Friday, April 10, 2020

अब क्वॉरनटीन में साइकल चलाने पर ट्रोल हुए अख्तर April 10, 2020 at 08:22PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आजकल खूब चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर उनके बयान खूब चर्चा बटोर रहे हैं। उनके बयानों के लिए उन्हें काफी ट्रोल भी किया जा रहा है। अख्तर ने शुक्रवार रात को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया जिसके बाद लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। इस वीडियो में वह में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों पर साइकल चला रहे हैं। वह इस वीडियो में उन्होंने मास्क और हेलमेट भी नहीं पहन रखा है। अख्तर इस वीडियो में इस्लामाबाद की तारीफ कर रहे हैं और यहां की इमारतों के बारे में बता रहे हैं। लोग इस पर अख्तर को ट्रोल कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि शोएब भाई आपको लॉकडाउन का पालन करना चाहिए, अगर आप ही इसका पालन नहीं करेंगे तो बाकी लोग कैसे करेंगे। एक यूजर ने कहा आपको उदाहरण सेट करना चाहिए। अख्तर ने कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का प्रस्ताव भी दिया था। उन्होंने कहा कि इससे काफी फंड इकट्ठा होगा और दोनों देशों की काफी मदद होगी। इस पर कपिल देव ने कहा था कि भारत को पैसे की जरूरत नहीं है। इसके अलावा अख्तर ने कहा था कि अगर भारत पाकिस्तान को 10 हजार वेंटिलेटर दे दे तो पाकिस्तान इस बात को कभी नहीं भूलेगा। इस बयान के बाद उनकी बहुत आलोचना हुई थी।

2011 में वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया के ट्रेनर रहे रामजी बोले- वेट ट्रेनिंग को लेकर कभी सचिन को ऑब्सेस नहीं देखा April 10, 2020 at 08:22PM

टीम इंडिया ने जब 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, तब रामजी श्रीनिवासन ने धोनी की टीम को ट्रेनिंग दी थी। 2011 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी रामजी ने टीम इंडिया को तैयार किया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आप घर पर भी फिटनेस बनाए रख सकते हैं। बस आपके शरीर को जानने की जरूरत है। मुझे वेट ट्रेनिंग का जुनून नहीं है। हां, यह कुछ एथलीटों के लिए काम करता है। मैं भारतीय टीम के साथ रहा हूं।

मैंने कभी सचिन, धोनी, सहवाग या रोहित शर्मा को वेट ट्रेनिंग काे लेकर ऑब्सेस नहीं देखा था। सभी जिम आते थे। सचिन कलाई और कंधों पर बहुत काम करते थे। धोनी को अलग रखें क्योंकि मेरा मानना ​​है कि वे एक स्वाभाविक व्यक्ति थे। सहवाग स्मार्ट थे। उन्हें पता था कि वे क्या चाहते हैं। उन्होंने बहुत सारी कोर एक्सरसाइज की। रोहित ने भी ऐसा किया। मैंने युवराज को भी भारी वेट उठाते हुए कभी नहीं देखा।



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सचिन जिम में वेट ट्रेनिंग नहीं करते थे। वे कलाई और कंधों पर काम करते थे।

प्लेयर्स के टैलेंट हंट-ट्रेनिंग में बना मददगार, क्लब खिलाड़ियों के ट्रांसफर में भी इसका प्रयोग हो रहा है April 10, 2020 at 07:12PM

माइक्रोसॉफ्ट के सीनियर मैनेजर जैफ एल्गर नेे नौकरी छोड़कर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री हासिल की। फिर उन्होंने सिएटल स्पोर्ट्स साइंस नामक कंपनी शुरू की, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से खिलाड़ियों की प्रतिभा का आंकलन करती और फिर ट्रेनिंग देती। इसका एआई सिस्टम बनाने वाले आर्किटेक्ट जॉन मिल्टन कहते हैं, ‘हमारी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी आईएसओ टेक्ने है। इसकी मदद से खिलाड़ियों के स्किल, उनकी निरंतरता के अलावा कौन खिलाड़ी किस तरीके से गेंद को पास करता है, उस दौरान उसकी फ्रीक्वेंसी क्या रहती है, यह सब पता चल जाता है। इसके अलावा टीम के डिफेंस की जानकारी भी मिल जाती है। यहां तक कि यह सिस्टम गेंद के घूमने की स्पीड और उसका रोटेशन भी बताता है।’

एआई के जरिए खिलाड़ी की क्षमता के अनुसार वैल्यू तय हो रही है
आईएसओ टेक्ने क्लाउड बेस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम है। बड़े प्रोफेशनल फुटबॉल क्लब सिर्फ मैदान पर ही इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं करते। वे खिलाड़ियों के ट्रांसफर के दौरान भी एआई का प्रयोग करते हैं। वे इस टेक्नीक की मदद से उनकी क्षमता के अनुसार वैल्यू तय करते हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई फुटबॉलर थोड़ा कम प्रतिभाशाली है, लेकिन उसकी कॉर्नर किक व फ्री किक की क्षमता सर्वश्रेष्ठ है और कोच वैसा ही खिलाड़ी अपनी टीम में चाह रहा है, तो एआई उसकी इस काम में मदद करता है।

