Sunday, April 26, 2020

युवराज और धोनी में से किसी एक को चुनना माता-पिता में से किसी को चुनने जैसा: जसप्रीत बुमराह April 26, 2020 at 08:13PM

नई दिल्ली तेज गेंदबाज (Jasprit Bumrah) ने कहा है कि (Yuvraj Singh) और (MS Dhoni) में से किसी एक को चुनना माता-पिता में से किसी एक को चुनने जैसा होगा। युवराज और बुमराह इंस्टाग्राम लाइव चैट कर रहे थे और तभी पूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने तेज गेंदबाज से कुछ मुश्किल सवाल पूछने शुरू कर दिए। जब बुमराह से पूछा कि युवराज और धोनी में से कौन बेहतर मैच विनर था तो पेसर ने कहा: 'मै किसी एक को नहीं चुन सकता। युवराज और महेंद्र सिंह धोनी में से किसी एक को चुनने का अर्थ है मां-बाप में से किसी एक को चुनना।' बुमराह ने सवाल का जवाब न देने की तमाम कोशिशें कीं लेकिन युवराज लगातार यह सवाल पूछते रहे। आखिर में युवराज ने कहा कि अगर बुमराह धोनी को चुन लेते हैं तो उन्हें बुरा नहीं लगेगा। इस इंस्टाग्राम लाइव सेशन के दौरान युवराज ने यह भी पूछा कि सचिन और विराट में कौन बेहतर बल्लेबाज है तो इस पर बुमराह ने कहा कि वह कुछ नहीं कह सकते क्योंकि उन्हें अभी इतना अनुभव नहीं है।

देखें: सपना चौधरी के गाने पर थिरके बजरंग पूनिया April 26, 2020 at 06:58PM

नई दिल्ली कोविड- 19 (Covid- 19) वायरस ने भले दुनिया की रफ्तार थाम दी हो। लेकिन खिलाड़ियों का उत्साह और जोश इससे ठंडा नहीं पड़ा है। इन दिनों खिलाड़ी भले खेल से दूर हों लेकिन घर में रहकर भी वे अपनी फिटनेस पर बखूबी काम कर रहे हैं। देश के दिग्गज पहलवान () भी उनमें से एक हैं। बजरंग अपनी रूटीन एक्सरसाइज करने के अलावा डांस करके भी अपनी फिटनेस और मस्ती पर एक साथ काम कर रहे हैं। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने बजरंग का ऐसा ही एक वीडियो अपने टि्वटर अकाउंट पर शेयर किया है। करीब एक मिनट के इस वीडियो में बजरंग एक फेमस हरियाणवी सॉन्ग 'तू चीज लाजवाब' पर मस्ती में थिरक रहे हैं। इस वीडियो में शॉर्ट्स और टीशर्ट पहने बजरंग पूरी मस्ती में झूम रहे हैं। UWW के इस वीडियो को बजरंग ने भी शर्माने और हंसने वाला इमोजी इस्तेमाल करते हुए अपने टि्वटर अकाउंट पर रीट्वीट किया है। वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट बजरंग पूनिया 65 किलो वर्ग में भारत का प्रतिनधित्व करते हैं। दुनिया के श्रेष्ठ पहलवानों में शुमार पूनिया आगामी ओलिंपिक खेलों में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद हैं। फिलहाल ओलिंपक खेल एक साल के लिए टल चुके हैं। लेकिन बजरंग अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। बजरंग ने अपने टि्वटर पर अपनी एक वेटलिफ्टिंग प्रैक्टिस का भी एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए बजरंग ने प्रैक्टिस और मेहनत की जरूरत को कुछ इस अंदाज में बयां किया है, 'बिना मेहनत के कुछ भी नहीं मिलता मेरे दोस्त भगवान चिड़िया को भी दाना देता है पर घोसले में नहीं देता।' बता दें इस 26 वर्षीय दिग्गज पहलवान ने कोरोना वायरस के लिए बने राहत फंड में अपना छह महीने का वेतन दान दिया है।

सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला टला, 9 मार्च को रोकी गई थी फुटबॉल लीग; न्यूयॉर्क में खाली स्टेडियम में टीमें प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं April 26, 2020 at 06:42PM

इटली के प्रधानमंत्री ग्युसेप कोंते ने फुटबॉल लीग सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। उन्होंने देश के नाम संदेश में कहा- चैम्पियनशिप दोबारा तभी शुरू होगी, जब यह सुरक्षित होगा। हालांकि, उन्होंने खिलाड़ियों के अलग-अलग प्रैक्टिस करने कोको हरी झंडी दिखा दी है।इधर, न्यूयॉर्क में भी खाली स्टेडियम में टीमेंप्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। गवर्नर एंड्र्यू कूमो ने इस संबंध में कई टीमों के मालिकों से बात की है।

प्रधानमंत्री कोंते ने पहली बार यह बताया कि लॉकडाउन से कैसे इटली उबरेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल लॉकडाउनहटाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन हम धीरे-धीरे इसमें ढील देने पर विचार कर रहे हैं। इसके तहत खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। इसके बाद हम समीक्षा करेंगे कि क्या हालात ऐसे हैं कि सीजन को पूरा किया जा सके।फिलहाल हमें खिलाड़ियों की सुरक्षा और सेहत को लेकर हर बिंदु पर विचार कर लेना चाहिए। ताकि जब हम लीग को शुरू करने की स्थिति में हों तो कोई बात अधूरी न रह जाए। हम नहीं चाहते हैं कि कोई खिलाड़ी बीमार हो।

ट्रेनिंग से पहलेखिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होगा
इस बीच, इटेलियन फुटबॉल फेडरेशन(एफआईसीजी) ने खिलाड़ियों के मैदान पर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत मई की शुरुआत में खिलाड़ियों की कोरोनावायरस को लेकर टेस्टिंग होगी। वहीं, ट्रेनिंग के लिए मेडिकल प्रोटोकॉल तय कर दिए गए हैं। ट्रेनिंग शुरू करने के लिए हर क्लब से खिलाड़ियों, टेक्निकल स्टाफ, डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाएगी। इनका पहले टेस्ट होगा और फिर यह आइसोलेशन में ट्रेनिंग करेंगे।

सीरी-ए में युवेंटस पहले स्थान पर

बता दें कि कोरोनावायरस की वजह से लीग को 9 मार्च को रोक दिया गया था। तब युवेंटस 26 मैच में 63 अंकों के साथ पहले स्थान पर थी। दूसरे नंबर पर 62 पॉइंट के साथ लाजियो है। इस बीच, इटेलियन फुटबॉल के चीफ नेसीरी-ए का मौजूदा सीजन 30 जून से बढ़ाकर 2 अगस्त तक करने पर सहमति जताई है।

न्यूयॉर्क में बास्केटबॉल और बेसबॉल टीमें प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं
इधऱ, अमेरिका में कोरोना से सबसे प्रभावित न्यूयॉर्क में खेल दोबारा पटरी पर लौट सकते हैं। गवर्नर एंड्र्यू कुमो ने इसकी उम्मीद जताई है। उन्होंने कई खेल टीमों के मालिकों से इस बारे में बात की है। इसके बाद उन्होंने संभावना जताई कि जल्द ही मेजर स्पोर्ट्स लीग से जुड़ी टीमें खाली स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। हालांकि, उन्होंने टीमों के नाम का खुलासा नहीं किया।

लेकिन न्यूयॉर्क की बेसबॉल टीम यैंकीज, फुटबॉल और कई बास्केटबॉल क्लब ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। यहां 15 मई से मैन्यूफैक्चरिंग और निर्माण से जुड़ी कंपनियां काम शुरू कर सकती हैं। हालांकि, किसी भी तरह की ढील राज्य के उत्तरी हिस्से में पहले दी जाएगी, क्योंकि यह वायरस से कम प्रभावित है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इटली के प्रधानमंत्री ने बताया कि फुटबॉल लीग सीरी-ए से जुड़े खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। (फाइल)

लोग कहते थे- मैं इंडिया नहीं खेल पाऊंगा: जसप्रीत बुमराह April 26, 2020 at 05:53PM

नई दिल्ली भारतीय तेज गेंदबाज () बड़ी तेजी से दुनिया के शीर्ष तेज गेंदबाजों में से एक बन गए हैं। लेकिन उनका कहना है कि कईयों ने सोचा था कि वह भारत के लिए लंबे समय तक नहीं खेल पाएंगे। बुमराह ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज (Yuvraj Singh) के साथ इंस्टाग्राम () के लाइव सत्र के दौरान यह खुलासा किया। जब युवराज ने उनके अजीब गेंदबाजी ऐक्शन (Bumrah's Bowling Action) के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'कई लोगों ने मुझे कहा कि मैं लंबे समय तक नहीं खेल पाऊंगा और ऐसा कहा जा रहा था कि मैं देश के लिए खेलने वाला अंतिम खिलाड़ी होऊंगा।' 26 साल के इस खिलाड़ी ने जनवरी 2016 में भारत के लिए पदार्पण किया। इस बातचीत के दौरान बुमराह ने बताया, 'उन्होंने मुझे कहा कि मैं सिर्फ रणजी ट्रोफी ही खेलूंगा। लेकिन मैं सुधार करता रहा और अपने ऐक्शन पर अडिग रहा।'

