Friday, June 19, 2020

जोकोविच ने कहा- नडाल और फेडरर लेजेंड, हम तीनों के बीच बेस्ट बनने का कॉम्पिटिशन खेल को प्रमोट करने का सबसे अच्छा तरीका June 19, 2020 at 07:42PM

टेनिस की दुनिया में वर्ल्ड नंबर-1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच, स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और स्पेन के राफेल नडाल के बीच स्ट्रांग कॉम्पिटिशन रहा है। वहीं, जोकोविच ने का मानना है कि तीनों के बीच बेस्ट बनने की होड़ ही टेनिस के प्रमोशन का सबसे अच्छा तरीका है।

जोकोविच ने कहा कि नडाल और फेडरर टेनिस के लेजेंड हैं। वे इन दोनों से हमेशा ही इंस्पायर होते हैं। जोकोविच ने कहा कि वे आज जिस तरह के खिलाड़ी हैं, वह सब इन दोनों लेजेंड की वजह से ही है।

‘फेडरर-नडाल ने जो किया, वह इतिहास है’
वर्ल्ड नंबर-1 जोकोविच ने टेनिस चैनल से कहा, ‘‘रोजर और राफेल ने जो किया, वह इतिहास है। दोनों लोग लेजेंड हैं। वे मुझे हमेशा इंस्पायर करते हैं। मैं यह बात लाखों बार कह चुका हूं और आगे भी कहता रहूंगा। मैं आज जिस तरह का खिलाड़ी हूं, उन्हीं दोनों की वजह से बना हूं। वे दोनों मुझे हमेशा बेहतर से बेहतर बनने के लिए मोटिवेट करते हैं।’’

‘टेनिस से बहुत प्यार करता हूं’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हम तीनों के बीच बेस्ट बनने का कॉम्पिटिशन ही अपने खेल का सबसे बड़ा प्रमोशन है। यह टेनिस की आज और आने वाले दोनों पीढ़ी के लिए बहुत अच्छा है। उम्मीद करता हूं कि हम सकारात्मक उदाहरण पेश करेंगे। साथ ही उन युवाओं के लिए इंस्पिरेशन बन सकेंगे, जो बेस्ट बनना चाहते हैं। मैं इस खेल से बहुत प्यार करता हूं। मैं बहुत भावुक और समर्पित हूं। जब तक मेरे अंदर यह भावना रहेगी, मैं खेलता रहूंगा।’’

फेडरर 20 टाइटल के साथ टॉप पर
सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम के मामले में रोजर फेडरर 20 टाइटल के साथ टॉप पर हैं। उन्होंने 8 विंबलडन, 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन जीता। नडाल 19 टाइटल जीत के साथ दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने 2 विंबलडन, 1 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 4 यूएस ओपन और 12 फ्रेंच ओपन जीता। वहीं, जोकोविच के नाम 17 ग्रैंड स्लैम हैं। उन्होंने 8 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 5 विंबलडन, 1 फ्रेंच ओपन और 3 यूएस ओपन जीता है।



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नोवाक जोकोविच (बाएं) ने कहा- मैं आज जिस तरह का खिलाड़ी हूं, वह रोजर फेडरर और राफेल नडाल (दाएं) की वजह से बन पाया हूं। -फाइल फोटो

...जब चहल ने मानी धोनी की सलाह, मिल गया विकेट June 19, 2020 at 07:44PM

नई दिल्लीटीम इंडिया के स्टार लेग स्पिनर कमाल के गेंदबाज हैं और उन्होंने अहम मौकों पर इसे साबित भी किया है। चहल ने बताया कि साल 2017 में किस तरह पूर्व कप्तान की सलाह मानने से उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ऑलराउंडर को अपनी गेंदबाजी से परेशान किया था। चहल ने अपने टीम साथियों कुलदीप यादव और मयंक अग्रवाल के साथ बीसीसीआई टीवी पर एक चैट शो में हिस्सा लिया। इस दौरान चहल ने धोनी से जुड़ी एक घटना को याद किया जिससे उन्हें मैक्सवेल के खिलाफ बेहतर गेंदबाजी में मदद मिली। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2017 में पांच मैचों की वनडे और तीन मैचों की टी20 सीरीजके लिए भारत का दौरा किया था। पढ़ें, उस सीरीज को याद करते हुए चहल ने मयंक के सवाल पर बताया कि उन्होंने धोनी के साथ मैक्सवेल को स्टंप से बाहर गेंद फेंकने की योजना बनाई क्योंकि यह ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शॉट मारना पसंद करता है। उस सीरीज के तीसरे वनडे का जिक्र करते हुए चहल ने कहा, 'मैंने माही भाई की सलाह पर उन्हें स्टंप से बाहर गेंद फेंकने की योजना बनाई। मुझे लगा कि वह शॉट लगाएंगे और यही हुआ भी। इसी वजह से मैंने गेंद को ज्यादा वाइड फेंका और विकेट मिला। भारतीय लेग स्पिनर ने आगे कहा कि उस सीरीज में मैक्सवेल ने उनके खिलाफ आक्रामक होकर खेलने का तरीका चुना था। उन्होंने कहा, 'वह (मैक्सवेल) उस सीरीज में अधीर होकर खेल रहे थे और मेरी गेंदों पर शॉट लगाने की कोशिश करते। मैंने माही भाई से बातचीत की कि इससे कैसे निपटा जाए। उन्होंने जवाब दिया कि हम स्टंप से हटकर गेंद करेंगे। इसलिए जब गेंद को स्टंप के बाहर गेंदबाजी करूं तो यह विकेट लेने वाली डिलीवरी होनी चाहिए।' चहल ने 50 ओवर फॉर्मेट में तीन बार मैक्सवेल को आउट किया है और उसी दौरे पर दूसरे टी इंटरनैशनल में भी इस लेग स्पिनर ने ही ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर का विकेट लिया। भारत ने तब वनडे सीरीज 4-1 से जीती जबकि टी20 सीरीज 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुई थी जिसका अंतिम मैच बिना कोई गेंद फेंके ही बारिश के कारण धुल गया था।

भारत-चीन तनाव: टाइटल स्पॉन्सर डील की होगी समीक्षा June 19, 2020 at 10:41AM

मुंबई लद्दाख की गलवान वैली में इस सप्ताह की शुरुआत में चीन की ओर से भारतीय सैनिकों पर धोखे से किए गए हमले को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) बड़ा फैसला कर सकती है। दोनों देशों में तनाव के बीच भारत में चीन विरोधी भावनाओं को देखते हुए जानी-मानी चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो को आईपीएल के वर्तमान टाइटल स्पॉन्सर बनाए रखने के फैसले की बीसीसीआई समीक्षा करेगी। बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग के ट्विटर हैंडल ने शुक्रवार रात ट्वीट किया, 'सीमा पर झड़प में हमारे बहादुर जवानों की शहादत को ध्यान में रखते हुए आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने टूर्नमेंट की विभिन्न स्पॉन्सरशिप डील्स की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह एक बैठक बुलाई है।' भारत-चीन सीमा पर चार दशकों से अधिक समय में यह पहली झड़प थी, जिसमें कम से कम 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। बीसीसीआई को वीवो से सालाना 440 करोड़ रुपये मिलते मिलते हैं। 2022 में बीसीसीआई और वीवो के बीच पांच साल का करार खत्म हो रहा है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल का कहना था कि आईपीएल जैसे भारतीय टूर्नमेंटों के चीनी कंपनियों द्वारा प्रायोजन से देश को ही फायदा हो रहा है। उन्होंने कहा था कि बीसीसीआई अगले सत्र के लिए अपनी प्रायोजन नीति की समीक्षा के लिए तैयार है, लेकिन आईपीएल के मौजूदा टाइटल स्पॉन्सर वीवो से करार खत्म करने का कोई इरादा नहीं है।

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन बोले- रोहित शर्मा को शुरुआत के आधे घंटा संभलकर खेले, तो ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ेंगे June 19, 2020 at 06:33PM

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय ओपनर रोहित शर्मा खतरनाक साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि टेस्ट में यदि रोहित शुरुआत के आधे घंटे संभलकर बल्लेबाजी करते हैं, तो वे ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ेंगे। नासिर ने कहा कि रोहित में बेहतरीन ओपनर बनने की सभी योग्यताएं हैं।

