बाहर होने की एक वजह ये भी हो सकती है। गेल ने सीपीएल में अपना सफर जमैका के साथ ही शुरू किया। चार सीजन इसी टीम से खेले। अगले दो सीजन वो सेंट किट्स और नेविस के लिए मैदान में उतरे। पिछले सीजन में उनकी जमैका टीम में वापसी हुई। गेल के मुताबिक, वो तीन साल के लिए जमैका से इसलिए जुड़े क्योंकि वो अपना कैरियर इसी फ्रेंचाइजी के साथ खत्म करना चाहते हैं।



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रामनरेश सरवन और क्रिस गेल लंबे वक्त तक विंडीज के लिए खेल चुके हैं। सरवन (दाएं) ने 87 टेस्ट और 181 वनडे खेले हैं। (फाइल)

क्रिस गेल ने सरवन से कहा तुम कोरोना वायरस से भी बुरे हो April 28, 2020 at 12:14AM

जमैकावेस्ट इंडीज के टीम के साथी रहे रामनरेश सरवन (Ramnaresh Sarwan) और (Chris Gayle) के बीच संबंधों में कड़वाहट खुलकर सामने आ गई है। गेल ने पूर्व मिडल-ऑर्डर बल्लेबाज पर खुलकर हमला बोला है। गेल ने सरवन को सांप (Sarwan Snake Gayle) तक कह दिया। गेल को इस साल कैरेबियाई प्रीमियर लीग में जमैका तालावाह्स ने अपनी टीम में नहीं रखा था और बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आरोप लगाया कि सरवन ने ही उनके और फ्रैंचाइजी के बीच दूरी पैदा की। सलामी बल्लेबाज ने दावा किया किया सरनवन फ्रैंचाइजी पर कंट्रोल करना चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने गेल को टीम से बाहर करवाया। गेल ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया उसमें उन्होंने कहा, 'सरवन, तुम फिलहाल कोरोना वायरस से भी बुरे हो।' गेल ने आगे कहा, 'तो तलावाह्स के साथ मेरा घटनाक्रम हुआ है, उसमें तुम्हारी बड़ी भूमिका है क्योंकि तुम और फ्रैंचाइजी बहुत करीब हो। मेर पिछले बर्थडे पर तुम जमैका में थे, बड़े भाषण दे रहे थे। बता रहे थे कि हमारी दोस्ती कहां तक पहुंची है।' गेल ने आगे कहा, 'सरवन तुम एक सांप हो। तुम बड़ी सजा के लायक हो। तुम बहुत अपरिपक्व हो। तुम अब भी लोगों की पीठ में छुरा घोंप रहे हो। तुम्हारा कब बदलने का इरादा है? ''यूनिवर्सल बॉस' के सामने आने और 'यो क्रिस' कहने के बारे में सोचना भी मत क्योंकि मैं तुम्हें सीधे-सीधे कह रहा हूं, अब खत्म।' गेल ने अपने पहले चार सीपीएल सीजन तलावाहस के साथ खेले और इसके बाद वह अगले दो सीजन सेंट कीट्स और नेविस प्रैट्रिओट्स के लिए खेले। वह पिछले सीजन में तलावाहस मार्क्यू प्लेयर के रूप में लौटे थे इसके बाद फ्रैंचाइजी के साथ अनबन के चलते उन्हें बाहर होना पड़ा और वह सेंट जोंस लूसिया जूकस के साथ अगले सीजन के लिए जुड़ गए।

