Friday, June 25, 2021
न बल्लेबाज चले और न रंग में थे बोलर्स....अब टीम इंडिया में बड़े बदलाव तय June 25, 2021 at 07:33PM
मुंबई भले ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खत्म हो चुका हो, लेकिन टीम इंडिया की इंग्लैंड में चुनौती अभी खत्म नहीं हुई है। मेजबानों के खिलाफ उसे पांच टेस्ट मैच की लंबी सीरीज खेलनी है, जिसकी शुरुआत चार अगस्त से नॉटिंघम में होनी है। इस बीच भारतीय खिलाड़ियों को 40 दिन की लंबी छुट्टी भी मिली है। फिर नहीं खेलेंगे कोई अभ्यास मैचविश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत की हार का बड़ा कारण प्रैक्टिस मैच की कमी रही। न्यूजीलैंड ने जहां इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलकर अपनी तैयारियां पुख्ता की तो टीम इंडिया को एक अभ्यास मैच तक नसीब नहीं हुआ। अब करारी शिकस्त के बाद होश में आए बीसीसीआई ने ईसीबी से कुछ अभ्यास मैच कराने का अनुरोध किया था, लेकिन कोविड-19 हालात के कारण इस तरह की योजना को पूरा करना मुश्किल होगा। मजबूरन अब डरहम में रिवरसाइड मैदान पर ही भारतीय स्क्वॉड आपस में ही मुकाबले खेलेगी। टॉप आर्डर पूरी तरह फेलशुभमन गिल ने पिछली सात पारियों में 0, 14, 11, 15*, 0, 28, 8 के स्कोर से कुल 76 रन ही बनाए हैं। संकटमोचक कहलाए जाने वाले पुजारा अब खुद टीम के लिए संकट बन चुके हैं। नंबर तीन पर खेलने वाला यह बल्लेबाज बीती 35 पारियों में एक शतक तक नहीं लगा सका। साल 2020 में कोहली ने सिर्फ 19.33 की औसत से रन बनाए। इस साल भी 28.63 की एवरेज ही है। रहाणे भी बेरंग नजर आ रहे। भले ही ऋषभ पंत एक टैलेंटेड विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में उभरे हो, लेकिन वह लापरवाही से बाज नहीं आ पा रहे। अब चर्चा है कि कप्तान कोहली नंबर तीन पर मोर्चा संभाल सकते हैं। हनुमा विहारी और केएल राहुल की मध्यक्रम में जगह बनती दिख रही है। सूत्रों की माने तो दोनों में से कोई एक पुजारा की जगह लेगा। टेस्ट स्पेशलिस्ट के लिए संदेश साफ है कि अपनी एप्रोच बदलिए या फिर रास्ता नापिए। बेरंग हैं भारतीय बोलर्सदुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज माने जाने वाले जसप्रीत बुमराह घटिया फॉर्म से गुजर रहे हैं। सर्जरी के बाद उनकी वह धार कुंद पड़ती जा रही, जिसके लिए मशहूर थे। जस्सी अपनी लैंथ ही नहीं पकड़ पा रहे। अपनी समस्या सुलझाने के लिए उनके पास लगभग पांच हफ्ते का वक्त है। चोटों से जूझते शरीर के साथ ईशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में करीब 14 साल गुजार चुके हैं। महज 32 साल की उम्र में वह अब अपने करियर के आखिरी स्टेज पर ही दिखते हैं। मोहम्मद शमी ने जरूर जादू चलाया, लेकिन इस फाइनल में वह बुरी तरह थक चुके थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया को यह एहसास हो चुका होगा कि इंग्लैंड के साथ चार पेसर्स को ही आक्रमण करना होगा। उम्मीद है कि मोहम्मद सिराज इंग्लैंड के खिलाफ हर टेस्ट खेलेंगे और 24 वर्षीय यंग पेसर आवेश खान को जल्द या बाद में अंतिम 11 में शामिल किया जाएगा। वास्तव में, सिराज का डब्ल्यूटीसी फाइनल नहीं खेलना, एक 'अवसर चूक' के रूप में देखा जा रहा है। टीम प्रबंधन तो शार्दुल ठाकुर को भी बतौर ऑलराउंडर इस्तेमाल करने पर विचार कर रहा है।
रनमशीन को लगी जंग: टेस्ट शतक का सूखा जारी, वनडे में फिर भी विराट का रेकॉर्ड बेहतर June 25, 2021 at 06:21PM
