Monday, May 11, 2020

तमिल गाने पर थिरके केविन पीटरसन, एआर रहमान ने शेयर किया वीडियो May 11, 2020 at 08:19PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के पूर्व कप्तान सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। खास तौर पर कोरोना वायरस के इन दिनों में उनकी सक्रियता काफी बढ़ गई है। पीटरसन ने हाल ही में टिकटॉक पर मजेदार वीडियो पोस्ट करने शुरू किए हैं। उनके वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है। हाल ही में उन्होंने एआर रहमान के तमिल गाने पर डांस किया है। यह 1993 में आई फिल्म 'जेंटलमैन' का गाना है। हिंदी में यह गीत- 'रूप सुहाना लगता है, चांद पुराना लगता है'- के बोलों से आया था। शुरू में ऐसा लगता है कि पीटरसन धुन समझ नहीं पा रहे हैं लेकिन फिर वह खुलकर नाचने लगते हैं। पीटरसन का यह डांस खुद रहमान को भी काफी पसंद आया और उन्होंने इसे शेयर भी किया। सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करने के अलावा पीटरसन कई क्रिकेटर्स के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन भी करते रहते हैं। पिछले महीने उन्होंने भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ लाइव चैट की थी। इसमें इन दोनों खिलाड़ियों ने खेल के कई आयामों के साथ-साथ आईपीएल पर भी चर्चा की थी। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 104 टेस्ट मचों में इंग्लैंड के लिए 8181 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत रहा 47.28 का और उन्होंने 23 शतक लगाए। वनडे में केविन पीटरसन ने 136 मैचों में 40.73 के औसत से 4440 रन बनाए।

फैन्स के लिए खुश खबरी, जानें कब से शुरू होगा EPL May 11, 2020 at 07:45PM

लंदनप्रीमियर लीग क्लबों की बाकी सत्र पूरा करने की उम्मीदों को सोमवार को बल मिला जब सरकार ने एक जून से इंग्लैंड में एलीट खेलों की बहाली का खाका प्रकाशित किया। इंग्लैंड के शीर्ष 20 फुटबॉल क्लबों ने खेल को फिर शुरू करने की योजना पर बातचीत की। इस प्रक्रिया का दूसरा कदम यह होगा कि एक जून के बाद खेल आयोजन दर्शकों के बिना सिर्फ प्रसारकों के लिए होंगे जिसमें सामाजिक दूरी के दिशा निर्देशों का खास ख्याल रखा जाएगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि उनका मानना है कि टीवी पर खेलों की वापसी से राष्ट्रीय मनोबल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। खेल प्रेमियों को हालांकि स्टेडियमों में जाकर मैच देखने के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि दर्शकों के सामने खेल संक्रमणों की दर में कमी के आधार पर बाद में ही संभव हो पाएगा। प्रीमियर लीग के क्लब आठ जून से शुरू होने वाले सप्ताह से वापसी की योजना बना रहे हैं। मैचों की शुरुआत से पहले हालांकि इस प्रोटोकॉल पर सहमति जतानी होगी कि समूह में अभ्यास की सुरक्षित वापसी कैसे करनी है और प्रीमियर लीग ‘पॉजीटिव’ मामलों से कैसे निबटेगा। ब्राइटन ने रविवार को पुष्टि की थी उसकी टीम का तीसरा सदस्य संक्रमित पाया गया है। जर्मनी की टीमों में संक्रमित मामले पाए गए हैं लेकिन बुंदेसलीगा इस सप्ताहांत शुरू हो रही है। इटली, स्पेन और पुर्तगाल की टीमों भी संक्रमण के मामले मिले हैं। प्रीमियर लीग के सीईओ रिचर्ड मास्टर्स ने कहा, ‘हमारे पास तैयार प्रोटोकॉल है जिसकी समीक्षा की गयी है। हमने परीक्षण के लिए एक कंपनी नियुक्त की है। लेकिन खिलाड़ियों और टीम मैनेजरों के साथ विचार विमर्श अगला महत्वपूर्ण कदम होगा।’ उन्होंने कहा, ‘जब तक हम खिलाड़ियों और मैनेजरों से बात नहीं करते तब तक कोई फैसला नहीं करेंगे और उनके साथ बैठक इस सप्ताह बाद में की जाएगी।’ ब्रिटेन में कोरोना महामारी से मरने वालों की आधिकारिक संख्या 32000 है। प्रीमियर लीग का सत्र पूरा नहीं होने पर क्लबों को एक अरब डॉलर का नुकसान होगा जिसमें से 76 करोड़ डॉलर प्रसारण अधिकारों से मिलने हैं।

डिविलियर्स ने कोहली की तुलना फेडरर से की, स्मिथ को नडाल जैसा बताया; कहा- सचिन से ज्यादा बेहतर हैं विराट May 11, 2020 at 07:52PM

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की तुलना टेनिस स्टार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से की। डिविलियर्स ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को स्पेनिश टेनिस स्टार राफेल नडाल की तरह बताया। इंस्टाग्राम पर लाइव चैटिंग के दौरान डिविलियर्स ने कहा कि कोहली ने पूरी दुनिया में रन बनाए हैं, जबकि स्मिथ मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं।

डिविलियर्स और कोहली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए 9 साल से साथ खेल रहे हैं। कोहली आरसीबी के कप्तान भी हैं। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में स्मिथ नंबर-1 और कोहली दूसरे स्थान पर हैं।वहीं, फेडरर ने टेनिस में सबसे ज्यादा 20 और नडाल ने 19 ग्रैंड स्लैम जीते हैं।

‘स्मिथ का खेल नेचुरल नहीं लगता’
डिविलिर्स ने 2018 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘कोहली काफी ज्यादा नेचुरल बॉल स्ट्राइकर हैं। वे फेडरर की तरह हैं। स्मिथ की बात करें तो वे बिल्कुल नडाल के जैसे हैं। स्मिथ मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं। वे रन बनाने का तरीका निकाल ही लेते हैं। उनका खेल नेचुरल नहीं लगता, लेकिन वे रिकॉर्ड तोड़ने की क्षमता रखते हैं। वहीं, कोहली ने दुनियाभर में रन बनाए हैं।’’

‘कोहली के आगे कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं’
द.अफ्रीकी क्रिकेटर डिविलियर्सने कहा, ‘‘सचिन तेंदुलकर हम दोनों के लिए आदर्श हैं। जो उपलब्धियां उन्होंने हासिल की हैं, वे हमारे और हर एक युवा के लिए उदाहरण हैं। कोहली ने खुद भी सचिन को महान और क्रिकेट में नए मानक निर्धारित करने वाला बताया है। हालांकि, मेरा खुद का व्यक्तिगत मानना है कि लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली सबसे शानदार होते हैं। तेंदुलकर हर एक परिस्थित में बेहतरीन थे, लेकिन लक्ष्य का पीछा करने की बात हो तो, ऐसी स्थिति में कोहली शीर्ष पर रहते हैं। जब विराट बल्लेबाजी करते हैं, तो कोई भी लक्ष्य सुरक्षित नहीं रह सकता।’’



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दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स ने कहा- जब विराट कोहली बल्लेबाजी करते हैं, तो कोई भी लक्ष्य सुरक्षित नहीं रह सकता। -फाइल फोटो

बॉल टेम्परिंग को मंजूरी मिले, लार की जगह इस्तेमाल के लिए कानूनी और गैरकानूनी चीजों की लिस्ट बनाई जाए: चैपल May 11, 2020 at 06:08PM

