Sunday, June 21, 2020

मोहम्मद इरफान ने अपनी मौत को अफवाह बताया, कहा- फेक न्यूज से परिवार परेशान हुआ, ऐसी बातों को फैलाने से परहेज करें June 21, 2020 at 07:51PM

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान ने कार एक्सीडेंट में अपनी मौत को अफवाह बताया। उन्होंने रविवार शामट्वीट कर अपनी सलामती की जानकारी
दी।

उन्होंने लिखा, ‘‘सोशल मीडिया पर कार एक्सीटेंड में मेरी मौत की फर्जी खबर चल रही है। इससे मेरे परिवार और दोस्तों को बहुत दुख पहुंचा। इसके बाद से लोग लगातार मुझे फोन कर रहे हैं। लोगों से गुजारिश है कि वे ऐसी बातों को फैलाने से परहेज करें। ऐसा कोई एक्सीडेंट ही नहीं हुआ और मैं ठीक हूं।’’

इरफान ने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था

38 साल के इरफान ने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। वे पाकिस्तान के लिए अब तक 4 टेस्ट, 60 वनडे और 22 टी-20 खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने 10, 83 और 16 विकेट लिए। पिछली बार वे पाकिस्तान सुपर लीग में मुल्तान सुल्तान्स टीम की तरफ से खेलते नजर आए थे। उन्होंने टूर्नामेंट में 4 विकेट लिए थे।

इस गेंदबाज की हाइट को लेकर पाकिस्तान में अलग-अलग रिपोर्ट सामने आती रही है, लेकिन ज्यादातर रिपोर्ट में यही दावा किया गया कि उनकी हाइट 7 फीट 1 इंच है। अगर इन रिपोर्ट्स पर यकीन किया जाए तो वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले सबसे ऊंचे कद के खिलाड़ी हैं।



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38 साल के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान ने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। -फाइल

ये हैं टेस्ट में डेब्यू करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी June 21, 2020 at 07:23PM

आपसे अगर पूछा जाए कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी कौन से हैं तो शायद आप एक सेकंड के लिए चकरा जाएं। आपको हो सकता है कि इस सवाल का जवाब न सूझे। चलिए हम आपको बताते हैं टेस्ट क्रिकेट मे सबसे ज्यादा उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के बारे में...

42 साल 242 दिन की उम्र में इस कैरेबियाई खिलाड़ी ने अपना पहला टेस्ट मैच खेला। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1-6 फरवरी 1930 को अपना टेस्ट मैच खेला। उन्होंने इस मैच में 52 रन बनाए। पहली पारी में 39 और दूसरी पारी में 13 रन बनाए। इस मैच में दो तारीख को रेस्ट डे था।

ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिसबेन में 30 नवंबर 1928 को डेब्यू किया। उस समय उनकी उम्र 46 साल 237 दिन थी। उन्होंने अपने करियर में 14 टेस्ट मैच खेले और 74 विकेट लिए। अपना आखिरी मैच उन्होंने 23-28 फरवरी 1933 को खेला।

ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी में डेब्यू किया। अपना पहला मैच खेलते समय उनकी उम्र 46 साल 253 दिन थी। उन्होंने 14 दिसंबर 1928 को अपना पहला टेस्ट मैच खेला। अपना आखिरी मैच उन्होंने 1-8 फरवरी 1929 को खेला। यह टाइमलैस मैच था जिसे इंग्लैंड ने 12 रन से जीता।

पाकिस्तान के मिरारी बख्श ने 47 साल 284 दिन की उम्र में अपना पहला टेस्ट मैच खेला। उन्होंने भारत के खिलाफ लाहौर में 29 जनवरी 1955 को डेब्यू किया। और 12-15 फरवरी के बीच अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला।

इंग्लैंड के इस खिलाड़ी ने 49 साल 119 दिन की उम्र में अपना टेस्ट मैच खेला। संयोग की बात है कि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी पहला ही टेस्ट मैच था। 15 मार्च 1877 से मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका उन्होंने यह मुकाबला खेला। उन्होंने अपने करियर में दो ही टेस्ट मैच खेले। दूसरा मैच भी मेलबर्न में 31 मार्च से 4 अप्रैल के बीच खेला गया।

राजिंदर गोयल- भारत ने एक दिग्गज खो दिया: गांगुली June 21, 2020 at 07:34PM

नई दिल्ली घरेलू क्रिकेट के पूर्व चैंपियन गेंदबाज राजिंदर गोयल () के निधन पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गहरा दुख व्यक्त किया है। इस मौके पर बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान (Saurav Ganguly) ने कहा कि भारत घरेलू क्रिकेट का एक दिग्गज खो दिया। सौरभ गांगुली ने अपने शोक संदेश में कहा, 'राजिंदर गोयल के असाधारण रेकॉर्ड्स उनकी कला और उस पर उनके नियंत्रण की कहानी बताते हैं। अपने करियर में वह 25 साल से अधिक खेले और निरंतर शानदार परफॉर्मेंस करते रहे।' घरेलू क्रिकेट में उनके शानदार रेकॉर्ड्स पर बात करते हुए गांगुली ने कहा, '750 विकेट लेने के लिए सालों-साल कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और मैं उनके इस शानदार प्रयास के लिए उन्हें सलाम करता हूं। मैं उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।' इस दिग्गज लेफ्टआर्म स्पिनर ने घरेलू क्रिकेटर ने अपने करियर में शानदार खेल दिखाते हुए 27 सालों तक क्रिकेट खेला। उन्होंने 18.58 के औसत से 750 फर्स्ट क्लास विकेट अपने नाम किए। 44 साल तक की उम्र तक वह क्रिकेट खेलते रहे। अपने करियर में उन्होंने 59 बार एक पारी में 5 विकेट और 18 बार 10 विकेट लेने का कारनाम किया। वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आज भी सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।

