Wednesday, April 8, 2020

शोएब अख्तर ने भारत-पाकिस्तान सीरीज का प्रस्ताव रखा, इंडिया से 10 हजार वेंटिलेटर की मदद भी मांगी April 08, 2020 at 08:35PM

कोरोनावायरस ने भारत और पाकिस्तान समेत विश्व के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके कारण खेल जगत के सभी टूर्नामेंट रद्द या टाल दिए गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोना से लड़ने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच 3 चैरिटी मैच की सीरीज कराने का प्रस्ताव रखा है। यह बात उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बुधवार को कही। साथ ही उन्होंने भारत से मदद के तौर पर 10 हजार वेंटिलेटर भी मांगे। शोएब ने कहा कि अगर भारत इस संकट की स्थिति में उनकी मदद करता है, तो वह इसको हमेशा याद रखेगा।शोएब ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी-20 खेले हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली बार दिसंबर 2012 में 3 वनडे की द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी। सीरीज में भारत को अपने ही घर में 1-2 से हार मिली थी। यदि मैच की बात करें तो दोनों टीमों के बीच पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप में मुकाबला हुआ था। इस मैच में भारतीय टीम ने हर बार की तरह वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की थी। टीम इंडिया यह मैच 89 रन से जीती थी।

‘35 दर्शकों के साथ होना चाहिए भारत-पाकिस्तान सीरीज’

शोएब ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि इस संकट के समय में भारत-पाकिस्तान के बीच खाली स्टेडियम में मैच होना चाहिए। इस दौरान सिर्फ स्टार स्पोर्ट्स चैनल समेत 35 दर्शक ही मौजूद रहें, जो इस मैच को टेलिकास्ट करेंगे। यदि दोनों देशों के बीच 3 वनडे या टी-20 की सीरीज होती है, तो करोड़ों लोग इसे घर बैठे देखेंगे। कई कंपनियां इस पर खुलकर पैसा लगाएंगी। इससे 200 से 300 मिलियन डॉलर (करीब 1500 से 2 हजार करोड़ रुपए) कमाई हो सकती है, जिसे दोनों देश आधा-आधारख सकते हैं।’’

पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के समय को हमें सही से उपयोग करना है। यदि यह मैच होते हैं, तो इसे अब तक के सबसे ज्यादा दर्शक देखेंगे। मैच में विराट कोहली शतक मारेगा तो हमें बहुत खुशी होगी। जब बाबर आजम 100 रन बनाएगा, तो आपको बहुत खुशी होगी। जीत हार तो मैच में होती है, लेकिन इन मैचों में कोई नहीं हारेगा।’’

‘इस समय वेंटिलेटर और टेस्ट किट बहुत जरूरी’

उन्होंने कहा, ‘‘यह संकट का समय है। हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इस समय लोगों की जान बचाना, उनके लिए वेंटिलेटर और टेस्ट किट जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत होगी।’’ शोएब ने कहा, ‘‘भारत अगर हमें 10000 वेंटिलेटर देता है तो पाकिस्तान इसे हमेशा याद रखेगा। हम तो सिर्फ मैचों की पेशकश कर सकते हैं, बाकी अधिकारियों को तय करना है। वैसे संकट के इस समय में ये सीरीज होती है तो मैच के रिजल्ट पर कोई भी देश निराश नहीं होगा।’’



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पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी-20 खेले हैं।

स्टोक्स की 2 पारियां, जिन्होंने विराट से छीना ताज April 08, 2020 at 07:24PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी को विजडन ने साल 2019 के लिए विश्व का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना है। साल 2019 सचमुच स्टोक्स का ही साल था। इस साल उन्होंने दो ऐसी खास पारियां खेलीं, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। स्टोक्स के ही दम पर इंग्लैंड पहली बार वनडे क्रिकेट का विश्व चैंपियन बना था। इसके बाद ऐशेज सीरीज के हेडिंग्ले टेस्ट में भी वह स्टोक्स की ही जुझारू पारी थी, जिसके दम पर इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया से वह सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई। इससे पहले लगातार तीन सालों तक विजडन का यह सम्मान भारतीय कप्तान को हासिल हो रहा था लेकिन स्टोक्स की ये दो जुझारू पारियां ही थीं, जो सचमुच इस बार विराट कोहली के खेल पर भारी पड़ीं। एक बार फिर नजर डालते हैं स्टोक्स की उन दो यादगार पारियों पर, जो क्रिकेट इतिहास में हमेशा की जाएंगी याद। 14 जुलाई 2019: वर्ल्ड कप फाइनल- इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड, लॉर्ड्स क्रिकेट मैदानन्यूजीलैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबला खेलने उतरी इंग्लैंड की टीम यहां 242 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। इंग्लिश टीम इस लक्ष्य का पीछा करते हुए फंस गई थी लेकिन स्टोक्स के जुझारूपन ने यह मैच टाई करा दिया। इस मैच में जब बेन स्टोक्स मैदान पर उतरे थे तो 242 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम 71 रन पर 3 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। स्टोक्स ने संभलकर खेलना शुरू किया और जोस बटलर के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 110 रनों की शानदार शतकीय साझेदारी कर इंग्लैंड को वापस मैच में ला दिया। लेकिन बटलर (60) के आउट होते ही इंग्लैंड ने फिर जल्दी-जल्दी अपने विकेट गंवाने शुरू कर दिए। लेकिन स्टोक्स ने हार नहीं मानी और आखिरी गेंद पर इस मैच को बराबरी पर ला दिया। उन्होंने 98 गेंदों में 5 चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 84 रन की पारी खेली। इस मैच दो बार करनी पड़ी बैटिंग स्टोक्स का काम यहीं खत्म नहीं हुआ। टाई हुए इस मैच में उन्हें सुपर ओवर के लिए दोबारा बैटिंग पर भेजा गया। उन्होंने यहां भी 8 रन बनाए। दोनों टीमों ने इस निर्णायक ओवर में 15-15 रन बनाए और यह भी टाई हो गया था। इसके बाद बाउंड्रीज के दम पर इंग्लैंड को इस खिताब का विजेता घोषित किया गया। एशेज सीरीज- तीसरा टेस्ट (22 से 26 अगस्त), हेडिंग्ले एशेज सीरीज का यह तीसरा टेस्ट मैच था, जिसमें इंग्लैंड की टीम 0-1 से पीछे थी। इस टेस्ट में वह भी हार की कगार पर पहुंच गई थी, जब मैच की चौथी पारी में 359 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए उसने 286 रन पर अपने 9 विकेट गंवा दिए थे। इंग्लैंड को जीत के लिए 73 और रन चाहिए थे और उसके पास जैक लीच और स्टोक्स की जोड़ी के रूप में एकमात्र विकेट बचा था। 9वां विकेट गिरने के बाद स्टोक्स ने अपना रुख आक्रामक बना लिया। वह जान चुके थे कि यहां से अगर जीतना है तो अपने अंदाज में ही खेलना होगा। इसके बाद उन्होंने जैक लीच को भरोसे में लिया कि वह अपना विकेट बचा कर रखें और दूसरे छोर से स्टोक्स ने खुलकर स्ट्रोक्स भी खेले और सम्मान देने वाली गेंदों को भरपूर सम्मान भी दिया। इस मैच में उन्होंने 10वें विकेट की साझेदारी के दौरान ही अपना शतक भी पूरा किया हारी हुई इस बाजी में रोमांच ला दिया। आखिरकार 135 रन की पारी खेलकर स्टोक्स ने इंग्लैंड को जीत दिला थी। पांच टेस्ट मैच की यह सीरीज 1-1 से बराबर हो चुकी थी। इसके बाद इंग्लैंड दोनों टीमों ने बाकी के 2 टेस्ट में एक-एक बार जीत हासिल की और सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करा दिया।