रोहित शर्मा ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बतौर ओपनर डेब्यू किया था। उन्होंने इस सीरीज में 3 शतक लगाए थे, जिसमें एक दोहरा शतक भी था। इसके बाद वे चोटिल हो गए थे, जिस कारण इसी साल फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे पर नहीं खेल सके थे।

विराट ने इंग्लैंड में सही रणनीति से सफलता पाई थी
हुसैन ने सोनी टेन चैनल के प्रोग्राम पिट स्टॉप में कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर करने के लिए शुरुआत में क्रीज पर समय बिताना होता है। इसमें तकनीक की भी जरूरत होती है। बल्लेबाज को ऑफ स्टंप पर ठीक उसी तरह ध्यान देना होता है, जैसे विराट कोहली ने इंग्लैंड के पिछले दौरे पर जेम्स एंडरसन के खिलाफ किया था। कोहली नई रणनीति से इंग्लैंड के पहले के दौरे की अपनी असफलता से उभर आए थे। यही टेस्ट क्रिकेटर की पहचान भी है।’’

रोहित को विराट जैसी रणनीति अपनानी होगी
पूर्व इंग्लिश कप्तान ने कहा, ‘‘टीम इंडिया जब विदेशी दौरे पर जाएगी, तब गेंद स्विंग होगी। ऐसे में रोहित शर्मा को भी यही रणनीति अपनानी चाहिए। उसे सिर्फ आधा घंटे क्रीज पर समय बिताने की जरूरत होगी। उसे गेंदबाज से कहना होगा कि मैं अगले आधे घंटे तक स्लिप में खड़े खिलाड़ी को कोई काम नहीं दूंगा।’’

ज्यादातर क्रिकेटर रोहित की बल्लेबाजी पसंद करते हैं
नासिर ने कहा, ‘‘आज आप किसी भी खिलाड़ी से उनके पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में पूछेंगे, तो वे रोहित शर्मा का नाम ही लेंगे। इस दौर के प्लेयर रोहित की बल्लेबाजी देखकर कहते है कि इसके पास शॉट लगाने के लिए काफी समय होता है।’’ रोहित ने 32 टेस्ट में 2141 और 224 वनडे में 9115 रन बनाए हैं। उनके नाम 108 टी-20 में 2773 रन हैं।

कोहली सिर्फ जीतने के बारे में सोचते हैं
उन्होंने कहा, ‘‘सौरव गांगुली ने टीम इंडिया को मजबूत बनाया था। उनकी कप्तानी वाली टीम से खेलकर लगता था कि किसी मजबूत टीम से मुकाबला हो रहा है। बतौर कप्तान मैं उनका सम्मान करता हूं। वे भारतीय टीम में क्रांति लेकर आए। हालांकि, विराट कोहली जब मैदान पर होते हैं, तो सिर्फ जीतने के बारे में ही सोचते हैं।’’



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रोहित ने 32 टेस्ट में 2141 और 224 वनडे में 9115 रन बनाए हैं। उनके नाम 108 टी-20 में 2773 रन हैं।

सचिन तेंडुलकर की विनम्रता उन्हें सबसे अलग करती है: वकार यूनिस June 19, 2020 at 06:53PM

नई दिल्ली 'सचिन तेंडुलकर ने 24 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कई रेकॉर्ड बनाए होंगे लेकिन एक चीज जो उन्हें सबसे अलग बनाती है वह उनकी विनम्रता है।' यह कहना है कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार यूनिस का। यूनिस ने Q20 GloFans के चैट शो में कहा, 'तेंडुलकर सिर्फ एक महान खिलाड़ी ही नहीं हैं बल्कि एक महान इनसान भी हैं। मेरे कहने का मतलब है कि आप उनके टेस्ट और वनडे रेकॉर्ड एक ओर रखें, एक इंसान के तौर पर भी वह शानदार हैं। उनकी विनम्रता के कारण ही सभी उम्र के लोग उन्हें पसंद करते हैं।' पाकिस्तानी टीम के पूर्व कोच ने यह भी कहा कि सचिन ने अपने करियर को बखूबी संभाला। उन्होंने कहा, 'वह काफी विनम्र इनसान हैं और हर किसी ने मैदान पर उन्हें खेलते और कामयाबियां हासिल करते हुए देखा है। कुल मिलाकर जिस तरह से उन्होंने अपने करियर को संभाला उसके लिए आप उन्हें पूरे अंक देंगे।' यह संयोग की बात है कि सचिन और वकार दोनों ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 1989 में कराची में खेले गए टेस्ट मैच से की थी। और तो और वकार ने तेंडुलकर को मैच की पहली पारी में बोल्ड किया था। और इसी के साथ दोनों खिलाड़ियों में प्रतिस्पर्धा की शुरुआत हुई। दोनों के बीच मुकाबले को लेकर वकार ने कहा कि 2003 वर्ल्ड कप में सचिन की 98 रनों की पारी शानदार थी। 274 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने मैच छह विकेट से जीता था। सचिन ने शुरुआत में ही वसीम अकरम, शोएब अख्तर और खुद वकार की गेंदबाजीं पर जमकर स्ट्रोक खेले थे।

पेसर, जिसने सचिन को बनाया कप्तान, फिर हटाया! June 19, 2020 at 05:50PM

नई दिल्लीपूर्व भारतीय पेसर रमाकांत देसाई को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए याद किया जाता है। तेज गेंदबाज अकसर लंबे कद के नजर आते हैं, लेकिन देसाई ने अपने छोटे कद के बीच अलग ही पहचान बनाई। बॉम्बे (अब मुंबई) में 1939 में आज ही के दिन यानी 20 जून को जन्मे रमाकांत को 'टाइनी देसाई' के नाम से भी जाना जाता है। 5 फीट 4 इंच लंबे रमाकांत ने उस वक्त तेज गेंदबाजी में नाम कमाया, जब भारतीय बोलरों को वर्ल्ड क्रिकेट में ज्यादा तवज्जो नहीं मिलती थी। 28 टेस्ट के अपने इंटरनैशनल करियर के बाद उन्होंने बतौर खेल प्रशासक काम किया और दिग्गज को अपने कार्यकाल में कप्तानी सौंपी। हालांकि बाद में सचिन को कप्तान पद से हटाने का फैसला भी उन्हीं के कार्यकाल में लिया गया। पढ़ें, 20 की उम्र में डेब्यू, पहले टेस्ट में 4 विकेटरमाकांत देसाई ने 20 साल की उम्र में अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेला। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ फरवरी 1959 में टेस्ट मैच से इंटरनैशनल करियर में पदार्पण किया जो मैच दिल्ली में खेला गया। उन्होंने उस मुकाबले में 169 रन देकर 4 विकेट झटके। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा। खास बात यह रही कि जब वेस्टइंडीज ने इस मैच में 600 से ज्यादा का स्कोर किया तो देसाई ने ही कुछ हद तक प्रभावित किया। लॉर्ड्स में 6 विकेटसाल 1959 में ही देसाई ने लॉर्ड्स में कमाल दिखाया और इंग्लैंड के खिलाफ उस मुकाबले में कुल 6 विकेट झटके। हालांकि भारत की बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही और टीम को 8 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। देसाई ने हालांकि अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा। तब क्रिकेट की प्रतिष्ठित विजडन मैग्जीन ने उन्हें बेहतरीन गेंदबाज करार दिया था। ज्यादा लंबा नहीं रहा करियररमाकांत देसाई का क्रिकेट करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा और वह करीब 9 साल तक इंटरनैशनल क्रिकेट खेले। हालांकि अपने करियर के आखिरी टेस्ट मैच में उन्होंने सभी का ध्यान खींचा जब न्यूजीलैंड के खिलाफ डुनेडिन में वह 10वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे। रमाकांत ने तब 32 रन की पारी खेली और मैच में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। खेलते वक्त उनका जबड़ा भी टूट गया था मगर वह भारत को मुकाबले में जीत दिलाकर ही लौटे। पढ़ें, सचिन को दी कप्तानी, फिर बदलने का फैसलारमाकांत देसाई ने क्रिकेट करियर को अलविदा कहने के बाद खेल प्रशासक के तौर पर जिम्मेदारी संभाली और साल 1996 में वह सिलेक्शन कमिटी चेयरमैन बन गए। अपने कार्यकाल में देसाई ने दिग्गज सचिन तेंडुलकर को कप्तानी सौंप दी थी। हालांकि कप्तान के तौर पर सचिन ज्यादा सफल नहीं रहे। सचिन के प्रदर्शन पर भी इसका असर पड़ा और इसी को देखते हुए देसाई ने अपना फैसला बदलते हुए सचिन को कप्तानी से हटा दिया। ऐसा रहा करियररमाकांत देसाई ने अपने करियर में 28 टेस्ट मैच खेले और कुल 74 विकेट झटके। उन्होंने अपने इंटरनैशनल करियर में एक अर्धशतक भी जड़ा और कुल 418 रन बनाए। करियर का आखिरी टेस्ट मैच उन्होंने डुनेडिन में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला। फर्स्ट क्लास करियर में उन्होंने 150 मैचों में कुल 468 विकेट लिए। 58 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के एक अस्पताल में दुनिया को अलविदा कह दिया।

