Friday, June 26, 2020

इंग्लैंड के लिए डेब्यू का मौका तलाश रहे स्पिनर अमर विर्दी ने कहा- अल्पसंख्यकों का क्रिकेट में करियर बनाना मुश्किल June 26, 2020 at 07:54PM

इंग्लैंड के स्पिनर अमर विर्दी (21) इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू का मौका तलाश रहे हैं। उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए 30 सदस्यीय ट्रेनिंग ग्रुप में शामिल किया गया है। अमर विर्दी ने कहा कि इंग्लैंड में अल्पसंख्यकों के लिए क्रिकेट में करियर बनाना थोड़ा मुश्किल है।

अमर विर्दी से पहले मोंटी पनेसर इंग्लैंड के लिए खेल चुके हैं। युवा खिलाड़ी टीम में उनकी जगह को पूरा करना चाहता है। विर्दी ने अपने फेवरेट क्रिकेटर के सवाल पर ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर का ही नाम लिया।

ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर ने मोटिवेट किया

विर्दी ने कहा, ‘‘मैंने बचपन से ही ग्रीम स्वान और मोंटी पनेसर को खेलते हुए देखा है। मैं इन दोनों से ही मोटिवेट होता हूं। मेरा लगाव पनेसर से ज्यादा है, क्योंकि वे मेरे जैसे ही दिखते हैं। खासकर वे मेरे ही समुदाय (सिख) से आते हैं। हम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं, जो लगभग सभी इंडस्ट्री में मौजूद हैं। जब आप अपने किसी व्यक्ति को दूसरी फील्ड में बेहतर करता देखते हैं, तो आप भी प्रेरित होते हैं। आपके अंदर भी वही भावना आती है कि जब वह इतना अच्छा कर सकता है, तो आप क्यों नहीं।’’

क्रिकेट क्लब जॉइन करने का फैसला सही था
विर्दी ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों के लिए अपने लोगों के साथ क्रिकेट खेलकर आगे बढ़ना और बड़े क्लब में जगह बनाना बेहद मुश्किल होता है। शुरुआत में मैंने भारतीय जिमखाना जॉइन किया था। इसमें ज्यादातर एशियाई मूल के ही लोग थे। लेकिन जैसे-जैसे आगे बड़ा तो 12 साल की उम्र में सनबरी क्रिकेट क्लब में दाखिला लेना मुश्किल हो गया था। हालांकि, मेरा यह फैसला आज सही साबित हुआ है।’’

23 फर्स्ट क्लास मैच में विर्दी ने 69 विकेट लिए
विर्दी ने 23 फर्स्ट क्लास मैच में 69 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका औसत 29 से भी कम का रहा है। बड़ी बात यह है कि विर्दी ने लंदन के उस राज्‍य स्‍कूल से पढ़ाई की, जहां क्रिकेट बिल्कुल भी नहीं खेला जाता। बावजूद वे यहां तक पहुंचे हैं। हाल ही में एशियाई मूल के पूर्व इंग्लिश खिलाड़ी विक्रम सौलंकी को सरे क्लब का मुख्य कोच बनाया गया है। तब यह बहस फिर शुरू हो गई थी इंग्लैंड क्रिकेट में अल्पसंख्यकों के टेलेंटेड खिलाड़ियों मौका देने की पहल शुरू हो गई है।



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अमर विर्दी (दाएं) ने कहा- पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर मोंटी पनेसर (बाएं) से सबसे ज्यादा मोटिवेट होता हूं। हम अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं। -फाइल फोटो

पहली कक्षा का छात्र चला रहा JCB, सहवाग ने की तारीफ June 26, 2020 at 06:58PM

नई दिल्ली भारी-भरकम काम करने वाली जेसीबी मशीन को चलाने के लिए एक खास किस्म की ट्रेनिंग की जरूरत होती होगी। लेकिन कोई पांच साल का बच्चा इस मशीन को किसी एक्सपर्ट ऑपरेटर की तरह चलाए तो बात हैरान करती है। टीम इंडिया पूर्व विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज () भी यह देखकर हैरान रह गए। उन्होंने टि्वटर पर एक वीडियो शेयर कर इस नन्हे ऑपरेटर की तारीफ की है। सहवाग ने जो वीडियो शेयर किया है। उस दो मिनट के वीडियो एक शख्स इस जेसीबी एक्सपर्ट का इंटरव्यू ले रहा है। इसमें बताया गया है कि यह बच्चा पहली क्लास में पढ़ता है और इस मशीन को चलाने में वह एक्सपर्ट है। बाद में वह शख्स इस बच्चे से इस मशीन को चलाकर दिखाने की बात कहता है तो बच्चा तुरंत इस वीकल पर बैठकर उसे चला कर दिखाता है। इस दौरान वह मशीन से मिट्टी उठाकर भी दिखाता है और इसे आगे-पीछे ड्राइव करके भी दिखाता है।
  • नोट: नवभारत टाइम्स नाबालिगों को कोई भी वाहन चलान की सलाह नहीं देता है। ऐसा करना कानूनन अपराध है।
हालांकि यह मालूम नहीं है कि यह वीडियो कहां का है। लेकिन सहवाग ने इसे प्रतिभा और आत्मविश्वास की मिसाल बताते हुए शेयर किया है। वीरू ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जेसीबी को खुदाई करते देख आप भी बहुत रुके होंगे, भीड़ बनाई होगी। लेकिन इससे बेहतर कुछ नहीं देखा अभी तक। प्रतिभा + आत्मविश्वास।' इसके बाद सहवाग ने अपने इस ट्वीट में सीख देते हुए लिखा, 'अगर आप सोच लेते हैं आप कर सकते हैं और नहीं कर सकते, आप सही हैं।' हालांकि बच्चे द्वारा मशीन चलाना खतरनाक भी है और सहवाग ने भी इसका ध्यान रखते हुए अपील की है, 'मैं किसी को भी यह सलाह नहीं दूंगा कि छोटी उम्र में ऐसी कोशिश की जाए, लेकिन इसकी प्रशंसा करने से बस खुद को रोक नहीं पाया।'

हार्दिक ने बताया विराट कोहली का 'नंबर 1' मंत्र June 26, 2020 at 05:59PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के कप्तान () का खेल के प्रति जुनून और उनकी कड़ी मेहनत का मुरीद भला कौन नहीं है। विराट के साथी खिलाड़ी भी विराट जैसा बनने की सोच रखते हैं। टीम इंडिया के ऑलराउंडर () ने बताया कि विराट कहते हैं कि अपनी कड़ी मेहनत से नंबर 1 बनो किसी को नीचे गिराकर नहीं हार्दिक एक टीवी चैनल के कार्यक्रम 'स्पोर्ट्स तक' से बात कर रहे थे। इस दौरान जब जिक्र विराट कोहली को लेकर छिड़ा तो इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, 'मैंने उनसे दो दिन पहले ही बात कर रहा था। मैंने उनसे पूछा कि उनकी कामयाबी का राज क्या है?' हार्दिक ने कि उन्हें विराट ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, '(खेल के प्रति) तुम्हार व्यवहार अच्छा है, सब कुछ अच्छा है, तुम्हें बस एक ही बात दिमाग में रखनी है कि तुम्हें टॉप लेवल पर पहुंचना है यहां निरंतरता को बरकरार रखना है। आपमें नंबर 1 बनने के लिए बड़ी भूख होनी चाहिए, जो सही दिशा में हो। किसी को नीचे धकेल कर नहीं। आपका यही लक्ष्य होना चाहिए कि आप अपनी कड़ी मेहनत और अपनी क्षमता के दम पर नंबर 1 बनेंगे।' हार्दिक पंड्या ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में अपना इंटरनैशनल डेब्यू एमएस धोनी की कप्तानी में किया था, जबकि उनके टेस्ट करियर का आगाज विराट की कप्तानी में हुआ था। इसके अलावा हार्दिक आईपीएल में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलते हैं। इस बातचीत के दौरान 26 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा, 'अब मैं जानता हूं कि कैसे और क्यों विराट इतने निरंतर हैं। रोहित शर्मा, एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी भी नंबर 2 पर रहना पसंद नहीं करते। एक ही समय पर ये खिलाड़ी अगर नंबर दो पर आते हैं, तब वे इसकी परवाह नहीं करेंगे।' अपने करियर में अभी तक 11 टेस्ट, 54 वनडे और 40 टी20 I खेल चुके इस ऑलराउंडर ने कहा, 'ये खिलाड़ी नंबर 1 बनना चाहते हैं, लेकिन यह उनकी महानता है कि अगर वह दूसरे स्थान पर भी आते हैं उन्हें कोई समस्या नहीं होती। वे फिर से अपना प्रोसेस शुरू करेंगे और नंबर 1 बनने के लिए कड़ी मेहनत पर ध्यान देंगे।'

