Sunday, May 17, 2020

'दर्शकों के डर से नहीं दिया सचिन को आउट' May 17, 2020 at 08:29PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन (Dale Steyn) ने कहा है कि अंपायर इयान गूल्ड (Iand Gould) ने सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) को उस समय आउट नहीं दिया था जब वह ग्वालियर वनडे में 190 पर बल्लेबाजी कर रहे थे। स्टेन ने कहा कि भारतीय दर्शकों की नाराजगी से बचने के लिए गूल्ड ने ऐसा किया। सचिन ने इस मैच में ऐतिहासिक दोहरा शतक () लगाया था। वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बने थे। स्टेन ने कहा कि जब सचिन डबल सेंचुरी के आंकड़े से 10 रन दूर थे जब उन्होंने उन्हें विकेटों के सामने पकड़ लिया था। यानी स्टेन की नजर में वह LBW हो गए थे लेकिन गूल्ड ने उन्हें नॉट आउट करार दिया था। स्टेन ने स्काई स्पोर्ट्स के पोडकास्ट में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ पोडकास्ट में कहा, 'तेंडुलकर ने वनडे इंटरनैशनल की पहली डबल सेंचुरी लगाई। और यह ग्वालियर में हमारे खिलाफ थी। और मुझे दरअसल याद है- मुझे लगता है कि मैंने उन्हें 190 के करीब आउट कर दिया था। इयान गूल्ड अंपायर थे, और उन्होंने उसे नॉट आउट करार दिया था।' स्टेन ने कहा कि मैंने हैरानी से अंपायर की ओर देखा। मैंने पूछा, 'क्यों, आखिर क्यों आपने उन्हें नॉट आउट दिया? यह तो बिलकुल साफ आउट था।' और उन्होंने कहा, 'दोस्त, आसपास देखो- अगर मैं उन्हें आउट देता, मैं होटल वापस नहीं पहुंच पाता।' तेंडुलकर ने आखिर वनडे इंटरनैशनल की पहली डबल सेंचुरी लगाई। उन्होंने नाबाद 200 रनों की पारी खेली। भारत ने तीन मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में 403 रनों का विशाल स्कोर बनाया था। भारत ने वह मैच 153 रनों से जीता था। साउथ अफ्रीका की टीम 42.5 ओवर में 248 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी।

अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग शिविर नहीं: बीसीसीआई May 17, 2020 at 07:31PM

नई दिल्ली खेल परिसर और स्टेडियम खोलने की इजाजत मिलने के बावजूद भारतीय क्रिकेट बोर्ड () की अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग शिविर आयोजन करने की कोई योजना नहीं है लेकिन लॉकडाउन के चौथे चरण में वह राज्य संघों के साथ मिलकर स्थानीय स्तर पर अभ्यास शुरू करेगा। गृह मंत्रालय के रविवार को जारी दिशानिर्देशों के अनुसार 31 मई तक बढ़ाए गए लॉकडाउन के दौरान स्टेडियम खोले जा सकते हैं लेकिन दर्शकों को अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी। इससे संकेत मिलते हैं कि खिलाड़ी व्यक्तिगत ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने रविवार देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘विमान सेवा और लोगों की आवाजाही पर 31 मई तक जारी पाबंदियों को देखते हुए बीसीसीआई अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए कौशल आधारित ट्रेनिंग शिविर के आयोजन के लिए और इंतजार करेगा।’ हालांकि स्थानीय स्तर पर ट्रेनिंग के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। धूमल ने कहा, ‘इस बीच बीसीसीआई राज्य स्तर पर दिशानिर्देशों का अध्ययन करेगा और राज्य संघों के साथ मिलकर स्थानीय स्तर पर कौशल आधारित ट्रेनिंग कार्यक्रम का खाका तैयार करेगा।’ उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई के पदाधिकारी टीम प्रबंधन के साथ बातचीत जारी रखेंगे और स्थिति में और सुधार होने पर पूरी टीम के लिए उपयुक्त योजना तैयार करेंगे।’ धूमल ने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा बोर्ड के लिए सर्वोच्च है। उन्होंने कहा, ‘बोर्ड दोहराता है कि उसके लिए अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की सुरक्षा सर्वोच्च है और कोई ऐसा फैसला करने में जल्दबाजी नहीं होगी जिससे कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के भारत के प्रयासों को नुकसान पहुंचे।’ इस महामारी के कारण भारत में तीन हजार के करीब लोगों की जान गई है जबकि 95 हजार से अधिक लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। दुनिया भर में इस महामारी से तीन लाख 15 हजार से अधिक लोगों की जान गई है और संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 47 लाख से अधिक है।

कोहली ने कहा- मैं अपनी बायोपिक में काम करने को तैयार, लेकिन अनुष्का भी हों साथ May 17, 2020 at 07:16PM

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि वह अपनी बायोपिक में काम करने के लिए तैयार हैं। लेकिन उनकी एक शर्त है कि पत्नी अनुष्का शर्मा भी इस फिल्म मेंउनके साथ काम करें। कोहली ने भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के साथ इंस्टाग्राम लाइव वीडियो चैट में यह बात कही।

इस दौरान विराट ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। विराट ने कहा-आज मैं जैसा इंसान हूं, इसका काफी श्रेय अनुष्का को जाता है। मैं हमेशा से ऐसा नहीं था। मैं दिल से मानता हूं कि हर आदमी में प्यार बांटने के जज्बात होते हैं। मैं दिल से मानता हूं कि हर आदमी में प्यार बांटने के जज्बात होते हैं। लेकिन हमेशा एक ऐसा इंसान होता है, जो आपकी जिंदगी में आकर इन अच्छाईयों को उभारता है।

मेरे लिए अनुष्का वह लम्हा लेकर आई जब मुझे यह अहसास होना शुरू हुआ कि सब कुछ मेरे बारे में नहीं है। जिंदगी दूसरों को देखने और उनकी तरह जीने के लिए भी है।

'मेरे अंदर अनुष्का अच्छे बदलाव लाई'

भारतीय कप्तान ने आगे कहा- अनुष्का ने मुझे एहसास दिलाया है कि मैं जिस हैसियत में हूं। उसमें मेरे लिए जरूरी हो जाता है कि मैं अपने अंदर अच्छे बदलाव करूं। अगर कोई व्यक्ति मेरे पास समस्या लेकर आता है और अगरमैं मदद करने की क्षमता रखता हूं तोहमेशा ऐसा करूंगा।

अनुष्का ने मुझे दूसरों के बारे में सोचना सिखाया: कोहली

इस भारतीय बल्लेबाज ने माना कि अनुष्का से मिलने से पहले मैं आत्मकेंद्रित था और अपने कंफर्ट जोन में ही रहता था। लेकिन जब आप ऐसे इंसान से मिलते हैं, जिसे प्यार करते हैं तो आप उसके लिए कुछ करना चाहते हैं। ऐसे में आपको खुलना पड़ता है।

हमारे बीच में होने वाली बातचीत में अक्सर यही बात निकलकर आती है कि हमेशा अपने बारे में न सोचकर लोगों केबारे में सोचना चाहिए। अनुष्का ने मेरी जिंदगी में आने के बाद से मुझे यही बात सिखाई।

विराट-अनुष्का ने 3 साल पहले शादी की थी

विराट और अनुष्का ने 2017 में इटली में शादी की थी। इसमें सिर्फ दोनों के घरवाले ही शामिल हुए थे। बाद में दोनों ने दिल्ली और मुंबई में रिसेप्शन दिया था।



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भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा- अनुष्का ने मुझे एहसास दिलाया है कि मैं जिस हैसियत में हूं, उसमें मेरे लिए जरूरी हो जाता है कि मैं अपने अंदर अच्छे बदलाव करूं। (फाइल)

