Wednesday, August 4, 2021

एक गोल्ड समेत दांव पर चार मेडल, ऐसा है पांच अगस्त को भारत का कार्यक्रम August 04, 2021 at 08:20AM

तोक्योओलिंपिक में चार अगस्त यानी बुधवार का दिन भारतीय दल के लिए थोड़ी खुशी थोड़ा गम जैसा रहा। मगर गुरुवार को एक नहीं बल्कि कई मेडल मिलने की आस है। रवि दहिया जहां कुश्ती में गोल्ड जीतने वाले पहले पहलवान बन सकते हैं तो भारतीय मेंस हॉकी टीम भी 41 साल बाद पदक लेना चाहेगी। इनके अलावा कुछ और खिलाड़ी भी पोडियम फिनिश करना चाहेंगे। आइए एक नजर डालते हैं पांच अगस्त को भारत के कार्यक्रम पर... (भारतीय समयानुसार) एथलेटिक्स: केटी इरफान, राहुल रोहिल्ला और संदीप कुमार, पुरुष 20 किमी पैदल चाल 1:00 pm गोल्फ: अदिति अशोक और दीक्षा डागर महिलाओं के व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले, 4:00 am हॉकी: भारत बनाम जर्मनी, पुरुष कांस्य पदक मैच, 7:00 am कुश्ती: विनेश फोगाट बनाम सोफिया मैगडेलेना मैटसन (स्वीडन) वीमेंस फ्रीस्टाइल 53 किग्रा 8:00 am अंशु मलिक बनाम वालेरिया कोबलोवा (रूस ओलंपिक समिति) वीमेंस फ्रीस्टाइल 57 किग्रा के रेपचेज राउंड में, 7:30 am रवि दहिया और जावुर युगुऐव (रूस ओलंपिक समिति) मेंस फ्रीस्टाइल 57 किग्रा फाइनल, 2:45 pm दीपक पूनिया पुरुषों के फ्रीस्टाइल कांस्य पदक मैच में, 2:45 pm मिला-जुल रहा चार अगस्त का दिन रवि दहिया पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में नूरिस्लाम सनायेव (कजाखस्तान) को हराकर फाइनल में। गोल्ड मेडल के मुकाबले में गुरुवार को जावुर युवुगेव (रूस ओलंपिक समिति) से भिड़ेंगे। एक और पहलवान दीपक पूनिया पुरुषों के 86 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में डेविड मौरिस टेलर (अमेरिका) से हार गए। अब वह भी गुरुवार को कांस्य पदक की दौड़ में होंगे। अंशु मलिक महिलाओं के 57 किग्रा भार वर्ग के पहले मुकाबले में इरिना कुराचिकिना (बेलारूस) से हारी। इरिना फाइनल में पहुंच गई है और अंशु गुरूवार को रेपेचेज में खेलेंगी। यानी ब्रॉन्ज मेडल की उम्मीद बरकरार। भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 1-2 से हारी। अब कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से भिड़ेगी। पहला ओलिंपिक खेल रहीं लवलीना बोरगोहेन महिलाओं के 69 किग्रा में बुसेनाज सुरमेनेली (तुर्की) से हारी। भारतीय मुक्केबाज को कांस्य पदक मिला। एथलेटिक्स में नीरज चोपड़ा पुरुषों की भाला फेंक में 86.65 मीटर भाला फेंककर फाइनल में। शिवपाल सिंह (76.40 मीटर) फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। गोल्फ महिलाओं की व्यक्तिगत स्पर्धा के पहले दौर में अदिति अशोक संयुक्त दूसरे और दीक्षा डागर संयुक्त 56वें स्थान पर।

IND vs ENG: इंग्लैंड की पहली पारी 183 पर ढेर, पहले दिन जसप्रीत बुमराह-शमी छाए रहे August 04, 2021 at 07:48AM

नॉटिंघमजसप्रीत बुमराह ने अपनी खोयी लय हासिल की जबकि मोहम्मद शमी ने अपनी गेंदबाजी में पैनापन दिखाया जिससे भारत ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन बुधवार को इंग्लैंड को पहली पारी में 183 रन पर आउट करके पहला दिन अपने नाम किया। भारत ने इसके बाद सतर्कता से बल्लेबाजी की और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 21 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (40 गेंदों पर नाबाद नौ) और केएल राहुल (39 गेंदों पर नाबाद नौ) ने 13 ओवर तक सहजता से बल्लेबाजी करके टीम को झटका नहीं लगने दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरा इंग्लैंड एक समय तीन विकेट पर 138 रन बनाकर अच्छी स्थिति में दिख रहा था लेकिन इसके बाद उसने 45 रन के अंदर अपने आखिरी सात विकेट गंवा दिए। उसकी तरफ से कप्तान जो रूट ने 108 गेंदों का सामना करके सर्वाधिक 64 रन बनाए, जिसमें 11 चौके शामिल हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बेअसर रहे बुमराह ने अपनी लय दिखायी तथा 46 रन देकर चार विकेट लिए। टीम के तीन अन्य तेज गेंदबाजों शमी (28 रन देकर तीन), शार्दुल ठाकुर (41 रन देकर दो) और मोहम्मद सिराज (48 रन देकर एक) ने उनका अच्छा साथ दिया। रोहित और राहुल ने बेहद सतर्कता बरती और किसी तरह का जोखिम नहीं उठाया। उसकी गेंदबाजी में पैनापन भी नहीं दिखा। दिन के आखिरी ओवर में ओली रोबिन्सन ने राहुल के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की। इस पर इंग्लैंड ने रिव्यू भी गंवाया। इंग्लैंड ने पहले दो सत्र में दो-दो विकेट गंवाए लेकिन तीसरे सत्र में उसकी पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी। सैम करन ने इस बीच नाबाद 27 रन जोड़े लेकिन अन्य बल्लेबाजों के पास भारतीय गेंदबाजों का कोई जवाब नहीं था। इंग्लैंड ने लंच तक दो विकेट पर 61 रन बनाए और इस बीच सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स (शून्य) और जॉक क्राउली (68 गेंदों पर 27) के विकेट गंवाए। दूसरे सत्र डॉम सिब्ले (70 गेंदों पर 18 रन) और जॉनी बेयरस्टॉ (71 गेंदों पर 29) पवेलियन लौटे। रूट और बेयरस्टॉ ने चौथे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी की। बादल छाए रहने और स्विंग मिलने का भारतीय गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया। बुमराह ने भारत स्वर्णिम शुरुआत दिलायी। उन्होंने पांचवीं गेंद पर ही बर्न्स को पगबाधा आउट किया। बुमराह ने तीन आउटस्विंगर के बाद लेग स्टंप पर गेंद पिच करायी जो बर्न्स के पैड पर लगी और अपील पर अंपायर की उंगली उठ गयी। बल्लेबाज ने डीआरएस लिया लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला। भारत को दूसरा विकेट सिराज ने दिलाया। उनके गेंद क्राउली के बल्ले का हल्का किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में पहुंची लेकिन अंपायर ने अपील ठुकरा दी। पंत की सलाह पर कोहली ने रिव्यू लिया जिसे स्पष्ट हो गया कि गेंद ने बल्ले का किनारा लिया था। भारत ने इस ओवर में पहले एक रिव्यू गंवाया था। शमी की गेंदबाजी में गजब का पैनापन था। उन्होंने दूसरे सत्र में राहुल के रूप में मिडविकेट पर क्षेत्ररक्षक लगाया और फिर सिब्ले को फ्लिक करने के लिए ललचाया। बल्लेबाज उनके जाल में फंस गए और राहुल ने आसान कैच लपका। सिब्ले के शॉट में नियंत्रण नहीं था। भारतीयों ने कसी हुई गेंदबाजी की लेकिन रूट ने जब भी रन बनाने का मौका मिला उसे भुनाया। उन्होंने धैर्य दिखाया और ढीली गेंदों का इंतजार किया। उन्होंने इस बीच कुछ दर्शनीय शॉट लगाए और अपना 50वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। तीसरे सत्र में कहानी एकदम से बदल गयी। इसकी शुरुआत चाय के विश्राम से ठीक पहले बेयरस्टॉ के विकेट से हुई जिन्हें शमी ने पगबाधा आउट किया। भारत का डीआरएस का फैसला तब सही रहा था। शमी तीसरे सत्र में अपना यह ओवर पूरा करते हुए आखिरी गेंद पर डैन लॉरेन्स (शून्य) को पंत के हाथों कैच कराया। जोस बटलर ने 18 गेंद तक क्रीज पर टिके रहे लेकिन वह इस बीच शॉट मारने के लिए संघर्ष करते हुए दिखे। ऐसे में बुमराह की कोण लेती गेंद उनके बल्ले को चूमकर पंत के दस्तानों में समा गयी। बटलर ने खाता भी नहीं खोला। शार्दुल ने रूट को फुललेंथ गेंद पर पगबाधा आउट करके टीम को बड़ी सफलता दिलायी। उन्होंने इसी ओवर में नए बल्लेबाज ओली रॉबिन्सन आउट किया जिन्होंने शमी को कैच का अभ्यास कराया। बुमराह ने स्टुअर्ट ब्रॉड (चार) और जेम्स एंडरसन (एक) को पवेलियन भेजा। भारत ने अपनी बल्लेबाजी को मजबूती देने के लिए चौथे तेज गेंदबाज के रूप में शार्दुल को अंतिम एकादश में रखा जबकि सिराज की फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम में लिया गया। टीम में रविंद्र जडेजा के रूप में एकमात्र स्पिनर हैं।