जोकोविच के बाद उनके कोच को भी हुआ कोरोना June 26, 2020 at 06:11PM

नई दिल्लीदुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी के बाद अब उनके कोच गोरान इवानिसेविच की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पूर्व विंबलडन चैंपियन क्रोएशिया के गोरान ने शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि जोकोविच की ओर से आयोजित एक प्रदर्शनी टूर्नमेंट में हिस्सा लेने के कुछ दिनों बाद उन्होंने टेस्ट कराया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इवानिसेविच ने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'दुर्भाग्य से.. मुझे पता चला है कि मेरा कोविड -19 टेस्ट पॉजिटिव आया है। मुझे तबीयत ठीक लग रही है और कोई ऐसे लक्षण नहीं हैं।' पढ़ें, 48 वर्षीय इवानिसेविच ने कहा कि उन्होंने हर किसी से पूछा जो भी उनके संपर्क में आए थे और उनसे खुद का और अपने प्रियजनों का ख्याल रखने की बात भी कही। इवानिसेविच ने इससे पहले 10 दिन में दो बार टेस्ट कराया था जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उन्होंने कहा, 'मैं सेल्फ आइसोलेशन में रहूंगा।' वह दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी जोकोविच की कोचिंग टीम का हिस्सा हैं। वह अब रोके जा चुके एड्रिया टूर के निदेशक भी थे जिसके कारण कई शीर्ष खिलाड़ी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। इससे पहले जोकोविच, ग्रिगोर दिमित्रोव, बोर्ना कोरिच और विक्टर ट्रोयकी की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सभी ने क्रोएशिया के जदर में आयोजित टूर्नमेंट के दूसरे चरण में हिस्सा लिया था। (एजेंसी से इनपुट)

युवेंटस ने लीस को 4-0 से हराया, दूसरे नंबर की लाजियो से 7 पॉइंट ज्यादा के साथ टॉप पर; रोनाल्डो ने एक गोल दागा और दो असिस्ट किए June 26, 2020 at 06:14PM

कोरोनावायरस के बीच इटली में खेली जा रही फुटबॉल लीग सीरी-ए में युवेंटस ने लीस को 4-0 से हराया। शुक्रवार देर रात मिली जीत के बाद युवेंटस ने पॉइंट टेबल में दूसरे नंबर पर काबिज लाजियो से 7 अंक ज्यादा की बढ़त बना ली है।

मैच में लीज टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेली थी। उनके डिफेंडर फेबियो लुसियोनी को मैच के 32वें मिनट में रेड कार्ड देकर अंपायर ने बाहर कर दिया था। इस समय तक मैच 0-0 से बराबरी पर था।

दूसरे हाफ में डिबाला ने लगाया मैच का पहला गोल
मैच में पहला गोल युवेंटस के लिए पाओलो डिबाला ने 53वें मिनट में किया। इसके बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो को 62वें मिनट में पेनल्टी मिली, जिसे उन्होंने गोल में बदला। इसके बाद गोंजालो हिगुएन ने 83वें और मैथिस डी लाइट ने 85वें मिनट में गोल किया। मैच में रोनाल्डो ने दो गोल असिस्ट भी किए।

युवेंटस 28 मैच में 69 पॉइंट के साथ टॉप पर

टीम

मैच जीते हारे ड्रॉ पॉइंट
युवेंटस 28 22 3 3 69
लाजियो 27 19 3 5 62
इंटर मिलान 27 17 3 7 58
अटलांटा 27 16 5 6 54
रोमा 27 14 7 6 48


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सीरी-ए की पॉइंट टेबल में युवेंटस टॉप पर है। टीम के 28 मैच में 69 पॉइंट हैं।

विराट ने पंड्या से कहा- खिलाड़ी को मेहनत से ही नंबर-1 बनना चाहिए, किसी को धक्का मारकर नहीं June 26, 2020 at 05:33PM

भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कहा कि कप्तान विराट कोहली ने कई मौकों पर उन्हें सफल होने के लिए सलाह देते रहे हैं। पंड्या ने कोहली से नंबर-1 बनने को लेकर सवाल किया था। इस पर भारतीय कप्तान ने कहा कि खिलाड़ी को कड़ी मेहनत से ही नंबर-1 बनने की कोशिश करना चाहिए, किसी को धक्का मारकर नहीं।

पंड्या ने बड़ौदा के अंडर-19 खिलाड़ियों से कहा, ‘‘दो दिन पहले मैंने विराट से बात की। मैंने उनसे पूछा कि आपकी सफलता का राज क्या है? इस पर कोहली ने कहा कि तुम्हारा एटीट्यूड ठीक है, सबकुछ सही है। आप अपने दिमाग को लगातार एक बात यह बताते रहो कि यदि आपमें नंबर-1 बनने की भूख है, तो इसे सही रास्ते पर चलकर ही पाना चाहिए। किसी को धक्का मारकर नहीं। कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलती है और नंबर-1 बना जाता है।’’

पंड्या को तीन खिलाड़ियों की कप्तानी में खेलने का अनुभव
पंड्या ने अपना वनडे डेब्यू महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में किया था। जबकि उन्होंने पहला टेस्ट विराट की कप्तानी में खेला। इसके अलावा वे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस टीम से खेलते हैं, जिसके कप्तान रोहित शर्मा हैं।

‘अब समझा कि विराट नंबर-1 क्यों हैं’
हार्दिक ने कहा, ‘‘अब मैं समझ गया था कि विराट क्यों नंबर-1 हैं। रोहित शर्मा और धोनी जैसे खिलाड़ी कभी भी नंबर-2 नहीं बनना चाहते। यह खिलाड़ी ऐसे हैं कि यदि ये नंबर-2 बन भी जाते हैं, तो इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता और वे फिर नंबर-1 बनने की कोशिश में जुट जाते हैं। इसी में इनकी महानता है।’’