फिल्म में काम करने को तैयार विराट, बशर्ते... May 17, 2020 at 05:56PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा है कि वह अपनी बायोपिक में काम करने के लिए तैयार हैं लेकिन शर्त यही है कि उनकी अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) इस फिल्म में उनके साथ काम करें। कोहली ने भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के साथ इंस्टाग्राम लाइव वीडियो सेशन में यह बात कही। इस सेशन के दौरान दोनों ऐथलीट ने कई मुद्दों पर बात की। कोहली ने कहा, 'अनुष्का के साथ मैं जरूर अपनी बायोपिक में काम करना चाहूंगा।' कोहली ने कहा कि वह आज जिस तरह के इंसान हैं इसका श्रेय अनुष्का को जाता है। कोहली ने कहा, 'मैं हमेशा से ऐसा व्यक्ति नहीं था। मैं दिल से मानता हूं कि हर किसी में एक देने और दयालुता का एक भाव होता है लेकिन हमेंशा एक ऐसा इंसान होता है जो आपकी जिंदगी में आकर इन गुणों को सामने लेकर आता है। मेरे लिए अनुष्का वह लम्हा लेकर आई जब मुझे यह अहसास होना शुरू हुआ कि सब सिर्फ मेरे बारे में नहीं है। हमें दूसरों के बारे में भी करना चाहिए।' 31 वर्षीय इस खिलाड़ी ने माना कि अनुष्का से मिलने से पहले वह काफी आत्मकेंद्रित थे और सिर्फ अपने कम्फर्ट जोन में रहना ही पसंद करते थे।

शाहिद अफरीदी हैं तबलीगी जमात के फॉलोअर! May 17, 2020 at 06:12PM

ऐसा पेसर, जो करियर में जीत पाया सिर्फ 2 मैच May 17, 2020 at 05:36PM

नई दिल्लीक्रिकेट हो, फुटबॉल या फिर हॉकी, हर खिलाड़ी यही चाहता है कि जब भी वह मैदान पर उतरे तो उसकी टीम को जीत मिले और उस जीत में वह भूमिका निभाए। कई बार ऐसा नहीं हो पाता लेकिन आपके साथ अगर ज्यादातर ऐसा ही हो तो आपके बारे में सोचना और खराब रेकॉर्ड दर्ज होना लाजिमी है। इंग्लैंड के भी एक ऐसे ही क्रिकेटर रहे जिन्होंने करियर में केवल 2 ही टेस्ट मैच जीते। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर के साथ भी कुछ ऐसा ही था। उन्होंने करियर में 41 टेस्ट मैच खेले लेकिन जीत केवल 2 में ही मिली। हालांकि जिन 2 मैचों में जीत मिली, उनमें इनकी अहम भूमिका रही। पढ़ें, ग्राहम डिली का जन्म आज ही के दिन यानी 18 मई को साल 1959 में हुआ था। उन्होंने करियर में 41 टेस्ट और 36 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले। उनके नाम टेस्ट में 138 और वनडे में 48 विकेट हैं। उनका टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 38 रन देकर 6 विकेट रहा। वहीं, इसी लंबे फॉर्मेट में बेस्ट स्कोर उन्होंने 56 रन का बनाया जब इयान बॉथम के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच विजयी और यादगार पार्टनरशिप निभाई। एक जीत उन्हें इसी मैच में मिली। जुलाई 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड ने सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में हेडिंग्ले में 18 रन से करीबी जीत दर्ज की। उस मैच में ग्राहम ने इयान बॉथम के साथ दूसरी पारी में 117 रन की पार्टनरशिप की। इसके अलावा एक टेस्ट जीत उन्हें गाबा के मैदान पर 1986-87 में मिली। तब भी उनका गेंदबाजी प्रदर्शन अच्छा रहा। वह कुछ समय के लिए इंग्लैंड के बोलिंग कोच भी रहे। इस तेज गेंदबाज का कैंसर के चलते मात्र 52 साल की उम्र में निधन हो गया था। लीसेस्टर में उन्होंने 5 अक्टूबर 2011 को अंतिम सांस ली।

यात्रा प्रतिबंध और मानसून के कारण आईपीएल के अगले 4 महीने तक होने के आसार कम; टी-20 वर्ल्ड टला तो अक्टूबर में हो सकती है लीग May 17, 2020 at 04:13PM

गृह मंत्रालय ने रविवार रात लॉकडाउन के चौथे फेज के लिए गाइडलाइन जारी कर दी। इसमें स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खोलने की मंजूरी तो दी। लेकिन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध कम से कम 31 मई तक जारी रहेगा। ऐसे में घरेलू और विदेशी दोनों खिलाड़ी यात्रा नहीं कर सकेंगे। इसलिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले 4 महीने तक होने के आसार कम हैं।

बीसीसीआई ने भी बयान जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार ने 31 मई तक हवाई यात्रा पर लगी पाबंदियों को जारी रखा है। ऐसे में बोर्ड खिलाड़ियों की ट्रेनिंग या टूर्नामेंट शुरू करने को लेकर जल्दबाजी नहीं करेगा।

हम जल्दबाजी में ट्रेनिंग नहीं शुरू करेंगे: बीसीसीआई

बोर्ड कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने कहा ने कहा, “हमारे लिए खिलाड़ियों की सुरक्षा अहम है। ऐसा कोई फैसला नहीं लिया जाएगा, जिससे कोरोना से निपटने की भारत की कोशिशों पर असर पड़े।

1 जून से मानसून सीजन शुरू होता है

भारत में मानसून सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक होता है। हालांकि, इस पैटर्न में बदलाव देखा जा रहा है। देश के ज्यादातर हिस्सों में यह 15 जून तक ही सक्रिय हो पाता है। इस बार भी केरल में मानसून 4 दिन की देरी से आएगा।आईपीएल के संदर्भ में बात करें तो मानसून को देखते हुए जून से मध्य अक्टूबर तक इसका भारत में होना लगभग नामुमकिन है।टीम इंडिया का व्यस्त शेड्यूल

सितंबर तक टीम इंडिया का व्यस्त शेड्यूल

टीम इंडिया को जून-जुलाई में श्रीलंका से उसी के घर में 3 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज खेलनी है। इसके बाद अगस्त में जिम्बाब्वे दौरे पर 3 वनडे खेलने हैं। अगले महीने ही एशिया कप भी होना है।भारतीय टीम अगस्त के तीसरे हफ्ते से लेकर 15 नवंबर तक व्यस्त रहेगी। इस दौरान केवल 7 दिन का गैप रहेगा। अगर बीसीसीआई आईपीएल के लिए एक तरफा फैसला लेकर इन सीरीज को रद्द करता है, तो आईसीसी उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।

अक्टूबर में टी-20 वर्ल्ड कप

इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होगा।अगर टी-20 वर्ल्ड कप टलता या रद्द होता है तो आईपीएल की संभावना नवंबर के आखिर से पूरे दिसंबर तक हो सकती है।

आईसीसी की बोर्ड मीटिंग में टी-20 वर्ल्ड कप फैसला

28 मई को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) की बोर्ड मीटिंग होने वाली है। इसमें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की किस्मत को लेकर फैसला होगा। इस बैठक पर बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइजियों की नजर है।

फ्रेंचाइजी मालिकों का क्या कहना है

आईपीएल के फ्रेंचाइजी ओनर को अभी भी लीग के होने की उम्मीद है। लेकिन इससे पहले कई जमीनी काम हैं, जिसे टूर्नामेंट के आयोजन के लिए पूरा करना जरूरी है। चेन्नई फ्रेंचाइजी के सीईओ काशी विश्वनाथन का कहना है किसरकार का आदेश सकारात्मक है। लेकिन हमें देखना होगा कि कब दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति मिलती है। अगर आपको यात्रा करने की अनुमति नहीं है तो आप कैसे खेलेंगे? अभी भी कंटेनमेंट जोन में कई तरह की पाबंदियां लागू हैं।

बंद स्टेडियम में टूर्नामेंट होने की उम्मीद: केकेआर

कोलकाता फ्रेंचाइजी के सीईओ वैंकी मैसूर ने कहा- मुझे लगता है कि साल के अंत तक हालात सुधार जाएंगे, तब लीग कराई जा सकती है। अगर हम आईपीएल को कराने में सफल रहे तो यह मानकर चलिए कि टूर्नामेंट बंद स्टेडियम में ही होगा। दुनिया में जहां भी खेल गतिविधियां शुरू हुई हैं। वहां यही तरीका अपनाया गया है। यह सही है कि इसके कारण टिकट से होने वाली कमाई, फूड औऱ बेवरेज और टीम से जुड़े सामान से होने वाली कमाई पर असर पड़ेगा।

