Wednesday, December 15, 2021

वीडियो : कौन है भारतीय खिलाड़ी जिसे ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप टीम में मिली जगह, दोनों हाथों से करता है गेंदबाजी December 15, 2021 at 07:29AM

नई दिल्ली आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप 2022 () का आयोजन अगले साल जनवरी में वेस्टइंडीज में होना है। यही वह मंच है जहां युवा खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है और उनकी आगे की राह तय होती है। इस समय कई टीमों में अंडर-19 वर्ल्ड कप से निकले खिलाड़ी शामिल हैं जो इंटरनैशनल स्तर पर अपना लोहा मनवा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए मंगलवार को अपनी 15 सदस्यीय टीम घोषित की। सबसे खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई स्क्वॉड में भारतीय मूल के 19 वर्षीय ऑलराउंडर निवेथन राधाकृष्णन (Nivethan Radhakrishnan) को भी शामिल किया गया है। निवेथन का जन्म तमिलनाडु में हुआ था। राधाकृष्णन बाएं हाथ के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज हैं। इसके अलावा वह दोनों हाथों से गेंदबाजी करते हैं। यानी ऑफ स्पिन के साथ साथ लेफ्ट आर्म स्पिन बोलिंग में भी निवेथन को महारथ हासिल है। साल 2013 में निवेथन की फैमिली तमिलनाडु से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में शिफ्ट हो गई थी। निवेथन तमिलनाडु की प्रतिष्ठित तमिलनाडु प्रीमियर लीग (Tamil Nadu Premier League) फर्स्ट डिविजिन में स्वराज सीसी के लिए खेल चुके हैं। इसके अलावा वह दो बार टीएनपीएल (TNPL) स्क्वॉड में शामिल रहे। आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स के नेट बोलर रह चुके हैं साल की शुरुआत में बाएं हाथ के बल्लेबाज निवेथन को पहला पेशेवर फर्स्ट क्लास कॉन्ट्रेक्ट तस्मानिया (2021-22 ) की ओर से मिला है। निवेथन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के नेट बोलर भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें दिग्गज रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) और स्टीव स्मिथ (Steve Smith) के साथ काफी कुछ सीखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया की अंडर-16 क्रिकेट में दिखा चुके हैं बल्ले और गेंद से कमाल राधाकृष्णन ऑस्ट्रेलिया की अंडर-16 टीम की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ साल 2019 में 5 मैचों की सीरीज खेल चुके हैं। उन्होंने उस मौके को दोनों हाथों से लपका। निवेथन ने बल्लेबाजी में कुल 172 रन बनाने के साथ साथ 8 विकेट भी लिए थे। राधाकृष्णन तस्मानिया (Tasmania) के लिए इस सीजन कुल 622 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 स्क्वॉड हरकिरत बाजवा, एडेन काहिल, कूपर कोनोली, जोशुआ गार्नर, इसाक हिगिंस, कैम्बेल केलावे, कोरी मिलर, जैक निसबेट, निवेथन राधाकृष्णन, विलियम साल्जमान, लाचलान साव, जैक्सन सिनफील्ड, टोबियास स्नेल, टॉम व्हाइटनी, टीग विली।

भारत ने बांग्लादेश को पढ़ाया हॉकी का पाठ:एकतरफा मुकाबले में बंगाल टाइगरों को 9-0 से हराया, अब पाकिस्तान से होगा अगला मुकाबला December 15, 2021 at 04:35AM

कोहली पर भारी तेंदुलकर का जलवा:8 साल पहले रिटायर हो चुके सचिन तेंदुलकर साल के मोस्‍ट एडमायर्ड मैन की लिस्ट में विराट से आगे, रोनाल्डो नंबर-1 December 15, 2021 at 04:42AM

