Monday, August 17, 2020

इंटर मिलान शख्तर दोनेस्तक को हराकर 22 साल बाद फाइनल में; 21 अगस्त को छठवीं बार फाइनल में पहुंचने वाली सेविला से मुकाबला August 17, 2020 at 07:50PM

इटली का फुटबॉल क्लब इंटर मिलान 22 साल बाद यूरोपा लीग के फाइनल में पहुंचा। उसने दूसरे सेमीफाइनल में यूक्रेन की टीम शख्तर दोनेत्सक को 5-0 से हराया। खिताब के लिए उसका मुकाबला 21 अगस्त को फाइनल में स्पेन की टीम सेविला से होगा। इंटर मिलान ने 1998 में खेले गए फाइनल में लाजियो को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया था। 2010 के बाद से इंटर मिलान ने कोई खिताब नहीं जीता है। 2010 में चैम्पियंस लीग ट्रॉफी अपने नाम किया था।

19 वें मिनट में पहला गोल
इंटर मिलान की ओर से मैच के 19 वें मिनट में लुटेरो मार्टिनेज ने टीम का खाता खोलते हुए पहला गोल किया। टीम हाफ टाइम तक 1-0 से आगे थी। दूसरे हाफ में 64 वें मिनट में डेनिलो डी अम्ब्रोसिया ने गोल किया। 74 वें मिनट में मार्टिनेज ने गोल कर टीम को 3-0 से आगे कर दिया। 78 वें और 83 वें मिनट में रोमेलु लुकाकु ने गोल कर इंटर मिलान को 5-0 से जीत दिला दी।

फाइनल का समीकरण
सेविला रिकॉर्ड छठी बार यूरोपा लीग के फाइनल में पहुंचा है। उसने रविवार को हुए पहले सेमी फाइनल में मैनचेस्टर यूनाइटेड को 2-1 से हराया। सेविला इससे पहले 5 बार यूरोपा लीग का खिताब जीत चुका है। टीम 21 अगस्त को फाइनल में इंटरमिलान से छठी बार खिताब हासिल करने के लिए भिड़ेगी। इंटर मिलान ने इससे पहले 1998 में खिताब हासिल किया था। वह यूरोपा लीग में अपने दूसरा खिताब जीतने के लिए फाइनल में सेविला के खिलाफ उतरेगी।

सेविला ने पिछला खिताब 2016 में जीता था
पिछली बार सेविला ने 2016 में यूरोपा लीग का खिताब जीता था। सेविला चैम्पियनशिप के इतिहास में अब तक रिकॉर्ड 41 मैच जीत चुका है। सेविला इससे पहले लगातार तीन सीजन में ( 2013/14, 2014/15 और 2015/16) यूईएफए यूरोपा लीग के सेमीफाइनल में पहुंचा था और हर बार उसने खिताब जीता।



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इंटर मिलान के लाटरो मार्टिनेज (दाएं) और रोमेलु लुकाकू सोमवार को जीत के बाद। इंटर मिलान की यह जोड़ी इस क्लब के लिए एक सीजन में 20 से ज्यादा गोल करने वाली दूसरी जोड़ी बन गई है। इसके पहले 2004-2005 में एड्रिआनो और ओब्फेमी ने यह रिकॉर्ड बनाया था।

आज से शुरू होगी कैरेबियन प्रीमियर लीग; क्रिस गेल नहीं खेलेंगे, प्रवीण तांबे अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं इस लीग में August 17, 2020 at 06:44PM

कोरोनावायरस के दौर में क्रिकेट तो शुरू हो चुकी है, लेकिन लीग क्रिकेट का आगाज आज से होगा। वेस्ट इंडीज में आज से कैरेबियन प्रीमियर लीग सीजन 8 शुरू होगा। हालांकि, यह कितना कामयाब रहेगी? इस पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ स्पॉन्सर भी इसे लेकर बहुत संतुष्ट नहीं हैं। वजह साफ है। स्टैंड्स में दर्शक नहीं होंगे। इस बार क्रिस गेल भी इस घरेलू लीग में नहीं खेल रहे हैं।
प्रवीण तांबे इस लीग में अकेले भारतीय खिलाड़ी हैं। वे ट्रिनिबागो नाइट राइडर्स की तरफ से खेलेंगे।

10 सितंबर तक चलेगी सीपीएल
इस लीग में कुल 33 मैच खेले जाएंगे। 18 अगस्त को पहला मैच होगा। 10 सितंबर को फाइनल खेला जाएगा। आठवें सीजन में कुल 6 टीमें हिस्सा ले रही हैं। पहला मैच आज ट्रिनबागो नाइट राइडर्स और गुयाना अमेजन वॉरियर्स के बीच खेला जाएगा। भारतीय समय के मुताबिक, यह मैच शाम साढ़े सात बजे शुरू होगा। महामारी की वजह से इस बार सिर्फ दो स्टेडियम में मैच खेले जाएंगे। ये दो मैदान हैं- ब्रायन लारा एकेडमी टाराबो और क्वींस पार्क ओवल पोर्ट ऑफ स्पेन।

प्रवीण तांबे ट्रिनबागो नाइट राइडर्स से खेलेंगे
48 साल के प्रवीण तांबे इस लीग में खेलने वाले इकलौते भारतीय बनने जा रहे हैं। दाएं हाथ के लेग स्पिनर तांबे इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हैं। सीपीएल में वे ट्रिनबागो नाइट राइडर्स की तरफ से मैदान में उतरेंगे। यह टीम वास्तव में कोलकाता नाइट राइडर्स का ही हिस्सा या कहें दूसरी टीम है। इस बार तांबे को आईपीएल की किसी टीम में जगह नहीं मिली।

गेल नहीं खेलेंगे
क्रिस गेल दुनिया की तमाम लीग क्रिकेट में खेलते रहे हैं। लेकिन, वो सीपीएल 2020 की हिस्सा नहीं होंगे। दरअसल, गेल का अपनी पिछली फ्रेंचाइजी जमैका तालावास के कोच रामनरेश सरवन से विवाद हो गया था। बाद में उन्होंने इसे छोड़ दिया। बाद में सरवन ने भी इस टीम से किनारा कर लिया था। रिकॉर्ड्स की बात करें तो गेल ने 103 टेस्ट में 42.19 की औसत से 7215 रन बनाए हैं। उनके नाम 300 वनडे में 10480 और 58 टी-20 में 1627 रन हैं। गेल ने आईपीएल के 125 मैच में 4484 रन बनाए हैं।



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48 साल के प्रवीण तांबे कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले अकेले भारतीय हैं। दाएं हाथ के लेग स्पिनर तांबे इस साल आईपीएल की किसी टीम में नहीं चुने गए। (फाइल)