गेंदसरकार और बोर्ड के पाले में: किंग्स इलेवन पंजाब

पंजाब के सीईओ सतीश मेनन का कहना है कि अब बीसीसीआई और सरकार को यह तय करना है कि क्या वे आईपीएल का 13वां सीजन कराना चाहते हैं या नहीं। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों और देश की सुरक्षा सर्वोपरि है। अगर आईपीएल खाली स्टेडियम में होता है तो भी खिलाड़ियों, फ्रेंचाइजियों को इससे खुशी ही होगी।

खिलाड़ियों का इस पर क्या कहना है
खाली स्टेडियम में मैच कराने को लेकर भारतीय कप्तान विराट कोहली का कहना है कि ईमानदारी से कहूं तो हमें दर्शकों की भीड़ के सामने खेलने की आदत है। ऐसे में अगर बगैर फैन्स के मैच होते हैं तो हैं पता नहीं खिलाड़ी इसे कैसे लेंगे। लेकिन विदेशों में भी टूर्नामेंट ऐसे ही शुरू हो रहे हैं।

बिना दर्शकों के खेलने को तैयार: कमिंस

वहीं, आईपीएल-13 की नीलामी में सबसे महंगे 15.5 करोड़ में बिके ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पैट कमिंस को उम्मीद है कि आईपीएल इस साल होगा। वे पहले भी कह चुके हैं कि पहली प्राथमिकता लोगों और खिलाड़ियों की सुरक्षा है, जबकि दूसरा हालात सामान्य होना है। अगर इसका मतलब यह है कि हमें कुछ समय के लिए बिना दर्शकों के खेलना पड़े तो इसे मंजूर करना चाहिए। क्योंकि लोग तब भी घऱ बैठे तो मैच देख ही सकेंगे।
आईपीएल की 8 टीमों में 64 विदेशी खिलाड़ी
आईपीएल की 8 टीमों में 189 खिलाड़ी हैं। इनमें 64 विदेशी हैं। इनका अब 31 मई तक भारत आना नामुमकिन है, क्योंकि देश में सभी प्रकार की घरेलू और विदेशी उड़ानों पर रोक है। साथ ही विदेशी बोर्ड भी अपने खिलाड़ियों को कोरोना रुकने तक भारत आने की अनुमति नहीं देंगी।

आईपीएल रद्द करने से 3 हजार करोड़ का नुकसान
बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरूण धूमल पहले ही कह चुके हैं किआईपीएल को सीधे रद्द नहीं किया जा सकता है। अगर टूर्नामेंट रद्द होता है, तो करीब 3 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।



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आईपीएल का 13वां सीजन 29 मार्च से शुरू होना था। लेकिन कोरोनावायरस और विदेशी खिलाड़ियों के वीजा प्रतिबंध की वजह से इसे पहले 15 अप्रैल तक के लिए टाला गया था। लेकिन इसके बाद सरकार द्वारा 3 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाने पर लीग को अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया था। (फाइल)

पूर्व पाकिस्तान गेंदबाज ने कहा, 'बाबर आजम को अपनी अंग्रेजी सुधारनी होगी' May 17, 2020 at 04:44PM

नई दिल्ली हाल ही में को पाकिस्तान की वनडे टीम टीम की कप्तानी सौंपी गई। आजम () की गिनती दुनिया के चोटी के बल्लेबाजों में की जाती है। उनकी प्रतिभा और क्षमता की तारीफ करते क्रिकेट के जानकार थकते नहीं हैं। कोहली से होती है तुलनाबाबर की तुलना भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli vs Babar Azam) से भी की जाती है। लेकिन पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर तनवीर अहमद को लगता है कि बाबर को अपने व्यक्तित्व पर काम करना चाहिए। एक यूट्यब चैनल पर बात करते हुए अहमद ने कहा कि बाबर को टीम के कप्तान के रूप में मीडिया से बात करनी होगी ऐसे में उन्हें अपनी अंग्रेजी भी सुधारनी होगी। पर्सनेलिटी में करो सुधार क्रिकेट पाकिस्तान के साथ बातचीत में अहमद ने कहा, 'अपनी पर्सनेलिटी सुधारने की कोशिश करो। पर्सनेलिटी से मेरा मतलब है कि एक ऐसा इनसान जो अपनी ड्रेसिंग सेंस में सुधार करे। बाबर आजम को इसके साथ ही अपनी अंग्रेजी भी सुधारनी पड़ेगी जो बहुत जरूरी है। जब भी कोई कप्तान बनता है, उसे टॉस और मैच प्रजेंटेशन के दौरान बात करनी पड़ती है। इसके साथ ही उसे विभिन्न देशों के दौरों पर कई मीडिया चैनल्स पर इंटरव्यू भी देना पड़ता है।' फिटनेस लेवल भी बनाए रखना होगा तनवीर ने आगे कहा, 'एक कप्तान को समय का पाबंद और ऑर्गनाइज होना पड़ता है क्योंकि खिलाड़ी कप्तान को फॉलो करते हैं। उसे अपनी फिटनेस लेवल भी बनाए रखनी पड़ती है, क्योंकि अगर कप्तान फिट नहीं होगा, तो वह अन्य खिलाड़ियों को भी अपनी फिटनेस सुधारने को नहीं कह सकता।' आलोचनाओं का सामना करना सीखना होगा उन्होंने आगे कहा, 'यह देखना अभी बाकी है कि बाबर टीम को कैसे संभालते हैं। उन्हें मानसिक रूप से काफी मजबूत रहने की जरूरत है क्योंकि कप्तान के रूप में प्रदर्शन में जरा सी गिरावट होने पर उन्हें मीडिया की ओर से काफी आलोचना का सामना करना पड़ सकता है। तो उन्हें आलोचना का सामना करना और उन पर प्रतिक्रिया नहीं देने का हुनर सीखना होगा। अगर वे जवाब देने लगेंगे तो उनके लिए चीजें बहुत मुश्किल हो जाएंगी।' आसान काम नहीं है कप्तानी उन्होंने कहा, 'कप्तानी कोई आसान काम नहीं है। हालांकि मैं खुश हूं कि बाबार को सिर्फ अपना करियर शुरू करने के सिर्फ पांच साल के भीतर ही कप्तान बनाया गया है। अगर कोई भी खिलाड़ी सिर्फ इतना खेलकर कप्तान बन जाता है तो यह उसके लिए बहुत बड़ी बात है।'

खेल फिर से शुरू होगा तो डर रहेगा: राहुल द्रविड़ May 17, 2020 at 04:56PM

नई दिल्लीदिग्गज भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद जब खेल दोबारा शुरू होगा तो खिलाड़ियों के मन में ‘संदेह, संकोच और भय की भावना’ बनी रहेगी। कोरोना वायरस के कारण तोक्यो ओलिपिक सहित दुनियाभर में कई बड़ी खेल प्रतियोगिताओं को रद्द या स्थगित कर दिया गया है। दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार द्रविड़ ने रविवार को कहा, ‘खेल शुरू होने के बाद कुछ समय के लिए खिलाड़ियों के मन में संदेह या भय हो सकता है। मुझे यकीन है कि जब फिर से खेल शुरू होगा तो निश्चित तौर पर हिचकिचाहट होगी।’ पढ़ें, तकनीकी रूप से इस खेल के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में शामिल रहे द्रविड़ ने कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से मुझे नहीं लगता कि यह बड़ी ज्यादा परेशानी होगी। मुझे नहीं लगता है कि एक बार शीर्ष खिलाड़ी जब मैदान पर उस चीज के लिए उतरेंगे जिससे वह प्यार करते है तो उन्हें परेशानी होगी।’ द्रविड़ ने फेसबुक लाइव पर ‘स्टेइंग अहेड ऑफ कर्व- द पावर ऑफ ट्रस्ट’ विषय पर चर्चा के दौरान कहा, ‘बहुत से खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी चुनौती यह होगी कि जब वे दो या तीन महीने तक नहीं खेलेंगे तो अपने शरीर पर विश्वास रखेंगे की नहीं।’ इस सेशन में उनके साथ ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और बैडमिंटन के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण भी मौजूद थे। द्रविड़ ने कहा कि शीर्ष स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने से पहले खिलाड़ियों को फिटनेस हासिल करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘फिर से मैच फिटनेस, खेल के लिए जरूरी फिटनेस के लिए थोड़ा समय चाहिए होगा। फिटनेस हासिल करने के बाद ही खिलाड़ी आत्मविश्वास से खुद पर भरोसा कर सकते हैं।’

