Sunday, April 5, 2020

विंबलडन टलने पर डिफेंडिंग चैम्पियन सिमोना बोलीं- अच्छा है खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा, दो साल विजेता रहूंगी April 05, 2020 at 07:45PM

दुनियाभर में महामारी की तरह फैले कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाला टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन रद्द हो गया है। अब यह अगले साल 28 जून से 11 जुलाई के बीच होगा। डिफेंडिंग चैम्पियन रोमानिया की सिमोना हालेप ने इस फैसले का सकारात्मक तौर पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए अच्छछा है, क्योंकि अब उन्हें इस साल अपना खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा। वे अब दो साल तक चैम्पियन रहेंगी।

हालेप ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपने देश को अस्पतालों को जरूरी उपकरण दान में दिए हैं। वे फिलहाल रोमानिया में ही क्वारैंटाइन हैं। सिमोना ने ऑनलाइन चैटिंग के दौरान कहा, ‘‘विंबलडन का रद्द होना मेरे लिए सकारात्मक खबर ही है, क्योंकि मैं अब दो साल के लिए डिफेंडिंग चैम्पियन रहूंगी।’’

न्यूयॉर्क के हालात खराब होने से यूएस ओपन की उम्मीद कम
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस साल विंबलडन में अपना पहला मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित थी। मैं यह अनुभव करना चाहती हूं। मेरे दिमाग में इस समय यह ग्रैंडस्लैम रद्द होने की बेकार बातें चल रहीं हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि यदि हम सरकार के आदेशों का पालन करते हैं और घर में रहते हैं तो यह मुश्किल पल भी बीत जाएगा। मेरा मानना है कि यह खराब पल (कोरोना) जुलाई से भी लंबा चल सकता है। यूएस ओपन होने की उम्मीद है, लेकिन यह पक्का नहीं है क्योंकि न्यूयॉर्क के हालात अभी बहुत बेकार हैं।’’ यूएस ओपन 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है।

हालेप विंबलडन खिताब जीतने वाली रोमानिया की पहली खिलाड़ी
हालेप ने पिछली साल विंबलडन के फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलियम्सन को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराया था। यह उनका पहला विंबलडन खिताब था। हालेप यह टूर्नामेंट जीतने वाली रोमानिया की पहली महिला खिलाड़ी हैं। जबकि, यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। उन्होंने 2018 में फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था। वहीं, हालेप पिछली बार यूएस ओपन के दूसरे राउंड से ही बाहर हो गई थीं। इस बार वे जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं, लेकिन यहां उन्हें स्पेन की गार्बिन मुगुरूजा ने 7-6, 7-5 से हराया था।



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सिमोना हालेप (दाएं) ने विंबलडन 2019 फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलिम्सन 6-2, 6-2 से हराया था।

पाकिस्तानी स्पिनर शादाब खान ने बताया, रोहित और स्मिथ को बोलिंग करना सबसे मुश्किल April 05, 2020 at 07:43PM

नई दिल्ली तीन साल पहले अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले 21 वर्षीय अब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा हैं। शादाब ने गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया है। वह एक उपयोगी स्पिन बोलिंग ऑलराउंडर के रूप में खुद को पाकिस्तानी टीम में स्थापित कर चुके हैं। हाल ही में इस पाकिस्तानी ऑलराउंडर से उनका सबसे मुश्किल बल्लेबाज चुनने के लिए कहा गया था। शादाब ने भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलिया के का नाम लिया था। रोहित और स्मिथ दोनों ने अपने देश के लिए कई उपयोगी पारियां खेली हैं। इन दोनों बल्लेबाजों को बोलिंग करना किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए मुश्किल है और ऐसे में शादाब द्वारा उनका नाम लिया जाना हैरान नहीं करता। एक यू-ट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा कि स्मिथ के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों के कारण बोलिंग करना काफी मुश्किल होता है। इस लेग स्पिनर का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियां स्पिन गेंदबाजी के लिए मुफीद नहीं होतीं। और ऐसे में स्पिनर्स के लिए वहां बोलिंग करना मुश्किल होता है और जब सामने वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हों तो रास्ता और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। शादाब ने स्मिथ के साथ रोहित शर्मा का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान मैचों का अलग दबाव होता है। इसमें रोमांच भी चरम पर रहता है। और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ गलती की बहुत कम गुंजाइश होती और खास तौर पर रोहित शर्मा के खिलाफ। शादाब के मुताबिक जरा सी गलती बहुत भारी पड़ सकती है।

फ्रेंच फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर ने खुदकुशी की, कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद वे डिप्रेशन में थे April 05, 2020 at 07:08PM

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने के कारण कोरोनावायरस का डर लोगों के मन में घर कर गया है। इसी डर के चलते फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) ने खुदकुशी कर ली। सूत्रों की मानें तो बर्नार्ड कोरोना से संक्रमित थे। इसके साथ ही वे डिप्रेशन में आ गए थे। फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 के क्लब रैम्स ने बयान जारी किया कि बर्नार्ड के निधन से खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि रीम्स शहर के भी हजारों लोगों को गहरा आघात पहुंचा है। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुएथे।

204 देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा सोमवार सुबह तक 69 हजार 424 पहुंच गया। 12 लाख 72 हजार 860 लोग महामारी से संक्रमित हैं। इलाज के बाद दो लाख 62 हजार स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं, फ्रांस में महामारी से मरने वालों की संख्या 8 हजार से ज्यादा हो गई है, जबकि करीब 93 हजार लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।

दो दिन पहले काफी स्वस्थ थे बर्नार्ड
रीम्स शहर के मेयर अर्नोड रॉबिनेट ने कहा, ‘‘बर्नार्ड की खुदकुशी से मुझे झटका लगा है। मैं उसे कई सालों से जानता था। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें उन्होंने खुद को कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी है। बर्नार्ड को शहर के सभी लोग पसंद करते थे। वह अपने अच्छे व्यक्तित्व के बारे में प्रसिद्ध था।’’ वहीं, क्लब की मेडिकल टीम ने बताया कि बर्नार्ड दो दिन पहले काफी स्वस्थ थे।

खेल जगत के तीन दिग्गजों की मौत हो चुकी
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को खेल जगत के दो दिग्गज इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71) और फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान का 95 साल की उम्र में निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।



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डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के साथ 20 साल से जुड़े हुए थे। -फाइल फोटो

आर्मी से नहीं थे फिर भी वेंगसरकर को क्यों कहते थे कर्नल April 05, 2020 at 07:15PM

