Thursday, August 19, 2021

BCCI ने घोषित किया 2021-22 का घरेलू कैलेंडर:20 सितंबर से शुरू होगा भारत का घरेलू क्रिकेट स्तर, 5 जनवरी से होगा रणजी ट्रॉफी का आगाज August 19, 2021 at 04:43PM

कोहली माफ नहीं करते, बुमराह को स्लेज करना भारी.. अपनी ही टीम पर भड़के पनेसर August 19, 2021 at 08:04AM

नई दिल्लीपूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने जसप्रीत बुमराह के साथ मैदान पर हुए बुरे व्यवहार को लेकर अपनी ही टीम इंग्लैंड की जमकर आलोचना की है। साथ ही उन्होंने कहा कि इंग्लैंड का दांव उल्टा पड़ गया। वे नहीं जानते थे कि विराट कोहली के खिलाड़ी को छेड़ने का अंजाम क्या होगा? कोहली कभी माफ नहीं करते। बता दें कि लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 151 रनों के बड़े अंतर से हराया था। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने 89 रनों की साझेदारी करते हुए मैच का पासा ही पलट दिया था। इंग्लैंड टीम के व्यवहार पर मोंटी पनेसर ने कहा- इंग्लैंड ने सोचा था कि वे भारतीय टीम को धमकाएंगे। तो सोचा चलो नंबर-11 जसप्रीत बुमराह को धमकाते हैं। लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि विराट कोहली किस तरह के चरित्र हैं। वह सब कुछ देख रहे थे और फिर भारत ने कड़ी वापसी की। वह एक ऐसा व्यक्ति हैं जो कभी माफ नहीं करता है। वह हर तरह से अपनी टीम का समर्थन करते हैं चाहे कुछ भी हो। विराट और उनकी टीम को छेड़ना भारी पड़ता हैउन्होंने आगे कहा- इंग्लैंड ने शुरुआत की लेकिन उसका उल्टा असर हुआ और सारा श्रेय विराट को जाता है। इंग्लैंड भारतीय टीम से डर गया था। 5 वें दिन जब उन्होंने ऋषभ पंत को आउट किया, तो उन्होंने सोचा कि वे शमी और बुमराह को भी सस्ते में आउट करेंगे। लेकिन इंग्लैंड के लिए सब कुछ उल्टा हो गया। आप भारत के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते। विराट और उनकी टीम छेड़छाड़ को मजबूती से वापस करते हैं। सिल्वरवुड का आइडिया था स्लेजिंग करनापनेसर ने इस पूरी मामले का श्रेय कोच सिल्वरवुड को दिया। उन्होंने कहा- मुझे यकीन है कि यह सब इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड किया धरा था। यह उनका विचार था, आइए भारत के नंबर 10 और 11 को परेशान करें, लेकिन यह सब इंग्लैंड के लिए घातक साबित हुआ। बुमराह वर्तमान में 2 टेस्ट में 12 विकेट लेकर श्रृंखला के लिए अब तक सर्वाधिक विकेट लेने वालों की सूची में सबसे आगे हैं। यूं हुई थी बुमराह को स्लेज करने की शुरुआत उल्लेखनीय है कि लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट के अंतिम दिन ऋषभ पंत को जल्दी आउट करने के बाद अंग्रेज भारतीय लोअर ऑर्डर में उतरे जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को जल्दी आउट करना चाहते थे। मार्क वुड पहले ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने स्लेजिंग की शुरुआत की। उन्होंने बुमराह के हेलमेट पर शॉर्ट-पिच वाली गेंद फेंकी। और, यहीं से मामला शुरू हो गया। बाउंसरों की बौछार करने के अलावा इंग्लैंड के क्रिकेटरों ने उनका ध्यान भटकाने के प्रयास में बुमराह और शमी को स्लेज करना शुरू कर दिया। जोस बटलर भी बुमराह के साथ शब्दों का आदान-प्रदान करने वाले क्रिकेटरों में से एक थे। लेकिन इससे भारतीय तेज जोड़ी प्रभावित नहीं हुई, क्योंकि उन्होंने नौवें विकेट के लिए 89 रनों की साझेदारी को बदलते हुए एक मैच बनाया और भारत को मेजबान टीम के लिए 272 रन का लक्ष्य निर्धारित करने में मदद की, जो इंग्लैंड को हराने के लिए काफी रहा।

AK-47 लेकर अफगान क्रिकेट बोर्ड के ऑफिस में घुसे तालिबानी, पूर्व क्रिकेटर भी साथ August 19, 2021 at 07:09AM

नई दिल्लीएक ओर जहां अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों ने दुनिया को इस बात का भरोसा दिलाया है कि तालिबानी खौफ के बीच भी खेल को नुकसान नहीं पहुंचेगा तो दूसरी ओर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे जिसका क्रिकेट से दूर-दूर तक नाता नहीं है। दरअसल, ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसे लेकर दावा किया गया है कि कुछ तालिबानी AK-47 लेकर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के ऑफिस में घुसे हैं और साथ में पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी हैं। तस्वीर एसीबी के कॉन्फ्रेंस रूम की बताई जा रही है। यह तस्वीर पिछले 25-30 वर्षों की संगीनों के साए में संवारी गई क्रिकेट को निखारने की उन तमाम कोशिशों पर पानी फेरते नजर आ रही है। तालिबानी खौफ के बीच क्रिकेट बोर्ड के सीईओ हामिद शेनवारी ने यह दावा किया था कि क्रिकेट को इससे कोई नुकसान नहीं होगा। यही नहीं, तालिबान के कब्जे के बाद उपजे हालात के बीच अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) घरेलू टी20 टूर्नामेंट शपागीजा क्रिकेट लीग का विस्तारित ढंग से 10 से 25 सितंबर तक यहां काबुल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजन करने की तैयारी में है। इस लीग में दो और टीमों को शामिल करने के साथ ही फ्रैंचाइजों की कुल संख्या आठ हो गई है। यह इस लीग का आठवां संस्करण होगा। काबुल में एसीबी के मुख्य कार्यालय में आयोजित एक समारोह में गुरुवार को सभी आठ फ्रैंचाइजी के स्वामित्व अधिकार बेचे गए। इन आठ फ्रैंचाइजों में हिंदुकुश स्टारर्स, पामिर जालमियां, स्पीनघर टाइगर्स, काबुल इगल्स, एमो शॉर्क्स, बोस्ट डिफेंडर्स, बंद-ए अमिर ड्रेगंस, मिस ए एइनाक नाइट्स हैं। हिंदुकुश स्टार्स और पामिर अलियान नई फ्रैंचाइजी हैं। एसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हामिद ने बयान जारी कर कहा, ‘इस बार एससीएल दर्शकों और प्रशंसकों को एक नया अनुभव प्रदान करेगा। यह खिलाड़ियों के लिए आर्थिक रूप से भी बहुत अच्छा होगा।’