धोनी-विराट की कप्तानी में क्या अंतर, पूर्व कोच ने बताया April 08, 2020 at 06:44PM

अमित कुमार, नई दिल्ली टीम इंडिया के स्ट्रैंथ और मेंटल कंडीशनिंग कोच रह चुके हैं। खिलाड़ियों की मनोदशा को समझना और उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने में अहम भूमिका निभाना उनकी खासियत है। 2011 में जब भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता, तब अपटन टीम के साथ थे। वह खेल में मानसिक दृढ़ता और स्थिरता की अहमियत समझते हैं। अपटन ने हमारी सहयोगी वेबसाइट टाइम्सऑफइंडिया.कॉम के साथ बातचीत में कई पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में के सफर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि फिटनेस के प्रति उनकी बदली सोच और रवैये ने उन्हें एक अच्छे खिलाड़ी से महान खिलाड़ी बनाया है। अपटन ने इसके साथ ही कोहली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के तरीके पर भी बात की। उन्होंने दोनों कप्तानों की अप्रोच में अंतर पर खुलकर अपनी राय रखी। कोहली ने 2014 में धोनी से टेस्ट कप्तानी संभाली। जब इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में उन्होंने 4-0 से जीत हासिल की तो भारतीय टीम टेस्ट में नंबर वन रैंकिंग पर पहुंची। कोहली ने इस सीरीज में 109.5 के औसत से 655 रन बनाए। जनवरी 2017 में वह सीमित ओवरों के प्रारूप में भी कप्तान बन गए। विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी स्टाइल के अंतर पर बात करते हुए पैडी अपटन ने कहा, 'धोनी और कोहली दो अलग तरह के कप्तान हैं। धोनी शांत रहते हैं और उनका दिमाग हमेशा स्थिर रहता है वहीं कोहली थोड़े भावुक हैं।' अपटन ने कहा, 'विराट काफी उत्साहित और ऊर्जावान हैं। वह अपनी भावनाओं का खुलकर इजहार करते हैं। हम मैदान पर उनकी भावनाओं के उतार-चढ़ाव को देखकर इसका अंदाजा लगा सकते हैं।' टीम इंडिया के इस पूर्व मेंटल स्ट्रेंथ कोच ने कहा कि कप्तान के व्यवहार का खिलाड़ियों पर काफी असर पड़ता है। उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी जितना ज्यादा भावुक या थोड़ा सा भी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रखने वाले होंगे तो वे कप्तान के शब्दों और काम से उतना अधिक प्रभावित होंगे।' उन्होंने कहा, 'प्रशंसा के कुछ शब्द किसी खिलाड़ी का हौसला बढ़ाने में बहुत मदद करते हैं और उससे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाते हैं और वहीं नकार देने की प्रवृत्ति खिलाड़ी के आत्मविश्वास को गहरी ठेस पहुंचाती है। इस तरीके से कोहली वाकई खिलाड़ियों में जोश भर देते हैं और साथ ही उनमें खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को कमजोर करने की भी क्षमता है।'

ओलिंपिक से बचने के लिए वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप एक साल टली; बेल्जियम को मिली हॉकी इंडोर वर्ल्ड कप की मेजबानी April 08, 2020 at 06:34PM

दुनियाभर के लगभग सभी 204 देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का खेल पर भी असर जारी है। इस साल जुलाई तक होने वाले टोक्यो ओलिंपिक और क्रिकेट लीग आईपीएल को टाल दिया गया है। हालांकि आईपीएल 15 अप्रैल को होना है, लेकिन इस पर अभी भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। टोक्यो ओलिंपिक अब अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। इसके साथ टकराव से बचने के लिए अगले साल जुलाई में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप को टाल दिया है। अब यह 15 से 24 जुलाई 2022 को होगी।

वहीं, इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) ने हॉकी इंडोर वर्ल्ड कप की मेजबानी बेल्जियम को दी है। यह टूर्नामेंट अगले साल 3 से 7 फरवरी के बीच होगा। रॉयल बेल्जियम हॉकी संघ इस टूर्नामेंट की मेजबानी लेज प्रांत के काउंटी हॉल में करेगा। टूर्नामेंट में पुरुष और महिला वर्ग में 12-12 टीमें हिस्सा लेंगी। पिछले साल जर्मनी के बर्लिन में हुए इंडोर वर्ल्ड कप 2018 में ऑस्ट्रिया की पुरुष और जर्मनी की महिला टीम ने खिताब जीते थे।

इंडोर वर्ल्ड कप की टीमें

  • पुरुष टीम-बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, हॉलैंड, रूस, चेक गणराज्य, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, कजाखस्तान, अफ्रीकी चैम्पियन (बाद में घोषणा की जाएगी) और चैम्पियन ऑफ पैन अमेरिका (बाद में घोषणा की जाएगी) शामिल हैं।
  • महिला टीम-बेल्जियम, बेलारूस, हॉलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, यूक्रेन, ऑस्ट्रिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कजाखस्तान, अफ्रीकी चैम्पियन (बाद में घोषणा की जाएगी) और चैम्पियन ऑफ पैन अमेरिका (बाद में घोषणा की जाएगी) शामिल हैं।


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टोक्यो ओलिंपिक अब अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। इसके साथ टकराव से बचने के लिए अगले साल जुलाई में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप को टाल दिया है। अब यह 15 से 24 जुलाई 2022 को अमेरिका में होगी।

इटली के ओलिंपिक फाइनलिस्ट दोनातो साबिया की मौत, उनके पिता का भी निधन; दो हफ्ते में छठे खिलाड़ी ने जान गंवाई April 08, 2020 at 06:06PM

दुनियाभर को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दो हफ्ते में खेल जगत के 6 बड़े खिलाड़ी अपनी जान गंवा चुके हैं। इटली की ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने बुधवार को बताया कि धावक दोनातो साबिया (56) की कोरोना से मौत हो गई। वे 800 मीटर वर्ग में दो बार ओलिंपिक फाइनलिस्ट रह चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उनके पिता की भी कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले इटली के साबिया खेल जगत के छठे दिग्गज हैं।

धावक दोनातो साबिया 1984 लॉस एंजेलिस ओलिंपिक में 5वें और 1988 सोल ओलिंपिक में 7वें स्थान पर रहे थे। उन्होंने 800 मीटर में ही 1984 की यूरोपियन इंडोर चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। आईओसी के मुताबिक, साबिया दुनिया के पहले ऐसे ओलिंपिक फाइनलिस्ट हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई है।