कोरोनावायरस के कारण क्रिकेट जगत में गेंद को चमकाने के लिए लार और पसीने के इस्तेमाल को लेकर बहस जारी है। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा है कि कोरोना के बाद बॉल टेम्परिंग को मंजूरी मिलनी चाहिए। साथ ही लार की जगह इस्तेमाल करने के लिए कानूनी और गैरकानूनी चीजों की लिस्ट भी बनाई जानी चाहिए।

चैपल ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो के लिए एक कॉलम लिखा। इसमें उन्होंने कहा, ‘‘फैन्स गेंद और बल्ले की लड़ाई देखना चाहते हैं। कोरोना के कारण क्रिकेट भी रुक गया है। ऐसे में यह प्रयोग का सही समय है। लार और पसीने का उपयोग करना अब जोखिम से कम नहीं है, ऐसे में गेंद को चमकाने के लिए पारंपरिक उपायों के विकल्प दिए जाने चाहिए।’’

सभी टीम के कप्तान गेंद चमकाने वाली चीजों लिस्ट बनाएं
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेजेंड ने कहा, ‘‘बॉल टेम्परिंग हमेशा से एक विवादित मुद्दा रहा है। इसे मंजूरी मिलनी चाहिए। मैंने पहले भी कहा है कि प्रशासन इंटरनेशनल टीम के कप्तानों से ऐसी चीजों की एक ऐसी सूची बनाने के बारे में कहे, जिनसे गेंद को स्विंग कराने में मदद मिले। इसकी मदद से प्रशासक गेंद को चमकाने में इस्तेमाल करने वाली कानूनी और गैरकानूनी चीजों की लिस्ट तैयार कर सकते हैं।’’

‘एलबीडब्ल्यू नियम में बदलाव किए जाने चाहिए’
चैपल ने कहा, ‘‘एलबीडब्ल्यू के भी नए नियम बनाने चाहिए। इसके मुताबिक, गेंद पैड पर लगती है तो अंपायर का फैसला इस बात पर निर्भर होना चाहिए कि गेंद स्टम्प पर लग रही है या नहीं चाहे खिलाड़ी ने गेंद को खेलने का प्रयास किया हो या नहीं। साथ ही गेंद की लाइन पर भी ध्यान नहीं जाए चाहें गेंद स्टंप के बाहर हो या नहीं हो, यदि यह स्टंप पर पड़ रही है तो आउट है। क्रिकेट प्रशासकों की कोशिश खेल में बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाए रखने की होनी चाहिए।’’

वॉर्नर ने कहा था कि लार के इस्तेमाल को रोकना जरूरी नहीं
इससे पहले सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा के अलावा वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग और पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस भी लार इस्तेमाल का समर्थन कर चुके हैं। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वॉर्नर ने कहा था कि भविष्य में गेंद पर लार के इस्तेमाल को रोकने की जरूरत है। उन्हें लगता है कि इससे ज्यादा खतरनाक खिलाड़ियों का ड्रेसिंग रूम और अन्य चीजें शेयर करना है।

बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ-वॉर्नर पर 1-1 साल का प्रतिबंध लगा था
दक्षिण अफ्रीका में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को मार्च 2018 में बॉल टेम्परिंग के कारण शर्मसार होना पड़ा था। इसको लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग समेत कई दिग्गजों ने खिलाड़ियों की आलोचना की थी। केपटाउन टेस्ट में हुई इस घटना के बाद स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर 1 साल का प्रतिबंध लगा था, जबकि कैमरून बेनक्राफ्ट को 9 महीने के लिए निलंबित किया गया था। यह तीनों खिलाड़ी सैंडपेपर का इस्तेमाल करके गेंद से छेड़छाड़ करने के दोषी पाए गए थे।



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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा- फैन्स गेंद और बल्ले की लड़ाई देखना चाहते हैं। कोरोना के कारण क्रिकेट भी रुक गया है। ऐसे में यह प्रयोग का सही समय है। -फाइल फोटो

आईसीसी ने पोस्ट की आइकॉनिक तस्वीर, फैंस ने बताई चूक May 11, 2020 at 04:46PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनियाभर में क्रिकेट गतिविधियां बंद हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) भी नए-नए तरीकों से फैंस को जोड़े रखने का प्रयास कर रहा है। आईसीसी ने मंगलवार को एक ऐसा ही फोटो लगाया। आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया के चार विश्व कप विजेता कप्तानों की ट्रोफियों के साथ तस्वीर साझा की। इसमें एलन बॉर्डर (Allan Border), स्टीव वॉ (Steve Waugh), रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) और (Michael Clarke) की इमेज लगाई। इस फोटो पर आईसीसी का कैप्शन था आइकॉनिक। यानी मिसाल। बेशक यह एक आइकॉनिक तस्वीर है। लेकिन आईसीसी की इस तस्वीर में एक चूक है। क्या हुई आईसीसी से चूक दरअसल, आईसीसी ने इस तस्वीर में ट्रोफी के आगे चार लिखा हुआ है। और ऑस्ट्रेलिया ने पांच ट्रोफी जीती हैं। हां, विश्व कप विजेता कप्तान चार रहे हैं चूंकि रिकी पॉन्टिंग ने दो बार वर्ल्ड कप जीता है। तस्वीर में भी पांच ट्रोफियां रखी हुई हैं। फैंस ने आईसीसी को ट्रोल करते हुए लिखा कि शायद आईसीसी भी नहीं जानती कि ऑस्ट्रेलिया ने चार नहीं पांच बार विश्व कप जीता है। कब-कब जीता ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार बॉर्डर की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता था। 1987 में कोलकाता में खेले गए फाइनल में उसने इंग्लैंड को हराया था। इसके बाद 1999 में स्टीव वॉ की टीम ने पाकिस्तान को हराकर दूसरी बार खिताब जीता। फिर 2003 में एक बार ऑस्ट्रेलिया चैंपियन बना और पॉन्टिंग की टीम ने भारत को करारी शिकस्त दी। 2007 में वेस्टइंडीज में हुए टूर्नमेंट में पॉन्टिंग की अगुआई में ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को मात देकर लगातार तीसरी और कुल चौथी बार वर्ल्ड कप जीता। 2015 में ऑस्ट्रेलिया क्लार्क की कप्तानी में न्यूजीलैंड को हराकर पांचवीं बार वर्ल्ड कप जीता।
  1. सबसे ज्यादा बार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप किसने जीता है?सबसे ज्यादा बार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया ने जीता है।
  2. ऑस्ट्रेलिया ने कितनी बार आईसीसी वर्ल्ड कप जीता है?ऑस्ट्रेलिया ने पांच बार आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता है?
  3. ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा बार वर्ल्ड कप किस कप्तान ने जीता है?ऑस्ट्रेलिया के लिए रिकी पॉन्टिंग ने दो बार वर्ल्ड कप जीता है?

