Thursday, April 23, 2020

घर नहीं पहुंचा शव, गंभीर ने किया अंतिम संस्कार April 23, 2020 at 08:32PM

नई दिल्ली भारत की वर्ल्ड कप जीत के सूत्रधारों में रहे पूर्व सलामी बल्लेबाज () ने अपनी घरेलू सहायिका का अंतिम संस्कार खुद किया है। कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण लागू लॉकडाउन (Lockdown) के चलते सहायिका का पार्थिव शरीर ओडिशा नहीं पहुंचाया जा सका। भाजपा के लोकसभा सांसद गंभीर ने ट्विटर पर अपने घर में काम करने वाली को श्रृद्धांजलि दी। वह पिछले छह साल से उनके घर पर काम कर रही थीं। उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरे बच्चों की देखभाल करने वाली घरेलू सहायिका नहीं हो सकती। वह परिवार का हिस्सा थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा फर्ज था।' भारत के लिए 2004 से 2016 के बीच टेस्ट खेल चुके गंभीर ने कहा, 'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि व्यक्ति किसी भी जाति, धर्म, वर्ग, सामाजिक दर्जे का हो, सम्मान का हकदार है। इसी से हम बेहतर समाज और देश बना सकते हैं। ओम शांति।' मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ओडिशा की 49 वर्षीय पात्रा जाजपुर जिले की थीं। वह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से जूझ रही थीं और उन्हें कुछ दिन पहले ही गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने 21 अप्रैल को दम तोड़ा। केंद्रीय पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धमेंद्र प्रधान ने गंभीर की तारीफ की। ओडिशा के रहने वाले प्रधान ने कहा कि गंभीर के इस नेक काम से उन लाखों गरीबों के मन में इंसानियत पर विश्वास गहरा हो जाएगा, जो आजीविका कमाने के लिए घर से दूर रहते हैं।

खेल जगत के दिग्गज समेत फिल्मी सितारों ने सचिन को बधाई दी; शास्त्री ने कहा- आपकी विरासत अमर रहेगी April 23, 2020 at 08:44PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शुक्रवार को 47 साल के हो गए हैं। इस मौके पर खेल जगत के दिग्गज समेत फिल्मी सितारों ने भी अपने-अपने अंदाज में सचिन को बधाई दी है। भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट किया, ‘‘हैप्पी बर्थडे बॉसमैन, आपने खेल में जो विरासत छोड़ी है, वह अमर रहेगी। भगवान आप पर हमेशा आशिर्वाद बनाए रखे चैम्पियन।’’ वहीं, सचिन ने कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी के समय में अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। ऐसे समय में सचिन ने लोगों से घर में ही परिवार के साथ सुरक्षित रहने की सलाह दी है।

शास्त्री के अलावा भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी सचिन को बधाई दी। कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘उस इंसान को जन्मदिन की शुभकामनाएं, जिसके खेल के प्रति जुनून ने कई लोगों को प्रेरित किया है। प्रार्थना करता हूं कि आपका साल शानदार रहे पाजी।’’

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सचिन ने वनडे-टेस्ट में सबसे ज्यादा 100 शतक लगाए
इसी साल फरवरी में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सचिन को 2011 वर्ल्ड कप विनिंग मोमेंट के लिए लॉरेस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया था। सचिन के इस लम्हे को ‘कैरीड ऑन द शोल्डर्स ऑफ ए नेशन’ शीर्षक दिया गया। उन्होंने 200 टेस्ट में 53.79 की औसत से 15921 और 263 वनडे में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं। सचिन ने एकमात्र इंटरनेशनल टी-20 में 10 रन की पारी खेली। मास्टर ब्लास्टर ने आईपीएल के 78 मैच में 33.83 की औसत से 2334 रन बनाए हैं। 2012 में संन्यास लेने वाले सचिन के नाम टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक हैं।

‘हमेशा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहेंगे’

साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार चिरंजीवी ने ट्वीट किया, ‘‘क्रिकेट के भगवान को हैप्पी बर्थडे। भारत के गर्व और एकमात्र मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आप हमेशा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहेंगे।’’

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कांबली ने परिवार के साथ बधाई दी

सचिन के बचपन के दोस्त विनोद कांबली ने वीडियो शेयर कर परिवार के साथ बधाई दी। इनके अलावा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण, वेस्टइंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल ने भी ट्वीट कर सचिन को शुभकामनाएं दी।

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इसी साल फरवरी में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सचिन को 2011 वर्ल्ड कप विनिंग मोमेंट के लिए लॉरेस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया था। भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था।

पाक का कर्जा उतारने का मेरे पास प्लान: जावेद मियांदाद April 23, 2020 at 07:22PM

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज () ने कहा है कि उनके पास पाकिस्तान का पूरा कर्जा उतारने की योजना है। मियांदाद ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री (Imran Khan) से अपनी इस योजना को शेयर करने के लिए वक्त भी मांगा है। यह पूर्व बल्लेबाज अपने पूर्व कप्तान और अब प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ अपनी योजनाओं पर विस्तृत चर्चा करना चाहते हैं। मियांदाद ने गुरुवार को पाकिस्तान के टेलिथॉन कार्यक्रम में यह बात कही। कोरोना वायरस के लिए रिलीफ फंड इकट्ठा करने के मकसद से पाकिस्तान में यह टेलिथॉन कार्यक्रम किया गया। मियांदाद ने कहा कि देश में अभी तक उन लोगों ने राज किया, जिनके अपने हित थे। लेकिन अब इमरान खान के रूप में पाकिस्तान को ऐसा नेता मिल गया है, जो यहां कि जनता कि चिंता करते हैं और उनके दिल में पाकिस्तान के लोग बसते हैं। मियांदाद ने कहा कि देश में लोग गरीबी से लड़ रहे हैं। इस पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, 'कोरोना वायरस के संक्रमण को देश में रोकना इतना आसान नहीं है क्योंकि फिलहाल पाकिस्तान के मौजूदा आर्थिक हालात इतने अच्छे नहीं हैं कि पूरे देश में फुल लॉकडाउन लगाया जा सके।' उन्होंने कहा, 'जब मैं पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलता था, तब मैंने पहले भी इमरान खान के साथ मिलकर फंड जुटाने का काम किया है और वह राष्ट्र-सेवा के लिए फिर से ऐसा करेंगे।'

गंभीर ने घर में काम करने वाली नौकरानी का अंतिम संस्कार किया, बोले- वे मेरे परिवार की सदस्य थीं April 23, 2020 at 07:14PM

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सासंद गौतम गंभीर ने घर में काम करने वाली नौकरानी सरस्वती पात्रा (49) का अंतिम संस्कार किया। उड़ीसा की रहने वाली सरस्वती ने 21 अप्रैल को अंंतिम सांस ली। वे काफी समय से शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारी से जूझ रही थीं। गंभीर ने ट्वीट कर जानकारी दी और सरस्वती को परिवार का सदस्य ही बताया। भाजपा सांसद के इस काम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस दया भाव के लिए गंभीर को धन्यवाद दिया।

