Tuesday, April 21, 2020

भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के मैच एडिलेड में में कराएं: हेजलवुड April 21, 2020 at 08:22PM

मेलबर्नक्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आयोजन के तमाम विकल्पों पर विचार कर रहा है। ऐसे में तेज गेंदबाज ने सुझाव दिया है कि बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी के सारे मैच एक ही मैदान एडिलेड ओवल पर करा लिए जाएं। कोरोना वायरस महामारी के कारण कई देशों में लॉकडाउन जारी है। आर्थिक रूप से कमजोर पड़ा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया नुकसान की भरपाई के लिए हर हालत में भारत के खिलाफ सीरीज कराना चाहता है। हेजलवुड ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया से कहा, ‘गेंदबाज और बल्लेबाज इससे खुश होंगे। यह पिछले चार या पांच साल में सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट मैदान है। इससे गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को मदद मिलती है।’ पढ़ें, भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं। टी20 सीरीज अक्टूबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले खेली जाएगी। लॉकडाउन के दौरान हेजलवुड गोल्फ, गेमिंग और बागवानी में व्यस्त हैं। फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर इस गेंदबाज का लक्ष्य इंडियन प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करके वापसी का था। उन्होंने कहा, ‘अब तो टी20 वर्ल्ड कप से पहले कोई मैच नहीं है, लिहाजा मेरे लिए वापसी कठिन लग रही है।’

विश्वनाथन आनंद और गैरी कास्परोव जैसे दिग्गज खेलेंगे ऑनलाइन नेशंस कप, 5 से 10 मई तक होगा टूर्नामेंट April 21, 2020 at 07:15PM

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इस महामारी के बीच सिर्फ शतरंज ही एक ऐसा खेल है, जो घर में और ऑनलाइन खेला जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) और चेस.कॉम ने ऑनलाइन नेशंस कप कराने जा रहा है। इसमें भारत, रूस, अमेरिका, चीन समेत 6 टीमें शामिल होंगी। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद खेलेंगे।

इसकी इनामी राशि 180,000 डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है। संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्परोव और व्लादिमीर भी इस टूर्नामेंट में शामिल होंगे। जो क्रमशः यूरोप और भारतीय टीम के कप्तान होंगे। कभी इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी रहे आनंद भारत की तरफ से पहले बोर्ड पर खेलेंगे।5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन आनंद कोरोना और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हैं। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे।

‘महिला खिलाड़ियों ने भी टूर्नामेंट खेलने की इच्छा जताई’
इनके अलावा भी टूर्नामेंट में कई दिग्गज शामिल होंगे। पहले चरण में 6 टीमें डबल राउंड रोबिन में एक दूसरे से भिड़ेंगी। यह मुकाबले 9 मई तक खेले जाएंगे। इसके बाद अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें 10 मई को सुपर फाइनल खेलेंगीं। हर एक खिलाड़ी को 25 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के तौर पर 10 सेकंड दिए जाएंगे। वहीं, फिडे के जनरल डायरेक्टर इमिल सुतोव्स्की ने कहा है कि टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए दुनिया की कई दिग्गज महिला खिलाड़ियों ने भी अपनी इच्छा जताई है।



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भारतीय ग्रैंडमास्टर और 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद कोरोनावायरस और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हैं। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे। -फाइल फोटो

जब सचिन को लगा- 'उड़ जाऊंगा, गिलक्रिस्ट को पकड़ लूं' April 21, 2020 at 06:40PM

नई दिल्लीदुनिया के महान क्रिकेट खिलाड़ियों में शुमार पूर्व भारतीय दिग्गज () ने आज ही के दिन यानी 22 अप्रैल को 1998 में शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यादगार पारी खेली थी। सचिन ने 143 रन बनाए थे जो तब उनके करियर का बेस्ट स्कोर था, लेकिन उनकी यह पारी मैच विजयी साबित नहीं हो सकी। 1998 के कोका कोला कप के क्वॉलिफाइंग मुकाबले में भारतीय टीम को 26 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी। सचिन ने अकेले 143 रन बनाए लेकिन भारतीय टीम मैच हार गई। हालांकि उसने फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया और ट्रोफी जीती। पढ़ें, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मुकाबले में 7 विकेट पर 284 रन बनाए। मैच में तूफान और रेतीली हवाएं चलने लगीं जिसके कारण बाधा पड़ी। फिर भारत को 46 ओवर में जीत के लिए 276 का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम ने 5 विकेट पर 250 रन बनाए और नेट रन रेट के आधार पर फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ कर लिया। इस मैच में जब रेतीला तूफान आया तो सचिन भी घबरा गए थे। वह तब मैदान पर थे और बल्लेबाजी छोर पर खड़े थे। उन्होंने यूट्यूब पर अपने एक वीडियो में बताया कि उन्हें लगा था कि वह अपने कम वजन के कारण तूफान के साथ ना उड़ जाएं। तब उनके दिमाग में आया कि विकेट के पीछे खड़े ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट को पकड़ लें जिससे वह बच सकते हैं। सचिन एक छोर पर डटे रहे और रन बनाते रहे। उन्होंने 131 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्के जडे़। ओपनिंग करने उतरे सचिन 43वें ओवर की अंतिम गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। उनके बाद टीम में सबसे ज्यादा स्कोर 35 रन रहा जो नयन मोंगिया ने बनाया। ऑस्ट्रेलिया के लिए माइकल बेवन ने नाबाद 101 रन की पारी खेली थी।

