Thursday, December 30, 2021

SA vs IND: जीत के बाद टीम के फैन हुए विराट कोहली, बोले- साउथ अफ्रीका में खेलना हमेशा मुश्किल होता है December 30, 2021 at 01:54AM

सेंचुरियन भारतीय टीम ने सेंचुरियन में कोई टेस्ट मैच नहीं जीता था। भारत ने यहां पहले दो टेस्ट मैच खेले थे और दोनों बार उसे हार मिली थी। साल 2010 और 2018 में साउथ अफ्रीका ने भारत को हराया था। बतौर बल्लेबाज का बल्ला साल 2021 में भले ही खास कुछ न कर पाया हो लेकिन कप्तान के रूप में उनके लिए यह साल उनके लिए बहुत अच्छा रहा है। इस साल भारत ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया के किले को ढहाया और साल के अंत में उसने साउथ अफ्रीकी किले को फतह किया। जीत के बाद कोहली ने अपनी टीम की बहुत तारीफ की। भारत सेंचुरियन में टेस्ट जीतने वाली पहली एशियाई टीम है। जीत के बाद कोहली ने कहा, 'हमने अच्छी शुरुआत की। हमें यह भी समझना चाहिए कि एक दिन का खेल बारिश से धुल गया था। इसी से अंदाजा लगता है कि हम कितना अच्छा खेले।' भारतीय टीम के लिए चूंकि सेंचुरियन बहुत अच्छा नहीं रहा है। और कोहली भी इस बात से वाकिफ थे। उन्होंने कहा, 'साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेलना वाकई बहुत मुश्किल होता है।' विराट ने अपनी बल्लेबाजों की तारीफ की। कोहली ने कहा, 'हमारे बल्लेबाजों ने बहुत संयम दिखाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना विदेशी धरती पर एक कठिन चुनौती होता है।' कोहली ने पहली पारी में भारत को मजबूत आधार देने वाले मयंक अग्रवाल और केएल राहुल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का अंदाजा था कि अगर हमने 300-320 रन बना लिए तो हमारी स्थिति बहुत मजबूत होगी। भारतीय कप्तान को अपने गेंदबाजों पर भी पूरा यकीन था। उन्होंने कहा, 'हमें यह अंदाजा था कि यह स्कोर बनाने के बाद हमारे गेंदबाज अपना काम कर देंगे।' जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की थी। कोहली ने कहा कि हमने इस बारे में ड्रेसिंग रूम में बात की थी। कोहली ने कहा, 'बुमराह ने पहली पारी में जो अधिक गेंदबाजी नहीं की इस वजह से साउथ अफ्रीका ने 40 रन अधिक बनाए। हमारे गेंदबाजों ने मिलकर जिस तरह का प्रदर्शन किया वह मुश्किल परिस्थितियों में हमारी जीत की सबसे खास बात है।' विराट कोहली ने मोहम्मद श्मी की भी तारीफ की। कोहली ने कहा कि शमी वर्ल्ड क्लास तेज गेंदबाज हैं। कोहली ने कहा, 'मेरी नजर में दुनिया के चोटी के तीन तेज गेंदबाजों में हैं। उनकी कलाई काफी मजबूत है, उनकी सीम पोजिशन भी कमाल है और वह निरंतरता से सही लेंथ पर गेंदबाजी करते हैं।' भारत को अगला मैच जोहान्सबर्ग में खेलना है। भारतीय टीम ने पिछली बार यहां जीत हासिल की थी और कोहली ने कहा कि हमें उस मैदान पर खेलना काफी पसंद है।

मोहम्मद सिराज का थ्रो तेबा बावुमा के टखने पर जाकर लगी गेंद, गेंदबाज ने जाकर माफी मांगी December 30, 2021 at 01:06AM