खिलाड़ियों ने नस्लवाद से लड़ने के लिए बनाया संगठन June 19, 2020 at 06:40PM

वॉशिंगटननस्लवाद के खिलाफ दुनियाभर में आवाज उठाई जा रही है और खेल जगत की कई हस्तियां भी इस लड़ाई में आगे आई हैं। अब मेजर सॉकर लीग के अश्वेत खिलाड़ियों के एक समूह ने अपने अपने समुदाय में 'सुनियोजित नस्लवाद' से निपटने के लिए संगठन बनाया है। इन खिलाड़ियों ने कहा कि संगठन का मकसद लीग के भीतर बदलाव लाना भी है। मिनियापोलिस पुलिस के हाथों अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद शुरू हुए इंस्टाग्राम ग्रुप से यह संगठन बना। देखें, जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लवाद और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ दुनिया भर में प्रदर्शन हुए। टोरंटो एफसी के डिफेंडर जस्टिन मोरो ने यह ग्रुप शुरू किया है जिसमें करीब 70 एमएलएस खिलाड़ी हैं।

हरभजन ने कहा- युवाओं को मौका मिले; पूर्व मुख्य चयनकर्ता बोले- टी-20 वर्ल्ड कप के लिए धोनी की वापसी हो, ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सस्पेंस June 19, 2020 at 05:40PM

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अगले महीने से टॉप क्रिकेटर्स के साथ ट्रेनिंग कैंप शुरू करने जा रहा है। यह 6 हफ्तों के लिए रहेगा। इसमें सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कैंप में शामिल होंगे या नहीं। क्योंकि, धोनी को इसी साल बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट लिस्ट से भी बाहर कर दिया है, लेकिन कैंप में लिस्ट के बाहर के भी कई खिलाड़ी शामिल होंगे। इस सवाल पर क्रिकेट एक्सपर्ट भी बंटे हुए हैं।

पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह चाहते हैं कि कैंप में सूर्य कुमार यादव और यशस्वी जायसवाल जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिए। वहीं, पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि यदि टी-20 वर्ल्ड कप होता है, तो उसके लिए धोनी को कैंप में शामिल होना चाहिए। लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए कुछ कह नहीं सकते।

धोनी का कैंप में होना युवाओं के लिए फायदेमंद
एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘‘मुझे यह नहीं पता कि टी-20 वर्ल्ड कप हो रहा है या नहीं। यदि हो रहा है, तो ट्रेनिंग कैंप इसकी तैयारियों के लिए ही होगा। ऐसे में धोनी को कैंप में जरूर होना चाहिए। अगर यह कैंप किसी द्विपक्षीय सीरीज के लिए है, तो आपके पास लोकेश राहुल, ऋषभ पंत और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी भी हैं।’’ उन्होंने कहा कि धोनी के कैंप में होने से युवा विकेटकीपरों को फायदा होगा।

टी-20 में सूर्यकुमार बड़े दावेदार: हरभजन
हरभजन ने कहा, ‘‘मैं कैंप में सूर्यकुमार यादव जैसे युवा खिलाड़ियों को देखना चाहता हूं। इसमें अंडर-19 टीम के खिलाड़ी लेग स्पिनर रवि बिश्नोई और यशस्वी जायसवाल भी होना चाहिए। सभी युवाओं को सीनियर्स से बात करने का मौका मिलना चाहिए। टी-20 टीम में सूर्यकुमार से बड़ा दावेदार कोई नहीं है।’’

मैं चयनकर्ता होता तो धोनी को टीम में चुनता: नेहरा
वहीं, तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने कहा, ‘‘यदि मैं मुख्य चयनकर्ता होता, तो धोनी मेरी टीम में जरूर होते। हालांकि, सवाल यह भी है कि धोनी खेलना चाहते भी हैं या नहीं। सबसे बड़ी बात यही मायने रखती है कि धोनी चाहते क्या हैं।’’ धोनी के कप्तानी में ही भारत ने 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। तब नेहरा भी टीम में खेले थे।

धोनी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता: दीप दासगुप्ता
पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने कहा, ‘‘कैंप कई हफ्ते तक चलेगा। ऐसे में यदि धोनी शामिल होंगे, तो दूसरे युवा विकेटकीपरों को उनसे काफी कुछ सीखने को मिलेगा। यदि वे कैंप में किसी कारण से शामिल नहीं हुए, तब भी मैं उनकी दावेदारी से मना नहीं करूंगा। वे यदि आईपीएल में 4 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 500 रन बनाते हैं, तो आप उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते।’’

धोनी का कैंप में शामिल होना चौंकाने वाला फैसला होगा: ऑफिसर
सेलेक्शन कमेटी के सीनियर ऑफिसर ने कहा, ‘‘वे (धोनी) एक साल से नहीं खेले हैं। उनकी फिटनेस के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से भी उन्हें बाहर कर दिया गया और पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भी उन्हें नहीं चुना गया था। ऐसे में यदि उन्हें कैंप के लिए बुलाया जाता है, तो यह एक चौंकाने वाला फैसला होगा।’’

धोनी ने 350 वनडे में 10773 रन बनाए
धोनी एक साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी। धोनी ने अब तक 90 टेस्ट में 4876, 350 वनडे में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए हैं। उनके नाम आईपीएल के 190 मैच में 4432 रन हैं।



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धोनी ने अब तक 90 टेस्ट में 4876 और 350 वनडे में 10773 रन बनाए हैं। उनके नाम 98 टी-20 में 1617 रन हैं। -फाइल फोटो

आज का दिन: सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़ ने किया था अपने टेस्ट करियर का आगाज June 19, 2020 at 05:40PM

नई दिल्ली बीस जून साल 1996। आज ही के दिन भारत के दो महान बल्लेबाजों ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। सौरभ गांगुली और राहुल द्रविड़। दोनों के लिए यह शानदार शुरुआत रही। और करियर तो और भी लाजवाब। मैदान था इंग्लैंड की राजधानी लंदन का ऐतिहासिक लॉर्ड्स। पहले दिन हालांकि भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था। कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को बल्लेबाजी का न्योता दिया था। गांगुली ने जड़ी थी पहले ही टेस्ट में सेंचुरी सौरभ गांगुली ने अपनी पहली ही टेस्ट पारी में शतक लगाया था। उन्होंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की और 301 गेंद पर 20 चौकों की मदद से 131 रन बनाए। उन्होंने साढ़े सात घंटे तक बल्लेबाजी की। वहीं ने मैच के तीसरे दिन बल्लेबाजी की। द्रविड़ हालांकि थोड़े अनलकी रहे जब वह डेब्यू पर शतक से सिर्फ पांच रन चूक गए। उन्होंने 95 रन की पारी खेली। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 344 रन बनाए जिसके जवाब में भारत ने 429 रनों की पारी खेली। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 9 विकेट पर 278 रन बनाए। भारत को दूसरी पारी में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। मैच ड्रॉ रहा। बोलिंग में भी गांगुली का योगदान सौरभ ने उस मैच में गेंदबाजी में भी हाथ आजमाया। उन्होंने पहली पारी में दो और दूसरी पारी में एक विकेट भी हासिल किया। गांगुली ने खुद किया याद सौरभ गांगुली ने अपने टि्वटर अकाउंट से एक कोलाज पोस्ट किया है। इसमे उनके डेब्यू मैच की तस्वीरें हैं। शॉट खेलने से लेकर शतक बनाने के बाद सेलिब्रेशन की तस्वीरें इसमें शामिल हैं। साथ ही लॉर्ड्स की बालकनी में साथी खिलाड़ियों द्वारा तालियां बजाकर अभिवादन करने की फोटो भी शामिल है।