सानिया ने रचा इतिहास, फेड कप हर्ट अवार्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनीं; ईनामी राशि तेलंगाना सरकार को दान दी May 11, 2020 at 04:57PM

भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को सोमवार को फेड कप हर्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। वे यह अवार्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। 6 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता सानिया ने ईनाम के तौर पर मिले 2 हजार डॉलर (करीब 1.50 लाख रुपए) तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में दान दे दिए हैं।

सानिया को इंडोनेशिया की प्रिस्का मेडेलिन नयुग्रोहो के साथ एशिया-ओसिनिया जोन से नामित किया गया था। 1 से 8 मई तक चली ऑनलाइन वोटिंग में सानिया ने बाजी मारते हुए अवार्ड जीत लिया। वोट करने के लिए सानिया ने फैन्स को धन्यवाद भी दिया।

‘यह अवार्ड मेरे लिए सम्मान की बात’
सानिया ने कहा, ‘‘फेड कप हर्ट अवार्ड जीतना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं यह अवार्ड देश और अपने प्रशंसकों को समर्पित करती हूं। साथ ही जिन लोगों ने मुझे वोट दिया, उनका शुक्रिया। उम्मीद है कि मैं अपने देश को भविष्य में भी गौरवान्वित करती रहूंगी। कोरोनावायरस के इस मुश्किल समय में, मुझे जो इनामी राशि मिली है मैं उसे तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में देना चाहती हूं।’’

भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था
सानिया ने मां बनने के दो साल बाद जनवरी में कोर्ट में वापसी की थी। उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। पूर्व डबल्स की नंबर-1 सानिया 2016 के बाद पहली बार इस साल के लिए फेड कप टीम में शामिल हुईं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।

सानिया ने 6 ग्रैंडस्लैम जीते
सानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी की थी। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बेटे को जन्म दिया था। सानिया ने 6 ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वे जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में खेलने वाली थीं, लेकिन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।



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सानिया मिर्जा और फेड कप टीम के अन्य भारतीय खिलाड़ी। सानिया 2016 के बाद पहली बार टीम में शामिल हुई थीं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।

गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट में नंबर-1 होने पर सवाल उठाए, कहा- कुछ सालों में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया May 11, 2020 at 03:56PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के रैंकिंग सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। हाल ही में जारी टेस्ट रैंकिंग में भारत को पछाड़कर ऑस्ट्रेलिया नंबर एक पर पहुंचा है। जबकि भारतीय तीसरे नंबर पर फिसल गई है। गंभीर का कहना है कि हमारी टीम ने कुछ सालों में टेस्ट में काफी प्रभाव छोड़ा है। हमने घर से बाहर भी जीत हासिल की है। लेकिन उपमहाद्वीप में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड निराशाजनक है।

भाजपा सांसद गंभीर ने आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप के पॉइंट सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए। गंभीर के मुताबिक घर और विदेश में मिली जीत पर बराबर अंक नहीं मिलने चाहिए। दोनों के लिए अलग नियम बनने चाहिए।

टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत टॉप पर
भारतीय टीम ने अक्टूबर 2016 के बाद पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 का स्थान गंवाया है। टीम अब 114 रेटिंग पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। भारत अब ऑस्ट्रेलिया से 2 और न्यूजीलैंड से 1 अंक पीछे है। हालांकि, भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में अब भी 360 पॉइंट के साथ शीर्ष पर बरकरार है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने टी-20 में भी पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है। भारतीय टीम यहां भी तीसरे स्थान पर है।

ताजा रैंकिंग में 2016-17 के रिकॉर्ड हटाने से ज्यादा बदलाव हुआ
आईसीसी ने कहा कि भारतीय टीम ने 2016-17 में रिकॉर्ड 12 टेस्ट में जीत दर्ज की थी और सिर्फ एक मुकाबला हारा था। विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ सभी 5 टेस्ट सीरीज जीती थीं। इसी दौरान ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका और भारत से सीरीज गंवाई थी। आईसीसी ने नए चार्ट में 2016-17 के रिकॉर्ड हटा दिए हैं, इस कारण रैंकिंग में ज्यादा बदलाव देखने को मिले। मई 2019 से अब तक के सभी 100 प्रतिशत और पिछले 2 साल के आधे टेस्ट को काउंट किया है।



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पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 58 टेस्ट में 4154, 147 वनडे में 5238 और 37 टी-20 में 932 रन बनाए हैं। आईपीएल में गंभीर के नाम 154 मैच में 4218 रन हैं। -फाइल फोटो

मेडल जीतना सबसे बड़ी उपलब्धि नहीं, पैरा स्पोर्ट्स के लिए जागरूकता ला सकी यही मेरी सबसे बड़ी कामयाबी: दीपा   May 11, 2020 at 02:45PM

दिग्गज पैरा एथलीट और पैरालिंपिक मेडलिस्ट दीपा मलिक ने संन्यास की घोषणा कर दी है। 50 साल की दीपा अब बतौर पीसीआई अध्यक्ष युवा खिलाड़ियों के लिए काम करना चाहती हैं। दीपा को भारत के पैरा स्पोर्ट्स का एक बड़ा चेहरा माना जाता है और अब वे पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) की अध्यक्ष के तौर पर काम करने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अगर उनका शरीर साथ देता है तो वे 2022 में एशियन गेम्स से वापसी कर सकती हैं। उनसे इंटरव्यू के अंश...

संन्यास का निर्णय चौंकाने वाला है। कोई इस बारे में सोच नहीं रहा था?
मुझे नहीं पता कि ये फैसला सभी को हैरान क्यों कर रहा है, क्योंकि ये फैसला सितंबर में ही ले लिया जाना था। पैरालिंपिक कमेटी की अध्यक्ष बनने के लिए संन्यास तो लेना ही था।
अब बतौर अध्यक्ष आपकी आगे की क्या योजना है?
हमारा पहला काम यही है कि हम खेल मंत्रालय से मान्यता हासिल करें। ये बड़ा काम है। कोई एक्टिव खिलाड़ी आधिकारिक पद पर नहीं हो सकता। मैंने अपने देश की अभी तक मेडल जीतकर सेवा की है। एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, पैरालिंपिक में देश को सम्मान दिलाया है। अब मेरी बारी है कि मैं अलग तरह से देश की सेवा करूं। दूसरों को ऐसे ही मेडल जीतने का मौका दूं।
क्या पैरा स्पोर्ट्स को आगे लेकर जाने के लिए दीपा अपने व्हील्स रोक रही हैं?
ये कोई बलिदान नहीं है। मैं 50 साल की हो गई हूं। मुझे लगता है कि पैरा स्पोर्ट्स को आगे लेकर जाने के लिए मेरा अनुभव काम आएगा। मैं अब अपनी ड्यूटी करने पर ध्यान लगा रही हूं। सबकुछ ठीक रहा और शरीर ने साथ दिया तो मैं 2022 एशियन गेम्स में वापसी कर सकती हूं।
आप अपने करिअर को कैसे देखती हैं?
मैंने पूरी ईमानदारी के साथ इस खेल को दिया। जो संकल्प लिया, उसे मेहनत के साथ पूरा किया। किसी फैन को, किसी स्पॉन्सर को निराश नहीं किया। जिस मेडल का देश को इंतजार था, महिला पैरालिंपिक मेडल, वो भी देश के लिए जीता। मैंने वीमन डिसेबिलिटी की परिभाषा को बदला। साबित किया कि इसके साथ भी जिंदगी है। करिअर में पैरा स्पोर्ट्स को दिया भी बहुत कुछ और उससे मुझे मिला भी बहुत कुछ। ये सफर अभी भी जारी रहेगा, सिर्फ रोल बदलेगा, रास्ता वही रहेगा।
करिअर की सबसे बड़ी उपलब्धि किसे मानती हैं?
सबसे बड़ी उपलब्धि कोई मेडल नहीं है, क्योंकि हर मेडल स्पेशल होता है। सबसे बड़ी कामयाबी ये है कि मैं पैरा स्पोर्ट्स के लिए पूरे देश में जागरूकता ला सकी। अच्छा लगता है, जब लोग दीपा मलिक का नाम लेते हैं तो वे पैरा स्पोर्ट्स को भी याद करते हैं। ये गर्व की बात है। खुशी है कि डिसेबिलिटी को पहचान दिला पाई हूं। चाहती हूं कि कई यंग दीपा मलिक देश के लिए मेडल जीतें।
परिवार का बड़ा रोल आपके करिअर में रहा है, इस बारे में क्या कहेंगी?
जो मेडल का सपना आपका होता है, वही पूरी टीम का ड्रीम होता है। कोच, फिटनेस, जिम ट्रेनर, न्यूट्रीशियनिस्ट, सपोर्ट स्टाफ सभी परिवार का हिस्सा हैं, जिन्होंने मेरे साथ कड़ी मेहनत की है। पेरेंट्स, पति, बच्चों ने मेरे ड्रीम को मेरे साथ जिया है और हर कदम पर साथ दिया। मेरे दोस्त जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया, मेरे फैंस जिन्होंने मेरे लिए दुआएं मांगी। ये सभी मेरे परिवार का हिस्सा हैं और उनका इस पूरे सफर में अहम योगदान रहा है।

