Friday, December 27, 2019

कॉमनवेल्थ में रजत पदक विजेता वेटलिफ्टर सीमा डोप टेस्ट में फेल, 4 साल का प्रतिबंध लगा December 27, 2019 at 09:44PM

खेल डेस्क. कॉमनवेल्थ गेम्स 2017 में रजत पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर सीमा डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने शनिवार को उन पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया है। नाडा ने कहा है कि सीमा का डोप सैंपल इसी साल विशाखापट्टनम में हुए 34वें नेशलन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के दौरान लिया गया था। उनके सैंपल में प्रतिबंधित पदार्थ पाए जाने के कारण उन्हें डोपिंग रोधि नियम के उल्लंघन का दोषी पाया।

पूर्व ओलिंपियन सुमित पर एक साल का बैन
पूर्व ओलिंपियन बॉक्सर सुमित सांगवान भी डोप टेस्ट में फेल हुए। नाडा ने शुक्रवार को उन पर एक साल का बैन लगा दिया। 2012 लंदन ओलिंपिक में उतरने वाले सुमित का सैंपल अक्टूबर में नाडा ने लिया था। नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के डायरेक्टर जनरल नवीन अग्रवाल ने इस बारे में जानकारी दी थी। एशियन गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट सुमित वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में भी उतर चुके हैं।



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नाडा ने वेटलिफ्टर सीमा को डोपिंग रोधि नियम के उल्लंघन का दोषी पाया। -फाइल फोटो

दानिश कनेरिया बोले- शोएब मेरे साथ बुरा सलूक करने वाले प्लेयर्स का नाम बताएं, मुझे हिंदू होने पर गर्व December 27, 2019 at 09:39PM

खेल डेस्क. पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने शोएब अख्तर के उस बयान का समर्थन किया जिसमें शोएब ने कहा था कि हिंदू होने की वजह से दानिश के साथ नाइंसाफी होती थी। हालांकि, शोएब के इस बयान का जावेद मियांदाद जैसे क्रिकेटर ने विरोध किया। दानिश ने शुक्रवार रात एक वीडियो जारी किया। इसमें कहा कि उन्हें हिंदू और पाकिस्तानी होने पर गर्व है। यहां दानिश के ताजा वीडियो में कही गई बातों के चुनिंदा अंश।

शोएब की बातों को हल्के में न लें
वीडियो की शुरुआत दानिश नमस्कार, सलाम और जय श्रीराम से करते हैं। इसके बाद वो कहते हैं, “आप लोग जानते ही हैं कि शोएब अख्तर ने एक स्टेटमेंट दिया। ये काफी वायरल हो रहा है। मीडिया अब मुझसे सवाल कर रहा है। कई लोगों के मेरे पास मैसेज आए। मुझसे पूछा जा रहा है कि शोएब ने जो बयान दिया है, उस पर मुझे क्या कहना है? सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि मैंने हाईएस्ट लेवल पर पाकिस्तान को रिप्रेजेंट किया। अपने मुल्क को जीत दिलाई। मैंने और शोएब ने कई स्पैल ऐसे किए, जिनसे पाकिस्तान को जीत मिली। शोएब के साथ कोई ऐसी बात हुई होगी, जिससे उन्हें लगा कि मेरे साथ क्या हो रहा है। नेशनल टीवी पर आकर उन्होंने कोई बात ऐसे ही नहीं कह दी होगी। उन्हें फील हुआ होगा कि मेरे साथ कैसा बर्ताव हो रहा है।”

फोकस सिर्फ क्रिकेट पर था
इसी वीडियो में दानिश आगे कहते हैं, “मैंने अपने साथ हो रही चीजों को इग्नोर किया। सिर्फ क्रिकेट पर फोकस किया। पीठ पीछे कई बातें होती थीं। इसका इल्म मुझे भी था। लेकिन, इतने साल बाद अगर शोएब अख्तर कुछ कह रहे हैं तो इसके मायने हैं। वो इन बातों को करने के लिए सबसे सही शख्स हैं। मैं चाहूंगा कि अब शोएब उन प्लेयर्स का नाम भी बताएं, जो इन गलत बातों में शामिल थे। मेरे खेल की वजह से इंजमाम, यूनिस खान, शोएब और मोहम्मद यूसुफ मुझे सपोर्ट करते थे।”

पाकिस्तानी और हिंदू होने पर गर्व
इस लेग स्पिनर के मुताबिक, उन्हें पाकिस्तानी होने पर फख्र है। कनेरिया ने कहा, “मुझे पाकिस्तान और हिंदू होने पर गर्व है। मैंने जो कुछ हासिल किया, वो मेहनत और काबिलियत से संभव हो सका। जो बात थी, वो मैंने साफ कर दी। कृपया इसे सियासी रंग न दें। ”



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2005 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच के दौरान शोएब अख्तर और दानिश कनेरिया। (फाइल)

मैरीकॉम ने ट्रायल में निखत को 9-1 से हराया, ओलिंपिक क्वालिफायर्स खेलने चीन जाएंगी December 27, 2019 at 09:37PM

खेल डेस्क. बॉक्सर एमसी मैरीकॉम ने निखत जरीन को टोक्यो ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए 51 किलोग्राम भार वर्ग में ट्रायल मुकाबले में 9-1 से हरा दिया। शनिवार को नई दिल्ली में खेले गए इस मुकाबले में मैरीकॉम शुरू से ही हावी रहीं। उन्होंने जरीन को संभलने का कोई मौका नहीं दिया। दोनों के बीच यह चौथा मुकाबला था। इससे पहले मैरीकॉम दो में जीती थीं। एक में जरीन को जीत मिली थी।

टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफायर मुकाबले चीन के वुहान में 3 से 14 फरवरी तक खेले जाएंगे। मैरीकॉम 6 बार वर्ल्ड चैम्पियनशिप जीत चुकी हैं। उन्होंने लंदन ओलिंपिक 2012 में कांस्य पदक अपने नाम किया था।वहीं, निखत इस साल एशियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीती थीं।

सोनिया लाठेर और सरिता देवी हारीं
अन्य मुकाबलों में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में दो रजत पदक जीतने वाली सोनिया लाठेर (57 किग्रा) को साक्षी चौधरी ने शिकस्त दी। लाठेर एशियन गेम्स में भी पदक जीत चुकी हैं। 60 किग्रा भारवर्ग में पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन सरिता देवी नेशनल चैम्पियन सिमरनजीत कौर से हार गईं।

निखत ने मैरीकॉम से ट्रायल का दावा ठोका था
मैरीकॉम इस साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीती थीं। उन्हें इसी के आधार पर ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स में भेजने की बात चल रही थी। हालांकि, नियमों के मुताबिक वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाले बॉक्सर को ही ओलिंपिक क्वालिफायर में सीधे एंट्री मिलती है। अन्य सभी को ट्रायल मैच खेलना होता है। निखत ने नियमों का हवाला देकर मैरीकॉम से मुकाबले की बात कही थी।

निखत नेट्रायल के लिए खेल मंत्री को पत्र लिखा था
निखतने ट्रायल के लिए खेल मंत्री किरण रिजिजू को भी पत्र लिखा था। तब उन्होंने कहा था, ‘‘मैं बचपन से ही मैरी कॉम से प्रेरित रही हूं। इस प्रेरणा के साथ न्याय करने का सबसे बेहतर तरीका यही हो सकता है कि मैं उनकी तरह एक महान मुक्केबाज बनने की कोशिश करूं। क्या मैरी कॉम खेल की इतनी बड़ी शख्सियत हैं कि उन्हें मुकाबले से दूर रखने की जरूरत है?’’



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मैरीकॉम लंदन ओलिंपिक में पदक जीत चुकी हैं। (फाइल फोटो)

मैरी कॉम ने निकहत जरीन को हराकर ओलिंपिक क्वॉलिफायर की टीम में जगह बनाई December 27, 2019 at 09:29PM

नई दिल्ली छह बार की वर्ल्ड चैंपियन एमसी ने को हराकर अगले साल चीन में होने वाले ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स की टीम में जगह बना ली। 51 किलोग्राम भारवर्ग के इस फाइनल मुकाबले में बंटे हुए नतीजे में मैरी कॉम की जीत हुई। इस मुकाबले में बहुत कम मुक्के चले और मैरी कॉम ने 9-1 से जीत हासिल कर टीम में जगह बनाई। अन्य मुकाबलों में दो बार की वर्ल्ड सिल्वर मेडलिस्ट (57 किलोग्राम) सोनिया लाथर को साक्षी चौधरी ने हरा दिया। एशियन मेडलिस्ट लाथर, चौधरी के मुक्कों का सामना नहीं कर सकीं। 60 किलोग्राम भारवर्ग में पूर्व विश्व चैंपियन एल. सरिता देवी को नैशनल चैंपियन सिमरनजीत कौर के हाथों हार का सामना करना पड़ा।

रेलवे ने पहली बार मुंबई को हराया, 10 विकेट से जीत दर्ज की; गुजरात ने केरल को शिकस्त दी December 27, 2019 at 07:56PM

खेल डेस्क. रणजी ट्रॉफी में शुक्रवार को रेलवे ने मुंबई को 10 विकेट से हरा दिया। मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के इतिहास में पहली जीत दर्ज की। रेलवे ने पहली पारी में 266 रन बनाए। वहीं, मुंबई की टीम 114 रन ही बना सकी। दूसरी पारी में मुंबई की 63 ओवर में 198 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इस तरह से रेलवे को 47 रन का लक्ष्य मिला। उसने 11.4 ओवर में बिना विकेट गंवाए लक्ष्य हासिल कर लिया। रेलवे के कप्तान कर्ण शर्मा को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने पहली पारी में नाबाद 112 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उन्होंने दो विकेट भी लिए।