हॉकी टीमों को एक महीने का ब्रेक, कई खिलाड़ी लौटे घर June 19, 2020 at 04:29PM

नई दिल्लीभारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों के खिलाड़ियों को एक महीने का ब्रेक दिया गया है ताकि वह होमटाउन जाकर अपने-अपने परिवार के साथ कुछ समय बिता सकें। कोरोना महामारी की वजह से ये सभी खिलाड़ी तकरीबन तीन महीने बेंगलुरु के साई सेंटर में फंसे थे। छुट्टी मिलने के बाद टीम के ज्यादातर खिलाड़ी अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गए। हॉकी इंडिया ने बताया कि ब्रेक के दौरान सभी खिलाड़ियों को सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। कुछ सप्ताह पहले खेलमंत्री किरण रिजीजू से ऑनलाइन बातचीत में कई खिलाड़ियों ने कहा था कि उन्हें घर की याद आ रही है। पढ़ें, पुरुष टीम के गोलकीपर सूरज करकेरा और महिला टीम की वंदना कटारिया, सुशीला चानू और लालरेमसियामी के अलावा सभी खिलाड़ी अपने-अपने घर लौट गए। सूरज के होमटाउन मुंबई में स्थिति अच्छी नहीं है इसलिए वह सेंटर में ही रुक गए। वंदना, सुशीला और लालरेमसियामी अपने-अपने राज्यों में लागू कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण नहीं गए। सुशीला मणिपुर से हैं जबकि वंदना उत्तराखंड और लालरेमसियामी मिजोरम से हैं। खिलाड़ी 19 जुलाई को बेंगलुरु में ही इकट्ठे होंगे

सबसे ज्यादा कमाई करने वाले टॉप-25 में 15 साल के खिलाड़ी समेत 5 टीनेजर, सभी चैम्पियन की औसत उम्र 24 साल June 19, 2020 at 04:00PM

लॉकडाउन के बावजूद ई-स्पोर्ट्स के खिलाड़ियों की कमाई पर कोई असर नहीं पड़ा है। पिछले साल 25 हजार खिलाड़ियों ने 1728 करोड़ रु. जीते थे। इस साल कई इवेंट कैंसिल होने के बाद भी खिलाड़ी अभी तक 248 करोड़ रुपए जीत चुके हैं। ब्राजील के पाउलो दामो दा रोजा ने सबसे ज्यादा 2.3 करोड़ जीते हैं। चैंपियन बनने वाले खिलाड़ियों की औसत उम्र 24 साल है।

यूनिकर्न के ई-स्पोर्ट्स एनालिस्ट रेयान जुराडो ने कहा, ‘‘ई-स्पोर्ट्स में प्राइज मनी कमाई का छोटा हिस्सा है। खिलाड़ी गेम स्ट्रीमिंग और स्पॉन्सरशिप से भी काफी कमाई करते हैं। अमेजन ट्विच पर 22 हजार स्ट्रीमर हैं। यहां सभी टूर्नामेंट के अलावा भी कमाई करते हैं। यूट्यूब, फेसबुक और हुया जैसे प्लेटफॉर्म को जोड़ दें तो एक लाख से ऊपर खिलाड़ी हैं। कई खिलाड़ी हाई स्कूल समाप्त होने से पहले ही करोड़पति बन जाते हैं।’’

सबसे ज्यादा प्राइज मनी जीतने वाले टॉप-10 खिलाड़ी

नाम उम्र खेल देश प्राइज मनी (करोड़ रु. में)
पाउलो दामो दा रोसा 31 मैजिक: दि गैदरिंग एरिना ब्राजील 2.3
ट्रॉय जारोस्लास्की 23 रेनबो सिक्स सीज कनाडा 1.6
डायलन बोस्को 25 रेनबो सिक्स सीज अमेरिका 1.6
नाथनियल डुवैल -- रेनबो सिक्स सीज अमेरिका 1.6
जेवियर एस्किमिला 21 रेनबो सिक्स सीज अल सल्वाडोर 1.6
एलेक फुल्ट्ज -- रेनबो सिक्स सीज अमेरिका 1.6
ली, बयांग रयूल 26 स्टार क्राफ्ट II कोरिया 1.2
मार्सिओ कार्वाल्हो 34 मैजिक: दि गैदरिंग एरिना पुर्तगाल 1.1
जादेन अश्मान 16 फॉर्टनाइट ब्रिटेन 1
लासे उरपालनेन 25 डोटा 2 फिनलैंड 0.93

रोजाना 80 लाख लॉग-इन हो रहे
स्पेन की वीडियो गेम एनालिटिक्स कंपनी स्ट्रीम हैटचैट के अनुसार, व्यूअरशिप पिछले साल की तीसरी तिमाही (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) की तुुलना में चौथी तिमाही (जनवरी, फरवरी, मार्च) में 37% तक बढ़ गई। मार्च में वीडियो गेम्स की एक्टिविटी में 75% की बढ़ोत्तरी हुई। लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफाॅर्म यू-ट्यूब गेमिंग, ट्विच पर व्यूअरशिप में 10% की बढ़त हुई। आॅनलाइन गेमिंग के लिए दुनियाभर में 80 लाख लॉग-इन रोजाना हो रहे हैं।



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मार्च में वीडियो गेम्स की एक्टिविटी में 75% की बढ़ोत्तरी हुई। ऑनलाइन गेमिंग के लिए दुनियाभर में 80 लाख लॉग-इन रोजाना हो रहे हैं। -फाइल फोटो

पाकिस्तान हुआ था पस्त, ऑस्ट्रेलिया बना वर्ल्ड चैंपियन June 19, 2020 at 02:11PM

नई दिल्ली यह एक महामुकाबला था। और उसके लिए स्टेज भी तैयार था। दो मजबूत टीमों के बीच मुकाबला था। तारीख थी 20 जून 1999। मैदान लंदन का ऐतिहासिक लॉर्डस स्टेडियम। वर्ल्ड कप वापस इंग्लैंड लौटा था। एक ओर थी वर्ल्ड कप 1992 की चैंपियन और जोशीली पाकिस्तान तो दूसरी ओर कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद फाइनल में पहुंची ऑस्ट्रेलिया की टीम। बड़ी संख्या में दोनों टीमों के फैंस वहां मौजूद थे। बड़े मौके पर कड़े मुकाबले की उम्मीद थी। मगर यह हो न सका। मैच कुछ ऐसा था जैसे मुंबईया फिल्मों में कहते हैं- 'खाया पीया कुछ नहीं, गिलास तोड़ा 12 आना।' यूं समझ लीजिए- नाम बड़े और दर्शन छोटे। पाकिस्तान को हार मिली। और हार भी क्या एकतरफा करारी हार। कोई मुकाबला नहीं। न बल्ले से जोश, न गेंदबाजी से जज्बा। और ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी आसानी से मैच जीतकर अपने लगातार तीन वर्ल्ड कप जीतने के सफर का आगाज किया। यह ऑस्ट्रेलिया की ताकत का परिचय था तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के अनुमान न लगाए जा सकने वाले खेल की तस्वीर। क्या हुआ मैच में पाकिस्तान के कप्तान वसीम अकरम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। ग्लेन मैक्ग्रा ने जब 1 रन के निजी स्कोर पर वजाहतुल्लाह वास्ती को बोल्ड किया तब पाकिस्तान का स्कोर 21 रन था। अगले ही ओवर में डेमियन फ्लेमिंग ने सईद अनवर को बोल्ड कर दिया। इसके बाद विकेट गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह थमा ही नहीं। शेन वॉर्न ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। 39 ओवर आते-आते सितारों से सजी पाकिस्तान की पूरी टीम 132 रन पर आउट हो गई। इजाज अहमद ने 22 रनों का योगदान दिया। यह बल्ले से बना सबसे बड़ा स्कोर था। लेकिन सबसे ज्यादा रन तो एक्स्ट्रा से आए, 25। ऑस्ट्रेलिया के लिए लक्ष्य कोई मुश्किल नहीं था। लेकिन उसने इस मुकाबले को ऐसे जीता जैसे कोई विश्व चैंपियन जीतता है। पूरी धमक के साथ। पाकिस्तान की वसीम अकरम, शोएब अख्तर, सकलैन मुश्ताक, अब्दुल रज्जाक और अजहर महमूद की बोलिंग की धज्जियां उड़ा दीं। महज 20.1 ओवर में दो विकेट खोकर ऑस्ट्रेलिया ने मैच जीता। एडम गिलक्रिस्ट ने 36 गेंदों पर ताबड़तोड़ 54 रन बनाए। पाकिस्तान की ओर से वसीम और सकलेन ने एक-एक विकेट लिया। ऑस्ट्रेलिया दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बना। पहली बार 1987 में बना था जब उसने कोलकाता के ईडन गार्डंस में इंग्लैंड को हराया था। अब इंग्लैंड में बना पाकिस्तान को हराकर। वैसे एक अजब संयोग यह भी है कि ऑस्ट्रेलिया ने जिन तीन बार लगातार वर्ल्ड कप जीता (1999, 2003, 2007) तीनों बार उसे फाइनल में एशियाई टीम मिली। पाकिस्तान, भारत और श्रीलंका। और 1996 में श्रीलंका से वह फाइनल में हारा था। खैर, यह अलग बात है। लेकिन 1999 का वर्ल्ड कप सेमीफाइनल, (साउथ अफ्रीका बना ऑस्ट्रेलिया) जितना रोमांचका था, फाइनल उतना ही ऐंटी क्लाइमेक्स।