सबसे कठिन कार रैली में भी हिस्सा ले चुकी हैं दीपा

  • पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला। 2016 गेम्स में सिल्वर जीता था।
  • खेल रत्न अवॉर्ड (2019) पाने वाली पहली महिला पैरा एथलीट।
  • जैवलिन की एफ-53 कैटेगरी में दुनिया की नंबर-1 महिला हैं।
  • 2012 में अर्जुन अवॉर्ड और 2017 में पद्मश्री मिल चुका है।
  • मोटर स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया की ओर से ऑफिशियल रैली लाइसेंस पाने वाली देश की पहली दिव्यांग थीं।
  • देश की सबसे कठिन कार रैली रेड डि हिमालया और डेजर्ट स्टॉर्म में हिस्सा ले चुकी हैं।


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मदर्स डे पर बेटियों के साथ दीपा।

खेल रत्न पाने वालीं देश की पहली महिला पैरा एथलीट दीपा मलिक ने संन्सास लिया, पैरालिंपिक कमेटी की अध्यक्ष बनेंगी May 11, 2020 at 12:52AM

देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान खेल रत्न पाने वालीं पैरा एथलीट दीपा मलिक ने संन्यास का ऐलान किया। दीपा देश के लिए पैरालिंपिक में मेडल हासिल करने वाली पहली महिला खिलाड़ी भी हैं।

उन्होंने पैरालिंपिक कमेटी ऑफ इंडिया(पीसीआई) का अध्यक्ष बनने के लिए खेल को अलविदा कहा।

अब पैरा एथलीट के लिए काम करूंगी: दीपा

इस मौके पर उन्होंने कहा- मैंने पिछले साल 16 सितंबर को ही संन्यास से जुड़ी चिठ्ठी पीसीआई को सौंपी थी। लेकिन आज मैंने यह पत्र खेल एवं युवा कल्याण विभाग को भी दे दिया। मैं पीसीआई में नई कमेटी के गठन के लिए हाई कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रही थी। जो हमारे पक्ष में आया।दीपा ने कहा कि मुझे बड़ी तस्वीर देखनी होगी ताकि देश में पैरालिंपिक खिलाड़ियों को आगे लाने का काम कर सकूं।

'नेशनल स्पोर्ट्स कोड का पालन करूंगी'

नेशनल स्पोर्ट्स कोड के मुताबिक, एक सक्रिय एथलीट किसी भी फेडरेशन में आधिकारिक रूप से पद पर नहीं रह सकता है। इसी नियम का हवाला देते हुए हुए मलिक ने संन्यास लिया है। उन्होंने कहा कि संन्यास की घोषणा करना महत्वपूर्ण है।मुझे देश के नियमों के मुताबिक ही चलना होगा। लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो मैं 2022 के एशियन गेम्स के वक्त अपने फैसले की समीक्षा कर सकती हूं। मुझे नहीं पता कि मेरे अंदर का खिलाड़ी कभी खत्म होगा भी या नहीं।

मैंने भारी मन से यह फैसला लिया: दीपा
उन्होंने आगे कहा कि मैंने बहुत भारी मन से यह फैसला लिया है। लेकिन खेल की बेहतरी के लिए मुझे ऐसा करना था। अगर मुझे पीसीआई में पद संभालना है तो मुझे कानून मानना होगा।

दीपा को पदमश्री भी मिल चुका

देश में पैरालिंपिक खेलों को बढ़ावा देने में उनका नाम सबसे आगे है। उन्हें पिछले साल खेल दिवस के मौके पर देश का सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न मिला था। उन्हें पदमश्री और अजुर्न अवॉर्ड भी मिला है। वे अब तक 23 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुकी हैं।



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दीपा मलिक को पदमश्री और अजुर्न अवॉर्ड भी मिल चुका है। वे अब तक 23 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुकी हैं। उन्हें पिछले साल खेल दिवस पर पहलवान बजरंग पूनिया के साथ खेल रत्न मिला था।

न्यूजीलैंड में 13 जून से शुरू होगा सुपर रग्बी May 11, 2020 at 12:08AM

वेलिंगटन न्यूजीलैंड में कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों में छूट मिलने के बाद 13 जून से पांच टीमों की सुपर रग्बी (घरेलू प्रतियोगिता) प्रतियोगिता शुरू होगी। इस टूर्नमेंट को सुपर रग्बी एओटेरोआ के नाम से जाना जाता है। इसमें भाग लेने वाली पांचों टीमों के खिलाड़ियों को तैयारी करने के लिए चार सप्ताह का समय मिलेगा। दस सप्ताह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में हर टीम विरोधी टीम के साथ घरेलू और उनके मैदान पर मैच खेलेगी। न्यूजीलैंड रग्बी के मुख्य कार्यकारी मार्क रोबिनसन ने कहा, 'पांच विश्वस्तरीय कीवी टीमें 10 हफ्तों तक 20 मैचों में एक दूसरे का सामना करेंगी। इससे कई लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिलेगी। मुझे पता है रग्बी के खिलाड़ी और प्रशंसक इससे रोमांचित होंगे।'

खेल मंत्रालय ने 54 खेल संघों को सितंबर तक दी मान्यता May 11, 2020 at 12:26AM

नई दिल्ली ने सोमवार को 54 राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) को इस साल सितंबर तक मान्यता प्रदान की लेकिन पैरालिंपिक और नौकायन की संचालन संस्थाओं को सूची से बाहर बनाए रखा। मंत्रालय ने अखिल भारतीय कैरम महासंघ को नए सिरे से मान्यता प्रदान की है। भारतीय पैरालिंपिक समिति (PCI), भारतीय नौकायन महासंघ (RFI) और भारतीय स्कूल खेल महासंघ (SGFI) को फिर से मान्यता प्रदान नहीं की गई। पीसीआई और आरएफआई को राष्ट्रीय खेल संहिता के उल्लंघन के लिए निलंबित किया गया था, जबकि सुशील कुमार की अगुवाई वाले एसजीएफआई की कुप्रबंधन के कारण मान्यता रद्द कर दी गई थी। एनएसएफ को आम तौर पर साल के आखिर तक मान्यता दी जाती है लेकिन इस बार मंत्रालय ने केवल इस साल सितंबर तक मान्यता प्रदान की है। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने इस पर सवाल उठाया। बत्रा ने कहा, 'सितंबर 2020 तक ही क्यों और दिसंबर 2020 तक क्यों नहीं?' खेल मंत्रालय के अधिकारियों ने इस विषय पर स्पष्टीकरण मांगने पर जवाब नहीं दिया। छोटे स्तर के खेल महासंघों के लिए मंत्रालय की मान्यता काफी मायने रखती है क्योंकि वे अपने दैनिक खर्चों के लिए सरकार से मिलने वाले वार्षिक अनुदान पर निर्भर होते हैं।