दूसरी ओर, गुजरात ने केरल को 90 रन से हरा दिया। मणीपुर ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 84 रन से जीत दर्ज की। सर्विसेज ने त्रिपुरा को 8 विकेट से हराया। गुजरात के मनप्रीत जुनेजा ने दूसरी पारी में 53 और चिंतन गाजा ने 50 रन की पारी खेली। केरल के लिए संजू सैमसन ने दूसरी पारी में 78 रन बनाए। गुजरात के लिए अक्षर पटेल ने दूसरी पारी में चार विकेट लिए। उन्होंने पहली पारी में तीन विकेट लिए थे। केरल के लिए दूसरी पारी में बासिल थम्पी ने पांच विकेट लिए थे।

रहाणे ने मैच में 13 और पृथ्वी ने 35 रन बनाए
भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने मैच की पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में 8 रन बनाए। उनके अलावा ओपनर पृथ्वी शॉ ने पहली पारी में 12 और दूसरी पारी में 23 रन बनाए। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पहली पारी में 39 और दूसरी पारी में 65 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में रेलवे के हिमांशु सांगवान ने पांच विकेट लिए। इससे पहले पहली पारी में प्रदीप ने 6 और अमित मिश्रा ने 3 विकेट हासिल किए थे। मुंबई के लिए पहली पारी में तुषार देशपांडे ने चार विकेट हासिल किए थे।



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रेलवे के कप्तान कर्ण शर्मा ने पहली पारी में शतक लगाया था।

BBL: डेब्यू पर ही बैकफायर हुई 'स्टेनगन', हार गई टीम December 27, 2019 at 08:40PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका के फास्ट बोलर बेसब्री के साथ अपने बिग बैश लीग में अपने डेब्यू का इंतजार कर रहे थे। ग्लेन मैक्सवेल की कप्तानी वाली टीम मेलबर्न स्टार्स के लिए शुक्रवार को स्टेन को जब डेब्यू का मौका मिला तो विरोधी टीम ऐडिलेड स्ट्राइकर्स के बल्लेबाज जेक वेदराल्ड ने उनकी खुशी को मैदान पर आते ही फीका कर दिया। मेलबर्न के कप्तान ग्लेन मैक्सवेल ने यहां टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला लिया था। जैसे ही पारी का दूसरा ओवर फेंकने के लिए मैक्सवेल ने डेल स्टेन को गेंद थमाई तो स्टेन की स्टेनगन यहां रिवर्स मोड पर दिखी। कप्तान को उम्मीद थी कि अपनी घातक बोलिंग के लिए मशहूर डेल स्टेन यहां विरोधी टीम पर हमला बोलकर टीम को कामयाबी दिलाएंगे लेकिन यह हमला विरोधी टीम ने ही स्टेन की बोलिंग पर कर दिया। अपने पहले ओवर की पहली गेंद को स्टेन ने उम्मीद के मुताबिक डॉट फेंकी थी। लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने स्टेन के डेब्यू की खुशी को फीका कर दिया। ऐडिलेड स्ट्राइकर्स के ओपनिंग बल्लेबाज जेक वेदराल्ड ने स्टेन की लगातार दो गेंदों (दूसरी औ तीसरी) पर 2 छक्के उड़ाए और इसके बाद अगली दो गेंदों (चौथी और 5वीं) पर दो करारे चौके लगाकर ओवर से 20 रन बटोर लिए। ओवर की अंतिम गेंद को भी वेदराल्ड बाउंड्री के पार भेजना चाहते थे लेकिन वह अपना शॉट मिसटाइम कर गए और मिड ऑन पर खड़े कप्तान मैक्सवेल ने यहां वेदराल्ड का कैच पकड़कर स्टेन को राहत दे दी। इसके बाद स्टेन ने अपनी लय को पकड़ा और मैच में अन्य 2 ओवरों में कसी हुई बोलिंग भी की। पहले ओवर में 20 रन देने के बाद स्टेन ने अगले दो ओवर में कुल 9 रन ही खर्च किए। इस तरह डेल स्टेन ने 3 ओवर में 29 रन देकर एकमात्र विकेट अपने नाम किया। ऐडिलेड स्ट्राइकर्स ने निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट गंवाकर 174 रन बनाए। कप्तान मैक्सवेल की शानदार पारी के बावजूद मेलबर्न स्टार्स 5 रन से यह मैच हार गई। वह 20 ओवर में 6 विकेट गंवाकर 169 रन ही बना पाई। मैक्सवेल ने 25 बॉल की अपनी पारी में 1 चौके और 4 छक्कों की मदद से 43 रन बनाए। उन्हें पीटर सिडल ने बोल्ड कर अपना शिकार बनाया।

KL राहुल के लिए कप्तानी करने का सही वक्त: कुंबले December 27, 2019 at 07:33PM

मनुजा वीरप्पा, बेंगलुरु इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रैंचाइजी () पर इस बार खास नजरें होंगी। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच इसके क्रिकेट ऑपरेशंस के निदेशक बने हैं। मोहाली आधारित इस फ्रैंचाइजी से जुड़ने के बाद इस पूर्व लेग स्पिनर ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत की। पेश हैं इस चर्चा के खास अंश... आईपीएल में वापसी करने पर खिलाड़ियों के बीच वापस आना और युवा, अंतरराष्ट्रीय व अनुभवी खिलाड़ियों के साथ काम करना अच्छा अनुभव है। जब किंग्स इलेवन पंजाब ने मुझसे इस बारे में (क्रिकेट ऑपरेशंस निदेशक) बात की तो फैसला लेने में मैंने थोड़ा वक्त लिया। फिर मैंने सोचा कि चलो किया जाए और युवाओं के साथ काम करते हैं। मेरा काम खिलाड़ियों को निखारने के लिए माहौल देना है। को कप्तान बनाने पर सबसे पहली बात, वह बीते दो साल से किंग्स इलेवन पंजाब के लिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं। सभी केएल का सम्मान करते हैं और मुझे लगता है कि यह उनके जैसे खिलाड़ी के लिए आगे बढ़कर कप्तानी की भूमिका स्वीकार करने का यह सही वक्त था। किसी भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के इर्द-गिर्द टीम बनाना महत्वपूर्ण है और इसी वजह से हमने केएल को चुना। टीम की यूनिटी पर यह जरूरी है कि एक टीम के तौर पर हम सब अच्छी तरह घुल-मिल जाएं। एक ही इलाके से कुछ खिलाड़ियों का होना मदद करता है। हमारी टीम में पंजाब से चार, कर्नाटक से पांच, पश्चिम बंगाल से दो और वेस्ट इंडीज से तीन खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को एक-दूसरे के प्रदर्शन का लुत्फ उठाना और चुनौतियों का मिलकर सामना करना बहुत महत्वपूर्ण है। कोचिंग स्टाफ के नाते हमारी कोशिश यही है कि टूर्नमेंट के दौरान खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ मुमकिन माहौल दिया जाए।

दिल्ली टीम के दो खिलाड़ियों पर होटल में महिला स्टॉफ से दुर्व्यवहार का आरोप, डीडीसीए ने घर भेजा December 27, 2019 at 07:24PM

खेल डेस्क. दिल्ली अंडर-23 क्रिकेट टीम के दो खिलाड़ियों पर कोलकाता की होटल में शुक्रवार को महिला स्टॉफ के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगा है। दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) ने दोनों खिलाड़ी कुलदीप यादव और लक्ष्य थरेजा को घर भेज दिया है। मामले को लेकर पुलिस में एफआईआर नहीं की गई। फिलहाल, मामले को देखने के लिए डीडीसीए के अध्यक्ष संजय भारद्वाज कोलकाता पहुंच गए हैं।

दिल्ली टीम का शनिवार को सीके नायडू ट्रॉफी के तहत बंगाल से मैच है। बल्लेबाज थरेजा दिल्ली की ए टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। उन्होंने अर्धशतक भी लगाया है। वहीं, तेज गेंदबाज कुलदीप को इशांत शर्मा की जगह मौका मिला था। उन्हें रणजी में पंजाब के खिलाफ होने वाले मुकाबले के लिए टीम में शामिल किया गया था।

‘डीडीसीए की कार्रवाई का इंतजार करना चाहिए’

डीडीसीए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘शनिवार को दो खिलाड़ी बंगाल के खिलाफ मैच नहीं खेलेंगे। दोनों को गंभीर नियमों के उल्लंघन के चलते घर भेज दिया गया है। खिलाड़ियों ने होटल के कमरे के दरवाजे पर आई महिला स्टॉफर के साथ दुर्व्यवहार किया। सीसीटीवी फुटेज से दोनों की पहचान हुई। वे खुशनसीब हैं कि दिल्ली टीम के होटल अथॉरिटी से माफी मांगने के चलते पुलिस में शिकायत नहीं हुई। अब हमें डीडीसीए की कार्रवाई का इंतजार करना चाहिए।’’



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डीडीसीए अधिकारी ने कहा- हमें संस्थागत कार्रवाई का इंतजार करना चाहिए। - प्रतिकात्मक फोटो

इब्राहिमोविच ने छह महीने के लिए एसी मिलान के साथ करार किया, क्लब को 2011 में टाइटल जिताया था December 27, 2019 at 07:13PM

खेल डेस्क. स्वीडन के स्टार फुटबॉल जलाटन इब्राहिमोविच सात साल बाद फिर से इटली के क्लब के लिए फुटबॉल खेलने के लिए तैयार हो गए हैं। इब्राहिमोविच ने एसी मिलान के साथ छह महीने का करार किया है। वे क्लब के लिए 2010 से 2012 तक खेल चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इब्राहिमोविच को क्लब सैलरी के रूप में करीब 27.9 करोड़ रुपए (3.5 मिलियन यूरो) देगी। क्लब उनके साथ करार को एक साल के लिए बढ़ा भी सकती है।

इब्राहिमोविच 2004 से 2006 तक युवेंटस और 2006 से 2009 तक इंटर मिलान की ओर से खेले थे। इब्राहिमोविच के रहते हुए एसी मिलान की टीम 2011 में सीरी-ए टाइटल जीती थी। इसके बाद वह अब तक चैम्पियन नहीं बन सका।