क्या भज्जी कांग्रेस ज्वाइन करेंगे? भारतीय स्पिनर ने नवजोत सिंह सिद्धू से की मुलाकात December 15, 2021 at 03:42AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी (Harbhajan Singh) के साथ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कर अटकलों का बाजार फिर से गर्म कर दिया है। सिद्धू ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर बुधवार को हरभजन के साथ एक तस्वीर शेयर कर कैप्शन लिखा, ' संभावनाओं से भरी तस्वीर.. चमकते सितारे भज्जी के साथ। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। सत्तासीन कांग्रेस को जड़ से उखाड़ने के लिए सारी विपक्षी पार्टियों ने ताकत लगानी शुरू कर दी है। अकाली दल, बीजेपी, आम आदमी पार्टी अपनी जमीन टटोलने में लगीं हैं। इसी दौरान खबर आई थी कि पंजाब से ही आने वाले दो भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह और युवराज सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद कुछ दिन पहले ही भज्जी की ओर से पूरे मामले पर पहली प्रतिक्रिया आई थी। टीम इंडिया के लिए 700 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले हरभजन सिंह ने ऐसी ही एक खबर को रीट्वीट करते हुए उसे फर्जी करार दे दिया। हरभजन ने लिखा, फेक न्यूज। इस तरह उन तमाम अटकलों पर विराम लग गया जो उन्हें राजनीति से जोड़ रही थी। पहले भी उड़ी थी कांग्रेस में जाने की हवा ऐसा पहली बार नहीं है जब 'टर्बनेटर' की पॉलिटिक्स में एंट्री की हवा उड़ाई गई हो, बीते पंजाब चुनाव से ठीक पहले भी ऐसी ही चर्चाएं थीं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में उन्हें कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी तक बता दिया गया था। खबर थी कि अमृतसर या जालंधर से कांग्रेस उनपर दांव लगा सकती है, हालांकि तब ये सारी बातें अफवाहें साबित हुई थी।

चैंपियंस ट्रॉफी (हॉकी): दिलप्रीत की हैट्रिक के दम पर भारत ने बांग्लादेश को 9-0 से रौंदा December 15, 2021 at 01:46AM

ढाका स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह की हैट्रिक से गत चैंपियन और ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता भारत ने बुधवार को मेजबान बांग्लादेश (IND vs Bangladesh) को 9-0 से हराकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी () पुरुष हॉकी टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। दिलप्रीत (12वें, 22वें और 45वें) ने भारत के लिए तीन मैदानी गोल किए जबकि जरमनप्रीत सिंह (33वें, 43वें) ने पेनल्टी कॉर्नर से दो गोल दागे। इस बीच में ललित उपाध्याय (28वें) ने उप कप्तान हरमनप्रीत सिंह की पेनल्टी कॉर्नर से की गई फ्लिक को गोल में बदला। आकाशदीप सिंह (54वें) ने मैदानी गोल किया जबकि मंदीप मोर ने 55वें मिनट में देश के लिये अपना पहला गोल दागा। इतना ही काफी नहीं था कि हरमनप्रीत ने भी स्कोरशीट में अपना नाम लिखवा दिया, उन्होंने 57वें मिनट में भारत के 13वें पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। तोक्यो ओलिंपिक के ऐतिहासिक अभियान के बाद कुछ नये खिलाड़ियों के साथ पहला टूर्नामेंट खेल रही मनप्रीत सिंह की अगुआई में भारत ने मंगलवार को टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में कोरिया से 2-2 से ड्रॉ खेला था। इससे पहले टीम इंडिया ने अपने पहले मुकाबले में मंगलवार को कोरिया से 2-2 से ड्रॉ खेला था। इस मुकाबले में भारत ने मध्यांतर तक दोगुने बढ़त से आगे थे बावजूद इसके ड्रॉ खेलने पर उसे कोरिया ने मजबूर कर दिया था। भारतीय टीम अब शुक्रवार को राउंड रोबिन चरण में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है। दोनों ने देशों के बीच मुकाबला खेल के मैदान पर चाहे जहां कही भी हो दर्शकों का जूनुन देखते ही बनता है।

एशेज- दूसरे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें:एंडरसन-ब्रॉड की वापसी, ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक बदलाव; हेजलवुड बाहर December 15, 2021 at 02:42AM

आखिर झूठ कौन बोल रहा है? अब BCCI ने कहा- सितंबर में हुई थी कोहली से बात December 15, 2021 at 02:25AM