'जहां गिरा था सिक्स, वह सीट हो धोनी के नाम फिक्स' August 17, 2020 at 07:17PM

मुंबई विश्व कप 2011 के फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) द्वारा लगाया गया वह आखिरी सिक्स तो आपको याद होगा। अब जिस सीट पर गेंद गिरी थी वानखेड़े स्टेडियम में वह सीट पूरी तरह से धोनी (Dhoni) के नाम हो सकती है। मुंबई क्रिकेट असोसिएशन (MCA) को मिले प्रस्ताव के अनुसार उस सीट को धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव है। शनिवार को धोनी (MSD Retire) ने अपने लगभग 16 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास लेने का फैसला किया है। धोनी ने इस मैच में श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुआन कुलासेकरा (Dhoni Six in Final of World Cup 2011) के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनाया था। मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के सदस्य अजिंक्य नाइक ने उस सीट का नाम धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है। उनका कहना है कि इस सीट को सजाया जाएगा। सीट को ऐसे सजाया जाएगा कि यह भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के योगदान और वानखेड़े स्टेडियम से उनके जुड़ाव के प्रति 'सम्मान और शुक्रिया' का भाव प्रदर्शित करे। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, 'भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के बड़े योगदान को देखते हुए एमसीए उस स्टैंड में जहां उन्होंने 2011 के वर्ल्ड कप वह मशहूर सिक्स जड़ा था, एक स्थायी सीट उनके नाम रख सकता है। हम देख सकते हैं कि गेंद कहां गिरी थी- और किस सीट की ओर वह जा रही थी।' इस अनुरोध में कह गया है, ' हम इस सीट को इस तरह पेंट कर सकते हैं ताकि धोनी का भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम के साथ संबंध दिखा सकें।' यह भी सुझाव दिया गया है कि जल्द ही बनने वाले एमसीए के क्रिकेट म्यूजियम में वर्ल्ड कप बॉल को रखा जाएगा। इस खत में लिखा गया है, 'यह भी अच्छा होगा अगर हम यह पता लगा सकें कि वह वर्ल्ड कप बॉल कहां है। यह बनने वाले क्रिकेट म्यूजियम में आकर्षण का केंद्र हो सकती है। यह भी महान महेंद्र सिंह धोनी को सम्मान देने का एक छोटा सा सुझाव है।'

नेहरा बोले, पंत के पास धोनी से ज्यादा टैलंट, मगर... August 17, 2020 at 06:10PM

नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज (Ashish Nehra) का मानना है कि 22 साल की उम्र में (Rishabh Pant) के पास 23 साल की उम्र में टीम में आए (MS Dhoni) के मुकाबले ज्यादा नैचरल टैलंट है। ऋषभ पंत (Pant) को हालांकि लगातार अपने खराब शॉट सिलेक्शन के वजह से आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। ऋषभ पंत पहले सीमित ओवरों की टीम का नियमित हिस्सा थे लेकिन टीम प्रबंधन ने अब वनडे इंटरनैशनल में उनके स्थान पर केएल राहुल को प्रमोट करना शुरू कर दिया है। राहुल ने विकेट के पीछे और बल्ले, दोनों से बेहतर खेल दिखाकर बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज अपनी जगह पक्की कर ली है। राहुल के खेलने से टीम प्रबंधन के पास विकल्प भी अधिक हो जाते हैं। लेकिन आशीष नेहरा को लगता है कि अगर ऋषभ पंत अपनी क्षमताओं के हिसाब से प्रदर्शन कर पाए, तो वह भारत के लिए महेंद्र सिंह धोनी से भी बेहतर खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। लेकिन वह यह भी मानते हैं कि इसके लिए पंत को उतनी ही कड़ी मेहनत करनी होगी जितनी महेंद्र सिंह धोनी ने अपने पूरे करियर में की है। नेहरा ने कहा, 'अगर आप मुझसे पूछें तो ऋषभ पंत 14 साल की उम्र से सोनट क्लब में थे। यकीन जानिए 22 साल की उम्र में पंत के पास जितना नैचरल टैलंट है उतना महेंद्र सिंह धोनी के पास 2004 में 23 साल की उम्र में नहीं था, जब वह पहली भारत के लिए खेले थे। लेकिन क्या पंत उतनी ही मानसिक दृढ़ता से खेल पाएंगे जिससे धोनी खेले, इससे उनकी कामयाबी तय होगी।'

बायर्न म्यूनिख के हाथों शर्मनाक हार के बाद बार्सिलोना ने कोच सैटिन को हटाया, कोएमेन हो सकते हैं अगले कोच August 17, 2020 at 05:34PM

पिछले हफ्ते चैम्पियन्स लीग 2020 के क्वॉर्टर फाइनल में बार्सिलोना की हार ने जैसे क्लब में कोहराम मचा दिया। क्लब के लिए एक के बाद मायूस करने वाली खबरें आ रही हैं। बायर्न म्युनिख के हाथों 8-2 से मिली हार के बाद बार्सिलोना के कोच क्युकियू सैटिन को बर्खास्त कर दिया गया है। अब खबर है कि नीदरलैंड्स के हेड कोच रोनाल्ड कोएमैन अगले कोच होंगे।
कोएमैन पर अब तक आधिकारिक तौर पर तो जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन नीदलैंड्स के मिली मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कोएमैन ने यह ऑफर स्वीकार कर लिया है।

डच एसोसिएशन भी तैयार
कोएमैन ही अगले कोच होंगे। डच फुटबॉल एसोसिएशन ने एक बयान में साफ कर दिया है कि उसे कोएमैन को बार्सिलोना का अगला कोच बनाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। सैटिन ने हटाए जाने के बाद अब तक कोई बयान नहीं दिया है। माना जा रहा है कि टीम के कुछ प्लेयर्स ने बायर्न के खिलाफ उनकी रणनीति पर काम नहीं किया। लिहाजा, इतनी शर्मनाक हार मिली। ये भी पहली बार हुआ जब किसी टीम ने बार्सिलोना के खिलाफ पहले हाफ में चार गोल किए हों।

बार्सिलोना नीदरलैंड्स के नुकसान की भरपाई करेगा
स्काय स्पोर्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोएमैन को लेकर बार्सिलोना मैनेजमेंट इतना उत्सुक है कि उसने डच फुटबॉल एसोसिएशन को नुकसान की भरपाई की पेशकश करने का भरोसा दिलाया है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोएमैन और डच फुटबॉल एसोसिएशन के बीच करार है। अगर वे इसे बीच में खत्म करते हैं तो डच टीम को नुकसान होगा। इसकी भरपाई अब बार्सिलोना करने को तैयार हो गया है।

बायर्न ने पिछले 28 में से 27 मैच जीते
बायर्न ने अपने पिछले 28 में से 27 मैच जीते हैं, जबकि एक ड्रॉ रहा है। लीग के इस सीजन में जर्मन क्लब ने सभी 9 मैच जीते हैं और 39 गोल किए हैं। अब सेमीफाइनल में इस टीम का मुकाबला मैनचेस्टर सिटी और लियोन के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल की विजेता टीम से होगा।



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रोनाल्ड कोएमैन फिलहाल नीदरलैंड्स के हेड कोच हैं। उनका अब बार्सिलोना का हेड कोच बनना तय माना जा रहा है। इसके लिए बार्सिलोना डच फुटबॉल एसोसिएशन को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई भी करेगा। (फाइल)

IPL 2020 को भारत में ही करवाया जाए, बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर August 17, 2020 at 05:47PM

