Friday, January 22, 2021

5 महीनों में 2 देशों के 8 शहर घूमने के बाद बेटी से मिले रहाणे, लिखा ये स्पेशल मेसेज January 22, 2021 at 08:24PM

मुंबई ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज जीतकर स्वदेश लौटे भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के खिलाड़ी इस समय अपने घर पर आराम कर रहे हैं। टीम इंडिया 5 फरवरी से इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले () इनदिनों अपनी बेटी के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड रहे हैं। रहाणे ने ट्विटर पर अपनी बेटी के साथ फोटो शेयर करते हुए दिल छूने वाली बात लिखी है। अजिंक्य ने दिल वाला इमोजी के साथ लिखा, '5 महीने, दो देश और 8 शहर घूमने के बाद मैं पसंदीदा शहर में अपने फेरवरेट के साथ क्‍वालिटी समय बिताने के लिए वापस आ गया।' रहाणे ने मेलबर्न में जड़ा था शतक एडिलेड में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से हराया था। इसके बाद कोहली (Virat Kohli) पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट आए थे। कोहली के लौटने के बाद रहाणे ने सीरीज के बाकी तीन टेस्ट मैचों में कप्तान की भूमिका अदा की। रहाणे ने मेलबर्न टेस्ट में शतक जड़ अन्य खिलाड़ियों के लिए शानदार उदाहरण पेश किया। भारत ने बॉक्सिंग डे टेस्ट (Boxing Day Test) जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी की। सीरीज में रहाणे ने 268 रन बनाए इस सीरीज में रहाणे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पांचवें नंबर पर रहे। उन्होंने 8 पारियों में एक शतक के साथ कुल 268 रन बनाए। एमसीजी में रहाणे ने जो पारी खेली वो काबिलेतारीफ थी। सिराज रहे ऑस्ट्रेलिया दौरे की खोज कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद रहाणे ने अनुभवहीन खिलाड़ियों पर भरोसा जताया और वे कप्तान के भरोसे पर खरा उतरे। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohmmed Siraj) ने मेलबर्न में टेस्ट में डेब्यू किया। ऑस्ट्रेलियाई दौरे की खोज रहे सिराज सीरीज में कुल 13 विकेट लेकर भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।

शार्दुल ठाकुर बोले- थके हुए थे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज, नहीं मिला था आराम January 22, 2021 at 06:51PM

मुंबई ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम स्वदेश लौट आई है। सीरीज के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में () ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। शार्दुल ने की पहली पारी में 67 रन बनाए थे। उन्होंने इस मैच में कुल 7 विकेट भी चटकाए। अपने घर पालघर लौटने के बाद शार्दुल ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से बातचीत में कहा कि हमारे लिए ये बड़ी जीत है। उन्होंने कहा, ' गाबा में ऑस्ट्रेलिया खिलाफ जीत बेहद खास है। हमारी युवा टीम थी। सभी ने अपना सौ फीसदी दिया। बॉलिंग और बैटिंग में सभी ने योगदान दिया। ये सामूहिक प्रयास था। ब्रिसबेन टेस्ट में हम जीत के लिए उतरे थे।' 7वें विकेट के लिए 123 रन जोड़े चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के 369 रन के पहली पारी के स्कोर के जवाब में भारतीय टीम का स्कोर एक समय छह विकेट पर 186 रन था। इसके बाद शार्दुल (67) और डेब्यूटेंट (62) के बीच सातवें विकेट के लिए 123 रन की अहम साझेदारी से भारत पहली पारी में 336 रन बनाने में सफल रहा। 'ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज थके हुए थे' बकौल शार्दुल, ' जब मैं बल्लेबाजी के लिए जा रहा था तब बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ आए और उन्होंने मुझे बॉल की मेरिट के आधार पर खेलने को कहा। उन्होंने कहा कि खराब शॉट नहीं खेलना। मैंने सुंदर से कहा कि उनके गेंदबाज थके हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज में अपने किसी भी तेज गेंदबाज को आराम नहीं दिया था। ऐसे में उनका थकना लाजिमी था। हमने अपना स्वाभाविक गेम खेला।' 'पेसर्स के सामने बैटिंग का जमकर लुत्फ उठाया' शार्दुल का कहना है कि वह निर्भीक होकर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का सामना करते रहे। 29 वर्षीय शार्दुल ने कहा, ' मैंने खुद से कहा कि यदि मैंने दो घंटे समय बिता लिया तो मैं सभी तरह की शॉट खेल सकता हूं। मैंने तेज गेंदबाजों के सामने बैटिंग का लुत्फ उठाया। मैं स्पीड से कभी नहीं डरा। मैंने शुरू में अपने गांव में मैटिंग विकेट पर खेला है। पालघर में पिच पर अनियमित उछाल होता था। इसलिए मुझे पता था कि तेज और बाउंस को किस तरह से सामना करना है। मैं नियमित तौर पर टीम इंडिया के साथ बतौर नेट बॉलर रहा हूं जिसका मुझे फायदा मिला।' शार्दुल ने टेस्ट करियर की शुरुआत 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी। डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में शार्दुल गेंदबाजी के दौरान अपने दूसरे ओवर में चोटिल हो गए थे।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्यों नहीं जाने की धमकी दे रहे थे शास्त्री, जानें पूरी डिटेल January 22, 2021 at 05:38PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) को जिस तरह से उसके घर में जाकर टेस्ट सीरीज में हराया है उसकी चौतरफा चर्चा हो रही है। विपक्षी टीम भी टीम इंडिया के इस प्रदर्शन को देखकर अपनी रणनीति में बदलाव पर विवश हैं। भारतीय खिलाड़ियों के साथ साथ टीम के हेड कोच () की भी खूब वाहवाही हो रही है जिनके मार्गदर्शन में टीम इंडिया ने कंगारुओं की धरती पर जाकर लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज अपने नाम की। श्रीधर का बड़ा खुलासा टीम इंडिया के फील्डिंग कोच () का कहना है कि शास्त्री की बदौलत ही टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में अपनी फैमिली ले जाने की अनुमति मिली। श्रीधर ने रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के यूट्यूब चैनल पर कहा कि शास्त्री ने फैमिली के मुद्दे पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से बातचीत की और ऑस्ट्रेलिया ना जाने की धमकी तक दे डाली थी। '48 घंटे पहले हमें पता चला' अश्विन से बातचीत में श्रीधर ने कहा, ' जब हम दुबई में थे तब ऑस्ट्रेलिया दौरे से 48 घंटे पहले हमें पता चला कि हमें वहां फैमिली ले जाने की अनुमति नहीं है। इस फैसले से खिलाड़ी और स्टाफ मेंबर्स खुश नहीं थे जो लगभग 3 महीने परिवार से दूर रह सकें। इनमें से कुछ खिलाड़ी आईपीएल में खेले थे तो उनके लिए फैमिली से मिलने का समय 6 महीने हो जाता। इन 48 घंटों में दुबई, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इन मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। बताया गया कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार इसे लेकर सख्त है। टीम के 7 खिलाड़ी दुबई में अपने परिवार के साथ थे। इस बात को शास्त्री ने अपने हाथों में लिया और उन्होंने वर्चुअल बैठक की। उन्होंने बीसीसीआई को साफतौर पर कह दिया कि अगर मेरे खिलाड़ियों को फैमिली ले जाने की इजाजत नहीं मिली तो हम ऑस्ट्रेलिया दौरा नहीं करेंगे।' रवि शास्त्री ने अपनाया सख्त रवैया शास्त्री ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया को अच्छी तरह से जानते हैं। बकौल श्रीधर, 'शास्त्री ने कहा कि उनसे बेहतर ऑस्ट्रेलिया को कोई नहीं जानता। मैं यहां पिछले 40 सालों से जा रहा हूं। उनके साथ कैसे पेश आना है, ये मैं अच्छी तरह से जानता हूं। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने वीकेंड पर रातोंरात काम किया और फैमिली को ले जाने की परमिशन दी।' भारत ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की।