खेल मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार प्रैक्टिस कर सकेंगे खिलाड़ी; सबसे पहले एथलेटिक्स और वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग शुरू होगी May 17, 2020 at 03:56PM

शशांक सिंह/संजीव गर्ग| पटियाला/जयपुर.लॉकडाउन-4 से खेल जगत के लिए अच्छी खबर आई है। गृह मंत्रालय ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्टेडियम खोलने की अनुमति दे दी है। हालांकि, दर्शकों की एंट्री पहले की तरह बैन रहेगी। इसका सीधा फायदा खिलाड़ियों को मिलेगा, जो लॉकडाउन के कारण प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे थे।
सरकार ने घरेलू और इंटरनेशनल उड़ानें शुरू करने की अनुमति नहीं दी है। विदेशी खिलाड़ी नहीं आ सकेंगे। यानी फिलहाल आईपीएल के आयोजन की उम्मीदें नहीं दिख रही हैं।

खेल मंत्रालय की गाइडलाइन पर अमल होगा

देश के सबसे बड़े खेल सेंटर एनआईएस पटियाला के ईडी कर्नल राज बिश्नोई ने बताया, ‘अभी खेल मंत्रालय की ओर से कोई गाइडलाइन नहीं आई है, जैसे ही गाइडलाइन आ जाएगी उस पर अमल किया जाएगा। इसी के अनुसार, खिलाड़ियों की प्रैक्टिस शुरू की जाएगी। हमारी तरफ से तैयारी पूरी है।’

सबसे पहले एथलेटिक्स, बॉक्सिंग के खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू होगी

सूत्रों के अनुसार, सबसे पहले एथलेटिक्स, बॉक्सिंग और वेटलिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू हो सकती है। वहीं, हॉकी टीमें बेंगलुरू के साई सेंटर में हैं। वहां भी प्रैक्टिस शुरू हो सकती है।

ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी ट्रेनिंग करेंगे

पिछले हफ्ते ही खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था कि ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके खिलाड़ी और जो क्वालिफाई करने की रेस में हैं, उनकी ट्रेनिंग मई के अंत में एनआईएस और बेंगलुरू में शुरू हो सकती है।

भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के कोषाध्यक्ष डॉ आनंदेश्वर पांडे ने कहा, ‘अभी कॉम्पिटीशन ज्यादा नहीं है। इसलिए स्टेडियम सिर्फ प्रैक्टिस के लिए ही खुलेंगे। हमने सभी फेडरेशन और कोच को जानकारी दे दी है कि किस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हुए प्रैक्टिस करनी है।

इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को प्राथमिकता

शुरुआत में इंटरनेशनल इवेंट की तैयारी कर रहे खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी। छोटे बच्चों के स्टेडियम में आने पर पाबंदी रहेगी। खेल मंत्रालय से जो भी गाइडलाइन मिलेगी, उसके अनुसार तैयारी करेंगे।’

खिलाड़ियों की छूट पर राय
मैं पिछले दो महीने से घर पर थी और ट्रेनिंग नहीं कर पा रही थी। स्टेडियम खुलने से अब सुबह-शाम शेड्यूल बनाकर ट्रेनिंग कर सकूंगी। ओलिंपिक में अभी समय है। उसको ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू करूंगी।
-दूती चंद, स्प्रिंटर

यह खिलाड़ियों के लिए बहुत सकारात्मक खबर है। इससे ऐसे खिलाड़ियों को तैयारी में मदद मिलेगी, जो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं या क्वालिफायर खेलने वाले हैं। उम्मीद है कि साई सेंटर बेंगलुरू में भी चीजें जल्द शुरू हो जाएंगी।
-विवेक सागर प्रसाद, हॉकी खिलाड़ी

विदेश में सभी तरह के स्टेडियम को ओपन किया जा रहा है। कहीं-कहीं टूर्नामेंट भी शुरू हो गए हैं। सरकार की ओर से अच्छा फैसला लिया गया है। अब हम सभी गाइडलाइन का पालन कर प्रैक्टिस कर सकते हैं।
-यशस्वी जायसवाल, क्रिकेटर

खिलाड़ी घर में रहकर और फिटनेस प्रैक्टिस करते-करते थक गए। अब खिलाड़ी फोकस होकर स्किल ट्रेनिंग कर सकेंगे। हालांकि, अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना होगा। इसलिए जो भी गाइडलाइन जारी की जाए, सभी खिलाड़ी उसे फॉलो करें।
-अपूर्वी चंदेला, एयर राइफल शूटर

मैं मार्च से ही साई सेंटर सोनीपत में हूं। लॉकडाउन के कारण आउटडोर ट्रेनिंग नहीं कर पा रहा था। अगर हमें ट्रेनिंग करने की अनुमति मिलती है तो हम पैरालिंपिक समेत अन्य इवेंट्स की तैयारी कर सकेंगे। हम सरकार के सभी दिशा निर्देशों के साथ और सुरक्षा मानकों के साथ ही ट्रेनिंग करना चाहेंगे।
-अमित सरोहा, पैरालिंपियन



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स्प्रिंटर दूती चंद ने कहा- मैं पिछले दो महीने से घर पर थी और ट्रेनिंग नहीं कर पा रही थी। स्टेडियम खुलने से अब सुबह-शाम शेड्यूल बनाकर ट्रेनिंग कर सकूंगी। इससे ओलिंपिक की तैयारी में मदद मिलेगी। (फाइल)

अफरीदी से बोले धवन, कश्मीर हमारा था, रहेगा May 17, 2020 at 04:31PM

नई दिल्लीपाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर पर की विवादास्पद टिप्पणी उन्हें भारी पड़ गई है। भारतीय क्रिकेट जगत की दिग्गज हस्तियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गौतम गंभीर, युवराज सिंह और हरभजन सिंह के बाद अब भारतीय ओपनर ने भी उन्हें जमकर लताड़ लगाई है। शाहिद अफरीदी सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए दिख रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ओपनर शिखर धवन ने उन्हें करारा जवाब दिया है। धवन ने लिखा, 'इस वक्त जब सारी दुनिया कोरोना से लड़ रही है उस वक्त भी तुमको कश्मीर की पड़ी है। कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा। चाहे 22 करोड़ ले लो, हमारा एक सवा लाख के बराबर है। बाकी गिनती अपने आप कर लेना।' इससे पहले गौतम गंभीर ने पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री इमरान खान और अफरीदी को जोकर तक कह दिया। ईस्ट दिल्ली से लोकसभा सांसद गंभीर ने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान के पास सेना के सात लाख जवान हैं जिन्हें 20 करोड़ लोगों का समर्थन है, यह कहना है 16 साल के शाहिद अफरीदी का। फिर भी 70 साल से कश्मीर की भीख मांग रहे हैं। अफरीदी, इमरान खान और कमर जावेद बाजवा जैसे जोकर ही पाकिस्तान के लोगों को मूर्ख बनाने के लिए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगल सकते हैं लेकिन आखिर तक उन्हें कश्मीर नहीं मिलेगा, याद है न बांग्लादेश।’ इसके अलावा युवराज सिंह और हरभजन सिंह ने भी अफरीदी के बयान पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दोस्ती के लायक नहीं है। युवराज और हरभजन ने कुछ वक्त पहले अफरीदी की एनजीओ को सपॉर्ट करते हुए वीडियो मेसेज शेयर किया था।

फुटबॉल का नया रूप; खाली स्टेडियम, स्क्रीन पर गाइडलाइन, 90 मिनट नहीं खेल पा रहे खिलाड़ी May 17, 2020 at 03:21PM