क्या होता है Win By Fall, जिसके दम पर रवि दहिया ने विपक्षी पहलवान को चटाई धूल August 04, 2021 at 07:50AM

तोक्योभारत के पहलवान रवि कुमार दहिया तोक्यो ओलिंपिक में कुश्ती के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को हरा दिया। इसके साथ ही उन्होंने फाइनल में प्रवेश करने के साथ ही भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है। रवि ने सेमीफाइनल मुकाबले में नूरइस्लाम को विक्ट्री बाय फॉल के माध्यम से 7-9 से हराया। दरअसल, रवि 2-9 से पिछड़ रहे थे और बाउट के आखिरी मिनट में जबरदस्त वापसी की। उन्होंने विपक्षी पहलवान के दोनों पैरों पर हमला किया और फिर बाउट खत्म होने से कुछ ही सेकंड पहले विन बाय फाल या यूं कह लें PinFall से जीत हासिल की। क्या होता है पिनफाल यान विक्ट्री बाय फालकुश्ती की भाषा में अगर सरल लहजे में कहा जाय तो यही चित करना होता है। एक पहलवान मतलब विपक्षी के कंधे को जमीन या मैट पर टच करवा दे तो उसकी जीत (win by fall) मानी जाती है। रेसलिंग में यह सबसे मुश्किल होता है। यहां रवि 2-9 से पिछड़े हुए थे और जब उन्होंने पैरों पर हमला करते हुए पलटी मारी तो स्कोर 7-9 हो गया। रवि ने यहां मौका गंवाया नहीं, बल्कि विपक्षी को पिन करते हुए चित कर दिया और जीत हासिल कर ली। ऐसा रहा तोक्यो में सफररवि ने इसके साथ ही ओलंपिक में देश का चौथा पदक पक्का कर लिया है। फाइनल में पहुंचने पर उन्हें अब कम से कम रजत पदक मिलेगा। हालांकि, उनकी नजरें स्वर्ण पदक लाने पर होगी। रवि ने टोक्यो में अपनी शुरुआती बेहतरीन तरीके से की। रवि ने ओपनिंग बाउट में कोलंबिया के ऑस्कर टाइगरेरोस को 13-2 से हराया था। उन्होंने यह बाउट टेकनीकल सुपेरिओरिटी के द्वारा जीती। इसके बाद उन्होंने 1/4 फाइनल मुकाबले में बुल्गारिया के गिओरजी वांगेलोव को 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

तो क्रिकेटर रहे होते ओलिंपिक की ट्रैक ऐंड फील्ड स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले पहले पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम August 04, 2021 at 06:13AM

कराचीअरशद नदीम ओलिंपिक की ट्रैक ऐंड फील्ड स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाले पाकिस्तान के पहले एथलीट हैं लेकिन अगर उनके भाई ने उन्हें एथलेटिक्स में आने के लिए समझाया नहीं होता तो वह क्रिकेट में अपना भाग्य आजमा रहे होते। पंजाब प्रांत में खानेवाल के करीब छोटे से शहर मियां चन्नू के 24 साल के अरशद प्रतिभाशाली क्रिकेटर थे लेकिन रूई और गेंहूं के खेतों में काम करने के कारण क्रिकेट के लिए वह काफी समय नहीं निकाल पा रहे थे। उनके भाई अफजल ने कहा, ‘वह काफी ऊंची कद काठी का खिलाड़ी है, उसे क्रिकेट के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा था, हालांकि वह काफी अच्छा ऑल राउंडर था। मैंने उसे एथलेटिक्स में आने की सलाह दी क्योंकि इसमें कम समय लगता है।’ बुधवार को अरशद भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचे जो 7 अगस्त को होगा। उन्होंने 85.16 मीटर दूर भाला फेंका। वह ओलिंपिक की किसी भी ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वॉलिफाई करने वाले पहले पाकिस्तानी एथलीट हैं।

लानत है! रवि दहिया की मजबूत पकड़ से जब नहीं छूटा तो दांत से काटने लगा पहलवान August 04, 2021 at 07:06AM