कोहली ने दिया था आश्वसन पर कुछ नहीं हुआ: मिश्रा May 10, 2020 at 11:57PM

नई दिल्ली भारतीय स्पिनर अमित मिश्रा () को समझ नहीं आता कि आखिर हर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें राष्ट्रीय टीम में क्यों नही चुना गया। मिश्रा ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन फरवरी 2017 के बाद से जब वह इंग्लैंड के खिलाफ टी20 इंटरनैशनल खेलते हुए चोटिल हुए उसके बाद से उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली है। मिश्रा ने कहा, 'मैं अब भी अपने आप से पूछता हूं कि मेरे साथ क्या हुआ। मुझे कोई भी संतोषप्रद उत्तर नहीं दे पाया है। टीम में एक नियम था कि अगर कोई चोट की वजह से बाहर होता है तो वह टीम में वापस आएगा। ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने चोट के चलते करीब डेढ़ साल तक टीम से बाहर रहने के बाद वापसी की। मुझे नहीं पता कि मेरे साथ ऐसा क्या हुआ।' स्पोर्ट्स तक कार्यक्रम में बात करते हुए 37 वर्षीय इस लेग स्पिनर ने कहा, 'जब मैं फॉर्म में था, तब भी अगर किसी पर गाज गिरनी होती तो वह मिश्रा होता।' मिश्रा ने कहा कि उन्हें चयनकर्ताओं या टीम प्रबंधन से कोई मेसेज नहीं मिला कि चोट के बाद वापसी के लिए उन्हें क्या करने की जरूरत है। आईपीएल में तीन हैटट्रिक लेने वाले इस स्पिनर ने कहा कि उन्हें भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) से भी आश्वासन मिला था कि वह नैशनल सिलेक्टर्स से इस बारे में बात करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैंने भारत के लिए हर मौके पर अच्छा प्रदर्शन किया है यहां तक कि मुश्किल से मुश्किल हालात में भी।' मिश्रा ने कहा कि उनकी एक इच्छा है कि उन्हें आखिरी एक बार भारतीय टीम से खेलने का मौका मिले। बेहतर हो अगर यह टी20 इंटरनैशनल मुकाबला हो। सपॉर्ट की बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि जिस तरह का सपॉर्ट महेंद्र सिंह धोनी को सौरभ गांगुली से मिला अगर वैसा उन्हें मिला होता तो वह 70-80 टेस्ट मैच खेल जाते।

धोनी ने कभी पक्षपात से टीम नहीं चुनी: आरपी सिंह May 10, 2020 at 11:49PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह () ने कहा है कि क्रिकेट की दुनिया में महेंद्र सिंह धोनी () का आज जो मुकाम है उसके पीछे बड़ी वजह यह रही कि वह चयन करते समय बिलकुल भी पक्षपात नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान ने टीम चयन करते समय कभी दोस्ती को आड़े नहीं आने दिया। साल 2007 के टी20 वर्ल्ड कप की विजेता टीम के सदस्य रहे आरपी ने एक समाचार चैनल से बातचीत में साल 2008 की सिलेक्शन कमिटी की उस बैठक की लीक हुई बातों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि धोनी उन लोगों को बैक करते थे, जिनके बारे में उन्हें लगता था कि वे उनके प्लान को बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर सकते हैं। साल 2008 में एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि और इरफान पठान के चयन को लेकर धोनी असहमत थे। यह खबर भी आई थी जब चयनकर्ताओं ने आरपी सिंह के स्थान पर इरफान पठान को चुनने को कहा तो धोनी ने कप्तानी से हटने का ऑफर दिया था। धोनी ने इस लीक को 'बकवास' करार दिया था। आरपी सिंह 7 मैचों की उस सीरीज के दूसरे मैच के बाद नहीं खेले थे। आरपी ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि उस लीक से मुझ पर कोई असर पड़ा था। जिस इंग्लैंड सीरीज के बारे में आप बात कर रहे हैं मुझे लगता है कि इंदौर में मैंने कोई विकेट नहीं लिया था। हां, स्वाभाविक रूप से लोग सोचते हैं कि उन्हें दो-तीन मैच खेलने को मिलेंगें लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ को पांच मौके भी मिलते हैं और कुछ किस्मत वालों को 10 मौके भी मिलते हैं।' आरपी ने कहा, 'मैंने और धोनी ने इस बारे में चर्चा की थी कि मैं कहां अपने खेल में सुधार कर सकता हूं। मैं क्या बेहतर कर सकता हूं। मैं जानता हूं कि की दोस्ती अलग चीज है लेकिन देश की टीम की कप्तानी करना अलग बात है। उस लम्हे में उन्होंने उन लोगों को आगे बढ़ाया जो उनकी नजर में बेहतर थे। मुझे लगता है कि धोनी ने उन लोगों को तरजीह दी जो उनके प्लान को बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर सकते थे।' आरपी ने कहा, 'इसी वजह से एमएस धोनी आज एमएस धोनी हैं। फैसले लेते समय वह बिलकुल भेदभाव नहीं करते। मैं इस वजह से ज्यादा नहीं खेल पाया क्योंकि मेरी रफ्तार और स्विंग खत्म हो गई था। बाकी सब चीजें बाद में आती हैं। अगर मैं तब सुधार कर लेता, तो मैं ज्यादा खेलता। पर मैंने जो भी हासिल किया उससे मैं खुश हूं।'

अचानक मिला यह ब्रेक लक्ष्यों की समीक्षा का मौका: बद्रीनाथ May 10, 2020 at 11:34PM