सेंचुरियन भारतीय टीम सेंचुरियन टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया है। उसने 113 रन से जीत हासिल की है। वह सेंचुरियन में टेस्ट मैच जीतने वाली पहली एशियाई टीम बन गई है। भारत ने लंच तक सात विकेट हासिल कर लिए थे और दूसरे सेशन में सिर्फ दो ओवरों में भारत ने तीन विकेट लेकर मैच जीत लिया। साउथ अफ्रीका की उम्मीदें तेंबा बावुमा पर थीं। हालांकि वह आखिर तक नॉट आउट रहे लेकिन दूसरे छोर पर बल्लेबाज लगातार आउट होते रहे। साउथ अफ्रीका के लिए तेंबा बावुमा ने एक छोर संभाले हैं। साउथ अफ्रीका को अगर यह मैच बचाना है तो बावुमा का क्रीज पर टिका रहना बहुत जरूरी है। बावुमा क्रीज पर भारतीय गेंदबाजों का सामना बहुत शिद्दत के साथ कर रहे हैं। लंच के बाद के सेशन में बारिश खेल बिगाड़ सकती थी ऐसे में साउथ अफ्रीका की उम्मीदें होंगी कि बावुमा अपना जुझारूपन यूं ही कायम रखें। अगर वह ऐसा कर पाते हैं तो यह वाकई बहुत बड़ी उपलब्धि होती। इस बीच 62वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ जिसकी जरूरत नहीं थी। बावुमा ने मोहम्मद सिराज की एक गुड लेंथ गेंद को डिफेंस किया। सिराज ने गेंद को फील्ड किया और उसे स्टंप की ओर दोबारा थ्रो किया। सिराज को लगा कि बल्लेबाज क्रीज से बाहर निकल चुका है। लेकिन बावुमा क्रीज के अंदर ही थे और गेंद जाकर बल्लेबाज के टखने के पास एड़ी पर जाकर लगी। सिराज ने फौरन माफी मांगी और बल्लेबाज के पास जाकर उसके कंधों पर हाथ रखा और हालचाल पूछा। लेकिन बावुमा को काफी दर्द हो रहा था और ऐसे में फिजियो ने उनकी मदद की। इस बीच खेल कुछ देर तक रुका रहा।

भारत ने पाकिस्तान का पीछे छोड़ा:2021 में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाली टीम बनी, 21 साल बाद अफ्रीका के गढ़ में लगी सेंध December 30, 2021 at 02:44AM

सौरव गांगुली की हेल्थ पर हॉस्पिटल ने दिया अपडेट, जानें कैसी है BCCI चीफ की तबीयत December 30, 2021 at 12:34AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की हालत ‘स्थिर’ बनी हुई है। गांगुली का जिस अस्पताल में उपचार चल रहा है उसने गुरुवार को यह जानकारी दी। कोविड-19 के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण का नतीजा पॉजिटिव आने के बाद गांगुली को एहतियात के तौर पर सोमवार रात शहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वुडलैंड्स अस्पताल की महनिदेशक और सीईओ डॉ. रूपाली बासु ने कहा, ‘अस्पताल में भर्ती होने के दूसरे दिन बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली की हृदयगति स्थिर (हायमोडायनामिकली स्टेबल) है, उन्हें बुखार नहीं है और बिना कृत्रिम सहायता के शरीर में आक्सीजन का स्तर 99 प्रतिशत बना हुआ है।’ गांगुली को सोमवार रात ‘मोनोकलोनल एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी’ दी गई थी। बयान के अनुसार, ‘मेडिकल बोर्ड उनके स्वास्थ्य पर करीबी नजर रखे हुए है।’ गांगुली को इस साल पहले भी दो बार अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है और उनकी एंजियोप्लास्टी भी हुई थी। इसी साल उनके बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली भी कोविड पॉजिटिव पाए गए थे। उल्लेखनीय है कि देशभर में कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच यह खबर टेंशन देने वाली है, क्योंकि 49 वर्षीय सौरव गांगुली को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी। जैसे ही यह खबर वायरल हुई सौरव गांगुली के फैंस उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करने लगे। इससे पहले जनवरी 2021 में उन्हें सीने में दर्द के बाद एंजियोप्लास्टि से गुजरना पड़ा था। कुछ दिन अस्पताल में गुजारने के बाद जब वह घर पहुंचे तब भी वह डॉक्टर्स की देखरेख में ही थे। हाल ही में विराट कोहली से विवाद के चलते भी वह सुर्खियों में थे।

टीम सिलेक्शन पर पूर्व हेड कोच शास्त्री ने उठाए सवाल, चाहते हैं ये बड़ा बदलाव December 29, 2021 at 11:05PM

