Saturday, April 4, 2020

पीटरसन ने आईपीएल को लेकर सुझाव दिया, कहा- तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के छोटे फॉर्मेट में टूर्नामेंट होना चाहिए April 04, 2020 at 08:36PM

कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने आईपीएल कराए जाने को लेकर सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि यदि संभव हो तो आईपीएल के 13वें सीजन को कराया जाना चाहिए। कोरोना के कारण दर्शकों की जान को कोई खतरा न हो, इसके लिए टूर्नामेंट को तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर फैन्स के ही कराया जाना चाहिए।

पीटरसन ने कहा कि इस बार आईपीएल का फॉर्मेट भी छोटा हो सकता है। इस बार टूर्नामेंट तीन या चार हफ्ते में खत्म हो सकता है। पिछले ही महीने बीसीसीआई ने कोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 29 मार्च से शुरु होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना था।

‘हर एक खिलाड़ी आईपीएल खेलने के लिए बेताब है’
इंग्लिश खिलाड़ी ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल से कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’

आईपीएल से कई लोगों को रोजगार मिलता है: मांजरेकर
पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भी पीटरसन की बात से सहमत जताते हुए आईपीएल की अहमियत बताई। सरकार, बोर्ड और फ्रेंचाइजी समेत अन्य सभी संबंधित संस्थाओं से सहमति मिलती है, तो आईपीएल को जरूर कराया जाना चाहिए। इससे एक विशेष अर्थव्यवस्था भी शुरू हो जाएगी, क्योंकि जब भी इस टूर्नामेंट की बात आती है, तो यह मुंबई इंडियंस, महेंद्र सिंह धोनी या विराट कोहली के बारे में नहीं होती, बल्कि उन लोगों के लिए होती है, जो आईपीएल के जरिए रोजगार पा रहे हैं।

खाली स्टेडियम में सभी क्रिकेट मैच कराए जाएं: लैंगर
वहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जस्टिन लैंगर ने बीबीसी रेडियो से कहा, ‘‘जब आप क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, जब आज छोटी उम्र में होते हैं तो उस समय आपके सामने कोई भीड़ नहीं होती है। आपने तब क्रिकेट खेला, क्योंकि आप इस खेल को पसंद करते हैं। आपको अपने साथियों के साथ खेलना पसंद आता है और आपको खेलना अच्छा लगता है। इस खेल के प्यार के कारण और लोगों को टीवी सेट तथा रेडियो के जरिए लोगों का मनोरंजन करने में अब भी सक्षम हैं। ऐसे में ही खाली स्टेडियम में मैच कराए जाने का महत्व है।हां यह थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन हमें इस बात को किसी भी हाल में कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि हम सभी कितने भाग्शाली हैं।’’



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इंग्लैंंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (दाएं) ने आईपीएल के 36 मैच में 35.75 की औसत से 1001 रन बनाए हैं।। -फाइल फोटो

'निराश' ओ कीफ ने फर्स्ट क्लास करियर को कहा अलविदा April 04, 2020 at 07:55PM

सिडनीऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट स्पिनर ने रविवार को फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्हें अगले घरेलू सत्र के लिए न्यू साउथ वेल्स की अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से हटाया गया था जिसके बाद इस 35 वर्षीय क्रिकेटर ने यह फैसला किया। लेफ्ट आर्म स्पिनर ओ कीफ ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 9 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 35 विकेट लिए थे। साल 2017 में ओ कीफ आखिरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम की जर्सी में नजर आए थे जब उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ सितंबर में टेस्ट मैच खेला। उन्होंने भारत के खिलाफ 2017 में पुणे में 12 विकेट चटकाए थे। पढ़ें, ओ कीफ ने पुष्टि की कि उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। न्यू साउथ वेल्स ने पिछले सत्र में शेफील्ड शील्ड जीती थी जिसमें ओ कीफ ने 22.25 की औसत से 16 विकेट लेकर अपना अच्छा योगदान दिया था। यह प्रतियोगिता में किसी भी स्पिनर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। अब तक 7 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके ओ कीफ ने कहा कि वह निराश हैं लेकिन न्यू साउथ वेल्स के फैसले को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा, ‘अपने देश की तरफ से खेलना और अपने प्रांत की कप्तानी करना मेरे लिए सम्मान की बात है लेकिन इससे भी अधिक गर्व इस पर है कि मैं कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेला।’ उन्होंने कहा, ‘जब मैं क्रिकेट खेलते हुए अपने दिनों की याद करता हूं तो लगता है कि मुझे सबसे अधिक इसी की कमी खलेगी।’ नाथन लॉयन अब भी न्यू साउथ वेल्स का स्पिन में मुख्य विकल्प हैं लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के कारण अधिकतर उपलब्ध नहीं रहते।

5 अप्रैल: जब पाक से हार इस टूर्नमेंट से बाहर हुआ था भारत April 04, 2020 at 07:30PM

नई दिल्ली खेल कोई भी हो लेकिन जब मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच होता है तो रोमांच की कोई सीमा नहीं होती। जब यही मुकाबला क्रिकेट के मैदान पर हो तो भावनाओं का ज्वार और खेल प्रेमियों का जोश अपने चरम पर होता है। एक ऐसा ही मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच 5 अप्रैल 1996 को सिंगापुर की मेजबानी में हुआ लेकिन तब भारत को बारिश के कारण पाकिस्तान ने हराकर टूर्नमेंट से बाहर कर दिया। सिंगर कप 1996 में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें खेल रही थीं। इस टूर्नमेंट का तीसरा मैच भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ। मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारतीय टीम ने 47.1 ओवर में 8 विकेट पर 226 रन बनाए, तब ही बारिश आ गई और खेल रोकना पड़ा। जानें, दिग्गज सचिन तेंडुलकर (100) ने इस मैच में शतक जड़ा और 111 गेंदों पर 9 चौके और 1 छक्का लगाया। उनके अलावा संजय मांजरेकर ने 41 और कप्तान अजहरुद्दीन ने 29 रन बनाए। पाकिस्तान के लिए दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने सर्वाधिक 3 विकेट झटके। पाकिस्तान को जीत के लिए 33 ओवर में 187 रन का टारगेट मिला जिसे उसने 28 ओवर में ही हासिल कर लिया। कप्तान आमिर सोहेल ने 89 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 7 चौकों की मदद से 76 रन बनाए और मैन ऑफ द मैच भी रहे। सईद अनवर ने 74 रन बनाए। दोनों ने मिलकर 144 रन की ओपनिंग साझेदारी की और जीत की नींव भी रख दी। भारतीय गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सके और अनिल कुंबले और वेंकटपति राजू ने 1-1 विकेट लिया। इस टूर्नमेंट का फाइनल भी पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराकर जीता। पाकिस्तान ने फाइनल में 48.3 ओवर में 215 रन बनाए और श्रीलंकाई टीम 172 रन पर सिमट गई। सकलैन मुश्ताक ने तब 3 विकेट झटके और वह फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे।