20 सेकंड में जंपिंग और बैलेंसिंग का टेस्ट कर लेता है
आईएसओ टेक्ने के 2विक्टा ट्रेनिंग सिस्टम में ऐसा प्रोग्राम फीड किया गया है, जिसके जरिए गेंद को 10 से 76 मील प्रतिघंटे की स्पीड से 75 यार्ड तक फेंका जा सकता है। इसमें गेंद की दूरी और उसके घूमने की गति पता चलती रहती है।

यह खिलाड़ी और गेंद के मूवमेंट के आधार पर रियल टाइम एनालिसिस करता है, डेटा स्टोर भी करता है

  • यह टेक्नोलॉजी बता सकती है कि खिलाड़ी ने गेंद को किक करते समय पहली बार कब टच किया।
  • सिस्टम खिलाड़ी को एडवांस स्किल सिखाता है जैसे साइड वॉली या फिर शोल्डर से बैलेंसिंग।
  • इसमें आप डेटा को सुरक्षित रखकर बाद में भी एनालिसिस कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर से विशेष अनुबंध के तहत



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मिल्टन ने स्पेनिश फुटबॉल टीम मलागा के साथ एक हफ्ता बिताया। उन्हांेने स्टेडियम में 20 सिंक्रोनाइज्ड कैमरे लगाए और 4के अल्ट्रा एचडी वाले वीडियो बनाए, जिसमें उन्होंने मैदान पर होने वाली हर गतिविधि कैप्चर की।

लॉकडाउन में अलग अंदाज: अब सारी ट्रेनिंग ऑनलाइन April 10, 2020 at 07:12PM

सिद्धार्थ सहारॉय और विवेक कृष्णन, चेन्नै कोविड-19 महामारी के चलते पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां बंद हैं। अगले कुछ महीनों में खेलके किसी भी मैदान पर कोई अहम गतिविधि होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। ऐथलीट भी बाकी दुनिया की ही तरह अपने घर पर हैं। ऐसे मौके पर खेल जगत ऑनलाइन प्लैटफॉर्म के जरिए अपनी ट्रेनिंग जारी रखने में जुटे हैं। क्रिकेटयह कोई हैरानी की बात नहीं है कि बीते करीब एक सप्ताह से और रविचंद्रन जैसे दिग्गज व कई अन्य बड़े भारतीय खिलाड़ी अपनी अकादमियों में ऑनलाइ कोचिंग प्रोग्राम चला रहे हैं। वहीं धोनी की क्रिकेट अकादमी जिसमें पूर्व भारतीय कप्तान ऑपरेशंस में सीधे तौर पर शामिल नहीं है लेकिन वह कोचों को इनपुट देते हैं और बाकी कामों पर नजर बनाए रखते हैं अपने यहां सीखने वालों के लिए फेसबुक पर लाइव क्लास चला रहे हैं। वहीं अश्विन की अकादमी में भी कई तरीके आजमाए जा रहे हैं इसमें अश्विन के साथ ऑनलाइन सेशन भी शामिल है। खेल को लेकर हमारे देश में जो झुकाव है उस वजह से यह समझा जा सकता है कि प्रोग्राम काफी पसंद किए जा रहे हैं। धोनी की अकादमी के मुख्य कोच और पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर सतराजीत लाहिड़ी, ने कहा कि हर विडियो सेशन में उनकी पोस्ट को बहुत ध्यान से देखा जाता है। उन्होंने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'हमारे हर विडियो पर सभी प्लेटफॉर्म्स पर लगभग10 हजार व्यू आ रहे हैं।' ऑनलाइन कैसे काम हो रहा है इस पर लाहिड़ी ने कहा, 'हमारे पास एक ऐप है जिसका नाम Cricketor है। यहां हम नियमित रूप से डेमो ड्रिल के विडियो अपलोड करते हैं। सीखने वालों को भी अपना विडियो अपलोड करना होगा ताकि हम उनकी गतिविधियों पर नजर रख सकें और अपनी राय दे सकें।' बल्लेबाजों को इन विडियो में गेंद को लगातार दीवार पर मारना और फिर हल्के हाथ से खेलना होता है। लाहिड़ी ने कहा कि इससे दो मकसद पूरे होते हैं डिफेंस मजबूत होता है और हैंड आई कॉर्डिनेशन बेहतर होता है। गेंदबाज इस बीच, गेंद छोड़े बिना कई गतिविधियां कर सकते हैं। इसमें अपने बोलिंग ऐक्शन और लोडिंग पोजिशन को लगातार दोहराना शामिल है। तमिलनाडु और चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) के बल्लेबाज विद्युत शिवरामाकृष्णनन, जो एक और ऑनलाइन कोचिंग प्रोग्राम Ludimos के साथ जुड़े हैं, ने कहा हैरानी की बात यह है कि ऑनलाइन कोचिंग के दौरान अधिक गंभीरता दिखाते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने महसूस किया है, 'मैंने देखा है कि स्टूडेंट इस बात को लेकर काफी गंभीर होते हैं कि उन्हें ऑनलाइन क्या कहना है। आप किसी खिलाड़ी के खेल के एक पहलू पर ध्यान दे सकते हैं, उदाहरण के लिए बल्लेबाज की हेड पोजीशन, और फिर उसे ठीक करने पर फोकस कर सकते हैं।' पुणे के पीवाईसी जिमखाना क्रिकेट के कोच और महाराष्ट्र रणजी टीम के असिस्टेंट कोच निरंजन गोडबोले ने बताया कि वह रोजाना वीडियो कॉलिंग ऐप जूम या गूगल क्लासरूम के जरिए सेशन लेता रहता हूं। हम 40-45 मिनट का एक सेशन करते हैं जिसमें बच्चे शैडो ट्रेनिंग या बोलिंग ऐक्शन की प्रैक्टिस कर सकते हैं। फुटबॉल ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने 300 से ज्यादा रेफरी के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू की हुई हैं। एक ओर जहां कैटगिरी 3 और 4 के रेफरी हफ्ते में तीन दिन दो घंटे से ऊपर की ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। वहीं कैटगिरी 1 और 2 के रेफरी खेल में हुए हालिया बदलावों को लेकर अपनी जानकारी बढ़ाने के लिए हर दूसरे दिन ऑनलाइन एग्जाम दे रहे हैं। AIFF के रेफरी निदेशक जे रविशंकर ने कहा, 'यह रेफरियों की जानकारी बढ़ाने का सही मौका है। उनमें इसके बाद काफी विकास होगा। यह उनके लिए सीखने में मदद करेगा चूंकि इस दौरान कोई बड़ा आयोजन नहीं है। हमें लगा कि रेफरी को ट्रेनिंग देने के लिए डिजिटल सबसे अच्छा माध्यम है।' शतरंज आउटडोर गेम्स के लिए ऑनलाइन कोचिंग की अपनी कुछ सीमाएं हैं लेकिन शतरंज इसमें काफी फिट हो जाता है। इतना कि मागनस कार्लेसन और विश्वनाथन आनंद जैसे खिलाड़ी खुद ऑनलाइन टूर्नमेंट आयोजित करवा रहे हैं और उसमें खेल रहे हैं। ग्रांडमास्टर और जाने माने कोच आरबी रमेश ने कहा कि चूंकि उनकी अकादमी पहले से ही ऑनलाइन कोचिंग देती है इसलिए उनकी मांग काफी बढ़ गई है। गोल्फ इंद्रजीत भदौरिया, गोल्फ कोच हैं। उनका कहना है, 'जब यह लॉकडाउन हुआ तो मैंने फैसला किया खिलाड़ियों को CFL Live क्लासेस के जरिए भारत और दुनिया के बेस्ट कोचों के साथ जोड़ूंगा। ये भारत के हर स्तर के खिलाड़ी के लिए फ्री है। हर सेशन के बाद आपस में बातचीत होती है जो इसे और महत्वपूर्ण बनाता है।' बैडमिंटन पिछले कुछ साल में भारत में इस खेल की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। बच्चे पीवी सिंधु और साइना नेहवाल जैसा बनना चाहते हैं। इस वजह से कई अकादमियां भी खुल रही हैं। मौजूदा हालात बेशक चुनौतीपूर्ण हैं लेकिन वे परिस्थितियों से तालमेल बैठाने में लगी हैं। प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी (पीपीबीए) के चीफ कोच विमल कुमार के मुताबिक, 'यह ऐथलीट के साथ मनोवैज्ञानिक स्तर पर काम करने का अवसर है।' उन्होंने कहा, 'स्काइप के जरिए स्ट्रैंथ ऐंड कंडीशनिंग और योग सेशन के अलावा हम मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी काम कर रहे हैं। ऐसे वक्त में खिलाड़ी काफी बोर हो सकते हैं। यह मौका है जब उनके माइंडसेट पर काम किया जाए। आपको एक ओर बैठा दिया गया है और वह काम करने के लिए कहा जा रहा है जो आप नहीं चाहते। यह वक्त सीखने और इन परिस्थितियों का सामना करने का अवसर देता है।'