रहाणे अब भी टेस्ट में नंबर 5 के हकदार: मांजरेकर June 19, 2020 at 12:14AM

मुंबई पूर्व भारतीय बल्लेबाज (Sanjau Manjrekar) का मानना है कि अंजिक्य रहाणे () भले ही टेस्ट क्रिकेट में अपने पहले दो वर्षों की तरह प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन तब भी वह इस पारंपरिक प्रारूप में भारत के नंबर 5 बल्लेबाज के लिए सबसे उपयुक्त हैं। इस पूर्व टेस्ट बल्लेबाज का मानना है कि केएल राहुल ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन इसे पांच दिवसीय प्रारूप में रहाणे की जगह उन्हें रखने का मानदंड नहीं माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के बल्लेबाज को घरेलू प्रथम श्रेणी मैचों में बड़े स्कोर बनाने की जरूरत है। मांजरेकर ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपने ट्विटर फॉलोअर्स के सवालों के जवाब देते हुए कहा, 'केएल राहुल ने नंबर पांच पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हां रहाणे अब वैसे खिलाड़ी नहीं लगते जैसे वह अपने टेस्ट करियर के पहले दो वर्षों में दिख रहे थे। लेकिन मैं उन्हें फिर से उसी फॉर्म में वापसी करते हुए देखना चाहूंगा।' उन्होंने कहा कि रहाणे ने हालांकि हाल में टेस्ट क्रिकेट में कुछ रन बनाए हैं लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता होनी चाहिए। भारत की तरफ से 37 टेस्ट खेलने वाले मांजरेकर ने कहा, 'कभी कभार ही ऐसा होता है लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता जैसा कि वह चाहते हैं। लेकिन उनके प्रदर्शन के आधार पर मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उनकी जगह राहुल के नाम पर विचार करना सही होगा।' जहां तक राहुल का सवाल है तो मांजरेकर ने उनके प्रशंसकों का याद दिलाया कि यह बल्लेबाज जब वेस्टइंडीज में आखिरी बार टेस्ट मैचों में खेले थे तो सफल नहीं रहे थे। उन्होंने कहा, 'आखिरी बार जब वह (राहुल) टेस्ट क्रिकेट खेले थे तो बहुत प्रभावशाली नहीं रहे थे। केएल राहुल को टेस्ट स्तर पर मध्यक्रम में जगह बनाने के लिए घरेलू स्तर पर ढेरों रन बनाने होंगे जैसा कि मयंक अग्रवाल ने भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए किया।' जहां तक इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरे का सवाल है तो मांजरेकर ने सलामी जोड़ी के रूप में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) को चुना, जबकि पृथ्वी साव को रिजर्व बल्लेबाज के रूप में रखा। मांजरेकर ने कहा, 'पिछली बार जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच खेले तब रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं थे। साव की जिस तरह की तकनीक है वह उस तरह की परिस्थितियों, पिचों पर चल सकते हैं।' हालांकि पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर साव टीम का हिस्सा थे लेकिन वह इस सीरीज से पहले अभ्यास मैच में फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गए थे। मांजरेकर ने कहा, 'लेकिन अगर रोहित शर्मा फिट हैं तो फिर उन्हें मौका मिलना चाहिए। मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा असल में सलामी बल्लेबाज होंगे और पृथ्वी साव आपका दूसरा विकल्प होंगे।'

गांगुली ने बनाया भारत को क्रिकेट का पावरहाउस: नासिर June 18, 2020 at 11:02PM

नई दिल्ली इंग्लैंड के पूर्व कप्तान क्रिकेट जगत की एक अहम आवाज हैं। 96 टेस्ट और 88 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले नासिर मैदान पर भारतीय टीम के खिलाफ काफी आक्रामक नजर आते थे। हालांकि मैदान के बाहर वह भारतीय क्रिकेट की तारीफ भी करते हैं। नासिर हुसैन का मानना है कि पूर्व भारतीय कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने भारत को क्रिकेट की दुनिया पावरहाउस बनाने में अहम भूमिका निभाई। सोनी पिट स्टॉप पर चैट करते हुए शुक्रवार को नासिर ने कहा, 'सौरभ ने भारतीय टीम को एक मजबूत टीम बनाया। गांगुली ने टीम को मजबूत बनाया। जब वह कप्तानी कर रहे होते थे तो आपको इस बात का अंदाजा होता था कि मुकाबला कड़ा होने वाला है। एक कप्तान के रूप में मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं। उन्होंने ही भारतीय क्रिकेट में क्रांति लाने का काम किया।' नासिर का मानना है कि मौजूदा कप्तान विराट कोहली में भी गांगुली की खूबियां नजर आती हैं। उन्होंने कहा, 'विराट कोहली काफी प्रतिस्पर्धी क्रिकेटर हैं। जब वह मैदान पर होते हैं तो वह जीतना चाहते हैं। वह हर कीमत पर जीत चाहते हैं।' नासिर ने इंग्लैंड की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान इयॉन मॉर्गन की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि मॉर्गन ने छोटे प्रारूपों में इंग्लिश टीम को काफी बदला है।

हार्दिक पंड्या ने दिए गुलदस्ते, क्या बोलीं नताशा June 18, 2020 at 11:36PM

गुरुवार को हार्दिक ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर नताशा के साथ कुछ प्यारभरे पलों की तस्वीरें शेयर की थीं। इस दौरान नताशा ने भी ऐसा किया। नताशा ने हार्दिक के इस प्यार भरे नजराने को अपने फैन्स के साथ शेयर किया है। इस दौरान उन्होंने हार्दिक पंड्या के लिए यह प्यारभरा मैसेज भी लिखा।

नताशा ने भी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दो प्यारी तस्वीरें शेयर की हैं। इन तस्वीरों में वह फूलों के बुके के साथ नजर आ रही हैं।

इतने फूल देखकर लग रहा है कि नताशा को गुलाब के फूल बहुत पसंद हैं। शायद इसलिए हार्दिक ने लॉकडाउन के इस दौर में भी नताशा के लिए इन बुके का बंदोबस्त किया है।

नताशा ने इन तस्वीरों के साथ हार्दिक पंड्या के लिए प्यारा सा संदेश भी लिखा। नताशा ने हार्दिक को टैग करते हुए लिखा, 'आप हमेशा मेरे रहोगे हार्दिक।' इसके साथ उन्होंने रोज वाले इमोजी भी हार्दिक को टैग किए हैं।

