Sunday, May 24, 2020

बलबीर सिंह: हॉकी दिग्गज के करियर पर एक झलक May 24, 2020 at 07:32PM

भारतीय हॉकी (Indian Hockey) के स्वर्णिम युग की पहचान रहे बलबीर सिंह सीनियर () का सोमवार को चंडीगढ़ में निधन हो गया। वह 95 साल के थे। देश को ओलिंपिक खेलों में 3 बार स्वर्ण पदक (1948, 1952 और 1956) दिलाने वाले बलबीर सिंह आजाद भारत की स्वर्णिम पहचान बने थे। 1948 ओलिंपिक में जब भारत ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया, तो यह आजाद भारत का पहला ओलिंपिक गोल्ड मेडल था। यहां देखें बलबीर सिंह के करियर की कुछ झलकियां... नाम: बलबीर सिंह दोसांझ (सीनियर) जन्मस्थान: हरिपुरस जालांधर घरेलू टीम: पंजाब पुलिस पोजिशन: सेंटर फॉरवर्ड अंतरराष्ट्रीय डेब्य़ू: मई 1947 आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला: मई 1958 ओलिंपिक: लंदन 1948 (गोल्ड), हेलसिंकी 1952 (गोल्ड), मेलबर्न (1956) ओलिंपिक कप्तानी: मेलबर्न 1956 1947 में भारत के श्रीलंका दौरे पर की इंटरनैशनल करियर की शुरुआत
  • बलबीर सिंह सीनियर ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू 1947 में भारत के श्रीलंका दौरे पर किया।
  • ओलिंपिक में अपने पहले ही मुकाबले में बलबीर ने लंदन में अर्जेंटीना के खिलाफ छह गोल किए।
  • फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्होंने दमदार खेल दिखाया और दो गोल किए। यह आजाद भारत का पहला ओलिंपिक गोल्ड मेडल था।
बलबीर सिंह ने 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक में भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बने
  • भारत ने हेलसिंकी ओलिंपिक में कुल 13 गोल किए, जिनमें से 9 अकेले बलबीर की स्टिक से निकले। इसमें ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ हैट-ट्रिक भी शामिल थी।
  • उन्होंने फाइनल में नीदरलैंड्स के खिलाफ 5 गोल किए। जो अभी तक ओलिंपिक फील्ड हॉकी फाइनल में एक रेकॉर्ड है। भारत ने मुकाबला 6-1 से जीता।
बलबीर को 1956 के मेलबर्न ओलिंपिक में भारत का कप्तान बने
  • यहां भी ओलिंपिक सेरिमनी में उन्होंने भारतीय ध्वजवाहक की भूमिका अदा की।
  • भारत सरकार ने 1957 में बलबीर सिंह को पद्मश्री से सम्मानित किया। वह यह सम्मान पाने वाले पहले हॉकी खिलाड़ी बने।
  • रिटायरमेंट के बाद बलबीरजी ने हॉकी को आगे बढ़ाने का काम जारी रखा।
  • वह 1975 की विश्व कप विजेता टीम के मैनेजर थे। इस टीम की अगुआई अजीत पाल सिंह कर रहे थे।
1982 में नई दिल्ली में हुए एशियाई खेलों की मशाल जलाने का सम्मान भी बलबीर सिंह को दिया गया
  • बलबीर सिंह ने पंजाब स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल और डायरेक्टर ऑफ स्पोर्ट्स, पंजाब के सचिव के पद भी काम किया।
  • 1992 में वह पंजाब सरकार से सेवानिवृत हुए।
  • 1997 में उनकी आत्मकथा प्रकाशित हुई। इसका नाम 'द गोल्डन हैटट्रिक' था
  • 2008 में उनकी दूसरी किताब 'The Golden Yardstick: In Quest of Hockey Excellence' प्रकाशित हुई।
  • 2019 में पंजाब सरकार ने उन्हें महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड से सम्मानित किया।

अनिल कुंबले ने कहा, कोरोना के सब सामान्य हो जाएगा May 24, 2020 at 04:55PM

नई दिल्लीआईसीसी की क्रिकेट कमिटी के प्रमुख ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर बैन एक अंतरिम कदम है और कोविड19 महामारी से जुड़ी स्थिति नियंत्रित होने पर चीजें दोबारा सामान्य हो जाएंगी। इंफेक्शन के खतरे को न्यूनतम करने के लिए कुंबले की अगुआई वाली कमिटी ने लार के इस्तेमाल को बैन करने की सिफारिश की है। आईसीसी ने शुक्रवार को क्रिकेट दोबारा शुरू करने के अपने दिशा-निर्देशों में भी इसे प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया। कुंबले ने कहा, ‘यह सिर्फ अंतरिम उपाय है और उम्मीद करते हैं कि कुछ महीनों या एक साल में चीजें नियंत्रित होंगी और चीजें पहले की तरह सामान्य होंगी।’ लार पर बैन को लेकर गेंदबाजों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी है जिनका कहना है कि इससे निश्चित तौर पर स्विंग हासिल करने पर असर पड़ेगा, लेकिन अधिकांश ने इससे इस्तेमाल से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिम को स्वीकार किया है। इसे भी पढ़ें- वैक्स के इस्तेमाल पर चर्चा इस तरह की भी चर्चा है कि आईसीसी को गेंद चमकाने के लिए ‘वैक्स’ जैसे तत्वों के इस्तेमाल की स्वीकृति देनी चाहिए। कुंबले ने कहा, ‘अगर खेल के इतिहास को देखें तो हम इसे लेकर काफी आलोचनात्मक रहे हैं। बाहरी पदार्थों को खेल में आने से रोकने पर हमारा काफी ध्यान रहा है। अगर आप इसे वैध करने जा रहे हैं तो ऐसा कुछ करने जा रहे हैं जिसका कुछ वर्षों पहले गहरा असर रहा है।’ इसे भी पढ़ें- कुंबले ने 2018 के बॉल टैम्परिंग का हवाला दिया जिसके कारण ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों स्टीव स्मिथ, वॉर्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर बैन लगे। उन्होंने कहा, ‘साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के दौरान जो हुआ उस पर आईसीसी ने फैसला किया, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इससे भी कड़ा रुख अपनाया इसलिए हमने इस पर भी विचार किया।’

