Tuesday, August 18, 2020

पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के लिए इंग्लैंड की 14 सदस्यीय टीम का ऐलान; इयोन मोर्गन को टीम की कमान August 18, 2020 at 07:27PM

कोरोनावायरस के बीच करीब 5 महीने बाद टी-20 इंटरनेशनल की वापसी इंग्लैंड से होने वाली है। इसके लिए 14 सदस्यीय इंग्लिश टीम का भी ऐलान कर दिया गया है। इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच 3 टी-20 की सीरीज का पहला मैच 28 अगस्त को मैनचेस्टर में खेला जाएगा।

सीरीज के लिए इंग्लैंड टीम की कमान इयोन मोर्गन को सौंपी गई है। वे जुलाई के आखिर में इंग्लैंड ने ऑयरलैंड के साथ वनडे सीरीज में भी टीम के कप्तान रहे थे। सीरीज के सभी मैच 28 और 30 अगस्त के अलावा 1 सितंबर को मैनचेस्टर में होंगे।

कोरोना के बीच इंग्लैंड कोई सीरीज नहीं हारा
पिछले महीने कोरोना के बीच पहली टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को 2-1 से हराया था। इसके बाद आयरलैंड को वनडे सीरीज में 2-1 से शिकस्त दी। अभी इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट की सीरीज खेली जा रही है। इसमें पहला मैच इंग्लैंड ने जीता, जबकि दूसरा ड्रॉ हो गया। तीसरा मैच 21 अगस्त से खेला जाएगा।

इंग्लैंड टी-20 टीम: इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, टॉम बेंटन, सैम बिलिंग्स, टॉम करन, जो डेनली, लुइस ग्रेगोरी, क्रिस जॉर्डन, साकिब महमूद, डेविड मलान, आदिल राशिद, जेसन रॉय और डेविड विली।



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इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच 3 टी-20 मैच 28 और 30 अगस्त के अलावा 1 सितंबर को मैनचेस्टर में होंगे। -फाइल फोटो

भगवान ने चाहा तो खेल रत्न का मान रखूंगी: विनेश फोगाट August 18, 2020 at 07:24PM

नई दिल्ली भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान, ( 2020) के लिए नामांकित की गई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान () ने कहा है कि इस पुरस्कार के लिए इंतजार काफी लंबा रहा है। लेकिन उनकी खुशी भी दोगुनी हो गई है और उनके ऊपर अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। 25 साल की विनेश उन 5 भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिनके नाम की सिफारिश इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए की गई है। विनेश ने कहा, 'सर्वाधिक गौरवपूर्ण क्षण। इंतजार लंबा रहा, लेकिन खुशी भी दोगुनी हो गई। भगवान ने चाहा तो इस अवॉर्ड का मान रखूंगी। अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।' विनेश एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) के लिए क्वॉलिफाइ किया है। विनेश 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। विनेश को अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। वह गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। 2019 में वह लॉरेस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड के लिए नामित होने वाली पहली भारतीय ऐथलीट बनी थीं। विनेश के अलावा भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (Rohit Sharma), भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल (Rani Rampal), टेबल टेनिस चैम्पियन मनिका बत्रा (Manika Batra) और 2016 रियो पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू (Mariyappan Thangavelu) के नाम की भी सिफारिश की गई है। राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए पांच खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई।

इंग्लिश ऑलराउंडर वोक्स ने आईपीएल खेलने से मना किया, उनकी जगह दिल्ली टीम में द.अफ्रीका के एनरिच नोर्त्जे शामिल August 18, 2020 at 06:41PM

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से ठीक एक महीने पहले कोरोनावायरस के कारण बदलाव देखने को मिला है। इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने टूर्नामेंट नहीं खेलने का फैसला किया है। उनकी जगह फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स ने दक्षिण अफ्रीका के एनरिच नोर्त्जे को टीम में शामिल किया जाएगा। इस बार आईपीएल यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होना है।

फ्रेंचाइजी ने अपने बयान में वोक्स के नाम वापस लेने का कारण नहीं बताया है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो इंग्लिश ऑलराउंडर ने कोरोना महामारी से बदले माहौल के कारण अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है।

दिल्ली ने वोक्स को 1.5 करोड़ में खरीदा था
दिल्ली कैपिटल्स ने वोक्स को आईपीएल नीलामी में 1.5 करोड़ रु. में खरीदा था। वहीं, तेज गेंदबाज नोर्त्जे पिछली बार कोलकाता के साथ थे, लेकिन चोट के कारण आईपीएल में डेब्यू नहीं कर सके थे। हालांकि, इस बार नोर्त्जे की आईपीएल में डेब्यू की पूरी संभावना है।

नोर्त्जे ने भारत के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था
कैपिटल्स टीम के साथ जुड़ने पर नोर्त्जे ने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं है कि इस टूर्नामेंट में खेलने से बहुत ज्यादा सीखने को मिलेगा।’’ इस तेज गेंदबाज ने 2019 में भारत के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अब तक अफ्रीकी टीम के लिए 6 टेस्ट में 19 और 7 वनडे में 14 विकेट लिए हैं। उनके नाम 3 टी-20 में 2 विकेट दर्ज हैं।



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दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज एनरिच नोर्त्जे ने 6 टेस्ट और 7 वनडे खेले। वहीं, क्रिस वोक्स (दाएं) ने अब तक 37 टेस्ट और 101 वनडे खेले हैं।

जब महेंद्र सिंह धोनी ने पहली सेंचुरी लगाने के बाद कहा था, 'मैं अपनी रिटायरमेंट का ऐलान कर दूंगा' August 18, 2020 at 05:52PM

नई दिल्ली (MS Dhoni) ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास () ले लिया हो लेकिन भारतीय क्रिकेट पर उनका असर बना रहेगा। धोनी ने अपने करियर में काफी मुकाम हासिल किए। साल 2007 में धोनी ने वर्ल्ड टी20 जीता। इसके चार साल बाद उनकी कप्तानी में भारत ने 2011 में 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता और 2013 में उन्होंने चैंपियंस ट्रोफी का खिताब जीता। वह तीनों आईसीसी ट्रोफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। शानदार कप्तान होने के साथ-साथ धोनी क्रिकेट के बेस्ट फिनिशर भी रहे। अपने करियर की शुरुआत में धमाकेदार अंदाज दिखाया और बड़े-बड़े शॉट्स के साथ बड़ी पारी खेलने की अपनी क्षमता को दिखाया। ऐसी ही एक पारी उन्होंने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में खेली थी। इस टेस्ट में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली सेंचुरी बनाई थी। इस मैच में धोनी 148 रन बनाकर दानिश कनेरिया की गेंद पर आउट हुए थे। भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण, जो उस टीम का हिस्सा थे, ने याद किया कि धोनी ने आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में आने के बाद धोनी ने मजाक में टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने की बात कही थी। लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्टस के शो के क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, 'मुझे अब भी याद है कि धोनी ड्रेसिंग रूम में आया और बोला, 'मैं अपनी रिटायरमेंट की घोषणा कर दूंगा- एमएस धोनी, मैंने टेस्ट क्रिकेट में शतक मारा, बस यार। मुझे और कुछ नहीं चाहिए।'' लक्ष्मण ने हम सभी को यह सुनकर झटका लगा और हैरान रह गए लेकिन ऐसे ही थे महेंद्र सिंह धोनी। धोनी के शतक से भले ही भारत वह मैच जीत न सका हो लेकिन उसने मैच को ड्रॉ करवाने में अहम भूमिका निभाई। 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करने वाले धोनी 19 सितंबर से इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें एडिशन में यूएई में नजर आएंगे।

क्या अभी भी 150 करोड़ रुपये कमाते रहेंगे MS धोनी? August 18, 2020 at 06:19PM

इंटरनैशनल क्रिकेट से एमएस धोनी (MS Dhoni) की रिटायरमेंट से उनके फैन्स काफी दुखी हुए हैं। रिटायरमेंट के बाद खिलाड़ियों की कमाई पर भी असर पड़ता है। उन्हें बोर्ड से ऐक्टिव खिलाड़ियों जितना पैसा नहीं मिलता और विज्ञापनों से होने वाली कमाई भी सीमित हो जाती है। लेकिन क्या धोनी के मामले में भी ऐसा होगा?

जब अपने करियर के शुरुआती दिनों में धोनी ने अपना पहला विज्ञापन साइन किया था तो यह कोई पेय पदार्थ या स्पोर्ट्स शूज का नहीं बल्कि यह एक साबुन का ऐड था। कर्नाटक की एक साबुन बनाने वाली कंपनी कर्नाटक सोप्स ऐंड डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) के मैसूर सैंडल सोप को धोनी ने प्रमोट किया था। हालांकि जल्दी ही यह डील खत्म हो गई।

रिबॉक जैसे कुछ नामी ब्रैंड्स ने धोनी को उनके घरेलू क्रिकेट के दौर से ही साइन कर लिया था। लेकिन तब उन्हें यह अहसास नहीं था कि एक दिन वह महान सचिन तेंडुलकर के कद जितने खिलाड़ी बन जाएंगे।

ऐडएक्स इंडिया और टैम मीडिया रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल जनवरी से नवंबर 2019 तक धोनी ने देश की किसी भी सिलेब्रिटी से ज्यादा ऐड साइन किए।

इंडस्ट्री से जुड़े सूत्र बताते हैं कि धोनी प्रत्येक ब्रैंड के साथ डील करने का करीब 5 करोड़ लेते हैं। वर्तमान में वह ब्रैंड्स से करीब ₹150 करोड़ की कमाई करते हैं।