तोक्योभारत के पहलवान रवि कुमार दहिया ने तोक्यो ओलिंपिक में कुश्ती के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश करने के साथ ही भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है। रवि ने सेमीफाइनल मुकाबले में नूरइस्लाम को विक्ट्री बाई फॉल के माध्यम से 7-9 से हराया। रवि 2-9 से पिछड़ रहे थे लेकिन यहां से भारतीय पहलवान ने जबरदस्त वापसी की और मुकाबला अपने नाम किया। आखिरी मिनट में उन्होंने कजाख पहलवान के पैरों पर हमला किया और इसके बाद उन्होंने अपनी मजबूत भजाओं में विपक्षी को जकड़ लिया। यहां विपक्षी पहलवान ने पकड़ से छूटने के लिए रवि को काटना शुरू कर दिया, लेकिन हरियाणवी छोर ने जीत की ठान ली थी। रवि ने अपनी मजबूत ढीली नहीं की और चित करते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया। फोटो में उनकी दाहिनी बांह में काटने का गहरा निशान का खुलासा हुआ। इस मोमेंट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोग सानायेव की आलोचना कर रहे हैं। बात भी सही है। हार सामने देख दांत से काटना कहां से खेल भावना है? रवि ने ओपनिंग बाउट में कोलंबिया के ऑस्कर टाइगरेरोस को 13-2 से हराया था। उन्होंने यह बाउट टेकनीकल सुपेरिओरिटी के द्वारा जीती। इसके बाद उन्होंने 1/4 फाइनल मुकाबले में बुल्गारिया के गिओरजी वांगेलोव को 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। फाइनल फाइट केलिए फिट हैं रविभारतीय कुश्ती टीम के सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य ने कहा, ‘रवि जब मैट से लौटे तो यह दर्द कर रहा था लेकिन उन्हें ‘आइस पैक’ दिया गया और वह ठीक हैं। दर्द भी कम हो गया है। वह फाइनल के लिए फिट हैं, कोई समस्या नहीं है।’

अर्जेंटीना हॉकी टीम का कोई प्लेयर अब जर्सी नंबर-8 क्यों नहीं पहनता? जानिए क्या है राज August 04, 2021 at 06:23AM

नई दिल्लीभारतय महिला हॉकी टीम को अर्जेंटीना से तोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में हार मिली। अर्जेंटीना ने यह मुकाबला शुरुआत में पिछड़ने के बाद 2-1 से अपने नाम करते हुए फाइनल का टिकट कटा लिया। टीम जब मैदान पर उतरी तो एक रोचक बात यह देखने को मिली कि अर्जेंटीना के लिए बेहद खास जर्सी नंबर-8 को किसी खिलाड़ी ने नहीं पहना था। दरअसल, कभी इस जर्सी की टीम में तूती बोलती थी। एक महान महिला हॉकी खिलाड़ी ने इस पहनकर 17 वर्ष तक दुनिया के तमाम मैदानों को अपनी करिश्माई स्टिक से नाप दिया था। उनका नाम है- लुसियाना ऐमार। लंदन ओलिंपिक में ध्वजवाहक रहीं लुसियाना ने FIH प्लेयर ऑफ द इयर अवॉर्ड रेकॉर्ड 8 बार अपने नाम किया। उनकी ड्रिबलिंग ऐसी थी कि लोग उन्हें हॉकी का डिएगो माराडोना (अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर) कहते थे जब उन्होंने 2014 में स्टिक खूंटी पर टांगने का फैसला किया तो साथी खिलाड़ियों सहित देश में उनकी जर्सी को रिटायर करने की मांग हुई। हालांकि, इसका ऑफिशल अनाउंसमेंट नहीं किया गया, लेकिन उसके बाद से किसी हॉकी खिलाड़ी ने इस नंबर की जर्सी नहीं पहनी। लुसियान ने महज 7 वर्ष की उम्र से हॉकी स्टिक संभाल ली थी। 1997 में पहली बार जूनियर वर्ल्ड कप खेलने वाली इस खिलाड़ी ने कुल 376 इंटरनैशनल मुकाबले खेले। इस दौरान उनके नाम 162 गोल दर्ज हुए। रेकॉर्डों की लंबी लिस्ट उनके करियर पर निगाह डाली जाए तो रेकॉर्ड और मेडल की लंबी लिस्ट है। ओलिंपिक में दो सिल्वर, दो ब्रॉन्ज तो वर्ल्ड कप में दो गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल टीम का हिस्सा रही हैं। चैंपियंस ट्रोफी में 6 गोल्ड, 3 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल उनके नाम है।

पसीने से अखाड़े की मिट्टी सींचकर रवि उगाएंगे सोना, हरियाणा के लाल से 'गोल्डन' उम्मीदें August 04, 2021 at 03:58AM