बगैर दर्शकों के ही सही पर IPL होना चाहिए: शिखर धवन May 24, 2020 at 06:50PM

हिंडोल बसु, नई दिल्ली क्रिकेट फैन्स के लिए इन दिनों लाख टके का सवाल यही है कि क्या इस बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2020 का आयोजन होगा? आईपीएल हुआ तो फिर टी20 वर्ल्ड कप () का क्या होगा? क्या दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट लीग ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वर्ल्ड कप शेड्यूल से इसे रिप्लेस कर सकेगी? अगर इस साल आईपीएल का आयोजन नहीं होता है तो इससे भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) को 4000 करोड़ का नुकसान होगा। अगर आईपीएल को भारत सरकार से हरी झंडी मिल भी जाती है, तो भी क्या यह टूर्नमेंट हर बार की तरह देश के अलग-अलग शहरों में आयोजित हो पाएगा या फिर कहीं विदेश में आयोजित होगा। घातक कोरोना वायरस (Coronavirus) के वैश्विक संक्रमण के चलते भारतीय क्रिकेटर्स बीते दो महीनों से अपने घरों में कैद हैं। अब वे भी कुछ क्रिकेट ऐक्शन के लिए छटपटा रहे हैं। टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज () ने गुड़गांव के अपने घर से श्रीलंका के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज से वेब चैट के दौरान यह उम्मीद जताई की आईपीएल का आयोजन इस साल संभव है। टीम इंडिया के गब्बर ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो यह पूरी दुनिया में पॉजिटिविटी का संचार करेगा। धवन ने कहा, 'उम्मीद है कि इस साल आईपीएल का आयोजन होगा। अगर ऐसा होता है तो यह अच्छा होगा... बिल्कुल इसके लिए हमें अपनी सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का ध्यान रखना होगा और कोरोना के खिलाफ जो भी सुरक्षा के मानक हैं उनका पालन भी करना होगा।' इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज ने कहा, 'इसका आयोजन होना ही चाहिए क्योंकि यह हमारे (भारत) लिए अच्छा होगा। यह दुनिया भर में सकारात्मकता का संचार करेगा। अभी हम देखें तो हमें सिर्फ और सिर्फ कोरोना से जुड़े समाचार मिलते हैं। ऐसे में यब बहुत जरूरी है कि खेल गतिविधियां एक बार फिस से शुरू हों, जिससे की यह निराशाजनक वातावरण बदला जा सके।' 34 वर्षीय इस बल्लेबाज ने कहा, 'एक बार जब हम मैदान पर वापसी करेंगे तो हम सभी अपने प्रदर्शन को लेकर भूखे होंगे और अपनी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेंगे। यह सभी के लिए बेहतर साबित होगा। जब हम खेलते हैं तो हमेशा अच्छा ही महसूस करते हैं।' आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के इस बल्लेबाज ने कहा, 'बिना दर्शकों के आईपीएल खेलना कोई आदर्श स्थिति तो नहीं होगी, लेकिन अगर ऐसे ही खेल दोबारा शुरू हो सकते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं।'

अंग्रेजों ने लगाई थी हथकड़ी, उसी देश में दिलाया तिरंगे को सम्मान May 24, 2020 at 05:10PM

जसप्रीत सिंह साहनी, नई दिल्ली अक्षय कुमार की एक फिल्म आई थी 'गोल्ड'। आजाद भारत के पहले हॉकी ओलिंपिक गोल्ड की कहानी। यह कहानी थोड़ी फिल्मी थी पर असल कहानी भी कम रोमांचक नहीं। 12 अगस्त सन 1948। एक आजाद देश के रूप में भारत ऐतिहासिक 15 अगस्त, यानी अपनी आजादी की पहली वर्षगांठ से सिर्फ 3 दिन दूर था। देश से 7000 हजार किलोमीटर दूर लंदन में 11 खिलाड़ी अपने पूर्व शासक- ब्रिटेन- के खिलाफ एक अलग जंग लड़ रहे थे। वेंबले स्टेडियम पूरी तरह भरा हुआ था। मौका था ओलिंपिक पुरुष फील्ड हॉकी का फाइनल। ब्रिटेन इससे पहले भारत के खिलाफ खेलने से इनकार कर चुका था। उसका कहना था कि यह उनकी एक कॉलोनी है। हालांकि उस दिन उसके पास कोई मौका नहीं था। भारत आजाद देश था और खिलाड़ी भी पूरी आजादी के साथ खेले। भारत ने फाइनल में ब्रिटेन को 4-0 से मात दी। यह उसका लगातार चौथा ओलिंपिक गोल्ड था। और पहली बार आजाद भारत का तिरंगा ओलिंपिक के मंच से सबसे ऊंचा लहरा रहा था। इस फाइनल में ने दो गोल किए। पंजाब पुलिस में सब-इंस्पेक्टर ने 1948 में अपना ओलिंपिक डेब्यू किया। फाइनल में उन्होंने दो और तरलोचन सिंह और पैट जेनसन ने एक-एक गोल किया। इस वाकये को याद करते हुए बलबीर सिंह ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को कहा था, 'इस बात को 70 साल से ज्यादा का वक्त बीच चुका है लेकिन ऐसा लगता है जैसे कल की बात हो। तिरंगा धीरे-धीरे ऊपर जा रहा था। हमारा राष्ट्रगान बज रहा था। स्वतंत्रता सैनानी मेरे पिता के शब्द 'मेरा झंडा, मेरा देश' मेरे कानों में गूंज रहे थे। मुझे आखिर समझ में आया कि इसका क्या अर्थ है। मुझे ऐसा लग रहा था कि तिरंगे के साथ मैं भी हवा में ऊंचा जा रहा हूं।' बलबीर सिंह ने इसके बाद दो ओलिंपिक गोल्ड और जीते। 1952 हेलसिंकी और 1956 मेलबर्न। मेलबर्न में वह टीम के कप्तान थे। लेकिन उनकी याद में 1948 का गोल्ड सबसे अहम रहा। वह शख्स जिसे एक बार हथकड़ी लगाकर जबर्दस्ती पुलिस फोर्स में भर्ती किया गया और फिर पंजाब पुलिस से खेलने के लिए मजबूर किया गया उसके लिए यह हिसाब चुकता करने का मौका था। कुदरत का इंसाफ देखिये, वही पुलिस अधिकारी सर जॉन बैनेट जिसने गिरफ्तारी का ऑर्डर दिया था, भारतीय टीम की अगुआई करने लंदन एयरपोर्ट पहुंचा था। उसने बलबीर को गले भी लगाया। भारत के 1948 ओलिंपिक गोल्ड की खुशी में सारा देश झूम उठा। यह आजाद भारत के लिए एक बड़ा जश्न का माहौल था।