नई दिल्ली दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले भारतीय क्रिकेट में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह कहकर मामले को तूल दिया कि उन्हें टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने को लेकर किसी ने मना नहीं किया था। साथ ही कोहली ने कहा है कि वह वनडे टीम की कप्तानी नहीं छोड़ना चाहते थे। विराट के इस सनसनीखेज दावे को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)ने सिरे से नकार दिया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इंडिया टुडे से कहा कि सितंबर में विराट कोहली से टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने का आग्रह किया किया गया था। बोर्ड अधिकारी ने कहा, ' विराट कोहली यह नहीं कह सकते कि हमने उन्हें लूप में नहीं रखा। हमने विराट से सितंबर में बात की थी और उन्हें टी20 कप्तानी नहीं छोड़ने की बात कही थी। विराट ने जब टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी तब व्हाइट गेंद के दो कप्तान बनाना मुश्किल था। मीटिंग वाले दिन सुबह में चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने विराट कोहली से वनडे कप्तानी के बारे में बात की थी। साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होने से पहले कोहली ने बुधवार को तमाम सवालों के बड़े बेबाकी से जवाब दिए। साथ ही बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के उस बयान को भी सिरे से खारिज कर दिया जो 'दादा' ने विराट की टी-20 कप्तानी पर दिया था। गांगुली बोले- मैंने उसे समझाया था दरअसल, बीते दिनों सौरव गांगुली (Virat Kohli) से जब विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा था कि हमने अनुरोध किया था कि वह टी-20 कप्तानी से न हटें। मगर विराट इस पद पर जारी नहीं रहना चाहते थे इसलिए चयनकर्ताओं को लगा कि वे सफेद गेंद के दो प्रारूपों में दो अलग-अलग कप्तान नहीं रख सकते। गांगुली ने साथ ही कहा था कि उन्होंने खुद कोहली से खुद बात की थी और उन्हें टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने की सलाह दी थी। विराट बोले- मुझसे किसी ने बात नहीं की विराट ने कहा, 'मैंने टी-20 इंटरनेशनल की कप्तानी छोड़ने से पहले बीसीसीआई (BCCI) को इस बारे में बता दिया था। अपना दृष्किटकोण समझा दिया था। बीसीसीआई ने मेरे फैसले को सहजता से स्वीकारा। कोई मनमुटाव या विवाद जैसी स्थिति नहीं थी। मैंने तभी स्पष्ट कर दिया था कि मैं सिर्फ टी-20 कप्तानी छोड़ रहा हूं, टेस्ट और वनडे की कप्तानी जारी रखूंगा। मैंने उस वक्त साफगोई से कह दिया था कि अगर पदाधिकारी या चयनकर्ता नहीं चाहते कि मैं किसी भी जिम्मेदारी को संभालूं, तो मैं इसके लिए भी तैयार हूं।' भारतीय टीम साउथ अफ्रीका (India Tour Of South Africa) दौरे पर गुरुवार तड़के रवाना होगी। टीम इंडिया को इस दौरे पर 3 टेस्ट और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है। टेस्ट सीरीज का आगाज 26 दिसंबर से होगा जबकि वनडे मुकाबले 19 जनवरी 2022 से खेले जाएंगे।

कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में जीत का पताका लहराने की भरी हुंकार, बताया सीरीज जीत का फॉर्मूला December 15, 2021 at 12:31AM