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कुलदीप यादव का खुलासा- टेस्ट कैप मिलना जिंदगी का सबसे बड़ा लम्हा, मैं तब कुछ बोल ही नहीं पाया था June 18, 2020 at 11:21PM

टीम इंडिया के स्पिनर कुलदीप यादव ने टेस्ट डेब्यू को अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा लम्हा बताया है। उन्होंने खुलासा किया किजब उन्हें टेस्ट कैप मिली थी, तो वह कुछ कह ही नहीं पाए थे। कुलदीप ने बीसीसीआई टीवी पर मयंक अग्रवाल और युजवेंद्र चहल से बातचीत में यह कहा।

कुलदीप ने 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट में डेब्यू किया था।उन्होंने बताया कि तब मुझे नहीं पता था कि क्या हो रहा है और दूसरे लोग क्या बोल रहे हैं। मैं बिल्कुल खाली हो गया था।

पहला टेस्ट विकेट आज भी याद: कुलदीप
इस स्पिनर ने कहा कि मुझे आज भी अपना पहला टेस्ट विकेट याद है। डेविड वॉर्नर को आउट करनामेरे पहले बहुत बड़ा लम्हा था। तब मैं इमोशनल हो गया था,क्योंकि भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है।

टेस्ट के पहले दिन ही मुझे विकेट मिल गया, यह सोने पर सुहागा जैसा हो गया। तब इस चाइनामैन स्पिनर ने 4 विकेट लिए थे और टीम इंडिया की 8 विकेट से जीत में अहम रोल निभाया था।

'वेस्टइंडीज के खिलाफ हैट्रिक हमेशा याद रहेगी'

कुलदीप ने बीसीसीआई टीवी पर वनडे में दूसरी हैट्रिक लेने से जुड़ी कहानी भी सुनाई। उन्होंने बताया कि यह मेरे करियर का अहम पड़ाव था। वर्ल्ड कप के बाद ऐसा हो रहा था, जब मैं और युजवेंद्र चहल एकसाथ खेल रहे थे। मैंनेे काफी समय बाद वनडे टीम में वापसी की थी।इसलिए मेरे लिए यह हैट्रिक बहुत स्पेशल है।

उन्होंने दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापट्टनम में यह उपलब्धि हासिल की थी।तब कुलदीप नेशाई होप, जेसन होल्डर और अलजारी जोसेफ को आउट किया था।

कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में पहली हैट्रिक ली थी

कुलदीप ने वनडे में पहली हैट्रिक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2017 में ली थी। तब उन्होंने कोलकाता वनडे में मैथ्यू वेड, एश्टन एगर और पैट कमिंस को आउट किया था।उन्होंनेअब तक 6 टेस्ट में 24 और 60 वनडे में 104 विकेट लिए हैं।



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कुलदीप ने 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ विशाखापट्टनम वनडे में दूसरी हैट्रिक ली थी। वे ऐसा करने वाले इकलौते भारतीय हैं। -फाइल

वर्ल्ड कप 2003- हमसे सचिन छीनकर ले गए थे वह मैच: वकार June 18, 2020 at 10:38PM

नई दिल्ली भारत पाकिस्तान के बीच जब-जब वर्ल्ड कप मैचों का जिक्र छिड़ता है तो बात () की उस पारी पर भी होती है, जब 2003 में उन्होंने 75 गेंद पर 98 रन बनाए थे। पाकिस्तान की टीम में उस वक्त वसीम अकरम, शोएब अख्तर, जैसे दिग्गज गेंदबाज मौजूद थे और तेंडुलकर पारी की शुरुआत से ही इस वर्ल्ड क्लाप पेस अटैक की बखियां उधेड़नी शुरू कर दी थी। एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वकार यूनिस ने कहा कि वह सचिन ही थे, जो हमसे वह मैच छीनकर ले गए। वकार ने मास्टर ब्लास्टर की इस पारी को याद करते हुए सर्वश्रेष्ठ करार दिया। साउथ अफ्रीका में खेले गए इस मैच में भारत 274 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर का पीछा करने उतरा था। तेंडुलकर ने इस मैच में विस्फोटक रूप अख्तियार कर लिया और पारी की शुरुआत से ही ताबड़तोड रन बनाए। हालांकि इस मैच में वह अपने शतक से दो रन से चूक गए। भारत ने इस मैच को 6 विकेट से जीत हासिल की थी। तेंडुलकर के प्रशंसक सुधीर कुमार चौधरी के सवाल पर वकार ने सचिन की तारीफ करते हुए कहा, '2003 में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन तेंडुलकर की पारी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है क्योंकि उन्होंने कमाल की बल्लेबाजी की थी। हमारी टीम में अनुभवी गेंदबाज थी और भारत दबाव में था।' उन्होंने कहा, 'शायद आप सचिन से इस बारे में पूछेंगे तो वे भी यही बात कह सकते हैं, कि यह शायद उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। जिस तरह से उन्होंने शोएब अख्तर, वसीम अकरम और मेरे ऊपर दबाव बनाया और जिस तरह से आक्रमण किया और तेजी से रन बटोरे, मुझे लगता है कि यह अद्भुत पारी थी।' हाल के दिनों में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भी सचिन की इस पारी को लाजवाब करार दिया था। उन्होंने कहा था कि उस मैच में जब सचिन मेरी गेंद पर आउट हुए तो मैं दुखी भी था क्योंकि वह अपना शतक पूरा करने से चूक गए थे।अख्तर ने कहा था कि उस दिन जिस अंदाज में वह खेल रहे थे उनका शतक जमाना बनता था।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पहली महिला सीईओ के लिए तैयार : पैरी June 18, 2020 at 09:04PM

मेलबर्न स्टार ऑलराउंडर एलिस पैरी के अनुसार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पद पर पहली बार किसी महिला को नियुक्त किया जा सकता है और इसके लिए कई योग्य महिला उम्मीदवार हैं। ने केविन राबर्ट्स के इस सप्ताह के शुरू में त्यागपत्र देने के बाद निक हॉकले को अंतरिम सीईओ नियुक्त किया है। आस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड कोविड-19 महामारी के कारण वित्तीय संकट से जूझ रहा है। पैरी ने कहा कि पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की मुख्य कार्यकारी क्रिस्टीना मैथ्यूज स्थायी पद के लिए अच्छा विकल्प हो सकती हैं। पैरी ने वीडियो कॉल में पत्रकारों से कहा, ‘मुझे लगता है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया लंबे समय से महिला सीईओ को नियुक्त करने के लिए तैयार है। मैं जानती हूं कि इस पद के लिए अंतिम दौर की बातचीत में क्रिस्टीना के नाम पर भी चर्चा हुई थी। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ नया है।’ उन्होंने कहा कि शीर्ष पदों पर कई महिलाएं हैं जिन्होंने बोर्ड के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। पैरी ने कहा, ‘क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में कार्यकारी पदों पर कई महिलाएं काम कर रही हैं। और स्टेफ बेलट्रेम इनमें शामिल हैं। वे अपने कामकाज से अहम भूमिका निभाती हैं।’

देश में फुटबॉल शुरू होने पर रोनाल्डो बोले- दूसरे देशों की देखा-देखी कर रहा ब्राजील, महामारी के बीच यह खतरनाक होगा June 18, 2020 at 10:07PM

कोरोनावायरस संक्रमण के मामले में ब्राजील दुनियाभर में दूसरे नंबर पर है। इसके बावजूद वहां की सरकार ने रियो डी जेनेरियो की कारियोका फुटबॉल चैम्पियनशिप गुरुवार से शुरू कर दी। इसको लेकर ब्राजील के ही लेजेंड फुटबॉलर रोनाल्डो ने सरकार की आलोचना की।

रोनाल्डो ने कहा, ‘‘मैं देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कारियोका और ब्राजील फुटबॉल की वापसी के खिलाफ हूं। ब्राजील, यूरोप के दूसरे देशों की देखा-देखी कर रहा है। वह महामारी पर ध्यान नहीं दे रहा है। ऐसे में यह टूर्नामेंट देश के लिए खतरनाक होगा।’’