नई दिल्लीखराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने का सूखा अभी भी जारी है। कोहली पिछले डेढ़ साल से भी अधिक समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, उन्होंने आखिरी बार टेस्ट में शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था, इसके बाद से टेस्ट में उनका औसत 24.64 का रहा है। हालांकि वनडे में उनका प्रदर्शन थोड़ा बेहतर है और उनका औसत 43.26 का है। कोहली जो अपने करियर में सर्वाधिक टेस्ट लगाने वाले खिलाड़ी बन सकते हैं, वह सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतक से छह कदम दूर हैं। नवंबर 2019 में आखिरी बार टेस्ट शतक लगाने के बाद कोहली ने आठ टेस्ट मैचों में तीन अर्धशतक लगाए हैं। कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में दो अर्धशतक लगाए थे। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेले गए टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाया था। नवंबर 2019 के बाद कोहली ने 15 वनडे मुकाबलों में 649 रन बनाए। टेस्ट की तुलना में कोहली वनडे में थोड़े बेहतर रहे हैं और उन्होंने आठ अर्धशतक लगाए हैं, लेकिन वह टेस्ट शतक लगाने में नाकाम रहे हैं। भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने कहा है कि शतक का सूखा कोहली के दिमाग में होगा लेकिन वह इससे उबर जाएंगे। बांगर ने एक चैनल से कहा, ‘कोहली 7500 टेस्ट रन के करीब हैं और यह एक ऐसा प्रारूप है जहां वह आराम से सबकुछ दे सकते हैं।’ हालांकि, टी-20 एकमात्र ऐसा प्रारूप है जिसमें कोहली ने सुधार किया है। कोहली ने आखिरी शतक के बाद से अबतक टी-20 में 64.45 के औसत से 709 रन बनाए हैं।
ड्रेसिंग रूम में सन्नाटा था, नर्वस एनर्जी थी...WTC जीतने के बाद साउदी ने खोले राज June 25, 2021 at 05:49PM
ऑकलैंड विश्व क्रिकेट को न्यूजीलैंड के रूप में उसका पहला टेस्ट चैंपियन मिल चुका है। साउथम्पटन में खिताबी मुकाबला जीतने वाली यह टीम स्वदेश भी पहुंच चुकी है। जहां बिना किसी विजय जुलूस के सामान्य परिस्थितियों में, विश्व चैंपियन टीम का आगमन हुआ। अमूमन पहली बार ट्रॉफी जीतने पर परेड और सार्वजनिक अभिनंदन के साथ किसी भी टीम का सम्मान होता है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ऐसा कुछ नहीं हुआ। ड्रेसिंग रूम में थी नर्वस एनर्जी इस ऐतिहासिक जीत के बाद कीवी ड्र्रेसिंग रूम में भले ही जश्न का माहौल रहा हो, लेकिन मुकाबले के दौरान हालात बेहद जुदा थे। फाइनल में जबरदस्त गेंदबाजी करने वाले टिम साउदी ने इस बारे में खुलकर बात की। 32 वर्षीय इस पेसर ने कहा, 'मैंने 139 रन जैसे मामूली लक्ष्य के लिए कभी इतना लंबा समय लगते नहीं देखा। चेंज रूम में हर कोई नर्वस था। वहां सन्नाटा था। हालांकि हमारे दो सबसे अनुभवी बल्लेबाज क्रीज पर थे, जिनकी वजह से मनोबल भी ऊंचा था।' विराट-पुजारा का विकेट टर्निंग पॉइंट न्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा रिलिज एक गए इंटरव्यू में साउदी बोले, 'हम इस जीत के लिए पिछले दो साल से मेहनत कर रहे थे। हम कुछ टूर्नामेंट में अंत तक जाते, लेकिन जीत नहीं पाते। यह एहसास खास है। हमें पता था कि ये सब इतना आसान नहीं होगा, अंतिम दिन तक तीनों परिणाम संभव थे, लेकिन विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के विकेट ने खेल हमारी ओर मोड़ दिया। सिंगापुर के रास्ते न्यूजीलैंड लौटी टीम फाइनल में भारत को आठ विकेट से हराने वाली कीवी टीम सिंगापुर के रास्ते स्वदेश पहुंचने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटीन हो गई। प्लेइंग इलेवन के चार सदस्य कप्तान केन विलियमसन, तेज गेंदबाज काइल जैमीसन, सलामी बल्लेबाज डिवोन कॉन्वे और ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम टी-20 ब्लास्ट खेलने के लिए इंग्लैंड में ही रूके हैं। टीम के बाकी 11 सदस्य और सहयोगी स्टाफ के आठ सदस्य शनिवार सुबह न्यूजीलैंड पहुंच गए। साउदी ने ही थामी थी गदा केन विलियमसन की अनुपस्थिति में, वरिष्ठ गेंदबाज टिम साउदी ने डब्ल्यूटीसी गदा को उस फ्लाइट में ढोया जो विलियमसन की सीट पर रखी गई थी। न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी क्रिस व्हाइट ने कहा, 'एक बड़ी उपलब्धि, हमारे महान दिनों में से एक। मुझे टीम और पूरे संगठन पर बहुत गर्व है।' बताते चले कि वर्षाबाधित इस फाइनल में पेसर काइल जैमीसन मैन ऑफ द मैच चुने गए।