मुंबई भारतीय टेस्ट टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका ऐसी अंतिम जगह बची है जहां जीत की पताका लहराना बाकी है। को पूरा भरोसा है कि उनकी टीम इस देश के आगामी दौरे पर ‘कुछ विशेष’ करके वहां सीरीज जीत सकती है। भारतीय टीम 26 दिसंबर से शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में जब दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी तो कोहली की कप्तानी में विदेशों में अपने हाल के प्रभावशाली रिकॉर्ड को बेहतर करना चाहेगी। कोहली ने बुधवार को कहा, 'अनुभव, भरोसे और आत्मविश्वास के मामले में हम बहुत अच्छी स्थिति में हैं और इस बार हम कुछ विशेष कर सकते हैं और बतौर टीम हम जो नतीजा चाहते हैं, वो हासिल कर सकते हैं। शायद सबसे मुश्किल परिस्थितियों से निपटकर सीरीज जीत सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका ऐसी जगह है जहां हमने अभी तक एक भी सीरीज नहीं जीती है। इसलिए हम ऐसा करने के लिये प्रेरणा से भरे हुए हैं। हमारी मानसिकता हमेशा यही है कि हम जिस भी देश में खेलने जाएं, वहां जाकर सीरीज जीतें।' कोहली ने कहा, 'हम अब एक टेस्ट यहां और एक टेस्ट वहां जीतने के बारे में नहीं सोचते। हम बतौर टीम अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि हम इसमें योगदान करना जारी रखें।' टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 2 बार उसके मांद में जाकर हराया है भारत ने ऑस्ट्रेलिया को दो बार उसकी ही मांद में हराकर इतिहास रच दिया और इस साल के शुरू में ब्रिटेन के दौरे पर भी वह 2-1 से बढ़त बनाए थी लेकिन कोविड-19 मामलों के कारण इस दौरे को निलंबित करना पड़ा। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में 20 टेस्ट खेले हैं जिसमें से टीम केवल तीन में जीत दर्ज कर सकी है और 2018 के अंतिम दौरे पर उन्होंने कड़ी चुनौती पेश की लेकिन फिर भी सीरीज 1-2 से हार गए थे। भारत ने हाल में घरेलू सरजमीं पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड को 1-0 से शिकस्त दी थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में केवल तीन टीमें - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका - ही दक्षिण अफ्रीका को उसकी सरजमीं पर हरा सकी हैं। बकौल कोहली, 'हम निश्चित रूप से इससे काफी प्रेरणा ले सकते हैं। हमने उस दौरे पर सबसे मुश्किल परिस्थितियों में जीत हासिल की थी। इससे हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ना चाहिए। अगर हमारी मानसिकता सही होगी तो हम श्रृंखला काफी आत्मविश्वास के साथ शुरू करेंगे और हम निश्चित रूप से किसी भी चुनौती का डटकर सामना कर सकते हैं और इसका पूरा लाभ उठा सकते हैं। हम उस जीत से काफी प्रेरणा लेंगे और हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा।' 'जडेजा की कमी खलेगी' भारत हाल के समय में हरफनमौला हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में पांच गेंदबाजों के संयोजन पर डटा रहा है। लेकिन इस बार स्पिन गेंदबाजी हरफनमौला रविंद्र जडेजा हाथ की चोट के कारण बाहर हैं तो दौरे पर उसकी पूरी परीक्षा होगी। कोहली ने कहा कि उन्हें अनुभवी जडेजा की कमी खलेगी लेकिन यह ‘निर्णायक कारक’ नहीं होंगे। उन्होंने कहा, 'जडेजा निश्चित रूप से हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं। वह खेल के तीनों विभागों में योगदान करता है जो काफी महत्वपूर्ण है, विशेषकर विदेशी परिस्थितियों में। उसकी निश्चित रूप से कमी खलेगी। 'तेजी और उछाल भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण' ‘बाक्सिंग डे’ से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से पहले कोई अभ्यास मैच नहीं होगा लेकिन कोहली ने मैदान पर मैच की परिस्थितियों के अनुकूल अभ्यास पर जोर दिया। विराट ने कहा, 'मुझे लगता है कि इस तरह की चीजों से वास्तव में मदद मिलती है, जब आप उन परिस्थितियों में खेलते हैं जो मेरी राय में तेजी और उछाल के कारण बल्लेबाजी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होती हैं।'

वार पर पलटवार... कोहली ने उठाए गांगुली के दावे पर सवाल, कहा- किसी ने नहीं की थी बात December 15, 2021 at 12:37AM

