Thursday, March 11, 2021

मिताली के नाम 10 हजार रन:ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेटर बनीं; इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली चार्लेट से सिर्फ 272 रन पीछे March 11, 2021 at 09:08PM

IND W vs SA W: मिताली राज ने रचा इतिहास, 10 हजार रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं March 11, 2021 at 08:08PM

लखनऊ भारत की दिग्गज महिला क्रिकेट मिताली राज ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया। 38 वर्षीय मिताली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाली भारत की पहली और दुनिया की दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं। मिताली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के तीसरे मैच में यह मुकाम हासिल किया। मिताली लखनऊ में खेले जा रहे मुकाबले में जैसे ही 35 के निजी स्कोर पर पहुंची उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की ली। इंग्लैंड की चार्लेट एडवर्ड्स अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाली पहली महिला खिलाड़ी थीं। मिलाती को उनसे आगे निकलने के लिए अब 299 रन की जरूरत है। ऐसा करके वह महिला क्रिकेट में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाली खिलाड़ी बन जाएंगी। मिताली हालांकि इसका जश्न नहीं मना पाईं और अपने स्कोर में सिर्फ एक रन जोड़कर आउट हो गई। मिताली वनडे में सबसे ज्यादा रन 6974 रन बनाए हैं। वह वनडे इंटरनैशनल में 7000 रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनने से सिर्फ 36 रन ही दूर हैं। वहीं 89 टी20 इंटरनैशनल मैचों में उनके 2364 रन हैं। वहीं 10 टेस्ट मैचों में उनके नाम 663 रन हैं। इस मैच में उन्होंने तीसरे विकेट के लिए पूनम राउत के साथ 77 रन की साझेदारी की। दोनों ने भारत को 64/2 के मुश्किल स्कोर से निकाला। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था।

ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटकर पृथ्वी साव ने की थी सचिन तेंडुलकर से बात March 11, 2021 at 08:00PM

नई दिल्ली पृथ्वी साव () ने खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे (India Tour of Australia) से वापस आने के बाद उन्होंने सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) से बात की थी। युवा सलामी बल्लेबाज ने यह भी बताया कि आखिर ऑस्ट्रेलिया में अंदर आती गेंद पर वह क्यों परेशान हो रहे थे। ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट में साव का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था जिसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। पृथ्वी साव (Prithvi Shaw) को ऑस्ट्रेलिया में सलामी बल्लेबाज की पहली पसंद के तौर पर चुना गया था। हालांकि ऐडिलेड में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में पहली पारी में वह खाता भी नहीं खोल पाए और दूसरी पारी में चार बनाकर आउट हो गए थे। कुल मिलाकर पहले टेस्ट में उन्होंने सिर्फ छह गेंद खेली थीं। उनके स्थान पर अगले टेस्ट मैच में शुभमन गिल (Shubman Gill) को शामिल किया गया था। साव की तकनीक (Shaw Technique) को लेकर सवाल उठने लगे थे। 21 वर्षीय इस बल्लेबाज ने अपनी चुनौतियों के बारे में बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद उन्होंने इस पर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) से बात की। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में साव (Shaw) ने कहा, 'मैं वापस आने के बाद सचिन सर से मिला। उन्होंने कहा कि ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है बस जितना हो सके शरीर के करीब से खेला। मैं गेंद पर देरी से आ रहा था। तो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान, मैंने इस पर काम किया। इसकी वजह यह भी हो सकती है कि ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले मैं दुबई में आईपीएल खेल रहा था।' साव ऐडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में एक ही तरीके से आउट हुए। उन्हें मिशेल स्टार्क (Mitchell Starc) और पैट कमिंस (Pat Cummins) ने इनस्विंगिंग गेंद फेंकी। दोनों बार गेंद उनके बल्ले और पैड के बीच के गैप से निकलकर विकेटों से टकराई। अपने आउट होने के तरीके पर साव ने भी माना कि उनके खेल में कुछ कमी थी। साव ने कहा, 'मेरी मनोदशा सही नहीं चल रही थी। मेरा बैट गली एरिया से नीचे आ रहा था लेकिन मैंने सारी जिंदगी इसी तरह से रन बनाए थे। समस्या यह थी कि मैं जिस तरह आउट हो रहा था उसके बाद मुझे इसे फौरन सुधारना बहुत जरूरी था। शुरुआती मूवमेंट में कुछ समस्या थी। मैं फिक्स्ड पोजीशन में था। मुझे अपना बैट शरीर के करीब रखना था, जो मैं नहीं कर रहा था।' पृथ्वी साव ने भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ (Vikram Rathour) को भी श्रेय दिया जिन्होंने उनकी कमी को पहचान कर उसे दूर करने में मदद की। रवि सर और विक्रम सर ने मुझे अहसास करवाया कि मैं क्या गलती कर रहा हूं। मुझे इसका हल निकालना था। नेट्स पर जाकर इसे दूर करना था। यह एक छोटी सी गलती थी जो मैं कर रहा था। ऐडिलेड पिंक बॉल टेस्ट में जैसे मैं आउट हुआ उन दो गेंदों पर वाकई मैं बहुत बुरा खेला।