Wimbledon draw 2021: आठ बार के चैंपियन फेडरर की राह आसान नहीं, मेदवेदेव और ज्वेरेव देंगे टक्कर June 25, 2021 at 05:02PM
लंदन आठ बार के विंबलडन चैंपियन स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर को विंबलडन में विश्व के नंबर-2 रूस के डेनिल मेदवेदेव और जर्मनी के एलेजांद्रे ज्वेरेव का सामना करना पड़ सकता है। विंबलडन के लिए ड्रॉ की घोषणा शुक्रवार को की गई। फेडरर का पहले दौर में सामना फ्रांस के एडरिएन मानारिनो से होगा। छठी सीड फेडरर का सामना तीसरे दौर में इंग्लैंड के कैमरून नूरी से हो सकता है। फेडडर जिन्हें हाल ही में नोवेंटी ओपन के दूसरे राउंड में हार मिली थी, अगर वह क्वार्टर फाइनल में पहुंचते हैं तो उनका सामना मेदवेदेव से हो सकता है जो इस सप्ताह मालोर्का चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे हैं। विश्व के नंबर-1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच जिन्होंने 2019 में विंबलडन के फाइनल में फेडरर को हराया था, उनका सामना सेमीफाइनल में पहुंचने पर ग्रीस के स्टेफानोस सितसिपास या दो बार के चैंपियन ब्रिटेन के एंडी मरे से हो सकता है। हालांकि, इससे पहले जोकोविच को ओपनिंग राउंड में वाइल्डकार्ड ब्रिटेन के जैक द्रापेर और दूसरे राउंड में दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन को हराना होगा। क्वार्टर फाइनल में पहुंचने पर वह पांचवीं सीड रूस के आंद्रे रुबलेव से भिड़ सकते हैं। तीसरी सीड सितसिपास का पहले दौर में सामना अमेरिका के फ्रांसेस टियाफोए से होगा जबकि चौथी सीड ज्वेरेव अपने ओपनिंग मैच में नीदरलैंड के क्वालाफायर्स तालोन ग्रिएकस्पूर से भिड़ेंगे। 20 ग्रैंड स्लैम के विजेता स्पेन के राफेल नडाल इस साल विंबलडन में हिस्सा नहीं लेंगे।
इंग्लैंड में भारत को प्रैक्टिस मैच नहीं, ECB के फैसले पर गावसकर ने उठाया सवाल June 25, 2021 at 01:54AM
नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले डरहम में रिवरसाइड मैदान पर दो मैच खेलेगी जो टीम के अंदर ही दो टीमें बनाकर खेले जाएंगे। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि विराट कोहली के खिलाड़ियों को काउंटी टीमों के खिलाफ कोई भी प्रथम श्रेणी अभ्यास मैच मिलने की संभावना नहीं है। भारतीय कप्तान कोहली चार अगस्त से नाटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली सीरीज से पहले कोई भी प्रथम श्रेणी मैच नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा, ‘कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार वे अगस्त में पहले टेस्ट से पहले अपने खिलाड़ियों की दो टीमें बनाकर चार दिवसीय दो मैच खेलेंगे।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने ईसीबी से कुछ अभ्यास मैच कराने का अनुरोध किया था लेकिन कोविड-19 हालात के कारण इस तरह की योजना को पूरा करना मुश्किल होगा। यह पूछने पर कि काउंटी टीमों के खिलाफ कोई मैच आयोजित करने की संभावना है तो प्रवक्ता ने कहा, ‘नहीं।’ इंग्लैंड में विभिन्न काउंटी टीमों के खिलाड़ियों का नियमित रूप से कोविड-19 परीक्षण किया जा रहा है लेकिन उन्हें किसी बायो-बबल में नहीं रखा हुआ है। भारतीय टीम 14 जुलाई को लंदन में इकट्ठी होगी और डरहम रवाना होगी जिसके बाद फिर से बायो-बबल में रहेगी। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘इंग्लैंड में घरेलू खिलाड़ी बायो-बबल में नहीं हैं, यह निश्चित रूप से एक मुद्दा है। इसलिए डरहम में मैच टीम के खिलाड़ियों को दो टीमों विभाजित करके ही खेले जाएंगे।’ भारतीय टीम इस समय 24 खिलाड़ियों (20 आधिकारिक टीम और चार रिजर्व) के साथ है जिससे वह टीम के खिलाड़ियों की दो टीम बनाकर खेल सकती है। हालांकि महान खिलाड़ी जैसे सुनील गावसकरने इस पर सवाल उठाए और कहा कि इस तरह के मैचों से टीम किस तरह से तैयारी कर सकती है। बीते समय में दौरा करने वाली टीमें काउंटी टीमों के साथ कई प्रथम श्रेणी मैच खेलती थी। टीम के अंदर दो टीमें बनाकर खेले जाने वाले मैचों में एक खिलाड़ी अगर जल्दी आउट हो जाता है तो वह फिर से बल्लेबाजी कर सकता है लेकिन एक उचित प्रथम श्रेणी मैच में ऐसा नहीं हो सकता। मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा और एक अन्य सीनियर चयनकर्ता सुनील जोशी कड़े क्वारंटीन नियमों के रूकावट बनने के कारण पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड नहीं जा रहे। समझा जा सकता है कि भारत ‘लाल सूची’ वाले देशों में शामिल है जहां से ब्रिटेन के लिए कोई सीधी उड़ान नहीं है। अगर कोई भारत से जाएगा तो उसे या तो चार्टर फ्लाइट से यात्रा करनी होगी जैसे टीम गयी थी या फिर उन्हें उन्हें पहले उन देशों में जाना होगा जो ब्रिटेन की ‘लाल सूची’ में शामिल नहीं होगी और फिर वहां क्वारंटीन में रहना होगा तथा वहां से इंग्लैंड जाने वाली उड़ान लेनी होगी। बीसीसीआई के एक सूत्र ने सूचित किया, ‘हां, देबू (देबाशीष मोहंती) और एबे (कुरूविला) श्रीलंका जा रहे हैं जहां सीमित ओवरों की टीम छह मैच खेलेगी। वे इस समय टीम के साथ मुंबई के होटल में क्वारंटीन में हैं। लेकिन कोई भी चयनकर्ता ब्रिटेन नहीं जा रहा है।’
भारतीय महिला 10 मीटर एयर पिस्टल टीम ने विश्व कप में कांस्य पदक जीता June 25, 2021 at 03:19AM
ओसियेक (क्रोएशिया)मनु भाकर, यशस्विनी सिंह देसवाल और राही सरनोबत की भारतीय तिकड़ी ने शुक्रवार को यहां आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल महिला टीम स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया। भारतीय महिला एयर पिस्टल टीम ने वेरोनिका मेजर, मिरियम जाको और सारा राहेल फैबियन को कांस्य पदक के मुकाबले में 16-12 से शिकस्त दी। तीनों भारतीयों ने 573 के स्कोर से तीसरे स्थान से फाइनल के लिये क्वॉलिफाई किया था। इससे पहले ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, दीपक कुमार और दिव्यांश सिंह पंवार की भारतीय पुरुष टीम को 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा के कांस्य पदक के मैच में हार का सामना करना पड़ा जबकि महिला निशानेबाज क्वॉलिफाइंग दौर से आगे नहीं बढ़ सकीं। भारतीय पुरुष टीम को तीसरे स्थान के मैच में सर्बिया की टीम से 14-16 से हार मिली जिसमें मिलेंको सेबिच, मिलुटिन स्टेफानोविच और लजर कोवासेविच शामिल थे। अंजुम मौदगिल, अपूर्वी चंदेला और इलावेनिल वलारिवान की महिला 10 मीटर एयर राइफल टीम का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा जो क्वॉलिफिकेशन दौर में कुल 1867.7 अंक से 11वें स्थान पर रहीं। ये तीनों निशानेबाज गुरूवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में भी पहुंचने में असफल रही थीं। हालांकि मनु, यशस्विनी और राही ने कुछ हद तक इस निराशा की भरपायी की। उन्होंने पहली 10 सीरीज में सात को अपने नाम कर 14-6 की बढ़त बना ली जिसमें प्रत्येक टीम की प्रत्येक सदस्य को तीन शॉट लगाने को मिलते हैं। जिस टीम का तीनों शॉट का सबसे ज्यादा स्कोर रहता है, उसे