कोरोना से विश्व में 88 हजार लोगों की मौत
दुनियाभर में कोरोनावायरस से गुरुवार सुबह तक 88 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 15 लाख 17 हजार संक्रमित हैं, जबकि तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। इटली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 39 हजार के पार पहुंच गई है। इनमें मरने वालों का आंकड़ा 17 हजार 669 हो गई है। भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 5 हजार से ज्यादाहो गई है। इनमें से 472 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 200 की मौत हो चुकी है।



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इटली के दोनातो साबिया ने 800 मीटर रेस में 1984 की यूरोपियन इंडोर चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। वे दुनिया के पहले ऐसे ओलिंपिक फाइनलिस्ट हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई है।

जरूरत के वक्त सचिन सर हमेशा देते हैं साथ: पृथ्वी साव April 08, 2020 at 04:47PM

गौरव गुप्ता, मुंबईसाल 2018 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट से अपना इंटनैशनल करियर शुरू करने वाले डोपिंग में फंसने के चलते साल 2019 ज्यादातर समय क्रिकेट से बाहर ही रहे। न्यूजीलैंड दौरे से एक बार फिर उनकी टीम इंडिया में वापसी हुई थी और सबकुछ पटरी पर आता दिख ही रहा था कि कोरोना वायरस के कहर ने दुनिया की रफ्तार ही थाम दी। इस अनचाहे ब्रेक से भारतीय टीम का यह युवा ओपनिंग बल्लेबाज भी खुश नहीं है। साव ने हमारे सहयोगी अखबार 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिए एक खास इंटरव्यू में अपने खेल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की। उन्होंने बताया, 'मेरी वापसी के बाद अभी सबकुछ पटरी पर लौट ही रहा था कि कोविड- 19 उस लय को तोड़ दिया। लेकिन आपको अपने देश के साथ खड़ा होना होता है। सुरक्षित रहने के लिए आपको घर पर ही रहना होगा। अगर सब कुछ सही तो इस वक्त मैं आईपीएल में खेल रहा होता, तो हां मैं इन चीजों को मिस कर रहा हूं.. मैं सचमुच क्रिकेट को मिस कर रहा हूं।' साव ने बताया कि डोपिंग के चलते मुझ पर लगे बैन से भी मैंने कई जरूरी बातें सीखीं हैं। उन्होंने कहा, 'आपको हमेशा जागरूक रहना चाहिए कि आप किस चीज का सेवन कर रहे हैं, यहां तक कि पैरासिटामोल जैसी दवाई लेते हुए भी। आप किसी छोटी समस्या के लिए भी दवा ले रहे हैं तो पहले अपने या बीसीसीआई डॉक्टर से बात कर लें।' उन्होंने कहा, 'मैंने कफ सीरप लिया था, मुझे नहीं पता था कि वह प्रतिबंधित दवा है। मुझे इससे सीख मिली है अब यह दोबारा नहीं होगा। क्रिकेट से बाहर रहना जैसे टॉर्चर है। यह किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए।' दुनिया के महान बल्लेबाज से समय-समय पर राय मिलने के सवाल पर इस उभरते हुए युवा बल्लेबाज ने कहा, 'सचिन सर जब भी मुंबई में होते हैं, मैं उनसे मिलने की कोशिश करता हूं। अगर मैं अभ्यास कर रहा हूं और सचिन सर के पास समय है, तो वह नेट्स पर आ जाते हैं और मुझे जरूरी सलाह देते हैं। जब भी मुझे बैटिंग में परेशानी आती है या किसी सलाह की जरूरत पड़ती है, तो वह ऐसे शख्स हैं, जो हमेशा मेरे लिए उपलब्ध हैं। उन्होंने मुझे कहा है कि जब भी जरूरत हो तो मुझे फोन या मैसेज करने में बिल्कुल सहज महसूस करना। उन्होंने मेरी बहुत मदद की है।' इसके अलावा मुंबई के इस बल्लेबाज ने पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'राहुल सर ने मेरे क्रिकेट जीवन में और क्रिकेट से बाहर के जीवन में अहम रोल निभाया है। खेल के मानसिक पहलुओं को लेकर मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।'

IPL मिस कर रहा हूं लेकिन ब्रेक बुरा नहीं: ब्रैंडन मैककुलम April 08, 2020 at 05:27PM

ऑकलैंड न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के कोच को आईपीएल की चकाचौंध की कमी तो खल रही है लेकिन जब दुनिया कोविड-19 महामारी से जूझ रही है तो उन्हें घर में आराम करना भी अच्छा लग रहा है। मैकुलम को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में केकेआर का मुख्य कोच बनाया गया है। कोराना वायरस महामारी के कारण आईपीएल को अभी स्थगित किया गया है। मैकुलम ने कहा कि अभी की परिस्थितियों में सभी के लिए यही अच्छा है कि वे अपने घरों में रहें और सामाजिक दूरी बनाकर रखें। तभी दुनिया भर में हजारों लोगों की जान ले चुके इस वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने टीवीएनजेड से कहा, 'यह आईपीएल की चकाचौंध और भारत से भी बहुत दूर है लेकिन इन परिस्थितियों में घर में आराम करना बहुत अच्छा लग रहा है। मैं पिछले तीन वर्षों से काफी व्यस्त रहा।' मैकुलम 2016 में संन्यास लेने के बाद न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप की कैमल रेंज पर्वत श्रृंखला में स्थित मातामाता में बस गए हैं और घोड़ों से जुड़े अपने व्यवसाय को देख रहे हैं।

लॉकडाउन में सितारों की तैयारी- कोच के पास रहकर भी दूर हैं चानू April 08, 2020 at 04:49PM

नई दिल्ली वर्ल्ड चैंपियन महिला लॉकडाउन शुरू होने के समय पटियाला स्थित साई सेंटर में ट्रेनिंग करने में व्यस्त थीं। जब लॉकडाउन की घोषणा हुई, तब उन्हें और बाकी खिलाड़ियों से कहा भी गया कि वह अपने-अपने घर चले जाएं। यह सोचकर कि लॉकडाउन के दौरान भी ट्रेनिंग होगी, वह और कुछ और खिलाड़ी रुक गए। लेकिन स्थिति ऐसी बन गई कि ट्रेनिंग तो दूर, वह कमरे से बाहर भी नहीं निकल पा रही हैं। ठीक बगल में हैं सर चानू ने कहा कि कोच विजय शर्मा उनके हॉस्टल के ठीक बगल में हैं, लेकिन उन्हें मदद के लिए फोन का ही सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा, 'मैं, हिमा दास और कुछ ऐथलीट पटियाला में ही रुक गए। मैं गर्ल्स हॉस्टल में हूं और कोच सर ठीक बगल में बॉयज हॉस्टल में हैं। लेकिन, पाबंदी इस तरह की है कि इतना पास होने के बाद भी सर से अगर कोई टिप्स लेना होता है तो फोन पर ही ले पाती हूं। हॉस्टल के मेन गेट में ताला लगा रखा है। किसी को बाहर जाने की अनुमति नहीं मिलती है। केवल रूम में ही कुछ एक्सरसाइज कर पाती हूं या कभी-कभी गार्डन में जॉगिंग करने चली जाती हूं।'