बॉलर को बेस्ट होना ही चाहिए
ऑलराउंडर ने कहा, ‘‘आपको सबसे बेहतरीन बनने की लगातार कोशिश करते रहना चाहिए। यदि आप बॉलर हैं, तो आपको बेस्ट होना ही चाहिए। यदि आप ट्रेनिंग कर रहे हैं तब आपके अंदर सिर्फ ट्रेनिंग करने की उत्सुकता ही होनी चाहिए। सफलता के लिए आपको अपने जीवन में भी खुद से लड़ाई करते रहना चाहिए।’’



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कोहली ने पंड्या से कहा- तुम्हारा एटीट्यूड ठीक है, सबकुछ सही है। यदि नंबर-1 बनने की भूख है, तो इसे सही रास्ते पर चलकर ही पाना चाहिए। -फाइल फोटो

धवन के घर आए दो नए फैमिली मेंबर, टि्वटर पर शेयर June 26, 2020 at 04:54PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज () देश में लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही अपने घर पर हैं। घातक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते देश और दुनिया में सभी खेल गतिविधियों पर ब्रैक लगा हुआ है। ऐसे में खिलाड़ी घर पर अपने परिवार के साथ ही अपना वक्त बिता रहे हैं। इस बीच लॉकडाउन (Lockdown) में कुछ ढील मिली तो टीम इंडिया के गब्बर धवन ने अपने घर में दो नए सदस्यों को जगह दी है। दरअसल धवन ने दो देसी डॉग्स को गोद लिया है। उन्होंने इन डॉग्स के साथ अपनी दो तस्वीरें पोस्ट कर फैन्स के साथ यह जानकारी साझा की। इन तस्वीरों के साथ धवन ने कैप्शन में लिखा, 'इन प्यारों को आज अडॉप्ट किया। श्लोए और वैलेंटाइन हमारे परिवार के दो नए सदस्य हैं।' यानी धवन ने अपने इन नए डॉग्स का नाम श्लोए और वैलेंटाइन रखा है। एक तस्वीर में धवन इन डॉग्स की पीठ पर हाथ फेरते हुए दिख रहे हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में वह अपने बेटे जोरावर के साथ इन दो नए मेंबर के साथ बैठे हुए हैं। धवन के इस ट्वीट पर न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मिशेल मेकलेन्गन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'नाइस।' बता दें लॉकडाउन के दौरान टीम इंडिया के बाकी खिलाड़ियों की तरह शिखर धवन भी सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव नजर आए। उन्होंने नियमित रूप से इस प्लेटफॉर्म पर फैन्स के साथ मौज-मस्ती और उन्हें जरूरी जानकारी देने का काम जारी रखा।

वर्ल्ड टीम टेनिस में खेलेंगी वीनस, एक ही जगह सभी मैच June 26, 2020 at 05:53PM

वॉशिंगटनदिग्गज महिला टेनिस प्लेयर अमेरिका की वेस्टर्न वर्जीनिया में 12 जुलाई से शुरू होने वाली वर्ल्ड टीम टेनिस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। यह 15वां अवसर होगा जबकि दुनिया की यह पूर्व नंबर-1 महिला खिलाड़ी इस टूर्नमेंट में खेलेंगी। वीनस इस टूर्नमेंट में भाग लेने वाली नौ टीमों में से वॉशिंगटन कैसल्स का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह टूर्नमेंट तीन सप्ताह तक चलेगा। इस प्रतियोगिता के मैच आम तौर पर देश के विभिन्न स्थलों में खेले जाते हैं लेकिन कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए आयोजकों ने इस बार इसका आयोजन एक स्थल पर करने का फैसला किया है। पढ़ें, वीनस ने अपने करियर में सात ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिनमें पांच विंबलडन और दो यूएस ओपन के खिताब शामिल हैं। उन्होंने अपनी छोटी बहन सेरेना के साथ मिलकर 14 महिला युगल ग्रैंडस्लैम खिताब भी जीते हैं। विश्व टीम टेनिस के आउटडोर कोर्ट पर खेले जाने वाले प्रत्येक मैच में 500 दर्शकों को आने की अनुमति होगी। इंडोर कोर्ट में केवल 200 दर्शकों और 50 कर्मचारियों को ही आने की अनुमति मिलेगी।

टी-20 चैम्पियंस लीग की वापसी हो सकती है; भारत, इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया पूरी तरह तैयार June 26, 2020 at 04:20PM

क्रिकेट में टी-20 फैंस का अभी सबसे पसंदीदा फॉर्मेट है। कई देशों में टी-20 लीग शुरू हो चुकी हैं। कई लीग की चैम्पियन टीमों को मौका देने के लिए 2009 में टी-20 चैम्पियंस लीग शुरू की गई थी। 2014 तक यह चली, लेकिन ब्रॉडकास्टिंग इश्यू और कम फैंस के कारण इसे बंद कर दिया गया। अब फिर से इसे शुरू किया जा सकता है।

भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसे देश के क्लब इसके पक्ष में हैं। सरे क्लब के चीफ एक्जीक्यूटिव रिचर्ड गाउल्ड ने कहा कि हम चैम्पियंसलीग की वापसी से खुश होंगे। यह क्लब क्रिकेट की वापसी जैसा है।

रास्ता तलाशने के लिए चर्चा जरूरी

आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के मालिक मनोज बादले ने कहा, ‘चैम्पियंस लीग के लिए अच्छी बात यह है कि यह एक छोटे से टी-20 लीग को उद्देश्य देता है। इसलिए क्वालिटी पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसे फिर से शुरू करने के लिए भारतीय बोर्ड का सपोर्ट जरूरी है।’ आईपीएल के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सुंदर रमन ने कहा कि मैं इसकी वापसी का पूरा समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि यह चर्चा करना महत्वपूर्ण है कि इसका रास्ता कैसे निकलता है।

यह एक तरह से गेम चेंजर साबित होगा
गाउल्ड ने कहा कि भले ही कॉमर्शियल मॉडल वर्क नहीं कर रहा है, लेकिन सभी एक साथ मिलकर फिर टूर्नामेंट को कराने को तैयार होंगे। मैंने आईपीएल टीमों से इस संबंध में चर्चा की है। पाकिस्तान सुपर लीग टीम मुल्तान सुल्तांस के सह मालिक अली खान ने कहा, ‘यदि घरेलू टीमें इंटरनेशनल टूर्नामेंट खेलती हैं तो यह एक तरह से गेम चेंजर साबित होगा।’ ऑस्ट्रेलिया बिग बैश लीग टीम मेलबर्न के हेड निक कमिंस ने कहा कि चैम्पियंस लीग एक अच्छा आइडिया है लेकिन इसमें आगे जाकर सोचना होगा। टूर्नामेंट से कैरेबियन प्रीमियर लीग, पाक, भारत, ऑस्ट्रेलिया की लीग टीमों के पास अच्छा मौका है।

आईसीसी और सभी देश के क्रिकेट बोर्ड को ग्लोबल स्ट्रक्चर देखने की जरूरत: फीका
खिलाड़ियों की ग्लोबल संस्था फीका के हेड टॉम मॉफेट ने कहा कि यह एक अच्छा सुझाव है। इसके लिए शेड्यूल खोजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ी उन चीजों को महत्व देते हैं जो अच्छा हो और जिसकी कॉमर्शियल वैल्यू हो। ऐसे में आईसीसी और बोर्ड को इस संबंध में ग्लोबल स्ट्रक्चर को देखने की जरूरत है। शेड्यूल को इसी तरह से बनाना चाहिए।’