नई दिल्ली दिलीप वेंगसकर का निकनेम कर्नल था। यह नाम उन्हें भारतीय टेस्ट टीम के पहले कप्तान कर्नल सीके नायडू पर मिला था। हालांकि खुद वेंगसरकर को यह नाम बहुत ज्यादा पसंद नहीं था। पर, सवाल यह रहा कि आखिर कर्नल नाम उनके साथ जुड़ा कैसे। कहा जाता था कि जब 1975 में ईरानी ट्रोफी में शेष भारत के खिलाफ बॉम्बे की ओर से खेलते हुए उन्होंने जो धाकड़ सेंचुरी बनाई थी उसके बाद ही एक स्थानीय पत्रकार ने उन्हें यह नाम दे दिया था। वेंगसरकर ने नागपुर में बिशन सिंह बेदी और प्रसन्ना की गेंदों पर खूब अच्छी बल्लेबाजी की थी। और नागपुर सीके नायडू का जन्मस्थान था। हालांकि इसके पीछे की कहानी कुछ और है। वेंगसरकर ने खुद बताया था कि टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से पहले शतक लगाने वाले बल्लेबाज लाला अमरनाथ ने उन्हें यह नाम दिया था। लाला का मानना था कि वेंगसरकर की आक्रामक बल्लेबाजी काफी हद तक सीके नायडू जैसी लगती थी। वेंगसरकर ने 116 टेस्ट मैचों में 6868 रन बनाए और 17 शतक जड़े। उनके नाम लॉर्डस पर लगातार तीन टेस्ट मैचों में सेंचुरी लगाने का रेकॉर्ड रहा। वह ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज थे।

हैपी बर्थडे: धाकड़ बल्लेबाज और दमदार चीफ सिलेक्टर दिलीप वेंगसरकर April 05, 2020 at 06:28PM

नई दिल्ली आज ही के दिन 1956 को भारत के सबसे शानदार बल्लेबाजों में शुमार दिलीप वेंगसरकर का जन्म () हुआ था। उनकी उम्र तब महज 19 साल थी जब पहली बार वह छा गए। उन्होंने ईरानी ट्रोफी मैच (Irani Trophy) में मुंबई (तब बॉम्बे) के लिए खेलते हुए शेष भारत के खिलाफ धमाकेदार 110 रन की पारी खेली। साल 1975 में नागपुर के मैदान पर हुए इस मैच में शेष भारत की टीम में बिशन सिंह बेदी (Bishan Singh Bedi) और इरापल्ली प्रसन्ना जैसे धाकड़ गेंदबाज थे। भारतीय स्पिन चौकड़ी के इन दो धुरंधरों के पास भी इस खिलाड़ी को रोकने का कोई तरीका नहीं था। यह पारी काम आई और वेंगसरकर को सीधा भारतीय टीम में जगह मिल गई। लेकिन भारतीय टीम में कामयाबी उन्हें जल्दी नहीं मिली। 1977-78 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्होंने टीम में खुद को स्थापित किया और फिर अगले 15 साल तक भारतीय बल्लेबाजी क्रम का अहम हिस्सा बने रहे। लंबे कद के वेंगसरकर नैसर्गिक रूप से स्ट्रोक प्लेयर थे। लेकिन अपने दिन पर- जोकि अकसर ही होता- वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते थे। वह कई साल तक नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते रहे। और इस अहम पोजिशन पर उन्होंने भारत के लिए कई उपयोगी पारियां खेलीं। अपने 116 टेस्ट मैचों के करियर में वेंगसरकर ने 17 टेस्ट शतक लगाए लेकिन अब इसे अजीब संयोग ही कहा जाएगा कि इसमें सिर्फ चार में ही टीम को जीत मिली और वह भी 1986-87 के छह महीनों के दौरान। 1986 में हेडिंग्ले के मैदान पर उन्होंने कमाल की पारियां खेलीं। जब पूरे मैच में दोनों टीमों से कोई खिलाड़ी 36 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया था तब उन्होंने 61 और 102 रनों बनाए थे। उन्हें लॉर्ड्स (Lord's) का 'बादशाह' भी कहते हैं। क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले इस मैदान पर उन्होंने लगातार तीन टेस्ट में तीन शतक लगाए थे। और ऐसा करने वाले वह पहले बल्लेबाज थे। 70 और 80 के दशक में वेंगसरकर भारत के चोटी के बल्लेबाजों में शामिल थे। 1986 से 1988 के बच उन्होंने 16 टेस्ट मैचों में 8 शतक लगाए। उनका ड्राइव कमाल का होता था और पुल और हुक खेलते हुए उन्हें कोई तकलीफ नहीं होती थी। ऐसे में गेंदबाज के लिए उन्हें बोलिंग करना मुश्किल होता था। सुनील गावसकर के साथ उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में 1978-79 में 344 रनों की साझेदार की। 1989 में उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी भी की लेकिन अमेरिका में कुछ फेस्टिवल मैच खेलने के चक्कर में उन्हें यह पद गंवाना पड़ा। इसके बाद वह टीम से बाहर भी हुए हालांकि उन्होंने संघर्ष किया और वापसी की। लेकिन वापसी के बाद उनमें वह रंग नजर नहीं आया। 1992 में जब उन्होंने संन्यास लिया तो शतक और टेस्ट रन के मामले में वह गावसकर के बाद दूसरे नंबर पर थे। चीफ सिलेक्टर बन कोहली को चुना था वेंगसकर भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता भी रहे। उन्होंने ही विराट कोहली को भारतीय टीम में चुना था। हालांकि इसके लिए उनकी बीसीसीआई के तब के अध्यक्ष एन. श्रीनिवास से बहस भी हुई थी लेकिन वेंगसरकर को कोहली पर पूरा यकीन था और यह सही भी साबित हुआ।