गोल्फ चंद्रमा पर खेला जा चुका है, 1971 में अमेरिकी एस्ट्रोनॉट ने ऐसा किया था April 08, 2020 at 04:52PM

गोल्फ एकमात्र खेल है, जो चंद्रमा पर खेला जा चुका है। अमेरिकी एस्ट्रोनॉट और शौकिया गोल्फर एलन शीफर्ड चंद्रमा की सतह पर इसे खेलने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उन्होंने 6 फरवरी 1971 को चंद्रमा की सतह पर गोल्फ बॉल हिट की थी। वे अपोलो-14 मिशन में शामिल थे। उन्होंने 6-आयरन क्लब के हेड (गोल्फ स्टिक के हेड, जिससे शॉट जमाते हैं) को मॉडिफाई करके चांद की सतह से मिट्‌टी के सेंपल कलेक्ट करने वाली डिवाइस में अटैच कर लिया था। जब उन्होंने पहला शॉट जमाया तो गेंद पास में ही गिर गई थी। लेकिन दूसरी गेंद 182 मीटर ऊपर हवा में उछलकर गिरी थी।

मिशन अपोलो-14 के तहत चांद पर जाने वाली एस्ट्रोनॉट की इस जोड़ी ने सबसे ज्यादा चलने का भी रिकॉर्ड बनाया था। इस जोड़ी ने चांद की सतह पर खोज में 9 घंटे से ज्यादा वक्त बिताया था, जो पिछले किसी भी मिशन से ज्यादा था। शीफर्ड ने चंद्रमा पर इस्तेमाल हुआ आयरन क्लब गोल्फ एसोसिएशन के म्यूजियम को डोनेट कर दिया है।

आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था अपोलो-14
अपोलो-14 आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था और कई मायनों में ये सफल भी रहा था। चांद की सतह पर उतरने और धरती पर लौटने की तमाम तकनीकी कठिनाइयों के बावजूद नासा वैज्ञानिकों का ध्यान चांद की उत्पत्ति से जुड़े डाटा जुटाने पर था। शेफर्ड और उनके साथी अतंकरिक्ष यात्री एगर मिटशेल चांद से करीब 4,500 मिलियन साल पुराना क्रिस्टेलाइन रॉक का नमूना भी लेकर आए थे, जो बिल्कुल सफेद रंग का था।



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अमेरिकी एस्ट्रोनॉट और शौकिया गोल्फर एलन शीफर्ड चंद्रमा की सतह पर इसे खेलने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उन्होंने 6 फरवरी 1971 को चंद्रमा की सतह पर गोल्फ बॉल हिट की थी।

लॉकडाउन में नंबर-1 खिलाड़ी ड्राई शूटिंग कर रहे हैं ताकि एकाग्रता बढ़े, कहा- ट्रेनिंग का तरीका बदला, लेकिन लक्ष्य नहीं April 08, 2020 at 04:35PM

जब देशभर में लॉकडाउन चल रहा है, तब भी शूटर ओलिंपिक की तैयारी में जुटे हैं। दुनिया के नंबर-1 राइफल शूटर दिव्यांश सिंह पंवार और एलावेनिल वलारिवान एकेडमी तो जा नहीं सकते, इसलिए घर पर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। दोनों इन दिनों ड्राई शूटिंग कर रहे हैं। खिलाड़ी कहते हैं- कोरेानावायरस के कारण हमारी ट्रेनिंग का तरीका बदला है, लेकिन लक्ष्य नहीं।

ड्राई शूटिंग और उसके फायदे
ड्राई शूटिंग में निशानेबाज अपने हाथ में वैपन लेकर दीवार के किसी प्वाइंट पर टारगेट करता है, लेकिन गन खाली होती है। यहां निशानेबाज टारगेट सेट करता है और निशाना लगाता है। इससे एकाग्रता बढ़ती है। निशाना भी पक्का होता है। वैपन और बॉडी के बीच संतुलन स्थापित होता है। लंबे समय तक वैपन होल्डिंग में मदद मिलती है।

एलावेनिल स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन ले रहीं
वर्ल्ड रैंक हासिल होने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नंबर-1 बनने का सफर आसान नहीं रहा। एकेडमी की पूरी टीम, मेंटर गगन नारंग सर और कोच नेहा हर कदम पर मेरे साथ थे। वायरस की वजह से तैयारी का प्रोसेस जरूर बदल गया है, लेकिन लक्ष्य अब भी वही है- ओलिंपिक। मैं खुशनसीब हूं कि शेड्यूल मेरे मेंटर, कोच ने तय किया। मुझे तो सिर्फ उस शेड्यूल को फॉलो करना था। इन दिनों मैं योग, फिजिकल वर्कआउट के साथ-साथ मेंटल ट्रेनिंग और ड्राई शूटिंग कर रही हूं। मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन भी ले रही हूं। एक खेल के तौर पर शूटिंग आपको अकेला महसूस करा सकता है। फायरिंग लाइन में आप अकेले ही होते हो। हर शॉट के लिए खुद जिम्मेदार। इस लॉकडाउन ने मुझे वक्त दिया कि मैं अपने रूटीन को थोड़ा ठीक करूं और ट्रेनिंग शेड्यूल पर लौटने के लिए तैयार रहूं। मेरा शेड्यूल ऐसा प्लान किया गया है कि उसमें रिकवरी और रेस्ट दोनों के लिए गुंजाइश है।’

दिव्यांश फिटनेस के लिए बैडमिंटन और खो-खो खेलते हैं
वर्ल्ड नंबर-1 रैंकिंग दो साल की मेहनत का नतीजा है। मैं सुबह 5 बजे उठकर 7 बजे तक फिजिकल वर्कआउट करता। इसके बाद 9 से 2 बजे तक शूटिंग की ट्रेनिंग। इसमें रोज का शेड्यूल अलग-अलग होता। शाम में फिटनेस के लिए बैडमिंटन खेलता था। नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने से ज्यादा मुश्किल इसे बरकरार रखना है। फिलहाल आेलिंपिक की तैयारी में जुटा हूं। लॉकडाउन के कारण सभी शूटिंग रेंज बंद हैं। ऐसे में घर में ही कोच दीपक दुबे की देखरेख में ट्रेनिंग करता हूं। वे घर के पास रहते हैं। अभी गन होल्डिंग टेक्नीक (ड्राई शूटिंग) पर फोकस कर रहा हूं। फिटनेस के लिए अपार्टमेंट मेें नीचे ही बैडमिंटन और खो-खो जैसे गेम खेलता हूं। ओलिंपिक टलने से मुझे मेहनत और प्रदर्शन में सुधार करने का और ज्यादा समय मिल गया है। लॉकडाउन से 30 फीसदी प्रदर्शन डाउन होगा। लेकिन सही तरीके से ट्रेनिंग लेकर उसे ठीक किया जा सकता है। मैं मानसिक थकान दूर करने के लिए रोजाना डेढ़-दो घंटे गिटार बजाता हूं।’



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आईएसएसएफ वर्ल्ड रैंकिंग 20 साल की एलावेनिल वलारिवान के 1323 पॉइंट हैं। वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। -फाइल फोटो