कोच का खुलासा-ब्रिसबेन टेस्ट से पहले सुंदर के पास नहीं थे पैड्स January 22, 2021 at 04:42PM

नई दिल्ली बॉलिंग ऑलराउंडर () का ऑस्ट्रेलिया () के खिलाफ टेस्ट डेब्यू शानदार रहा। सुंदर को ब्रिसबेन टेस्ट में मौका दिया गया और उन्होंने इसे दोनों हाथों से लपका। भारत की ब्रिसबेन में मिली शानदार जीत में सुंदर ने आर्किटेक्ट की भूमिका अदा की। टीम इंडिया () के फील्डिंग कोच () ने खुलासा किया है कि एक समय सुंदर के पास पैड्स भी नहीं थे कि वह बल्लेबाजी कर सकें। चेन्नई के इस युवा खिलाड़ी के लिए पिछले कुछ महीने बेहतरीन रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले सुंदर को सिर्फ टी20 सीरीज के लिए टीम में जगह दी गई थी। टी20 मैच खेलने के बाद सुंदर वहीं ऑस्ट्रेलिया में टीम के साथ रूक गए थे। उन्हें टेस्ट स्क्वॉड में नहीं चुना गया था। टी20 सीरीज के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने सुंदर को बतौर नेट बॉलर ऑस्ट्रेलिया में रोक लिया था ताकि भारतीय बैट्समैन को ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन (Nathan Lyon) के खिलाफ बल्लेबाजी के लिए तैयार किया जा सके। अश्विन के चोटिल होने पर सुंदर को मिला डेब्यू का मौका अंतिम टेस्ट से पहले जब अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) चोटिल हुए तो भारतीय टीम ने सुंदर को प्लेइंग इलेवन में सुंदर को मौका दिया। सिर्फ टी20 के लिए टीम इंडिया में शामिल सुंदर ने जब ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया उस समय उनके पास सफेद कलर के पैड्स नहीं थे। सुंदर ब्लू कलर के पैड्स पहनकर नेट्स में बल्लेबाजी करते रहे। यहां तक की सुंदर ने 2017 से कोई फर्स्ट क्लास मैच भी नहीं खेला। अचनाक उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका मिल गया। '...आखिरकार हम दुकान पर गए' श्रीधर ने बताया कि सुंदर के लिए पैड्स को खोजने के लिए भारतीय टीम और सपोर्ट स्टाफ को काफी संघर्ष करना पड़ा। बकौल श्रीधर, ' हमने काफी कोशिश की लेकिन लंबे कद के सुंदर के लिए पैड्स छोटे हो रहे थे। हमने ऑस्ट्रेलियाई टीम से भी लेने की कोशिश की लेकिन कोविड की वजह से वह पैड्स नहीं दे सकते थे। आखिरकार हम गाबा टेस्ट शुरू होने के बाद दुकान पर गए।' ब्रिसबेन टेस्ट में जीत में निभाई थी अहम भूमिका सुंदर ने ब्रिसबेन टेस्ट में कुल 4 अहम विकेट लिए जिसमें स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और डेविड वॉर्नर (David Warner) के विकेट भी शामिल थे। इसके अलावा वॉशिंगटन सुंदर ने पहली पारी में 62 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में उन्होंने 22 रन का योगदान दिया। भारत ने ब्रिसबेन टेस्ट को 3 विकेट से जीता था।

IPL 2021: गौतम गंभीर के निशान पर फिर कोहली, कप्तानी पर पूछा बड़ा सवाल January 22, 2021 at 05:54AM

नई दिल्लीइंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2021 सत्र के लिए ऑक्शन कुछ ही दिनों में होना है। इससे पहले पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज () के निशाने पर एक बार फिर हैं। दरसअल, लीग के 14वें सत्र के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की कमान विराट कोहली के हाथों में होगी। फ्रैंचाइजी और कोहली के फैन की चाहत होगी कि ट्रोफी जीतने का सपना इस सत्र में पूरा हो जाए। खैर, ऑक्शन से ठीक पहले गौतम गंभीर ने अपने पुराने साथी कोहली को निशाने पर लिया है। उन्होंने सवाल फिर उठाया है। कोलकाता नाइटराइडर्स को दो बार आईपीएल जितवाने वाले गंभीर ने कहा कि आखिर बिना लीग जीते कोई कैसे 8 सीजन तक टीम की कप्तानी कर सकता है। स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में उन्होंने कहा- 8 वर्ष से एक भी खिताब नहीं जीता है। यह लंबा समय है। कप्तान तो छोड़िए किसी एक खिलाड़ी का नाम बताओ, जो 8 सीजन से बिना खिताब के खेल रहा हो। उल्लेखनीय है कि रिटेंशन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) फ्रैंचाइजी ने पार्थिव पटेल और आरोन फिंच समेत 10 प्लेयर्स को रिलीज कर दिया है। इस पर गंभीर ने कहा, 'आरसीबी की यही सबसे बड़ी समस्या है। टीम हर सीजन में बड़ा बदलाव करती है और इससे प्लेयर्स में असुरक्षा की भावना आती है। उन्होंने आगे कहा- ऑक्शन की जवाबदेही कप्तान की होनी चाहिए। मैं कोहली को कुछ नहीं कह रहा, लेकिन उन्हें आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेनी चाहिए। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोररिटेन प्लेयर्स: विराट कोहली (कप्तान), एबी डि विलियर्स, देवदत्त पडिक्कल, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, जोश फिलिपे, पवन देशपांडे, शाहबाज नदीम, एडम जाम्पा, केन रिचर्डसन रिलीज प्लेयर्स: क्रिस मॉरिस, आरोन फिंच, मोइन अली, इसरू उडाना, डेल स्टेन, शिवम दुबे, उमेश यादव, पवन नेगी, गुरकीरत मान, पार्थिव पटेल बचा पैसा: 35.7 करोड़ प्लेयर्स लेने हैं: 13 (4 विदेशी)