जब सचिन को लगा- 'उड़ जाऊंगा, गिलक्रिस्ट को पकड़ लूं' April 21, 2020 at 06:40PM

नई दिल्लीदुनिया के महान क्रिकेट खिलाड़ियों में शुमार पूर्व भारतीय दिग्गज () ने आज ही के दिन यानी 22 अप्रैल को 1998 में शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यादगार पारी खेली थी। सचिन ने 143 रन बनाए थे जो तब उनके करियर का बेस्ट स्कोर था, लेकिन उनकी यह पारी मैच विजयी साबित नहीं हो सकी। 1998 के कोका कोला कप के क्वॉलिफाइंग मुकाबले में भारतीय टीम को 26 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी। सचिन ने अकेले 143 रन बनाए लेकिन भारतीय टीम मैच हार गई। हालांकि उसने फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया और ट्रोफी जीती। पढ़ें, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मुकाबले में 7 विकेट पर 284 रन बनाए। मैच में तूफान और रेतीली हवाएं चलने लगीं जिसके कारण बाधा पड़ी। फिर भारत को 46 ओवर में जीत के लिए 276 का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम ने 5 विकेट पर 250 रन बनाए और नेट रन रेट के आधार पर फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ कर लिया। इस मैच में जब रेतीला तूफान आया तो सचिन भी घबरा गए थे। वह तब मैदान पर थे और बल्लेबाजी छोर पर खड़े थे। उन्होंने यूट्यूब पर अपने एक वीडियो में बताया कि उन्हें लगा था कि वह अपने कम वजन के कारण तूफान के साथ ना उड़ जाएं। तब उनके दिमाग में आया कि विकेट के पीछे खड़े ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट को पकड़ लें जिससे वह बच सकते हैं। सचिन एक छोर पर डटे रहे और रन बनाते रहे। उन्होंने 131 गेंदों पर 9 चौकों और 5 छक्के जडे़। ओपनिंग करने उतरे सचिन 43वें ओवर की अंतिम गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। उनके बाद टीम में सबसे ज्यादा स्कोर 35 रन रहा जो नयन मोंगिया ने बनाया। ऑस्ट्रेलिया के लिए माइकल बेवन ने नाबाद 101 रन की पारी खेली थी।

कोरोना: यूएफा ने लीग सत्र पूरा करने की सिफारिश की April 21, 2020 at 06:55PM

लुसानेयूरोपीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था ने कोरोना वायरस महामारी के कारण ठप पड़े घरेलू यूरोपीय फुटबॉल लीग सत्र को पूरा करने की सिफारिश की है। यूरोपीय फुटबाल की संचालन संस्था ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, ‘घरेलू शीर्ष डिवीजन लीग और कप प्रतियोगिताओं को पूरा करने की सिफारिश की गई है।’ उसने बयान में कहा, ‘यूरोपीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी से संबंधित दिशानिर्देश तैयार होने के बाद कुछ विशेष मामलों पर गौर किया जाएगा।’ कोरोना वायरस के कारण फुटबॉल ही नहीं बल्कि सभी खेल और उनसे जुड़ी प्रतियोगिताओं पर असर पड़ा है। तोक्यो ओलिंपिक तक को स्थगित किया गया है। पढ़ें, यूएफा ने कहा कि गुरुवार को कार्यकारी समिति की बैठक के बाद आगे के किसी भी फैसले की घोषणा की जाएगी। कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे यूरोप में मार्च से लीग सत्र रुका हुआ है।

जहीर खान और वसीम अकरम ने मेरे करियर को संवारा: मोहम्मद शमी April 21, 2020 at 06:03PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज () ने खुलासा किया है कि उनके करियर को संवारने में और ने कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शमी ने यह भी बताया कि वह बड़े होते हुए सचिन तेंडुलकर (), वीरेंदर सहवाग, जहीर और अकरम को देखकर सीखने की कोशिश करते थे। उन्होंने क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट के दौरान ये बातें कहीं। शमी ने कहा, 'जब हम बड़े हो रहे थे तो हमें भारत और पाकिस्तान के बीच कड़ी प्रतियोगिता वाले लगते थे। सबसे बढ़िया जोड़ी वीरेंदर सहवाग () और सचिन की हुआ करती थी। जब बल्लेबाजी की बात आती है तो मैं सहवाग और सचिन की ओर देखता हूं।' इसे भी पढ़ें- उन्होंने कहा, 'अगर आप गेंदबाजी की बात करें तो मैं जहीर खान (Zaheer Khan) का नाम लूंगा। जब भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होते थे तो मैं जहीर और अकरम (Wasim Akram) दोनों को देखा करता था, दोनों बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं।' शमी कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) की टीम का हिस्सा रहे हैं जहां उन्हें अकरम के साथ वक्त बिताने का मौका मिला। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान केकेआर के गेंदबाजी कोच हुआ करते थे। शमी को जहीर से सीखने का भी मौका मिला जब आईपीएल (IPL) में जहीर दिल्ली कैपटिल्स की टीम का हिस्सा बने। शमी ने कहा, 'जब मैं केकेआर (KKR) में पहुंचा तो मुझे क्रिकेट के साथ जुड़े स्किल और वैल्यू का पता चला। मैंने वसीम अकरम को अपनी पूरी जिंदगी टीवी पर देखा था लेकिन केकेआर की टीम का हिस्सा होते हुए मुझे उनसे सीखने का मौका मिला। शुरुआत में मैं उनसे बात भी नहीं कर पाता था।' शमी ने कहा, 'वसीम भाई मेरे पास आए और फिर उन्होंने बातचीत शुरू की। इसके बाद उन्होंने मुझे गेंदबाजी के बारे में कुछ बातें बतानी शुरू कीं। उन्होंने बहुत जल्दी मेरी खामियों और खूबियों को समझ लिया। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा। अगर आपके पास कोई इतना अनुभव व्यक्ति हो तो आपको शर्माना नहीं चाहिए बल्कि उनसे ज्यादातर चीजें सीख लेनी चाहिए।' इसे भी पढ़ें- उन्होंने कहा, 'जहीर भाई और मैं बहुत ज्यादा वक्त साथ नहीं खेले लेकिन जब भी मैंने उनसे बात की उन्होंने मेरी काफी मदद की। मैं दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के लिए उनके साथ वक्त बिताया। जहीर भाई को काफी अनुभव है, मैं उनसे नई गेंद से गेंदबाजी करना सीखना चाहता था।' शमी पिछली बार न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में नजर आए थे। अगर आईपीएल चल रहा होता तो वह किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) की टीम का हिस्सा होते। हालांकि कोविड-19 के कारण इस टूर्नमेंट को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है।