पैडी अपटन ने बताया कैसे महान खिलाड़ी बने कोहली April 07, 2020 at 11:14PM

अमित कुमार, नई दिल्ली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबा सफर तय किया है। अपने आदर्श सचिन तेंडुलकर के साथ खेलने से लेकर दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम के कप्तान तक कोहली अब एक मिसाल बन चुके हैं। लगातार बेहतर होने की कोशिश करते रहना, जीत की भूख और किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ रन बनाने की लालसा कोहली को मौजूदा दौर के महान बल्लेबाजों में शामिल करती है। भारत ने साल 2011 में जब महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में आईसीसी वर्ल्ड कप ट्रोफी जीती तो कोहली 22 साल के थे। वानखेड़े स्टेडियम खचाखच भरा था और भारतीय टीम ने 28 साल बाद खिताब पर कब्जा किया था। उस दौरान कोहली, जिन्हें उनके दोस्त और फैंस 'चीकू' कहते हैं, न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी के हुनर को धार दे रहे थे बल्कि सचिन तेंडुलकर, वीरेंदर सहवाग, युवराज सिंह, धोनी, हरभजन सिंह और जहीर खान जैसे खिलाड़ियो के साथ रहकर दबाव झेलना और उसमें निखरकर प्रदर्शन करने की कला भी सीख रहे थे। पैडी अपटन, उस समय भारतीय टीम के स्ट्रैंथ और मेंटल कंडीशनिंग कोच थे, ने कोहली के इस रूपांतरण के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे थोड़े से ओवरवेट से लेकर दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटर तक का सफर कोहली ने कैसे तय किया। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में अपटन ने कहा, 'मुझे लगता है कि एक टर्निंग पॉइंट वह रहा जब विराट को अहसास हुआ कि थोड़े से ओवरवेट और औसत दर्जे के फिट हैं और अगर उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल होना है तो उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिट खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल होना होगा। फिटनेस को लेकर उनकी इस बदली सोच ने उन्हें एक बेहद टैलंटेड खिलाड़ी जिसका करियर आराम से चल रहा था, से लेकर, एक बेहद टैलंटेड खिलाड़ी जो अपनी प्रतिभा के साथ पूरा न्याय कर रहा है, तक का सफर तय करवाया।' अपटन ने कहा, 'मैंने पहले भी कहा है कि सिर्फ उनकी फिटनेस ने सीधे तौर पर उन्हें इतना बड़ा खिलाड़ी नहीं बनाया। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह फिटनेस हासिल करने के प्रति उनकी रवैये ने उन्हें और उनके खेल को बदला। यह अच्छे से महान खिलाड़ी बनने का सफर था। कोहली ने 2014 में महेंद्र सिंह धोनी से टेस्ट टीम की कमान ली। इसके बाद 2017 में वह सीमित ओवरों की टीम के कप्तान बने।

जयसवाल-पराग को IPL में देखने को बेताब हैं स्टीव स्मिथ April 07, 2020 at 10:59PM

जयपुर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की पूर्व चैंपियन के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने कहा है कि वह लीग के 13वें सीजन में टीम के दो युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल और रियान पराग को खेलते देखने के लिए उत्साहित हैं। पराग ने 17 साल की उम्र में पिछले साल आईपीएल में पदार्पण किया था। स्मिथ ने अपनी आईपीएल टीम के साथी खिलाड़ी ईश सोढी के साथ राजस्थान रॉयल्स (RR) के फेसबुक पेज पर बातचीत में कहा कि जिस तरह पराग बल्लेबाजी करते हैं उन्हें अच्छा लगता है और गेंदबाज के रूप में उन्होंने पिछले सीजन में महेंद्र सिंह धोनी को लगभग आउट कर दिया था। स्मिथ ने कहा, 'युवा 17 वर्षीय पराग अपने टेडी बियर को साथ लेकर चलते हैं। उन्होंने थोड़ा सा मुकाबला किया, लेकिन जब वह खेलने के लिए मैदान पर गए तो पूरी आजादी के साथ क्रिकेट खेली। यहां तक कि बल्लेबाज के तौर भी पर भी उन्होंने मैच जिताया। मैंने उनके चेहरे पर खुशी देखी थी।' कंगारू टीम के इस पूर्व कप्तान ने कहा, 'वह (पराग) धोनी को गेंदबाजी कर रहे थे और उन्होंने धोनी को लगभग आउट कर दिया था। हम बहुत खुशकिस्मत हैं कि हमारे पास इतने अच्छे युवा खिलाड़ी हैं।' स्मिथ ने कहा कि वह जयसवाल को राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते देखने के लिए उत्साहित हैं। जयसवाल हाल में भारतीय टीम के लिए अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल चुके हैं। राजस्थान के कप्तान ने कहा, 'यशस्वी जयसवाल अंडर 19 वर्ल्ड कप का टॉप स्कोरर थे, जो कि ऐसा लग रहा था कि वह क्वॉलिटी प्लेयर हैं। इसलिए, शुक्र है कि हम इस साल उन्हें राजस्थान के लिए खेलते हुए देखना पसंद करेंगे।'

कैफ के बेटे ने कहा- शोएब अख्तर की गेंद पर हिट लगाना आसान; पाकिस्तानी गेंदबाज बोले- फिर एक मैच हो जाए April 07, 2020 at 10:31PM

पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर क्रिकेट इतिहास में तेज रफ्तार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वे 2003 वर्ल्ड कप में अपनी सबसे अच्छी फॉर्म में थे। लेकिन, पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ के बेटे कबीर ने शोएब की गेंद को बहुत आसान बताया। कबीर ने कहा कि शोएब की गेंद काफी तेज आती थी, इसलिए बल्लेबाज को हिट लगाना बहुत आसान है। इस पर पाकिस्तानी गेंदबाज ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मेरे बेटे मिकाइल और कबीर के बीच एक मैच होना चाहिए।

कोरोनावायरस के कारण देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के बीच टीवी चैनल्स पर पुराने मैच दिखाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मैच देखते हुए कैफ के बेटे कबीर ने यह बात कही। कैफ ने इसका एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘‘धन्यवााद, आखिरकार कबीर को भारत-पाकिस्तान का ऐतिहासिक मैच देखने को मिल गया, लेकिन जूनियर अपने पापा से ज्यादा प्रभावित नहीं है। उसे लगता है कि शोएब अख्तर की गेंद पर हिट करना आसान रहा होगा, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में रफ्तार है। आज के बच्चे... !’’