कोरोना: पाक में हिंदुओं की मदद कर रहे अफरीदी April 05, 2020 at 06:40PM

कराची पाकिस्तान के मशहूर खिलाड़ी और जहांगीर खान ने कोविड-19 महामारी संकट के बीच अल्पसंख्यक समुदाय के परिवारों को राशन और नकद बांटना शुरू किया है। एक हिंदू टेनिस खिलाड़ी ने अल्पसंख्यकों को होने वाली परेशानी की ओर उनका ध्यान दिलाया था, जिसके बाद उन्होंने मदद का सिलसिला शुरू किया। एक बयान में अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी रोबिन दास ने (SAF) से शहर में अल्पसंख्यक तबके की मदद की अपील की थी। कराची स्पोर्ट्स फोरम के सचिव आसिफ अजीम ने कहा, 'जहांगीर खान इस फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, उन्होंने मुझे फोन किया और दास के बयान के बारे में बात की और कहा कि इस मुश्किल दौर में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की मदद की जानी चाहिए, चाहे वो ईसाई हों या फिर हिंदू।' एसएएफ ने कराची स्पोर्ट्स फोरम के साथ मिलकर शहर में जरूरतमंदों को राशन और नकद मुहैया कराया, विशेषकर उन लोगों को जो खेल जगत से जुड़े हैं। अजीम ने कहा, 'आज हमने रोशन खान स्क्वैश परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें जहांगीर और महान हॉकी खिलाड़ी इस्लाहुद्दीन मौजूद थे और उन्होंने स्पष्ट किया कि फोरम कराची में अल्पसंख्यक समुदाय के जरूरतमंद परिवारों को राशन और नकद वितरित करेगा।' उन्होंने कहा कि पहले चरण में उन्होंने निचले तबके और गरीब हिंदुओं और ईसाई परिवारों को राशन के बैग बांटे। अजीम ने कहा कि फोरम पहले ही जरूरतमंद खिलाड़ियों, मैदानकर्मियों, गार्ड और विभिन्न खेलों से जुड़े अन्य लोगों को राशन मुहैया कराने पर काम कर रहा था। उन्होंने कहा, 'लेकिन शाहिद अफरीदी फाउंडेशन अब हमारा सहयोग कर रहा है तो हम अब अल्पसंख्य समुदाय के परिवारों पर भी ध्यान लगा रहे हैं।'

'अगर IPL नहीं हुआ तो डिप्रेशन में आ सकते हैं खिलाड़ी' April 05, 2020 at 05:56PM

नई दिल्ली के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके को लगता है कि अगर इस साल कोरोना वायरस के चलते आईपीएल का आयोजन नहीं हुआ तो इससे देश के कई प्रतिभाशाली क्रिकेटर्स एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं। भारतीय क्रिकेट में पैडी की गहरी छाप रही है और वह साल 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के मेंटल कंडिश्निंग कोच थे। रविवार को उन्होंने हमारे सहयोगी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' से लॉकडाउन के मौजूदा दौर में खिलाड़ियों की मानसिक सेहत और उनके उपचार पर खास बातचीत की। इस बातचीत के दौरान पैडी अपटन ने बताया कि वैश्विक स्तर पर अचानक इतना लंबा ब्रेक आ जाने से सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं दुनिया भर के लोगों में तनाव, एंग्जाइटी और असुरक्षा की भावना बढ़ेगी। सभी के सामने इन दिनों प्रफैशनली और फाइनैंशियली चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पैडी ने कहा कि ऐसे में वे उभरते हुए ऐथलीट्स जो क्रिकेट के अलावा भी दूसरे खेलों में रुचि लेते हैं उनका स्थिति से पार पाना आसान है, लेकिन जो सिर्फ क्रिकेट पर ही पूरा फोकर करते हैं उनके लिए चिंताएं बढ़ना लाजमी है। आईपीएल न होने से भारत के घरेलू क्रिकेटरों में एंग्जाइटी और डिप्रशन बढ़ने के सवाल पर टीम इंडिया के इस पूर्व मेंटल कंडिश्निंग कोच ने कहा, 'स्वभाविक तौर पर आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा आयोजन और दुधारू गाय है। ऐसे समय (लॉकडाउन जैसे हालात) में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद को लेकर ज्यादा सोचता है तो उससे ऐथलीट्स ही नहीं किसी में भी ये चिंताएं बढ़ना लाजमी हैं। मैं सभी को यह सलाह दूंगा कि सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं दूसरे लोग भी इन दिनों इस सामान्य खतरे पर अधिक न सोचें और वे दूसरे लोगों पर अपना ध्यान लगाएं, उनकी चिंताएं करें और इस समय अन्य अवसरों पर भी विचार करें, जिन पर इस मुश्किल समय में फोकस किया जा सकता है।' इन मुश्किल दिनों में पैडी खिलाड़ियों समेत सभी को यह सलाह दे रहे हैं कि वे इस जीवन के उन सभी पहलुओं पर बराबर फोकस करें, जो उन्हें एक अच्छा इंसान बनाएं। जैसे खिलाड़ियों को भी अपनी शारीरिक-मानसिक फिटनेस के अलावा भावनात्मक और आध्यात्मिक पहलुओं पर भी ध्यान देना चाहिए। इन दिनों प्रोऐक्टिव (अतिसक्रिय) रहने की जरूरत है। ऐसे समय में अपनी चिंताओं पर अधिक सोचकर खुद पर तनाव बढ़ाने से बेहतर है कि इन समस्याओं का हल ढूंढा जाए।

महामारी के कारण चैम्पियंस और यूरोपा लीग रडार पर; बर्नी ने कहा- फॉर्मूला-1 चैम्पियनशिप रद्द कर देना चाहिए April 05, 2020 at 05:30PM

कोरोनावायरस के कारण सभी फुटबॉल लीग स्थगित है। यूएफा ने कहा कि यदि 3 अगस्त तक फाइनल नहीं हुए तो चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग को कैंसिल किया जा सकता है। यूएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफरिन ने कहा कि हम विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। सिर्फ क्वार्टर फाइनल या सेमीफाइनल के मैच भी हो सकते हैं। मैच बिना दर्शकों के कराए जा सकते हैं। वहीं, फॉर्मूला-1 समेत अन्य टूर्नामेंट भी कोरोना की रडार पर हैं।

फॉर्मूला-1 के पूर्व मुख्य कार्यकारी बर्नी एक्लेस्टोन का कहना है कि 2020 सीजन को रद्द कर देना चाहिए। अभी तक 22 में से 8 रेस को रद्द या पोस्टपोन किया जा चुका है। एक्लेस्टोन ने कहा, ‘हमें चैंपियनशिप अगले साल फिर से शुरू करना चाहिए क्योंकि मुझे नहीं लगता कि विजेता चुनने के लिए पर्याप्त रेस हो पाएंगी।’ 89 की उम्र के एक्लेस्टोन जल्द ही पिता बनने वाले हैं।

‘जरूरत से ज्यादा लंबा ब्रेक तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती’
पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर तेज गेंदबाज लगातार 3 महीने रनिंग नहीं करेंगे तो फिटनेस की समस्या हो सकती है। नहीं दौड़ना तेज गेंदबाजों के लिए बड़ा मुद्दा है। भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड दौरे के बाद कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने सलाह दी है कि जिनके पास भी 15-20 मीटर का बगीचा है, उन्हें रनिंग करनी चाहिए।

‘जून से पहले फुटबॉल शुरू करना संभव नहीं’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में खेलों के जल्द बहाल होने की बात की है। कोरोनावायरस की वजह से दुनिया के सभी स्पोर्टिंग इवेंट रोक दिए गए हैं। स्पोर्ट्स लीग के उच्च अधिकारियों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘अगर अगस्त तक स्टेडियम भर जाएं तो अच्छा होगा।’ वहीं, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज का कहना है कि देश में फुटबॉल जून से पहले शुरू करना मुश्किल है।