बचपन में चोट लगने से गंवाई थी एक उंगली: पार्थिव April 28, 2020 at 12:04AM

नई दिल्ली भारत के सीनियर विकेटकीपर खिलाड़ी के बारे में यह बात कम ही लोगों को पता होगी कि उनके एक हाथ की उंगली नहीं हैं। हाल में एस इंस्टाग्राम लाइव चैट पर पार्थिव ने इस बात का खुलासा किया। उनके बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली एक दुर्घटना में कट गई थी। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने बताया, 'जब मैं सिर्फ 6 साल का था, तब मेरे बाएं हाथ की यह छोटी उंगली दरवाजे में आ गई थी और इसे काटना पड़ा।' इस चैट सेशन में पार्थिव ने बताया, '9 उंगलियों से विकेटकीपिंग करना उनके लिए कितना मुश्किल भरा था। हाथ में एक उंगली न होने के चलते विकेट कीपिंग ग्लब्स पहनने में उन्हें दिक्कत होती थी। शुरुआत में ग्लब्स की एक उंगली (ग्लब्स का फिंगर कवर) लटक जाया करती थी। बाद में उन्होंने इस टेप लगाना शुरू कर दिया, ताकि यह ग्लब्स से साथ जुड़ी रहे। लेकिन इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज को गर्व है कि उन्होंने 9 उंगलियों के बावजूद भी विकेटकीपिंग में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है।' 35 वर्षीय पार्थिव ने कहा, 'मैं नहीं जानता कि अगर मेरी सभी उंगलियां होतीं तो मैं कैसा परफॉर्म करता। लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे गर्व महसूस होता है कि मैंने 9 उंगलियों के बावजूद देश का प्रतिनिधित्व किया है।' बता दें पार्थिव पटेल ने साल 2002 में सौरभ गांगुली की कप्तानी में अपने इंटरनैशनल करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्हें 2003 वर्ल्ड कप टीम में भी चुना गया था। साल 2018 में पार्थिव ने टेस्ट क्रिकेट में एक बार फिर वापसी की थी।

लिन ने कहा, इस साल नहीं होना चाहिए टी20 विश्व कप April 27, 2020 at 11:10PM

मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज क्रिस लिन () का मानना है कि इस साल उनके देश में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार टी20 विश्व कप () का आयोजन नहीं होना चाहिए क्योंकि कोविड-19 (Covid-19) महामारी को देखते हुए मेहमान टीमों के लिए चीजों का इंतजाम करना बुरे सपने की तरह होगा। तीस साल के इस बल्लेबाज ने कहा कि प्रशासक इस संकट की भयावहता (Coronavirus Pandemic) को स्वीकार करके अच्छा काम करेंगे जिसके कारण दुनिया भर में दो लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। लिन ने ‘फॉक्स स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘मेरा निजी नजरिया है कि नहीं (टी20 विश्व कप का आयोजन नहीं होना चाहिए) (There Should be no T20 world cup this year)’। टी20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होना है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इस प्रतियोगिता के लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। लिन ने कहा, ‘बेशक हम प्रार्थना कर रहे हैं कि इसका आयोजन हो लेकिन हमें उसका सामना करना होगा जो हमारे सामने होगा।’ लिन ने इसके बाद उन चुनौतियों का जिक्र किया जिनका सामना आयोजकों को टूर्नमेंट का आयोजन करने की स्थिति में करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, ‘दुनिया भरे से यहां टीमों को बुलाना बुरे सपने की तरह हो सकता है।’ इस बल्लेबाज ने कहा, ‘होटल, यात्रा, टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले हफ्तों तक टीमों को होटल में रखना, ये चीजें काफी मुश्किल हो सकती हैं।’ इस महामारी के कारण ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के वेतन में कटौती की संभावना के बारे में पूछे जाने पर लिन ने कहा, ‘किसी को भी वेतन में कटौती पसंद नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि खेल की बेहतरी के लिए आपको वास्तविकता का सामना करना पड़ेगा।’