अश्विन या लियोन, बेस्ट कौन? हॉग ने दिया जवाब April 10, 2020 at 07:14PM

नई दिल्लीभारतीय ऑफ स्पिनर की गिनती दुनिया के स्टार स्पिनरों में की जाती है। अब उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन से भी होने लगी है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर नाथन लियोन खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट में भारत के रविचंद्रन अश्विन से बेहतर ऑफ स्पिनर हैं। सोशल मीडिया पर फैंस के साथ सवाल-जवाब सेशन के दौरान, एक प्रशंसक ने हॉग से पूछा कि अश्विन और लियोन के बीच बेहतर ऑफ स्पिनर कौन है। हॉग ने कहा कि लियोन मेरे लिए अच्छे हैं क्योंकि 32 साल के इस क्रिकेटर ने पिछले साल अपने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है। पढ़ें, ऑस्ट्रेलिया के लिए 7 टेस्ट और 123 वनडे खेलने वाले हॉग ने ट्वीट किया, 'मेरा मानना है कि लियोन ने पिछले साल की तुलना में अश्विन से सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनर के रूप में अपना सिक्का जमाया है, लेकिन मुझे खुशी भी है कि दोनों अपने खेल में सुधार करते रहे हैं और जहां वे हैं, उससे शिकायत भी नहीं है।' 33 वर्षीय अश्विन ने 71 टेस्ट में 365 विकेट और 111 वनडे इंटरनैशनल में 150 विकेट लिए हैं। वहीं, लियोन ने 96 टेस्ट में 390 विकेट और 29 वनडे मैचों में 29 विकेट झटके हैं।