नई दिल्लीपहलवान रवि दहिया को अगर एक या दो शब्दों में बयां करने के लिए कहा जाए तो ‘शांत तूफान’ इसमें फिट बैठेगा। वह जीत या हार के लिए कोई भावनाएं व्यक्त नहीं करते, कभी कभी तो संदेह होने लगता है कि उनमें कोई भावना है भी या नहीं। बुधवार को वह ओलिंपिक फाइनल में पहुंचकर भारतीय कुश्ती के नए ‘पोस्टर बॉय’ बन गए और इस पर उनकी पहली प्रतिक्रिया थी, ‘हां, ठीक ही है भाईसाहब’। मैट पर पहुंचते ही आक्रामक हो जाते हैं शांत रवि अगर वह जीत जाते हैं तो वह खुशी से उछलते नहीं बस मुस्कुरा देते हैं। अगर वह हारते हैं तो वह शांत हो जाते हैं, लेकिन जैसे ही वह कुश्ती के मैट पर पहुंचते हैं, वह खुद को बेहतर ढंग से व्यक्त करने लगते हैं। वह आक्रामक बन जाते हैं। उनके मजबूत हाथों की ताकत और तकनीकी दक्षता के साथ उनका स्टैमिना उन्हें अजेय प्रतिद्वंद्वी बना देता है, उनके रक्षण को तोड़ना और पकड़ को रोकना मुश्किल हो जाता है। कुश्ती ही जीवन, जीवन भर कुश्ती और यह सब इसलिए है क्योंकि उन्हें कुश्ती के अलावा किसी अन्य चीज में कोई दिलचस्पी नहीं है, उन्हें एये कपड़े या जूते खरीदने में कोई रूचि नहीं होती, उनके अंकल अनिल ने हरियाणा के सोनीपत जिले के नाहरी गांव में दौरे के दौरान पीटीआई को इसके बारे में बताया था। वह अगर बात करते हैं तो बस कुश्ती की, उन्हें स्टार पहलवान की तरह दावेदार नहीं माना गया था, लेकिन 23 साल के दहिया ने खुद को साबित कर दिया। दुनिया ने दो साल पहले जाना नाम नूर सुल्तान में 2019 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद वह सुर्खियों में आए। वह फिर भी खुश नहीं थे और रूस के जावुर युगुएव से सेमीफाइनल में मिली हार के बारे में ही सोच रहे थे। उन्होंने कहा था, ‘मैं क्या कहूं। हां, मैंने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया, लेकिन मेरे सेंटर से ही ओलिंपिक पदकधारी निकले हैं। मैं कहीं भी नहीं हूं।’ ऐसा रहा है रेकॉर्ड दहिया ने 2015 में अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था, जिससे उनकी प्रतिभा की झलक दिखी थी, उन्होंने प्रो कुश्ती लीग में अंडर-23 यूरोपीय चैंपियन और संदीप तोमर को हराकर खुद को साबित किया। दहिया के आने से पहले तोमर का 57 किग्रा वर्ग में दबदबा था, लेकिन कईयों ने कहा कि कुश्ती लीग प्रदर्शन आंकने का मंच नहीं है, इसके बाद 2019 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने सभी आलोचकों को चुप कर दिया, उन्होंने 2020 में दिल्ली में एशियाई चैंपियनशिप जीती और अलमाटी में इसी साल खिताब का बचाव किया। छत्रसाल स्टेडियम में सीखा दांवपेच रवि दहिया ने पोलैंड ओपन में हिस्सा लिया और केवल एक मुकाबला गंवाया। दहिया दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेते हैं जहां से पहले ही भारत को दो ओलिंपिक पदक विजेता - सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त - मिल चुके हैं। उनके पिता राकेश कुमार ने उन्हें 12 साल की उम्र में छत्रसाल स्टेडियम भेजा था, तब से वह महाबली सतपाल और कोच वीरेंद्र के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करते रहे हैं। पिता के संघर्ष ने बनाया पहलवान रवि दहिया के पिता ने कभी भी अपनी परेशानियों को बेटे की ट्रेनिंग का रोड़ा नहीं बनने दिया। वह रोज खुद छत्रसाल स्टेडियम तक दूध और मक्खन लेकर पहुंचते जो उनके घर से 60 किलोमीटर दूर था। वह सुबह साढ़े तीन बजे उठते, पांच किलोमीटर चलकर नजदीक के रेलवे स्टेशन पहुंचते। रेल से आजादपुर उतरते और फिर दो किलोमीटर चलकर छत्रसाल स्टेडियम पहुंचते। फिर घर पहुंचकर खेतों में काम करते और यह सिलसिला 12 साल तक चला। कोविड-19 के कारण लॉकडाउन से इसमें बाधा आई। बेटे के पदक से वह अपना दर्द निश्चित रूप से भूल जाएंगे।

कम ऑन इंडिया: ये गलतियां नहीं की तो 41 साल बाद मिल सकता है हॉकी में ओलिंपिक मेडल August 03, 2021 at 11:43PM

तोक्योसेमीफाइनल में मिली हार को भुलाते हुए भारतीय मेंस हॉकी टीम को 41 साल बाद ओलिंपिक में पदक जीतने का सपना पूरा करने के लिए गुरुवार को रियो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता जर्मनी के खिलाफ तीसरे चौथे स्थान के प्लेऑफ मुकाबले में अपने डिफेंस को मजबूत रखना होगा। दुनिया की तीसरे नंबर की टीम भारत को सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम ने 5-2 से हराया । बेल्जियम का फोकस पेनल्टी कॉर्नर बनाने पर था और टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल कर चुके अलेक्जेंडर हेंडरिक्स ने हैट्रिक लगाई। 1980 में भारत ने जीता था आखिरी पदक भारत पर शुरू ही से दबाव बनाते हुए उन्होंने भारतीय रक्षण को भी छितर-बितर कर दिया। पूरे मैच में भारत ने 14 पेनल्टी कॉर्नर गंवाए, जिनमें से आठ आखिरी क्वार्टर में गए। आठ बार की चैंपियन भारतीय हॉकी टीम ने ओलिंपिक में आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में जीता था। रैंकिंग के आधार पर दोनों टीमों में ज्यादा फर्क नहीं है। भारत तीसरे और जर्मनी चौथे स्थान पर है, लेकिन जर्मनी को हराना भारत के लिए आसान नहीं होगा। भारत को इन गलतियों से बचना होगा भारतीय डिफेंडरों को अब जर्मनी के खिलाफ ऐसी गलती करने से बचना होगा जो उन्होंने बेल्जियम के खिलाफ की। टीम में चार विश्व स्तरीय ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह, उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह, वरूण कुमार और अमित रोहिदास के होते हुए भी भारतीय टीम पांच में से एक ही पेनल्टी कॉर्नर तब्दील कर सकी। भारतीय टीम को सर्कल के भीतर अनावश्यक भिड़ंत से भी बचना होगा। कप्तान मनप्रीत सिंह को चौथे क्वार्टर में कार्ड मिला और बेल्जियम को दो पेनल्टी कॉर्नर भी। भारत के बाद जर्मनी दूसरी सबसे सफल टीमसेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारी जर्मन टीम यहां खुद को साबित करने के इरादे से उतरेगी। भारत ने 2017 हॉकी विश्व लीग फाइनल्स के कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी को 2-1 से हराया था, लेकिन उस समय जर्मनी के शीर्ष खिलाड़ी उस टीम में नहीं थे। भारत के बाद जर्मनी ने सबसे ज्यादा चार ओलिंपिक स्वर्ण जीते हैं। दोनेां के बीच ओलिंपिक में 11 बार मुकाबला हुआ है और दोनों टीमों ने चार चार मैच जीते हैं। तीन मैच ड्रॉ रहे।

महिला हॉकी: बढ़त के बाद मुकाबला हारी टीम इंडिया, जानिए आखिर कहां हुई चूक August 04, 2021 at 04:18AM