क्लब टूर्नामेंट को वैल्यूएबल बनाने का मौका
आईसीसी के पूर्व हेड ऑफ स्ट्रेटजी जोन लॉन्ग ने कहा कि कहीं पर आकर क्रिकेट में देशों की निर्भरता कम होनी चाहिए। इसके आयोजन से क्लब क्रिकेट को वैल्यूएबल बनाया जा सकता है।

इन 12 टीमों को मिल सकता है मौका

  • एशियन ग्रुप:मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपरकिंग्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुल्तान सुल्तांस (पाक), कोलंबो (श्रीलंका), राजशाही रॉयल्स (बांग्लादेश)
  • वर्ल्ड ग्रुप: सिडनी सिक्सर्स (ऑस्ट्रेलिया), रॉक्स (द. अफ्रीका), बारबाडोस (विंडीज), एसेक्स (इंग्लैंड), वेलिंगटन (न्यूजीलैंड), यूरो टी-20 स्लैम चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क ने भी ट्रेनिंग शुरू की।
  • लीग: आईपीएल की टॉप-3 टीमों के अलावा अन्य देश की चैंपियन टीम को मौका मिल सकता है।


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टी-20 चैम्पियंस लीग में आईपीएल की टॉप-3 टीमों के अलावा अन्य देश की चैम्पियन टीम को मौका मिल सकता है। -फाइल फोटो

अनुमति मिली तो हैदराबाद में 1 जुलाई से बैडमिंटन कैंप June 26, 2020 at 04:22PM

नई दिल्लीभारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) हैदराबाद में प्रैक्टिस कैंप आयोजित करने की योजना बना रहा है। अगर उसे राज्य सरकार से हरी झंडी मिल जाती है तो फिर सहित देश के कुछ चोटी के शटलर को लंबे अर्से बाद कोर्ट पर उतरने का मौका मिल जाएगा। अगर अनुमति मिल जाती है तो 1 जुलाई से कैंप शुरू हो सकता है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पिछले महीने खेलों की बहाली के लिए दिशानिर्देश जारी करने के बाद कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने बेंगलुरू स्थित प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकैडमी में अभ्यास शुरू कर दिया है। हैदराबाद में रहने वाले खिलाड़ी अब भी इसके लिए इंतजार कर रहे हैं। पढ़ें, हैदराबाद में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के बाद तेलंगाना सरकार ने ऐहतियात के तौर पर लॉकडाउन 30 जून तक बढ़ा दिया है लेकिन इसके कारण राज्य के शीर्ष खिलाड़ियों की खेल में वापसी में भी देरी हुई। बैडमिंटन संघ ने महामारी के कारण 27 अप्रैल से 3 मई के बीच होने वाली सीनियर नैशनल चैंपियनशिप मार्च में ही स्थगित कर दी थी। अब उसने सितंबर तक घरेलू टूर्नमेंट शुरू नहीं करने का फैसला किया है।

भारत में 500 रुपए का सट्टा तो गैर कानूनी, पर क्रिकेटर को भारी रकम देकर मैच फिक्स करना अपराध क्यों नहीं? June 26, 2020 at 04:04PM

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के एंटी करप्शन यूनिट के को-ऑर्डिनेटर स्टीव रिचर्डसन ने गुरुवार को कहा कि भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करना होगा, तभी इस पर लगाम लगाई जा सकेगी। कड़ा कानून नहीं होने से क्रिकेट में भ्रष्टाचार की जांच करते समय अधिकारियों के हाथ बंधे रहते हैं। भारत में 1867 का बेटिंग कानून काफी कमजोर है। इसमें सिर्फ 200 से 500 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है।

यदि आप 500 रुपए का सट्टा लगाते हैं, तो यह गैर-कानूनी है। लेकिन किसी खिलाड़ी को खराब प्रदर्शन के लिए लाखों रुपए देते हैं, तो यह गैर-कानूनी नहीं है। बेटिंग (सट्टा)और फिक्सिंग के लिए अलग-अलग कानून होने चाहिए। क्योंकि कई देशों में बेटिंग को मान्यता मिली हुई है। भारत में 2021 से 2023 के बीच टी-20 और वनडे वर्ल्ड कप जैसे दो बड़े टूर्नामेंट होने हैं। इस पर सट्टेबाजों की नजर होगी। ऐसे में अगर भारत मैच फिक्सिंग को लेकर कानून बनाता है, तो खेल को सुरक्षित रखने के इरादे से यह गेमचेंजर साबित होगा।

दक्षिण एशिया में श्रीलंका पहला देश है, जहां मैच फिक्सिंग
रिचर्डसन का कहना है कि दक्षिण एशिया में श्रीलंका पहला देश है, जहां मैच फिक्सिंग के मामलों में 10 साल की सजा का प्रावधान है। यहां 2019 में कानून बनाया गया था। जबकि पाकिस्तान में भी जल्द कड़ा कानून बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसकी मंजूरी दे दी है। लेकिन भारत में अब तक ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसके बावजूद हम भारतीय पुलिस के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग रोकने के लिए काम कर रहे हैं।

8 मैच फिक्सर के नाम बता सकता हूं: रिचर्डसन
उन्होंने कहा, ‘‘आईसीसी के पास भी मैच फिक्सिंग रोकने के लिए सीमित संसाधन हैं, जिसका फायदा फिक्सिंग में शामिल लोग उठाते हैं। अभी हम फिक्सिंग से जुड़े 50 मामलों की जांच कर रहे हैं और इनमें से अधिकतर भारत से जुड़े हुए हैं। मैं कम से कम आठ लोगों के नाम पुलिस या भारत सरकार को सौंप सकता हूं, जो मैच फिक्स करने के लिए खिलाड़ियों से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते हैं।’’

स्टेट लीग के एक मैच में 19 करोड़ रुपए तक की कमाई
पिछले दिनों आईसीसी के एक वेबिनार में बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख अजीत सिंह ने कहा था कि जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में सट्टेबाज खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ, ऑफिशियल्स से संपर्क करते हैं। हर साल सट्टेबाजी के जरिए 30 से 40 हजार करोड़ रुपए की कमाई होती है। कई स्टेट क्रिकेट लीग की जांच के दौरान यह पता चला कि कुछ मैचों में यह रकम करीब 19 करोड़ तक थी। अगर कानून बन जाता है, तो फिक्सिंग रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी।



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दक्षिण एशिया में श्रीलंका पहला देश है, जहां मैच फिक्सिंग के मामलों में 10 साल की सजा का प्रावधान है। यहां 2019 में कानून बनाया गया था। -फाइल फोटो

अमेरिका की जेसी ने 841 किमी की स्पीड से दौड़ाई थी रेसिंग कार, हादसे में मौत के 10 माह बाद अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज June 26, 2020 at 03:03PM

अमेरिका की चर्चित जेट कार रेसर जेसी कॉम्ब्स को मरणोपरांत दुनिया में सबसे तेज स्पीड से कार चलाने के रिकॉर्ड से नवाजा गया है। जेसी की मौत 27 अगस्त 2019 को ओरेगॉन के अल्वर्ड डेजर्ट में लैंड-स्पीड रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश के दौरान हुई थी। इस दौरान उनकी जेट पॉवर्ड कार ने 841 किमी प्रति घंटे की स्पीड को पार कर लिया था।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने गुरुवार को इस रिकॉर्ड को अधिकारिक रूप से शामिल करने की घोषणा की।39 साल की जेसी ने 40 साल पहले अल्वर्ड के ही मरुस्थल में अपनी हमवतन किटी ओ नील के बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ा। किटी ने अपनी तीन पहियों वाली जेट कार से 1976 में 823 किमी प्रति घंटे की स्पीड का रिकॉर्ड बनाया था। जेसी के रेसिंग पार्टनर रह चुके टैरी मैडेन ने इंस्टाग्राम परभावुक पोस्ट किया है।