पीवी सिंधु 3 वर्ष तक रहेंगी वर्ल्ड चैंपियन? यह है वजह April 04, 2020 at 07:42PM

मन्ने रत्नाकर, हैदराबादभारतीय बैडमिंटन स्टार 3 वर्ष तक वर्ल्ड चैंपियन रह सकती हैं। ऐसा संभव है कोरोना वायरस की वजह से। सिंधु 2019 में विश्व विजेता बनने वाली पहली भारतीय बनी थीं। उन्हें 2021 में इस खिताब की रक्षा करने के लिए उतरना था, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। दरअसल, ओलिंपिक इस वर्ष जापान (तोक्यो) में होना था, लेकिन महामारी कोरोना की वजह से अब यह जुलाई, 2021 में रीशेड्यूल किया गया है। इसलिए वर्ल्ड चैंपियनशिप की संभावना कम ओलिंपिक वर्ष होने की वजह से BWF 2021 कैलेंडर में नवंबर अंत तक कोई स्लॉट नहीं है। हालांकि, सिंधु इस बात से अधिक उत्साहित नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'हम सभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खेल की शुरुआत कब होगी। ओलिंपिक टल चुका है अब अब हम सभी को खेलों के शुरू होने का इंतजार है।' आज खत्म होगा क्वॉरंटाइन इस बीच सिंधु अपनी भतीजी से मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही है जब रविवार को उनका क्वॉरंटाइन समाप्त हो रही है। वह 15 मार्च को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप से लौटने के बाद से ही आइसोलेशन में हैं। उनकी 14-दिवसीय आइसोलेशन 28 मार्च को समाप्त होने वाली थी, लेकिन अधिकारियों ने 5 अप्रैल तक जारी रखने की सलाह दी है। पुलिस कर रही निगरानी, घर में हैं बंद सिंधु ने बताया कि स्थानीय पुलिस हमारी निगरानी कर रही है। मेरे आइसोलेशन के समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले 5 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। उन्होंने हमारे पासपोर्ट ले लिए और हमारे दरवाजे पर एक स्टिकर चिपका दिया। मैंने अपने उन दोस्तों से पूछताछ की जो इंग्लैंड से लौटे थे और यह हम सभी के लिए समान दिनचर्या है। सिंधु की बहन करीब रहती है और शटलर उनसे मिलने के लिए बेचैन है। उन्होंने कहा- मैं अपनी भतीजी के साथ खेलने के लिए उत्सुक हूं। मैं उनके साथ समय बिताना चाहती हूं, ऐसा पहली बार हुआ इस बीच सिंधु फिल्में देखकर और अपनी फिटनेस पर काम करके खुद को व्यस्त रख रही हैं। एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ कि सिंधु बैडमिंटन कोर्ट से दूर रहीं। उन्होंने बताया कि यहां तक कि जब मैं चोट के कारण 2015 में पांच महीने के लिए बंद थी तब भी मैं नियमित रूप से कोर्ट में जाती थी। यह पहली बार है जब मैंने तीन सप्ताह से अधिक समय तक कोट नहीं देखा है।

फाइनल में मैंने ही धोनी को ऊपर आने के लिए कहा था, गंभीर के साथ लेफ्ट-राइट के कॉम्बिनेशन की रणनीति सफल रही: सचिन April 04, 2020 at 07:00PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शनिवार को वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। सचिन ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उन्होंने ही कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को एक स्थान ऊपर 5वें नंबर पर आकर बल्लेबाजी करने के लिए कहा था। जब विराट कोहली के रूप में चौथा विकेट गिरा था, तब बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर क्रीज पर थे। सचिन ने लेफ्ट-राइट का कॉम्बिनेशन बनाने के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज धोनी को ऊपर भेजा। जबकि छठे नंबर पर शानदार फॉर्म में चल रहे राइट हैंड बेट्समैन युवराज सिंह को आना था। गंभीर-धोनी के बीच 5वेंं विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई थी। धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर मैच जिताया था।

भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जबकि फाइनल में नाबाद 91 रन की पारी खेलने वाले धोनी मैन ऑफ द मैच रहे थे। वहींं,वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था।

श्रीलंकाई स्पिनर के लिए लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाया

सचिन ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि श्रींलका में दो शानदार स्पिनर खेल रहे थे, इसलिए मुझे लगा की बल्लेबाजी में लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाए रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘गौतम शानदार बल्लेबाजी कर रहा था। उसके साथ धोनी जैसा बल्लेबाज ही लगातार स्ट्राइक बदल सकता था। तभी मैंने वीरू (वीरेंद्र सहवाग) से संदेशा भिजवाया। मैंने वीरू से कहा कि तू ओवर के बीच में जाकर सिर्फ ये बात बाहर जाकर एमएस (धोनी) को बोल देना और अगला ओवर शुरू होने से पहले वापस आ जाना। मैं यहां से नहीं हिलने वाला।’’

सचिन ने कहा, ‘‘जैसा मैंने कहा था, वीरू ने वैसा ही किया। इसके बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में लौट गए। यहां उन्होंने कोच गैरी कर्स्टन से इस रणनीति पर बात की। हमारे (सचिन-वीरू) आउट होने के बाद गैरी और धोनी समेत हम चारों ने मिलकर इस पर चर्चा की। गैरी को अटैकिंग के लिए लेफ्ट-राइट की रणनीति बेहतरीन लगी। धोनी भी इस पर राजी भी हो गए और 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए।’’

‘धोनी ने कोच से कहा था कि वे मुरली को अच्छे से खेल सकते हैं’
वहीं, ऑलराउंडर सुरेश रैना ने कहा कि धोनी मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’

फाइनल में गंभीर ने 97 और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे
मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। जबकि सचिन 18 रन और सहवाग शून्य पर पवेलियन लौट गए थे।



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वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था।

ऐसा टोटका कि सचिन ने सहवाग को बाथरूम जाने से रोका April 04, 2020 at 06:30PM

मुंबई क्रिकेट में कई बार हार-जीत के लिए कई तरह के अजीब टोटके भी किए जाते हैं। कुछ लोग यज्ञ भी करते हैं तो कुछ अलग ही तरह के प्रयोग करते हैं। ऐसे में दिग्गज का जिक्र भी होगा जो अकसर किसी मैच के दौरान टोटके के तौर पर किसी से कही खास जगह खड़े रहने या बैठे रहने की बात तक किया करते थे। 2011 के दौरान भी ऐसा ही हुआ था, जब भारत ने 28 साल के बाद विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। फाइनल में भारतीय टीम ने मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को मात दी थी। इस दौरान सचिन तेंडुलकर और वीरेंदर सहवाग ने अजीब ही टोटका किया था। सचिन और सहवाग ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में इस बारे में बताया। पढ़ें, सचिन ने कहा, 'मैं फाइनल मैच में आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में आया और अपनी सीट पर बैठ गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल के दौरान हमारी (सचिन और वीरू) साझेदारी के बाद, मैं ड्रेसिंग रूम में लौट आया था और फिजियो की टेबल पर लेट गया था। वीरू मेरे बगल में थे। हम हटे नहीं थे।' उन्होंने कहा, 'फाइनल में भी ऐसा ही किया। वीरू वहीं थे और मैंने उनसे कहा कि वह मेरे बगल में बैठें और कहीं ना जाएं।' सहवाग इस दौरान बालकनी पर बाहर जाकर मैच देखना चाहते थे लेकिन सचिन ने उनसे ऐसा करने से भी मना कर दिया। सचिन ने बताया कि उनके किटबैग के अंदर कई भगवानों की तस्वीरें चिपकी हुई थीं और वह फाइनल में लगातार टीम इंडिया के लिए प्रार्थना कर रहे थे। सहवाग ने आगे कहा, 'मैं बाथरूम जाना चाहता था। मैंने तब सचिन से कहा- अरे, कम से कम बाथरूम तो जाने दो। लेकिन वह बोले- तू यहां से नहीं हिलेगा। बाद में आप जो चाहें करें। मुझे ड्रिंक्स के ब्रेक तक इंतजार करना पड़ा।'