बदलेंगे बॉल टैंपरिंग के नियम, क्या है पेसर्स की राय April 26, 2020 at 05:36PM

विकास कृष्णनन/चेन्नै जब से यह खबर आई है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) बॉल-टैंपरिंग () के नियमों में बदलाव और गेंद को चमकाने के लिए बाहरी पदार्थ का इस्तेमाल करने की इजाजत दे सकती है, क्रिकेट जगत में एक नई बहस शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि अगर ऐसा हुआ तो क्रिकेट पहले की तरह नहीं रह जाएगा। दरअसल, की मेडिकल कमिटी ने यह सलाह दी थी कि गेंद को चमकाने के लिए स्लाइवा या पसीना इस्तेमाल करने से कोरोनावायरस वैश्विक महामारी (Coronavirus in Cricket) का खतरा बढ़ सकता है। गेंद को चमकाने टेस्ट क्रिकेट का अहम हिस्सा है, इसमें गेंदबाजों को पुरानी गेंद से मूवमेंट हासिल करने में मदद मिलती है। यह मूवमेंट ही उन्हें खेल में बनाए रखती है। गेंदबाज आमतौर पर गेंद को एक तरफ से चमकाते हैं और दूसरी साइड को पुराना होने देते हैं। इससे वह गेंद से रिवर्स स्विंग (Reverse Swing) हासिल कर पाते हैं। भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar), जो रिवर्स स्विंग का बहुत अच्छा इस्तेमाल करते थे, ने कहा वह बाहरी पदार्थ के जरिए गेंद को चमकाने के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि खेल में गेंदबाजों की उपयोगिता बनाए रखने का यह एकमात्र तरीका है। उन्होंने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'अगर बॉल को शाइन नहीं कर पाएंगे, तो मेरे जैसे गेंदबाज क्या करेंगे? अगर आप स्लाइवा या पसीना इसलिए इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि वह खतरनाक है तो कोई और तरीका निकालना होगा। गेंद को चमकाए बिना तो गेंदबाजों के सामने आत्मसमर्पण के सिवाए कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा। गेंदबाजों को मदद करने के लिए कोई तरीका तो होना ही चाहिए।' प्रभाकर ने कहा, 'आईसीसी को एक- दो पदार्थों को देखना चाहिए और फिर उनका इस्तेमाल करना चाहिए। नहीं तो मीडियम-पेसर गेंदबाजों का तो खास तौर पर कोई भविष्य नहीं रह जाएगा। खेल में सभी बदलाव बल्लेबाजों को ध्यान में रखकर ही किए जाते है।' उनके मुताबिक बिना चिपचिप करने वाला तेल एक विकल्प हो सकता है। उन्होंने आगे कहा, 'वैसलीन या मिंट जैसी चीजें पहले भी इस्तेमाल होती रही हैं लेकिन ये सही नहीं हैं।' हालांकि टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज और जाने-माने कोच टीए शेखर (TA Shekhar) की राय इस पर कुछ अलग है। चेन्नै के रहने वाले शेखर का मानना है कि जब तक वायरस लगभग खत्म नहीं हो जाता क्रिकेट शुरू नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी चिंता जाहिर की खिलाड़ियों को गेंद चमकाने से स्लाइवा या पसीना इस्तेमाल करने से रोकना भी मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट जल्दी शुरू हो रहा है। जहां तक गेंद पर स्लाइवा या पसीना इस्तेमाल करने की बात है इस पर नजर रखना बहुत मुश्किल है। क्रिकेटर्स के लिए यह नैचरल सी बात है। क्या हो अगर कोई गलती से ऐसा कर दे? क्या आप तब हर बार गेंद बदलेंगे? इससे खिलाड़ियों पर भी बुरा असर पड़ेगा।' बॉल टैंपरिंग अभी तक प्रतिबंधित है, लेकिन हम अतीत में ऐसी कई घटनाएं देख चुके हैं जब टीमें ऐसा करने की दोषी पाई गई हैं। हालिया उदाहरण मार्च 2018 का है जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने गेंद की सतह को पुराना करने के लिए सैंडपेपर का इस्तेमाल किया था। इसके बाद स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद पैदा हुए गुस्से ने बॉल टैंपरिंग के प्रति लोगों के नजरिए को भी सामने रखा। अगर आईसीसी बाहरी पदार्थ लगाने की इजाजत दे भी देती है तो प्रभाकर को लगता है कि गेंद को स्विंग करवाना एक कला है। उन्होंने कहा, 'रिवर्स स्विंग और परंपरागत स्विंग करवाने की कला को महत्ता नहीं दी जाती। अगर बाहरी पदार्थ लगाने की इजाजत दे भी दी जाए तो भी हर कोई गेंद को स्विंग नहीं करा सकता। इसमें काफी हुनर लगता है।'

हिमा ने कहा- कभी मैंने अपने सस्ते जूतों पर हाथ से एडिडास लिखा था, आज वही ब्रांड मेरे नाम के जूते बनाता है  April 26, 2020 at 04:08PM

भारतीय एथलीट हिमा दास ने रविवार को खुलासा किया कि करियर के शुरुआती दौर में वे साधारण जूतों पर अपने हाथों से एडिडास लिखती थीं। लेकिन अब कंपनी खुद उनकी जरूरत के हिसाब से जूते तैयार करती है, जिस पर उनका नाम लिखा होता है। हिमा ने क्रिकेटर सुरेश रैना से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में मैं नंगे पांव दौड़ती थी। जब पहली बार नेशनल्स में हिस्सा ले रही थी, तब पिता मेरे लिए साधारण स्पाइक्स वाले जूते लाए थे। इन जूतों पर मैंने खुद हाथ से एडिडास लिख दिया था। आप कभी नहीं जानते कि भविष्य में भाग्य कैसा होगा, आज यही ब्रांडमेरे नाम के जूते बनाता है।

हिमा अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय

हिमा ने फिनलैंड में 2018 में हुई अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था। वे अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं। इसके बाद जर्मनी की जूते बनाने वाली कंपनी ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। कंपनी ने उनकी जरूरत के हिसाब से जूते बनाए, जिसमें एक तरफ उनका नाम और दूसरी तरफ ‘इतिहास रचें’ लिखा है।

2018 एशियन गेम्स के बाद लोगों की एथलेटिक्स में रुचि बढ़ी
बीस साल की इस एथलीट ने रैना से बातचीत के दौरान कहा कि इंडोनेशिया में हुए 2018 एशियन गेम्स के बादलोगों में एथलेटिक्स को लेकर रूचि बढ़ीहै।इन खेलों में हिमा ने 400 मीटर रेस में सिल्वर जीतने के अलावा महिलाओं की 400 मीटर रिले और 400 मीटर मिक्स्ड रिले में भी गोल्ड जीता था। उनके मुताबिक, अब फैंस बार-बार आपका नाम पुकारते हैं। इससे आपको प्रेरणा मिलती है।

हिमा लॉकडाउन में फिटनेस पर काम कर रहीं

हिमा फिलहाल पाटियाला के नेशनल स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट (एनआईएस) में हैं और खुद को फिट रखने में जुटी हैं। ताकि लॉकडाउन खत्म होने पर ट्रैक पर लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। अपनी तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन को सकारात्मक रूप से ले रही हूं। हमें मैदान पर जाने की इजाजत नहीं है। इसलिए मैं अपने कमरे में ही वर्कआउट करती हूं। मैं योगा करती हूं ताकि शरीर में खून का संचार अच्छा बना रहे। साथ ही डाइट का भी खास ध्यान रख रही हूं। मैं इस दौरान ज्यादा फल खा रही हूं। मैं अपनी चोट से पूरी तरह उबर चुकी हूं और अब फिट हूं। बस यही सोच रही हूं कि खुद को फिट रखना है, ताकि लॉकडाउन हटते ही ओलिंपिक की तैयारियों में जुट जाऊं।

सचिन से पहली बार मिलने पर आंसू निकल आए थे
हिमा ने लाइव चैट के दौरान रैना को सचिन तेंदुलकर से हुई पहली मुलाकात के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सचिन मेरे रोल मॉडल रहे हैं। मुझे आज भी याद है जबमैंने उन्हें देखा तो रोने लग गई। मेरे लिए यह जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था। अपने रोल मॉडल से मिलना हर किसी के लिए बड़ा खास होता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
हिमा दास ने सुरेश रैना से हुई लाइव चैट के दौरान बताया कि सचिन तेंदुलकर उनके रोल मॉडल हैं और उनसे हुई पहली मुलाकात आज भी याद है।

अब खिलाड़ी बेसिक्स सुधारने पर ध्यान दे रहे, शैडो प्रैक्टिस से क्षमता 60% तक बेहतर हो रही April 26, 2020 at 08:14AM