तोक्योतोक्यो ओलिंपिक में पुरुष टीम की तरह भारतीय महिला टीम को भी सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। अर्जेंटीना के खिलाफ 2-1 से मिली हार के साथ ही रानी रामपाल की कप्तानी वाली टीम का स्वर्णिम सपना टूट गया, लेकिन अब भी उनके पास ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका है। इसके लिए वह ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ उतरेंगी। जिसे नीदरलैंड ने 5-1 से हराया है। अहम मौके...पहला गोल, भारत ने बनाई बढ़त: कप्तान रानी ने भारत को पेनल्टी कॉर्नर दिलाया जिसे गुरजीत ने गोल में बदला। इसके तीन मिनट बाद ही हालांकि अर्जेंटीना ने बराबरी का मौका गंवाया। मारिया जोस ग्रानाटो बायें फ्लैंक से गेंद लेकर आगे बढ़ी और सर्कल के भीतर घुस गई हालांकि मुस्तैद भारतीय डिफेंडरों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। दूसरे क्वॉर्टर में अर्जेंटीना के बदले तेवर: दूसरे क्वॉर्टर में तस्वीर उलटी थी और अर्जेंटीना के तेवर बदले हुए थे। इसका फायदा उन्हें तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर के रूप में मिला जिसे कप्तान मारिया ने गोल में बदला। स्कोर 1-1 से बराबर। भारत ने गंवाया मौका: भारत ने दूसरे क्वॉर्टर में बढ़त बनाने का मौका गंवाया। भारत की ‘हैटट्रिक गर्ल’ वंदना कटारिया ने दाहिने फ्लैंक से अच्छा मूव बनाते हुए सर्कल के भीतर लालरेम्सियामी को गेंद सौंपी जो उस पर नियंत्रण नहीं बना सकी। दूसरे क्वॉर्टर में भारत को मिले दोनों पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए। तीसरे क्वॉर्टर में आक्रामक तेवर, पर सफलता नहीं: तीसरे क्वॉर्टर में भारत ने आक्रामक शुरुआत की और नेहा ने बायें फ्लैंक से गेंद लेकर डी के भीतर पहुंचाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। मारिया ने मौके पर लगाया चौका: अर्जेंटीना ने तीसरे क्वॉर्टर में ही जवाबी हमला करते हुए पेनल्टी कॉर्नर बनाया जिसे गोल में बदलकर मारिया ने टीम को बढ़त दिला दी। भारत ने इस पेनल्टी के खिलाफ रेफरल भी लिया जो असफल रहा। आखिरी क्वॉर्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने गोल करने की भरसक कोशिश की लेकिन अर्जेंटीना के डिफेंडरों ने उन्हें कामयाब नहीं होने दिया। यह था दोनों टीमों के खेल में अंतर तीसरे और चौथे चौथे क्वॉर्टर में भारतीय टीम ने आगे निकलने की तमाम कोशिश की, लेकिन वह विपक्षी टीम के डिफेंस को भेद नहीं पाई। इसमें कोई शक नहीं कि आधी हाफ के बाद भारतीय महिला प्लेयर्स ने हर मौके को भुनाने की कोशिश की, लेकिन अर्जेंटीना के खिलाड़ी कहीं तेज थीं। फिजिकली उनका मूवमेंट भारतीय टीम से कहीं तेज तर्रार रहा, जिसका उन्हें फायदा मिला। आंकड़ों में समझेंअर्जेंटीना ने पूरे मुकाबले में पेनल्टी कॉर्नर सहित कुल 6 गोल के मौके बनाए, जिसमें से दो मौके पर उनकी कप्तान मारिया ने गोल दागते हुए सफलता अर्जित की। दूसरी ओर, भारतीय टीम को 3 पेनल्टी कॉर्नर सहित 4 मौके मिले, लेकिन एक में ही गोल दाग सकीं।

यह हार नहीं, जीत है, सोना-चांदी न सही, हारकर भी हीरे जैसी चमक गईं हमारी ये बेटियां August 04, 2021 at 01:38AM

नई दिल्ली हम हार की बात नहीं करेंगे। क्योंकि यह हार नहीं है। क्या हुआ सोना या चांदी हाथ में नहीं है। हमारे पास हीरे हैं। ऐसे हीरे जो ओलिंपिक में चमके हैं। पूरी दुनिया को उन्होंने अपनी चमक दिखाई है। भारतीय महिला टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 2-1 से हार गई। पर ब्रॉन्ज का मौका उनके पास अभी भी है। अर्जेंटीना की तेजतर्रार टीम के मुकाबले जिन्हें कहीं भी मुकाबले में नहीं माना जा रहा था, उन लड़कियों ने क्या गजब खेल दिखाया। आखिरी 10 सेकंड तक उन्होंने विपक्षी टीम की धड़कनें बढ़ाए रखीं। ये लड़कियां हारकर भी हमारा ही नहीं, दुनिया का भी दिल जीत गईं। पहले ही 5 मिनट में अर्जेंटीना को कर दिया था हैरानपहले पांच मिनट में भारतीय हॉकी टीम ने अर्जेंटीना को हैरान कर दिया। गुरजीत कौर ने पेनल्टी कॉनर्र को गोल में बदलकर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि इसके बाद अर्जेंटीना ने हिसाब बराबर कर दिया। मारिया बैरियोन्यूवो ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में अर्जेंटीना को बढ़त दिलाने के लिए एक और पीसी को कन्वर्ट किया। दूसरे क्वार्टर में स्कोर किया बराबरअर्जेंटीना ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में अपने बराबरी का स्कोर बनाने के लिए जोरदार वापसी की। अर्जेंटीना की कप्तान मारिया बैरियोन्यूवो ने 18वें मिनट में एक पेनाल्टी को गोल करके बराबर किया। भारत को बाद में तीन पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम उन्हें भुनाने में असफल रहा। भारत के डिफेंडरों के लिए ये अच्छा क्वार्टर रहा। अर्जेंटीना ने कई बार अच्छे सर्कल में प्रवेश किया मगर भारतीय डिफेंडरों ने इसको विफल किया है। भारत को अब दूसरे हाफ में विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए बढ़त लेने की जरूरत है। तीसरे क्वार्टर में 2-1 की बढ़तमारिया बैरियोन्यूवो ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में अर्जेंटीना को बढ़त दिलाने के लिए एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में कन्वर्ट किया। इसी गोल के साथ उन्होंने बढ़त भी बनाई। तीसरे क्वार्टर में अर्जेंटीना की टीम काफी आक्रामक नजर आ रही है। अर्जेंटीना ने अपना गेम प्लान चेंज किया है। पहले वो गेम को स्लो-स्लो आगे ले जा रही थी मगर दूसरे क्वार्टर के बाद काफी तेज खिलाड़ी भारतीय घेरे के नजदीक आ रहे थे। उन्होंने गोल करने के कई मौके भी बनाए मगर भारतीय डिफेंडरों ने अच्छा डिफेंड दिखाया।

रवि दहिया 2-9 से चल रहे थे पीछे, आखिरी 1 मिनट में यूं पलटी बाजी, अब गोल्ड पर लगेगा दांव August 04, 2021 at 03:23AM