दोनों हथेलियां नहीं, फिर भी जड़ते हैं चौके-छक्के, कमाल हैं सचिन नागर March 11, 2021 at 05:53PM

अम्बरीश त्रिपाठी, नोएडा मेहनत के बल पर क्या कुछ हासिल नहीं किया जा सकता। इसको सही साबित कर रहे हैं दिव्यांग क्रिकेटर। नोएडा में गुरुवार से शुरू हुए दिव्यांग टी-10 टूर्नामेंट में एक से बढ़कर एक क्षमता वाले खिलाड़ी आए हैं। इनमें से एक ग्रेनो स्थित दुजाना गांव के दिव्यांग क्रिकेटर सचिन हैं। उनके दोनों हाथ की हथेलियां नहीं हैं। उनके हाथ में कोहनी के आगे बस कुछ हिस्सा है। इसके बावजूद गेंद और बल्ले पर उनकी पकड़ बेहद मजबूत है। वह जहां बल्ले से कमाल करते हैं तो वहीं बोलिंग और फील्डिंग भी सामान्य क्रिकेटरों की तरह ही करते हैं। काफी ऊंचाई पर आने वाले कैच भी वह आसानी से पकड़ लेते हैं। वह मास्टर ब्लास्टर सचिन की तरह बैटिंग कर चौके-छक्के जड़ने में सक्षम हैं। उन्होंने बताया कि वह यूपी की दिव्यांग टीम का हिस्सा होने के साथ ही स्थानीय टीम में सामान्य खिलाड़ियों के साथ भी खेलते हैं। उन्होंने बताया कि 2015 में बरेली में खेली गई शतकीय पारी सबसे ज्यादा यादगार है। मेरठ के प्रमोद कुमार भी यूपी की दिव्यांग टीम का हिस्सा हैं। वह एक हाथ से ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हैं। उनका सपना है कि वह दिव्यांग टीम के माध्यम से देश में अपनी पहचान बनाएं। उन्होंने बताया कि अभी दिव्यांग टीम को बीसीसीआई से मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में बहुत बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद भी उनके प्रयास के अच्छे परिणाम नहीं मिल रहे हैं। वह मेरठ से बीए कर रहे हैं और अपने कॉलेज की टीम से भी खेलते हैं।

वीडियो- 87 चौके, 26 छक्के, 435 का टारगेट.. साउथ अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया वनडे जो इतिहास में है दर्ज March 11, 2021 at 05:56PM