खेलों की वापसी पर डोनाल्ट ट्रंप का बड़ा बयान April 04, 2020 at 06:35PM

वॉशिंगटनअमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि से प्रभावित अमेरिका की विभिन्न खेल लीग जल्द शुरू होंगी, लेकिन उन्होंने इनकी वापसी के लिये समयसीमा तय करने से इनकार कर दिया। प्रमुख पेशेवर खेल लीग के आयुक्तों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में ट्रंप ने नैशनल फुटबॉल लीग के कमिश्नर रोजर गुडेल से कहा कि उनका मानना है कि सत्र सितंबर में शुरू हो जाएगा। विश्व की अन्य खेल प्रतियोगिताओं की तरह अमेरिकी खेल भी प्रभावित हुए है। एनबीए, मेजर लीग बेसबॉल, मेजर लीग सॉकर और नैशनल हॉकी लीग सभी ने पिछले महीने अपने सत्र को निलंबित कर दिया था। ट्रंप ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि जब भी हम तैयार हों, प्रशंसक फिर से स्टेडियमों में लौटें।’ उन्होंने कहा, ‘हम निश्चित तौर पर जल्द से जल्द वापसी करना चाहते हैं। मैं आपको तिथि नहीं बता सकता लेकिन हम जल्द ऐसा करना चाहते हैं।’ रिपोर्टों के अनुसार मेजर लीग बेसबॉल और एनबीए के अधिकारी तटस्थ स्थलों पर दर्शकों के बिना मैच करवाने पर विचार कर रहे हैं।

WC फाइनल में क्यों युवी से ऊपर उतरे धोनी? खुला राज April 04, 2020 at 06:03PM

के. श्रीनिवास राव, मुंबईभारत के दूसरी बार चैंपियन बनने के 9 साल बाद इस सप्ताह एक बार फिर फाइनल मैच पर बातचीत हो रही है। मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में भारत ने श्रीलंका को हराकर वनडे वर्ल्ड कप जीता था। एक बार फिर से यह बात हो रही है कि महेंद्र सिंह धोनी की नाबाद 91 रन की पारी, खासतौर से विजयी छक्का, पर ज्यादा लिखा गया या फिर गौतम गंभीर की 97 रन की शानदार पारी? धोनी क्यों युवराज से ऊपर आए और यह कैसे हुआ? भारत के लिए क्या काम कर गया? इन सब सवालों पर दिग्गज सचिन तेंडुलकर और ओपनर वीरेंदर सहवाग ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत की। सचिन: युवराज अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने क्वॉर्टरफाइनल में अच्छा खेल दिखाया। इसलिए, वह नंबर 5 पर, कप्तान धोनी नंबर 6 पर और सुरेश रैना नंबर 7 पर उतरे। बल्लेबाजी क्रम कमोबेश तय था। पढ़ें, सहवाग: हमें पता था कि अगर हमें अपने बेसिक्स सही मिले, तो हमेशा नियंत्रण में रहेंगे। सचिन: जहीर ने अच्छी गेंदबाजी की। वीरू ने उपुल थरंगा का शानदार कैच लपका। हमने श्रीलंका को 274 तक समेटने का काम कर दिखाया। महेला जयवर्दने (103) ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। सहवाग: मैं शुरुआत में ही आउट हो गया जिससे बेहद निराश था। मुझे याद है जब सचिन (तेंडुलकर) आ रहे थे तो मैंने भयानक चुप्पी साध ली। सचिन: मैं वापस ड्रेसिंग रूम में आया और अपनी सीट पर बैठ गया। क्वॉर्टर फाइनल के दौरान, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, हमारी (सचिन और वीरू की) साझेदारी के बाद, मैं ड्रेसिंग रूम में लौट आया था और फिजियो की टेबल पर लेट गया था। वीरू मेरे बगल में थे। हम हटे नहीं थे, यहां तक कि फाइनल में भी वीरू वहीं थे और मैंने उनसे कहा कि वह मेरे बगल में बैठे और कहीं ना जाएं। सचिन: गौतम और विराट के बीच साझेदारी बन रही थी और हम विरोधी टीम से कुछ कदम आगे रहना चाहते थे। जब मैंने वीरू से कहा ... 'अगर एक बाएं हाथ का बल्लेबाज (गौतम) अब आउट हो जाता है, तो एक बाएं हाथ (युवी) को अंदर जाना चाहिए, और अगर एक दाएं हाथ वाला (विराट) बाहर निकलता है, तो एक दाहिने हाथ वाला (धोनी) ) को उतरना चाहिए। युवी को नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार किया गया था लेकिन मैंने वीरू को सुझाव दिया, 'अगर विराट बाहर हो जाते हैं, तो युवी को अंदर नहीं जाना चाहिए। दाएं हाथ, बाएं हाथ के संयोजन को रखना महत्वपूर्ण है।' युवी जबरदस्त फॉर्म में थे लेकिन श्रीलंका के पास दो ऑफ स्पिनर थे, इसलिए मुझे लगा कि रणनीति में बदलाव होगा। सहवाग: बात अनकी बिलकुल सही थी। इसने श्रीलंकाई टीम को परेशानी में डाल दिया था। सचिन: श्रीलंकाई टीम के पास दो ऑफ स्पिनर थे। गौतम अच्छी तरह बल्लेबाजी कर रहे थे और धोनी जैसे बल्लेबाज की जरूरत थी जो स्ट्राइक रोटेट करते रहे। तो, मैंने वीरू से कहा, 'तुम ओवर के बीच में बाहर जाकर एमएस को यही बात बोलो और अगला ओवर शुरू होने से पहले वपिस आ जाना। सहवाग: इससे पहले कि वह अपनी बात पूरी करते, हमने देखा कि एमएस अंदर चले आ रहे हैं। इसलिए, जब उन्होंने (सचिन) एमएस के सामने वही बात दोहराई, जो मेरे सामने कही थी। पढ़ें, सचिन: मैंने एमएस को इस रणनीति पर विचार करने के लिए कहा। वह फिर गैरी (कर्स्टन) के पास गए, जो बाहर बैठे थे। फिर गैरी अंदर आए और हम चारों ने इस बारे में बात की। गैरी भी सहमत हुए और एमएस ने खुद को उतरने के लिए तैयार किया। सचिन उस शाम को सबसे ज्यादा याद करते हैं। उन्होंने कहा, 'गौतम गंभीर की कीमती 97 रन की पारी ने लक्ष्य का पीछा करने में नींव रखी और फिर धोनी ने नाबाद 91 रन की पारी खेलकर लक्ष्य को हासिल करने में भूमिका निभाई। इसके बाद विजयी छक्के ने तो यादगार बना दिया।' वीरू आगे कहते हैं, 'जब तक सिक्स लगा, कमोबेश, फाइनल में किस्मत का फैसला हो चुका था।'

