Saturday, September 4, 2021

आज पैरालिंपिक में गोल्ड जीतने उतरे कृष्णा:SH-6 कैटेगरी बैडमिंटन फाइनल में हांगकांग के चु मान केइ से मुकाबला शुरू, ब्रिटेन के क्रिस्टन को फाइनल में पहुंचे September 04, 2021 at 05:20PM

10 PHOTOS में देखिए पैरालिंपियन देवेंद्र का स्वागत:8 साल की उम्र में काटना पड़ा था हाथ, मां के खेलने के लिए किया मोटिवेट; अब 3 पदक जीतने वाले देश के एकमात्र खिलाड़ी September 04, 2021 at 05:06PM

नोएडा के डीएम सुहास ने देश को सिल्वर मेडल, पीएम मोदी सहित दिग्गजों ने यूं दी बधाई September 04, 2021 at 05:12PM

स्टार पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के जिलाधिकारी 38 वर्षीय सुहास एलवाई ने तोक्यो पैरालिंपिक की पुरुष एकल एसएल4 क्लास बैडमिंटन स्पर्धा में भारत को सिल्वर दिलाया है, जो टूर्नामेंट में देश का 18वां मेडल भी है। वह खिताबी मुकाबले में दो बार के विश्व चैम्पियन माजूर से 62 मिनट तक चले फाइनल में 21-15 17-21 15-21 से हार गए। इस तरह गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के जिलाधिकारी सुहास पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी भी बन गए हैं। खास मौके पर पीएम मोदी सहित दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी है...

भारत के सुहास यथिराज रविवार को तोक्यो पैरालिंपिक की पुरुष एकल एसएल4 क्लास बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में शीर्ष वरीय फ्रांस के लुकास माजूर से करीबी मुकाबले में हार गए जिससे उन्होंने ऐतिहासिक रजत पदक से अपना अभियान समाप्त किया।


Noida DM Suhas LY News: नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने तोक्यो पैरालिंपिक में दिलाया देश को सिल्वर मेडल, पीएम मोदी सहित दिग्गजों ने यूं दी बधाई

स्टार पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी और नोएडा के जिलाधिकारी 38 वर्षीय सुहास एलवाई ने तोक्यो पैरालिंपिक की पुरुष एकल एसएल4 क्लास बैडमिंटन स्पर्धा में भारत को सिल्वर दिलाया है, जो टूर्नामेंट में देश का 18वां मेडल भी है। वह खिताबी मुकाबले में दो बार के विश्व चैम्पियन माजूर से 62 मिनट तक चले फाइनल में 21-15 17-21 15-21 से हार गए। इस तरह गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के जिलाधिकारी सुहास पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी भी बन गए हैं। खास मौके पर पीएम मोदी सहित दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी है...



भास्कर क्रिकेट पॉडकास्ट:रोहित और पुजारा की पारियों ने भारतीय टीम में भरा जोश, 300 रन से ज्यादा की लीड लेना अहम September 04, 2021 at 04:05PM

नोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने तोक्यो में रचा इतिहास, भारत को दिलाया सिल्वर मेडल September 04, 2021 at 04:22PM

तोक्योनोएडा के डीएम सुहास एलवाई ने तोक्यो पैरालिंपिक में इतिहास रच दिया है। उन्हें रविवार को पुरुषों की एकल SL4 इवेंट में फ्रांस के टॉप सीड शटलर लुकास मजूर से कड़े मुकाबले में 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। भारत का यह कुल 18वां मेडल है। उसने 4 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। सुहास ने मैच पहला गेम 21-15 से अपने नाम किया। अगले दोनों गेम में उन्होंने विपक्षी को कड़ी टक्कर दी, लेकिन उन्हें मैच गंवाना पड़ा। लुकास ने 21-17 और 21-15 से दोनों गेम जीतते हुए गोल्ड मेडल जीत लिया। वह देश के पहले ऐसे अधिकारी हैं, जिन्हें पैरालिंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिला था और उन्होंने सिल्वर मेडल अपनी झोली में डाला। सुहास इससे पहले युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनैशनल टूर्नामेंट में कांस्य पदक और तुर्की इंटरनैशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स का खिताब जीत चुके हैं। वर्ल्ड रैंकिंग में तीसरे नंबर के शटलर सहुास कई अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक भी जीत चुके हैं। वह जकार्ता पैरा एशियन गेम्स-2018 में कांस्य पदक विजेता पुरुष टीम में शामिल थे। 2017 में तोक्यो में हुए जापान ओपन पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में उपविजेता रहे थे, जबकि युगल एसएल-4 वर्ग में कांस्य पदक जीता था।

टोक्यो पैरालिंपिक LIVE:बैडमिंटन के एसएल-4 का फाइनल जारी; नोएडा के डीएम सुहास यथिराज पहला गेम जीतने के बाद दूसरा गेम हारे, गोल्ड की उम्मीद बरकरार September 04, 2021 at 03:29PM

वीरेंद्र सहवाग ने बताया वीवीएस लक्ष्मण को रात के 12:00 बजे क्यों कमरे में बुलाया September 04, 2021 at 08:31AM

ओवलरोहित शर्मा ने जिस अंदाज में विदेश में अपना पहला शतक पूरा किया उसे देखकर फैंस को वीरेंद्र सहवाग याद आ गए। जी हां! वही सहवाग जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाते हैं। छक्का उड़ाकर सेंचुरी लगाने के लिए जाने जाते हैं। मुल्तान में ठोका गया उनका तिहरा शतक भला कौन भूल सकता है। वहां इस खिलाड़ी ने सिक्सर के साथ ही 300 का आंकड़ा पार किया था, ठीक उसी तरह रोहित ने भी चौथे टेस्ट के तीसरे दिन मोईन अली को छक्का उड़ाकर सेंचुरी ठोकी। इस दौरान कमेंट्री बॉक्स में बैठे वीरू ने एक मजेदार किस्सा भी सुनाया। सहवाग ने बताया कि कैसे मुल्तान टेस्ट के दौरान सचिन तेंदुलकर बार-बार उन्हें टोक रहे थे। मना कर रहे थे कि मैं छक्का न मारूं क्योंकि तिहरे शतक के करीब जा रहा हूं और यह मौका बार-बार मौका नहीं मिलता। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में इसी तरह आउट हो चुका था। सकलेन मुश्ताक को छक्का जड़कर सहवाग ने न सिर्फ अपनी ट्रिपल सेंचुरी पूरी की बल्कि वो वादा भी निभाया जो उन्होंने लक्ष्मण से किया था। दरअसल, 2001 में ही वीरू ने लक्ष्मण से कहा था कि वह भारत के लिए टेस्ट में पहला तिहरा शतक लगाएंगे। 2001 में ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर थी। तब कोलकाता टेस्ट में ऐतिहासिक जीत के दौरान लक्ष्मण ने 281 रन बनाए थे। उसी सीरीज में सहवाग ने यह वादा किया था। तब लक्ष्मण हैरान रह गए थे क्योंकि वह टेस्ट टीम में तक नहीं थे। बाद में जब सहवाग ने तीन साल बाद 2004 में यह कारनामा किया तब रात 12 बजे लक्ष्मण को कमरे में बुलाकर केक काटा था।

