फीफा की जून महीने के लिए जारी वर्ल्ड रैंकिंग में भारतीय फुटबॉल टीम 108वें स्थान पर बरकरार है। भारत के 1187 अंक हैं। बेल्जियम 1765 पॉइंट के साथ पहले, फ्रांस 1733 अंकके साथ दूसरे, जबकि ब्राजील तीसरे पायदान पर है। उसके 1712 अंक हैं। यूरूग्वे (1645 अंक) के साथ चौथे और क्रोएशिया(1642 अंक) पांचवें स्थान पर काबिज है।
कोरोना की वजह से मार्च से ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल बंद है। ऐसे में किसी भी टीम की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है।अगली फीफा रैंकिंग 16 जुलाई को जारी होगी। भारत कोरोना के बाद अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 8 अक्टूबर को एशियन चैम्पियन कतर के खिलाफ खेलेगा। यह 2022 फीफा वर्ल्ड कप के क्वालिफाइंग राउंड का हिस्सा होगा।
रैंकिंग
टीम
मौजूदा अंक
पिछले अंक
1
बेल्जियम
1765
1765
2
फ्रांस
1733
1733
3
ब्राजील
1712
1712
4
इंग्लैंड
1661
1661
5
उरुग्वे
1645
1645
नवंबर में बांग्लादेश और अफगानिस्तान से मुकाबला
इसके बाद भारतीय टीम 12 नवंबर को बांग्लादेश और 17 नवंबर को अफगानिस्तान से भिड़ेगी। हालांकि, भारत अगले राउंड से लगभग बाहर हो चुका है क्योंकि उसके पांच मैचों से सिर्फ 3 अंक हैं और ग्रुप-ई में वह चौथे स्थान पर है। उससे नीचे सिर्फ बांग्लादेश है।
कोरोनावायरस की वजह से टीम इंडिया का जून-जुलाई में होने वाला श्रीलंका दौरा टल गया है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। दोनों देशों के बीच 3 वनडे और इतने ही मैचों की टी-20 सीरीज होनी थी।
क्रिकेट श्रीलंका ने बयान जारी कर कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट टीम का जून-जुलाई में होने वाला दौरा तय शेड्यूल के मुताबिक अब नहीं होगा। हमें बीसीसीआई ने बताया है कि कोरोना की वजह से फिलहाल दौरा करना सुरक्षित नहीं।’’ इसलिए भारतीय टीम श्रीलंका में वनडे और टी-20 सीरीज खेलने नहीं आ पाएगी। हालांकि, टूर रद्द नहीं किया गया है।
दोनों बोर्ड फ्यूचर टूर प्रोग्राम के हिसाब से एक-दूसरे के खिलाफ खेलने को तैयार हैं। इसके लिए वैकल्पिक विंडो तलाशी जाएगी।13 मार्च के बाद से ही कोरोना की वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट पर ब्रेक लगा हुआ है। 8 जुलाई से इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच शुरू होने वाली 3 मैचों की टेस्ट सीरीज से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी।
सरकार से मंजूरी के बाद ही श्रीलंका दौरे पर जाएगी टीम इंडिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर सरकार की इजाजत मिली तो भारतीय क्रिकेट टीम अगस्त में श्रीलंका दौरा कर सकती है। बीसीसीआई ने ई-मेल पर श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को यह जानकारी दी।
ई-मेल में भारतीय बोर्ड ने लिखा- हम एफटीपी और संबंधित बोर्ड से बंधे हुए हैं लेकिन मौजूदा हालात में किसी भी तरह के दौरे पर फैसला लेने से पहले हमें भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का ध्यान रखना होगा।
बिना ट्रेनिंगसीरीज संभव नहीं: बीसीसीआई
इस सीरीज के पहले से ही रद्द होने की आशंका जताई जा रही थी क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक ट्रेनिंग शुरू नहीं की है।बीसीसीआई के एक पदाधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि खिलाड़ियों को अभ्यास शुरू होने के बाद भी मैच फिटनेस हासिल करने में चार से छह हफ्ते लगेंगे। फिलहाल विदेश यात्रा पर भी प्रतिबंध लगा है। ऐसे में जून-जुलाई में श्रीलंका दौरा संभव नहीं था।
जनवरी में श्रीलंकाटीम भारत दौरे पर आई थी
श्रीलंका इस साल जनवरी में भारत दौरे पर आई थी। दोनों देशों के बीच 3 मैचों की टी-20 सीरीज हुई थी। भारत ने 2-0 से यह सीरीज जीती थी। पहला मैच जहां बारिश की वजह से रद्द हो गया था। वहीं टीम इंडिया ने दूसरा टी-20 78 और तीसरा मुकाबला 7 विकेट से जीता था।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। इसमें वह भारतीय मूल की नर्स शेरॉन वर्गीस की खूब तारीफ कर रहे हैं। शेरॉन ऑस्ट्रेलिया के तटीय शहर वॉलॉन्गॉन्ग में काम कर रही हैं। गिलक्रिस्ट ने कहा है कि शेरॉन 'दयालुता' का भाव दिखा रही हैं। इस वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है।
गिलक्रिस्ट ने अपने वीडियो में कहा, 'शेरॉन आपको अपने इस निस्वार्थ काम के लिए बहुत बधाई हो। इस वैश्विक महामारी के दौर में आपने एक स्वास्थ्यकर्मी के रूप में अपना पूरा वक्त लोगों की देखभाल में दिया।'
गिलक्रिस्ट ने महामारी के दौरान विदेशी छात्रों और कार्यकर्ताओं के सहयोग की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'आप सभी से कहना चाहता हूं, पूरा ऑस्ट्रेलिया, पूरा भारत और सबसे अहम आपका परिवार आपके प्रयासों पर गर्व महसूस करेगा।'
2016 में ऑस्ट्रेलियाई पहुंची शेरॉन ने बाद में एक ऑनलाइन पोर्टल से बातचीत में कहा कि वह महान विकेटकीपर बल्लेबाज की इस बात से काफी प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पिता क्रिकेट के बड़े फैन थे और एक महान क्रिकेटर की ओर से आए ये शब्द उन्हें काफी गौरान्वित महसूस कराएंगे।