5 अप्रैज: जब धोनी ने बजाई थी पाकिस्तान की बैंड April 04, 2020 at 06:17PM

नई दिल्ली5 अप्रैल... पूर्व भारतीय कप्तान और उनके फैन्स के लिए यह दिन महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यही वह दिन है, जब एक पारी में ने रांची के माही को इंटरनैशनल क्रिकेट को नया मुकाम दे दिया था। यह साल था 2005 और विपक्षी टीम थी भारत की चिर-प्रतिद्वद्वी पाकिस्तान। विशाखापत्तनम के डॉ. वाईएस राजशेखरा रेड्डी क्रिकेट स्टेडियम में धोनी-धोनी.. नाम की जो गूंज शुरू हुई तो आज तक जारी है। करियर का 5वां मैच और यूं बरसे चौके-छक्केविशाखापत्तनम के मैदान पर 2004-05 में पाकिस्तान के खिलाफ धोनी अपने वनडे करियर का 5वां मैच ही खेल रहे थे कि उन्हें कप्तान सौरभ गांगुली ने प्रमोट करते हुए नंबर 3 पर बैटिंग के लिए भेजा। इस पाटा विकेट पर धोनी ने 148 रन की पारी खेल कर नया कीर्तिमान रच दिया। इस मैच में धोनी ने 15 चौके और 4 छक्के जमाए। इस पारी के बाद धोनी ने क्रिकेट में अपना नया मुकाम बना लिया। धोनी ने किया था प्रमोटवनडे सीरीज के दूसरे मैच में भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सचिन तेंडुलकर और वीरेंदर सहवाग ओपनिंग करने उतरे, लेकिन मास्टर महज 2 रन पर आउट हो गए। इसके बाद हमेशा ही नए खिलाड़ियों को प्रमोट करने के लिए मशहूर गांगुली ने धोनी को मैदान पर भेज दिया और जो हुआ वह इतिहास है। चौके से खोला खाताधोनी ने मोहम्मद समी को चौका जड़ते हुए खाता खोला और अफरीदी को लगातार चौका-छक्का जड़ते हुए अपने इरादे जता दिए। एक छोर पर सहवाग ने महज 27 गेंदों में पचासा पूरा किया, लेकिन 40 गेंदों में 74 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद धोनी ने मोर्चा संभाला और 49 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी, जबकि शतक के लिए 88 गेंदों का सामना किया। 42वें ओवर में जब वह मोहम्मद हफीज की गेंद पर आउट हुए तो उनके नाम 123 गेंदों में 15 चौके और 4 छक्के की मदद से 148 रन दर्ज हो गए थे। भारत ने बनाया उच्च स्कोरभारत ने इस मैच में 9 विकेट पर 356 रन बनाए, जो उस वक्त इस मैदान का उच्चस्कोर था। जवाब में पाकिस्तानी टीम 44.1 ओवर में 298 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत 58 रनों से विजेता रहा। आशीष नेहरा ने 4, जबकि युवराज सिंह ने 3 विकेट झटके। धोनी पहली बार मैन ऑफ द मैच चुने गए। बता दें कि उन्होंने क्रिकेट करियर में पाकिस्तान के खिलाफ दो बार 148 रन की पारी खेली है। विशाखापत्तनम के बाद धोनी ने 2005-06 में पाकिस्तान (फैसलाबाद, टेस्ट)में भी 148 रन बनाए। ऐसा है बेमिसाल करियरअब तक के करियर की बात करें तो धोनी ने 350 वनडे खेले हैं और 10 शतक और 73 अर्धशतक की मदद से 10773 रन बनाए हैं, जबकि 90 टेस्ट में 6 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से 4876 रन बनाए। टी-20 इंटरनैशनल करियर में उन्होंने 98 मैच खेले, जबकि दो अर्धशतक की मदद से 1617 रन बनाए हैं। वनडे वर्ल्ड कप-2019 में अपना आखिरी वनडे खेलने वाले धोनी फिलहाल क्रिकेट से आराम फरमा रहे हैं।

हॉकी इंडिया ने एक करोड़ दिए, गांगुली ने 10 हजार लोगों को भोजन कराया; वसीम अकरम बैट-बॉल नीलाम करेंगे April 04, 2020 at 05:16PM

कोरोनावायरस से लड़ने में हॉकी इंडिया (एचआई) ने एक बार फिर मदद का हाथ बढ़ाया है। एक अप्रैल को 25 लाख देने की घोषणा करने वाली एचआई ने 75 लाख रुपए और डोनेट करने का फैसला किया है। अब कुल राशि एक करोड़ रुपए हो गई है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम और इंग्लैंड के डैरेन गॉफ भी मदद के लिए आगे आए हैं। दोनों ने फंड जुटाने के लिए अपनी यादगार चीजों को नीलामी के लिए देने का फैसला किया है। अकरम ने नीलामी के लिए अपना ऑटोग्राफ किया बल्ला और गेंद देने का फैसला किया है। इंग्लैंड के लिए वनडे के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज गॉफ नीलामी के लिए ऑटोग्राफ्ड गेंद देंगे।

इस बीच, गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने पीएम केयर्स फंड में 7 लाख रुपए दान किए हैं। वहीं, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी सहित कई भारतीय शतरंज खिलाड़ी फंड जुटाने के लिए ऑनलाइन एग्जिबीशन गेम खेलेंगे।

गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद की
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद कर करीब 10 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम किया है। कोलकाता इस्कॉन रोज करीब दस हजार लोगों को भोजन दे रहा था। अब वह 20 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम कर सकेगा।

स्टेडियम को अस्पताल और टेस्टिंग सेंटर में बदला
अमेरिका का बीजेके नेशनल टेनिस सेंटर और जर्मनी का इडुना पार्क स्टेडियम कोरोनावायरस महामारी में मदद के लिए आगे आया है। यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम के क्वींस स्टेडियम को अस्थाई हॉस्पिटल में बदल दिया है। आर्मस्ट्रांग स्टेडियम को डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर में बदल दिया है। यहां रोजाना 25 हजार खाने के पैकेट तैयार किए जा रहे हैै। इस बीच, जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।

महिला खिलाड़ी 3 महीने की सैलरी में कटौती कराएंगी
इंग्लैंड के पुरुष और महिला क्रिकेटर सैलरी कटौती की बात पर सहमत हो गए हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले पुरुष खिलाड़ियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को पांच लाख पाउंड (लगभग 4.71 करोड़ रुपए) देने की पेशकश की है। कोरोनावायरस के खिलाफ मदद के लिए खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। ईसीबी ने खिलाड़ियों की सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव रखा था। वहीं महिला क्रिकेटरों ने अप्रैल, मई और जून की सैलरी में कटौती का प्रस्ताव रखा है। बयान में कहा गया कि इंग्लैंड के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त पुरुष खिलाड़ी बातचीत के बाद ईसीबी को दान देने पर सहमत हुए हैं। इसमें कहा गया कि पूरी जानकारी अगले सप्ताह दी जाएगी। कुछ क्रिकेटर व्यक्तिगत तौर पर भी योगदान दे चुके हैं। विकेटकीपर जोस बटलर अपनी 2019 वर्ल्ड कप की जर्सी की नीलामी कर रहे हैं जबकि महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़ी हुई हैं। नाइट ने कहा कि सभी खिलाड़ी सैलरी कटौती के पक्ष में हैं।



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जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।