साल 2008 में पेप्सी आईपीएल के लिए धोनी ने रजनीकांत की ऐक्टिंग कर ऐड शूट किया था। धोनी का यह अवतार देखकर ऐड इंडस्ट्री के लोग भी उनकी ऐक्टिंग का यह स्टाइल देखकर दंग रह गए थे। इस ऐड के बाद धोनी ऐड फिल्ममेकर्स की पहली पसंद बन गए।

39 वर्षीय एमएस धोनी ने क्रिकेट के बाद अपनी सेकंड इनिंग का ख्याल पहले से ही कर लिया था। कार 24 और ड्रीम 11 जैसी ऑनलाइन कंपनियों में उनका निवेश है। इसके अलावा धोनी अरुण पांडे के साथ मिलकर ऋति स्पोर्ट्स कंपनी भी चलाते हैं, चार साल पहले उन्होंने लाइफस्टाइल ब्रैंड 'सेवन' की शुरुआत की थी।

धोनी की रिटायरमेंट से उनके फैन्स भले मायूस हों लेकिन बाजार इससे बिल्कुल भी चिंतित नहीं है। जानकार मानते हैं कि ब्रैंड्स के लिए धोनी अभी भी विश्वास का दूसरा नाम हैं और रिटायरमेंट से अभी उनकी कमाई पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। इसके अलावा वह अभी आईपीएल में खेलना जारी रखेंगे, जिससे फैन्स और ब्रैंड्स दोनों को ही वह अपने चिर-परिचित अंदाज में दिखाई देंगे ही।

इनपुट: इकोनॉमिक टाइम्स

ड्रीम-11 में चीनी कंपनी का पैसा लगा, उससे कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारत-चीन विवाद को नजरअंदाज किया: कारोबारी संगठन कैट August 18, 2020 at 06:03PM

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को चाइनीज कंपनी वीवो की जगह फैंटेसी गेमिंग फर्म ड्रीम-11 के तौर पर नया टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है। हालांकि, इसको लेकर भी विवाद छिड़ गया है, क्योंकि ड्रीम-11 में भी चाइनीज और हांगकांग की कंपनी का पैसा लगा है। ऐसे में भारतीय कारोबारी संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने नाराजगी जाहिर की है।

कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने ट्वीट किया, ‘‘आईपीएल के लिए वीवो कंपनी की जगह ड्रीम-11 के साथ स्पॉन्सरशिप का कॉन्ट्रैक्ट किया गया है, जबकि इस कंपनी में चीन की टेन्सेंट का पैसा लगा हुआ है। पता नहीं भारत के साथ चीन के विवाद को नजरअंदाज करते हुए आईपीएल में पैसे के लिए चीनी निवेश वाली कंपनियों को चुना जा रहा है।’’

मोदी का आत्मनिर्भर सपना कमजोर होगा: कैब
हाल ही में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) के सेक्रेटरी आदित्य वर्मा ने कहा था कि ड्रीम-11 में भी चीनी कंपनी का पैसा लगा हुआ है। ऐसे में इस कंपनी को आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनाने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर अभियान कमजोर होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि प्रशंसक होने के नाते मैं चाहता हूं कि आईपीएल सफलतापूर्व हो।

वीवो कंपनी बोर्ड को सालाना 440 करोड़ रुपए देती थी
ड्रीम-11 कॉन्ट्रैक्ट के तौर पर बीसीसीआई को 222 करोड़ रुपए देगी। 2021-22 की टाइटल स्पॉन्सर भी ड्रीम-11 होगी। इसके लिए कंपनी हर साल 240 करोड़ देगी। हाल ही में चीनी कंपनियों के विरोध के चलते बीसीसीआई ने वीवो से कॉन्ट्रैक्ट खत्म किया था। वीवो बोर्ड को सालाना 440 करोड़ रुपए देती थी।

ड्रीम-11 में चीनी कंपनी के 720 करोड़ रुपए
चीन की टेक कंपनी टेन्सेंट ने 2018 में ड्रीम-11 में 10 करोड़ डॉलर ( उस वक्त के हिसाब से 720 करोड़ रुपए या मौजूदा हिसाब से 746 करो़ड़ रुपए) का निवेश किया था। चीनी नियंत्रण वाले हांगकांग की कंपनी स्टेडव्यू कैपिटल ने भी 2019 में 6 करोड़ डॉलर(448 करोड़ रुपए) निवेश किया था।



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कोरोना के कारण इस बार आईपीएल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में खेला जाएगा। -फाइल फोटो

चहल ने कहा- उनके संन्यास की बड़ी वजह कोरोना महामारी से बदला माहौल है, वरना वे टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे August 18, 2020 at 05:24PM

भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की खबर ने सभी को चौंकाया था। उन्होंने कहा कि धोनी के रिटायरमेंट की बड़ी वजह कोरोना महामारी के कारण बदला माहौल है। वरना वे टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे।

धोनी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इसके एक घंटे बाद सुरेश रैना ने भी रिटायरमेंट ले लिया था। धोनी ने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था।

मैं धोनी को अब भी खेलते देखना चाहता हूं: चहल
चहल ने एक न्यूज चैनल से कहा, ‘‘धोनी के रिटायरमेंट की खबर बहुत चौंकाने वाली थी। मेरा मानना है कि उनके इस फैसले में कोरोना की भी बड़ी भूमिका रही है। वरना धोनी टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे। मैं उन्हें अब भी खेलते हुए देखना चाहता हूं, क्योंकि उनके कारण ही कुलदीप यादव और मैं सफल हो सके हैं।’’

धोनी पिच के मिजाज को पहली बॉल से समझ जाते हैं
उन्होंने कहा, ‘‘विकेट के पीछे से उन्होंने हमारी बहुत मदद की, जिसका हमें बहुत फायदा मिला। अगर धोनी मैदान पर होते हैं, तो हमारा 50% काम पहले ही हो चुका होता है। धोनी पिच का मिजाज बहुत अच्छे से समझ जाते हैं। इस कारण हमें पहली बॉल से ही काफी मदद मिलती है। वरना धोनी की गैरमौजूदगी में हमें पिच को समझने के लिए कम से कम दो ओवर बॉलिंग करनी होती है।’’

धोनी महान कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज थे: श्रीनिवासन
वहीं, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘धोनी के संन्यास के फैसले के साथ ही एक युग का अंत हो गया है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता है। साथ ही चैम्पियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की है। वे महान कप्तान, विकेटकीपर और आक्रामक बल्लेबाज थे। उनके पास हासिल करने के लिए कुछ नहीं बचा था। धोनी से पूरी टीम प्रेरित होती थी।’’

धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 वनडे खेले
धोनी ने अब तक 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। इसमें उन्होंने 4876, 10773 और 1617 रन बनाए हैं। धोनी ने आईपीएल में अब तक 190 मैच में 4432 रन बनाए हैं। उनकी कप्तानी में सीएसके ने लगातार दो बार 2010 और 2011 में आईपीएल का खिताब जीता था।

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एक मैच के दौरान युजवेंद्र चहल (बाएं), महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली। -फाइल फोटो

मैंने गांगुली से कहा था कि धोनी के बैट में जान है: सचिन तेंडुलकर August 18, 2020 at 05:17PM