चेन्नै पूर्व भारतीय बल्लेबाज एस बद्रीनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण हुआ लॉकडाउन (Lockdown) क्रिकेटरों सहित सभी खिलाड़ियों के लिए बड़ी चुनौती है। लेकिन यह साथ ही लक्ष्यों का पुन: आकलन करने तथा शारीरिक और मानसिक स्थिति बेहतर करने में निवेश का मौका भी देता है। कोविड-19 (Covid- 19) महामारी से अब तक दुनिया भर में 41 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और तीन लाख के करीब लोगों की जान गई है। इसके कारण दुनिया भर में लगभग सभी खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हैं। हाल में मानसिक कौशल की ट्रेनिंग दे रही कंपनी () को शुरू करने वाले बद्रीनाथ ने कहा, 'यह सभी खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण समय है... इस समय उन्हें खेलना चाहिए था, उन्होंने अपने लिए लक्ष्य तय किए थे। यह अच्छा समय है कि लक्ष्यों का पुन: आकलन किया जाए और आगे के बारे में सोचा जाए।' भारत की ओर से 2 टेस्ट और सात एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले 39 साल के बद्रीनाथ ने कहा कि ब्रेक के दौरान खिलाड़ी छोटी-मोटी चोटों से उबर सकते हैं और अपने शरीर और मानसिक कौशल पर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, 'कई खिलाड़ियों के शरीर में खेलते हुए थोड़ा दर्द होगा और यह शरीर को स्वस्थ करने और सभी तरह के दर्द को दूर करने का अच्छा समय है जिसके कि जब आपको कोई काम दिया जाए तो आप तरोताजा महसूस करो।' बद्रीनाथ ने कहा, 'यह अपने शरीर, भावनात्मक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य आदि चीजों पर निवेश करने का सही समय है।' यह पूछने पर कि वह कैसे एमफोर को शुरू करने के जिए प्रेरित हुए तो बद्रीनाथ ने कहा, 'भारत में हमें लगता है कि खिलाड़ी और सभी लोग फिट होने के लिए काफी कुछ कर रहे हैं।' इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'क्रिकेटरों की बल्लेबाजी, गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण कौशल में सुधार हो रहा है... लेकिन क्या वे मानसिक पहलू पर भी पर्याप्त काम कर रहे हैं। दिमाग हमारे शरीर का ताकतवर अंग है, जो असल में खिलाड़ी की क्षमता और प्रदर्शन के बीच सेतु का काम करता है।' उन्होंने कहा, 'हमने महसूस किया कि दिमाग को पर्याप्त महत्व और ट्रेनिंग नहीं दी गई इसलिए हम ऐसा ढांचा, मंच तैयार करना चाहते थे जहां खिलाड़ियों को कड़ी ट्रेनिंग दी जा सके, उनकी वास्तविक क्षमता को प्रदर्शन में बदला जा सके।'

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले शफीकुल्लाह 6 साल के लिए बैन, भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए May 10, 2020 at 11:05PM

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज शफीकुल्लाह शफाक को 6 साल के लिए बैन कर दिया है। इस प्रतिबंध के बाद वे किसी भी फॉर्मेट में नहीं खेल सकेंगे।

शफाक ने अहमद शाह अब्दाली 4 डे टूर्नामेंट के एक मैच में काबुल रीजन की तरफ से खेलते हुए बूस्ट रीजन के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। तब उन्होंने मैच की दूसरी पारी में 89 गेंद पर नाबाद 200 रन बनाए थे। इसमें 22 छक्के और 11 चौके शामिल हैं। उन्होंने 103 में अपने 200 रन पूरे किए थे।
शफाक ने भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को स्वीकार किया
शफाक ने 2018 में अफगानिस्तान प्रीमियर लीग(एपीएल) और 2019 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग(बीपीएल) के दौरान एसीबी के एंटी करप्शन कोड की 4 धाराओं का उल्लंघन किया था। उन्होंने एसबीबी द्वारा लगाए गए बैन को स्वीकार कर लिया है। एसीबी ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।

बीपीएल में भी शफाक ने फिक्सिंग की कोशिश की: एसीबी

एसीबी के सीनियर एंटी करप्शन मैनेजर सैयद अनवर शाह कुरैशी ने कहा- शफाक पर गंभीर आरोप हैं। उन्होंने 2018 में एपीएल टी-20 लीग के एक मैच में फिक्सिंग की थी। उन्होंने बीपीएल 2019 में अपनी टीम के एक और साथी को इसमें शामिल करने की कोशिश की थी, लेकिन वह कामयाब नहीं हुए थे।

यह उन सभी खिलाड़ियों के लिए एक चेतावनी है, जिनको यह लगता है कि उनकी गैरकानूनी गतिविधियां हमारी एंटी करप्शन यूनिट के सामने कभी नहीं आएंगी। हमारी पहुंच उनकी सोच से आगे है।

शफाक एंटी करप्शन कोड के चार आर्टिकल के उल्लंघन के दोषी

शफाक पर एसीबी के एंटी करप्शन कोड के आर्टिकल 2.1.1, 2.1.3, 2.1.4, 2.4.4 के उल्लंघन के आरोप हैं। आर्टिकल 2.1.1 सीधा फिक्सिंग और इसकी कोशिश करने या जानबूझकर खराब खेलने या फिर किसी और तरीके से लोगों को इसके लिए प्रभावित करने से जुड़ा है।

शफाक पर घूस लेने के आरोप

आर्टिकल 2.1.3 के उल्लंघन का मतलब। किसी तरह की घूस देने की कोशिश करना या इसे स्वीकार करना या किसी और से इनाम का लालच रखनाया किसी मैच को फिक्स करने या फिर इसके लिए किसी तरह से प्रयास करना शामिल है।

शफीकुल्लाह ने अब तक 24 वनडे खेले हैं

शफाक ने अफगानिस्तान के लिए 24 वनडे और 46 टी-20 खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने 430 और 494 रन बनाए हैं।



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शफीकुल्लाह शफाक ने अफगानिस्तान के लिए 24 वनडे और 46 टी-20 खेले हैं। इसमें उन्होंने 430 और 494 रन बनाए हैं। (फाइल)

ऑस्ट्रेलिया नंबर वन, जानें गंभीर क्यों हुए हैरान May 10, 2020 at 10:40PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज () ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की रैंकिंग पर सवाल उठाए हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर टेस्ट में नंबर एक के पायदान पर बैठाया गया है। गंभीर ने कहा कि भारत ने हाल के कुछ अर्से में टेस्ट क्रिकेट में अधिक प्रभाव छोड़ा है। टीम ने विदेशी धरती पर भी जीत हासिल की है, खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में। गंभीर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को किस आधार पर नंबर 1 की रैंकिंग (ICC Test Rankings) दी गई है, जबकि भारतीय उपमहाद्वीप में उसका प्रदर्शन 'बेहद खराब' रहा है। भारतीय टीम 42 महीने से आईसीसी की टेस्ट टीम रैंकिंग में चोटी पर थी लेकिन इस महीने की शुरुआत में आईसीसी ने नए नियमों के तहत रैंकिंग में बदलाव किया, जिसके बाद भारत तीसरे स्थान पर पहुच गया और ऑस्ट्रेलिया पहले पर आ गया। आईसीसी ने इस रैंकिंग सिस्टम से 2016-17 के सीजन को हटा दिया था। गंभीर ने आईसीसी के इस फैसले पर कहा कि भारतीय टीम ने हाल के दौर में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, 'नहीं, मैं भारत के तीसरे स्थान पर खिसकने से हैरान नहीं हूं। मुझे पॉइंट्स और रैंकिंग सिस्टम पर भरोसा नहीं है। शायद, टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे खराब पॉइंट सिस्टम है... आप घरेलू मैदान पर मैच जीतें या विदेशी धरती पर, आपको बराबर अंक मिलते हैं। यह बेकार है।' गंभीर ने कहा, 'हां, बेशक। यह पॉइंट्स सिस्टम अजीब है। अगर आप पूरी नजर से देखें, तो भारत ने विदेशी धरती पर सीरीज गंवाई हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया में जीती हैं। निसंदेह, वह सबसे अच्छा प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने वाली टीम है। उन्होंने साउथ अफ्रीका में टेस्ट मैच जीता, इंग्लैंड में टेस्ट मैच जीता... कई देश ऐसा नहीं कर पाए।' 38 वर्षीय इस पूर्व लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, 'मेरी नजर में भारतीय टीम को नंबर वन होना चाहिए था लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया... मुझे यह बात समझ नहीं आती कि आखिर किस आधार पर ऑस्ट्रेलिया को नंबर वन रैंकिंग दी गई है? विदेशी धरती पर उनका प्रदर्शन बहुत खराब रहा है, खासतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप में।'