3 वीक से BF से नहीं मिली.. ज्वाला गुट्टा का दर्द April 04, 2020 at 05:05PM

सुहास येलपंतुला, मुंबईकिलर कोरोना वायरस से जंग के लिए भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है। लोग अपने-अपने घर में रहने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में बैडमिंटन स्टार ने अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन प्रेमी कपल पर भी भारी पड़ रहा है। मैं अपने बॉयफ्रेंड से पिछले 3 सप्ताह से नहीं मिल पाई हूं। देश के लिए ढेरों मेडल जीतने वाली ज्वाला ने टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत अपने प्यार के बारे में भी बताया। मैं हैदराबाद में, वह चेन्नै में फंसे उन्होंने कहा- मैं अपने माता-पिता और छोटी बहन इंसी के साथ हैदराबाद में अपने घर पर हूं। वास्तव में मैं फरवरी की शुरुआत से लॉकडाउन की तैयारी कर रही हूं। दरअसल, मेरे चाचा, जो शंघाई में रहते हैं, ने हमें कोरोनो वायरस से लड़ने के दौरान उनके बारे में सब कुछ बताया था। इसलिए मैं मानसिक रूप से उस तरह की घटना के लिए तैयार थी। मैं अपने प्रेमी से इस लंबे अलगाव के लिए तैयार नहीं थी। मुझे उनसे मिले तीन सप्ताह हो चुके हैं। डेटिंग के बारे में किया खुलासा ज्वाला ने अपने और विशाल की डेटिंग के बारे में बात करते हुए कहा- अब हम दो साल से डेटिंग कर रहे हैं और यह एक-दूसरे से मिले बिना सबसे लंबा समय है। यह लंबी दूरी की बात नहीं है, क्योंकि हम उसी के अभ्यस्त (आते-जाते रहते थे) थे। वह चेन्नै में रहते हैं और एक फिल्म अभिनेता हैं, इसलिए वह आमतौर पर शूटिंग में व्यस्त रहते हैं और मैं यहां अपनी अकादमी के काम में व्यस्त हूं। हालांकि, हम दो सप्ताह में एक बार जरूर मिलते हैं लेकिन, फिलहाल यह संभव नहीं है। करते हैं वीडियो कॉल उन्होंने आगे बताया- हमारा कोई फिल्मों जैसा रोमांच नहीं है। हम दोनों वयस्क हैं और हमारा रिश्ता परिपक्व है। हम लगातार टेक्स्टिंग और वीडियो-कॉल करते रहते हैं। वास्तव में हम पहले से कहीं अधिक बातें कर रहे हैं। जैसे कि नाश्ते में क्या था... आदि। मुझे लगता है कि यह संकट हमें करीब लाने वाला है। हां, इस तरह एक समय के दौरान एक दूसरे के साथ रहना अच्छा होगा, लेकिन हम इससे एक साथ फाइट करेंगे और और मजबूती से बाहर आ जाएंगे।

टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ाई, अब 24 साल के खिलाड़ी भी खेल सकेंगे April 04, 2020 at 04:30PM

फुटबॉल की वर्ल्ड गवर्निंग बॉडी फीफा ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ा दी है। अब ओलिंपिक में एक जनवरी 1997 या उसके बाद जन्मे फुटबॉलर हिस्सा ले सकेंगे। यानी 2021 गेम्स में 24 साल के फुटबॉलर भी हिस्सा ले सकेंगे। यह फैसला टोक्यो ओलिंपिक को एक साल बढ़ाने के कारण लिया गया है। दरअसल, ओलिंपिक फुटबॉल में सिर्फ अंडर-23 खिलाड़ी खेलते हैं। लेकिन कोरोनावायरस के कारण गेम्स एक साल बढ़ा दिए गए, इसलिए ओलिंपिक के फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए आयुसीमा बढ़ाने की मांग की थी।

साथ ही इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो गेम्स के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 हो गई। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’



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कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक एक साल टला। अब यह गेम्स अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। -फाइल फोटो

अक्टूबर से शुरू होने वाला टी-20 वर्ल्डकप मुश्किल में, इस दौरान आईपीएल हो सकता है April 04, 2020 at 04:10PM

कोरोनावायरस के कारण कई और खेल स्थगित हो गए। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के एक ट्वीट ने आईपीएल के आयोजन पर दिलचस्प बहस छेड़ दी है। आईपीएल अभी 15 अप्रैल तक स्थगित है। बोर्ड की ओर से अभी इसे रद्द नहीं किया गया है। यदि लॉकडाउन हट जाता है तो भी बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी के पास छोटे टूर्नामेंट के लिए भी समय नहीं है। भले ही बोर्ड, टीम के मालिक और ब्रॉडकास्टर घाटे को तैयार हों, लेकिन कोई खिलाड़ी तब तक नहीं खेलना चाहेगा जब तक कि महामारी पूरी तरह से काबू में नहीं आ जाती।

वॉन ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर में 5 हफ्ते का आईपीएल कराया जा सकता है। यह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से अच्छा है। वॉन की सोच बताती है कि आईपीएल न केवल भारतीय बल्कि विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एक्सपर्ट पीटर लालोर इसे दूसरी ओर ले गए और कहा कि खिलाड़ियों की कठिनाई को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को रद्द किया जा सकता है।

बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी में
इस दौरान बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी में है। यह बताता है कि टी20 वर्ल्ड कप को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अभी 6 महीने का समय बाकी है। ऑस्ट्रेलिया इसे बिना फैंस के करा सकता है। यदि वर्ल्ड कप नहीं होता है तो इसे 2022 में कराया जा सकता है। सभी के अपने-अपने फाइनेंशियल हित हैं। भले यह अटकलबाजी हो लेकिन देखना होगा कि यह मामला कैसे सुलझता है।



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भारतीय टीम के कोच और चयनकर्ता कई बार कह चुके हैंं कि आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर ही धोनी का टी-20 वर्ल्ड कप में चयन संभव है। -फाइल फोटो

लॉकडाउन में तैयारी: दौड़ लगाने से अपने को रोक नहीं पा रहे पहलवान दीपक पूनिया April 04, 2020 at 04:13PM

नई दिल्लीओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई कर चुके 86 किग्रा भारवर्ग के रेसलर की प्रैक्टिस भी लॉकडाउन में बाधित है। उन्होंने बताया, 'लॉकडाउन होने के बाद मैं छत्रसाल स्टेडियम से हरियाणा अपने गांव आ गया था। तब से यहीं हूं। मैट पर तो उसके बाद से जा नहीं पाया हूं क्योंकि यह बिना पार्टनर के संभव नहीं। ऐसे में घर में ही दंड लगा लेता हूं और कुछ उठक-बैठक कर लेता हूं।' वह आगे बताते हैं- सुबह चार बजे जब सब सो रहे होते हैं तभी उठकर कुछ दूर दौड़ लगा आता हूं। क्योंकि अगर यह नहीं करूंगा तो फिर शरीर एक तरह से अकड़ जाएगी। हालांकि अभी घर से निकलने पर पूरी तरह पाबंदी है, और मैं इसी को ध्यान में रखते हुए इतनी सुबह जाता हूं। वेट बढ़ने की चिंता... क्या ज्यादा मेहनत नहीं होने की स्थिति में वजन बढ़ने की चिंता है? दीपक ने इस पर कहा, 'यह बात तो सही है कि अभी घर में हूं तो खाना खाने का कोई खास रूटीन भी नहीं रहता। ऐसे में वेट बढ़ने का खतरा रहता है। यही वजह है कि मैं खाने को लेकर चौकन्ना हूं। फिर भी अगर यह बढ़ जाएगा तो कोई बात नहीं, कुछ दिनों में ही फिर से कंट्रोल कर लूंगा। हां, इसके लिए कुछ अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ेगी।' ओलिंपिक्स टालना सही फैसलादीपक ने माना कि ओलिंपिक्स को एक साल के लिए टालना सही फैसला है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी जिस तरह से पूरी दुनिया में फैली हुई है, कोई नहीं जानता कि यह कब तक कंट्रोल में आएगी। खिलाड़ियों के लिए भी तुरंत अपनी लय और फिटनेस हासिल कर पाना आसान नहीं होता। ऐसे में यह फैसला बिल्कुल सही है।