'5 महीने तक क्यों चुप रहीं मनिका ? वो कौन सी मजबूरी थी जो उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी' September 04, 2021 at 08:27AM

नई दिल्ली भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) ने स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा (Manika Batra) के राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय के खिलाफ उन्हें इस साल मार्च में ओलिंपिक क्वॉलीफिकेशन टूर्नामेंट का मुकाबला हारने के लिए प्रभाव डालने की कोशिशों के आरोपों के समय पर सवाल उठाए हैं। टीटीएफआई का कहना है कि मनिका पांच महीनों तक इस मामले पर क्यों खामोश रहीं और अनुशासनहीनता की वजह से कारण बताओ नोटिस के बाद उन्होंने यह आरोप लगाए। मनिका ने तोक्यो ओलिंपिक में तीसरे राउंड में पहुंचने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बनकर इतिहास रचा था। लेकिन उन्हें वहां ऑस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब मनिका ने तोक्यो में उनके निजी कोच संमय परांजपे को इजाजत नहीं मिलने के बाद एकल वर्ग के मैच के दौरान राष्ट्रीय कोच रॉय की मदद लेने से इंकार कर दिया था। तोक्यो से वापस लौटने पर टीटीएफआई ने अनुशासनहीनता के आरोप में मनिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया। टीटीएफआई के महासचिव अरुण बनर्जी ने कहा कि जब मनिका के कोच परांजपे को इजाजत नहीं मिली तो उनके लिए मनिका का मार्गदर्शन करने का कोई रास्ता नहीं बचा था। बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रीय कोच रॉय से मनिका के आरोपों पर जवाब देने के लिए कहा गया है और वह अपना जवाब सोमवार तक भेज देंगे। महासचिव ने कहा कि टीटीएफआई ने हमेशा से खिलाड़ियों के हित को देखा है, इसलिए जब मनिका ने उनके कोच परांजपे को तोक्यो साथ ले जाने की इजाजत मांगी तो हमने तुरंत ऐसा किया। बनर्जी ने कहा, 'अगर किसी खिलाड़ी को लगता है कि वह अपने निजी कोच के साथ रहने से बेहतर कर सकता है तो हमें क्यों परेशानी होगी।' उन्होंने मनिका के पांच महीनों तक चुप रहने के लॉजिक पर सवाल उठाए। बनर्जी ने कहा, 'वह इतने लंबे समय तक शांत क्यों रहीं? उन्होंने तब आरोप लगाए जब हमने उन्हें अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा। मनिका ने यह हमें मार्च में क्यों नहीं बताया? क्या चीज उन्हें ऐसा करने से रोक रही थी?’

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तूफानी गेंदबाज को पुडुचेरी ने बोलिंग कोच बनाया September 04, 2021 at 12:15AM

पुडुचेरी पुडुचेरी क्रिकेट संघ (सीएपी) ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शॉन टेट (Shaun Tait) को पुडुचेरी क्रिकेट टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है। सीएपी के सूत्रों ने कहा कि टेट कोचिंग टीम से जुड़ेंगे जिसमें मुख्य कोच दिशांत याग्निक तथा मैनेजर और ‘स्ट्रेंथ एवं कंडिशनिंग’ कोच कलपेंद्र झा मौजूद हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को हाल में पांच महीने के लिए अफगानिस्तान टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया था। लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने से हुई अनिश्चितता से उनकी नियुक्ति पर संदेह बन गया है। सूत्रों के अनुसार टेट इस महीने के अंत में पुडुचेरी टीम से जुड़ सकते हैं। ग्रुप ई में है पुडुचेरी रणजी ट्रोफी में पुडुचेरी इस सीजन में एलीट ग्रुप ई में शामिल है। इस ग्रुप में पुडुचेरी के अलावा आंध्र प्रदेश, बड़ौदा और ओडिसा जैसी मजबूत टीमें शामिल है। टेट का करियर रेकॉर्ड टेट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 3 टेस्ट, 35 वनडे और 21 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। टेट ने टेस्ट में कुल 8 विकेट लिए जबकि वनडे में उनके नाम 68 और टी-20 में कुल 28 विकेट दर्ज हैं।

IND v ENG : 'हिटमैन' का विदेश में पहला टेस्ट शतक, ड्राइविंग सीट पर टीम इंडिया September 04, 2021 at 07:26AM