इंग्लैंड ने चुनने से किया था इनकार, BBL में कर दी चौके-छक्के की बारिश, जड़ा शतक January 22, 2021 at 04:27AM

एडिलेडकहते हैं क्रिकेट में एक खराब पारी आपको अर्श से फर्श पर पहुंचा सकती है और एक अच्छा पारी हीरो बना देती है। कुछ ऐसा ही हुआ इंग्लैंड के धुरंधर ओपनर के साथ। उन्होंने बिग बैश लीग (BBL) के एक मैच में सिडनी थंडर (SYDNEY THUNDER) की ओर से खेलते हुए सिडनी सिक्सर्स (SYDNEY SIXERS) के खिलाफ धांसू शतक जड़ दिया। इसके बाद उन्हें इंटरनैशनल टीम में लेने की मांग की जा रही है। एक दिन पहले ही चुनी गई थी इंग्लिश टीम रोचक बात यह है कि एक दिन पहले ही भारत के खिलाफ इंग्लैंड ने शुरुआती दो टेस्ट के लिए टीम चुनी थी और उसमें हेल्स को शामिल नहीं किया था। वह वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे, लेकिन ड्रग पॉजिटिव पाए जाने की वजह से खेल नहीं पाए थे। उसके बाद से टीम में आने के लिए जूझ रहे हैं। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उनके नाम पर चर्चा भी नहीं हुई। 56 गेंदों में बनाए तूफानी 110 रन, बना BBL का सबसे बड़ा स्कोर अब जब टीम का ऐलान हो चुका है तो उसके एक दिन बाद ही शुक्रवार को हेल्स ने 56 गेंदों में 9 और 8 छक्के की बदौलत 110 रन ठोक डाले। उनकी इस तूफानी पारी के दम पर ही सिडनी थंडर ने 5 विकेट के नुकसान पर 232 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो बिग बैश इतिहास का सर्वोच्च टीम स्कोर है। उसने हर्रिकेंस के 223 रनों के स्कोर को पीछे छोड़ा है, जो 2017 में बना था। माइकल वॉन ने की चांस देने की वकालत देखा जाए तो हेल्स के 110 रन बिग बैश लीग में 11वां सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। टूर्नमेंट का बेस्ट स्कोर मार्कस स्टोइनिस के नाम है, जिन्होंने 12 जनवरी, 2020 को नाबाद 147 रन रन बनाए थे। खैर, हेल्स की इस पारी के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने ट्वीट कर उन्हें दूसरा मौका देने की वकालत की है। उन्होंने लिखा- हेल्स दूसरा मौका डिजर्व करते हैं। उन्होंने सिर्फ 51 गेंदों में शतक ठोका है। इसके साथ ही #England भी लिखा। मैच की बात करें तो थंडर के विशाल स्कोर आगे सिक्सर्स के बल्लेबाजों ने पूरा जोर लगाया, लेकिन वे 5 विकेट पर 186 रन तक ही पहुंच सके। एडिलेड में खेले गए इस मैच में सिक्सर्स के लिए सबसे अधिक मोइजेज हेनरिक्स ने 56 रन की पारी खेली, जबकि जॉर्डन सिल्क ने 42 रन बनाए।

क्या 77 वर्ष बाद फिर नहीं होगा ओलिंपिक? जापान से आ रहीं ऐसी खबरें January 22, 2021 at 02:55AM