न्यूजीलैंड के इयन स्मिथ और सोफी डिवाइन को अवॉर्ड April 27, 2020 at 11:31PM

ऑकलैंड न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपने पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज को क्रिकेट में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मंगलवार को बर्ट सटक्लिफ पदक से सम्मानित किया। कोविड-19 महामारी के कारण पुरस्कार समारोह का ऑनलाइन आयोजन किया गया। न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की कप्तान सोफी डिवाइन और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले डेवोन कॉनवे को पुरस्कारों के पहले दिन क्रमश: महिला एवं पुरुष वर्ग में 'ड्रीम 11 सुपर स्मैश प्लेयर ऑफ द ईयर' पुरस्कार दिया गया। न्यूजीलैंड क्रिकेट अगले तीन दिन तक अन्य पुरस्कारों का वितरण करेगा। इनमें वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाना वाला सर रिचर्ड हैडली पदक भी शामिल है, जो शुक्रवार को दिया जाएगा। घरेलू स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए दी जाने वाली ट्रोफी और वर्ष के सर्वश्रेष्ठ घरेलू क्रिकेटर का पुरस्कार बुधवार को दिया जाएगा। स्मिथ को न्यूजीलैंड क्रिकेट के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने आभासी तौर पर पुरस्कार सौंपा। इस 63 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने 1980 से 1992 तक न्यूजीलैंड की तरफ से 63 टेस्ट और 98 एकदिवसीय मैच खेले थे। स्मिथ को दिया गया पुरस्कार पूर्व टेस्ट खिलाड़ी बर्ट सटक्लिफ के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने अपने देश की तरफ से 42 टेस्ट मैच खेले थे। स्मिथ से पहले यह पुरस्कार वाल्टर हैडली, मर्व वालेस, जॉन रीड, ग्राहम डाउलिंग, सर रिचर्ड हैडली और इवान चैटफील्ड हासिल कर चुके हैं। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद कॉमेंटेटर बने स्मिथ ने कहा, 'मैं आभारी हूं। इस सूची में जुड़ने से मैं भावुक हो गया हूं। मुझे अब भी सर रिचर्ड हैडली की गेंदों के सामने विकेटकीपिंग करना, मार्टिन क्रो को बल्लेबाजी करते हुए देखना याद है।' उन्होंने कहा, 'मुझे टेस्ट क्रिकेट में बिताया हर पल अच्छा लगता है। ब्रैंडन मैकुलम का तिहरा शतक हमेशा मेरे जेहन में रहेगा। लॉर्ड्स, होबार्ट में टेस्ट मैचों में जीत, रोस टेलर के 290 रन और विश्व कप फाइनल कभी नहीं भुलाए जा सकते हैं।'

ओलिंपिक समिति के प्रमुख ने कहा- कोरोना अगले साल भी खत्म नहीं हुआ तो गेम्स रद्द कर दिए जाएंगे, अभी 1 साल के लिए टाले गए हैं April 27, 2020 at 11:17PM

टोक्यो 2020 ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष योशिरो मोरी ने कहा है कि अगर अगले साल तक भी कोरोना महामारी पर काबू नहीं पाया जा सका तो इन खेलों को रद्द कर दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। इसका आयोजन अब 23 जुलाई 2021 से
होना है।

जापान के स्पोर्ट्स डेली को दिए इंटरव्यू के दौरान जब मोरी से पूछा गया कि अगर महामारी का खतरा अगले साल भी बना रहता है तो क्या खेलों को एक सालयानी 2022 तक टाला जा सकता है तो उन्होंने कहा- नहीं, अगर ऐसा होता है तो फिर गेम्स को रद्द कर दिया जाएगा।

'वायरस पर काबू पाने पर ही गेम्स संभव'

मोरी ने आगे कहा कि इससे पहले विश्व युद्ध के समय ही ओलिंपिक को रद्द किया गया था। उन्होंने कोरोनावायरस से लड़ाई को ‘एक अदृश्य दुश्मन के खिलाफ जंग’ करार दिया।उन्होंने कहा- अगर वायरस पर नियंत्रण पा लिया जाता है तो हम अगली गर्मियों में जरूर इन खेलों का आयोजन करेंगे।

जापान के मेडिकल एक्सपर्ट भी गेम्स के होने पर संदेह जता रहे

इससे पहले, जापान मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख योशिटेके योकोकुरा ने चेताया था कि अगर कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं आई तो अगले साल भी इन खेलों का आयोजन करना बहुत मुश्किल होगा।