मुझसे बेहतर बोलर थे गोयल, मैं लकी रहा: बिशन सिंह बेदी June 21, 2020 at 06:34PM

नई दिल्ली भारतीय घरेलू क्रिकेट में विकेट्स और रेकॉर्ड्स की झड़ी लगाने वाले पूर्व दिग्गज राजिंदर गोयल (Rajinder Goel died) का रविवार को निधन हो गया। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान () ने गोयल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह भारत के महान स्पिनर थे, जिन्हें टीम इंडिया के लिए कभी चांस नहीं मिला। बेदी ने कहा, 'राजिंदर सिंह के असमय निधन की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूं। उन्होंने मुझे कभी नहीं बताया कि वह कैंसर से लड़ रहे थे औ बहुत दर्द में थे। लेकिन वह ऐसे ही इनसान थे, जो कभी भी किसी भी चीज की शिकायत नहीं करते थे।' बेदी ने बताया, 'मैंने लॉकडाउन से पहले गोयल से बात की थी और मुझे ऐसा नहीं लगा था कि उनकी यह पारी पूरी होने वाली है। वह सिर्फ 77 के थे।' बेदी ने कहा, 'यह उन जैसी प्रतिभा के साथ अन्यायपूर्ण था कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम 750 विकेट थे, जिनमें से 637 विकेट उन्होंने सिर्फ रणजी ट्रोफी में हासिल किए थे। इसके बावजूद उन्हें कभी भी भारतीय टीम की कैप पहनने का मौका नहीं मिला। लेकिन गोयली (गोयल) को इसका कोई अफसोस नहीं था। वह हमेशा ही संतोषी स्वभाव के थे।' 73 वर्षीय बिशन सिंह बेदी ने कहा, 'लोग अब भी यही महसूस करते हैं कि मेरे होने के चलते वह भारतीय टीम में नहीं आ पाए क्योंकि हम दोनों ही लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर () थे। लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है। क्योंकि उन्होंने मुझसे पहले क्रिकेट शुरू किया था और मेरे बाद खत्म किया था।' भारत के लिए 67 टेस्ट मैच खेलने वाले इस पूर्व कप्तान ने कहा, 'जब मैंने अपना डेब्यू किया था, वह (राजिंदर गोयल) मुझसे कहीं अधिक बेहतर गेंदबाज थे। लेकिन मैं भाग्यशाली रहा, जिसे मौका मिला। यहां तक कि जब मुझे 1974-75 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट से अनुशासनात्क कारण के चलते बाहर किया था, उन्होंने तब भी उन्हें नहीं खिलाया। अगर उन्होंने ऐसा किया होता तो शायद भारत वह मैच जीत गया होता। मुझे याद है जब हमने दलीप ट्रोफी में साउथ जोन को मद्रास में हराया था, गोयली ने विपक्षी टीम पर कहर बने थे।'

वर्ल्ड नंबर-19 दिमित्रोव की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एड्रिया टूर चैरिटी टूर्नामेंट कैंसिल, इसके फाइनल में जोकोविच खेलने वाले थे June 21, 2020 at 05:56PM

बुल्गारिया के वर्ल्ड नंबर-19 टेनिस खिलाड़ी ग्रिगोर दिमित्रोव के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एड्रिया टूर एग्जीबिशन टेनिस टूर्नामेंटरद्द कर दिया गया। वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच के अलावा रूस के आंद्रे रूबलेव इस टूर्नामेंट के फाइनल राउंड में हिस्सा लेने वाले थे।

दिमित्रोव ने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर शेयर कर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ‘‘मैं अपने फैन्स और दोस्तों को यह जानकारी देना चाहता था कि मेरी रिपोर्ट पॉजिटव आई है। मैं चाहता हूं, जो लोग बीते दिनों मेरे सम्पर्क में आएवे जरूरी एहतियात बरतने के साथ अपना टेस्ट कराएं। मैं माफी चाहता हूं, अगर मेरी वजह से उन्हें कोई नुकसान हुआ हो। मैं रिकवर हो रहा हूं। आपके सहयोग के लिए शुक्रिया।’’

ग्रिगोर के सम्पर्क में आए लोगों का कोरोना टेस्ट होगा

टूर्नामेंट के आयोजकों ने एक बयान जारी कर कहा किजिन देशों में एड्रिया टूर चैरिटी टेनिस टूर्नामेंट खेला जा रहा था, वहां महामारी को लेकर जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया था। ग्रिगोर के सम्पर्क में आए किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं हैं। हालांकि, हम हेल्थ अथॉरिटी के सम्पर्क में हैं और उनके सम्पर्क में आए सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराएंगे।

कोरोना की वजह से एटीपी टूर 31 जुलाई तक बंद

कोरोना की वजह से एटीपी टूर 31 जुलाई तक बंद हैं, लेकिन जोकोविच के अलावा कई टेनिस स्टार्स खेल की वापसी के लिए एग्जीबिशन मैचों में हिस्सा लेने के लिए तैयार हुए थे। इस टूर्नामेंट के ओपनिंग दो राउंड 13-14 जून को बेलग्रेड और 20-21 जून को क्रोएशिया के जदर में होने थे।

नोवाक जोकोविच फाउंडेशन के अलावा, ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम, क्रोएशिया के बोर्ना कोरिक और मैरिन सिलिच जैसे खिलाड़ी एड्रिया टूर का समर्थन कर रहे थे।



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ग्रिगोर दिमित्रोव ने कहा- मैं माफी चाहता हूं अगर मेरी वजह से फैन्स या साथी खिलाड़ियों को नुकसान हुआ हो।