तोक्योदिलेर भारतीय पहलवान रवि दहिया ने तोक्यो ओलिंपिक के फाइनल में प्रवेश करते ही गोल्ड मेडल की ओर कदम बढ़ा दिया है। चौथी वरीयता प्राप्त दहिया 57 किग्रा फ्रीस्टाइल सेमीफाइनल में एक समय 2-9 से पीछे थे, लेकिन आखिरी के एक मिनट में विपक्षी पहलवान कजाखस्तान के नूरइस्लाम सानायेव पर न केवल जबरदस्त पकड़ बनाई, बल्कि जमीन पर पटकनी देकर मुकाबला जीत लिया। दरअसल, उन्होंने विपक्षी के दोनों पैरों को फांस बनाकर जकड़ लिया था, जिससे सानायेव छूट ही नहीं पाए। दहिया ने इससे पहले दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे। इस मुकाबले के पहले दौर के बाद दहिया के पास 2-1 की बढ़त थी लेकिन सानायेव ने उनके बाएं पैर पर हमला बोलकर तीन बार उन्हें पलटने पर मजबूर करते हुए छह अंक ले लिए। ऐसा लग रहा था कि दहिया हार की तरफ बढ़ रहे हैं लेकिन संयम नहीं खोते हुए उन्होंने एक मिनट में बाजी पलट दी। रवि दहिया ने ओलिंपिक फाइनल में पहुंचने वाले सुशील कुमार के बाद दूसरे भारतीय पहलवान भी बने। इससे पहले सुशील कुमार ने 2012 लंदन ओलिंपिक में फाइनल में जगह बनाकर रजत पदक जीता था। रवि दहिया अगर गोल्ड मेडल जीतते हैं तो भारत की ओर से ओलिंपिक मे ऐसा करने वाले पहले पहलवान होंगे। दमदार जीत के साथ सोशल मीडिया पर छाए रवि की दमदार जीत की हुंकार सोशल मीडिया पर भी छाई हुई है। इस स्टार पहलवान की ट्विटर पर लोग खूब तारीफ हो रही है। खासतौर उन्होंने जिस अंदाज मेंं वापसी की वह काबिलेतारीफ है। लोग उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद लगाए हुए हैं। कुश्ती में अब तक मिले मेडलकेडी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया। सुशील ओलिंपिक में दो व्यक्तिगत स्पर्धा के पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे लेकिन बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने कांस्य जीतकर बराबरी की। लंदन ओलिंपिक में योगेश्वर दत्त ने भी कांस्य पदक जीता था। वहीं साक्षी मलिक ने रियो ओलिंपिक 2016 में कांस्य पदक हासिल किया था।

लगातार तीन हार के बाद जीत, जीत, जीत... महिला हॉकी टीम का ऐसा करिश्माई रहा सफर August 04, 2021 at 02:56AM

तोक्यो का सपना टूट गया। पहला ओलिंपिक फाइनल खेलने का ख्वाब चकनाचूर हो गया। सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने 1-2 से मात दी। गोल्ड मेडल भले ही हाथ से फिसल गया हो, लेकिन अब एक और उम्मीद बाकी है। ग्रेट ब्रिटेन से रानी रामपाल की टीम ब्रॉन्ज के लिए खेलेगी। भारत को दूसरे ही मिनट में गुरजीत कौर ने बढत दिलाई थी, लेकिन अर्जेंटीना के लिए कप्तान नोएल बारियोनुएवो ने 18वें और 36वें मिनट में गोल दागे। भारतीय शेरनियों का यह स्वपनिल सफर आसान भी नहीं था। पहले ही मैच में नीदरलैंड्स ने 5-1 से रौंदाभारतीय महिला हॉकी टीम ने 25 जुलाई को अपने पूल के शुरूआती मैच में दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड के खिलाफ पहले दो क्वार्टर में दमदार खेल दिखाया, लेकिन आखिर में उसे 1-5 से हार झेलनी पड़ी थी। भारत के लिए एकमात्र गोल कप्तान रानी रामपाल ने 10वें मिनट में किया था। पहले दो क्वार्टर तक यह करीबी मुकाबला रहा था। दोनों टीमों के खेल के स्तर में अंतर को पेनल्टी कार्नर हासिल करने से आंका जा सकता है। जर्मनी के बाद ग्रेट ब्रिटेन से भी हारेपहली हार के बाद भारत के सामने मजबूत जर्मनी थी। यहां भी निराशा ही हाथ लगी। 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। जबकि अगले मैच में ग्रेट ब्रिटेन ने भारत को 4-1 से करारी शिकस्त दे दी। दूसरे हाफ में बेहतर प्रदर्शन के बावजूद धीमी शुरुआत का खामियाजा ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ इस स्कोर लाइन से अंत हुआ। यह महिला हॉकी स्पर्धा के पूल ए में भारत की लगातार तीसरी हार थी। लगातार तीन हार के बाद पटरी पर लौटी गाड़ीशर्मनाक शुरुआत के बाद भारतीय महिला टीम सेमीफाइनल में पहुंचेगी इसकी उम्मीद शायद किसी को नहीं थी। भारतीय महिलाओं ने हिम्मत नहीं हारी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में टीम इंडिया 4-3 से जीती। आखिरी मैच तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मिनटों में गोल करके अपने नाम किया। इसके बाद किस्मत का साथ चाहिए था। फिर वो हुआ जो असंभव सा थाअगली टक्कर ऑस्ट्रेलिया से थी। तीन बार की चैंपियन वह टीम जो विपक्षी खेमे में घुसकर खेलती है। ग्रुप स्टेज में उसने अपना दबदबा यूं ही दिखाया, उसने कोई मैच नहीं गंवाया। यहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सभी को सन्न कर दिया। तीन हार से शुरुआत, फिर किस्मत का साथ। भारत पहली बार ओलिंपिक के सेमीफाइनल में पहुंच रहा था।

तोक्यो गेम्स आपके लिए याद किया जाएगा... पीएम ने बढ़ाया महिला टीम का हौसला August 04, 2021 at 02:17AM

नई दिल्लीभारतीय महिला टीम को तोक्यो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से हार मिली। टीम इंडिया ने पहले क्वॉर्टर के दूसरे ही मिनट में मिली बढ़त को बरकरार नहीं रख सकी। हालांकि, रानी रामपाल की कप्तानी में खेल रही टीम ने आखिरी दम तक जोर लगाया, लेकिन 1-2 से मुकाबले में हार मिली। मैच खत्म होते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने टीम इंडिया को हौसलाफजाई करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने महिला टीम को निराश नहीं होने की बात कहते हुए लिखा- एक चीज जिसे हम #Tokyo2020 याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन। आज खेल के माध्यम से हमारी महिला हॉकी टीम ने बेजोड़ धैर्य और शानदार कौशल दिखाया। टीम पर गर्व है। आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। उल्लेखनीय है कि पुरुष हॉकी टीम को मंगलवार को बेल्जियम के खिलाफ 2-5 से हार मिली थी। उस मैच को पीएम लाइव देख रहे थे। उस मैच में भी टीम इंडिया ने शुरुआती बढ़त ली थी। उसे ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में जर्मनी से गुरुवार को भिड़ना है। कांस्य के लिए अब ब्रिटेन से भिड़ंत अर्जेंटीना के हाथों सेमीफाइनल में 1-2 से मिली हार के साथ ही तोक्यो ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का भारतीय महिला हॉकी टीम का सपना टूट गया जो अब कांस्य के लिए खेलेगी। भारत को दूसरे ही मिनट में गुरजीत कौर ने बढ़त दिलाई थी लेकिन अर्जेंटीना के लिए कप्तान नोएल बारियोनुएवो ने 18वें और 36वें मिनट में गोल दागे। भारत का सामना कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन से होगा।

