Saturday, January 29, 2022

ऑस्ट्रेलियन ओपन की चैंपियन बनीं ऐश्ली बार्टी:44 साल बाद किसी ऑस्ट्रेलियाई महिला ने जीता खिताब, फाइनल में कॉलिंस को 6-3, 7-6 से हराया January 29, 2022 at 12:51AM

संजय मांजरेकर ने बनाई महान भारतीय कप्तानों की लिस्ट, विराट कोहली शामिल नहीं January 29, 2022 at 02:05AM

नई दिल्ली: () भारत के सबसे कामयाब टेस्ट कप्तान हैं। उनकी गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) उन्हें भारत के सबसे महान कप्तानों की अपनी लिस्ट में जगह नहीं देते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने भारत के लिए अधिक मैचों में कप्तानी की है और जीते हैं। टी20 क्रिकेट में भी धोनी उसने आगे हैं। वहीं अगर वनडे क्रिकेट की बात की जाए तो कामयाब कप्तानों की लिस्ट में कोहली का नंबर धोनी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सौरभ गांगुली के बाद आता है। हालांकि ये रिकॉर्ड भी मांजरेकर को संतुष्ट करने के लिए काफी नहीं हैं। अपनी पसंद की बात करते हुए मांजरेकर महेंद्र सिंह धोनी को इस लिस्ट में सबसे ऊपर रखते हैं। उनका मानना है कि किसी कप्तान ने आईसीसी टूर्नमेंट्स में कैसा प्रदर्शन किया यह उसे तौलने का सबसे अच्छा पैमाना है। धोनी ने एक नहीं बल्कि तीन आईसीसी ट्रॉफियां जीती हैं। उन्होंने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप, 2011 का 50 ओवर वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। मांजरेकर ने न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में कहा, 'महेंद्र सिंह बेशक भारत के सबसे कामयाब कप्तानों में शामिल हैं। मैं आम तौर पर कप्तानों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईसीसी इवेंट में उनके प्रदर्शन के आधार पर तौलता हूं। क्योंकि यहीं आपकी असल परख होती है। जब आप द्विपक्षीय सीरीज खेलते हैं तो यह ऑफिस जाना और वापस आने जैसा होता है। यहां बहुत ज्यादा दबाव नहीं होता। लेकिन आईसीसी इवेंट में, धोनी कमाल के होते थे। मांजरेकर ने अपने महान कप्तानों की लिस्ट के बारे में कहा, 'जब आप महान कप्तानों की बात करते हैं तो उसमें धोनी को रखना ही होगा। कपिल देव ने भी टीम को मुश्किल वक्त में संभाला। मैच फिक्सिंग कांड के बाद भारतीय टीम की हालत खराब थी और सौरभ गांगुली ने यहां से टीम की अगुआई की। और टीम को विदेशों में भी जीत दिलाने का काम किया। इस लिस्ट में सुनील गावस्कर भी शामिल हैं। ये सभी भारत को बेहतरीन कप्तान रहे हैं। आप उस समय में जी रहे हैं जहां कई मंच हैं इसलिए ज्याद माहौल तैयार होता है। लेकिन भारतीय क्रिकेट बीते 10 साल में नहीं बना है। विराट से पहले भी उनसे बेहतर कप्तान रहे हैं।' वहीं कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक पहुंची थी। कोहली की अगुआई में ही 2019 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और 2021 की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक का सफर तय किया। बीते साल टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ग्रुप स्टेज पर ही बाहर हो गई थी। हालांकि मांजरेकर ने कोहली के कभी हार न मानने वाले रवैये की तारीफ की। उन्होंने माना कि कोहली अपने रवैये से बतौर कप्तान उदाहरण तय करते हैं। लेकिन नतीजे उनके पक्ष में नहीं गए हैं।

वार्नर नहीं बन सकते IPL कप्तान:आकाश चोपड़ा बोले- वह महंगे जरूर बिकेंगे, लेकिन कोई टीम उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं देगी January 29, 2022 at 12:15AM