कोहली ने बताई स्ट्रगल की कहानी, कहा- पहली बार स्टेट टीम के लिए रिजेक्ट कर दिया था, रातभर रोया और काफी परेशान रहा April 21, 2020 at 06:06PM

भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का नाम आज दिग्गज क्रिकटरों में शुमार है। लेकिन, एक समय ऐसा भी था, जब उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा था। 'अनअकैडेमी' ऑनलाइन क्लास में कोहली और उनकी पत्नी बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की। कोहली ने बताया कि एक बार स्टेट टीम में उनका चयन नहीं हुआ था। इसको लेकर वे काफी परेशान थे और रातभर रोते रहे थे। कोहली ने अपनी कप्तानी में भारत को 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप भी जिताया था। उन्होंने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं।

कोहली ने कहा, ‘‘पहली बार में मुझे स्टेट टीम में सेलेक्शन के दौरान रिजेक्ट कर दिया गया था। मुझे याद, तब मैं रातभर रोता रहा था। मैं काफी निराश और मुझे रोते हुए रात को करीब 3 बज गए थे। मुझे खुद पर यकीन नहीं हो रहा था कि मैं रिजेक्ट हो गया हूं।’’ कोहली ने 2006 में घरेलू टीम दिल्ली से डेब्यू किया था। इसके 2 साल बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली। पहला मैच उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे खेला था।

‘अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम में सेलेक्शन नहीं हुआ था’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैंने सभी मैचों में अच्छा स्कोर किया था। सबकुछ अच्छा ही रहा था। लोग मेरे प्रदर्शन से खुश भी थे। मैंने हर स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद मैं रिजेक्ट हो गया। मैंने अपने कोच से इस बारे में 2 घंटे बात की थी। मुझे अब तक उस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। मेरा मानना है कि जहां धैर्य और प्रतिबद्धता होती है, वहां प्रेरणा अपने आप आती है और सफलता मिलती है।’’

‘महामारी के कारण हम अब ज्यादा उदार हो गए हैं’
भारतीय कप्तान ने कोरोना महामारी को लेकर बात करते हुए इसका एक पॉजिटिव पहलू भी बताया। कोहली ने कहा, ‘‘इस संकट का एक पॉजिटिव हिस्सा यह है कि हम सभी समाज के तौर पर ज्यादा उदार हो गए हैं। जितने भी योद्धा पुलिसकर्मी, डॉक्टर या नर्सें कोरोना के खिलाफ लड़ रहे हैं, हम उनके प्रति आभार प्रकट कर रहे हैं। उम्मीद है कि संकट से उबरने के बाद भी यह जज्बा कायम रहेगा। जीवन के बारे में कुछ नहीं कह सकते। जिससे खुशी मिले, वही करो और हर समय तुलना नहीं करते रहना चाहिए। इस महामारी के बाद जिंदगी में काफी परिवर्तन आने वाला है।’’



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भारतीय कप्तान विराट कोहली ने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो

ऑनलाइन नेशन्स कप: भारत की अगुआई करेंगे आनंद April 21, 2020 at 05:44PM

चेन्नैदिग्गज शतरंज खिलाड़ी और पूर्व वर्ल्ड चैंपियन पांच से दस मई के बीच होने वाली टीम प्रतियोगिता ऑनलाइन नेशन्स कप में भारत की अगुआई करेंगे। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) और चेस.कॉम ने घोषणा की कि ऑनलाइन नेशन्स कप में छह टीमें भाग लेंगी। फिडे ने अपनी वेबसाइट से कहा कि इस टूर्नमेंट में रूस, अमेरिका, यूरोप, चीन और भारत के अलावा शेष विश्व की टीम भी भाग लेंगी। इसकी इनामी राशि 180,000 डॉलर है। संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्पारोव और व्लादिमीर क्रैमनिक क्रमश: यूरोप और भारतीय टीमों के कप्तान होंगे। कभी इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी रहे आनंद भारत की तरफ से पहले बोर्ड पर खेलेंगे। पढ़ें, इसमें दुनिया के सभी शीर्ष खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है। पहले चरण में छह टीमें डबल राउंड रोबिन में एक दूसरे से भिड़ेंगी। शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें दस मई को सुपर फाइनल में खेलेंगीं।

आईलीग का मौजूदा सीजन रद्द, मोहन बागान को चैम्पियन घोषित किया; फंड जुटाने बार्सिलोना कैंप नाउ स्टेडियम का नाम बदलेगा April 21, 2020 at 04:28PM

ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) ने आई लीग के मौजदा सीजन को रद्द कर दिया है। फेडरेशन की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने मंगलवार को इसकी मंजूरी दे दी है। कोरोनावायरस के कारण इसे रद्द किया गया। सीजन के 28 मैच खेले जाने बाकी थे। मोहन बागान 16 मैच के बाद 39 पॉइंट के साथ टॉप पर था। ऐसे में उसे चैंपियन घोषित किया गया। उसे 1 करोड़ की प्राइज मनी मिली। अन्य 10 टीमों को 12.5-12.5 लाख रुपए की राशि मिली।

स्पेनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के कैंप नाउ स्टेडियम का नाम बदलेगा। क्लब ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। 1957 से बने स्टेडियम का नाम अब तक नहीं बदला गया था। क्लब ने बयान में कहा कि नेमिंग राइट्स से मिलने वाले फंड का उपयोग कोरोनावायरस के लिए रिसर्च और उसकी रोकथाम पर किया जाएगा।

स्पेन में कोरोना से 20 हजार से ज्यादा की मौत
स्पेन में वायरस के कारण अब तक 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच यूएफा ने अपने 55 सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। इसके बाद यूएफा ने बयान में कहा कि सभी ने घरेलू लीग, चैंपियंस लीग और यूरोपा लीग के मौजूदा सीजन को पूरा किए जाने पर जोर दिया। हालांकि इस पर कोई अंतिम फैसला गुरुवार को होने वाली एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में होगा। इसके पहले यूरोपा लीग को पहले ही 2021 तक के लिए टाल दिया गया है। 2021 में वाली महिला यूरोपियन चैंपियनशिप को 2022 में कराया जाएगा।



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कोरोनावायरस के कारण आई-लीग के इस सीजन को रद्द किया गया। मोहन बागान 16 मैच के बाद 39 पॉइंट के साथ टॉप पर था। ऐसे में उसे चैंपियन घोषित किया गया। -फाइल फोटो

चेतेश्वर पुजारा 9 घंटे सोते हैं, पत्नी के साथ घर के काम में हाथ बंटा रहे; लॉकडाउन नहीं होता तो काउंटी खेल रहे होते April 21, 2020 at 04:12PM

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण पूरी दुनिया की करीब एक तिहाई से ज्यादा आबादी लॉकडाउन के कारण घरों में रहने को मजबूर है। खेल जगत में भी जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। ऐसे में ज्यादातर खिलाड़ी सोशल मीडिया पर समय बिता रहे हैं, या फिर डाउनटाइम डायरी लिख रहे हैं। ऐसी ही एक डायरी भारतीय क्रिकेटर चेतेश्ववर पुजारा ने भी लिखी है। उन्होंने बताया कि वे 9 घंटे की नींद ले रहे हैं। इसके बाद पत्नी के साथ घर के काम में हाथ भी बंटाते हैं। अगर लॉकडाउन नहीं होता तो इस समय चेतेश्वर पुजारा काउंटी खेल रहे होते।

पुजारा ने कहा, ‘‘फिलहाल मैं नौ घंटे से ज्यादा नहीं सो पाता क्योंकि मेरी बेटी अदिति 7.30 बजे उठ जाती है। उसे दिनभर खेलना पसंद है। मेरे घर के पीछे गार्डन है, जहां हम उसके साथ खेलते हैं। मैं घर के कामों में पत्नी पूजा की मदद भी करता हूं। कुकिंग मैं बहुत अच्छा नहीं हूं। मेरा मानना है कि सभी को घर के काम में मदद करनी चाहिए। बतौर खिलाड़ी पहले हमारे पास परिवार और दोस्तों के लिए ज्यादा वक्त नहीं होता था। अब मौका मिला है।’’

क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन को भी मिस कर रहा: पुजारा
उन्होंने लिखा, ‘‘मैं फिलहाल क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन को भी मिस कर रहा हूं। आमतौर पर जब मैं राजकोट में घर पर होता था तो वीकेंड्स पर जयदेव उनादकट के साथ बैडमिंटन खेलने जाता था। मुझे बैडमिंटन बहुत पसंद है। मैं उसमें काफी प्रतिस्पर्धी हूं। पूजा मुझसे बैडमिंटन सीखती है, लेकिन मैं उसे जीतने नहीं देता। मेरे हारने पर उसे खुशी होगी, इसलिए मैं हार जाऊं, ऐसा नहीं होता। मैं उससे कहता हूं कि अगर मुझे हराना है तो मुझसे बेहतर खेलना होगा। हालांकि मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त नहीं बिताता। मैं दिन में अधिकतम एक घंटे फोन का इस्तेमाल करता हूं। आजकल हम नेटफ्लिक्स पर होमलैंड और हॉटस्टार पर स्पेशल ऑप्स देख रहे हैं।’’



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क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा लॉकडाउन में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा- बेटी अदिति 7.30 बजे उठ जाती है। उसे दिनभर खेलना पसंद है।

फंड जुटाने को कैंप नोउ के ‘टाइटल अधिकार’ बेचेगा बार्सिलोना April 21, 2020 at 04:31PM

बार्सिलोनाकोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए पैसे जुटाने की कवायद में बार्सिलोना अपने स्टेडियम के ‘टाइटल अधिकार’ बेचेगा। स्पेन के इस क्लब के कार्यकारी बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि वह टाइटल अधिकार बेचने से मिलने वाला सारा पैसा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दान कर देंगे। कैंप नोउ यूरोप का सबसे बड़ा स्टेडियम है जिसकी दर्शक क्षमता 99 हजार है। यह 1957 में खुला और तब से कभी प्रायोजन का सहारा नहीं लिया। पढ़ें, क्लब के उपाध्यक्ष जोर्डी कार्डोनेर ने कहा, ‘पहली बार कैंप नोउ में अपना नाम दर्ज कराने का मौका होगा और इससे होने वाली सारी कमाई इंसानियत पर खर्च की जाएगी।’ क्लब को उम्मीद है कि इससे करीब 30 करोड़ यूरो मिल सकते हैं।