यूरोप में शनिवार से फुटबॉल शुरू हो गई। लेकिन पोस्ट लॉकडाउन यह खेल वैसा नहीं दिखा, जैसा दो-ढाई महीने पहले दिखा करता था। कोरोना ने दुनिया के सबसे फेमस खेल पर गहरा असर डाला। न स्टेडियम में टीमों और खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए फैंस दिखे। न ही मैदान पर गले मिलकर जश्न मनाते खिलाड़ी।

मैदान, डगआउट, मैदान के बाहर सब बदला-बदला दिखा। यहां तक कि मीडियापर्सन भी अलग तरीके से इंटरव्यू लेते दिखे। ऐसी ही चीजें, जो कोरोनाकाल में बदल गईं-

खिलाड़ियों को 70 मिनट में ही क्रैम्प

इतने लंबे ब्रेक ने खिलाड़ियों की फिटनेस पर असर डाला है। कई खिलाड़ी 90 मिनट नहीं खेल पा रहे। उन्हें 70 मिनट में ही क्रैम्प औरछोटी इंजरी हो जा रही है। एक मैच में 5 सब्स्टिट्यूट की अनुमति दी है। पहले जहां 50-60 हजार फैंस होते थे। अब सिर्फ 300 लोग हैं। इसमें खिलाड़ी, कोचिंग स्टाफ, सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।

स्टिक में माइक्रोफोन फंसाकर इंटरव्यू
टेलीविजन रिपोर्टर स्टिक में माइक्रोफोन फंसाकर दूर से खिलाड़ी और मैनेजर का इंटरव्यू ले रहे हैं। वायरस के खतरे से बचने के लिए माइक्रोफोन को भी प्लास्टिक से कवर किया गया है। गोल करने के बाद खिलाड़ी गले मिलकर जश्न मनाने की बजाय कोहनी मिला रहे हैं, थम्स-अप कर चीयर कर रहे हैं।

डगआउट में सब्स्टिट्यूट और कोच
मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दूर-दूर बैठे हैं। पहले खिलाड़ी 2-2 बसों में आते थे। अब कई बस में स्टेडियम पहुंच रहे हैं। स्टाफ से हाथ नहीं पैर मिला रहे।मैच के पहले और बाद में खिलाड़ी ऑफिशियल्स से हाथ मिलाते थे और गले मिलते थे। अब हाथ नहीं पैर मिला रहे हैं।

स्क्रीन पर कोरोना से जुड़ी गाइडलाइन
पहले स्टेडियम में लगे स्क्रीन और बिलबोर्ड पर मैच से जुड़े आंकड़े और खिलाड़ियों के फोटो-वीडियो दिखाई देते थे। अब उस पर कोरोना से जुड़ी गाइडलाइन डिस्प्ले हो रही है।मैच के दौरान फुटबॉल सैनिटाइज की जा रही है।

मैच में 30 गेंद इस्तेमाल की जा रही है। बॉल बॉय फुटबॉल सैनिटाइज करने के बाद खिलाड़ियों को देने की बजाए निर्धारित स्थान पर रख रहे।



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शनिवार से यूरोप में फुटबॉल लीग शुरू हुई है। जर्मनी की बुंदेसलीगा में गोल करने के बाद खिलाड़ी गले मिलकर जश्न मनाने की बजाय कोहनी मिला रहे हैं, थम्स-अप कर चीयर कर रहे हैं।

महिला रेसलिंग में इकलौता ओलिंपिक मेडल जीतने वाली साक्षी देशी तरीके से तैयारी कर रहीं, कहा- अभी आउटडोर ट्रेनिंग की मांग करना सही नहीं May 17, 2020 at 02:33PM

महिला रेसलिंग में देश को इकलौता ओलिंपिक मेडल दिलाने वाली साक्षी मलिक की टोक्यो ओलिंपिक की तैयारियों पर लॉकडाउन की वजह से असर पड़ा है। उन्हें घर में ही प्रैक्टिस करनी पड़ रही है। इस वजह से वे देशी तरीके से तैयारी कर रही हैं। दमखम बढ़ाने के लिए वे घर के पीछे बने अखाड़े को लकड़ी की मेज से समतल कर रही हैं। प्रैक्टिस पर असर न पड़े, इसलिए उन्होंने पति को ही अपना रेसलिंग पार्टनर बना रखा है।

साक्षी ने 2016 के रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था। टोक्यो ओलिंपिक की तैयारी और लॉकडाउन के दौरान प्रैक्टिस को लेकर साक्षी ने भास्कर से बात की...

  • लॉकडाउन के कारण ट्रेनिंग कैम्प नहीं लगे हैं? ऐसे में आप किस तरह से प्रैक्टिस कर रही हैं?

साक्षी: अभी हम आउटडोर प्रैक्टिस नहीं कर सकते। रेसलिंग टूर्नामेंट और ट्रेनिंग कैम्प भी बंद हैं। ऐसे में सिर्फ फिटनेस पर ही ध्यान दे पा रही हूं। पार्टनर नहीं होने की वजह से दांव-पेंच आजमाने का मौका कम ही मिल रहा है। इसलिए इस वक्त का इस्तेमाल अपनी स्ट्रेंथ और स्टेमिना बढ़ाने के लिए कर रही हूं।

साक्षी ने पतिसत्यव्रत कादियान को ही अपना रेसलिंग पार्टनर बना रखा है।
  • आपके पति भी पहलवान हैं, ऐसे में उनसे कितनी मदद मिल पा रही है?

साक्षी: मेरे पति सत्यव्रत कादियान सुपर हैवीवेट पहलवान हैं। वे कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए मेडल जीत चुके हैं। कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स (जिसमें साथी खिलाड़ी की जरूरत होती है) होने की वजह से कुश्ती में पाटर्नर जरूरी है। ऐसे में मेरी प्रैक्टिस ज्यादा प्रभावित न हो, इसलिए पति कभी-कभी ट्रेनिंग में पार्टनर बनकर मदद करते हैं। हालांकि, उनका वेट मेरे से काफी ज्यादा है। ऐसे में उनके साथ रेगुलर प्रैक्टिस नहीं करती हूं, लेकिन खेल की तकनीक को लेकर जरूर उनसे बात करती हूं।

  • स्ट्रेंथ और स्टेमिना बढ़ाने के लिए क्या तरीके अपना रही हैं?

साक्षी: हरियाणा में मेरे घर के पीछे ही अखाड़ा है। यहां काफी जगह है। स्ट्रेंथ और स्टेमिना बढ़ाने के लिए रनिंग के साथ ही अखाड़े की मिट्टीको लकड़ी की मेज से समतल करती हूं। इससे न सिर्फ मिट्टी समतल हो जातीहै, बल्कि शारीरिक दमखम बढ़ाने में भी मदद मिल रही है। मिट्टी पर कुश्ती लड़ने वाले पहलवान आज भी इसी देशी स्टाइल का इस्तेमाल करके खुद को मजबूत बनाते हैं। अखाड़े में पहले से ही वेट ट्रेनिंग का कुछ सामान रखा है। जैसे डंबल, पावर प्लेट। इनकी मदद से वेट ट्रेनिंग भी हो जाती है।

  • अब ओलिंपिक स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ी आउटडोर ट्रेनिंग की मांग कर रहे हैं। इस पर आपका क्या कहना है?

साक्षी: मेरा मानना है कि हेल्थ सबसे जरूरी है। ऐसा नहीं है कि आउटडोर ट्रेनिंग केवल भारतीय खिलाड़ी ही नहीं कर पा रहे हैं। पूरी दुनिया के खिलाड़ी भी इससे परेशान हैं। पूरी दुनिया में ही लॉकडाउन है। ओलिंपिक भी एक साल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में ज्यादा दबाव नहीं है। अगर खिलाड़ी इकठ्ठा हुए और किसी को कोरोना का संक्रमण हुआ तो नुकसान खिलाड़ियों को होगा। इसलिए हेल्थ पर ध्यान देना जरूरी है। अभी आउटडोर ट्रेनिंग की मांग करना सही नहीं है।

साक्षी ने 2016 के रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था।
  • आपको लगता है कि ओलिंपिक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के लिए दोबारा ट्रायल होना चाहिए?