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम 2007 की गर्मियों में इंग्लैंड के दौरे पर थी। उस दौरे के ठीक बाद टीम को पहले वर्ल्ड टी20 (T20 World Cup) के लिए साउथ अफ्रीका जाना था। यह चर्चा पहले से थी कि () समेत भारतीय टीम के कई ‌सीनियर प्लेयर इस फॉर्मेट में खेलने पर अनिच्छा जाहिर कर चुके हैं। इसलिए बीसीसीआई ने एक युवा टीम को साउथ अफ्रीका भेजने का फैसला लिया था। इस बात पर मंथन चल रहा था कि टीम की कमान किसे सौंपी जाए। इंग्लैंड में पांचवें वनडे से ऐन पहले तब के बीसीसीआई प्रेजिडेंट लीड्स पहुंचे थे। उस मैच में भारत की जीत के बाद शरद पवार पहले पूरी टीम से मिले। उसके बाद काफी देर तक उनकी और सचिन की अकेले में बात हुई। कहते हैं कि पवार चाहते थे कि सचिन वर्ल्ड टी20 में टीम की अगुआई करें। हालांकि बात नहीं बनी तो उन्होंने कप्तानी के लिए बेस्ट खिलाड़ी के लिए सचिन का सुझाव मांगा। सचिन ने तब महेंद्र सिंह धोनी () का नाम सुझाया। तब के चीफ सिलेक्टर दिलीप वेंगसरकर (Dilip Vengsarkar) और उनकी कमिटी ने धोनी के नाम पर अंतिम मुहर लगाई। आज धोनी के इंटरनैशनल क्रिकेट में संन्यास लेने के बाद उस घटना का जिक्र करने पर सचिन इसके विस्तार में नहीं जाना चाहते। हालांकि, वह स्वीकारते हैं कि उन्होंने धोनी के नाम की सिफारिश की थी। सचिन ने NBT से धोनी पर केंद्रित एक्सक्लूसिव बातचीत की: आपने सबसे पहले धोनी के बारे में कब सुना था और उन्हें पहली बार कब मिले? अगर उसकी कुछ यादें शेयर कर सकें।मुझे याद है जब धोनी पहली बार 2004 में बांग्लादेश के दौर पर गए थे तब मैंने धोनी को पहली बार नेट्स पर देखा था। उसके बाद मैंने उन्हें अगले इंटरनैशनल मैच में बैटिंग करते देखा। उसमें उन्होंने ज्यादा रन नहीं बनाए थे। शायद 12 या 14 रन बनाए थे (धोनी ने करियर के दूसरे वनडे में 12 रन बनाए थे)। मैं ड्रेसिंग रूम में सौरभ गांगुली और कुछ अन्य प्लेयर्स के साथ बैठा था। हम चर्चा कर रहे थे कि वह गेंद पर बहुत जोरदार प्रहार कर सकते हैं, जैसा कि उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में किया है। उसी समय उन्होंने एक शॉट खेला, लॉन्ग ऑफ की तरफ। उस शॉट में बैट से जो आवाज निकली मैं समझ गया कि इस खिलाड़ी में काफी दमखम है। बॉल को हिट करने की स्पेशल पावर है। मैंने तुरंत सौरभ से कहा कि इस प्लेयर के बैट स्विंग में कुछ अलग खेल दिखता है। बिल्कुल अलग है। लास्ट में जो इंपैक्ट होता है उस समय एक अलग ही झटका लगता है। उस झटके से बहुत पावर जेनरेट होती है। मैंने सौरभ से कहा कि इसके बैट स्विंग में जान है। धोनी ने शुरू के अपने चार मैचों में बहुत अच्छा नहीं किया था। इसके बावजूद क्या आपको और बाकी सीनियर प्लेयर्स को उनकी योग्यता पर भरोसा था?उनकी योग्यता पर बिल्कुल भरोसा था। नेट्स में जिस तरह से उनके बैट से बॉल निकल रहा था उससे हम आश्वस्त थे। जैसा कि मैंने कहा कि पहली बार उनको खेलते हुए जब देखा था, तो सौरभ को कहा था कि इस खिलाड़ी में कुछ स्पार्क है और उसको हमें प्रोत्साहित करना चाहिए। ये खिलाड़ी जरूर कुछ कर दिखाएगा। धोनी ने एक बार बताया था कि आप बोलिंग करते समय अक्सर उनसे पूछते थे कि ओवर द विकेट डालूं या अराउंड द विकेट। कैसी गेंद डालूं? क्या आप धोनी की समझ का टेस्ट लेना चाहते थे या फिर गेम को लेकर उनकी रीडिंग पर आप यकीन करते थे? विकेटकीपर से मेरी अक्सर बातें होती रहती थीं। मैं मानता हूं कि अगर बैट्समैन के बाद किसी को विकेट के बारे में बेस्ट पता होता है तो वह विकेटकीपर ही है। वह बिल्कुल सही-सही जानता है कि गेंद किस तरह आ रही है। रुक कर आ रही है, तेज आ रही है या ज्यादा बाउंस हो रही है या फिर थोड़ा ज्यादा स्पिन हो रहा है। मेरी शुरू से ही आदत थी कि जो भी विकेटकीपर है बोलिंग करते समय उससे बात करता रहूं। कौन-सी गेंद डालनी चाहिए ये हमेशा पूछता था। क्योंकि मुझे पता था कि विकेटकीपर बेस्ट पोजिशन में है जज करने के लिए। 2007 वर्ल्ड टी20 के पहले जब आप और कई सीनियर प्लेयर्स इस टूर्नमेंट से हट गए तो नए कैप्टन की तलाश शुरू हुई। कहा जाता है कि आपने ही धोनी का नाम आगे बढ़ाया था।मैंने उनके नाम की अनुशंसा के पहले उनके साथ हुई कई बातचीत को याद किया। फर्स्ट स्लिप पर फील्डिंग करते हुए मैं कई बार उनसे यूं ही खेल के बारे में बातचीत करता रहता था। मैं जानने की कोशिश करता कि वह क्या सोच रहे हैं। खेल की जो स्थिति है उसमें कैप्टन को क्या करना चाहिए। मुझे लगता था कि न केवल वह शांत दिमाग वाले हैं बल्कि हर समय अलर्ट भी रहते हैं। उनके पास अच्छी सोच वाला दिमाग है। इसी आधार पर मैंने उनका नाम आगे बढ़ाया। धोनी की कौन-सी क्वॉलिटीज देखकर आपको लगा था कि वह फ्यूचर में टीम को लीड कर सकते हैं?मुझे लगा कि उनके पास एक अच्छा क्रिकेटिंग माइंड है। हालात को पढ़ना और ठंडे दिमाग से फैसले लेना और आसानी से किसी भी प्रेशर को झेलना। यह सब उनकी खास क्वॉलिटीज थीं। मैं हमेशा उनसे सवाल करता रहता कि मौजूदा सिचुएशन में हमें क्या करना चाहिए। अगर विकेट निकालना हो तो हम क्या कर सकते हैं? कहां फील्डिंग लगानी चाहिए? किसको बोलिंग देनी चाहिए? ऐसा मैं उनका टेस्ट लेने के लिए नहीं करता था। तमाम बातचीत में मुझे लगता था कि उनका दिमाग बहुत ही शार्प है। आपने वनडे में पहला 200 स्कोर किया था उस समय धोनी भी क्रीज पर थे। ऐसा लग रहा था कि धोनी जिस तरह से बैटिंग कर रहे हैं, आप कहीं 199 पर नॉटआउट न रह जाएं। क्या आपको भी ऐसा ही महसूस हो रहा था?यह ख्याल मेरे दिमाग में कभी नहीं आया कि अंत में जाकर अटकूंगा। मुझे पता है कि लास्ट ओवर में मेरे पास बैटिंग आई थी। स्ट्राइक रोटेट होने के वक्त दो गेंदें बाकी थीं। उस क्षण के पहले मेरे दिमाग में कोई ऐसी बात नहीं आई थी कि मैं 200 नहीं कर पाऊंगा। धोनी ने एक दफा कहा था कि वह आपका बहुत सम्मान करते हैं। वह आपसे मैदान पर जरूर बातें करते हैं लेकिन मैदान के बाहर आपसे बात करने का साहस नहीं होता।हम आमतौर पर बात तो करते थे लेकिन मुझे पता है कि धोनी मुझसे कम बात करते थे। यहां तक कि फ्लाइट में भी जब हम अगल-बगल बैठते थे तो धोनी मुझसे कम ही बातें करते थे। मुझे लगता है कि इसकी वजह हमारी उम्र का अंतर था। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, हम एक-दूसरे के साथ खुलने लगे। उनके साथ कम संवाद की वजह मैं एज-गैप मानता हूं।

CPL 2020 मैच-1: सुनील नरेन के ऑलराउंड खेल से नाइट राइडर्स ने गयाना को हराकर किया आगाज August 18, 2020 at 05:02PM

त्रिनिदाद कैरेबियन प्रीमियर लीग के पहले मैच में ने को चार विकेट से हरा दिया। नाइट राइडर्स के लिए हीरो रहे सुनील नरेन। जिन्होंने 28 गेंद पर 50 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई। 17 ओवर के इस मैच में गयाना की टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर 5 विकेट पर 144 रन बनाए जवाब में नाइट राइडर्स ने 2 गेंद बाकी रहते मैच अपने नाम कर लिया। नाइट राइडर्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला चुना जो सही साबित होत हुआ नजर आया। पहले ही ओवर में अली खान ने ब्रैंडन किंग को 0 पर आउट कर दिया। इसके बाद स्कोर जब 23 रन था तो चंद्रपॉल हेमराज 3 रन बनाकर आउट हो गए। अमेजन वॉरियर्स को अंतरराष्ट्रीय स्टार शिमरॉन हेटमायर के स्कोर का सहारा रहा जिन्होंने 44 गेंद पर दो चौके और दो छक्कों की मदद से नाबाद 63 रन बनाए। इसके अलावा न्यूजीलैंड के अंतरराष्ट्रीय स्टार रॉस टेलर ने भी 33 रन की पारी खेली। नाइट राइडर्स की ओर से सुनील नारायण ने गेंद से भी कमाल दिखाया और दो विकेट लिए। अली खान, जेडन स्टील्स और ड्वेन ब्रावो ने एक-एक विकेट लिया। नाइट राइडर्स को लिंडल सिमंस और नरेन से सधी शुरुआत थी। 4.1 ओवर में उसे पहला झटका तब लगा जब सिमंस को इमरान ताहिर ने नवीन-उल-हक की गेंद पर कैच कर लिया। इसे बाद कॉलिन मुनरो 17 रन बनाकर आउट हो गए। 10.5 ओवर में जब नरेन आउट हुए तो टीम का स्कोर 100 रन था। नरेन ने अपनी पारी में दो चौके और चार छक्के लगाए। इसके बाद ब्रावो ने 27 गेंद पर दो छक्कों की मदद से 30 रन बनाकर स्कोर को आगे बढ़ाया। नाइट राइडर्स ने आखिरी में कुछ विकेट खोए लेकिन फिर भी उसने 16.4 ओवर में 147 रन बनाकर मैच जीत लिया।

सचिन ने कहा- धोनी में मुझे भारतीय टीम के लिए लंबी पारी खेलने का स्पार्क दिखता था, उसने वैसा किया भी August 18, 2020 at 03:48PM

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। धोनी 2007 में टीम के कप्तान बने थे। सचिन तेंदुलकर की सिफारिश पर ही बीसीसीआई ने उन्हें कप्तान नियुक्त किया था। सचिन की तरह ही धोनी मैदान पर हमेशा शांत रहते थे। सचिन ने धोनी के संन्यास के फैसले पर कहा कि इसे जज नहीं करना चाहिए। यह खिलाड़ी पर छोड़ देना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि भारत के इतिहास में धोनी का नाम रहेगा। सचिन से बातचीत के अंश....