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पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ने 3 महीने के लंबे ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। -फाइल फोटो

ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही से 37% बढ़ी, 80 लाख लोग रोजाना लॉग-इन हो रहे April 05, 2020 at 05:17PM

कोरोनावायरस के कारण दुनिया के लगभग सभी देशों में खेल की गतिविधियां बंद हैं। ऐसे में ई-स्पोर्ट्स यानी ऑनलाइन गेमिंग लगातार बढ़ रही है। खिलाड़ी खेल मैदान से तो दूर हैं लेकिन वर्चुअल मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे हैं। ई-स्पोर्ट्स के खिलाड़ी के अलावा अन्य खेलों के खिलाड़ी भी इससे जुड़ रहे हैं। शनिवार को ही इंग्लैंड के क्रिकेटर बेन स्टोक्स ने फॉर्मूला-1 रेसर चार्ल्स लेकलेर्क और एलेक्स एलबोन के साथ फॉर्मूला-1 ई-स्पोर्ट्स रेस में हिस्सा लिया। पिछले महीने भी लेकलेर्क आैर एलबोन वर्चुअल ग्रांप्री में शामिल हुए थे। इसे हजारों लोगों ने देखा था।

स्पेन की वीडियो गेम एनालिटिक्स कंपनी स्ट्रीम हेटचैट के अनुसार, ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) की तुलना में इस तिमाही (जनवरी, फरवरी, मार्च) में 37% तक बढ़ गई। हर टूर्नामेंट की व्यूअरशिप में इतनी बढ़ोत्तरी हुई है। कई खिलाड़ी आॅनलाइन गेमिंग के जरिए चैरिटी भी जुटा रहे हैं। वहीं, कई ब्रॉडकास्टर ई-स्पोर्ट्स के इवेंट दिखा रहे हैं।

ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए यह सबसे सही समय
अमेरिका की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी वेरिजन की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में क्वारेंटाइन के पहले हफ्ते में वीडियो गेम्स की एक्टिविटी में 75% की बढ़ाेत्तरी हुई। वहीं, लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब गेमिंग और ट्विच पर व्यूअरशिप में 10% की बढ़त देखी गई। नॉर्थ अमेरिका के सबसे बड़े ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट लीग ऑफ लीजेंड्स चैंपियनशिप सीरीज के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग के लिए दुनियाभर में 80 लाख लॉग-इन रोजाना हो रहे हैं। यह ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए सबसे सही वक्त है।

पिछले हफ्ते आई-रेसिंग को टीवी पर 9 लाख लोगों ने देखा
एनवी गेमिंग कंपनी के सीईओ माइक रुफेल ने कहा, ‘इस समय ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ग्रोथ कर रही है।’ एनवी गेमिंग दुनिया का 8वां सबसे वैल्यूएबल ई-स्पोर्ट्स आर्गनाइजेशन है। अमेरिका में कार रेसिंग के इवेंट नेसकार ने भी आई-रेसिंग ऑनलाइन लीग शुरू की। इसे टीवी पर 9 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा। यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला ई-स्पोर्ट्स इवेंट रहा।

अमेरिका में आर्मी, एयरफोर्स और नेवी की अपनी ई-स्पोर्ट्स टीमें हैं
यूएस नेवी ने हाल ही में ‘गोट्स एंड ग्लोरी’ नाम की ई-स्पोर्ट्स टीम बनाई। यूएस आर्मी और एयरफोर्स की पहले से टीमें हैं। नेवी रिक्रूटिंग कमांड के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर कैप्टन मैट स्मोक बोरेन बताते हैं, ‘ई-स्पोर्ट्स की इंडस्ट्री अरबों डॉलर की है, जहां काफी संभावनाएं हैं।’ वहीं, केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू कियस है। इस लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है। एनएफएल ने भी ऑनलाइन खेलना शुरू किया है।



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केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू किया है।
एनबीए 2के2020 लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है।

आज ही के दिन: भारत के सपनों को तोड़, वर्ल्ड चैंपियन बना था श्रीलंका April 05, 2020 at 04:50PM

नई दिल्ली भारतीय टीम सात साल बाद टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में थी। मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम खिताबी मुकाबले में उसके सामने थी श्रीलंका की टीम। वही श्रीलंका जिसे तीन साल पहले 50 ओवर के फाइनल में हराकर भारत 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बना था। वहीं श्रीलंका वैश्विक टूर्नमेंट के चार फाइनल हार चुकी थी। कुमार संगाकारा की कप्तानी में टीम के पास यह आखिरी मौका था। संगाकारा की टीम के पास सिर्फ 131 रन का लक्ष्य था। संगाकारा ने कप्तानी पारी खेली। मुश्किल नजर आ रही विकेट पर 35 गेंद पर नाबाद 52 रन बनाए। महेला जयवर्धने ने भी रन अ बॉल 24 रन बनाए। तिसारा परेरा ने 14 गेंद पर 23 रन बनाकर लंकाई टीम पर प्रेशर नहीं पड़ने दिया। और लंकाई टीम ने छह विकेट से मैच अपने नाम किया। भारत जो 2011 का वर्ल्ड कप, 2013 की चैंपियंस ट्रोफी जीत चुका था उसके पास तिकड़ बनाने का मौका था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। टीम मीरपुर की विकेट पर बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। कुमार संगाकारा ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया। अजिंक्य रहाणे सिर्फ तीन बनाकर आउट हो गए। रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली ने 61 रन जोड़े। 10.3 ओवर में भारत का स्कोर 64 रन था। विराट जमकर बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन दूसरे छोर पर बल्लेबाजों को रन बनाने में काफी दिक्कत आ रही थी। युवराज सिंह 21 गेंदों का सामना कर सिर्फ 11 रन बना पाए। वह कहीं अपने पुराने रंग में नहीं थे। वह न तो बड़े शॉट खेल पा रहे थे और न हीं लंकाई गेंदबाज उन्हें स्ट्राइक ही बदलने दे रहे थे। उनके आउट होने के बाद क्रीज पर आए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी सात गेंद पर 4 रन ही बना पाए। वहीं उसी विकेट पर कोहली को कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने 58 गेंद पर 5 चौकों और चार छक्कों की मदद से 77 रन बनाए। वह पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए। लंकाई टीम को बड़ा लक्ष्य नहीं था और उसने इसे हासिल करने में कोई जल्दबाजी भी नहीं दिखाई। संगाकारा ने हाफ सेंचुरी बनाकर रनगति को नियंत्रण में और भारतीय टीम को जीत से महरूम रखा। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराकर तीसरी बार महिला टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।