पहले 5 मिनट में गोल और फिर... देखें कैसे इतिहास रचने के लिए लड़ रहीं अपने शेरनियां August 04, 2021 at 12:27AM

Tokyo Olympics Women's Hockey Semifinal Match : भारतीय महिला हॉकी टीम तोक्यो ओलिंपिक में कमाल पर कमाल कर रही है। सेमीफाइनल मुकाबले में उतरने के 5 मिनट के अंदर ही अर्जेंटिना के खिलाफ पहला गोल दाग करके लड़कियों ने सभी देशवासियों के दिल में बड़ी उम्मीद पैदा कर दी है। इतने शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हर भारतवासी अपनी बहादुर लड़कियों की जीत की कामना कर रहा है। रानी रामपाल (Rani Rampal) की अगुआई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ने इस सेमीफाइनल मैच में अर्जेंटीना को हरा दिया तो वह तोक्यो ओलिंपिक खेलों के फाइनल में पहुंच जाएगी। ऐसा हुआ तो भारत इतिहास बना देगा क्योंकि अब तक भारत के पुरुष या महिला खिलाड़ियों में से किसी की भी हॉकी टीम ने किसी ओलिंपिक के फाइनल में जगह नहीं बनाई है। बहरहाल, आइए तस्वीरों में देखते हैं, इतिहास की धारा बदलने की क्षमता रखने वाला यह मैच कैसे-कैसे आगे बढ़ रहा है...

भारतीय महिला हॉकी टीम तोक्यो ओलिंपिक में कमाल पर कमाल कर रही है। सेमीफाइनल मुकाबले में उतरने के 5 मिनट के अंदर ही अर्जेंटिना के खिलाफ पहला गोल दाग करके लड़कियों ने सभी देशवासियों के दिल में बड़ी उम्मीद पैदा कर दी है। इतने शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हर भारतवासी अपनी बहादुर लड़कियों की जीत की कामना कर रहा है।


Tokyo Olympics : तोक्यो ओलिंपिक के महिला हॉकी फाइनल में पहुंच इतिहास रचने को लड़ रहीं शेरनियां

Tokyo Olympics Women's Hockey Semifinal Match : भारतीय महिला हॉकी टीम तोक्यो ओलिंपिक में कमाल पर कमाल कर रही है। सेमीफाइनल मुकाबले में उतरने के 5 मिनट के अंदर ही अर्जेंटिना के खिलाफ पहला गोल दाग करके लड़कियों ने सभी देशवासियों के दिल में बड़ी उम्मीद पैदा कर दी है। इतने शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हर भारतवासी अपनी बहादुर लड़कियों की जीत की कामना कर रहा है। रानी रामपाल (Rani Rampal) की अगुआई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ने इस सेमीफाइनल मैच में अर्जेंटीना को हरा दिया तो वह तोक्यो ओलिंपिक खेलों के फाइनल में पहुंच जाएगी। ऐसा हुआ तो भारत इतिहास बना देगा क्योंकि अब तक भारत के पुरुष या महिला खिलाड़ियों में से किसी की भी हॉकी टीम ने किसी ओलिंपिक के फाइनल में जगह नहीं बनाई है। बहरहाल, आइए तस्वीरों में देखते हैं, इतिहास की धारा बदलने की क्षमता रखने वाला यह मैच कैसे-कैसे आगे बढ़ रहा है...



पहले 5 मिनट में भारत का पहला गोल
पहले 5 मिनट में भारत का पहला गोल

भारतीय महिला हॉकी टीम ने मैच के पहले 5 मिनट में ही अर्जेंटिना पर एक गोल चढ़ाकर कमाल कर दिया। टीम को एक पेनॉल्टी कॉर्नर मिला और फिर गुरजीत कौर ने बिना गलती हुए उसे गोल में तब्दील कर दिया।



मैच से पहले राष्ट्र गान
मैच से पहले राष्ट्र गान

शाम 3.30 बजे सेमिफाइनल मैच शुरू होने से पहले राष्ट्र गान के वक्त भारत और अर्जेंटिना के खिलाड़ी



मैच से पहले की तैयारी
मैच से पहले की तैयारी

मैच से पहले खुद को वॉर्म अप करतीं भारतीय महिला हॉकी टीम की प्लेयर सलीमा टेटे



गुरजीत ने दिलाई बढ़त
गुरजीत ने दिलाई बढ़त

भारत के लिए पहला गोल गुरजीत कौर ने दागा। पहले क्वॉर्टर के महज दूसरे ही मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला और उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया।



मारिया नोएल ने दागा बराबरी का गोल
मारिया नोएल ने दागा बराबरी का गोल

अर्जेंटीना के लिए बराबरी का गोल मारिया नोएल ने दागा। उन्होंने मैच के 18वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से यह गोल दागा और स्कोर 1-1 से बराबर हो गया।



मैदान में दिख रहा पूरा दमखम
मैदान में दिख रहा पूरा दमखम

भारतीय महिला टीम की दमदार फाइट को देखने को मिल रही है। इस करिश्माई प्रदर्शन से से अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीम इंडिया की हर प्लेयर जीत के लिए खेल रही है। कोई भी खिलाड़ी मौका गंवाते नहीं दिख रही है।



हाफ तक स्कोर रहा बराबर
हाफ तक स्कोर रहा बराबर

दोनों टीमें मुकाबले के हाफ टाइम तक 1-1 से बराबर पर रहीं। अगले 30 मिनट तय करेंगे कि भारत कहां तक पहुंच रहा है।



अंत तक लड़ती रहीं शेरनियां...
अंत तक लड़ती रहीं शेरनियां...