घरेलू स्तर पर दिग्गज लेकिन टीम इंडिया में नोचांस June 21, 2020 at 05:25PM

नई दिल्ली फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने जमाने के दिग्गज स्पिनर राजिंदर गोयल () का बीते रविवार को निधन हो गया। वह 77 साल के थे और उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे। गोयल की मृत्यु की खबर सुनकर एक बार फिर उनके उस सुनहरे दौर की यादें ताजा हो गईं, जब प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके नाम का खूब डंका बजता था। हरियाणा के लिए खेलने वाले गोयल ऐसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने नेहरू युग से अपना खेल शुरू किया और राजीव गांधी के समय तक खेले। लेकिन 750 विकेट चटकाने वाले इस खिलाड़ी को कभी टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं मिला। गोयल इसलिए भी अनलकी रहे कि उन्होंने अपना अधिकतर क्रिकेट बिशन सिंह बेदी के दौर में खेला। ऐसे कई क्रिकेटर्स, जो घरेलू क्रिकेट के हीरो लेकिन टीम इंडिया में नहीं मिला मौका राजेंद्र गोयल के अलावा घरेलू क्रिकेट में ऐसे कई दिग्गज खिलाड़ी रहे, जिन्होंने प्रथम श्रेणी और लिस्ट A स्तर पर तो खूब धमाल मचाया। लेकिन भारत के लिए उन्हें कभी इंटरनैशनल क्रिकेट में खेलने का मौका नहीं मिला। हमने इस मौके पर ऐसी 'अनलकी XI' तैयार की है। बीबी निम्बाल्कर (विकेटकीपर), महाराष्ट्रवह एक मजबूत विकेटकीपर बल्लेबाज थे। निंबालकर ने 1948-49 में महाराष्ट्र की ओर से खेलते हुए काठियावाड़ के खिलाफ 443 रनों की पारी खेली। यह प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है। उनके विकेटकीपिंग स्किल भी अच्छे थे। उन्होंने अपना प्रथम-श्रेणी करियर 47.9 के औसत पर समाप्त किया। पांडुरंग सलगांवकर, महाराष्ट्र 1970 के दशक में उन्हें एक प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज के रूप में देखा जाता है। 1974 में वह इंग्लैंड के लिए चुने जाने के काफी करीब पहुंच गए थे। उन्होंने प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में 26.7 के औसत से 214 विकेट लिए। वी. शिवारामाकृष्णन, तमिलनाडु और बिहार बाएं हाथ ने इस बल्लेबाज ने घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु और बिहार का प्रतिनिधित्व किया। उनके पास भारतीय टीम में खेलने की तकनीक और संयम मौजूद था। वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 6000 से ज्यादा रन बनाने के बावजूद चयनकर्ताओं को प्रभावित नहीं कर पाए। इसके साथ ही वह बहुत अच्छे करीबी फील्डर भी थे। पालवंकर बालू बालू भारत में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत से पहले के खिलाड़ी थे। लेकिन बाएं हाथ के इस स्लो गेंदबाज ने 1911 के टॉप के इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया। वह दलित समाज से आते थे और उन्होंने 1937 में डॉक्टर बीआर अंबेडकर के खिलाफ बॉम्बे म्युनिसिपल इलेक्शन में चुनाव भी लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। केपी भास्कर, दिल्लीये उन क्रिकेटर्स में से हैं जिन्होंने 50 के ज्यादा के औसत से रन बनाए। दिल्ली के इस बल्लेबाज ने 52.80 के औसत से 5443 रन बनाए। ऐसी संभावना थी कि 90 के दशक में वह भारत के लिए खेल जाते लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। एमवी श्रीधर, हैदराबाद हैदराबाद के इस पूर्व बल्लेबाज के पास कम्पोजर था और कलात्मकता भी। इस राइटहैंडर के पास कुल मिलाकर भारत के लिए खेलने की सभी खूबियां मौजूद थीं। उन्होंने प्रथम श्रेणी में 21 शतक लगाए। इसमें आंध्र प्रदेश के खिलाफ लगाए गए 366 रन भी शामिल थे। प्रथम श्रेणी में उनकी औसत रही 48.9। देवेंद्र बुंदेला, मध्य प्रदेशमध्य प्रदेश के इस भरोसेमंद बल्लेबाज ने 2017 में अपना प्रथम श्रेणी करियर समाप्त किया। उन्होंने 10,004 रन बनाए और 58 विकेट भी लिए। हरि गिडवानी, बिहार और दिल्ली गिडवानी ने घरेलू क्रिकेट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। बिहार और दिल्ली के लिए खेलते हुए लगातार रन बनाए। उन्होंने 1970 के दशक में भारत आने वाली विदेशी टीमों के सर्वश्रेष्ठ गेंजबाजी आक्रमण के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की। इसके साथ अपनी लेग ब्रेक गेंदबाजी से उन्होंने 135 विकेट भी झटके। अमोल मजूमदार, मुंबई (कप्तान) इस 'अनलकी XI' के कप्तान तो अमोल मजूमदार को होना चाहिए। जब मजूमदार ने 1994-95 में खेले तो उन्होंने अपने पहले रणजी मैच में ही 264 रनों की पारी खेली दी। इसके बाद यह चर्चा आम हो गई कि वह जल्द ही भारत के लिए खेलेंगे। हालांकि ऐसा हो नहीं सका। 48.1 के औसत से 11667 रन बनाने के बाद भी उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका कभी नहीं मिला। रानादेव बोस, पश्चिम बंगालबंगाल के इस ऊंचे कद के मीडियम पेसर ने सही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करने की अपनी खूबी के कारण घरेलू क्रिकेट के बेस्ट बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 25.8 के औसत से 317 विकेट लिए जो उनकी काबिलियत को दिखाता है। उन्हें 2007 में इंग्लैंड के दौरे पर चुना गया लेकिन बिना खेले ही लौट आए। सितांशु कोटक, सौराष्ट्र 1992-93 में शुरू हुआ यह फर्स्ट क्लास करियर करीब 20 साल तक चला। कोटक ने सौराष्ट्र की बल्लेबाजी क्रम में अहम भूमिका निभाई। उन्होने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 8061 रन बनाए और कुल 70 विकेट लिए। कोच के रूप में उन्होंने सौराष्ट्र को घरेलू क्रिकेट में बड़ी ताकत बनाने में भी उन्होंने बहुत मेहनत की।

आज का दिन: मोहम्मद शमी ने हैटट्रिक लेकर तोड़े थे अफगानिस्तान के सपने June 21, 2020 at 04:53PM

नई दिल्ली भारतीय टीम विश्व कप 2019 में शानदार नजर आ रही थी। तीनों मैचों में उसने विपक्षी टीम को ज्यादा मौके नहीं दिए थे। ऐसे में अफगानिस्तान के खिलाफ उसका मुकाबला आसान माना जा रहा था। पर क्रिकेट में कुछ भी आसान नहीं होता। और किसी टीम को कमतर आंकना खतरनाक हो सकता है। कुछ ऐसा ही भारत और अफगानिस्तान के बीच साउथहैम्पटन में हुए मुकाबले में होते-होते रह गया। भारत मैच जीत गया और मोहम्मद शमी ने आखिरी ओवर में हैटट्रिक लेकर कमाल कर दिया। अफगानिस्तान की अच्छी गेंदबाजी अफगानिस्तान ने पहले बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम को 8 विकेट पर 224 रन पर रोक दिया। इसके बाद अफगान टीम इस विश्व कप का सबसे बड़ा उलटफेर करने की ओर बढ़ रही थी। लेकिन अंतिम दो ओवरों में मोहम्मद शमी और मैन ऑफ द मैच जसप्रीत बुमराह ने उसका यह सपना पूरा नहीं होने दिया कर दिया। भारत ने अफगानिस्तान को 213 रन समेट दिया। इससे पहले अफगान टीम की ओर से गेंदबाजी में 33 रन देकर दो विकेट लेने वाले मोहम्मद नबी ने टीम के लिए सबसे अधिक 55 गेंद में 52 रन बनाए। जीत के करीब पहुंचा अफगानिस्तान अफगानिस्तान की टीम इस में 225 रन के टारगेट का पीछा करते हुए मैच में नजर आ रही थी। हाफ सेंचुरी जड़ चुके मोहम्मद नबी वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान को पहली जीत दिलाने के करीब आ गए। लेकिन उनके इस सपने को शमी ने पूरा नहीं होने दिया। शमी ने हैटट्रिक अपने नाम कर भारत को जीत दिला दी। वह वर्ल्ड कप में हैटट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय बोलर बन गए। शमी से पहले चेतन शर्मा ने 1987 वर्ल्ड कप में न्यू जीलैंड के खिलाफ नागपुर में यह उपलब्धि अपने नाम की थी। कैसे पूरी हुई हैटट्रिक मोहम्मद शमी का पारी का आखिरी ओवर फेंकने के लिए आए थे। अफगानिस्तान को जीत को लिए यहां से 16 रन और चाहिए थे और उसके लिए यहां 48 रन पर शानदार बैटिंग कर मोहम्मद नबी क्रीज पर थे। पहली गेंद: चौकास्ट्राइक पर थे नबी- शमी का यॉर्कर की कोशिश। लेकिन लाइन में जरा सी चूक। नबी ने इसे लॉन्ग ऑन के क्षेत्र में जोरदार ढंग से खेला गेंद फील्डर से दूर और सीमा रेखा रेखा के बाहर 4 रन। नबी की हाफ सेंचुरी पूरी। दूसरी गेंद: कोई रन नहीं इस बार शमी ने गेंद की लाइन में बदलाव किया। मिडल और लेग स्टंप पर गुड लेंग्थ एरिया में गेंद। नबी ने यहां मिडविकेट पर शॉट घुमाने का खेला। हालांकि यह एक रन दौड़ने का उनके पास मौका था, लेकिन उन्होंने रन न लेने का फैसला किया। तीसरी गेंद: नबी आउट एक बार फिर शमी की गेंद पर नबी (52) ने लॉन्ग ऑन में हवा में शॉट खेला। फैन्स और टीम इंडिया की सांसे अटक सी रही थीं कि तभी गेंद के नीचे हार्दिक पंड्या दिखाई दिए और उनके हाथ में आसान सा कैच। भारत को 8वीं कामयाबी। नबी के आउट होते ही अफगानिस्तान की उम्मीदें खत्म होती नजर आईं। चौथी गेंद: आफताब आलम बोल्ड इसे कहते हैं परफैक्सट यॉर्कर। गेंद सीधे विकेटों पर। बोल्ड। हालांकि आफताब ने यहां तेजी से बैट चलाया था लेकिन बॉल और बैट में कोई संपर्क नहीं। शमी को इस ओवर में लगातार दूसरी और मैच में तीसरी सफलता। पांचवी गेंद: मुजीब उर रहमान- बोल्ड और हैटट्रिक एक बार फिर यॉर्कर और शमी को मनचाहा रिजल्ट। मुजीब बोल्ड। शमी की हैटट्रिक भारत ने यह मुकाबला 11 रन से जीता। मुजीब ने भी यहां शॉट खेलना चाहा था लेकिन बॉल बैट में कोई संपर्क नहीं। गेंद सीधे लेग स्टंप को चूम गई। शमी की वनडे क्रिकेट में यह पहली हैटट्रिक और वर्ल्ड कप में हैटट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय और दुनिया के 9वें गेंदबाज। भारत के दूसरे गेंदबाज बने शमी शमी विश्व कप में हैटट्रिक लगाने वाले दुनिया के 9वें (हालांकि, यह वर्ल्ड कप की 10वीं हैटट्रिक) और भारत के दूसरे गेंदबाज बने। उनसे पहले चेतन शर्मा (1987), सकलेन मुश्ताक (1999), चमिंडा वास (2003), ब्रेट ली (2003), लसिथ मलिंगा (2007), केमार रोच (2011), लसिथ मलिंगा (2011) , स्टीव फिन (2015) और जेपी डुमिनी (2015) यह कमाल कर चुके थे।