तोक्योअंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक और स्थानीय आयोजकों को इन खबरों से जूझना पड़ रहा है कि स्थगित हो चुके को रद्द कर दिया जाएगा। कोरोना वायरस महामारी के फैलने पर 10 महीने पहले स्थगित किए गए तोक्यो खेलों का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई को होना है लेकिन इन खेलों पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। बता दें कि आखिरी बार वर्ल्ड वार-2 के दौरान (1940 and 1944) ओलिंपिक गेम्स नहीं हुआ था। उसके बाद अब 2020 में कोरोना वायरस की वजह से इसे एक साल के लिए स्थगित किया गया। द टाइम्स आफ लंदन ने सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि खेलों को रद्द किया जाएगा। इसने सत्ताधारी गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य के हवाले से यह खबर दी है। सूत्र ने कहा, ‘कोई भी सबसे पहले इस बात को नहीं कहना चाहता लेकिन सहमति यह है कि इसका आयोजन बेहद मुश्किल है।’ उन्होंने कहा, ‘निजी तौर पर मुझे नहीं लगता कि इसका आयोजन होगा।’ ओलिंपिक की तैयारी जोरों परशुक्रवार को हालांकि स्थानीय आयोजन समिति ने प्रत्यक्ष रूप से द टाइम्स की खबर का हवाला दिए बगैर कहा कि ओलिंपिक के आयोजन की तैयारी आगे बढ़ रही है और उन्हें प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा का समर्थन हासिल है। बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रीय सरकार, तोक्यो राज्य सरकार, तोक्यो 2020 आयोजन समिति, आईओसी और आईपीसी (अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति) सहित हमारे सभी साझेदारों का ध्यान इन गर्मियों में खेलों की मेजबानी पर है।’ सरकार ने किया इनकारइसके अनुसार, ‘हमें उम्मीद है कि जितना जल्दी संभव हो दैनिक जीवन सामान्य होगा और हम सुरक्षित खेलों के आयोजन के लिए प्रयास जारी रखेंगे।’ उप प्रमुख कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के सहयोगी मनागु सकाई ने भी इस खबर को खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कोई तथ्य नहीं है और हम स्पष्ट तौर पर इस खबर से इनकार करते हैं।’ तोक्यो की राज्यपाल युरिको कोइके ने शुक्रवार को अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैंने कभी इस तरह की चीज के बारे में नहीं सुना। ’ युरिको ने ब्रिटेन के समाचार पत्र के खिलाफ कार्रवाई का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा, ‘हमें विरोध दर्ज कराना चाहिए।’ ओलिंपिक्स टले, जापान सोच भी नहीं सकताअगर ऐसा नहीं होता तो कम से कम बाद की कोई तारीख तय हो जाए। क्योंकि जापान सपने में भी ओलिंपिक्स रद्द होने की बात सोच भी नहीं सकता। जापान की इकॉनमी पहले ही हिल चुकी है और एक अनुमान के मुताबिक साल के तीसरे क्वॉर्टर में इस देश की जीडीपी माइनस में जा सकती है। अरबों का होगा नुकसानइन खेलों के रद्द होने से जापान की ऑर्गेनाइजिंग कमिटी को 603 बिलियन जापानी येन का नुकसान उठाना पड़ेगा। भारतीय रुपये में यह राशि 416 अरब रुपये के करीब होगी। भारत के ताजा खेल बजट से नुकसान का यह आंकड़ा 388 अरब रुपये ज्यादा है। भारत सरकार ने इस बार 28 अरब 26 करोड़ का खेल बजट जारी किया था। ओलिंपिक्स पर जापान ने किया है ₹411 अरब का निवेशवहीं जापान की राजधानी तोक्यो और ओलिंपिक्स का मुख्य आयोजन स्थल तोक्यो को 597 बिलियन जापानी येन (करीब 411 अरब रुपये) का नुकसान होगा, जो उसने इवेंट्स के आयोजन पर इंवेस्ट किए हैं। जहां तक जापान को बिजनेस में घाटे की बात है तो यह आंकड़ा 348 बिलियन जापानी येन (करीब 240 अरब रुपये) तक पहुंच सकता है। इन आंकड़ों पर गौर करने के बाद हर कोई समझ सकता है कि जापान के लिए ओलिंपिक्स खेलों को स्थगित करने या रद्द करने के फैसले पर पहुंच पाना कितना मुश्किल है। 11 हजार ऐथलीटों पर भी असरतोक्यो के रद्द होने से पहला और सीधा असर उन 11 हजार ऐथलीटों पर भी पड़ेगा जो कई सालों से कड़ी मेहनत कर रहे है, ताकि वे अपने देश के लिए मेडल जीत सकें। इसी तरह पैरालिंपिक्स में भाग लेने जा रहे 4400 पैरा-ऐथलीट भी इससे प्रभावित होंगे। अगर ओलिंपिक्स टले तो नई विंडो मिलना मुश्किलजापान के प्रधानमंत्री को अब लगने लगा है कि ये खेल जुलाई में शुरू होना मुश्किल हैं। मगर, बड़ा सवाल है कि अगर ओलिंपिक्स टलते हैं तो इनको आगे कोई ऐसा विंडो मिल पाएगा, जिस पर दुनिया के खेल महासंघों को आपत्ति ना हो। फिलहाल तो जापान और अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक्स कमिटी (), दोनों यही चाहेंगे कि खेल समय पर हों। (न्यूज एजेंसी एपी की मदद से)

कब होगा IPL-2021 का ऑक्शन? बीसीसीआई अधिकारी ने बताई तारीख January 22, 2021 at 02:01AM

नई दिल्लीइंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2021 सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 18 फरवरी को हो सकती है। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, ‘नीलामी 18 फरवरी को हो सकता है। इसके लिए स्थल पर अभी फैसला होना है।’ बीसीसीआई को अभी यह तय करना है कि आगामी आईपीएल का आयोजन भारत में होगा या नहीं। बोर्ड अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने हालांकि बार-बार जोर देकर कहा है कि इसका आयोजन घरेलू मैदान पर करने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 में आईपीएल का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में हुआ था। अगले महीने से इंग्लैंड के खिलाफ खेली जानी वाली घरेलू सीरीज का सुचारू संचालन इस आकर्षक लीग के भारत में आयोजन का रास्ता साफ करेगा। खिलाड़ियों को रिटेन करने की आखिरी तारीख 20 जनवरी थी जबकि चार फरवरी तक ट्रेडिग विंडो (खिलाड़ियों का एक टीम से दूसरे टीम में हस्तांतरण) जारी रहेगा। टीमों से रिलीज किए गए खिलाड़ी में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ (राजस्थान रॉयल्स) और ग्लेन मैक्सवेल (किंग्स इलेवन पंजाब) जैसे दिग्गज भी शामिल हैं।

ऑस्ट्रेलिया पर जीत के बाद इस खिलाड़ी के कायल हुए शास्त्री, बताया- भारत की खोज January 22, 2021 at 01:23AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने नए तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को ऑस्ट्रेलिया दौरे की खोज करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि निजी क्षति और दर्शकों से नस्लीय दुर्व्यवहार का सामना करने के बाद भी उन्होंने टेस्ट सीरीज की ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई। सिराज के पिता का 20 नवंबर को फेफड़े की बीमारी से निधन हो गया। इससे एक सप्ताह पहले ही सिराज भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। उन्हें घर लौटने का विकल्प दिया गया, लेकिन वह टीम के साथ रूके रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज के सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में उन्हें दर्शकों से नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा था। इन सब बाद उन्होंने सीरीज में भारत की ओर से सर्वाधिक 13 विकेट लिए जिससे टीम पिछड़ने बाद 2-1 से जीत दर्ज करने में सफल रही। शास्त्री ने 26 साल के इस गेंदबाज की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, ‘गेंदबाजी आक्रमण के स्तर को ऊंचा करने वाले मोहम्मद सिराज इस दौरे की खोज है। उन्होंने व्यक्तिगत क्षति, नस्लीय टिप्पणियों का सामना करते हुए अच्छे प्रदर्शन के लिए इसे प्रेरणा की तरह लिया।’ सीरीज के दूसरे टेस्ट मेलबर्न में पदार्पण करने वाले सिराज ने अनुभवी तेज गेंदबाजों के चोटिल होने के बाद उनकी कमी को बखूबी पूरा किया। ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में उन्होंने युवा भारतीय गेंदबाजों की अगुवाई करते हुए इस खेल के सबसे लंबे प्रारुप में पहली बार पांच विकेट (दूसरी पारी में) चटकाए। उन्होंने गाबा में खेले गए इस निर्णायक मुकाबले में 150 रन देकर सात विकेट लिए। इस मैच को भारतीय टीम ने तीन विकेट से जीत कर सीरीज में ऐतिहासिक सफलता हासिल की। उन्होंने गुरुवार को भारत लौटने पर कहा था कि सिडनी टेस्ट में दर्शकों द्वारा नस्लीय टिप्पणियां किए जाने के बाद मैदानी अंपायरों ने उनकी टीम को तीसरा टेस्ट बीच में छोड़ने का विकल्प दिया था जिसे कप्तान अजिंक्य रहाणे ने ठुकरा दिया। वह स्वदेश लौटने पर अपने घर जाने से पहले मरहूम पिता की कब्र पर फूल चढाने गए थे।