क्रिकेट में चहल के काम आ रही है शतरंज की 'चाल' April 05, 2020 at 06:30AM

चेन्नैभारतीय क्रिकेट टीम के लेग स्पिनर ने रविवार को कहा कि शतरंज ने उन्हें क्रिकेट के मैदान पर संयमित होना सिखाया। पूर्व राष्ट्रीय अंडर-12 शतरंज चैंपियन चहल ने विश्व युवा शतरंज चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वह विश्व शतरंज महासंघ की वेबसाइट में भी शामिल है। उनकी ईएलओ रेटिंग 1956 है। भारतीय क्रिकेटर चहल ने टूर्नमेंट शुरू होने से पहले ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की। उन्होंने कहा, ‘शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया। क्रिकेट में आप भले ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो लेकिन आपको शायद विकेट नहीं मिलें।’ उन्होंने कहा, ‘इसी तरह एक टेस्ट मैच में आपने दिन में भले ही अच्छी गेंदबाजी की लेकिन विकेट नहीं मिले हों लेकिन आपको अगले दिन वापस आकर गेंदबाजी करनी होती है इसलिये आपको संयमित होने की जरूरत होती है। शतरंज ने इसमें मेरी काफी मदद की है। मैंने धैर्य बरतकर बल्लेबाज को आउट करना सीखा।’ चहल से शतरंज के बजाय क्रिकेट को चुनने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी। भारत के लिए 52 वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चहल ने कहा, ‘मुझे शतरंज और क्रिकेट के बीच चयन करना था। मैंने अपने पापा से बात की और उन्होंने कहा कि तुम्हारी मर्जी है। मेरी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी तो मैंने इसे चुना।’ अगर आईपीएल हो रहा होता तो वह विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर में खेल रहे होते लेकिन अभी वह लॉकडाउन के समय में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे परिवार के साथ समय बिताने का ज्यादा समय नहीं मिलता। कई साल के बाद मैं घर पर हूं। मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं। यह अच्छा और नया अनुभव है। मैं देर रात सोता हूं और सुबह देर से उठता हूं और शाम में परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताता हूं।’ उन्होंने कहा कि उनके आदर्श महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न हैं और जब भी संभव होता है वह शतरंज देखते हैं और ऑनलाइन गेम खेलते हैं। चहल ने इंग्लैंड में 2019 विश्व कप में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस के विकेट को अपने सर्वश्रेष्ठ विकेट में से एक करार दिया। उन्होंने कहा, ‘यह मेरा पहला विश्व कप था। मैंने फाफ को आउट किया जो बड़े मैच में बड़ा विकेट था।’ चहल ने अपनी गेंदबाजी के बारे में कहा, ‘मैं भी गेंदबाजी करते हुए काफी योजना बनाता हूं और विकेटकीपर से चर्चा करता हूं। जैसे मैं माही भाई (एम एस धोनी) को बताता था कि मैं कैसे गेंदबाजी करूंगा।’ उन्होंने साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की ताकि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में मदद मिले। चहल ने कहा, ‘कृपया घर पर रहिये, आपके लिए यह नायक बनने का मौका है। हमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहना होगा। आप पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो, खाना बनाना सीख सकते हो, इस समय में नयी चीजें करना सीखिए।’

तीरंदाज दीपिका और अतानु ने घर में बनाया पोर्टेबल रेंज, ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर लगातार प्रैक्टिस कर रहे April 05, 2020 at 04:38PM

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण विश्व की एक तिहाई आबादी अपने घरों में कैद है। भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज अपने घर में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। फ्री टाइम में वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव होते हैं और अपने फैन्स को कोरोना से लड़ने का संदेश देते नजर आते हैं। ऐसी ही प्रैक्टिस की कुछ तस्वीरें और वीडियो ओलिंपियन तीरंदाज दीपिका कुमारी और अतानु दास के सामने आए हैं।

दीपिका और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे। उन्होंने बताया-हमने पहले की तरह अपना रूटीन बनाकर रखा है। दिन की शुरुआत मेडिटेशन-योगा से होती है। घर में 10 मीटर का पोर्टेबल रेंज बनाया है। इसमें हम प्रैक्टिस करते हैं। दोनों ने 2018 में सगाई की थी। दीपिका-अतानु ने ओलिंपिक के लिए मिक्स्ड डबल्स का टिकट हासिल कर लिया है।



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दीपिका कुमारी (बाएं) और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे।

लॉकडाउन में भी कोचिंग ले रही हैं मैरी कॉम April 05, 2020 at 04:10PM

नई दिल्ली ओलिंपिक्स भले ही एक साल के लिए टल गया है लेकिन लॉकडाउन में भी कोच खिलाड़ियों को रोजाना तैयारी करवा रहे हैं। बॉक्सर एमसी के कोच छोटेलाल यादव ने बताया कि अभी वह भले ही मैरी कॉम के पास नहीं हैं, लेकिन रोजाना वीडियो कॉल के जरिए उन्हें टिप्स दे रहे हैं। केवल मैरी कॉम ही नहीं, बाकी बॉक्सर भी इसी तरह तैयारी कर रहे हैं। मंगवा रहे हैं रिकॉर्डिंग छोटेलाल ने बताया, 'इन दिनों हम लोग ऑनलाइन तैयारी करवा रहे हैं। घर में किस तरह ट्रेनिंग कर सकते हैं, फिजिकल फिटनेस किस तरह बरकरार रख सकते हैं, जो खिलाड़ी ओलिंपिक्स में क्वॉलिफाइ कर चुके हैं, उन्हें हम लगातार यह सब चीजें बता रहे हैं। उन्हें वीडियो कॉल करके भी समझाते हैं और वो जिस तरह तैयारी कर रहे हैं, उसकी रिकॉर्डिंग भी मंगवा रहे हैं। हम घर बैठकर ही मॉनिटर कर रहे हैं।' भेजते हैं शेड्यूल कोच ने बताया कि हम एक हफ्ते का शेड्यूल एक ही बार में भेज देते हैं। बकौल छोटेलाला, 'मैरी को हर हफ्ते का शेड्यूल भेजता हूं। उनसे भी कहा है कि ट्रेनिंग का वीडियो भेजना है और वह हमेशा भेजती भी हैं। फिर उसे देखता हूं और अगर कुछ लगता है कि सही नहीं किया है तो उन्हें फोन कर बताता हूं कि इसे ऐसे नहीं, ऐसे करना है। फिर मैं सभी वीडियो फेडरेशन में भेजता हूं।' बरतनी होगी सावधनीछोटेलाल ने बताया कि लॉकडाउन के बाद जब खिलाड़ी स्टेडियम में आ जाएंगे, तब भी काफी सावधनी बरतनी होंगी। उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन खत्म होने के बाद सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि खिलाड़ी घर से सीधे स्टेडियम आएं और फिर ट्रेनिंग करके सीधे घर जाएं। कहीं किसी से मिलें नहीं। अभी कुछ दिन हमें यह सावधानी बरतनी होगी।'