मुंबई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 13वां एडिशन यूएई (IPL in UAE) में आयोजित करवाने की तैयारी पूरी कर ली है। इस बार टूर्नमेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच खेला जाना है। लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें इस टूर्नमेंट को यूएई में ले जाने से रोकने की बात कही गई है। खबरों के अनुसार वकील अभिषेक लागू ने अदालत में याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि टूर्नमेंट को भारत में ही करवाया जाए। उनका कहना है कि अगर यह लीग भारत से बाहर जाएगी तो देश को रेवेन्यू का काफी नुकसान होगा। लागू खुद को क्रिकेट का फैन बताते हैं और उनका कहना है कि वह दुनिया की सबसे पॉपुलर टी20 लीग को देश से बाहर जाते नहीं देख सकते। साल 2019 में की ब्रांड वैल्यू 475 मिलियन डॉलर थी जिसके इस साल बढ़ने की उम्मीद थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस सीजन पर काफी असर पड़ा है। लागू का कहना है कि अगर में होगा तो यह ज्यादा रेवेन्यू कमा सकेगा। उनकी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हो सकती है। याचिका में कहा गया है, 'आईपीएल कोई चैरिटी इवेंट नहीं है। कोरोना वायरस ने सभी तरह के व्यापार के लिए मुश्किलें पैदा की हैं। आईपीएल को भारत में करवाने से अर्थव्यवस्था को काफी लाभ होगा जिसकी देश को फिलहाल बहुत ज्यादा जरूरत है।' इस याचिका में कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकार ने लॉकडाउन में अब बहुत रियायतें दे दी हैं। सरकार और प्रशासन सभी सुरक्षा मापदंडों को ध्यान में रखते हुए आईपीएल को इस साल भारत में आयोजित करवा सकते हैं। बीसीसीआई ने पहले आईपीएल को भारत में करवाने पर विचार किया था लेकिन कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते केस के चलते इसे देश से बाहर ले जाने का फैसला किया गया।

इमरान ने कहा- भारत से सीरीज मुमकिन नहीं; 33 साल पहले हमारे प्लेयर्स को भारत में बाउंड्री पर हेल्मेट लगाकर फील्डिंग करनी पड़ी थी August 17, 2020 at 05:08PM

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज संभव नहीं है। इमरान ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हैं, और ऐसे में द्विपक्षीय सीरीज की बात करना डरावना होगा। इमरान पाकिस्तान के पूर्व कप्तान हैं। 1992 में उनकी कप्तानी में ही पाकिस्तान ने विश्व कप जीता था।
इमरान ने उन दो दौरों का भी जिक्र किया। जब वो पाकिस्तान टीम के साथ भारत गए थे। 1987 के इंडिया टूर पर इमरान ने कहा- तब मेरे प्लेयर्स को बाउंड्री पर हेल्मेट लगाकर फील्डिंग करनी पड़ी थी।

मैदान पर भी हालात अच्छे नहीं होंगे
पाकिस्तान टीम आखिरी बार 2012 में भारत आई थी। तब दो टी-20 और तीन वनडे इंटरनेशनल खेले गए थे। ऑस्ट्रेलिया के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान से भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज पर सवाल पूछा गया। इस पर खान ने कहा- फिलहाल, ये बिल्कुल मुमकिन नहीं है। जिस तरह के हालात हैं, उसमें क्रिकेट खेलना भयावह होगा। मैदान पर भी हालात अच्छे नहीं होंगे।

दो दौरों का जिक्र
एक सवाल के जवाब में इमरान ने कहा- मैं दो बार भारत दौरे पर गया। पहली बार 1979 में और दूसरी बार 1987 में। पहली बार गया तब भी तनाव था। लेकिन, दोनों सरकारें इसे कम करने की कोशिश कर रहीं थीं। इसलिए माहौल बहुत अच्छा था। दूसरी बार यानी 1987 में हालात बहुत खराब थे। दोनों देशों के बीच काफी तनाव था। इसका असर मैदान पर दिखा। मेरे प्लेयर्स को बाउंड्री लाइन पर हेल्मेट लगाकर फील्डिंग करनी पड़ी, क्योंकि दर्शक पत्थर फेंक रहे थे।

खुद के मुल्क की तारीफ
इमरान ने टीम इंडिया के 2005 के पाकिस्तान दौरे को बेहद कामयाब बताते हुए सिर्फ अपने मुल्क और दर्शकों की तारीफ की। कहा- 2005 में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को उसी के घर में हराया। दर्शक टीम इंडिया की तारीफ कर रहे थे। उस वक्त माहौल बेहद शानदार था। मैं मानता हूं कि भारत और पाकिस्तान की सीरीज एशेज से भी बेहतर होती है।



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1982 के इंग्लैंड दौरे में गेंदबाजी करते इमरान खान। इस साल इमरान ने 13.29 के औसत से कुल 62 विकेट लिए थे। (फाइल)

आज मिल सकता है आईपीएल को नया टाइटल स्पॉन्सर August 17, 2020 at 04:35PM

नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन के लिए नए टाइटल स्पॉन्सर ( Sponsor) का ऐलान आज (18 अगस्त) को हो सकता है। कंपनियां आधिकारिक रूप से मंगलवार को अपनी बोली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को जमा करवा सकती हैं। वीवो ने कुछ दिन पहले ही इस साल की टाइटल स्पॉन्सरशिप (IPL Title Sponsorship) से हटने का फैसला किया। इसके बाद ही बीसीसीआई को नए स्पॉन्सर की तलाश है। टाटा के आने से मामला दिलचस्प () के इस रेस में आने के बाद यह मामला दिलचस्प हो गया है। खबरों के अनुसार इस कंपनी का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है। इसके अलावा बायजूज, ड्रीम इलेवन, रिलांयस जियो और अनअकैडमी भी दौड़ में शामिल हैं। पंतजलि आयुर्वेद (Patanajli) ने खुद को इस प्रक्रिया से अलग कर लिया है। इस बार की टाइटल स्पॉन्सरशिप में यह बात अलग होगी कि जरूरी नहीं कि सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को ही टाइटल स्पॉन्सरशिप का अधिकार मिले। बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि वह कई अन्य पहलुओं पर भी विचार करेगा। वीवो के चीनी कंपनी होने के चलते हुए विवाद के बाद बोर्ड किसी तरह का कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहता। कितनी रकम जुटा सकता है बोर्ड बोर्ड की सबसे बड़ी चिंता यह है कि वीवो एक साल के लिए 440 करोड़ रुपये का भुगतान करता है। लेकिन कम समय और कोविड-19 के चलते बाजार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जानकार मानते हैं कि बोर्ड को इतनी रकम नहीं मिल सकती। हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि बाजार के आकलन से ज्यादा रकम जुटाने में बोर्ड कामयाब हो सकता है। पहले माना जा रहा था कि बोर्ड चीनी कंपनी से मिलने वाले पैसे की लगभग आधी रकम पर भी मान जाएगा लेकिन अब लग रहा है कि बोर्ड को इससे 300 करोड़ से ज्यादा की कमाई हो सकती है। क्यों आगे है टाटा बोर्ड ने पहले ही उन कंपनियों को दावा करने के लिए कहा था जिनका टर्नओवर 300 करोड़ रुपये से ज्यादा हो। हालांकि बायजूज और अनअकैडमी रकम देने के लिए तैयार हैं लेकिन टाटा संस को इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। क्योंकि वह पूरी तरह से एक भारतीय ब्रांड है। पंतजलि दौड़ से बाहर योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद ने भी आईपीएल 2020 की स्पॉन्सरशिप के लिए रूचि दिखाई थी। लेकिन अब उन्होंने इससे यू-टर्न ले लिया है। रामदेव ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, 'आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सशिप के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी। पतंजलि तभी दौड़ में आएगी अगर कोई अन्य भारतीय कॉरपोरेट हाउस आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप की दौड़ में नहीं रहती।'