नई दिल्लीतब टी20 क्रिकेट का नशा नहीं चढ़ा था। भारत ने पहला वर्ल्ट टी20 नहीं जीता था। आईपीएल, बिग बैश लीग या पाकिस्तान सुपर लीग जैसी टी20 सीरीज का भी आगाज नहीं हुआ था। लेकिन तब आज ही के दिन यानी 12 मार्च को साल 2006 में एक ऐसा वनडे इंटरनैशनल मुकाबला खेला गया था जिसने टी20 का मजा दिया और ऐसा मजा जिसे आज तक याद किया जाता है। वनडे इंटरनैशनल के इतिहास में पहली बार किसी टीम ने 400 से ज्यादा रन बनाए और एक ही मैच में दो बार। जोहान्सबर्ग के उस मैच को याद करके आप कह सकते हैं बेशक यह वनडे इंटरनैशनल के सबसे रोमांचक मुकाबलों की लिस्ट में चोटी में शुमार रहेगा। साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज 2-2 से बराबर थी। यह सीरीज का आखिरी मैच था। वॉनड्रस की पिच पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और पॉन्टिंग की अच्छी यादें जुड़ी थीं। तीन साल पहले यहीं पर भारत को हराकर उसने 2003 का वर्ल्ड कप जीता था। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी और ऑस्ट्रेलिया ने इसका भरपूर फायदा भी उठाया। इस मैच में कुल 87 चौके और 26 छक्के लगे। देखें, ए़डम गिलक्रिस्ट के साथ साइमन कैटिच ने पारी की शुरुआत की। गिली अपने ही अंदाज में बैटिंग कर रहे थे। तेज और ताबड़तोड़। उन्होंने 35 बॉल पर हाफ सेंचुरी पूरी की। 8 चौकों के साथ। हालांकि इसके बाद वह थोड़ा धीमा पड़े और 44 गेंद पर 55 रन बनाकर रोजर टेलीमार्कस का शिकार बने। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 15.2 ओवर में 97 रन था। दूसरे छोर पर साइमन कैटिच 49 गेंद पर 39 रन बनाकर नाबाद रहे। इसके बाद क्रीज पर उतरे रिकी पॉन्टिंग। उन्होंने पहली पांच गेंदें, जिनमें एक नो-बॉल भी शामिल थी। कोई रन नहीं बनाया। शुरुआती 17 गेंद पर उन्होंने सिर्फ 10 रन बनाए थे। सिर्फ एक चौके के साथ। पर यह सिर्फ तूफान से पहले की शांति थी। इसके बाद पॉन्टिंग शुरू हो गए। ठीक वैसे ही जैसे वर्ल्ड कप 2003 में हुए थे। ताबड़तोड़ चौके और छक्के लगाने शुरू कर दिए। दूसरे छोर पर कैटिच उनका साथ देते रहे। दोनों के बीच 119 रन की पार्टनरशिप हुई। करीब 15 ओवर में 119 रन की पार्टनरशिप हुई। कैटिच 90 गेंद पर 79 रन की पारी खेल कर आउट हुए। नौ चौके और एक छक्के की मदद से। लेकिन पॉन्टिंग नहीं रुक रहे थे। साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर क्या किया जाए। सभी गेंदबाज सिर्फ पिटाई खाने के लिए ही बोलिंग कर रहे थे। इसके बाद माइकल हसी ने अपनी छवि से उलट तेज पारी खेली। महज 51 गेंद पर 81 रन बनाए। 9 चौके और तीन छक्के लगाए और ऐंड्रू हॉल का शिकार बने। जब वह आउट हुए स्कोर 46.1 ओवर में 374 तक पहुंच चुका था। अगले ओवर में जब रिकी पॉन्टिंग 105 गेंद पर 164 रन जिसमें 13 चौके और नौ छक्के लगाकर आउट हुए तो स्कोर 400 के पार पहुंच चुका था। पहली बार वनडे इंटरनैशनल में किसी टीम ने इतने रन बनाए थे। ऐंड्रू सायमंड्स ने 13 गेंद पर 27 नाबाद रन बनाकर स्कोर को चार विकेट पर 434 रन तक पहुंचा दिया। वनडे इंटरनैशनल का उस समय का सर्वाधिक स्कोर। साउथ अफ्रीका के हर गेंदबाज की धुनाई हुई थी। जैक कालिस ने 6 ओवर में 70 रन दिए थे तो मखाया नतिनी ने 9 ओवर में 80। 