टैरी ने लिखा- आखिर जेसी जीत ही गई

टैरी ने इस रिकॉर्ड की पुष्टि करते हुए कहा, ‘आखिरकार जेसी जीत ही गई, जिसके लिए उसने अपनी जान दी। कोई भी रिकॉर्ड उसके जज्बे से बड़ा नहीं हो सकता। यह ऐसा लक्ष्य था, जिसे वह हमेशा पाना चाहती थी। मुझे मेरी साथी पर गर्व है।’

घर में बनाई थी तीन पहियों वाली कार

टैरी बताते हैं कि जेसीसुबह अलार्म बजने के साथ ही उठते हुए बाेली थीं- आओ, आज इतिहास बनाते हैं। यह हमारे लिए एक अद्भुत दिन था, क्योंकि विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए हमारे प्रयास का यह अंतिम अवसर था। इसके बाद जेसी अपनी कार से अल्वर्ड मरुस्थल में रेस के लिए अकेले ही रवाना हुई।

जब पूरी तैयारी के साथ उसकी जेट कार ने रफ्तार पकड़ी और देखते ही देखते 841.338 किमी की रिकॉर्ड स्पीड को हासिल कर लिया। तभी तीन पहियों वाली कार के अगले पहिए में तकनीकी खराबी आ गई और कार हादसे का शिकार हो गई। जेसी ने यह कार घर में ही बनाई थी। अमेरिका के हार्नी काउंटी शेरिफ कार्यालय ने कहा कि दुर्घटना के समय कार की स्पीड 885.139 किमी से ज्यादा थी।

जेसी की मौत सिर में तेजी से चोट लगने के कारण हुई और उनकी कार में आग लग गई। हालांकि, उन्हें तत्काल बाहर निकाल लिया गया, लेकिन अस्पताल ले जाने के पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया था।’

सबसे तेज रफ्तार वाली महिला के नाम से जानी जाती थीं
बचपन से रफ्तार की शौकीन जेसी ने 2013 में 640.549 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से नया रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद वह दुनिया की सबसे तेज रफ्तार वाली महिला के नाम से लोकप्रिय हो गई थीं।



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जेट कार रेसर जेसी कॉम्ब्स ने तीन पहियों वाली कार घर में ही बनाई थी। (फाइल फोटो)

SRH के लिए खेलना करियर का ‘टर्निंग पॉइंट’ रहा : भुवी June 25, 2020 at 11:20PM

नई दिल्ली भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि टीम के लिए खेलना उनके करियर का टर्निंग पॉइंट रहा क्योंकि इसी दौरान उन्होंने अंतिम ओवरों में गेंदबाजी के दबाव से निपटना सीखा। भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ आक्रमण में से हैं और भुवनेश्वर इसके अहम गेंदबाज हैं जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और उमेश यादव शामिल हैं। भुवनेश्वर ने कहा कि उनमें हमेशा से यॉर्कर गेंद फेंकने की काबिलियत थी लेकिन 2014 में सनराइजर्स टीम से जुड़ने के बाद उन्होंने महत्वपूर्ण क्षणों में इसे फेंकने का हुनर सीखा। भुवनेश्वर ने दीप दास गुप्ता ने क्रिकेटबाजी शो में कहा, ‘मैं यॉर्कर डाल सकता था लेकिन फिर मैं इसे भूल गया। सनराइजर्स हैदराबाद में वे मुझसे पारी के शुरू में और अंत में गेंदबाजी कराना चाहते थे। 2014 में मैंने 14 मैच खेले, मैंने इस दौरान दबाव से निपटना सीखा और यह टर्निंग पॉइंट रहा।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने नई चीजें सीखीं, विशेषकर अंतिम ओवरों में दबाव से निपटना सीखा (सनराइजर्स के लिए खेलते हुए)।’ वनडे में 132 और टेस्ट में 63 विकेट चटकाने वाले भुवनेश्वर ने कहा कि जब वह खुद को मैचों में नतीजों के बारे में सोचने से दूर रखते हैं तो वह हमेशा सफल रहते हैं जैसे कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी। उन्होंने कहा, ‘एम एस धोनी की तरह, मैं खुद को नतीजे के बारे में सोचने से दूर रखने की कोशिश करता हूं और छोटी छोटी चीजों पर ध्यान देता हूं। इससे अपनी इच्छानुसार नतीजा हासिल करने में मदद मिलती है।’ उन्होंने कहा, ‘आईपीएल के दौरान जब मेरे कुछ सत्र अच्छे रहे तो मैं इसी दौर में था। मैं अपनी प्रक्रिया के बारे में इतना ध्यान लगाता था कि नतीजा हमेशा ‘दूसरा स्थान’ ले लेता था। और परिणाम सकारात्मक ही आता था।’ कोविड-19 महामारी के कारण खेल से दूर रखकर कैसे प्रेरित कर रहे हैं तो भुवनेश्वर ने कहा कि यह आसान नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं लॉकडाउन के पहले 15 दिन काफी प्रेरित था। कोई भी नहीं जानता था कि यह कितने दिन रहेगा और मेरे पास घर में भी एक्सरसाइज के लिए उपकरण नहीं थे। हमने सोचा कि चीजें दो महीनों में बेहतर हो जायेंगी।’ भुवनेश्वर ने कहा, ‘लेकिन 15 दिन बाद मुझे खुद को प्रेरित करने में मुश्किल आने लगी। फिर मैंने घर पर ही उपकरण मंगवा लिए और तब से चीजें थोड़ी सुधर गई हैं। मैं इस लॉकडाउन के से खुद को और बेहतर करके वापस आना चाहता हूं। मैदानी प्रदर्शन अलग बात है, लेकिन मैं अपनी फिटनेस पर काम कर सकता हूं।’