टाटा संस दावेदारी की दौड़ में सबसे आगे, पतंजलि रेस से बाहर; नया कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ साढ़े 4 महीने के लिए होगा August 17, 2020 at 03:07PM

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नए टाइटल स्पॉन्सर का ऐलान आज होगा। नई कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट सिर्फ 18 अगस्त से 31 दिसंबर 2020 तक के लिए ही रहेगा। दावेदारी की दौड़ में टाटा संस कंपनी सबसे आगे मानी जा रही है, जबकि पतंजलि आयुर्वेद रेस से बाहर हो गई है। हालांकि, उसे भी प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

इनके अलावा रिलायंस जियो, बायजू, अन-एकेडमी, और ड्रीम इलेवन जैसी कंपनियां भी रेस में हैं। इस बार कोरोना के कारण आईपीएल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में होगा। यह टूर्नामेंट पूरी तरह से बायो-सिक्योर माहौल में होगा।

बाबा रामदेव ने पतंजलि की दावेदारी से इनकार किया
बाबा रामदेव का कहना है कि पतंजलि कंपनी तभी स्पॉन्सरशिप के लिए आगे आएगी, जब कोई दूसरी भारतीय कंपनी आगे नहीं आती है। उन्होंने इस दावे का खंडन किया कि पतंजलि ने स्पॉन्सरशिप के लिए बोली लगाई है।

सालाना 440 करोड़ रुपए देने वाली चाइनीज कंपनी वीवो से करार तोड़ा
चीन के साथ तनाव के कारण देशभर में चीनी कंपनियों का बायकॉट किया जा रहा है। इसी के चलते हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर से चीनी मोबाइल कंपनी वीवो को हटाया था। वीवो का आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए 2190 करोड़ रुपए के साथ 5 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट हुआ था। कंपनी सालाना 440 करोड़ रुपए देती थी।

यह कॉन्ट्रैक्ट 2018 से 2022 तक का था। बीसीसीआई सूत्रों की मानें तो वीवो के साथ एक साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट खत्म किया है। यह 2021 से 2023 तक के लिए बढ़ाया जा सकता है।

बोर्ड ने टाइटल स्पॉन्सरशिप की रकम 100 करोड़ रुपए कम की
बीसीसीआई ने भारतीय मूल की कंपनियों को लुभाने के लिए स्पॉन्सरशिप की रकम को पहले की तुलना में कम कर दिया है। पहले यह रकम 440 करोड़ रुपए सालाना थी, लेकिन बोर्ड ने इसको अब 300 से 350 करोड़ रुपए सालाना कर दिया है।

स्मिथ की गैरमौजूदगी में उनादकट कप्तानी करेंगे
जयदेव उनादकट नियमित कप्तान स्टीव स्मिथ की गैरमौजूदगी में राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी करेंगे। स्मिथ आईपीएल के शुरुआती हफ्ते में नहीं खेलेंगे, क्योंकि उस समय वे आइसोलेशन में होंगे। वहीं, अफगानिस्तान में शापेजा क्रिकेट लीग 6 से 18 सितंबर तक होगी। इसलिए अफगान खिलाड़ी भी आईपीएल के शुरुआती मैचों से बाहर रह सकते हैं।

दुबई नहीं, अबु धाबी में होगा केकेआर का बेस
केकेआर टीम 20 या 21 अगस्त को यूएई रवाना होगी। उसका बेस अबु धाबी का द रिट्ज-कार्लटन होटल होगा। इस होटल में केकेआर के मालिक शाहरुख खान की हिस्सेदारी है। खिलाड़ी बायो-सिक्योर बबल में रहेंगे।



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इस बार आईपीएल कोरोना के कारण यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होगा। यह टूर्नामेंट पूरी तरह से बायो-सिक्योर माहौल में होगा। -फाइल फोटो

'लीडरशिप के बारे में महेंद्र सिंह धोनी से ये बातें सीख सकता है कॉरपोरेट इंडिया' August 16, 2020 at 11:29PM