लंदनवेस्टइंडीज टीम के खिलाड़ी आपस में बात कर यह फैसला लेंगे कि वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शन और के समर्थन में खड़े होंगे या नहीं। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरन सैमी और क्रिस गेल दोनों ने फ्लॉयड की मौत को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अपना सर्मथन जाहिर किया था और क्रिकेट जगत से भी साथ देने की बात कही थी। होल्डर ने कहा, ‘इस पर हमारे बीच में चर्चा होगी और हम फैसला लेंगे कि हम एक टीम के तौर पर क्या कर सकते हैं। मैं यहां बैठकर अपनी टीम के साथियों से चर्चा किए बिना कुछ नहीं बोलना चाहता हूं। मुझे लगता है कि यह गलत होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैं बस एक बात सुनिश्चित करना चाहता हूं कि अगर हम कुछ करते हैं तो उसे सही तरीके से करना होगा। अगर हमने फैसला किया कि हम इसके समर्थन में खड़े होंगे तो हम इस बात को आश्वस्त करेंगे कि हर कोई एकमत हो। मेरे लिए अंत में सबसे बड़ी चीज एकता है। हम सभी को साथ आना चाहिए, पूरे विश्व में समानता होनी चाहिए।’ होल्डर ने राष्ट्रीय गान के दौरान एक घुटने पर बैठने की बात की संभावना को नकारा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर-शायद-हम टीम में इस पर चर्चा करेंगे और इसके बाद फैसला लेंगे।’
कोरोनावायरस की वजह से मार्च में रोकी गई स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा 93 दिन बाद दोबारा शुरू हुई। पहले मैच में सेविला ने रियाल बेटिस को 2-0 से हराया। मैच में होम टीम के लिए लुकास ओकैम्पोस ने 56वें मिनट में पेनल्टी के जरिए पहला गोल दागा। इसके 6 मिनट बाद ही फर्नांडो ने दूसरा गोल करते हुए टीम की बढ़त और मजबूत कर दी। इस गोल में भी लुकास ने असिस्ट किया।
लुकास 2011 के बाद सेविला के ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं, जिसने लीग के लगातार 5 मैचों में गोल किया है।पिछली बार अलवारो निग्रेडो ने क्लब के लिए यह उपलब्धि हासिल की थी। लीग का पिछला मैच 11 मार्च को आइबर और रियाल सोसिडाड के बीच खेला गया था। इसमें सोसिडाड 2-1 से जीता था।
बार्सिलोना का पहला मैच शनिवार को
इस जीत के साथ सेविला पॉइंट्स टेबल में 50 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आ गई। वह रियाल मैड्रिड से सिर्फ 6 अंक पीछे है। बार्सिलोना के 27 मैच से 58 अंक है और पॉइंट्स टेबल में यह क्लब टॉप पर है। लीग में शीर्ष पर काबिज बार्सिलोना शनिवार को मैलोर्का के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी, जबकि रियाल मैड्रिड रविवार को आइबर से भिड़ेगी।
दोनों टीमों के फैन्स स्टेडियम के बाहर इकठ्ठा हुए
मैच से पहले ही नियम कायदों को ताक पर रखकर बड़ी संख्या में दोनों टीमों के फैन्स स्टेडियम के बाहर इकठ्ठा हो गए थे। वह भले ही स्टेडियम के अंदर नहीं जा पाएलेकिन उन्हें देश में फुटबॉल की वापसी की बहुत खुशी थी। मैच से ठीक पहले दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने कोरोना से जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के इरादेसे 1 मिनट का मौन रखा।
वर्चुअल फैन्स की मौजूदगी में मैच हुआ
मैच के ब्रॉडकास्ट में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके खाली स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी दिखाई गई। वर्चुअल फैन्स होम टीम के कलर में नजर आए। गोल होने पर दर्शकों की पहले से ही रिकॉर्ड की गई आवाज प्ले की गई। हालांकि, यह आवाज इतनी कम थी कि मैच के दौरान ज्यादातर वक्त सुनाई ही नहीं दी। वहीं कई दर्शक स्टेडियम के आस-पास की इमारतों की छत पर खड़े होकर मैच देखने की कोशिश करते नजर आए।
डेनमार्क में स्टेडियम में टीवी स्क्रीन लगाई गई
इससे पहले भी कोरोना के बीच ताइवान में शुरू हुई बेसबॉल लीग में भी फैंस के कटआउट और डमी लगाई गईं थी और दर्शकों की जगह रोबोट नजर आए। इधर, डेनमार्क की डैनिश सुपरलिगा में स्टेडियम में फैन्स की मौजूदगी दिखाने के लिए टीवी स्क्रीन लगाई गई। इसमें घर बैठे ऐप पर लाइव मैच देख रहे फैन्स को दिखाया जा रहा है। स्टेडियम में लगे स्पीकर से उनकी आवाज भी सुनाई जाती है।
कोरोना के बीच कई देशों में फुटबॉल लीग शुरू हो चुकी
जर्मनी में फुटबॉल लीग बुंदेसलिगा 16 मई से शुरू हो चुकी है। कोरोना के बीच शुरू होने वाली यह यूरोप की पहली बड़ी लीग है। वहीं, इंग्लैंड की प्रीमियर लीग (ईपीएल) 17 जून से, जबकि इटली की सीरी-ए20 जून से शुरू होगी। रूस में फुटबॉल अगले महीने शुरू होगा। रूस की प्रीमियर लीग अकेला फुटबॉल टूर्नामेंट है, जो दर्शकों के साथ होगा।
लाहौरकिलर महामारी कोरोना वायरस के खौफ काल में पाकिस्तानी टीम इंग्लैंड () जाने को कमरकस चुकी है। वहीं दूसरी ओर, पाकिस्तानी तेज गेंदबाज () और मध्यक्रम के बल्लेबाज () गुरुवार को व्यक्तिगत कारणों से इंग्लैंड के आगामी दौरे से हट गए। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बयान में कहा, ‘आमिर ने इसलिए हटने का फैसला किया, क्योंकि वह अगस्त में अपने दूसरे बच्चे के जन्म पर यहां रहना चाहते हैं, जबकि हैरिस पारिवारिक कारणों से दौरे पर नहीं जा सकेंगे।’ इसके अनुसार, ‘पाकिस्तान अगस्त और सितंबर में खेले जाने वाले तीन टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए 28 खिलाड़ियों और 14 खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ को भेजेगा।’ इस हफ्ते के शुरू में बोर्ड ने देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां खिलाड़ियों के ट्रेनिंग शिविर को रद्द कर दिया था। उसने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड से ऐसा कार्यक्रम बनाने को कहा है कि जिससे पाकिस्तानी टीम जून के शुरू में लंदन पहुंच जाए जिसे पहले छह जुलाई को ब्रिटेन पहुंचना था।