..जब कप्तान रात 3 बजे कॉल पर माना- मैच फिक्स किया April 10, 2020 at 04:53PM

नई दिल्ली क्रिकेट इतिहास में 11 अप्रैल का दिन साउथ अफ्रीका के लिए बुरा कहा जा सकता है क्योंकि 20 साल पहले इसी दिन उसके सबसे विवादित कप्तान ने माना था कि वह भी मैच फिक्सिंग में संलिप्त थे। क्रोन्ये को दो तरह से याद किया जाता है। पहला, क्रिकेट का तेज दिमाग और दूसरा, मैच फिक्सिंग प्रकरण। क्रोन्ये की जून 2002 में एक हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी। उनका पूरा नाम था वेसल जोहानिस क्रोन्ये, जिन्होंने करियर में 68 टेस्ट और 188 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले। से जुड़े थे तारसाल 2000, दिन 7 अप्रैल - यह दिन उनकी छवि पर कभी न धुलने वाला दाग लग गया। उनकी और संजय चावला, जो भारत में फिक्सिंग सिंडिकेट का हिस्सा थे, के बीच हुई बातचीत से यह सब सामने आया था। क्रोन्ये के अलावा तीन अन्य साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों, हर्शल गिब्स, निकी बोए और पीटर स्ट्राडम पर भी ऐक्शन लिया गया। रात 3 बजे कॉल कर मानी गलती11 अप्रैल यानी आरोपों के 4 दिन बाद उन्होंने रात 3 बजे क्रिकेट बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर अली बाशर को कॉल किया और माना कि वह पूरी तरह ईमानदार नहीं हैं। इसके तुरंत बाद उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया। टेस्ट करियर में उनके नाम 3714 रन और वनडे में 5565 रन दर्ज हैं। उन्होंने टेस्ट में 43 और वनडे में 114 विकेट भी झटके। लगा लाइफ बैनमामले की जांच के लिए किंग कमीशन बनाया गया। इसकी जांच के बाद क्रोन्ये पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया। वह जीवनभर क्रिकेट से जुड़े किसी भी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन सकते थे। उन्होंने लाइफ बैन के खिलाफ अपील की लेकिन उसे खारिज कर दिया गया। वर्ल्ड कप में डेब्यूक्रोन्ये ने साउथ अफ्रीका के लिए 1992 के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में डेब्यू किया था। ऑस्ट्रेलिया में खेले गए इस विश्व कप में क्रोन्ये ने अपना पहला मैच सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला। साल 1994 में कैप्लर वैसल्स के चोट लगने के कारण क्रोन्ये को कप्तानी सौंपी गई। उन्होंने एडिलेड में 1994 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में पहली बार कप्तानी की। बैन लगने के दिन तक वह साउथ अफ्रीका के कप्तान रहे। क्रोन्ये ने 138 मैचों में साउथ अफ्रीकी क्रिकेट टीम की कप्तानी की। इसमें से 99 में टीम को जीत मिली। ऐसे हुआ था हादसाक्रोन्ये साउथ अफ्रीका की आउटनिक्वूआ माउंटेन के ऊपर से हेलिकॉप्टर में उड़ान भर रहे थे, तब हादसा हुआ था। 1 जून 2002 को वह हवाई जहाज से जोहानिसबर्ग से जॉर्ज जाने वाले थे। तकनीकी दिक्कतों की वजह से क्रोन्ये को हेलिकॉप्टर से जाना पड़ा। हेलिकॉप्टर पर क्रोन्ये अकेले यात्री के रूप में सवार हुए। उनके साथ दो अन्य पायलट थे। जॉर्ज एयरपोर्ट के करीब बादलों के चलते विजिबिलिटी गायब हो गई। नेविगेशन सिस्टम भी काम नहीं कर रहा था, जिसके चलते पायलट हेलिकॉप्टर को लैंड नहीं करवा पाए। उनका हेलिकॉप्टर काफी वक्त तक एयरपोर्ट के करीब चक्कर काटता रहा और फिर पहाड़ों से टकरा गया।

फ्रोडेनो घर में ही 'आयरनमैन चैलेंज' को देंगे अंजाम April 10, 2020 at 04:06PM

बर्लिनजर्मनी के पूर्व ओलिंपिक चैंपियन ट्रायथलीट जॉन फ्रोडेनो कोविड-19 लड़ाई के लिए राशि जुटाने के लिए घर में आयरनमैन चैलेंज को पूरा करेंगे। जेनोवा (स्पेन) स्थित अपने घर में शनिवार को भारतीय समयनुसार सुबह 11.30 बजे वह इसे शुरू करेंगे। फ्रोडेनो के इस चैलेंज का ऑनलाइन लाइव टेलिकास्ट भी होगा। वह अपने घर के स्विमिंग पूल में 3.8 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इसके बाद अभ्यास करने वाली बाइक को 180 किलोमीटर तक चलाएंगे और फिर ट्रेडमील पर 42 किलोमीटर दौड़ेंगे।

मेसी ने अफवाहों पर कहा- पैराग्वे जेल में बंद रोनाल्डिन्हो की जमानत मैंने नहीं कराई, न ही इंटर मिलान क्लब जॉइन करूंगा April 10, 2020 at 01:15AM

अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने सोशल मीडिया पर चल रही रोनाल्डिन्हो की जमानत और इंटर मिलान क्लब जॉइन करने की खबरों को अफवाह बताया है। मेसी स्पेनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के लिए खेलते हैं। उन्होंने अपने अर्जेंटीना के पुराने क्लब नेवेल्स ओल्ड बॉयज में जाने की खबरों को भी गलत बताया है। दरअसल, ब्राजील के पूर्व फुटबॉल लेजेंड रोनाल्डिन्हो फर्जी पासपोर्ट के मामले पैराग्वे जेल में बंद थे। उन्हें हाल ही में करीब 12 करोड़ रुपए की जमानत पर छोड़ा है। अब वे पैराग्वे की राजधानी असुनसियान की एक होटल में हाउस अरेस्ट हैं।

मेसी ने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर की। इसमें लिखा, ‘‘कुछ दिन पहले ही मीडिया रिपोर्ट्स में नेवेल्स ओल्ड बॉयज के बारे में जो कुछ भी कहा गया, वह सब गलत है। भगवान का शुक्र है कि किसी एक ने भी इन अफवाहों पर विश्वास नहीं किया।’’

मेसी ने लिखा- झूठ नंबर-1 और झूठ नंबर-2
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि रोनाल्डिन्हो की जमानत के लिए भी मेसी ने ही रुपए दिए थे। इसको मेसी ने अफवाह बताते हुए एक फोटो शेयर किया। जिस पर एक पॉइंट में लिखा था इंटर मिलान जॉइन करेंगे, जबकि दूसरे पॉइंट में रोनाल्डिन्हो की जमानत के लिए रुपए देने की बात लिखी थी। इसके ऊपर मेसी ने लाल स्याही से ‘झूठ नंबर-1 और झूठ नंबर-2’ लिखकर बताया कि यह गलत रिपोर्ट्स हैं।

मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड: काका
हाल ही में ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने इंस्टाग्राम पर चैटिंग के दौरान एक सवाल पर कहा था, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’

मेसी ने रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता
बार्सिलोना के मेसी ने दिसंबर 2019 में रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता था। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। इस मामले में भी मेसी ने युवेंटस के रोनाल्डो (5 बार) को पीछे छोड़ दिया। लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वान डिक दूसरे और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो तीसरे स्थान पर रहे थे।



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अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने ब्राजील के पूर्व फुटबॉल लेजेंड रोनाल्डिन्हो (दाएंं) की जमानत कराने की खबर को गलत बताया है।

पैट कमिंस खाली स्टेडियम में भी खेलने के लिए तैयार, मदन लाल बोले- बगैर दर्शकों के मैच कराने का कोई मतलब नहीं April 09, 2020 at 11:42PM

कोरोनावायरस के बीच ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हो गए हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने इस बार आईपीएल की सबसे महंगी बोली 15.50 करोड़ रुपए लगाकर कमिंस को खरीदा है। इससे इतर, 1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे मदन लाल ने कहा है कि बगैर दर्शकों आईपीएल कराने का कोई मतलब नहीं है। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था, लेकिन अब भी टूर्नामेंट के होने पर संशय बरकरार है।

खाली स्टेडियम में आईपीएल कराने के सवाल पर कमिंस ने बीबीसी से कहा, ‘‘बिल्कुल मैं इसके लिए तैयार हूं। हर वह फैसला या चीज जो इस तरह के बड़े टूर्नामेंट्स को सफलतापूर्वक कराए, मैं उसका समर्थन करूंगा। यदि बगैर दर्शकों के भी यह टूर्नामेंट कराया जाता है, तो मुझे कोई शक नहीं है कि यह बहुत शानदार होगा। हां, भारत में खेलने पर हर गेंद पर चौका और छक्का लगने पर काफी शोर उठता है, जो मुझे पसंद है। मैं इस चीज को जरूर मिस करूंगा।’’ हालांकि, उन्होंने लोगों की जान बचाने को प्राथमिकता दी है।

आईपीएल से खिलाड़ी-दर्शक के अलावा कई लोग जुड़े हैं
वहीं, मदन लाल ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘आईपीएल एक बड़ा ब्रांड है, लेकिन बोर्ड स्थिति सामान्य होने और कोरोनावायरस के खत्म होने के बाद ही इस पर कोई फैसला ले सकता है। इस परिस्थित में टूर्नामेंट से पटरी पर नहीं है, इसलिए कोई रिस्क भी नहीं लेना चाहेगा। एक बार कोरोना चला जाए, फिर क्रिकेट पटरी पर आ जाएगा। इसे दुनिया में सभी पसंद करते हैं। खिलाड़ी भी दर्शकों के बीच ही खेलना पसंद करते हैं। खाली स्टेडियम में मैच कराने का कोई मतलब नहीं है। यह सिर्फ खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए ही नहीं बल्कि उन लोगों के लिए भी बेहतर होगा जो इस पूरे टूर्नामेंट से जुड़े हैं। इनमें आयोजनकर्ता, प्रसारण और यात्रा से जुड़े लोग भी शामिल हैं।’’



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ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस आईपीएल इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उन्हें कोलकाता ने 15.50 करोड़ रुपए में खरीदा। -फाइल फोटो