एकनाथ पाठक. कोरोनावायरस ने सभी स्पोटर्स इवेंट पर असर डाला है। लॉकडाउन के कारण खिलाड़ी घर में कैद होने को मजबूर हैं। लेकिन, वे इस समय का सदुपयोग कर रहे हैं। उन्हें खुद को परखने का शानदार मौका मिला है। जो प्रैक्टिस वे इवेंट के दौरान नहीं कर पाते थे, वे अब कर रहे हैं। वे बेसिक्स सुधारने पर ध्यान दे रहे हैं। इसके लिए शैडो प्रैक्टिस कर रहे हैं। इससे उनकी क्षमता या योग्यता 60% तक बेहतर हो रही हैं। क्रिकेट, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, टेनिस और बॉक्सिंग के खिलाड़ी शैडो प्रैक्टिस कर अपना एंड्यूरेंस, स्ट्रेंथ, फ्लेक्सिबिलटी, तालमेल और स्पीड में सुधार कर रहे हैं।
विभिन्न खेलों में इस तरह शैडो प्रैक्टिस कर रहे
क्रिकेट: फ्रंटफुट, डिफेंस,कवर ड्राइवर, पुल शॉट की प्रैक्टिस कर टेक्निकइंप्रूव कर रहे हैं।
एथलेटिक्स: स्टार्ट पर सबसे ज्यादा मेहनत कर रहे। इसके अलावा एल्टीट्यूड ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं।
बॉक्सिंग: बॉक्सर हुक्स और जैब्स पंच की टेक्निक पर काम कर रहे। इससे फुट स्पीड और हाथ का तालमेल बेहतर होता है।

बैडमिंटन: शटलर सर्विस, स्मैश, फोरहैंड, बैकहैंड जैसे स्ट्रोक की शैडो प्रैक्टिस कर रहे हैं।

टेक्निक और स्ट्रेंथ बेहतर हो रही
ये समय बेसिक टेक्निक को सुधारने का है। शैडो प्रैक्टिस से बैटिंग बेहतर करने का मौका मिला है। मैं कवर, स्क्वैयर और लॉन्ग शाॅट पर काम कर रहा हूं।

-यशस्वी जायसवाल, भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के ओपनर

हर खिलाड़ी की खुद की स्टैंडर्ड क्वालिटी रहती है। शैडो प्रैक्टिस छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने के लिए जरूरी है। इवेंट के दौरान जो टेक्निक सुधारने का मौका और समय नहीं मिलता, वो अभी कर पा रहे हैं। -ज्वाला सिंह, क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल के कोच
मैं एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए गांव की टेकरी तक दौड़ लगाती हूं। इससे मेरी स्पीड पर काफी फर्क पड़ रहा है और स्ट्रेंथ भी बेहतर हो रही है। मानसिक मजबूती के लिए योग और मेडिटेशन कर रही हूं।

-संध्या रानी, नेशनल एथलीट

एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए गांव की टेकरी तक दौड़ लगाती हैं संध्या रानी।

रेस्ट से खिलाड़ियों को अच्छा ट्रांजिशन पीरियड मिला है। मैं नेशनल, और खेलो इंडिया के मेडलिस्ट को ट्रेनिंग देता हूं। वे रनिंग में स्टार्ट लेने से लेकर दौड़ने की टेक्निक पर काम कर रहे हैं। इससे एंड्यूरेंस, स्पीड, स्ट्रेंथ बेहतर होती है।-सुरेंद्र मोदी, इंटरनेशनल एथलेटिक्स कोच



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
भारतीय अंडर-19 टीम के सदस्य यशस्वी जयसवाल शैडो प्रैक्टिस से बैटिंग बेहतर करने में लगे हैं।

कार्तिक से पंड्या, 'बहुत महंगी पड़ी यार वो कॉफी' April 26, 2020 at 03:21AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक से बातचीत के दौरान हार्दिक पंड्या ने माना कि उन्हें करण जोहर के टीवी शो 'कॉफी विद करण' में जाना काफी महंगा पड़ा। कार्तिक के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन के दौरान शनिवार को हार्दिक अपने भाई क्रुणाल पंड्या संग नजर आए। इस दौरान उन्होंने खतरनाक कोरोना वायरस के प्रभाव से लेकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) तक पर बातचीत की। हार्दिक ने विवादास्पद 'कॉफी विद करण' प्रकरण के बारे में भी बातें की, जिसके कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें और साथी क्रिकेटर लोकेश राहुल को निलंबित कर दिया था। देखें, कार्तिक ने साथ ही फैंस से अनुरोध किया कि वे कोई भी विवादास्पद सवाल ना पूछें क्योंकि शो में हार्दिक के आने को एक साल हो चुका है। भारतीय स्टार ऑलराउंडर ने जवाब दिया कि वह कभी कॉफी पीने वाले नहीं था और उनके लिए शो में जाना बहुत महंगा साबित हुआ। हार्दिक ने कहा, 'एक कॉफी मेरे पास थी, मेरे को बहुत महंगी पड़ी वो।' उन्होंने आगे कहा, 'अगर आप गिनोगे जितनी कॉफी स्टारबक्स ने अब तक बेची हैं, उसमें सबसे महंगी मेरी ही थी।' आईपीएल-2020 के स्थगन के बारे में क्रुणाल ने कहा कि इस लीग का आयोजन होना चाहिए, लेकिन कार्तिक, जो कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलते हैं, ने अपने जवाब के लिए पंड्या भाइयों पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, 'अगर आईपीएल नहीं हुआ तो बीसीसीआई के बाद, सबसे बड़ा नुकसान आपको होने वाला है। एक भी परिवार ऐसा नहीं है जो आईपीएल के कारण पंड्या फैमिली से ज्यादा परेशान होगी।' सरकार ने 3 मई तक देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाया है और इसी के चलते बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है।

पीसीआई ने दिल्ली सरकार को डोनेट की 500 पीपीई किट April 26, 2020 at 03:41AM

नई दिल्लीभारतीय पैरालिंपिक समिति (पीसीआई) ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में योगदान के लिये राज्य और केंद्र सरकार को पीपीई (निजी सुरक्षा उपकरण) किट दान देने का फैसला किया। पीसीआई महासचिव गुरशरण सिंह ने कहा कि पीसीआई ने शनिवार को दिल्ली सरकार को 500 दान दी थीं और वह सोमवार को केंद्र सरकार को 1000 किट देने के लिए तैयार है। सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘पीसीआई ने दिल्ली सरकार को 500 पीपीई किट डोनेट की हैं। हमने आप (आम आदमी पार्टी) राज्यसभा सांसद एन डी गुप्ता को शनिवार को ये किट दीं।’ सिंह और पीसीआई संचालन बोर्ड के सदस्य अशोक बेदी ने किट सौंपी जो बेंगलुरू में बनी हैं। उन्होंने कहा, ‘हम केंद्रीय खेल सचिव को सोमवार को 1000 पीपीई किट देंगे जो केंद्र सरकार को हमारी ओर से डोनेशन है।’ पिछले महीने पीसीआई स्टाफ ने पीएम-केयर्स फंड में एक दिन का वेतन दान में दिया था।

भारत की 10 खेल हस्तियों ने कहा- स्पोर्ट्स इवेंट्स जब दोबारा शुरू होंगे तो कुछ बदलाव जरूर देखने मिलेंगे April 26, 2020 at 01:38AM

कोरोनावायरस की वजह से दुनिया थम सी गई है। अजीब सा खालीपन और सन्नाटा है। दो लाख से ज्यादा लोग महामारी से मारे जा चुके हैं। भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन और पाबंदियों को एक महीने से ज्यादा हो गया है। बात खेलों की कर लेते हैं। प्लेयर्स भी घर में हैं। उन्हें लंबा ब्रेक मिल गया। लेकिन, सवाल ये कि खेल जब दोबारा शुरू होंगे तो नजारा पहले जैसा होगा? फैन्स आएंगे? स्टेडियम खचाखच भरे होंगे या खाली रहेंगे। खिलाड़ी क्या ऐहतियात बरतेंगे?
इन्हीं या इन जैसे सवालों को इस रिपोर्ट में पिरोया गया है। देश की 10 नामी खेल हस्तियां इन पर अपनी राय दे रही हैं।


सचिन तेंडुलकर (पूर्व क्रिकेटर)
“इसमें कोई शक नहीं कि दुनिया सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है। मुझे लगता है कि खिलाड़ी गेंद चमकाने में थूक के इस्तेमाल से झिझकेंगे। क्योंकि, कुछ वक्त तक उनके दिमाग में दूसरी ही चीजें चलती रहेंगी। हाई फाइव और आपस में गले मिलने से भी दूरी देखने मिल सकती है। खेल जब फिर शुरू होगा तो शायद सोशल डिस्टेंसिंग भी देखने मिले।”

अभिनव बिंद्रा (ओलिंपिक गोल्ड मेडेलिस्ट शूटर)

“खेल दुनिया को जोड़ते हैं। मैं इस बात को बिल्कुल मानता हूं कि खेल जब शुरू होंगे तो कुछ वक्त सेफ्टी प्रोटोकॉल्स फॉलो किए जाएंगे। खिलाड़ी ऐहतियात बरतेंगे। लेकिन, खेलों का आकर्षण कम नहीं होगा। आम लोग भी भी सेहत के प्रति ज्यादा सावधान रहेंगे। वो फिटनेस के लिए खेलों की तरफ जाएंगे। भारतीय खिलाड़ियों के लिए तो यह मौका है कि वो खुद को ज्यादा बेहतर बनाएं।”