साक्षी: मेरा मानना है कि ओलिंपिक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट के लिए जो ट्रायल हुए थे, उसमें काफी दिन बीत गए हैं। ऐसे में जब ओलिंपिक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट की नई तारीख का ऐलान होगा, तो टीम चयन की प्रक्रिया फिर से करनी होगी। कुश्ती फेडरेशन का रूल भी है, अगर एक से दूसरे टूर्नामेंट के बीच 2 से 3 महीने का गैप होता है तो उसके लिए ट्रायल कराने होते हैं। मुझे विश्वास है कि ट्रायल होगा और मैं उसी को ध्यान में रखकर प्रैक्टिस कर रही हूं।

  • आप दो बार ट्रायल में सोनम मलिक से हार गईं। इसे कैसे लैती हैं?

साक्षी: दोनों ट्रायल मुकाबले में सोनम आखिरी पॉइंट हासिल कर जीती हैं। मैं शुरुआत से आखिर तक अंकों के आधार पर उनसे आगे थी। लेकिन मानसिक दबाव के कारण बिखर गई। मैच के बीच में ही सोचने लगी थी कि मेरे से कहीं गलती न हो, इसी कारण से मुझे हार का सामना करना पड़ा। अब मैं इस पर ध्यान दे रहा हूं कि पूरे मैच में फोकस रख सकूं। मेरा आत्मविश्वास न डगमगाए, इसे लेकर काम कर रही हूं। मानसिक रूप से फिट रहने के लिए अभी मोटिवेशनल बुक 'सीक्रेट द पावर' पढ़ रही हूं। साथ ही मेडिटेशन भी कर रही हूं।

  • 2021 ओलिंपिक के बाद आप कुश्ती को अलविदा कह देंगी या खेलती रहेंगी?

साक्षी: मैंने अभी इस बारे में नहीं सोचा है। जब मुझे यह महसूस होगा कि मैं कुश्ती पर पूरा फोकस नहीं कर पा रही हूं। तब मैं इसे छोड़ दूंगी। लेकिन फिलहाल ऐसी कोई योजना नहीं है। हार-जीत चलती रहती है। हो सकता है कि मैं ट्रायल में हार जाऊं, लेकिन एक हार मेरा कुश्ती करियर डिसाइड नहीं करेगी। ऐसा नहीं है कि ओलिंपिक क्वालिफाई नहीं करने पर कुश्ती को अलविदा कह दूंगी।



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Sakshi, who won the only Olympic medal in women's wrestling, is preparing in a native way, said - it is not right to demand outdoor training right now

माइक हेसन को अभी उम्मीद- इस साल होगा IPL May 17, 2020 at 12:32AM

मुंबई रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) के क्रिकेट संचालन निदेशक () को अब भी उम्मीद है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बावजूद इस साल इंडियन प्रीमियर लीग () आईपीएल का आयोजन होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि टूर्नमेंट जब भी होगा तो उनकी टीम इसमें हिस्सा लेने के लिए तैयार होगी। आईपीएल का आयोजन 29 मार्च से 24 मई तक तक होना था लेकिन भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। बाद में सरकार ने भी देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिया। हेसन ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' में कहा, 'हमें अब भी उम्मीद है कि चीजों में सुधार होगा और इस साल आईपीएल का आयोजन होगा। अगर ऐसा होता है तो मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आरसीबी इसके लिए तैयार रहेगा।' न्यूजीलैंड के कोच रह चुके हेसन ने कहा कि अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट को देखते हुए क्रिकेट गतिविधियों को रोककर सही फैसला किया गया। उन्होंने कहा, 'सभी की तरह हम भी शिविर के आयोजन से एक हफ्ता दूर थे, हमारी योजना भी तैयार थी।' हेसन ने कहा, 'सभी चीजों को रोककर सही फैसला किया गया। बेशक इस समय अन्य प्राथमिकताएं हैं, जिन पर लोगों का ध्यान है।' इस महामारी के कारण दुनिया भर में अधिकांश खेल प्रतियोगिताओं को रद्द या स्थगित किया गया है, जिसमें तोक्यो ओलंपिक भी शामिल हैं, जिनका आयोजन इस साल होना था।

टी20 WC के स्थगित होने से खुलेंगे IPL के रास्ते: टेलर May 16, 2020 at 11:43PM

मेलबर्नऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल के आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के स्थगित होने से उसी समय लुभावनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने का रास्ता साफ होगा। ऑस्ट्रेलिया में इस साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। कड़े नियमों के साथ ऑस्ट्रेलिया में हालांकि कुछ खेल दोबारा शुरू हो रहे हैं। टेलर ने कहा कि अगर आईपीएल होता है तो यात्रा करना खिलाड़ी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी और राष्ट्रीय बोर्ड की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। पढ़ें, टेलर ने चैनल नाइन स्पोर्ट्स से कहा, ‘मुझे लगता है कि यह सबसे संभावित स्थिति है (टी20 वर्ल्ड कप का स्थगित होना) क्योंकि हम इस समय जिन हालात में जी रहे हैं उनमें अक्टूबर और नवंबर के बीच में 15 टीमों का ऑस्ट्रेलिया आना, 7 प्रस्तावित स्थलों पर 45 मैच खेलना, देश में यात्रा करना बेहद मुश्किल होगा।’ उन्होंने कहा, ‘इससे पहले 14 दिन तक क्वारंटीन रहने से स्थिति और मुश्किल हो जाती हैं। पूरी संभावना है कि यह टूर्नमेंट नहीं हो पाएगा। इसलिए अगर आईसीसी टूर्नमेंट को स्थगित करने का फैसला करता है तो इससे बीसीसीआई के लिए रास्ते खुल जाएंगे कि वह कहे कि हम भारत में आईपीएल का आयोजन करा रहे हैं जिससे किसी देश में टीमों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की जिम्मेदारी क्रिकेट बोर्ड की नहीं बल्कि व्यक्तिगत लोगों की होगी।’ इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि अगर टी20 वर्ल्ड कप पर आईपीएल को तरजीह दी जाती है तो ऑस्ट्रेलिया में होने वाली सीरीज के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को बीसीसीआई के साथ बातचीत करने का शानदार मौका मिल जाएगा। देखें, उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह संभावना है। बेशक क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करना चाहता है लेकिन साथ ही भारत के साथ बातचीत कर रहा है कि अगर उसके खिलाड़ी आईपीएल के लिए वहां जा पाएं तो वे चाहेंगे कि भारत हमारी अगली गर्मियों में क्रिकेट दौरे पर ऑस्ट्रेलिया आए।’ भारतीय क्रिकेट टीम को अक्टूबर 2020 से जनवरी 2021 तक ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जिसमें 4 टेस्ट, 3 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले जाएंगे। यह टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है।

'लोग सचिन से करते थे तुलना, अगरकर ही बन पाया' May 16, 2020 at 11:40PM

नई दिल्लीभारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर () को बेहतरीन गेंदबाज के साथ साथ निचले क्रम में शानदार बल्लेबाज भी माना जाता था। जहां एक ओर उनके नाम वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रेकॉर्ड तो वहीं, बल्लेबाजी में उनके नाम के आगे तीन वनडे अर्धशतक भी दर्ज हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी एक शतक जड़ रखा है और यह शतक उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर लगाया था और स्टेडियम के सम्मान बोर्ड पर अपना नाम लिखवाया था। अगरकर ने उस मैच में 109 रनों की नाबाद पारी खेली थी। अगरकर शुरुआत में एक बल्लेबाज बनना चाहते थे और बहुत कम लोगों को पता होगा कि करियर की शुरुआती दिनों में अगरकर को मुंबई का अगला सचिन तेंडुलकर () माना जाता था। 42 वर्षीय अगरकर ने अपने पूर्व टीम साथी आकाश चोपड़ा के साथ आकाशवाणी शो में बताया है कि आखिर क्यों उन्हें मुंबई का अगला तेंडुलकर कहा जाता था। अगरकर ने कहा, ‘वास्तव में, शुरुआत में मैं बल्लेबाज बनना चाहता था। स्कूल के दिनों में रमाकांत सर हम दोनों के कोच हुआ करते थे और उन्होंने मुझमें कुछ देखा था।’ उन्होंने कहा, ‘सचिन तेंडुलकर उनके कोचिंग से निकलने वाला एक बड़े नाम थे। सचिन से पहले प्रवीण आमरे और अन्य कई बड़े नाम थे और उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उनके अकादमी से बहुत सारे नाम निकले थे।’ लोगों को लगता था अगला सचिन अगरकर ने कहा, ‘शुरुआत में अच्छे रन बनाता था तो लोगों को लगता था कि मैं अगला सचिन तेंडुलकर बन सकता हूं। अब जब 16 की उम्र में आप अच्छा खेले तो आईपीएल खेलने को मिल जाता है, लेकिन तब यह राष्ट्रीय टीम में पहुंचने की पहली सीढ़ी होती थी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं रन बनाता था तो यह संदेश गया कि मुंबई से एक और खिलाड़ी आने वाला है। मगर उस उम्र में आप सिर्फ प्रगति के बारे में सोचते हैं।’ सचिन ने गिफ्ट किए थे ग्लव्स और पैडअगरकर के इस शानदार प्रदर्शन के कारण ही तेंडुलकर ने उन्हें अपना ग्लव्स दिया था। उन्होंने कहा, सचिन ने मुझे ग्लव्स दिए थे। हम एक ही स्कूल में थे और उन्हें लगा कि कोई अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो मुझे ग्लव्स दिए। मैं तब उन्हें ज्यादा नहीं जानता था। मैंने उनके पैड उपयोग नहीं किए, शायद अगर मैं उनका इस्तेमाल करता तो बेहतर बल्लेबाज बन पाता।’