पूर्व हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह का 96 की उम्र में निधन, ओलिंपिक फाइनल में सबसे ज्यादा 5 गोल करने का उनका वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भी कायम May 24, 2020 at 06:04PM

हॉकी के महानतम खिलाड़ियों में शुमार बलबीर सिंह सीनियर का आज सुबह 96 साल की उम्र में मोहाली में निधन हो गया। वे पिछले दो हफ्ते से यहां के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती थे।उन्होंने सुबह साढ़े छह बजे अंतिम सांस ली।

उन्हें 8 मई कोनिमोनिया और तेज बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उन्हेंतीन बार दिल का दौरा भी पड़ा। दिमाग में खून का थक्का जमने की वजह से वे 18 मई से कोमा में थे।

बलबीर सिंह ने हेलसिंकी ओलिंपिक के फाइनल में पांच गोल दागे

बलबीर सिंह ने 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक के फाइनल में नीदरलैंड्स के खिलाफ 5 गोल किए थे। किसी ओलिंपिक फाइनल में सबसे ज्यादा गोल करने का उनका यह रिकॉर्ड आज भी कायम है। भारत ने यह मुकाबला 6-1 से जीता था।

वे तीन बार के ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट थे

वे लंदन (1948), हेलसिंकी(1952) और मेलबर्न (1956) ओलिंपिक में गोल्ड जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। उन्हेंअंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटीने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था।वे इस लिस्ट में शामिल होने वाले, देश के इकलौते खिलाड़ी थे।

वे पद्मश्री हासिल करने वाले देश के पहले खिलाड़ी थे

बलबीर को 1957 में पद्मश्री दिया गया था। तब यह पहला मौका था, जब किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला था। वे 1975 में इकलौता हॉकी वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर थे।



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बलबीर सिंह सीनियर 1948 के लंदन ओलिंपिक, 1952 के हेलसिंकी ओलिंपिक और 1956 के मेलबर्न गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे। -फाइल

हॉकी के महान खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का निधन May 24, 2020 at 05:02PM

महान हॉकी खिलाड़ी चंडीगढ, 25 मई (भाषा) तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का सोमवार को निधन हो गया।वह पिछले दो सप्ताह से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे । 95 वर्षीय बलबीर के परिवार में बेटी सुशबीर और तीन बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं । मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के निदेशक अभिजीत सिंह ने प्रेस ट्रस्ट को बताया, ‘उनका सुबह 6 . 30 पर निधन हुआ।’ बाद में उनके नाती कबीर ने एक संदेश में कहा, ‘नानाजी का सुबह निधन हो गया।’ बलबीर सीनियर को आठ मई को वहां भर्ती कराया गया था । वह 18 मई से अर्ध चेतन अवस्था में थे और उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया था। उन्हें फेफड़ों में निमोनिया और तेज बुखार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देश के महानतम एथलीटों में से एक बलबीर सीनियर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा चुने गए आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम ओलंपियनों में शामिल थे। हेलसिंकी ओलंपिक (1952) फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ पांच गोल का उनका रेकॉर्ड आज भी कायम है। उन्हें 1957 में पद्मश्री से नवाजा गया था। बलबीर सीनियर ने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे । वह 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी थे । पिछले दो साल में चौथी बार उन्हें अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया । पिछले साल जनवरी में वह फेफड़ों में निमोनिया के कारण तीन महीने अस्पताल में रहे थे।

जापानी रेसलर किमूरा की मौत, रेसलिंग वर्ल्ड हैरान May 24, 2020 at 05:00PM

प्रफेशनल रेसलिंग की दुनिया में तेजी से शोहरत कमा रहीं जापान की रेसलिंग स्टार हाना किमूरा (Hana Kimura) की शनिवार को मौत हो गई। वह सिर्फ 22 साल की थीं। हाल ही में उन्होंने नेटफ्लिक्स (Netflix) के एक रियल्टी शो 'टेरस हाउस: तोक्यो' (Terrace House: Tokyo) में काम किया था।

हाना किमूरा के करीबियों ने टि्वटर पर इस बात कि पुष्टि की है। किमूरा अपने घर पर मृत पाई गईं लेकिन उनकी मौत की वजह अभी साफ नहीं है और पुलिस छानबीन में जुटी है।

जानकार मान रहे हैं कि किमूरा की मौत की वजह ऑनलाइन बुलिंग हो सकती है। क्योंकि नेटफ्लिक्स के इस रियल्टी शो, 'टेरस हाउस' में आने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग उन्हें निशाना बना रहे थे। लोग सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ नफरत भरे मैसेज कर रहे थे।

इस शो में तीन पुरुष और तीन महिलाएं अस्थायी रूप से शेयर घर में रहते हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते इस शो को अस्थायी रूप से स्थगित किया गया है।

इंस्टाग्राम पर उनकी हाल में पोस्ट की गईं उनकी कुछ तस्वीरें और उनके कैप्शन को देखें तो उससे यह अंदाजा लगता है कि वह कुछ समय से डिप्रेशन में चल रही थीं। हाल ही उन्होंने अपनी पालतू बिल्ली के साथ एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसका कैप्शन था, 'गुडबाय।'