देश को पीटी ऊषा देने वाले मशहूर कोच नहीं रहे, इसी साल मिला था पदमश्री सम्मान August 19, 2021 at 05:24AM

कोझिकोडभारत को पीटी ऊषा जैसी सर्वश्रेष्ठ ट्रैक एवं फील्ड स्टार देने वाले प्रसिद्ध कोच ओ एम नांबियार का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण गुरुवार को निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। नांबियार के परिवार में उनकी पत्नी लीला, तीन पुत्र और एक पुत्री है। उन्होंने कोझिकोडा जिले वडाकरा स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। सबसे पहले द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करने वाले प्रशिक्षकों में से एक और इस साल पदमश्री पुरस्कार पाने वाले नांबियार को लगभग एक सप्ताह पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद हालांकि उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। नांबियार पर्किन्सन की बीमारी से पीड़ित थे। ऊषा ने बताया कि उन्हें 10 दिन पहले दिल का दौरा पड़ा था। उन्होंने इसे निजी क्षति करार दिया। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत बड़ी क्षति है। वह मेरे लिए पिता समान थे और यदि वह नहीं होते तो मैं इतनी उपलब्धियां हासिल नहीं कर पाती। नीरज चोपड़ा के ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद मैं पिछले सप्ताह ही उनसे मिली थी। मैं क्या बोल रही हूं वह समझ रहे थे लेकिन वह बात नहीं कर पा रहे थे।’ पूर्व वायु सैनिक नांबियार ने कोच के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान ऊषा सहित कई अंतरराष्ट्रीय एथलीट तैयार किए। ऊषा लॉस एंजिल्स ओलिंपिक 1984 में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गयी थीं। ऊषा ने बाद में भी अपने कोच से करीबी संपर्क रखा था और वह पिछले सप्ताह ही उन्हें यह बताने के लिए गयी थी भाला फेंक के एथलीट चोपड़ा ने तोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीता है। ऊषा के अलावा उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले जिन एथलीटों को तैयार किया उनमें शाइनी विल्सन (चार बार की ओलंपियन और 800 मीटर में 1985 की एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता) और वंदना राव प्रमुख हैं। नांबियार का जन्म 1932 में कन्नूर में हुआ था। बाद में वह वायुसेना से जुड़ गए थे जिसमें उन्होंने 15 वर्ष तक सेवा की। वह 1970 में सार्जेंट के पद से सेवानिवृत हुए थे। उन्होंने राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला से कोचिंग में डिप्लोमा लिया और सेना के एथलीटों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। पदम श्री के लिए चुने जाने पर नांबियार ने कोझिकोड में अपने आवास पर कहा था, ‘यह पुरस्कार पाकर मैं खुश हूं हालांकि यह मुझे काफी पहले मिल जाना चाहिए था लेकिन मैं तब भी खुश हूं। कभी नहीं से देर भली।’ ऊषा को 1985 में पदम श्री से सम्मानित किया गया था जबकि नांबियार को उस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला था। उन्हें देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने के लिए अगले 36 वर्षों तक इंतजार करना पड़ा। उन्होंने कहा था कि जब ऊषा लॉस एंजिल्स में पदक से चूक गयी थी तो वह लगातार रोते रहे। नांबियार ने 1968 में कोचिंग का डिप्लोमा लिया था और वह 1971 में केरल खेल परिषद से जुड़े थे। ऊषा ने 1977 में एक चयन ट्रायल में दौड़ जीती थी जिसके बाद नांबियार ने उन्हें प्रशिक्षित किया था।

तालिबान का ऐसा खौफ... अफगानी नैशनल फुटबॉलर काबुल एयरपोर्ट पर प्लेन से गिरा August 19, 2021 at 05:08AM

नई दिल्लीअफगानिस्तानी नागरिक तालिबान के खौफ के बीच में जिदंगी जीने को मजबूर है। वहां कब किसके साथ क्या हो जाए इसकी कोई गारंटी नहीं। यही वजह है लोग विमानों के ऊपर लदकर सुरक्षित स्थान पर जाने की गलती कर बैठ रहे हैं। कई लोग इस कोशिश में मारे भी गए हैं। इसमें एक नाम नैशनल फुटबॉलर का भी सामने आ रहा है। अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम के फुटबॉलर जकी अनवारी की सोमवार को काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिकी विमान से गिरने से मौत हो गई। अफगान समाचार एजेंसी एरियाना ने गुरुवार को कहा- रविवार को तालिबान विद्रोहियों के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान से भागने की कोशिश करने वाले लोगों की भीड़ हवाईअड्डे पर उमड़ पड़ी है। कई लोगों को रनवे पर चलते विमान में चढ़ने की कोशिश करते देखा गया। एरियाना ने कहा कि जकी अनवारी यूएसएएफ बोइंग सी-17 से गिरे थे और मौत की पुष्टि खेल महानिदेशालय ने की है। उल्लेखनीय है कि तालिबान की अफगानिस्तान में पूर्ण कब्जे के बाद अब सरकार बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस्लामिक अमीरात के नाम पर सरकार बनाने वाला तालिबान शरिया कानून को लागू करने वाला है।

करोड़ों में बिक रहे मेसी के आंसू, जिस टिशू पेपर से आंखें पोछी थी उसकी नीलामी August 19, 2021 at 04:21AM