434 रन बनाने के बाद तो लगा था कि अब सिर्फ एक नतीजा निकल सकता है और वह ऑस्ट्रेलिया की जीत। बोटा डिपानर को दूसरे ही ओवर में आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के हौसले बुलंद हो गए। यह कंगारू टीम चढ़कर खेलती थी और यहां तो उसके बाद रेकॉर्ड स्कोर के बाद जल्दी विकेट भी मिल गया था। पर पिक्चर अभी बाकी थी मेरे दोस्त। और क्रिकेट का रोमांच किसी पिक्चर के रोमांच से कम नहीं था। कप्तान स्मिथ का साथ देने के लिए उतरे हर्शल गिब्स। इस साझेदारी ने ऑस्ट्रेलियाई उम्मीदों को झटका देना शुरू किया। दोनों ने धमाकेदार बल्लेबाजी करनी शुरू की। ऑस्ट्रेलिया अब परेशान था। उससे न स्मिथ काबू आ रहे थे और न हर्शल गिब्स ने 13 चौकों और दो छक्कों की मदद से सिर्फ 55 गेंद पर 90 रन बना डाले। बोर्ड पर 190 रन थे। साउथ अफ्रीका ने जल्द ही अपने 200 रन पूरे किए। डि विलियर्स हालांकि सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए। गिब्स वनडे में पहला दोहरा शतक बनाने के करीब पहुंच रहे थे। ऐसा लग रहा था कि आज वह पूरा बदला लेंगे। पर सायमंड्स ने ब्रेट ली के हाथों उन्हें कैच करवा दिया। 175 के स्कोर पर। महज 111 गेंदों पर कमाल की पारी। उन्होंने 21 चौके और सात छक्के लगाए। स्कोर था 31.5 ओवर में 299। ऑस्ट्रेलिया को यहां जीत के आसार नजर आने लगे। इसके बाद जैक कैलिस भी सिर्फ 20 रन बनाकर आउट हो गए। साउथ अफ्रीका ने इसके बाद टीम अफर्ट शुरू किया। छोटे लेकिन अहम योगदान होते रहे। एक छोर पर अनुभवी विकेटकीपर मार्क बाउचर टिके रहे और रन बटोरते रहे। और दूसरे छोर पर बल्लेबाज उपयोगी पारियां खेलते रहे। जोहान वेन डर वर्थ ने सिर्फ 18 गेंद पर तीन छक्कों और एक चौके की मदद से 35 रन बनाकर साउथ अफ्रीकी उम्मीदों को परवान चढ़ाया। 49.3 ओवर में जब ऐंड्रू हाल 4 गेंद पर सात रन (एक छ्क्का) बनाकर पविलियन लौटे तो हर किसी की धड़कनें थमीं हुईं थीं। ऑस्ट्रेलिया जीत से एक विकेट दूर था तो साउथ अफ्रीका दो रन। क्रीज पर उतरे मखाया नतिनी। इतना करीब आकर साउथ अफ्रीका हारना नहीं चाहता था और इतना बड़ा स्कोर बनाकर ऑस्ट्रेलिया भी मुकाबला गंवाना भी नहीं चाहता था। ब्रेट ली की तेज गेंद पर नतिनी ने किसी तरह एक रन बटोर लिया। अब स्कोर बराबर था। दो गेंद, एक रन या एक विकेट। मुकाबला किसी भी ओर जा सकता था। ली की गेंद पर जैसे ही बाउचर ने चौका लगाया, इतिहास बन गया। साउथ अफ्रीकी खेमा आसमान पर था। इस चौके के साथ बाउचर ने अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की। लेकिन असल में यह पहाड़ की चोटी पर झंडा लहराने जैसा था। रनों के पहाड़ पर। पॉन्टिंग दुखी थे, बेहद दुखी। जाहिर सी बात है इतना बड़ा स्कोर बनाने के बाद कौन हारना चाहेगा। इस मैच में कुल 87 चौके और 26 छक्के लगे, जो एक रेकॉर्ड है। ऑस्ट्रेलिया के मिक लुईस के नाम ऐसा रेकॉर्ड दर्ज हो गया जो कोई भी नहीं चाहेगा। 10 ओवर में बिना कोई विकेट लिए 113 रन। यह वनडे का सबसे महंगा बोलिंग फिगर है। आज 15 साल बाद भी यह मुकाबला देखने वालों के जेहन में ताजा है।