फेडरर-नडाल के बीच 5 मिनट की चैटिंग में 50 हजार फैन्स जुड़े; रोजर ने पूछा- बाएं हाथ से क्यों खेलते हो, परेशानी होती है April 21, 2020 at 03:47PM

कोरोनावायरस के कारण जहां एक ओर पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां बंद हैं। दूसरी ओर, खिलाड़ी फैंस से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। टेनिस के सुपर स्टार रोजर फेडरर और राफेल नडाल ने इंस्टाग्राम लाइव किया। नडाल तो पहली बार इंस्टाग्राम लाइव कर रहे थे। उन्हें कई बार तकनीकी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। कॉल कनेक्ट होने पर फेडरर बोले- हमने कर दिखाया। नडाल का जवाब था- फाइनली... फिर दोनों देर तक हंसते रहे।

फेडरर ने कहा कि पता नहीं कितनी बार कोशिश की, तब ऐसा हो पाया है। रोजर फेडरर और नडाल ने एक-दूसरे की फिटनेस और प्रैक्टिस पर भी सवाल किए। इस बीच फेडरर ने नडाल से पूछा कि आप बाएं हाथ से टेनिस क्यों खेलते हैं। इससे मुझे बहुत परेशानी होती है। इस पर नडाल ने कहा, ‘क्योंकि मैं दाएं हाथ से टेनिस नहीं खेल सकता। मैं दाएं हाथ से लिख सकता हूं, बास्केटबॉल खेलते हुए दाएं हाथ का ज्यादा इस्तेमाल करता हूं। लेकिन टेनिस दाएं हाथ से नहीं खेल सकता। मैं टेनिस और फुटबॉल में लेफ्टी हूं।’

फेडरर-नडाल के बीच 5 मिनट तक चैटिंग हुई
चैट के दौरान नडाल ने कहा कि उन्होंने मार्च से टेनिस रैकेट नहीं छुआ है। आखिरी टूर्नामेंट इंडियन वेल्स था। फेडरर ने मजाक में कहा- परफेक्ट, वापस आने पर आप टेनिस खेलना भूल जाएंगे। नडाल ने हंसते हुए जवाब दिया- मुझे कुछ-कुछ याद रहेगा। नडाल ने फेडरर की घुटने की सर्जरी के बारे में पूछा तो फेडरर ने कहा- ये ठीक है और खुशी है कि वापसी करने के लिए उन्हें फिलहाल जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। फेडरर और नडाल की शुरुआती 5 मिनट की चर्चा में ही 50 हजार से ज्यादा व्यूअर्स जुड़ गए थे।



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टेनिस के सुपर स्टार रोजर फेडरर (बाएं) और राफेल नडाल ने इंस्टाग्राम लाइव किया। नडाल तो पहली बार इंस्टाग्राम लाइव कर रहे थे। -फाइल फोटो

खेल सुधारने में जुटी हैं मिडफील्डर सुशीला चानू April 21, 2020 at 12:14AM

बेंगलुरु भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य खेल से मजबूरन मिले इस ब्रेक में अपने खेल पर काम करके कमियों में सुधार पर मेहनत कर रही हैं। ओलिंपिक खेलों के लिए चुने गए 24 संभावित खिलाड़ी इस समय यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) परिसर में हैं। चानू ने कहा, ‘हॉकी का अभ्यास नहीं हो रहा है लेकिन हम पिछले मैचों के वीडियो देखकर विरोधी टीमों के खेल की समीक्षा कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम इसके लिए एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं। यह अपने खेल के भी आकलन का सर्वश्रेष्ठ समय है ताकि कमियों में सुधार किया जा सके।’ चानू ने उम्मीद जताई कि तोक्यो ओलिंपिक स्थगित होने की निराशा को भुलाकर खिलाड़ी अगले साल भी लय कायम रखेंगे। देखें, चानू ने कहा, ‘तोक्यो ओलिंपिक स्थगित होने की निराशा हम भुला चुके हैं। हमारा मानना है कि हम आने वाले महीनों में भी इस लय को कायम रखेंगे। हमारे वैज्ञानिक सलाहकार वेन लोंबार्ड ने शारीरिक अभ्यास का चार्ट बनाया है जिस पर हम अमल कर रहे हैं।’ पिछले सप्ताह भारतीय महिला टीम ने कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित प्रवासी मजदूरों के परिवारों की मदद के लिए ‘फन फिटनेस चैलेंज’ शुरू किया। अब तक चार दिन में इसमें सात लाख रूपये जुटाए गए हैं और यह मुहिम तीन मई तक जारी रहेगी।

अंपायर अब मैच में खिलाड़ियों का सामान रखने से मना कर सकेंगे, दर्शकों में गेंद जाने के बाद हर बार जांच की जाएगी April 20, 2020 at 11:43PM

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत के जून तक होने वाले लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इंग्लैंड मेंइस बीच कोरोना के बीच अधिकारियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अंपायर मैनेजर क्रिस कैली के साथ बैठक की। इस दौरान एक नियम बनाया गया, जिसके तहत अंपायर्स को अधिकार दिया गया है कि वे मैच के दौरान गेंदबाज समेत किसी भी खिलाड़ी का कोई भी सामान रखने से मना कर सकते हैं। साथ ही जब भी मैच (खासकर टी-20) में गेंद दर्शकों में जाएगी, उसे हर बार जांचा जाएगा। यह सब लगातार फैल रही महामारी को ध्यान में रखकर फैसले किए गए हैं।