ऑस्ट्रेलिया में भारत की जीत की पीएम मोदी ने की तारीफ, बोले- युवाओं के लिए प्रेरणा है January 22, 2021 at 02:02AM

नई दिल्लीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली जीत की जमकर तारीफ की और कहा कि यह जीत देश के युवाओं के लिए प्रेरणादायी है। असम की तेजपुर यूनिवर्सिटी के 18वें कॉन्वोकेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काफी चुनौतियों का सामना करने के बाद भी भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया पर जीत उसकी प्रतिभा और टेम्परामेंट को दर्शाती है। मोदी ने कहा, ‘भारत ने ऑस्ट्रेलिया के हालिया दौर पर कई चुनौतियों का सामना किया था। उसे बुरी हार मिली थी लेकिन उसने तेजी से वापसी की और अगला मैच जीता। चोटों के बाद भी उसने गजब की प्रतिस्पर्धा दिखाई। उसने घबराने के बजाए चुनौती स्वीकार की और नए समाधान की तरफ देखा।’ उन्होंने कहा, ‘अनुभवहीन खिलाड़ी भी थे लेकिन उनका आत्मविश्वास ऊंचा था और उन्होंने मौके का फायदा उठाया। उन्होंने एक बेहतर टीम को अपने प्रतिभा और टैम्परामेंट से मात दी।’ भारत को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। टीम इस मैच की दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ही ढेर हो गई थी। यहां से भारत ने दमदार वापसी की और बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी अपने नाम की। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन सिर्फ खेल के लिए नजरिए से ही अहम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पहले हमें अपनी काबिलियत में विश्वास और भरोसा होना चाहिए। दूसरी चीज, सकारात्मक मानसिकता सकारात्मक परिणाम लेकर आती है। तीसरा और सबसे अहम बिंदु यहा है कि अगर किसी के पास दो विकल्प हैं जिसमें से एक सुरक्षित है और दूसरा मुश्किल जीत का है तो हमें निश्चित तौर पर जीत का रास्ता चुनना होगा। उन्होंने कहा, ‘आंशिक विफलता में कोई नुकसान नहीं हैं और किसी को जोखिम लेने से घबराना नहीं चाहिए। हमें सक्रिय और निडर रहना चाहिए।’ मोदी ने कहा, ‘अगर हम विफलता के डर पर और गैरजरूरी दबाव पर काबू पा लेते हैं तो हम निडर बनकर उभरेंगे। यह नया इंडिया है। लक्ष्य को लेकर आत्मश्विासी, प्रतिबद्ध और यह सिर्फ क्रिकेट के क्षेत्र में नहीं दिखता बल्कि आप सभी इस पिक्चर का हिस्सा हो।’

स्वान का बड़ा बयान, इंग्लैंड से बोले- AUS को भूल जाओ, भारत बड़ी टीम, उसे हराओ January 22, 2021 at 01:38AM

लंदनइंग्लैंड के पूर्व ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने अपनी टीम से कहा है कि ऑस्ट्रेलिया अब विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं रही और इसलिए उस पर ध्यान देने के बजाए अब इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि भारत को भारत में कैसे हराया जाय। इंग्लैंड को भारत के साथ उसके घर में ही चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है जिसकी शुरुआत 5 फरवरी से हो रही है। इसके बाद दोनों टीमें पांच टी-20 और तीन वनडे मैच खेलेंगी। स्वान ने कहा कि अब भारत को भारत में हराना बड़ी उपलब्धि होगी। स्वान ने अंग्रेजी अखबार 'द सन' से कहा, 'इंग्लैंड हमेशा कहती थी कि एशेज सीरीज आ रही है। इसे छोड़िए। अगर आप विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना चाहते हैं तो इस ग्रह की सर्वश्रेष्ठ टीम बनिए, सिर्फ ऑस्ट्रेलिया को हराने के बारे में मत सोचिए। हमें एशेज सीरीज से आगे बढ़ना होगा। यह इस देश की मानसिकता में है। अब ऑस्ट्रेलिया इस देश की सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं रही। वह पहले हुआ करती थी।' उन्होंने कहा, 'वह अब नहीं है, लेकिन हम इसी से घिरे हैं। मुझे लगता है कि अब भारत को भारत में हराना काफी बड़ी उपलब्धि है। वह 2012 से अपने घर में एक तरह से अजेय हैं।' इंग्लैंड ने भारत को भारत के घर में 2012 में शिकस्त दी थी और स्वान उस टीम का अहम हिस्सा थे। उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट सीरीज 2-1 से हराकर इतिहास रचा है। टीम इंडिया के इस प्रदर्शन से दुनियाभर के क्रिकेटर प्रभावित हैं।

विराट और रहाणे की कप्तानी पर बेदी का बड़ा बयान, बोले- अब फैसले का वक्त January 22, 2021 at 12:59AM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर गावसकर ट्रोफी में धांसू जीत दर्ज करने वाले कप्तान की जमकर तारीफ हो रही है। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने बीसीसीआई से रहाणे को टेस्ट में पूर्ण रूप से कप्तान बनाए जाने का पुरजोर समर्थन किया था। उनके अलावा रिकी पॉन्टिंग और शेन वॉर्न ने भी रहाणे की कप्तानी की तारीफ की थी। अब इस लिस्ट में एक नया नाम के रूप में जुड़ गया है। पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने अजिंक्य रहाणे को विराट कोहली की जगह टेस्ट में कप्तान बनाए जाने की वकालत की है। रहाणे की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था। खुलकर अपनी बात रखने के लिए मशहूर बेदी ने इंडियन एक्सप्रेस के लिए लिखे कॉलम में कहा- मैं रहाणे की कप्तानी का कायल हो गया हूं। उन्होंने मुझे टाइगर पटौदी की याद दिला दी। उन्होंने जिस तरह घायल टीम का नेतृत्व किया और जीत दिलाई वह शानदार रहा। उन्होंने अपने पूर्व साथी दिवंगत टाइगर पटौदी से रहाणे की तुलना करते हुए कहा, 'वह पटौदी ही थे, जो क्रिकेट टीम में भारतीयता लेकर आए। ऑस्ट्रेलिया में रहाणे ने जिस तरह से कप्तानी की, वह पटौदी के काफी करीब दिखे। उनके अंदर गेंदबाजी में बदलाव और फील्डिंग सजाने की कला पटौदी की तरह दिखी।' उन्होंने कहा कि मैंने बहुत कोशिश की, लेकिन उनकी कप्तानी में गलती नहीं ढूढ सका। उन्होंने कप्तान के तौर पर विराट की जगह रहाणे का समर्थन किया और इसके पीछे खास दलील दी। बेदी ने कहा- टीम इंडिया को महान बल्लेबाज और साधारण कप्तान में से किसी एक को चुनने का वक्त आ गया है। कप्तान के तौर पर विराट कोहली भारत के लिए लंबा खेल सकें, इसलिए रहाणे को कप्तान बनाया जाना चाहिए। वह कप्तानी कर सकते हैं, जबकि रोहित वाइट बॉल क्रिकेट में कमान संभाल सकते हैं। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि कोई भी सिलेक्टर इसकी जिम्मेदारी उठाएगा।