भारतीय महिला टीम पहले क्वॉर्टर में बढ़त बनाने के बाद पिछड़ गई, लेकिन वह आखिरी मिनट तक लड़ती रही। हालांकि, उसे हार का सामना करना पड़ा।



नोएल ने दागा बढ़त का गोल
नोएल ने दागा बढ़त का गोल

अर्जेंटीना को बढ़़त दिलाने के लिए वाली मारिया नोएल ने बढ़त गोल भी दागा। उन्होंने 36वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर झन्नाटेदार किक दागते हुए गेंद जाल में उलझा दी। स्कोर- 2-1



टी20 वर्ल्ड कप: 24 अक्टूबर को हो सकता है भारत और पाकिस्तान का मुकाबला August 03, 2021 at 11:58PM

नई दिल्ली चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच टी20 विश्व कप की भिड़ंत 24 अक्टूबर को रविवार के दिन होने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) हालांकि टूर्नामेंट का अधिकृत कार्यक्रम कुछ दिनों में जारी करेगा। पता चला है कि आईसीसी अंतिम कार्यक्रम पर फैसला करने से पहले सामान्य तौर पर कार्यक्रम के दो से तीन सेट रखता है। लेकिन भारत-पाक मुकाबले की लोकप्रियता को देखते हुए यह मैच हफ्ते के अंत कराया जा सकता है। इसकी जानकारी रखने वाले आईसीसी बोर्ड के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘अभी तक रविवार 24 अक्टूबर के विकल्प की संभावना है क्योंकि पहले हफ्ते के क्वालीफाइंग मैच 17 अक्टूबर से ओमान के मस्कट में शुरू होंगे।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए जब मुख्य राउंड रोबिन के मुकाबले खेल जायेंगे तो भारत-पाक मैच से शुरूआत करना अच्छा होगा जो ‘टीआरपी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ होगा।’ भारत और पाकिस्तान को ग्रुप दो में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप विजेता न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के साथ रखा गया है।

कुश्ती में दिखा दम- रवि ने पक्की की चांदी, दीपक और अंशु के पास भी मौका August 04, 2021 at 12:52AM

तोक्यो भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया ने यहां चल रहे टोक्यो ओलिंपिक में कुश्ती के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश करने के साथ ही भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है जबकि एक अन्य पहलवान दीपक पुनिया (86 किग्रा) को सेमीफाइनल में अमेरिका के डेविड मोरिस टेलर के हाथों पराजय झेलनी पड़ी है। रवि ने सेमीफाइनल मुकाबले में नूरइस्लाम को विक्ट्री बाई फॉल के माध्यम से 7-9 से हराया। रवि ने इसके साथ ही तोक्यो ओलिंपिक में देश का चौथा पदक पक्का कर लिया है। फाइनल में पहुंचने पर उन्हें अब कम से कम रजत पदक मिलेगा। हालांकि, उनकी नजरें स्वर्ण पदक लाने पर होगी। रवि ने टोक्यो में अपनी शुरूआती बेहतरीन तरीके से की। रवि ने ओपनिंग बाउट में कोलंबिया के ऑस्कर टाइगरेरोस को 13-2 से हराया था। उन्होंने यह बाउट टेकनीकल सुपेरिओरिटी के द्वारा जीती। इसके बाद उन्होंने 1/4 फाइनल मुकाबले में बुल्गारिया के गिओरजी वांगेलोव को 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इस बीच, दीपक को सेमीफाइनल मुकाबले में डेविड ने एकतरफा अंदाज में हराया। डेविड ने मैट पर उतरते ही दीपक पर हमला बोला जिसका भारतीय पहलवान कोई तोड़ नहीं निकाल सके और उन्हें 0-10 से हार का सामना करना पड़ा। दीपक ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए फ्रीस्टाइल 86 किग्रा के 1/4 फाइनल मैच में चीन के जुशेन लीन को 6-3 से पटखनी देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। दीपक सेमीफाइनल में भले ही हार गए लेकिन उनके पास कांस्य पदक जीतने का मौका रहेगा। इससे पहले, महिला पहलवान अंशु मलिक को अपने पहले मुकाबले में दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बेलारूस की इरिना कुराचकीना के हाथों 2-8 से हार का सामना करना पड़ा। इरिना फाइनल पहुंचने में सफल रहीं हैं ऐसे में अंशु के पास रीपेचाज रूट के जरिए दोबारा प्रवेश करने का अवसर है। वह अब ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर सकती हैं। अंशु ने अप्रैल में एशियन ओलिंपिक क्वालीफायर्स के दौरान टोक्यो 2020 का कोटा हासिल किया था।

ओलिंपिक महिला हॉकी सेमीफाइनल LIVE:भारतीय टीम तीसरे क्वार्टर में 1 गोल से पिछड़ी, अर्जेंटीना ने 2 गोल पेनल्टी कॉर्नर पर दागे August 04, 2021 at 12:40AM

दहिया के गुरु सतपाल बोले:रवि ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तानी पहलवान से 8 अंकों से पिछड़ने के बाद लकड़बग्घा दांव लगाकर जीत पक्की की; गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद August 04, 2021 at 12:54AM

इंडिया vs इंग्लैंड Day 1 LIVE: भारत के खिलाफ इंग्लैंड ने टॉस जीतकर चुनी बैटिंग August 03, 2021 at 11:20PM

नॉटिंगम तोक्यो में खेलों का महाकुंभ चल रहा है और इंग्लैंड में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले सीजन की शुरुआत कर रही है। भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच नॉटिंगम में खेला जा रहा है। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लबाजी चुनी है। पहले ही ओवर में बुमराह ने बर्न्स को किया चलताजसप्रीत बुमराह ने पहले ओवर की 5वीं गेंद पर रोरी बर्न्स को LBW करते हुए मेजबान टीम की शुरुआत बिगाड़ दी। बर्न्स ने 5 गेंदों का सामना किया और खाता नहीं खोल सके। स्कोर 0/1 प्लेइंग इलेवन : ( भारत) रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान) , अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मी शमी और मोहम्मद सिराज। इंग्लैंड रोरी बर्न्स, डोमिनिक सिबले, जैक क्राउले, जो रूट (कप्तान) , जॉनी बेयरस्टो, डेनिएल लॉरेंस, जोस बटलर, सैम कर्रन, ओली रॉबिनसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन। भारतीय टीम सीरीज शुरू होने से पहले ही कई तरह की मुश्किलों में है। टीम के सामने बड़ा सवाल पारी की शुरुआत को लेकर है। शुभमन गिल दौरे से पहले ही बाहर हो चुके हैं और मैच के एक दिन पहले मयंक अग्रवाल के हेलमेट पर मोहम्मद सिराज की गेंद लग गई। अब सवाल यह है कि टीम इस समस्या का हल कैसे निकालती है।

IND vs ENG पहला टेस्ट LIVE: बुमराह ने इंग्लैंड की शुरुआत बिगाड़ी, पहले ही ओवर में बर्न्स को किया आउट August 03, 2021 at 11:52PM

इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया है।

जैवलिन थ्रो के फाइनल में हरियाणा के नीरज चोपड़ा:दादा बोले- पदक लाएगा तो गोद में उठाऊंगा; चाचा ने बताया- एक साल से फोन बंद, हफ्ताभर पहले मैनेजर के जरिए बात हुई थी August 03, 2021 at 06:17PM

रवि दहिया ने कहा-ऐसा खेल दिखाऊंगा, दुनिया हिल जाएगी:ओलिंपिक का क्वार्टर फाइनल इकतरफा कर सेमीफाइनल में पहुंचा,  किसान पिता ने आर्थिक तंगी झेल बनाया पहलवान August 03, 2021 at 10:43PM