शूटिंग वर्ल्ड कप : कतर टीम पहुंची दिल्ली, कड़े आइसोलेशन में रहेंगी ब्रिटन और ब्राजील की टीमें March 11, 2021 at 06:18PM

नई दिल्लीराजधानी दिल्ली में होने वाले संयुक्त निशानेबाजी विश्व कप () के लिए भारत पहुंचने वाली पहली टीम कतर बन गई जबकि ब्राजील और ब्रिटेन की टीमें शुक्रवार को पहुंचने के बाद सात दिन के कड़े आइसोलेशन में रहेंगी। कतर से छह निशानेबाज और उनका सहयोगी स्टाफ गुरूवार को यहां पहुंच गया। ब्राजील और ब्रिटेन में हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले काफी बढे हैं। इन दोनों देशों के निशानेबाज, कोच और अधिकारी डाक्टर कर्णी सिंह रेंज के पास रेडिसन होटल में आइसोलेशन में रहेंगे। शूटिंग विश्व कप 18 से 29 मार्च तक होना है। पढ़ें, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) के इस टूर्नमेंट में 40 देशों के निशानेबाज भाग ले रहे हैं। इनमें दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, ब्रिटेन, ब्राजील, अमेरिका, ईरान, यूक्रेन, फ्रांस, हंगरी, इटली, थाइलैंड और तुर्की शामिल हैं। चीन, जापान, आस्ट्रेलिया, जर्मनी , रूस , न्यूजीलैंड, कुवैत और मलेशिया जैसे देशों ने टीमें नहीं भेजी है। पिछले महीने खेलमंत्री किरण रिजिजू ने कहा था कि विश्व कप में भाग लेने के लिए निशानेबाजों को प्रोत्साहित करने के मकसद से आइसोलेशन के नियमों में उदारता बरती जाएगी। इससे पहले उनसे अनुरोध किया गया था कि निशानेबाजों को 14 दिन के कड़े आइसोलेशन से रियायत मिले और विदेशी टीमों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाये। भारत का 57 सदस्यीय दल इस टूर्नमेंट में भाग ले रहा है। इसमें तोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल कर चुके 15 निशानेबाज शामिल हैं। इनमें अंजुम मुद्गिल, दिव्यांश सिंह पंवार, मनु भाकर, सौरभ चौधरी प्रमुख है। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अनीश भानवाला को भी 25 मीटर रैपिड पिस्टल टीम में रखा गया है।

कतर ओपन में उलटफेर:13 महीने बाद वापसी कर रहे रोजर फेडरर क्वार्टरफाइनल में हार कर बाहर; जॉर्जियाई खिलाड़ी निकोलोज बेलाशविली ने  3-6, 6-1, 7-5  हराया March 11, 2021 at 05:38PM

IND vs ENG: विराट कोहली के 'एक्स-फैक्टर' की टक्कर फॉर्मेट की टॉप टीम से March 11, 2021 at 05:23PM