नई दिल्ली लियोनेल मेसी की गिनती दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ियों में होती है। अब उनकी आंसू की एक-एक बूंद भी बेशकीमती हो चली है, तभी तो उस टिशू पेपर की कीमत करोड़ों में पहुंच गई जिसे मेसी ने इस्तेमाल किया था। टिशू बेचने वासे शख्स का दावा है कि मेसी का जेनेटिक भी इस टिशू में शामिल है, जिससे लोगों को फुटबॉल खिलाड़ी का क्लोन बनाने में मदद मिलेगी। क्या है पूरा मामला मेसी ने जब से होश संभाला वह स्पेनिश क्लब बार्सिलोना का हिस्सा थे। 34 साल के इस अर्जेंटीना फुटबॉलर ने जीवन के 21 साल बार्सिलोना में गुजारने के बाद बीते दिनों उसे अलविदा कह दिया। यह लम्हा उनके लिए बेहद भावुक था। मीडिया से बात करते हुए वह रो पड़े। आंखों से आंसू छलकने लगे। इस दौरान उनकी पार्टनर एंटोनेला वहीं थीं। नम आंखों को पोछने के लिए उन्होंने मेसी को एक टिशू पेपर दिया था, जो अब तकरीबन 7.43 करोड़ रुपए में बिक रहा है। ऑनलाइन मिल रहा टिशू दरअसल, एक अज्ञात व्यक्ति ने दावा किया है कि उसने मेसी द्वारा इस्तेमाल किए गए टिशू को इकट्ठा कर लिया है और इन टिशू के लिए महंगे दर पर बिक्री के लिए एक ऑनलाइन विज्ञापन भी दिया है। अर्जेंटीना के मीडिया आउटलेट 'मिशनेस ऑनलाइन' की रिपोर्ट के अनुसार एक लोकप्रिय वेबसाइट 'मरकाडो लिब्रे' पूरे मामले से जुड़ा हुआ है। एक ऑनलाइन प्रोडक्ट कंपनी ने मेसी के उस टिशू को बारीकी से प्लास्टिक के पैकेट में बंद किया गया था, साथ ही भावुक मेसी की तस्वीर भी लगाई है। पेरिस में घर की तलाश में मेसी लियोनल मेसी ने पेरिस सेंट जर्मेन (PSG) फुटबॉल क्लब से लगभग 35 मिलियन यूरो (लगभग तीन अरब रुपये) का करार किया है, जो नेमार (37 मिलियन यूरो यानि लगभग तीन अरब 22 करोड़ रुपये) से कम है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मेसी, उनकी पत्नी और तीन बच्चे पेरिस के जिस ले रॉयल मोनसेउ होटल में ठहरे हैं वहां एक रात की कीमत 20 हजार यूरो यानी 17. 5 लाख रुपये है।

पंत के हाथ से जाएगी दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी? फिट श्रेयस अय्यर दुबई पहुंचे August 19, 2021 at 04:34AM

नई दिल्लीभारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर 19 सितंबर से शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग के दूसरे चरण के मैचों के लिए अभ्यास करने के लिए शनिवार को दुबई पहुंचे गए हैं। वह जल्दी ही प्रैक्टिस भी शुरू करेंगे, जबकि दिल्ली कैपिटल्स के अन्य कई खिलाड़ी शनिवार यानी 20 अगस्त को दुबई के लिए रवाना होंगे। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि उनकी वापसी पर टीम की कप्तान ऋषभ पंत ही करेंगे या श्रेयस अय्यर को उनकी पुरानी भूमिका मिलेगी। अय्यर की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 2020 सत्र में इस लीग के फाइनल में पहुंची थी। वह चोटिल होने के बाद पांच महीने का रिहैबिलिटेशन पूरा करने के बाद खेल में वापसी कर रहे हैं। इस साल मार्च में पुणे में एकदिवसीय मैच के दौरान मैदान पर चोटिल होने के बाद आठ अप्रैल को उनके कंधे की सर्जरी हुई थी। दिल्ली कैपिटल्स से जुड़े एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई से बताया था- जी हां, श्रेयस पहले ही दुबई पहुंच चुके हैं और क्वॉरंटीन प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद ट्रेनिंग शुरू करेंगे। अय्यर अपने बचपन के कोच प्रवीण आमरे के साथ वहां गए हैं जो अभ्यास में उनकी मदद करेंगे। वह दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाली कोच भी है। सूत्र ने कहा, ‘श्रेयस की मदद करने के लिए प्रवीण भी उनके साथ गये है और जब टीम और नेट गेंदबाज उपलब्ध नहीं हैं तब तक वह उनकी मदद करेंगे। बीसीसीआई के नियमों के तहत कोई बाहरी नेट गेंदबाज अभ्यास में भाग नहीं ले सकता, ऐसे में उम्मीद है कि प्रवीण थ्रोडाउन के जरिए श्रेयस की मदद करेंगे।’ अय्यर की कप्तानी में पिछले सत्र में टीम आईपीएल के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत ने आईपीएल 2021 के भारत में हुए मैचों में टीम की कप्तानी की थी। पंत के रहते टीम ने 8 मैचों में से 6 में जीत दर्ज की है और पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है।

विराट कोहली को यूं ही नहीं कहते रन मशीन, आंकड़ों में देखें उनका दमदार करियर August 19, 2021 at 03:35AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 13 साल पूरे हो गए हैं और अब वह 14 वें साल में प्रवेश कर गए हैं। इन 13 वर्षों के दौरान, 32 वर्षीय कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक और आगे आकर नेतृत्व करने वाले कप्तान बन गए हैं। इस हफ्ते इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट में जीत ने साबित कर दिया कि कोहली, जिनकी कप्तानी हाल ही में सवालों के घेरे में थी, फिलहाल अपने नेतृत्व की स्थिति में सुरक्षित हैं। अब उनके सामने एक बड़ी चुनौती है। काफी समय से कोहली ने शतक नहीं लगाया है। तेंडुलकर के नाम 49 एकदिवसीय शतक हैं, जबकि कोहली के नाम प्रारूप में 43 शतक हैं। 2019 में कोहली ने पांच शतक लगाया था और 2020 की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि वह एक साल के भीतर तेंडुलकर के रेकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। उन्होंने साल की शुरुआत दो अर्धशतकों से की। उन्होंने अगले डेढ़ साल में पांच और अर्धशतक बनाए, लेकिन एक भी शतक नहीं बना सके। जनवरी 2020 के बाद से, वह 12 एकदिवसीय, 15 टी20 और 10 टेस्ट खेल चुके हैं लेकिन इनमें एक भी शतक दर्ज नहीं है आखिरी बार उन्होंने नवंबर 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट शतक लगाया था। कोहली के 254 वनडे मैचों में 12,169 रन हैं और वह तेंडुलकर (18,246), कुमार संगकारा (14,234), रिकी पॉन्टिंग (13,704), सनथ जयसूर्या (13,430) और महेला जयवर्धने (12,650) के बाद शीर्ष रन बनाने वालों की सूची में छठे स्थान पर हैं। कोहली, जिन्होंने 2008 में श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में वनडे मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, के भी 94 टेस्ट में 27 शतकों के साथ 7,609 रन हैं और इस लिहाज से सबसे अधिक रन बनाने वालों की सूची में वह 36वें स्थान पर हैं। हालांकि यह संभावना नहीं है कि वह तेंडुलकर के 15,921 रन और 51 टेस्ट शतक के रेकॉर्ड को पार कर जाएंगे लेकिन वह सचिन के वनडे शतकों के आंकड़े को जरूर पार कर सकते हैं। हालांकि यह सब उनकी फिटनेस और रनों की भूख और बड़े स्कोर पर निर्भर करता है।