ब्राजील में फुटबॉल की बात करना भी गलत
दो बार के वर्ल्ड कप विजेता रोनाल्डो स्पेनिश क्लब रियाल वालाडोलिड के मालिक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने यहां (स्पेन) चैम्पियनशिप तब शुरू की जब वायरस कमजोर हुआ और संक्रमणों को मामले में कमी आई। साथ ही हमारे पास सुरक्षा के सभी साधन भी मौजूद हैं। मुझे लगता है कि ब्राजील की स्थिति अभी ठीक नहीं हैं। वहां फुटबॉल की बात करना भी गलत है।’’

स्पेनिश ला लिगा और जर्मनी में बुंदेसलिगा फिर से शुरू
कोरोनावायरस के बीच यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी लीग स्पेनिश ला लिगा 11 जून और जर्मनी की बुंदेसलिगा 16 मई से शुरू हो चुकी है। 17 जून को ही इटली में कोपा कप का फाइनल खेला गया। जिसमें नेपोली ने युवेंटस को हराकर छठी बार खिताब जीत लिया। अब यूईएफए चैम्पियंस और यूरोपा लीग भी अगस्त में शुरू होने जा रही हैं।

ब्राजील में एक दिन में 1238 लोगों की मौत
ब्राजील में गुरुवार सुबह तक 24 घंटे में 22 हजार 765 नए मामले सामने आए। यहां संक्रमितों का कुल आंकड़ा 9 लाख 78 हजार 142 हो गया। 24 घंटे में 1238 लोगों की मौत हुई। अब मरने वालों की संख्या 47 हजार 748 हो गई है। संक्रमितों के लिहाज से ब्राजील अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। मौतों के मामलों में वो भी दूसरे स्थान पर ही है। राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो लगातार कोरोना को एक सामान्य फ्लू बताते आए हैं, जिसके कारण उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है।



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दो बार के वर्ल्ड कप विजेता ब्राजील के रोनाल्डो ने कहा- देश में महामारी के बीच फुटबॉल की बात करना भी गलत है। -फाइल फोटो

पूर्व कोच मदन लाल बोले- ऐसा नहीं कि सचिन अच्छे कप्तान नहीं थे, लेकिन अपने परफॉर्मेंस के कारण उन्हें टीम संभालने में परेशानी आई June 18, 2020 at 09:43PM

टीम इंडिया के पूर्व कोच मदन लाल ऐसा नहीं मानते कि सचिन तेंदुलकर अच्छे कप्तान नहीं थे। उनकी नजर में सचिन अपने खेल के बारे में इतना ज्यादा सोचते थे कि उन्हें टीम संभालने में परेशानी आई। लाल ने स्पोर्ट्स वेबसाइट से फेसबुक लाइव के दौरान यह बात कही।

लाल ने कहा कि बतौर कप्तान आपको सिर्फ अपने प्रदर्शन का ही ध्यान नहीं रखना होता है, बल्कि बाकी 10 खिलाड़ियों से भी उनका बेहतर प्रदर्शन निकलवाना होता है। यह बहुत अहम होता है कि आप बाकी खिलाड़ियों को कैसे संभाल रहे हैं।

सचिन में खेल की बहुत अच्छी समझ थी: लाल

उन्होंने कहा कि सचिन में खेल की बहुत अच्छी समझ थी। वह खिलाड़ियों को बताते थे कि वह कहां गलत हैं। वे इस मामले में सबसे बेहतर थे,लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब आप अपने खेल पर बहुत फोकस करते हैं, तो मुश्किल बढ़ जाती हैं।

सचिन की कप्तानी में भारतीय टीम59% मैच हारी

सचिन 1996 से 2000 तक भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे। इस दौरान उन्होंने 73 वनडे और 25 टेस्ट में टीम की कप्तानी की। उनकी अगुआई में टीम इंडिया ने 23 वनडे जीते, जबकि 43 में उसे हार मिली। इस हिसाब से वनडे में टीम 59% मैच हारी। वहीं, उनकी कप्तानी में भारत ने 4 टेस्ट जीते और 9 हारे।



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सचिन तेंदुलकर ने 73 वनडे और 25 टेस्ट में टीम की कप्तानी की। उनकी अगुआई में टीम इंडिया ने 23 वनडे जीते, जबकि 43 में उसे हार मिली। -फाइल

सचिन अच्छे कप्तान थे लेकिन...: मदन लाल June 18, 2020 at 09:31PM

नई दिल्ली पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने सचिन तेंडुलकर की कप्तानी ( As Captain) के कार्यकाल के बारे में अपना राय रखी है। उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं है कि सचिन अच्छे कप्तान नहीं थे। सचिन ने 1996 से 2000 के बीच 73 वनडे और 25 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की। भारत ने इसमें से 23 वनडे जीते और 43 में उसे हार का सामना करना पड़ा। वहीं टेस्ट मैचों में चार में जीत और 9 में उसे हार मिली। मदन लाल ने स्पोर्टसकीड़ा के साथ फेसबुक लाइव में कहा, 'मैं आपसे सहमत नहीं हूं कि सचिन अच्छे कप्तान नहीं थे। लेकिन वह अपने प्रदर्शन को लेकर इतने अधिक सजग थे कि उनके लिए टीम का ख्याल रख पाना मुश्किल हो गया था।' मदन लाल ने कहा, 'कप्तान के रूप में आपको सिर्फ अपने ही नहीं बल्कि टीम के प्रदर्शन का भी ख्याल रखना पड़ता है। आपको बाकी 10 खिलाड़ियों से भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने की जरूरत होती है। आप उन्हें कैसे मैनेज करते हो यह काफी महत्वपूर्ण होता है।' उन्होंने कहा, 'सचिन के अंदर खेल को समझने की बहुत अच्छी खूबी थी। वह खिलाड़ियों को बताते थे कि कहां गलत हो रहा है और उन्हें कहां गेंदबाजी करनी चाहिए। वह इन सब चीजों में बहुत बढ़िया थे। लेकिन ऐसा कई बार होता है जब आप खेल को बहुत ज्यादा तवज्जो देते हैं तो आपके लिए कुछ मुश्किलें हो जाती हैं। ऐसा नहीं है कि वह अच्छे कप्तान नहीं थे।' मदन लाल ने इस बात का भी जिक्र किया कि सौरभ गांगुली अपने शुरुआती दिनों में मिडल ऑर्डर में स्ट्रगल कर रहे थे और जब उन्होंने पारी की शुरुआत करना शुरू किया तो बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के लिए चीजें सकारात्मक रूप से बदल गईं। उन्होंने कहा, 'हम दादा का सही इस्तेमाल करना चाहते थे। मुझे नहीं पता कि उन्हें याद है अथवा नहीं। मैंने दादा से कहा था, 'दादा, आप अगर नंबर पांच पर बल्लेबाजी करते रहेंगे तो कुछ नहीं होगा। आपको सीधा ओपन करना चाहिए।'' उन्होंने कहा, 'हर खिलाड़ी का अपना स्टाइल होता है। गांगुली के पास सभी स्ट्रोक्स थे। हर बल्लेबाज को सेट होने के लिए समय चाहिए होता है।' उन्होंने कहा, 'आज के दौर में भी विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे को सेटल होने में थोड़ा समय लगता है। यही बात मैंने उन्हें कही थी। और वह इससे राजी हो गए थे। इसके बाद उन्होंने कभी मुड़कर नहीं देखा। सचिन और सौरभ की साझेदारी भारत के लिए बहुत अच्छी रही है। इन दोनों ने भारत के लिए कई मैच जीते हैं।'