Ash Barty: 25 वर्षीय बार्टी ने जीता ऑस्ट्रेलियन ओपन महिला एकल का खिताब, खत्म किया 44 साल से चला आ रहा सूखा January 29, 2022 at 12:54AM

मेलबर्न: ने महिला एकल ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता लिया है। शनिवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में उन्होंने डेनियल कॉलिंस को 6-3, 7-6 (2) से हराकर 44 साल का सूखा तोड़ा। जी, 44 साल से ऑस्ट्रेलियाई की किसी महिला खिलाड़ी ने यह ग्रैंड स्लैम नहीं जीता था। बार्टी ने पहला सेट एक सर्विस ब्रेक करके जीत लिया था। इसके बाद कॉलिंस ने दमदार वापसी की। उन्होंने दूसरे सेट में 5-1 की बढ़त बना ली थी। बार्टी दूसरी और छठी सर्विस गंवा बैठी थी। लेकिन कॉलिंस के पास सेट जीतने के दो मौके थे और वह दोनों भुना नहीं पाईं । सेट आखिर टाईब्रेकर में पहुंचा। यहां बार्टी ने 4-0 की बढ़त जल्द हासिल कर ली। बार्टी 1980 के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी थीं। और अब 1978 में क्रिस ओ'नील के बाद महिला एक खिताब जीतने वालीं ऑस्ट्रेलिया की पहली खिलाड़ी बन गई हैं। 25 वर्षीय बार्टी के नाम अब तीन ग्रैंड स्लैम हो गए हैं। अब हार्ड कोर्ट पर भी उनके नाम खिताब हो गया है। इससे पहले पिछले साल उन्होंने ग्रास कोर्ट पर विम्बलडन जीता था और 2019 में क्ले कोर्ट पर फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया है।

जीत के बाद अफगानिस्तान क्रिकेटर्स के डांस का वीडियो हुआ वायरल January 29, 2022 at 12:48AM

नई दिल्ली: अफगानिस्तान में क्रिकेट (Cricket in Afghanistan) काफी फल-फूल रहा है। सीनियर टीम तो अपने प्रदर्शन से दिल जीत ही लेती है लेकिन अंडर-19 टीम भी कम नहीं। टीम (Under-19 World Cup) के सेमीफाइनल (AFG Under-19 World cup) में पहुंच गई है। गुरुवार को उसने एक रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका को मात देकर अंतिम चार में जगह बनाई। कुलीग क्रिकेट ग्राउंड, एंटीगा में खेले गए मुकाबले में टीम के गेंदबाजों ने कमाल का खेल दिखाया। अफगानिस्तान की टीम सिर्फ 134 रन ही बना पाई। लेकिन गेंदबाजों ने दमदार खेल दिखाया। इसके साथ ही क्रिकेट वर्ल्ड कप के किसी भी स्तर पर सेमीफाइनल में पहुंचने वाली यह पहली अफगान टीम बनी। इस जीत के बाद अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने अनोखे अंदाज से जीत का जश्न मनाया। अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने 'अट्टन' किया। यह एक परंपरागत नृत्य है और देश के कल्चर में इसकी बहुत खास जगह है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया था। अफगानिस्तान के खिलाड़ियों के इस सेलिब्रेशन को खूब पसंद किया जा रहा है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी अपने खिलाड़ियों के जश्न के वीडियो की झलकी साझा की है। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। अफगानिस्तान की शुरुआत बहुत खराब रही। सिर्फ 26 के स्कोर पर उसके चार विकेट गिर चुके थे। श्रीलंका के गेंदबाज विनुजा रानपुल के सामने अफगानिस्तान के बल्लेबाज खूब संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। अल्लाह नूर और अब्दुल हादी ने टीम के लिए अहम रन जोड़े। पांचवें विकेट के लिए उन्होंने 47 रन की भागीदारी की। नूर 25 रन बनाकर आउट हुए। हादी का साथ देने नूर अहमद आए। और इस साझेदारी ने एक बार फिर अहम 48 रन जोड़े। इस साझेदारी की वजह से स्कोर 130 के पार पहुंचा। 135 रन के स्कोर का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम की हालत और ज्यादा खराब रही। 43 के स्कोर पर उसके सात विकेट गिर चुके थे। इसके बाद कप्तान दुनिथ वेलालगे ने टीम को सहारा दिया। उन्होंने रवीन डा सिल्वा के साथ मिलकर 69 रन की साझेदारी की। वेलालगे ने 34 रन की पारी खेली। हालांकि वेलालगे 41वें ओवर में आउट हो गए और आखिर में पूरी टीम 130 रन बनाकर आउट हो गई। अफगानिस्तान का सामना पहले सेमीफाइनल में विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में 1 फरवरी को होगा।