गंभीर ने ट्वीट किया, ‘‘जो मेरे बच्चों की खास देखभाल करती हो, वह कभी भी नौकरानी नहीं हो सकती। वह परिवार की सदस्य ही थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा कर्तव्य था। मैं जाति, धर्म, संप्रदाय और समाज से ज्यादा इंसानियत को मानता हूं। बेहतर समाज बनाने का एक यही रास्ता है। भारत के लिए भी मेरे यही विचार हैं। ओम शांति।’’

गंभीर के घर 6 साल से काम कर रहीं थी सरस्वती
सरस्वती पिछले 6 साल से गंभीर के घर में काम कर रही थीं।शुगर और ब्लड प्रेशर के कारण उन्हें दिल्ली के ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरस्वती उड़ीसा के जाजपुर जिले की रहने वाली थीं। धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘गंभीर के इस काम से लाखों गरीब लोगों में इंसानियत पर विश्वास बढ़ेगा, जो अपने घरों से दूर काम कर रहे हैं। इस काम से लोगों में भी गरीबों के प्रति सम्मान बढ़ेगा।’’



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गौतम गंभीर के घर पर सरस्वती पात्रा 6 साल से काम कर रही थीं। शुगर और ब्लड प्रेशर के कारण उन्हें दिल्ली के ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

रोहित ने कहा-  हम एक टीम के तौर पर आने वाले 3 में से 2 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हों, यही मेरा लक्ष्य April 23, 2020 at 05:35PM

भारत के सीमित ओवर के कप्तान रोहित शर्मा ने अगले तीन में से दो वर्ल्ड कप जीतने के लक्ष्य को लेकर बात की। उन्होंने पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की। इस दौरान रोहित ने कहा, ‘‘मेरा व्यक्तिगत लक्ष्य है कि हम एक टीम के तौर पर आने वाले 3 में से 2 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हों।’’ दरअसल, इस साल ऑस्ट्रेलिया और अगले साल भारत में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। इसके बाद 2023 में वनडे वर्ल्ड कप होगा। भारतीय टीम 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई आईसीसी इवेंट नहीं जीत सका।

इस बार टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाएगा। हालांकि, टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस (कोविड-19) का संकट मंडरा रहा है। इस महामारी के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। 29 मार्च से होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं।

‘जल्दी विकेट नहीं गंवाते तो सेमीफाइनल जीत जाते’
भारतीय टीम वनडे वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था। इस पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ने रिकॉर्ड 5 शतक लगाए थे। उन्होंने लगातार तीन मैच में शतक लगाए थे। 3 दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने इस वर्ल्ड कप में अपने खेल को थोड़ा बदला था। उन्होंने बड़े शतक लगाने की जगह टिककर बल्लेबाजी की थी। सेमीफाइनल को लेकर रोहित ने कहा, ‘‘यदि हम शुरुआती आधे घंटे तक कोई विकेट नहीं गंवाते तो भारतीय टीम यह मैच जीत सकती थी। शुरुआती 10 ओवर काफी अहम होते हैं।’’



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रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो

मेरीकॉम लॉकडाउन में बच्चों के साथ एन्जॉय कर रहीं, बोलीं- मुझे उनकी ज्यादा जरूरत है April 23, 2020 at 04:45PM

ओलिंपियन बॉक्सर एमसी मेरीकॉम लॉकडाउन के दौरान घर पर ही हैं। सोशल साइट पर उन्होंने अपने तीन बच्चों के डांस करते हुए फोटो डाली और लिखा, ‘मुझे बच्चों की ज्यादा जरूरत है। लॉकडाउन के कारण उन्हें परिवार के साथ रहने का मौका मिल गया है।’ 37 साल की मेरीकॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2021 टोक्यो ओलिंपिक के लिए भी मेरीकॉम सहित 9 भारतीय बॉक्सर क्वालिफाई कर चुके हैं।

6 बार की वर्ल्ड चैम्पियन मैरी कॉम का एकमात्र सपना ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है। उम्र के आखिरी पड़ाव में खेल हीं 37 साल की बॉक्सर ने कहा कि जब तक उनका यह सपना पूरा नहीं होता, जब तक वे हार नहीं मानेंगी। हाल ही में मैरी कॉम ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के लिए लाइव फेसबुक के दौरान यह बात कही थी।

‘ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना बहुत मुश्किल था’
मैरी कॉम ने कहा था, ‘‘मेरा पूरा ध्यान सिर्फ ओलिंपिक गेम्स में भारत के लिए गोल्ड जीतना है। इस उम्र में भी मैं काफी कड़ी मेहनत कर रही हूं। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना मेरे लिए बेहद मुश्किल था।’’ सफलता को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सफलता का कोई मंत्र नहीं है। ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करो। मैं भी यही करती हूं। उतार चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन आपको अपने सपनों को साकार करने के लिए ध्यान नहीं हटाना चाहिए।’’



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कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच भारतीय बॉक्सर एमसी मैरी कॉम अपने परिवार के साथ घर में समय बिता रही हैं। उन्होंने बच्चों के फिल्मी गानों पर डांस भी किया।

वेस्टइंडीज बोर्ड की आर्थिक स्थिति बेहद खराब, क्रिकेटरों को जनवरी से मैच फीस नहीं मिली April 23, 2020 at 04:13PM

वेस्टइंडीज का क्रिकेट बोर्ड आर्थिक संकट से जूझ रहा है। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने (सीडब्ल्यूआई) ने अपने खिलाड़ियों को जनवरी से उनकी मैच फीस नहीं दी है। भुगतान में देरी का कारण नकदी संकट माना जा रहा है। वेस्टइंडीज बोर्ड की आर्थिक स्थिति पहले ही अच्छी नहीं थी। अब कोविड-19 महामारी आने के बाद उसकी मुसीबतें और बढ़ गई हैं। इंटरनेशनल पुरुष खिलाड़ियों की 11 और महिला खिलाड़ियों की 4 मैच की फीस बकाया है। सबसे ज्यादा नुकसान घरेलू खिलाड़ियों का हो रहा है।

वेस्टइंडीज ने जनवरी में आयरलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज खेली थी और फरवरी-मार्च में श्रीलंका का दौरा किया था। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड जनवरी से मैच फीस नहीं दे पाया, जबकि सामान्य परिस्थितियों में फरवरी 2020 के अंत तक यह भुगतान हो जाना था।

घरेलू खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा नुकसान
पुरुष खिलाड़ियों को आयरलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज (3 वनडे और 3 टी-20) और श्रीलंका का दौरा (3 वनडे और 3 टी-20) की मैच फीस नहीं मिली है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला टीम को ऑस्ट्रेलिया में फरवरी-मार्च में खेले गए टी-20 विश्व कप में अपने खेले 4 मैचों की मैच फीस नहीं मिली है। वहीं, सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहे घरेलू खिलाड़ियों को 2020 वेस्टइंडीज चैम्पियनशिप के लिए उनकी मैच फीस के ज्यादातर हिस्से का भुगतान नहीं हुआ है।



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वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को आयरलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज (3 वनडे और 3 टी-20) और श्रीलंका का दौरा (3 वनडे और 3 टी-20) की मैच फीस नहीं मिली है। -फाइल फोटो

EXCLUSIVE: तब भी हम निराशा से उबरकर विश्व विजेता बने थे: तेंडुलकर April 23, 2020 at 04:05PM