बजरंग पूनिया (पहलवान)
“रेसलिंग कॉन्टेक्ट स्पोर्ट है। ये जब भी फिर शुरू होगी तो आप फिजिकल कॉन्टेक्ट से कैसे बचेंगे? मुझे नहीं लगता कि किसी को कोई हिचकिचाहट होगी। इसलिए मैं नहीं मानता कि खेल में कोई बदलाव होंगे। एक बात तय है। जब खेल फिर शुरू होंगे तो मुकाबले काफी मुश्किल होंगे। खिलाड़ियों के इतने लंबे ब्रेक की आदत नहीं होती। खाली वक्त में वो एक-दूसरे की खूबियों और खामियों का विश्लेषण कर रहे होंगे। प्लेयर्स अब ज्यादा तैयार और फ्रेश होकर उतरेंगे।”

एमसी. मेरिकॉम (बॉक्सर)
“हम सब आशा कर रहे हैं कि दुनिया पहले की तरह होगी। कोरोना तो दुश्मन है। बहरहाल, खेल जब फिर शुरू होंगे तो बदलाव नजर आएंगे। मैं भी कॉन्टेक्ट स्पोर्ट्स में हूं। चिंता है कि आगे क्या और कैसे होगा? मैं अपनी ट्रेनिंग कर रही हूं। दर्शक भी आएंगे। लेकिन, एक बात तय है कि सफाई और सुरक्षा बिल्कुल नए अंदाज में होंगे। जब तक वैक्सीन डेवलप नहीं होगा तब तक फिक्र है। यात्रा कम होगी और टूर्नामेंट्स में भी चेंज दिखेगा।”

विजेंदर सिंह (बॉक्सर)
“मुझे लगता है कि अब फैन्स बहुत आसानी से मुकाबले देखने नहीं आएंगे। लेकिन, भारत में कुछ भी हो सकता है। लोग बहुत लंबे वक्त घर में रहे हैं। वो स्टेडियम जाकर मैच देखना चाहेंगे। हां, ये बात सही है कि अब वो ज्यादा सावधान रहेंगे। विदेश में ट्रेनिंग भी अब पहले जैसी आसान नहीं होगी। खिलाड़ियों के बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता।”

बाईचुंग भूटिया (फुटबॉलर)
“यह टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स वाली दुनिया है। स्टेडियम में दर्शकों की कमी का असर खेलों से होने वाली कमाई पर नहीं पड़ेगा। इसकी कमी टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से पूरी होगी। खेल आयोजन धीरे-धीरे पटरी पर लौटेंगे। जब तक वैक्सीन नहीं आता तब तक लोग कम आएंगे। क्योंकि, फिलहाल खतरा तो रहेगा।”

बी. साई प्रणीत (बैडमिंटन प्लेयर)
“हम काफी सफर करते हैं। लेकिन, अब खेल शुरू होने पर प्लेयर्स चीन या कोरिया और यहां तक कि यूरोपीय देशों में जाने से कतरा सकते हैं। संक्रमण का खतरा कहीं न कहीं दिमाग में जरूर चलता रहेगा। फिर चाहे आप रेस्टोरेंट्स में खाना खा रहे हों या मैच खेल रहे हों। शटल को प्लेयर भी छूते हैं और रेफरी भी। पसीने में शर्ट भी चेंज करनी होती है। जब तक वैक्सीन नहीं आता। चिंता रहेगी। आप लोगों को मास्क लगाए देखेंगे।”

महेश भूपति (टेनिस प्लेयर)
“साफ तौर पर और संक्षेप में कहूं तो खेल नहीं बदलेंगे। जैसे ही कोविड-19 का खतरा टलेगा। खेलों की दुनिया पहले जैसी ही हो जाएगी।”
सरदार सिंह (हॉकी)
“ओलिंपिक के लिहाज से देखें तो प्लेयर्स को तैयारी का अब ज्यादा वक्त मिलेगा। लेकिन, ये भी सही है कि उन्हें नए प्लान बनाने होंगे। खेल जब शुरू होंगे तो आपको यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने मिलेगी। देखना होगा कि बॉक्सिंग, रेसलिंग और हॉकी में क्या बदलाव आएंगे। क्योंकि यहां फिजिकल कॉन्टेक्ट होते हैं।”

डी. हरिका (शतरंज)
“इसमें कोई दो राय नहीं कि खेलों पर कुछ असर पड़ेगा। ट्रैवल को लेकर खासतौर पर। खिलाड़ियों पर भी असर होगा। लेकिन, मुझे भरोसा है कि छह महीने से एक साल में सब पहले जैसा हो जाएगा।”



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सचिन तेंडुलकर के मुताबिक, क्रिकेट जब दोबारा शुरू होगी तो प्लेयर्स गेंद चमकाने के लिए थूक के इस्तेमाल में सहज नहीं होंगे। (फाइल)

कोरोना के बाद कैसे होंगे खेल? दिग्गजों की यह राय April 26, 2020 at 02:29AM

नई दिल्लीक्या दर्शक फिर से स्टेडियम में लौटेंगे? क्या विदेशों में अभ्यास पहले की तरह आसान होगा? संपर्क वाले खेलों में क्या होगा जिनमें सामाजिक दूरी नहीं बनाए रखी जा सकती है? क्या कोविड-19 महामारी से उबरने के बाद खेल और खेलों को देखना पहले जैसा ही आसान होगा? ऐसे ही कई सवालों पर पीटीआई-भाषा की टीम ने देश के चोटी के खिलाड़ियों से बात की जिस पर उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। यहां पर हम इन खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कोरोना के कारण खेल जगत पर बड़ा असर पड़ा है और दुनियाभर में खेल प्रतियोगिताओं पर विराम लग गया है। ओलिंपिक, आईपीएल जैसे बड़े टूर्नमेंट और लीग को स्थगित कर दिया गया है। (भारत के दिग्गज बल्लेबाज) : निसंदेह दुनिया अभी जिंदगी की सबसे बड़ी चुनौती से गुजर रही है। मुझे लगता है कि (गेंद को चमकाने के लिए) लार का उपयोग करने में खिलाड़ी कुछ समय के लिए सतर्क रहेंगे। यह बात उनके दिमाग में रहेगी। खिलाड़ी कुछ समय के लिए गले मिलने से बचेंगे। मैं ऐसा मानता हूं। वे शुरू में सतर्क रहेंगे और सामाजिक दूरी बनाए रख सकते हैं। पढ़ें, अभिनव बिंद्रा (भारत के पहले ओलिंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता): खेल लोगों को आपस में जोड़ता है तथा दुनिया भर के हजारों भागीदारों और दर्शकों में खुशी का संचार करता है। भविष्य में सुरक्षा और बचाव पर अधिक ध्यान दिया जाएगा लेकिन खेलों के प्रति आकर्षण कम नहीं होगा। कोविड-19 के बाद की स्थिति भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है। शायद काफी विदेशी टूर्नमेंट और शिविर नहीं होंगे और ऐसे में भारत को उपयुक्त खेल बुनियादी ढांचा तैयार करने का मौका मिल सकता है। बजरंग पूनिया (विश्व रजत पदक विजेता पहलवान) : कुश्ती संपर्क वाला खेल है। जब कुश्ती शुरू होगी तो आप किसी भी तरह से शारीरिक संपर्क से नहीं बच सकते। मुझे नहीं लगता कि इसको लेकर किसी तरह की झिझक होगी। मुझे किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं लगती। मुकाबले अधिक कड़े हो जाएंगे। सभी खिलाड़ी लंबी अवधि बाद वापसी करेंगे। उन्हें इतने लंबे विश्राम की आदत नहीं है। वे अपने मजबूत और कमजोर पक्षों का आकलन कर रहे हैं इसलिए टूर्नमेंट शुरू होने पर मुकाबले कड़े होंगे। एम सी मेरीकॉम (छह बार की विश्व चैंपियन, ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट) : हम सभी चीजों के फिर से पहले की तरह सामान्य होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं लेकिन क्या ऐसा हो सकता है। नहीं। यह वायरस दुश्मन है जिसे पूरी तरह से कोई नहीं समझ पाया। खेलों में बदलाव होंगे। मेरा खेल संपर्क वाला है और मैं निजी तौर पर चिंतित हूं कि हम कैसे इससे पार पाएंगे। मुझे लगता है कि अभ्यास भी व्यक्तिगत हो जाएगा। जहां तक दर्शकों की बात है तो वे खेल देखने के लिए आएंगे। मुझे इसमें समस्या नजर नहीं आती। लेकिन हां टूर्नमेंटों में स्वच्छता का स्तर काफी ऊपर चला जाएगा। विजेंदर सिंह (ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बॉक्सर) : मुझे लगता है कि दर्शकों को वापस लाना आसान नहीं होगा क्योंकि लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे। भारत के बारे में हालांकि कुछ नहीं कहा जा सकता। यहां कुछ भी हो सकता है। लोग लंबे समय से घरों में है और हो सकता है कि वे पहला मौका मिलने पर ही स्टेडियम पहुंच जाएं। बाईचुंग भूटिया (भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान): आज के जमाने में जबकि टेलीविजन और डिजीटल प्लेटफॉर्म हमारी जिंदगी के अहम अंग बन गए हैं तब मुझे लगता है कि स्टेडिमयों में दर्शकों की कमी से खेल व्यवसाय प्रभावित नहीं होगा। मुझे लगता है कि इससे टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म को फायदा होगा। बी साई प्रणीत (वर्ल्ड चैंपियनशिप ब्रॉन्ज मेडलिस्ट शटलर) : हम काफी यात्राएं करते हैं और अंतरराष्ट्रीय टूर्नमेंटों की बहाली के बाद मुझे लगता है कि कोई भी चीन, कोरिया और यहां तक कि यूरोपीय देशों का दौरा करने से घबराएगा। चाहे आप खेल रहे हों या किसी रेस्तरां में खाना खा रहे हों, वायरस के संपर्क में आने डर हमेशा बना रहेगा। देखें, महेश भूपति (कई बार के ग्रैंडस्लैम विजेता) : खेल नहीं बदलेंगे। कोविड-19 के समाप्त होने के बाद सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो जाएगा। जेजे लालपेखलुवा (भारतीय फुटबॉलर) : चीजें सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा लेकिन एक बार सब कुछ सामान्य होने के बाद हम खेल खेलने से नहीं डरेंगे। सरदार सिंह (भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान) : जहां तक ओलिंपिक की तैयारियों का सवाल है तो सकारात्मक बात यह है कि टीमों को अभ्यास का अधिक समय मिलेगा लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष यह है कि उन्हें नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। एक बार खेल शुरू होने के बाद सामाजिक दूरी के नए मायने होंगे। यह देखना होगा कि संपर्क वाले खेलों जैसे मुक्केबाजी, कुश्ती में इसे कैसे लागू किया जाता है। हॉकी और फुटबॉल में भी करीबी संपर्क आम बात है। जोशना चिनप्पा (शीर्ष स्क्वैश खिलाड़ी) : मुझे लगता है कि विमान में मुझे अधिक सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि वे विश्व भर में रोगाणु के मुख्य संवाहक हैं। निश्चित तौर पर नए हालात होंगे। हवाई अड्डों से गुजरना भी अधिक कड़ा होगा। मैच के बाद मैं सबसे पहले विरोधी से हाथ मिलाती हूं लेकिन अब इसमें भी बदलाव हो सकता है। कोनेरू हंपी (विश्व रैंपिड शतरंज चैंपियन और भारत की नंबर एक खिलाड़ी) : दर्शकों सहित बाहर स्टेडियमों में होने वाले खेल सुरक्षित नहीं है और अगले एक साल तक इनका आयोजन आसान नहीं होगा। मेरा मानना है कि हमें कुछ संयम बरतना होगा। डी हरिका (भारत की नंबर-2 शतरंज खिलाड़ी) : इससे उबरने या यात्रा करने में निश्चित तौर पर थोड़ा समय लगेगा। इससे कई खिलाड़ी प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि वर्ष तेजी से गुजर रहा है लेकिन खेल जस के तस हैं। मुझे लगता है कि खेल बिना किसी समस्या के लय हासिल कर लेंगे। इसमें छह महीने से एक साल तक का समय लग सकता है।