आपने कई कप्तानों के अंडर खेला है। धोनी दूसरे कप्तानों से कैसे अलग थे?
हर कप्तान अलग होता है। मेरी पहले सीरीज में के. श्रीकांत कप्तान थे। फिर अजहर, घरेलू मैचों में शास्त्री, फिर सौरव, राहुल, अनिल और फिर धोनी थे। धोनी की स्टाइल के बारे में मैं कहूंगा कि वह शांत थे। टीम को अच्छे से हैंडल कर रहे थे। यह उनकी स्टाइल थी। हर कप्तान यही कोशिश करता है कि हम मैच कैसे जीतें? कैसे फील्डिंग लगाएं? किस गेंदबाज को लाएं? सभी के सोचने का तरीका अलग होता है। मगर सभी एक ही जगह पर पहुंचना चाहते हैं। जो है जीत।

आप मैदान पर शांत रहते थे। धोनी भी कूल कहे जाते हैं। खेलते समय आपके माइंड को रीड करना कठिन था। धोनी भी कुछ ऐसे ही हैं। आप दोनों में और क्या समानताएं हैं?
हां, बिल्कुल। मैं कहूंगा कि माइंड को शांत रखना सबसे बड़ी चीज है। कई खिलाड़ी माइंड को शांत रख सकते हैं। लेकिन अंत में खिलाड़ी को ये पता होना चाहिए कि कौन-सी चीज उनका बेस्ट प्रदर्शन बाहर लाती है। कई खिलाड़ी आक्रामक रहकर जबकि कई शांत रहकर अच्छा करते हैं। मेरे और धोनी में यह समानता थी कि हम मैदान पर शांत रहते थे। हर खिलाड़ी अलग तरह से बर्ताव दिखाता है। मैंने सोचा कि जो मुझपर फिट बैठता है, वो होना चाहिए। हम दोनों का वैसा ही था। एक खुद का स्टाइल होना चाहिए। ऐसा नहीं है कि सभी खिलाड़ियों को एक तरह से खेलना चाहिए। सभी को खुद की स्टाइल पर भरोसा रखकर खेलना चाहिए।

धोनी ने अचानक संन्यास की घोषणा कर दी। इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
संन्यास कैसा होना है और होना चाहिए या नहीं होना चाहिए, यह एक खिलाड़ी खुद जानता है। वो सबसे बेहतर जानता है कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है? उनका मोटिवेशन लेवल कहां है? फिटनेस लेवल क्या है? वह खुद को प्रोत्साहित कर पा रहा है या नहीं। उनका मन खेलना चाह रहा है या नहीं। ये सारी चीजें उस खिलाड़ी पर ही छोड़नी चाहिए। हमें यह सोचना चाहिए कि धोनी ने हमें कितने अच्छे मौके दिए हैं। यह समय उनके करियर का जश्न मनाने का है, न कि जज करने का। उन्होंने जिस तरह से भारत के लिए क्रिकेट खेला है, वो कमाल का था। इतने सारे युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। यह उनका बड़ा योगदान है। यही बात मैं हर पीढ़ी के खिलाड़ियों को कहूंगा। धोनी भी प्रेरित हुए होंगे। उन्होंने काफी बच्चों को किया। भारत के इतिहास में हमेशा उनका नाम रहेगा।

आपने पहली बार धोनी को कहां और कब देखा था? तब क्या आपको लगा था कि वे टीम इंडिया में जगह बना सकते हैं?
मैंने सबसे पहले धोनी को बांग्लादेश में खेलते हुए देखा था। उस मैच में उसने ज्यादा नहीं 12-14 रन ही बनाए थे। उस समय धोनी के बारे में काफी बातें चल रही थीं कि एक खिलाड़ी है जो मार सकता है। उस मैच में उसने एक ही शॉट मारा था। मेरे बगल में सौरव गांगुली बैठा था। मैंने उससे कहा कि ये खिलाड़ी मुझे अलग दिखता है। उनके बैट स्विंग में एक अलग-सा झटका है, जिससे उसको डिस्टेंस मिलता है। और वो आसानी से छक्के मार सकता है। वो बात मुझे अभी भी याद है। यह मेरा धोनी को लेकर पहला इंप्रेशन था। मैंने कहा था कि इस खिलाड़ी में मुझे वो स्पार्क दिखता है कि एक लंबी पारी खेले इंडिया के लिए और ऐसा हुआ भी।

कहा जाता है कि आपके सुझाव के बाद ही धोनी को भारतीय टीम की कप्तानी मिली थी जबकि उनके पास कप्तानी का कोई अनुभव नहीं था। फिर किस वजह से आपने धोनी का नाम लिया?
मैं कई बार उसके पास पहली स्लिप में फील्डिंग करता था। हम मैच की परिस्थिति के बारे में बात करते थे। उस दौरान मैंने कई बार उससे सवाल किए थे। उन सवालों का जिस तरह उसने जवाब दिया था। मैदान पर लंबी बात नहीं हो सकती। ज्यादा से ज्यादा दो मिनट की बात होती थी। जैसे गेंदबाज रन-अप पर वापस जा रहा है। तो उससे पूछ लिया। ओवर के बीच में बात कर ली। उस समय मुझे फीलिंग आ रही थी कि उनका दिमाग मैदान पर अच्छा चलता है। सोच में एक बैलेंस और शांति है। जिससे मैं हमेशा प्रभावित रहता था। इसलिए मैंने उनके नाम की सिफारिश की थी।



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सचिन तेंदुलकर ने कहा- शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी से चंद पलों की बात से अहसास हो गया था कि उनका दिमाग मैदान पर अच्छा चलता है। -फाइल फोटो

रियो के पैरा ओलिंपिक में गोल्ड जीतने वाले मरियप्पन बोले- लोग संघर्ष को भूल जाते हैं पर रिकॉर्ड इतिहास बन जाते हैं August 18, 2020 at 02:51PM

क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलू, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को इस साल के राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा। 2016 के बाद पहली बार यह पुरस्कार दिए जा रहे हैं। पुरस्कार मिलने पर खुशी जताते हुए हाई जंपर मरियप्पन ने कहा- ‘मेरा एक ही लक्ष्य था- हाई जंप में रिकॉर्ड बनाऊं। लोग संघर्ष भूल जाते हैं पर रिकॉर्ड इतिहास बन जाते हैं।’ मरियप्पन के संघर्ष की कहानी...

ब्जी बेचकर मां ने काबिल बनाया
मैं तमिलनाडु के सेलम से 50 किमी दूर पेरियावदगम्पति गांव का हूं। पिता बचपन में ही नहीं रहे, मां सरोजा देवी दिहाड़ी करती थीं। मैं 5 साल का था तब स्कूल जाते समय बस ने मुझे टक्कर मारी और मेरे दाएं पैर को कुचल दिया।

मेरा पैर घुटने के नीचे पूरी तरह खराब हो गया। मां ने मेरे इलाज के लिए तीन लाख रुपए कर्ज लिया। दिहाड़ी छोड़कर सब्जी बेचनी शुरू की और हम चार भाइयों को पढ़ाती रहीं। मुझे वॉलीबॉल खेलना अच्छा लगता था, लेकिन टीचर ने कहा कि हाई जंप में तुम्हारी मजबूत पकड़ है, इसे आजमाओ। बस.. उसी दिन मैंने तय कर लिया कि अब यही मेरा कॅरिअर बनेगा।



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रियो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलू ने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से नवाजे जाने पर खुशी जताई है। (फाइल फोटो)

ब्लड कैंसर से जंग लड़ रहे पूर्व आई लीग विजेता सुरोजित बोस August 18, 2020 at 01:50PM

कोलकाता साल 2005-06 में जोस रामिरेज बारेटो और यूसिफ याकूबु के साथ महिंद्रा युनाइटेड के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल लीग का खिताब जीतने वाले पूर्व भारतीय फॉरवर्ड सुरोजित बोस इस समय ब्लड कैंसर से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। ब्राजील के बारेटो और घाना के याकूबु ने आई लीग की शुरुआत से ठीक पहले महिंद्रा युनाइटेड की खिताबी जीत में अहम योगदान दिया था। 33 साल के बोस फिलहाल दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती हैं, जहां उनका ब्लड कैंसर का इलाज चल रहा है। बोस कोलकाता में मोहन बागान और मोहम्मदन स्पोटिंर्ग क्लब के लिए भी खेल चुके हैं। उन्होंने अपना पिछला मैच 2014 में आई लीग में भारत एफसी के लिए खेला था। बोस ने मंगलवार को कहा, ‘मुझे पहले चरण में ब्लड कैंसर, एक्यूट माइलॉयड ल्यूकेमिया (एएमएल) का पता चला है। मैं 7 अगस्त को भर्ती हुआ था। मैं ठीक हो रहा हूं, लेकिन दिल्ली आने के बाद से मेरे लिए कुछ दिन बहुत मुश्किल थे। मुझे अपने पूर्व साथियों और कुछ फुटबॉल जगत से मदद लेने का सौभाग्य मिला है।’ पश्चिम बंगाल के कल्याणी जिले के रहने वाले बोस पुणे में एक फुटबॉल डेवलपमेंट सेंटर में कोच के रूप में काम कर रहे थे, जहां वह बीमार पड़ गए। मोहन बागान क्लब के साथ फेडरेशन कप जीतने वाले बोस ने कहा, ‘मुझे तेज बुखार था और मैं ठीक से शौच नहीं कर सकता था। फिर भी मैं किसी काम से दिल्ली आया और छह अगस्त को मेरी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। मैं एक गेस्ट हाउस में अकेले ही था। मेरे कुछ छात्र थे, जिन्होंने मुझे अपने परिवार से संपर्क करने में मदद की और मुझे अस्पताल भी लाए।’ उन्होंने कहा, ‘फिर मेरा डॉक्टर अभिजीत कुमार से संपर्क हुआ और उन्होंने मुझे यहां अभिभावक की तरह देखभाल की। कहते हैं ना कि डॉक्टर भगवान के समान होता है और मेरे केस में यह सच है।’ उन्होंने कहा, ‘पुणे में मुझे तीन महीने से सैलरी भी नहीं मिली है। इस कोविड-19 महामारी ने स्थिति और बिगाड़ दी है। यह मेरे लिए एक वित्तीय संकट है जिसे मैं जानता हूं। वास्तव में आज मैं आपसे बात कर रहा हूं तो यह मेरे पूर्व खिलाड़ियों और दोस्तों की वजह से है जो चट्टान की तरह मेरे साथ रहे हैं, और फिर डॉक्टर अभिजीत कुमार भी हैं।’