अहमदाबाद टी20 फॉर्मेट में वर्ल्ड नंबर वन टीम इंग्लैंड का मानना है कि टीम इंडिया को उसकी धरती पर हराना बेहद मुश्किल है। इंग्लिश टीम तो बहुत आगे तक की बात करती है। उसके मुताबिक यह भारतीय टीम तो इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की सबसे तगड़ी दावेदार है। हालांकि, टी20 रैंकिंग्स में नंबर 2 पर काबिज भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इससे इत्तफाक नहीं रखते। सीरीज की पूर्व संध्या पर वह कहते हैं, 'इंग्लैंड नंबर एक टीम है और फोकस उन्हीं पर रहेगा। दूसरी टीमें उनकी ताकत को लेकर चिंतित होंगी।' 'हम नहीं तुम अच्छे' की इस बतकही के बीच दोनों टीमों में फटाफट क्रिकेट के धाकड़ खिलाड़ियों की मौजूदगी से इतना जरूर है कि सीरीज काफी दिलचस्प होगी। टीम को मिली गहराई: भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि युवा खिलाड़ियों के आने से बल्लेबाजी को 'जरूरी एक्स फैक्टर और गहराई' मिली है। इससे इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में मेजबान टीम खुलकर खेल सकेगी। सिलेक्टर्स ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन और राहुल तेवतिया को इस सीरीज के लिए चुना है। प्रचंड फॉर्म में चल रहे ऋषभ पंत की भी टीम में वापसी हुई है। विराट के मुताबिक,'हम अतीत में एक ढर्रे पर खेलते आए हैं। इस टीम को देखें तो जिन खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, उनके जरिए कुछ समस्याओं का हल निकालने की कोशिश की गई है। वे खिलाड़ी जो बैट से 'एक्स फैक्टर' साबित हो सकते हैं या वैसे खेल सकते हैं जिसकी टी20 क्रिकेट में जरूरत है। आईपीएल में ये लगातार अच्छा खेलते आए हैं लिहाजा उन पहलुओं को ध्यान में रखकर इन्हें लिया गया। अब यह देखना रोचक होगा कि ये पांच मैचों में कैसे खेलते हैं।' उन्होंने कहा,'वर्ल्ड कप से पहले हमें ये ही पांच मैच खेलने हैं और हम देखना चाहते हैं कि ये खिलाड़ी कैसा खेलते हैं। रविंद्र जडेजा टीम में नहीं हैं जो फिट होने पर लौटेंगे। उनके अलावा टीम में जरूरी संतुलन है।' उन्होंने कहा,'इन खिलाड़ियों के आने से बल्लेबाजी में और गहराई आई है। हम ऐसी टीम बनना चाहते हैं जो बिना किसी दबाव के उन्मुक्त क्रिकेट खेलती है। हमारे पास आक्रामक बल्लेबाज हैं जो किसी भी मौके पर मैच का नक्शा बदल सकते हैं।'

भारत Vs इंग्लैंड टी-20 सीरीज:भारतीय कप्तान बोले- रोहित और राहुल करेंगे ओपनिंग; सुंदर के रहते अश्विन को जगह मिलना मुश्किल March 11, 2021 at 04:38PM

'बड़े मियां, छोटे मियां' पर साथ दिखे शिखर धवन और सूर्यकुमार, वीडियो वायरल March 11, 2021 at 04:41PM