World T20: छुपा रुस्तम बन सकता है अफगानिस्तान, गंभीर ने ग्रुप ऑफ डेथ पर भी बताया August 19, 2021 at 12:58AM

नई दिल्लीभारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि भारत टी-20 विश्व कप में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की तुलना में अधिक मजबूत टीम के रूप में शुरुआत करेगा जबकि राशिद खान की अगुवाई वाली अफगानिस्तान की टीम उलटफेर कर सकती है। भारत और पाकिस्तान 24 अक्टूबर को दुबई स्टेडियम में अपने लीग अभियान की शुरुआत करेंगे। टी-20 विश्व कप 2007 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 75 रन की यादगार पारी खेलने वाले गंभीर ने कहा कि भारत के पड़ोसी देश पर बहुत अधिक दबाव रहेगा। गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘पाकिस्तानी टीम से भी बहुत अधिक अपेक्षाएं की जाएंगी और यदि आप अभी की स्थिति पर गौर करो तो भारत पाकिस्तान की तुलना में बेहद मजबूत है। टी-20 प्रारूप ऐसा है जिसमें कोई भी टीम किसी टीम को हरा सकती है क्योंकि यह काफी हद व्यक्तिगत प्रदर्शन वाला प्रारूप है और हम किसी टीम को कमजोर नहीं आंक सकते हैं।’ गंभीर ने कहा, ‘उदाहरण के लिए आप अफगानिस्तान को कम करके नहीं आंक सकते। राशिद खान जैसे खिलाड़ी उलटफेर करवा सकते हैं। यह बात पाकिस्तान पर भी लागू होती है लेकिन हां दबाव पाकिस्तान पर होगा। अफगानिस्तान के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते हैं जिससे वह प्रतिस्पर्धी टीम बनगई है और वह कुछ उलटफेर कर सकती है।' गंभीर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इस टूर्नामेंट में यदि कोई एक टीम छुपे रूस्तम के रूप में भाग लेगी तो वह अफगानिस्तान है। इसके अलावा उसके पास राशिद खान, मुजीब (उर रहमान) और मोहम्मद नबी जैसे खिलाड़ी हैं। आप उसके इन खिलाड़ियों को हल्के से नहीं ले सकते हो।’ ग्रुप एक में ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें हैं और गंभीर ने उसे ‘मौत का ग्रुप’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘यह असल में वास्तविक ग्रुप है। ये चारों टीम 23 अक्टूबर को मैदान पर उतरेंगी। शनिवार का वह दिन बेहद रोमांचक होगा।’

पांच माह के भीतर घर से उठी दो अर्थियां, डेब्यू से पहले चेतन सकारिया के आंखों के सामने पूरी जिंदगी घूम गई August 19, 2021 at 12:43AM

भावनगर श्रीलंका दौरे पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने के दौरान युवा तेज गेंदबाज चेतन सकारिया की पूरी जिंदगी मानो उनकी आंखों के सामने घूम गई थी। 23 वर्ष के सकारिया ने आईपीएल में प्रभावित करने के बाद भारतीय टीम में जगह बनाई थी। श्रीलंका में दो टी-20 और एक वनडे खेलकर उन्होंने तीन विकेट लिए। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पहली गेंद डालने की तैयारी कर रहा था तो रन अप लेने से पहले मेरे पास कुछ पल थे। उस क्षण मेरे जीवन में घटी हर घटना फ्लैशबैक में चल रही थी। अच्छी, बुरी, कुर्बानियां, सहयोग, आलोचना। सब कुछ। यह जज्बाती पल था, लेकिन मुझे इससे अच्छा प्रदर्शन करने की काफी प्रेरणा मिली।’ सकारिया के पिता का मई में कोरोना महामारी के कारण निधन हो गया था। आईपीएल नीलामी में रॉयल्स द्वारा एक करोड़ 20 लाख रूपये में खरीदे गए सकारिया ने सात मैचों में सात विकेट लिए। उन्होंने कहा, ‘भारत के लिए खेलना सपना सच होने जैसा था। जब मैंने सबसे पहले इसके बारे में सुना तो कई विचार मेरे दिमाग में चल रहे थे। मुझे विश्वास ही नहीं हुआ। मैने खुद को चिकोटी काटी कि क्या यह सही है। मैने खेलने के बारे में नहीं सोचा था। मेरे लिए तो ड्रेसिंग रूम में रहना ही बहुत बड़ी बात थी।’ श्रीलंका दौरे पर भारत के कोच रहे राहुल द्रविड़ से पहली बातचीत के बारे में सकारिया ने कहा, ‘मैं स्तब्ध था और मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि यह वही है, उन्होंने मुझे मेरे परिवार, अनुभव के बारे में और सौराष्ट्र क्रिकेट के बारे में पूछा, उन्होंने बताया कि आईपीएल में उन्होंने मेरा प्रदर्शन देखा और उन्हें पसंद आया। मुझे बहुत अच्छा लगा कि उनके जैसा लीजैंड मुझे जानता है।’

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर तालिबान का कब्जा:पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर अब्दुल्ला मजारी तालिबानियों को लेकर पहुंचा दफ्तर, बोर्ड जारी कर रहा हालात सामान्य होने के मैसेज August 19, 2021 at 03:10AM

पांच माह के भीतर घर से उठी दो अर्थियां, डेब्यू से पहले चेतन सकारिया के आंखों के सामने पूरी जिंदगी घूम गई August 19, 2021 at 12:43AM