दो अंक मिलते हैं और सबसे पहले 16 अंक तक पहुंचने वाली टीम जीत जाती हैं हंगरी की टीम ने वापसी करते हुए स्कोर 14-12 कर दिया लेकिन भारतीय महिलाओं ने संयम बरतते हुए कांस्य पदक जीत लिया। पुरुष स्कीट वर्ग में भारत की ओर से एकमात्र प्रतिस्पर्धी गुरजोत खांगुरा क्वॉलिफिकेशन में 115 के स्कोर से 56वें स्थान पर रहे। भारत की शुरूआत इस विश्व कप में इतनी अच्छी नहीं रही जिसमें कई निशानेबाज गुरूवार को अपनी स्पर्धाओं के फाइनल में जगह नहीं बना सके। सौरभ चौधरी शुरूआती दिन पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय रहे। 19 साल के इस निशानेबाज ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। तोक्यो ओलिंपिक से पहले यह भारतीय टीम का अंतिम प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है। 10 मीटर एयर राइफल और एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धाओं के पदक का फैसला शनिवार को होगा। ईरान दो स्वर्ण और एक कांस्य से पदक तालिका में शीर्ष पर चल रहा है। बुल्गारिया के भी दो स्वर्ण है जिससे वह दूसरे स्थान पर है।
कब और कहां से होगा आईसीसी T20 वर्ल्ड कप का आयोजन? जानिए सबकुछ June 25, 2021 at 06:49AM
नई दिल्लीभारत में शेड्यूल 2021 पुरुष टी 20 विश्व कप को लेकर बड़ा अपडेट आया है। टूर्नामेंट 17 अक्टूबर से यूएई में शुरू होगा, जबकि 14 नवंबर को फाइनल खेला जाएगा। क्रिकइंफो के अनुसार, टूर्नामेंट आईपीएल फाइनल के कुछ दिनों बाद शुरू होगा, जिसके 15 अक्टूबर को होने की संभावना है। आईपीएल 2021 के बाकी बचे मैच 19 सितंबर से यूएई में होने वाले हैं। हालांकि, बीसीसीआई ने अभी तक आईसीसी को आधिकारिक तौर पर टी20 विश्व कप को यूएई में स्थानांतरित करने के बारे में बयान नहीं दिया है, लेकिन कोरोनावायरस महामारी की वजह से लगातार इस तरह की संभावना जताई जा रही थी। मौजूदा योजना के मुताबिक, टी20 विश्व कप के पहले दौर को दो समूहों में बांटा जाएगा, जबकि यूएई और ओमान में खेला जाएगा। ऐसे खेला जाएगा टूर्नामेंट पहले राउंड में 12 मैच शामिल होंगे, जबकि 8 टीमें शामिल होंगी। इनमें से चार (प्रत्येक समूह से शीर्ष दो) सुपर 12 के लिए क्वॉलिफाइ करेंगी। आठ में से चार टीम (बांग्लादेश, श्रीलंका, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्कॉटलैंड, नामीबिया, ओमान, पापुआ न्यू गिनी) शीर्ष आठ रैंकिंग वाली टी20ई टीमों में शामिल होकर सुपर 12 में पहुंचेंगी। सुपर 12 का चरण, जिसमें 30 मैच शामिल हैं, 24 अक्टूबर से शुरू होने वाले हैं। सुपर 12 में टीमों को छह-छह के दो समूहों में विभाजित किया जाएगा, जो यूएई में तीन स्थानों - दुबई, अबू धाबी और शारजाह में खेले जाएंगा। इसके बाद तीन प्लेऑफ मैच होंगे- दो सेमीफाइनल और फाइनल। यूएई और ओमान में राउंड-1 की सह-मेजबानी के साथ बीसीसीआई को भरोसा है कि सुपर 12 के लिए यूएई में मुख्य मैदानों में पिचों को तैयार करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। 1 जून को ICC ने BCCI को जून के अंत तक अपना अंतिम फैसला देने को कहा है कि क्या भारत T20 विश्व कप की मेजबानी कर पाएगा। पिछले साल वैश्विक क्रिकेट कैलेंडर को बाधित करने वाले कोविड -19 महामारी के साथ, ICC ने 2020 विश्व कप को स्थगित कर दिया था, जो मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाला था। इसके बाद यह फैसला किया कि भारत में 2021, जबकि ऑस्ट्रेलिया में 2022 संस्करण खेला जाएगा। उल्लेखनीय है कि अप्रैल-मई में कोरोना महामारी के तांडव के बाद संक्रमितों की संख्या काफी कम हुई, लेकिन इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि भारत 2021 में तीसरी लहर का सामना करेगा।