रणजी ट्रॉफी में 600 से ज्यादा विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज राजिंदर गोयल की मौत, भारत के लिए एक June 21, 2020 at 04:07PM

रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले राजिंदर गोयल का रविवार को बीमारी के बाद निधन हो गया। 77 साल के बाएं हाथ के स्पिनर राजिंदर ने रणजी में 637 विकेट लिए। अब तक कोई दूसरा गेंदबाज 600+ विकेट नहीं ले सका।बीसीसीआई के अलावा कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी मौत पर दुख जताया।

उन्होंने रणजी के एक सीजन में 15 बार 25+ विकेट लिए। हरियाणा के राजिंदर ने 157 मैच में 750 विकेट लिए। एक पारी में 55 रन देकर 8 विकेट उनका बेस्ट रहा। उन्होंने 59 बार 5 विकेट और 18 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने 1037 रन भी बनाए।

वे भारत के लिए एक बार भी नहीं खेले

वे पटियाला, पंजाब और दिल्ली से भी खेले। हालांकि, उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। इस पर उन्होंने कहा था कि मैं गलत दौर में पैदा हुआ। बिशन सिंह बेदी के होते हुए मेरा खेलना मुश्किल था। वे महान गेंदबाज थे। इसलिए मलाल नहीं है।

टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट किया, शानदार गेंदबाज, जिसने सटीक लाइन लेंथ से हमेशा बल्लेबाजों को परेशान किया। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को सांत्वना।

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वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट किया, बेहत विनम्र इंसान, 750 फर्स्ट क्लास क्रिकेट लिए, लेकिन कभी भारत के लिए नहीं खेले। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।

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राजिंदर गोयल ने 44 साल की उम्र तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली। वे दिल्ली, हरियाणा, पटियाला और दक्षिण पंजाब की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेले। -फाइल

यूएएफा 5 साल में 100 देश के 10 लाख बच्चों की मदद कर चुका है, इनमें से 24 हजार ने इंटरनेशनल मुकाबले भी देखे June 21, 2020 at 03:44PM

यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूएफा) ने 2015 में बच्चों को मदद देने के लिए फाउंडेशन बनाया। पिछले पांच साल में इसके जरिए 100 देश के 10 लाख बच्चों की मदद की जा चुकी है। मदद पाने वालों में 35% लड़कियां हैं।

इसका उद्देश्य बच्चों के लिए मैदान बनाने के अलावा उन्हें सामान और किट्स मुहैया कराना है। इसके अलावा अब तक 34 टन खेल सामग्री दी जा चुकी है। स्कूलों में 35000 फुटबॉल दिए गए हैं। इन बच्चों को मदद देने के अलावा बड़े खिलाड़ियों से मिलने का अवसर दिया जाता है, जिससे वे अपने चहेते खिलाड़ियों से मिल सकें।

बच्चों को इंटरनेशनल खिलाड़ियों से मिलाया जाता है

अब तक 24 हजार बच्चों को इंटरनेशनल मैच देखने का मौका मिला है। यूएफा फाउंडेशन के महासचिव अर्स क्लूसर ने कहा कि हम इसके माध्यम से अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर से दूर खिलाड़ियों की मदद करना चाहते हैं। पिछले 5 साल से हम इस दिशा में अच्छा काम कर रहे हैं। 245 प्रोजेक्ट पर काम हुआ है। इसमें से 131 पर काम जारी है।



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बच्चों को फुटबॉल और किट्स देने के अलावा बड़े खिलाड़ियों से मिलने का मौका दिया जाता है। -फाइल

सचिन को गलत आउट देने का मलाल है: बकनर June 20, 2020 at 10:46PM

नई दिल्ली आईसीसी के पूर्व अंपायर () ने भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर () को दो बार गलत आउट देने के किस्सों को याद किया है। बकनर ने 2003 में गाबा में खेले गए मैच को याद किया, जिसमें उन्होंने सचिन को LBW आउट दे दिया था। बकनर ने अब कहा है कि जेसन गिलेस्पी (Jason Gillespie) की गेंद स्टम्प के ऊपर से जा रही थी। बकनर ने वो भी मैच याद किया, जिसमें उन्होंने 2005 में ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए मैच में अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq) की गेंद पर सचिन को कैच आउट दे दिया था। बकनर ने बारबाडोस के मेसन एंड गेस्ट नाम के रेडियो कार्यक्रम में कहा, 'सचिन को दो बार आउट दिया था वो दो गलतियां थीं। मुझे नहीं लगता कि कोई अंपायर गलती करना चाहता है। यह उसके साथ रहती हैं और उसका भविष्य बर्बाद हो जाता है।' उन्होंने कहा, 'गलती इंसान ही करता है। एक बार ऑस्ट्रेलिया में, मैंने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दिया था और गेंद स्टम्प के ऊपर से जा रही थी। एक और बार, भारत में मैंने उन्हें कैच आउट दे दिया था। बल्ले से गुजरने के बाद गेंद ने अपनी दिशा बदली थी लेकिन बल्ला नहीं लगा था और गेंद विकेटकीपर के पास गई। यह मैच ईडन गार्डन्स में था। ईडन में जब आप हो और भारत बल्लेबाजी कर रहा है तो आप सुन नहीं सकते।' उन्होंने कहा, 'क्योंकि 100,000 दर्शक शोर मचा रहे होते हैं। यह वो गलतियां थीं, जिनको लेकर मैं नाखुश हूं। इंसान गलती करता है और गलती मानना जिंदगी का हिस्सा है।'