भावनगर श्रीलंका दौरे पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने के दौरान युवा तेज गेंदबाज चेतन सकारिया की पूरी जिंदगी मानो उनकी आंखों के सामने घूम गई थी। 23 वर्ष के सकारिया ने आईपीएल में प्रभावित करने के बाद भारतीय टीम में जगह बनाई थी। श्रीलंका में दो टी-20 और एक वनडे खेलकर उन्होंने तीन विकेट लिए। उन्होंने कहा, ‘जब मैं पहली गेंद डालने की तैयारी कर रहा था तो रन अप लेने से पहले मेरे पास कुछ पल थे। उस क्षण मेरे जीवन में घटी हर घटना फ्लैशबैक में चल रही थी। अच्छी, बुरी, कुर्बानियां, सहयोग, आलोचना। सब कुछ। यह जज्बाती पल था, लेकिन मुझे इससे अच्छा प्रदर्शन करने की काफी प्रेरणा मिली।’ सकारिया के पिता का मई में कोरोना महामारी के कारण निधन हो गया था। आईपीएल नीलामी में रॉयल्स द्वारा एक करोड़ 20 लाख रूपये में खरीदे गए सकारिया ने सात मैचों में सात विकेट लिए। उन्होंने कहा, ‘भारत के लिए खेलना सपना सच होने जैसा था। जब मैंने सबसे पहले इसके बारे में सुना तो कई विचार मेरे दिमाग में चल रहे थे। मुझे विश्वास ही नहीं हुआ। मैने खुद को चिकोटी काटी कि क्या यह सही है। मैने खेलने के बारे में नहीं सोचा था। मेरे लिए तो ड्रेसिंग रूम में रहना ही बहुत बड़ी बात थी।’ श्रीलंका दौरे पर भारत के कोच रहे राहुल द्रविड़ से पहली बातचीत के बारे में सकारिया ने कहा, ‘मैं स्तब्ध था और मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि यह वही है, उन्होंने मुझे मेरे परिवार, अनुभव के बारे में और सौराष्ट्र क्रिकेट के बारे में पूछा, उन्होंने बताया कि आईपीएल में उन्होंने मेरा प्रदर्शन देखा और उन्हें पसंद आया। मुझे बहुत अच्छा लगा कि उनके जैसा लीजैंड मुझे जानता है।’

पाक कप्तान बाबर आजम की नहीं सुन रहे सिलेक्टर, इस खिलाड़ी पर 'भिड़ंत' August 19, 2021 at 02:57AM

नई दिल्लीकप्तान किसी भी टीम का बॉस माना जाता है। कई बार वह टीम की बेहतरी के लिए अपनी चॉइस भी बताता है। हालांकि, सिलेक्टर्स उसकी बात से सहमत हों, कई बार ऐसा संभव नहीं होता है। कुछ ऐसा ही हो रहा है पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम और चीफ सिलेक्टर मोहम्मद वसीम के बीच। बाबर आजम ने टी-20 इंटरनैशनल टीम में सीनियर ऑलराउंडर शोएब मलिक को लेने की सिफारिश की है, जिसे वसीम ने ठुकरा दिया है। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, टी-20 वर्ल्ड कप के होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं, जबकि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के मध्यक्रम की कमजोरी बनी हुई है। कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे खिलाड़ी टॉप ऑर्डर में लगातार रन बना रहे हैं तो मिडल ऑर्डर हार में बड़ी वजह बना रहा है। ऐसे में आजम कथित तौर पर अनुभवी ऑलराउंडर शोएब मलिक को T20I टीम में चाहते हैं, लेकिन मुख्य चयनकर्ता मोहम्मद वसीम की राय समान नहीं है। कई बार कर चुके हैं सिफारिशमलिक ने आखिरी बार सितंबर 2020 में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि, दाएं हाथ का बल्लेबाज हाल ही में प्रभावशाली फॉर्म में रहा है। इसलिए आजम को लगता है कि उनकी वापसी से पाकिस्तान का मध्यक्रम संकट हल हो जाएगा। बाबर ने वसीम को कई बार मलिक को T20I टीम में शामिल करने के लिए कहा है, लेकिन मुख्य चयनकर्ता सीनियर ऑलराउंडर को शामिल करने के पक्ष में नहीं है। इसलिए वसीम ने किया इनकारमलिक के 39 वर्ष के होने के कारण, मोहम्मद वसीम का मानना है कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान टी 20 टीम में फिट नहीं होंगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि मलिक राष्ट्रीय टीम में वापसी करते हैं या नहीं। बेजोड़ फॉर्म में हैं शोएब मलिकबता दें कि शोएब ने पाकिस्तान सुपर लीग 2021 में पेशावर जालमी के लिए खेलते हुए 13 मैचों में 354 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 150 था। उन्होंने हाल ही में समाप्त हुई कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। मलिक ने सात पारियों में 240 रन बनाए। इसलिए आजम के पास मलिक को चीजों की योजना में वापस लाने के सभी कारण हैं। हालांकि, उन्हें मुख्य चयनकर्ता से भी हरी झंडी मिलने की जरूरत है। इस बीच, टी 20 विश्व कप का सातवां संस्करण 17 अक्टूबर से शुरू होगा। यूएई और ओमान में पिच पाकिस्तान की पिचों के समान होने के कारण पाकिस्तान खुद को खिताबी दौड़ में देख रहा है। हालांकि, टीम का हालिया प्रदर्शन बहुत खास नहीं रहा है। उन्हें जुलाई में इंग्लैंड टीम (जूनियर टीम) से एकतरफा हार मिली थी।

वह मजे के लिए बरसाता है रन... जानें रिकी पॉन्टिंग किसकी तारीफ में पढ़ रहे कसीदे August 19, 2021 at 02:13AM

नई दिल्लीआरोन फिंच ओमान और यूएई में होने वाले टी 20 विश्व कप में एक मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम का नेतृत्व करेंगे। गुरुवार को घोषित टीम में सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर और पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ की वापसी हुई है। स्मिथ जहां अभी-अभी कोहनी की चोट से उबरे हैं जबकि कप्तान फिंच ने हाल ही में घुटने की सर्जरी कराई थी। अब वह पूरी तरह ठीक हैं। इन सभी के अलावा एक नया नाम जोश इंग्लिस भी शामिल हैं। अनकैप्ड इंग्लिस के पास इंटरनैशनल लेवल पर एक भी मैच का अनुभव नहीं है, लेकिन चीफ सिलेक्टर जॉर्ज बैली और पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने उनकी तारीक में कसीदे पढ़े हैं। इन दोनों का मानना है कि इंग्लिस के आने से ठीम बैलेंस और आक्रामक हुई है। अनकैप्ड विकेटकीपर बल्लेबाज जोश इंग्लिस को सीनियर खिलाड़ी मैथ्यू वेड के बैकअप के तौर पर 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है। पॉन्टिंग इस बात से खुश हैं कि टी 20 विश्व कप के लिए इंग्लिस को ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह दी गई है। पॉन्टिंग ने ट्वीट कर कहा, ‘इंग्लिस को अवसर मिलते देखना सुखद है। वह मजे के लिए स्कोर करते हैं और अगर उन्हें लिया गया है तो यह बेहतरीन है। ओवरऑल यह अच्छी टीम है और मेरे ख्याल से टी20 विश्व कप जीतने में सक्षम है।’ टी20 विश्व कप के लिए कप्तान आरोन फिंच, स्टीवन स्मिथ, डेविड वॉर्नर, पैट कमिंस और ग्लेन मैक्सवेल की टीम में वापसी हुई है। मैक्सवेल एडम जम्पा, एश्टन एगर और मिशेल स्वीपसन के साथ टीम के स्पिन गेंदबाजी का भी विकल्प होंगे। ऑस्ट्रेलिया टी20 विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत सुपर-12 स्टेज में 23 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के साथ मुकाबले से करेगा। ऑस्ट्रेलिया की टीम गत विजेता वेस्टइंडीज, 2010 की चैंपियन इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और पहले राउंड से क्वॉलिफाइ करने वाली दो अन्य टीमों के साथ ग्रुप-1 में है। टीम आरोन फिंच (कप्तान), एश्टन एगर, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, जोश इंग्लिस, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल मार्श, मार्कस स्टॉयनिस, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर, एडम जंपा