इंग्लैंड से सीरीज से पहले 20 दिन आराम फरमाएगी टीम इंडिया, वेंगसरकर ने दिया बड़ा बयान June 25, 2021 at 05:29AM
नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर को हैरानी है कि कम तैयारियों के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल गंवाने के बावजूद विराट कोहली की टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले तीन सप्ताह का अवकाश लेगी। पूर्व मुख्य चयनकर्ता वेंगसरकर ने कहा कि भारत ने डब्ल्यूटीसी चक्र में पिछले दो साल में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन फाइनल के लिये उसकी तैयारी आदर्श नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने इस चक्र में क्रिकेट मैच देखने का आनंद लिया। भारत ने इस चक्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन कम तैयारियों के कारण वे फाइनल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये। इतने महत्वपूर्ण मैच से पहले उन्होंने एक अभ्यास मैच तक नहीं खेला।’ वेंगसरकर ने पीटीआई से कहा, ‘दूसरी तरफ न्यूजीलैंड मैच फिट था। उसने इससे पहले दो टेस्ट (इंग्लैंड के खिलाफ) खेले थे।’ भारतीय खिलाड़ी अब तीन सप्ताह का विश्राम लेकर इंग्लैंड के खिलाफ चार अगस्त से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये 14 जुलाई को एकत्रित होंगे। टीम के इस कार्यक्रम से वेंगसरकर हैरान हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि इस तरह का कार्यक्रम कैसे तैयार किया गया जहां आप बीच में अवकाश पर जाते हैं और फिर वापस आकर टेस्ट मैच खेलते हैं। डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद एक सप्ताह का विश्राम पर्याप्त था। आपको लगातार खेलते रहने की जरूरत है। मुझे हैरानी है कि इस कार्यक्रम को मंजूरी मिल गयी।’ भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजों से अपने इरादे दिखाने की बात की लेकिन वेंगसरकर ने कहा कि तैयारियों के प्रति भी अपने इरादे दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘यदि वह इरादों की बात कर रहे हैं तो फिर टीम ने इस मैच के लिये सही तैयारी क्यों नहीं की। तब आपके इरादे कहां थे। उन्हें कम से कम दो चार दिवसीय मैच खेलने चाहिए थे।’
इंग्लैंड को बड़ा झटका, श्रीलंका के खिलाफ लिमिटेड सीरीज से बाहर हुआ स्टार खिलाड़ी June 25, 2021 at 07:33AM
लंदनश्रीलंका के खिलाफ इंग्लैंड टीम को बड़ा झटका लगा है। उसके स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर चोट के कारण श्रीलंका के साथ टी20 सीरीज के शेष मुकाबले और वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं। बटलर को गुरुवार की सुबह एमआरआई के लिए ले जाया गया था। बटलर को श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच के बाद परेशानी हुई थी। बटलर की जगह डेविड मलान को श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया है। बटलर श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में नहीं खेले थे। इस मैच में इंग्लैंड ने पांच विकेट से जीत हासिल कर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई थी। बटलर ने हाल ही में कहा था कि परिवार के बिना एशेज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया जाना खिलाड़ियों के लिए कठिन होगा। इस बयान के बाद वह सुर्खियों में थे।
फुटबॉल टीम में मिलेगी जगह? करिश्माई फील्डिंग के बाद CSK स्टार ने पूछा सवाल June 25, 2021 at 03:19AM