निकारागुआ में बॉक्सिंग मैच शुरू, टीवी पर लाइव टेलिकास्ट April 26, 2020 at 02:45AM

मनागुआ (निकारागुआ)दुनिया में जब कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल गतिविधियां ठप पड़ी हैं, तब निकारागुआ में मुक्केबाजी के मुकाबले शुरू हो गए हैं। मनागुआ में हो रहे इन मुकाबलों का टीवी पर लाइव टेलिकास्ट किया जा रहा है और कुछ दर्शक भी इन्हें देखने के लिए स्टेडियम में पहुंच रहे हैं। इन मुकाबलों के प्रमोटर दो बार के पूर्व विश्व चैंपियन रोसेंडो अल्वारेज हैं और उन्होंने वायरस के किसी खतरे को खारिज कर दिया। ‘अल बफैलो’ नाम से मशहूर अल्वारेज ने शनिवार की रात मुकाबले से पूर्व कहा, ‘यहां हमें कोरोना वायरस का डर नहीं है और किसी को पृथक नहीं रखा जा रहा है। जिन तीन लोगों (स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार) की मौत हुई वे बाहर से आए थे और देश में किसी को संक्रमण नहीं हुआ।’ पढ़ें, उन्होंने मुफ्त टिकटों की भी पेशकश की लेकिन 8000 दर्शकों की क्षमता वाले अलेक्सिस अरगोएलो जिम में हालांकि बहुत कम दर्शक पहुंचे थे। अधिकारियों ने दर्शकों की वास्तविक संख्या नहीं बताई। यह मुकाबला निकारागुआ के सरकारी चैनल कैनाल 6 और ईएसपीएन लेटिन अमेरिका पर प्रसारित किया गया। अल्वारेज ने कहा कि उन्होंने 16 स्थानीय मुक्केबाजों को अनुबंधित किया है क्योंकि उन्हें काम की जरूरत थी। उन्होंने कहा, ‘निकारागुआ गरीब देश है और मुक्केबाजों को काम चाहिए। वे अपने घरों में बैठकर नहीं रह सकते थे।’ निकारागुआ में कोविड-19 के केवल 11 मामले मिले हैं जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है। वहां 15 दिन के अवकाश के बाद स्कूल और कार्यालय पूर्व की तरह संचालित होने लगे हैं। निकारागुआ में बेसबॉल और फुटबॉल लीग भी पहले की तरह चल रही है जबकि स्थानीय समाचार पत्रों में शनिवार को ट्रायथलन और स्कूल कुश्ती टूर्नमेंटों की खबरें भी प्रकाशित हुई थी।

अश्विन को सीमित ओवरों की टीम से बाहर नहीं रख सकते: सकलैन April 26, 2020 at 01:45AM

नई दिल्लीपाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज ने कहा कि वह इस बात को समझने में नाकाम हैं कि खुद को साबित कर चुके जैसे खिलाड़ी को भारत के सीमित ओवरों की टीम से क्यों बाहर रखा गया है। उन्होंने कहा कि टेस्ट में सफलता हासिल करने वाला गेंदबाज सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी सफल रहता है। आईपीएल में नियमित रूप से खेलने वाले अश्विन को जुलाई 2017 के बाद से सीमित ओवरों के फॉर्मेट की भारतीय टीम से बाहर रखा गया है। रविंद्र जडेजा के साथ भी यही स्थिति थी, लेकिन वह अपनी हरफनमौला काबिलियत से तीनों फॉर्मेट में खेल रहे हैं। पढ़ें, क्रिकेट में ‘दूसरा’ गेंद की शुरुआत करने वाले इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘काबिलियत स्थायी है, चाहे आप उंगली से स्पिन करते हो या आप कलाई के स्पिनर हो। आपके कौशल, खेल की स्थिति को परखने की क्षमता बहुत मायने रखती है। मुझे आश्चर्य हुआ जब अश्विन को वनडे क्रिकेट के लिए अनदेखा कर दिया गया।’ सकलैन ने कहा, ‘जिसे यह पता हो कि पांच दिवसीय मैच को बल्लेबाज को कैसे आउट करना है, उसके लिए सीमित ओवरों के क्रिकेट में यह आसान काम है। रन रोकने का काम कोई भी कर सकता है लेकिन जो विकेट लेना जानता है, वह रनों पर अंकुश भी लगा सकता है। अश्विन को दोनों आता है। आप उन्हें टीम से बाहर कैसे रख सकते हैं? आपको अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का समर्थन करना होगा।’ भारतीय चयनकर्ताओं ने 2017 चैंपियंस ट्रोफी के बाद टीम में कलाई के स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को मौका दिया। दोनों ने सीमित ओवरों के मैच में खुद को साबित भी किया लेकिन 2019 वर्ल्ड कप के बाद एक साथ अंतिम एकादश में जगह बनाने में सफल नहीं रहे। टेस्ट में घरेलू मैदान में अश्विन भारत के नंबर एक स्पिनर है लेकिन विदेशों में खेले जाने वाले टेस्ट में वह अंतिम एकदश में जगह बनाने में संघर्ष करते दिखते हैं। सकलैन ने कहा, ‘उन्होंने भज्जी (हरभजन सिंह) की जगह अश्विन को मौका दिया। अश्विन के साथ कई ऑफ स्पिनरों को आजमाया गया लेकिन कोई भी उनके स्तर का नहीं निकला। मुझे तब भी आश्चर्य हुआ, जब भज्जी को टीम से बाहर किया गया था। अश्विन और भज्जी का गेंदबाजी का तरीका अलग है, दोनों एकसाथ एकादश में शामिल हो सकते थे। जब दाएं हाथ के एक जैसे तेज गेंदबाज एक साथ खेल सकते है तो स्पिनर क्यों नहीं?’ शोएब अख्तर और शाहिद अफरीदी की तरह सकलैन को भी लगता है कि भारत और पाकिस्तान को अपनी क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता फिर से शुरू करनी चाहिए।सकलैन ने कहा, ‘आप खिलाड़ियों को नायक समझते है। उनका काम अच्छा करना होता है। जीत और हार खेल का हिस्सा है। क्रिकेट युद्ध नहीं है। मुझे लगता है कि दोनों देशों को क्रिकेट खेलना चाहिए।’ उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, 'मैंने प्रशंसकों को दोनों देशों का झंडा हाथ में लिए हुए देखा है। यह खेल की ताकत है। सचिन और शेन वॉर्न ने अमेरिका में (2015 में) ऑल स्टार्स मैचों का आयोजन किया था। आपको विश्वास नहीं होगा कि मैंने प्रशंसकों को भारत और पाकिस्तान के झंडे के साथ देखा।’ उन्होंने कहा, ‘इससे दोनों देशों को करीब लाया जा सकता है। मैं आईसीसी से भी इस पर गौर करने का अनुरोध करूंगा। आर्थिक रूप से भी, यह बीसीसीआई और पीसीबी दोनों के लिए फायदेमंद होगा। यह सीरीज एशेज से काफी बड़ी है।’