लंदन सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (127 रन) के धमाकेदार शतक और चेतेश्वर पुजारा (61) के अर्धशतक के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे टैस्ट मैच के तीसरे दिन 171 रन की बढ़त बना ली। रोहित और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 153 रन की साझेदारी की। मैदान पर खराब रोशनी के कारण तीसरे दिन जल्द स्टंप्स की घोषणा कर दी गई। तीसरे दिन अभी 14 ओवर का खेल बचा था। खराबर रोशनी के कारणजब खेल रोका गया तब भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 3 विकेट पर 270 रन बना लिए थे। इंग्लैंड की ओर से ओली रॉबिनसन ने 2 जबकि जेम्स एंडरसन ने एक विकेट झटका। भारतीय टीम की लीड 171 रन की हो गई है। कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) 37 गेंदों पर 22 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) 33 गेंद पर 9 रन पर नाबाद लौटे। चौथे दिन भारत को अब इन दो बल्लेबाजों से उम्मीदें होंगी। रोहित ने छक्के से पूरा किया शतक रोहित () ने पूरी सीरीज के दौरान मजबूत रक्षात्मक तकनीक दिखाई लेकिन अपनी आक्रामकता का नजारा भी पेश किया। हिटमैन ने मोईन अली (Moeen Ali) की गेंद पर 78 मीटर का लंबा छक्का लगाकर अपना आठवां टेस्ट शतक पूरा किया। रोहित का विदेश में यह पहला टेस्ट शतक है। उन्होंने तीसरी बार छक्क से शतक पूरा किया। पत्नी रितिका ने कुछ यूं बढ़ाया उत्साह रोहित के शतक पूरा करते ही दर्शक दीर्घा में बैठी पत्नी रितिका सजदेह (Ritika Sajdeh) ने खड़े होकर उनका उत्साह बढ़ाती हुई नजर आईं। हिटमैन ने तीसरी बार छक्के से सैकड़ा पूरा किया। सबसे अधिक बार छक्के से शतक जड़ने के मामले में दिग्गज सचिन तेंडुलकर पहले नंबर पर हैं जिन्होंने यह कारनामा 6 बार किया है। रोहित के शतक पर कोहली और शास्त्री ने कुछ यूं जताई खुशी कप्तान विराट कोहली खुश होकर अपनी मुठ्ठियों को बंद कर पंच लगाते हुए दिखाई और उनके चेहरे पर मुस्कान थी जो कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) के चेहरे पर भी दिख रही थी। रोहित को विदेश में शतक लगाने में आठ साल और 43 टेस्ट मैच लगे। उन्होंने विदेश में शतक लगाया भी तो इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में जिससे यह उनके आठ सैकड़ों में सबसे यादगार रहेगा जिसके लिए उन्होंने 204 गेंद खेली जिसमें 12 चौके और एक छक्का जड़ा था। पुजारा भी दूसरे छोर पर उनका अच्छा साथ निभा रहे थे जिससे रोहित को अपने शॉट खेलने में मदद मिली। केएल राहुल ने दिखाई आक्रामकता इससे पहले केएल राहुल सुबह के सत्र में गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता दिखा रहे थे। उन्होंने रोहित के साथ पहले विकेट की 83 रन की भागीदारी के लिए अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन अर्धशतक से चूक गए। राहुल (46) जेम्स एंडरसन की फुल लेंथ गेंद पर बल्ला छुआकर जॉनी बेयरस्टो को कैच देकर आउट हुए। राहुल फैसले से खुश नहीं थे, उन्होंने इशारा किया कि बॉल ट्रैकर में जो ‘स्पाइक’ है, वो उनके बल्ले के पैड से लगने से है। हालांकि रिप्ले के अनुसार यह सही फैसला था। फिर रोहित का साथ निभाने पुजारा क्रीज पर उतरे। रोहित ने ऑफ स्टंप के बाहर जाती सभी गेंदों को छोड़ा भारत ने सुबह के सत्र में इंग्लैंड की 99 रन की बढ़त को खत्म किया और नौ रन से आगे हो गया। आसमान पर बादल छाए थे लेकिन राहुल और रोहित ने एंडरसन, ओली रॉबिनसन और क्रिस वोक्स के खिलाफ अच्छी तकनीक अपनाई। रोहित ने इस पूरी श्रृंखला में ऑफ स्टंप के बाहर जाती सभी गेंदों को छोड़ा है और आगे आकर खेले। साथ ही उन्होंने लूज गेंदों का फायदा उठाया। रोहित ने एंडरसन पर स्ट्रेट ड्राइव से चौका लगाया तो राहुल ने वोक्स पर इसी तरह से शॉट लगाया। राहुल ने फिर रॉबिनसन की गेंद को बाउंड्री के लिए भेजा और फिर एक छक्का जड़ा। रॉबिनसन की गेंद पर फील्ड अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया था लेकिन रिव्यू में भारतीय खिलाड़ी को सफलता मिली। राहुल के आउट होने के बाद एंडरसन ने रोहित को ओवर पिच गेंद डाली जिसे उन्होंने कवर क्षेत्र की भेजा और फिर क्रेग ओवरटन पर एक और चौका लगाया। पुजारा ने भी रॉबिनसनन पर ऑफ ड्राइव से और ओवरटन पर स्क्वायर कट से चौका लगाया। लंच से पहले उन्होंने मोईन अली पर बाउंड्री लगाकर भारत को बढ़त दिलाई। भारतीय टीम ने तीसरे दिन के खेल की शुरुआत बिना कोई नुकसान के 43 रन से की थी। रोहित शर्मा दूसरे दिन 20 रन और केएल राहुल 22 रन बनाकर नाबाद लौटे थे।

लालच बुरी बला: ताकत ही बनी रोहित शर्मा की कमजोरी, ऐतिहासिक पारी के बाद खोया कंट्रोल September 04, 2021 at 07:19AM