याद नहीं इतना लंबा ब्रेक पहले कब लिया था: सिंधु April 05, 2020 at 07:39AM

हैदराबाद मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी ने कहा है कि वह तोक्यो ओलिंपिक के एक साल तक के लिए स्थगित होने की खबर सुनने के लिए मानसिक रूप से तैयार थीं। सिंधु ने कहा कि जब मैंने ओलिंपिक के स्थगित होने की खबर सुनी तब मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी। इस टॉप सीड बैडमिंटन खिलाड़ी ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, 'मैं इस साल ओलिंपिक के आयोजन को लेकर आश्वस्त नहीं थी क्योंकि से हर दिन एक नया देश इससे प्रभावित हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में आप कुछ नहीं कर सकते है। जीवन पहले आता है।' सिंधु और अन्य भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपना पिछला टूर्नमेंट ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में खेला था। इसके बाद विश्व बैडमिंटन महासंघ (WBF) ने कोरोना के सभी टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया था। सिंधु ने कहा कि जब चैंपियनशिप खेलने के लिए इंग्लैंड गई थी तो स्थिति उतनी भयानक नहीं थी जितनी कि अब है। उन्होंने कहा, 'लेकिन जब हम वापस आए तो यह सब बदल गया। कोविड-19 संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने लगी। अब तो स्थिति काफी बदतर हो गई है और मुझे याद नहीं है कि आखिरी बार कब हमें इतना लंबा ब्रेक मिला था। शायद कभी नहीं।' सिंधु ने कहा कि इस ब्रेक के दौरान उन्होंने अब तक बैडमिंटन नहीं खेला है। इस विश्व चैंपियन शटलर ने कहा, 'मैं कुछ व्यायाम कर सकती हूं। मेरे पास घर पर कुछ उपकरण हैं, इसलिए मैं एक-आध घंटे के लिए ट्रेनिंग करती हूं। घर तक ही सीमित रहना ठीक है। मैं घर पर ज्यादा काम नहीं करती, लेकिन मैं रसोई में मां की मदद करती हूं।'

लाइव चैट में रोहित शर्मा को चहल पर आया गुस्सा April 05, 2020 at 01:08AM

नई दिल्ली टीम इंडिया के स्टार ओपनर और लेग स्पिनर के बीच अक्सर मौज-मस्ती होती रहती है। इस बार चहल की यह मौज-मस्ती सोशल मीडिया पर पहुंची तो रोहित शर्मा को थोड़ा गुस्सा आ गया। दरअसल सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा टीम के तेज गेंदबाज के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव वीडियो चैट कर रहे थे। इस चैट में चहल ने चहलकदमी (एंट्री) की तो रोहित ने उन्हें हल्की-फुल्की डांट लगा दी। रोहित शर्मा बुमराह के साथ इस वीडियो चेट के दौरान लेटे हुए दिख रहे हैं। इस रोहित देखते हैं कि कॉमेंट बॉक्स में युजवेंद्र चहल और युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत इस चैट पर मस्ती कर रहे हैं। रोहित बुमराह से कहते हैं कि ये चहल और पंत मेरा दिमाग खराब कर रहे हैं। इसके जवाब में बुमराह भी बोलते हैं कि मैं भी वही देख रहा हूं। इसके बाद रोहित चहल को अपने ही अंदाज में मजेदार ढंग से डांटते हैं। रोहित चहल को बोलते हैं, चहल.. तू न...!' फिर वह दूसरी बात बात छेड़ देते हैं और बोलते हैं कि तू अपने पिताजी को नचा रहा है यार, तुझे शर्मा आ रहा है या नहीं। बता दें हाल ही में युजवेंद्र चहल ने टिकटॉक पर अपनी एंट्री की है और इस मीडिया प्लेटफॉर्म पर वह खूब मस्ती करते दिख रहे हैं। हाल ही में चहल ने अपना एक वीडियो अपने पापा के साथ पोस्ट किया था, जिसमें दोनों डांस कर रहे हैं। फैन्स को चहल का यह टिकटॉक वीडियो खूब पसंद आया था। लेकिन शायद रोहित शर्मा चहल के इस वीडियो से नाराज हैं।

गीता फोगाट, बजरंग समेत कई दिग्गजों की अपील, कोहली ने कहा- आओ रात 9 बजे 9 मिनट दीपक जलाकर दुनिया को हमारी एकता दिखाएं April 05, 2020 at 12:20AM

दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस (कोविड-19) के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एक अपील की है। मोदी ने कोरोना के अंधकार को दूर करने के लिए रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने को कहा है। उनकी इस अपील का विराट कोहली समेत खेल जगत के दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया, गीता फोगाट, योगेश्वर दत्त, निशानेबाज मनु भाकर और पूर्व खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने भी साथ दिया है।

कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘स्टेडियम की ताकत उसके फैन्स में होती हैं। भारत की ताकत अपने लोगों में है। आओ आज रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दुनिया को दिखा दें कि हम एक हैं। आओ हमारे स्वास्थ्य योद्धाओं को दिखा दें कि हम उनके पीछे खड़े हैं। टीम इंडिया - प्रज्जवलित।’’

निशानेबाज मनु ने कोरोना को हराने का संकल्प लिया
मनु ने ट्वीट किया, ‘‘हम सभी देशवासी कोरोनावायरस के खिलाफ इस लड़ाई में एक साथ आएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज रात 9 बजे और 9 मिनट के लिए अपने घरों की सभी लाइट बंद करके छत, बालकनी या दरवाजों पर दीए जलाएं और कोरोना को हराने का एक साथ संकल्प लें। जयहिंद।’’

सावधानी के लिए भारतीय सेना की सलाह मानें
दीपक या मोमबत्ती जलाने से पहले हमें सावधानी के लिए सेना की अपील को भी ध्यान में रखना होगा। भारतीय सेना ने सलाह दी है कि दीया जलाते वक्त अल्कोहल बेस्ड सैनेटाइजर इस्तेमाल न करें। इससे आग लगने का खतरा है। हाथ धोने के लिए साबुन ही इस्तेमाल करें।



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भारतीय निशानेबाज मनु भाकर, विराट कोहली और गीता फोगाट (दाएं) ने प्रधानमंत्री मोदी की दीपक जलाने की अपील का समर्थन किया।