नई दिल्ली कोरोना के कहर के बीच और लॉकडाउन के दौर में हर किसी को भविष्य की चिंता सता रही है। कब खत्म होगा यह बुरा सपना? आगे देश और दुनिया की स्थिति क्या होगी? क्या हम इन हालात से उबर पाएंगे? ऐसे सवाल हर इंसान के मन या जुबान पर हैं। अपने ढाई दशक के बेहद प्रतिस्पर्धि करियर में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव देखने वाले वाले सचिन रमेश तेंडुलकर से यही सब सवाल करने पर वह उदाहरण देते हैं उस दौर का जब वह खुद,टीम इंडिया और उनके तमाम फैंस निराशा के आखिरी पायदान पर थे। तब भी ऐसा लग रहा था कि यहां से कैसे उबरेंगे। क्या होगा भारतीय क्रिकेट का भविष्य? लेकिन टीम ने न केवल उन कठिन चुनौतियों का बखूबी सामना किया बल्कि वर्ल्ड चैंपियन भी बनी। यह कहानी है 2007 वर्ल्ड कप की जब दिग्गजों से सजी भारतीय टीम बांग्लादेश की चुनौती पार नहीं कर सकी थी और वर्ल्ड कप के पहले दौर से बाहर हो गई थी। सचिन ने अपने 47वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर कोरोना के इस कठिन दौर और आगे की राह पर NBT से एक्सक्लूसिव बातचीत की। आपके करियर की ऐसी कोई घटना जिसे आप मौजूदा वक्त से जोड़ कर देख सकते हैं? जब ऐसा लगा हो कि अब आगे क्या होगा। बेहद मुश्किल समय है। इससे उबरना आसान नहीं होगा। लेकिन आप तमाम बाधाओं को पार करते हुए विजेता बनकर उभरे हों। अगर संकट के इस दौर को खेल से रिलेट करने की बात करेंगे तो मैं 2007 के क्रिकेट वर्ल्ड कप को याद करना चाहूंगा। मुझे लगता है कि वह भारतीय क्रिकेट का लोएस्ट टाइम था। तब भारतीय टीम पहले राउंड में ही बाहर हो गई थी। हम उस खराब समय से बाहर निकले। वहां से हमारी यात्रा 2011 वर्ल्ड कप की तरफ शुरू हुई थी। हम चार साल बाद ही चैंपियन बनकर उभरे थे। वह एक बहुत बड़ा कायापलट था। इस बेहद मुश्किल दौर में क्या जीवन के प्रति नजरिए में बदलाव आया है या आगे आएगा? बिल्कुल आएगा। जीवन की जो सिंपल चीजें होती हैं ‌उनको हम वैल्यू करना सीखेंगे। अब देखिए कि लॉकडाउन से पहले हम बहुत सारी चीजों का मूल्य नहीं समझते थे। हम सोचते थे कि जैसे चलता रहा है वैसे ही सब कुछ चलता रहेगा। जब हमें वह सब चीजें नहीं मिल रही हैं तो हम उनका महत्व समझ रहे हैं। जैसे एक छोटी-सी चीज है। जब मर्जी हमने गाड़ी की चाबी उठाई। गाड़ी में बैठे और जहां जाना था वहां के लिए निकल पड़े। यह आज संभव नहीं हो पा रहा है। लॉकडाउन के चलते हम इधर-उधर बाहर नहीं घूम सकते। लेकिन यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि यह हमारे लिए जरूरी है। आज सरकार हेल्थ एक्सपर्ट्स से मशविरा करके जो फैसले ले रही है वह हमारे लिए ही है। देश की भलाई के लिए है। जानें बचाने के लिए है। इसलिए हमें इनका पूरी तरह पालन करना चाहिए। जब पूरी तरह घूमने-फिरने की आजादी होती है तो हम बहुत-सी चीजों के बारे में सोचते नहीं। बस यूं ही कर देते हैं। यह मानकर कि यह तो सामान्य चीजें हैं। मेरे लिए नॉर्मल रूटीन है। अब मुझे लगता है कि आगे हम छोटी-छोटी बातों को वैल्यू करना सीखेंगे। लॉकडाउन के दौरान आपकी दिनचर्या में क्या बदलाव आया है? आप क्या कुछ अलग कर पा रहे हैं? सुबह घर में ही ट्रेनिंग करता हूं। फिर अपनी कंपनी एसआरटी के स्टाफ के साथ फोन या विडियो कॉल के जरिए मीटिंग करता हूं और जरूरी चीजें डिस्कस करता हूं। इसके बाद दोनों बच्चों के साथ समय बिताता हूं। मेरे दोनों बच्चे 20 साल से अधिक के हो गए हैं। उनका अपने-अपने दोस्तों का ग्रुप है और अपनी दुनिया है। अब जबकि हम सभी घर में हैं तो एक-दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। मेरी मां भी यही कह रही हैं कि उन्हें मेरे साथ ज्यादा समय मिल रहा है आजकल। हमारा पूरा परिवार एक साथ बैठता है तो कुछ बोर्ड या विडियो गेम्स भी खेलते हैं। ऐसा नॉर्मली नहीं हो पाता था। कोई ऐसी चीज जिसे आप मिस कर रहे हों इन दिनों? दोस्तों का साथ मिस कर रहा हूं। हम फोन पर बात तो कर लेते हैं लेकिन जैसे हम एक-दूसरे के घर आते-जाते हैं और साथ खाना खाते हैं वह सब नहीं हो पा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के दौर में यही चीज सब लोग मिस कर रहे होंगे। कोरोना के असर के बाद क्या आपको लगता है कि खेल बंद दरवाजों के भीतर होंगे? दर्शकों को अनुमति नहीं दी जाएगी? खेल का फ्यूचर कैसा देखते हैं आप? मुझे लगता है कि क्लोज डोर गेम्स करना और दर्शकों को स्टेडियम में नहीं आने देने से खेल से काफी एनर्जी चली जाएगी। जैसे कोई खिलाड़ी अगर चौका मारता है या फिर विकेट लेता है और उसके बाद दर्शकों का जिस तरह का रिस्पॉन्स होता है उससे खिलाड़ियों को काफी एनर्जी मिलती है। अगर दर्शकों को स्टेडियम में नहीं आने दिया जाएगा तो खेल से वह एक एलिमेंट मिस हो जाएगा। हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि बंद स्टेडियम में मैच नहीं होने चाहिए। लेकिन ऐसा होने से खेल के दौरान एक खालीपन जरूर महसूस होगा। भविष्य में क्या खिलाडियों के जश्न मनाने का अंदाज भी बदलेगा? अभी हर जगह लोग सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जागरूक हो गए हैं। हम अगर कोरोना का असर खत्म करने में सफल भी रहे तो खिलाड़ियों के दिमाग में तो यह बात तो रहेगी ही रहेगी। मुझे लगता है कि सेलिब्रेशन का अंदाज बदल सकता है। जैसे एक दूसरे को गले लगाना, एक-दूसरे को हाई फाइव्स देना या विकेट को सेलिब्रेट करना। इस तरह जश्न मनाने के अंदाज भविष्य में बदल जाएगा। यूनिसेफ के ऐंबैसडर के तौर पर काफी सालों से मैं सबको निजी साफ-सफाई का संदेश देता रहता हूं। प्लेयर्स को भी इसका काफी ध्यान रखना होगा। जूनियर्स के लिए मोटिवेशन कायम रखने के टिप्स देना चाहेंगे मैं जूनियर्स को यही मैसेज देना चाहूंगा कि यह एक चैलेंजिंग टाइम है। सबके लिए है। आप अकेले शामिल नहीं हैं इसमें। हम सबको इससे लड़ना है। यही सलाह दूंगा कि आप अपने पुराने शौक को एक बार फिर शुरू कर सकते हैं। याद करें जब आप बच्चे थे, बिल्कुल छोटे थे तब आपकी हॉबीज क्या थीं। आप अपनी उन हॉबीज के साथ फिर से जुड़ जाएं। आपके घर में बड़े बुजुर्ग भी होंगे। अगर आपके पैरंट्स हैं तो उनका ध्यान रखें। अगर आपके साथ आपके ग्रैंड पैरेंट्स हैं तो उनका भी ध्यान रखें। उनके साथ टाइम बिताएं। उनसे कुछ सीखें। आमतौर पर हम अपनी दुनिया में रहते हैं। उनके साथ बहुत कम समय बिताते हैं। उनको इस समय का फायदा उठाना चाहिए। कोई जरूरी नहीं कि उनसे कुछ सीखना ही है। आप उनके साथ यूं भी समय बिताएंगे तो उनको अच्छा लगेगा। घर में रहकर प्लेयर्स ऐसे कायम रखें अपनी स्किल्स आप घर पर रहकर भी अपनी स्किल्स कायम रख सकते हैं। जरूरी नहीं कि आप नेट्स पर ही सब कुछ कर पाएं। घर पर आप रेग्युलर ड्रिल्स कर सकते हैं। विजुअलाइजेशन का सहारा ले सकते हैं। ग्राउंड पर प्रैक्टिस करना और बात होती है। लेकिन विजुअलाइजिंग का भी अपना महत्व होता है। मैंने कई बार महसूस किया है कि आप होटेल्स के रूम में भी बैठकर बहुत कुछ कर सकते हैं। मेरे पास अगर हाथ में बैट है तो मैं कमरे में ही अपनी बैटिंग ड्रिल्स करता रहता था। उससे बहुत फर्क पड़ता है। तो इस वक्त आप फिजिकल ट्रेनिंग के अलावा मेंटल ट्रेनिंग भी कर सकते हैं। चाहे आप बैट्समैन हैं या बोलर। इस समय विजुअलाइजेशन का महत्व है और आप इसका सहारा लेते हुए ‘टच’ में रह सकते हैं।