कोरोना: हार्दिक पंड्या का मुंबई पुलिस को सलाम April 09, 2020 at 11:40PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस (कोविड-19) के फैलाव को रोकने को लिए देश में 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान पुलिसकर्मी और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत बढ़ जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन लोगों के योगदान की सराहना करने का आह्वान किया था। भारतीय क्रिकेटर ने भी गुरुवार को मुंबई पुलिस को सैल्यूट करने का फैसला किया। पंड्या ने मुंबई पुलिस के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट पर रिप्लाई किया, 'मुंबई पुलिस और बाकी अधिकारियों को बहुत सारा प्यार और शुभकामनाएं। वे हमें सुरक्षित रखने के लिए इतनी मेहनत कर रहे हैं।' मुंबई पुलिस ने एक विडियो पोस्ट किया था जिसमें उनके काम को दिखाया गया था इस विडियो के साथ कैप्शन था- 'आपको लग रहा है लॉकडाउन बहुत लंबा चल रहा है? सोचें कि अगर हम घर तो होते तो हम क्या करते?' इस विडियो में संदेश था- आप लोग घर बैठे सोच रहे होंगे कि क्या किया जाए। लेकिन कुछ लोगों को तो बाहर निकलना ही पड़ता है। IPL पर संकट कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में खेल गतिविधियां बंद हो चुकी हैं। इंडियन प्रीमियर लीग भी जिसे पहले 29 मार्च को शुरू किया जाना था अब 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। और मौजूदा हालात में इसके उस समय शुरू होने पर भी संशय है।

ओलिंपिक टलने से तैयारी का अधिक समय मिलेगा: इरफान April 09, 2020 at 11:30PM

मुंबईपैदल चाल ऐथलीट को कोविड-19 महामारी के कारण तोक्यो ओलिंपिक खेलों के टलने से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि इससे उन्हें तैयारी करने का अधिक समय मिल जाएगा। इरफान ने पिछले साल एशियाई पैदल चाल चैंपियनशिप में 20 किलोमीटर स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल करने के बाद दूसरी बार ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था। 30 वर्षीय इरफान ने कहा कि ओलिंपिक स्थगित होना अच्छा है और वह इसके मुताबिक अभ्यास कर सकते हैं। उन्होंंने कहा, 'हम पदक जीतने के करीब पहुंच सकते है। पैदल चाल एक तकनीक से जुड़ा है इसलिए मुझे इस पर अधिक ध्यान केंद्रित करने का समय मिलेगा। इससे हमें अगले साल बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।’ ओलिंपिक में लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मेरा मुख्य उद्देश्य पदक जीतना है। रियो ओलिंपिक के समय मैं चोटिल हो गया था। लंदन में भी मेरे पास पदक जीतने का मौका था। इरफान ने 2012 लंदन ओलिंपिक में 1 घंटा 20 मिनट 21 सेकंड के राष्ट्रीय रेकॉर्ड समय के साथ 10वां स्थान हासिल किया। वह 2016 ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करने में असफल रहे थे। इरफान ने कहा, ‘अगर मैं ज्यादा मेहनत करता हूं तो पदक मिलने की संभावना है। मैंने मानसिक रूप से खुद को तैयार किया है और पदक जीतने का लक्ष्य बनाया है।’ कोविड-19 महामारी के कारण भारत में 21 दिन का राष्ट्रव्यापी बंद है। इस बीमारी की चपेट में आने से दुनिया भर में 90,000 से अधिक लोग मारे गए हैं जिसमें भारत में मृतकों की संख्या 199 हैं। राष्ट्रव्यापी बंद के कारण इरफान बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केन्द्र के अपने छात्रावास में तक सीमित है। केरल के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘इस केन्द्र के परिसर के बाहर अभ्यास करने के लिए अच्छी जगह है। राष्ट्रव्यापी बंदी के कारण हम परिसर से बाहर नहीं जा सकते।' उन्होंने कहा, ‘हमें निर्देश दिया गया है कि समूह में अभ्यान ना करें, अकेले अभ्यास करें। मैं घर के अंदर रस्सी कूद से अभ्यास करने के अलावा कभी कभी परिसर के अंदर ही पैदल चाल का अभ्यास करता हूं।’