पाकिस्तानी गेंदबाज की ड्रीम हैट्रिक:कोहली, राहुल और रोहित को लगातार तीन गेंद में आउट करना चाहते हैं अफरीदी; टी-20 WC में झटके थे तीनों विकेट January 29, 2022 at 12:05AM

ऑस्ट्रेलिया ओपन के फाइनल में मेदवेदेव से भिड़ेंगे नडाल, 21वां ग्रैंड स्लैम जीतते ही रचेंगे इतिहास January 28, 2022 at 10:59PM

मेलबर्न: पिछले साल जुलाई में विंबलडन खत्म होने के बाद से टेनिस जगत में एक ही चर्चा है कि 21 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाला पहला पुरुष खिलाड़ी कौन होगा। पूरा फोकस नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) पर रहा और किसी ने (Rafael Nadal) के बारे में नहीं सोचा। अब 2022 के पहले ग्रैंड स्लैम का फाइनल खेलने जा रहे नडाल इतिहास रचने से एक जीत दूर है। उनका सामना अमेरिकी ओपन (US Open) चैम्पियन डैनिल (Daniil Medvedev) से होगा जो लगातार दूसरा खिताब जीतने की दहलीज पर है और पहले ग्रैंड स्लैम के बाद लगातार दूसरा जीतना भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। ऑस्ट्रेलियाई ओपन शुरू होने से एक दिन पहले जोकोविच के निर्वासन और नडाल के लंबे समय कोर्ट से दूर रहने से पहले 21वें ग्रैंड स्लैम की होड़ काफी रोमांचक थी। पैर की चोट से जूझने और कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद नडाल को पता नहीं था कि वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन खेल भी सकेंगे या नहीं। उन्होंने कहा, ‘मेरा फोकस सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई ओपन पर है , और कुछ नहीं। मेरे लिये 21वें खिताब से अधिक अहम है कि मैं यहां खेल रहा हूं।’ फेडरर और जोकोविच के समान नडाल के नाम 20 ग्रैंड स्लैम खिताब हैं। कोरोना टीकाकरण के कड़े नियमों का पालन नहीं करने के कारण जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया से निर्वासित कर दिया गया जबकि फेडरर दाहिने घुटने की सर्जरी के बाद अभी पूरी तरह से फिट नहीं हुए हैं। नडाल ने 2020 फ्रेंच ओपन में अपना 20वां खिताब जीता था। वहीं जोकोविच 2021 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन, फ्रेंच ओपन और विम्बलडन जीतकर 17वें से 20वें खिताब तक पहुंचे। अमेरिकी ओपन फाइनल में वह मेदवेदेव से हार गए थे। मेदवेदेव ने कहा, ‘एक बार फिर महानतम खिलाड़ियों में से एक के सामने हूं। वह भी 21वें ग्रैंड स्लैम के लिये खेल रहा है।’ मेदवेदेव 2019 अमेरिकी ओपन के फाइनल में नडाल से और 2021 ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में जोकोविच से हारे लेकिन अमेरिकी ओपन फाइनल में उन्होंने जोकोविच को हराया। नडाल 29वीं बार ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने के बाद अपने आंसू नहीं छिपा सके। यहां उन्होंने सिर्फ एक बार 2009 में खिताब जीता है। उन्होंने कहा, ‘मैं यहां कई बार अद्भुत फाइनल खेला लेकिन जीत नहीं सका। मुझे एक मौका और मिला है जो मैने कभी सोचा भी नहीं था। मैं खुशकिस्मत महसूस कर रहा हूं।’