ओवल इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में रोहित शर्मा पूरी लय में नजर आ रहे थे। विदेशी सरजमीं पर छक्के के साथ धमाकेदार अंदाज में अपना पहला शतक भी पूरा किया, लेकिन आखिरकार उनकी ताकत ही कमजोरी बन गई। जरा सा कंट्रोल खोया और फंस गए इंग्लिश गेंदबाजों के ट्रैप में। वीवीएस लक्ष्मण ने रोहित को नेचुरल पुलर बताया था और आज पुल के चक्कर में ही वह अपना विकेट गंवा बैठे। लक्ष्मण ने क्या कहा था? वीवीएस लक्ष्मण ने रोहित शर्मा के बारे में कहा था कि वह नेचुरल पुलर हैं। इस वजह से शॉर्ट बॉल आते ही खुद पर काबू नहीं रख पाते और शॉट खेल जाते हैं। लक्ष्मण ने कहा था कि गेंदबाजी करने वाली टीम ऐसे बल्लेबाज को शॉर्ट पिच गेंदबाजी करेंगी और यह मानकर चलेगी कि वह उस गेंद पर पुल या हुक जरूर खेलेंगे। फिर शॉर्ट बॉल में फंसे रोहित इस वजह से शॉर्ट पिच गेंद देखते ही रोहित उस पर हमला करते हैं। लक्ष्मण की सलाह थी कि रोहित को इस जाल में फंसने से खुद को बचाने के लिए अपने इस ताकतवर और नैसर्गिक शॉट पर काबू रखना चाहिए। आज ओवल में रोहित सेट थे। शतक बना चुके थे और भारत को मजबूती तक पहुंचा रहे थे। इंग्लैंड ने नई गेंद ली थी। और उसे इससे विकेट की उम्मीद थी जो उसे मिल गया और वह भी रोहित शर्मा के रूप में। रोहित नई गेंद पर स्विंग से आउट नहीं हुए और ना ही सीम ने उन्हें आउट किया। वह शॉर्ट पिच गेंद पर आउट हुए। खुद को लालच से रोक नहीं पाए गेंद जो इतनी भी शॉर्ट नहीं थी कि जिस पर पुल खेला जाए। पर वह खुद पर काबू नहीं कर पाए। कई बार आपकी ताकत ही आप के खिलाफ चली जाती है। स्टीव वॉ और रिकी पॉन्टिंग की टीम बल्लेबाज की ताकत पर बोलिंग करती थी, उन्हें पता था यहां बल्लेबाज शॉट जरूर खेलेगा और किसी बल्लेबाज को आउट करने के सबसे ज्यादा चांस तभी होते हैं जब वह गेंद को खेले। रोहित यूं तो शानदार पारी खेलकर आउट हुए हैं, लेकिन उन्होंने नई गेंद के सामने फॉर्म से जूझ रहे मिडिल ऑर्डर को खोल दिया। यादगार रहेगा विदेश में पहला टेस्ट शतक रोहित ने पूरी सीरीज के दौरान मजबूत रक्षात्मक तकनीक दिखाई, लेकिन अपनी आक्रामकता का नजारा भी पेश किया और मोईन अली पर ऊंचा छक्का लगाकर अपना आठवां टेस्ट शतक पूरा किया। कप्तान विराट कोहली खुश होकर अपनी मुठ्ठियों को बंद कर पंच लगाते हुए दिखाई दिए और उनके चेहरे पर मुस्कान थी, जो कोच रवि शास्त्री के चेहरे पर भी दिख रही थी। रोहित को विदेश में शतक लगाने में आठ साल और 43 टेस्ट मैच लगे। विदेश में शतक लगाया भी तो इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में जिससे यह उनके आठ सैकड़ों में सबसे यादगार रहेगा, जिसके लिए उन्होंने 204 गेंद खेली, जिसमें 12 चौके और एक छक्का जड़ा था।

आयरलैंड बनाम जिम्बाब्वे @ 5वां टी20: यहां देखें मैच का स्कोरकार्ड September 04, 2021 at 06:03AM

जिम्बाब्वे ने आयरलैंड के खिलाफ 5वें टी20 मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया है।

रोहित के शतक ठोकते ट्विटर पर क्यों ट्रेंड करने लगे 'नजफगढ़ के नवाब? जानें September 04, 2021 at 05:26AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने इंग्लैंड (India vs England 4th Test) के खिलाफ सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शानदार शतक लगाया। रोहित ने ओवल टेस्ट में शनिवार को 205 गेंदों पर सेंचुरी जड़ी। 'हिटमैन' की विदेश में यह पहला टेस्ट शतक है। दाएं हाथ के बल्लेबाज रोहित () ने मोईन अली की गेंद पर शानदार छक्का जड़ टेस्ट करियर का अपना 8वां शतक पूरा किया। रोहित के छक्के से शतक पूरा करते ही सोशल मीडिया ट्विटर पर भारतीय पूर्व विस्फोटक ओपनर विरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) ट्रेंड करने लगे। दरअसल 'नजफ गढ़ के नवाब' के नाम से फेमस सहवाग भी अपना शतक छक्के जरिए पूरा करने की कोशिश करते थे। रोहित ने तीसरी बार सिक्स के जरिए सेंचुरी पूरी की है। सोशल मीडिया पर एक फैंस ने लिखा, ' ओवरसीज में पहला शतक और वह भी सहवाग के स्टाइल में। दूसरे फैन ने लिखा, ' सहवाग के स्टाइल में पूरी की सेंचुरी। बहुत बढ़िया हिटमैन।' रोहित ने इंग्लैंड के खिलाफ 5वां शतक ठोका 42 टेस्ट मैच खेल चुके रोहित का यह क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारुप में आठवां शतक है। इंग्लैंड के खिलाफ पांचवीं। इंग्लैंड में ओवरऑल नौवीं और साल 2021 की दूसरी सेंचुरी थी। टी-20, वनडे और टेस्ट मिलाकर हिटमैन के नाम अब 41 शतक हो चुके हैं। इंग्लैंड में खेल के तीनों फॉर्मेट में भी अब वह शतकवीर हो चुके हैं। रोहित के आगे सिर्फ डॉन ब्रैडमैन ही हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में 11 शतक पूरे किए हैं।

रोहित शर्मा ने ठोका विदेश में पहला टेस्ट शतक, तीसरी बार छक्के से पूरी की सेंचुरी September 04, 2021 at 04:52AM