कोरोनावायरस खत्म होने और जल्द क्रिकेट के पटरी पर लौटने की उम्मीद बेहद कम है। इंग्लैंड में पहला 100 बॉल टूर्नामेंट ‘द हंड्रेड’ 17 जुलाई से 15 अगस्त तक होना है। अंपायरों के लिए यह नए फैसला इसी टूर्नामेंट से लागू करने की योजना है। हालांकि, महामारी के कारण ‘द हंड्रेड’के टलने की पूरी संभावना है।

गेंदबाज फेंककर अपना सामान मैदान से बाहर रख सकेंगे
मैच में अब अंपायर खिलाड़ियों खासकर गेंदबाजों के स्वैटर, कैप और अन्य सामान रखने से मना कर सकते हैं। गेंदबाजों को बाउंड्री के पास से ही कपड़े समेत अन्य सामान को फेंककर बाहर रखना होगा। बैठक में एक और फैसला लिया गया। इसके मुताबिक, जब भी मैच के दौरान कोई बॉल सिक्स के जरिए या अन्य कारणों से दर्शकों के बीच जाएगी, तो हर बार गेंद की जांच करना अनिवार्य होगा। यह नियम खासकर टी-20 में कोरोनावायरस का संकट पूरी तरह खत्म नहीं होने तक लागू रहेगा।



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कोरोना के बाद क्रिकेट के पटरी पर लौटने के साथ ही अंपायर मैच में खिलाड़ियों का कोई भी सामान रखने के मना कर सकेंगे। इसके बाद खिलाड़ी बाउंड्री के पास से ही सामान को फेंककर बाहर रखेंगे। -फाइल फोटो

एयर एम्बुलेंस से दिल्ली आएंगे डिंको सिंह April 20, 2020 at 11:36PM

नई दिल्ली एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज को भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) 25 अप्रैल को यहां लाएगा जिससे कि लीवर के कैंसर का उनका उपचार दोबारा शुरू हो सके। कोरोना वायरस के कारण देश भर में जारी लॉकडाउन के कारण डिंको की पूर्व निर्धारित रेडिएशन थेरेपी नहीं हो पाई थी। इम्फाल में रह रहे 41 साल के डिंको की रेडिएशन थेरेपी एक पखवाड़ा पहले होनी थी लेकिन लॉकडाउन के कारण वह दिल्ली नहीं आ पाए। बीएफआई के कार्यकारी निदेशक आरके सचेती ने बताया, ‘उससे संपर्क किया गया और उसे एयर एंबुलेंस में यहां लाने का इंतजाम किया गया जिससे कि उसकी रेडिएशन थेरेपी जारी रह सके।’ इससे पहले खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने मणिपुर सरकार से आग्रह किया था कि वे इस मुक्केबाज की हालत की जांच करें और उनके उपचार के लिए हर संभव मदद मुहैया कराए। अर्जुन और पद्म पुरस्कार विजेता डिंको लीवर के कैंसर से जूझ रहे हैं। मणिपुर के इस बैंटमवेट मुक्केबाज ने बैंकाक में 1998 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। सचेती ने कहा, ‘उसकी हालत स्थिर है लेकिन हां, उसे रेडिएशन थेरेपी की जरूरत है। यह काफी महत्वपूर्ण है। उन्हें यहां लाना सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि पिछले कुछ समय से यहां के डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं और उसकी बीमारी के बारे में जानते हैं।’

भारतीय खेलों के लिए बेहतर हो सकती है कोविड-19 के बाद की स्थिति: बिंद्रा April 20, 2020 at 11:57PM

नई दिल्ली ओलिंपिक चैंपियन का मानना है कि के बाद की दुनिया भारतीय खेलों के लिए फायदेमंद हो सकती है क्योंकि विदेश दौरों की संभावित गैरमौजूदगी में स्थानीय बुनियादी ढांचे और कोच तथा सहयोगी स्टाफ जैसे मानव संसाधन पर निवेश का मौका होगा। दिग्गज निशानेबाज बिंद्रा सोमवार को विशेष आनलाइन सत्र के दौरान प्राधिकरण (साइ) के नवनियुक्त सहायक निदेशकों और अन्य सीनियर अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। महामारी का प्रकोप कम होने की स्थिति में वह भारतीय खेलों को कैसे देखते हैं इस बारे में पूछे जाने पर बिंद्रा ने कहा, ‘कोविड-19 के बाद की स्थिति भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है। शायद काफी विदेशी टूर्नामेंट और शिविर नहीं होंगे और ऐसे में भारत को उपयुक्त खेल बुनियादी ढांचा तैयार करने का मौका मिल सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें अपने स्वयं के कोच और सहयोगी स्टाफ तैयार करने की जरूरत है।’ बिंद्रा ने कहा कि खेल प्रशासकों को वैकल्पिक कौशल विकास कार्यक्रम तैयार करने की दिशा में काम करने की जरूरत है जिससे कि दीर्घकाल में खिलाड़ियों की बेहतर स्थिति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा, ‘हमें खिलाड़ियों की देखभाल करने की जरूरत है क्योंकि खेल की प्रकृति है कि सफल से अधिक खिलाड़ी विफल होंगे। यह महत्वपूर्ण है कि खेल करियर नहीं बन पाने की स्थिति में खिलाड़ियों के पास वैकल्पिक योजना हो।’ बिंद्रा ने खिलाड़ी के रूप में अपने अनुभव पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, ‘खेल में एक प्रतिशत खिलाड़ी सारा अंतर पैदा करते हैं और हमारे लिए इन सभी एक प्रतिशत खिलाड़ियों पर ध्यान देना शुरू करने की जरूरत है।’ मजबूत प्रतिभा पहचान और विकास कार्यक्रम तैयार करने की जरूरत पर जोर देते हुए बिंद्रा ने कहा, ‘सही आधार तैयार करना महत्वपूर्ण है, खेलो इंडिया कार्यक्रम के साथ इस पर पहले ही काफी काम शुरू हो गया है।’