शोएब अख्तर ने कैफ को जवाब दिया
अख्तर ने जवाब दिया, ‘‘तो फिर मोहम्मद कैफ मैच हो जाए कबीर और मिकाइल अली अख्तर का? उसे गेंदबाजी की रफ्ताार को लेकर सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। हाहा उसे मेरा प्यार देना।’’ मिकाइल शोएब के बेटे का नाम है, जिसका जन्म नवंबर 2016 में हुआ था।

वर्ल्ड कप 2003 के मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था
भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 वर्ल्ड कप में 1 मार्च को सेंचुरियन में मैच खेला गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने 26 गेंद शेष रहते 6 विकेट जीत हासिल की थी। मैच में पाकिस्तान ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 273 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने 45.4 ओवर में 4 विकेट पर 276 रन बना लिए थे। टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने 98, युवराज सिंह ने 50, राहुल द्रविड़ ने 44 और मोहम्मद कैफ ने 35 रन की पारी खेली थी। सचिन और कैफ के बीच 102 रन की साझेदारी हुई थी। अख्तर ने एकमात्र विकेट सचिन का लिया था। उन्होंने 10 ओवर में 72 रन लुटाए थे।



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मो. कैफ ने 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 35 रन बनाए थे, जबकि शोएब अख्तर ने 72 रन देकर 1 विकेट लिया था।

रोनाल्डिन्हो को जेल से रिहा कर होटल में नजरबंद रखने का आदेश April 07, 2020 at 10:37PM

आसुनसियोन (पराग्वे) पराग्वे के एक जज ने ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो और उनके भाई को पुलिस हिरासत से रिहा करने और आसुनसियोन के एक होटल में नजरबंद रखने का आदेश दिया है। जज गुस्तावो एमरिल्ला ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने ‘रोनाल्डिन्हो और उनके भाई को होटल में नजरबंद रखने का आदेश दिया है।’ इन दोनों को पराग्वे में प्रवेश करने के लिए जाली पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए ठीक एक महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। इस आदेश का मतलब है कि इन भाईयों को जेल की विकट परिस्थितियों के बजाय आसुनसियोन के होटल में रहने का मौका मिलेगा लेकिन उन्हें नजरबंद रखा जाएगा। पराग्वे की अपीली अदालत ने पिछले महीने इन दोनों भाईयों को रिहा करने से इनकार कर दिया था। इस कारण दो बार विश्व के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए रोनाल्डिन्हो को अपना 40वां जन्मदिन जेल में मनाना पड़ा।

कोरोना ने प्लेयर्स को आम इंसान जैसा बना दिया: मार्क वुड April 07, 2020 at 10:09PM

लंदन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने कहा कि महामारी ने खिलाड़ियों को भी अपनी यथास्थिति का अहसास करा दिया है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण पैदा हुई चुनौती में वह भी आम इंसान की तरह असुरक्षित हैं। कोविड-19 महामारी के कारण अब तक दुनिया भर में 80,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 15 लाख लोग प्रभावित हैं। वुड ने कहा कि वह भी अपने परिवार के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। इस 30 वर्षीय खिलाड़ी ने बीबीसी में अपने कॉलम में लिखा, 'ऐसा भी समय होता है, जबकि पेशेवर खिलाड़ी अपनी ही दुनिया में जीते हैं। कोरोना वायरस ने वह बुलबुला फोड़ दिया है। अपनी फिटनेस, प्रदर्शन और अगले मैच के बारे में सोचने के बजाए हमारी चिंताएं भी आम इंसान जैसी ही हैं।' उन्होंने कहा, 'यह दहशत पैदा करने वाला समय है, जिसने मुझे अपने परिवार और दोस्तों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित कर दिया है। मैं अपने माता पिता और दादा दादी को लेकर चिंतित हूं। मेरे कुछ दोस्त एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा) में काम करते हैं और इतने तनाव के बीच वे काम कर रहे हैं।' वुड ने कहा, 'मैं इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलता हूं इसका मतलब यह नहीं है कि अभी देश जिस चुनौती से जूझ रहा है मैं उससे बच जाऊंगा। मैं भी सुपर मार्केट के बाहर कतार में खड़ा रहा और मैंने भी अपना सिर मुंडवा दिया है क्योंकि पता नहीं कि फिर मुझे कब बाल बनवाने का मौका मिलेगा।' कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर के देशों में लॉकडाउन है। वुड भी अपने घर में हैं और उन्हें उम्मीद है कि इससे उन्हें चोट से उबरने में मदद मिलेगी, जिसके कारण वह श्रीलंका दौरे पर नहीं जा पाए थे, जो बीच में ही रद्द कर दिया गया था। वुड ने कहा, 'कोरोना वायरस संकट से पहले मैं श्रीलंका दौरे पर नहीं जा पाने के कारण निराश था। यह सुनकर अच्छा लगा कि कप्तान जो रूट मुझे अगले एशेज दौरे में टीम में चाहते हैं। इसलिए मैं 2021 के दौरे में टीम में रहने के लिए अपनी तरफ से हर संभव कोशिश करूंगा।'

आईपीएल स्थगित होने से उबरने का समय मिला: चाहर April 07, 2020 at 10:06PM

चेन्नै भारत के मध्यम गति के गेंदबाज के लिए कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित होना फायेदमंद साबित हो रहा है क्योंकि इस देरी से उन्हें पीठ में लगी चोट से उबरकर पूर्ण फिटनेस हासिल करने का समय मिल जायेगा। आईपीएल में के लिए खेलने वाले चाहर हालात सामान्य होने पर प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी का बेसर्बी से इंतजार कर रहे हैं। सत्ताईस साल के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं दोबारा गेंदबाजी करने के लिए बेताब हूं। अभी मैं फिट रहना चाहता हूं।’ चाहर को पीठ में यह चोट पिछले साल दिसंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान लगी थी जिसके कारण वह मार्च के अंत तक क्रिकेट से बाहर हो गए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि अगर आईपीएल 29 मार्च को शुरू हो गया होता तो वह चेन्नै सुपर किंग्स के लिए शुरुआती मैचों में नहीं खेल पाते। उन्होंने चेन्नै सुपर किंग्स की अधिकारिक वेबसाइट पर कहा, ‘जब चीजें आपके नियंत्रण में नहीं होती तो आप कुछ नहीं कर सकते। इसलिए मैं उन चीजों पर ध्यान लगाता हूं जो मैं उस दौरान कर सकता हूं। मैं नई चीजें सीखने की कोशिश कर रहा हूं, अपनी फिटनेस पर ध्यान लगाए हूं क्योंकि आप जानते हो कि मैं चोटिल था और वापसी कर रहा था। इसलिये मुझे उबरने के लिए और समय मिल जायेगा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आईपीएल सत्र समय पर शुरू हो गया होता तो मैं शुरू के कुछ मैच नहीं खेल पाता। ’’ चाहर के पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ सात रन देकर छह विकेट (जिसमें हैटट्रिक भी शामिल है) को आईसीसी का साल का सर्वश्रेष्ठ टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन घोषित किया गया था। आईपीएल को 15 अप्रैल तक स्थगित किया गया है लेकिन अभी इसके आयोजन की संभावना नहीं दिख रही है।

ब्राजील के फुटबॉल लेजेंड रोनाल्डिन्हो पैराग्वे जेल से रिहा हुए, कोर्ट के आदेश पर असुनसियान के होटल में हाउस अरेस्ट रहेंगे April 07, 2020 at 09:32PM

पैराग्वे कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट मामले में ब्राजील के पूर्व फुटबॉलर रोनाल्डिन्होऔर उनके भाई को जेल से रिहा करने के आदेश दिए हैं। आदेश मुताबिक, जेल से रिहा होने के बाद फुटबॉल लेजेंड और उनके भाई को पैराग्वे की राजधानी असुनसियान के एक होटल में हाउस अरेस्ट किया जाएगा। पुलिस ने 2002 के वर्ल्ड कप विजेता रोनाल्डिन्हो को फर्जी पासपोर्ट के मामले में 5 मार्च को असुनसियान के होटल से गिरफ्तार किया था। तभी से वे ट्रायल के चलते जेल में बंद थे।