एसी मिलान ने इस सीजन में सिर्फ 16 गोल किए
एसी मिलान इस सीजन में अंक तालिका में 11वें स्थान पर है। उसे 17 मैच में से सिर्फ छह में जीत मिली। आठ मैच में क्लब को हार का सामना करना पड़ा है। तीन मैच ड्रॉ रहे। एसी मिलान में स्ट्राइकर की कमी है। सीजन में क्लब ने सिर्फ 16 गोल किए।

टीम के साथियों के साथ मिलकर लड़ूंगा: इब्राहिमोविच
इब्राहिमोविच ने एसी मिलान के साथ करार के बाद कहा, ‘‘मैं क्लब वापस आ रहा हूं। टीम के साथियों के साथ मिलकर लड़ूंगा। मिलान शहर से प्यार करता हूं।’’ इब्राहिमोविच ने एसी मिलान के लिए 85 मैच में 56 गोल किए थे। इससे पहले युवेंटस के लिए 70 मैच में 23 और इंटर मिलान के लिए 88 मैच में 57 गोल किए थे। इब्राहिमोविच ने पिछले महीने ही अमेरिका के क्लब लॉस एंजेलिस गैलेक्सी क्लब को छोड़ा था। उन्होंने क्लब के लिए दो साल में 56 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 52 गोल दागे थे। एसी मिलान को इब्राहिमोविच से वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।



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स्वीडन के इब्राहिमोविच ने एसी मिलान के लिए 85 मैच में 56 गोल किए थे। (फाइल फोटो)

पाक में धार्मिक भेदभाव? जानें कनेरिया का मामला December 27, 2019 at 06:16PM

नई दिल्ली पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने हाल ही में को लेकर धार्मिक भेदभाव की जो बात कही उसने क्रिकेट जगत में खलबली मचा दी। हाल ही में अख्तर ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा था कि इस पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर से टीम के ज्यादातर खिलाड़ी इसलिए भेदभाव करते थे क्योंकि वह हिंदू धर्म को मानने वाले खिलाड़ी हैं। अख्तर के इस खुलासे के बाद कनेरिया ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उनके साथ पाक क्रिकेट टीम में धार्मिक भेदभाव की बात सही है। कनेरिया ने यह भी कहा कि इस भेदभाव के बावजूद उन्होंने कभी धर्म परिवर्तन के बारे में नहीं सोचा। बता दें कनेरिया टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा विकेट (261) लेने वाले स्पिन गेंदबाज हैं। यह पूर्व स्पिनर 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है। पाक क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ 2 हिंदू खिलाड़ी गुरुवार को सामने आया अख्तर का यह विडियो भारत में तेजी से शेयर किया जाने लगा और भारतीय नागरिक दानिश कनेरिया को लेकर सहानुभूति जता रहे हैं। अख्तर के सनसनीखेज खुलासे के बाद कई पूर्व क्रिकेटर्स इस मामले पर अपनी राय रख रहे हैं। कनेरिया ने भी अख्तर के इन आरोपों को सच बताया है। शोएब अख्तर की यह बात इसलिए भी सच लगती है क्योंकि पाकिस्तान के 67 साल के क्रिकेट इतिहास को देखें तो यहां अभी तक सिर्फ 2 ही हिंदू क्रिकेटर खेल पाए हैं। कनेरिया से पहले अनिल दलपत पाक टीम में खेलने वाले पहले हिंदू खिलाड़ी थे। क्या था अख्तर का बयान अख्तर ने आरोप लगाया है कि में ज्यादातर खिलाड़ी हिंदू क्रिकेटर (दानिश कनेरिया) के साथ खाना भी पसंद नहीं करते थे। उन्होंने कहा, दानिश को हिंदू होने की वजह से अलग-थलग रखा जाता था। कुछ खिलाड़ी दानिश के साथ खाने पर भी ऐतराज जताते थे।' अख्तर ने किया था विरोधशोएब ने कहा कि उन्होंने अपने टीम के खिलाड़ियों को काफी समझाने की कोशिश भी की थी। उन्होंने कहा, 'वह बंदा आपको मैच जिता रहा है, सीरीज जिता रहा है विरोधी टीम के 6-6 खिलाड़ियों को आउट कर रहा है और तुम कैसी बात कर रहे हो। शर्म आनी चाहिए तुम्हे।' अख्तर ने कहा था कि वह दानिश के लिए दूसरों से लड़ने को भी तैयार थे। कनेरिया बोले- अख्तर की सभी बातें सच पूर्व पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानिश ने कहा कि शोएब अख्तर ने जो आरोप लगाए हैं, वे पूरी तरह सही हैं। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी टीम के कुछ खिलाड़ी मेरे साथ खाना तक नहीं खाते थे, क्योंकि मैं एक हिंदू था। शोएब ने सब सही बताया है। मैं उनके नाम भी जाहिर कर सकता हूं जो मुझसे बात करने में हिचकिचाते थे क्योंकि मैं एक हिंदू था। पहले मुझमें हिम्मत नहीं थी, लेकिन अब सब कह सकता हूं।' कनेरिया ने यह भी कहा, 'इंजी भाई (इंजमाम उल हक), मोहम्मद युसूफ और यूनिस भाई ने भी हमेशा मेरा साथ दिया और जिन्होंने मेरा साथ नहीं दिया, मैं जल्दी ही उनके नामों का खुलासा करूंगा।' यही है पाकिस्तान का असली चेहरा: गौतम गंभीर पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'अख्तर के इस बयान ने पाकिस्तान का असली चेहरा दिखा दिया है।' उन्होंने कहा, ‘भारत में मोहम्मद अजहरूद्दीन जैसे कप्तान हुए हैं, जो लंबे समय तक कप्तान रहे। यह उस देश में हो रहा है, जिसके प्रधानमंत्री इमरान खान खुद क्रिकेटर रहे हैं।’उन्होंने कहा, ‘कनेरिया ने अपने देश के लिए इतने टेस्ट खेले हैं। इसके बावजूद उन्हें यह सब झेलना पड़ा तो यह शर्मनाक है।’ बहुत ही दुख की बात: मदनलाल पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल ने कहा, 'अख्तर ने यह बात कही है तो यह सच ही है क्योंकि वह उनके (कनेरिया) के साथ खेले हैं और यह बहुत ही दुख की बात है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपने खिलाड़ियों को यह नसीहत देनी चाहिए कि वे धर्म के आधार पर भेदभाव न करें।' पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने झाड़ा अपना पल्ला पीसीबी ने इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अपनी राय रखी और इन दोनों खिलाड़ियों के आरोपों को उनकी निजी राय बताते हुए इनसे अपना पल्ला झाड़ लिया है। पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा, 'अख्तर और कनेरिया दोनों संन्यास ले चुके हैं और हमसे अनुबंधित नहीं हैं इसलिए वह जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं। यह उनके विचार हैं। और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी व्यवस्था के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे। अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए। इसमें बोर्ड को क्यों शामिल होना चाहिए।’ भेदभाव होता तो 10 साल नहीं खेलते दानिश: मियांदाद पूर्व पाकिस्तान कप्तान जावेद मियांदाद ने अख्तर के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान क्रिकेट में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव होता तो वह (कनेरिया) 10 साल पाक के लिए क्रिकेट नहीं खेलते। मियादाद ने कहा, 'पाकिस्तान ने उसे इतना कुछ दिया और वह 10 साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला। अगर धर्म कोई मुद्दा होता तो क्या यह संभव हो पाता? पाकिस्तान क्रिकेट में हमने कभी धर्म को लेकर पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपनाया।' पाक के पूर्व खिलाड़ियों ने भी किया अख्तर का समर्थन अख्तर और कनेरिया को पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है। पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज ने मोहसिन खान ने कहा, ‘एक खिलाड़ी का आकलन उसके धर्म, रंग या जाति से नहीं बल्कि उसके क्रिकेट कौशल और टीम के प्रति प्रतिबद्धता से किया जाना चाहिए।’

वाडा प्रमुख ने कहा- रूस पर 4 साल के प्रतिबंध का फैसला बिल्कुल सही December 27, 2019 at 06:30PM

खेल डेस्क. वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के प्रमुख क्रैग रीडी ने कहा कि रूस पर लगाया गया 4 साल के प्रतिबंध का फैसला बिल्कुल सही है। रूस ने इसे चुनौती दी है। क्रैग ने कहा कि कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में वाडा के फैसले का बचाव करेंगे। वाडा ने 9 दिसंबर को रूस पर एथलीट्स के गलत सैंपल्स भेजने के लिए 4 साल का बैन लगाया था। इसकी वजह से वह 2020 टोक्यो ओलिंपिक और 2022 फुटबॉल वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएगा। साथ ही वह विंटर ओलिंपिक और पैरालिंपिक में भी भाग नहीं ले सकेगा।

रूस की एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रमुख यूरी गानस ने शुक्रवार को बताया- तय प्रक्रिया के तहत हमने वाडा को दस्तावेज भेजे हैं। इसमें प्रतिबंध से असहमति जताने वाला नोटिस भी है। उन्होंने कहा, ‘‘वाडा के प्रतिबंध के खिलाफ लड़ना व्यवहारिक रूप से असंभव है। उनका कहना है कि रूस को यह प्रतिबंध मान लेना चाहिए और अपनी गलती सुधारकर सिस्टम में बदलाव लाना चाहिए।’’

रूसी राष्ट्रपति ने कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी वाडा की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया था। उन्होंने कहा था कि रूस इस प्रतिबंध के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेगा। पुतिन ने जोर देकर कहा था, ज्यादातर एथलीट्स इसमें शामिल नहीं है। ऐसे में कुछ खिलाड़ियों की गलती के चलते बाकियों को रूसी झंडे के तले ओलिंपिक या दूसरे बड़े खेल आयोजनों में शामिल होने से नहीं रोका जाना चाहिए।

