पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ओराक्जई जिले में गुरुवार को लोकल क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मैच के दौरान आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। हालांकि, इस गोलीबारी में किसी की जान नहीं गई।
पाकिस्तानी वेबसाइट द न्यूज के हवाले से एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि लोकल टूर्नामेंट का फाइनल मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे। इसमें मीडियाकर्मियों के अलावा राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी थे। जैसे ही मैच शुरू हुआ, वैसे ही मैदान के नजदीक स्थित पहाड़ी से आतंकियों ने मैदान पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। खिलाड़ियों, दर्शकों और पत्रकारों ने घटनास्थल से भागकर अपनी जान बचाई।
गोलीबारी के बाद आयोजकों ने मैच रद्द किया
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि गोलीबारी इतनी तेज थी कि आयोजकों के पास मैच को खत्म करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। ओराक्जई जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने ओरक्जई स्काउट्स और फ्रंटियर कोर के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
2009 में श्रीलंका टीम की बस पर हमला हुआ था
आतंकियों ने पहले भी पाकिस्तान में इस तरह के हमले किए हैं। आज से 11 साल पहले पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका क्रिकेट टीम की बस पर लाहौर में आतंकियों ने गोलीबारी की थी। इसके बाद सुरक्षा कारणों से कई टीमों ने पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया था।
एक दशक तक पाकिस्तान को यूएई में होम सीरीज खेलनी पड़ी
एक दशक तक पाकिस्तान को यूएई में अपनी होम सीरीज खेलनी पड़ी। वहीं, पाकिस्तान को 2011 में भारत के साथ वर्ल्ड कप की मेजबानी करने का मौका नहीं मिला। हालांकि, पिछले 3 सालों में हालात बदले हैं और श्रीलंका, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश जैसी टीमों ने पाकिस्तान का दौरा किया।
2017 में वर्ल्ड इलेवन 3 मैच की टी-20 सीरीज के लिए वहां गई थी, जबकि पिछले 2 सीजन में पाकिस्तान ने क्रिकेट लीग पीएसएल की भी मेजबानी की है, जिसमें इंग्लैंड, वेस्टइंडीज जैसे देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
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