नई दिल्लीइंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के चेयरमैन (Brijesh Patel) ने गुरुवार को कहा कि बीसीसीआई ने के लिए सितंबर-अक्टूबर की विंडो पर ध्यान लगाया हुआ है, लेकिन यह एशिया कप और टी20 विश्व कप के स्थगित होने पर निर्भर करता है। उन्होंने साथ ही संकेत दिया कि आईपीएल विदेश में भी आयोजित किया जा सकता है, क्योंकि खाली स्टेडियम में स्थान मायने नहीं रखता। पटेल ने कहा, ‘हम सितंबर-अक्टूबर की विंडो देख रहे हैं लेकिन यह एशिया कप और टी20 विश्व कप के स्थगन पर निर्भर करता है। हमें उस समय सरकारी दिशानिर्देशों का भी पालन करना होगा।’ एशिया कप सितंबर में और टी20 विश्व कप अक्टूबर-नवंबर में होना है। लेकिन दोनों टूर्नमेंट के भाग्य पर फैसला अभी तक नहीं हुआ है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व कप पर फैसला अगले महीने करेगा। भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईपीएल के विदेश में कराने का विकल्प भी है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और श्रीलंका ने दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग की मेजबानी में दिलचस्पी दिखायी है। श्रीलंका, यूएई ने की है मेजबानी की पेशकश पटेल ने कहा, ‘भारत में इसके कराने को निश्चित रूप से तरजीह दी जाएगी लेकिन काफी कुछ उस समय के हालात पर निर्भर करेगा। श्रीलंका ने इसकी मेजबानी की पेशकश की है और यूएई ने भी, हम देखेंगे कि हम कहां खेल सकते हैं। अगर आप दर्शकों के बिना खेल रहे हो तो यह मायने नहीं रखता कि आप कहां खेल रहे हो।’ आईपीएल का 2009 चरण देश में आम चुनावों के कारण दक्षिण अफ्रीका में कराया गया था और इसी वजह से 2014 में टूर्नमेंट का कुछ हिस्सा यूएई में आयोजित किया गया था। स्थिति सामान्य होने और टी-20 वर्ल्ड कप पर फैसले का इंतजार आईपीएल अगर आयोजित नहीं होता है तो बीसीसीआई को 4000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने भी कहा कि बोर्ड आईपीएल के आयोजन के लिए सभी विकल्प खोज रहा है। गांगुली ने भी बोर्ड की मान्यता प्राप्त इकाइयों को ताजा सूचना में टूर्नमेंट के खाली स्टेडियम में कराने की बात कही है। यह पूछने पर कि क्या आईपीएल के संक्षिप्त किए जाने की योजना है तो पटेल ने कहा, ‘हम टूर्नमेंट को सामान्य कार्यकाल में कराना चाहते हैं लेकिन यह फिर इस पर निर्भर करेगा कि कौन सा टूर्नमेंट (एशिया कप या विश्व कप) स्थगित होगा।’ उन्होंने कहा, ‘आईपीएल बोर्ड, प्रायोजकों, प्रसारकों और खिलाड़ियों के लिए अहम टूर्नमेंट है। हर कोई चाहता है कि यह आयोजित हो। खिलाड़ी मैदान पर खेलने के लिए बेताब हैं।’ पटेल ने कहा कि आईसीसी जितना जल्दी टी20 विश्व कप पर फैसला करता है, उतना ही यह हितधारकों के लिए अच्छा होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि आईपीएल दर्शकों के बिना खेला जा सकता हे लेकिन विश्व कप नहीं।
वेस्टइंडीज टीम टेस्ट सीरीज खेलने इंग्लैंड पहुंच चुकी है। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 8 जुलाई से शुरू हो रही है। टीम अभी ओल्ड ट्रैफर्ड में बायो सिक्योर सुरक्षा के साथ क्वारेंटाइन में है। इसी मैदान पर अंतिम दो टेस्ट खेले जाने हैं।
लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के मैदान पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। खिलाड़ी जिस कमरे में ठहरे हैं, उन्हें स्मार्टफोन से खोला जा सकेगा। कोरोनावायरस के कारण यहां खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर काफी कड़े नियम बनाए गए हैं।
हेल्थ प्रोटोकॉल के हिसाब से खिलाड़ियों को पूरी सुरक्षा मिलेगी
क्लब के ऑपरेशन्स डायरेक्टर स्टीव डेविस ने कहा कि खिलाड़ियों और स्टाफ के आने से पहले सबकुछ साफ कर रहे हैं। यह टेस्ट खत्म होने तक चलेगा। हेल्थ चेकअप, कोविड-19 टेस्ट और तापमान जांचने के लिए मेडिकल प्रोफेशनल रखे गए हैं। मैच के दौरान किसी खिलाड़ी के पॉजिटिव पाए जाने पर उसे रखने के लिएहमने आइसोलेशन रूम भी बनाए हैं। यहां हेल्थ प्रोटोकॉल के हिसाब से पूरी सुरक्षा दी जाएगी।
होटल के एक कमरे में एक ही खिलाड़ी ठहरेगा
उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए हर कमरे में सिर्फ एक खिलाड़ी को ठहराया जाएगा, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। फूड सर्विस के लिए कई जगह स्टाल रहेंगे ताकि भीड़ ना हो। हर कमरे की डिजिटल चाबी है। आप इसे बिना छूए मोबाइल से खोल सकेंगे। मैदान और होटल के बीच में एक ब्रिज है, जिससे खिलाड़ी बिना बाहर गए सीधे मैदान पर पहुंचेंगे।
हमारी टीम पैसे के लिए सीरीज खेलने नहीं आई है: होल्डर
वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि टीम कोविड-19 महामारी के बीच पैसे के लिए इंग्लैंड दौरे पर नहीं आई है। बल्कि यह उसका परिस्थितियों को सामान्य करने की दिशा में एक प्रयास है।