ओवलआखिरकार वह लम्हा आ ही गया जिसका रोहित शर्मा को लंबे अरसे से इंतजार था। हिटमैन के नाम अब विदेशी सरजमीं पर भी टेस्ट शतक आ चुका है। इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में जारी चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन उन्होंने छक्का उड़ाकर यह कारनामा किया। यह टेस्ट क्रिकेट में तीसरा मौका था, जब रोहित शर्मा ने सिक्सर के साथ टेस्ट सेंचुरी पूरी की। रोहित की इस पारी से अब भारत मुकाबले में बेहद मजबूत स्थिति में आ चुका है। ये आंकड़े दिलचस्प हैं 42 टेस्ट मैच खेल चुके रोहित का यह क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारुप में आठवां शतक था। इंग्लैंड के खिलाफ पांचवीं। इंग्लैंड में ओवरऑल नौवीं और साल 2021 की दूसरी सेंचुरी थी। टी-20, वनडे और टेस्ट मिलाकर हिटमैन के नाम अब 41 शतक हो चुके हैं। इंग्लैंड में खेल के तीनों फॉर्मेट में भी अब वह शतकवीर हो चुके हैं। रोहित के आगे सिर्फ डॉन ब्रैडमैन ही हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में 11 शतक पूरे किए हैं। 2013 के बाद निखरा करियरदक्षिण अफ्रीका में 2007 में खेले गए वर्ल्ड टी-20 चैंपियन भारतीय टीम के सदस्य रहे रोहित शर्मा टीम में अपनी पक्की जगह नहीं बना पा रहे थे। अंदर-बाहर होते रहे यहां तक कि 2011 वर्ल्ड कप के लिए उन्हें स्क्वॉड तक में जगह नहीं मिली। नैसर्गिक प्रतिभा के धनी रोहित का करियर साल 2013 में पलटा, जब चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने मिडिल ऑर्डर से ओपनिंग करनी शुरू की। टूर्नामेंट के वह चौथे सर्वाधिक रन स्कोरर रहे थे। पिछले इंग्लैंड दौरों में रोहित शर्मा
  • 57.66 vs इंग्लैंड, टेस्ट 2021
  • 81.00, वर्ल्ड कप, 2019
  • 77.00 vs इंग्लैंड, ODI 2018
  • 68.50 vs इंग्लैंड, T20Is 2018
  • 76.00, चैंपियंस ट्रॉफी 2017
हर कैलेंडर ईयर में 1000+ रन
  • 2013- 1537 रन
  • 2014- 1015 रन
  • 2015- 1269 रन
  • 2016- 1349 रन
  • 2017- 1793 रन
  • 2018- 1804 रन
  • 2019- 2442 रन
  • 2021- 1007* रन

तोक्यो पैरालिंपिक के क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी 'गोल्डन गर्ल' अवनी September 04, 2021 at 04:30AM

तोक्यो 'गोल्डन गर्ल' अवनी लेखरा (Avani Lekhra) तोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) खेलों 2020 के समापन समारोह में भारतीय दल की ध्वजवाहक होंगी। तोक्यो पैरालिंपिक खेलों का समापन समारोह रविवार को आयोजित होगा। अवनी किसी एक पैरालिंपिक में दो मेडल जीतने वाली भारतीय भारतीय महिला एथलीट हैं। इससे पहले वह ओलिंपिक या पैरालिंपिक में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट बनीं थीं। ओपनिंग सेरेमनी में टेक चंद भारतीय दल के ध्वजवाहक थे। अवनी ने गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीते 19 वर्षीय अवनी ने 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 स्पर्धा में गोल्ड जीता था जबकि 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन एसएच1 में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। भारतीय पैरा एथलीटों ने तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में अभी तक कमाल का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस बार सबसे अधिक मेडल अपने नाम किए हैं। 54 सदस्यीय भारतीय दल ने तोक्यो पैरालिंपिक में लिया था हिस्सा भारत ने 54 सदस्यीय दल तोक्यो पैरालिंपिक खेलों की 9 स्पर्धाओं के लिए भेजा था। इनमें आर्चरी, एथलेटिक्स (ट्रैक एंड फील्ड), बैडमिंटन, स्विमिंग, वेटलिफ्टिंग और अन्य खेल शामिल हैं। भारत ने अभी तक कुल 17 पदक जीते हैं भारतीय पैरा एथलीटों ने तोक्यो पैरालिंपिक में अभी तक कुल 17 पदक जीते हैं जिनमें 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। इस समय भारत प्वाइंट्स टेबल में 26वें नंबर पर है। 5 सितंबर को होगा तोक्यो पैरालिंपिक खेलों का समापन तोक्यो पैरालिंपिक () खेलों का समापन 5 सितंबर को होगा। आखिरी दिन भारत के कई एथलीट मेडल राउंड मैच खेलते हुए नजर आएंगे जिनमें आईएएस सुहास एलवाई भी शामिल हैं।

पोलियो हुआ तो बहन ने गोद ले लिया, कमजोरी को बनाई ताकत, जीते 45 इंटरनेशनल मेडल September 04, 2021 at 03:14AM

तोक्यो बिहार के हाजीपुर के रहने वाले प्रमोद भगत बैडमिंटन में पैरालिंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी प्रमोद ने शनिवार को पुरूष एकल एसएल3 वर्ग में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर गोल्ड जीता। यह पहला मौका है जब बैडमिंटन को पैरालिंपिक में जगह दी गई। शीर्ष वरीय भारतीय और एशियाई चैंपियन प्रमोद भगत ने योयोगी नेशनल स्टेडियम में 45 मिनट तक चले रोमांचक फाइनल में दूसरे वरीय बेथेल को 21-14 21-17 से मात दी। बिहार से ओड़िशा कैसे पहुंचे प्रमोद भगतपिता रामा भगत गांव में रहकर खेती करते थे। प्रमोद जब चार साल के थे तो पोलियो की वजह से उनका बायां पैर खराब हो गया था। बहन किशुनी देवी की खुद की कोई संतान नहीं थी। ऐसे में उन्होंने अपने नन्हें भाई को गोद ले लिया और अपने साथ भुवनेश्वर ले आई। अब ओड़िशा की राजधानी में ही प्रमोद की पढ़ाई करने लगे। मां-बाप को समर्पित किया मेडल तोक्यो खेलों में भारत को चौथा स्वर्ण पदक दिलाने के बाद भगत ने कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत विशेष है, मेरा सपना सच हो गया। बेथेल ने बहुत कोशिश की, लेकिन मैं संयमित रहा और अपना बेहतर खेल दिखाया। मैं इस पदक को अपने माता-पिता और हर उस व्यक्ति को समर्पित करना चाहूंगा जिसने मेरा समर्थन किया। मैं खुश हूं कि मैं भारत को गौरवान्वित कर सका। मैं दो साल पहले जापान में इन्हीं प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेला था और हार गया था। वो मेरे लिए सीखने का मौका था। आज मैं उसी स्टेडियम में हूं और वही माहौल है लेकिन मैंने जीतने की रणनीति निकाली।’ एक मेडल और जीत सकते हैं प्रमोद 33 साल का यह खिलाड़ी अभी मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 वर्ग में कांस्य पदक की दौड़ में बना हुआ है। भगत और उनकी जोड़ीदार पलक कोहली रविवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ में जापान के दाईसुके फुजीहारा और अकिको सुगिनो की जोड़ी से भिड़ेंगे। एसएल3-एसयू5 वर्ग में भगत और पलक की जोड़ी को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया की हैरी सुसांतो एवं लीएनी रात्रि आकतिला से 3 - 21, 15 - 21 से हार का सामना करा पड़ा। प्रमोद भगत के नाम 45 इंटरनेशनल मेडल विश्व चैंपियनशिप में चार स्वर्ण समेत 45 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में पिछले आठ साल में उन्होंने दो स्वर्ण और एक रजत जीते। 2018 पैरा एशियाई खेलों में उन्होंने एक स्वर्ण और एक कांस्य जीता। साल 2019 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और बीजू पटनायक पुरस्कार से नवाजा गया। स्वर्ण पदक के मैच में भगत ने शुरू में बढ़त गंवा दी थी, लेकिन जल्द ही वापसी करते हुए वह 8-6 से आगे हो गए। भगत ने आक्रामक रिटर्न से पहला गेम जीता फिर दूसरे गेम में 4-11 से पिछड़ने के बाद पाला पलटा।