फैन्स के लिए खुशखबरी, यहां शुरू होने जा रहा क्रिकेट May 16, 2020 at 11:21PM

मेलबर्नकोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बाद ऑस्ट्रेलिया में छह जून से डार्विन एवं जिला क्रिकेट प्रतियोगिता के टी20 टूर्नमेंट के साथ पहली बार प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला जाएगा। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को लार या पसीने से गेंद को चमकाने की स्वीकृति नहीं होगी और डार्विन क्रिकेट प्रबंधन (डीसीएम) समूह गेंद को चमकाने के विभिन्न विकल्पों पर गौर कर रहा है जिसमें अंपायरों की मौजूदगी में वेक्स की पॉलिश लगाना भी शामिल है। क्लबों को टूर्नमेंट में हिस्सा लेने से पहले कोविड-19 सुरक्षा आकलन योजना को पूरा करना होगा और इसे नार्दर्न टेरिटरी सरकार को सौंपना होगा और इसके बाद ही उन्हें खेलने की स्वीकृति होगी। डीसीएम अध्यक्ष लैकलन बेर्ड ने एबीसी ग्रैंडस्टैंड से कहा, ‘आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) नए तरीके खोजने के लिए दुनिया भर की क्रिकेट इकाइयों के साथ मिलकर काम कर रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें यकीन है कि की ओर से स्पष्ट दिशानिर्देश मिलेंगे कि क्या करने की स्वीकृति होगी और क्या नहीं। ’ बेर्ड ने कहा, ‘विचार किया जा रहा है कि गेंद पर वेक्स पॉलिश लगाना क्या क्रिकेट में सामान्य चीज बन सकती है। या गेंद को चमकाया नहीं जाएगा। प्रकिया औपचारिक होगी जो अंपायरों की मौजूदगी में होगी।’ गेंद पर वेक्स का उपयोग आईसीसी के मोजूदा नियामों के खिलाफ है और वैश्विक संस्था ही इसके उपयोग की स्वीकृति दे सकती है। कोरोना वायरस महामारी के बीच हालांकि यह गेंद को चमकाने की सुरक्षित और साफ सुथरी प्रक्रिया है। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस और जोश हेजलवुड का मानना है कि अगर गेंद और बल्ले के बीच संतुलन रखना है तो लाल गेंद को चमकाना जरूरी है। गेंद निर्माता कंपनी कूकाबूरा ने पिछले महीन वेक्स लगाने के स्पंज का सुझाव दिया था। इसे अंपायर गेंद पर लगा सकते हैं या उनकी मौजूदगी में खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं।

रितिका संग खूबसूरत फोटो, रोहित का रोमांटिक मेसेज May 16, 2020 at 11:05PM

नई दिल्लीकोरोना वायरस के कारण देशभर में खेल से जुड़ी गतिविधियों पर ब्रेक लगा हुआ है और ऐसे में क्रिकेट जगत की दिग्गज हस्तियां सोशल मीडिया पर ही अपने फैंस से जुड़ रही हैं। भारतीय ओपनर भी अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उन्होंने रविवार को इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी रितिका के साथ एक खूबसूरत तस्वीर शेयर की। लॉकडाउन ने रोहित ही नहीं बल्कि कई खिलाड़ियों को अपने-अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका दिया है। सीमित ओवरों में भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित ने एक मेसेज भी शेयर किया है। पढ़ें, भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के कारण रोहित शर्मा सालभर ही बिजी रहते हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, कैसे लॉकडाउन ने उन्हें एहसास दिलाया है कि जब कोई अपनों से दूर होता है तो वह क्या मिस करता है। रोहित ने लिखा, 'जैसा कि हम कहते हैं कि सीखना कभी बंद नहीं होता है। मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि इस समय को समझने और एक-दूसरे के बारे में हर रोज कुछ सीखने के लिए मौका मिला। इस बार मुझे एहसास हुआ कि हम क्या मिस करते हैं, जब हम एक साथ नहीं होते हैं।' उन्होंने रितिका को टैग करते हुए दिल वाला इमोजी भी जोड़ा। रोहित पत्नी रितिका और अपनी उनकी एक साल की बेटी समायरा के साथ मस्ती करते हुए लॉकडाउन में अपना ज्यादातर वक्त बिता रहे हैं। वह इस दौरान इंस्टाग्राम पर टीम के साथियों और प्रतिद्वंद्वियों के साथ भी लाइव चैट करते हैं।

अफरीदी ने मोदी को डरपोक और बीमार कहा, गंभीर बोले- जजमेंट डे तक कश्मीर नहीं मिलेगा, बांग्लादेश याद है? May 16, 2020 at 11:12PM

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी के एक वीडियो की कई छोटी-छोटी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इसमें अफरीदी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डरपोक और दिमागी तौर पर बीमार बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी कश्मीर में लोगों पर जुल्म कर रहे हैं। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर जजमेंट डे तक नहीं मिलेगा। उन्होंने पूछा कि बांग्लादेश याद है?

एक वीडियो को भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि पाकिस्तानी क्रिकेटर अफरीदी अपने बेगैरत मुल्क (देश) के नापाक ईरादों को जनता के साथ शेयर कर रहे हैं। कुछ भारतीय लोग अफरीदी फाउंडेशन में दान देने की बात कह रहे हैं, वे भी इसकी असलियत जान लें। एक अन्य यूजर ने भी अफरीदी का वीडियो शेयर किया।

मोदी को मजहब की बीमारी है
अफरीदी ने वीडियो में कहा, ‘‘आप लोगों के बीच में आकर मैं खुश हूं। एक बहुत बड़ी बीमारी (कोरोनावायरस) दुनिया में फैली हुई है, लेकिन इससे भी बड़ी बीमारी मोदी के दिलो-दिमाग में है। यह बीमारी मजहब की है। वे मजहब को लेकर सियासत कर रहे हैं और सालों से कश्मीर में हमारे भाई-बहनों और बुजुर्गों पर जुल्म कर रहे हैं। उन्हें इसका जवाब देना होगा।’’ इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वीडियो कोरोना के बाद का ही है, लेकिन कहां का है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका।

‘फौज के पीछे पाकिस्तान के लोग खड़े हैं’
पाकिस्तानी क्रिकेटर ने कहा, ‘‘वैसे तो मोदी दिलेर बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन असल में डरपोक हैं। छोटे कश्मीर के लिए उन्होंने अपनी 7 लाख फौज तैनात की है, जबकि पाकिस्तान की कुल फौज 7 लाख है। लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि पाकिस्तानी फौज के पीछे उनके 22-23 करोड़ लोग (पाकिस्तान की आबादी) खड़े हैं। कश्मीर में भी जो लोग पाकिस्तानी फौज का साथ दे रहे हैं, उन्हें सलाम करता हूं।’’

पाकिस्तान 70 साल से कश्मीर की भीख मांग रहा: गंभीर
गंभीर ने उम्र का तंज कसते हुए कहा, ‘‘16 साल के शाहिद अफरीदी कहते हैं कि पाकिस्तान की 7 लाख फौज के पीछे 20 लाख लोग खड़े हैं, तो फिर 70 साल से कश्मीर के लिए भीख क्यों मांग रहे। अफरीदी, इमरान खान और बाजवा भारत और मोदी के खिलाफ जहर जरूर उगल सकते हैं, लेकिन जजमेंट डे तक कश्मीर नहीं मिलेगा। बांग्लादेश याद है?’’