काका ने कहा- रोनाल्डो शानदार और उसमें जीत की भूख, लेकिन मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड April 04, 2020 at 01:20AM

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दुनिया की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में कैद है। ऐसे में टोक्यो ओलिंपिक, विंबलडन और इंटरनेशनल फुटबॉल मैच समेत विश्व के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स टाले या रद्द कर दिए गए हैं। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं। ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने इंस्टाग्राम पर फैन्स के साथ चैटिंग की। इसी दौरान एक फैन ने काका से पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी में से किसी एक को बेस्ट फुटबॉलर चुनने के लिए कहा। इस पर काका ने रोनाल्डो को शानदार और मेसी को जीनियर और प्योर टैलेंटेड बताया।

मेसी ने रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता
बार्सिलोना के मेसी ने दिसंबर 2019 में रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता था। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। इस मामले में भी मेसी ने युवेंटस के रोनाल्डो (5 बार) को पीछे छोड़ दिया। लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वान डिक दूसरे और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो तीसरे स्थान पर रहे थे।

‘हम भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे’
काका ने फैन के सवाल पर कहा, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’



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बार्सिलोना के लियोनल मेसी (बीच में) 6 बार और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (बाएं) 5 बार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। -फाइल फोटो

पुजारा बोले- घर में रहें, देश के लिए लड़ रहे जंग April 04, 2020 at 01:30AM

नई दिल्ली भारतीय बल्लेबाज चाहते हैं सभी देशवासी घर पर रहें क्योंकि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई घर पर रहकर ही जीती जा सकती है। पुजारा उन शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों में से एक है, जिन्होंने के खिलाफ लड़ाई के तरीकों पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वीडियो कॉल में हिस्सा लिया था। देश में अभी 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है। भारत के मुख्य टेस्ट बल्लेबाज ने कहा, 'इस समय प्रत्येक व्यक्ति एक सैनिक है। अगर आप इंडोर रहेंगे तो आप अपने देश के लिए युद्ध लड़ रहे हैं। इसके लिए एकजुट प्रयास की जरूरत है, वरना हम इसे जीत नहीं सकते।' पिछले महीने सौराष्ट्र को पहला रणजी ट्रोफी खिताब दिलाने में मदद करने वाले पुजारा ने सोचा नहीं होगा कि वह इस तरह घर पर समय व्यतीत कर रहे होंगे। हालांकि वह इस ब्रेक का आनंद ले रहे हैं और उनका ज्यादातर समय अपनी दो साल की बेटी के साथ खेलने में जाता है। वह अपनी बेटी के साथ प्लास्टिक के बल्ले से खेलते हैं। उन्होंने कहा, 'ऐसा मुझे अपनी बेटी के लिए करना होता है। अभी क्रिकेट का इंतजार कर सकता है।' लेकिन फिटनेस से कोई समझौता नहीं, जिसके लिए वह घर पर बने जिम में एक्सरसाइज करते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं हर चीज को सकारात्मक रूप से लेता हूं। कभी कभार आपको खिलाड़ी के तौर पर एक ब्रेक लेने की जरूरत होती है और इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। हमने हाल में रणजी ट्रोफी जीती और तीन से चार हफ्ते ब्रेक लेने का इससे अच्छा समय नहीं हो सकता था।' पुजारा ने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे घर में जिम है। छोटे शहर में रहते हुए मैं बाहर जिम में जाकर ट्रेनिंग नहीं कर सकता क्योंकि लोग मुझे घेर लेंगे। घर पर जिम की वजह से मैं अपने स्ट्रेंथ सत्र, साइकिलिंग और रनिंग कर सकता हूं। मैं योग भी करता हूं, जिससे काफी मदद मिलती है।' पुजारा को ब्रिटेन में काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए जाना था लेकिन वहां भी 28 मई तक क्रिकेट स्थगित हो गया है और काउंटी चैम्पियनशिप के अब रद्द होने की संभावना प्रबल हो रही है।

89 की उम्र में फिर पापा बनेंगे, F1 के पूर्व बॉस April 04, 2020 at 12:37AM

नई दिल्ली फॉर्म्यूला वन के पूर्व बॉस (चीफ एग्यूक्यूटिव) एक बार फिर पापा बनने की तैयारी में हैं। 89 साल के बर्नी की वाइफ फैबिना फ्लॉसी, जो बर्नी से उम्र आधी उम्र की हैं, वह प्रेग्नेंट हैं, जुलाई में उनकी डिलिवरी होगी। इंग्लैंड की न्यूज वेबसाइट डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बर्नी और उनका परिवार फैमली में नया सदस्य जुड़ने की इस खबर से बेहद उत्साहित हैं। फॉर्मूला वन में चीफ एग्जीक्यूटिव बनने के बाद बर्नी एक्लेस्टोन ने इस खेल में नई क्रांति ला दी थी। वह 1978-2017 तक फॉर्मूला वन के चीफ एग्जूक्यूटिव रहे। बर्नी की निजी जिंदगी की बात करें तो फैबिया से शादी रचाने से पहले वह दो शादियां कर चुके थे। पहली दो शादियों से उनकी तीन बेटियां हैं। डेली मेल से हुई बातचीत में बर्नी ने इस बारे में बताया, 'इसमें कुछ भी अजीब नहीं है?' बर्नी आज भी अपने आपको जवां महसूस करते हैं और उम्र के सवाल पर उन्होंने कहा, 'मुझे 29 और 89 की उम्र में कोई अंतर नहीं दिखता।' उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी भी इससे बेहद उत्साहित हैं। वह बीते कुछ सालों से इस पल का इंतजार कर रही थी और अब मैं खुश हूं कि जब मैं चला जाऊंगा तब उसका ख्याल रखने के लिए कोई और होगा। एक्लेस्टोन ने बताया कि 89 की उम्र में उनके फिर से पिता बनने की खबर से उनकी बेटियां भी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, 'उम्मीद करता हूं कि उम्र के इस पड़ाव पर पिता बनने से मेरी पेरंटिग्स स्किल्स और बेहतर हुई होंगी।' एक्लेस्टोन ने बताया कि इन दिनों वह और उनका परिवार बैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-1 9) के प्रति पूरी सावधानी बरत रहे हैं।