नई दिल्ली दिग्गज टेक कंपनी इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान की तारीफ की है। धोनी ने शनिवार को इंस्टाग्राम पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया। सोमवार को हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपे अपने लेख में नारायण मूर्ति ने धोनी के प्रदर्शन और उनकी उपलब्धियों की चर्चा की। उन्होंने लिखा कि कैसे कॉरपोरेट जगत लीडरशिप के बारे में सिर्फ धोनी के मैच देखकर ही सीख सकता है। मूर्ति ने लिखा, 'मैं हमेशा से मानता हूं कि प्रदर्शन से पहचान मिलती है, पहचान से सम्मान मिलता है और सम्मान से ताकत मिलती है। इसलिए वैश्विक स्तर पर भारत के ताकतवर बनने के लिए आर्थिक प्रदर्शन बहुत मायने रखता है। महेंद्र सिंह धोनी, भारत के सबसे कामयाब कप्तानों में रहें हैं, उन्होंने इस बात को क्रिकेट में भी साबित किया है। उन्होंने प्रदर्शन किया। भारत को सभी अंतरराष्ट्रीय ट्रोफियां- वर्ल्ड टी20 2007, आईसीसी वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रोफी 2013- के अलावा कई अन्य में जीत दिलाई।' नारायण मूर्ति ने लिखा कि बात सिर्फ प्रदर्शन की ही नहीं है धोनी के साथ कई चीजें आती हैं। वह 1.3 अरब भारतीयों के मन और मस्तिष्क को संभावनाओं को बढ़ाते हैं। वह गांव में रहने वाला हो या कोई शहरी, अमीर हो गरीब, बहुत ज्यादा पढ़ा लिखा हो या फिर अनपढ़- धोनी सबको साथ ले लेते हैं। उन्होंने लिखा कि उनकी बहन, दोस्त, ड्राइवर और सिक्योरिटी गार्ड, सभी धोनी की कामयाबी की दुआ करते हैं। आखिर वह भारतीय क्रिकेट का ध्रुव तारा हैं। नारायण मूर्ति ने धोनी और इंफोसिस दोनों की समानताओं पर भी चर्चा की। उन्होंने लिखा, 'धोनी और इंफोसिस, दोनों का जन्म 7 जुलाई 1981 को हुआ।' मूर्ति ने कहा कि इंफोसिस की शुरुआत भी साधारण रूप में ही हुई। धोनी की तरह। वह भी एक छोटे से शहर से आए और छा गए। उन्होंने दिखाया कि एक मध्यमवर्ग परिवार से आने वाले के पास भी अगर हुनर है, अगर वह मेहनत करता है, उसकी महत्वकांक्षाएं बड़ी हैं तो वह कामयाब हो सकता है। धोनी सर्वोत्कृष्ट लीडर हैं और कॉरपोरेट इंडिया सिर्फ उनके मैच देखकर ही उनसे काफी कुछ सीख सकते हैं। बड़ा विजन पहली जिम्मेदारी एक लीडर की पहली जिम्मेदारी होती है कि वह एक बड़ा सपना दिखाए, उसकी स्पष्टता दिखाए, लोगों की आकांक्षाओं, विश्वास, गर्व, उम्मीद और जुनून को बढ़ाए। धोनी ने ऐसा कर दिखाया। धोनी ने जब 2007 में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड टी20 का खिताब जितवाया तो उन्होंने पूरे देश की मानसिकता को बदल दिया। अब हर इनसान की उम्मीदें बढ़ गईं। कोई भी सिर्फ किसी वर्ल्ड क्रिकेट टूर्नमेंट के सेमीफाइनल में पहुंचकर संतुष्ट नहीं था। उन्होंने लिखा, 'मैंने समाज के हर वर्ग के लोगों को धोनी के बारे में बात करते हुए जोश से भरते देखा है। फिर चाहे वह क्लर्क हों या ड्राइवर, कंपनी के सह-संस्थापक हों या दुकान मे काम करने वाले। एक अच्छा नेता उदाहरण तय करता है। यही महात्मा गांधी ने हमें सिखाया था। धोनी ने आगे बढ़कर उदाहरण बनाए। उन्होंने अपने प्रदर्शन से साबित किया। वह भारत के बेस्ट फिनिशर बने।' साथियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाना धोनी ने टीम के साथी खिलाड़ियों को प्रेरित किया। युवराज सिंह और सुरेश रैना को अपना बेस्ट देने के लिए प्रेरित किया। 2011 वर्ल्ड कप की उस आखिरी गेंद को कौन भूल सकता है जब धोनी ने छक्का लगाकर भारत को चैंपियन बनाया था? 50 ओवर के मैच मे भारत जब भी मुश्किल में होता तो टीम और देश धोनी की ओर देखता और धोनी ने उन्हें निराश नहीं किया। प्रदर्शन से साबित मूर्ति ने लिखा, 'धोनी की बल्लेबाजी की तारीफ करने के लिए सुनील गावसकर का वह बयान ही काफी है कि वह अपने जीवन का आखिरी मिनट 2011 के वर्ल्ड कप में धोनी का लगाया वह सिक्स देखकर गुजारना चाहेंगे। वह भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर रहे। उनकी विकेटों के बीच उनकी दौड़ कमाल की रही। जब आक्रामकता की जरूरत होती तो धोनी वह भी करते। इस पूरी प्रक्रिया में वह बेस्ट करने की अपनी कमिटमेंट से पीछे नहीं हटते, जो एक अच्छे लीडर की अहम खूबी है। टीम के साथ कामयाबी बांटना एक आत्मविश्वासी लीडर टीम के साथ कामयाबी बांटने में आगे रहता है। धोनी एक दिलदार लीडर हैं। कौन भूल सकता है कि धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप की ट्रोफी जीतने के बाद स्टेडियम का चक्कर लगाते हुए मिली शान को सचिन तेंडुलकर और गैरी कर्स्ट्न के साथ साझा किया? वह दिन धोनी का था उनकी कप्तानी और पूरे टूर्नमेंट के दौरान उनके प्रदर्शन का। फाइनल में खेली गई उनकी 91 रनों की पारी का और फिर उस सिक्स का। बड़ा दिल एक अच्छे लीडर की खूबी होती है। हर हाल में स्थिर एक कम्प्लीट लीडर शांत और स्थिर रहता है लेकिन मुश्किल हालात में अपना अगला दांव बहुत अच्छी तरह चलता है। धोनी इसका अच्छा उदाहरण हैं मैं एक बार फिर 24 सितंबर 2007 के दिन पर जाता है जब वर्ल्ड टी20 फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ धोनी ने आखिर ओवर फेंकने के लिए जोगिंदर शर्मा को चुना। मेरे साथ मैच देख रहे कई दोस्त धोनी के इस फैसले पर हैरान हुए थे और उन्होंने इस पर निराशा जताई थी। मेरे बेटा रोहन धोनी का बहुत बड़ा फैन हैं, उसने कहा था कि धोनी के दिमाग में कोई अच्छी रणनीति होगी। मिसबाह ने जब दूसरी गेंद पर छक्का लगाया तो टेंशन बढ़ गई। धोनी दौड़कर जोगिंदर शर्मा के पास गए और उन्हें शांत करते हुए कॉन्फिडेंस दिया। यह करने में धोनी का कोई मुकाबला नहीं। अगली गेंद पर मिसबाह ने स्कूप किया और श्रीसंत ने शॉर्ट फाइन लेग पर कैच लपक लिया। भारत ने वर्ल्ड कप जीत लिया था। जीत के बाद धोनी का वह दांव सोची-समझी रणनीति का हिस्सा ही लगा। जीत के बाद धोनी ने जो समभाव दिखाते हैं, फिर चाहे वह जीत हो या हार, वह एक अच्छे लीडर की पहचान है, एक अच्छे लीडर की कंपनी बाजार में अच्छा प्रदर्शन करे अथवा नहीं उसे कैसे व्यवहार करना चाहिए यह धोनी से सीखा जा सकता है। मुझे कोई संदेह नहीं कि धोनी आने वाले कई दशकों तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करते रहेंगे। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।

दूसरा टेस्ट LIVE- इंग्लैंड vs पाकिस्तान: 5वां दिन, मैच ड्रॉ की ओर August 16, 2020 at 11:49PM

साउथैम्टन पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच का आज 5वां और अंतिम दिन बाकी है। इस टेस्ट में हर दिन बारिश ही हावी रही है और 4 दिन खत्म होने तक सिर्फ 96 ओवर का ही खेल हो सका है। रविवार को (चौथे दिन) भी बारिश के कारण सिर्फ 10.2 ओवर का खेल संभव हो पाया। आज रात भी साउथैम्पटन में जोरदार बारिश हुई है, जिसके चलते आज भी खेल समय पर शुरू होने के आसार नहीं है। बारिश में यह टेस्ट धुल जाने के कारण मेहमान पाकिस्तान के पास अब सीरीज जीतने का मौका नहीं बचा है। हालांकि सीरीज का एक टेस्ट अभी बाकी है और उसे जीतकर वह सीरीज जरूर बराबर करना चाहेगा।