'वायरस को कंट्रोल करन ही इकलौता विकल्प'

पिछले हफ्ते भी देश की कोरोनावायरस से निपटनेकी तैयारियों की आलोचना करने वाले कोबे यूनिवर्सिटी में संक्रामकबीमारियों के प्रोफेसर केंटारो आइवाटा ने खेलों के आयोजन पर संदेह जताया था। उन्होंने कहा था कि ईमानदारी से बताऊं तो मुझे नहीं लगता कि 2021 की जुलाई में भी गेम्स होंगे। फिलहाल, ओलिंपिक को कराने के लिए सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद हैं। पहला है कि हम जापान में वायरस को कंट्रोल करें, जबकि दूसरा यह है कि दुनियाभर में फैली महामारी पर लगाम लगाएं। हालांकि, आयोजन समिति का कहना है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी।

ओलिंपिक और पैरालिंपिक की ओपनिंग सेरेमनी एकसाथ कराने पर विचार
इस बीच, टोक्यो 2020 की आयोजन समिति खर्चों को कम करने के इरादे से ओलिंपिक और पैरालिंपिक खेलों की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी एक साथ करने पर विचार कर रही है। इस प्लान के तहत 23 जुलाई को टोक्यो ओलिंपिक के उद्धाटन समोराह के दौरान ही पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत भी होगी। वहीं, टोक्यो 2020 का समापन समारोह सितंबर में पैरालिंपिक खेलों के खत्म होने के साथ किया जाएगा। हालांकि, इसके लिए आईओसी की मंजूरी नहीं मिली है।

124 साल में पहली बार ओलिंपिक टाले गए

124 साल के इतिहास में ओलिंपिक 3 बार रद्द हुए हैं और पहली बार टाले गए हैं। पहले विश्व युद्ध के चलते बर्लिन (1916), टोक्यो (1940) और लंदन (1944) गेम्स को कैंसिल करना पड़ा था। यह पहला मौका नहीं है, जब टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक को टाला गया। 1940 में इस शहर को पहली बार इन खेलों की मेजबानी मिली थी। लेकिन, चीन से युद्ध की वजह से यह गेम्स रद्द हो गए।



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अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ और जापान सरकार ने पिछले महीने ही ओलिंपिक को जुलाई 2021 तक के लिए टाल दिया था। (फाइल)