विराट की आक्रामकता पर मजाक, फैंस ने सोशल मीडिया पर दिए जवाब January 22, 2021 at 12:12AM

नई दिल्ली के कैप्टन () के फैंस शुक्रवार को सोशल मीडिया पर भड़क गए, जब एक वीडियो में उनकी आक्रामकता को निशाना बनाया गया। एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें एक पत्रकार ने विराट कोहली की आक्रामकता का मजाक उड़ाया। इस पर उनके फैंस भड़क गए। विराट के फैंस ने इस पर दिग्गज सचिन तेंडुलकर का एक वीडियो क्लिप भी शेयर किया जिसमें वह विराट कोहली की आक्रामकता की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। विराट को अकसर उनकी आक्रामकता को लेकर कुछ आलोचक निशाने पर लेते हैं लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे क्रिकेट प्रेमी हैं जिन्हे उनकी आक्रामकता पसंद आती है। विराट ने अब तक अपने करियर में 87 टेस्ट, 251 वनडे और 85 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 7318, वनडे में 12040 और टी20 इंटरनैशनल में 2928 रन हैं। वह वनडे में अब तक 43 शतक लगा चुके हैं जो महान सचिन तेंडुलकर के (49) के बाद दूसरे नंबर पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में विराट कोहली ने वनडे और टी20 सीरीज जीती, फिर वह टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलने के बाद पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट आए थे। उनकी गैरमौजूदगी में ने कप्तानी संभाली और टीम को 2-1 से जीत दिलाई।

टेस्ट कप्तानी से हटाने पर बहस: दासगुप्ता बोले, आज की टीम इंडिया विराट ने तैयार की है January 21, 2021 at 11:13PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम ने जिस अंदाज में ऑस्ट्रेलिया में खेल और जज्बा दिखाया, उसकी तारीफ हर कोई कर रहा है। इस बीच एक और बहस हो रही है कि को टेस्ट कैप्टन बना देना चाहिए क्योंकि की गैरमौजूदगी में उन्होंने बेहतरीन नेतृत्व किया। पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दासगुप्ता हालांकि इससे अलग सोचते हैं। दासगुप्ता ने कहा कि कि विराट कोहली को टेस्ट कप्तानी से हटाने के बारे में सोचना गलत है। दासगुप्ता ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में कहा, 'कभी-कभी ऐसा होता है कि लीडर आगे बढ़कर खड़े होते हैं। यही ऑस्ट्रेलिया में हुआ। अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ने आगे बढ़कर टीम का जज्बा दिखाया लेकिन यह कहना कि विराट को हटाना चाहिए तो यह गलत होगा।' उन्होंने कहा, 'यह वही खिलाड़ी (विराट कोहली) है जिसके नेतृत्व में दो साल पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का इतिहास रचा था। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 बनी। मुझे लगता है कि इंग्लैंड और न्यूजीलैंड सीरीज का परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहा, लेकिन केवल 3 मैचों के बाद ही कह देना कि विराट को हटा देना चाहिए, मेरी समझ से परे है।' उन्होंने आगे कहा, 'आप गलती मत करिए, यह वही टीम है जिसे विराट कोहली 2015 से बना रहे हैं। ऐसा नहीं है कि विराट जैसा कप्तान मैंने नहीं देखा लेकिन उन्होंने ही इस टीम के तेज गेंदबाजों को बढ़ावा दिया। आज के दौर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धाक जमानी है तो आपके पास एक ऐसा बोलिंग अटैक होना चाहिए जो टेस्ट मैच में 20 विकेट लेने की काबिलियत रखता हो। विराट ने ऐसा ही किया और तेज गेंदबाजों को प्रॉयरिटी लिस्ट में ऊपर किया।' पढ़ें, 43 वर्षीय दासगुप्ता ने कहा, 'यह कुछ ऐसा है जैसे मैं अपने पुराने खिलौने से खेल रहा था और अब मैं उसे हटाकर नया खरीदना चाहता हूं। यह काफी गलत है कि इस तरह की बहस हो रही है, जबकि वह पैटरनिटी लीव पर थे। यदि विराट कोहली पूरी सीरीज में होते और एक बल्लेबाज के तौर पर फेल होने के बाद उनकी कप्तानी पर सवाल उठाए जाते तो यह सोचा जा सकता है लेकिन वह तो एक ही टेस्ट मैच खेलने के बाद स्वदेश लौट आए थे।' भारतीय टीम ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की। विराट एडिलेड में एक टेस्ट मैच खेलने के बाद स्वदेश लौट आए थे, जिनके घर 11 जनवरी को बिटिया ने जन्म लिया है। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत ने शेष 3 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 2 जीते और सीरीज अपने नाम की। इस तरह उसने बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी भी अपने पास बरकरार रखी। एडिलेड टेस्ट में पूरी टीम के 36 रन पर ऑलआउट होने पर दासगुप्ता ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि भारत की पारी एडिलेड में 36 रन पर नहीं सिमटी लेकिन अगर कोई टीम ऐसा करती है तो केवल कप्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।' इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, 'अब टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की राह पर हम हैं, ऐसे में कप्तान पर सवाल उठाना अनुचित है। कोहली कभी हार से डरते नहीं हैं। यही सोच उन्होंने विकसित की है और आप उनकी टीम को भी इसी सोच के साथ देखते हैं। कप्तान बनने के बाद उनकी सोच और खेल, दोनों बदले हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'विराट कभी किसी को मौके देने में डरते नहीं हैं। मयंक अग्रवाल और पृथ्वी साव को मौके मिले। रोहित शर्मा को भी वह टेस्ट टीम में वापस लाए।'

ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत के बाद अश्विन और सुंदर भी लौटे स्वदेश January 21, 2021 at 08:41PM