सदी के टॉप 30 क्रिकेटर: टेस्ट में सचिन को जगह नहीं June 25, 2020 at 11:44PM

नई दिल्लीक्रिकेट की प्रतिष्ठित पत्रिका विजडन ने नई सदी में क्रिकेट के सबसे वैल्यूएबल प्लेयर्स की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट को तैयार करने के लिए कई तरह के आकलन किए गए हैं। इस टेस्ट क्रिकेट की लिस्ट में श्रीलंका के मुथैया चोटी पर हैं वहीं भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को दूसरे पायदान पर रखा गया है। वहीं एकदिवसीय क्रिकेट की बात करें इंग्लैंड के ऑलराउंडर ऐड्रू फ्लिंटॉफ चोटी पर हैं और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन को दूसरे नंबर पर रखा गया है। इस लिस्ट में कई बड़े नाम हैं। ऑस्ट्रेलिया के कई दिग्गज खिलाड़ियों को इसमें जगह मिली है। लेकिन कई बड़े नाम इस लिस्ट से गायब हैं। इसमें सचिन तेंडुलकर और जेम्स एंडरसन के नाम शामिल नहीं हैं। नवभारत टाइम्स स्पोर्टस को भेजी गई लिस्ट में टेस्ट क्रिकेट में को 18वें और वनडे में छठे नंबर पर रखा गया है। वहीं सचिन को वनडे टीम में 22वें पायदान पर रखा गया है। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टेस्ट क्रिकेट में 8वें पायदान पर रखा गया है। इस लिस्ट को एनालिसिस कंपनी क्रिकविज ने तैयार किया है। इसे बनाने के लिए हर खिलाड़ी को एक खास एमपीवी रेटिंग दी गई। इसमें आंकड़ों के जरिए यह देखा गया कि उस खिलाड़ी का बाकियों के मुकाबले मैच का कितना असर पड़ा। टी20 क्रिकेट की बात करें तो अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान को नंबर वन पर रखा गया है। लेग स्पिनर राशिद ने अपने खेल से काफी प्रभावित किया है। दूसरे नंबर पर भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर तीसरे स्थान पर हैं और क्रिस गेल छठे पायदान पर रखा गया है।
टेस्ट के टॉप 10 खिलाड़ी वनडे के MVP ऑफ द सेंचुरी
मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका) ऐंड्रू फ्लिंटॉफ (इंग्लैंड)
रविंद्र जडेडा (भारत) शाकिब अल हसन (बांग्लादेश)
स्टीव स्मिथ (ऑस्ट्रेलिया) ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया)
ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया) एबी डिविलियर्स (साउथ अफ्रीका)
शॉन पॉलक (साउथ अफ्रीका) केन विलियमसन (न्यूजीलैंड)
शाकिब अल हसन (बांग्लादेश) विराट कोहली (भारत)
जैक कालिस (साउथ अफ्रीका) शॉन पॉलक (साउथ अफ्रीका)
रविचंद्रन अश्विन (भारत) हाशिम अमला (साउथ अफ्रीका)
पैट कमिंस (ऑस्ट्रेलिया) नाथन ब्रेकन (ऑस्ट्रेलिया)
शेन वॉर्न (ऑस्ट्रेलिया) जैक कालिस (साउथ अफ्रीका)
विजडन क्रिकेट मंथली के एडिटर-इन-चीफ फिल वॉकर ने फ्लिंटॉफ के बारे में बताया- 'गेंद से वह डेथ ओवर्स के विशेषज्ञ थे और बल्ले से भी कमाल का प्रदर्शन करते थे। साल 2003 से 2004 के बीच उन्होंने 51 के औसत से 1264 रन बनाए वहीं 20 के औसत से 41 विकेट लिए। उनका इकॉनमी रेट 3.60 रहा। वह एक ऑलराउंडर की अहमियत दिखाते हैं।'

डैरेन सैमी को बाउंसर नियम में दिखा रंगभेद June 25, 2020 at 10:48PM

नई दिल्ली क्रिकेट की प्रतिष्ठित पत्रिका विज़डन ने 21वीं सदी की टेस्ट के मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर्स की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में श्रीलंका के महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन टॉप पर हैं। वहीं दूसरे स्थान पर भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा का नाम है। मुरलीधरन के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हैं। मुरली ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 800 विकेट लिए हैं। क्रिकेट को बाउंसर से तब कोई समस्या नहीं थी जब वाइट टीम के तेज गेंदबाज बाउंसर्स फेंकते थे तब तक कोई परेशानी नहीं थी लेकिन जब वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों ने इसमें महारत हासिल कर ली तो बाउंसर्स को लिमिट करने का नियम लागू कर दिया गया। उन्होंने गुरुवार को कहा, ''फायर इन बेबीलोन' को देखने पर पता चलता है, 'जेफ थॉमसन और डेनिस लिलि तेज गेंदबाजी करते थे और लोगों को चोटिल करते थे। तब मैं देखता हूं जब ब्लैक टीम ने दबदबा बनाना शुरू किया तब आप देखते हैं कि बाउंसर का नियम आ जाता है। और इस तरह के तमाम नियम आ जाते हैं। और जितना मैं समझ पा रहा हूं यह ब्लैक टीम को रोकने के लिए था। यह उस कामयाबी को रोकने के लिए था जब एक ब्लैक टीम हासिल कर सकती थी।' उन्होंने कहा, 'मैं गलत हो सकता हूं लेकिन मैं इसे ऐसे ही देख रहा हूं। और सिस्टम को ऐसा नहीं होने देना चाहिए।' 1991 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक बल्लेबाज को एक ओवर में एक बाउंसर फेंकने का नियम लागू किया। इस नियम से बाउंसर को लिमिट करने की कोशिश की गई। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज कर्टली ऐम्ब्रोस ने अपनी आत्मकथा में लिखा था- 'लोगों को यह गलतफहमी है कि वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज बल्लेबाजों को आउट करने के बजाए उन्हें चोटिल करके मैदान से बाहर भेजना चाहते हैं लेकिन यह सच नहीं है... बाउंसर्स तेज गेंदबाज के तरकश का तीर है। अगर मैं आपको बाउंसर्स के जरिए थोड़ा असहज कर सकता हूं तो इससे मुझे आपको आउट करने के ज्यादा मौके होंगे। और ऐसा नहीं है कि सिर्फ हमने ही बाउंसर्स फेंके हैं बल्कि हमारे खिलाड़ियों को भी चोट लगी है। यह खेल का हिस्सा है।'

पुजारा से मजे लेने की कोशिश, भुवी को पड़ गई भारी June 25, 2020 at 10:48PM

नई दिल्लीकोरोना वायरस महामारी के कारण भारतीय क्रिकेट और इससे जुड़ी गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है। ऐसे में खेल जगत की दिग्गज हस्तियां अपने-अपने घर पर वक्त बिता रही हैं। कुछ क्रिकेटर सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं और इसी में पेसर भी शामिल हैं। भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने सोशल मीडिया पर से मजे लेने की कोशिश की लेकिन इस बल्लेबाज ने हाजिरजवाबी से उन्हें चुप करा दिया। फैंस और साथी खिलाड़ियों के बीच भुवी से मशहूर इस पेसर ने अन्य भारतीय तेज गेंदबाजों के साथ एक पुरानी तस्वीर शेयर की। पढ़ें, भुवनेश्वर ने इंस्टाग्राम पर जो फोटो पोस्ट की, उसमें मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव भी नजर आ रहे हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'थ्रोबैक, उस दिन के लिए जब हम चेतेश्वर पुजारा पर एक ऑल आउट बाउंसर अटैक की साजिश रच रहे थे।' उन्होंने साथ ही हंसने वाली इमोजी लगाई और हैशटैग में इस्तेमाल किया- मिस प्लेइंग, मिस बोलिंग (#fondmemories #missplaying #missbowling #paceattack) इस पर पुजारा ने कॉमेंट में भुवी को 'मास्टरमाइंड' बताया। पुजारा ने लिखा, 'यह भी देखना चाहिए था कि कितना थका होगा कुंद करने के लिए?' उन्होंने हैशटैग इस्तेमाल करते हुए लिखा, 'मास्टरमाइंड भुवी #MastermindBhuvi' कोविड-19 महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है। यदि ऐसा ना होता तो टीम इंडिया के कई खिलाड़ी में फिलहाल अपनी-अपनी टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे होते।

रॉस टेलर ने कहा- वनडे में सुपर ओवर नहीं होना चाहिए, फाइनल टाई होने पर दोनों टीमें ट्रॉफी शेयर करें June 25, 2020 at 10:13PM

न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर का कहना है कि अगर वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल टाई हो जाता है, तो ट्रॉफी शेयर करने से परहेज नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि वनडे में सुपर ओवर जरूरी नहीं।