'हमबलि का बकरा बनने नहीं आए हैं'
होल्डर ने कहा, ‘‘कई लोग क्रिकेट की वापसी चाह रहे थे। ऐसा नहीं है कि हम बलि का बकरा बनना चाहते थे। हमारा इन गर्मियों में ब्रिटेन का दौरा करने का शुरू से ही कार्यक्रम था। जब हमने इसकी संभावनाओं को लेकर बात की तो हर कोई सहज था और अब हम यहां हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘यह हमारे लिए पैसों से जुड़ा मसला नहीं है। हम सुरक्षा चाहते हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे लिए उचित व्यवस्था की जाए और हम उस पर अमल करें।’ इस टेस्ट सीरीज से ही इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी होगी।’’
कोरोनावायरस के कारण प्रीमियर लीग क्लबों को 2019-20 सीजन में बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है। ब्रिटेन की फाइनेंशियल सर्विस फर्म डेलॉय की रिपोर्ट के अनुसार, लीग को रेवेन्यू में 1 बिलियन पाउंड (करीब 9600 करोड़ रु.) का नुकसान हो सकता है।
इंग्लैंड के टॉप-20 क्लबों ने गत सीजन (2018-19) में 5 बिलियन पाउंड (करीब 48 हजार करोड़ रु.) का रेवेन्यू जनरेट किया था। लीग का मौजूदा सीजन मार्च से स्थगित है। उसके 92 मैच बचे हैं। सीजन बिना फैंस के 17 जून से शुरू होगा। लीग को 50% नुकसान ब्रॉडकास्टर व मैच-डे के रेवेन्यू का होगा। यह घाटा 4800 करोड़ का होने की आशंका है।
अगर फैंस नहीं लौटे तो 3300 करोड़ का सीधा नुकसान: क्लबों का अनुमान है कि 2020-21 सीजन में वे मैच के दिन आधे से ज्यादा कमाई कर लेंगे। लेकिन अगर फैंस स्टेडियम में नहीं लौटे तो प्रीमियर लीग को 350 मिलियन पाउंड (करीब 3300 करोड़ रुपए) का सीधा नुकसान हाे सकता है।
मेक्सिको सिटीमेक्सिको में कोरोना वायरस के कारण चार महीने तक फुटबॉल प्रतियोगिताएं बंद रहने के बाद 24 जुलाई से पहली डिवीजन के मैच खेले जाएंगे लेकिन इस दौरान दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं होगी। एमएक्स लीग ने बुधवार को कहा कि नया सीजन 24 जुलाई से शुरू होगा और 12 दिसंबर तक चलेगा। लीग में 12 टीमें हिस्सा लेंगी जिनमें से चोटी की चार टीमें स्वत: क्वॉलिफाइ करेंगी जबकि बाकी आठ टीमों को क्वॉलिफाइ करने के लिए नॉकआउट राउंड में खेलना होगा। लीग के अध्यक्ष एनरिक बोनिला ने कहा कि यह सुनिश्चित नहीं है कि दर्शकों को कब स्टेडियम में आने की अनुमति मिलेगी। पढ़ें, बोनिला भी कोरोना वायरस से संक्रमित रह चुके हैं। मेक्सिको में अब तक कोरोना वायरस के कुल 124,301 मामले सामने आए हैं जिनमें से 14,696 की मौत हुई है। अभी तक पहली डिवीजन के 33 खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट पॉजीटिव रहा है।
भारतीय टीम के ओपनर शिखर धवन ने कहा कि इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स टीम काफी मजबूत है। वह इस बार खिताब जरूर जीतेगी। धवन ने कहा कि चैम्पियन बनने के बाद वे ट्रॉफी दिल्ली के फैन्स के नाम करेंगे। हालांकि, टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर हैं।
कोरोनावायरस के कारण आईपीएल को बीसीसीआई ने पहले ही अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। इस बार टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था। मौजूदा फॉर्मेट के अनुसार पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना है।
दोनों मैदान के बाहर भी अच्छे दोस्त हैं
धवन ने दिल्ली कैपिटल्स के इंस्टाग्राम लाइव चैटिंग में कहा कि मैदान पर रोहित शर्मा के साथ उनका तालमेल काफी अच्छा है। वे रोहित के साथ अंडर-19 में भी कई बार बल्लेबाजी कर चुके हैं। धवन को अगर पिच पर कोई दिक्कत होती है, तो वे रोहित से बात करते हैं। मैदान के बाहर भी रोहित और धवन के बीच अच्छी दोस्ती है। टीम के सभी साथियों के साथ भी अच्छे रिश्ते हैं। साल के करीब 200 दिन टीम के साथियों के साथ ही बीतता है। ऐसे में भारतीय टीम एक परिवार की तरह है।
परिवार के साथ समय बिता रहे
शिखर ने कहा कि उनकी पत्नी और बच्चे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं। वे खुद भी मैच में बिजी रहते थे। ऐसे में परिवार को कम ही समय दे पाते थे। लेकिन कोरोना के कारण उन्हें लॉकडाउन का अच्छा समय मिला है, जो उन्होंने परिवार के साथ ही बिताया।
टीम से अंदर- बाहर किए जाने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता
फास्ट बॉलर उमेश यादव ने कहा है कि टीम के अंदर बाहर किए जाने से उन्हें ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘सच कहूं तो मैं मानसिक रूप से बहुत मजबूत हूं और इससे बहुत फर्क भी पड़ता है। जिस समय मैं नहीं खेल रहा होता, उस दौरान मैं सिर्फ अपने गेम को मजबूत बनाने के लिए प्रैक्टिस करता हूं। मैं अपनी तकनीक को बेहतर करने की कोशिश करता हूं।’’
फिटनेस पर दे रहे हैं ध्यान
उमेश ने कहा कि लॉकडाउन में वे अपनी ससुराल दिल्ली में पत्नी के साथ हैं। घर से कुछ दूरी पर ही खाली मैदान है। जहां वह कुछ दिनों से रनिंग के लिए जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आशीष भाई (नेहरा) और जक पा (जहीर खान) ने भी मेरी काफी मदद की है। कभी-कभी, मैं अपने गेंदबाजी कोच भरत अरुण सर के साथ भी चैट करता हूं।’’ उमेश ने कहा कि भारत में जब भी क्रिकेट शुरू होता है और उन्हें जहां भी मौका मिलता है, वे जरूर खेलेंगे। चाहें वह जिला स्तर पर ही क्यों न हो।