लॉकडाउन हटते ही शुरू होगी ऐथलीट्स की प्रैक्टिस: किरण रिजिजू May 10, 2020 at 10:19PM

नई दिल्ली किरण रिजिजू () ने खिलाड़ियों और हितधारकों से संयम बरतने की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के प्रसार को रोकने के लिए लगाया गया (Lockdown) हटने के बाद शीर्ष खिलाड़ियों का अभ्यास शुरू कर दिया जाएगा। रिजिजू ने तीन मई की स्थिति को दोहराते हुए कहा कि खिलाड़ियों का स्वास्थ्य उनकी पहली प्राथमिकता है। देश में लगातार बढ़ते मामलों के कारण लॉकडाउन बीच में दो बार बढ़ाया गया था। अभी 17 मई तक बंद रखा गया है। खेल मंत्री ने ट्वीट किया, 'एक बार लॉकडाउन हटने के बाद हम अपने शीर्ष खिलाड़ियों का अभ्यास फिर से शुरू करेंगे, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के अन्य अभ्यास केंद्रों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। मैं खिलाड़ियों और अन्य हितधारकों से जल्दबाजी नहीं करने की अपील करता हूं क्योंकि स्वास्थ्य और सुरक्षा अभी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।' वायरस के प्रसार को रोकने के लिए साइ केंद्रों में राष्ट्रीय शिविर मार्च से ही बंद हैं। इस बीमारी के कारण भारत में अभी तक 65,000 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। रिजिजू ने तीन मई को कहा था कि मई के आखिर तक सभी खिलाड़ियों के लिए शिविर शुरू कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले उन खिलाड़ियों का अभ्यास शुरू किया जाएगा, जिन्होंने ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर दिया है या जो ऐसी स्थिति में हैं। उन्होंने तब कहा था, 'मैंने तीन मई (लॉकडाउन समाप्त होने की पूर्व तिथि) से साइ केंद्रों पर खिलाड़ियों के लिए अभ्यास शुरू करने के बारे में सोचा था। अब हमें इस महीने के आखिर तक इसे चरणबद्ध तरीके से करना होगा।' रिजिजू ने कहा था, 'खेल प्रतियोगिताओं को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत छूट नहीं मिलती है। हम आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत नहीं आते हैं।' ट्रैक एवं फील्ड के ऐथलीटों ने मंत्रालय से अपने अपने साइ केंद्रों में अभ्यास करने की अनुमति देने का आग्रह किया था लेकिन उन्हें अभी ऐसी मंजूरी नहीं मिली है।

ईसीबी ने कहा- दोबारा क्रिकेट शुरू करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे, 1 जुलाई तक हर तरह के टूर्नामेंट पर रोक May 10, 2020 at 09:40PM

इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने कहा कि कोरोनावायरस के बीच क्रिकेट को दोबारा शुरू करने के लिए वह ब्रिटिशसरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। ईसीबी ने पहले ही हर तरह के क्रिकेट पर 1 जुलाई तक रोक लगा रखी है।

ईसीबी ने बयान जारी कर कहा कि हमारी हालात पर नजर है। हम यह देख रहे हैं कि कैसे और कब क्रिकेट की बहाली हो सकती है। हम जल्द ही अपना प्लान सरकार से साझा करेंगे। हमें सरकार की घोषणा के बारे में पता है और हम उनकी सलाह के हिसाब से आगे की रणनीति तय करेंगे।

इंग्लैंड में 1 जून तक लॉकडाउन रहेगा

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को ही ऐलान किया था कि कोरोना की रोकथाम के लिए देश में लागू लॉकडाउन 1 जून तक जारी रहेगा।

वेस्टइंडीज टीम के दौरा को भी आगे बढ़ाया गया
कोरोना की वजह से जून में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज को भी आगे बढ़ा दिया गया है। पाकिस्तान को भी जून के आखिर में इंग्लैंड दौरे पर आना था। इसे भी कम से कम एक जुलाई तक के लिए टाल दिया गया है।

3600करोड़ के नुकसान का अनुमान
कोविड-19 की वजह से अगर इस सीजन में मैच नहीं होते हैं तो ईसीबी को करीब 3600 करोड़ का नुकसान हो सकता है। ईसीबी के चीफ एग्जीक्यूटिव टॉम हैरिसन ने बीते हफ्ते सांसदों को यह जानकारी दी थी।

देश में 800 दिन के प्रोफेशनल क्रिकेट का नुकसान

हैरिसन के मुताबिक, कोरोना के कारण 1 जुलाई तक देश में प्रोफेशनल क्रिकेट पर पूरी तरह रोक है। 'द हंड्रेड' (100-100 गेंद का टूर्नामेंट) को भी अगले साल के लिए टाल दिया गया है। वहीं, लॉकडाउन की वजह से प्रोफेशनल क्लब को 800 दिन के क्रिकेट का नुकसान भी होगा।

अब तक 31 हजार लोगों की मौत
कोरोना के कारण ब्रिटेन में 31 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दो लाख से अधिक संक्रमित हैं। अब तक पूरी दुनिया में इस वायरस से 41 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि 3 लाख से ज्यादा दम तोड़ चुके हैं।



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इंग्लैंड में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। यहां कोरोना की वजह से 800 दिन के प्रोफेशनल क्रिकेट को नुकसान हुआ है। (फाइल)

'जब बाकी करते हैं डिफेंड, विराट स्लेजिंग करते हैं' May 10, 2020 at 09:26PM

नई दिल्ली बांग्लादेश के तेज गेंदबाज अल-अलीम हुसैन (Al-Ameen Hossain) ने कहा है कि उनकी नजर में विराट कोहली (Virat Kohli) बाकी बल्लेबाजों से इस लिहाज से अलग हैं कि वह हर गेंद पर गेंदबाज को स्लेज करते हैं। हुसैन ने कहा कि बाकी बल्लेबाज अच्छी गेंद को डिफेंड करते हैं लेकिन विराट गेंदबाज को स्लेज करते हैं। बांग्लादेश की क्रिकफ्रेंजी वेबसाइट के फेसबुक लाइव पर बोलते हुए हुसैन ने कहा, 'जब भी आप विराट को कोई डॉट बॉल फेंकेंगे तो वह आपको स्लेज करेंगे। वह आपको ऐसी बातें कहेंगे जो आप दर्शकों के सामने नहीं बोल सकते। वह गेंदबाज पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं, मानसिक रूप से उन्हें परेशान करना चाहते हैं।' विराट कोहली कई बार मैदान पर विपक्षी खिलाड़ियों के साथ जुबानी जंग करते नजर आए हैं। ऐसा देखा गया है कि इसके बाद भारतीय कप्तान का जोश अकसर बढ़ जाता है। हुसैन ने आगे कहा, 'मैंने क्रिस गेल, शिखर धवन, रोहित शर्मा और दुनिया के अन्य महान बल्लेबाजों को गेंदबाजी की है। कोई भी ऐसा नहीं करता। जब आप अच्छी गेंद फेंकते हो तो वे डिफेंड करते हैं। कोहली ऐसे नहीं हैं, वह आपको जवाब में स्लेज करेंगे।' इससे पहले, बांग्लादेशी तेज गेंदबाज रूबेल हुसैन ने भी विराट के साथ अपनी गर्मागर्मी के किस्से शेयर किए थे। इसमें अंडर-19 के दिनों में हुई बहस भी शामिल थी। रूबेल न तमीम इकबाल के साथ अपने फेसबुक लाइव में कहा था, 'वह तब बहुत ज्यादा स्लेजिंग करते थे। मुझे लगता है कि राष्ट्रीय टीम के लिए वह थोड़ा कम स्लेज करते हैं।'