चेन्नै ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम () के ऑफ स्पिनर () और ऑलराउंडर () शुक्रवार को स्वदेश लौट आए। राज्य सरकार के नियमों के अनुसार तमिलनाडु के ये दोनों खिलाड़ी 6 दिन तक क्वारंटीन में रहेंगे। अश्विन ने पहले तीन मैचों में 12 विकेट चटकाए लेकिन चोट के कारण वह ब्रिसबेन में निर्णायक चौथे टेस्ट में नहीं खेल पाए। पीठ में दर्द के बावजूद अश्विन ने सिडनी में तीसरे टेस्ट के अंतिम दिन हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के साथ 62 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को टेस्ट ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई थी। सुंदर ने गाबा में अंतिम टेस्ट में डेब्यू करते हुए ऑस्ट्रेलिया के घातक गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ पहली पारी में 62 रन की पारी खेली थी और शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) के साथ 123 रन की साझेदारी की थी जिससे भारत मुश्किल स्थिति में घिरने के बाद वापसी करने में सफल रहा था। उन्होंने मैच में चार विकेट भी चटकाए। भारत ने यह टेस्ट तीन विकेट से जीता था। अश्विन और सुंदर को पांच फरवरी से चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला के पहले दो मैचों के लिए भी भारतीय टीम में जगह दी गई है। कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) सहित भारतीय टीम के कई अन्य सदस्य गुरुवार को स्वदेश लौटे थे। पहले टेस्ट के बाद कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की गैरमौजूदगी और कई अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद भारत ने एडिलेड में करारी हार के बाद जोरदार वापसी करते हुए श्रृंखला 2-1 से जीती थी। भारत एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में 36 रन पर ढेर हो गया था जो टेस्ट क्रिकेट में उसका न्यूनतम स्कोर है।

LIVE स्कोर : श्रीलंका vs इंग्लैंड, दूसरा टेस्ट @ गॉल, पहला दिन January 21, 2021 at 10:17PM

Sri Lanka vs England 2nd Test: गॉल में श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रह है।

कैप्टन मुश्किलों में भी शांत रहता है, मैंने रहाणे में देखी है ऐसी क्वॉलिटी: वेंगसरकर January 21, 2021 at 10:15PM

मुंबई ऑस्ट्रेलिया का दौरा () किसी भी क्रिकेट टीम के लिए मुश्किलों भरा रहता है। तेज और उछाल वाली विकेट पर खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता। कंगारू टीम अपने घर में जीत के लिए सबकुछ झोंक देती है। हाल में ऑस्ट्रेलिया से लौटे भारतीय खिलाड़ियों ने टेस्ट सीरीज में जिस तरह का जज्बा दिखाया वो काबिलेतारीफ है। इस दौरे पर टेस्ट सीरीज में जब () ने टीम इंडिया () की कप्तानी संभाली उससे पहले भारत को एडिलेड में खेले गए डे नाइट टेस्ट मैच में ढाई दिन में ही हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इसके बाद टीम के नियमित कप्तान () पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट आए थे और रहाणे को आखिरी तीन टेस्ट के लिए कप्तानी दी गई। कोहली की अनुपस्थिति में रहाणे ने जिस तरह से टीम इंडिया को संभाला उसे आसानी से नहीं भुलाया जा सकता। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान () ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ' रहाणे ने मेलबर्न में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में शतक लगाया और आगे बढ़कर टीम की अगुआई की। एक कप्तान के लिए इस तरह रन बनाना जरूरी होता है। जिस तरह से उन्होंने मुश्किल समय में टीम की अगुआई की वह अनुकरणीय था। उनकी शांतचित का टीम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।' भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 मैचों की सीरीज में 2-1 से पराजित किया और लगातार दूसरी बार बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी अपने पास रखी। बकौल वेंगसकर, 'बतौर कप्तान उन्होंने अच्छी रणनीति अपनाई। एमसीजी टेस्ट के पहले दिन रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) से गेंदबाजी कराना प्रशंसनीय है। उन्होंने अश्विन को स्वतंत्र होकर गेंदबाजी की अनुमति दी। बैटिंग ऑर्डर में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) से आगे भेजना मास्टर स्ट्रोक था। टीम की अगुआई करने का तरीका हर कप्तान का अलग होता है। मुश्किल समय में कप्तान का शांतचित रहना अहम होता है। जब कैच ड्रॉप हुए, फील्डर्स से गलती हुई या जब गेंदबाज या बल्लेबाज फेल हुए। बतौर कप्तान मैंने इस तरह की क्वालिटी अजिंक्य रहाणे में देखी।'

8.15 मिनट में 2 किमी रेस, जानें कैसा है भारतीय क्रिकेटरों का नया फिटनेस टेस्ट January 21, 2021 at 09:12PM

मुंबई किसी भी खेल में खिलाड़ियों की फिटनेस बेहद अहम होती है। व्यस्त शेड्यूल और कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच खिलाड़ियों को खुद को फिट रखना बड़ी चुनौती है। फिटने को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी काफी सतर्क हैं। भारतीय क्रिकेट टीम () के खिलाड़ियों को भी () में शामिल होने के लिए यो-यो टेस्ट () से गुजरना पड़ता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ()अब एक नया फिटनेस टेस्ट लेकर आया है। एक अंग्रेजी न्यूजपेपर के मुताबिक के नए फिटनेस टेस्ट का नाम है ‘टाइम ट्रायल टेस्ट ()।' बीसीसीआई के सभी कॉन्ट्रेक्टेड खिलाड़ियों को अब यो यो के साथ इस टेस्ट को भी पास करना जरूरी होगा। ‘टाइम ट्रायल टेस्ट’में खिलाड़ियों की स्पीड और एंड्रूयेंस लेवल चेक की जाएगी। इस टेस्ट में खिलाड़ियों को 2 किलोमीटर तक की दूरी कवर करनी होगी। पेसर्स और स्पिनर्स के लिए अलग टाइम मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तेज गेंदबाजों को ये टेस्ट 8 मिनट और 15 सेकेंड में पूरा करना होगा, जबकि बल्लेबाजों, स्पिन गेंदबाज और विकेटकीपर को यह टेस्ट 8 मिनट और 30 सेकेंड में पूरा करना होगा। इस टेस्ट के आने के बावजूद खिलाड़ियों का (17.1 ) बरकरार रहेगा। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस इंग्लिश न्यूजपेपर से कहा, ‘बोर्ड को ऐसा लगा कि फिटनेस को अलग लेवल पर ले जाने के लिए इस समय के फिटनेस स्टैंडर्ड ने बड़ा रोल अदा किया है। यह जरूरी है कि फिटनेस लेवल को अलग लेवल पर लेकर जाया जाए। टाइम ट्रायल एक्सरसाइज हमको मुकाबला करने के लिए बेहतर बनाएगा। बोर्ड हर साल स्टैंडर्ड को बढ़ाता रहेगा।’ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली दे चुके हैं हरी झंडी बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली () और सचिव जय शाह (Jay Shah) से मंजूरी मिलने के बाद बोर्ड से अनुबंधित खिलाड़ियों को इस नए फिटनेस मार्क के बारे में बता दिया गया है। बोर्ड का कहना है कि इस साल इसके लिए तीन विंडो फरवरी, जून और अगस्त/सितंबर में रखे गए हैं। ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज में खेलकर स्वदेश लौटे खिलाड़ियों को छूट ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज में भाग लेकर स्वदेश लौटे खिलाड़ियों को फरवरी में होने वाले इस टेस्ट से नहीं गुजरना होगा। हालांकि लिमिटेड ओवर्स के लिए चुने गए खिलाड़ी इस टेस्ट में हिस्सा लेंगे। भारत ने हाल में ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी थी। टीम इंडिया 5 फरवरी से इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज खेलेगी।