नई दिल्लीडोपिंग के आरोपों से मुक्त होने के बाद राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार की चैंपियन वेटलिफ्टर संजीता चानू को उम्मीद है कि वह इस साल प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार हासिल करने में सफल रहेगी। अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की सिफारिशों के बाद चानू के खिलाफ डोपिंग के आरोप खारिज कर दिए जिससे यह 26 वर्षीय खिलाड़ी अर्जुन पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकती है। चानू ने कहा, ‘मैंने पहली बार 2016 में अर्जुन पुरस्कार के लिए आवेदन किया था लेकिन तब मुझे यह पुरस्कार नहीं मिला। मुझे योग्य होने के बावजूद 2017 में भी नजरअंदाज कर दिया गया।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसके बाद डोप मामले के कारण मैं इसके लिए अयोग्य हो गयी। मैं अब इसे हासिल करने के लिए कोशिश करूंगी।’ चानू ने 2014 और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमश: 48 किग्रा और 53 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे। पढ़ें- वह पिछले चार वर्षों से यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करने की कोशिश में लगी है। चानू को जब 2017 में दूसरी बार नजरअंदाज किया गया तो उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने अर्जुन पुरस्कार समिति को चुनौती दी थी। उच्च न्यायालय ने पुरस्कार समिति को चानू के नाम पर अर्जुन पुरस्कार के लिए विचार करने और अपना फैसला मुहरबंद लिफाफे में रखने और उसके डोपिंग आरोपों से मुक्त होने की स्थिति में ही उसका खुलासा करने के लिए कहा था। चानू आठ जून को डोपिंग के आरोपों से बरी हो गईं। इस 26 वर्षीय खिलाड़ी ने पिछल महीने पुरस्कार के लिए आवेदन किया था क्योंकि उनका अस्थयी निलंबन हटा दिया गया था और आईडब्ल्यूएफ ने उन्हें टूर्नामेंटों में भाग लेने की अनुमति दे दी थी। लेकिन उनका मामला खत्म नहीं हुआ था और इसलिए भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) ने उन्हें सूचित किया कि वह खेल पुरस्कार पाने के अयोग्य है जो कि डोपिंग में लिप्त रहने वाले खिलाड़ी को नहीं दिए जाते हैं। आईडब्ल्यूएलएफ ने बुधवार को खेल मंत्रालय को उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करने के बारे में लिखा। चानू ने कहा, ‘मैंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया तथा ग्लास्गो और गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में डोपिंग के बिना दो पदक जीते। मैं 11-12 साल से इस खेल में हूं। मैं नहीं जानती कि अभी तक मुझे इस पुरस्कार से क्यों नजरअंदाज किया गया।’ राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए आवेदन की तिथि खेल मंत्रालय ने 22 जून तक बढ़ा दी है।
नई दिल्लीभारत के पूर्व बल्लेबाज ने पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज की तारीफ करते हुए गुरुवार को कहा कि गंभीर खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी थे और वह कभी भी क्रिकेट के मैदान पर किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटे। लक्ष्मण ने ट्विटर पर कहा, ‘बड़े जिज्ञासु और खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी गौतम गंभीर, क्रिकेट के मैदान पर कभी भी किसी चुनौती से पीछे नहीं हटा, चाहे वह दुनिया का कोई भी मैदान हो और कैसा भी पिच क्यों ना हो। इस खिलाड़ी हमेशा निडरता से सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया। वह जानते थे कि उन्हें कैसे इससे निपटना है।’ वर्ष 2003 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 4154, 5238 और 932 रन बनाए हैं। गंभीर ने 2007 में टी-20 विश्व कप और साल 2011 में 50 ओवरों के विश्व कप जीताने में टीम के लिए सबसे अहम भूमिका अदा की है। 2007 विश्व कप में उन्होंने सात मैचों में 227 रन बनाए थे। पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप फाइनल में उन्होंने 75 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेलकर टीम को सम्मान जनक स्कोर तक पहुंचाया था, जिसके बदौलत भारत को इस रोमांचक फाइनल में जीत मिली थी। वहीं 2011 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ सचिन तेंडुलकर और वीरेंद्र सहवाग के जल्दी आउट होने के बाद उन्होंने अपने दमपर पारी को संभाला था और 97 रनों की पारी खेली थी। गंभीर के इस दमदार पारी के बुते ही भारत फाइनल में 275 रनों के लक्ष्य को हासिल कर सका था। गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार 2012 और 2014 में चैंपियन बनाया था। दिसंबर 2018 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लिया था। इस समय वह पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं।
पिछले साल 10 जून को युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत को कई जीत दिलाईं। 2007 वर्ल्ड टी20 में 12 गेंद पर हाफ सेंचुरी हो या फिर वर्ल्ड कप 2011 में गेंद और बल्ले से खेली गईं पारियां। युवराज भारत के लिए मैच-विनर रहे।
सिडनीऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ने टी20 विश्व कप को लेकर फैसला टालने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का समर्थन किया और कहा कि सही निर्णय लेने से पहले जितना संभव हो उतना समय लेना महत्वपूर्ण है। आईसीसी ने बुधवार को कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप पर फैसला करने से पहले अभी एक महीने और इंतजार करेगा। ऑस्ट्रेलियाई टी20 टीम के अहम सदस्य रिचर्डसन ने कहा कि अभी फैसला करने में किसी तरह की जल्दी नहीं है। क्रिकेट.काम.एयू के अनुसार रिचर्डसन ने कहा, ‘यह जानना हमेशा अच्छा होता कि भविष्य में क्या होने वाला है लेकिन फैसला करने के लिये हम जितना संभव हो उतना समय ले सकते हैं और यह महत्वपूर्ण है। फैसला करने की कोई जल्दी नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह सही फैसला है। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने इस बीमारी को काफी अच्छी तरह से रोका है इसलिए इन गर्मियों में सामान्य स्थितियों में क्रिकेट के आयोजन को लेकर कुछ सकारात्मक माहौल बना है।’
लंदनवेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा कि उनकी टीम कोविड-19 महामारी के बीच पैसे के लालच या दुस्साहस की भावना से टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड दौरे पर नहीं आई है, बल्कि यह उसका परिस्थितियों को सामान्य करने की दिशा में एक वास्तविक प्रयास है। होल्डर ने से कहा, ‘कई लोग क्रिकेट की वापसी चाह रहे थे। ऐसा नहीं है कि हम बलि का बकरा बनना चाहते थे। हमारा इन गर्मियों में ब्रिटेन का दौरा करने का शुरू से ही कार्यक्रम था। जब हमने इसकी संभावनाओं को लेकर बात की तो हर कोई सहज था और अब हम यहां हैं।’ ब्रिटेन में महामारी का व्यापक प्रभाव पड़ा है जहां अभी तक इस बीमारी के कारण 40,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ कैरेबियाई देशों में बहुत कम संख्या में मामले सामने आए हैं। होल्डर ने कहा कि उनके यहां आने का कारण पैसा नहीं है और वे स्वास्थ्य से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए पैसों से जुड़ा मसला नहीं है। हम सुरक्षा चाहते हैं और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे लिए उचित व्यवस्था की जाए और हम उस पर अमल करें।’ होल्डर ने कहा, ‘अगर आप खुद को एक स्वास्थ्यकर्मी या इस महामारी के दौरान काम करने के वाले व्यक्ति की जगह रखकर देखो तो पाओगे कि उन्हें इस घर में बैठने या वायरस से दूर रहने का मौका नहीं मिला। हम भाग्यशाली हैं कि हम उस स्थिति में नहीं है लेकिन किसी समय आपको स्थितियां सामान्य लाने क लिए अपनी तरफ से प्रयास तो करने ही होंगे।’ वेस्टइंडीज की टीम ब्रिटेन में पहुंचने के बाद ओल्ड ट्रैफर्ड में क्वॉरंटीन पर है। टीम यहां तीन सप्ताह तक अभ्यास करेंगी। होल्डर इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की व्यवस्था से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि उनके ठहरने के स्थान पर हैंड सैनिटाइजर, एक बार उपयोग होने वाले दस्ताने और थर्मामीटर बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘इस तरह की चीजों से आपको राहत मिलती है और आप अधिक सहज होकर रहते हो। अगर ऐसी चीजें नहीं होती तो आपको चिंता रहती कि क्या वे वास्तव में सुरक्षित हैं।’ होल्डिंग ने नस्लवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के उनकी टीम पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी बात की। अमेरिका में अफ्रीकी मूल के जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद इस तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी पिछली सीरीजओं में विशेषकर इंग्लैंड के खिलाफ लोगों ने सीरीज से पहले कुछ बातें की जिससे कैरेबियाई होने के नाते हमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा ही मिली। कौन जानता है कि इससे हमारी संपूर्ण टीम में वास्तविक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो जाए।’
अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद खेलजगत रंगभेद के खिलाफ एकजुट होता दिख रहा है। अमेरिका में कई फुटबॉल खिलाड़ियों ने राष्ट्रगान के दौरान घुटने पर बैठकर विरोध जताया। इसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे गलत बताते हुए कहा था कि, यह राष्ट्रध्वज का अपमान है। अब अमेरिकी फुटबॉल फेडरेशन ने इस पर प्रतिबंध भी लगा दिया है।
यूएस सॉकर ने कहा कि फेडरेशन रंगभेद के सख्त खिलाफ है और आंदोलन का समर्थन करता है। लेकिन राष्ट्रगान के दौरान घुटने टेकने का समर्थन किसी भी प्रकार से नहीं कर सकते। अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करता है, तो उसको सजा दी जाएगी। प्रदर्शन का यह तरीका सबसे पहले 2016 में कॉलिन कैपरनिक ने शुरू किया था।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में घुटने टेक सकती है विंडीज टीम
वहीं, वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम 3 टेस्ट की सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंच चुकी है। विंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि टीम में रंगभेद के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध के लिए मैच में घूटने टेकने पर विचार चल रहा है। होल्डर ने कहा कि अश्वेत का जीवन मायने रखता है अभियान को पूरी दुनिया में समर्थन मिल रहा है। दोनों टीमों के बीच 8 जुलाई को पहला टेस्ट होना है।