सहवाग की गौसेवा, बोले- गाय हमारी माता है April 05, 2020 at 12:03AM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय धुरंधर लॉकडाउन के दौरान घर पर समय बिता रहे हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहते हैं और रविवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर किया जिसमें वह गौसेवा करते नजर आए। अपने इस वीडियो में सहवाग एक गाय पर हाथ फेरते दिखे। एक गाय पीछे खड़ी भी नजर आ रही है। पढ़ें, सहवाग ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'गाय हमारी माता है, हमें कुछ नहीं आता है।' वह इसी लाइन को वीडियो में बोलते भी नजर आए। चीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण पूरे भारत में लॉकडाउन घोषित है और खेल जगत की दिग्गज हस्तियां इस दौरान घर पर ही समय बिता रही हैं। 41 वर्षीय सहवाग ने इससे पहले एक और वीडियो शेयर किया था जिसमें उनकी मां घर पर मक्खन बनाते नजर आ रही थीं। उन्होंने साथ ही लिखा था, 'आज मां ने घर पर ताजा मक्खन बनाया। मैंने कान्हा की तरह थोड़ा खाया, थोड़ा लगाया।' सहवाग के नाम 104 टेस्ट मैच में 8586 रन और 251 वनडे इंटरनैशनल में 8273 रन दर्ज हैं। उन्होंने करियर में 19 टी20 इंटरनैशनल मैच भी खेले और 394 रन बनाए जिसमें 2 अर्धशतक भी शामिल हैं।

रोहित क्यों युवी को दिलाते थे इंजमाम की याद? April 04, 2020 at 10:35PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि करियर के शुरुआती दिनों में की बल्लेबाजी ने उन्हें पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज इंजमाम उल हक की याद दिलाई थी। सीमित ओवरों की भारतीय टीम के उपकप्तान ने वनडे में जून 2007 में पदार्पण किया था जबकि टी20 क्रिकेट में उन्होंने विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ अपना पहला मैच खेला था। रोहित को हालांकि इस मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। युवराज से जब रोहित को लेकर पहले प्रभाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह आक्रामक बल्लेबाज ऐसे खेलता था जैसे उसके पास काफी समय हो। युवराज ने यूट्यूब पर एक कार्यक्रम में कहा, ‘मुझे लगता है जब वह भारतीय टीम में आए थे तब वह ऐसी बल्लेबाजी करते थे जैसे उनके पास शॉट लगाने का काफी समय है।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने मुझे इंजमाम उल हक की याद दिला दी। जब इंजमाम बल्लेबाजी करते थे तब उनके पास भी काफी समय (शॉट खेलने के लिए) होता था।’ इंजमाम ने अपने करियर में 120 टेस्ट और 300 से अधिक एकदिवसीय खेले। उन्हें दवाब की स्थिति का सामना करने के लिए जाना जाता है। इंजमाम ने 2003 से 2007 तक पाकिस्तान की कप्तानी की थी।

स्थिति सुधरने पर बिना दर्शकों के हो क्रिकेट: लैंगर April 04, 2020 at 10:06PM

सिडनीऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर का मानना है कि कोरोना वायरस के बाद अगर स्थिति में सुधार होती है तो बंद दरवाजो के बीच खाली स्टेडियम में क्रिकेट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा करना फैन्स के लिए काफी अच्छा रहेगा जो कोरोना वायरस के कारण इन दिनों क्रिकेट मैच देखने के वंचित हो गए हैं। लैंगर ने कहा, जब आप क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, जब आज छोटी उम्र में होते हैं तो उस समय आपके सामने कोई भीड़ नहीं होती है। उन्होंने कहा, ‘आपने तब क्रिकेट खेला क्योंकि आप इस खेल को पसंद करते हैं। आपको अपने साथियों के साथ खेलना पसंद आता है और आपको खेलना अच्छा लगता है।' कोच ने कहा, 'इस खेल के प्यार के कारण और लोगों को टीवी सेट और रेडियो के जरिए लोगों का मनोरंजन करने में अब भी सक्षम हैं। ऐसे में ही खाली स्टेडियम में मैच कराए जाने का महत्व है।' उन्होंने कहा, ‘हां यह थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन हमें इस बात को किसी भी हाल में कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि हम सभी कितने भाग्शाली हैं।’’ लैंगर से पहले, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भी बंद दरवाजों के बीच क्रिकेट या फिर आईपीएल के आयोजन की वकालत की है।

थाईलैंड-मलेशिया पर  3 और 1 साल का प्रतिबंध, इन देशों के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में नहीं जा पाएंगे April 04, 2020 at 09:49PM

इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्ल्यूएफ) ने थाई एमेच्योर वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन (टीएडब्ल्यूए) पर 3 और मलेशियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (एमडब्ल्यूएफ) पर 1 साल का प्रतिबंध लगाया है। दोनों देशों पर कई सारे डोपिंग आरोप लगने के कारण आईडब्ल्यूएफ शनिवार को यह प्रतिबंध लगाया है। इसके कारण अब थाईलैंड और मलेशिया के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में शामिल नहीं पाएंगे। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो गेम्स को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह ओलिंपिक अगले साल 24 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होंगे।

इंटरनेशनल फेडरेशन ने कहा है कि टोक्यो ओलिंपिक चाहे जब भी हों, इन दोनों देशों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इसके अलावा इटनेशनल फेडरेशन ने थाई फेडरेशन पर दो लाख डॉलर (करीब 1.53 करोड़ रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। थाई फेडरेशन ने 2018 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अपने 9 वेटलिफ्टरों के डोपिंग में फंसने के बाद खुद ही ओलिंपिक से नाम वापस ले लिया था।

मलेशिया के 3 खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेल
वहीं, मलेशिया की बात करें तो एक कैलेंडर ईयर में उसके तीन खिलाड़ियों को डोप टेस्ट में फेल हो के कारण सजा मिल चुकी है। आईडब्ल्यूएफ ने मलेशिया के सभी खिलाड़ियों पर 5 महीने का अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले लगभग सभी इवेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। थाईलैंड और मलेशियाई संस्था 1 अप्रैल से 21 दिन के अंदर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील कर सकते हैं।



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मलेशिया के वेटलिफ्टर मोहम्मद अज्निल बिदिन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में स्वर्ण जीता था।