जज गुस्तावो अमरिल्ला ने कहा, ‘‘रोनाल्डिन्हो के वकील ने बतौर जमानत 12 करोड़ रुपए जमा कर दिए हैं। वे असुनसियान के होटल में अपने ही खर्चे पर रहेंगे। होटल मैनेजमेंट को आदेश दिया गया है कि वे इन पर निगरानी रखें। होटल में पुलिस भी मौजूद रहेगी। ’’ इससे पहले रोनाल्डिन्हो की दो बार जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। पूर्व फुटबॉलर को कोरोनावायरस के कारण जेल में ही लॉकडाउन किया गया था। पुलिस ने वकील के अलावा किसी भी व्यक्ति के मिलने पर रोक लगा दी थी।

असुनसियान शहर के होटल से गिरफ्तार किए गए थे रोनाल्डिन्हो
स्टार फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो पिछलेमहीने एक इवेंट के लिए अपने भाई के साथ पैराग्वे की राजधानी असुनसियान पहुंचे थे। वे जिस होटल में रुके थे, पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया था। रोनाल्डिन्हो के भाई के एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है। फुटबॉलर का आरोप है कि इसी व्यक्ति ने उन्हें फंसाया है।

रोनाल्डिन्होने अपने फुटबॉल करियर में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी), बार्सिलोना और मिलान जैसे क्लब की तरफ से खेला है। उन्होंने 2018 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था और इससे पहले भी वह कई मामलों के चलते सुर्ख़ियों में रहे हैं।



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ब्राजील के फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो पर फर्जी पासपोर्ट का आरोप है। उन्हें पैराग्वे पुलिस ने पिछले महीने पैराग्वे की राजधानी असुनसियान के होटल से गिरफ्तार किया था।

अक्टूबर तक नियंत्रित हुआ कोरोना तो भी IPL संभव: नेहरा April 07, 2020 at 09:36PM

नई दिल्ली पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज का मानना है कि अगर अक्टूबर तक भी महामारी को नियंत्रित कर दिया जाता है तो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को वर्ष के अंतिम तीन महीनों में भी आयोजित किया जा सकता है। को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 29 मार्च से शुरू होना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण उसे 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया है। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हालात अभी सामान्य नहीं दिख रहे हैं ऐसे में इसके आयोजन की संभावना भी नहीं है। नेहरा ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा, 'आईपीएल अगस्त में नहीं हो सकता क्योंकि वह बारिश का मौसम होता है और ऐसे में कई मैचों के रद्द होने की संभावना रहेगी। अगर अक्टूबर तक विश्व भर में स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी तो मुझे पूरा विश्वास है कि आईपीएल होगा।' कोरोना वायरस के मामलों और उससे होने वाली मौतों में कोई कमी नहीं आ रही है और ऐसे में इस साल आईपीएल के आयोजन की संभावना भी कम हो गई है। इस घातक वायरस के कारण भारत में लगभग 150 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दुनिया भर में यह संख्या 80 हजार से ऊपर चली गई है। नेहरा ने इसके साथ ही कहा कि युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, 'मैंने जितना युवराज के करियर को देखा है तो मुझे लगता है कि उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन किया। हमने देखा कि किस तरह से उन्होंने 2007 और उसके बाद बल्लेबाजी की। हमने 2011 में देखा कि बीमारी के बावजूद उन्होंने धोनी के नेतृत्व में किस तरह का शानदार प्रदर्शन किया।' नेहरा ने कहा, 'मेरा मानना है कि प्रत्येक खिलाड़ी का कोई पसंदीदा कप्तान होता है और मेरे हिसाब से युवराज ने धोनी की अगुवाई में बेहतर प्रदर्शन किया।'

भारत में टेस्ट सीरीज जीतना मेरे लक्ष्यों में शामिल: स्टीव स्मिथ April 07, 2020 at 07:55PM

नई दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज का मानना है कि भारत में टेस्ट मैच खेलना सबसे मुश्किल होता है और यहां टेस्ट सीरीज जीतना उनके सबसे बड़े लक्ष्यों में से एक है। आईपीएल के पहले सत्र की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स द्वारा आयोजित बातचीत में स्मिथ ने न्यूजीलैंड के लेग स्पिनर से कहा, ‘मैं भारत में टेस्ट सीरीज जीतना चाहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर होने के नाते हम एशेज को, विश्व कप को बड़ा आंकते हैं लेकिन मेरा मानना है कि भारत अभी विश्व की नंबर एक टीम है और टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए यह बहुत मुश्किल स्थान है, इसलिए मैं भारत में टेस्ट सीरीज जीतना पसंद करूंगा।’ वर्तमान में विश्व के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज स्मिथ ने अपने अन्य लक्ष्यों के बारे में कहा, ‘इसके अलावा मैं बहुत अधिक लक्ष्य तय करना पसंद नहीं करूंगा। मैं चीजों को हर दिन के हिसाब से लूंगा। एक बार में एक सीरीज पर ध्यान दूंगा और सुधार करने की कोशिश करूंगा।’ ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार भारत में 2004-05 में टेस्ट सीरीज जीती थी। कोविड-19 के कारण विश्व भर में लॉकडाउन के कारण खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हैं और स्मिथ को लगता है कि यह विश्राम बुरा नहीं है लेकिन उन्हें जल्द ही चीजें सामान्य होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘पिछला साल काफी व्यस्त रहा। विश्व कप और एशेज थी। इसके अलावा विदेशों में कुछ ODI सीरीज थीं। इसलिए यह विश्राम बुरा नहीं है लेकिन उम्मीद है कि यह कुछ सप्ताह का ही होगा। मैं वापस मैदान पर लौटने के लिए उत्सुक हूं।’ स्मिथ ने भारत के स्पिन ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की भी प्रशंसा की और उन्हें उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में सबसे मुश्किल गेंदबाज करार दिया। उन्होंने कहा, ‘जडेजा का उपमहाद्वीप में जवाब नहीं। इसलिए वह इतना अच्छा गेंदबाज है। वह गुडलेंथ पर पर सही जगह पर गेंद पिच कराता है। एक गेंद उछाल लेती है तो दूसरी स्पिन। जब उसके हाथ से गेंद निकलती है तो वह एक जैसी ही लगती है।’ ने कहा, ‘लेग स्पिनर के लिए अच्छी गुगली या स्लाइडर महत्वपूर्ण होती है। उंगलियों के स्पिनर के लिए हाथ की तेजी में अधिक परिवर्तन किए बिना गेंद की तेजी में बदलाव करना महत्वपूर्ण होता है। दुनिया में बहुत कम गेंदबाज ऐसा कर पाते हैं। जडेजा उनमें से एक हैं। उन्हें खेलना बहुत मुश्किल होता है।’ स्मिथ ने पिछले साल आईपीएल के बीच में अंजिक्य रहाणे से कप्तानी का जिम्मा संभाला था और वह फिर से राजस्थान रॉयल्स की अगुआई करने के लिए उत्सुक हैं। कोविड-19 के कारण इंडियन प्रीमियर लीग 15 अप्रैल तक स्थगित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘अभी दुनिया में बहुत कुछ चल रहा है। उम्मीद है कि हमें साल में किसी समय आईपीएल में खेलने का मौका मिलेगा।’ स्मिथ ने कहा, ‘मैंने जिन दो सत्र में रॉयल्स की कप्तानी की, उन दोनों में बीच में यह जिम्मा संभाला। मैंने 2015 में शेन वॉटसन से कप्तानी ली और पिछले साल भी मैंने सत्र के बीच में यह जिम्मा संभाला। इस बार मैं शुरू से यह जिम्मा संभालने के लिए तैयार हूं। रॉयल्स की टीम काफी अच्छी है।’ स्मिथ ने एक स्पिनर के रूप में करियर की शुरुआत की लेकिन फिर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बन गए। अपने करियर के बारे में इस 30 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं एक गेंदबाज की तुलना में बेहतर बल्लेबाज था। मैंने अपने पहले दो टेस्ट मैच विशेषज्ञ स्पिनर के तौर पर खेले। यह अजीब था। वे शेन वार्न युग के बाद एक स्पिनर चाहते थे और मैं 12-13 स्पिनरों में से एक था।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद मुझे बाहर कर दिया गया और मैं ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी के रास्ते तलाशने लगा। तब मैंने गेंदबाजी के बजाय अपना पूरा ध्यान बल्लेबाजी पर दिया। लेकिन मैं जब तब गेंदबाजी करता रहता हूं।’