एनएफएल ने खिलाड़ियों को घुटने टेकने की वकालत की थी
हाल ही में अमेरिकी नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) के कमिश्नर ने रोजर गुडेल ने कहा था कि खिलाड़ियों को विरोध की इजाजत मिलनी चाहिए। शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों की बात नहीं सुनकर हम ठीक नहीं कर रहे हैं। अश्वेत का जीवन भी मायने रखता है।
राष्ट्रगान के दौरान घुटने पर बैठना ठीक नहीं
ट्रम्प ने राष्ट्रगान के दौरान घुटने टेकने का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘हमें सीधे और लंबे समय तक खड़े रहना चाहिए। सलामी के साथ या दिल पर हाथ रखकर। आप विरोध कर सकते हैं, लेकिन हमारे महान अमेरिकी ध्वज का नहीं।
आईओसी किसी भी स्तर पर भेद-भाव नहीं करेगा
अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने बयान जारी कर रंगभेद की निंदा की है। आईओसी ने कहा- ओलिंपिक चार्टर के मौलिक सिद्धांत 6 में लिखा है, ‘‘इस ओलिंपिक चार्टर में निर्धारित अधिकारों और स्वतंत्रता को किसी भी भेदभाव के बिना सुरक्षित रखा जाएगा। रंग, लिंग, भाषा, धर्म, जन्म या राजनीतिक आधार पर किसी भी प्रकार का भेद-भाव नहीं किया जाएगा।
क्रिकेट में रंगभेद की बीमारी
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज माइकल कारबेरी ने दावा किया है कि क्रिकेट नस्लवाद से ग्रस्त है और खेल चलाने वालों को "काले लोगों" की परवाह नहीं है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने कारबेरी के हवाले से बताया, "क्रिकेट में जातिवाद की बीमारी है। अगर कोई इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अंदर देखेगा, तो उसको पता चलेगा कि बोर्ड में कोई ऐसा काला व्यक्ति नहीं है, जो निर्णय लेने के पद पर रह हो। इंग्लैंड के किसी क्लब में भी अब तक शायद ही कभी कोई ब्लैक प्लेयर कप्तान बना हो। यही नहीं इंग्लैंड के मुख्य कोच के पद पर भी कभी किसी ब्लैक खिलाड़ी की नियुक्ति नहीं हुई है।
26 मई को फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत हुई थी
26 मई को धोखाधड़ी के एक मामले में फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर ही गिरा दिया था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा। इस कारण उसकी मौत हो गई थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
नई दिल्लीभारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष () ने संकेत दिए हैं कि इस साल के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन खाली स्टेडियमों में किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद इस निलंबित टूर्नमेंट को आयोजित करने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। गांगुली ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बोर्ड की बैठक के बाद राज्य संघों को यह पत्र भेजा है जिससे लगता है कि बीसीसीआई अध्यक्ष आईपीएल के आयोजन के प्रति आशान्वित हैं। भारत में कोविड-19 महामारी के कारण अभी तक 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और इसी वजह से आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। गांगुली ने लिखा है, ‘बीसीसीआई इस साल आईपीएल के आयोजन के लिए सभी संभावित विकल्पों पर काम कर रहा है जिसमें खाली स्टेडियमों में खेलना भी शामिल है।’ उन्होंने कहा, ‘प्रशंसक, फ्रैंचाइजी, खिलाड़ी, प्रसारक, प्रायोजक और सभी हितधारक इस साल आईपीएल के आयोजन की संभावना को लेकर उत्सुक हैं।’ पढ़ें- पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘हाल में भारत और आईपीएल में भाग लेने वाले अन्य देशों के खिलाड़ियों ने इस साल के आईपीएल का हिस्सा बनने के प्रति अपनी उत्सुकता दिखायी। हम आईपीएल के आयोजन को लेकर आशावादी हैं और बीसीसीआई जल्द ही इस बारे में कोई फैसला करेगा।’ कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर टी20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो पाता है तो आईपीएल उस समय आयोजित किया जा सकता है। आईसीसी ने विश्व कप के भविष्य पर फैसला अगले महीने तक टाल दिया है। गांगुली ने इसके साथ ही कहा कि बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट के कार्यक्रम पर भी काम रहा है जिससे रणजी ट्रोफी, दलीप ट्रोफी और विजय हजारे ट्रोफी जैसे टूर्नमेंट प्रतिस्पर्धी और व्यावहारिक बने रहें। उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई अगले क्रिकेट सत्र के लिए घरेलू प्रतियोगिताओं के लिए योजना तैयार करने की प्रक्रिया में है। हम अपनी तरफ से विभिन्न विकल्पों और प्रारूपों पर काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि विभिन्न घरेलू टूर्नमेंट प्रतिस्पर्धी बने रहें और उनमें भागीदारी आसान रहे।’ पढ़ें- गांगुली ने कहा, ‘बीसीसीआई अगले दो सप्ताह में इस पर और जानकारी उपलब्ध कराएगा।’ बोर्ड अध्यक्ष ने इसके साथ ही सूचित किया कि बीसीसीआई सभी राज्य इकाईयों में क्रिकेट की बहाली के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर रहा है ताकि इनमें शामिल लोगों की चिकित्सा सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। गांगुली ने राज्य संघों को बताया कि बीसीसीआई ने अपने विभिन्न सदस्यों की सभी तरह की धनराशि-अनुदान जारी करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किए है। उन्होंने कहा, ‘जिन संघों ने अपने खातों और धनराशि के उपयोग से संबंधित प्रमाणपत्रों को उचित तरीके से पेश किया है उन्हें पहले ही अनुदान मिल चुका है।’ बोर्ड अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि अन्य इकाईयां जब भी संबंधित दस्तावेज जमा करेंगी उन्हें उनका अनुदान मिल जाएगा।