कोरोना जो ना कराए! नेटवर्क को पेड़ पर अंपायर April 09, 2020 at 10:51PM

नई दिल्ली क्रिकेट के मैदान पर जिन लोगों ने उन्हें बेहद शांतचित होकर चौके, छक्के और आउट का इशारा करते हुए देखा होगा, उन्हें आईसीसी पैनल के अंपायर का कभी पेड़ पर तो कभी छत पर चढ़कर मोबाइल लहराते हुए नया रूप निश्चित तौर पर चौंकाने वाला लगेगा। भारत के शीर्ष क्रिकेट अंपायरों में शामिल चौधरी कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दिनों में अपने गांव में रहने के लिए मजबूर है जहां खराब नेटवर्क के कारण उनका खुले खेतों में भी ‘गुगली’ और ‘बाउंसर’ से सामना हो रहा है। चौधरी को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच एकदिवसीय मैचों में अंपायरिंग करनी थी लेकिन सीरीज बीच में ही रोक दिए जाने के कारण वह 16 मार्च को उत्तर प्रदेश के शामली जिले में स्थित अपने गांव डांगरोल आ गए थे। चौधरी ने कहा, ‘मैं 16 मार्च को अपने दोनों बेटों के साथ गांव आ गया था। मैं काफी दिनों बाद गांव आया था इसलिए मैंने एक सप्ताह यहां बिताने का फैसला किया लेकिन इसके बाद लॉकडाउन हो गया और मैं उसका पूरी तरह से पालन कर रहा हूं जबकि मेरी मां और पत्नी दिल्ली में हैं।’ अब तक 20 वनडे और 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके चौधरी गांव में लोगों को सामाजिक दूरी बनाये रखने और कोविड-19 के प्रति जागरूक करने में लगे हैं लेकिन नेटवर्क की समस्या के कारण वह विभिन्न कार्यक्रमों में आनलाइन हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं जिनमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की कार्यशालाएं भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘गांव में नेटवर्क सबसे बड़ा मसला है। हम किसी से बात तक नहीं कर सकते या नेट का इस्तेमाल नहीं कर सकते। इसके लिये उन्हें गांव से बाहर या किसी खास छत या पेड़ पर जाना होता है। वहां भी हमेशा नेटवर्क नहीं रहता है।’ आईसीसी पैनल के अंपायर ने स्वयं कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली हैं जिनमें वह पेड़ पर चढ़कर फोन करते हुए दिखायी दे रहे हैं। चौधरी ने कहा, ‘अभी सबसे बड़ी समस्या बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं को लेकर है। दिल्ली, रूड़की, देहरादून आदि शहरों में पढ़ने वाले लड़के ऑनलाइन कक्षाएं नहीं ले पा रहे हैं। मेरा बेटा हिन्दू कॉलेज में पढ़ता है। उसकी कक्षाएं चल रही हैं लेकिन नेटवर्क नहीं होने से वह मजबूर है।’ उन्होंने कहा, ‘पिछले एक साल से यह मसला बना हुआ है लेकिन लॉकडाउन के कारण इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह स्थिति तब है जबकि दिल्ली से मेरा गांव केवल 85 किलोमीटर दूर है।’ चौधरी ने बताया कि इस संबंध में उनके अनुरोध पर गांव की प्रधान ने शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर को पत्र भी लिखा लेकिन अब भी उन्हें उस पर कार्रवाई का इंतजार है। उन्होंने कहा, ‘हमने दस दिन पहले पत्र भेजा था लेकिन अभी तक हमें कोई जवाब नहीं मिला है।’ चौधरी ने हालांकि इस दौरान लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक भी किया। उन्होंने कहा, ‘मैंने लोगों को एक साथ इकट्ठा नहीं होने, ताश नहीं खेलने, लगातार साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने मेरी बात पर अमल भी किया। मैंने उन्हें कुछ मास्क भी बांटे। मेरे गांव वाले अब सामाजिक दूरी बनाए रखने का पूरा पालन कर रहे हैं।’

'मेरे समय में सचिन बेस्ट, कोहली का जवाब नहीं' April 09, 2020 at 09:50PM

सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) को ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने बेस्ट बल्लेबाज कहा है। उन्होंने कहा आज के दौर में विराट कोहली (Virat Kohli) वैसे हैं।

इंग्लैंड को आशंका, विंडीज के खिलाफ सीरीज में हो सकती है देरी April 09, 2020 at 09:53PM

लंदनइंग्लैंड क्रिकेट टीम के प्रमुख ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ जून में प्रस्तावित घरेलू सीरीज के आयोजन में देरी होने आशंका जताते हुए कहा कि तीन मैचों की यह सीरीज कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगी। इंग्लैंड में चार दिवसीय मुकाबले वाली काउंटी चैंपियनशिप रविवार को शुरू होने वाली थी लेकिन यहां किसी भी तरह की क्रिकेट प्रतियोगिता को 28 मई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। कोविड-19 महामारी के कारण इस स्थगन के आगे बढ़ने की आशंका है। इंग्लैंड को वेस्ट इंडीज के खिलाफ चार जून से शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में भाग लेना है जिसका पहला मुकाबला ओवल में खेला जाना है। पढ़ें, इंग्लैंड टीम के निदेशक जाइल्स ने गुरुवार को एक कॉन्फ्रेंस कॉल में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे लिए अभी भी 28 मई की समय सीमा है लेकिन मुझे लगता है इस बात की संभावना काफी कम है कि हम जून में कोई क्रिकेट खेल पाए।’ उन्होंने कहा, ‘हमें विकल्पों के बारे में सोचना होगा’ वेस्ट इंडीज के बाद इंग्लैंड को अपने घरेलू सरजमीं पर पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड के खिलाफ भी खेलना है। जाइल्स ने कहा, ‘हम ऐसी स्थिति को देख रहे जहां हम किसी मैच को गंवाए बिना आगे बढ़ सकते हैं।’

एशिया कप को लेकर असमंजस में पाकिस्तान, पीसीबी अध्यक्ष बोले- अभी कोरोना से हालात खराब, एक महीने बाद फैसला लेंगे April 09, 2020 at 09:39PM

इन दिनों कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया की हालत खराब है। जुलाई तक होने वाले सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। ऐसे में अब दुबई में होने वाले एशिया कप पर भी संकट मंडराने लगा है। टूर्नामेंट को सितंबर में होना है। पहले यह पाकिस्तान में होने वाला था, लेकिन भारत के ऐतराज के बाद इसे दुबई में शिफ्ट कर दिया गया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि अभी पाकिस्तान समेत दुनियाभर में कोरोना के कारण हालात खराब हैं। एक महीने बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