राहुल से इस गेम में हारीं आथिया, फोटो किया शेयर April 26, 2020 at 12:23AM

नई दिल्लीभारतीय क्रिकेटर और बॉलिवुड ऐक्ट्रेस आथिया शेट्टी के रिलेशनशिप को लेकर काफी अफवाहें उड़ रही हैं। ऐसा भी कहा गया कि आथिया ने राहुल को बर्थडे पर 'माय पर्सन' लिखकर इश्क का इजहार किया लेकिन इस बारे में दोनों ने ही खुलकर कुछ नहीं कहा है। अब राहुल ने ऑनलाइन लूडो में आथिया को हराया और फोटो इंस्टा स्टोरी पर शेयर किया। 28 वर्षीय राहुल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक स्टोरी शेयर की। इस स्टोरी में उस लूडो गेम का रिजल्ट नजर आ रहा है जिसमें वह फर्स्ट आए और दूसरे नंबर पर आथिया रहीं। वह और दो के साथ इस गेम को खेल रहे थे। देखें, करियर में अभी तक 36 टेस्ट, 32 वनडे और 42 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके राहुल और आथिया के अलावा इस गेम में ऋतिक भसीन और आकांक्षा रंजन कपूर भी शामिल थीं। राहुल ने इस गेम को जीतने के बाद तस्वीर शेयर करते हुए सभी को टैग भी किया। राहुल भी लॉकडाउन के दौरान घर पर ही समय बिता रहे हैं। उन्होंने हाल में बास्केटबॉल खेलते हुए भी वीडियो शेयर किया था। वह अक्सर फैंस के लिए फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। कोरोना से बचाव के तौर पर देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन घोषित है और ऐसे में तमाम खेल प्रतियोगिताओं को भी स्थगित किया गया है।

सकलैन मुश्ताक बोले- सचिन के खिलाफ एक ही बार स्लैजिंग की थी, शर्मिंदगी हुई तो माफ मांग ली April 26, 2020

वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में शुमार किए जाने वाले सकलैन मुश्ताक ने सचिन तेंडुलकर पर एक दिलचस्प खुलासा किया है। ऑफ स्पिन में ‘दूसरा’ ईजाद करने वाले सकलैन के मुताबिक, उन्होंने सचिन के खिलाफ सिर्फ एक बार स्लैजिंग की थी। सकलैन कहते हैं- इसके बाद मुझे इतनी शर्मिंदगी हुई कि मैच के बाद मैंने इस महान बल्लेबाज से माफी मांगी।

सहारा कप का वाकया
न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में सकलैन ने इस घटना का जिक्र किया। कहा, “बात 1997 की है। सहारा कप कनाडा में खेला जा रहा था। मैंने सचिन से कुछ कहा। वो धीरे से मेरे करीब आए और कहा- मैंने तो आपके साथ कोई बदसलूकी नहीं की। फिर आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? उनकी बात सुनकर मैं शर्मसार हो गया। सूझ ही नहीं पड़ा कि क्या जवाब दूं।” 43 साल के सकलैन को सचिन खुद महानतम ऑफ स्पिनर बता चुके हैं।

आगे क्या हुआ?
इसी वाकये का जिक्र आगे बढ़ाते हुए सकलैन कहते हैं, “सचिन ने मुझसे कहा- व्यक्ति और खिलाड़ी के तौर पर मेरे मन में आपकी बहुत इज्जत है। इसके बाद मैंने कभी सचिन के खिलाफ स्लैजिंग नहीं की। मैं ये तो नहीं बता सकता कि असल में मैंने सचिन से कहा क्या था। लेकिन, इतना जरूर है कि मैच के बाद मैं उनके पास गया और तहे दिल से माफी मांगी। इसके बाद कई बार उन्होंने मेरी गेंदों की धुनाई की लेकिन मैंने फिर स्लैंजिंग के बारे में सोचा तक नहीं।”

महान खिलाड़ियों का गुण
वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड के स्पिन कोच रहे सकलैन ने कहा, “1999 में चेन्नई टेस्ट में सचिन ने 136 रन की पारी खेली। मैंने सचिन का विकेट लिया। एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि उस दिन भगवान मेरे साथ था। नहीं तो जैसा तेंडुलकर खेल रहे थे, उन्हें आउट करना नामुमकिन था। बॉल रिवर्स स्विंग हो रही थी। लेकिन, सचिन ने अकरम जैसे गेंदबाजों को बड़े आराम से खेला।” सकलैन ने पाकिस्तान की तरफ से 49 टेस्ट 169 वनडे खेले। चेन्नई टेस्ट को सकलैन दंगल की तरह देखते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सचिन और सकलैन मुश्ताक। यह तस्वीर कुछ वक्त पहले सकलैन मुश्ताक ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की थी।

टेस्ट चैंपियनशिप को आगे खिसकाएगा ICC, टॉप पर रहेगा भारत April 26, 2020 at 12:15AM

नई दिल्लीअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद () कोविड-19 महामारी के कारण अधर में लटकी विश्व (WTC) के मैच पूरे करवाने के लिए इसे चार महीने आगे खिसकाने और इसके कार्यक्रम में बदलाव करने पर विचार कर रहा है। लेकिन इससे भारत पर असर नहीं पड़ेगा और वह आगे भी इसमें अपनी मजबूत स्थिति बरकरार रख सकता है। भारत ने डब्ल्यूटीसी में अभी तक सर्वाधिक चार सीरीज खेली हैं, जिसमें से तीन में उसने जीत दर्ज की। इससे उसके 360 अंक हैं और वह शीर्ष पर काबिज है। ऑस्ट्रेलिया तीन सीरीज में 296 अंक लेकर दूसरे स्थान पर है, जबकि न्यूजीलैंड (तीन सीरीज में 180) तीसरे, इंग्लैंड (2 सीरीज में 146) चौथे और पाकिस्तान (दो सीरीज में 140) पांचवें स्थान पर है। अंकतालिका में इनके बाद श्रीलंका (दो सीरीज में 80) और साउथ अफ्रीका (दो सीरीज में 24) का नंबर आता है। वेस्ट इंडीज और बांग्लादेश ने डब्ल्यूटीसी के तहत एक-एक सीरीज खेली है और वे अभी तक खाता नहीं खोल पाए हैं। आईसीसी के अनुसार डब्ल्यूटीसी के अंतर्गत किसी एक देश को छह सीरीज (तीन स्वदेश, तीन विदेश) खेलनी होती हैं। भारत दो सीरीज विदेश और दो स्वदेश में खेल चुका है। ये सभी सीरीज दो या तीन टेस्ट मैचों की थी, जिनमें जीतने पर भारतीय टीम को पूरे अंक मिल गए। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में एक सीरीज में अधिकतम 120 अंक हासिल किए जा सकते हैं। इस तरह से दो टेस्ट मैचों की सीरीज में एक मैच जीतने पर 60 अंक और तीन मैचों की सीरीज में एक मैच जीतने पर 40 अंक मिलते हैं। इसी तरह से चार और पांच मैचों की सीरीज में एक मैच जीतने पर अंकों की संख्या घटकर 30 और 24 हो जाती है। मैच टाई होने पर दोनों टीमों में आधे आधे अंक बंट जाते हैं, जबकि ड्रॉ होने पर दो से लेकर 5 मैचों की सीरीज में क्रमश: 20, 13, 10 और 8 अंक मिलते हैं। भारत ने डब्ल्यूटीसी के तहत अपनी पहली सीरीज वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेली और उसने दोनों मैच जीतकर 120 अंक हासिल किए। विराट कोहली की टीम ने इसके बाद साउथ अफ्रीका को अपनी सरजमीं पर तीनों मैच में हराकर 120 अंक जुटाए और फिर बांग्लादेश की टीम जब भारत आई तो सीरीज के दोनों मैच जीते। इस तरह से भारत के सात जीत से 360 अंक हो गए थे। भारतीय टीम ने इस साल के शुरू में न्यूजीलैंड का दौरा किया लेकिन वहां उसने दोनों टेस्ट मैच गंवा दिए। इससे वह 360 अंक पर ही अटका रहा। कोहली की टीम को अभी डब्ल्यूटीसी के तहत दो सीरीज और खेलनी हैं। उसे इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे में चार टेस्ट मैच खेलने हैं। अगर भारत 2018-19 का अपना रेकॉर्ड बरकरार रखता है तो वह अपने अंकों में इजाफा कर सकता है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे में सीरीज 2-1 से जीती थी। भारतीय टीम अगले साल जनवरी में पांच टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड की मेजबानी करेगी। यह उसकी डब्ल्यूटीसी के तहत अंतिम सीरीज भी होगी। इंग्लैंड के लिये भारतीय सरजमीं पर खेलना आसान नहीं रहा है। इससे पहले उसकी टीम 2016 के आखिर में भारत दौरे पर आई थी तब भारतीय टीम ने उसे पांच मैचों की सीरीज में 4-0 करारी शिकस्त दी थी।