विराट कोहली के लिए क्‍या है एमएस धोनी की वैल्‍यू August 16, 2020 at 10:22PM

नई दिल्‍ली महेंद्र सिंह धोनी अब टीम इंडिया के लिए खेलते नहीं नजर आएंगे। इस एक लाइन ने क्रिकेट प्रेमियों को बहुत दर्द दिया है। सचिन तेंदुलकर के रिटायर होने के बाद भावनाओं का ऐसा ज्‍वार किसी क्रिकेटर के लिए उमड़ा है तो वे महेंद्र सिंह धोनी हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान विराट कोहली के लिए धोनी बेहद खास हैं क्‍योंकि उन्‍हीं की कप्‍तानी में कोहली ने डेब्‍यू किया था। कोहली ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें धोनी संग बिताए कुछ खास पलों की फुटेज है। याद आएंगे ये पल...विराट ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "इन पलों के लिए शुक्रिया कप्‍तान। हमारे बीच जो भरोसा, एक-दूसरे के लिए सम्‍मान और समझ है, उसे इन दो वीडियोज से बेहतर मैं नहीं समझा सकता। पहला वीडियो परफेक्‍टली बताता है कि वो क्‍या है, सबसे इन्‍टेंस पलों में निस्‍वार्थ।" कोहली वाले वीडियो में क्‍या है?क्लिप का पहला वीडियो 2014 के टी-20 वर्ल्‍ड कप के फाइनल के आखिरी पलों का है। फाइनल में भारत को 7 गेंदों पर एक रन चाहिए था। धोनी ने सेकेंड लास्‍ट ओवर की गेंद यूं ही खेल दी ताकि कोहली जो पूरी पारी में बैटिंग करते आए थे, जीत वाला शॉट लगा सकें। दूसरा वीडियो 2016 में मोहली में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ हुए मैच का। तब दोनों ने सिर्फ 5.1 ओवर में 67 रनों की साझेदारी की थी। मैच में एक वक्‍त धोनी ने सिर्फ बल्‍ला छुआकर डबल ले लिया था। धोनी हमेशा मेरे कप्‍तान : कोहलीइससे पहले, कोहली ने धोनी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि वे हमेशा उनके कप्‍तान रहेंगे। बीसीसीआई ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें कोहली ने कहा, " जीवन में कई बार शब्द कम पड़ जाते हैं और मुझे लगता है कि यह वह एक लम्हा है। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि आप हमेशा वह व्यक्ति रहोगे जो बस में आखिरी सीट पर बैठता है।" कोहली ने कहा, " हमारे बीच काफी अच्छी दोस्ती और आपसी समझ है, क्योंकि हम हमेशा समान भूमिका, समान लक्ष्य के लिए खेले जो टीम को जीत दिलाना था। आपके नेतृत्व में, आपके साथ खेलना सुखद रहा। आपने मुझ पर विश्वास दिखाया जिसके लिए मैं हमेशा आपका आभारी रहूंगा।" कोहली ने कहा, " मैंने पहले भी यह कहा है, मैं दोबारा यह कहूंगा, आप हमेशा मेरे कप्तान रहेंगे।"

पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन का खुलासा- 2011 वर्ल्ड कप के बाद सिलेक्शन कमेटी धोनी को कप्तान नहीं बनाना चाहती थी, मैंने उनकी कप्तानी बचाई थी August 16, 2020 at 10:27PM

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने खुलासा किया है कि 2011 के वर्ल्ड कप के बाद सिलेक्शन कमेटी महेंद्र सिंह धोनी को टीम इंडिया का कप्तान नहीं बनाना चाहती थी। तब मैंने बोर्ड अध्यक्ष होने के नाते अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर उनकी कप्तानी बचाई थी।

2011 में टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में 28 साल बाद दोबारा वनडे वर्ल्ड कप जीता था। हालांकि, वर्ल्ड चैम्पियन बनने के बाद 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम इंडिया टेस्ट सीरीज 0-4 से हार गई थी। इसके फौरन बाद तत्कालीन सिलेक्शन कमेटी ने अगली वनडे सीरीज के लिए धोनी को कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया था।

सिलेक्शन कमेटी के इस फैसले को रोकने के लिए श्रीनिवासन गोल्फ कोर्स से सीधे सेलेक्टर्स की मीटिंग में पहुंच गए थे।

मैं गोल्फ कोर्स से सीधे मीटिंग में पहुंचा था: श्रीनिवासन
बोर्ड अध्यक्ष श्रीनिवासन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उस दिन छुट्टी थी और मैं गोल्फ खेल रहा था। मैं वापस आया और तब मुझे बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले ने बताया कि सर सिलेक्टर्स धोनी को कप्तान बनाने से इनकार कर रहे हैं। वे धोनी को टीम में लेंगे। तब मैं सीधा मीटिंग में पहुंचा और बोर्ड अध्यक्ष होने के नाते अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि धोनी ही टीम के कप्तान होंगे।

'मैंने सेलेक्टर्स से पूछा कि हम कैसे धोनी को हटा सकते हैं'

उन्होंने आगे बताया कि तब भारत ने वर्ल्ड कप जीता था। लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हम टेस्ट सीरीज हार गए थे। इसलिए सिलेक्शन कमेटी की मीटिंग में शामिल एक सिलेक्टर उन्हें (धोनी) वनडे की कप्तानी से हटाना चाह रहा था।

लेकिन सवाल यह था कि आप उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से कैसे हटा सकते हैं? क्योंकि उन्होंने कुछ महीने पहले ही वर्ल्ड कप जीता था। सिलेक्टर्स ने तब यह भी नहीं सोचा कि उनका रिप्लेसमेंट कौन होगा।

पहले बोर्ड अध्यक्ष की मंजूरी के बाद ही टीम फाइनल होती थी

बीसीसीआई के पुराने संविधान के मुताबिक, सिलेक्शन कमेटी को टीम चुनने के लिए बोर्ड अध्यक्ष की मंजूरी लेनी होती थी। हालांकि, लोढ़ी कमेटी की सिफारिशें अमल में आने के बाद चीफ सेलेक्टर को सिलेक्शन के मामले में अंतिम फैसला लेने का अधिकार मिल गया है।

तब मोहिंदर अमरनाथ को सेलेक्शन पैनल से हटाया गया था

श्रीनिवासन का यह बयान 2011 में धोनी को वनडे टीम की कप्तानी से हटाने के जो कयास लगे थे, उसकी पुष्टि करता है। इससे साफ होता है कि तब बीसीसीआई अध्यक्ष और आईपीएल चेन्नई सुपर किंग्स के ओनर होने के नाते उन्होंने दखल देते हुए धोनी की कप्तानी बचाई थी।

तब ऐसे भी अटकलें थीं कि इस मीटिंग के बाद मोहिंदर अमरनाथ को सिलेक्शन पैनल से हटा दिया था, जबकि वे श्रीकांत की जगह सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन बनने वाले थे। उस समय धोनी को कप्तानी से हटाने की वकालत करने में अमरनाथ सबसे आगे थे। बाद में संदीप पाटिल सीनियर सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन बने थे।



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पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के मुताबिक, तब मैंने सिलेक्टर्स से कहा था कि कुछ महीने पहले ही धोनी की कप्तानी में हम वर्ल्ड कप जीते हैं। ऐसे में उन्हें कैसे हटा सकते हैं। -फाइल

भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन जोड़ने वालीं 5 ओपनिंग जोड़ियां August 16, 2020 at 09:52PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान का रविवार को निधन हो गया। चौहान 73 वर्ष के थे। दाएं हाथ के इस जुझारू बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर में 40 टेस्ट मैचों में 2084 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 16 हाफ सेंचुरी लगाईं। सुनील गावसकर के साथ उनकी सलामी जोड़ी काफी मजबूत रही। एक समय पर यह भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाली सलामी जोड़ी थी। आज भी यह फिलहाल दूसरे पायदान पर कायम है। देखते हैं टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन जोड़ने वाली टॉप 5 सलामी जोड़ियों को।

टेस्ट क्रिकेट में भारत की सबसे कामयाब जोड़ी है सहवाग और गंभीर की। दिल्ली के इन दोनों बल्लेबाजों ने भारत के लिए 87 पारियों में पारी की शुरुआत की और 52.52 के औसत से 4412 रन बनाए। उन्होंने 11 बार शतकीय साझेदारी की और 25 बार 50 से ज्यादा रन जोड़े। इनकी जोड़ी का सर्वाधिक स्कोर 233 रन का रहा।

औसत की बात करें तो यह जोड़ी सहवाग-गंभीर से आगे नजर आती है। 59 पारियों में इन्होंने 53.75 के औसत से 3010 रन जोड़े। 10 बार बतौर सलामी जोड़ी शतकीय साझेदारी की और इतनी बार 50 से ज्यादा रन जोड़े। इस जोड़ी का सर्वाधिक स्कोर 213 का रहा। हालांकि चेतन चौहान और गावसकर ने एक बार चौथे विकेट के भी शतकीय साझेदारी की थी।

तस्वीर- इंडियाटाइम्स

लेफ्ट ऐंड राइट कॉम्बिनेशन। धवन और विजय ने 41 पारियों में ओपनिंग की। दोनों ने 43.70 के औसत से 3 शतकीय और 6 अर्धशतकीय साझेदारियां करते हुए 1748 रन जोड़े। इनका हाईऐस्ट स्कोर 289 का रहा।

सुनील गावसकर ने अंशुमान गायकवाड़ के साथ 49 टेस्ट पारियों में पारी की शुरुआत की। इस जोड़ी के बीच चार शतकीय और 9 अर्धशतकीय साझेदारियां हुईं। दोनों ने मिलकर 1722 रन जोड़े। और औसत रहा 35.87 का।

गावसकर को यूं ही भारत का बेस्ट टेस्ट ओपनर नहीं कहा जाता। एक बार फिर वह इस लिस्ट में हैं। कृष्णमनचारी श्रीकांत के साथ सुनील गावसकर ने 34 पारियों में शुरुआत की। इसमें दोनों ने 1469 रन जोड़े। तीन बार सेंचुरी पार्टनरशिप और 9 बार 50+ पार्टनरशिप हुई। सर्वोच्च साझेदारी 200 रनों की रही।

तस्वीर- टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम

2022 में पाकिस्तान आकर 'कर्ज' उतारे इंग्लैंड: अकरम August 16, 2020 at 09:30PM

साउथम्पटन पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्रिटेन आने के लिए इंग्लैंड को अजहर अली और उनकी टीम का आभारी होना चाहिए और उन्हें इसके बदले 2022 में पाकिस्तान का दौरा करना चाहिए। वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बावजूद वेस्टइंडीज और पाकिस्तान ने इंग्लैंड का दौरा करने का फैसला किया जिससे इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) भारी वित्तीय नुकसान से बच गया। इंग्लैंड ने 2005-06 से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। टीम 2009 में श्रीलंकाई टीम बस पर आतंकी हमले के बाद सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान नहीं आई है। जो रूट और उनकी टीम को हालांकि 2022 में तीन टेस्ट और पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए पाकिस्तान का दौरा करना है। वसीम ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट से कहा, ‘टीम के यहां आने के कारण आप लोगों को पाकिस्तान क्रिकेट का आभारी होना चाहिए और देश का उससे भी अधिक। वे यहां ढाई महीने से अधिक समय तक जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में रहेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए अगर सब कुछ सही रहा तो इंग्लैंड को पाकिस्तान का दौरा करना चाहिए। मैं वादा करता हूं कि मैदान के अंदर और बाहर उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा और प्रत्येक मैच के स्टेडियम खचाखच भरा होगा।’ इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में हिस्सा लिया है और अकरम को उम्मीद है कि इससे सुरक्षा चिंताओं को दूर करने में मदद मिलेगी। इस महीने की शुरुआत में इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने भी कहा था कि उन्हें पाकिस्तान दौरे पर टीम ले जाने में कोई समस्या नहीं है।

सार्वजनिक घोषणा से एक दिन बाद रैना ने औपचारिक रूप से संन्यास की सूचना दी: बीसीसीआई August 16, 2020 at 09:05PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट बोर्ड () ने सीमित ओवरों के प्रारूप में भारतीय टीम का अहम सदस्य होने के लिए की सराहना की और साथ ही सोमवार को कहा कि इस ऑलराउंडर ने सार्वजनिक घोषणा से एक दिन बाद बोर्ड को संन्यास के फैसले की सूचना दी थी। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 15 अगस्त को संन्यास की घोषणा करने के कुछ ही मिनट बाद 33 साल के रैना ने भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहकर सभी को हैरान कर दिया था। बीसीसीआई ने बयान में कहा, ‘बाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज सुरेश रैना ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के अपने फैसले के बारे में बीसीसीआई को रविवार को औपचारिक रूप से जानकारी दी थी।’ आम तौर पर खिलाड़ी संन्यास की घोषणा करने से पहले बीसीसीआई को सूचित करते हैं। रैना ने 13 साल के अपने करियर के दौरान 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने संक्षिप्त समय के लिए टीम की कमान भी संभाली। बयान के अनुसार, ‘उनकी कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को एकदिवसीय मैचों में 3-2 से हराकर श्रृंखला जीती और बांग्लादेश को 2-0 से हराया और साथ ही जिम्बाब्वे में टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज 2-0 से जीती।’ टेस्ट पदार्पण में शतक जड़ने वाले रैना खेल के तीनों प्रारूपों में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने रैना की सराहना करते हुए कहा, ‘सुरेश रैना सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत के लिए अहम खिलाड़ी रहे। निचले क्रम में आकर मैच जिताने वाली पारी खेलने के लिए काफी कौशल और प्रतिभा की जरूरत होती है।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने और युवराज सिंह ने मिलकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत के लिए मजबूत मध्यक्रम बनाया। मैं उन्हें और उनके परिवार को शुभकामनाएं देता हूं।’ बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, ‘सुरेश रैना टी20 के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। मैदान पर काफी जीवंत, रैना ने अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान बायें हाथ के बल्लेबाज के रूप में अपनी क्षमता दिखाई।’ उन्होंने कहा, ‘बड़े मैच के खिलाड़ी रैना की आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2011 विश्व कप क्वार्टर फाइनल में तेजतर्रार पारी उनके शानदार करियर की गवाह है। मैं करियर की दूसरी पारी में उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।’

इंजमाम भी धोनी के रिटायरमेंट से मायूस, कहा- उनके जैसे बड़े कद के खिलाड़ी को घर से नहीं, बल्कि मैदान से रिटायरमेंट का ऐलान करना था August 16, 2020 at 09:05PM