नई दिल्लीटीम इंडिया के स्टार ओपनर (Shikhar Dhawan) इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज () में दमदार प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। उन्होंने अहमदाबाद में होने वाले सीरीज के पहले टी20 से पूर्व एक वीडियो क्लिप इंस्टाग्राम पर शेयर किया। वीडियो में उनके साथ सूर्यकुमार यादव भी नजर आ रहे हैं। शिखर ने जो वीडियो क्लिप शेयर किया है, उसमें अमिताभ बच्चन और गोविंदा की फिल्म 'बड़े मियां-छोटे मियां' का गाना 'बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभान अल्लाह...' पर वह और सूर्यकुमार ऐक्टिंग करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में दोनों अपनी टीम जर्सी पहने हुए हैं और उसकी बाजू ऊपर चढ़ाने की ऐक्टिंग करते हैं। इसके बाद धवन हंसने लगते हैं। वीडियो पर अब तक 400 से ज्यादा लोगों ने कॉमेंट किए हैं। देखें, इस वीडियो क्लिप को 9 घंटे में ही करीब 1.9 लाख लाइक्स मिल चुके हैं। इस पर सूर्यकुमार ने भी कॉमेंट किया- दंगल। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज का पहला टी20 अहमदाबाद के नवनिर्मित नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है। विराट जहां टीम इंडिया की कमान संभालेंगे तो वहीं इयोन मॉर्गन मेहमान टीम की अगुआई करेंगे। भारत ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 से जीत दर्ज कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली थी।

क्या पहले बैटिंग करने पर धीमा खेलती है टीम इंडिया:2018 से अब तक पहले बैटिंग करते हुए रन रेट 8.85 प्रति ओवर रहा है; न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड से कम March 11, 2021 at 02:36PM

इंडिया vs इंग्लैंड पहला टी-20 आज:टी-20 में भी 3 स्पिनर्स के साथ उतर सकती है भारतीय टीम; भुवनेश्वर की डेढ़ और अक्षर की 3 साल बाद वापसी संभव March 11, 2021 at 02:32PM

पोलार्ड ने अपनी ही गेंद पर लपका शानदार कैच, देखकर आप भी कहेंगे वाह March 10, 2021 at 09:54PM

एंटीगा वेस्टइंडीज के कप्तान कायरन पोलार्ड ने श्रीलंका के खिलाफ ODI सीरीज के पहले मैच में शानदार कैच पकड़ा। यह कैच वायरल हो गया है। एंटीगा के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में उन्होंने दिमुथ करुणारत्ने को अपनी ही गेंद पर कैच कर पविलियन भेजा। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पारी के 20वें ओवर में कायरन पोलार्ड ने खुद को गेंदबाजी आक्रमण पर लगाया। उन्होंने करुणारत्ने को एक स्लो गेंद पर बीट कर दिया। श्रीलंकाई बल्लेबाज चूक गए और उसे सीधा गेंदबाज की ओर खेल बैठे। पोलार्ड ने अपना दायां हाथ पूरी तरह हवा में लहराया। बॉल काफी दूर थी। गेंद पोलार्ड के हाथ से लगकर उछली और इसके बाद पोलार्ड ने हवा में छलांग लगाकर उसे कैच कर लिया। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 49 ओवर में 232 रन बनाए। इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने 47 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज में उसने 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है।

165 रन, 17 चौके, 7 छक्के... पृथ्वी का फिर कमाल, अब कर्नाटक के खिलाफ ठोक दिया शतक March 10, 2021 at 09:15PM