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अफरीदी ने अभिनंदन को लेकर विवादित बयान दिया
एक वीडियो पाकिस्तान की पत्रकार नायला इनायत ने भी शेयर किया। इसमें अफरीदी ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। अफरीदी ने कहा, ‘‘हमने उनके लोगों को हवा में मारकर गिराया और फिर चाय पिलाकर इज्जत के साथ भिजवाया। दुनिया को हमने यह पैगाम दिया है कि हम अमन पसंद लोग हैं, हम प्यार मोहब्बत की बात समझने वाले लोग हैं। हां, लेकिन आप प्यार मोहब्बत से बात करोगे तब।’’



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गौतम गंभीर ने कहा- शाहिद अफरीदी, इमरान खान और बाजवा भारत के साथ मोदी के खिलाफ जहर जरूर उगल सकते हैं, लेकिन उन्हें दुनिया खत्म होने तक कश्मीर नहीं मिलेगा। -फाइल फोटो

शोएब अख्तर ने दान किया शाहरुख का गिफ्ट May 16, 2020 at 10:36PM

'जोकर' हैं इमरान, अफरीदी', गंभीर का करारा जवाब May 16, 2020 at 09:56PM

नई दिल्लीपाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी को अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने करारा जवाब दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, सेना प्रमुख कमर बाजवा और अफरीदी को जोकर तक कह दिया। अफरीदी का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'डरपोक' कहते नजर आ रहे हैं। अफरीदी के इस वीडियो के कई क्लिप हैं जिन्हें कई यूजर्स ने काफी हिस्सों में कट करके शेयर किया। अब गंभीर ने भी उन्हीं के अंदाज में अफरीदी को जवाब दिया। पढ़ें, ईस्ट दिल्ली से लोकसभा सांसद गंभीर ने लिखा, 'पाकिस्तान के पास 7 लाख फौजी हैं और 20 करोड़ लोग उनके पीछे खड़े हैं, ऐसा कहना है 16 साल के शख्स शाहिद अफरीदी का। फिर भी कश्मीर के लिए 70 साल से भीख मांग रहे हो। अफरीदी, इमरान और बाजवा जैसे जोकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ जहर ही उगल सकते हैं जिससे पाकिस्तान के लोगों का बेवकूफ बनाते रहें लेकिन फैसले के दिन तक कश्मीर नहीं मिलेगा! याद है ना बांग्लादेश?' एक वीडियो में अफरीदी ने कहा था, 'वैसे तो मोदी बहुत दिलेर बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन हैं डरपोक आदमी। इतने छोटे से कश्मीर के लिए उन्होंने 7 लाख की फौज जमा की है जबकि पाकिस्तान की कुल फौज 7 लाख की है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनके पीछे 22-23 करोड़ की फौज (पाकिस्तान की जनसंख्या) खड़ी है।' पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इसी तरह का जहर कश्मीर को लेकर पहले भी उगलते रहे हैं। इससे पहले जावेद मियांदाद ने तो तलवार लहराते हुए कहा था, 'मैं छक्का लगा सकता हूं तो इससे इंसान को मार भी सकता हूं।'

'सचिन को OUT दिया तो वापस नहीं जा सकूंगा' May 16, 2020 at 09:20PM

लंदनसाउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने दावा किया है कि अंपायर इयान गोल्ड ने 2010 में भारतीय दर्शकों की कड़ी प्रतिक्रिया के डर से उस समय सचिन तेंडुलकर को जानबूझकर आउट नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि सचिन उस समय वनडे क्रिकेट में ऐतिहासिक दोहरे शतक की ओर बढ़ रहे थे और इसी के चलते अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया। स्टेन ने कहा कि सचिन जब दोहरे शतक से 10 रन दूर थे, तब उन्होंने भारत के इस स्टार बल्लेबाज को पगबाधा आउट कर दिया था लेकिन मैदानी अंपायर गोल्ड ने उन्हें आउट नहीं दिया। उन्होंने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ स्काई स्पोर्ट्स के पॉडकास्ट में कहा, ‘सचिन ने ग्वालियर में हमारे खिलाफ वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया। मुझे याद है कि जब वह 190 के आसपास थे, तब मैंने उन्हें आउट कर दिया था।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'इयान गोल्ड अंपायर थे और उन्होंने सचिन को नॉटआउट दिया था। मैंने उनसे कहा कि आपने सचिन को आउट क्यों नहीं दिया? वह साफ आउट थे। उन्होंने कहा कि अपने चारों तरफ देखो- अगर मैंने उन्हें आउट दे दिया तो होटल वापस नहीं जा सकूंगा।’ सचिन ने अंतत: नाबाद 200 रन की पारी खेलते हुए एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला दोहरा शतक बनाया। भारत ने उनकी पारी की मदद से द्विपक्षीय सीरीज के दूसरे मैच में तीन विकेट पर 403 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। भारत ने इस मैच में साउथ अफ्रीका को 42.5 ओवर में 248 रन पर आउट करके 153 रन से जीत दर्ज की।

यूं परवान चढ़ी थी सेरेना विलियम्स की लव स्टोरी May 16, 2020 at 09:17PM

न्यूयॉर्कअमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी () ने अपने पति और रेडिट के सह-संस्थापक () के साथ अपनी पहली मुलाकात को एक बार फिर से याद किया है। 23 बार ग्रैंड स्लैम विजेता सेरेना ने इंस्टाग्राम पर पति के साथ एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उनके पति यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वीडियो में की जा रही डाइविंग उनके घर के पास की है। रोम में यूं शुरू हुई लव स्टोरीसेरेना ने वीडियो में कहा, ‘यह सफर पांच-छह साल पहले रोम में शुरू हुई थी। वह मेरी टेबल पर आकर बैठ गए थे। मैंने उन्हें टेबल छोड़ने को कहा तो उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे वह गर्म लग रहा था। मैंने उनसे पूछा कि क्या उन्हें ट्रफल्स पसंद हैं। उन्होंने कहा-‘हां ’। आखिरकार मैंने भी हां कह दिया और पांच-छह साल बाद अब हम यहां हैं।’ 2016 में की सगाईसेरेना और ओहेनियन की 2016 में सगाई हुई थी और सितंबर 2017 में उन्हें बेटी हुई थी। सेरेना जब नौ माह गर्भ से थी तो वह आस्ट्रेलियन ओपन जीती थी। लंबे ब्रेक के बाद वह फरवरी 2018 में अपनी बहन वीनस विलियम्स के साथ फेड कप में लौटी थी। उन्होंने उसी साल फ्रेंच ओपन में भी वापसी की थी। इस बीच, पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) और महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने अपने-अपने टूर के निलंबन को जुलाई अंत तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। इसी के साथ टेनिस के रद्द हुए टूर्नमेंट की संख्या अब 40 से ज्यादा हो गई हैं। एटीपी ने एक बयान में कहा, ‘एटीपी ने कोविड-19 महामारी के कारण अपने एटीपी टूर को 31 जुलाई 2020 तक के लिए टाल दिया है।’ बयान में कहा गया है, ‘यह फैसला टूर सदस्यों से सलाह के बाद लिया गया है और इसका मतलब है कि हैम्बर्ग, बैस्टेड, न्यूपोर्ट, लास काबोस, स्टाड, उमाग, एटलांटा और किट्जबुहेल अपने तय कार्यक्रम पर नहीं होंगे। बढ़ाया गया निलंबन एटीपी चैलेंजर टूर और आईटीएफ विश्व टेनिस टूर पर भी लागू होता है।’