चहल से परेशान हुए क्रिस गेल, बोले- ब्लॉक कर दूंगा April 25, 2020 at 11:52PM

नई दिल्ली वेस्ट इंडीज के सलामी बल्लेबाज () ने कहा कि भारतीय स्पिनर युजवेन्द्र चहल () सोशल मीडिया पर 'काफी परेशान' करते हैं और वह उन्हें ब्लॉक करने जा रहे हैं। चहल सोशल मीडिया पर सबसे व्यस्त भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं। कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच वह सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर पहले से कही अधिक समय बिता रहे हैं। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले गेल ने इंस्टाग्राम पर आयोजित एक सत्र में कहा, 'मैं गंभीरता से टिकटॉक से बोलूंगा कि आपकों ब्लॉक करें। आप सोशल मीडिया पर काफी गुस्सा दिलाते हैं। आपको सोशल मीडिया से दूरी बनाने की जरूरत है। हम चहल से थक चुके हैं। मैं तुम्हें अपने जीवन में फिर से नहीं देखना चाहता। मैं तुम्हें ब्लॉक करने वाला हूं।' कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दुनिया भर में क्रिकेट सहित दूसरी खेल गतिविधियों पर रोक लगी है। ऐसे में खिलाड़ी सोशल मीडिया के जरिए प्रशंसकों से जुड़ रहे हैं। इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स के साथ लाइव वीडियो सत्र के दौरान चहल को 'गंवार' करार दिया था। कोहली ने कहा था, 'आपने टिकटॉक वीडियो देखा है? आपको युजवेन्द्र चहल का टिकटॉक वीडियो देखना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'आपको विश्वास नहीं होगा यह आदमी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा है और 29 साल का है। आप उसके वीडियो देखेंगे तो लगेगा पूरी तरह से गंवार है।'

हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं महेंद्र सिंह धोनी: मोहित शर्मा April 25, 2020 at 11:40PM

नई दिल्ली अपनी अधिकतर क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी () के नेतृत्व में खेलने वाले तेज गेंदबाज () ने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में जब जिम्मेदारी लेने की बात आती है तो यह पूर्व भारतीय कप्तान सच्चे नेतृत्वकर्ता की तरह उसे स्वीकार करते हैं। यह 31 वर्षीय तेज गेंदबाज चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) और भारत की तरफ से धोनी के नेतृत्व में खेला है। उन्हें इस साल दिल्ली कैपिटल्स (DC) की तरफ खेलना था लेकिन कोविड-19 के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। मोहित ने इंस्टाग्राम सत्र के दौरान कहा, 'मैं जितने खिलाड़ियों के साथ खेला उनमें उनकी विनम्रता और कृतज्ञता की भावना उन्हें सबसे अलग करती है। एक कप्तान और नेतृत्वकर्ता में अंतर होता है और मेरा मानना है कि वह सच्चे नेतृत्वकर्ता हैं।' उन्होंने कहा, 'जब टीम जीत दर्ज करती है तो वह कभी इसका श्रेय नहीं लेते लेकिन जब टीम हारती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। यह एक अच्छे नेतृत्वकर्ता की निशानी होती है और इसलिए मैं उनसे इतना अधिक प्रभावित हूं।' कोरोना वायरस के कारण खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हैं और मोहित ने कहा कि जब भी आईपीएल खेला जाएगा उनकी टीम खिताब की प्रबल दावेदार होगी। पीठ में चोट के कारण पिछले दस महीनों से क्रिकेट से बाहर रहे मोहित ने कहा, 'मैंने आखिर में ऑपरेशन का फैसला किया और पिछले तीन महीने में फिटनेस पर ध्यान देने के बाद मैं वास्तव में दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलने के लिए उत्साहित हूं।' उन्होंने कहा, 'हमारी टीम बहुत मजबूत है और उसके पास हर विभाग में अच्छे खिलाड़ी हैं, जिससे हम ट्रोफी के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं।'

वो 6 छक्के जड़कर बोलर को लिखा था संदेश: युवराज April 25, 2020 at 11:06PM

नई दिल्ली भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह () द्वारा टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में एक ओवर में जड़े छह छक्कों का जिक्र कभी भी छिड़ जाता है। हाल ही में युवराज सिंह इंग्लैंड में प्रसारित बीसीसी के एक पोडकास्ट कार्यक्रम में शामिल हुए तो चर्चा फिर उनके इन रेकॉर्ड छह छक्कों पर छिड़ गई। इस बातचीत में युवराज सिंह ने बताया कि उस मैच के अगले दिन () के पिता युवी से मिले थे और उन्होंने अपने बेटे की इस पिटाई को लेकर चर्चा भी की थी। पोडकास्ट में युवी ने एक बार फिर इन 6 छक्कों को श्रेय इंग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी एंड्र्यू फ्लिंटॉफ (Andrew Flintoff) को दिया, जिन्होंने ब्रॉड के इस ओवर से पहले युवी को कुछ कहकर उकसाया था। स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में युवराज ने 6 छक्के जड़कर T20 क्रिकेट का नया कीर्तिमान अपने नाम किया था। इस पारी में उन्होंने 14 गेंदें खेलकर 58 रन बनाए थे। युवी की इसी पारी के दम पर टीम इंडिया ने यहां 18 रन से जीत अपने नाम की थी। अपनी इस पारी को एक बार फिर याद करते हुए युवी ने कहा, 'फ्रेडी (फ्लिंटॉप का उपनाम) बस फ्रेडी हो रहा था- उन्होंने मुझे कुछ शब्द कहे और फिर मैंने उन्हें कुछ शब्द कहे। मैं इंग्लैंड के खिलाफ ये 6 छक्के बरसाकर बहुत खुश था क्योंकि उस मैच से कुछ हफ्ते पहले मुझे एक इंग्लैंड के ही खिलाफ एक वनडे मैच में डिमित्रि मास्करेनस ने एक ओवर में 5 छक्के जड़े थे।' युवी ने बताया, 'इस ओवर का छठा छक्का जड़कर मैंने फ्लिंटॉफ की ओर देखा, जो स्वभाविक था इसके अगले ही पल में मास्करेनस की ओर भी देखा, जिन्होंने मुझे स्माइल पास की।' युवराज ने बताया कि मैच के बाद अगले दिन उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता से भी इस पर बात की थी। युवी ने बताया की सीनियर ब्रॉड ने अपने बेटे के लिए जर्सी पर ऑटोग्राफ की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि तुमने मेरे बेटे का करियर करीब-करीब खत्म ही कर दिया है। युवी ने बताया, 'उनके पिता मैच रेफरी थे, जो अगले दिन मेरे पास आए और उन्होंने कहा, 'तुमने लगभग मेरे बेटे का करियर अब खत्म ही कर दिया है और अब तुम्हें उसके लिए एक शर्ट साइन करनी होगी।' इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, 'मैंने उन्हें अपनी भारतीय टीम की जर्सी पर एक संदेश लिखा, मुझे भी 5 छक्के पड़ चुके हैं तो मैं जानता हूं कि यह कैसा महसूस होता है। इंग्लैंड क्रिकेट के भविष्य के लिए शुभकामनाएं।' युवी ने कहा, 'स्टुअर्ट इन दिनों श्रेष्ठ गेंदबाजों में एक हैं। मैं यह सोच भी नहीं सकता कि अगर किसी भारतीय बोलर को एक ओवर में छह छक्के पड़ जाएं, तो इसके बाद वह अपना करियर इतना शानदार बना सकता है।'

2007 में लगाए छह छक्कों पर युवराज बोले- स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता ने मुझसे कहा था, तुमने मेरे बेटे का कैरियर खत्म कर दिया April 25, 2020 at 08:50PM

2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले युवराज सिंह ने इस बारे में एक नया खुलासा किया। युवी ने इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर छह छक्के लगाए थे। युवी के मुताबिक- इस घटना के अगले दिन स्टुअर्ट के पिता क्रिस उनके पास आए। क्रिस ने युवी से कहा- तुमने मेरे बेटे का कैरियर खत्म दिया। बहरहाल, ऐसा नहीं हुआ। स्टुअर्ट आज भी इंग्लैंड टीम के नियमित सदस्य हैं।