देखें, हमारे खिलाड़ियों ने यूं मनाया योग दिवस June 20, 2020 at 10:13PM

इंटरनैशनल योगा डे (International Yoga Day 2020) के मौके पर भारतीय खेल जगत की हस्तियों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया। कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण इस बार योग दिवस के मौके पर सार्वजनिक आयोजन तो नहीं हुए लेकिन ज्यादातर लोगों ने योगासनों का अभ्यास घर पर ही किया। भारतीय खिलाड़ी भी इनमें पीछे नहीं थे।

आईसीसी ने कहा- 50 मामलों में से ज्यादातर के तार भारत से जुड़े, बीसीसीआई अधिकारी बोले- हर साल सट्टेबाजी से 40 हजार करोड़ रु. की अवैध कमाई होती है June 20, 2020 at 10:08PM

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी)का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में फिक्सिंग और भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं। अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि आईसीसी फिक्सिंग से जुड़े जिन 50 मामलों की अभी जांच कर रही है, उनमें से ज्यादातर के तार भारत से जुड़े हैं।

वहीं, बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट के हेड अजित सिंहकहना है कि हर साल सट्टेबाजी से 40 हजार करोड़ रुपए की अवैध कमाई होती है। आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट से जुड़े एक अधिकारी ने स्पोर्ट्स लॉ और पॉलिसी से जुड़े वेबिनार में यह खुलासा किया।

भारतीय क्रिकेट में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ: आईसीसी

आईसीसी के एसीयू यूनिट के अधिकारी स्टीव रिचर्ड्सन के मुताबिक, 2013 के आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के खुलासे के बाद यह लगा था कि भारतीय क्रिकेट में करप्शन कम होगा। लेकिन ताजा रिपोर्ट कुछ और हकीकत बता रही है।

सट्टेबाज खिलाड़ियों से सम्पर्क साधने की कोशिश कर रहे

रिचर्ड्सन ने आगे कहा, ‘‘खिलाड़ी चेन का आखिरी हिस्सा होते हैं। मुश्किल यह है कि जो इस पूरे धंधे को चलाते हैं वह मैदान के बाहर बैठते हैं। मैं बीसीसीआई और भारतीय जांच एजेंसियों को ऐसे 8 नाम दे सकता हूं, जो खिलाड़ियों को पैसा देकर उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।’’

उन्होंने आगे कहा कि भले ही अब तक किसी हाई प्रोफाइल भारतीय क्रिकेटर का नाम जांच में सामने नहीं आया है, लेकिन खिलाड़ी और सट्टेबाजी का गठजोड़ बना हुआ है।

कर्नाटक प्रीमियर लीग की भी जांच चल रही

पिछले साल कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में कई लोगों पर फिक्सिंग से जुड़े आरोप लगाए गए थे, जिसमें खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम मालिक भी शामिल थे। बोर्ड की एसीयू यूनिट के प्रमुखअजीत सिंह ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ पुलिस ने चार्जशीट दायर की है।

30 से 40 हजार करोड़ की अवैध कमाई होती है

उन्होंने बताया कियह पूरा धंधा सट्टेबाजी से होने वाली अवैध कमाई पर टिका है। जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में सट्टेबाज खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ, ऑफिशियल्स और फ्रेंचाइजी मालिकों से संपर्क करते हैं। हर साल सट्टेबाजी के जरिए 30 से 40 हजार करोड़ रुपए की कमाई होती है।कई स्टेट क्रिकेट लीग की जांच के दौरान यह पता चला कि कुछ मैचों में यह रकम करीब 19 करोड़ तक थी।

कड़े कानून से ही क्रिकेट में करप्शन रूकेगा

आईसीसी का मानना है भारत में क्रिकेट में भ्रष्टाचार पर तभी रोक लगाई जा सकेगी, जब तक यहां फिक्सिंग को कानून के मुताबिक अपराध घोषित नहीं किया जाता। रिचर्डसन ने कहा, ‘‘मैच फिक्सिंग के खिलाफ कानून लाने वाला पहला देश श्रीलंका था, इसलिए वहां क्रिकेट सुरक्षित है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में चीजे काफी बेहतर हैं। हालांकि, भारत में ऐसा कोई कानून नहीं, जिसके कारण बीसीसीआई भारत में खुलकर काम नहीं कर पाती है।’’

भारत में कानून में बदलाव गेमचेंजर साबित होगा

ऑस्ट्रेलिया के कानून के मुताबिक, वह फिक्सिंग में शामिल होने के शक में किसी को भी बड़े टूर्नामेंट से पहले किसी भी व्यक्ति को अपने देश में आने से रोक सकते हैं। भारत में भी 2021 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2023 वनडे वर्ल्ड कप होने वाला है, ऐसे में कानून में बदलाव गेमचेंजर साबित हो सकता है।

सिंह ने इसे लेकर कहा कि अगर प्रिवेंशन ऑफ स्पोर्ट्स फ्रॉड बिल कानून बन जाता है तो इससे भ्रष्टाचार और फिक्सिंग को रोकने में काफी हद तक मदद मिलेगी।



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कर्नाटक प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ तीन चार्जशीट दाखिल की हैं। इसमें पूर्व रणजी खिलाड़ी भी शामिल हैं। -फाइल

सहवाग ने बगैर हैंडिल और ब्रेक वाली साइकिल चलाते हनुमान भक्त का वीडियो शेयर किया, कहा- आप ऐसा मत करना June 20, 2020 at 09:31PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया पर एक्टिव बने रहते हैं। वे अपने अनोखे अंदाज से फैंस को एंटरटेन करते रहते हैं। इस बार उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति का वीडियो शेयर किया है, जो बगैर हैंडिल और ब्रैक की साइकिल चला रहा है।

सहवाग ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘‘रोहतक में हनुमान भक्त, बिना हैंडिल और ब्रेक की साइकल चलाते हुए।’’ उन्होंने हैशटैग के साथ लिखा कि कोई भी ऐसा करने की कोशिश न करे।

सहवाग ने योग करते वीडियो शेयर किया
इसके बाद सहवाग ने योग दिवस पर एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया। इसमें वे योग करते दिख रहे हैं। उन्होंने कैप्शन दिया- थोड़ा वक्त भले लगेगा, लेकिन योगा से ही होगा।

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सहवाग ने इंस्टाग्राम पर लिखा- रोहतक में हनुमान भक्त, बिना हैंडिल और ब्रेक की साइकल चलाते हुए।

विराट को स्लेजिंग: वॉर्नर बोले- भालू को छेड़ने का कोई मतलब नहीं June 20, 2020 at 09:35PM