मुंबई पिछले दो दिन से अटकलें लगाई जा रही थी कि कोहली और रोहित के बीच सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। विराट पर आरोप लगे कि वह जानबूझ कर वनडे सीरीज में नहीं खेलना चाहते, लेकिन आज साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होने से पहले कोहली ने तमाम सवालों के बड़े बेबाकी से जवाब दिए। रोहित के साथ अपनी जुगलबंदी पर बात की। बताया कि वह वनडे सीरीज के खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। साथ ही बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के उस बयान को भी सिरे से खारिज कर दिया जो 'दादा' ने विराट की टी-20 कप्तानी पर दिया था। गांगुली बोले- मैंने उसे समझाया था दरअसल, बीते दिनों सौरव गांगुली से जब विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा था कि हमने अनुरोध किया था कि वह टी-20 कप्तानी से न हटें। मगर विराट इस पद पर जारी नहीं रहना चाहते थे इसलिए चयनकर्ताओं को लगा कि वे सफेद गेंद के दो प्रारूपों में दो अलग-अलग कप्तान नहीं रख सकते। गांगुली ने साथ ही कहा था कि उन्होंने खुद कोहली से खुद बात की थी और उन्हें टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने की सलाह दी थी। विराट बोले- मुझसे किसी ने बात नहीं की 'मैंने टी-20 इंटरनेशनल की कप्तानी छोड़ने से पहले बीसीसीआई को इस बारे में बता दिया था। अपना दृष्किटकोण समझा दिया था। बीसीसीआई ने मेरे फैसले को सहजता से स्वीकारा। कोई मनमुटाव या विवाद जैसी स्थिति नहीं थी। मैंने तभी स्पष्ट कर दिया था कि मैं सिर्फ टी-20 कप्तानी छोड़ रहा हूं, टेस्ट और वनडे की कप्तानी जारी रखूंगा। मैंने उस वक्त साफगोई से कह दिया था कि अगर पदाधिकारी या चयनकर्ता नहीं चाहते कि मैं किसी भी जिम्मेदारी को संभालूं, तो मैं इसके लिए भी तैयार हूं।'

कहां गया वो याराना... जब रोहित शर्मा के लिए रिपोर्टर से भिड़ गए थे कोहली December 15, 2021 at 01:01AM

नई दिल्ली टी20 विश्व कप 2021 को खत्म हुए अभी चंद महीने ही हुए हैं, जब (Virat Kohli) अपने साथी उप कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए रिपोर्टर से भिड़ गए थे। लेकिन अब ऐसा क्या हुआ जब दोनों के बीच कथित रूप से अनबन की खबरें आ रही हैं। यूएई में संपन्न टी20 विश्व कप (T20 World Cup) के पहले मैच में भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस मुकाबले में कोहली को छोड़ अन्य बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए थे। रोहित को पेसर शाहीन अफरीदी ने खाता तक नहीं खोलने दिया था। इसके बााद जब कोहली से रोहित शर्मा पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपना माथा पकड़ लिया था। कोहली से पूछा गया कि क्या रोहित शर्मा की जगह प्लेइंग इलेवन में ईशान किशन बेहतर विकल्प हो सकते हैं? जिस पर कोहली ने कहा था,'ये बहुत साहसी सवाल है। आपको क्या लगता है? मैंने वही टीम खिलाई जो मुझे सर्वश्रेष्ठ लगी। मैं आपसे पूछ रहा हूं? क्या आप रोहित शर्मा को टी20 अंतरराष्ट्रीय से ड्रॉप करेंगे? आप रोहित शर्मा को ड्रॉप करेंगे? अगर आपको कॉन्ट्रोवर्सी चाहिए तो मुझे बता दें फिर मैं उसी हिसाब से जवाब दूंगा। अविश्वसनीय।' अब जबकी टीम इंडिया को गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होना है। ऐसे में दो दिन पहले यानी मंगलवार मीडिया में खबर आई कि दोनों एक दूसरे की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते। कोहली ने बुधवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए साफ किया कि वह दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज खेलेंगे, जिससे उनकी उपलब्धता और सीमित ओवरों की टीम के नवनियुक्त कप्तान रोहित शर्मा के साथ उनके समीकरणों को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया। कोहली ने दक्षिण अफ्रीकी दौरे से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैं चयन के लिये उपलब्ध था और मैं हमेशा चयन के लिए उपलब्ध हूं। मैंने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) से विश्राम के लिए कभी संपर्क नहीं किया। मैं दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज के लिए उपलब्ध हूं और पहले भी उपलब्ध था।' पिछले दो दिन से खबरें आ रही थीं कि कोहली और टेस्ट उप कप्तान रोहित के बीच सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। रोहित मांसपेशियों में खिंचाव के कारण टेस्ट सीरीज में नहीं खेल पाएंगे। रोहित के टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद रिपोर्ट आई कि कोहली अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिये वनडे सीरीज से विश्राम लेंगे। ऐसा रोहित को वनडे और टी20 टीमों की कमान सौंपे जाने के बाद हुआ जिसकी जानकारी बीसीसीआई ने सीरीज के लिए टेस्ट टीम घोषित करते हुए प्रेस विज्ञप्ति में दी थी। कोहली ने संयुक्त अरब अमीरात में टी20 विश्व कप शुरू होने से पहले घोषणा की थी कि वह इस टूर्नामेंट के बाद भारत की टी20 टीम की कप्तानी छोड़ देंगे। इस बारे में लगातार चल रही अटकलों के बारे में कोहली ने कहा, 'बहुत सी चीजें जो बाहर होती हैं वे आदर्श नहीं होती हैं और वे हमेशा वैसी नहीं होती जैसा कि कोई उम्मीद करता है। लेकिन आपको यह समझना होगा कि आप एक व्यक्ति के रूप में केवल इतना ही कर सकते हैं और हमें वही चीजें करनी हैं जो आप एक व्यक्ति के रूप में नियंत्रित तरीके से कर सकते हैं। मैं पूरी तरह से एकाग्र हूं और मानसिक रूप से तैयार हूं।' हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है जब टीम इंडिया के दोनों सुपर स्टार खिलाड़ियों के बीच खटपट की खबरें सामने आई हैं। भले ही विराट ने इसे सिरे से नकार दिया हो लेकिन इतना तो तय है कि भारतीय टीम में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है।