इंस्टाग्राम पर किमूरा ने अपनी एक अन्य पोस्ट पर लिखा, 'आई लव यू, खुश और लंबी जिंदगी जियो, आई एम सॉरी।'

जापान की रेसलिंग संस्था 'वर्ल्ड वंडर रिंग स्टारडम' ने इस युवा रेसलर की मौत पर दुख जताते हुए कहा, 'हमें यह बताते हुए खेद है कि हाना किमूरा अब इस दुनिया में नहीं रहीं।' प्लीज कुछ जरूरी चीजें होने के लिए विनम्र रहें और उनके परिजनों और दोस्तों के दुआएं करें।'

पृथ्वी शॉ ने सचिन को बताया अपना मेंटर, कहा- 8 साल की उम्र में पहली बार मिला, तब से उनसे सीख रहा हूं May 24, 2020 at 04:48PM

टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर को अपना मेंटर बताया है। शॉ के मुताबिक जब मैं 8 साल का था, तब पहली बार सचिन सर से मिला था। वे तब से ही मेरे मेंटर हैं। उन्होंने अपने नियोक्ता इंडियन ऑयल के साथ इंस्टाग्राम चैट पर यह बातें कहीं।

शॉ के मुताबिक, सचिन सर नेमुझे सिखाया कि मैदान पर क्या करना है औरबाहर कैसे अनुशासन में जीना है। सचिन मुझसे बल्लेबाजी के तकनीकी की बजाए मानसिक पहलूओं के बारे में ज्यादा बातें करते हैं।

सचिन सर मेरी प्रैक्टिस देखने आते हैं: शॉ

उन्होंने कहा कि मुझे तब खास महसूस होता है। जब बिजी शेड्यूल के बावजूद सचिन मेरी प्रैक्टिस देखने आते हैं। आज भी जब मैं प्रैक्टिस के लिए जाता हूं और अगर सचिन सर शहर में रहते हैं तो वह जरूर मुझे देखने के लिए आते हैं।

इस सलामी बल्लेबाज ने कहा कि सचिन सर के मार्गदर्शन में मेरे लिए अब तक का सफर शानदार रहा है।हाल ही में सचिन ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि वे शॉ से उनके खेल को लेकर बात करते हैं।

शॉ की मदद करके मुझे खुशी मिलती है: सचिन

सचिन के मुताबिक, यह सही है कि पिछले कई सालों में मैंने कई मौकों पर शॉ से बात की है। वो बहुत टैलेंटेडबल्लेबाज है और उसकी मदद करके मुझे खुशी मिलती है। मैं उनसे क्रिकेट और इससे इतर जिंदगी के बारे में भी बातें करता हूं।

शॉ ने डेब्यू टेस्ट में शतक जमाया था

शॉ ने 2018 में टेस्ट करियर की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी। उन्होंने राजकोट में हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाया था। हालांकि, उनकी यह चमक जल्द ही फीकी पड़ गई। पहले चोट की वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर होना पड़ा और फिर डोपिंग की वजह से 9 महीने क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था।

शॉ ने न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया

उन्होंने इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे से वापसी की। लेकिन इस दौरे के दो टेस्ट की चार पारियों में वे सिर्फ एक ही अर्धशतक लगा सके, जबकि तीन वनडे में उन्होंने कुल 84 रन बनाए।



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पृथ्वी शॉ ने कहा- बिजी शेड्यूल के बावजूद सचिन सर अक्सर नेट्स पर मेरी प्रैक्टिस देखने आते हैं। वे मुझसे खेल के अलावा जिंदगी को लेकर भी बात करते हैं। - फाइल

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज सिडल ने ट्राएथलॉन पूरी की, डेढ़ किमी स्वीमिंग, 10 किमी रनिंग की May 24, 2020 at 03:40PM

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज पीटर सिडल मेलबर्न के एलवुड बीच पर रनिंग, साइक्लिंग और स्वीमिंग कर रहे हैं। कोरोनावायरस के बीच 35 साल के सिडल ने ट्राएथलॉन पूरी की।

इस मल्टी-स्पोर्ट रेस में लगातार तीन एंड्यूरेंस रेस होती है। इसमें डेढ़ किमी स्वीमिंग, 40 किमी साइक्लिंग और 10 किमी रनिंग होती है।सिडल 2012 में वीगन(शाकाहारी) हो गए थे। उन्होंने करियर में 67 टेस्ट, 20 वनडे और 2 टी-20 खेले थे।

साथियों का शुक्रिया अदा करूंगा: सिडल

रेस पूरी करने के बाद सिडल काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा- पहली ओलिंपिक डिस्टेंस ट्राएथलॉन पूरी करने के बाद अच्छा महसूस हो रहा है। कोविड-19 के दौर में शुरू हुई हॉबी अब नशा सा बन गई है। ट्रेनिंग पार्टनर्स का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा।



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पीटर सिडल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 67 टेस्ट, 20 वनडे और 2 टी-20 खेले थे।

आईसीए ने 36 पूर्व क्रिकटरों को मदद के तौर पर 31 लाख रु. दिए, 17 महिला खिलाड़ी भी शामिल May 24, 2020 at 03:10PM

संजीव गर्ग और एकनाथ पाठक.इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (आईसीए) पूर्व फर्स्ट क्लास खिलाड़ियों की मदद के लिए आगे आया है। एसोसिएशन ने पिछले दिनों खिलाड़ियों की मदद के लिए फंडिंग शुरू की थी। पूर्व कप्तान कपिल देव और सुनील गावसकर ने भी मदद की थी। आईसीए ने 36 खिलाड़ियों को 31 लाख रुपए से ज्यादा की मदद दी है। इसमें 17 महिला खिलाड़ी हैं।

तीन पूर्व क्रिकेटर की विधवा को भी मदद दी गई। 20 खिलाड़ियों को 1-1 लाख, 8 को 80-80 हजार और 8 को 60-60 रुपए की मदद दी गई। आईसीए के अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने कहा कि यह शुरुआत है। आगे अन्य क्रिकेटरों की भी मदद की जाएगी। सहायता पाने वाले खिलाड़ियों की कहानी...