धोनी पर श्रीनिवासन का बड़ा बयान, बोले- संन्यास के साथ करिश्माई युग का अंत August 18, 2020 at 03:30AM

चेन्नै (बीसीसीबाई) के पूर्व अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हासिल करने लिए कुछ नहीं बचा था। उनके संन्यास से एक ‘युग का अंत’ हो गया। धोनी क्रिकेट जगत में इकलौते कप्तान है जिन्होंने की सभी ट्रोफियां जीती है। उन्होंने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वह हालांकि (आईपीएल) में चेन्नै सुपर किंग्स का नेतृत्व करना जारी रखेंगे, जिसने उनकी कप्तानी में तीन बार इस खिताब को हासिल किया है। श्रीनिवासन ने कहा, ‘जब धोनी कहते हैं कि वह संन्यास ले रहे हैं तो यह एक युग के खत्म होने जैसा है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में टी20 विश्व कप जीता, 2011 में विश्व कप हासिल किया। इसके अलाव चैम्पियंस ट्रोफी की सफलता भी है। वह एक उत्कृष्ट कप्तान, एक शानदार विकेटकीपर, एक आक्रामक बल्लेबाज रहे है।' उन्होंने कहा- एक ऐसा खिलाड़ी जिसने पूरी टीम को प्रेरित किया।’ उन्होंने कहा, ‘उसके लिए हासिल करने के लिए और क्या बचा था? हर खेलप्रेमी जानता है कि किसी समय वह संन्यास की घोषणा करेंगे। मुझे दुख है कि वह फिर से भारत के लिए मैदान में नहीं उतरेंगे, लेकिन इस बात की खुशी है कि वह चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेलना जारी रखेंगे। श्रीनिवासन ने कहा, ‘वह क्रिकेट के मैदान में दिखेंगे। सीएसके अब वैश्विक ब्रांड है। लोग इस बात को लेकर खुश होंगे कि वह उनके कौशल को मैदान पर देख सकेंगे।’ श्रीनिवासन ‘इंडिया सीमेंट्स’ के प्रमुख हैं, जिनके पास 2008 से 2014 तक सीएसके का स्वामित्व था। जब उनसे पूछा गया कि धोनी कब तब खेलेंगे तो उन्होंने कहा, ‘मैं चाहूंगा कि वह हमेशा खेलें।’

रवि शास्त्री का आईपीएल-2020 को यूएई में कराने पर बड़ा बयान August 18, 2020 at 04:28AM

मुंबईभारत के मुख्य कोच का मानना है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन महामारी के इस दौर में बेहद जरूरी है और हर कोई इसका आयोजन चाहता है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने का आयोजन यूएई में करने का फैसला किया है। यह टूर्नमेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच खेला जाएगा। इस तरह से इसमें 51 दिन के अंदर 60 मैच होंगे। शास्त्री ने एक वेबिनार के दौरान कहा, ‘कोविड के इस दौर में जब आईपीएल यूएई में शुरू होगा तो आप देखेंगे कि फिर से पहले जैसा माहौल बन गया है जिसकी बहुत जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि यूएई ने 2014 में दिखाया कि वह इस तरह के टूर्नमेंट के आयोजन करने में सक्षम है। शास्त्री ने कहा, ‘यूएई में क्रिकेट के आयोजन की अनुमति देना भारत सरकार का बड़ा फैसला है और यूएई सरकार ने इसका सकारात्मक जवाब दिया। मुझे याद है कि 2014 में जब यूएई में आईपीएल का आयोजन हुआ तो उसकी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी और दर्शकों का रवैया भी शानदार रहा।’ उन्होंने कहा कि इस मुश्किल दौर में जबकि अधिकतर लोग सुरक्षा कारणों से अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं तब आईपीएल 51 दिन तक उनका ध्यान बंटाये रखेगा। शास्त्री ने कहा, ‘यह तनाव देने वाला और अप्रत्याशित है। दूसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने ऐसा कुछ नहीं देखा था, ऐसे में खेलों की शुरुआत से लोग टेलीविजन पर लौटेंगे। इससे कई लोगों का जोश वापस लौटेगा और इस समय इसकी बहुत जरूरत है।’

हर मुश्किल काम में माहिर थे 'टीम मैन' सुरेश रैना, राहुल द्रविड़ ने यूं की तारीफ August 18, 2020 at 02:30AM

नई दिल्लीसुरेश रैना को ‘शानदार टीम मैन’ बताते हुए पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने कहा कि अगर उन्हें शीर्ष क्रम पर बल्लेबाजी का मौका मिलता तो उन्होंने और अधिक रन बनाए होते। पूर्व कप्तान द्रविड़ ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय टीम की सफलता में रैना के योगदान की तरीफ की। तैतीस साल के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने मेंटर महेंद्र सिंह धोनी के पदचिन्हों पर चलते हुए 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। रैना को द्रविड़ ने दी थी टेस्ट कैप रैना को एकदिवसीय और टेस्ट में ‘कैप’ देने वाले द्रविड़ ने उनकी जमकर प्रशंसा की। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट वीडियो में द्रविड़ ने कहा, ‘सीमित ओवरों के क्रिकेट में पिछले डेढ दशक में भारतीय टीम को जो सफलता , शानदार पल मिले उसमें सुरेश (रैना) ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। मुझे लगता है कि सफेद गेंद के क्रिकेट में उनका योगदान शानदार रहा है।’ रैना ने हर मुश्किल काम को किया द्रविड़ ने कहा, ‘वह विश्व कप विजेता और चैंपियंस ट्रोफी विजेता हैं। उन्होंने मैदान पर काफी योगदान दिया। जिस तरह उसने क्षेत्ररक्षण के स्तर को ऊंचा किया उनमें उसकी ऊर्जा, उसका उत्साह कमाल का था।' मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने 13 साल के करियर में 18 टेस्ट, 226 एकदिवसीय और 78 टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के लिए 8000 से अधिक रन बनाए है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख द्रविड़ ने कहा, 'एक बात जो हमने हमेशा महसूस की, वह यह कि सुरेश ने हर मुश्किल काम किया।’ फील्डिंग और बल्लेबाजी में हैं मास्टर द्रविड़ ने कहा, ‘अपने करियर के अधिकांश समय में उन्होंने निचले क्रम पर बल्लेबाजी की, मुश्किल स्थानों पर क्षेत्ररक्षण किया, कुछ अच्छे ओवर फेंके और हमेशा टीम को बहुत कुछ दिया। एक शानदार ‘टीम मैन’, जिसने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। वह खेल में बहुत ऊर्जा लेकर आए और बहुत कुशल बल्लेबाज थे।’ द्रविड़ ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो अगर उनका बल्लेबाजी क्रम ऊपर होता तो उनके आंकड़े काफी बेहतर होते, जैसे कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नै सुपर किंग्स के लिए तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उन्हें सफलता मिली है। आईपीएल के लिए वह एक अभूतपूर्व खिलाड़ी हैं।’ टेस्ट तो नहीं पर लिमिटेड ओवर की क्रिकेट में कमाल रैना ने आईपीएल के 193 मैचों में 5368 रन बनाए है और वह इस टूर्नमेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर भारतीय कप्तान विराट कोहली है जिनके नाम 177 मैच में 5412 रन है। द्रविड़ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टेस्ट पदार्पण पर शतक लगाने के बाद वह इस प्रारूप में अपना बेहतर प्रदर्शन जारी नहीं रख पाए लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में उनका योगदान शानदार है। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा रहे है जिसने पिछले ढेड दशक में काफी सफलता हासिल की है।’ भारत के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि रैना ने जूनियर क्रिकेट के दौरान ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। रैना ने संक्षिप्त समय के लिए भारतीय टीम का नेतृत्व भी किया था। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज के अलावा जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में जीत दर्ज की थी।

इशांत के लिए अर्जुन अवॉर्ड की सिफारिश, 29 की लिस्ट में कई बड़े नाम August 18, 2020 at 02:38AM

नई दिल्लीभारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा उन 29 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनके नाम की सिफारिश मंगलवार को खेल मंत्रालय की पुरस्कार चयनसमिति ने इस साल के अर्जुन पुरस्कार के लिए की है। पुरुष रिकर्व तीरंदाज अतनु दास, महिला हाकी खिलाड़ी दीपिका ठाकुर, क्रिकेटर दीपक हुड्डा और टेनिस खिलाड़ी दिविज शरण के नाम की सिफारिश भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए की गयी है। चयनसमिति की बैठक के बाद आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। 31 वर्षीय इशांत ने अब तक भारत की तरफ से 97 टेस्ट और 80 एकदिवसीय मैच खेले हैं और उनके नाम पर 400 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। यह भी पता चला है कि ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और पूर्व विश्व चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू को भी समिति का समर्थन मिला है। अंतिम फैसला हालांकि खेल मंत्री किरन रिजिजू पर छोड़ दिया गया है, क्योंकि इन दोनों महिला खिलाड़ियों को पूर्व में खेल रत्न पुरस्कार मिल चुका है। साक्षी को 2016 में रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था, जबकि मीराबाई ने विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए वर्ष 2018 भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली के साथ यह पुरस्कार हासिल किया था।

'हिटमैन' रोहित शर्मा के लिए क्यों की गई खेल रत्न की सिफारिश, आंकड़ों में जानिए August 18, 2020 at 01:50AM

देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार-राजीव गांधी खेल रत्न के लिए भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा, महिला पहलवान विनेश फोगाट और पैरा हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू के नाम की सिफारिश की गई है। अब इस सिफारिश पर खेल मंत्रालय अंतिम मुहर लगाएगा और फिर 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद खेल रत्न के अलावा अन्य खेल पुरस्कार प्रदान करेंगें।