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक भी महेंद्र सिंह धोनी के इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के फैसले से मायूस हैं। उनका मानना है कि धोनी जैसे बड़े कद के खिलाड़ी को घर से नहीं, बल्कि मैदान से रिटायरमेंट का ऐलान करना चाहिए था। इंजमाम ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर पोस्ट किए वीडियो में यह बातें कहीं।

इंजमाम ने कहा कि मैंने एक बार सचिन तेंदुलकर को भी यही सलाह दी थी कि जब आपके इतनी बड़ी फैन फॉलोइंग है, तो आपको मैदान से अपने क्रिकेट सफर को खत्म करना चाहिए। क्योंकि यहीं से अपने इज्जत और स्टारडम हासिल किया है। धोनी को भी ऐसा ही करना चाहिए था। इससे उनके फैंस और मुझे भी बहुत खुशी होती।

धोनी भारत के सबसे बेस्ट कप्तान: इंजमाम

इस पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने धोनी को भारतीय क्रिकेट का सबसे बेस्ट कप्तान ठहराते हुए कहा कि उन्होंने युवा खिलाड़ियों को तराशा। उनकी कप्तानी में ही आर अश्विन और सुरेश रैना जैसे मैच विनिंग खिलाड़ी टीम इंडिया को मिले। उन्होंने कहा कि एमएस धोनी में खेल की गहरी समझ थी और वे युवा खिलाड़ियों को बड़े प्लेयर्स में तब्दील करने में माहिर थे।

'धोनी ने रैना और अश्विन जैसे मैच विनिंग खिलाड़ी तैयार किए'

इंजमाम के मुताबिक, धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह पता होता था कि मैच कैसे खत्म करना है। वे हर मैच में शतक नहीं लगाते थे, लेकिन वे इस तरह वे पारी बनाते थे, ताकि टीम को जीत मिले।

धोनी ने 15 अगस्त को रिटायरमेंट की घोषणा की

धोनी ने 15 अगस्त की शाम को इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरों में बुनी गजल ‘मैं पल दो पल का शायर हूं’ का वीडियो पोस्ट कर रिटायरमेंट का ऐलान किया। उन्होंने लिखा- आप लोगों की तरफ से हमेशा मिले प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया। आज शाम 7 बजकर 29 मिनट के बाद से मुझे रिटायर ही समझें।

धोनी ने भारत को टी-20 और वनडे का वर्ल्ड चैम्पियन बनाया

धोनी ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल वर्ल्ड कप में खेला था। तब टीम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार गई थी। उस मैच में धोनी ने अर्धशतक लगाया था। वे भारत के सबसे कामयाब कप्तान रहे हैं।

उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। दो साल बाद चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब जीतकर वे आईसीसी की तीन ट्रॉफी जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे।



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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी ने इज्जत और स्टारडम मैदान से कमाया था, इसलिए उन्हें रिटायरमेंट की घोषणा भी यहीं से करनी थी। -फाइल

चेतन चौहान को भारतीय क्रिकेट से गहरा लगाव था: सौरभ गांगुली August 16, 2020 at 08:54PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली () ने पूर्व सलामी बल्लेबाज के निधन ( Demise) पर शोक जताया है। गांगुली ने कहा कि क्रिकेटर न सिर्फ एक मजबूत ओपनिंग बल्लेबाज थे लेकिन साथ ही उनमें गजब का सेंस ऑफ ह्यूमर भी था और भारतीय क्रिकेट के प्रति उनके मन में बहुत लगाव था। चौहान को कोविड-19 पॉजीटिव (Covid-19 Positive) पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां रविवार को उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। गांगुली ने बीसीसीआई द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, 'चेतन चौहान के निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। जब वह भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर थे तो मैंने उनके साथ बहुत वक्त बिताया है। न सिर्फ वह एक मजबूत सलामी बल्लेबाज थे बल्कि उनका सेंस ऑफ ह्यूमर भी लाजवाब था और भारतीय क्रिकेट के प्रति उनका लगाव भी शानदार था।' गांगुली ने कहा, 'इस साल को भूल जाना ही बेहतर है क्योंकि इसने कई लोगों को हमसे छीना है। वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे। ईश्वर उनके परिवार को इस दुख से उबरने की शक्ति दे।' दाएं हाथ के इस सलामी बल्लेबाज चौहान ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच और सात ODI खेले। वह सुनील गावसकर के ओपनिंग पार्टनर रहे और दोनों ने सलाम जोड़ी के रूप में 10 शतकीय साझेदारियां कीं। 1979 में ओवल में दोनों ने दमदार प्रदर्शन किया था जब दूसरी पारी में 213 रन जोड़े थे। इस जोड़ी ने कुल मिलाकर 59 पारियों में 3010 रन जोड़े। वीरेंदर सहवाग और गौतम गंभीर की जोड़ी ने बाद में इस रेकॉर्ड को तोड़ा।

भारतीय बल्लेबाज मुझे कहते थे, आउट कर दो लेकिन हिट मत करो: शोएब अख्तर August 16, 2020 at 08:23PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज () ने अपने करियर के दौरान रफ्तार और उछाल से कई बल्लेबाजों को परेशान किया। दुनिया के कई चोटी के बल्लेबाजों को भी अख्तर काफी चुनौतियां पेश करते थे। अख्तर ने एक हालिया इंटरव्यू में दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज उनसे कहते थे कि मुझे आउट कर लो लेकिन हिट मत करो। एक यूट्यूब चैनल से बातचीत करते हुए अख्तर ने कहा कि ऐसे कई बल्लेबाज थे जो उनसे तेज न फेंकने के लिए कहते थे। उन्होंने कहा, 'ऐसे कई बल्लेबाज थे। मुरलीधरन (Muralitharan) उनमें से थे। भारत से कई खिलाड़ी थे, सभी टैलेंडर्स। वे कहते थे कि आउट कर लो लेकिन गेंद से हिट मत करो क्योंकि यह बहुत तेज होती है। वे कहते थे कि उनके बीवी-बच्चे हैं और उनके माता-पिता को भी यह पसंद नहीं आएगा।' अख्तर ने कहा, 'मोहम्मद यूसुफ चूंकि मुथैया मुरलीधरन की गेंदबाजी को खेल नहीं पाते थे इसलिए वह मुझे कहते थे कि मैं बाउंसर फेंककर उनकी उंगलियां चोटिल कर दूं। मैंने मुरली को एक-दो बाउंसर फेंकीं और फिर उसने मुझे ऐसा नहीं करने को कहा। मुरली ने कहा ऐसा मत करो वरना मैं मर जाऊंगा। मैं ऐसा करने से बच रहा था कि यूसुफ चाहते थे कि मैं ऐसा करूं।' भारत के खिलाफ शोएब अख्तर ने 10 टेस्ट मैचों में 28 विकेट लिए थे। इसमें सचिन तेंडुलकर व राहुल द्रविड़ जैसे बल्लेबाजों के विकेट भी शामिल थे। वहीं भारत के विरुद्ध 28 वनडे मैचों में शोएब ने 41 विकेट झटके थे।