रंजिता राणे: कैंसर से पीड़ित, फिर भी कहीं से मदद नहीं मिली
मुंबई की रंजिता राणे सीनियर नेशनल टूर्नामेंट खेल चुकी हैं। 1993 से 2003 तक क्रिकेट खेलीं। 42 साल की यह खिलाड़ी अभी कैंसर से पीड़ित है। उन्हें स्टेट एसोसिएशन और बीसीसीआई की ओर से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। कोई पेंशन भी नहीं मिलती।

कैंसर के इलाज के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। बतौर तेज गेंदबाज खेलने वाली रंजिता को आईसीए की ओर से एक लाख रुपए मिले हैं। लॉकडाउन के कारण इलाज में आने-जाने के लिए उन्हें दिक्कत आ रही है। वे अपनी बहन के यहां रहकर इलाज करा रही हैं।

इससे पुराने खिलाड़ियो को सहारा मिलता है: रंजिता

उन्होंने कहा कि इस तरह की सहायता से पुराने खिलाड़ियों को काफी सहारा मिलता है। इसी तरह अन्य दूसरे जरुरतमंद खिलाड़ियों की भी मदद की जानी चाहिए। रंजीता के अलावा मुंबई की निलिमा पाटिल को जबकि महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन से खेलने वाली भारती, चंद्राणी और ऊर्षाणली को भी आईसीए की ओर से एक-एक लाख रुपए की मदद मिली है।

एसके जिब्बू: कम मैच खेले हैं, इसलिए पेंशन नहीं मिलती है
राजस्थान के लिए रणजी खेलने वाले श्रीकृष्ण जिब्बू की 22 साल पहले मौत हो चुकी है। 80 साल की पत्नी मीता जिब्बू का चलना-फिरना बंद है। व्हीलचेयर से कभी-कभी परिवार के लोग घुमा लाते हैं। न बीसीसीआई से और न ही आरसीए से मदद मिलती है।

'आईसीए से मिली मदद से दवाई का खर्चा निकल जाएगा'

लगभग 8-10 हजार रुपए महीने का दवाई का खर्च है। बेटे अनिल ने बताया कि इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन से मिलने वाले 80 हजार रुपए से कुछ मदद हो जाएगी। आरसीए से 7.5 हजार रुपए महीने पेंशन शुरू हुए थी। 7-8 महीने मिली लेकिन उसके बाद पेंशन बंद हो गई। 25 से कम फर्स्ट क्लास मैच खेलने के कारण बीसीसीआई से कोई मदद नहीं मिलती।

राज्य के ही एक अन्य क्रिकेटर कौशल देवड़ा ने बताया कि वे बीकानेर जिला क्रिकेट संघ में कोचिंग का काम करते हैं। 8 हजार रुपए महीने मिलते हैं। लॉकडाउन में वो भी बंद हो गए। आरसीए से 5 हजार रुपए महीने पेंशन मिलती थी, वो भी काफी समय पहले बंद हो गई है।

देवराज गोविंदराज: रिटायरमेंट के बाद लंदन मेंबस चलाई थी
तेज गेंदबाज देवराज गोंविदराज ने 93 फर्स्ट क्लास मैच में 190 विकेट लिए। हैदराबाद के गोविंदराज को 1970-71 में विंडीज गई भारतीय टीम में जगह मिली थी। हालांकि वे एक भी मैच नहीं खेल सके। दौरे पर टीम इंडिया ने पहली बार वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज जीती। उन्हें इंग्लैंड दौरे पर भी टीम में शामिल किया गया था। टीम में नहीं खेलने पर 73 साल के खिलाड़ी ने कहा कि उस दौरे पर टीम में अच्छे स्पिन गेंदबाजों की भरमार थी। इस कारण उन्हें इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका नहीं मिल सका।

वे लंदन में ही नौकरी करते थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने कुछ दिन वहां बस भी चलाई। 2011 में देश लौटे। अब बीसीसीआई से बतौर पेंशन 22,500 रुपए मिलते हैं। कम पेंशन को लेकर उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र लिखा है।

करिअर में खेले कुल मैच बोर्ड के रिकॉर्ड में कम होने के कारण कम पेंशन मिलती है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि लॉकडाउन के बाद उन्हें जरूर कोई जवाब मिलेगा।



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आईसीए अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ने बताया कि हमने 20 खिलाड़ियों को 1-1 लाख, 8 को 80-80 हजार रुपए की मदद दी। -फाइल

देखें: कोरोना वायरस ने कितना बदल दिया क्रिकेट! May 23, 2020 at 10:46PM

स्टेडियम में दर्शकों को स्वीकृति नहीं, गेंद पर लार लगाने की अनुमति नहीं और सीमा रेखा के पास सैनिटाइजर। कोरोना वायरस (Coronavirus) के दौरान क्रिकेट मैचों में आपका स्वागत है। कैरेबियाई देशों में इस हफ्ते क्रिकेट शुरू हो गया है। सेंट विन्सेंट के मुख्य शहर किंग्सटाउन के समीप आर्नोस वेल पर शुरू हुई विन्सी टी10 प्रीमियर (Vincy Premier T10 League 2020) लीग में छह टीमें हिस्सा ले रही हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिहाज से यह काफी छोटा टूर्नमेंट है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण दुनिया भर में खेलों के निलंबित होने के बाद टेस्ट खेलने वाले देशों में आयोजित होने वाला यह पहला टूर्नमेंट है।

सेंट विनसेंट की शुरुआत में दर्शकों को स्टेडियम में आने की स्वीकृति दिए जाने की उम्मीद थी क्योंकि यहां सिर्फ 18 मामले सामने आने के कारण यहां कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का खतरा काफी कम है लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

सेंट विनसेंट एवं ग्रेनेडियन्स क्रिकेट संघ (SVGCA) के अध्यक्ष किशोर शैलो ने कहा, 'एसवीजीसीए स्टेडियम में सीमित दर्शकों के विकल्प को प्राथमिकता देता, अधिकतम 300 या 500।' उन्होंने कहा, 'हालांकि विशेषज्ञों ने चिंता जताई और सलाह दी कि दर्शकों को स्वीकृति देने से पहले हमें खिलाड़ियों के प्रबंधन को नियमित करने का प्रयास करना चाहिए।'