नई दिल्लीटीम इंडिया के कप्तान मैदान पर काफी आक्रामक रहते हैं और यही वजह है कि विपक्षी टीमों के खिलाड़ी उनके खिलाफ स्लेजिंग से बचते हैं। अब ऑस्ट्रेलियाई टीम के ओपनर ने कहा कि विराट कोहली ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्हें छेड़ा जाए और भालू को छेड़ने का कोई मतलब नहीं है। वॉर्नर टीम इंडिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्ट मैचों की आगामी सीरीज में खेलने को लेकर उत्सुक हैं। गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में बैन के कारण 2018-19 में भारत के खिलाफ पिछली घरेलू सीरीज में वॉर्नर नहीं खेल पाए थे। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज संभावित है। वॉर्नर इस हाई प्रोफाइल सीरीज के दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली को उकसाना नहीं चाहते। पढ़ें, करियर में अभी तक 84 टेस्ट, 123 वनडे और 79 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके वॉर्नर ने 'इंडिया टुडे' से कहा, ‘विराट कोहली ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिन्हें छेड़ा जाए और भालू को छेड़ने का कोई मतलब नहीं है।’ 33 वर्षीय वॉर्नर ने आगामी सीरीज पर कहा, ‘खाली स्टेडियम में भारत का सामना करना अवास्तविक होगा। मैं टीम में जगह बनाना चाहता हूं और उस सीरीज का हिस्सा बनना चाहता हूं। पिछली बार हमारा प्रदर्शन खराब नहीं था लेकिन अच्छी टीम ने हमें हराया था और उनकी गेंदबाजी शानदार है।’ उन्होंने कहा, ‘अब भारत का बल्लेबाजी क्रम सर्वश्रेष्ठ है और हमारे गेंदबाज इसे निशाना बनाना चाहेंगे और भारतीय दर्शक इसे देखने को बेताब होंगे।’ (एजेंसी से इनपुट)

युवी बोले, खुद को घसीटे जा रहा था, अब सुकून है June 20, 2020 at 09:13PM

नई दिल्लीभारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में शुमार पूर्व धुरंधर ने कहा है कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है और वह अब सुकून से सोते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि वह ऐसी जगह पहुंच गए थे, जहां मानसिक तौर पर क्रिकेट उनकी मदद नहीं कर रहा था और वह खुद को खींच रहे थे। पिछले साल ही युवराज ने इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। फैंस और साथी खिलाड़ियों के बीच 'युवी' से मशहूर इस दिग्गज ने गौरव कपूर के एक शो में खुलकर बातचीत की। युवराज ने कहा कि वह जब तक खेलते थे, तो कभी अच्छी नींद नहीं आई लेकिन क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद वह आराम से सोते हैं। युवराज ने पिछले साल 20 जून को ही अपने 14 साल के लंबे करियर पर विराम लगाने का फैसला लिया था। देखें, 38 वर्षीय युवराज ने कहा, 'जब तक देश के लिए खेला, एक जिम्मेदारी महसूस करता था। जिस दिन मैंने संन्यास लिया, उसी दिन से आजाद सा महसूस कर रहा हूं।' रिटायरमेंट पर उन्होंने कहा, 'कोई शक नहीं कि जब संन्यास का ऐलान किया तो वह एक भावुक क्षण था। उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता लेकिन अब काफी आजाद महसूस करता हूं। काफी सालों तक मैं चैन से सो नहीं पाता था, अब आराम से सोने लगा हूं। अब मैं सुकून महसूस करता हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं एक ऐसी जगह पहुंच गया था जहां मानसिक तौर पर क्रिकेट मेरी मदद नहीं कर रहा था। मैं बस अपने आपको खींच रहा था और सोचता रहता था मैं कब संन्यास लूंगा, क्या मुझे संन्यास ले लेना चाहिए।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'मैदान पर क्रिकेट खेलने को कभी-कभी मिस करता हूं लेकिन ज्यादा नहीं। मैं काफी साल खेला। मुझे फैंस के बहुत मेसेज मिले, तब खुद को लकी महसूस कर रहा था। जो सम्मान इस खेल ने मुझे दिया है, उस पर हमेशा मुझे गर्व होता है।' उन्होंने कहा, 'जब अपने जीवन में बढ़ते रहते हैं तो चीजों के बारे में आपको पता नहीं चलता। फिर अचानक से आपको लगता है अरे यह क्या हो रहा है। मैं 2-3 महीने के लिए किसी और वजह से घर पर बैठा था। मुझे लगता है कि आपको भी यह महसूस हुआ होगा कि परिवार संग वक्त बिताने को कितना मिस करते हैं।' युवराज ने अपने करियर में 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। जब भारत ने 2007 में टी20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता, तो वह चैंपियन टीम के सदस्य थे और उन्होंने जीत में अहम योगदान दिया। उनके नाम टेस्ट में 1900, वनडे में 8701 और टी20 इंटरनैशनल में कुल 1177 रन दर्ज हैं। उन्होंने वनडे में 111 और टी20 इंटरनैशनल में 28 विकेट भी लिए।

सचिन तेंडुलकर का संन्यास, रो पड़े थे क्रिस गेल June 20, 2020 at 09:26PM

नई दिल्ली वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी कर्क एडवर्ड (Kirk Edwards) ने बताया कि वह और क्रिस गेल (Chris Gayle) भारत के महान बल्लेबाज () द्वारा अपने संन्यास पर दी गई स्पीच को सुनकर रोने लगे थे। सचिन ने 2013 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के साथ अपने करियर का आखिरी टेस्ट मैच खेला था और क्रिकेट को अलविदा कहा था। इस मैच के अंत में सचिन ने स्पीच दी थी। एडवडर्स ने क्रिकट्रेकर के साथ इंस्टाग्राम वीडियोचैट पर कहा, '200वें टेस्ट मैच के लिए मैं वहां था। मेरे लिए भी वो काफी भावुक पल था।' उन्होंने कहा, 'मैं अपना चश्मा पहने हुए था। मैं गेल के पास था। हम दोनों रो रहे थे। हमने कोशिश की थी कि हम रोएंगे नहीं। वह काफी भावुक पल था, इस बात को जानते हुए कि आप इस इंसान को दोबारा नहीं देख पाओगे।' भारत ने सचिन के आखिरी मैच में डैरेन सैमी की कप्तानी वाली विंडीज को पारी और 126 रनों से हराया था। सचिन ने अपने इस आखिरी मैच में 74 रन बनाए थे। एडवडर्स उस टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला था। उन्होंने कहा कि वह सचिन के संपर्क में रहे और सचिन ने मुश्किल समय में उनकी मदद की। उन्होंने कहा, 'मैं जब इंग्लैंड में मुश्किल दौर से गुजर रहा था। मुझे याद है कि एजबेस्टन में उन्होंने मुझे मैसेज भेजा। उन्होंने मुझे इस बात का समझाया कि महान से महान खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरता है। यह कोई बड़ी समस्या नहीं है। बस खेलते रहो।'

वॉर्नर ने कहा- यदि टी-20 वर्ल्ड कप टलने पर उसकी जगह आईपीएल होता है, तो सभी ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर खेलने के लिए तैयार June 20, 2020 at 08:43PM

ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर ने कहा कि यदि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप कोरोना के कारण टलता है। साथ ही उसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) होता है, तो मुझे पूरा विश्वास है कि ऑस्ट्रेलिया के सभी खिलाड़ी लीग में खेलेंगे। हालांकि, वॉर्नर ने कहा कि इसके लिए ऑस्ट्रेलिया बोर्ड से मंजूरी मिलना भी जरूरी होगा। वे आईपीएल की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे।