हम वायरस से युद्ध लड़ रहे हैं, क्रिकेट इंतजार कर सकता है: चेतेश्वर पुजारा April 07, 2020 at 08:46PM

विकास कृष्णन, चेन्नै भारतीय टेस्ट टीम के अहम बल्लेबाज की सबसे बड़ी खूबी उनका संयम और अनुशासन है। और कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वह इन्हीं का अच्छा इस्तेमाल कर रहे हैं। सेल्फ-आइसोलेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को बेहद जरूरी माने जाने वाले इस वक्त में पुजारा उदाहरण पेश कर रहे हैं। पुजारा ने राजकोट में अपने घर से हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'लॉकडाउन के दौरान सबसे जरूरी चीज है कि आप घर पर रहें। सभी को खतरा समझना चाहिए और घर पर ही रहना चाहिए, भले ही इससे परेशानी क्यों न हो। लेकिन हम एक युद्ध लड़ रहे हैं। संयम और अनुशासन की वे आदतें जरूर काम आ रही हैं। क्रिकेटर के रूप में मेरी खूबियां इन हालात का सामना करने में मेरी मददगार हो रही हैं। मेरे पास वह मानसिक दृढ़ता है। तो इससे फायदा होता है।' पुजारा को बेशक खेल से बहुत लगाव है और उन्हें गेंद के बल्ले पर लगने की आवाज बहुत पसंद है। लेकिन फिलहाल, क्रिकेट उनके दिमाग में दूर-दूर तक नहीं है। पुजारा ने हाल ही में एक लंबे सीजन का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली और उसके बाद सौराष्ट्र के रणजी ट्रोफी बनने के सफर के साथी रहे, तो फिलहाल उन्हें इस ब्रेक से कोई ऐतराज नहीं है। उन्होंने कहा, 'कई बार आपको खेल से दूर रहने की जरूरत होती है। अच्छी बात यह रही कि यह सब सीजन खत्म होने के बाद हुआ। जब रणजी ट्रोफी खत्म हुई तो मैं एक-दो सप्ताह का ब्रेक लेने के बारे में सोच रहा था। यह उससे ज्यादा लंबा हो गया। हमें नहीं पता कि खेल कब शुरू होगा। तो हम एक मुश्किल हालात में हैं।' पुजारा हालांकि फिलहाल क्रिकेट के बारे में नहीं सोच रहे हैं। उन्होंने कहा, 'लेकिन अगर हम उन समस्याओं को देखें जिनका सामना बाकी लोग कर रहे हैं, तो हम क्रिकेट के बारे में नहीं सोच सकते। यह वायरस इतना खतरनाक है कि हमें मिलकर इससे लड़ना होगा। यह एक युद्ध की तरह है। हमारी पहली कोशिश है कि हालात सबसे पहले सामान्य हों। उसके बाद ही हम खेल के बारे में सोच सकते हैं।' हालांकि 32 वर्षीय इस क्रिकेटर ने माना कि फिलहाल वह क्रिकेट से दूर हैं। इसका अर्थ है कि वह अपना ज्यादातर वक्त पत्नी और बेटी के साथ बिता रहे हैं। और जैसे ही हालात सामान्य होंगे तो पुजारा सबसे पहले राजकोट में अपनी अकादमी में जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं अपनी अकादमी जाना चाहूंगा यह मेरे घर से करीब 16-17 किलोमीटर है।'

चाहर ने बताया- कहां आउट ऑफ टच हैं धोनी April 07, 2020 at 09:03PM

नई दिल्ली दुनिया पर कोरोना वायरस का संकट न छाया होता तो महेंद्र सिंह धोनी के फैन्स इन दिनों उन्हें एक बार मैदान पर छक्के बरसाते और पीली जर्सी में चेन्नै सुपर किंग्स (CSK) की कप्तानी करते देख रहे होते। लेकिन कोरोना वायरस की मार ने न सिर्फ आईपीएल को पीछे धकेल दिया है बल्कि पूरे देश और दुनिया की रफ्तार को थाम दिया है। इन दिनों दुनिया भर में लॉकडाउन जैसे हालात हैं और सभी लोग आउटडोर गतिविधियों को छोड़कर अपने-अपने घरों में समय बिता रहे हैं। लॉकडाउन के इन दिनों आखिर धोनी कैसे अपना समय गुजार रहे हैं। अभी किसी को इसकी ज्यादा जानकारी तो नहीं है लेकिन आईपीएल में उनके साथी खिलाड़ी और टीम इंडिया में युवा गेंदबाज ने बताया कि अब धोनी अपनी पसंदीदा मोबाइल गेम पबजी भी नहीं खेल रहे हैं। चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) ने अपने टि्वटर हैंडल पर चाहर के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो शेयर किया है। इसमें चाहर अपने अनुभव और के बारे में कुछ बातें बता रहे हैं। प्रोग्राम की होस्ट ने जब धोनी पर सवाल किया तो चाहर ने कहा कि अब माही भाई पबजी में आउट ऑफ टच हो गए हैं वह अब कोई दूसरा गेम खेल रहे हैं। यहां दीपक चाहर से सवाल किया गया था कि क्या आप अब धोनी के साथ पब्जी खेलते हैं। इसके जवाब में चाहर ने बताया, 'मैं तो अभी भी पबजी खेलता हूं लेकिन धोनी भाई नहीं खेलते हैं। एक बार वह खेलने के लिए आए भी थे तो वह बिल्कुल आउट ऑफ टच दिख रहे थे। उन्हें मालूम ही नहीं चल रहा था कि कौन कहां से आकर हमला कर रहा है।'