स्थानीय दर्शकों को 31 मई तक चलने वाले इस टूर्नमेंट में घरेलू स्टार सुनील अंबरीश जैसे खिलाड़ी खेलते हुए दिखेंगे। अंबरीश टूर्नमेंट के छह मार्की खिलाड़ियों में से एक हैं।

किशोर ने कहा, 'हां, मैं हताशा को समझ सकता हूं लेकिन मैं सराहना करता हूं कि स्वास्थ्य अधिकारियों की प्राथमिकता है कि अभी सामाजिक रूप से लोगों के एकत्रित होने को बढ़ावा नहीं दिया जाए।' उन्होंने कहा, 'आखिर हमारी सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है।'

स्रोत: भाषा

लार पर बैन अंतरिम, वापस आएंगे वही नियम: कुंबले May 23, 2020 at 11:47PM

नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष () ने कहा है कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध अंतरिम कदम है। कोविड-19 (Covid- 19) महामारी से जुड़ी स्थिति नियंत्रित होने पर चीजें दोबारा सामान्य हो जाएंगी। संक्रमण के खतरे को न्यूनतम करने के लिए कुंबले की अगुआई वाली समिति ने लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की सिफारिश की है। आईसीसी ने शुक्रवार को क्रिकेट दोबारा शुरू करने के अपने दिशानिर्देशों में भी इसे प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया। कुंबले ने स्टार स्पोर्ट्स के शो 'क्रिकेट कनेक्टेड' से कहा, 'यह सिर्फ अंतरिम उपाय है और उम्मीद करते हैं कि कुछ महीनों या एक साल में चीजें नियंत्रित होंगी और मुझे लगता है कि चीजें पहले की तरह सामान्य होंगी।' को लेकर गेंदबाजों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी है, जिनका कहना है कि इससे निश्चिततौर पर स्विंग हासिल करने पर असर पड़ेगा लेकिन अधिकांश ने इससे इस्तेमाल से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिम को स्वीकार किया है। इस तरह की भी चर्चा है कि आईसीसी को गेंद को चमकाने के लिए 'वैक्स' जैसे तत्वों के इस्तेमाल की स्वीकृति देनी चाहिए या नहीं। कुंबले ने कहा कि बाहरी पदार्थों के इस्तेमाल को लेकर चर्चा हुई थी। कुंबले ने इस कयास पर कहा, 'अगर आप खेल के इतिहास को देखो, मेरे कहने का मतलब है कि हम काफी आलोचनात्मक रहे हैं और बाहरी पदार्थों को खेल में आने से रोकने पर हमारा काफी ध्यान रहा है।' उन्होंने कहा, 'अगर आप इसे वैध करने जा रहे हैं, अगर आप अब ऐसा कुछ करने जा रहे हैं, जिसका कुछ वर्षों पहले गहरा असर रहा है।' कुंबले ने 2018 के गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण का हवाला दिया, जिसके कारण ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर प्रतिबंध लगे। उन्होंने कहा, 'साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज के दौरान जो हुआ उस पर आईसीसी ने फैसला किया लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इससे भी कड़ा रुख अपनाया इसलिए हमने इस पर भी विचार किया।'

'T20 विश्व कप की संभावना नहीं, ICC करे फैसला' May 23, 2020 at 09:30PM

मेलबर्नपूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को नहीं लगता कि अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व कप का आयोजन हो पाएगा और वह चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) इस हफ्ते अपनी बोर्ड बैठक में इस पर फैसला करे। टेलर को यह भी लगता है कि अगर टी20 विश्व कप की विंडो के दौरान इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन होता है तो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को भारत में होने वाली इस लुभावनी लीग में हिस्सा लेने के लिए उनके बोर्ड से मंजूरी मिल जाएगी। आईसीसी 28 मई को कोविड-19 महामारी से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा के लिए बैठक करेगा जिसमें संशोधित कार्यक्रम और ऑस्ट्रेलिया में पुरुष टी20 विश्व के भाग्य पर भी चर्चा होगी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के पूर्व निदेशक टेलर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि विश्व टी20 अक्टूबर में योजना के अनुसार आयोजित नहीं हो पाएगा। अक्टूबर या नवंबर में विश्व टूर्नामेंट को कराना उचित होगा? इसका जवाब शायद होगा, नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘अगर इस पर फैसला इस हफ्ते हो जाएगा तो यह शायद अच्छा होगा। क्योंकि तब हर कोई योजना बनाना शुरू कर सकता है और हम यहां बैठे हुए यह कहना बंद कर सकते हैं कि, ‘अगर ऐसा होता है, लेकिन या शायद’।’ सीए के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स कह चुके हैं कि शायद टी20 विश्व कप के भाग्य पर फैसला अगस्त तक नहीं आएगा। लेकिन दुनिया भर में खिलाड़ी और प्रशासक कुछ निश्चितता चाहते हैं और कइयों ने भविष्यवाणी की है कि 16 टीमों का टूर्नमेंट जल्द ही स्थगित हो जाएगा।

लार बैन होने से बोलरों को होगा फायदा: जो रूट May 23, 2020 at 11:43PM

लंदनइंग्लैंड के कप्तान का मानना है कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के इरादे से गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर लगी रोक से गेंदबाजों के कौशल में सुधार हो सकता है जिन्हें पिच से मदद हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने खेल दोबारा शुरू होने पर गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया है। आईसीसी ने क्रिकेट को दोबारा शुरू करने के लिए अपने दिशानिर्देशों में भी गेंद पर लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया है। रूट ने हालांकि कहा कि यह गेंदबाजों के पक्ष में काम कर सकता है और उनके कौशल में इजाफा हो सकता है। रूट ने कहा, ‘आम तौर पर मिलने वाली सहायता मौजूदा नहीं होने का मतलब है कि आपको अपनी सटीकता में सुधार करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों को पिच से मदद हासिल करने का कोई और तरीका ढूंढना होगा। यह अधिक प्रयास करना, क्रीज पर कोण में बदलाव, तिरछी सीम का इस्तेमाल आदि हो सकता है।’ रूट ने कहा, ‘हमारे गेंदबाज चार से पांच हफ्ते के समय में इसे तैयार कर सकते हैं।’