वाडा ने रूस द्वारा सौंपे डेटा को विश्वसनीय नहीं माना
रूस ने जनवरी 2019 में वाडा को अपनी सरकारी डोपिंग लैब का डेटा सौंपा था। यह मॉस्को में है। रूस ने कहा था कि इस एकीकृत डेटा को सौंपने के बाद उसे वाडा की प्रतिबंधित लैब सूची से बाहर किया जाना चाहिए। लेकिन, बाद में वाडा ने साफ कर दिया कि उसे जो डेटा मिला है, वह विश्वसनीय नहीं है। वाडा ने कहा था कि रूस ने संस्था के मानकों का पालन नहीं किया। रूस के एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रमुख यूरी गानस ने भी माना था कि संभवत: वाडा को भेजे गए डेटा से छेड़छाड़ की गई।



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वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के प्रमुख क्रैग रीडी ने रूस पर लगाए 4 साल के प्रतिबंध को सही बताया। -फाइल फोटो

चार देशों की सुपर सीरीज पर ऑस्ट्रेलिया ने कहा- गांगुली की यह अनुठी सोच अच्छी है December 27, 2019 at 05:42PM

खेल डेस्क. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने चार देशों की वनडे सुपर सीरीज के बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली के सुझाव की तारीफ की है। हालांकि उन्होंने इसके आयोजन को लेकर कोई आश्वासन नहीं दिया है। गांगुली ने कहा था कि 2021 से चार देशों की सुपर सीरीज की तैयारी चल रही है। इसमें भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और एक अन्य देश को मौका मिलेगा।

टूर्नामेंट के पहले सीजन का आयोजन भारत में होगा। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भी कहा था कि वह इस मसले पर बातचीत के लिए तैयार है। रॉबर्ट्स ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली की यह अनूठी सोच है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गांगुली ने अपने छोटे से कार्यकाल में कोलकाता में दिन-रात का टेस्ट करा दिया और नतीजा शानदार रहा। अब सुपर सीरीज का प्रस्ताव भी अच्छा है।’’

सभी देशों को पर्याप्त क्रिकेट खेलने का मौका मिले
सीए के सीईओ ने कहा कि वे अगले महीने भारत और बांग्लादेश आकर फ्यूचर कैलेंडर को लेकर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि अन्य क्रिकेट बोर्ड को भी पर्याप्त क्रिकेट खेलने और राजस्व बढ़ाने का मौका मिलना चाहिए। हम अगले साल अफगानिस्तान की मेजबानी करने जा रहे हैं। यह हमारे वर्ल्ड क्रिकेट की प्रतिबद्धता को दिखाता है। हम आईसीसी के अन्य सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि पूरी दुनिया में खेल को बढ़ाया जा सके।



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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने कहा- सौरभ गांगुली (दाएं) का सुझाव अच्छा है। -फाइल फोटो

ओलिंपिक 2020: भारतीय शटलर्स की चुनौती पर नजर December 27, 2019 at 05:39PM

रूपेश रंजन सिंह, नई दिल्लीक्रिकेट के बाद भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय खेलों में से एक बैडमिंटन में हम दो ओलिंपिक्स से मेडल जीत रहे हैं। 2020 तोक्यो ओलिंपिक्स में भी शटलर्स से मेडल की उम्मीद होगी। आज चर्चा 2020 में भारतीय बैडमिंटन प्लेयर्स की चुनौतियों पर... गिरा है ग्राफ पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बैडमिंटन का ग्राफ तेजी से उठा। हालांकि साल 2019 में यह ग्राफ थोड़ा नीचे गिर गया। विमिंस कैटिगरी में साइना का जनवरी में इंडोनेशिया मास्टर और का अगस्त में वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब निकाल दें तो भारतीय प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। वहीं मेंस सिंगल्स में बी साई प्रणीत का वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल हटा दें तो कोई भी भारतीय मेंस शटलर सुपर 300 कैटगिरी से ऊपर का टूर्नमेंट इस साल नहीं जीत सका। ओलिंपिक्स का चैलेंज पूर्व जूनियर वर्ल्ड नंबर 1 लक्ष्य सेन ने साल 2019 की शुरुआत वर्ल्ड रैंकिंग्स में 109वें स्थान से की थी, लेकिन साल खत्म होते-होते वह 32वें नंबर पर पहुंच गए। वह सौरभ वर्मा, पी कश्यप, के श्रीकांत और एचएस प्रणॉय के साथ तोक्यो ओलिंपिक्स के लिए क्वॉलिफाइ करने की दौड़ में भी शामिल हो गए हैं। मेंस सिंगल्स में दो प्लेयर्स क्वॉलिफाई करेंगे। वर्ल्ड रैंकिंग्स में 11वें स्थान पर काबिज बीसाई प्रणीत की सीट पक्की नजर आ रही है। लड़ाई एक सीट की है। लक्ष्य ने पिछले छह महीनों में प्रदर्शन किया है, अगर अगले चार महीनों में वह इसे दोहराने में सफल रहे तो फिर शायद तोक्यो में वह भारत की उम्मीद बनकर उतर सकते हैं।
  • 18- ओलिंपिक्स गोल्ड हैं चीन के पास बैडमिंटन में, भारत को पहले गोल्ड का इंतजार।
  • 11- देशों ने ही अभी तक ओलिंपिक्स में बैडमिंटन का कोई न कोई मेडल हासिल किया है।
जापान की बड़ी दावेदारी पिछले आठ सालों में जापान बैडमिंटन बहुत तेजी से बढ़ा है। 2012 में विमिंस डबल्स ब्रॉन्ज के रूप में बैडमिंटन का पहला ओलिंपिक्स मेडल जीतने वाला जापान 2020 में सभी कैटिगरी में गोल्ड के दावेदार के तौर पर उतरेगा। विमिंस सिंगल्स में नोजोमी ओकुहारा और अकाने यामागुची गोल्ड की होड़ में होंगी, वहीं मेंस सिंगल्स में वर्ल्ड नंबर-1 केंटो मोमोटा का दावा सबसे मजबूत नजर आ रहा है। अगर विमिंस डबल्स की बात करें तो यहां भी टॉप-10 में पांच जापानी जोड़ियां मौजूद हैं।

श्रीकांत और अंजुम चोपड़ा को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, 12 जनवरी को मुंबई में होगा सम्मान December 27, 2019 at 05:09PM

खेल डेस्क. पूर्व भारतीय पुरुष क्रिकेटर कृष्णामाचारी श्रीकांत और महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा को बीसीसीआई की ओर से सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। श्रीकांत 1981 से 1992 तक खेले। वे 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे। वहीं अंजुम ने भी भारत की ओर से 12 टेस्ट और 127 वनडे खेले। अंजुम को भारतीय महिला टीम की ऑलटाइम बेस्ट बल्लेबाजों में गिना जाता है।

बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘श्रीकांत और अंजुम को भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए आजीवन उपलब्धि पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। बीसीसीआई में हर किसी का मानना है कि वे इस पुरस्कार के लिए उपयुक्त पसंद हैं।’ बीसीसीआई वार्षिक पुरस्कार समारोह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले 12 जनवरी को मुंबई में आयोजित किया जाएगा।



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पूर्व क्रिकेटर के. श्रीकांत और अंजुम चोपड़ा को 12 जनवरी को सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। -फाइल फोटो

कनेरिया नागरिकता कानून के तहत भारत आ सकते हैं: यूपी के मंत्री; मियांदाद बोले- समर्थन मिला इसलिए वे 10 साल खेल पाए December 27, 2019 at 04:40PM

खेल डेस्क. उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया के साथ हिंदू होने की वजह से भेदभाव होता है। वे चाहें तो नागरिकता कानून के तहत भारत आ सकते हैं। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं को समर्थन नहीं मिलता, तो दानिश 10 साल नहीं खेल पाते। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने 22 दिसंबर को एक टीवी चैट शो में कहा था कि दानिश हिंदू था, इसलिए कई खिलाड़ियों को उसके साथ खाना खाने में ऐतराज था। गुरुवार को दानिश ने भी शोएब के बयान को सही बताया था।

मोहसिन रजा ने ट्विट किया, ‘‘दिनेश कनेरिया को दानिश बना दिया गया, युसुफ योहाना को मोहम्मद युसुफ बनाया। जब इतने प्रतिष्ठित लोगों के साथ भेदभाव किया गया है, तो पाकिस्तान में आम नागरिकों को कितना प्रताड़ित किया जाता है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। वासुदेव कुटुम्बकम की हमारी संस्कृति के तहत हम ऐसे प्रताड़ितजनों से आव्हान करते हैं कि वे हमारे देश की नागरिकता के लिए आवेदन करें। हम ससम्मान हिंदुस्तान की नागरिकता प्रदान करेंगे।’’

शोएब में सच कहने का साहस: दानिश

कनेरिया ने कहा था, ‘‘शोएब महान खिलाड़ी हैं। उनमें सच कहने का साहस है। मैं जब खेल रहा था, तब इन मसलों पर सच कहने की हिम्मत मुझमें नहीं थी। लेकिन शोएब भाई के बयान के बाद, मैं भी बोलूंगा। इंजी भाई (इंजमाम-उल-हक), मोहम्मद युसूफ और यूनिस भाई (यूनिस खान) ने भी हमेशा मुझे सहयोग किया। मैं उन लोगों का नाम दुनिया के सामने लाऊंगा, जिन्होंने मेरे साथ भेदभाव किया।

यही पाकिस्तान का असली चेहरा: गंभीर
गंभीर ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘यही पाकिस्तान का असची चेहरा है। हमारे पास मोहम्मद अजहरुद्दीन थे। उन्होंने 80-90 टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। आज उनके पास प्रधानमंत्री के रूप में एक खिलाड़ी (इमरान खान) है। फिर भी उनके देश में लोगों को इससे गुजरना पड़ता है। यही पाकिस्तान की हकीकत है। कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 60 मैच खेले हैं और उनके साथ ऐसा बर्ताव होना शर्मनाक है।’’

दानिश कनेरिया पाकिस्तान टीम में खेलने वाले अनिल दलपत के बाद दूसरे हिंदू खिलाड़ी थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट में 261 विकेट लिए। दानिश ने 18 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्हें 15 सफलताएं मिलीं।