वॉर्न को अपने इशारों पर नचाते थे तेंडुलकर: ब्रेट ली April 27, 2020 at 11:01PM

नई दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज दुनिया के महान बल्लेबाज की बैटिंग तकनीक की तारीफ की है। ली ने एक टीवी कार्यक्रम में बताया कि सचिन दिग्गज स्पिनर के सामने भी इतने मजबूत थे कि वह उन्हें मनचाही जगह शॉट लगाते थे। सचिन और वॉर्न जब खेला करते थे तब उनके बीच की जंग बहुचर्चित हुआ करती थी। अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदगबाज ब्रेट ली ने भी मान लिया है कि इस जंग में जीत लिटिल मास्टर की होती थी। ली ने कहा कि तेंडुलकर ने उनके साथी गेंदबाज को कई बार अपने इशारों पर नचाया है। तेंडुलकर ने वॉर्न के खिलाफ कई यादगार पारियां खेली हैं। उन्होंने वॉर्न के रहते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो 12 टेस्ट मैच खेले उनमें 60 से अधिक औसत से रन बनाए। इसमें 5 शतक और 5अर्धशतक भी शामिल है। वॉर्न की मौजूदगी वाले 17 वनडे में उन्होंने 58.70 की औसत और 5 शतकों की मदद से 998 रन बनाए। ब्रेट ली ने वॉर्न और तेंडुलकर के बीच मुकाबले के अलावा खुद इस स्टार बल्लेबाज का विकेट लेने की खुशी को भी बयां किया। ली ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' में कहा, 'वह (तेंडुलकर) कुछ अवसरों पर विकेट से आगे आकर वॉर्न को शॉर्ट पिच गेंद करने के लिए मजबूर करते थे। कुछ अवसरों पर वह बैकफुट पर जाकर गेंद का इंतजार करते और खूबसूरत शॉट खेलते थे।' इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'यह वॉर्न को अपने इशारों पर नचाने जैसा था। शेन वॉर्न के साथ बहुत कम बल्लेबाज ऐसा कर सकते थे क्योंकि वह बेहद प्रतिभाशाली थे। लेकिन कई अवसरों पर सचिन तेंडुलकर ऐसा करते थे।' ली ने कहा कि तेंडुलकर को आउट करने के लिए वॉर्न कई तरह के वैरीएशन भी अपनाते थे लेकिन भारतीय दिग्गज गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसका सही अनुमान लगाने में माहिर थे और ऐसे में दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले वॉर्न उनके सामने नाकाम रहे। ब्रेट ली ने कहा, 'सचिन जिस तरह गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही उसे समझ जाते थे और भिन्न तरह की गेंदों को खेलने के लिए भिन्न तकनीक का उपयोग करते थे वह लाजवाब था। वॉर्न कई बार हवा में गेंद को दिशा देने की कोशिश करते थे तो कई बार नहीं। जब भी वह गेंद में वैरीएशन लाते थे कि सचिन उसे समझ लेते थे।' उन्होंने कहा, 'वॉर्न ने दुनिया भर के अन्य बल्लेबाजों को परेशानी में डाला लेकिन सचिन अन्य बल्लेबाजों की तुलना में गेंद का सही अनुमान लगाते थे। वॉर्न को इससे नफरत थी। वह वापस आकर कहते थे कि उन्होंने सचिन को आउट करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए।' वॉर्न 12 टेस्ट मैचों में केवल 3 बार तेंडुलकर को आउट कर पाए थे। ली ने 2003 मेलबर्न में खेले गए 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट मैच का भी जिक्र किया, जब उन्होंने पहली बार तेंडुलकर का सामना किया और पहली गेंद पर ही उन्हें विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट के हाथों कैच कराया। उन्होंने कहा, 'मैं तब 22 साल का था, जब मुझे लिटिल मास्टर के खिलाफ खेलने का पहला अवसर मिला। मेरी गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर गई और मुझे लगा कि मैंने अपना काम कर दिया। मुझे टेस्ट मैच की परवाह नहीं थी क्योंकि मैं सचिन तेंडुलकर को आउट करके बहुत खुश था।'

स्वदेश लौटे RCB के डायरेक्टर माइक हेसन April 27, 2020 at 11:00PM

नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) के क्रिकेट संचालन निदेशक भारत () में एक महीने से भी अधिक समय तक फंसे रहने के बाद मंगलवार को न्यूजीलैंड लौट गए। न्यूजीलैंड (New Zealand) के पूर्व क्रिकेटर और कोच हेसन आईपीएल के नए सत्र के लिए पांच मार्च को भारत आए थे लेकिन कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन और विमान सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण वह यहीं फंसे रहे गए। हेसन ने ट्वीट किया, ‘मुंबई हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए बस में बिताए गए एक दिन के बाद क्या शानदार नजारा था। न्यूजीलैंड तक हमारी वापसी के दौरान फ्लाईएयरएनजेड के कर्मचारियों का व्यवहार बहुत अच्छा रहा।’ उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), भारत में न्यूजीलैंड के उच्चायोग (New Zealand High Commission in India), न्यूजीलैंड के विदेश मंत्रालय और न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री (Prime Minister of New Zealand) जेसिंडा आर्डर्न का भी आभार व्यक्त किया। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भारत और न्यूजीलैंड ने पिछले महीने अपने अपने देशों में लॉकडाउन (Lockdown in India) की घोषणा कर दी थी। इनमें यात्रा पाबंदियां भी शामिल थी जिससे 45 वर्षीय हेसन को बेंगलुरु में ही रुकना पड़ा था। भारत में अब भी लॉकडाउन है लेकिन न्यूजीलैंड ने मंगलवार को इसमें ढील दे दी। आईपीएल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 29 मार्च से शुरू होना था लेकिन महामारी को देखते हुए इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।