पाकिस्तान के क्रिकेट स्टेडियम में खेती:पंजाब प्रांत का खानेवाल स्टेडियम खेत में बदला, यहां उगाए जा रहे हरी मिर्च और कद्दू August 19, 2021 at 02:39AM

मानवता की मिसाल:नवजात की हार्ट सर्जरी के लिए पोलैंड की मारिया ने नीलाम किया अपना ओलिंपिक सिल्वर मेडल, करीब 92 लाख रुपए जुटाए August 19, 2021 at 02:30AM

बोली में मेडल खरीदने वाली सुपर मार्केट चेन ने मेडल वापस मारिया को 'संभालने' के लिए सौंपा

मुश्किल में IPL की सभी फ्रेंचाइजी:कल समाप्त हो रही है प्लेयर्स लिस्ट सौंपने की डेडलाइन, अभी तक कई विदेशी सितारों की मौजूदगी तय नहीं August 19, 2021 at 02:02AM

कौन है यह तूफानी बल्लेबाज? जिसे बिना इंटरनैशनल मैच खेले मिला T20 वर्ल्ड कप का टिकट August 19, 2021 at 01:23AM

नई दिल्लीक्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भारत की मेजबानी में होने वाले T20 वर्ल्ड कप के लिए गुरुवार को टीम का ऐलान किया है। टीम में पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और पूर्व उपकप्तान डेविड वॉर्नर की वापसी हुई है तो एक ऐसा नाम भी सामने आया है, जिसे बिना किसी इंटरनैशनल मैच खेले ही टी-20 वर्ल्ड कप का टिकट मिल गया। यह नाम है जोश इंग्लिस। जोश को ऑस्ट्रेलिया में बड़ा नाम बन चुके एलेक्स कैरी पर तरजीह दी गई है। जोश इंग्लिस की हो रही सबसे अधिक चर्चाटीम का ऐलान होने के बाद सबसे अधिक चर्चा इसी नाम की हो रही है। लोग हैरान हैं तो टीम के चीफ सिलेक्टर और पूर्व कप्तान जॉर्ज बैली ने अपने चुनाव को सही ठहराते हुए दलील पेश की है। उनका कहना है कि अनकैप्ड जोश के आने से टीम और भी मजबूत होगी। उन्होंने पिछले कुछ समय से जबरदस्त क्रिकेट खेली है। उम्मीद है आने वाले समय में और भी कुछ अच्छी पारियों देखने को मिलेंगी। T20 लीग में मनवाया तूफानी बैटिंग का लोहाअगर आपके मन में सवाल है कि आखिर ऐसा कैसे हुआ? तो बता दें कि इंग्लैंड के लीड्स में जन्म लेने वाले जोश इंग्लिस टी-20 में विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर अपनी साख बना चुके हैं। उन्होंने बिगबैश लीग (BBL), द हंड्रेड (The Hundred) और वाइटेलिटी टी20 ब्लास्ट () में अपनी बैटिंग का लोहा मनवाया है। ब्लास्ट में दिखाया दम, जड़ डाले दो शतकइंग्लिस बिग बैश लीग में पर्थ स्कॉचर्स की ओर से खेलते हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 41 मैचों की 37 पारियों में 29.41 की औसत से 941 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके नाम 8 अर्धशतक हैं, जबकि सर्वश्रेष्ठ स्कोर 73 रन है। ओवरऑल T20 की बात करें तो उन्होंने 63 मैचों में 32.90 की औसत और 151.61 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट से 1645 रन बनाए हैं। उनके नाम दो सेंचुरी और 11 हाफसेंचुरी है। उन्होंने दोनों सेंचुरी इंग्लैंड में हुए 2021 टी20 ब्लास्ट टूर्नामेंट में ठोके लीसेस्टरशर के लिए ठोके हैं। तूफानी शॉट्स हैं सबसे बड़ी खासियतइस 26 वर्षीय विस्फोटक क्रिकेटर की सबसे बड़ी ताकत तूफानी शॉट्स हैं। यह दाएं हाथ का बल्लेबाज अपने दम पर मैच का रुख पलटने में सक्षम है। इन्हीं खूबियों उने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लिए बिना इंटरनैशनल क्रिकेट खेले भी टी-20 वर्ल्ड कप टीम में मौका दिलाया है। टीम में वह बैकअप विकेटकीपर के रूप में शामिल हुए हैं, लेकिन अगर उन्हें पहले ही मैच में प्लेइंग इलेवन में मौका मिल जाए तो हैरानी नहीं होगी। टीमआरोन फिंच (कप्तान), एश्टन एगर, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, जोश इंग्लिस, मिशेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिशेल मार्श, मार्कस स्टॉयनिस, मिशेल स्वेपसन, मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर, एडम जंपा

लॉर्ड्स टेस्ट के बाद एंजॉय कर रहे विरुष्का:लंदन के एक रेस्टोरेंट में विराट और अनुष्का ने शाकाहारी खाने का मजा लिया, तस्वीर भी शेयर की August 19, 2021 at 01:49AM

भारतीय खिलाड़ियों पर गंभीर आरोप, ड्रेसिंग रूम जाते वक्त रोका था रॉबिन्सन का रास्ता August 19, 2021 at 12:06AM