ऐसा नही है कि रोहित ने वनडे वर्ल्ड कप में ही उम्दा प्रदर्शन किया। दरअसल, वह पूरे वर्ष फॉर्म में थे और करिश्माई प्रदर्शन करते रहे। उन्होंने 2019 में 28 वनडे मैचों में 1490 रन बनाए थे, जो सबसे अधिक थे। इस दौरान सबसे अधिक 7 शतक और 6 अर्धशतक भी ठोके थे। टेस्ट की बात करें तो रोहित ने 5 मैच खेलते हुए लगभग 93 की औसत से 556 रन बनाए थे, जिसमें 3 शतक शामिल थे।

रोहित शर्मा ने इंग्लैंड में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में रेकॉर्ड 5 सेंचुरी की बदौलत 9 मैचों में 648 रन बनाए थे। वह इस टूर्नमेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। हालांकि, वह सचिन तेंडुलकर (वर्ल्ड रेकॉर्ड 673 रन, 2003 में) और मैथ्यू हेडन (659 रन, 2007 में) का एक वर्ल्ड कप में बनाए गए सबसे अधिक रनों के रेकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए थे।

रोहित ने 2019 में इंग्लैंड की मेजबानी में हुए वनडे वर्ल्ड कप में 5 शतक ठोके। एक ही विश्व कप में पांच शतक लगाकर उन्होंने कीर्तिमान स्थापित किया था। दरअसल, यह एक ही वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक का वर्ल्ड रेकॉर्ड है। रोहित ने एक विश्व कप में सबसे ज्यादा शतक लगाने के कुमार संगाकारा का रेकॉर्ड तोड़ा था। श्रीलंका के कुमार संगकारा ने 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए विश्व कप में 4 शतक लगाए थे।

रोहित 2019 विश्व कप में बेजोड़ फॉर्म में थे। उनके बल्ले से एक के बाद एक 5 शतक निकले। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 104, श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 103, इंग्लैंड के खिलाफ 102 रन, पाकिस्तान के खिलाफ 140 और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 122 रनों की पारी खेली थी।

आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में सबसे ज्यादा छह शतक लगाने का रेकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम था, जिसकी रोहित ने बराबरी की। सचिन ने 1992 से 2011 के बीच छह वर्ल्ड कप में 45 मैच खेले और छह शतक लगाए। रोहित शर्मा ने महज दो विश्व कप में ही सचिन की बराबरी कर ली है। रोहित ने 2015 के विश्व कप में एक सेंचुरी लगाई थी और 2019 वर्ल्ड कप में उन्होंने पांच सेंचुरी जड़े।

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आईसीसी टेस्ट रैंकिंग: विराट का जलवा बरकरार, बुमराह को नुकसान August 18, 2020 at 01:07AM

दुबईभारतीय कप्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की नवीनतम टेस्ट रैंकिंग में बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर बरकरार हैं जिसमें शीर्ष 10 में दो अन्य भारतीय बल्लेबाज भी शामिल हैं। मंगलवार को जारी रैंकिंग में तेज गेंदबाज नौवें स्थान पर खिसक गए। कोहली 886 अंक के साथ दूसरे स्थान पर बरकरार हैं जबकि चेतेश्वर पुजारा (766) और अजिंक्य रहाणे (726) भी बल्लेबाजी सूची में क्रमश: आठवें और 10वें स्थान पर कायम हैं। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ शीर्ष रैंकिंग वाले बल्लेबाज हैं। बुमराह गेंदबाजों की रैंकिंग में एक स्थान के नुकसान से नौवें स्थान पर खिसक गए जबकि रविंद्र जडेजा ऑलराउंडरों की सूची में तीसरे स्थान पर बरकरार हैं। साउथैम्पटन में ड्रॉ टेस्ट के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाज बाबर आजम ने करियर की सर्वश्रेष्ठ पांचवीं रैंकिंग पर वापसी की जबकि इंग्लैंड की स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन की अनुभवी तेज गेंदबाजी जोड़ी को भी फायदा हुआ है। फरवरी में करियर की सर्वश्रेष्ठ पांचवी रैंकिंग हासिल करने वाले बाबर ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 47 रन की बदौलत एक बार फिर यह रैंकिंग हासिल की। साउथैम्पटन में अर्धशतक जड़ने वाले पाकिस्तान के आबिद अली (49) और मोहम्मद रिजवान (75) ने भी करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की। ब्रॉड दूसरे टेस्ट में 56 रन देकर चार विकेट चटकाने के बाद एक स्थान के फायदे से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं जबकि 60 रन देकर तीन विकेट हासिल करने वाले एंडरसन दो स्थान के फायदे से 14वें स्थान पर हैं। इंग्लैंड की पारी में 28 रन देकर दो विकेट चटकाने वाले पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास दो स्थान के फायदे से आठवें पायदान पर हैं। बल्लेबाजों की सूची में इंग्लैंड के जैक क्राउले 53 रन की पारी के बाद करियर के सर्वश्रेष्ठ 81वें स्थान पर हैं। ऑलराउंडर बेन स्टोक्स और कप्तान जो रूट ने अपना क्रमश: सातवां और नौवां बरकरार रखा है। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में भारत 360 अंक के साथ शीर्ष पर है जबकि उसके बाद ऑस्ट्रेलिया (296) का नंबर आता है। इंग्लैंड 279 अंक के साथ तीसरे जबकि पाकिस्तान 153 अंक के साथ पांचवें स्थान पर है।

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी को बेहतरीन खिलाड़ी और कप्तान बताया; बाबर आजम बोले- धोनी की विरासत हमेशा याद रहेगी August 18, 2020 at 01:06AM

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया। पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी धोनी को भारत और दुनिया की क्रिकेट में योगदान के लिए याद किया गया। बासित अली, वसीम अकरम, वकार यूनिस, मुदस्सर नजर और शाहिद अफरीदी ने धोनी को बेहतरीन कप्तान और इंसान बताया। वनडे और टी-20 में पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले बाबर आजम ने कहा- धोनी को वर्ल्ड क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा।

बाबर ने क्या कहा
बाबर ने ट्विटर पर धोनी की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “आपको शानदार करियर पर बधाई। आपकी की लीडरशिप, फाइटिंग स्पिरिट और विरासत को हमेशा याद रखा जाएगा। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।” बाबर इन दिनों टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर हैं।

राशिद लतीफ ने कहा- धोनी मैच फिनिशर
पूर्व विकेट कीपर राशिद लतीफ ने कहा- धोनी के योगदान को भारतीय क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा। वे शानदार खिलाड़ी और कप्तान थे। वह खुद को हालात के मुताबिक ढाल लेते थे और बेहतरीन मैच फिनिशर थे। पिछले साल वर्ल्डकप सेमीफाइनल के बाद उनकी आलोचना सही नहीं थी। मुश्किल हालात में भी उन्होंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की।

मुदस्सर नजर की बात
पूर्व टेस्ट ओपनर मुदस्सर नजर ने कहा- इसमें कोई शक नहीं कि धोनी महान फिनिशरों में से एक थे। मैने पहली बार उन्हें केन्या में देखा था। नैरोबी के एक टूर्नामेंट में धोनी ने लगातार दो शतक लगाए थे। तब मुझे नहीं पता था कि वह भारत और वर्ल्ड क्रिकेट पर इतना गहरा असर छोड़ेंगे।

यूसुफ को 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल याद आया
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने कहा- वो शानदार कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज थे। उन्होंने कई पोजिशन पर बैटिंग की और मैच जिताए। मुझे 2011 वर्ल्डकप के फाइनल में उनकी पारी याद है। यह मास्टर स्ट्रोक था। आप देखिए। उस मैच में उन्होंने खुद को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया और बाद में छक्का मारकर जीत भी दिलाई।

बासित अली ने आईपीएल का जिक्र किया
पूर्व मिडल ऑर्डर बैट्समैन बासित अली ने कहा- धोनी का रिकॉर्ड सिर्फ इंडिया के लिए नहीं बल्कि, आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से भी शानदार रहा है। 2016 और 2017 में धोनी पुणे के लिए खेले। तब भी उनकी टीम आईपीएल फाइनल में पहुंची थी। ये बताता है कि बतौर कप्तान उनका टीम पर कितना गहरा असर रहता था।

मोहसिन ने कहा- धोनी संतुलन की कला में माहिर
पाकिस्तान टीम के पूर्व टेस्ट ओपनर और चीफ सिलेक्टर रहे मोहसिन खान ने कहा- धोनी की टीम में युवा और अनुभवी, दोनों तरह के प्लेयर थे। इनके बीच वो गजब का संतुलन बनाते थे। ड्रेसिंग रूम में सभी चीजों को सही तरीके से मैनेज किया। रोहित और विराट इसका उदाहरण हैं।

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रिटायर हुए धोनी:39 साल के महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया, अब सिर्फ IPL में खेलेंगे; कहा- प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया

धोनी के कोच की जुबानी उनकी कहानी:क्लब में धोनी के कोच रहे चंचल भट्टाचार्य ने कहा- वे गुस्सा जताते नहीं, सिर्फ नाक टेढ़ी कर लेते हैं; किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी कर लेते थे



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15 अगस्त को धोनी ने इंस्टग्राम पोस्ट के जरिए संन्यास का ऐलान किया था। पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ियों ने उन्हें बेहतरीन कप्तान और प्लेयर बताया है। (फाइल)

रोहित शर्मा को मिलेगा खेल रत्न? इन खिलाड़ियों के नाम की भी है सिफारिश August 18, 2020 at 12:01AM