लारा ने बताया, सचिन की कौन सी पारी अनुशासित April 04, 2020 at 12:09AM

नई दिल्लीवेस्ट इंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 'रेकॉर्ड के बादशाह' सचिन तेंडुलकर की नाबाद 241 रन की पारी उनके टेस्ट करियर की सबसे अनुशासित पारी थी। टेस्ट में 16 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले दिग्गज सचिन इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सचिन ने अपने 24 साल के लंबे करियर में कई शानदार और मैच विजयी पारियां खेलीं। लारा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में सचिन की '241' वाली पारी का जिक्र किया। पढ़ें, लारा ने लिखा, 'क्या आप 16 की उम्र से अगले 24 साल तक क्रिकेट खेलने की कल्पना कर सकते हैं। यह अविश्वसनीय है। सचिन ने अपने पूरे करियर में कुछ आश्चर्यजनक पारियां खेलीं, लेकिन सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 241 की तरह अधिक अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ कोई नहीं लगी।' सचिन की इस पारी का जिक्र कर लारा ने सभी से कोविड-19 के खिलाफ इसी तरह का अनुशासन दिखाने की अपील की। साल 2004 में सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 436 गेंदों पर नाबाद 241 रन बनाए थे और भारत ने पहली पारी में 7 विकेट पर 705 रन का विशाल स्कोर बनाया। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा और सचिन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। तब सचिन फॉर्म से जूझ रहे थे और उन्होंने उस सीरीज के फाइनल टेस्ट में कवर ड्राइव तक नहीं लगाने का फैसला किया था। इसके बावजूद उन्होंने दोहरा शतक जड़ा। अपने करियर में रेकॉर्ड 200 टेस्ट मैच खेलने वाले सचिन ने क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में 15921 रन बनाए। उन्होंने 463 वनडे इंटरनैशनल मैचों में कुल 18426 रन बनाए। उनके नाम 100 इंटरनैशनल शतक दर्ज हैं।

वसीम जाफर की ऑलटाइम वनडे टीम में 4 भारतीय, धोनी को कप्तान बनाया; एक भी इंडियन गेंदबाज शामिल नहीं April 03, 2020 at 11:51PM

पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर ने शनिवार को अपनी ऑलटाइम वनडे टीम चुनी। इसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाया। इनके अलावा उन्होंने सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर टीम में रखा, जबकि विराट कोहली को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा है। हैरानी की बात यह है कि जाफर ने अपनी टीम में ऑस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप (2003 और 2007) जिताने वाले रिकी पोंटिंग को 12वें नंबर पर रखा है।

जाफर ने टीम में तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के दिग्गज विवियन रिचर्ड्स, जबकि 5वें नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डीविलियर्स और छठे पर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को जगह दी है। उनकी टीम में एक भी भारतीय गेंदबाज को जगह नहीं मिली। जाफर स्पिनर के तौर पर पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक और ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न को रखा है। तेज गेंदबाजों में विंडीज के जोएन गार्नर, पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम और ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा को चुना।

धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप जीता
धोनी भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। उन्होंने टीम के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीता था।

जाफर घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी
वहीं, जाफर रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने रणजी में 12038, ईरानी ट्रॉफी में 1294 और दलीप ट्रॉफी में 2545 रन बनाए हैं। वे सबसे ज्यादा 156 रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुंबई को दो बार रणजी चैंपियन बनाया। वे दो बार रणजी टाइटल जीतने वाली विदर्भ टीम के सदस्य थे। वे रणजी में 12 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।



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महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। वहीं, वसीम जाफर ने 31 टेस्ट और 2 वनडे खेले हैं। -फाइल फोटो

U-17 फीफा महिला वर्ल्ड कप स्थगित, कुशल बोले- फैसला अपेक्षित April 03, 2020 at 11:37PM

नई दिल्लीभारत में नवंबर में होने वाला फीफा अंडर 17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया। यह टूर्नमेंट पांच शहरों कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई में दो से 21 नवंबर के बीच होना था। टूर्नमेंट में 16 टीमें भाग लेने वाली थीं जिसमें मेजबान होने के नाते भारत को स्वत: प्रवेश मिला था। यह U-17 महिला विश्व कप में भाग लेने का भारत का पहला मौका था। फीफा परिसंघों के कार्यसमूह ने यह फैसला लिया। फीफा परिषद के ब्यूरो ने कोरोना वायरस महामारी के परिणामों से निपटने के लिए इस कार्यसमूह का गठन किया है। कार्यसमूह ने फीफा परिषद से पनामा कोस्टा रिका में 2020 में होने वाला फीफा अंडर 20 विश्व कप भी स्थगित करने का अनुरोध किया जो अगस्त सितंबर में होना था। पढ़ें, इसके साथ ही नवंबर में भारत में होने वाला अंडर 17 विश्व कप भी स्थगित करने का अनुरोध किया गया है। फीफा ने एक बयान में कहा, ‘नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।’ इसके साथ ही महिलाओं के अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर पर काम करने के लिए एक उप कार्यसमूह के गठन का भी फैसला लिया गया जो फीफा के स्थगित टूर्नमेंटों के शेड्यूल में बदलाव पर गौर करेगा। कार्यसमूह में फीफा प्रशासन और महासचिव तथा सभी परिसंघों के शीर्ष कार्यकारी शामिल थे। टेलीकॉन्फ्रेंस के जरिए हुई पहली बैठक में इसमें कई सुझावों पर सर्वसम्मति से मंजूरी जताई गई। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने कहा कि यह फैसला अपेक्षित था। एआईएफएफ महासचिव कुशल दास ने कहा, ‘कोरोना वायरस के कारण जिस तरह बाकी खेल आयोजन स्थगित हुए हैं, यह तो होना ही था। हमें यह फैसला मानना ही होगा।’ दास ने कहा, ‘यूरोप और अफ्रीका तथा अन्य परिसंघों में क्वॉलिफाइंग टूर्नमेंट भी नहीं हो सके हैं। इसलिए यह फैसला अपेक्षित था।’ उन्होंने कहा कि टूर्नमेंट अब अगले साल ही होने की संभावना है। भारत में अंडर 17 महिला विश्व कप का शेड्यूल फरवरी में जारी किया गया जिसका फाइनल नवी मुंबई में होना था। स्थानीय आयोजन समिति ने कहा कि वह इस फैसले का समर्थन करती है हालांकि वह नवंबर में टूर्नमेंट की मेजबानी का इंतजार कर रही थी। इसने एक बयान में कहा, ‘यह सभी संबंधित लोगों की सेहत को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला है। इस समय स्वास्थ्य सर्वोपरि है। हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते।’

जाफर की टीम: कप्तान धोनी, 12वें खिलाड़ी पॉन्टिंग April 03, 2020 at 10:22PM

नई दिल्लीभारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर ने शनिवार को अपनी ऑलटाइम वनडे टीम चुनी। इसमें पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ चार भारतीय खिलाड़ी शामिल हैं। जाफर ने 'गॉड ऑफ क्रिकेट' दिग्गज सचिन तेंडुलकर और सीमित ओवरों में भारतीय टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा को सलामी जोड़ी के रूप में चुना। जाफर ने इस टीम का कप्तान और विकेटकीपर धोनी को चुना। वहीं, तीसरे नंबर पर वेस्ट इंडीज के दिग्गज विवियन रिचर्ड्स रहे, जबकि मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली को नंबर-4 का स्थान दिया। पढ़ें, पांचवें नंबर पर साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डि विलियर्स, छठे पर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को जगह मिली। उन्होंने 9वें नंबर पर दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक और शेन वॉर्न को रखा। पेसर के लिए उन्होंने जोएन गार्नर, पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा को चुना। हैरानी की बात रही कि ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तान रिकी पॉन्टिंग को उन्होंने 12वें खिलाड़ी के रूप में जगह दी। पॉन्टिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 2 बार (2003 और 2007) वनडे वर्ल्ड कप जीता। घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले वसीम जाफर ने पिछले महीने ही क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की थी। रणजी ट्रोफी में जाफर के नाम रेकॉर्ड 12038 रन दर्ज हैं।