नई दिल्ली मुंबई के ओपनर (Prithvi Shaw) का विजय हजारे ट्रोफी में कमाल का प्रदर्शन जारी है। उन्होंने गुरुवार को पालम के एयरफोर्स ग्राउंड कॉम्पलेक्स में कर्नाटक के खिलाफ मुकाबले में 165 रन की शानदार पारी खेली। पृथ्वी ने 122 गेंदों पर अपनी इस पारी में 17 चौके और 7 छक्के जड़े। कर्नाटक ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग का फैसला किया। मुंबई टीम को पृथ्वी ने काफी मजबूती दी और तीसरे विकेट के लिए शम्स मुलानी के साथ 159 रन जोड़े। पढ़ें, मुंबई के ओपनर यशस्वी जायसवाल (6) कुछ खास नहीं कर सके जिसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तरे (16) को श्रेयस गोपाल ने पविलियन की राह दिखा दी। पृथ्वी एक छोर पर टिके रहे और उन्होंने शम्स मुलानी (45) के साथ तीसरे विकेट के लिए 159 रन की शतकीय पार्टनरशिप की। शम्स ने 71 गेंदों पर 4 चौकों की मदद से 45 रन बनाए। पृथ्वी चौथे विकेट के तौर पर टीम के 243 के स्कोर पर आउट हुए। करियर में अब तक 8 इंटरनैशनल मुकाबले खेल चुके पृथ्वी ने इससे पहले सौराष्ट्र के खिलाफ 9 मार्च को नाबाद 185 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा उन्होंने जयपुर में पुडुचेरी के खिलाफ पिछले महीने नाबाद 227 रन ठोके थे। 21 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज पृथ्वी ने इससे पहले लिस्ट-ए क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली का भी रेकॉर्ड तोड़ा था। पृथ्वी ने सौराष्ट्र के खिलाफ मंगलवार को 185 रन की पारी खेलते हुए लिस्ट-ए क्रिकेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे बड़ा निजी स्कोर बनाया। उन्होंने 123 गेंदों पर 21 चौकों और 7 छक्कों की मदद से 185 रन बनाए जो लिस्ट ए क्रिकेट में चेज करते हुए अब तक सर्वाधिक निजी स्कोर है। इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान धोनी ने साल 2005 में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में नाबाद 183 रन की पारी खेली थी। धोनी का ये रेकॉर्ड 10 साल तक कायम रहा। इसके बाद कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में 183 रन की पारी खेल साल 2012 में इसे तोड़ा।

राजस्थान रॉयल्स ने पूछा कौन होगा 2025 में सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर, रविंद्र जडेजा ने दिया मजेदार जवाब March 10, 2021 at 09:17PM

नई दिल्ली रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान चोटिल हो गए थे। इस स्टार ऑलराउंडर ने इसके बाद फिटनेस वापस हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की और अब वह इंडियन प्रीमियर लीग के जरिए वापसी के लिए तैयार हैं। जडेजा सोशल मीडिया पर अपने मजेदार अंदाज के लिए जाने जाते हैं। बुधवार को एक बार फिर उनका यह स्टाइल नजर आया जब उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के ट्वीट पर मजेदार रिप्लाई किया। साल 2008 में खेले गए पहले सीजन की चैंपियन टीम ने टि्वटर पर अपने फैंस और फॉलोअर्स से पूछा था कि आखिर उनकी नजर में 2025 में कौन सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बन जाएगा। राजस्थान रॉयल्स भी अपने टि्वटर हैंडल पर मजेदार ट्वीट करता है। इसके साथ ही वह बाकी फ्रैंचाइजी के साथ मजाकिया झड़प में भी उलझता रहता है। बुधवार को भी उसने यूं ही मजेदार बहस शुरू करने के लिए टि्वटर हैंडल पर यह पूछा कि आखिर चार साल बाद कौन बेस्ट प्लेयर होगा। रॉयल्स के इस पोस्ट पर चेन्नई सुपर किंग्स के इस ऑलराउंडर ने भी उतना ही रोचक जवाब दिया। जडेजा का जवाब देखकर फैंस मुस्कुराए बिना नहीं रह पाए। अपना पहला आईपीएल राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलने वाले जडेजा ने इस सवाल के जवाब में अपना ही नाम लिख दिया। राजस्थान रॉयल्स ने भी जडेजा के कॉमेंट के बाद बहस खत्म कर दी। मौजूदा वक्त के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में शामिल जडेजा को 21वीं सदी में भारत का मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर घोषित किया गया था। जडेजा को 2020 में एक मैगजीन ने जडेजा को MVP चुना था। जडेजा ने भारत के लिए 51 टेस्ट और 168 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने 50 टी20 इंटरनैशनल मुकाबलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।