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शोएब अख्तर ने कहा था- दानिश कनेरिया (बाएं) हिंदू था, इसलिए कई खिलाड़ियों को उसके साथ खाना खाने में ऐतराज था। -फाइल फोटो

कनेरिया से भेदभाव? जानें क्या बोले मियांदाद December 27, 2019 at 07:11AM

कराची हमेशा विवादों में रहने वाले पूर्व कप्तान का मानना है कि अगर पाकिस्तान का अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के साथ भेदभावपूर्ण रवैया होता तो देश के लिए नहीं खेल पाते। मियांदाद ने यह टिप्पणी शोएब अख्तर के उस खुलासे के बाद की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया के साथ इसलिए भोजन नहीं करते थे क्योंकि वह हिंदू हैं। मियांदाद ने कहा, 'पाकिस्तान ने उसे इतना कुछ दिया और वह 10 साल तक टेस्ट क्रिकेट खेला। अगर धर्म कोई मुद्दा होता तो क्या यह संभव हो पाता? पाकिस्तान क्रिकेट में हमने कभी धर्म को लेकर पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं अपनाया।' पाकिस्तान के प्रतिबंधित टेस्ट लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने शुक्रवार को कहा कि जब वह खेला करते थे तब कुछ खिलाड़ी थे, जो हिंदू होने के कारण उन्हें निशाना बनाते थे। लेकिन उन्होंने कभी धर्म बदलने की जरूरत या दबाव महसूस नहीं किया। स्पॉट फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंध झेल रहा यह लेग स्पिनर शोएब अख्तर के उस बयान के बाद चर्चा में आया है, जिसमें इस तेज गेंदबाज ने आरोप लगाया था कि कुछ पाकिस्तानी खिलाड़ी धर्म के कारण कनेरिया के साथ भोजन करने से भी इन्कार कर देते थे।

चहल बोले, बोलिंग में चाहिए वॉर्न वाला ऐटिट्यूड December 27, 2019 at 04:40PM

नई दिल्ली मौजूदा भारतीय टीम के लेग स्पिनर अपनी चार तरह की डिलिवरीज से खुश हैं। वह इन्हीं को और मारक बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। अगर उन्हें अपनी बोलिंग में कुछ और जोड़ना है तो वह है महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न का ऐटिट्यूड। चहल ने NBT से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा, 'मेरे आदर्श शेन वॉर्न हैं और मुझे उनका ऐटिट्यूड बेहद पसंद है। जब वह बोलिंग करते थे तो किसी भी बैट्समैन से डरते नहीं थे। उनका कॉन्फिडेंस मुझे काफी अच्छा लगता था। किसी भी पिच पर गेंद टर्न कराने की उनकी क्षमता का भी मैं कायल हूं। मैं अपनी बोलिंग में उनकी तरह की ही निर्भीकता जोड़ना चाहता हूं।' 'जूटर' की जरूरत नहीं वॉर्न अपनी एक खास तरह की गेंद जूटर के लिए मशहूर थे। तो क्या चहल अपने आदर्श की वह गेंद अपने अस्त्रों में जोड़ना चाहते हैं? चहल कहते हैं, 'मैंने एक बार जूटर डालने की कोशिश की थी लेकिन उसमें सफल नहीं हो सका। मैं अपनी चार डिलिवरीज से ही खुश हैं और इन्हीं पर लगातार काम करता हूं। इनको और भी बेहतर बनाने की कोशिश करता हूं। गुगली, लेग ब्रेक, फ्लिपर और टॉप स्पिन पर ही मेरा सारा ध्यान होता है। मुझे फिलहाल जूटर की जरूरत नहीं।' क्या होती है जूटरजूटर पर शेन वॉर्न को महारथ हासिल थी। यह ऐसी गेंद होती है जिसमें बहुत कम या बिलकुल ही स्पिन नहीं होता। गेंदबाज (विशेषकर लेग स्पिनर) के ऐक्शन में कोई खास बदलाव नहीं नजर आता। इस पूरी गेंद के पीछे आइडिया बल्लेबाज को सिम्पलिसिटी से कन्फ्यूज करना होता है। बल्लेबाज गेंद को टर्न के लिए खेलता है और गेंद सीधी निकल जाती है। 'कुलचा' का कमाल लेफ्ट आर्म चाइनामैन कुलदीप यादव के साथ चहल की जोड़ी खूब जमती है। इस जोड़ी को 'कुलचा' नाम दे दिया गया है। चहल कहते हैं, 'हमारी बॉन्डिंग काफी अच्छी है। हमारी पार्टनरशिप तब से शुरू हुई जब हम मुंबई इंडियंस से खेलते थे। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह समझते हैं। हमारी बाहर की दोस्ती मैदान पर भी काम आती है। हमारी सफलता की यही वजह है।' चेस खिलाड़ी के तौर पर स्पोर्ट्स करियर शुरू करने वाले चहल इस बात से इनकार करते हैं कि कुलदीप और उन्हें आए दिन इलेवन से अंदर-बाहर करने का असर प्रदर्शन पर पड़ता है। उनका मानना है कि पिच और हालात को देखकर ही इलेवन तैयार होता है और वह इसके लिए तैयार रहते हैं। टीम की सफलता का राज चहल टीम इंडिया की सफलता की वजह खिलाड़ियों के बीच की बॉन्डिंग बताते हैं। हरियाणा के 29 साल के इस बोलर ने कहा, 'मैदान पर तो हमारा खेल सब देखते हैं। मैदान के बाहर हम एक परिवार की तरह रहते हैं। नए खिलाड़ियों का भी काफी ख्याल रखा जाता है। हमारी बॉन्डिंग इतनी अच्छी है कि उसका पॉजिटिव असर प्रदर्शन पर दिखता है। हमारी टीम की यूनिटी दुनिया में शायद सबसे अच्छी है।' कैप्टन कोहली जैसा कोई नहीं आम धारणा है कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली काफी गुस्से वाले हैं। लेकिन चहल की राय इस मुद्दे पर बिल्कुल अलग है। वह कहते हैं कि कैप्टन कोहली एक खिलाड़ी के तौर पर तो बेस्ट हैं ही, कप्तान और इंसान भी काफी अच्छे हैं। चहल बताते हैं, 'वह कभी नहीं दिखाते कि वह दुनिया के सबसे बेहतरीन बैट्समैन हैं। वह सारे जूनियर खिलाड़ियों के साथ काफी घुलमिल कर रहते हैं। सबके साथ मस्ती करते हैं और सहज रखने की कोशिश करते हैं।' 'चहल टीवी' जारी रहेगा इस साल बीसीसीआई की वेबसाइट पर 'चहल टीवी' के इंटरव्यू काफी चर्चा में रहे हैं। चहल बताते हैं कि उन्हें इसमें काफी मजा आता है। वह अपने फैंस को आश्वस्त करते हैं कि यह सिलसिला अगले साल भी जारी रहेगा और हो सकता है कि कुछ नए रंग-रूप में सामने आए चहल टीवी। मसल्स बनाने की कोशिश नहीं पिछले दिनों वेस्टइंडीज के कप्तान कायरन पोलार्ड के साथ चहल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हुई थी। उस तस्वीर पर कैप्टन कोहली ने चहल के मसल्स को लेकर मजाकिया लहजे में कहा था,'तुम्हारी जांघ से बड़ी तो पोलार्ड की काफ है।' दुबले-पतले चहल क्या मसल्स बनाने की तैयारी में हैं और क्या इस तरह के कमेंट्स से वह आहत होते हैं? 'बिल्कुल नहीं। मैं जैसा हूं उससे खुश हूं। मैं कमेंट्स से आहत नहीं होता,' चहल बताते हैं। उनकी एक ख्वाहिश इंटरनैशनल मैचों में सिक्स मारने की भी है। इस पर चहल कहते हैं, 'पहले तो यही चाहता हूं कि हमारे बैट्समैन ही सारे रन कर दें। लेकिन अगर मौका मिलता है तो कोशिश जरूर करूंगा।' चहल का प्रदर्शन
मैच विकेट सर्वश्रेष्ठ औसत इकॉनमी 5w
ODI 50 85 6/42 26.42 5.06 2
T20I 36 52 6/25 21.90 8.10 1

मैरीकॉम और निखत जरीन के बीच ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए ट्रायल मुकाबला कल December 27, 2019 at 03:12AM

खेल डेस्क. बॉक्सर एमसी मैरीकॉम और निखत जरीन के बीच टोक्यो ओलिंपिक क्वालिफायर के लिए 51 किलोग्राम भार वर्ग में ट्रायल मुकाबला शनिवार को नई दिल्ली मेें होगा। गुरुवार को मैरीकॉम ने रितु ग्रेवाल और निखत जरीन ने ज्योति गुलिया को हराकर दो-दिवसीय ट्रायल मुकाबले के फाइनल में पहुंची। जरीन अक्टूबर से ही सिलेक्शन पॉलिसी पर सवाल उठाते हुए मैरीकॉम के खिलाफ ट्रायल मुकाबले की मांग कर रही थीं। वहीं, मैरीकॉम ने कहा था कि वे सिलेक्शन पॉलिसी का पालन करेंगी।

एक अन्य मुकाबले में वर्ल्ड यूथ खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली साक्षी चौधरी ने एशियन रजत पदक विजेता मनीषा मौन को 57 किलोग्राभ भार वर्ग में हराया। वहीं, पूर्व नेशनल चैम्पियन सिमरनजीत कौर ने 60 किलोग्राम भार वर्ग में पवित्रा को हराया। ओलिंपिक क्वालिफायर के मुकाबले अगले साल फरवरी में चीन में खेले जाएंगे।

मैरीकॉम-जरीन के बीच विवाद क्या है?
मैरीकॉम इस साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीती थीं। उन्हें इसी के आधार पर ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स में भेजने की बात चल रही थी। हालांकि, नियमों के मुताबिक वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण या रजत पदक जीतने वाले बॉक्सर को ही ओलंपिक क्वालिफायर में सीधे एंट्री मिलती है। अन्य सभी को ट्रायल मैच खेलना होता है। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफायर मुकाबले चीन के वुहान में 3 से 14 फरवरी तक खेले जाएंगे।

निखत जरीन ने ट्रायल के लिए खेल मंत्री को पत्र लिखा था
बैठक मे यह साफ किया गया कि मैरी कॉम ने ट्रायल के लिए कभी भी इनकार नहीं किया, लेकिन अध्यक्ष अजय सिंह की यह निजी राय थी कि विश्व चैम्पियनशिप के प्रदर्शन को देखते हुए पदक विजेताओं का ट्रायल में नहीं भेजा जाए। अजय सिंह के इस बयान के बाद ही निखत जरीन ने खेल मंत्री किरण रिजिजू को ट्रायल के लिए पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था, ‘मैं बचपन से ही मैरी कॉम से प्रेरित रही हूं। इस प्रेरणा के साथ न्याय करने का सबसे बेहतर तरीका यही हो सकता है कि मैं उनकी तरह एक महान मुक्केबाज बनने की कोशिश करूं। क्या मैरी कॉम खेल की इतनी बड़ी शख्सियत हैं कि उन्हें मुकाबले से दूर रखने की जरूरत है?'