आईसीसी की बैठक में टी-20 वर्ल्ड कप पर कोई फैसला नहीं, फ्यूचर टूर प्रोग्राम में 2023 तक बदलाव पर सहमति जताई April 23, 2020 at 03:59PM

आईसीसी के चीफ एक्जीक्यूटिव कमेटी (सीईसी) ने कोविड-19 को देखते हुए फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) में 2023 तक बदलाव पर सहमति जताई। टेली कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में फैसला लिया गया कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप और प्रस्तावित वनडे लीग पर बाद में निर्णय होगा। वनडे लीग जून में शुरू होनी है। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘इस पर सहमति बनी कि एफटीपी की समीक्षा करनी होगी और जितने भी टूर्नामेंट स्थगित हुए हैं। उन्हें फिर से आयोजित करने की कोशिश की जाएगी।’

इंग्लैंड का श्रीलंका दौरा और न्यूजीलैंड का ऑस्ट्रेलिया दौरा बीच में ही रद्द करने पड़े थे। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के इस साल इंग्लैंड दौरों को लेकर भी आशंका बनी हुई है। यह भी पता चला है कि टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी आपात योजना बनाई जा रही है। आईसीसी ने कहा, ‘सीईसी को आईसीसी के ग्लोबल टूर्नामेंट की आपात योजनाओं के बारे में बताया गया। इसमें पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2020 और महिला वनडे वर्ल्ड कप 2021 शामिल हैं। अभी इन प्रतियोगिताओं को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित करने की योजना है।’

एरॉन फिंच खाली स्टेडियम में खेलने के लिए तैयार
ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर के कप्तान आरोन फिंच ने कहा है कि कोरोनावायरस महामारी के कारण टी-20 वर्ल्ड कप तीन महीने के लिए टल सकता है। फिंच ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमें टी20 वर्ल्ड कप के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। मुझे लगता है कि यह एक, दो या तीन महीने के लिए स्थगित हो सकता है। कोरोनावायरस महामारी पर नियंत्रण के बाद खाली स्टेडियम में मैच के आयोजन से मुझे फर्क नहीं पड़ता।’’ वर्ल्ड कप इस साल ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाना है।



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पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2020 और महिला वनडे वर्ल्ड कप 2021 को लेकर आपात योजनाएं बनाई गई हैं। टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होना है। -फाइल फोटो

सचिन इस बार जन्मदिन नहीं मनाएंगे, बोले- लोग मेरे आउट न होने की जैसी दुआ करते थे, वैसे ही मैं चाहता हूं लोग भी कोरोना के बीच नॉटआउट रहें April 23, 2020 at 02:38PM

सौरभमिश्रा.(यह इंटरव्यू फोन पर लिया गया है)

24 साल तक करोड़ों भारतीयों की उम्मीदें अपने कंधे पर लेकर चलने वाले सचिन आज 47 साल के हो रहे हैं। 24 अप्रैल 1973 को जन्मे सचिन के दिल में हर पल इंडिया धड़कता रहा है। आज जब देश ऐसी लड़ाई लड़ रहा है, जिसमें दुश्मन दिखाई नहीं देता, तो वे अपने फैन्स से इस जंग में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहने की अपील कर रहे हैं। तेंदुलकर कहते हैं कि आज के हालात में पूरा देश टीम इंडिया है और इसका कोई भी खिलाड़ी आउट नहीं होना चाहिए।

सचिन कहते हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग में जीत तभी मुमकिन है, जब लोग घरों पर रहें और सरकार जो कह रही है, उस पर अमल करें। कोरोना, क्रिकेट, जन्मदिन और जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं पर सचिन ने भास्कर से बात की...

पहली बार होगा जब लॉकडाउन में आपका 47वां जन्मदिन आ रहा है। यह बर्थडे बाकी 46 जन्मदिन से कितना अलग है?

सचिन: मैं यह जन्मदिन नहीं मना रहा हूं। हालात बहुत खराब हैं। ऐसे में जश्न मनाने का समय नहीं है। इसलिए लोगों से कहूंगा कि आप घर पर रहें। सेफ और हेल्दी रहें। परिवार का ध्यान रखें। यही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात होगी।

कोरोना के बाद जब क्रिकेट पटरी पर लौटेगा, तो वह कितना बदल चुका होगा?