रमीज ने कहा, मैच फिक्सर्स को जेल में डालो April 27, 2020 at 10:23PM

कराचीपाकिस्तान के पूर्व कप्तान और बल्लेबाज (Ramiz Raja) ने मंगलवार को कहा कि मैच फिक्सिंग (Match Fixing) को अपराध की श्रेणी में लाकर इस समस्या से काफी हद तक निपटा जा सकता है। उन्होंने साथ ही कहा कि मैच फिक्सिंग (Match Fixing in Pakistan) को रोकने के लिए ठोस प्रयास किए जाने की जरूरत है जैसे कि इस समय कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) को रोकने के लिए किए जा रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने सोमवार को बल्लेबाज उमर अकमल (Ban on ) को तीन साल के लिए प्रतिबंधित किया क्योंकि उन्होंने भ्रष्ट संपर्क की जानकारी नहीं दी थी। इसके बाद राजा और जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर मपुमेलेलो मबांग्वा ने सोशल मीडिया पर मैच फिक्सिंग को लेकर चर्चा की। मबांग्वा ने कहा किया, ‘ऐसा लग रहा है कि इस लड़ाई को बुरे लोग जीत रहे हैं। वह (अकमल) जाना माना नाम है, क्या ऐसा नहीं है? क्या आपको लगता है कि जेल की सजा से जंग को जीता जा सकता है।’ इसके जवाब में राजा ने कहा कि मैच फिक्सिंग के सफाए के लिए खेल के सभी हितधारकों को एकजुट होना होगा। राजा ने ट्वीट किया, ‘जेल की सजा इससे निपटने के लिए उपयोगी हो सकती है पोमी (मबांग्वा), संभवत: आखिरी उपाय। यह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई की तरह है, क्रिकेट जगत को बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा: प्रशंसक, बोर्ड, हितधारक, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, आप और मैं।’ राजा ने इससे पहले अकमल के दोषी पाए जाने पर निराशा जताते हुए कहा था कि यह प्रतिभा की बर्बादी है।

अश्विन की नजर में गेल नहीं इसे बोलिंग मुश्किल April 27, 2020 at 09:16PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के चलते सारी दुनिया थमी हुई है। खेल भी नहीं हो रहे हैं। लेकिन इन सबके बावजूद (Mahendra Singh Dhoni) के अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर सवाल खत्म नहीं हो रहे। कोविड-19 (Covid-19) के चलते खिलाड़ी भी सोशल मीडिया के जरिए ही अपने फैंस से जुड़ रहे हैं। वे सोशल मीडिया पर कई मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। खिलाड़ी क्रिकेट के महान खिलाड़ियों का भी जिक्र कर रहे हैं। भारतीय स्पिनर (Ravichandran Ashwin) ने भी हाल ही में एक ऐसे ही सवाल के जवाब में बताया कि उनकी नजर में टी20 क्रिकेट में सबसे किस बल्लेबाज को गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल है। उन्होंने बताया कि उनकी नजर में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni T20 batsman) को टी20 प्रारूप में गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल है। अश्विन ने धोनी को आखिरी ओवरों का विशेषज्ञ बल्लेबाज (Dhoni the Finisher) बताया। धोनी को रनों का पीछा करने का एक्सपर्ट माना जाता है। उन्होंने भारत (Indian Cricket Team) और चेन्नै सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को कई मुश्किल मुकाबलों में जीत दिलवाई है। अश्विन लंबे समय तक चेन्नै सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और राइजिंग पुणे सुपरजायंट (Rising Pune Supergiant) मे धोनी के साथ खेला है। अश्विन ने इंस्टाग्राम लाइव के एक सेशन में बताया, 'मैं हमेशा महेंद्र सिंह धोनी को महानतम टी20 बल्लेबाजों में शामिल करता हूं, खास तौर पर पारी के अंत में।' अश्विन अब दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals in IPL) की टीम का हिस्सा हैं। इससे पहले दो साल तक वह किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) के कप्तान रहे। 33 वर्षीय इस गेंदबाज ने दोनी को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर धोनी को शानदार कप्तान करार दिया। उन्होंने कहा, 'MSD भारत के बेस्ट कप्तानों में हैं। वह आईपीएल के भी बेस्ट कप्तानों में शामिल हैं।'