स्ट्रॉस ने माना, पीटरसन मुद्दे से निपटने में हुई चूक April 04, 2020 at 09:49PM

लंदनइंग्लैंड के पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने स्वीकार किया कि उन्होंने के मुद्दों को ठीक तरह से नहीं सुलझाया था। स्ट्रॉस का मानना है कि इस आक्रामक बल्लेबाज को अनुशासन का पूरी तरह से पालन नहीं करने के बाद भी मौका मिलना चाहिए था। स्ट्रॉस ने हालांकि कहा कि वह इस बात को अच्छी तरह समझते है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिलाड़ियों के लिए क्यों जरूरी है लेकिन अगर वे टेस्ट क्रिकेट की जगह आईपीएल को प्राथमिकता देंगे तो इससे गलत उदाहरण पेश होगा। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की आईपीएल नीति को लेकर स्ट्रॉस और पीटरसन में काफी विवाद हुआ था। स्ट्रास ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, ‘आईपीएल को लेकर केपी (पीटरसन) के साथ मेरी हमेशा सहानुभूति रही है। मुझे समझ में आ गया था कि आईपीएल में दुनिया भर के बड़े खिलाड़ी एक साथ खेलते हैं और वहां खिलाड़ियों को बड़ी रकम दी जाती है।’ खास बात यह है कि जब स्ट्रॉस ईसीबी के ‘क्रिकेट के निदेशक’ बने थे तो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाड़ियों के लिए आईपीएल में भाग लेने के लिए एक खास कार्यक्रम तैयार किया था जिसकी पीटरसन ने सबसे लंबे समय तक वकालत की थी। उन्होंने कहा, ‘मुझे काफी लंबे समय तक लगता था कि आईपीएल के लिए विंडो की जरूरत है। मैंने ईसीबी से कहा था कि हम एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते क्योंकि यह टीम के लिए बड़ी समस्या बन जाता।’ पूर्व कप्तान ने कहा, ‘इसके साथ ही मुझे यह भी लगा कि टेस्ट क्रिकेट को छोड़ कर खिलाड़ी को आईपीएल में खेलने की छूट देने काफी खतरनाक है। इससे आप युवा खिलाड़ियों को यह सीख दे रहे कि आईपीएल टेस्ट क्रिकेट से ज्यादा जरूरी है।’ स्टॉस ने कहा कि उन्होंने पीटरसन को कई बार समझाया था कि टेस्ट क्रिकेट ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘मैं उस समय केपी से कह रहा था, 'सुनो, दोस्तों- यह स्थिति है। आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बार बार टीम में आने और जाने का विकल्प नहीं चुन सकते। आपको इंग्लैंड के लिए मिले दायित्व को निभाना होगा और मैं उम्मीद करूंगा कि आपको ऐसे अंतराल मिले जहां आईपीएल भी खेल सकते है।’ पीटरसन ने अपनी आत्मकथा में 2014-15 में टीम से बाहर किए जाने का जिक्र करते हुए इसके लिए मैट प्रायर और स्टुअर्ट ब्रॉड पर निशाना साधते हुए स्टॉस की भी आलोचना की थी। उन्होंने लिखा था कि स्ट्रॉस ने तब उनका समर्थन नहीं किया था।

कमरे में क्रिकेट, ट्रेडमिल पर रन.. केविन का वीडियो April 04, 2020 at 09:05PM

नई दिल्लीइंग्लैंड के पूर्व कप्तान अपने घर पर लॉकडाउन के दौरान खाली समय का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं। हिंदी में ट्वीट कर हाल में चर्चा में आने वाले पीटरसन ने शनिवार को इंस्टाग्राम पर एक मजेदार वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में एक शख्स पूरी तरह क्रिकेट किट के साथ अपने रूम में पहले शॉट लगाता है और फिर ट्रेडमिल पर सिंगल के लिए दौड़ने लगता है। पीटरसन को यह वीडियो किसी ने वॉट्सऐप पर भेजा। उनके इंस्टाग्राम पर 18 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं और इस वीडियो को 1.25 लाख से भी ज्यादा लोगों ने लाइक किया है। पढ़ें, 39 वर्षीय पीटरसन ने लिखा, 'ये जो भी हैं, जीनियस हैं। मुझे वॉट्सऐप पर किसी ने भेजा।' इसके साथ ही उन्होंने हंसी वाली स्माइली भी बनाई। इससे पहले पीटरसन ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली से गुरुवार को सोशल मीडिया पर चर्चा भी की थी। पीटरसन ने भारतीय वनडे और टी20 टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम पर वीडियो चैट पर भी बातचीत की थी।

मोदी पर बोले कोहली, फैन नहीं तो स्टेडियम क्या April 04, 2020 at 08:35PM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस अभियान का सपॉर्ट किया है, जिसमें उन्होंने देशवासियों से 5 अप्रैल यानी आज रात 9 बजे 9 मिनट तक दिया जलाने का निवेदन किया था। विराट ने ट्विटर पर को टैग करते हुए लिखा- स्टेडियम की शक्ति उसके प्रशंसकों से है। भारत की भावना अपने लोगों से है। आज रात 9 बजे 9 मिनट... आइए दुनिया को दिखाते हैं, हम एक साथ खड़े हैं। उन्होंने इसके साथ ही कोरोना वायरस से जंग कर रहे डॉक्टरों, पुलिसकर्मियों और उन तमाम योद्धाओं की ओर इशारा करते हुए लिखा- आइए हमारे स्वास्थ्य योद्धाओं को दिखाएं हम उनके साथ खड़े हैं। टीम इंडिया - प्रज्ज्वलित। बता दें पीएम मोदी ने वीडियो संबोधन में कहा था कि पांच अप्रैल (रविवार) की रात नौ बजे नौ मिनट तक अपने घरों की लाइट बंद रखें और इस दौरान अपने घरों के दरवाजे पर या फिर बालकनी पर आकर रोशनी प्रज्ज्वलित करें। इससे पहले हार्दिक पांड्या, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े क्रिकेटरों ने पीएम के मेसेज को फॉलो करने की अपील की थी। उनके अलावा भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह सहित कई अन्य क्रिकेटरों ने भी कोरोना से जंग में पीएम का साथ देने को कहा है। हार्दिक पंड्या ने लिखा- आइए मिलकर हम उन लोगों के लिए प्रकाश फैलाएं, जो इस अंधकार के समय हमें राह दिखा रहे हैं। आइए हम देश के करोड़ों लोगों की भावना को जगाएं। हमारे ड्रेसिंग रूम से लेकर आपके दरवाजे तक लक्ष्मण रेखा है। हम आपके साथ हैं नरेंद्र मोदी जी। दूसरी ओर, केएल राहुल ने लिखा- 5 अप्रैल, रात 9 बजे, 9 मिनट... खड़े हों और लाइट जलाएं। हमें अपनी भावाना दिखाएं, एक अरब दिलों की आत्मा को प्रज्ज्वलित करें और इस वायरस को हमारी पिच (हमारे देश) से फेंक दें। हम जीत सकते हैं। बुमराह ने लिखा- जब हम शानदार जीत दर्ज करते हैं तो फैन्स को हर फैन को अपने फोन की फ्लैशलाइट जलाने का अपना ही आनंद होता है। टीम इंडिया आइए वायरस को भगाया जाए। 5 अप्रैल को रात 9 बजे 9 मिनट... अपना सपॉर्ट दिखाएं।