प्रमोद भगत ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता, मनोज को मिला ब्रॉन्ज September 04, 2021 at 01:50AM

तोक्यो मौजूदा विश्व चैंपियन प्रमोद भगत ने शनिवार को तोक्यो पैरालिंपिक खेलों के पुरुष एकल एसएल3 वर्ग में ऐतिहासिक बैडमिंटन स्वर्ण पदक जीता जबकि मनोज सरकार ने कांस्य पदक अपने नाम किया। भारत ने तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन जारी रखा। भगत ने फाइनल में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराया जबकि सरकार ने तीसरे स्थान के प्लेऑफ में जापान के दाइसुके फुजीहारा को मात दी। दोनों ही खिलाड़ियों ने सीधे गेम में जीत दर्ज की। बैडमिंटन इस साल पैरालिंपिक खेलों में पदार्पण कर रहा है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी भगत इस तरह खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। शीर्ष वरीय भारतीय और एशियाई चैम्पियन भगत ने योयोगी नेशनल स्टेडियम में 45 मिनट तक चले रोमांचक फाइनल में दूसरे वरीय बेथेल को 21-14 21-17 से मात दी। भुवनेश्वर का 33 साल का यह खिलाड़ी अभी मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 वर्ग में कांस्य पदक की दौड़ में बना हुआ है। भगत और उनकी जोड़ीदार पलक कोहली रविवार को कांस्य पदक के प्लेऑफ में जापान के दाईसुके फुजीहारा और अकिको सुगिनो की जोड़ी से भिड़ेंगे। एसएल3-एसयू5 वर्ग में भगत और पलक की जोड़ी को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया की हैरी सुसांतो एवं लीएनी रात्रि आकतिला से 3 - 21, 15 - 21 से हार का सामना करा पड़ा। चार वर्ष की उम्र में पोलियो के कारण उनका बायां पैर विकृत हो गया था। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में चार स्वर्ण समेत 45 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में पिछले आठ साल में उन्होंने दो स्वर्ण और एक रजत जीते । 2018 पैरा एशियाई खेलों में उन्होंने एक स्वर्ण और एक कांस्य जीता। वर्ष 2019 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और बीजू पटनायक पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं 31 वर्षीय सरकार जब एक साल के थे तो पोलियो से ग्रस्त हो गए थे। उन्होंने फुजीहारा के खिलाफ शानदार जज्बा दिखाते हुए 22-20 21-13 से जीत हासिल की। पुरुष एकल की एसएल3 वर्ग के सेमीफाइनल में वह ब्रिटेन के बेथेल से 8-21 10-21 से हार गए थे। लेकिन उन्होंने हार के बाद वापसी करते हुए कांसा अपने नाम किया। सरकार ने पांच साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था लेकिन अपने बड़े भाईयों के खिलाफ जीत के बाद ही वह इस खेल के प्रति जुनूनी हुए जिसके बाद उन्होंने गंभीरता से खेलना शुरू किया। वह सक्षम खिलाड़ियों के खिलाफ अंतर स्कूल प्रतिस्पर्धा में खेले जिसके बाद उन्होंने 2011 में पैरा बैडमिंटन में खेलना शुरू किया। उन्होंने बीजिंग में 2016 एशियाई चैंपियनशिप के एसएल3 एकल में स्वर्ण पदक जीता। 2018 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार मिला। सुहास यथिराज और कृष्णा नागर भी अपनी अपनी वर्ग में पुरूष एकल फाइनल में पहुंच चुके हैं। एसएल3 वर्ग में उन खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की अनुमति होती है जिनके पैर में विकार हो।

10 महीने बाद बिटिया से मिलकर इमोशनल हुए अकरम, वीडियो में दिखा बेटी-पिता का प्यार September 04, 2021 at 02:28AM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम (Wasim Akram) ने हाल में अपनी एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया था जिसमें उनके सिर से बाल गायब थे। अकरम का कहा था कि ये सब हुआ है क्वारंटीन की वजह से। स्विंग के सुल्तान के नाम से फेमस अकरम 10 महीने बाद फैमिली से मिले हैं। अकरम ने इस खूबसूरत पल को वीडियो में कैद कप अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया है। वीडियो में जब अकरम अपने घर पहुंचते हैं तो उनकी बेटी आयला (Aiyla ) दरवाजे को खोलती है। इसके बाद बेटी और पिता एक दूसरे के गले लग जाते हैं। अकरम अपनी बिटिया को गोद में उठाकर उसे लाड़ प्यार करते हुए नजर आते हैं। हालांकि इस पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने वीडियो का क्रेडिट किसी को नहीं दिया है। लेकिन माना जा रहा है कि यह वीडियो उनकी पत्नी शनाइरा अकरम (Shaniera Akram) ने बनाई है। अकरम ने वीडियो का कैप्शन लिखा, ' आखिरकार 10 महीने बाद अपनी बेटी को देखने का मौका मिला।' अकरम ने साथ ही प्रिसेंस की इतनी अच्छी देखभाल करने के लिए अपनी पत्नी शनायरा को भी दिल से धन्यवाद दिया है। शनाइरा ऑस्ट्रेलिया में सोशल वर्कर हैं। पिता और बेटी की इस खूबसूरत वीडियो को फैंस भी खूब पसंद कर रहे हैं। फैंस भी अलग अलग प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। 14 दिन का अनिवार्य क्वारंटीन पूरा करने के बाद फैमिली से मिलने की इजाजत मिली कोविड-19 ट्रेवल रिस्ट्रिक्शंस की वजह से अकरम पिछले 10 महीने से अपनी फैमिली से दूर थे। वह इस दौरान पाकिस्तान में थे जबकि उनकी पत्नी और बेटी ऑस्ट्रेलिया में थीं। 55 वर्षीय अकरम ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद 14 दिन का अनिवार्य क्वारंटीन पूरा करने के बाद उन्हें फैमिली से मिलने की इजाजत दी गई।