नई दिल्‍ली क्रिकेटर और पहलवान विनेश फोगाट सहित चार खिलाड़ियों को पुरस्कार चयन समिति ने राजीव गांधी खेल रत्न के लिए चुना है। अगर रोहित शर्मा यह अवॉर्ड पाते हैं तो वह यह सम्मान पाने वाले चौथे क्रिकेटर होंगे। उनसे पहले सचिन तेंडुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को यह सम्‍मान मिल चुका है। देश में खेलों के क्षेत्र में दिए जाने वाले इस सर्वोच्च सम्मान के लिए रोहित और विनेश फोगाट के अलावा टेबल टेनिस प्‍लेयर मनिका बत्रा, पैरालिंपियन मरियप्पन थांगावेलु के नाम की भी सिफारिश भी की गई है। वर्ल्‍ड कप में रोहित ने बनाए थे 648 रनराष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चार खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई। रोहित ने 2019 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए 648 रन बनाए थे। वहीं, विनेश, एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलिंपिक 2021 के लिए क्वॉलिफाइ किया है। विनेश 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुकी हैं। मनिका ने कॉमनवेल्‍थ में जीते थे दो गोल्‍डमहिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा वह 2018 एशियाई खेलों में भी कांस्य पदक अपने नाम कर चुकी हैं। हालांकि उन्हें अभी तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करना बाकी है। पैरालिंपिक खिलाड़ी मरियप्पन ने विश्व पैरा ऐथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए क्वॉलिफाइ किया है। खेल रत्न के अलावा समिति द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार,ध्यानचंद पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार तथा मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रोफी के नामों की भी घोषणा करेगी। ये पुरस्कार हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति देते हैं।

IPL Sponsorship: ड्रीम 11 बना आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर, 250 करोड़ में हुई डील August 17, 2020 at 11:18PM

मुंबई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आईपीएल 2020 के टाइटल स्पॉन्सरशिप के अधिकार फैंटसी स्पोर्ट्स लीग प्लैटफॉर्म ड्रीम11 को दिए हैं। ड्रीम 11 पहले से ही BCCI का पार्टनर है। इस दौड़ मे उसने फेवरिट मानी जा रही टाटा संस (Tata Sons) को पछाड़ दिया है। टाटा के कई बिजनस हैं और वह ओलिंपिक स्पोर्ट्स का कई दशकों से सपॉर्ट कर रहा है। खबर है कि ड्रीम 11 ने इसके लिए करीब 250 करोड़ रुपये की बोली लगाई। चीनी मोबाइल फोन निर्माता वीवो के हटने के बाद बीसीसीआई को नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश थी। इसमें कई बड़ी कंपनियां दौड़ में थीं। वीवो ने 2018 में 5 साल के लिए डील साइन की थी। हर साल वह बोर्ड को 440 करोड़ रुपये का भुगतान कर रही थी। लेकिन इस बार देश में चीन के खिलाफ बने माहौल के चलते चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी ने हटने का फैसला किया। इस दौड़ में बायजूज, रिलायंस जियो, टाटा संस और अनअकैडमी जैसी कंपनियां शामिल थी। लेकिन ड्रीम 11 ने सभी को पछाड़ते हुए टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल की। खबरों के अनुसार इस बिड में सबसे आगे ड्रीम इलेवन रही जिसने करीब 250 करोड़ रुपये की बोली लगाई। वहीं अनअकैडमी ने 210 करोड़ और टाटा ने 180 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। एजुकेशन ऐप कंपनी बायजूज ने 125 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।

दिल्ली कैपिटल्स ने वोक्स की जगह एनरिच नॉर्टजे को टीम में शामिल किया August 17, 2020 at 11:34PM

नई दिल्लीइंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी () ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के तेज गेंदबाज एनरिच नॉर्टजे () के साथ करार करने की मंगलवार को घोषणा की। नॉर्टजे अब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की जगह लेंगे। वोक्स ने इंग्लिश सीजन (English Season) के लिए खुद को फिट रखने के लिए आईपीएल के 13वें सीजन (IPL 13) से अपना नाम वापस ले लिया था। नॉर्टजे इससे पहले पिछले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम का हिस्सा थे। लेकिन कंधे की चोट के कारण उन्हें आईपीएल में पदार्पण करने का मौका नहीं मिला था। नॉर्टजे ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘पिछले सीजन काफी अच्छा प्रदर्शन करने वाली फ्रेंचाइजी दिल्ली से जुड़ने को लेकर मैं काफी उत्सुक हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘टीम में मौजूद युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के मिश्रण और बेहतरीन कोचिंग सेटअप के कारण यह मेरे लिए सी3खने का अच्छा मौका होगा। दिल्ली मैनेजमेंट द्वारा मुझे यह मौके देने के लिए मैं उनका आभारी हूं।’ 26 वर्षीय नॉर्टजे ने 2019 में भारत के खिलाफ टेस्ट पदार्पण किया था। उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 19, सात वनडे मैचों में 14 और तीन टी 20 मैचों में दो विकेट लिए हैं। आईपीएल का 13वां सीजन इस बार यूएई में 19 सितंबर से शुरू हो रहा है। टूर्नमेंट का आयोजन यूएई के तीन मैदानों-अबू धाबी, दुबई और शारजाह में किया जाएगा। इसका फाइनल 10 नवंबर को होगा।

आज का दिन: विराट कोहली ने किया था 12 साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू August 17, 2020 at 09:16PM

नई दिल्ली अगस्त की 18 तारीख थी और साल था 2008 जब भारतीय कप्तान (Virat Kohli) ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू () किया था। कोहली ने अपना वनडे ODI श्रीलंका के खिलाफ खेला था और उस मैच में सिर्फ 12 रन बनाए थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज कोहली ने भारत के लिए पारी की शुरुआत की और 22 गेंदों का सामना किया। कोहली ने क्रीज पर 33 मिनट बिताए थे और एक चौका लगाया था। कोहली का विकेट नुआन कुलासेकरा ने लिया था। भारत उस मैच में सिर्फ 146 रन पर आउट हो गया था। अजंता मेंडिस और मुथैया मुरलीधरन ने तीन-तीन विकेट लिए थे। श्रीलंका ने 35वें ओवर में मैच 8 विकेट से मैच जीत लिया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 12 साल पूरे होने पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इस मौके पर बोर्ड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मोहाली में खेली गई उनकी पारी के अंश को साझा किया है। कोहली को अपनी पहली सेंचुरी के लिए 14 मैच का इंतजार करना पड़ा था और उन्होंने कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ 2009 में 109 रनों की पारी खेली थी। तब से कोहली वनडे इंटरनैशनल में 43 सेंचुरी लगा चुके हैं। वह सचिन तेंडुलकर के 49 वनडे सेंचुरी के रेकॉर्ड को तोड़ने के काफी करीब पहुंच गए हैं। कोहली को रनों का पीछा करने का महारथी समझा जाता है। 31 साल के कोहली ने अभी तक 248 वनडे इंटरनैशनल मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने 11867 रन बनाए हैं। उनका बल्लेबाजी औसत 59.33 का है और सर्वोच्च स्कोर पाकिस्तान के खिलाफ 183 रन है।

स्वास्थ्य जोखिम का हवाला देकर राष्ट्रीय शिविर से हटी विनेश, नाराज डब्ल्यूएफआई बोला हम कोई दुकान नहीं चला रहे हैं August 17, 2020 at 09:35PM

नई दिल्ली के लिए क्वॉलिफाइ करने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान () कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के बीच स्वास्थ्य चिंताओं का हवाला देकर राष्ट्रीय शिविर (National Camp for wrestlers) से हट गई हैं जिस फैसले से राष्ट्रीय महासंघ (WFI) नाराज है। ओलिंपिक वजन वर्ग के पहलवानों के लिए राष्ट्रीय शिविर एक सितंबर से लखनऊ (महिला) और सोनीपत (पुरुष) में शुरू होगा। हालांकि विनेश लखनऊ की यात्रा करने को लेकर सहज नहीं थीं क्योंकि महामारी के बीच उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर डर है। विनेश ने कहा, ‘मैं शिविर में हिस्सा नहीं लेने जा रही। मैं कोच ओम प्रकाश के साथ रोजाना ट्रेनिंग कर रही हूं जो उस योजना का पालन करते हैं जो मेरे निजी कोच वूलर एकोस हर हफ्ते मुझे भेजते हैं। लखनऊ की यात्रा करने के लिए स्थिति ठीक नहीं है।’ विश्व चैंपियनशिप 2019 की कांस्य पदक विजेता ने कहा कि वह काफी आसानी से बीमार हो जाती हैं इसलिए वह अपने स्वास्थ्य को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। उन्होंने कहा, ‘मेरा पेट काफी संवेदनशील है। आप लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र से बाहर नहीं निकल सकते इसलिए आप अपने लिए जरूरत की चीजें नहीं ला सकते। लखनऊ में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन यहां हरियाणा में स्थिति सुरक्षित है इसलिए मैं यहां अधिक सहज हूं।’ भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) हालांकि एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता के कारणों से प्रभावित नहीं है। डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा, ‘चयन समिति फैसला करेगी कि विनेश को छूट मिलेगी या नहीं। शिविर खिलाड़ियों के लिए है। हम चाहते हैं कि अब ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू हो जाए।’ उन्होंने कहा, ‘हम अपने फायदे के लिए दुकान नहीं चला रहे हैं, शिविर खिलाड़ियों के लिए है और जब वे इस तरह का अंदेशा जताते हैं तो यह हैरानी भरा होता है।’ सुशील कुमार को राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेने की जगह छत्रसाल स्टेडियम रहने और ट्रेनिंग की छूट पर तोमर ने कहा कि उनका मामला अलग है। उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि छत्रसाल बड़ी सुविधा है। वहां जिम है, मैट है और सुशील की ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त जोड़ीदार हैं। हमें नहीं पता कि विनेश कौन से अखाड़े में ट्रेनिंग कर रही है, वहां किस तरह की सुविधाएं हैं।’ तोमर ने कहा, ‘साइ टाप्स के जरिए इन खिलाड़ियों का समर्थन करता है और कई विदेशी दौरों पर भेजता है। उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए।’ महिला शिविर 50, 53, 57, 62 और 68 किग्रा में शुरू होगा लेकिन डब्ल्यूएफआई 76 किग्रा वर्ग की पहलवान को भी ला सकता है जो एक अन्य ओलिंपिक वजन वर्ग है। पुरुष फ्रीस्टाइल शिविर सभी छह ओलिंपिक वजन वर्गों के साथ शुरू होगा जिसमें 65 किग्रा वर्ग भी शामिल है जहां पदक के दावेदार बजरंग पूनिया प्रतिस्पर्धा पेश करते हैं। तोमर ने कहा, ‘बजरंग अपने निजी कोच शाको बेनटिनिदिस के साथ सोनीपत में शिविर में होंगे। सिर्फ सुशील को छूट मिली है।’ बजरंग बेनटिनिदिस के साथ बेंगलुरू के इंस्पायर इंस्टीट्यूट फोर स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग कर रहे हैं। सुशील के 74 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश करने वाले जितेंदर कुमार भी वहीं ट्रेनिंग कर रहे हैं। भारत ने पुरुष वर्ग में बजरंग (65 किग्रा), रवि दाहिया (57 किग्रा) और दीपक (86 किग्रा) के जरिए ओलिंपिक कोटा हासिल किया है। चार साल के डोपिंग प्रतिबंध के बाद नरसिंह यादव की वापसी से 74 किग्रा वर्ग और अधिक प्रतिस्पर्धी हो गया है।