क्रिकेट कब हो शुरू? शाकिब ने दिया ये जवाब May 23, 2020 at 11:28PM

ढाकाबांग्लादेश के प्रतिबंधित ऑलराउंडर शाकिब अल हसन का मानना है कि क्रिकेट दोबारा शुरू करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के दिशानिर्देशों में कई सवालों का जवाब नहीं दिया गया है। कोरोना वायरस के कारण निलंबन के बाद क्रिकेट दोबारा शुरू करने से पहले कुछ मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत है। कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगाई गई पाबंदियों में सदस्य देश ढील दे रहे हैं। ऐसे में आईसीसी ने शुक्रवार को समग्र दिशानिर्देश जारी किए, जिससे कि दुनिया भर में खेल को दोबारा शुरू किया जा सके और साथ ही शीर्ष स्तर के सुरक्षा उपाय भी किए जा सकें। इन कदमों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति, मैच से पूर्व 14 दिन का पृथक ट्रेनिंग शिविर और गेंद का इस्तेमाल करते हुए अंपायरों द्वारा ग्लव्स का इस्तेमाल शामिल है। भ्रष्ट संपर्क की जानकारी देने में नाकाम रहने के कारण एक साल के प्रतिबंध का सामना कर रहे शाकिब के ने कहा, ‘अब हम सुन रहे हैं कि यह (कोरोना वायरस) शायद 12 फीट की दूरी से भी फैल सकता है, सिर्फ तीन या छह फीट नहीं। इसका मतलब हुए कि ओवर के अंत में बल्लेबाज एक दूसरे के पास नहीं आ पाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘क्या उन्हें अपने अपने छोर पर खड़े रहना होगा? स्टेडियम में क्या कोई दर्शक नहीं होगा? विकेटकीपर क्या दूर खड़ा होगा? करीबी क्षेत्ररक्षकों का क्या होगा? इन चीजों पर चर्चा किए जाने की जरूरत है।’ आईसीसी ने गेंदबाजों के लिए मैच प्रारूप के आधार पर ट्रेनिंग के समय का सुझाव दिया है जिसे उन्हें न्यूनतम पांच से छह हफ्ते की ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। इसमें अंतिम तीन हफ्ते में मैच की स्थिति के अनुरूप ट्रेनिंग होगी जिससे कि टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनकी वापसी सुनिश्चित हो सके। शाकिब ने हालांकि कहा कि आईसीसी के स्थिति का उचित आकलन किए बगैर क्रिकेट को दोबारा शुरू करने की स्वीकृति देने की संभावना नहीं है। इस स्टार ऑलराउंडर ने साथ ही कहा कि वह अपनी वापसी के दिन गिनते हुए समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं दो तरीकों से दिन गिन रहा हूं। पहला, कोरोना वायरस कब खत्म होगा और दूसरा, मेरा निलंबन कब खत्म होगा। मैं मुश्किल समय से गुजर रहा हूं। हालांकि कहीं पर भी कोई क्रिकेट नहीं हो रहा है लेकिन मुझे पता है कि अगर कल यह शुरू हो गया तो मैं क्रिकेट नहीं खेल पाऊंगा।’

इंग्लिश प्रीमियर लीग के 2 खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव, अब तक कुल 8 लोग संक्रमित; अगले महीने लीग शुरू होगी May 23, 2020 at 10:05PM

इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) ने कहा है कि उसके दो और खिलाड़ी कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। अब तक लीग के अलग-अलग क्लब के 8 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला है। सभी को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। यह लीग के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि अगले महीने ईपीएल का यह सीजन शुरू करने की पूरी कोशिश जारी है।

पिछले तीन हफ्ते में ईपीएल के 996 खिलाड़ियों और क्लबों के स्टाफ का कोरोना टेस्ट किया गया है। इससे पहले 17 और 18 मई को हुए 748 कोरोना टेस्ट में 3 क्लब के 6 लोग पॉजिटिव पाए गए थे।

संक्रमित खिलाड़ी खुद को क्वारैंटाइन में रखेंगे
ईपीएल ने कहा, ‘‘हाल ही में किए गए कोरोना टेस्ट में दो क्लब के दो लोग पॉजिटिव आए हैं। खिलाड़ी या स्टाफ जो भी पॉजिटिव पाए गए हैं, वे खुद को 7 दिन के लिए क्वारैंटाइन में रखेंगे। कौन-कौन से खिलाड़ी, अधिकारी या स्टाफ संक्रमित है, उसकी जानकारी किसी भी क्लब ने नहीं दी है।’’

12 या 19 जून से शुरू हो सकता है ईपीएल सीजन
ईपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिचर्ड मास्टर्स ने शुक्रवार को ही कहा था, ‘‘ईपीएल का यह सीजन 12 या 19 जून से फिर शुरू होने की पूरी उम्मीद है। फिलहाल, सभी क्लब के खिलाड़ीछोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग कर रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसी का भी ध्यान रखा जा रहा है। इस सीजन के अभी 92 मैच बचे हुए हैं।’’



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इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के सभी क्लब के खिलाड़ी छोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग कर रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसी का भी ध्यान रखा जा रहा है।

सख्त गाइडलाइन के कारण रेसलर ट्रेनिंग नहीं कर सकेंगे, नेशनल कैंप के लिए इंतजार करना होगा: कुश्ती फेडरेशन May 23, 2020 at 09:22PM

स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) ने हाल ही में खेल को फिर से शुरू करने के लिए नए गाइडलाइन स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी किया था। इसमें कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स (जिसमें साथी खिलाड़ी की जरूरत होती है) के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। इस कारण भारतीय रेसलर अभी ट्रेनिंग नहीं कर सकेंगे। उन्हें नेशनल कैंप के लिए इंतजार करना होगा।

रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) सख्त नियमों के कारण नेशनल कैंप शुरू नहीं कर रहा है। फेडरेशन ने पहलवानों को अपने स्तर पर ही फिटनेस ट्रेनिंग के लिए कहा है। फेडरेशन खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है।

जिम के लिए भी सख्त नियम बनाए गए
डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा, ‘‘एसओपी में कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। कुश्ती के लिए बनाए गए नियम कहते हैं कि आपको हर बार इस्तेमाल के बाद कुश्ती मैट को साफ करना होगा। बगैर पार्टनर के आप केवल एक डमी के साथ ट्रेनिंग कर सकते हैं। जिम की गतिविधियों पर भी कई प्रतिबंध हैं।’’

कुश्ती में इन नियमों का पालन संभव नहीं
तोमर ने कहा, ‘‘कुश्ती के कैंप में इन सभी नियमों का पालन करना संभव नहीं है। इस मामले पर चर्चा की गई और यह महसूस किया गया कि कैंप में आने वाले पहलवानों के लिए कोई महत्वपूर्ण बिंदु नहीं है और कोई गंभीर प्रशिक्षण नहीं है। यह सबसे अच्छा है कि हम लॉकडाउन समाप्त होने और साई की गाइडलाइन में ढील का इंतजार करें।’’

बगैर पार्टनर के ट्रेनिंग करना चुनौतिपूर्ण
कोविड-19 के कारण 25 मार्च से सभी कैंप बंद कर दिए गए थे। ओलिंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक भी कह चुकी हैं कि कोरोना के कारण कैंप को लगाने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि बगैर पार्टनर के ट्रेनिंग करना चुनौतीपूर्ण है।



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ओलिंपिक मेडलिस्ट रेसलर साक्षी मलिक भी कह चुकी हैं कि कोरोना के कारण कैंप को लगाने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि बगैर पार्टनर के ट्रेनिंग करना चुनौतीपूर्ण है।

कश्मीर: पाक के पूर्व मेयर बोले- बुजदिल अफरीदी शर्म करो May 23, 2020 at 08:59PM

नई दिल्ली भारत को लेकर हमेशा विवादित बयान देने वाले पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी () को पाकिस्तान के ही एक मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व मेयर ने आईना दिखाया है। कराची के जमशेद टाउन के पूर्व मेयर (Arif Aajakia) ने पाकिस्तान के इस पूर्व कप्तान को इतिहास याद दिलाते हुए उनके इस व्यवहार की निंदा की है। कुछ दिन पहले ही अफरीदी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में गए थे और यहां उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय फौज पर कश्मीर मुद्दे को लेकर निशाना साधा था। आरिफ अजाकिया ने अपने यू-ट्यूब चैनल से पाकिस्तान के इस बड़बोले कप्तान को बुजदिल करार दिया। उन्होंने साफ-साफ कहा कि अफरीदी जिस PoK में जाकर भारत के प्रधानमंत्री और भारतीय फौज को ललकार रहे थे वह असल में भारत की अपनी जमीन है। अजाकिया ने शाहिद अफरीदी और इमरान खान पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों की फितरत है कि ये जितना ज्यादा जूता चाटकर उसे चमका सकें उतना इनकी सेहत के लिए बेहतर है। उन्होंने कहा कि ये वो शाहिद अफरीदी हैं, जिनके अपने कबाइल के ऊपर पाकिस्तान में ही बीते 20 साल से ऑपरेशन हो रहे हैं लेकिन उस पर कभी इनका मुंह नहीं खुला। इनकी पूरी कौम को आतंकवादी और अतिवादी बना दिया। इन सबके बारे में तो अफरीदी में कभी मुंह नहीं खुलता। अजाकिया ने अफरीदी के पूर्वजों पर जम्मू-कश्मीर की महिलाओं के साथ जुल्म करने की बात भी याद दिलाई, जिनमें उनके दादा भी शामिल थे। अजाकिया ने कहा कि अफरीदी के कजिन भाई इन वहां (कश्मीर) में चरमपंथ को बढ़ावा दे रहे हैं।

केविन पीटरसन ने इस पंजाबी गाने पर किया भांगड़ा May 23, 2020 at 09:21PM

नई दिल्लीइंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर डेविड वॉर्नर () की रहा चल पड़े हैं। अक्सर हिंदी में ट्वीट करने वाले केपी ने इस बार डांस का वीडियो शेयर किया है। रोचक बात यह है कि यह भांगड़ा डांस उन्होंने सुपरहिट पंजाबी सॉन्ग 'तुनक तुनक तुन तू तारा रा...' पर डांस किया है। पीटरसन ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- Flying on #TikTok! Wow...। ' तुड़क तुड़क तुन, तुड़क तुड़क तुन ता दा दा..' को ने गाया है। यह गाना आज भी लोगों में खूब पसंद किया जाता है। बता दें कि डेविड वॉर्नर लगातार भारतीय गानों पर डांस वीडिया शेयर करते रहे हैं। दूसरी ओर, केपी का भारत प्यार किसी से छुपा नहीं है। कोरोना वायरस की शुरुआत में उन्होंने पीएम मोदी के सपॉर्ट में हिंदी में ट्वीट किया था, जो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा था। लोगों ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया था। उन्होंने उस वक्त ट्वीट किया था, 'सुनने में आया है कि आप की अवस्था भी हमारी तरह है, पीएम मोदी ने 21 दिनों का पूरा देश लॉक डाउन करने का आदेश दिया है। मेरा अनुरोध है कि आप इस निर्देश का पालन करें। हम सब एकजुट होकर इसका सामना करेंगे और कोरोना को हराएंगे और इससे बाहर निकलेंगे। कृपा कर के अपने घर में रहें और सुरक्षित रहे।' उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के तमामा देशों में लॉकडाउन जारी है। ऐसे में क्रिकेटर्स सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। केपी भी शुरुआत में विराट कोहली और रोहित शर्मा से लाइव चैट करते दिखे थे।