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मैरीकॉम इस साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीती थीं। (फाइल फोटो)

रूस ने वाडा के बैन को चुनौती दी, डोपिंग के कारण ओलिंपिक और फुटबॉल विश्व कप खेलने पर प्रतिबंध लगा December 27, 2019 at 02:31AM

खेल डेस्क. रूस ने वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के उस पर लगाए 4 साल के बैन को चुनौती दी है। शुक्रवार को रूस की एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रमुख यूरी गानस ने इसकी जानकारी दी। गानस ने बताया, तय प्रक्रिया के तहत आज हमने वाडा को दस्तावेज भेजे हैं। इसमेंबैनसे असहमति जताने वाला नोटिस भी है। उन्होंने वाडा को एक चिठ्ठी भी भेजी है, जिसमें डोपिंग के खिलाफ अपने कड़े रुख को फिर सेसाफ किया है।

रूस की एंटी डोपिंग एजेंसी लंबे समय से डोपिंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा कर रही है। न्यूज एजेंसी से बातचीत में गानस ने कहा, ‘‘वाडा के प्रतिबंध के खिलाफ लड़ना व्यवहारिक रूप से असंभव है।उनका कहना है कि रूस को यह प्रतिबंध मान लेना चाहिए और अपनी गलती सुधारकर सिस्टम में बदलाव लाना चाहिए।’’ वैसे गानस का डोपिंग को लेकर रुख हमेशा से सख्त रहा है। इसके चलते उनकी अपनी सरकार से ही पटरी नहीं बैठ रही है।

रूसी राष्ट्रपति ने वाडा की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था
इसी महीने वाडा ने रूस पर एथलीट्स के गलत सैंपल्स भेजने के लिए 4 साल का बैन लगाया था। इसकी वजह से वह 2020 टोक्यो ओलिंपिक और 2022 फुटबॉल वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएगा। साथ ही वह विंटर ओलिंपिक और पैरालिंपिक में भी भाग नहीं ले सकेगा। रूसी राष्ट्रपति ने भी वाडा की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया था। उन्होंने कहा था कि रूस इस प्रतिबंध के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेगा। पुतिन ने जोर देकर कहा था, ज्यादातर एथलीट्स इसमें शामिल नहीं है। ऐसे में कुछ खिलाड़ियों की गलती के चलते बाकियों को रूसी झंडे के तले ओलिंपिक या दूसरे बड़े खेल आयोजनों में शामिल होने से नहीं रोका जाना चाहिए।

वाडा ने रूस द्वारा सौंपे डेटा को विश्वसनीय नहीं माना
रूस ने इसी साल जनवरी में वाडा को अपनी सरकारी डोपिंग लैब का डेटा सौंपा था। यह मॉस्को में है। रूस ने कहा था कि इस एकीकृत डेटा को सौंपने के बाद उसे वाडा की प्रतिबंधित लैब सूची से बाहर किया जाना चाहिए। लेकिन, बाद में वाडा ने साफ कर दिया कि उसे जो डेटामिला है, वह विश्वसनीय नहीं है। वाडा ने कहा था कि रूस ने संस्था के मानकों का पालन नहीं किया। रूस के एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रमुख यूरी गानस ने भी माना था कि संभवत: वाडा को भेजे गए डेटा से छेड़छाड़ की गई।

4 साल पहले इस विवाद की शुरुआत हुई थी
रूस और वाडा के बीच डोपिंग पर तनातनी 2015 में शुरू हुई। वाडा ने मॉस्को लैब के डाटा को तब भी संदिग्ध मानते हुए रूस को 2016 के रियो ओलिंपिक से बाहर करने की सिफारिश की थी। हालांकि, इंटनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने यह सिफारिश नकार दी थी। रूस को खामियाजा 2018 में भुगतना पड़ा। उसे प्योंगचेंग विंटर ओलिंपिक में हिस्सा तो लेने दिया गया, लेकिन वो पदकों का हकदार नहीं था।

रूस ओलिंपिक में बैन होने वाला 9वां देश
रूस ओलिंपिक में बैन होने वाला 9वां देश है। डोपिंग के कारण पहली बार किसी देश का झंडा नही दिखेगा। इससे पहले ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, तुर्की, हंगरी, जापान और जर्मनी पर विश्व युद्ध में हिस्सा लेने के कारण प्रतिबंध लगा था। दक्षिण अफ्रीका (रंगभेद के कारण) और अफगानिस्तान (महिलाओं पर तालिबानी अत्याचार के कारण) पर भी प्रतिबंध लग चुका है। रूस के खिलाड़ी एथलेटिक्स, रोइंग, वेटलिफ्टिंग और केनोइंग में डोपिंग के कारण 2016 में भाग नहीं ले सके थे। इसके बावजूद रूस ने 19 स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे।



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Russia Wada Ban | Russia On World Anti-Doping Agency (WADA) Doping Ban Updates

'हिंदू क्रिकेटर से भेदभाव', PCB ने दिया ये बयान December 27, 2019 at 01:36AM

कराचीपाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शोएब अख्तर के बयान से किनारा करते हुए कहा कि वह वह इस आरोप के लिए जवाबदेह नहीं है। अख्तर ने कहा था कि उनके पूर्व साथी दानिश कानेरिया को हिन्दू होने के कारण अन्य खिलाड़ियों से भेदभाव झेलना पड़ता था। अख्तर ने यह कहकर बवाल पैदा कर दिया कि कनेरिया का कुछ खिलाड़ियों ने अपमान किया क्योंकि वह हिन्दू था। इस वजह से उन्हें जरूरी श्रेय नहीं मिला और कुछ खिलाड़ी तो उसके धर्म के कारण उसके साथ खाना नहीं खाते थे। शोएब अख्तर ने किया था खुलासा कनेरिया ने भी अख्तर के बयान पर सहमति जताई और कहा कि वह जल्द ही उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करेंगे जिन्होंने उनके धर्म के कारण उनके साथ गलत व्यवहार किया। यह पूर्व स्पिनर 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है। पढ़ें- बोर्ड की यह दलील पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा, ‘अख्तर और कनेरिया दोनों संन्यास ले चुके हैं और हमसे अनुबंधित नहीं हैं इसलिए वह जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं। यह उनके विचार हैं। और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी व्यवस्था के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे। अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए। इसमें बोर्ड को क्यों शामिल होना चाहिए।’ पढ़ें- कासिम और मोहसिन का समर्थन मिला अख्तर और कनेरिया को पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है। पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज ने मोहसिन खान ने कहा, ‘एक खिलाड़ी का आकलन उसके धर्म, रंग या जाति से नहीं बल्कि उसके क्रिकेट कौशल और टीम के प्रति प्रतिबद्धता से किया जाना चाहिए।’

गंभीर ने दानिश मामले में कहा- यही पाकिस्तान का असली चेहरा, खिलाड़ियों के साथ भेदभाव शर्मनाक December 27, 2019 at 12:42AM

नई दिल्ली. भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया से उनके हिंदू होने की वजह से भेदभाव मामले में प्रतिक्रिया दी। गंभीर ने शुक्रवार को कहा कि यही पाकिस्तान का असली चेहरा है। एक खिलाड़ी जिसने कई मैचों में देश का प्रतिनिधित्व किया हो, उसके साथ ऐसा भेदभाव होना शर्मनाक है। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने 22 दिसंबर को एक टीवी चैट शो में कहा था कि दानिश हिंदू था, इसलिए कई खिलाड़ियों को उसके साथ खाना खाने में ऐतराज था। गुरुवार को दानिश ने भी शोएब के बयान को सही बताया था।

कनेरिया ने कहा था, ‘‘शोएब महान खिलाड़ी हैं। उनमें सच कहने का साहस है। मैं जब खेल रहा था, तब इन मसलों पर सच कहने की हिम्मत मुझमें नहीं थी। लेकिन शोएब भाई के बयान के बाद, मैं भी बोलूंगा। इंजी भाई (इंजमाम-उल-हक), मोहम्मद युसूफ और यूनिस भाई (यूनिस खान) ने भी हमेशा मुझे सहयोग किया। मैं उन लोगों का नाम दुनिया के सामने लाऊंगा, जिन्होंने मेरे साथ भेदभाव किया।

इमरान प्रधानमंत्री हैं, फिर भी वहां भेदभाव होता है

गंभीर ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘हमारे पास मोहम्मद अजहरुद्दीन थे। उन्होंने 80-90 टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। आज उनके पास प्रधानमंत्री के रूप में एक खिलाड़ी (इमरान खान) है। फिर भी उनके देश में लोगों को इससे गुजरना पड़ता है। यही पाकिस्तान की हकीकत है। कनेरिया ने पाकिस्तान के लिए 60 मैच खेले हैं और उनके साथ ऐसा बर्ताव होना शर्मनाक है।’’