सचिन: जश्न मनाने के तरीके बदल सकते हैं। खिलाड़ी पहले गले मिलते थे, एकदम पास-पास खड़े होते थे और एक-दूसरे से हाथ मिलाते थे। यह बदल सकता है, क्योंकि लोग एक-दूसरे को सोशल डिस्टेंसिंग का मैसेज दे रहे हैं। गेंदबाज भी बॉल को शाइन करने के तरीके बदल सकते हैं। अलग-अलग रूल्स आ सकते हैं। अगर अंपायर खिलाड़ियों के कपड़े या सामान नहीं रखना चाहता तो उसे भी यह अधिकार मिल सकता है। ऐसा हो तो खिलाड़ी को बाउंड्री लाइन पर अपना सामान रखकर गेंदबाजी करने आना होगा।

लॉकडाउन काे नहीं मानने वालों से क्या कहेंगे? आप खुद कैसे मैनेज कर रहे हैं?

सचिन: लॉकडाउन होने से भी पहले से, यानी 15 मार्च से मैं किसी से भी नहीं मिला हूं। दोस्तों से भी नहीं। सबको देश के लिए यही करना पड़ेगा। हमें एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ना होगा, नहीं तो हम जीत नहीं पाएंगे। यह वायरस कहीं दिखता नहीं है। पता भी जल्दी नहीं लगता। जब पता लगता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। मैं इसलिए अपने जन्मदिन पर यही विश करूंगा कि जब मैं क्रिकेट खेलता था, तब लोग दुआ करते थे कि मैं आउट न हो जाऊं। तो मेरी भी यही विश है कि यू शूड ऑल्सो नॉट गेट आउट।

आप खिलाड़ियों और लोगों को क्या संदेश देना चाहेंगे? कोरोना वॉरियर्स के लिए आपका क्या मैसेज है?

सचिन: मैं हमेशा से डॉक्टरों का सम्मान करता रहा हूं। पूरी मेडिकल बिरादरी ने बहुत अच्छा काम किया है। खुद की जान खतरे में डालकर हमारी जिंदगी बचा रहे हैं। उनका सम्मान करना हमारा फर्ज है। पुलिस ने भी हमारे लिए अपनी जान खतरे में डाली है। इन्हें सम्मान दीजिए। मेरे लिए तो ये हीरोज हैं। इनसे बदसलूकी ठीक नहीं है। लोग सही तरह से सोचें। यही अपील करूंगा।

आप फिट इंडिया मूवमेंट, यूएन के हाईजीन और सैनिटेशन कैंपेन से जुड़े रहे हैं। मौजूदा माहौल में इसकी कितनी जरूरत महसूस होती है?

सचिन: फिटनेस पर लोग काफी ध्यान दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग वीडियो भी शेयर कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। फिटनेस के लिए जिम की जरूरत नहीं है। बहुत लोग योग कर रहे हैं। ब्रीदिंग टेक्नीक्स, स्ट्रेचिंग कर रहे हैं। मैं हाईजीन का मैसेज लंबे समय से देते आ रहा हूं। खासतौर पर हैंडवॉश का मैसेज। लगातार साबुन से हाथ धोने से आप अपनी सेहत का काफी हद तक ख्याल रख सकते हैं। इससे पेट की बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। हम हमेशा यह सोचते हैं कि हमें कुछ नहीं हो सकता, लेकिन ऐसा नहीं है। कोरोनावायरस से बचें और अपनी सेहत से खिलवाड़ न करें। आपकी हेल्थ का चैलेंज पूरे परिवार का चैलेंज बन जाता है।

कोरोना और दुनियाभर में लॉकडाउन खत्म होने के बाद किस क्रिकेट टूर्नामेंट का इंतजार रहेगा?

सचिन:रोज टीवी के सामने नहीं बैठता हूं। सारे मैच नहीं देखता हूं। रोमांचक मुकाबला होता है तो ही देखता हूं। फिर वह क्रिकेट हो या कोई दूसरा खेल। अच्छा टेनिस चल रहा है तो मैं वो भी देखता हूं। अच्छे लेवल पर मैच चल रहा है तो मैं देखता हूं। इस बार टूर्नामेंट लोगों की सेहत को देखते हुए रद्द किए गए हैं। कोई भी इवेंट किसी की जिंदगी से बड़ा नहीं हो सकता है। हमारे लिए लोगों की जान बचाना ज्यादा जरूरी है। कोई भी टूर्नामेंट सरकार की अनुमति के बाद ही होना चाहिए।

कोरोना से सबसे ज्यादा मुंबई प्रभावित है। इस मुश्किल घड़ी में मुंबई की स्पिरिट को जिंदा रखने के लिए क्या कहेंगे?

सचिन: यह वायरस कब हमला करेगा, पता नहीं चलता है। हमें इकठ्ठा मिलकर इससे लड़ना होगा। हमें सोशल डिस्टेंसिंग रखना है। सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करना है। मैं लगातार यही बात दोहरा रहा हूं। लोग सोचते हैं कि हमें कुछ नहीं होगा। हमारी इम्युनिटी अच्छी है, लेकिन अनजाने में आप दूसरे के संपर्क में आकर उसे संक्रमित कर सकते हैं। किसी की लापरवाही से जान जाए, यह बात अच्छी नहीं लगती है।



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Sachin Tendulkar 47th Birthday | Sachin Tendulkar Exclusive Interview With Dainik Bhaskar Over His 47th Happy Birthday

जब गेंदों की धुनाई के बाद वॉर्न ने लिया था ‘बर्थडे बॉय’ तेंडुलकर से ऑटोग्राफ April 22, 2020 at 11:43PM

नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक जमाने वाले सचिन तेंडुलकर () ने इनमें से एक शतक अपने जन्मदिन यानी 24 अप्रैल को भी बनाया था जिसमें उन्होंने (Shane Warne) की गेंदों की जमकर धुनाई करके इस ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज को ऑटोग्राफ लेने के लिए मजबूर कर दिया था। तेंडुलकर और वॉर्न के बीच द्वंद्व क्रिकेट जगत के सबसे चर्चित व्यक्तिगत मुकाबलों में शामिल रहा है लेकिन शारजाह में 24 अप्रैल 1998 को ऑस्ट्रेलिया का शातिर लेग स्पिनर भारतीय मास्टर ब्लास्टर के आगे नतमस्तक था। आखिर तीन दिन के अंदर दूसरी बार उनकी गेंदों की जमकर धुनाई हुई थी जिसे खुद वॉर्न ने भी स्वीकार किया था। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अहम योगदान देने वाले चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्सा सहयोगियों, पुलिसकर्मियों, सैन्यकर्मियों और सफाईकर्मियों के सम्मान में तेंडुलकर ने हालांकि कल अपना 47वां जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। लेकिन आज से 22 साल पहले तेंडुलकर ने अपने 25वें जन्मदिन का भरपूर जश्न भी मनाया था और इस बीच उन्हें दो ‘अनोखे उपहार’ भी मिले थे। इसे भी पढ़ें- भारत ने तेंडुलकर के दम पर शारजाह में तब त्रिकोणीय श्रृंखला जीती थी। तेंडुलकर मैन ऑफ द सीरीज और फाइनल के मैन ऑफ द मैच बने थे लेकिन अपने जन्मदिन पर उन्हें सबसे बड़ा पुरस्कार किसी और ने नहीं बल्कि स्वयं वॉर्न ने दिया था। उन्होंने अपनी शर्ट निकाली और तेंडुलकर को उस पर आटोग्राफ देने के लिए कहा। यह उस टूर्नामेंट का यादगार क्षण बन गया था। तेंडुलकर को दूसरा बड़ा इनाम ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव वॉ (Steve Waugh) ने दिया था जिन्होंने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा था कि उनकी टीम को भारत ने नहीं बल्कि सचिन तेंडुलकर (Tendulkar) ने हराया। तेंडुलकर ने एक साक्षात्कार में इसका जिक्र करते हुए कहा था, ‘मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह विशेष बन गया था। स्टीव वॉ ने कहा था कि वे मुझसे हार गए। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने यह बात उस दिन कही थी जिस दिन मेरा 25वां जन्मदिन था। जन्मदिन पर इससे बेहतर कोई उपहार नहीं हो सकता था।’ ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहतरीन फॉर्म में चल रही थी। सीरीज में उसने लीग चरण के सभी चारों मैच जीते। भारत और न्यूजीलैंड ने एक-एक मैच में एक-दूसरे को हराया था। भारत को अपना आखिरी लीग मैच 22 अप्रैल को खेलना था। उस दिन शारजाह में भयंकर तूफान आया था लेकिन मैदान पर तेंडुलकर तूफान लेकर आए थे। यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन दिन के अंदर खेली गयी उनकी दो शतकीय पारियों को क्रिकेट जगत में आज भी ‘डेजर्ट स्ट्रोम’ के नाम से जाना जाता है। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए आखिरी लीग मैच में जीत या कम अंतर से हारने की जरूरत थी। भारत के सामने 285 रन का लक्ष्य था और ऐसे में तेंडुलकर ने 143 रन की बेजोड़ पारी खेली थी जिसे आज भी वनडे की सर्वश्रेष्ठ पारियों में गिना जाता है। इसे भी पढ़ें- भारत करीबी अंतर से मैच हार गया था लेकिन तेंडुलकर ने इससे पहले उसे फाइनल में पहुंचा दिया था। फाइनल तेंडुलकर के 25वें जन्मदिन पर था। इस बार भारत के सामने 273 रन का लक्ष्य था। तेंडुलकर ने 134 रन बनाए और भारत को जीत दिलाई। मैच के दौरान स्टेडियम में मौजूद 25 हजार दर्शकों ने तेंडुलकर से वॉर्न पर छक्का जड़ने की मांग की तो इस स्टार बल्लेबाज ने आगे बढ़कर गेंदबाज के सिर के ऊपर से छक्का लगा दिया था। कॉमेंटेटर टोनी ग्रेग ने वॉर्न और फिर माइकल कास्प्रोविच पर लगाए गए तेंडुलकर के छक्कों को देखकर कहा था, ‘‘अगर कोई (डॉन) ब्रैडमैन के बेहद करीब है, तो यह छोटे कद का इंसान है।’

जब चेन्नै सुपर किंग्स ने धोनी को चुना तो हैरान थे दिनेश कार्तिक April 22, 2020 at 10:55PM

नई दिल्ली भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज (Dinesh Karthik) ने बताया है कि उन्हें लगता था कि चेन्नै सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) के पहले सीजन के लिए उन्हें चुनेगी। कार्तिक ने कहा कि वह लगभग आश्वस्त थे कि चेन्नै की टीम उनको चुनेगी क्योंकि वह उस समय 'तमिलनाडु से सबसे बड़ा नाम' थे। पर ऐसा हो नहीं पाया क्योंकि चेन्नै ने को रेकॉर्ड कीमत पर अपनी टीम में शामिल किया और कार्तिक के लिए बोली भी नहीं लगाई। कार्तिक ने हमारे सहयोगी क्रिकबज को बताया, 'साल 2008 की बात है। मैं ऑस्ट्रेलिया में था और नीलामी चल रही थी। उस समय मुझे लगता था कि चूंकि मैं तमिलनाडु से सबसे बड़ा नाम हूं और देश के लिए खेल भी रहा हूं तो तो वे (चेन्नै सुपर किंग्स) मुझे जरूर चुनेंगे। सवाल यह है कि वह मुझे कप्तान बनाएंगे या नहीं... मेरे दिमाग में उस समय बस यही चल रहा था। और उन्होंने सबसे पहले महेंद्र सिंह धोनी () को चुना। 15 लाख डॉलर की रकम देकर और वह मेरे साथ ही बैठे हुए थे। और उन्होंने मुझे बताया भी नहीं कि चेन्नै की टीम उन्हें चुनेगी।' कार्तिक बनाम धोनी आईपीएल रेकॉर्ड*
मैच रन हाइऐस्ट औसत स्ट्राइक रेट 100 50 4s 6s कैच स्टंप
दिनेश कार्तिक 182 3654 97* 27.06 129.80 0 18 357 101 109 30
महेंद्र सिंह धोनी 190 4432 84* 42.20 137.85 0 23 297 209 98 38
उन्होंने कहा, 'शायद उन्हें भी पता न हो लेकिन इस बात से मुझे बहुत झटका लगा। तब मुझे लगा कि वह शायद बाद में मुझे चुनेंगे। इस बात को 13 साल बीत चुके हैं और मैं अब भी चेन्नै से उस कभी न आने वाले फोन का इंतजार कर रहा हूं।' कार्तिक ने आईपीएल में कई टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। वह दिल्ली डेयरडेविल्स- अब दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals), किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) , मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और अब कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के लिए खेल रहे हैं, जहां उनकी कप्तानी में टीम पिछले सीजन में प्ले-ऑफ तक पहुंची थी। वहीं अगर धोनी की बात करें तो उन्होंने चेन्नै को तीन बार ट्रोफी जितवाई है। सिर्फ मुंबई इंडियंस ने उनसे ज्यादा, चार बार, ट्रोफी जीती है। उनकी कप्तानी में चेन्नै की टीम ने जितने भी एडिशन में भाग लिया वह हर बार आईपीएल के प्लेऑफ में पहुंची है। *आंकडे़ IPL की आधिकारिक वेबसाइट से

आपने खेला ICC का लॉकडाउन स्पेशल गेम? April 22, 2020 at 11:08PM

नई दिल्ली खतरनाक कोरोना वायरस के कारण सभी तरह की क्रिकेट प्रतियोगिताएं नहीं हो रही हैं और क्रिकेट जगत की दिग्गत हस्तियां सोशल मीडिया पर अपनी कलाकारी शेयर कर रही हैं। इसी लिस्ट में अब इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) भी शामिल हो गई जिसने लॉकडाउन में एक गेम खेलने का मौका दिया है। लॉकडाउन के चलते क्रिकेटर और अधिकारी अपने-अपने घर पर समय बिता रहे हैं। कुछ अपनी कलाकारी दिखा रहे हैं तो कुछ टिकटॉक वीडियो बनाकर फैंस से जुड़े हैं। आईसीसी ने भी ट्विटर पर इस गेम को शेयर किया है। पढ़ें, यह गेम 'बुक क्रिकेट' की तरह है जिसमें इमेज (GIF) पर तेजी से पन्ने पलटते दिख रहे हैं और किसी को भी बस क्लिक कर उसे रोकना होता है। इसमें जैसे ही रुकता है तो उस पर शॉट (यानी सिक्स, फोर) या बोल्ड, कैच आउट आता है। आईसीसी ने इसके कैप्शन में लिखा है कि बुक का एक गेम, जो 'वर्ल्ड बुक डे' मनाने के लिए है। इस इमेज पर छह बार क्लिक करिए और बताइए कि ओवर में आपका स्कोर क्या रहा।' सोशल मीडिया पर कई यूजर्स अपने-अपने स्कोर शेयर कर रहे हैं। क्रिकेट गतिविधियां ठप होने से कई क्रिकेट बोर्ड परेशान भी हैं और पैसे, फंड की कमी से जूझ रहे हैं।