ब्रॉन्ज मेडलिस्ट मनोज सरकार की कहानी:डेढ़ साल की उम्र में तेज बुखार के चलते आई थी पैर में कमजोरी, मां ने खेतों में काम कर दिलाया था पहला बैडमिंटन रैकेट September 04, 2021 at 01:10AM

Paralympics: आईएएस सुहास यथिराज स्वर्णिम इतिहास लिखने की दहलीज पर September 04, 2021 at 12:45AM

नोएडा तोक्यो पैरालिंपिक खेलों के बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में पहुंच कर ऐतिहासिक कारनामा करने वाले आईएएस सुहास एल. यथिराज रविवार को जब इन खेलों के अपने आखिरी मुकाबले में उतरेंगे तो उनके पास इस उपलब्धि को स्वर्णिम बनाने का मौका होगा। फाइनल में अगर वह हार भी जाते हैं तो रजत पदक के साथ गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) के 38 वर्षीय जिलाधिकारी (डीएम) पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस अधिकारी के रूप में इतिहास बनाएंगे। सुहास एसएल4 श्रेणी में फिलहाल विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने शनिवार को सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने से पहले यहां ग्रुप चरण तीन मैच खेले हैं। ग्रुप चरण के एक मुकाबले को छोड़कर अब तक खेले तीनों मैचों में उनका प्रदर्शन दबदबा वाला रहा है। फाइनल में टॉप सीड लुकास के सामने होंगे सुहास पहले दो मैचों को 20 मिनट से भी कम समय में अपने नाम करने वाले सुहास ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 31 मिनट में 219, 21 -15 से हराया। अब उनका सामना शीर्ष वरीयता प्राप्त फ्रांस के लुकास माजूर से होगा। कर्नाटक के 38 वर्ष के सुहास के टखनों में विकार है। कोर्ट के भीतर और बाहर कई उपलब्धियां हासिल कर चुके सुहास कम्प्यूटर इंजीनियर है और 2007 बैच के आईएसएस अधिकारी भी। वह 2020 से नोएडा के जिलाधिकारी हैं और कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में मोर्चे से अगुआई कर चुके हैं। सेवारत और सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों के समूह आईएएस संघ ने ट्वीट किया, 'इतिहास बन रहा है। सुहास एल वाई (आईएएस, डीएम जीबी नगर (नोएडा), उत्तर प्रदेश, भारत) पुरुष एकल पैरा-बैडमिंटन एसएल4 वर्ग के फाइनल में। उन्होंने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के एस फ्रेडी को 2-0 से हराया। अब पांच सितंबर को स्वर्ण के लिए खेलेंगे।' उनके फाइनल में पहुंचने के साथ ही सोशल मीडिया पर #चीयर4सुहास ‘ट्रेंड’ करने लगा। नोएडा के कई निवासियों के व्हाट्सएप ग्रुप भी उनके डीएम के खेल की उपलब्धि पर बधाई संदेशों से भरे हुए हैं। इन जगहों पर सुहास जिलाधिकारी रह चुके हैं एनआईटी कर्नाटक से कंप्यूटर इंजीनियर के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त लेने वाले सुहास इससे पहले प्रयागराज, आगरा, आजमगढ़, जौनपुर, सोनभद्र जिलों के जिलाधिकारी रह चुके है। अगस्त के अंतिम सप्ताह में तोक्यो जाने से पहले, जब सुहास से उनके बैडमिंटन अभ्यास और डीएम के रूप में काम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मैं दिन के सभी काम खत्म होने के बाद रात 10 बजे से दो घंटे तक अभ्यास करता हूं। मैं लगभग छह वर्षों से इस तरह से अपने खेल और प्रशासनिक कर्तव्यों का प्रबंधन कर रहा हूं।' सुहास ने बताया कि उनकी पेशेवर यात्रा 2016 में शुरू हुई जब वह पूर्वी यूपी के आजमगढ़ जिले के डीएम थे और वहां एक बैडमिंटन चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि, 'मैं टूर्नामेंट के उद्घाटन में अतिथि था और भाग लेने की इच्छा व्यक्त की। तब तक यह मेरे लिए एक शौक था क्योंकि मैं बचपन से बैडमिंटन खेल रहा था। मुझे वहां खेलने का मौका मिला और मैंने राज्य स्तरीय खिलाड़ियों को हरा दिया।' उन्होंने कहा कि इस जगह पर देश की पैरा-बैडमिंटन टीम के वर्तमान कोच गौरव खन्ना ने उन्हें देखा और इसे पेशेवर के तौर पर अपनाने की सलाह दी। इसी साल उन्होंने बीजिंग में एशियाई चैम्पियनशिप में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले गैर-रैंक वाले खिलाड़ी बन गए। सुहास 2017 और 2019 में एकल और युगल में गोल्ड जीत चुके हैं सुहास ने 2017 और 2019 में बीडब्ल्यूएफ तुर्की पैरा बैडमिंटन चैम्पियनशिप में पुरुष एकल और युगल स्वर्ण जीता। उन्होंने ब्राजील में 2020 में स्वर्ण पदक जीता। जब जुलाई में तोक्यो पैरालिंपिक में उनकी भागीदारी की पुष्टि हुई, तो सुहास ने कहा कि यह प्रतियोगिता निस्संदेह एक चुनौती होगी और अपनी श्रेणी में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी होने के नाते, वह पदक के दावेदार होंगे।