BCCI का कोहली पर विराट पलटवार:सितंबर में कोहली से हुई थी कप्तानी पर बात, तभी कहा था- WHITE BALL में दो कप्तान मुमकिन नहीं December 15, 2021 at 01:44AM

कौन सच्चा, कौन झूठा? क्या एक-दूसरे से अब नजरें मिला पाएंगे विराट-गांगुली December 15, 2021 at 12:11AM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट में विवाद तो कई रहे हैं लेकिन वनडे कप्तानी से हटाए जाने को लेकर विराट कोहली (Virat Kohli vs Sourav Ganguly)के बयान ने तूफान खड़ा कर दिया है। विराट ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि उनको वनडे कप्तान से हटाए जाने को लेकर बीसीसीआई की तरफ से कोई संदेशा नहीं आया था। जबकि सौरभ गांगुली ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि इस मसले पर विराट से बातचीत की गई थी। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन सच बोल रहा है? गांगुली ने भारतीय क्रिकेट के लिए खून-पसीना बहाया है तो कोहली का योगदान किसी से छिपा नहीं है। तो आखिर ऐसा क्या हो गया जो मामला इतना खराब हो गया। क्या एक-दूसरे से नजरें मिला पाएंगे विराट-गांगुली गांगुली के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले विराट क्या अब कभी एक-दूसरे ठीक से नजरें मिला पाएंगे? गांगुली के लिए भी ये मुश्किल हालात हैं क्योंकि बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष उनके ऊपर आरोप लगे हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनिया का सबसे ताकतवर बोर्ड है और गांगुली उसके अध्यक्ष। उनकी टीम का कप्तान उनके खिलाफ मोर्चा खोलता है, तो साख का भी सवाल है। भारतीय क्रिकेट को धक्का! गांगुली और कोहली दोनों ही अपने समय के श्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। दुनियाभर में दोनों की धाक रही है। दोनों एक-दूसरे की इज्जत करते हैं तो सवाल उठता है तो फिर झूठ कौन बोल रहा है। क्या जब दोनों फिर कभी मैदान पर मिलेंगे तो नजरें मिला पाएंगे? भारतीय क्रिकेट में विवादों का पुराना नाता रहा है। लेकिन इस विवाद से देश की क्रिकेट को धक्का लगा है। तो दाल में क्या है काला? भारतीय क्रिकेट के स्याह-सफेद सच को जानने वालों को भी इस विवाद के पीछे दाल में कुछ काला नजर आ रहा है। पहले बात आ रही थी कि कोहली दक्षिण अफ्रीका में वनडे सीरीज में नहीं खेलना चाहते हैं, लेकिन कोहली ने कहा कि उन्होंने इस बारे में बोर्ड से कुछ कहा ही नहीं और वह इस सीरीज में खेंलेगे। गांगुली ने गत रविवार को बयान जारी कर कहा था कि उन्होंने निजी तौर पर कोहली से बात की थी और चीफ सिलेक्टर ने भी उनसे बात की थी। अब कोहली ने कहा कि ऐसा तो कुछ हुआ ही नहीं है। कौन बोल रहा है झूठ? मतलब साफ है कि इस विवाद में कोई एक शख्स झूठ बोल रहा है। गांगुली का भारतीय क्रिकेट के लिए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। कोहली ने भी अपनी कप्तानी में देश की क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाया है। बीसीसीआई ने कहा था कि विराट को टी-20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था जबकि कोहली ने कहा उन्होंने बीसीसीआई के सभी अधिकारियों को संज्ञान में लेकर यह फैसला किया था। हर जगह बीसीसीआई और कोहली के बयान में झोल है। सच और झूठ का मसला तभी साफ हो सकता है जब बीसीसीआई भी इसपर कोई बयान जारी करे। बहरहाल, कोहली के बयान ने भारतीय क्रिकेट में भूचाल तो ला ही दिया है।