मुंबई के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि कोच और कप्तान की राष्ट्रीय टीम के चयन में भूमिका होनी चाहिए। कप्तान चयन समिति की बैठक में अपनी राय रख सकता है लेकिन फैसले पांच सदस्यीय चयन समिति ही लेती है जबकि कोच की इसमें कोई भूमिका नहीं होती। शास्त्री ने ‘स्टार स्पोटर्स ’ से कहा , 'यह बहुत जरूरी है कि कप्तान और कोच की टीम चयन में भूमिका रहे। खासकर अगर कोच काफी अनुभवी हो जैसा कि मैं था और अब राहुल (द्रविड़) हैं।' ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में मुख्य कोच चयन समिति का हिस्सा होता है। शास्त्री ने कहा कि कप्तान को चयनकर्ताओं की सोच का पता होना चाहिए। उन्होंने कहा , 'इसके लिए बैठक होनी चाहिए। फोन पर या अन्यत्र नहीं ताकि कप्तान को चयनकर्ताओं की सोच का पता चल सके। कप्तान को बैठक में होना चाहिए।' टी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के साथ रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया। शास्त्री को आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी 2017 में भारत की हार के बाद टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। नवंबर 2021 में टी20 वर्ल्ड कप तक वह भारत के कोच रहे। शास्त्री की कोचिंग में भारत ने टीम के तौर पर काफी कामयाबियां हासिल कीं लेकिन टीम कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाई। रवि शास्त्री के बाद राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 और टेस्ट सीरीज में जीत के साथ आगाज किया है। कमेटी की सिफारिश पर बने थे कोच शास्त्री के कार्यकाल में टीम ने टेस्ट की नंबर एक रैंकिंग हासिल की। विदेशों में जाकर कई सीरीज जीती। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में तिरंगा लहराया।2017 में सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) ने उन्हें भारतीय टीम का हेड कोच बनाया था

2 साल और 60 पारी... 2021 भी बीत गया, लेकिन विराट कोहली के बल्ले से शतक नहीं आया December 29, 2021 at 11:44PM

सेंचुरियनभारतीय कप्तान विराट कोहली साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट की लगातार दूसरी इनिंग्स में लगभग एक जैसा खराब शॉट खेलकर आउट हुए। पहली पारी में लुंगी एनगिडी की ऑफ स्टंप से काफी बाहर जाती गेंद पर वह स्लिप में कैच दे बैठे थे। दूसरी में भी वह लंच के ठीक बाद की पहली ही गेंद पर फिर से वाइड गेंद पर मार्को यानसेन का शिकार बने। इस तरह विराट का एक और साल बगैर सेंचुरी के खत्म हो गया। उन्होंने 11 टेस्ट में 28.21 के मामूली औसत से 536 रन बनाकर 2021 का अंत किया। विराट ने 2021 में टेस्ट क्रिकेट में 19 पारियों में सिर्फ चार अर्द्धशतक ही बनाए। भारतीय कप्तान ने आखिरी बार 23 नवंबर 2019 को एक अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था। तब उन्होंने ईडन गार्ड्सं में बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट में 136 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। इंटरनेशनल सेंचुरी के बगैर साल2008: 5 इनिंग्स 2020: 24 इनिंग्स 2021: 30 इनिंग्स 10वें स्टंप की गेंद पर फंस रहे विराट एक जमाना था जब कवर ड्राइव विराट कोहली का सबसे बड़ा हथियार होता था। लगता कि विराट से अच्छा कोई यह शॉट खेल ही नहीं सकता, लेकिन अब हालात जुदा हैं। यही ताकत कोहली की कमजोरी बन चुकी है। साल 2019 में विराट पेसर्स के खिलाफ मिडिल स्टंप की गेंदों पर आउट होते थे, लेकिन साल 2020 में ऑफस्टंप के 9 सेमी बाहर तो साल 2021 में ऑफ स्टंप से 26 सेमी बाहर फेंकी गई गेंदों पर फंस रहे हैं। पेसर्स के खिलाफ रन नहीं बना पाते ESPN क्रिकइंफो के अनुसार साल 2020 की शुरुआत से विदेशी टेस्ट मैचों में पेसर्स के खिलाफ कवर ड्राइव या ऑफ ड्राइव खेलते हुए विराट की औसत सिर्फ 18.40 की रह गई है। वहीं इसकी तुलना में 2018 और 2019 में उनकी औसत 64.25 की थी। हालिया समय में भी सेंचुरियन टेस्ट में कोहली ऐसी गेंदों पर आउट हुए, जिन्हें छोड़ा जा सकता था।