इस साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में टी-20 वर्ल्ड कप 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। कोरोना के कारण इसे टाला जाए या नहीं इस पर अगले महीने आईसीसी की बैठक में फैसला किया जा सकता है। वहीं, 29 मार्च से होने वाला आईपीएल वायरस के कारण पहले ही अनिश्चितकाल के लिए टल चुका।

आईपीएल के आखिरी दिन तक खेलेंगे
वॉर्नर ने एक इंग्लिश चैनल से कहा, ‘‘यदि इस साल टी-20 वर्ल्ड कप नहीं होता है और उसकी जगह आईपीएल कराया गया, तो मुझे पूरा विश्वास है और मैं इस बात को लेकर पॉजिटिव हूं कि जिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को चुना गया है, वे इंडियन लीग में जरूर खेलेंगे। इसके लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बोर्ड की मंजूरी भी जरूरी होगी। ऐसा होता है, तो हम आईपीएल के आखिरी दिन तक खेलेंगे। हम भी लीग में खेलना पसंद करते हैं।’’

आईसीसी के फैसले का इंतजार
वॉर्नर ने कहा, ‘‘टी-20 वर्ल्ड कप के टलने को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं। लेकिन, वर्ल्ड कप के लिए ऑस्ट्रेलिया आने वाली हर एक टीम के लिए यह मुश्किल चुनौती होने वाली है। इसे देखते हुए 14 दिन का क्वारैंटाइन का समय तय किया गया है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया सरकार महामारी को कंट्रोल करने और प्रतिबंध हटाने की पूरी कोशिश कर रही है। हमें अब अगले महीने आने वाले आईसीसी के फैसले का इंतजार है।’’वॉर्नर ने 84 टेस्ट में 7244 और 123 वनडे में 5267 रन बनाए हैं। उनके नाम 79 टी-20 में 2207 और आईपीएल के 126 मैच में 4706 रन हैं।

आईपीएल के होने पर सस्पेंस बरकरार
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया बोर्ड के चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा था कि इस साल वर्ल्ड कप होना मुश्किल है, क्योंकि टूर्नामेंट के लिए कोरोना के बीच 16 टीमों को एक जगह लाना चुनौती होगी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सभी खेलों के लिए स्टेडियम में 25% दर्शकों के आने की मंजूरी दे दी। इससे टी-20 वर्ल्ड कप के होने की उम्मीद बढ़ गई है। वहीं, बीसीसीआई वर्ल्ड कप टलने की स्थिति में उसकी जगह अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने पर विचार कर रहा था। लेकिन वर्ल्ड कप होने की अटकलों से आईपीएल के होने परसस्पेंस बरकरार है।

भारत के खिलाफ सीरीज खेलना चाहते हैं वॉर्नर
दिसंबर-जनवरी में भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलना है। इस पर वॉर्नर ने कहा, ‘‘भारत के खिलाफ यह सब बगैर दर्शकों के होने जा रहा है, जो एक बहुत ही अलग अनुभव होगा। मैं चाहता हूं कि सीरीज के लिए मुझे भी चुना जाए और मैं खेल पाऊं। पिछली बार हमने खराब प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन तब हम एक अच्छी टीम से हारे थे। उनकी गेंदबाजी भी शानदार थी। इस बार भारतीय टीम को बल्लेबाज भी अच्छे मिल गए हैं। अब हमारे गेंदबाज उनका शिकार करने के लिए तैयार हैं। मैं जानता हूं कि भारतीय दर्शक भी यह सब देखने के लिए उत्सुक होंगे।’’

पिछली बार भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 हराया था
2018 के आखिर में भी दोनों देशों के बीच 4 टेस्ट की सीरीज खेली गई थी। तब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2-1 से हराया था। टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 12 में से 8 सीरीज हारीं और 3 ड्रॉ खेली हैं। तब वॉर्नर पर बॉल टेंपरिंग के कारण एक साल का प्रतिबंध लगा हुआ था। इस कारण वे सीरीज में नहीं खेल पाए थे।



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डेविड वॉर्नर आईपीएल की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे। उन्होंने अब तक टूर्नामेंट के 126 मैच में 4706 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो

चाइनामैन बोलर- क्रिकेट में भी है चीन का कनेक्शन June 20, 2020 at 08:01PM

इन दिनों भारतीय क्रिकेट में कुलदीप यादव अपनी चाइनमैन बोलिंग के बल पर दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए खौफ बन रहे हैं। कुलदीप जैसे बोलिंग ऐक्शन वाले रिस्ट स्पिनर्स को चाइनामैन कहने की कहानी भी बड़ी रोचक है। जानें आखिर क्यों कलाइयों के लेफ्टआर्म स्पिनर को कहते हैं चाइनामैन बोलर?

चाइनामैन बोलिंग बाएं हाथ स्पिनर करते हैं, जो अपनी कलाइयों की मदद से गेंद को लेग स्पिन कराते हैं। बाएं हाथ से लेग स्पिन फेंकने के कारण यह गेंद दाएं हाथ के बल्लेबाजों से दूर जाने की बजाए उनकी ओर आती है, जबकि दाएं हाथ का गेंदबाज लेग स्पिन करे तो यह गेंद बल्लेबाज से दूर जाती है।

चाइनामैन का अर्थ है- चीन का व्यक्ति। जी हां! भले ही इंटरनैशनल क्रिकेट में चीन कभी प्रभावी स्तर पर दिखाई नहीं दिया हो। लेकिन क्रिकेट को पहला चाइनामैन गेंदबाज इसी देश से मिला था। इनका नाम था एलिस अचोंग।

साल 1933 में तब इंग्लैंड की टीम टेस्ट सीरीज के लिए वेस्ट इंडीज की मेजबानी कर रही थी। यहां ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर वेस्ट इंडीज ने चीनी मूल के लेफ्टआर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर या स्लो लेफ्ट आर्म गेंदबाज एलिस अचोंग को अपनी प्लेइंग XI में मौका दिया था। यहां इस स्पिनर ने जब अपनी स्पिन बोलिंग का जलवा दिखाया तो उनके इस ऐक्शन को नाम मिला चाइनामैन बोलर।

इस मैच में अचोंग का सामना जब इंग्लैंड के बल्लेबाज वॉल्टर रॉबिन्स कर रहे थे तो उनकी गेंद पर वह आउट हो गए। रॉबिन्स उनकी उल्टी स्पिन पर हैरान होकर गुस्से में पविलियन लौट रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, 'फैंसी बींग डन बाई ब्लडी चाइनामैन (चीन का आदमी अजीब बोलिंग कर रहा है।)' तभी से लेफ्ट आर्म रिस्ट स्पिनर को नाम मिला चाइनामैन बोलर।

लेफ्टआर्म से रिस्टस्पिन बोलिंग कराने वाले स्पिनर बहुत ही सीमित होते हैं। करीब 150 साल के इंटरनैशनल क्रिकेट इतिहास में करीब 30 गेंदबाज ही ऐसे हुए हैं, जिन्हें चाइनामैन बोलर कहा जाता है। इनमें से करीब आधे गेंदबाज ही क्रिकेट जगत में अपनी खास पहचान बना पाए हैं।