गांगुली-द्रविड़ की जुगलबंदी भी नहीं खत्म कर पा रही टीम इंडिया में वर्चस्व की लड़ाई December 14, 2021 at 11:58PM

नई दिल्ली हर सवाल के बाद विवाद। हर जवाब के बाद विवाद। हर बात के बात विवाद। हर खामोशी के बाद विवाद। भारतीय क्रिकेट की तस्वीर आजकल कुछ ऐसी ही है। कोई बोलता है तो विवाद होता है। कोई चुप रहता है तो विवाद होता है। किसी की चुप्पी के टाइमिंग पर विवाद होता है। किसी के बोलने की टाइमिंग बड़ा विवाद पैदा करती है। किसी के जाने से विवाद होता है, तो किसी का आना उससे बड़ा विवाद होता है। आने और जाने के तरीकों पर अलग विवाद होता है। कुल मिलाकर तस्वीर बीते कुछ वक्त से काफी पेचीदा हो गई है। भूल-भुलैया की उन गलियों की तरह जिससे बाहर निकलने की कोशिश में और गहरा फंसते चले जाते हैं। टीम इंडिया बदलाव के दौर से गुजर रही है, लेकिन हर बार बदलाव आसान नहीं होता। या अंग्रेजी में कहें तो स्मूद नहीं होता। पुराना हटाकर नया लगाना, कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ यही हुआ। इसकी शुरुआत रवि शास्त्री के कोचिंग कार्यकाल समाप्त होने से हुई। या कहें कि विराट के इस ऐलान के साथ कि वह टी20 वर्ल्ड कप के बाद इस फॉर्मेट में टीम की कप्तानी नहीं करेंगे। कोहली के इस ऐलान की सुगबुगाहट पहले से हो रही थी। लेकिन वर्ल्ड कप से ठीक पहले इसकी घोषणा करना थोड़ा अजीब लगा। फिर सीन बदला। और बहुत तेजी से बदला। विराट की जगह साउथ अफ्रीका सीरीज पर रोहित शर्मा को वनडे सीरीज की कमान सौंपी गई। बात हैरान करने वाली थी। हालांकि चर्चाएं इसकी भी गर्म थीं। कहा गया चयनकर्ता नहीं चाहते थे कि वाइट बॉल में दो कप्तान हों। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने सामने आकर कहा कोहली से इस बारे में बात की गई थी। सिलेक्टर्स ने भी बात की थी। गांगुली ने कहा कि उन्होंने खुद विराट से बात कर उन्हें टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन वह माने नहीं। इसके बाद सिलेक्टर्स को लगा कि वनडे और टी-20 में दो अलग कप्तान ठीक नहीं। फैसला लिया गया कि कोहली के स्थान पर रोहित को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए। गांगुली ने कहा कि इस बारे में विराट से बात कर ली गई थी। कायदे से यहां विवाद समाप्त हो जाना चाहिए था, लेकिन इसके बाद घटनाक्रम तेजी से बदले। सोमवार को खबर आई कि रोहित साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में नहीं खेलेंगे। उनके हैमस्ट्रिंग में चोट है। बात और बिगड़ी जब कोहली के वनडे सीरीज से हटने की बात सामने आने लगी। कहा गया कि कोहली अपनी बेटी के पहले जन्मदिन में शामिल होना चाहते हैं। कोहली की बेटी