अर्जेंटीना में मौजूदा फुटबॉल सीजन खत्म; 4 दिन पहले डच लीग कैंसिल हुई थी; 75 साल बाद चैम्पियन का फैसला हुए बिना टूर्नामेंट खत्म April 27, 2020 at 08:56PM

कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया में खेल गतिविधियांठप हैं। अर्जेंटीना फुटबॉल पर भी इसकी मार पड़ी है। यहां भी फुटबॉल एसोसिएशन ने 2019-20 का सीजन खत्म कर दिया है। अध्यक्ष क्लोडियो तापिया ने कहा कि हम टूर्नामेंट खत्म करने जा रहे हैं, ताकि अगले साल होने वाली कॉन्टिनेंटल चैम्पियनशिप के लिए टीमों को नॉमिनेट कर सकें। इधर, 4 दिन पहले डच लीग को भी कैंसिल किया गया था। कोरोना की वजह से यूरोप की यह पहली टॉप फुटबॉल लीग है, जिसे बीच सीजन में ही खत्म किया गया है।

1945 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब चैम्पियन टीम का फैसला हुए बगैर ही लीग खत्म हो गई।अजाक्स और एजेड अल्कमार पॉइंट टेबल में बराबरी पर हैं। इन दोनों टीमों ने अगले सीजन में चैम्पियंस लीग के लिए क्वालिफाई करने की पात्रता हासिल कर ली है।

कोपा सुपरलीग टूर्नामेंट भी पहले राउंड के बाद खत्म

अर्जेंटीनाफुटबॉल एसोसिएशन ने बताया कि मौजूदा और अगले सीजन में किसी टीम को बाहर नहीं किया जाएगा। इसका फायदा जिम्नेशिया के अलावा अन्य तीन फुटबॉल क्लबों को होगा, जिन पर लीग से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था।सीजन खत्म होने की वजह से यह तीनों क्लब टॉप डिवीजन में ही रहेंगे। इधऱ, 24 टीमों वाले कोपा सुपरलीग टूर्नामेंट को भी पहले राउंड के मुकाबलों के बाद खत्म कर दिया गया। तय शेड्यूल के मुताबिक यह टूर्नामेंट मई के अंत मेंखत्म होने वाला था।

अर्जेंटीना में 20 मार्च से लॉकडाउन है

इससे पहले, मार्च की शुरुआत में बोका जूनियर्स ने फाइनल में जिम्नेशिया को 1-0 हराकर लीग चैम्पियनशिप का खिताब जीता था।अर्जेंटीना में 20 मार्च से ही लॉकडाउन है। यहां 10 मई तक लोगों को क्वारैंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़ी पाबंदियों का पालन करना है।

ईरान में भी फुटबॉल सीजन रद्द करने का दबाव
इधर, ईरान में भी कोरोना से पैदा हुए हालात के कारण 4 फुटबॉल क्लब ने एसोसिएशन को चिठ्ठी लिखकर सीजन रद्द करने के लिए कहा है। इसमें मशीन साजी, गोल गोहार और नासाजी ईरान पेशेवर लीग (आईपीएल) को जारी रखना नहीं चाहते हैं। बाकी टीमें टूर्नामेंट जारीरखने का विचार कर रही हैं। लीग के प्रमुख सोहेल मेहदी ने कहा है कि वह जल्द ही इस बात पर फैसला लेंगे कि लीग को जारी रखा जाए या नहीं।



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अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन ने कहा कि कोरोना की वजह से मौजूदा और अगले सीजन में किसी टीम को बाहर नहीं किया जाएगा। (फाइल)