पाकिस्तान टीम में अब तक सिर्फ दो ही हिंदू खिलाड़ी रहे

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल नेकहा, ‘‘शिक्षा की कमी ही भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ा अंतर है। पाकिस्तान टीम में अब तक सिर्फ दो ही हिंदू खिलाड़ियों को जगह मिल पाई है। मैंने नोटिस किया है कि जब भी हिंदू खिलाड़ी पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करता है, वह हमारी ओर ज्यादा आकर्षित होता है। वह हिंदू खिलाड़ी हमसे बात करना पसंद करता है। मैं जब भी पाकिस्तान दौरे पर गया। मैंने वहां हिंदुओं के साथ भेदभाव देखा।’’

दानिश कनेरिया पाकिस्तान टीम में खेलने वाले अनिल दलपत के बाद दूसरे हिंदू खिलाड़ी थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट में 261 विकेट लिए। दानिश ने 18 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्हें 15 सफलताएं मिलीं।



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गौतम गंभीर ने कहा- दानिश कनेरिया (दाएं) ने पाकिस्तान के लिए 60 मैच खेले हैं। उनके साथ ऐसा बर्ताव शर्मनाक है। -फाइल फोटो

'बांग्लादेश से न्यौता है, पर पाक खिलाड़ी नहीं खेलेंगे' December 27, 2019 at 12:33AM

कराची ने इन खबरों का खंडन किया है कि अगले साल एशिया एकादश और विश्व एकादश के बीच होने वाले टी20 मैचों के लिए पाकिस्तानी क्रिकेटरों की उपेक्षा की जा रही है। ने कहा कि उसके खिलाड़ियों को बीसीबी से न्यौता मिला है, लेकिन पाकिस्तान प्रीमियर लीग से तारीखों के टकराव के कारण वे उपलब्ध नहीं है। एशियाई एकादश और विश्व एकादश के बीच 18 और 21 मार्च को दो टी20 मैच खेले जाने हैं जो बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी वर्ष के समारोहों का हिस्सा होंगे। पीसीबी प्रवक्ता ने कहा, ‘इन मैचों को लेकर कुछ गलतफहमी है। हमारे खिलाड़ियों को न्यौता मिला है लेकिन चूंकि ये मैच पाकिस्तान प्रीमियर लीग के दौरान हो रहे हैं तो हमारे खिलाड़ी नहीं खेल सकेंगे।’ उन्होंने इन खबरों का खंडन किया कि पाकिस्तानी क्रिकेटर इसलिए एशियाई एकादश में नहीं है क्योंकि वे भारतीय खिलाड़ियों के साथ नहीं खेलना चाहते या भारतीय बोर्ड की उन्हें बाहर करने में भूमिका है। अधिकारी ने कहा, ‘हमें जून में एशियाई क्रिकेट परिषद ने एशियाई एकादश के लिए खिलाड़ियों को नामित करने के लिए बुलाया था। हमने एसीसी और बीसीबी से तारीखों में बदलाव करने का अनुरोध किया ताकि हमारे खिलाड़ी खेल सकें।’ अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं हो सका और यही वजह है कि उनके क्रिकेटर इसमें भाग नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मामले को अलग मोड़ दिया जा रहा है ताकि पाकिस्तान क्रिकेट की नकारात्मक छवि बनाई जा सके।

भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट से हराया, सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की December 27, 2019 at 12:14AM

खेल डेस्क. भारतीय अंडर-19 टीम ने दक्षिण अफ्रीका का पहले यूथ वनडे में 9 विकेट से हरा दिया। तीन मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के ईस्ट लंदन के बुफैलो पार्क में खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम 48.3 ओवर में 187 रनों पर सिमट गई। भारत ने 42.3 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 190 रन बना लिए। टीम इंडिया ने इस जीत के साथ ही सीरीज में 1-0 की बढ़त भी हासिल कर ली। दोनों टीमों के बीच दूसरा मुकाबला इसी मैदान पर 28 दिसंबर को खेला जाएगा।

दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसका यह फैसला उस समय गलत साबित हुआ जब 60 रन पर उसके 4 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। इसके बाद ल्यूक ब्यूफोर्ट ने पारी को संभाला। उन्होंने 91 गेंद पर 61 रन की पारी खेली। जैक लीज ने 27 और एंड्रयू ल्यू ने 26 रन का योगदान दिया। भारत के लिए रवि बिश्नोई ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। उनके अलावा कार्तिक त्यागी, शुभांग हेगड़े और अथर्व अंकोलेकर ने दो-दो विकेट लिए।

दिव्यांश मैन ऑफ द मैच बने
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत मजबूत रही। दिव्यांश सक्सेना ने नाबाद 86 रन की पारी खेली। वहीं, एन तिलक वर्मा ने 59 रन बनाए। दोनों ने पहले विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी की। वर्मा 31वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हुए। कुमार कुशर्ग ने नाबाद 43 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए एकमात्र विकेट एशिले क्लोटे को मिला। दिव्यांश को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।



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मैन ऑफ द मैच दिव्यांश ने नाबाद 86 रन की पारी खेली।

गांगुली का 4 देशों के टूर्नामेंट का सुझाव क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को पसंद आया, राशिद लतीफ ने विरोध जताया था December 27, 2019 at 12:04AM

खेल डेस्क. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के 4 देशों की वनडे सुपर सीरीज का सुझाव क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) को पसंद आया है। सीए के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने गांगुली के इस आइडिया की तारीफ करते हुए कहा, यह बीसीसीआई अध्यक्ष की अनूठी सोच है। अपने कुछ महीनों के कार्यकाल में ही उन्होंने कोलकाता में पहला डे-नाइट टेस्ट कराया और नतीजा शानदार रहा। अब सुपर सीरीज का प्रस्ताव भी अच्छा है। हालांकि उन्होंने अभी तक इसे अमल में लाने का कोई वादा नहीं किया है।

गांगुली ने कोलकाता में कहा था कि भारत 2021 से शुरू हो रही सालाना वनडे सीरीज में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और एक अन्य शीर्ष टीम से खेलेगा।और इसके पहले सीजन की मेजबानी भारत करेगा। लेकिन आईसीसी ने प्रस्तावित सुपर सीरीज को मंजूरी नहीं दी है। क्योंकि इसमें तीन से ज्यादा टीमें शामिल हैं,जो आईसीसी के क्रिकेट रोस्टर का हिस्सा नहीं हैं। यह कदम आईसीसी की हर कैलेंडर ईयर में एक टूर्नामेंट कराने की कवायद को रोकने की दिशा में माना जा रहा है।लंदन में बीसीसीआई अध्यक्षके साथ बैठक के बाद इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि वह इस मसले पर बातचीत के लिए तैयार है।

सीए के सीईओ ने कहा- अगले महीने भारत दौरे पर सुपर सीरीज को लेकर बात होगी
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया केसीईओने कहा, वह अगले महीने भारत और बांग्लादेश आकर भावी क्रिकेट कैलेंडर पर बात करेंगे। इस मसले पर न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड से भी बात हुई है। इतना ही नहीं, अगले महीने जब ऑस्ट्रेलियाई टीम 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारत आएगी तो वनडे सुपर सीरीज पर भी बात होगी।

राशिद लतीफ ने कहा था- यह बिग थ्री की तरह असफल होगा
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने सौरव गांगुली के इस टूर्नामेंट के विचार को फ्लॉप बताया था। उन्होंने कहा था, यह उसी तरह से नाकाम साबित होगा जैसे की बिग थ्री (क्रिकेट खेलने वाले बड़े देश) मॉडल हुआ था। इस पूर्व विकेटकीपर को लगता है कि इस तरह का टूर्नामेंट खेलकर यह 4 देशबाकी सदस्य देशों को अलग करना चाहते हैं, जो अच्छी सोच नहीं है।

1985 में पहली बार चार देशों का नेशंस कप खेला गया
1985 में पहली बार शारजाह में चार देशों का नेशंस कप शारजाह में खेला गया था। इसमें भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमें उतरी थीं। भारत ने यह टूर्नामेंट जीता था। 1986 में चार देशों की चैंपियंस ट्रॉफी शारजाह में हुई थी। इसमेंभारत, पाक, श्रीलंका और वेस्टइंडीज की टीमेंउतरीथीं। भारत को हराकर पाकिस्तान चैंपियन बना था।



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भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच अगले महीने वनडे सुपर सीरीज पर बात होगी। (फाइल)

पाकिस्तान का आरोप- बांग्लादेश पर भारत का दबाव, इसलिए वो हमारे यहां टेस्ट खेलने नहीं आ रहा December 26, 2019 at 10:44PM

खेल डेस्क. पाकिस्तान के पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर अब्दुल रकीब ने आरोप लगाया है कि बांग्लादेश पर भारत का दबाव है, इसलिए वो टेस्ट सीरीज खेलने यहां नहीं आना चाहती। पाकिस्तान के मशहूर खेल पत्रकार और टीवी एंकर याह्या हुसैनी ने भी रकीब की बात का समर्थन किया है। हुसैनी ने तो यहां तक कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेल रहे अपने खिलाड़ियों को वापस बुला लेना चाहिए। बांग्लादेश को 18 जनवरी से फरवरी मध्य तक पाकिस्तान दौरा करना है। इस दौरान तीन टी20 और दो टेस्ट मैच खेले जाने हैं। बांग्लादेश बोर्ड ने टी20 सीरीज के लिए हामी भरी लेकिन टेस्ट खेलने से इनकार कर दिया।

पांच साल में दूसरी बार बांग्लादेश का इनकार
2005 में भी बांग्लादेश क्रिकेट टीम को पाकिस्तान का दौरा करना था। लेकिन, ऐन वक्त पर उसने सुरक्षा कारणों से यह दौरा रद्द कर दिया था। उस दौरान बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मुस्तफा कमाल ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका की वजह से टीम पाकिस्तान नहीं भेजी गई। रकीब ने एक टीवी चैट शो में कहा- कोई भले ही खुलकर न कहे लेकिन शक है कि बांग्लादेश पर भारत का दबाव है। इसीलिए, वो टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान नहीं आना चाहता।