चीनी मूल के कैरिबियाई खिलाड़ी एलिस अचोंग ने भले इस बोलिंग को पहचान दी हो। लेकिन इस बोलिंग में उन्होंने इतना कमाल नहीं किया, जितना कमाल साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के इन दो क्रिकेटर्स ने किया। ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग और साउथ अफ्रीका के पॉल एडम्स ने चाइनामैन बोलिंग को खास मुकाम दिलाया।

हॉग दिग्गज गेंदबाज शेन वॉर्न के जमाने में खेल रहे थे। इसलिए उन्हें टीम में इतने मौके नहीं मिलते थे। इसके बावजूद उन्होंने 123 वनडे में 156 विकेट, 7 टेस्ट में 17 विकेट और 15 टी20I में 7 विकेट अपने नाम किए। साउथ अफ्रीका के पॉल एडम्स की बात करें तो उन्होंने 45 टेस्ट में 134 शिकार किए। इसके अलावा 24 वनडे में 29 विकेट भी उनके नाम हैं।

25 वर्षीय कुलदीप यादव अब तक 6 टेस्ट, 60 वनडे और 21 टी20I मैच खेल चुके हैं। इंटरनैशनल क्रिकट में कुलदीप का परफॉर्मेंस लाजवाब है। वह अभी तक टेस्ट में 24, वनडे में 104 और टी20I में 39 शिकार अपने नाम कर चुके हैं।

कुलदीप यादव भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज नहीं हैं। कुलदीप से पहले साल 2006 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम को पहली चाइनामैन गेंदबाज प्रीती डिमरी के रूप में मिली थीं। डिमरी ने 2 टेस्ट और 23 वनडे में कुल (5+28) 33 विकेट अपने नाम किए थे। अभी भारतीय क्रिकेट में कुलदीप के अलावा शिविल कौशिक है, जो 2016-17 में आईपीएल में खेलते दिखाई दिए थे।

टी20 वर्ल्ड कप स्थगित हुआ तो IPL खेल सकते हैं: वॉर्नर June 20, 2020 at 07:30PM

नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया में इस साल के अंत में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप पर कोरोना वायरस के कारण संकट के बादल मंडरा रहे हैं और इसके आयोजन पर अनिश्चितता बरकरार है। वहीं, पूर्व उप-कप्तान और ओपनर का कहना है कि यदि कोविड-19 महामारी के कारण यह वैश्विक टूर्नमेंट स्थगित होता है तो वह और ऑस्ट्रेलिया के अन्य खिलाड़ी आईपीएल में खेल पाएंगे। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी कर चुके डेविड वॉर्नर इसे लेकर ‘काफी आश्वस्त और सकारात्मक’ हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अध्यक्ष अर्ल एडिंग्स पहले ही कह चुके हैं कि अक्टूबर-नवंबर में 16 टीमों के टूर्नमेंट की मेजबानी करना थोड़ा ‘अवास्तविक’ होगा। इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने हालांकि टी20 वर्ल्ड कप के भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं किया है और उसके अगले महीने ऐसा करने की उम्मीद है। पढ़ें, ‘इंडिया टुडे’ ने वॉर्नर के हवाले से कहा, ‘अगर वर्ल्ड कप के आयोजन की संभावना नहीं है तो मैं काफी आश्वस्त और सकारात्मक हूं कि हम आईपीएल में खेल पाएंगे अगर यह वर्ल्ड कप की जगह लेता है तो। यदि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हमें वहां जाने की अनुमति देता है तो मुझे यकीन है कि हम क्रिकेट खेलेंगे।’ करियर में अभी तक 84 टेस्ट, 123 वनडे और 79 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके वॉर्नर भी पहले ही कह चुके हैं कि टीमों की संख्या को देखते हुए टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन मुश्किल काम होगा। उन्होंने कहा कि सभी इस मामले में आईसीसी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। वॉर्नर ने कहा, ‘देखिए, टी20 वर्ल्ड कप को स्थगित करने को लेकर काफी बातें हो रही हैं, ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए हर देश को लाना भी चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि 14 दिन के आइसोलेशन का समय है। हमें सुनिश्चित करना है कि ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 के प्रकोप को दोबारा हावी होने से रोकें। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने फिलहाल पाबंदियां लगा रखी हैं। बेशक हमें इन नियमों का पालन करना होगा और बेशक हमें आईसीसी के फैसले का इंतजार करना होगा।’ देखें, बाएं हाथ के बल्लेबाज वॉर्नर ने कहा कि अधिकतर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी आईपीएल में खेलना चाहते हैं जिसका आयोजन सितंबर-अक्टूबर में किया जा सकता है, अगर टी20 वर्ल्ड कप और एशिया कप स्थगित हुआ तो। उन्होंने कहा, ‘देखिए, पूरी संभावना है कि अनुमति मिलने पर नीलामी में चुने गए सभी खिलाड़ी खेलने को तैयार हो जाएंगे। हमें यात्रा करनी है इसलिए हमें सरकार की स्वीकृति लेनी होगी।’ 33 वर्षीय वॉर्नर ने कहा, ‘अगर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हमें वहां जाने और टूर्नमेंट में खेलने की अनुमति देता है तो मुझे यकीन है कि खिलाड़ी दोबारा क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हो जाएंगे।’

3T: तीन टीमों वाले क्रिकेट मैच को नहीं मिली मंजूरी, टला June 20, 2020 at 08:45PM

नई दिल्ली साउथ अफ्रीका में क्रिकेट का एक नया फॉर्मेट 3T क्रिकेट (3T Cricket) शुरू होने जा रहा था। लेकिन उसकी यह योजना फिलहाल अमल में आती नहीं दिख रही है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते इस अनूठे क्रिकेट मैच को सरकार से जरूरी मंजरी नहीं मिल पाने के कारण आगे के लिए टालना पड़ा। इस मैच में एक साथ तीन टीमों को खिलाने की योजना थी, जो 36 ओवरों तक खेला जाता। इस मैच में खेलने वाली 3 टीमों को 18 ओवर फील्डिंग और 6-6 ओवर की दो पारियों में बैटिंग करनी थी। एक टीम में 8 खिलाड़ियों को जगह मिलनी थी। तय शेड्यूल के मुताबिक यह मैच शनिवार 27 जून को सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट्स पार्क में खेला जाना था। लेकिन आयोजकों को कोविड- 19 (Covid- 19) महामारी से सुरक्षा के मद्देनजर सरकार से जरूरी अनुमति नहीं मिल पाई। साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड (CSA) ने इस मसले पर एक मीटिंग आयोजित कर इसे आगे के लिए टाल दिया। अपने टि्वटर हैंडल पर बोर्ड ने जानकारी दी, 'मीटिंग के बाद, यह साफ हो गया है कि अभी इस मैच के लिए और काम करना होगा, जिसमें सरकार से मंजूरी भी शामिल है। जल्दी ही इस मैच के लिए नई तारीख का ऐलान करेंगे।' कोविड-19 वायरस के खिलाफ फंड इकट्ठा करने के मकसद से इस मैच का आयोजन तय किया गया था, जिसमें एबी डिविलियर्स, फाफ डुप्लेसिस, कगिसो रबाडा समेत साउथ अफ्रीका के कई नामी क्रिकेटर खेलते दिखते।