लंदन लॉर्ड्स स्टेडियम में इस सप्ताह समाप्त हुए दूसरे टेस्ट के दौरान भारतीय और अंग्रेजी क्रिकेटरों के बीच तनाव केवल पिच तक ही सीमित नहीं रहा। यह मैदान की सीमा से बाहर भी फैल गया। अंग्रेजी मीडिया में यह सामने आया है कि बेंच के कुछ भारतीय खिलाड़ी, जो मैदान से अपने ड्रेसिंग रूम में लौट रहे थे, उन्होंने तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन को रास्ता देने से इनकार कर दिया, जो पांचवें और अंतिम दिन सोमवार को इंग्लैंड के 90/7 पर सिमट जाने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए जा रहे थे। एक रिपोर्ट में गार्जियन अखबार ने कहा, 'रॉबिन्सन जब पवेलियन की सीढ़िया उतर रहे थे तब ट्रैकसूट में भारत के कुछ खिलाड़ी मैदान पर ड्रिंक्स देकर लौट रहे थे। रॉबिन्सन रुक जाते हैं और उनके एक तरफ हटने का इंतजार करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 'भारतीय खिलाड़ी एक तरफ कदम नहीं रखते हैं। रॉबिन्सन इंतजार करते हैं। वे प्रतीक्षा करते हैं। आखिरकार वे अजीब तरह से एक-दूसरे को रगड़ते हैं। पूरी घटना मुश्किल से कुछ सेकंड तक चलती है।' इस महीने की शुरुआत में नॉटिंघम में पहला टेस्ट मैच पूरा होने के बाद लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट के दौरान दोनों ही टीम के बीच टेंशन बढ़ गई थी। जब भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन पर शॉर्ट डिलिवरी से हमला किया। इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ गए। भारतीय कप्तान विराट कोहली और एंडरसन के बीच जुबानी जंग में मतभेद चरम पर पहुंच गया था।

बदजुबान एंडरसन: भारतीय खिलाड़ियों को देते हैं गाली, जडेजा संग की थी धक्का-मुक्की August 18, 2021 at 10:50PM

लंदन जेम्स एंडरसन की गिनती मॉर्डन क्रिकेट के महानमत पेसर्स में होती है। इस बॉलर ने अपने करियर में सबसे ज्यादा विकेट भारत के ही खिलाफ लिए। अपनी सरजमीं पर दो बार मैन ऑफ द सीरीज बना। 2012 नागपुर टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता। इंग्लैंड ने वह सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। तब कप्तान रहे धोनी ने यही कहा था कि हम इंग्लैंड नहीं एंडरसन से हारे। इन सब के अलावा भारतीयों के साथ एंडरसन का 36 का आंकड़ा भी रहा है। कई मौकों पर वह बदजुबानी करते नजर आए। इसी का एक नजारा लॉर्ड्स टेस्ट में भी देखना को मिला है। 2014 में जडेजा से विवादट्रेंटब्रिज टेस्ट में दूसरे दिन का खेल जारी था, जब जेम्स एंडरसन का सामना रविंद्र जडेजा से हो गया। लंच के बाद ड्रेसिंग रूम की ओर जाते हुए कहासुनी हुई। भारतीय टीम मैनेजमेंट ने आरोप लगाया था कि एंडरसन ने न सिर्फ गालियां दीं बल्कि जडेजा को धक्का भी दे दिया। आईसीसी से उनकी शिकायत भी हुई। लेवल 3 के तहत दोषी पाए जाने के बाद कम से कम दो मैच के लिए सस्पेंड हो जाते, लेकिन इंग्लिश टीम ने काउंटर करते हुए सारी गलती जडेजा की बता दी। इस घटना ने बीच सीरीज दोनों ही टीम के बीच तनातनी बढ़ी दी। तब धोनी ने जताई थी नाराजगीवीडियो सबूत के अभाव में जडेजा पर कार्रवाई हो गई। लेवल 1 के तहत 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना ठोका गया। एंडरसन का निर्दोष साबित होना भारतीय खेमे के लिए किसी अचंभे से कम नहीं था। खुद धोनी ने कहा था कि वह पूरे मामले के चश्मदीद गवाह हैं जब एंडरसन ने जडेजा को गालियां देते हुए धक्का मारा था। एंडरसन ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में पूरी घटना को अपने करियर के सबसे तनाव भरे दिन की तरह माना था। हमारे कप्तान के बारे में मत बोले, मुंबई 20162014 में जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया तब आठ में से चार पारियों में एंडरसन ने विराट कोहली का शिकार किया। दो साल बाद जब अंग्रेज भारत दौरे पर आए कोहली कप्तान बन चुके थे। विजाग टेस्ट में शतक और अर्धशतक फिर मोहाली में एक और फिफ्टी। बाद में मुंबई में दोहरा शतक। पूरी सीरीज में एंडरसन विराट को आउट नहीं कर पाए। जब पत्रकारों ने सवाल किया तब उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, 'कोहली अपने घर में अच्छा बल्लेबाज हैं, उनकी कमियां छिप जाती हैं।' अश्विन मुंबई टेस्ट के पांचवें दिन गुस्से को नहीं रोक पाए और जब एंडरसन क्रीज पर आए तो उनके करीब चले गए थे, तब कोहली ने अश्विन को उलझने से रोका था। अब लॉर्ड्स में लिया पंगाइस वक्त भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर है। कोहली की अगुवाई में चढ़कर खेल रही है। पहला टेस्ट बारिश की वजह से नहीं जीत पाई। लॉर्ड्स में हुए दूसरे मुकाबले में तिरंगा लहरा दिया। इसी मैच के दौरान जसप्रीत बुमराह ने एंडरसन की जमकर खबर ली। एक के बाद बाद कई बॉडी लाइंस बाउंसर्स मारे। एक तो सीधे हेलमेट में जा लगा। बस यही बात एंडरसन को पसंद नहीं आई। दिन का खेल खत्म होने पर उन्होंने बुमराह को खरी-खोटी सुनाई। इसका असर अगले दिन भी मैदान पर देखने को मिला। एंडरसन की कोहली से बहस हो गई। अब बल्लेबाजी कर रहे बुमराह को भी बाउंसर्स मारे जाने लगे, नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े शमी के साथ कई बार इंग्लिश खिलाड़ियों को बहस करते हुए भी देखा गया। हालांकि ये सारी चीजें भारत के पक्ष में ही गई। नतीजा सभी के सामने है।

टॉस हारकर बैटिंग की चुनौती, पेसर्स के दम पर विदेशों में बदली टीम इंडिया की तस्वीर! August 18, 2021 at 11:05PM