लंदनक्रिकेट खेल पिछले कई वर्षों में रोमांचक हुआ है। इसका श्रेय तूफानी बल्लेबाजों और बेहद तेज तर्रार फील्डरों को जाता है। इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेले गए टी-20 इंटरनैशनल को ही ले लीजिए। इंग्लिश ऑलराउंडर सैम करन ने फील्डिंग के दौरान किक करते हुए गेंद को स्टंप्स में मार दिया। श्रीलंकाई बल्लेबाज दनुष्का गुनाथिलका को रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। इस मोमेंट का वीडियो इंग्लैंड क्रिकेट ने अपने ऑफिशल ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। सैम करन ने रीट्वीट करते हुए इंग्लैंड फुटबॉल टीम में खेलने की इच्छा जताई है। क्रिकेट मैदान पर बेहतरीन फुटबॉल स्किल से फैंस को हैरान करने वाले CSK स्टार ने अपने रीट्वीट में कई फुटबॉलरों को टैग किया और पूछा- क्या मुझे अगले फुटबॉल मैच के लिए टीम में जगह मिलेगी? सैम ने इंग्लैंड फुटबॉल टीम के कप्तान हैरी केन और रहीम स्टर्लिंग को टैग किया था। दूसरी ओर, इंग्लैंड के बल्लेबाज लियम लिविंगस्टोन ने भी सैम करन के इस रन आउट पर रोचक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई बल्लेबाज की किस्मत अच्छी नहीं थी। मैं जानता हूं सैम फुटबॉल खेलने में बहुत अच्छे नहीं हैं। यह एक तुक्का था जो सही बैठा। ऐसी फील्डिंग से सैम करन खुश हैं। मैच में इंग्लैंड ने श्रीलंका को 5 रन से हरा दिया था।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सत्र का ऐलान, जानिए टीम इंडिया का पूरा शेड्यूल June 25, 2021 at 02:44AM
दुबईभारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए खिताबी मुकाबले के साथ ही आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का पहला सत्र खत्म हो गया है। भारतीय टीम दूसरे नंबर पर रही, जबकि न्यूजीलैंड की टीम विनर रही। आईसीसी ने इसके बाद ही अगले सत्र के शेड्यूल का ऐलान भी कर दिया है। भारतीय टीम 2021 से 2023 के बीच छह सीरी खेलेगी, जिसकी शुरुआत इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त से हो जाएगी। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम को इंग्लैंड से 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 4 से 8 अगस्त तक नॉटिंघम में होगा। इसके बाद दूसरा टेस्ट 12 से 16 अगस्त तक लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर होगा। तीसरा टेस्ट मैच 25 से 29 अगस्त तक लीड्स और चौथा 2 से 6 सितंबर तक लंदन के द ओवल मैदान पर होगा। सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच 10 सितम्बर तक मैनचेस्टर में खेला जाएगा। इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम: रोहित शर्मा, शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), हनुमा विहारी, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, केएल राहुल, ऋद्धिमान साहा (विकेट कीपर) स्टैंडबाई खिलाड़ी: अभिमन्यु ईश्वरन , प्रसिद्ध कृष्णा, अवेश खान, अर्जन नागवासवाला भारत का WTC शेड्यूल 2021-23.. (इंग्लैंड के अलावा बाकी का शेड्यूल आना है)
- भारत का इंग्लैंड दौरा 2021 (5 टेस्ट मैच)
- न्यूजीलैंड का भारत दौरा 2021 (2 टेस्ट मैच)
- भारत का साउथ अफ्रीका दौरा 2021-22 (3 टेस्ट मैच)
- ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा 2021 (बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी, 4 टेस्ट मैच)
- श्रीलंका का भारत दौरान 2022 (3 टेस्ट मैच)
- भारत का बांग्लादेश दौरा 2022 (2 टेस्ट मैच)
श्रीलंका दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब हैं भारत की युवा ब्रिगेड June 24, 2021 at 11:24PM