शोएब अख्तर ने कहा- वसीम अकरम को जान से मार देता, यदि वे मुझसे मैच फिक्सिंग के लिए कहते April 20, 2020 at 10:46PM

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पूर्व कप्तान वसीम अकरम को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। अख्तर ने कहा कि अकरम यदि मुझसे मैच फिक्सिंग को लेकर एक बार भी बात करते तो उन्हें जान से मार देता। दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट जगत में स्पॉट और मैच फिक्सिंग को लेकर काफी बदनाम है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने फिक्सिंग को लेकर सरकार से आपराधिक कानून बनाने की मांग भी की थी। इससे पहले जावेद मियांदाद कह चुके हैं कि मैच फिक्सिंग हत्या के समान है। फिक्सर को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।

अख्तर ने एक टीवी शोमें कहा, ‘‘मैंने 1990 के दशक में कुछ ऐसे मैच भी देखे हैं, जिनमें असंभव परिस्थितियों में भी अकरम ने शानदार गेंदबाजी से पाकिस्तान को जिताया है। मेरा साफ कहना है कि यदि वसीम अकरम मुझसे मैच फिक्सिंग के लिए कहता, तो मैं उसे बर्बाद कर देता या उसे जान से भी मार देता। लेकिन, उसने ऐसी कोई भी बात मुझसे नहीं कही।’’

‘अकरम ने कई मौकों पर मुझे बचाया है’
करियर के शुरुआती दिनों में सपोर्ट करने के लिए अख्तर ने अकरम को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसके साथ 7 से 8 साल तक क्रिकेट खेला हूं। मैं ऐसे कई मौके गिना सकता हूं, जहां मुझे अकरम ने बचाया है। एक तरह से उन्होंने टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के विकेट लेने की जिम्मेदारी ली थी, जबकि टेलेंडर्स (निचले क्रम के बल्लेबाज) को मेरे लिए छोड़ देते थे। वे मुझे अपनी पसंद से गेंदबाजी करने का मौका देते थे।’’

अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट में 178, 163 वनडे मे 247 और 15 टी-20 में 19 विकेट लिए हैं। वहीं, अकरम ने 104 टेस्ट में 414 और 356 वनडे में 502 विकेट झटके हैं।



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शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट में 178, 163 वनडे मे 247 और 15 टी-20 में 19 विकेट लिए हैं। वहीं, वसीम अकरम ने 104 टेस्ट में 414 और 356 वनडे में 502 विकेट झटके हैं। -फाइल फोटो

क्रिकेट छोड़ बास्केटबॉल खेलते नजर आए राहुल April 20, 2020 at 10:18PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर लॉकडाउन घोषित है और ऐसे में खेल जगत की दिग्गज हस्तियां अपने-अपने घर पर समय बिता रही हैं। इसी बीच टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज ने दिखाया कि वह क्रिकेट के अलावा बास्केटबॉल में भी कमाल हैं। उन्होंने एक वीडियो क्लिप इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। राहुल इस वीडियो क्लिप में बास्केटबॉल खेलते नजर आ रहे हैं। क्रिकेट टीम जब प्रैक्टिस करती है तो क्रिकेटर अकसर फुटबॉल खेलते नजर आते हैं लेकिन ऐसा लग रहा है कि राहुल तो बास्केटबॉल में भी अव्वल हैं। पढ़ें, राहुल ने इस वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, 'टारगेट को लॉक करिए, और शॉट लगा दीजिए।' टीम इंडिया के लिए 36 टेस्ट, 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके राहुल ने हाथ में सीमित ओवरों में विकेटकीपर की भूमिका निभाई थी। वह आईपीएल में भी किंग्स इलेवन पंजाब के लिए विकेटकीपिंग कर चुके हैं।

'विराट-रोहित की तुलना सचिन-द्रविड़ की क्लास से नहीं' April 20, 2020 at 09:38PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट में अच्छे बल्लेबाजों की एक लंबी परंपरा है। सुनील गावसकर से लेकर गुंडप्पा विश्वनाथ, कपिल देव, , जैसे बल्लेबाजों ने पूरी दुनिया में भारतीय बैटिंग का परचम लहराया। इसके बाद और भी इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। भारतीय कप्तान और उपकप्तान की इस जोड़ी की तुलना राहुल द्रविड़ और सचिन तेंडुलकर से भी की जाती है। हालांकि पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज इससे सहमत नहीं है। यूसुफ ने भारतीय दिग्गजों के काफी क्रिकेट खेला है। उन्होंने कहा कि इनकी तेंडुलकर और द्रविड़ की क्लास के साथ तुलना नहीं करनी चाहिए। क्रिकेट पाकिस्तान की एक खबर के मुताबिक यूसुफ ने एक स्थानीय समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि मौजूदा खिलाड़ियों की तुलना सचिन और द्रविड़ के साथ नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि उस समय भारतीय टीम में क्वॉलिटी बल्लेबाज थे। उन्होंने कहा कि उस समय भारतीय टीम में राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, वीरेंदर सहवाग, सौरभ गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और युवराज सिंह जैसे बल्लेबाज थे। कोहली और बाबर आजम के बारे में अपने दौर के इस क्लासिक बल्लेबाज ने कहा, 'भारतीय कप्तान अभी विश्व के नंबर एक बल्लेबाज हैं। लेकिन बाबर आजम जिस तरह खेल रहे हैं एक दिन वह भी दुनिया बेस्ट बल्लेबाज बन सकते हैं।' यूसुफ ने कहा, 'बाबर आजम को लेकर पहले मेरे कुछ रिजर्वेशन थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पर अपने खेल से उन्होंने मुझे प्रभावित किया। अब उन्होंने टेस्ट में भी बड़े स्कोर बनाने शुरू कर दिए हैं।' यूसुफ ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि कोहली इस समय दुनिया के बेस्ट बल्लेबाज हैं लेकिन बाबर अगर इसी तरह अपने खेल में सुधार कर करते रहे तो एक दिन वह दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज बन सकते हैं।