कोविड-19: इंग्लैंड के क्रिकेटरों की सैलरी में कटौती की पेशकश April 03, 2020 at 09:41PM

लंदनइंग्लैंड के पुरुष और महिला क्रिकेटरों ने के खिलाफ लड़ाई के लिए अपनी-अपनी सैलरी में कटौती और पांच लाख पाउंड दान देने की पेशकश की है। इससे पहले इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने खिलाड़ियों के वेतन में 20 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव रखा था। ईसीबी पेशेवर क्रिकेटरों के संघ के प्रतिनिधियों के जवाब का इंतजार कर रहा था। पांच लाख पाउंड दान पुरुष क्रिकेटरों के वेतन में 20 प्रतिशत कटौती के बराबर है जबकि महिला क्रिकेटरों ने अप्रैल, मई और जून के वेतन में कटौती का प्रस्ताव रखा है। जानें, खिलाड़ियों की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘इंग्लैंड के अनुबंधित पुरुष क्रिकेटरों से बातचीत के बाद हम ईसीबी को पांच लाख पाउंड दान देने पर सहमत हुए हैं।’ इसमें कहा गया, ‘इसकी पूरी जानकारी अगले सप्ताह दी जाएगी। यह अनुबंधित खिलाड़ियों की सैलरी में अगले तीन महीने तक 20 प्रतिशत कटौती के बराबर है।’ कुछ क्रिकेटर व्यक्तिगत तौर पर भी योगदान दे चुके हें। विकेटकीपर जोस बटलर अपनी 2019 विश्व कप की जर्सी की नीलामी कर रहे हैं जबकि महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट स्वयंसेवी के तौर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा से जुड़ गईं।

सुरेश रैना ने विनिंग मोमेंट को याद किया, बोले- जहीर गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे, युवी का भी बड़ा योगदान रहा April 03, 2020 at 09:24PM

भारतीय ऑलराउंडर सुरेश रैना ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। उन्होंने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी से कहा कि वे इस पल को हर साल होली और दीवाली की तरह मनाते हैं। रैना ने कहा कि तब लोगों को लगता था कि भारत की बल्लेबाजी ही ज्यादा मजबूत है, लेकिन जहीर खान के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजी ने कमाल दिखाया था। वे गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे। जहीर ने जरूरत के समय हर बार विकेट लेकर जीत को आसान किया था। इसके साथ ही युवराज सिंह का भी शानदान योगदान रहा था।

कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जहीर ने टूर्नामेंट में पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए थे। जहीर का 9 मैच में 18.76 का औसत रहा था।

‘सचिन के आउट होते ही ड्रेसिंग रूम में सन्नाटा छा गया था’
रैना ने क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 34 और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 36 रन की पारी खेली थी। उन्होंने फाइनल को लेकर कहा, ‘‘श्रीलंका ने चुनौतिपूर्ण लक्ष्य (275 रन) का टारगेट दिया था। ड्रेसिंग रूम में शांति छाई हुई थी। कुछ लोग नहाने चले गए थे, कुछ आइस बाथ ले रहे थे। जबकि कुछ लोग सिर्फ खा रहे थे, लेकिन सभी के दिमाग में ट्रॉफी ही घूम रही थी। सभी लोग अलग-अलग बैठे थे और एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे। सहवाग के आउट होने पर गौतम गंभीर (97 रन) मैदान में गए। सभी की निगाहें उन्हीं पर थी। इसके बाद सचिन पाजी के आउट होने के साथ ही ड्रेसिंग रूम में मानो सन्नाटा छा गया था। ’’

‘युवी से पहले धोनी बल्लेबाजी करने आए’
उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’ फाइनल में रैना की बल्लेबाजी नहीं आ पाई थी।

भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था
मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इसके लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि युवी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।



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मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका 6 विकेट से शिकस्त दी थी।

टेस्ट कप्तानी की दावेदारी पर पैट कमिंस ने जताई खुशी April 03, 2020 at 09:03PM

मेलबर्नऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज इस बात से खुश हैं कि मौजूदा कप्तान टिम पेन उन्हें भविष्य में टेस्ट कप्तानी का दावेदार मानते हैं। 35 बरस के पेन ने हाल में रिटायर होने की ओर इशारा किया था, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ के कप्तानी करने पर लगाया गया प्रतिबंध भी समाप्त हो चुका है। इससे पहले पेन ने स्मिथ, कमिंस, ट्रेविस हेड, एलेक्स कैरी ओर मार्नस लाबुशेन के नाम लिए थे। पढ़ें, पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क भी लगातार कमिंस के नाम की पैरवी कर रहे हैं। कमिंस ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, ‘यह सुनकर अच्छा लगा। मुझे पेन के साथ उप-कप्तानी करके अच्छा लग रहा है। वह जीनियस हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि अभी कप्तानी की बात करना सही नहीं है, जब पेन और आरोन फिंच अपना काम बखूबी कर रहे हैं। अभी इस तरह की बातें बेमानी हैं।’

कोविड-19: नेमार ने दान किए 7.6 करोड़ रुपये! April 03, 2020 at 08:54PM

नई दिल्लीदुनिया के दिग्गज फुटबॉलरों में शुमार ने ब्राजील में घातक कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद के तौर पर 10 लाख डॉलर (करीब 7.6 करोड़ रुपये) दिए हैं। टीवी नेटवर्क एसबीटी के अनुसार, पेरिस सेंट-जर्मन क्लब के स्टार नेमार ने इस राशि का काफी हिस्सा यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रन फंड (UNICEF) को दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के तीसरे सबसे अधिक पैसे कमाने वाले फुटबॉलर नेमार ने बाकी का हिस्साअपने दोस्त ब्राजील के टीवी प्रजेंटेटर लुसियानो हक के चैरिटेबल फंड को दिया। हालांकि इस स्ट्राइकर के प्रेस ऑफिस ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से मना कर दिया, 'हम कभी दान या इस तरह की राशि के बारे में बात नहीं करते हैं।' पढ़ें, 28 साल के नेमार ने पीएसजी टीम के अपने साथी काइलन एमबाप्प्पे की तरह किया, जिन्होंने पिछले महीने एक बड़ी राशि गुप्त तौर पर दान की थी। एमबाप्पे ने COVID-19 के खिलाफ इस जंग में मदद के तौर पर एक फ्रांसीसी चैरिटी को दान दिया था। कोविड-19 के प्रकोप से बचाव के तौर पर नेमार रियो के बाहर मंगरतैबा में अपने लक्जरी विला में रह रहे हैं। उन्हें पिछले सप्ताह आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्हें बीच वॉलीबॉल कोर्ट पर दोस्तों के साथ आराम करते हुए फोटो क्लिक कराते देखा गया था। उनकी प्रेस टीम ने कहा कि वह किसी से भी नहीं मिल रहे हैं।