पुणे भारत ने लॉर्ड्स टेस्ट में टॉस हारा। उसे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिला। लेकिन सोमवार को टीम इंडिया ने शानदार खेल दिखाया और जीत हासिल की। भारत के क्रिकेट इतिहास में यह 13वां मौका (कुल 46 टेस्ट, 24 हारे और नौ ड्रॉ) था जब विदेशी धरती पर उसे पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर जीत मिली हो। हैरानी की बात यह है कि इन 13 टेस्ट मैचों में 8 में कम से कम एक ने पारी में पांच विकेट या उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। और कुल मिलाकर 11 बार भारतीय पेसर्स ने पारी में यह काम किया है। लॉर्ड्स में भारतीय टीम चार तेज गेंदबाजों के साउथ उतरी थी। सभी ने अच्छी गेंदबाजी की और विकेट हासिल किए। ऐसे में किसी भी पारी में पांच विकेट नहीं मिल पाए। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2014 में लॉर्ड्स में जीत में ऐसा नहीं था। भुवनेश्वर कुमार और ईशांत शर्मा ने क्रमश: छह और सात विकेट हासिल किए थे। भारत ने विदेशी दौरों पर पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर अपनी पहली जीत 1968 में हासिल की थी। यह विदेशी दौरे पर भारत की पहली टेस्ट सीरीज जीत भी थी। कपिल देव ने 1981 में मेलबर्न में पारी में पांच विकेट लिए थे। तब ग्रेग चैपल ने भारतीय टीम को बल्लेबाजी का न्योता दिय़ा था। यह वही टेस्ट था जब कप्तान सुनील गावसकर मैच से बाहर जाना चाहते थे। विदेशी धरती पर टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की जीत
वर्ष बनाम मैदान
2021 इंग्लैंड लॉर्ड्स
2019 वेस्टइंडीज नॉर्थ साउंड, किंग्सटन
2018 इंग्लैंड नॉटिंगम
2016 वेस्टइंडींज ग्रॉस इसलेट
2015 श्रीलंका कोलंबो
2014 इंग्लैंड लॉर्ड्स
2010 साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश डरबन, चिट्टगांव
2007 बांग्लादेश ढाका
2002 वेस्टइंडीज पोर्ट ऑफ स्पेन
1981 ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न
1968 न्यूजीलैंड ऑकलैंड
जब एक कप्तान गेंदबाजी चुनता है तो आम तौर पर विकेट तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होती है या फिर आसमान में बादल छाए होते हैं और मौसम सीम बोलिंग के मुफीद होता है। भारत की इन 13 जीत में किसी भी स्पिनर ने पारी में पांच विकेट नहीं लिए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने 2015 के कोलंबो टेस्ट में चार विकेट लिए थे। वहीं इसी टेस्ट की पहली पारी में ईशांत शर्मा ने पांच विकेट लिए थे। लॉर्ड्स 2014 के अलावा भारत की नॉर्थ साउंड 2019 (ईशांत और बुमराह) और नॉटिंगम 2018 (हार्दिक पंड्या और बुमराह) ऐसे मैच रहे जिसमें एक टेस्ट में दो भारतीय तेज गेंदबाजों ने पारी में पांच विकेट लिए। बुमराह ने कुल मिलाकर जीत में तीन बार पारी में पांच विकेट लिए हैं। भुवनेश्वर कुमार ने 2014 लॉर्ड्स के साथ ही 2016 में ग्रॉस आइलेट में भी पांच विकेट लिए थे। ऑकलैंड में 1968 में भारत की जीत में किसी गेंदबाज ने पारी में पांच विकेट नहीं लिए थे। इसके साथ ही डरबन (2010), चिट्टगांव (2010) और पोर्ट ऑफ स्पेन (2002) में भी मिली जीत में किसी गेंदबाज ने पारी में पांच विकेट नहीं लिए थे। ढाका में 2007 में जहीर खान ने पारी में पांच विकेट लिए थे। 1981 में मेलबर्न से लेकर साल 2002 में पोर्ट ऑफ स्पेन के बीच विदेशी धरती पर 15 टेस्ट मैचों में पहले बल्लेबाजी का न्योता मिला लेकिन वह इसमें से किसी में उसे जीत नहीं मिली। वह 10 हारा और पांच मैच ड्रॉ रहे। हालांकि 2002 के बाद तस्वीर बदलनी शुरू हुई। इसके बाद खेले गए 24 मैचों में से भारत ने 10 जीते हैं। 11 में वह हारा है और तीन मैच ड्रॉ रहे। इसके पीछे बड़ी वजह भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण भी है। भारत में ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब कोई कप्तान टॉस जीतने पर पहले गेंदबाजी का फैसला करे। भारत ने ऐसे 8 टेस्ट मैचों में से कोई भी नहीं जीता, छह ड्रॉ रहे और दो में से उसे हार मिली। दोनों हार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईं। मुंबई में साल 2001 में और साल 1969 में कोलकाता में।

The Hundred: जीत के बाद इस अफगान खिलाड़ी ने दिखाई 'दिलेरी', थामा अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा August 18, 2021 at 07:15PM

लंदन अफगानिस्तान में इस समय तालिबान का कब्जा है। देश का भविष्य अधर में है। और साथ ही उसके क्रिकेटर्स का भी। अफगानिस्तान के कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर दुनियाभर की लीग्स में अपने हुनर का लोहा मनवा रहे हैं। इसमें से कुछ इंग्लैंड में हो रहे 'द हंड्रेड' में भी खेल रहे हैं। इसमें से एक हैं कैस अहमद। वह अपने देश के बड़े क्रिकेटर माने जाते हैं। कैस द हंड्रेड टूर्नमेंट में लंदन स्प्रिरिट की टीम का हिस्सा हैं। उन्होंने 18 अगस्त को वेल्श फायर के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कैस ने अपने खेल से तो दिल जीता ही साथ ही मैच के बाद ऐसा काम किया जिसने बताया कि उन्हें अपने मुल्क से किनता प्यार है। कैस ने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल का खेल दिखाया। उन्होंने 15 गेंद पर 25 रन की पारी खेली। इसके साथ ही 6 गेंद पर तीन चौकों की मद से 13 रन बनाए। उनकी पारी ने लंदन स्पिरिट को दो गेंद बाकी रहते जीत हासिल करने में मदद की। मैच के बाद हालांकि कैस ने जो किया वह लोगों की नजरों में छा गया। वह अफगानिस्तान का झंडा लिए नजर आए। द हंड्रेड ने अपने आधिकारिक हैंडल पर इस तस्वीर को साझा किया है। मैच की बात करें तो लंदन स्पिरिट को पहले बल्लेबाजी का न्योता मिला। उसने 100 गेंद पर 5 विकेट पर 163 रन बनाए। जोश इनगलिस ने 72 रन बनाए वहीं जो क्रेकनल ने 35 रन बनाए। जवाब में वेल्श की शुरुआत खराब रही और सिर्फ 20 रन पर तीन विकेट गंवा दिए। फिलिप्स ने 35 गेंद पर सात छक्कों और 5 चौकों की मदद से 80 रन बनाए।