जुलाई से पहले टी20 WC पर कोई फैसला नहीं : NZC April 22, 2020 at 09:00PM

क्राइस्टचर्च न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी डेविड वाइट ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण टी20 विश्व कप स्थगित करने को लेकर कोई भी फैसला जुलाई से पहले नहीं लिया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं। वाइट ने पत्रकारों से एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, ‘आपात योजना बनाई जा रही है और काफी बातचीत हो रही है लेकिन कोई फैसला नहीं होगा। कोई भी फैसला जुलाई में लिया जाएगा।’ आईसीसी मुख्य कार्यकारियों की समिति की बैठक में कोरोना संकट के आर्थिक प्रभावों और टी20 विश्व कप समेत आईसीसी के वैश्विक टूर्नमेंटों को लेकर आपात योजना पर चर्चा की जाएगी। फरवरी में न्यूजीलैंड में होने वाले महिला विश्व कप के बारे में पूछने पर वाइट ने कहा, ‘उसके स्थगन पर कोई बात नहीं की गई। महिला विश्व कप न्यूजीलैंड के लिए काफी अहम है। उसे स्थगित करने पर बातचीत अजेंडे में भी नहीं थी।’

पीटरसन के IPL खेलने से जलते थे इंग्लैंड के कई क्रिकेटर: वॉन April 22, 2020 at 10:34PM

लंदनपूर्व कप्तान माइकल वॉन ने दावा किया है कि इंग्लैंड के ज्यादातर खिलाड़ी अपने पूर्व साथी से जलते थे क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उन्हें ‘शानदार कॉन्ट्रैक्ट’ मिला था। अब क्रिकेट को अलविदा कह चुके पीटरसन को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2009 में 9.8 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि में खरीदा था। वॉन ने ‘फॉक्स स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘लोग बहुत जलते थे। खिलाड़ी अब इसका खंडन करेंगे लेकिन उस समय ऐसा ही था।’ पीटरसन का तत्कालीन कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस से मतभेद भी हुआ था क्योंकि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अपने खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने की अनुमति नहीं दे रहा था। देखें, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान 45 वर्षीय वॉन ने कहा कि मतभेदों की शुरुआत आईपीएल को लेकर ही हुई थी। उन्होंने कहा कि पीटरसन का मानना था कि आईपीएल खेलकर बेहतरीन वनडे टीम बनाई जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘पीटरसन कहते थे कि वह इसलिए खेलना चाहते हैं क्योंकि इससे दुनिया के शीर्ष वनडे खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा और अपना खेल बेहतर होगा।’ उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ियों का हालांकि मानना था कि वह पैसे के लिए खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘पीटरसन का कहना था कि वह सिर्फ पैसा कमाना चाहता है। उसे बड़ा अनुबंध मिला था जबकि बाकियों को नहीं।’ पीटरसन ने आईपीएल करियर में 36 मैच खेले जिनमें कुल 1001 रन बनाए। उन्होंने 1 शतक और 4 अर्धशतक भी जड़े। वह 2009, 2010, 2012, 2014 और 2016 के सीजन में खेले।

जिन भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ मैने खेला, वे अपने लिए शतक बनाते थे : इंजमाम April 22, 2020 at 09:30PM

नई दिल्लीपाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक (Inzmam-Ul-Haq) का मानना है कि जिन भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ उन्होंने खेला, वे सिर्फ अपने लिए शतक जमाते थे जबकि पाकिस्तानी टीम में इसके उलट था। इंजमाम रमीज राजा के यूट्यूब चैनल पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘जब हम भारत के खिलाफ खेलते थे तो कागजों पर उनकी बल्लेबाजी हमसे मजबूत थी। हमारे बल्लेबाज 30 या 40 रन भी बनाते थे तो वह टीम के लिए होते थे। लेकिन भारत के खिलाड़ी शतक भी बनाते थे तो अपने लिए ही बनाते थे।’ उन्होंने कहा, ‘यह दोनों टीमों के बीच फर्क था।’ इंजमाम ने 1992 विश्व कप विजेता कप्तान और पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan captain) की कप्तानी में पदार्पण किया था। उन्होंने कहा कि खराब फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों का भी जिस तरह से वह बचाव करते थे, उनकी सभी बहुत इज्जत करते थे। उन्होंने कहा, ‘इमरान भाई बहुत तकनीकों में नहीं पड़ते थे लेकिन उन्हें पता था कि टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे कराना है। उन्होंने हमेशा अपने खिलाड़ियों का साथ दिया और इसी वजह से महान कप्तान बने।’

लॉकडाउन में बेटे जोरावर के साथ प्रैक्टिस कर रहे हैं शिखर धवन April 22, 2020 at 09:32PM

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनियाभर में क्रिकेट गतिविधियां हालांकि बंद हो गई हैं लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज परिवार के साथ इनडोर बल्लेबाजी की प्रैक्टिस कर रहे हैं. धवन ने हाल ही में अपना एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह बेटे जोरावर के साथ घर में क्रिकेट खेल रहे हैं। इस वीडियो में जोरावर अपने पिता को गेंदबाजी कर रहे हैं और बाएं हाथ के बल्लेबाज धवन गेंद को साइड पर डिफेंस कर देते हैं। अगली ही गेंद वह ऑफ साइड में ड्राइव कर देते हैं। इसके बाद शिखर धवन और जूनियर धवन के बीच 'गर्मागर्मी' भी दिखाई गई है। शिखर धवन 99 के स्कोर पर होते हैं तब जूनियर धवन उन्हें 'बोल्ड' कर देते हैं। इस वीडियो में कॉमेंट्री के साथ-साथ दर्शकों का शोर भी बैकग्राउंड में डाला गया है। 34 वर्षीय धवन ने इस वीडियो को कैप्शन दिया है- 'क्वॉरनटीन प्रीमियर लीग का सबसे आकर्षक लम्हा, धवन बनाम धवन।' पिछले हफ्ते धवन ने अपने बेटे के साथ एक और वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह एक बॉलीवुड गीत पर डांस कर रहे थे।