एक अंग्रेजी अखबार ने मनी के हवाले से कहा, ‘‘एशिया कप को लेकर अभी के हालात में कुछ भी कहना सही नहीं रहेगा। फिलहाल, कोरोना के कारण पूरी दुनिया असमंजस में हैं। अभी से किसी प्रकार का अंदाजा लगाना भी ठीक नहीं रहेगा। मुझे गलत न समझें, लेकिन यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है। आप नहीं जानते कि सितंबर में कैसा माहौल रहने वाला है। अभी किसी भी प्रकार का अंदाजा लगाना ठीक नहीं रहेगा। हो सकता है हम अगले महीने कुछ कह पाने की बेहतर स्थिति में हों।’’

एशिया कप में 6 टीमें शामिल होंगी
एशिया कप में कुल 6 टीमें लेंगी। ये हैं- भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश। छठवीं टीम का फैसला क्वॉलिफायर के जरिए होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 में हुई थी। तब पाकिस्तान टीम तीन वनडे मैच खेलने भारत आई थी। भारतीय टीम ने 2007-08 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था। आईसीसी के टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें आमने-सामने होती रही हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दबाव था कि वो एशिया कप की मेजबानी के लिए न्यूट्रल वेन्यू पर राजी हो जाए।

भारत ने 7 बार खिताब जीता
1984 में पहला एशिया कप संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेला गया था। टूर्नामेंट हर 2 साल में होता है। 2018 का एशिया कप भी यूएई में ही खेला गया था। टीम इंडिया ने अब तक 7, श्रीलंका 5 और पाकिस्तान 2 बार विजेता बना। बांग्लादेश टीम अब तक यह ट्रॉफी नहीं जीत पाई है।



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पिछली बार एशिया कप फाइनल में भारत ने बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर 7वीं बार खिताब जीता था।

इस ब्रिटिश ने घर में ही चढ़ ली 'एवरेस्ट', जुटाए पैसे April 09, 2020 at 09:26PM

नई दिल्लीचीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण भारत के अलावा ब्रिटेन में भी लॉकडाउन घोषित है। लॉकडाउन का असर लोगों के जनजीवन पर भी पड़ा है और इसी में कई लोग जरूरतमंदों के लिए फंड इकट्ठा कर रहे हैं। ब्रिटेन के एक रनर ने अलग ही तरीका निकाला है और वह अपने घर में ही माउंट एवरेस्ट के बराबरी की ऊंचाई चढ़ गए। चौंकिए मत, ऐसा उन्होंने अपने घर में सीढ़ियों को चढ़कर किया। ग्रिफिन को इसमें 4 दिन लगे और वह अपने तीन मंजिला घर में 41 हजार कदम चले। वेस्ट ससेक्स में अपने घर में ग्रिफिन ने ऐसा किया। पढ़ें, उनकी यह दूरी 8,850 मीटर (29,035 फीट) के बराबर रही जो दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत श्रंखला माउंट एवरेस्ट के बराबर है। ग्रिफिन ने अपनी इस कोशिश से एक संस्था ट्रसेल ट्रस्ट के लिए अब तक 3,500 पाउंड (करीब 3.1 लाख रुपये) जुटाए हैं। यह संस्था 1200 से ज्यादा ब्रिटिश फूड बैंक को सपॉर्ट करती है। 53 वर्षीय रनर ने बताया कि कोरोना वायरस से महामारी फैलने के कारण लोग खाने की चोरी तक करने लगे थे जिसकेबाद उन्होंने फैसला किया कि वह फूड बैंक के लिए खाना जुटाएंगे।

बंद स्टेडियम में आईपीएल खेलने को तैयार हैं कमिंस April 09, 2020 at 08:20PM

मेलबर्न इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी ने कहा कि वह दर्शकों के बिना भी इस टी20 टूर्नमेंट में खेलने के इच्छुक हैं क्योंकि इससे कोविड-19 महामारी से परेशान दुनिया भर के लोगों में परिस्थितियां सामान्य होने की भावना पैदा होंगी। आईपीएल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 29 मार्च से मुंबई में शुरू होना था लेकिन विश्व भर में 95 हजार से अधिक लोगों की जान ले चुकी इस महामारी के कारण यह टी20 टूर्नमेंट 15 अप्रैल तक टाल दिया गया। कमिंस से पूछा गया कि क्या वह बिना दर्शकों के मैचों का आयोजन करने का समर्थन करेंगे, उन्होंने बीबीसी से कहा, ‘निश्चित तौर पर। मैं उस हर चीज का समर्थन करूंगा जिसमें इन बड़े टूर्नमेंट का सुरक्षित आयोजन संभव हो।’ कमिंस को कोलकाता नाइटराइडर्स ने 15.5 करोड़ रुपये में खरीदा था जिससे वह लीग के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बन गए थे। उन्हें उम्मीद है कि यह टूर्नमेंट होगा लेकिन अगर जल्द ही इसका आयोजन होता है तो उन्हें हैरानी होगी। उन्होंने कहा, ‘प्रत्येक गेंद पर चाहे छक्का पड़े या विकेट मिले जो शोर उठता है, वहां जो माहौल बनता है उसी को देखकर हमें भारत में खेलना पसंद है।’ कमिंस ने कहा, ‘अगर ऐसा नहीं होता तो इसकी कुछ कमी खलेगी, लेकिन अगर दर्शकों के बिना भी इसका आयोजन किया जाता है तो मुझे इसमें कोई संदेह नहीं कि यह शानदार टूर्नमेंट होगा।’ इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने हालांकि कहा कि पहली प्राथमिकता लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा होनी चाहिए।