फ्रेडी तो फ्रेडी हैं
2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप खेला गया था। टीम इंडिया विजेता बनी थी। इसके एक मुकाबले में भारत के सामने इंग्लैंड की मजबूत टीम थी। युवराज क्रीज पर थे। ब्रॉड के ओवर शुरू करने से पहले एंड्रू फ्लिंटॉफ ने युवी से कुछ कहा। युवी ने गुस्से में इसका जवाब दिया। आगे जो हुआ, वो विश्व क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया। युवी ने फ्रेडी (फ्लिंटॉफ) का गुस्सा ब्रॉड पर निकाला। एक ही ओवर में छह छक्के लगा दिए। बीबीसी के पॉडकास्ट में युवी ने कहा- फ्रेडी तो फ्रेडी हैं। उनके बारे में क्या कहा जाए। कुछ उन्होंने कहा। मैंने भी जवाब दिया। भारत ने यह मैच पांच विकेट से जीता था।

मैस्करहैनेस ने पांच छक्के लगाए थे
युवी के मुताबिक, इस मैच के कुछ हफ्ते पहले इंग्लैंड के ही दिमित्री मैस्करहैनेस ने मेरे एक ओवर में पांच छक्के लगाए थे। अब संन्यास ले चुके बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, “छह छक्के लगाने के बाद मैंने पहले फ्लिंटॉफ और फिर दिमित्री को देखा। दिमित्री मुस्करा रहे थे।”

वो भावुक पल
युवी ने एक अहम और भावुक पल का भी जिक्र किया। उन्हीं के शब्दों में, “मैच के अगले दिन स्टुअर्ट के पिता क्रिस मेरे पास आए। वो आईसीसी मैच रेफरी भी हैं। उन्होंने मुझसे कहा- तुमने तो मेरे बेटे का कैरियर लगभग खत्म ही कर दिया। उसके लिए एक टी-शर्ट पर साइन तो करो। मैंने स्टुअर्ट को टीम इंडिया की जर्सी दी। उस पर लिखा- मेरी गेंदों पर पांच छक्के लगे थे। मैं जानता हूं कि कैसा महसूस होता है। आप इंग्लैंड क्रिकेट का फ्यूचर हैं।- शुभकामनाएं। आज वो दुनिया के सबसे अच्छे तेज गेंदबाजों में से एक हैं। मुझे नहीं लगता कि भारत का कोई गेंदबाज छह छक्के खाने के बाद इतना शानदार कैरियर बना सकता है।”



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह तस्वीर 2007 के उस मैच के बाद की है जिसमें युवी ने ब्रॉड पर छह छक्के लगाए थे। कुछ दिन पहले इसे स्टुअर्ट ब्रॉड ने इंस्टाग्राम पर कैप्शन के साथ शेयर किया था।

पुजारा को बोलिंग करना सबसे मुश्किल, वह असली सिर दर्द: पैट कमिन्स April 25, 2020 at 10:07PM

मेलबर्न टेस्ट क्रिकेट में विश्व के नंबर एक तेज गेंदबाज पैट कमिन्स () ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में () को गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल है। इस ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज को अपनी टीम के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द करार दिया। पुजारा नंबर 3 पर अपनी ठोस बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 2018-19 में भारत की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी। कमिन्स से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स संघ (ACA) द्वारा आयोजित सवाल जवाब के कार्यक्रम में जब पूछा गया कि किस बल्लेबाज को गेंदबाजी करना सबसे मुश्किल लगता है, तब उन्होंने पुजारा का नाम लिया। उन्होंने कहा, 'दुर्भाग्य से ऐसे कई बल्लेबाज हैं। लेकिन मैं एक ऐसे बल्लेबाज का नाम लूंगा, जो सबसे हटकर है और वह भारत के (चेतेश्वर) पुजारा हैं। वह हमारे लिए असली सरदर्द थे।' पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौर में तीन शतक और एक अर्धशतक की मदद से 521 रन बनाए थे, जिससे भारत पहली बार ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रहा था। कमिन्स ने याद किया कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पुजारा को आउट करने में कैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहा, 'वह (पुजारा) सीरीज में उनकी तरफ से चट्टान की तरह खड़े हो जाते हैं। उन्हे आउट करना बेहद मुश्किल था। वह दिन प्रतिदिन गजब की एकाग्रता बनाए रखते थे। मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में उसे आउट करना सबसे मुश्किल है।' पुजारा को इस सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। उन्होंने साबित किया कि एक खिलाड़ी अपने धैर्य और एकाग्रता से सारा अंतर पैदा कर सकता है।

इस बार IPL में धड़ाधड़ चटकाता विकेट: कुलदीप April 25, 2020 at 09:37PM

नई दिल्ली भारतीय स्पिनर () ने कहा कि पिछले साल बहुत अधिक मैचों में खेलने के कारण वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2019 में बुनियादी बातों पर ध्यान नहीं दे पाए थे। लेकिन इस बार उन्हें इस टी20 टूर्नमेंट में सफलता का पूरा भरोसा था। उन्होंने कहा कि वह पिछली बार सही योजना नहीं बना पाए, जिससे उन्हें अच्छा सबक मिला। यह चाइनामैन गेंदबाज में सफलता के प्रति आश्वस्त था लेकिन कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के कारण इस टूर्नमेंट का आयोजन अधर में लटका है। कुलदीप ने कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) की वेबसाइट से कहा, 'मैं आईपीएल 2020 के लिए पूरी तरह से तैयार था। मैंने इसके लिए अच्छी योजना बना रखी थीं। मैं इस आईपीएल में सफलता के प्रति 100 प्रतिशत आश्वस्त था।' अपने पिछले सत्र के बारे में इस चाइनामैन गेंदबाज ने कहा, 'जब मैं आईपीएल में उतरा तो मैंने बहुत अभ्यास नहीं किया था। आईपीएल 2019 का सबसे बड़ा सबक यह रहा कि मैंने सत्र के लिए कोई योजना नहीं बनाई थी।' उन्होंने कहा, 'पिछले साल विशेषकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक क्रिकेट खेली गई। मैं आईपीएल शुरू होने से केवल तीन दिन पहले टीम से जुड़ा था। इसलिए योजना सही तरह से नहीं बनी।' कुलदीप ने हालांकि कहा कि पिछला सत्र उनके लिए बहुत खराब नहीं रहा और उन्होंने भले ही विकेट नहीं लिए लेकिन किफायती गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, 'ऐसा भी नहीं है कि पिछला आईपीएल मेरे लिए बुरा रहा। मैंने अच्छी गेंदबाजी की। लेकिन लेग स्पिनर की सफलता उसके द्वारा लिए गए विकेटों पर निर्भर करती है। मैं अधिक विकेट नहीं ले पाया था लेकिन मेरा इकॉनमी रेट अच्छा था।' कुलदीप ने कहा, 'जब आप विकेट नहीं लेते तो आपको आत्मविश्वास थोड़ा डगमगा जाता है। इसके अलावा एक मैच में मैंने काफी रन लुटा दिए, जिससे मेरा आत्मविश्वास गिर गया।' उन्होंने केकेआर के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और कोच वसीम अकरम (Wasim Akram) की भी जमकर प्रशंसा की, जिनसे वह अपने शुरुआती दिनों में काफी प्रभावित थे। कुलदीप ने कहा, 'गौती भाई (गंभीर) का केकेआर के शुरूआती दिनों में मुझ पर काफी ज्यादा प्रभाव था। वह हमेशा मुझसे काफी बात करते थे। केकेआर के समय में ही नहीं बल्कि इसके बाद भी पिछले दो वर्षों में ऐसा जारी रहा है।'

पाकिस्तान की सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा; 15 साल पहले किया था डेब्यू, 137 मैच में कप्तान रहीं April 25, 2020 at 08:43PM

पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। 34 साल की सना को पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया की महिला क्रिकेट में बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक माना जाता है। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। उस दौर में पाकिस्तान जैसे देश में महिलाओं का क्रिकेटर होना बड़ी बात मानी जाती थी। तमाम मुश्किलों के बावजूद सना ने इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बनाई।

बेहतरीन कप्तान
सना को महिला क्रिकेट की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में ही नहीं बल्कि शानदार कप्तान का रुतबा भी हासिल है। उन्होंने कुल 226 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। 137 में वो कप्तान रहीं। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। दाएं हाथ की इस ऑफ स्पिनर और मिडल ऑर्डर बल्लेबाज ने मैदान के बाहर भी पहचान बनाई। वो कई चैरिटी से जुड़ी रहीं।

रिकॉर्ड की बात
सना ने 120 वनडे में 151 विकेट लिए। इस दौरान उनका एवरेज 24.27 रहा। 89 टी20 भी खेले। इनमें 106 विकेट लिए। उनके अलावा निदा डार ने सबसे ज्यादा 98 विकेट लिए। इस लिस्ट में भारत की झूलन गोस्वामी (225), ऑस्ट्रेलिया की अनीसा फिट्जपैट्रिक (180) और एलिस पैरी (152) सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में शामिल हैं। पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक वनडे रन बनाने वालों की सूची में वो तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 1630 रन बनाए हैं। उन्होंने कुल 100 टी20 मैच खेले। दो साल पहले वो आईसीसी वुमन वनडे रैंकिंग में टॉपर रही थीं। सना ने आखिरी पिछले साल टी20 के रूप में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। इसके बाद कहा था- मैं क्रिकेट से अनिश्चकालीन अ‌वकाश लेना चाहती हूं। मुझे परिवार और जिंदगी के बारे में कुछ अहम फैसले करने हैं।

##

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सना ने 2005 में डेब्यू किया था। 2018 में उन्हें वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। (फाइल)