हरमनप्रीत की 'मैजिक ट्रिक', फैंस भी हैरान April 22, 2020 at 08:54PM

नई दिल्लीघातक कोरोना वायरस से बचाव के तौर पर पूरे भारत में लॉकडाउन घोषित है और ऐसे में खेल जगत की दिग्गज हस्तियां अपने-अपने घर पर समय बिता रही हैं। कुछ क्रिकेटर तो अपनी कलाकारी भी दिखा रहे हैं, कोई टिकटॉक पर ऐक्टिव है तो कोई खाली समय को अपने ही तरीके से इस्तेमाल कर रहा है। इसी बीच महिला क्रिकेटर ने एक 'मैजिक ट्रिक' वीडियो शेयर किया है। करियर में अभी तक 99 वनडे और 114 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुकीं हरमनप्रीत कौर ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर यह वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने जादू दिखाया। इससे उनके फैंस भी हैरान रह गए। पढ़ें, वीडियो में हरमनप्रीत अपने घर में शीशे (दर्पण) के सामने खड़ी हैं और एक गेंद को गिलास में डाल रही हैं लेकिन खास यह है कि गेंद शीशे के आरपार नजर आ रही है। एकबारगी तो ऐसा लगता है जैसे कि उनके शीशे के दूसरी ओर उनकी ही तस्वीर ने गेंद को अपने गिलास में पकड़ लिया हो। पंजाब की 31 साल की हरमनप्रीत ने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'मिरर, दीवार पर मिरर, इन सभी में कौन सा असली है।' वीडियो सोशल मीडिया पर हिट हो गया और कई फैंस ने उनसे पूछा कि वह कैसे इसे कर पा रही हैं। कुछ ने इसके पीछे का राज भी पूछा। इससे पहले भी हरमनप्रीत अपने घर पर एक्सरसाइज करती नजर आई थीं। उन्होंने एक वीडियो क्लिप भी शेयर किया।

फिंच को टी20 विश्व कप तीन महीने के लिए टलने होने की आशंका April 22, 2020 at 08:35PM

मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान () का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी से टी20 विश्व कप () तीन महीने के लिए स्थगित हो सकता है। टी20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 () नवंबर तक होना है। फिंच का कहना है कि दुनिया भर में छाये मौजूदा संकट को देखते हुए उन्हें इसके समय पर होने की संभावना नहीं लगती। उन्होंने ‘सेन रेडियो’ से कहा, ‘मुझे लगता है कि यह एक, दो या तीन महीने तक के लिए स्थगित हो सकता है ।’ उन्होंने कहा कि महामारी पर नियंत्रण के बाद दर्शकों के बिना मैच कराए जाने से भी उन्हें गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा, ‘लाइव मैच होने चाहिए। दर्शक रहें या नहीं, मुझे नहीं लगता कि इससे खिलाड़ियों को कोई फर्क पड़ता है।’ फिंच ने कहा, ‘हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ दर्शकों के बिना एक मैच खेला था। पहले चार पांच ओवर अजीब लगा लेकिन बाद में ध्यान ही नहीं गया।’ टी20 वर्ल्ड कप के अलावा ऑस्ट्रेलिया को दिसंबर से भारत (India vs Australia Test Series) के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आयोजन भी करना है। आईसीसी की चीफ ऐग्जिक्यूटिव कमिटी की गुरुवार को होने वाली बैठक में कोविड-19 के कारण वैश्विक टूर्नमेंट्स पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की जाएगी। यह मीटिंग कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए होगी। फिंच का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल तय करते समय अधिकारियों को नवीन सोच के साथ आना होगा।

IPL से नाम वापिस लेने की जरूरत ही नहीं थी: वोक्स April 22, 2020 at 08:55PM

लंदनइंग्लैंड के हरफनमौला () ने अपनी गर्भवती पत्नी के साथ समय बिताने के लिए इस साल आईपीएल से नाम वापिस लिया। अब उन्हें लगता है कि उन्हें आधिकारिक तौर पर ऐसा करने की जरूरत ही नहीं थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण इंडियन प्रीमियर लीग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। वोक्स को आईपीएल की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने डेढ करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने हालांकि बाद में यह कहकर नाम वापिस ले लिया कि वह इंग्लैंड के घरेलू टेस्ट सत्र के लिए तरोताजा रहना चाहते हैं। पढ़ें, वोक्स ने ‘द क्रिकेटर’ से कहा, ‘मुझे लगता है कि मुझे नाम वापिस लेना ही नहीं चाहिए था। मैंने उस समय नहीं बताया लेकिन सितंबर में हमारे घर में नया मेहमान आने वाला है। उस फैसले की यह भी वजह थी।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी पत्नी की तबीयत ठीक नहीं थी। ऐसे में तीन महीने घर से दूर रहना कठिन था। परिवार से बढकर कुछ नहीं।’ वोक्स ने अगस्त 2018 के बाद से टी20 मैच नहीं खेला है लेकिन उन्होंने कहा कि वह इस फॉर्मेट में अपना करियर खत्म नहीं मानते। उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि मेरा टी20 करियर खत्म हो चुका हूं। मैं अब भी आईपीएल खेलना चाहता हूं।’

फेडरर और नडाल ने कहा- अब पुरुष-महिला की एटीपी और डब्ल्यूटीए संस्था को एक करने का समय आ गया April 22, 2020 at 08:59PM

स्विट्जरलैंड के स्टार टेनिस खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर ने इंटरनेशनल टेनिस के भविष्य को लेकर एक प्रस्ताव रखा है। फेडरर ने कहा है कि अब पुरुषों की संस्था एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेसनल्स (एटीपी) और वीमन टेनिस एसोसिएशन (डब्ल्यूटीए) को एक करने का समय आ गया है। उनकी इस बात का स्पेनिश स्टार राफेल नडाल और डब्ल्यूटीए की संस्थापक बिली जीन किंग ने भी समर्थन किया है। अमेरिका की पूर्व टेनिस खिलाड़ी बिली ने कहा, ‘‘सच में, अब समय आ गया है कि दोनों टेनिस की पेशेवर संस्थाएं एक छाते के नीचे आ जाएं।’’

फेडरर ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘पुरुष और महिला टेनिस को अब एक हो जाना चाहिए। क्या ऐसा सोचने वाला मैं अकेला इंसान हूं? मैं टूर्नामेंट्स को एक करने की बात नहीं कह रहा, बल्कि दो गवर्निंग बॉडी (संस्था) के मर्जर की बात कर रहा है। दोनों के अलग-अलग रैंकिंग सिस्टम, लोगो, वेबसाइट और अलग कैटेगरी के टूर्नामेंट्स फैन्स के लिए काफी कन्फ्यूजन पैदा करते हैं।’’

एक स्टेज पर आकर खुश हूं: बिली जीन
बिली जीन ने 1973 में डब्ल्यूटीए की स्थापना की थी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं सहमत हूं और 1970 के दशक से मैं भी यही कहती आ रही हूं। डब्ल्यूटीए हमेशा से ही सिर्फ प्लान बी रहा है। मुझे बहुत खुशी है कि अब हम एक ही एक ही स्टेज पर आ रहे हैं।’’

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नडाल ने भी सहमति जताई
19 ग्रैंड स्लैम विजेता नडाल ने कहा, ‘‘हाय रोजर फेडरर, जैसा की तुम जानते हो, हमारी बातचीत के दौरान मैं पहले भी आपके इस मुद्दे पर सहमत जता चुका हूं। दुनिया के इस सबसे बड़े संकट से बाहर आने के लिए हम पुरुष और महिलाओं को एक होना होगा।’’

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स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने 20 और स्पेन के राफेल नडाल (बाएं) ने 19 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। -फाइल फोटो