का जन्मदिन 11 जनवरी को है और उस दिन कोहली का 100वां और साउथ अफ्रीका सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच होगा। यानी बात उतनी सीधी नहीं थी जितनी नजर आ रही थी। पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भी कहा कि कोहली के आराम से कोई तकलीफ नहीं है लेकिन टाइमिंग एक बड़ा मुद्दा है। खबरें आने लगीं कि दोनों, विराट और रोहित, एक-दूसरे की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते हैं। सोशल मीडिया पर साजिशों के कयास लगने लगे। कोई विराट के साथ अन्याय की बात करने लगा तो कोई रोहित के साथ खड़ा नजर आया। बोर्ड की तरफ से खबरें पूरी तरह साफ नहीं हो पा रही थीं। कप्तान और बोर्ड एक पेज पर नहीं दिख रहे थे। और कम से कम मीडिया में ऐसी ही खबरें आ रही थीं। बुधवार को साउथ अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले कोहली ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई ऐसी बातें कहीं जिनसे विवादों को और हवा मिली। या कोहली ने सफाई देने की कोशिश की। कोहली ने कहा, 'मैं वनडे के लिए चयन के लिए उपलब्ध हूं। कुछ चीजें जो अतीत में सामने आईं कि मैं कार्यक्रमों में शामिल हो रहा था, ऐसी चीजें विश्वसनीय नहीं हैं। टेस्ट टीम के चयन से डेढ़ घंटे पहले मुझसे संपर्क किया गया और पांच 5 चयनकर्ताओं ने बताया कि मैं वनडे टीम की कप्तानी नहीं करूंगा।' अब यह बात गांगुली की उस बात से कुछ अलग है जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने खुद और चेयरमैन ऑफ सिलेक्टर चेतन शर्मा ने रोहित को वनडे कप्तान बनाने से पहले उनसे बात की थी। बोर्ड और सिलेक्शन पैनल की ओर से उन्हें सारी तस्वीर समझाई गई थी। अब असल बात क्या है यह तो बोर्ड और कोहली ही जानते हैं लेकिन यह जो भी हुआ इसे आराम से निपटाया जा सकता था। इससे पहले बोर्ड ने अनिल कुंबले के कोचिंग कार्यकाल के समाप्त होते वक्त विवादों का सामना किया था। बोर्ड के लिए यह तस्वीर अच्छी नहीं। गांगुली का एडमिनिस्ट्रेशन कमाल का है। राहुल द्रविड़ का सौम्य व्यवहार सबको साथ लेकर चलने का है। हर टीम प्रबंधन की सोच अलग होती है। वह टीम को अपनी सोच और रणनीति के हिसाब से आगे बढ़ाना चाहते हैं। गांगुली, राहुल और रोहित की तिकड़ी भी ऐसी ही कुछ विचार कर रहे हैं। विराट बेशक भारतीय टीम के सबसे कप्तान हैं। टेस्ट में उनके रिकॉर्ड शानदार हैं। लेकिन उनका बल्ला उनसे रूठा हुआ है। वह अपने पुराने रंग में नजर नहीं आ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट को बेशक बल्लेबाज विराट की बहुत जरूरत है। और टीम इंडिया में चल रहे विवादों पर जितनी जल्दी विराम लगे उतना अच्छा है।