पिछले साल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच हुआ वर्ल्ड कप फाइनल टाई रहा था। इसके बाद सुपर ओवर हुआ, जब वो भी टाई रहा, तो बाउंड्री काउंट नियम के तहत फैसला हुआ औरज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया। हालांकि, इस नियम की बाद में खूब आलोचना हुई। इसके बाद आईसीसी को इसे बदलना पड़ा।

सुपर ओवर का नया नियम आईसीसी टूर्नामेंट में लागू होगा

नए नियम के मुताबिक, अगर फाइनल और सेमीफाइनल मैच टाई होता है, तो सुपर ओवर तब तक जारी रहेगा, जब तक नतीजा न निकल जाए। ये नियम आईसीसी टूर्नामेंट में लागू होगा।

ज्वाइंट विनर घोषित करना सही: टेलर

टेलर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, ‘‘मैं अभी भी वनडे क्रिकेट में सुपर ओवर के नियम से सहमत नहीं हूं। मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट लंबा फॉर्मेट है, इसलिए टाई होने में कोई परेशानी नहीं। टी-20 में, इस पर अमलकरना सही है, लेकिन वनडे में सुपर ओवर जरूरी है। मुझे लगता है कि आपके पास एक ज्वाइंट विनर हो सकता है। ’’

'वर्ल्ड कप फाइनल में जो हुआ वह निराशाजनक'

वनडे क्रिकेट की लंबाई को देखते हुएटेलर को लगता है कि टाई सही नतीजा है। टेलर कहते हैं, ‘‘वर्ल्ड कप के दौरान मुझे सुपर ओवर के नियम के बारे में सही में नहीं पता था। मैं तो अंपायरों के पास यह कहने चला गया कि कितना बढ़िया खेल रहा। आखिर में जो हुआ वह निराशाजनक था।’’

न्यूजीलैंड सुपर ओवर में 8 से 7 बार हारी

टेलर ने आगे कहा कि वनडे में 100 ओवर खेलने के बाद भी अगर कोई नतीजा नहीं निकल पा रहा, तो दोनों टीमों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित करें। कीवी बल्लेबाज सुपर ओवर नियम के इसलिए भी खिलाफ हैं, न्यूजीलैंड टीम का सुपर ओवर रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। न्यूजीलैंड की टीम सुपर ओवर में 8 में से 7 बार हारी है।

26 बाउंड्री लगाने वाला इंग्लैंड विजेता बना था
2019 में हुए वर्ल्ड कप फाइनल में सुपर ओवर खेला गया। वर्ल्ड कप इतिहास में ऐसा पहली बार ही हुआ था। यह भी पहली बार हुआ, जब मैच और सुपर ओवर, दोनों टाई हुए। न्यूजीलैंड ने पहले 241 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम 241 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। सुपर ओवर में इंग्लैंड ने 15 रन बनाए थे।

न्यूजीलैंड ने इस लक्ष्य की बराबरी तो कर ली, लेकिन जीत के लिए जरूरी एक अतिरिक्त रन नहीं बना पाई थी। इसके बाद बाउंड्री काउंट नियम लागू हुआ। पूरे मैच में इंग्लैंड ने 26 और न्यूजीलैंड ने 17 बाउंड्री लगाईं। ज्यादा बाउंड्री लगाने की वजह से इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया।



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नए नियम के मुताबिक, अगर फाइनल और सेमीफाइनल मैच टाई होता है, तो सुपर ओवर तब तक जारी रहेगा, जब तक नतीजा न निकल जाए। -फाइल

वनडे में सुपर ओवर की जरूरत नहीं: टेलर June 25, 2020 at 07:25PM

नई दिल्लीन्यूजीलैंड के सीनियर बल्लेबाज रोस टेलर ने कहा है कि 50 ओवरों के विश्व कप में मैच टाई होने पर ट्रोफी टीमों के बीच साझा कर देनी चाहिए क्योंकि उनका मानना है कि एकदिवसीय प्रारूप में सुपर ओवर जरूरी नहीं है। पिछले साल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच मैच टाई छूटने और उसके बाद सुपर ओवर के भी बराबर रहने पर ‘बाउंड्री की गिनती’ से इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया था। इस नियम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की कड़ी आलोचना हुई थी। इसके बाद को नियम में बदलाव करना पड़ा जिसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल में विजेता निर्धारित करने के लिए लगातार सुपर ओवर खेले जाने का प्रावधान है। लेकिन टेलर को लगता है कि मैच टाई होने पर ट्रोफी साझा कर देनी चाहिए। टेलर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, ‘मैं एकदिवसीय मैचों में सुपर ओवर को लेकर अब भी दुविधा में हूं। मुझे लगता है कि एकदिवसीय मैच लंबे समय तक खेला जाता है और मुझे टाई मैच को टाई के रूप में ही समाप्त करने में कोई दिक्कत नहीं है।’ देखें स्कोरकार्ड- उन्होंने कहा, ‘टी20 में मैच आगे जारी रखना सही है जैसे कि फुटबॉल या अन्य खेलों में होता है ताकि विजेता का निर्धारण किया जा सके लेकिन मुझे नहीं लगता कि एकदिवसीय मैचों में सुपर ओपर जरूरी है। मेरा मानना है कि संयुक्त विजेता हो सकता है।’ टेलर ने कहा, ‘विश्व कप के दौरान मैं असल में अंपायरों के पास गया और मैंने कहा कि मैच अच्छा था। मुझे नहीं पता था कि सुपर ओवर भी होगा। मैच टाई छूटा है तो उसे टाई ही रहना चाहिए। मेरा मनना है कि वनडे में आपको 100 ओवर खेलने होते हैं और अगर तब भी कोई अंत में बराबरी पर रहता है तो फिर मुझे लगता है कि टाई बुरा परिणाम नहीं है।’ न्यूजीलैंड का सुपर ओवर में रिकार्ड अच्छा नहीं रहा है। उसने सभी प्रारूपों में इस तरह के आठ से सात अवसरों पर मैच गंवाया।

19 साल की वैशाली सेमीफाइनल में पहुंची, मंगोलिया की मुंखजुल को हराया; कोनेरू हंपी पहले राउंड में ही बाहर June 25, 2020 at 09:03PM

भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली (19) ने गुरुवार को फीडे चेस.कॉम महिला स्पीड चेस चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। चैम्पियनशिप के पहले लेग में वैशाली ने मंगोलिया की इंटरनेशनल मास्टर मुंखजुल तुरमुंख को हराया। हालांकि, भारत की दिग्गज शतरंज खिलाड़ी कोनेरू हंपी पहले ही राउंड में बाहर हो गई हैं।

इससे पहले वैशाली ने पहले राउंड में पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन एंताओनेता स्टेफानोवा को हराया था। भारतीय यूवा ग्रैंडमास्टर ने बुल्गारिया की चैम्पियन के खिलाफ 6-5 से मुश्किल मुकाबला जीता था। वैशाली का सेमीफाइनल यूक्रेन की अन्ना उशेनिना से होगा।

इंटरनेट की वजह से हारीं कोनेरू हंपी
वहीं, वर्ल्ड चैम्पियन हंपी को वियतनाम की थाओ नगुयेन फाम ने 4.5-5.5 हराया। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच हमेशा कड़ी टक्कर रही है। हंपी ने कहा, ‘‘एक घंटे तक मैंने मैच में 5.5-2.5 की विजयी बढ़त बना ली थी। तभी इंटरनेट में दिक्कत आने लगी और मैंने काफी समय इसी में गंवा दिया। इसके बाद मैच नियम के मुताबिक बराबर आ गया था।’’