कराची पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्पिन सलाहकार और मेंटर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते जब शीर्ष स्तर पर क्रिकेट की बहाली होगी तो कौशल की तुलना में खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती अधिक मायने रखेगी। मुश्ताक को हाल में पाकिस्तान का स्पिन सलाहकार नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच आठ जुलाई से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज से काफी कुछ सीख मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की सीरीज से कोविड-19 की परिस्थितियों के बारे में काफी कुछ सीख मिलेगी। स्किल की तुलना में खिलाड़ी की मानसिक मजबूती अधिक मायने रखेगी। ऐसे मुश्किल हालात में मेंटर का किरदार ज्यादा अहम बन गया है।’ पाकिस्तानी टीम के 25 जून के आसपास इंग्लैंड पहुंचने की संभावना है जहां उसे जैव सुरक्षित वातावरण में टेस्ट और टी20 मैचों सीरीज खेलनी है। टीम को इंग्लैंड पहुंचने पर 14 दिन के आइसोलेशन पर रहना होगा तथा उन्हें अलग-थलग रहकर अभ्यास करना होगा। मुश्ताक ने कहा, ‘खिलाड़ियों और कोचों को खेल की नई परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लगेगा। हमें खाली स्टेडियमों में खेलना होगा। मुझे लगता है कि इस सीरीज से पहले इंग्लैंड में हमें जो समय मिलेगा उसमें खिलाड़ियों को इन चुनौतियों के लिए मानसिक तौर पर तैयार करना होगा।’
नई दिल्लीइंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की बोर्ड मीटिंग बुधवार को हुई। इस मीटिंग में संभावित टी-20 वर्ल्ड कप-2020 पर कोई फैसला नहीं हो सका है। क्रिकेट फैन्स को इसके फैसले के लिए महीनेभर का इंतजार और करना पड़ेगा। एक लाइन में कहा जाए तो यह बैठक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () और के फायदेमंद रही। दरअसल, आईसीसी ने बीसीसीआई को टूर्नमेंटों की मेजबानी के लिए अनिवार्य कर छूट हासिल करने के लिए 6 महीने का समय और दे दिया है। आईसीसी बोर्ड की 3 घंटे तक चली वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान आईसीसी ने गोपनीय ईमेल के लीक होने पर जांच जारी रखने का फैसला किया और सभी सदस्य देशों को इस जांच का पक्ष बनाया गया है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली के लिए यह बैठक अच्छी रही, क्योंकि 2016 टी20 विश्व कप से चला आ रहा कर छूट का मामला खत्म होने की ओर बढ़ता दिख रहा है। यह है पूरा मामलाबोर्ड के एक अनुभवी अधिकारी ने कहा, ‘6 महीने और समय मिलने का मतलब है कि बीसीसीआई और आईसीसी के बीच बातचीत सार्थक रही। कर में छूट देना सरकार का काम है। केंद्र सरकार 2021 टी20 विश्व कप के लिए रातोरात छूट नहीं दे सकती। आईसीसी चेयरमैन को यह बखूबी पता होगा।’ आईसीसी की विवाद निपटान समिति 2016 टी20 विश्व कप में कर छूट के तौर पर 23. 7 मिलियन डॉलर देने के बीसीसीआई के मामले पर पहले ही सुनवाई कर रही है। पढ़ें-वर्ल्ड कप पर फैसला अभी नहींआईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप को लेकर कोई फैसला नहीं लिया। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी मनु साहनी ने वीडियो कांफ्रेंस से हुई बोर्ड बैठक के बाद बयान में कहा, ‘हमें इस पर फैसला करने के लिए केवल एक मौका मिलेगा और यह सही होना चाहिए। हम अपने सदस्यों, प्रसारकों, साझीदारों, सरकारों और खिलाड़ियों से सलाह लेना जारी रखेंगे ताकि सुनिश्चित हो कि हम एक उचित फैसला करें।’ वर्ल्ड कप को लेकर आईसीसी के पास हैं फिलहाल 3 विकल्प1- क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस वर्ल्ड कप को फरवरी-मार्च में करवाने में कोई परेशानी नहीं, लेकिन इसके साथ एक समस्या है। और वह टी20 का ओवरडोज। अप्रैल में अगले साल का आईपीएल होना है। इसके साथ ही इंग्लैंड का भारत दौरा भी संकट में पड़ सकता है। इसके साथ ही प्रसारणकर्ता का भी अपना पक्ष है। 2- बीसीसीआई क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 2021 के टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन करवाने देने के लिए राजी हो जाए। और 2022 में अपने यहां टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन करवा ले। इस आइडिया में मुश्किल यह है कि बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल के आखिर में टेस्ट सीरीज का आयोजन करवाना चाहता है। एक करीबी सूत्र ने बताया, 'कोई वजह नहीं कि बीसीसीआई टी20 वर्ल्ड कप स्विच करने के लिए राजी हो जाए।' 3- ऑस्ट्रेलिया 2020 की बजाए 2022 में वर्ल्ड कप का आयोजन करवा ले। अगर ऐसा होता है तो यह ज्यादातर खिलाड़ियों को, आईसीसी और सभी को सूट करता है।