पैरालिंपिक में सुनहरा शनिवार: प्रमोद भगत ने जीता गोल्ड, बैडमिंटन में ही मनोज के नाम ब्रॉन्ज September 04, 2021 at 12:55AM

तोक्यो इस साल पैरालिंपिक में पहली बार खेले जा रहे बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को उन्होंने फाइनल में एकतरफा अंदाज में हराया। 21-14 से पहला गेम जीतने के बाद दूसरे गेम में ब्रिटिश शटलर ने वापसी की, लेकिन 4-11 से पिछड़ने के बाद प्रमोद ने पलटवार किया और 21-17 से मैच अपने नाम कर लिया। यह भारत का तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में दिन का का दूसरा और कुल चौथा गोल्ड था। पोलियोग्रसित है प्रमोद भगत का पैर दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी और एशियाई चैंपियन 33 वर्षीय प्रमोद भगत ने एसएल3 क्लास में जापान के दाइसुके फुजीहारा को 36 मिनट में 21-11, 21-16 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। पांच वर्ष की उम्र में पोलियो के कारण उनका बायां पैर विकृत हो गया था। प्रमोद ने विश्व चैंपियनशिप में चार गोल्ड समेत 45 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में पिछले आठ साल में उन्होंने दो स्वर्ण और एक रजत जीते। 2018 पैरा एशियाई खेलों में उन्होंने एक रजत और एक कांस्य जीता। मनोज सरकार ने जीता ब्रॉन्ज जिस वक्त प्रमोद भगत गोल्ड मेडल के लिए भिड़ रहे थे, उसी दौरान उनके बाईं ओर दूसरे कोर्ट में मनोज भी अपना जादू बिखेर रहे थे। बैडमिंटन SL3 इवेंट में जापानी शटलर को हार का मुंह देखना पड़ा। इस तरह भारत के नाम अब कुल 17 मेडल हो गए हैं। चार गोल्ड, सात सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। पीएम मोदी ने भी दी बधाई देश के मुखिया नरेंद्र मोदी ने प्रमोद भगत की उस उपलब्धि पर तुरंत ट्वीट कर बधाई दी। पीएम ने प्रमोद को चैंपियन बताया साथ ही कहा कि उन्होंने गोल्ड मेडल नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र का दिल भी जीता है। इससे पहले आज सुबह निशानेबाज मनीष नरवाल ने पैरालिंपिक रेकॉर्ड के साथ भारत की झोली में तीसरा स्वर्ण पदक डाला था जबकि सिंहराज अडाना ने रजत पदक जीता।

IND vs ENG: भारत vs इंग्लैंड चौथा टेस्ट तीसरा दिन, यहां देखें लाइव स्कोर और अपडेट्स September 03, 2021 at 11:01PM

लंदनभारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट ऐतिहासिक द ओवल स्टेडियम में खेला जा रहा है। आज मैच का तीसरा दिन है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 43 रन बनाए थे। इस समय ओपनर रोहित शर्मा और केएल राहुल की जोड़ी क्रीज पर है। 19वें ओवर में भारत ने पूरा किया अर्धशतक भारत ने दूसरी पारी में 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर अपना पचासा पूरा किया। रोहित शर्मा ने जेम्स एंडरसन की गेंद पर एक रन लेकर भारत का अर्धशतक बनाया। इस समय केएल राहुल और रोहित की जोड़ी क्रीज पर मौजूद है। रोहित-राहुल ने दी अच्छी शुरुआतइंग्लैंड को पहली पारी में ऑलआउट करने के बाद उतरी भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की और दिन का खेल खत्म होने तक उसकी सलामी जोड़ी टिकी रही जबकि इंग्लैंड के गेंदबाज खाली हाथ रहे। स्टंप्स तक लोकेश राहुल 41 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 22 रन और रोहित शर्मा 56 गेंदों पर दो चौकों के सहारे 20 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। इंग्लैंड की पारी का रोमांचओली पोप (81) और क्रिस वोक्स (50) की शानदार अर्धशतकीय पारी की मदद से इंग्लैंड ने 290 रन बनाकर 99 रनों की बढ़त हासिल की थी। इंग्लैंड ने दूसरे दिन तीन विकेट पर 53 रन से आगे खेलना शुरू किया और डेविड मलान ने 26 रन तथा क्रैग ओवरटोन ने एक रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई। लेकिन दिन के खेल के शुरुआत में ही उमेश यादव ने ओवरटोन (1) को आउट कर इंग्लैंड को चौथा झटका दिया। इसके बाद मलान भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और उन्हें भी उमेश ने अपना शिकार बनाया। मलान ने 67 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 31 रन बनाए। मलान के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए जॉनी बेयरस्टो ने 37 रनो की पारी खेली और इंग्लैंड के स्कोर को पोप के साथ मिलकर लगातार आगे बढ़ाते रहे। हालांकि, बेयरस्टो को मोहम्मद सिराज ने आउट कर मेजबान टीम को छठा छटका दिया। चायकाल से ठीक पहले भारतीय टीम को मोईन अली के रुप में एक और सफलता हाथ लगी। मोईन अली ने 35 रन बनाए। भारत ने शतक की ओर बढ़ रहे पोप को आउट कर इंग्लैंड को बड़ा झटका दिया। पोप ने 159 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 81 रन बनाए। इसके बाद ओली रॉबिसंन (5) को रवींद्र जडेजा ने बोल्ड किया। अंत में वोक्स ने ताबड़तोड़ पारी खेल इंग्लैंड की बढ़त बढ़ाने की कोशिश की लेकिन वह 60 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से 50 रन बनाकर रन आउट हो गए जबकि जेम्स एंडरसन एक रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की तरफ से उमेश ने तीन विकेट लिए जबकि जसप्रीत बुमराह और जडेजा को दो-दो विकेट मिला। इनके अलावा शार्दुल ठाकुर और सिराज को एक-एक विकेट मिला।

जयपुर एयरपोर्ट पर पैरालंपिक का भव्य स्वागत:देवेंद्र झाझड़िया बोले- मेरे मां-बाप ने मुझे दिव्यांग होते हुए भी ग्राउंड पर भेजा, उसी का नताजा आज मेडल जीच रहा हूं September 03, 2021 at 10:56PM