20 जुलाई को होगा सुपर फाइनल
चैम्पियनशिप को चार लेग के साथ खेला जा रहा है। इसमें दुनियाभर के 21 खिलाड़ी शामिल हुए हैं। हर एक खिलाड़ी को तीन लेग खेलना होगा। तीनों लेग के बाद सबसे ज्यादा पॉइंट वाले दो खिलाड़ियों के बीच 20 जुलाई को सुपर फाइनल खेला जाएगा।



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वैशाली ने पहले राउंड में पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन एंताओनेता स्टेफानोवा के खिलाफ 6-5 से मुश्किल मुकाबला जीता था। -फाइल फोटो

भज्जी के लिए गिड़गिड़ाया था मैंः श्रीसंत June 25, 2020 at 08:04PM

नई दिल्ली भारत के चोटी के स्पिनर्स में शुमार हरभजन सिंह के लिए साल 2008 काफी विवादों वाला रहा। पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐंड्रू सायमंड्स के साथ 'मंकीगेट' विवाद में उलझे और इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन में श्रीसंत को थप्पड़ मारकर फंसे। इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन के इस मुकाबले में मुंबई इंडियंस को किंग्स इलेवन पंजाब के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। श्रीसंत पंजाब का हिस्सा थे और हरभजन मुंबई इंडियंस की टीम की ओर से खेल रहे थे। हार के बाद श्रीसंत ने हरभजन सिंह को इस पर कुछ कहा जिसके बाद भज्जी ने गुस्से में श्रीसंत को चांटा जड़ दिया। हरभजन सिंह को यह चांटा बहुत भारी पड़ा और उन्हें लीग के बाकी मैचों से बाहर कर दिया गया। उन्हें उनकी फीस 3.75 करोड़ रुपये भी नहीं मिली। श्रीसंत ने हाल ही में बताया कि उन्होंने आखिर हरभजन को क्या कहा था? श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने हरभजन को 'पंजाब बॉम्बे को हराएंगे, पंजाब बॉम्बे को हराएंगे।' कहा था। उन्होंने यह भी बताया कि वह बीसीसीआई द्वारा नियुक्त किए गए कमिश्नर सुधींद्र नानावती के सामने रोए थे और गिड़गिड़ाए थे कि वह हरभजन सिंह को सजा न दें। श्रीसंत ने क्रिकेट एडिक्टर के साथ बातचीत में कहा, 'सचिन पाजी (सचिन तेंडुलकर) की वजह से सब कुछ निपट गया था। उन्होंने कहा तुम दोनों एक ही टीम में खेलते हो। मैं कहा सब ठीक है। मैं जाऊंगा और उनसे मिलूंगा। हम मिले और उसी रात को साथ डिनर किया लेकिन मीडिया इसे अलग ही स्तर पर ले गया।' उन्होंने कहा, 'यहां तक कि नानावती सर के सामने भी, उनके पास इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग होगी या नहीं जहां मैं उनके सामने रो रहा हूं और गिड़गिड़ा रहा हूं कि भज्जी पा को बैन न करें या कोई दूसरा ऐक्शन न लें, हम साथ खेलने वाले हैं। मैं उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता क्योंकि वह एक मैच-विनर हैं। मैं भज्जी पा के साथ मैच जीतना चाहता हूं क्योंकि मैं उन्हें अपना बड़ा भाई मानता हूं... इसका एक वीडियो भी है... मुझे नहीं पता कि वह आपको यह देंगे या नहीं। आप नानावती सर से पूछ सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'लेकिन मेरे और भज्जी पा के रिश्ते अब बिलकुल सामान्य हैं। वह काफी बदल चुके हैं। उन्होंने एक पब्लिक वीडियो में भी कहा है, 'श्री तू कहीं भी हो यार माफ कर दे'... वह हमेशा मेरे बड़े भाई रहेंगे, वह वक्त अलग था लेकिन वह हमेशा लीजेंड रहेंगे।'

कैसे धोनी ने IPL में चेन्नै को बनाया था अपना 'घर' June 25, 2020 at 08:38PM

नई दिल्लीटीम इंडिया के पूर्व कैप्टन रांची से ताल्लुक रखते हैं लेकिन इससे जुड़ी उनकी कोई टीम नहीं है। ऐसे में उन्हें पहली बार 2008 में चेन्नै सुपरकिंग्स ने आईपीएल नीलामी में खरीदा था, जिससे एक साल पहले ही उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप दिलाया था। भले ही पहले सीजन में चेन्नै टीम खिताब से चूक गई थी और उपविजेता रही लेकिन धोनी ने अपना करिश्मा दिखा दिया। उन्होंने चेन्नै को भी अपनी कप्तानी में सबसे सफल टीमों में शुमार करा दिया। आईपीएल के पूर्व सीओओ ने इससे जुड़ा किस्सा शेयर किया है। पढ़ें, साल 2008 में चेन्नै फ्रैंचाइजी ने धोनी को नीलामी में खरीदने के लिए बड़ी राशि लगाई। पहली बार आईपीएल में खिलाड़ियों की नीलामी 20 फरवरी 2008 को आयोजित की गई थी। आईपीएल की पहली नीलामी में 89 खिलाड़ियों को खरीदा गया था। सुंदर रमन ने गौरव कपूर के साथ बातचीत में जानकारी दी कि किस तरह सीएसके फ्रैंचाइजी इस दिग्गज खिलाड़ी के पीछे बड़ी राशि खर्च करने में सक्षम थी। तब कोलकाता नाइट राइडर्स ने पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली को अपना आइकन खिलाड़ी बनाया, दिग्गज सचिन तेंडुलकर मुंबई इंडियंस के आइकन खिलाड़ी थे लेकिन चेन्नै टीम के पास एक कोई आइकन खिलाड़ी नहीं था। पढ़ें, साल 2008 में आईपीएल की पहली नीलामी में चेन्नै फ्रैंचाइजी को बड़ा फायदा इसी बात का मिला कि आइकन खिलाड़ी नहीं होने के कारण टीम फ्री ऑक्शन में हिस्सा ले सकती थी। सुंदर रमन ने कहा, '2008 के आईपीएल में दिग्गज खिलाड़ियों को उनकी संबंधित फ्रैंचाइजी को देना था। जैसे मुंबई के लिए सचिन, पंजाब के लिए युवराज सिंह, दिल्ली के लिए वीरेंदर सहवाग, कोलकाता के लिए सौरभ गांगुली.. लेकिन धोनी, जो स्टारडम के पीक पर थे, घरेलू टीम के बिना थे।' रमन ने आगे कहा, 'उन्होंने फिर चेन्नै को अपना घर बनाया, उस समय आइकन खिलाड़ी को सैलरी निर्धारित नहीं थी और टीम पर सबसे अधिक भुगतान किए जाने वाले खिलाड़ी की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा फीस देनी थी। जब चेन्नै में एक आइकन खिलाड़ी नहीं था, इसलिए अपनी पसंद के खिलाड़ी के लिए बोली लगाने के लिए थोड़ा ज्यादा स्वतंत्र थी। इसलिए धोनी चेन्नै टीम में गए।' 38 वर्षीय धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नै की टीम को साल 2010, 2011 और 2018 में आईपीएल चैंपियन बनाया। पहले सीजन में भी टीम फाइनल में पहुंची थी लेकिन राजस्थान रॉयल्स के हाथों उसे शिकस्त झेलनी पड़ी।