दोनों मुल्कों में दुश्मनी बढ़ेगी
याह्या हुसैनी ने इसी चैट शो में कहा, “अगर, बांग्लादेश टीम पाकिस्तान आने से इनकार कर देती है तो यह हमारी बेइज्जती होगी। बाद में बाकी टीमें भी यही कर सकती हैं। लिहाजा, पाकिस्तान को सख्त रुख अपनाना चाहिए। अगर यही चलता रहा तो दोनों मुल्कों में दुश्मनी बढ़ेगी। अगर बांग्लादेश टीम यहां नहीं आती तो हमें भी बीपीएल खेल रहे अपने प्लेयर्स को वापस बुला लेना चाहिए। लेकिन, चिंता की बात ये है कि एशिया कप 2020 सितंबर में पाकिस्तान में ही खेला जाना है। इस टूर्नामेंट पर खतरा बढ़ जाएगा।”



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बांग्लादेश टीम को जनवरी मध्य से फरवरी तक पाकिस्तान दौरा करना है। तीन टी20 और दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे। (फाइल)

सिलेक्टर को ड्रेसिंग रूम से निकलवाना गलती नहीं: मनोज तिवारी December 26, 2019 at 11:59PM

नई दिल्ली पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और नैशनल सिलेक्टर गुरुवार को सुर्खियों में थे। उन्हें कोलकाता के ईडन गार्डंस में बंगाल के ड्रेसिंग रूम से ऐंटी करप्शन यूनिट (ACU) ने बाहर कर दिया था। देवांग के 'अनधिकृत' रूप से ड्रेसिंग रूम में घुसने की शिकायत भारतीय क्रिकेटर ने की थी। हालांकि, देवांग ने बाद में कहा कि वह बंगाल के कोच अरुण लाल और एसीयू अधिकारी की इजाजत लेकर ड्रेसिंग रूम में गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पीठ में दर्द था और वह के फिजियो से दिखाने गए थे। क्रिकेट असोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने भी गांधी का बचाव करते हुए कहा कि वह प्लेयर्स एरिया से बाहर बने मेडिकल रूम तक गए थे और इसकी अनुमति ली थी। इस मामले पर मनोज ने NBT से कहा, 'यह गलत है कि देवांग अनुमति लेकर गए थे। पहली बात तो ऐसी अनुमति किसी को नहीं दी जाती चाहे वह सिलेक्टर ही क्यों न हों। दूसरी, अगर अनुमति थी तो फिर एसीयू के अधिकारी ने उन्हें बाहर क्यों किया?' पुरानी भड़ास निकाली! मनोज को काफी समय से किसी राष्ट्रीय टीम में मौका नहीं मिला है। इस बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में देवांग पर जानबूझकर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। क्या यही वजह है कि मनोज ने देवांग को ड्रेसिंग रूम से निकलवाया। बंगाल के सीनियर बल्लेबाज ने इस पर कहा, 'इसमें कोई दो राय नहीं कि गांधी ने न केवल उनकी बल्कि बंगाल के कई उभरते खिलाड़ियों जैसे ईशान पोरेल, आकाशदीप, श्रीवत्स गोस्वामी की अनदेखी की है। मगर इस मामले का उससे कोई लेना देना नहीं। मैंने पूरे क्रिकेट करियर में कभी नहीं देखा कि सिलेक्टर ड्रेसिंग रूम में जाते हों। वहां उनका कोई काम नहीं। अगर उतना ही दर्द है तो देवांग बाहर के डॉक्टर्स से भी दिखा सकते हैं। मैंने उनकी शिकायत करके गलत नहीं किया।' बात समझ में नहीं आती 34 साल के मनोज को पिछले दो साल से आईपीएल ऑक्शन में कोई खरीदार नहीं मिल रहा। इस बार भी नजरअंदाज किए जाने के बाद मनोज ने समुद्र के किनारे शराब का एक प्याला उठाए एक विडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। मनोज ने कहा कि वह विडियो पुराना है। तो क्या वह इन दिनों अपनी अनदेखी का गुस्सा सिलेक्टर्स पर निकाल रहे हैं। मनोज ने कहा, 'मेरा 2017 का प्रदर्शन देख लीजिए। 324 रन थे और 140 के आसपास स्ट्राइक रेट। यह बात समझ में नहीं आती कि किसी वरुण चक्रवर्ती को एक सीजन में 8.4 करोड़ में खरीदा जाता है। एक मैच खिलाया जाता है और फिर इस बार 4 करोड़ में खरीदा जाता है। फिर मुझे क्यों इग्नोर किया जाता है।'

कनेरिया ने दिखाया पाक का असली चेहरा: गंभीर December 26, 2019 at 11:11PM

नई दिल्ली पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा भाजपा सांसद ने शुक्रवार को कहा कि हिंदू होने के कारण साथी खिलाड़ियों का बुरा बर्ताव झेलने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर के इस बयान ने पाकिस्तान का असली चेहरा दिखा दिया है। गंभीर ने कहा, ‘भारत में मोहम्मद अजहरूद्दीन जैसे कप्तान हुए हैं, जो लंबे समय तक कप्तान रहे। यह उस देश में हो रहा है, जिसके कप्तान इमरान खान खुद क्रिकेटर रहे हैं।’उन्होंने कहा, ‘कनेरिया ने अपने देश के लिए इतने टेस्ट खेले हैं। इसके बावजूद उन्हें यह सब झेलना पड़ा तो यह शर्मनाक है।’ पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज ने दावा किया था कि उनके साथी खिलाड़ी कनेरिया के साथ कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने पक्षपातपूर्ण बर्ताव किया और उसके साथ खाना भी नहीं खाते थे क्योंकि वह हिंदू थे। कनेरिया ने उनके दावे का समर्थन करते हुए कहा था, ‘शोएब भाई महान खिलाड़ी हैं। वह गेंदबाजी की तरह बातें भी खरी-खरी करते हैं। जब मैं खेलता था तो इन मसलों पर बोलने की हिम्मत नहीं थी लेकिन शोएब भाई के बयान के बाद अब वह हिम्मत आ गई है।' उन्होंने , इंजी भाई (इंजमाम उल हक), मोहम्मद युसूफ और यूनिस भाई ने भी हमेशा मेरा साथ दिया।’ पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, 'जिन्होंने मेरा साथ नहीं दिया, मैं जल्दी ही उनके नामों का खुलासा करूंगा।'

पेसर का ऊपर बढ़ना ही 2019 की सुर्खियां: पठान December 26, 2019 at 11:01PM

नई दिल्ली अनुभवी भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि उन्हें लगता है कि देश का ‘तेज गेंदबाजी पावरहाउस’ के रूप में ऊपर बढ़ना ही साल की सुर्खियों रहा जबकि पूर्व बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया पर उसकी सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में मिली जीत को 2019 के ‘पंसदीदा क्षण’ में शामिल किया। उमेश यादव (23), इशांत शर्मा (25) और मोहम्मद शमी (33) ने 20 से भी कम औसत से इस साल टेस्ट में 81 विकेट चटकाए। इससे पहले जब एक टीम के तीन तेज गेंदबाजों ने एक कैलेंडर वर्ष में 20 से भी कम औसत से 20 से ज्यादा विकेट चटकाए वो 1978 था तब इयान बॉथम, क्रिस ओल्ड और बॉब विलिस ने अपनी टीम के लिए यह कारनामा किया था। पठान ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘इस साल हमने देखा कि भारत के तेज गेंदबाजों ने देश के लिए बेहतरीन गेंदबाजी की और हमने जो सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजी लाइन-अप देखे हैं, यह उनमें से एक रहा। हमने उनकी गेंदबाजी के इरादे देखे और तेज स्विंग गेंदबाजी की। गेंद नई थी या पुरानी, यह मायने नहीं रहा। ’उन्होंने कहा, ‘मैंने भारतीय क्रिकेट की प्रगति को देखा है विशेषकर तेज गेंदबाजी के मामले में। तो मेरे लिए यह साल की अहम बात रही।’ वहीं लक्ष्मण को लगता है कि भारत का ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही मांद में हराना साल का सर्वश्रेष्ठ लम्हा रहा। भारत ने दिसंबर 2018 में शुरू होकर जनवरी 2019 तक हुई चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की। लक्ष्मण ने कहा, ‘यह भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा साल रहा लेकिन टेस्ट क्रिकेटर होने के नाते मेरा सपना हमेशा ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना था लेकिन मैं अपने करियर में इसे हासिल नहीं कर सका।’ उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि भारतीय टीम ने विराट कोहली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार उसकी ही सरजमीं पर हरा दिया जो 2019 में भारतीय क्रिकेट के लिये पसंदीदा पल रहा।’

'ODI सुपर सीरीज': ऑस्ट्रेलिया को पसंद आई गांगुली की तरकीब December 26, 2019 at 08:16PM

मेलबर्न क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने चार देशों की 'वनडे सुपर सीरिज' के बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली के सुझाव की तारीफ की है। हालांकि उन्होंने अभी तक इसे अमल में लाने का कोई वादा नहीं किया है। गांगुली ने कहा था कि भारत 2021 से शुरू हो रही सालाना वनडे सीरीज में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और एक अन्य शीर्ष टीम से खेलेगा। यह कदम हर कैलेंडर वर्ष में एक टूर्नमेंट कराने की आईसीसी की कवायद को रोकने की दिशा में माना जा रहा है। लंदन में गांगुली के साथ बैठक के बाद इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि वह इस मसले पर बातचीत के लिए तैयार है। रॉबर्ट्स ने कहा, 'बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली की यह अनूठी सोच है।' उन्होंने कहा, 'उनके संक्षिप्त कार्यकाल में ही कोलकाता में दिन-रात का टेस्ट हो गया और नतीजा शानदार रहा। अब सुपर सीरिज का प्रस्ताव भी उम्दा है।' सीए के सीईओ न कहा कि वह अगले महीने भारत और बांग्लादेश आकर भावी क्रिकेट कैलेंडर पर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि वह न्यू जीलैंड और पाकिस्तान से भावी कार्यक्रम के बारे में बात कर चुके हैं।