राधिका को मोटिवेटर मानते हैं अजिंक्य रहाणे, शादी में कर बैठे थे यह 'गलती' January 21, 2021 at 08:49PM

भारतीय खिलाड़ियों का स्वदेश लौटने पर जोरदार स्वागत हुआ। अजिंक्य रहाणे के स्वागत के लिए भी मुंबई में उनके फैंस ने काफी तैयारियां की थीं। इस दौरान रहाणे के साथ उनकी पत्नी राधिका भी मौजूद रहीं। रहाणे ने अपनी बेटी को गोद में लिया हुआ था।

Ajinkya Rahane Wife: अजिंक्य रहाणे को बेहद संयमित और शांत क्रिकेटर माना जाता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत दिलाने के बाद रहाणे स्वदेश लौटे तो पत्नी राधिका धोपावकर और बेटी ने उनका स्वागत किया। इतना ही नहीं, उनकी सोसायटी में तो ढोल-नगाडों के बीच उनका स्वागत किया गया। रहाणे की पत्नी राधिका के बारे में कम ही लोग जानते हैं क्योंकि वह ग्लैमर से काफी दूर रहती हैं।


पत्नी राधिका को मोटिवेटर मानते हैं अजिंक्य रहाणे, काफी फिल्मी है लव-स्टोरी

भारतीय खिलाड़ियों का स्वदेश लौटने पर जोरदार स्वागत हुआ। अजिंक्य रहाणे के स्वागत के लिए भी मुंबई में उनके फैंस ने काफी तैयारियां की थीं। इस दौरान रहाणे के साथ उनकी पत्नी राधिका भी मौजूद रहीं। रहाणे ने अपनी बेटी को गोद में लिया हुआ था।



​रहाणे की कप्तानी में रचा इतिहास
​रहाणे की कप्तानी में रचा इतिहास

ऑस्ट्रेलिया में पहली पारी लगातार दो टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी गुरुवार को स्वदेश लौटे। टीम इंडिया ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मंगलवार को ब्रिसबेन में चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से जीती। इस तरह से बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी भी अपने पास बरकरार रखी।



​रहाणे के लिए रेड कारपेट, फूलों की बौछार
​रहाणे के लिए रेड कारपेट, फूलों की बौछार

भारतीय खिलाड़ियों का स्वदेश लौटने पर जोरदार स्वागत हुआ। रहाणे का ढोल, रेड कारपेट और फूलों की बौछार के बीच मुंबई में उनके घर पर शानदार स्वागत हुआ। बेहद शांत स्वभाव के दिखने वाले रहाणे का स्वागत करने पहुंचे उनके फैंस ने अपने पसंदीदा खिलाड़ी के साथ फोटो भी क्लिक कराए। इस दौरान रहाणे के साथ उनकी पत्नी राधिका भी मौजूद रहीं। रहाणे ने अपनी बेटी को गोद में लिया हुआ था।



​फिल्मी है रहाणे और राधिका की लव स्टोरी
​फिल्मी है रहाणे और राधिका की लव स्टोरी

भारतीय क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे और राधिका धोपावकर की लव-स्टोरी बेहद फिल्मी सी है। रहाणे और राधिका एक ही स्कूल में पढ़ते थे। वहीं, दोनों की दोस्ती रही जो बाद में प्यार में बदल गई। अजिंक्य और राधिका, पास में ही रहते थे और अकसर मुलाकात होती। मुलाकातों के दौर के बाद दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे और परिवारों को इस बारे में बताया। फिर हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए।



​2014 में की शादी
​2014 में की शादी

अजिंक्य और राधिका ने अपने-अपने परिवारों को बताया कि दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं। मराठी ब्राह्मण अजिंक्य और राधिका 26 सितंबर 2014 को शादी के बंधन में बंध गए।



​अपनी ही शादी में जींस-टीशर्ट पहन पहुंच गए थे रहाणे
​अपनी ही शादी में जींस-टीशर्ट पहन पहुंच गए थे रहाणे

रहाणे की शादी का किस्सा वह शायद खुद भी याद नहीं करना चाहते होंगे। एक शो में रहाणे ने बताया था कि वह अपनी शादी में टी-शर्ट और जींस पहनकर ही दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ राधिका के घर पहुंच गए थे। उन्हें इस तरह की ड्रेस में देखकर राधिका को काफी गुस्सा आया और वह उन्हें घूरने लगीं। बाद में रहाणे को गलती को अहसास हुआ। हालांकि उन्होंने बताया कि उन्हें तब खुद के लिए कपड़े खरीदने का वक्त ही नहीं मिला था।



​राधिका का मानते हैं मोटिवेटर
​राधिका का मानते हैं मोटिवेटर

क्रिकेट के मैदान पर विरोधियों के छक्के छुड़ाने वाले रहाणे अपना मोटिवेटर पत्नी राधिका को ही मानते हैं। वह अकसर इस बात को कहते हैं कि राधिका ने उन्हें हमेशा सपॉर्ट किया। दोनों बचपन के दोस्त हैं और एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं।



​ग्लैमर से दूर रहती हैं राधिका
​ग्लैमर से दूर रहती हैं राधिका

राधिका सिंपल लाइफ जीना पसंद करती हैं और ग्लैमर से दूर ही नजर आती हैं। वह सोशल मीडिया पर भी ज्यादा ऐक्टिव नहीं रहती हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 3.7 लाख फॉलोअर्स हैं। वहीं, कुछ अन्य स्टार भारतीय क्रिकेटरों की पत्नियों के सोशल मीडिया पर कई लॉख फॉलोअर्स हैं। राधिका पार्टी और इवेंट्स में भी कम ही नजर आती हैं। वह खुद को होममेकर बताती हैं।