जब दंगाइयों से लड़े चौहान, बचाई साथी क्रिकेटर्स की जान August 17, 2020 at 08:06PM

प्रत्युष राज, चंडीगढ़ चाहे टूटे हुए जबड़े के साथ रणजी ट्रोफी में लगातार दो शतक लगाने की बात हो या फिर ऑस्ट्रेलिया में टूटे हुए अंगूठे के साथ तेज रफ्तार डेनिस लिली और जैफ थॉमसन का सामना करना हो, ने दिखाया था कि वह दिलेर क्रिकेटर हैं। लेकिन रविवार को कोविड-19 के चलते हुई परेशानियों से अपनी जान गंवाने वाल चेतन सिर्फ मैदान ही नहीं बल्कि बाहर भी सही मायनों में लड़ाके थे। उत्तर क्षेत्र के पूर्व क्रिकेटरों ने याद किया कि कैसे 31 अक्टूबर 1984 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में हुए सिख विरोधी दंगों में चौहान ने और राजिंदर घई को बचाया था। यह घटना झेलम एक्सप्रेस में हुई थी जब खिलाड़ी उत्तर क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र के बीच हुए दिलीप ट्रोफी के सेमीफाइनल के बाद पुणे से लौट रहे थे। इस घटना को याद करते हुए हरियाणा के पूर्व ऑफ-स्पिनर सरकार तलवार ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'मैच 30 अक्टूबर को समाप्त हुआ। अगली सुबह जब हम एयरपोर्ट के लिए तैयार हो रहे थे तब हमें खबर मिली कि प्रधानमंत्री की हत्या कर दी गई है। तो हमारे टीम मैनेजर प्रेम भाटिया ने हमें झेलम एक्सप्रेस के फर्स्ट क्लास के टिकट लाकर दिए। यह एक बहुत बुरा सफर था। हमें दिल्ली पहुंचने में चार दिन का वक्त लगा।' तलवार ने आगे बताया, 'एक स्टेशन पर करीब 40-50 लोग हमारे डिब्बे में चढ़े। वे सिख समुदाय के लोगों को ढूंढ रहे थे। हमारी टीम में तीन सिख खिलाड़ी- नवजोत सिंह सिद्धू, राजिंदर घई और योगराज सिंह थे। मुझे अच्छी तरह याद है कि चेतन चौहान और ने भीड़ से काफी बहस की। यह बहस बहुत गरम हो गई थी। जब भीड़ को पता चला कि वे भारतीय क्रिकेटर हैं तो वे डिब्बे से उतर गए।' खिलाड़ी इतना डर गए थे कि उन्होंने सिद्धू और घई को लोअर बर्थ के नीचे, किट बैग के पीछे छुपा दिया था। पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने तो सिद्धू को अपने केश काटने तक को कहा था। पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह याद करते हैं, 'यह बहुत डरावना था। वे ट्रेनें जला रहे थे और चेतन चौहान और यशपाल शर्मा से उनकी बहस के बाद मैंने सिद्धू से कहा था कि वह केश काट ले। उसने मना कर दिया और कहा, 'पाजी मैं सरदार पैदा हुआ हूं और सरदार ही मरूंगा।'' उन्होंने आगे कहा, 'मुझे याद है कि भीड़ ने चेतन चौहान से चिल्लाते हुए कहा, 'हम यहां सरदारों को मारने आए हैं, तुम्हें कुछ नहीं होगा।' चेतन ने जवाब दिया, 'वे मेरे भाई हैं और तुम उन्हें छू भी नही सकते।' जिस तरह चेतन ने मामले को संभाला वह वाकई काबिले तारीफ था।' गुरशरण सिंह उस समय दूसरे डिब्बे में थे। उन्होंने कहा, 'अगर चेतन चौहान नहीं होते तो मुझे नही लगता कि हममें से कोई जिंदा होता। मैं और राजिंदर हंस (उत्तर प्रदेश के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर) दूसरे डिब्बे में थे और जब हमें घटना के बारे में पता चला हम काफी डर गए। लेकिन चेतन चौहान हमारे पास आए और हमें आश्वासन दिया कि हम सुरक्षित हैं और भीड़ हमें कुछ नही कहेगी।'

पाकिस्तान क्रिकेट जगत ने महेंद्र सिंह धोनी की तारीफों के पुल बांधे August 17, 2020 at 07:55PM

कराची के क्रिकेट समुदाय ने एक सुर में () की तारीफ करते हुए उन्हें भारत के महानतम कप्तानों (Dhoni best Captain) में से एक और खेल को अपने तरीके से प्रभावित करने वाला खिलाड़ी बताया। शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास (Dhoni Retire) की घोषणा करने वाले धोनी की कप्तानी में भारत ने टी20 विश्व कप, 50 ओवर का विश्व कप और चैंपियन्स ट्रॉफी का खिताब जीता जबकि टेस्ट क्रिकेट में दुनिया की नंबर एक टीम भी बना। इंजमाम-उल-हक, बासित अली, वसीम अकरम, वकार यूनिस, मुदस्सर नजर, और कई अन्य ने धोनी की सराहना की। पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक मैच खेलने वाले क्रिकेटर इंजमाम ने कहा, ‘मेरी नजर में वह भारत के महानतम क्रिकेट कप्तानों में से एक है। असली मैच विजेता जिसके खिलाफ खेलने का मैंने काफी लुत्फ उठाया।’ राशिद लतीफ का मानना है कि भारतीय क्रिकेट में धोनी की विरासत (MS Dhoni Legecy) को हमेशा याद रखा जाएगा लेकिन उसके संन्यास का मतलब है कि विराट कोहली अब अपनी विरासत तैयार कर सकता है। राशिद ने कहा, ‘शानदार खिलाड़ी और कप्तान। उसमें खेल को सटीकता के साथ पढ़ने की क्षमता थी और प्रत्येक स्थिति के अनुसार अपने खिलाड़ियों का इस्तेमाल करता था और वह परफेक्ट फिनिशर था।’ पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज मुदस्सर ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि धोनी खेल के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में से एक हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहली बार उसे तब देखा जब मैं कीनिया को कोचिंग दे रहा था। नैरोबी में त्रिकोणीय टूर्नामेंट था और धोनी ने लगातार दो शतक लगाए। लेकिन तब मुझे नहीं पता था कि वह भारतीय क्रिकेट और विश्व क्रिकेट पर इतना बड़ा असर छोड़ेगा।’ शीर्ष बल्लेबाज ने कहा कि कप्तान और विकेटकीपर के रूप में रन बनाने की धोनी की क्षमता शानदार थी। उन्होंने कहा, ‘उसने अलग अलग स्थानों पर बल्लेबाजी की और हमेशा नतीजा दिया। मुझे 2011 विश्व कप के फाइनल में उसकी पारी याद है। यह मास्टर स्ट्रोक थी जिस तरह वह बल्लेबाजी क्रम में खुद को ऊपर लाए और विजयी छक्का जड़ा।’ बासित अली ने कहा कि उन्होंने अपने करियर में कभी धोनी से अधिक विविधता वाला खिलाड़ी नहीं देखा। उन्होंने कहा, ‘भारत और चेन्नै सुपरकिंग्स के लिए उनका रेकॉर्ड देखिए, यह शानदार है। जब वह 2016 और 2017 में पुणे के लिए खेला तो उनकी टीम ने आईपीएल फाइनल में जगह बनाई। किसी भी टीम पर उसका प्रभाव इस तरह का था।’ पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज और मुख्य चयनकर्ता मोहसिन खान ने कहा कि धोनी का सबसे बड़ा योगदान यह रहा कि उन्होंने ऐसी टीमों की कप्तानी की जिसमें शीर्ष सीनियर खिलाड़ी मौजूद थे और साथ ही युवा खिलाड़ियों को निखारा और प्रोत्साहित किया। पूर्व कप्तान और विकेटकीपर मोइन खान ने कहा, ‘निजी तौर पर मुझे वह काफी रोमांचक और स्तरीय खिलाड़ी लगा जो प्रभाव छोड़ने वाले खिलाड़ी की परिभाषा में फिट बैठता है।’ आक्रामक ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने भी ट्वीट करके धोनी की तारीफ की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। अफरीदी ने लिखा, ‘खेल के महान खिलाड़ियों में से एक और महानतम कप्तानों में से एक।’