मेरे लिए बैगी ग्रीन कैप के मायने नहीं: शेन वॉर्न May 10, 2020 at 09:17PM

मेलबर्न अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर () ने जंगलों में लगी आग () के पीड़ितों के लिए धन जुटाने में मशहूर '' () का सहारा लिया था। लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कैप के प्रति अंधभक्ति अच्छी नहीं लगती। वॉर्न ने कहा कि उन्हें अपने देश की तरफ से खेलना पसंद है और यह मायने नहीं रखता कि उन्होंने बैगी ग्रीन पहनी है या कोई सामान्य टोपी। उन्होंने मेलबर्न के एक रेडियो स्टेशन से कहा, 'मेरा शुरू से मानना रहा है कि आपको यह साबित करने के लिए बैगी ग्रीन कैप पहनने की जरूरत नहीं है कि आप ऑस्ट्रेलिया की तरफ से खेलना कितना पसंद करते हो।' वॉर्न ने कहा, 'मुझे ऑस्ट्रेलिया की तरफ से क्रिकेट खेलना पसंद है और इसके लिए मुझे इस कैप को पहनने की जरूरत नहीं है। मैंने केवल ऑस्ट्रेलिया की तरफ से क्रिकेट खेलने का आनंद लिया है।' इस लेग स्पिनर ने हाल में जंगलों की लगी आग के पीड़ितों के लिए अपनी बैगी ग्रीन को नीलाम किया था। वॉर्न ने कहा, 'मेरा मानना है कि अगर मैं सफेद सामान्य टोपी पहनूं या अपनी बैग्री ग्रीन कैप दोनों का मतलब एक ही है कि मैं केवल आस्ट्रेलिया के लिए खेल रहा था।' ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गजों ने अमेजॉन की एक डॉक्यूमेंट्री 'द टेस्ट' में बैगी ग्रीन कैप के महत्व को लेकर बात की थी।

इंग्लैंड दौरा होने पर अधिक टेस्ट मैच खेल सकता है पाक May 10, 2020 at 07:25PM

कराची पाकिस्तान की क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर तीन के बजाय चार या पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेल सकती है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अधिकारियों के बीच कोविड-19 महामारी के बावजूद दौरा जारी रखने को लेकर 18 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंस होगी। पीसीबी सूत्रों ने कहा, ‘वर्तमान कार्यक्रम के अनुसार पाकिस्तान को इंग्लैंड दौरे में तीन टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं लेकिन अगर यह दौरा जुलाई में थोड़ा पहले शुरू हो जाता है तो टेस्ट मैचों की संख्या बढ़ायी जा सकती है।’ सूत्रों ने कहा कि अगर वेस्टइंडीज का इंग्लैंड दौरा नहीं हो पाता है तो ईसीबी चार या पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का प्रस्ताव रख सकता है। दोनों बोर्ड के अधिकारियों के बीच 18 मई को होने वाली बैठक में जुलाई में पाकिस्तानी टीम के इंग्लैंड पहुंचने पर उनके क्वारनटीन पर रहने के समय, सीमित मैच स्थलों पर मैचों का आयोजन और खाली स्टेडियमों पर खेलने जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। पीसीबी के सीईओ वसीम खान ने वीडियो कान्फ्रेंस की पुष्टि की लेकिन कहा कि ईसीबी ने जुलाई से सितंबर तक होने वाले दौरे में मैचों की संख्या बढ़ाने पर बात नहीं की है। खान ने कहा, ‘बैठक के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी लेकिन हम अपने कप्तानों और कोचों से सलाह मशविरा करने के बाद ही अंतिम फैसला करेंगे।’

खेल मंत्री रिजिजू बोले- लॉकडाउन खत्म होते ही टॉप एथलीट्स की ट्रेनिंग शुरू होगी, इसके लिए 6 सदस्यों की कमेटी बनाई May 10, 2020 at 08:58PM

खेल मंत्री किरन रिजिजू ने सोमवार को कहा कि लॉकडाउन खत्म होते ही देश के शीर्ष एथलीट्स की ट्रेनिंग दोबारा शुरू हो जाएगी। फिलहाल खिलाड़ियों और बाकी पक्षों को थोड़ा सब्र रखना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इसकी योजना तैयार करने के लिए स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया(साई) ने 6 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी के सदस्य अलग-अलग खेल संगठनों और खिलाड़ियों से बात करके योजना तैयार करेंगे।

कमेटी की अगुआई साई के सचिव कर रहे

6 सदस्यीय कमेटी की अगुआई साई के सचिव रोहित भारद्वाजकरेंगे। इसके अलावा टारगेट ओलिंपिक पोडियम (टॉप) के अध्यक्ष राजेश राजागोपालन, एसएस रॉय, एस सारला, बीके नायक और टॉप के असिस्टेंट डायरेक्टर सचिन कुमार शामिल हैं।कोविड-19 के कारण 14 मार्च से ही ट्रेनिंग सेंटर बंद हैं।

खिलाड़ियों के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं: रिजिजू

रिजिजू खेलों के दोबारा शुरू करने के मामले मेंअपने पुराने बयान पर कायम है। जो उन्होंने तीन मई को दिया था। इसमें उन्होंने कहा था खिलाड़ियों का स्वास्थ्य उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ट्रेनिंग लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी। पहले ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ी अपना अभ्यास शुरू करेंगे। इसके बाद साई के ट्रेनिंग सेंटर्स शुरू होंगे।

खेल मंत्री वेटलिफ्टर्स से बात करेंगे

खेल मंत्री ने कहा किवह पटियाला एनआईएस में रूके वेटलिफ्टिर्स से भी बात करेंगे, ताकि जल्द से जल्द उनकी ट्रेनिंग शुरू हो सके।

खिलाड़ियों की मांग- साई सेंटर्स में ट्रेनिंग करने दी जाए

इधर, ट्रैक एंड फील्ड से जुड़े एथलीट्स खेल मंत्रालय से लगातार गुजारिश कर रहे हैं कि उन्हें साई सेंटर्स के भीतर ही ट्रेनिंग की इजाजत दी जाए। हालांकि, अब तक इसकी मंजूरी नहीं मिली है। इस बीच, मंत्रालय भी बॉक्सिंग और कुश्ती जैसे खेल, जिसमें खिलाड़ियों का एकदूसरे सेसम्पर्क ज्यादा होता है। उसकी ट्रेनिंग शुरू करने के रास्ते तलाश रहा है।



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खेल मंत्री किरन रिजिजू ने लॉकडाउन के बाद खिलाड़ियों की ट्रेनिंग को लेकर जो 6 सदस्यीय कमेटी बनाई है, उसकी अगुआई स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सचिव कर रहे हैं। (फाइल)