WC 2019- पाक ने भारत के खिलाफ की थी बड़ी चूक: वकार यूनिस June 18, 2020 at 09:51PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और कोच () ने कहा कि पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में उनकी राष्ट्रीय टीम ने भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को कम आंकने की गलती की थी, जिसका खामियाजा उन्हें बड़े अंतर से मैच गंवा कर भुगतना पड़ा। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर 16 जून 2019 को खेले गए इस मैच में भारत ने डकवर्थ लुइस प्रणाली से पाकिस्तान (India vs Pakistan Match) को 89 रन से करारी शिकस्त दी थी। वकार ने 'ग्लोफैंस' के आधिकारिक ट्विटर हैडल से कहा कि पाकिस्तान को लगा था कि वह पहले गेंदबाजी कर भारतीय शीर्षक्रम को सस्ते में निपटा देगा, जिससे भारतीय टीम दबाव में आ जाएगी, लेकिन भारत के पास शीर्षक्रम में शानदार बल्लेबाज थे। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है पाकिस्तान ने उस मैच में टॉस जीत कर गेंदबाजी का करने का गलत फैसला कर लिया था। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि शुरुआत में पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी और टीम भारत के सलामी बल्लेबाजों को जल्दी पविलियन भेज कर दबाव बना लेगी।' पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'भारत के पास शानदार सलामी बल्लेबाज थे। पिच और परिस्थितियों ने भी तेज गेंदबाजों का साथ नहीं दिया और भारतीय बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को हावी होने का मौका नहीं दिया। भारत ने इतना बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया जिसे हासिल करना पाकिस्तान के लिए काफी मुश्किल हो गया।' भारत ने () की 113 गेंद में 140 रन की पारी के दम पर 50 ओवर में पांच विकेट पर 336 रन बनाने के बाद पाकिस्तान को बारिश से प्रभावित मैच में 40 ओवर में छह विकेट पर 212 रन ही बनाने दिए। वकार ने कहा, 'मुझे लगता है टॉस जीतकर पाकिस्तान का गेंदबाजी करना मूर्खतापूर्ण फैसला था। उस पिच पर पहले बल्लेबाजी कर बड़ा स्कोर के साथ दबाव बनाना चाहिए था। उस दिन पाकिस्तान के गेंदबाजों को मदद नहीं मिली और भारत का प्रदर्शन कमाल का था।' वर्ल्डकप में पाकिस्तान के खिलाफ यह भारत की सातवीं जीत थी, जबकि पाकिस्तान उससे अभी तक एक भी मैच जीतने में सफल नहीं रहा है।

नेहरा क्वारंटीन सेंटर में होते तो भाग जाते: युवराज June 18, 2020 at 09:15PM

नई दिल्ली घातक वायरस कोविड- 19 (Covid-19) के प्रकोप से इन दिनों पूरी दुनिया परेशान है। दुनिया की रफ्तार करीब-करीब तीन महीने बाद भी थमी हुई है और इस वायरस से अभी निजात मिलती नहीं दिख रही है। इस बीच सिलेब्रिटीज इंटरनेट पर ही अपने फैन्स से मिल रहे हैं और उन्हें इस घातक बीमारी से लड़ने का हौसला दे रहे हैं। () हाल गुरुवार को फेमस स्पोर्ट्स ऐंकर गौरव कपूर (Gaurav Kapoor) के शो में शामिल हुए इस दौरान उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज () पर मजे लिए। युवी ने कहा कि अगर नेहरा क्वारंटीन में बंद होते तो वह अब तक वहां से भाग चुके होते। नेहरा को एक जगह पर रखना बहुत मुश्किल है। गौरव कपूर के इस शो में युवराज सिंह इंटरनैशनल क्रिकेट से अपनी रिटायरमेंट के एक साल पूरा होने पर आए थे। शो के ऐंकर ने युवराज से पूछा कि रिटायरमेंट के इस एक साल में क्रिकेट से दूर होना कितना मुश्किल होता है और उन्होंने इस बीते समय में क्या-क्या किया। युवराज ने बताया कि वह अपने फाउंडेशन 'यूवीकैन' के साथ मिलकर कैंसर से लड़ रहे मरीजों की मदद करने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बीते एक साल में दुनिया के कई अलग-अलग देशों में जाकर क्रिकेट का लुत्फ भी खूब उठाया। इस दौरान गौरव कपूर को आशीष नेहरा की याद आई और उन्होंने युवराज से पूछ लिया कि अगर नेहरा को क्वारंटीन सेंटर में रखा जाए तो कहां होगा। यह सवाल सुनकर युवराज अपनी हंसी नहीं रोक पाए और उन्होंने कहा कि नेहरा को आप कहीं भी क्वारंटीन में नहीं रख सकते वह एक जगह टिककर बैठने वालों में से नहीं है। युवी ने कहा कि वह अगर कहीं होते तो अब तक भाग खड़े होते। इसके बाद युवराज ने कहा कि मैं उन्हें लकी मानता हूं कि वह इन दिनों गोवा में हैं अगर वह दिल्ली-मुंबई जैसे शहर में होते तो फिर उनके लिए बहुत मुश्किल होती। बता दें कोविड- 19 की स्थिति को देखें को गोवा देश के उन राज्यों में शुमार है, जहां हालात काबू में हैं। गोवा ने इस वायरस की रोकथाम करने में काफी हद तक सफलता पाई हैं।

टूर्नामेंट में 4 नए खेलों को शामिल किया, स्विमिंग को जगह नहीं मिली; 50 देश के 4400 से ज्यादा एथलीट शामिल होंगे June 18, 2020 at 08:45PM

यूरोपियन चैम्पियनशिप 2022 को लेकर गुरुवार को बैठक की गई। इस दौरान ऑर्गनाइजर्स कमेटी ने चैम्पियनशिप में 4 नए खेलों को जोड़ लिया है। स्विमिंग को इसमें जगह नहीं मिल सकी। यह चैम्पियनशिप 2022 में 11 से 21 अगस्त तक जर्मनी के म्यूनिख में होगी।

इस टूर्नामेंट में पहले सिर्फ 5 खेल ट्रैक और फील्ड, साइक्लिंग, जिम्नास्टिक, रोइंग और ट्रायथलॉन थे। अब चैम्पियनशिप में बीच वॉलीबॉल, कैनो स्प्रिंट, स्पोर्ट क्लाइंबिंग और टेबल-टेनिस को शामिल कर लिया है।

स्विमिंग पर कमेटी और ब्रॉडकास्टर्स के बीच सहमति नहीं बनी
मीटिंग में ऑर्गनाइजर्स ने स्विमिंग को लेकर ब्रॉडकास्टर्स से बात की थी, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। कई खेलों की इस चैम्पियनशिप के लिए म्यूनिख का ओलिंपिक पार्क पूरी तरह तैयार है। इसमें 50 देशों के 4400 से ज्यादा एथलीट आने की संभावना है।



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यूरोपियन चैम्पियनशिप ऑर्गेनाइजर्स कमेटी की मीटिंग में स्विमिंग को लेकर ब्रॉडकास्टर्स से बात की थी, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। -फाइल फोटो

हरभजन के बायकॉट से चीनी 'मुखपत्र' को लगी मिर्ची June 18, 2020 at 08:18PM

नई दिल्ली लद्दाख की गलवान वैली (Galwan Valley) में चीनी सैनिकों से झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद देश भर में चीन विरोधी माहौल है। चीनी सामान () के बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है। भारतीय क्रिकेटर () ने भी सभी चीनी सामानों पर बैन लगाने की बात कही। हरभजन की यह बात चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के मुखपत्र कहे जाने वाले को पसंद नहीं आई। उसे यह बात काफी बुरी लगी कि आखिर क्यों कोई भारतीय सेलिब्रिटी चीन के सामान के बहिष्कार की बात कर रहा है। हरभजन के इस बयान पर अखबार के संपादक हु शी जिन ने ट्वीट किया, 'चीन उस दौर से काफी आगे निकल आया है, जिसमें सेलिब्रिटीज विदेशी सामान के बहिष्कार की बात करते हैं। यह 'प्रभावी' व्यक्ति भारत के सबसे मशहूर स्पोर्टस स्टार में गिना जाता है। और यहां यह महान भारतीय संस्कृति की नकारात्मक और पिछड़ी छवि पेश कर रहा है।' शुक्रवार को भी किया हरभजन ने ट्वीट शुक्रवार को हरभजन सिंह ने फिर एक बार ट्वीट किया। इस बार उन्होंने हिंदी में लिखा- 'शरीर एवं राष्ट्र.... दोनों को स्वस्थ रखने का एक ही उपाय है, 'चीनी बन्द' शरीर के लिए "देसी गुड़"* और राष्ट्र के लिए "देसी Goods" भारत ने शुरू कर दिया है चीन का 'बहिष्कार' दिल्ली मेरठ रैपिड रेल नेटवर्क के लिए चीनी कंपनी को दिया गया ठेका रद्द कर दिया है। इसके साथ ही भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने भी अपने 4जी अपग्रेडेशन के लिए चीनी उत्पादों का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है।