ओलिंपिक में बरसाए मुक्के, अब कोरोना से जंग April 20, 2020 at 08:22PM

सिद्धार्थ सक्सेना, नई दिल्लीपूर्व ओलिंपियन बॉक्सर हरियाणा के कई हाईप्रोफाइल खिलाड़ियों में से एक हैं, जो लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। गुरुग्राम में एसीपी ट्रैफिक, ईस्टर्न हाइवे, अखिल कुमार ने 2006 कॉमनवेल्थ गेम्स में बैंटमवेट (53 kg) वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था। अखिल महसूस कर रहे हैं कि उन्हीं की तरह ज्यादातर खिलाड़ी कोरोना वायरस के कारण इस मुश्किल दौर में मुकाबला करने के लिए नए सबक सीख रहे हैं। अखिल ने कहा, 'यह अलग तरह की लड़ाई है। जब मैं मुक्केबाजी कर रहा था, तो करीब-करीब खुद ही अपना कोच था। मैंने अपना काम खुद किया। मेरा आक्रामक तरीका, मेरी शैली ही मेरी पहचान थी। यहां तक कि कोच साहब भी जानते थे, और उन्होंने मुझे ऐसे ही खेलने दिया।' पढ़ें, खाली पड़े गुरुग्राम-दिल्ली टोल प्लाजा पर अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए अखिल ने लिखा था कि बुरा समय बताकर नहीं लेकिन सिखाकर और समझाकर बहुत कुछ जाता है।' उन्होंने बताया कि वह साथी पुलिसकर्मियों का अपने हल्के-फुल्के अंदाज और मजाक से मनोबल ऊंचा रखने की कोशिश करते हैं। अखिल भारत के सबसे पसंदीदा कोच में भी गिने जाते हैं और आज वह अपने मुक्केबाजी के दिनों के 'कम्फर्ट जोन' से बाहर निकलने को ठीक मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह बैठते हैं और सलाह लेते हैं, उसका पालन करते हैं। उन्होंने कहा, 'यदि आप ऊपर बैठे 'कप्तान' का अनुसरण करते हैं, तो संकट के बारे में जानते हैं, तो जल्द ही सभी चीजें फिर से सामान्य हो जाती हैं।' अखिल ने कहा, 'इस मुश्किल समय में मैं अब उस मुक्केबाज की तरह नहीं हूं जो अपने मन का करके खुश होगा। यहां कर्तव्य सर्वोपरि है, प्रक्रिया है, आपके वरिष्ठ अधिकारी का आदेश, निर्देश और जिम्मेदारी से निभाना, आदेश और निर्देश। यह खुद को परिवपक्व करने जैसा है। आप अपने बारे में कम, दूसरों के बारे में ज्यादा सोच रहे हैं।' लॉकडाउन के दौरान पुलिसबल से अतिरिक्त समय तक ड्यूटी की मांग की गई और ऐसे में अखिल को भी अहसास हो रहा है कि वह इससे जुड़ी प्रक्रिया को फिर से याद करते हैं। उन्होंने कहा, 'जब मैं 2013 के आसपास पुलिसफोर्स में शामिल हुआ, तो मैंने कुछ स्पोर्ट्स से जुड़े काम किए। मैं राष्ट्रीय शिविर में प्रशिक्षण ले रहा था और अपने मन की बात कह देता था। अब मैं मानता हूं कि अधिक धैर्यवान बन गया हूं और इसमें शामिल सभी पक्षों को सुनना मेरा काम है।'

धोनी ने बेटी जीवा को बाइक पर घुमाया; वीडियो बना रही पत्नी साक्षी ने कहा- दो बच्चे खेल रहे, एक बड़ा और दूसरा छोटा April 20, 2020 at 08:53PM

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण विश्व की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन के कारण घर में कैद है। इस दौरान भारतीय क्रिकेटर समेत खेल जगत के दिग्गज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं या फिर कुछ नई गतिविधियां करने में व्यस्त हैं। इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें धोनी अपने बेटी जीवा को बाइक पर पीछे बैठाकर घुमाते नजर आ रहे हैं। धोनी ने अपने फार्म हाउस के बगीचे में ही जीवा को घुमाया था।

साक्षी के इंस्टाग्राम वीडियो को चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकांउट से भी शेयर किया। साक्षी इस वीडियो को शूट करते समय कह रहीं हैं, ‘‘यहां दो बच्चे यहां खेल रहे हैं...... एक बड़ा बच्चा और एक छोटा बच्चा।’’



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पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंंह धोनी अपनी बेटी जीवा को आईपीएल समेत कई मैच देखने के लिए साथ लेकर जाते हैं। इस बार उन्होंंने अपने फार्म हाउस के बगीचे में जीवा को बाइक पर घुमाया है।