मुंबई कड़े क्वॉरनटीन के बीच अपनी फिटनेस पर मेहनत कर रही भारतीय क्रिकेट की ‘युवा ब्रिगेड’ 13 जुलाई से शुरू हो रहे श्रीलंका दौरे पर अच्छे प्रदर्शन को बेताब हैं और पहली बार देश के लिये खेल रहे इन युवा खिलाड़ियों ने इसे सपना सच होने जैसा बताया है। शिखर धवन की कप्तानी में भारतीय खिलाड़ियों ने 14 जून से क्वॉरनटीन शुरू किया जो 28 जून तक जारी रहेगा। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने बीसीसीआई टीवी से कहा, ‘अब हर किसी को क्वॉरनटीन की आदत पड़ गई है। क्वॉरनटीन से बाहर निकलकर दूसरे खिलाड़ियों से मिलना और व्यायाम करना अच्छा लग रहा है। मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं।’ पहली बार भारतीय टीम में शामिल सौराष्ट्र के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘जब मैं कमरे से बाहर निकला तो लगातार खुद को देखता रहा। जर्सी पहनकर अच्छा लगा। जिम में आने के बाद मैने आम दिनों की तरह वर्कआउट किया।’ दिल्ली के शीर्षक्रम के बल्लेबाज नीतिश राणा ने कहा, ‘पहले सात दिन मेरे लिये मुश्किल थे और मैं अपने साथी खिलाड़ियों से मिलने का इंतजार कर रहा था। जर्सी पहनने का इंतजार था। हर घंटा एक साल की तरह लग रहा था।’ राणा ने कहा, ‘यहां माहौल अच्छा है और श्रृंखला को लेकर हम काफी रोमांचित हैं। नए ट्रेनर के साथ मैने बहुत कुछ सीखा।’ राणा और सकारिया की ही तरह पहली बार भारतीय टीम में शामिल कर्नाटक के देवदत्त पडिक्कल और कृष्णप्पा गौतम ने भी यही बात कही। पडिक्कल ने कहा, ‘क्वॉरनटीन में भी हम कमरे में जितना हो सके अभ्यास कर रहे थे । जिम में अभ्यास की बात ही अलग है और अब बहुत अच्छा लग रहा है ।’ गौतम ने कहा, ‘हम कर्नाटक के लिए खेलते हैं तो एक दूसरे की ताकत और कमजोरियों का पता है। पडिक्कल के साथ फिर अभ्यास करना अच्छा रहा। लेकिन मुझे लगता है कि उसे अपना वजन बढ़ाना होगा।’ महाराष्ट्र के रितुराज गायकवाड़ ने टीम में चुने जाने को सपना सच होने जैसा बताया। उन्होंने कहा, ‘हम इतने साल से इसका इंतजार कर रहे थे। इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और सपना पूरा होने पर अच्छा लगता है।’ भारतीय टीम श्रीलंका में तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलेगी।
कोचिंग नहीं, ड्रेसिंग रूम का माहौल सही रखने की जरूरत और द्रविड़ ऐसा जरूर करेंगे: सचिन तेंडुलकर June 25, 2021 at 12:11AM
मुंबई एक भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड में है। वहीं, जुलाई में एक अन्य भारतीय टीम श्रीलंका का दौरा करेगी। वहां वह सीमित ओवरों की सीरीज खेलेगी। टीम इंडिया वहां तीन वनडे और तीन टी20 इंटरनैशनल मैच खेलेगी। 13 जुलाई से शुरू हो रही इस सीरीज के लिए शिखर धवन को कप्तान बनाया गया है। वहीं राहुल द्रविड़ इस टीम के कोच होंगे। द्रविड़ इस समय नैशनल क्रिकेट अकादमी, बैंगलुरु के अध्यक्ष हैं। महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर का मानना है कि इससे टीम को काफी फायदा होगा। द्रविड़ ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक खास इंटरव्यू में इस सवाल का जवाब दिया। सचिन से जब पूछा गया कि इससे टीम को क्या फायदा होगा? सचिन ने कहा, 'ये खिलाड़ी राहुल के साथ काफी वक्त बिता चुके हैं, तो वे उन्हें जानते हैं। कोच वह होता है जो टीम और ड्रेसिंग रूम का माहौल स्वस्थ बनाए रखे और राहुल ऐसा करेंगे। इस स्तर पर जब तक कोई कमी न हो, आपको खिलाड़ियों को कोच करने की जरूरत नहीं होती। वे सब जानते हैं कि एक कवर ड्राइव कैसे लगाया जाता है या आउट स्विंगर कैसे फेंकी जाती है।' सचिन ने आगे कहा, 'जब कोई खिलाड़ी संघर्ष कर रहा होता है तो किसी का अनुभव काम आता है। वरना खिलाड़ियों को पता है कि उन्हें क्या करना है। शिखर धवन 10 साल से खेल रहे हैं। यह काफी लंबा वक्त होता है। टीम में अनुभव और युवाओं का अच्छा मिश्रण है। और बेशक राहुल तो उन्हें मदद करने के लिए वहां हैं ही।'
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